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#राजनीति से नफरत
imranjalna · 14 days
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मुस्लिम विरोधी राजनीति बंद करो' की मांग को लेकर जालना में एसडीपीआई का सफल विरोध प्रदर्शन
जालना: शुक्रवार दोपहर  3 बजे, सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) जालना ने जालना जिला कलेक्टर कार्यालय के सामने एक विरोध प्रदर्शन आयोजित किया. विरोध प्रदर्शन की मुख्य मांग मुस्लिम विरोधी राजनीति को रोकना था. एसडीपीआई जालना के विरोध प्रदर्शन में देश में व्याप्त नफरत के माहौल,  पैगंबर मुहम्मद(सअ) के सम्मान का अपमान, वक्फ रिसर्च बिल के माध्यम से मुस्लिम वक्फ संपत्तियों पर सरकार द्वारा…
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shayarikitab · 4 months
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Best 40+ Attitude Shayari For Girls in Hindi
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हिंदी में लड़कियों के लिए बेहतरीन Attitude Shayari For Girls in Hindi, जो लड़कियों के एटीट्यूड का सार दिखाने वाली शानदार तस्वीरों के साथ बेहतरीन तरीके से जोड़ी गई हैं। हमारा संग्रह अद्वितीय और व्यापक रूप से सराहा जाने वाला है, जिसमें 40 से अधिक आकर्षक शायरी के टुकड़े शामिल हैं। इस असाधारण संकलन में गोता लगाएँ और देखें, जो ऑनलाइन मिलना दुर्लभ है। लड़कियों के लिए ये Attitude से भरी Shayari शेयर करने के लिए एकदम सही हैं, खासकर सोशल मीडिया पर, जहाँ ये हिट होने के लिए निश्चित हैं।.
Attitude Shayari For Girls Collection in Hindi
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हम उनको कुछ नही समझते, जो खुद को बहुत कुछ समझते है..!!!
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नाम तो नही लूंगी, मगर संभाल कर रहना बदला जरूर लूंगी..!!!
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जितनी इज्जत करती हु उतनी उतार भी सकती हु, इसलिए कायदे में रहोगे, तो फायदे में रहोगे..!!!
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वहम निकाल देना ये अपने दिमाग से, हम डरने वाले नही है किसी के बाप से…!!!
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बहुत दिन हो गए आपके दर्शन नही हुए, कहीं आप भाड़ में तो नहीं चले गए..!!!
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एक दोस्त ऐसा भी होना चाहिए, जो कहे तुम दोनो अभी तक साथ हो..!!!
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अगर तुम वकील बदलने की बात करते हो, तो जज खरीदने की औकात हम भी रखते है.!!!
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रिश्ते बेशक कम टिकते है हमारे, क्योंकि हमे हर बात मुंह पर बोलने की आदत है..!!!
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हम गले लगाने से लेकर, घर से उठाने तक का दम रखते है..!!!
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जब किस्मत और हालत खराब हो, तो बहुत कुछ सुनना भी पड़ता है..!!!
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चालाकी करो, मगर उसके साथ नही, जिसके साथ रहकर चालाक हुए हो..!!!
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सिस्टम के नीचे नही आने का, सिस्टम को अपने नीचे रखने का…!!!
My Attitude Shayari For Girl in Hindi
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इक वफादार लड़की की निशानी है, वो तुमसे वक्त मांगेगी, दौलत नही..!!!
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ये दुनिया अगर खराब है, तो जिम कौनसा सुधरे हुए हैं..!!!
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मोहब्ब्त का भूत अब उतर चुका है, अब एक बोलोगे तो चार सुनोगे..!!!
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उम्र मत देखिए जनाब, दम पूरा system हिलाने का रखते है..!!!
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घायल होना कहानी का अंत नहीं, वारदात होगी क्योंकि हम शांत है, संत नही..!!!
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हम खराब लोगो में एक खूबी है, हम बुरे वक्त में काम आते है..!!!
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वैसे तो हमारे अंदर atitude नहीं है, पर लोग दिखाने पर मजबूर कर देते है..!!!
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तुम लोट कर आने की तकलीफ मत करना, हम एक मोहब्बत बार बार नही करते..!!!
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मेरा दिमाग खराब नही है, मैं बंदी ही खराब हु..!!!
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भगवान आपको हर बला से दूर रक्खे, सिवाय मेरे…!!!
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हम लड़कियां बचपन से ही रानी होती है, हमे तो शादी के लिए दूल्हा भी खरीद के दिया जाता है…!!!
2 Line Attitude Shayari For girls Hindi
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अपनी खुशी के मालिक खुद बनो, यहां दिल दुखाने वाले हजारों है..!!!
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फर्क समंझो जनाब, तुम्हे सरकारी नौकरी चाहिए, और हमे सरकार..!!!
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एक झटके में माहोल बदलने का दम रखते है, और तुम औकात की बात करते हो..!!!
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दिमाग में खटक रहे हो, हमसे छुपकर कौनसे शहर में बैठोगे, हम तो लोट आयेंगे जमानत पर, मगर तुम अपनी जिंदगी से हाथ धो बैठोगे..!!!
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हमे राजनीति मत सिखाओ, हम बिना पद के पावर में रहते है…!!!
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कफन पहना कर दफन कर दूंगी अगर, अगर किसी ने कहा के baby you trust me
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हम टकराते भी उन्ही लोगो से है, जो खुद को शेर समझते है..!!!
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अगर मन ही लड़ने का है तो लड़ लेना, मगर लड़ाई के बाद थाने में मत दौड़ना…!!!
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मरना तो सभी को है, पर जीतेगी दब गए, तो जिंदगी बेकार है..!!!
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अगर अपनी बहन के लिए शेर बन सकते हो, तो दुसरो की बहन को देख कर कुत्ते मत बनो..!!!
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नफरत हो गई है अब तुमसे, अब तुम इग्नोर करो या ब्लॉक, मुझे घंटा फर्क नही पड़ता…!!!
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घमंड किस बात का है जनाब, तेरे जैसों को मैं महफिल में नचाती हु..!!!
Best Girl Attitude Shayari For Instagram
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फड़फड़ाना भूल जाओगे जनाब, जब पलटवार हमारे अंदाज में होगा..!!!
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टेलेंट दिखाना अच्छी बात है, पर उनके सामने नहीं जो उस फील्ड का बाप हो..!!!
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ज़िदगी मिली है तो कुछ करके दिखाओ, अगर वक्त खराब है तो उसे बदल कर दिखाओ..!!!
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मित्र खोफ पैदा करने के लिए उम्र नही, जिगर होना चाहिए..!!!
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मोहब्बत एक नशा है, और हम नशीली चीजों से दूर है..!!! Read Also:    Read the full article
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newsuniversal-in · 1 year
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इटवा विधानसभा क्षेत्र के कई नेताओं ने लिया पीस पार्टी की सदस्याता
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सिद्धार्थनगर। इटवा विधानसभा क्षेत्र के कई नेताओं ने पीस पार्टी में आस्था व्यक्त करते हुए आज सदस्यता ग्रहण किया है। रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पार्टी के अध्यक्ष डॉ मो. अयूब ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराकर उन्हें धन्यवाद दिया। - सरकारें नफरत की राजनीति करके सत्ता में आना चाहती हैं- डॉ मो. अयूब इस अवसर पर पीस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ मो. अयूब ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि देश में आज विषम परिस्थितियां उत्पन्न हो गई हैं। हमारा संविधान हमें एकता, समानता, और धर्मनिरपेक्षता की गारंटी देता है। परंतु आज की सरकारें देश में धर्म और जाति के नाम पर नफरत का बीज हो रही हैं। वर्तमान में सरकारें नफरत की राजनीति करके सत्ता में आना चाहती हैं। देश में आज दो गठबंधन बना है। एक भाजपा की अगुवाई में एनडीए और दूसरा कांग्रेस की अगुवाई में इंडिया बना है। अभी प्रदेश में बसपा इंतजार कर रही है कि वह किस गठबंधन के साथ रहेगी।
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प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद लोग परंतु प्रदेश में कोई ऐसा सियासी पार्टी नहीं है जिसमें मुस्लिम नेतृत्व हो। आज मुस्लिम समाज राजनीतिक रूप से उपेक्षित है। इसके लिए मुस्लिम समाज की सोंच, कार्यप्रणाली और वोट देने के तरीकेकार जिम्मेदार है। मुस्लिम समाज को अपना नेतृत्व चुनकर उनपर विश्वास करना होगा। तभी इस समाज का उत्थान होगा और सत्ता में भागीदारी होगी। पीस पार्टी की नीतियों से प्रभावित होकर और उसमें आस्था व्यक्त करते हुए कांग्रेस पार्टी के पूर्व नेता नौशाद आजम ने अपने कई साथियों के साथ पार्टी की पद और गोपनीयता की शपथ लिया। इस अवसर पर जिला अध्यक्ष हुसैन अहमद, मौलाना अब्दुल रहमान नूरी, मौलाना अरबाब फारूकी, मौलाना जहांगीर नईमी, डा. नासिर हुसैन, कलीमुल्लाह फैजी, युवा जिला अध्यक्ष उबैद, रियाज खान, अब्दुल रऊफ, मारूफ हसन चौधरी सहित भारी संख्या में पीस पार्टी के पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे। Read the full article
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loveshack-projects · 1 year
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मणिपुर की उन औरतों के लिए बोलिए....
भारत के दर्शको और पाठको,
मुमकिन है आपमें से बहुतों ने मणिपुर का वह वीडियो नहीं देखा होगा, जिसमें बहुत सारे मर्द कुकी महिलाओं को नंगा कर उसके अंगों को दबोच रहे हैं। मर्दों की भीड़ निर्वस्त्र कर दी गईं औरतों को पकड़ कर ले जा रही है। भीड़ के कातिल हाथ उन औरतों के जिस्म से खेल रहे हैं। बेबस औरतें रोती जा रही हैं। मर्दों की भीड़ आनंद ले रही हैं। शालीनता के सामुदायिक नियमों के तहत सोशल मीडिया के साइट्स जल्दी ही इस वीडियो को रोक देंगे, लेकिन जो घटना है वो तो वास्तविक है। उसका ब्यौरा तो यही है जो लिखा है। हम जो नहीं जानते वह यह कि इस वीडियो के बाद उन औरतों के साथ क्या हुआ होगा? भीड़ उन्हें कहां से लेकर आ रही थी, कहां लेकर जा रही थी। उस वीडियो में आरंभ और अंत नहीं है, थोड़ा सा हिस्सा है, वह देखा नहीं गया लेकिन कोई भी उस वीडियो से मुंह नहीं मोड़ सकता है। आज आप चुप नहीं रह सकते हैं।
मर्दों की भीड़ से घिरी उन निर्वस्त्र औरतों के लिए आज बोलना होगा। आप जहां भी हैं, बोलिए। बाज़ार गए हैं तो वहां दुकानदार से बोलिए। रिक्शावाले से बोलिए। ओला-उबर के चालकों से बोलिए। पिता को फोन किया है तो उन्हें सबसे पहले यही बताइये। प्रेमिका का फ़ोन आया है तो सबसे पहले यही बताइये। क्लास रुम में हैं तो वहां खड़े होकर अपने टीचर के सामने बोलिए, किसी रेस्त्रां में दोस्तों के साथ मस्ती कर रहे हैं तो वहां खाना रोककर इन औरतों के लिए बोलिए। बस में हैं, ट्रेन में हैं, एयरपोर्ट पर हैं तो वहां बोलिए कि मणिपुर से एक ऐसा वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें भीड़ औरतों को नंगा कर उनके जिस्म से खेल रही है। यह घटना उस उस देश में हुई है, जो हर दिन यह झूठ दोहराता है कि यहां नारी की पूजा देवी की तरह होती है। फिर अपनी ही गाड़ी के पीछे बेटी बचाओ लिखवाता है ।अगर आज आप उस भीड़ के खिलाफ नहीं बोलेंगे तो उनका शरीर, उनका मन हमेशा हमेशा के लिए निर्वस्त्र हो जाएगा।आपका नहीं बोलना, उसी भीड़ में शामिल करता है। उसी भीड़ की तरह आपको हैवान बनाता है, जो उन औरतों को नंगा कर उनके जिस्म से खेल रही है। इसलिए फोन उठाइये, बोलिए,लिखिए और सबको बताइये कि मणिपुर की औरतों के साथ ऐसा हुआ है।हम इसका विरोध करते हैं। हमारा सर शर्म से झुकता है। आप अपनी मनुष्यता बचा लीजिए। मणिपुर की घटना के खिलाफ बोलिए। कोई नहीं सुन रहा है तो अकेले बंद कमरे में उन औरतों के लिए रो लीजिए।
मैं जानता हूं कि मणिपुर की उन औरतों की बेबसी आप तक नहीं पहुंचेगी क्योंकि आप उनकी पुकार सुनने के लायक नहीं बचे हैं। क्योंकि आप जिस अख़बार को पढ़ते हैं, जिस चैनल को देखते हैं, उसने आपकी संवेदनाओं को मार दिया है। आपके भीतर की अच्छाइयों को ख़त्म कर दिया गया है। मुझे नहीं पता कि गोदी मीडिया में उन औरतों की आवाज़ उठेगी या नहीं, मुझे नहीं पता कि प्रधानमंत्री इस दृश्य को देखकर दहाड़ मार कर रोएंगे या नहीं, मुझे नहीं पता महिला विकास मंत्री स्मृति ईरानी दिखावे के लिए ही सही, रोएँगी या नहीं, मगर मुझे यह पता है कि इस भीड़ को किसने बनाया है, किस तरह की राजनीति ने बनाया है। आपको इस राजनीति ने हैवान बना दिया है। गोदी मीडिया ने अपने दर्शकों और पाठकों को आदमखोर बना दिया है।
जाति, धर्म, भाषा, भूगोल के नाम पर पहचान की राजनीति ने आदमी को ही आदमखोर बना दिया है। मणिपुर की औरतों को घेर कर नाच रही मर्दों की भीड़ आपके आस-पास भी बन गई है। हाउसिंग सोसायटी के अंकिलों से सावधान रहिए। अपने घरों में दिन रात ज़हर बोने वाले रिश्तेदारों से सावधान रहिए। उन सभी को जाकर बताइये कि नफरत और पहचान की राजनीति ने जनता को किस तरह की भीड़ में बदल दिया है। वे औरतें मणिपुर की नहीं हैं। वे कुकी नहीं हैं। वे कुछ और नहीं हैं। वे केवल औरतें हैं। अगर ये घटना आपको बेचैन नहीं करती है, इससे आपकी हड्डियों में सिहरन पैदा नहीं होती है तो आप खुद को मृत घोषित कर दीजिए।
मगर आखिरी सांस लेने से पहले उन औरतों के लिए बोल दीजिए। लिख दीजिए। किसी को बता दीजिए कि ऐसा हुआ है। इस देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ढाई महीने से शांति की अपील नहीं की। वहां जाकर नफरत और हिंसा को रोकने की अपील नहीं की। राज्य ने अपना फर्ज़ नहीं निभाया। उनके जाने या अपील करने से हिंसा रुक जाती, इसकी कोई गारंटी नहीं है मगर इस चुप्पी का क्या मतलब है? क्या यह चुप्पी जायज़ कही जा सकती है? छोड़िए, प्रधानमंत्री की चुप्पी को, आप अपनी चुप्पी को तोड़िए। बोलिए।
आपका,
रवीश कुमार
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nidarchhattisgarh · 1 year
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Karnataka Election : नफरत हारी, लेकिन अभी मोहब्बत की जीत बाकी
Karnataka Election : नफरत हारी, लेकिन अभी मोहब्बत की जीत बाकी Nidar Chhattisgarh :- राजनीति में कौन से बड़ा क्या और क्यों का सवाल होता है। कर्नाटक के चुनाव परिणाम के बाद से मीडिया कौन जीता कौन हारा के सवाल में व्यस्त है। जो दरबारी मीडिया कल तक नरेंद्र मोदी को तुरुप का इक्का बता रहा था, वह अब इस हार के दंश से प्रधानमंत्री को बचाने और इसका ठीकरा पूर्व मुख्यमंत्री बोम्मई और स्थानीय भाजपा नेताओं पर…
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पहले 'द कश्मीर फाइल्स' और अभी 'द केरल स्टोरी' नफरत का नवाचार -अजय ब्रह्मात्मज
मुंबई 6 मई 2023 ‘द केरल स्टोरी’ देखने के पहले या बाद में यह लेख पढ़ लें तो पूरा संदर्भ समझ में आ जाएगा सांप्रदायिक घृणा की राजनीति का। यह अब फिल्मों में आ रहा है।विवेक रंजन अग्निहोत्री की फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में दिख रही नफरत की सुगबुगाहट को जाहिर कर देती है। ऊपर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्र सरकार के अनेक मंत्रियों और राज्य सरकारों के अतार्किक समर्थन ने इसका…
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इतिहास गवाह है कि जयपुर वही धरती है जहाँ के वीरों ने अन्याय और असत्य का मुकाबला पूरी ताकत के साथ किया है।
आज केंद्र सरकार की नफरत की राजनीति के चलते लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या के विरोध में जयपुर ने एक बार फिर 'सत्यमेव जयते' की गर्जना से तानाशाहों के सिंहासन हिला दिए।
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prabudhajanata · 2 years
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छातापुर।सुपौल।सोनू कुमार भगत : (National Youth Federation) प्रखंड कार्यालय छातापुर के सामने में शिक्षा मंत्री के बयान के समर्थन में मनुवाद के खिलाफ किया गया प्रदर्शन जिसकी अध्यक्षता युवा समाजसेवी कृष्णा राज ने किया जिसमें बहुजन विचारधारा से जुड़े भीम आर्मी राष्ट्रीय कर्मचारी संघ से जुड़े कई कार्यकर्ता भी हुए शामिल हुए। बिहार के शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद शेखर यादव के समर्थन में कार्यकर्ताओ ने नारेबाजी करते हुए कहा बिहार के शिक्षा मंत्री ने जो कुछ कहा है। वह देश हित में समाज हित में राष्ट्रहित में और पिछड़े दलित वंचित के हित की बात कही है राष्टीय युवा महासंघ के अध्यक्ष इंजीनियर एल के निराला ने कहा भाजपा आर एस एस और मनुवादी विचारधारा के लोग देश में जाति और धर्म के नाम पर नफरत की राजनीति करना चाहती है देश के आम मुद्दे गरीबी भ्रष्टाचार महंगाई बेरोजगारी से ध्यान भटकाने के लिए इस तरह के मुद्दे को उछाल कर प्रेशर पॉलिटिक्स करना चाहती है लेकिन शिक्षा मंत्री के 7 पूरा समाज और राष्ट्र खड़ा है या विचारधारा की लड़ाई है। भारत में संविधान सबसे बड़ा ग्रंथ है संविधान से बड़ा ग्रंथ नहीं हो सकता जिसमें समता समानता बंधुओं एकता की बात कही है किसी भी धार्मिक ग्रंथ को मानने ना मानने की स्वतंत्रता समूह को संविधान देती है मीडिया प्रभारी कृष्णा राज ने कहा हम लोग शिक्षा मंत्री के समर्थन में विचारधारा के साथ खड़े हैं और शिक्षा मंत्री को चाहिए कि हिम्मत के साथ समाज का प्रतिनिधित्व करें समाज के अगुवाई की बात करें अब समय बदल चुका है। सब लोग शिक्षित चुका है अपने हक अधिकार की बात जानते हैं भीम आर्मी के जयप्रकाश पासवान ने कहा देश में नफरत की सियासत संघी विचारधारा के लोग थोपना चाहती है जाति के नाम पर शोषण उत्पीड़न अब भोजन समाज बर्दाश्त नहीं करेगा इसके लिए संघर्ष का रास्ता चुन लिया है लड़ाई दो विचारधारा मनुवादी और अंबेडकरवादी विचारधारा की लड़ाई हो चुकी है अंत में नरेंद्र मोदी अच्छा मंत्री के जीव काटने वाले संत परमहंस महाराज मनुस्मृति का पुतला दहन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से मुखिया संघ राष्ट्रीय युवा महासंघ के जिला उपाध्यक्ष ओम प्रकाश कुमार प्रखंड अध्यक्ष कुंदन कुमार, शंकर कुमार, प्रभाष कुमार अलबेला सचिव कुमार रविंद अशोक मनोज राम पासवान मुकेश यादव सुभाष यादव पूर्व सरपंच धीरेन्द्र यादव दिलखुश यदुवंशी रमेश कुमार यादव सुमन यादव दिलखुश गजेन्द्र मेहता, सिंटू कुमार मेहता अखिलेश यादव राकेश कुमार यादव शंकर कुमार पिंटू कुमार नीतीश कुमार गोविंद सिकन्दर यादव अखिलेश यादव देवबंदी ऋषि सुखदेव ऋषि देव पंकज ऋषि देव मनोज राम वीरेंद्र राम देव बीरबल मेहता सुनील कुमार मनीष कुमार राहुल नीतीश आदि उपस्थित रहे।
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sharpbharat · 2 years
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Jamshedpur Congress : बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दे पर केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ डॉ अजय कुमार करेंगे भारत जोड़ो पदयात्रा
Jamshedpur Congress : बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दे पर केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ डॉ अजय कुमार करेंगे भारत जोड़ो पदयात्रा
जमशेदपुर : पूर्वी सिंहभूम जिले के बहरागोड़ा स्थित धारीसोल(खेडूआ) में जमशेदपुर के पूर्व सांसद डॉ अजय कुमार की भारत जोड़ो पदयात्रा का आयोजन किया गया है। यह पदयात्रा बहरागोड़ा से शुरू होकर जमशेदपुर लोकसभा क्षेत्र के हर प्रखंड से गुजरेगी और डॉ अजय कुमार बेरोजगारी और महंगाई, नफरत और विभाजन की राजनीति के विरोध में जनता से सीधे संवाद करेंगे। डॉ अजय कुमार बहरागोड़ा की 26 पंचायत और 54 गांव का दौरा करेंगे…
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janjwarmedia · 2 years
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गुजरात में मिली बड़ी जीत से भाजपा ने दिया बहुसंख्यकवादी हिंदू राजनीति का स्पष्ट संकेत, दंगों से जुड़े लोगों की जीत भी करती है इशारा...
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lok-shakti · 2 years
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Khatauli By-Poll Result: दंगों का जिन्न... पत्नी को नहीं जीता पाए विक्रम सैनी, राजनीतिक करियर पर सवालिया निशान
Khatauli By-Poll Result: दंगों का जिन्न… पत्नी को नहीं जीता पाए विक्रम सैनी, राजनीतिक करियर पर सवालिया निशान
मुजफ्फरनगर: कहते हैं मोहब्बत से दुश्मनों का भी दिल जीता जा सकता है, लेकिन नफरत से तो अपने भी साथ छोड़ देते हैं। ऐसा ही कुछ हुआ खतौली (Khatauli By-Poll Result) से दो बार विधायक का चुनाव जीते विक्रम सैनी के साथ। नफरत के दम पर विक्रम सैनी ने राजनीति की नींव रखी गयी थी। 2013 के दंगों से, जहां विक्रम सैनी ने नफरती भाषा का इस्तेमाल कर लोगों में अपनी पहचान बनाने का प्रयास किया था और वह इस प्रयास में काफी…
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dainiksamachar · 5 months
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'लव जिहाद' के बाद 'वोट जिहाद', चुनाव के बीच चर्चा में आया एक और जिहाद
नई दिल्ली: देश में चुनावी माहौल अपने चरम पर है। दो चरणों के चुनाव हो चुके हैं और तीसरे फेज के लिए प्रचार जोरों शोरों से चल रहा है। सत्ता पक्ष और विपक्ष एक दूसरे पर खूब शब्दों के बाण छोड़ रहे हैं। चुनावी समर के बीच एक शब्द ने फिर सुर्खियां बंटोरनी शुरू कर दी हैं। नाम है जिहाद। यह ऐसा शब्द है जिसे किसी दूसरे शब्द के पीछे लगाकर उसकी परिभाषा गढ़ी जाती है। आपने अब तक लव जिहाद और लैंड जिहाद तो सुना होगा, लेकिन इस बार एक और शब्द की उत्पत्ति हुई है, नाम है 'वोट जिहाद'। हर बार इस तरह की शब्दावली के लिए भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाए जाते थे, लेकिन इस बार यह शब्द कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद की भतीजी की ओर से उछाला गया है। भतीजी समाजवादी पार्टी में हैं और एक खास समुदाय के लोगों से वोट जिहाद करने की अपील कर रही हैं। उनके इस वीडियो के बाद देश की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। बीजेपी लगातार हमलावर है, विपक्ष ने एक बार फिर सत्तासीन पार्टी को एक मौका दे दिया है। क्या है ये वोट जिहाद वाली अपील और इसका मतलब, सब तफ्शील से समझाते हैं।वोट जिहाद वाला बयान क्या है जिसपर छिड़ा विवाद? कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद की भतीजी मारिया आलम खान ने वोट जिहाद की अपील कर राजनीति में नया बखेड़ा खड़ा कर दिया है। मारिया आलम फर्रुखाबाद लोकसभा सीट के लिए चुनाव प्रचार करने पहुंची थीं। उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि संघी सरकार को हटाने के लिए बहुत अक्लमंदी के साथ एकजुट होकर, बहुत खामोशी से वोटों का जिहाद करो, क्योंकि हम सिर्फ वोटों का जिहाद कर सकते हैं। आरोप है कि मारिया ने यह बयान मुसलमानों को लामबंद करने के लिए कहा था। इससे वोटों का ध्रुवीकरण हो रहा है। इस बयान पर स���ाजवादी पार्टी बचाव कर रही है तो वहीं बीजेपी इसपर हमलावर है। अखिलेश यादव ने किनारा किया तो बीजेपी करने लगी अटैकसमाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव से भी मारिया आलम के बयान पर प्रतिक्रिया मांगी गई लेकिन उन्होंने इससे किनारा कर लिया। उन्होंने बयान का बचाव करते हुए कहा कि कभी-कभी चुनाव में मतदाताओं को वोट देने के वास्ते उत्साहित करने के लिए भारी शब्दों का इस्तेमाल किया जाता है। अखिलेश ने आगे कहा कि मुझे लगता है कि मारिया आलम के बयान का मतलब वह नहीं था, जिसके लिए कार्रवाई शुरू की गई। इरादा यह था कि अधिक से अधिक संख्या में वोट पड़ें और सभी लोग मतदान करें। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े ने कहा कि झूठ फैलाने वाले विपक्षी दलों ने अब 'वोट जिहाद' अभियान शुरू कर दिया है। इससे पता चलता है कि वे हताश और निराश हैं। तावड़े ने कहा कि एक तरफ वे ओबीसी का आरक्षण मुसलमानों को दे रहे हैं, दूसरी तरफ वे चुनाव के दौरान 'वोट जिहाद' की बात कर रहे हैं। तावड़े ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पार्टी नेता राहुल गांधी से पूछा कि क्या यह अभियान पार्टी आलाकमान के निर्देश पर शुरू किया गया है?बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि पिछले 24 घंटे में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और सलमान खुर्शीद की भतीजी और समाजवादी पार्टी नेता मारिया आलम खान के दो ऐसे सांप्रदायिक बयान आए हैं, जो हमारे देश के कानून के साथ ही मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट का भी उल्लंघन है। इंडी गठबंधन के नेताओं के बयान से साफ हो गया है कि घमंडिया गठबंधन लोकतंत्र के महापर्व के दौरान नफरत और जहर की खेती कर रहा है। ये हिंदुओं के खिलाफ वोट के जिहाद की बात कर रहे हैं। भाटिया ने कहा कि एक तरफ ये कहते हैं कि मुसलमानों एकजुट होकर वोट जिहाद कर दो और दूसरी तरफ कांग्रेस के रिमोट कंट्रोल अध्यक्ष खरगे हिंदुओं को बांटने और भगवान शिव को भगवान राम से लड़ाने की बात कर रहे हैं। SP मुखिया अखिलेश यादव भी वोट जिहाद के बयान की आलोचना नहीं कर रहे हैं। इससे स्पष्ट हो गया है कि उनके पीडीए का मतलब 'प्रहार धर्म और आस्था पर' है। बीजेपी प्रवक्ता ने इसे विचारधारा की लड़ाई बताते हुए कहा कि विपक्षी गठबंधन की सोच ही संविधान विरोधी और तालिबानी है। क्या होता है वोट जिहाद सब समझिएवोट जिहाद को समझने से पहले आपको जिहाद शब्द को समझना होगा। जिहाद का शाब्दिक अर्थ होता है किसी काम को पूरा करने के लिए पूरा जोर लगाना। राजनीति में इसका उपयोग वोटों के ध्रुवीकरण के लिए होता है। मारिया आलम खान के वोट जिहाद का मतलब है कि एक खास समुदाय के लोग जोर लगाकर ऐसी वोटिंग करें जिससे सत्ता में बैठी मोदी सरकार हार जाए। इस शब्द का यह मतलब भी है कि मुसलमान बीजेपी उम्मीदवारों और उनकी जनसभाओं का बहिष्कार करें। उनके इस बयान पर केस भी दर्ज हो गया है। लव जिहाद और लैंड जिहाद भी समझ लीजिए क्या है लव जिहाद: लव जिहाद एक विवादास्पद शब्द है जिसका इस्तेमाल कुछ लोगों की ओर से यह आरोप लगाने के लिए किया जाता है कि मुस्लिम पुरुष हिंदू महिलाओं को प्यार में… http://dlvr.it/T6JVHN
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thedhongibaba · 2 years
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🚩🚩हिन्दू राष्ट्र भारत (पब्लिक समूह) 🚩🚩:
*इतिहास में तीन बार हिन्दुओं का अस्तित्व समाप्त होने ही वाला था। वो समस्याएँ आज के परिदृश्य से ज्यादा भयानक थीं, क्योकि उस समय हिन्दुओं को जोड़ने के लिये कोई सोशल मीडिया नहीं था।*
*पहली चुनौती थी बौद्ध धर्म की। बौद्ध धम्म भले ही कोई अलग धर्म नहीं था, मगर उसने भारतवासियों में अहिंसा का जो बीज बोया, उसने भारत को लम्बे समय तक कष्ट दिया। तब पुष्यमित्र शुंग हुए, जिन्होंने मगध की सत्ता पर कब्जा किया और पुनः वैदिक क्रांति का संचार किया।*
*भारतीयों ने फिर से शस्त्र उठाकर लड़ना शुरू किया और सदियों तक भारत की रक्षा की, पर जिन इलाकों में बौद्ध धम्म प्रबल रहा वो इलाके अफगानिस्तान और पाकिस्तान के रूप में अब इस्लामिक हैं।*
*दूसरा सबसे भयानक दौर था, जब 1576 में हल्दीघाटी में अकबर की विजय हुई। महाराणा प्रताप के बाद अब कोई हिन्दू राजा शेष नहीं था, जो उसे चुनौती देता। पर अकबर 1581 तक काबुल के अभियानों में उलझा रहा और धीरे-धीरे इस्लाम से उसका मोह भंग होता गया। कहने को अकबर का काल लगभग 50 वर्ष का था, मगर वह इस्लामिक क्रांति के लिये कुछ खास नहीं था।*
*तीसरा सबसे भयानक काल था औरंगजेब का। औरंगजेब ने भी 50 साल राज किया और शुरू के 25 वर्ष उसने सिर्फ रक्तपात किया। मार-काट वाली मुसलमानी नीति की बदौलत उसने अफगानिस्तान, पंजाब और कश्मीर में हिन्दुओं के अस्तित्व पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया। गुरु तेग बहादुर जी और महाराज गोकुल सिंह जाट को इस्लाम के नाम पर कत्ल कर दिया। 1681 में उसे छत्रपति संभाजी महाराज ने चुनौती दी। यहाँ औरंगजेब ने गलती की। उसने मराठों को खत्म करने की प्रतिज्ञा ली और संभाजी से लड़ने महाराष्ट्र आ गया। अकबर ने अंतिम 25 वर्ष 'दीन ए इलाही' धर्म अपनाया था, वहीं औरंगजेब ने अंतिम 27 वर्षों तक मराठों से युद्ध किया। परिणाम ये हुआ कि मराठे विजयी हुए और औरंगजेब मारा गया।*
*पाण्डवों की जिस दिल्ली को विदेशी ताकतों ने नोच-नोच कर खाया, उसी दिल्ली को 1737 में पेशवा बाजीराव ने आजाद किया और 20 साल बाद उनके पुत्र पेशवा बालाजीराव ने उसी दिल्ली में हिन्दू स्वराज्य स्थापित किया।*
*इन तीन घटनाओं का तात्पर्य यह है कि भारत कभी इस्लामिक देश नहीं बनेगा, ना ही हिन्दू प्रभाव से शून्य होगा। जो लोग बिहार के एक एमएलए से डरे हुए हैं, वे ना डरें, बल्कि ये तो मौका है वो खुद ही को नंगा कर रहे हैं। आपको तो बस उनकी तस्वीरें वायरल करनी हैं। मुसलमानों को 'हिंदुस्तान' शब्द से नफरत है, ये बात कोई हिंदूवादी ना जानता हो, मैं तो ऐसा नहीं मानता। तो इसमें घबराने की बात क्या है? हो सकता है इस देश पर कभी उनका प्रभाव ज्यादा हो जाये। हो सकता है इस देश में शरिया भी आ जाये, मगर अपने पूर्वजों पर भरोसा रखिये। हम फिर से उठेंगे। 1657 में जब औरंगजेब बादशाह बना था, तब किसने सोचा था कि 100 स��ल बाद 1757 में मुगल ही खत्म हो जाएँगे? इसी तरह, 2020 में किसने सोचा है कि 2120 में क्या होगा???*
*जब छत्रपति शिवाजी महाराज ने अपनी सेना बनाई थी, तब उसमें सिर्फ 50 मराठा सैनिक थे। जब गोकुल सिंह जाट खड़े हुए थे, उनके साथ मात्र 40 जाट थे। जब गुरु हरगोविंद सिंह जी ने आह्वान किया था, तब उनके साथ मात्र 25 सिख थे। हेडगेवार जी का संघ 5 स्वयंसेवको से शुरू हुआ था। मगर आज देखिये, इन सभी के नाम पर आर्मी, रेजीमेंट्स और विशाल संगठन हैं। बात ये नहीं है कि आपका अंतिम लक्ष्य क्या है? बात ये है कि आप लोगों को प्रेरित करते हैं या हतोत्साहित। जब दिल्ली पर मराठों का शासन आया, तब तक शिवाजी महाराज के स्वर्गवास को 70 वर्ष हो चुके थे। पर जो शुरुआत उन्होंने की, वो हमें सीखना चाहिए। एक मुस्लिम नेता बयान देता है और आप सहम जाते हैं और बहकी-बहकी सी बातें करते हैं, तो बेहतर है आप पोस्ट ना लिखें... क्योकि आप निर्माण नहीं कर रहे हैं, सिर्फ जड़ें खोखली कर रहे हैं। इसलिये किसी मुस्लिम नेता से डरें नहीं, बल्कि उनकी सच्चाई उजागर करें और बारबार -'भारत इस्लामिक राष्ट्र बन जायेगा'- बोलकर अपने ही भाइयों का उत्साह कम ना करें। गीता का वह संदेश सदैव याद रहे- "हम थे भी, हम हैं भी और हम होंगे भी।"*
*आपसे निवेदन करता हूँ इस पोस्ट को हल्के में न लें।आपके पास जितने भी ग्रुप हैं, उन सभी ग्रुप में ये पोस्ट भेजें, आपका आभार धन्यवाद होगा।मैंने तो मेरा कर्तव्य निभा दिया, अब आपकी बारी। देश सर्वोपरि है, थोड़ा समय निकालकर पोस्ट जरूर पढ़ें। सोचें कि हिन्दू एकता क्यों जरूरी है!*🙏
*वे सभी हमारी एकता से घबराये हुए हैं! पिछले 4 सालों में 7 से 19 राज्यों में पैर पसारती BJP से सहमें हुए हैं। ओड़ीशा-बंगाल से तमिलनाडु तक की राजनीति में मोदी की धमक से डरे हुए हैं! उन्हें मालूम है कि अगले दो सालों में अगर मोदी जी के विजयरथ को नहीं रोका गया तो 2025 तक RSS - विहिप - HUV जैसे हिन्दूवादी संगठन के झण्डे के
नीचे हिन्दू इतने शक्तिशाली हो जायेंगे कि उन्हें दबाना नामुमकिन हो जायेगा! उनके लिए तो अगला वर्ष अस्तित्व की लड़ाई का है! हिन्दू वोट बैंक को क्षत-विक्षत करने का हर हथकण्डा अपनाया गया! बरसों की जातिवादी- तुष्टिकरण की राजनीति को यूँ बर्बाद होते देखना उनके लिए असहनीय है!*
         *शुरुआत JNU - मूल निवासी - बेमुला- अख़लाक़ से की गयी। कभी गुजरात के दलितों-पटेलों को भड़काया, तो कभी हरियाणा के जाटों को और कभी महाराष्ट्र के मराठों और दलित को! विरोधी खुलकर मैदान में हैं! वे चाहते हैं कि आप लड़ें।सवर्ण-दलित लड़े, जाट-सैनी, मराठा-पटेल, यादव-राजपूत-ब्राह्मण, जाटव-बुनकर-कुम्भार- सब आपस में कट मरें! उन्हें बस आपके टूटने का इंतज़ार है!*
      *भीम आर्मी का गठन और बीच सड़क पर गाय काटकर खाना या फिर बाबा साहेब अम्बेडकर की तस्वीर के आगे प्रभु हनुमान जी का अपमान- ये सभी उसी साजिश का हिस्सा है!वे पाकिस्तान से मोदी जी को हटाने की मिन्नत कर चुके हैं! सेना का मनोबल तोड़ने की कोशिश रोज की जाती है। उन्होंने आतंकी - नक्सली - हुर्रियत-पत्थरबाज तक का भी समर्थन करके देख लिया! EVM और इलेक्शन कमीशन, CBI जैसी संवैधानिक संस्थाओं पर उँगली उठा चुके! तैयार रहिये, इस साल इनसे भी बिकट परिस्थितियाँ खड़ी की जाएँगी! आपको उकसाने - भड़काने का हर संभव प्रयास किया जायेगा! नरेन्द्र मोदी की समझ-बूझ और सोशल मीडिया की जागरूकता से अब तक उनके सारे पासे उलटे पड़ रहे हैं। हर वार खाली जा रहा है। प्रभु की कृपा रही, तो मोदी जी आगे भी विरोधियों को जोरदार पटखनी देंगे! राज्यसभा में बहुमत भी हो गया। सदियों के बाद आई है यह समग्र हिन्दू -एकता, इसे यूँ न खोने दें! हम सबको व्यक्तिगत दुश्मनी और अहं की लड़ाई को छोड़कर इस एकजुटता को बनाए रखने का समय है। आँखें पूरी खोलिए भाइयों.... 🙏🏽*
          *याद रखिये, निशाने पर न ब्राह्मण हैं, न जैन हैं, न मराठा हैं, न वैश्य हैं, न राजपूत हैं, न गुर्जर हैं, न दलित हैं, न पिछड़े हैं। स्थान और अवसर के अनुसार जातियाँ बदलेंगी, क्योंकि... निशाने पर हिन्दू हैं, निशाने पर हिन्दू धर्म है, निशाने पर भारत है, निशाने पर भारतीयता है। इनको तोड़ना ही उनका मकसद है। वो JNU वाला नारा याद है न? "भारत तेरे टुकड़े होंगे, इंशा अल्लाह... इंशा अल्लाह।"*
          *देश-विरोधी और हिन्दू-विरोधी शक्तियाँ अपना काम शुरू कर चुकी हैं। अब बारी हमारी और आपकी है। हमें और आपको केवल और केवल इतना ही करना है कि जातिवाद, ऊँच-नीच, अगड़े-पिछड़े, भाषावाद, क्षेत्रवाद आदि सभी तरह के भेदभाव भुलाकर एक रहना है, संगठित रहना है। भूल जाइए आप ब्राह्मण हैं, बनिया हैं या ठाकुर हैं, SC/ST या बाल्मीकि हैं। हम सब केवल हिन्दू हैं। दूसरा कोई विकल्प ही नहीं है हमारे और आपके पास।*
*🚩  जय माँ भारती  🚩*
🙏 अनिल पंडित* 🙏
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hindi-khabar · 2 years
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imsaki07 · 2 years
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देश में नफरत फैलाने की राजनीति भाजपा की पुरानी आदत : कुलदीप राठौर #news4
शिमला : भाजपा देश में ध्रुवीकरण और चरित्र हनन की राजनीति कर रही है। कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता कुलदीप सिंह राठौर ने मंगलवार को शिमला पार्टी कार्यालय राजीव भवन में आयोजित पत्रकार वार्ता में यह आरोप लगाया। उन्होंने प्रहार करते हुए कहा कि देश में नफरत फैलाने की राजनीति भाजपा की पुरानी आदत है। राठौर ने कहा कि भाजपा कांग्रेस पार्टी के नेताओं की छवि खराब करने की मंशा से चरित्र हनन की राजनीति कर रही…
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karanaram · 2 years
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🚩विधर्मियों के टुकड़ों पर पलने वाले प्रकाश झा और बॉबी देओल जैसे देशद्रोहियों से सावधान - 17 जून 2022
🚩प्रकाश झा की वेबसीरीज आश्रम मूवी का कई हिन्दू संगठनो ने विरोध प्रदर्शन किया है। हिन्दू संगठनों ने प्रकाश झा पर कड़ी कारवाही की मांग की है ।
🚩 हिन्दू संगठनों का कहना है कि आश्रम जैसी बेबी सीरीज मूवी के जरिये सुनियोजित तरीके से हिन्दू धर्म को बदनाम किया जा रहा है।
🚩पिछले कुछ समय से चारों तरफ से हिन्दू धर्म और भारतीय संस्कृति को नष्ट करने के लिए साजिशें चली आ रही हैं। विधर्मियों का उद्देश्य है कि येन केन प्रकारेण, कैसे भी करके सनातन हिंदू धर्म को खत्म कर दिया जाए,उसके लिए अनेक प्रकार के षड़यंत्र रचे जा रहे हैं।
🚩 हिंदू धर्म का अपमान, हिन्दू साधु संतों एवं हिंदू धर्म के प्रति नफरत फैलाने तथा हिंदू धर्म को नीचा दिखानें में अगर सबसे बड़ा रोल है तो वो बॉलीवुड का रहा है। ये लोग ऐसी फिल्में बनाते हैं जिससे हिन्दू देवी देवताओं, साधु-संतों, ब्राह्मणों, पर्व-त्योहारों और मंदिरों, साधु, सन्तों के मठों,आश्रमों आदि पर झूठ परसोकर फिल्में बनाकर उनको नकारात्मक रूप में पेशकर जनता को गुमराह करते हैं। और कुछ इस प्रकार की काल्पनिक कहानी बनाते हैं कि सारी बुराइयां सनातन हिंदू धर्म में ही हैं, जबकि इसके विपरीत चर्चों में पादरी क्या करते हैं, मस्जिदों में मौलाना क्या करते हैं इस पर न चर्चा करते हैं ना हीं दिखाते हैं ,क्योंकि इनको पता है कि ऐसा करने पर कमलेश तिवारी की तरह हत्या हो जायेगी और हिंदू समाज सहिष्णु है तो सोशल मीडिया पर थोड़ा हल्ला करके चुप हो जायेंगे।
🚩अभी कुछ हिंदुओं में जागरूकता आई है,लेकिन सभी को जागना होगा और बॉलीवुड के इस हिंदू विरोधी रवैये को उखाड़कर फेंकना होगा नहीं तो ये लोग दीमक की तरह भारतीय संस्कृति को खोखला कर देंगे।
🚩आपको बता दें कि एम एक्स प्लेयर पर निर्माता और निर्देशक प्रकाश झा द्वारा MX Original सीरीज “आश्रम” मूवी बनाई, इस वेब सीरीज में बॉबी देओल लीड रोल में है। इसमें ये बताने का प्रयास किया है कि हिंदू साधु-संत भक्तों की आस्थाओं का दुरुपयोग करके कैसे राजनीति में दखल करते हैं और अय्याशी करते हैं,जो कि सरासर झूठ है।
🚩वास्तविकता सत्य तो यह है कि कितने साधु-संतों ने घोर तपस्या की है फिर वे समाज में आकर उनको सही मार्ग दिखाते हैं, समाज को व्यसनमुक्त बनाने का प्रयास करते हैं, संयमी और सदाचारी समाज बनाते हैं, गरीबों-आदिवासियों और जरूरतमंदों की सहायता करते हैं।
🚩बॉलीवुड वाले इस वास्तविक सत्य पर फ़िल्म कभी भी नहीं बनायेंगे, पर ये हिन्दू धर्म के विरोधी प्रकाश झा जैसे लोग हिंदू धर्म को बदनाम करने के लिए झूठी कहानियां बनाकर जनता में परोसेंगे, जिससे सोचने समझने की शक्ति नहीं रखने वाले इन झूठी कहानियों पर विश्वास कर लेते हैं और अपने ही धर्म व धर्मगुरुओं पर शंका करने लगते हैं।
🚩आश्रम सनातन हिन्दू धर्म का शिक्षा स्थल है, जहां से राष्ट्र, व्यक्ति और समाज का निर्माण होता है, पर प्रकाश झा की आश्रम वेबसीरीज में अश्लीलता परोसने के साथ आश्रम व संत के बारे में गलत बताया है आपराधिक कामों में लिप्त बताया है। आखिर केवल हिन्दू धर्म के साथ षड्यंत्र कर वेबसीरीज बनाई क्यों बनाई जाती है,क्योंकि उसके लिए विधर्मियों द्वारा बिकाऊ लोगों को भारी फंडिंग मिलती है।
🚩वैसे तो ये कोई नई बात नहीं है कि बॉलीवुड द्वारा हिंदू विरोधी पहली फ़िल्म बनाई गयी है। यह सिलसिला पिछले कई सालों से चल रहा है , हिन्दू समाज को सबसे ज्यादा अगर गुमराह किया तो वह बॉलीवुड ने किया है।
🚩 बॉलीवुड ने समाज को क्या दिया है ? शादी करती हुई लड़की को मंडप से उठा लेना, बलात्कार, चोरी, डकैती,अश्लीलता वाले कपड़े पहनना, मां-बाप को वृद्धाश्रम छोड़ देना, लव जिहाद को बढ़ावा देना, भारतीय संस्कृति को हीन बताना, हिन्दू साधु-संतों, देवी देवताओं, मदिरों और पंडितों का मजाक उड़ाना तथा पाश्चात्य संस्कृति को महान बताना- यही तो ये प्रकाश झा और बॉबी देओल जैसे लोग करते आये हैं।
🚩आश्रम वेब सीरीज फ़िल्म निर्माता प्रकाश झा ने बनाई है , लेकिन उसके पीछे बहुत बड़ा षड्यंत्र है। प्रकाश झा की इतनी हैसियत नहीं है कि वह करोड़ों रूपये की फ़िल्म बना ले, फिर करोड़ों रूपये खर्च करके उसका प्रोमोशन करें,क्योंकि विज्ञापन से कुछ लाख रुपये ही आयेंगे लेकिन उसको जिस तरह प्रमोट किया जा रहा है, उससे लग रहा है कि उसमें कई करोड़ रुपये खर्च किये हैं।
🚩आश्रम बेब सीरीज मूवी बनाने के पीछे कहीं न कहीं हिन्दू राष्ट्र व भारतीय संस्कृति को तोड़ने वाली ताकतें लगी हुई हैं, क्योंकि “आश्रम” नाम पवित्र शब्द है, उसपर करोड़ों लोग श्रद्धा करते हैं, वहाँ पर जाकर शांति पाते हैं। इसके कारण धर्मांतरण कराने वाली मिशनरी और विदेशी प्रोडक्ट बेचने वाली कंपनियों को भारी नुकसान हो रहा है क्योंकि साधु-संतों के प्रति श्रद्धा रखने वाले आश्रम में जाते हैं और वहाँ उनको भारतीय संस्कृति के अनुसार जीने का सही तरीका मिलता है, फिर वे हिन्दू धर्म के प्रति आस्थावान हो जाते हैं, जिसके कारण वे ईसाई मिशनरियों के चंगुल में नहीं आते हैं औऱ वे विदेशी प्रोडक्ट भी नहीं खरीदते।
🚩 इस कारण ईसाई मिशनरियों का जो लक्ष्य है- भारत में धर्मांतरण करके अपना वोटबैंक बढ़ाकर सत्ता हासिल करना, उसमें बाधा उत्पन्न होती है और विदेशी कंपनियों के सामान नहीं बिकने पर उनको अरबों-खरबों रूपये का घाटा होता है। इसके कारण ये लोग अनेक प्रकार के षड्यंत्र रचकर हिंदुओं की आश्रम व साधु-संतों के प्रति आस्था को नष्ट करने के लिए साज़िशें रच रहे हैं और प्रकाश झा जैसे जयचंद गद्दारी करके अपने ही धर्म के खिलाफ फिल्में बनाते हैं।
🚩सर्वे किया जाय तो चर्चों में बलात्कार के हजारों किस्से आ चुके हैं, मदरसों में भी यौन शोषण के हजारों किस्से आ चुके हैं पर अभी तक उस पर फ़िल्म कोई न बनाता है और न ही कोई हिम्मत करता है , क्योंकि उसके लिए फंडिंग तो मिलेगी नहीं और ऊपर से कमलेश तिवारी की तरह हत्या हो जाएगी, इसलिए वास्तव में जहाँ पर गड़बड़ी हो रही है उस पर वे ध्यान नहीं देते हैं।
🚩सभी सनातनी हिन्दू ऐसी फिल्मों का बहिष्कार करें और कानूनी कार्यवाही करें।
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