#राफेल में मिसाइल
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Indo-america drone deal : भारत अमेरिका से कर रहा एमक्यू-9बी प्रीडेटर ड्रोन की खरीददारी,फ्रांस भी सर्जिकल स्ट्राइक वाली ब्रिमस्टोन मिसाइलें देने को तैयार
बॉर्श (फ्रांस) : राफेल फाइटर जेट के बाद भारत तथा फ्रांस के बीच एक और हथियार डील हो सकती है. दुनिया भर में रक्षा क्षेत्र की अग्रणी यूरोपीय कंपनी एमबीडीए ने कहा है कि यदि उसे प्रस्ताव मिलता है, तो वह अपनी उच्च सटीकता वाली मारक मिसाइल ब्रिमस्टोन को उस ‘एमक्यू-9बी प्रीडेटर’ हथियारबंद ड्रोन में एकीकृत करने की संभावना पर विचार करने के लिए तैयार है, जिसे भारत, अमेरिका से खरीद रहा है. एमबीडीए की…
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भारत में राफेल भूमि: प्रतिक्रियाएँ चित्र स्रोत: INDIA TV भारत में राफेल भूमि: प्रतिक्रियाएँ भारतीय वायु सेना के बेड़े में शामिल होने के लिए लगभग 7,000 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद फ्रेंच राफेल फाइटर जेट्स के पहले बैच ने बुधवार को हरियाणा के अंबाला में छुआ। राफेल आकस्मिक दल ने संयुक्त अरब अमीरात से उड़ान भरने के तुरंत बाद पश्चिमी अरब सागर में भारतीय नौसेना के युद्धपोत आईएनएस कोलकाता के साथ संपर्क स्थापित किया। …
#अम्बाला में राफेल#अरब सागर में राफेल#इंस कोलकाता के साथ राफेल संपर्क#फट खबर#फट मिसाइल#भारत में राफेल#भारत में राफेल जेट#मेटेरियल मिसाइलें#राफेल कितना ताकतवर#राफेल की सैन्य क्षमता#राफेल जेट#राफेल जेट ने आईएनएस कोलकाता से संपर्क साधा#राफेल ताजा खबर#राफेल फाइटर जेट्स#राफेल में मिसाइल#राफेल लाइव अपडेट#राफेल विनिर्देशों#राफेल विमान#राफेल शक्ति#राफेल से लैस मिसाइलें#स्कैल्प मिसाइलें#हैमर मिसाइलें
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दुनियाँ के 25 सबसे ताकतवर देशों की हुई लिस्ट जारी ,,, भारत आया नम्बर 3 पर, हम से आगे अमेरिका, रूस हैं l ये है मोदी युग ,,,*🔺 दूसरी उपलब्धि* ,,, 1.4- 1.5 लाख करोड़ के पार पहुँचा GST का मासिक टैक्स कलेक्��न ,,,,, ये है ! एक चाय वाले का अर्थशास्त्र ,,,*🔺 तीसरी उपलब्धि* ,,, नए सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने में , अमेरिका और जापान को पीछे छोड़ , भारत पहुँचा दूसरे स्थान पर ,,,,*🔺 चौथी उपलब्धि* ,,,,, 2017-18 में दो गुना हुआ , सौर ऊर्जा का उत्पादन ,,,, चीन और अमेरिका भी दंग हैं ,,, *🔺 पाँचवी उपलब्धि* ,,, भारत की आसमान छू रही , GDP को देखकर ,,, भारत की GDP 8.2% , चीन की 6.7% और अमेरिका की 4.2% ! अब भी कहेंगे , भारतीय की मोदी विदेश क्यों जाते हैं,,,*🔺 छठी उपलब्धि* ,,, जल , थल और आकाश ; तीनों क्षेत्रों से सुपरसोनिक मिसाइल दागने वाला , दुनियाँ का पहला देश बना भारत ,,, ये है मोदी युग ,,, अगर आपको गर्व हुआ हो , तो जय हिन्द लिखना न भूलें ,,,,*🔺 सातवीं उपलब्धि* ,,,, 70 सालों में पाकिस्तान को कभी गरीब नहीं देखा ,, लेकिन मोदी जी के आते ही पाकिस्तान कंगाल हो गया ,,, दरअसल पाकिस्तान की कमाई का जरिया , भारतीय नकली नोटों का व्यापार था ,,,, जिसे मोदी जी ने खत्म कर दिया ,,,*🔺 आठवीं उपलब्धि* को भी पढ़ें ,,,,,, एक बात समझ में नहीं आयी ,,, 2014 में कांग्रेसी रक्षामंत्री ऐ. के. एंटोनी ने कहा था , देश कंगाल है , हम राफेल तो क्या , छोटा जेट भी नहीं ले सकते ,,,, पर मोदीजी ने ईरान का कर्ज भी चुका दिया ,,, राफेल डील भी करली ,,, S - 400 भी ले रहे हैं ! आखिर कांग्रेस के समय देश का पैसा कहाँ जाता था ,,, ❓*🔺 नवीं उपलब्धि* ,,, सेना को मिला बुलेटप्रूफ स्कार्पियो का सुरक्षा कवच ,,, जम्मू कश्मीर में मिली सेना को 2500 बुलेटप्रूफ स्कार्पियो ,,,*🔺 दसवीं उपलब्धि* ,,, अब आपको बताता हूँ , भारत का इन 4 सालों में विकास क्या हुआ ,,,अर्थ व्यवस्था में फ्रांस को पीछे धकेल नम्बर 6 बना ,,,*🔺 ग्यारहवीं उपलब्धि* ,,, ऑटो मार्केट में जर्मनी को पीछे छोड़ नम्बर 4 बना ,,,*🔺 बारहवीं उपलब्धि* ,,,, बिजली उत्पादन में रूस को पीछे छोड़ नम्बर 3 बना ,,,*🔺 तेरहवीं उपलब्धि* ,,, टेक्सटाइल उत्पादन में इटली को पीछे छोड़ नम्बर 2 बना ,,,*🔺 चोदहवीं उपलब्धि* ,,, मोबाइल उत्पादन में वियतनाम को पीछे छोड़ नम्बर 2 बना,,, *🔺 पंद्रहवी उपलब्धि* ,,, स्टील उत्पादन में जापान को पीछे छोड़ नम्बर 2 बना ,,,*🔺 सोलहवीं उपलब्धि* ,,, चीनी उत्पादन में ब्राजील को पीछे छोड़ नम्बर 1 बना ,,,*🔺 सतरहवीं उपलब्धि* ,,, हमेशा सोए रहने वाले हिंदूओं में *राष्ट्रवाद* जगा दिया , पूरी दुनियां के सवा सौ करोड़ हिंदुओं का एक भी राष्ट्र नहीं है ! मैं इस काम को सबसे महत्वपूर्ण मानता हूँ ❗*इसको कहते हैं , मोदी युग*मोदी सरकार में ��ाटी से हो रहा है , आतंकियों का सफाया ,,,8 महीनों में 230 आतंकियों को 72 हूरों के पास जहन्नुम में पहुंचाया❗ 🔺कांग्रेस राज में आतंकी दहशत फैलाते थे ! मोदी राज में सेना आतंकियों के लिए *दहशत* बनी हुई है ,,, ये है मोदी राज का फार्मूला🔺आइए , आज हम सब मिलकर , एक संकल्प ले , कि इस सेवक को 2024 में इतने भारी बहुमत से विजयी बनावें की , वह आंकड़ा गिनीज बुक में दर्ज होकर रह जाय ! जिस आंकड़े को कोई छू भी न सके ,,,,,*2024 में मोदी जी को तीसरी बार देश का प्रधानमंत्री बनाने में पूरी ताकत लगा दें* ‼️ *जय हिन्द - जय भारत* कृपया करके 2 minute का समय निकाल कर इसे देश हित में जरूर शेयर करें।
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यदि दीमक की तरह काट रहा सर्वव्यापी भ्रष्टाचार का देश में से सर्वथा निर्मूलन हो जाए तो अपना अर्थतंत्र और देश विश्व में Superpower बन सकता है। लेकिन मोदीजी अपने भ्रष्टाचारी चेलो पर रोक नही लगा सकते है वह उनकी मजबूरी है कयोंकि अपने पैरों पर कौन कुल्हाड़ी मारे...! भ्रष्टाचार कांग्रेस की देन है। जिसमें सभी राजनैतिक पार्टी लिप्त है। मोदीजी की मनसा अच्छी है लेकिन वह भ्रष्टाचार मुक्त भारत बनाने में अपनी पार्टी का भोग देना नहीं चाहते है।
राष्ट्रवाद के नाम पर देश को लूटने नहीं दिया जा सकता। सभी भाजपी नेता गण और कार्यकर्ता भ्रष्टाचार में निमग्न और लिप्त है।
दूसरा कोई अच्छा विकल्प न होने पर भारतीय जनता पार्टी को चुनना देशवासीओ की दारुण मजबूरी है।
आयेंगे तो मोदीजी ही।
जय श्री कृष्ण।
जय हिंद जय भारत।
वंदे मातरम्।
Mukund Bharucha
B. Sc. (Computer Science)
MCA
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Defence News Chinese Scared Of The Fear Of Indian Rafale Jet Fighter Strengthening The Airbase Near LAC Ann
Defence News Chinese Scared Of The Fear Of Indian Rafale Jet Fighter Strengthening The Airbase Near LAC Ann
Rafale Fghter Jets: भारत के राफेल फाइटर जेट्स से चीनी वायुसेना (Chinese Air Force) सकते में है. राफेल के खौफ से चीनी वायुसेना एलएसी (LAC)के करीब एयर बेस (Airbase) पर ऐसे नए हैंगर तैयार कर रही है जिनपर 500 किलो तक के बम, क्रूज मिसाइल (Cruise Missile)और ग्राउंड पेनेट्रेटिंग बम (Ground Penetrating Bomb) से भी कोई नुकसान ना हो सके. जानकारी के मुताबिक, चीन ऐसा राफेल के हमलों से बचने के लिए कर रहा है.…
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दुनिया के 25 सबसे ताकतवर देशों की लिस्ट जारी पहली उपलब्धि यह है कि जीएसटी का मासिक कर संग्रह 1 लाख करोड़ से अधिक हो गया है, यह चाय बेचने वालों की अर्थव्यवस्था है। दूसरी सफलता: नए सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने में भारत अमेरिका और जापान के बाद दूसरे स्थान पर ��ै तीसरी उपलब्धि: 2017-18 में दोगुना हुआ सौर ऊर्जा उत्पादन, चीन और अमेरिका भी दंग रह गए। चौथी सफलता: भारत की आसमान छूती जीडीपी, भारत की जीडीपी 8.2%, चीन की 6.7% और अमेरिका की 4.2% है। अब भारतीय भी पूछेंगे कि मोदी विदेश क्यों जाते हैं। पांचवीं जीत:भारत दुनिया का पहला देश बना, जिसने धरती और आसमान के तीनों हिस्सों से सुपरसोनिक मिसाइल दागी,,,,, ये है मोदी युग "जय हिंद",, छठी कामयाबी: मैंने 70 साल में पाकिस्तान को कभी गरीब नहीं देखा, लेकिन मोदी के आते ही पाकिस्तान गरीब हो गया। सातवीं उपलब्धि: ये भी पढ़ें, एंथोनी ने कहा था कि देश गरीब है, हमें राफेल भी नहीं मिल रहा, छोटा जेट, राफेल का सौदा हो गया, एस-400 भी लिया जा रहा है!देश का पैसा कहां गया? आठवीं जीत: सेना को मिला बुलेट प्रूफ स्कॉर्पियो सुरक्षा कवच, सेना को मिला जम्मू-कश्मीर में 2500 बुलेट प्रूफ स्कॉर्पियो। बाहरी सफलता अब मैं आपको बताता हूं कि इन 4 सालों में भारत के विकास का क्या हुआ? अर्थव्यवस्था में फ्रांस छठे स्थान पर है। नौवीं सफलता: जर्मनी को पीछे छोड़कर ऑटो बाजार में नंबर 4 बना। दसवीं सफलता:बिजली उत्पादन में रूस को पीछे छोड़ते हुए भारत नंबर 3 बना। ग्यारहवीं सफलता: इटली को पीछे छोड़ते हुए कपड़ा उत्पादन में नंबर 2 बना। बारहवीं सफलता: वियतनाम को पछाड़कर मोबाइल उत्पादन में नंबर 2 बना। तेरहवीं सफलता: चौदहवीं सफलता: पंद्रहवीं उपलब्धि: राम मंदिर, धारा 370, तीन तलाक, जिस पर CAA.NRC काम कर रहा है। समान नागरिक संहिता, जनसंख्या नियंत्रण अधिनियम आदि। सोलहवीं जीत: हमेशा सोए रहने वाले हिंदू।मैंने जगाया राष्ट्रवाद, दुनिया में सवा सौ करोड़ हिंदुओं का एक भी राष्ट्र नहीं है। मैं इस काम को सबसे महत्वपूर्ण मानता हूं। हिज़्बुल्लाह के दो आतंकवादी मारे गए। 8 महीने में 230 आतंकवादी 72 होरोन के पास नरक में भेजे गए थे। आतंकवादी कांग्रेस के शासन के दौरान भय और दहशत फैलाते थे। वह दहशत का शिकार है। यह मोदी राज का सूत्र है। मोदीजी की बढ़ती लोकप्रियता से पूरा विपक्ष स्तब्ध है कि अब उनकी भ्रष्ट रणनीति सफल नहीं हो सकती है, तो एक अभिमन्यु को मारने के लिए, 2024 में मोदी को हराने के लिए भ्रष्टाचार के सभी स्वामी मिलकर काम कर रहे हैं, लेकिन वे ऐसा नहीं कर रहे हैं। #grish #modi #bjp #superp https://www.instagram.com/shahar_aman/p/CYgO2cJv1WR/?utm_medium=tumblr
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राफेल लड़ाकू सौदे में ऑफसेट देरी के लिए भारत ने लगाया जुर्माना | इंडिया न्यूज - टाइम्स ऑफ इंडि��ा
राफेल लड़ाकू सौदे में ऑफसेट देरी के लिए भारत ने लगाया जुर्माना | इंडिया न्यूज – टाइम्स ऑफ इंडिया
नई दिल्ली: भारत ने फ्रांस के 36 राफेल लड़ाकू विमानों के लिए 7.8 अरब यूरो के सौदे में ऑफसेट प्रतिबद्धताओं को पूरा करने में देरी के लिए जुर्माना लगाया है। यह जुर्माना मिसाइल निर्माता एमबीडीए से “लगाया और एकत्र” किया गया है, जो किसके द्वारा निर्मित राफेल जेट के लिए हथियार पैकेज आपूर्तिकर्ता है। डसॉल्ट एविएशन, सितंबर 2016 में भारत द्वारा हस्ताक्षरित मेगा अनुबंध में, शीर्ष रक्षा सूत्रों ने मंगलवार को…
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#आज की खबर#आज की ताजा खबर#आधुनिक#इंडिया#गूगल समाचार#डसॉल्ट एविएशन#प्रत्यक्ष विदेशी निवेश#भारत समाचार#भारत समाचार आज#मोदी#रक्षा मंत्रालय#संसद
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तुर्की से बढ़ रहा तनाव, फ्रांस से 30 अत्याधुनिक राफेल फाइटर जेट खरीदेगा मिस्र Divya Sandesh
#Divyasandesh
तुर्की से बढ़ रहा तनाव, फ्रांस से 30 अत्याधुनिक राफेल फाइटर जेट खरीदेगा मिस्र
काहिरा मिस्र ने फ्रांस के साथ 30 राफेल फाइटर जेट खरीदने का करार किया है। बताया जा रहा है कि यह डील कुल करीब 4.5 अरब डॉलर की होगी। मिस्र के रक्षा मंत्रालय और फ्रांस के बीच मंगलवार को इस बड़े सौदे का ऐलान हो सकता है। बताया जा रहा है कि अफ्रीका में तुर्की के खतरनाक मंसूबों को टक्कर देने के लिए मिस्र और फ्रांस के बीच यह समझौता हुआ है। इससे पहले फ्रांस के राष्ट्रपति ने दिसंबर महीने में ऐलान किया था कि वह मिस्र की इलाके में हिंसा के खिलाफ कार्रवाई करने की क्षमता को कमजोर नहीं होने देंगे।
मिस्र के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि इस डील को लोन के जरिए कम से कम 10 साल के लिए फाइनेंस किया जाएगा। इस डील के लिए मंगलवार को मिस्र का एक दल पेरिस पहुंच रहा है। इससे पहले फ्रांस ने ग्रीस के साथ 18 राफेल फाइटर जेट बेचने का सौदा किया था। कतर और भारत भी फ्रांस से राफेल विमान खरीद चुके हैं। मिस्र राफेल डील के साथ 24 करोड़ डॉलर की मिसाइलें भी खरीद रहा है।
राफेल ने बर्बाद किया था तुर्की का सैन्य ठिकाना फ्रांस ने अभी इस सौदे पर कोई बयान नहीं दिया है। फ्रांस वर्ष 2013 से 2017 के बीच मिस्र का सबसे बड़ा हथियार सप्लायर देश रहा था। मिस्र और फ्रांस के बीच सेना के पूर्व जनरल अल सीसी के सत्ता में आने के बाद बहुत घनिष्ठ संबंध रहा है। दोनों ही का पश्चिम एशिया में हित मिलते हैं। यही नहीं तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगान के संदिग्ध रुख के खिलाफ मिस्र और फ्रांस एक समान राय रखते हैं।
इससे पहले पिछले साल फ्रांसीसी मूल के राफेल लड़ाकू विमानों ने लीबिया में स्थित तुर्की के अल वाटिया एयरबेस पर जबरदस्त हमला बोला था। इसमें तुर्की के कई प्लेन, ड्रोन और फिक्स विंग एयरक्राफ्ट बर्बाद हो गए थे। दावा किया गया था कि हमले में तुर्की के कई सैनिक भी हताहत हुए थे। द अरब वीकली की रिपोर्ट के अनुसार, लीबिया को लेकर मिस्र और तुर्की के बीच तनाव चरम पर है। तुर्की ने लीबिया की राज��ानी त्रिपोली से 125 किलोमीटर दूर नूकत अल कमस जिले में अल वाटिया एयरबेस पर अपने फाइटर जेट, ड्रोन और मिसाइल सिस्टम को तैनात किया है। जिसे मिस्र और फ्रांस अपनी सुरक्षा के लिए खतरा बताते रहे हैं। मिस्र ने कई बार इसे लेकर तुर्की को चेतावनी भी दी थी।
भूमध्य सागर पर कब्जा करने का सपना देख रहे एर्दोगन लीबिया में तुर्की की उपस्थिति को लेकर मिस्र और फ्रांस ने कई बार तुर्की को चेतावनी भी दी थी। मिस्र ने तो यहां तक कह दिया था कि अगर तुर्की समर्थित मिलिशिया सिर्ते शहर की ओर आगे बढ़ते हैं तो वह सैन्य कार्रवाई करने के लिए विवश हो जाएगा। एर्दोगन भूमध्य सागर के गैस और तेल से भरे क्षेत्र पर तुर्की का कब्जा करना चाहते हैं। इसलिए आए दिन तुर्की के समुद्री तेल खोजी शिप कभी ग्रीस तो कभी साइप्रस के जलसीमा में घुस रहे हैं। इसी को लेकर ग्रीस और तुर्की में तनाव इतना बढ़ गया था कि दोनों देशों की सेनाओं के बीच जंग के हालात बन गए थे। वहीं, फ्रांस समेत यूरोपीय यूनियन के कई देश ग्रीस का समर्थन भी कर रहे हैं।
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Rafale of the Indian Air Force is undergoing flight tests at the Kazax Flight Test Center in southern France
Rafale of the Indian Air Force is undergoing flight tests at the Kazax Flight Test Center in southern France
फ्रांसीसी वायु और अंतरिक्ष सेना और नौसेना ने राफेल जेट के सबसे उन्नत संस्करण एफ 3-आर मानक के परिचालन प्रवेश-में-सेवा समझौते पर हस्ताक्षर किए। F3-R मानक का परिचालन कमीशन (MSO) कार्यक्रम का अंतिम चरण है जो सभी अपेक्षित क्षमताओं के उद्घाटन को औपचारिक बनाता है। नई सुविधाओं का संचालन उल्कापिंड मिसाइल, GBU-16 लेजर-निर्देशित बम और TALIOS लक्ष्यीकरण फली कर रहे हैं। इस रैंप-अप के हिस्से के रूप में,…
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भारत-चीन तनाव: राफेल में लगे हैमर मिसाइल से कांपेगा चीन, जान लें खूबियां
भारत-चीन तनाव: राफेल में लगे हैमर मिसाइल से कांपेगा चीन, जान लें खूबियां
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भारत और चीन (India and China Tension) के बीच तनाव थोड़ा कम जरूर हुआ है लेकिन खत्म नहीं हुआ है। लद्दाख में तनातनी (Ladakh Standoff) अभी बरकरार है और भारत चीन के धोखे का इतिहास देखते हुए उससे निपटने के लिए पूरी तैयारी कर चुका है। फ्रांस से 29 जुलाई को भारत आ रहे राफेल लड़ाकू विमानों में (Rafale Combat Aircraft) में हैमर (HAMMER यानी हाइली अजाइल मॉड्युलर म्यूनिशन एक्सटेंडेड रेंज) मिसाइले लगाई…
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#hammer’ missiles for rafales#india and china latest news#rafales jet latest news#what is hammer missiles#फ्रांस देगा भारत को हैमर मिसाइल#भारत चीन तनाव#राफेल में लगेगा हैमर मिसाइल#लद्दाख तनाव पर ताजा खबरें
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Indian Army को मिली मीडियम रेंज की मिसाइलें, इजरायली तकनीकी के इस्तेमाल से बनी बेहद खतरनाक
Indian Army को मिली मीडियम रेंज की मिसाइलें, इजरायली तकनीकी के इस्तेमाल से बनी बेहद खतरनाक
नई दिल्ली/हैदराबाद: कल्याणी राफेल एडवांस्ड सिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड (क्रास) ने भारतीय थलसेना और वायुसेना के लिए सतह से हवा में मार करेनवाली मध्यम दूरी की मिसाइल की पहली खेप मंगलवार को प्र��ान की. आगामी वर्षों में थलसेना और वायुसेना को इस तरह की एक हजार से अधिक मिसाइल किट दी जानी हैं. इजरायली कंपनी के साथ संयुक्त उपक्रम इस संबंध में जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि मिसाइलों को आगे प्रणाली से…
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#Bharat Dynamics Limited#Indian Air Force#Indian Army#Israel#Kalyani Rafael Advanced Systems#Medium range missiles
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72nd Repubilc Day:पीएम नरेंद्र मोदी ने दी बधाई
नई दिल्ली। भारत अपनी सैन्य शक्ति, सांस्कृतिक विविधता, सामाजिक और आर्थिक प्रगति का प्रदर्शन करके मंगलवार को अपना 72 वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि नए शामिल राफेल लड़ाकू विमान आर-डे फ्लाईपास्ट में भाग लेंगे। स्वदेशी रक्षा प्रौद्योगिकियों में भारत के कदमों का प्रतिनिधित्व करते हुए, रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) की एक टुकड़ी राजपथ में भाग लेगी। पीएम नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को गणतंत्र दिवस की बधाई देते हुए ट्वीट किया जय हिंद!
राजपथ पर शौर्य की झलक
मुख्य युद्धक टैंक T-90 भीष्म, इन्फैंट्री कॉम्बैट व्हीकल बॉलवे मशीन पिकेट (BMP-II) – सारथ, ब्रह्मोस मिसाइल सिस्टम का मोबाइल स्वायत्त लॉन्चर, पिनाका मल्टी लॉन्चर रॉकेट सिस्टम, सांवली इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सिस्टम, सुखोई -30 MKI फाइटर जेट्स, Mi -17 V5, चिनूक और अपाचे हेलीकॉप्टर अन्य सैन्य संपत्ति के बीच प्रदर्शित किए जाएंगे। रक्षा मंत्रालय के अनुसार, कुल 38 भारतीय वायु सेना (IAF) विमान, राफेल में शामिल हैं, और भारतीय सेना के चार विमान फ्लाईपास्ट में भाग लेंगे।
भारतीय नौसेना की झांकी नौसेना के संचालन को प्रदर्शित करेगी जो 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान किए गए थे। नौसेना और मुक्तिबहिनी के गोताखोरों और 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में भाग लेने वाले कुछ अन्य जहाजों द्वारा एक पेट्या क्लास शिप और ऑपरेशन एक्स भी पेश किया जाएगा।भारतीय वायुसेना हल्के लड़ाकू विमान (LCA) तेजस और स्वदेशी तौर पर विकसित एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल ध्रुवस्त्र के मॉडल का प्रदर्शन करेगी।
राष्ट्रीय ध्वज को दी जाएगी 21 गन की सलामी
तिरंगे को 21 गन की सलामी के साथ राष्ट्रगान के बाद फहराया जाएगा। परेड की शुरुआत राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद की सलामी लेने के साथ होगी। परेड की कमान परेड कमांडर, लेफ्टिनेंट जनरल विजय कुमार मिश्रा, अति विशिष्ट सेवा पदक, दिल्ली क्षेत्र के जनरल ऑफिसर कमांडिंग कमांडर करेंगे। रक्षा मंत्री ने कहा कि मेजर जनरल आलोक काकर, दिल्ली क्षेत्र के चीफ ऑफ स्टाफ, परेड सेकंड-इन-कमांड होंगे।
राफेल की दिखेगी झलक
अगला गठन घटना के प्रतीक्षित आकर्षणों में से एक होगा, एक राफेल जिसमें दो जगुआर दीप पैठ स्ट्राइक एयरक्राफ्ट और दो मिग -29 एयर सुपीरियरिटी फाइटर्स हैं जो ‘विक’ में 300 मीटर की ऊंचाई और 780 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से बनते हैं। । रक्षा मंत्रालय के प्रशंसित सारंग प्रदर्शन टीम में शामिल तीन एडवांस लाइट हेलिकॉप्टरों में तीन सु -30 एमकेआई शामिल हैं और इसके बाद त्रिनेत्र का गठन विजय द्वारा किया जाएगा।
परेड की पारमार्थिक परिणति एक aircraft वर्टिकल चार्ली ’को पूरा करते हुए 900 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से उड़ान भरने वाला एक एकल राफेल विमान होगा। इस विमान में ग्रुप कैप्टन हरकीरत सिंह, शौर्य चक्र, 17 स्क्वाड्रन के कमांडिंग ऑफिसर स्क्वाड्रन लीडर किस्लायकांत के साथ पायलट होंगे। यह शिल्प कई बार रोल्स की एक श्रृंखला को आगे बढ़ाता है और भारतीय वायु सेना के आदर्श वाक्य Air नाभा स्पर्शन दीप्थम ’को सलाम करता है।
https://kisansatta.com/72nd-repubilc-day-pm-narendra-modi-congratulates/ #72NdRepubilcDayPMNarendraModiCongratulates 72nd Repubilc Day: PM Narendra Modi congratulates National, State #National, #State KISAN SATTA - सच का संकल्प
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भारत ने चीन-पाकिस्तान को दी डबल टेंशन, दोगुनी हुई Rafale विमानों की मारक क्षमता
Webvarta Desk: भारतीय वायुसेना (Indian Airfoce) के नए नवेले राफेल विमान (Rafale Fighter Plane) अब पहले से ज्यादा घातक हो गए हैं। दरअसल, राफेल विमानों में लगी SCALP मिसाइल की मारक क्षमता 2,000 मीटर बढ़ गई है। भारतीय वायुसेना ने फ्रांसीसी मिसाइल मैनुफैक्चरर MBDA से SCALP का सॉफ्टवेयर री-कैल���बरेट कराया है। यह यह लॉन्ग-रेंज, एयर-लॉन्च्ड क्रूज मिसाइल समुद्रतल से 4,000 मीटर ऊंचाई पर मौजूद टारगेट को उड़ा सकती है। आसान शब्दों में कहें तो पहले के 2,000 मीटर के मुकाबले अब भारत का राफेल (Rafale Fighter Plane) पहाड़ी और ऊंचे पठार वाले इलाकों में 4,000 मीटर ऊपर स्थित टारगेट को बर्बाद कर सकता है। इस मिसाइल की रेंज 300 किलोमीटर से ज्यादा है। 450 किलो वजन वाली यह मिसाइल भारतीय वायुसेना के राफेल पैकेज का हिस्सा है। अगले तीन राफेल (Rafale Fighter Plane) जेट्स का बैच गणतंत्र दिवस 2021 के बाद आने की संभावना है। सभी 36 एयरक्राफ्ट की फ्लीट 2021 के अंत तक आ जाएगी। इस लड़ाकू विमान की एक स्क्वाड्रन अंबाला एयरबेस पर तैनात है, जबकि दूसरी हासीमारा एयरबेस पर तैनात होगी। घातक मिसाइलों से लैस हैं राफेल जेट्स भारत के पास जो राफेल हैं, उनके साथ SCALP डीप-स्ट्राइक क्रूज मिसाइल्स के अलावा Meteor बियांड विजुअल रेंज एयर-टू-एयर मिसाइल और MICA मल्टी मिशन एयर-टू-एयर मिसाइल भी लगी हैं। इससे राफेल हवा और जमीन पर टारगेट्स को उड़ाने की जबर्दस्त क्षमता रखता है। Meteor मिसाइलें नो-एस्केप जोन के साथ आती हैं, यानी एक बार मिसाइल लक्ष्य की तरफ निकल पड़ी तो इससे बचा नहीं जा सकता। यह फिलहाल मौजूद मीडियम रेंज की एयर-टू-एयर मिसाइलों से तीन गुना ज्यादा ताकतवर हैं। इस मिसाइल सिस्टम के साथ एक खास रॉकेट मोटर लगा Read the full article
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इंडियन एयरफोर्स को आज शाम तक तीन और राफेल फाइटर जेट मिल जाएंगे। तीनों राफेल फ्रांस से उड़ान भरने के बाद 7,364 किलोमीटर का सफर बिना रुके पूरा करेंगे। शाम तक इनके भारत पहुंचने की उम्मीद है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस बार ये तीनों राफेल गुजरात के जामनगर एयरबेस पर लैंड करेंगे। इनके आते ही भारत में राफेल की संख्या 8 हो जाएगी। अगले 2 साल में फ्रांस सभी 36 फाइटर जेट डिलीवर करेगा।
भारत ने फ्रांस के साथ 2016 में 58 हजार करोड़ में 36 राफेल फाइटर जेट की डील की थी। 36 में से 30 फाइटर जेट्स होंगे और 6 ट्रेन��ंग एयरक्राफ्ट होंगे। ट्रेनर जेट्स टू सीटर होंगे ���र इनमें भी फाइटर जेट्स जैसे सभी फीचर होंगे।
हवा में ईंधन भरा जाएगा, इस बार कोई हाल्ट नहीं न्यूज एजेंसी के मुताबिक, राफेल के साथ हवा में फ्यूल भरने वाला फ्रांस के एयरफोर्स का स्पेशल जेट भी होगा। पिछली बार 29 जुलाई को फ्रांस से 5 राफेल भारत आए थे। तब भी हवा में ईंधन भरा गया था। हालांकि, तब पांचों राफेल ने फ्रांस के दासौ एविएशन से उड़ान भरने के बाद UAE में हाल्ट किया था। इस बार हाल्ट नहीं है।
परमाणु हमला करने में सक्षम है राफेल राफेल डीएच (टू-सीटर) और राफेल ईएच (सिंगल सीटर), दोनों ही ट्विन इंजन, डेल्टा-विंग, सेमी स्टील्थ कैपेबिलिटीज के साथ चौथी जनरेशन का फाइटर है। ये न सिर्फ फुर्तीला है, बल्कि इससे परमाणु हमला भी किया जा सकता है।इस फाइटर जेट को रडार क्रॉस-सेक्शन और इन्फ्रा-रेड सिग्नेचर के साथ डिजाइन किया गया है। इसमें ग्लास कॉकपिट है। इसके साथ ही एक कम्प्यूटर सिस्टम भी है, जो पायलट को कमांड और कंट्रोल करने में मदद करता है।
इसमें ताकतवर एम 88 इंजन लगा हुआ है। राफेल में एक एडवांस्ड एवियोनिक्स सूट भी है। इसमें लगा रडार, इलेक्ट्रॉनिक कम्युनिकेशन सिस्टम और सेल्फ प्रोटेक्शन इक्विपमेंट की लागत पूरे विमान की कुल कीमत का 30% है।इस जेट में आरबीई 2 एए एक्टिव इलेक्ट्रॉनिकली स्कैन्ड एरे (AESA) रडार लगा है, जो लो-ऑब्जर्वेशन टारगेट को पहचानने में मदद करता है।
100 किमी के दायरे में भी टारगेट को डिटेक्ट कर लेता है राफेल सिंथेटिक अपरचर रडार (SAR) भी है, जो आसानी से जाम नहीं हो सकता। जबकि, इसमें लगा स्पेक्ट्रा लंबी दूरी के टारगेट को भी पहचान सकता है। इन सबके अलावा किसी भी खतरे की आशंका की स्थिति में इसमें लगा रडार वॉर्निंग रिसीवर, लेजर वॉर्निंग और मिसाइल एप्रोच वॉर्निंग अलर्ट हो जाता है और रडार को जाम करने से बचाता है। इसके अलावा राफेल का रडार सिस्टम 100 किमी के दायरे में भी टारगेट को डिटेक्ट कर लेता है। राफेल में आधुनिक हथियार भी हैं। जैसे- इसमें 125 राउंड के साथ 30 एमएम की कैनन है। ये एक बार में साढ़े 9 हजार किलो का सामान ले जा सकता है।
विमानों को पावरफुल बनाया जा रहा राफेल फाइटर जेट को और ज्यादा पावरफुल बनाया जा रहा है। वायुसेना इसे हैमर मिसाइल से लैस करवा रही है। इसके लिए इमरजेंसी ऑर्डर कर दिए गए थे। वायुसेना की जरूरत को देखते हुए फ्रांस के अधिकारियों ने किसी और के लिए तैयार किए गए स्टॉक में से भारत को हैमर देने का फैसला किया था। हैमर (हाइली एजाइल मॉड्यूलर म्यूनिशन एक्सटेंडेड रेंज) मीडियम रेंज मिसाइल है, जिसे फ्रांस की वायुसेना और नेवी के लिए बनाया गया था। ये आसमान से जमीन पर वार करती है। हैमर लद्दाख जैसे पहाड़ी इलाकों में भी मजबूत से मजबूत शेल्टर और बंकरों को तबाह कर सकती है।
मीटियर और स्काल्प जैसी मिसाइलों से लैस है राफेल फाइटर जेट्स मीटियर और स्काल्प जैसी मिसाइलों से भी लैस है। मीटियर विजुअल रेंज के पार भी अपना टारगेट हिट करने वाली अत्याधुनिक मिसाइल है। उसे अपनी इसी खासियत के लिए दुनिया में जाना जाता है। मीटियर की रेंज 150 किमी है। स्काल्प डीप रेंज में टारगेट हिट कर सकती है। स्काल्प करीब 300 किलोमीटर तक अपने टारगेट पर सटीक निशाना लगाकर उसे तबाह कर सकती है।
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29 जुलाई को फ्रांस से 5 राफेल भारत आए थे। ये फोटो उसी वक्त की है। चीन से तनाव के बीच राफेल को लद्दाख में तैनात किया गया है।
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वायुसेना में शामिल हुआ दुश्मनों का 'काल' राफेल विमान, इन 10 बिंदुओं में जानिए इसकी खासियत
चैतन्य भारत न्यूज नई दिल्ली. राफेल लड़ाकू विमान आज औपचारिक रूप से भारतीय वायुसेना के बेडे़ में शामिल हो गए हैं। वॉटर कैनेन से सलामी के बाद राफेल विमानों को वायुसेना के बेड़े में शामिल कर लिया गया है। विमानों के वायुसेना में शामिल होने को लेकर अंबाला एयरफोर्स स्टेशन में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस ऐतिहासिक लम्हे के गवाह रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और फ्रांसिसी रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ली बनीं। राफेल लड़ाकू विमान का भारतीय वायुसेना के बेड़े में प्रवेश पूरी प्रक्रिया के साथ हुआ। सबसे पहले यहां सर्वधर्म पूजा की गई, जिसके बाद फ्लाईपास्ट किया गया। इस दौरान तेजस, सुखोई समेत कई अन्य वायुसेना के विमानों ने एयर शो में हिस्सा लिया और अंच में वाटर कैनेन सैल्यूट के साथ राफेल लड़ाकू विमान को सलामी दी गई। बता दें जब भी कभी वायुसेना में कोई नया लड़ाकू विमान शामिल होता है, तो इसी प्रक्रिया का पालन किया जाता है। क्या है राफेल विमान? राफेल विमान फ्रांस की विमानन कंपनी दसां एविएशन द्वारा बनाया गया 2 इंजन वाला लड़ाकू विमान है। सबसे पहले 1970 में फ्रांसीसी सेना द्वारा अपने पुराने पड़ चुके लड़ाकू विमानों को बदलने की मांग उठी थी। इसके बाद फ्रांस ने 4 यूरोपीय देशों के साथ मिलकर एक बहुउद्देशीय लड़ाकू विमान की परियोजना पर काम शुरू किया, लेकिन बाद में उन देशों के साथ फ्रांस के मतभेद हो गए, जिसके बाद फ्रांस ने अकेले ही इस परियोजना पर काम शुरू कर दिया। यहां पढ़ें राफेल के भारतीय वायुसेना में शामिल होने से जुड़ी 10 खास बातें राफेल चौथी पीढ़ी का फाइटर जेट है। ये कई रोल निभाने में सक्षम कॉम्बैट फाइटर जेट है। ग्राउंड सपोर्ट, डेप्थ स्ट्राइक और एंटी शिप अटैक में सक्षम है। इसकी ताकत का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि ये छोटे न्यूक्लियर हथियारों को ले जाने में सक्षम है। राफेल एयरक्राफ्ट 9500 किलोग्राम भार उठाने में सक्षम है। राफेल विमानों का निर्माण फ्रांस की कंपनी दसॉल्ट एविएशन ने किया है। वायुसेना के प्रवक्ता विंग कमांडर इंद्रनील नंदी ने कहा कि राफेल विमानों को बल के 17वें स्क्वॉड्रन में शामिल किया गया। ये अधिकतम 24500 किलोग्राम वजन के साथ उड़ान भर सकता है। 29 जुलाई को पहली खेप के तहत पांच राफेल विमान भारत लाए गए थे। भारत ने लगभग चार साल पहले फ्रांस से 59,000 करोड़ रुपये में 36 राफेल विमान खरीदने का सौदा किया था। इस फाइटर जेट की अधिकतम रफ्तार 1389 किमी/घंटा है। एक बार में ये जेट 3700 किमी तक का सफर तय कर सकता है। ये हवा से हवा और जमीन दोनों पर हमला करने वाली मिसाइलों से लैस है। राफेल में तीन तरह की मिसाइल लगाई जा सकती हैं। हवा से हवा में मार करने वाली मीटियोर मिसाइल, हवा से जमीन में मार करने वाल स्कैल्प मिसाइल और हैमर मिसाइल। लद्दाख सीमा के हिसाब से देखें तो राफेल लड़ाकू विमान फिट बैठता है। राफेल ओमनी रोल लड़ाकू विमान है। यह पहाड़ों पर कम जगह में उतर सकता है। इसे समुद्र में चलते हुए युद्धपोत पर उतार सकते हैं। एक बार फ्यूल भरने पर यह लगातार 10 घंटे की उड़ान भर सकता है। ये हवा में ही फ्यूल को भर सकता है, जैसा इसने फ्रांस से भारत आते हुए किया भी था। राफेल लड़ाकू विमान स्टार्ट होते ही ऊंचाई तक पहुंचने में अन्य विमानों से काफी आगे है। राफेल का रेट ऑफ क्लाइंब 300 मीटर प्रति सेकंड है, जो चीन-पाकिस्तान के विमानों को भी मात देता है। यानी राफेल एक मिनट में 18 हजार मीटर की ऊंचाई पर जा सकता है। रूस से सुखोई विमानों की खरीद के बाद अपनी सटीक मारक क्षमता और वायु श्रेष्ठता के लिए चर्चित राफेल विमानों की करीब 23 साल बाद खरीद हुई है।राफेल में अभी जो मिसाइलें लगी हैं, वो सीरिया, लीबिया जैसी जगहों में इस्तेमाल हो चुकी हैं। इसके अलावा जल्द ही SPICE 2000 को भी इसमें जोड़ा जाएगा। ये भी पढ़े.... जानिए क्या है राफेल विमान, इसकी खासियत और लागत के बारे में अब दुश्मनों के मंसूबे होंगे फेल, अंबाला एयरबेस पर लैंड हुए पांचों राफेल विमान, राजनाथ बोले- नए युग की शुरुआत फ्रांस से 5 राफेल विमानों ने भरी उड़ान, 7364 किमी सफर तय कर 29 जुलाई को पहुंचेंगे भारत, जानिए इस लड़ाकू विमान की खासियत Read the full article
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भारत की बढ़ेगी सैन्य ताकत मिलने जा रहा पनडुब्बियों का शिकारी' MH-60 रोमियो हेलिकॉप्टर
नई दिल्ली : भारत और चीन के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनज़र अब भारत की सैन्य ताकत बढ़ती जा रही है | बता दें कि इसी बीच फ्रांस से आ रहे 5 राफेल के बाद अब अमेरिका ने भी भारत के सहयोग के लिए भारतीय नौसेना को जल्द से जल्द MH-60-Romeo हेलिकॉप्टर की डिलिवरी देने का ऐलान कर दिया है | द���्षिणी चीन सागर में बीजिंग की बढ़ती दखल के मद्देनज़र अमेरिका के लिए दक्षिण एशिया में भारत से ज्यादा भरोसेमंद पार्टनर कोई और नहीं है | इसी के मद्देनज़र अमेरिका सबमरीन का शिकार करने वाले अपने MH-60-R हेलिकॉप्टर की डिलिवरी 2021 की शुरुआत में ही कर सकता है |
हेलिकॉप्टर बनाने वाली कंपनी लॉकहीड मार्टिन के अधिकारी विलियम एल ब्लेयर ने द ट्रिब्यून को बताया है कि यह बिक्री विदेशी मिलिट्री सेल के जरिए हो रही है |अमेरिका डिलिवरी जल्द से जल्द देने पर काम कर रहा है | उन्होंने दावा किया है कि जल्द ही इसे पूरा कर लिया जाएगा और अगले साल की शुरुआत में डिलिवरी कर दी जाएगी | आपको बता दें कि भारत ने अमेरिका से पिछले साल 24 हेलिकॉप्टरों की डील का ऐलान फरवरी में किया गया था |
कैसा है ‘रोमियो’ हेलीकॉप्टर?
लॉकहीड मार्टिन द्वारा निर्मित एमएच-60 रोमियो सी हॉक हेलीकॉप्टर पनडुब्बियों और पोतों पर अचूक निशाना साधने में सक्षम हैं | यह हेलीकॉप्टर समुद्र में तलाश एवं बचाव कार्यों में भी उपयोगी हैं | एमएच 60 रोमियो हेलीकॉप्टर दुश्मन के जंगी जहाजों को ट्रैक कर उनके हमलों को रोकने के लिए परिष्कृत लड़ाकू प्रणालियों- सेंसर, मिसाइल और टॉरपीडो से लैस हैं | रोमियो हेलीकॉप्टर अमेरिकी नौसेना में एंटी-सबमरीन और एंटी-सरफेस वेपन के रूप में तैनात हैं | MH-60-R जैसा जंग लड़ने की क्षमता वाला ऐंटी-सबरमीन SONAR हेलिकॉप्टर सेना के लिए बेहद अहम है | भारत को ज्यादा इंजन, खास मिसाइलों और Mk-54 टॉरपीडो की जरूरत थी | ब्लेयर ने बतया है कि कंपनी F-16 फाइटर जेट्स की विंग असेंबली भी हैदराबाद शिफ्ट करना चाहती है |
रात में भी देख सकते हैं पायलट
ये हेलीकॉप्टर भारतीय रक्षा बलों को सतह रोधी और पनडुब्बी रोधी युद्ध मिशन को सफलता से अंजाम देने में सक्षम बनाएंगे | एमएच 60 हेलीकॉप्टर में दोहरा नियंत्रण प्रणाली मौजूद है | इसे उड़ाने के लिए दो पायलटों की जरूरत होती है | इसके कॉकपिट में बैठे पायलट रात के घने अंधेरे में भी अपने लक्ष्य को बखूबी देख सकते हैं | इस हेलीकॉप्टर में चार से पांच केबिन क्रू के साथ पांच यात्री भी बैठ सकते हैं | इसके केबिन की लंबाई 3.2 मीटर और चौड़ाई 1.8 मीटर और ऊंचाई 1.3 मीटर है |
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