#राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय
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ब्रिटेन में हिंदू सबसे सेहतमंद नागरिकों में शामिल, सिखों के पास घर होने की संभावना सबसे ज्यादा
Britain Census Data: ब्रिटेन (Britain) में हिंदू (Hindus) देश के सबसे स्वस्थ और शिक्षित धार्मिक समुदायों में शामिल हैं, जबकि सिखों (Sikhs) के पास खुद का घर होने की संभावना सबसे ज्यादा है. इंग्लैंड और वेल्स में जनगणना के हालिया आंकड़ों से यह बात सामने आई है. ब्रिटेन का राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (Office For National Statistics) मार्च 2021 में की गई ऑनलाइन जनगणना के डेटा का विश्लेषण कर आबादी के…
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#Hindus In Britain#Hindus in UK#Indian Community In Britain#Indian Community in UK#Muslims in Britain#Muslims in UK#ONS#Sikhs in Britain#Sikhs in UK#UK census data#UK census data Over Hindus#UK Office For National Statistics#ओएनएस#ब्रिटेन का राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय#ब्रिटेन की जनगणना के आंकड़े#ब्रिटेन में भारतीय समुदाय#ब्रिटेन में मुस्लिम#ब्रिटेन में सिख#ब्रिटेन में हिंदू#हिंदुओं पर ब्रिटेन की जनगणना के आंकड़े
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खुदरा महंगाई दर ने सितंबर महीने में मारा 5.49 फीसदी का उछाल, जानें क्या रही बड़ी वजह
खुदरा महंगाई दर ने सितंबर महीने में मारा 5.49 फीसदी का उछाल, जानें क्या रही बड़ी वजह #Retail #inflation #rate
Retail inflation rate: खुदरा महंगाई दर सितंबर में जोरदार बढ़ी है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय के सोमवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, खुदरा मुद्रास्फीति सितंबर में बढ़कर 5.49 प्रतिशत हो गई, जो पिछले महीने 3.65 प्रतिशत थी। खुदरा मंहगाई के जोरदार बढ़ने के पीछे खाद्य कीमतों में वृद्धि मुख्य वजह रही। हालांकि मुद्रास्फीति का स्तर भारतीय रिजर्व बैंक की 2-6% की सहनीय सीमा के भीतर बना हुआ है।…
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रायपुर: आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग द्वारा ‘‘छत्तीसगढ़ में पर्यावरण एवं आर्थिक लेखांकन मूर्त एवं अमूर्त उत्पादन‘‘ विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। कार्यशाला में छत्तीसगढ़ सहित मध्यप्रदेश, हरियाणा, मिज़ोरम, जम्मू कश्मीर तथा अन्य राज्यों के पर्यावरणविद् और सांख्यिकी के विशेषज्ञ शामिल हुए। कार्यशाला में राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय भारत सरकार की निदेशक डॉ. सुदीप्ता घोष ने ओवरव्यू ऑफ द एनवायरनमेंट अकाउंट एंड इट्स लिंकेज विथ एसडीजी पर व्याख्यान दिया। जिसमें उन्होंने पर्यावरण आर्थिक लेखांकन की प्रणाली तैयार किये जाने की रूपरेखा के बारे में जानकारी दी। जिसके अनुसार देश के सभी राज्यों में भी पर्यावरणीय लेखांकन तैयार किया जायेगा। उनके द्वारा बताया गया कि राज्य के विकास एवं नीति निर्माण के लिए पर्यावरणीय लेखांकन महत्वपूर्ण होगा साथ ही जिसका प्रयोग नीति निर्माण में किया जायेगा। वर्तमान समय में पर्यावरण को अर्थव्यवस्था से जोड़ना अति आवश्यक है क्योंकि बिना पर्यावरण संरक्षण के अर्थव्यवस्था का विकास की परिकल्पना करना असम्भव है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय भारत सरकार केे उप महानिदेशक श्री राकेश कुमार मौर्य ने थ्योरी एंड हैंड्स ऑन ट्रेनिंग ऑन लैंड कवर्स पर व्याख्यान दिया। उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ राज्य में लगभग 44 प्रतिशत भौगोलिक क्षेत्रफल वनों से आच्छादित है। तीन नदी प्रणाली छत्तीसगढ़ ��ी धरती को सींच रही हैं। राज्य में पर्यावरण आर्थिक एकाउण्ट में प्राकृतिक संसाधन, स्टॉक लेवल, समय विशेष पर स्टॉक में होने वाले परिवर्तन तथा आर्थिक गतिविधियां जो पर्यावरण के मूर्त रूप और अमूर्त उत्पादों का ब्यौरा रखना आवश्यक है। यह ब्यौरा निर्णय, निर्माण और भविष्य की नीति बनाने, संसाधनों के संरक्षण तथा सतत् विकास सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण होगा। इससे राज्य के रिसर्च की सही मैपिंग करने और उसे सटीक रूप से मापने में भी मदद मिलेगी। कार्यशाला में सांख्यिकी एवं योजना विभाग छत्तीसगढ़ के सचिव श्री हिमशिखर गुप्ता, सांख्यिकी एवं योजना विभाग छत्तीसगढ़ के संचालक श्री अमृत विकास तोपनो, उप महानिदेशक श्री रोशन लाल साहू, संयुक्त संचालक श्री एन. बुलीवाल तथा अन्य विशेषज्ञ उपस्थित थे। कार्यशाला के दूसरे दिन आईआईएफएम भोपाल द्वारा प्रस्तुति दी जाएगी और सॉलिड वेस्ट अकाउंट, वॉटर इक्वेलिटी, फिश प्रोविजिनिंग सर्विसेस, एनएसओ के नए पहल के बारे में विशेषज्ञों द्वारा व्याख्यान दिए जाएंगे।
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ब्रिटेन में लगातार तीसरी तिमाही में मंदी
ब्रिटेन में लगातार तीसरी तिमाही में मंदी
25 जुलाई 2012 इमेज स्रोत, AP इमेज कैप्शन, तीसरी तिमाही में साल की पहली तिमाही की तुलना में अधिक गिरावट हुई है नए आँकड़ों से पता चला है कि ब्रिटेन अभी तक मंदी से बाहर नहीं आ सका है. लगातार तीसरी तिमाही में ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था में संकुचन हुआ है. ब्रिटेन के राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय की ओर से जारी किए गए आँकड़ों के अनुसार ब्रिटेन की जीडीपी यानी सकल घरेलू उत्पाद में अप्रैल से जून के बीच 0.7…
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राहत की खबर: खुदरा महंगाई दर नवंबर में 11 महीने के निचले स्तर 5.88% पर आयी
राहत की खबर: खुदरा महंगाई दर नवंबर में 11 महीने के निचले स्तर 5.88% पर आयी
खुदरा महंगाई दर में गिरावट दर्ज की गई है. (प्रतिकात्मक फोटो) नई दिल्ली: मुख्य रूप से खाद्य पदार्थों की कीमतों में नरमी के कारण खुदरा महंगाई ��र नवंबर में घटकर 11 महीने के निचले स्तर 5.88 प्रतिशत पर आ गई. राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार 11 महीनों में यह पहली बार है कि खुदरा मुद्रास्फीति भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के संतोषजनक स्तर की सीमा में आई है. आरबीआई…
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आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस)- वार्षिक रिपोर्ट (जुलाई- सितंबर 2022)
आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस)- वार्षिक रिपोर्ट (जुलाई- सितंबर 2022)
अपेक्षाकृत अधिक नियमित समय अंतराल पर श्रम बल के आंकड़ों की उपलब्धता की अहमियत को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) ने अप्रैल 2017 में आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) का शुभारंभ किया। पीएलएफएस के मुख्यत: दो उद्देश्य हैं: वर्तमान साप्ताहिक स्थिति (सीडब्ल्यूएस) में केवल शहरी क्षेत्रों के लिए तीन माह के अल्पकालिक अंतराल पर प्रमुख रोजगार और बेरोजगारी संकेतकों (अर्थात…
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बेरोजगारी दर जुलाई-सितंबर में 7.2% तक गिरती है: एनएसओ सर्वेक्षण
बेरोजगारी दर जुलाई-सितंबर में 7.2% तक गिरती है: एनएसओ सर्वेक्षण
श्रम शक्ति जनसंख्या का वह हिस्सा है जो आर्थिक गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए श्रम की आपूर्ति करता है। (फाइल) नई दिल्ली: राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) ने आज कहा कि जुलाई-सितंबर 2022 के दौरान शहरी क्षेत्रों में 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों की बेरोजगारी दर एक साल पहले के 9.8 प्रतिशत से घटकर 7.2 प्रतिशत हो गई। बेरोजगारी या बेरोजगारी दर को श्रम बल के बीच बेरोजगार व्यक्तियों के…
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Retail Inflation Eases To 6.77% In October, Lowest In 3 Months
Retail Inflation Eases To 6.77% In October, Lowest In 3 Months
आरबीआई नीति: खुदरा मुद्रास्फीति अक्टूबर में 3 महीने के निचले स्तर 6.77% पर खुदरा महंगाई दर अक्टूबर में तीन महीने के निचले स्तर 6.77 प्रतिशत पर पहुंच गई, जो सितंबर में पांच महीने के उच्च स्तर 7.41 प्रतिशत से कम थी, कमजोर खाद्य मूल्य वृद्धि और साल-दर-साल आधार पर मजबूती, सरकारी आंकड़ों में सोमवार को दिखाया गया। द्वारा प्रकाशित डेटा राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय उपभोक्ता मूल्य-आधारित मुद्रास्फीति…
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2021 की सितंबर तिमाही में बेरोज़गारी दर 9.8% तक ठंडा हो गई क्योंकि कर्ब में ढील दी गई - टाइम्स ऑफ़ इंडिया
2021 की सितंबर तिमाही में बेरोज़गारी दर 9.8% तक ठंडा हो गई क्योंकि कर्ब में ढील दी गई – टाइम्स ऑफ़ इंडिया
नई दिल्ली: शहरी क्षेत्रों में 15 वर्ष और उससे अधिक आयु वर्ग में बेरोजगारी दर जुलाई में धीमी होकर 9.8% हो गई- सितंबर तिमाही 2021 का, पिछले तीन महीनों की अवधि में दोहरे अंक से मॉडरेट करना, क्योंकि के दौरान लगाए गए प्रतिबंध कोविड -19 मंगलवार को दिखाए गए आंकड़ों के अनुसार, लहर को कम किया गया और आर्थिक गतिविधियों ने गति पकड़ी। आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) ने 2021 की सितंबर तिमाही के लिए यह भी…
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#आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण#एलएफपीआर#कोविड -19#बेकार#राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय#व्यापार समाचार#सितंबर तिमाही
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2021 की सितंबर तिमाही में बेरोज़गारी दर 9.8% तक ठंडा हो गई क्योंकि कर्ब में ढील दी गई - टाइम्स ऑफ़ इंडिया
2021 की सितंबर तिमाही में बेरोज़गारी दर 9.8% तक ठंडा हो गई क्योंकि कर्ब में ढील दी गई – टाइम्स ऑफ़ इंडिया
NEW DELHI: शहरी क्षेत्रों में बेरोजगारी दर 15 वर्ष और उससे अधिक आयु वर्ग में जुलाई में धीमी होकर 9.8% हो गई- सितंबर तिमाही 2021 का, पिछले तीन महीनों की अवधि में दोहरे अंक से मॉडरेट करना, क्योंकि के दौरान लगाए गए प्रतिबंध कोविड -19 मंगलवार को दिखाए गए आंकड़ों के अनुसार, लहर को कम किया गया और आर्थिक गतिविधियों ने गति पकड़ी। आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) ने 2021 की सितंबर तिमाही के लिए यह भी…
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#आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण#एलएफपीआर#कोविड -19#बेकार#राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय#व्यापार समाचार#सितंबर तिमाही
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खाद्य कीमतों ने खुदरा मुद्रास्फीति को छह महीने के उच्चतम स्तर पर धकेला
खाद्य कीमतों ने खुदरा मुद्रास्फीति को छह महीने के उच्चतम स्तर पर धकेला
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, खुदरा मुद्रास्फीति की दर दिसंबर में बढ़कर छह महीने के उच्चतम स्तर 5.59 प्रतिशत पर पहुंच गई, जिसका मुख्य कारण खाद्य कीमतों में वृद्धि है। एनएसओ द्वारा बुधवार को जारी आंकड़ों के एक अन्य सेट से पता चला है कि पिछले वर्ष में (-) 1.6 प्रतिशत के निम्न आधार के बावजूद नवंबर में औद्योगिक उत्पादन में 1.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई, क्योंकि कमजोर…
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#इंडियन एक्सप्रेस#इंडियन एक्सप्रेस न्यूज&039;#इंडियन एक्सप्रेस बिजनेस न्यूज#खाद्य मूल्य मुद्रास्फीति#खुदरा मुद्रास्फीति#खुदरा मुद्रास्फीति दर#भोजन की कीमत#राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय#व्यापार समाचार#सामयिकी
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भारत में साक्षरता के मामले में केरल अव्वल, सबसे निचले स्तर पर रहा ये राज्य
भारत में साक्षरता के मामले में केरल अव्वल, सबसे निचले स्तर पर रहा ये राज्य
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नई दिल्लीःराष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के सर्वेक्षण के अनुसार भारत में साक्षरता के मामले में केरल एक बार फिर पहले पायदान पर रहा है जबकि आंध्र प्रदेश सबसे निचले स्थान पर मौजूद है. सर्वेक्षण के अनुसार केरल में साक्षरता दर 96.2 प्रतिशत जबकि आंध्र प्रदेश 66.4 प्रतिशत है. राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण के 75वें दौर के तहत जुलाई 2017 से जून 2018 के बीच ‘परिवारिक सामाजिक उपभोग: भारत में…
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#Andhra Pradesh#Delhi#india literacy#india literacy rate#india literacy rate 2020#india literacy rate update#keral top in literacy#राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय#साक्षरता
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देश में 2019 में 50 फीसदी से अधिक कृषक परिवार कर्ज में, प्रति परिवार औसत ऋण 74121 रुपये- सर्वे
देश में 2019 में 50 फीसदी से अधिक कृषक परिवार कर्ज में, प्रति परिवार औसत ऋण 74121 रुपये- सर्वे
एनएसओ सर्वेक्षण: देश में खेती-बाड़ी के बीज से भरपूर खेती के दाने हैं। विस्तृत परिवार के लिए वित्तीय वर्ष 2019 में 50 एक से अधिक किसान परिवार ऋण 74,121 अरब डॉलर बैटरी से बचने के लिए. बाइनरी 20.5. कृषि ऋण में ऋण सर्वर में ये कहा गया है, ”कर्ज ले री रीचार्ज किया हुआ 50.2 है। वहीं प्रति कृषि परिवार बकाया ऋण की औसत राशि 74,121 रुपये है। ” एनएसओ ने जनवरी-दिसंबर 2019 के दौरान देश के ग्रामीण क्षेत्रों…
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#एनएसओ सर्वे हिंदी में#एनएसओ सर्वेक्षण#किसानों पर एनएसओ सर्वेक्षण#खेतिहर परिवार#राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय सर्वेक्षण
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चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में भारत की GDP ग्रोथ रेट 6.3% रही
चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में भारत की GDP ग्रोथ रेट 6.3% रही
GDP Data: पिछली तिमाही में भारत की अर्थव्यवस्था 13.5 प्रतिशत की दर से बढ़ी है. नई दिल्ली: india Q2 GDP Data: चालू वित्त वर्ष 2022-23 में भारत के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) ग्रोथ दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर तिमाही) में 6.3 प्रतिशत रही है. राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) ने बुधवार को चालू वित्त वर्ष के लिए जीडीपी ग्रोथ रेट के आंकड़े जारी किए हैं. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 2021-22 की जुलाई-सितंबर…
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अक्टूबर 2022 के लिए ग्रामीण, शहरी तथा संयुक्त उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आंकड़े, आधार वर्ष 2012=100
अक्टूबर 2022 के लिए ग्रामीण, शहरी तथा संयुक्त उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आंकड़े, आधार वर्ष 2012=100
सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय का राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) इस प्रेस नोट में आधार वर्ष 2012 =100 पर अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) तथा अ��्टूबर 2022…
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GDP growth slows to a 11-year low of 4.2%
GDP growth slows to a 11-year low of 4.2%
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आर्थिक विकास धीमा हो गया शुक्रवार को राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, 2019-20 में 11% से कम 4.2%।
25 मार्च से शुरू हुए COVID-19 लॉकडाउन के पहले सप्ताह के प्रभाव को दर्शाते हुए वर्ष की अंतिम तिमाही में, यानी जनवरी-मार्च में, सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर 3.1% तक गिर गई।
यद्यपि यह पिछले 44 तिमाहियों में सबसे कम विकास दर है, यह अभी भी अधिकांश…
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#आर्थिक विकास#कोर सेक्टर का आउटपुट#कोरोनावाइरस लॉकडाउन#जीडीपी बढ़त#भारत का आर्थिक विकास#राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय
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