#युवा बेरोजगारी
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Unemployment: भारत में युवाओं के लिए पर्याप्त रोजगार के अवसर क्यों नहीं हैं?
बेरोजगार युवा युवा बेरोजगारी: भारत की बड़ी चुनौती। क्यों नहीं मिल रहे नौकरी के मौके? शिक्षा, नीतियां और कौशल अंतर का असर। समाधान और भविष्य की दिशा पर गहन विश्लेषण।क्या आपने कभी सोचा है कि हमारे देश में इतने पढ़े-लिखे युवा होने के बावजूद नौकरियों की कमी क्यों है? यह सवाल न सिर्फ परिवारों को परेशान करता है, बल्कि पूरे देश के विकास पर भी सवाल खड़े करता है।इस लेख में हम इस जटिल समस्या की तह में…

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#आर्थिक नीतियां#कौशल विकास#ग्रामीण रोजगार#भारतीय अर्थव्यवस्था#युवा बेरोजगारी#रोजगार चुनौतियां#शिक्षा सुधार#स्टार्टअप इकोसिस्टम
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‼️यह बेरोजगारी नहीं है बल्कि देश के युवा पीढ़ी को मोदी और भाजपा की ओर से उन्हें जिताने का तोहफा है‼️
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यदि 2025 के दिल्ली चुनावों में आम आदमी पार्टी (आप) की हार की कल्पना की जाए, तो इसके पीछे निम्नलिखित कारण हो सकते हैं:
### 1. **शासन और प्रदर्शन से जुड़ी समस्याएं** - **अधूरे वादे**: स्कूलों, स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार या बिजली-पानी के सस्ते दाम जैसे वादों को पूरा न कर पाने से जनता का भरोसा टूट सकता है। वायु प्रदूषण, पानी की कमी, या झुग्गी बस्तियों जैसी समस्याएं बढ़ने से नाराज़गी बढ़ सकती है। - **भ्रष्टाचार के आरोप**: मोहल्ला क्लीनिक या शिक्षा सुधार जैसी योजनाओं में वित्तीय अनियमितता के आरोपों से आप की "भ्रष्टाचार विरोधी" छवि धूमिल हो सकती है। - **शहरी ढांचागत समस्याएं**: यातायात, सार्वजनिक परिवहन, या अवैध कॉलोनियों के मुद्दों पर नाकामी से मध्यम वर्ग और प्रवासी मतदाता नाराज़ हो सकते हैं।
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### 2. **नेतृत्व संबंधी चुनौतियाँ** - **कीर्तिविलासन की छवि को नुकसान**: अरविंद केजरीवाल का राष्ट्रीय राजनीति (जैसे पंजाब या गुजरात) पर ज़्यादा ध्यान या स्वास्थ्य समस्याओं के कारण स्थानीय जुड़ाव कमजोर हो सकता है। केंद्रीय एजेंसियों (ED/CBI) के ���ाथ टकराव से उनकी छवि "विवादास्पद" बन सकती है। - **दूसरी पंक्ति के नेताओं की कमी**: केजरीवाल पर अत्यधिक निर्भरता और स्थानीय नेतृत्व विकसित न कर पाने से जमीनी स्तर पर प्रभाव कमजोर हो सकता है।
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### 3. **सत्ता के प्रति असंतोष (एंटी-इनकम्बेंसी)** - **मतदाता थकान**: 2015 से लगातार सत्ता में रहने के बाद आप के प्रति मतदाताओं में उदासीनता आ सकती है, खासकर यदि उन्हें लगे कि पार्टी अपने वादों से भटक गई है।
### 4. **��िरोधी दलों की रणनीति** - **भाजपा का जमीनी अभियान**: हिंदु��्व, राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे मुद्दों पर भाजपा का एकजुट अभियान, या पंजाबी और पूर्वांचली समुदाय के नेताओं को साथ लेकर हिंदू वोटों को एकजुट करना। - **कांग्रेस का पुनरुत्थान**: अल्पसंख्यक और आप से निराश मतदाताओं को लुभाकर कांग्रेस का वोट बँटवारा। - **गठबंधन की राजनीति**: विरोधी दलों का आप के खिलाफ एकजुट होना (हालांकि दिल्ली में यह संभावना कम है)।
### 5. **सामाजिक-आर्थिक कारक** - **आर्थिक संकट**: महंगाई, बेरोजगारी, या असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों पर प्रभाव से मतदाता विरोधी दलों के वादों की ओर मुड़ सकते हैं। - **ध्रुवीकरण**: भाजपा द्वारा CAA, धार्मिक विवाद जैसे मुद्दों पर चुनावी एजेंडा बदलकर स्थानीय मुद्दों से ध्यान भटकाना।
### 6. **चुनावी रणनीति में गलतियाँ** - **संदेशवाहक की विफलता**: पुराने उपलब्धियों पर ज़ोर देने के बजाय युवाओं की बेरोजगारी जैसे मुद्दों को नज़रअंदाज करना। - **डिजिटल मोर्चे पर पिछड़ना**: भाजपा की सोशल मीडिया मशीनरी के आगे आप का पिछड़ जाना, खासकर युवा मतदाताओं में।
### 7. **बाहरी कारक** - **केंद्र सरकार का दबाव**: एजेंसियों द्वारा आप नेताओं पर छापेमारी, या दिल्ली के प्रोजेक्ट्स (जैसे मेट्रो विस्तार) के लिए फंड रोककर सरकार को अस्थिर दिखाना। - **राष्ट्रीय मुद्दों का प्रभुत्व**: सीमा विवाद या आतंकवाद जैसे मुद्दों पर चर्चा से स्थानीय शासन की बहस गौण हो सकती है।
### 8. **जनसांख्यिकीय बदलाव** - **मतदाताओं का बदलता स्वरूप**: नए प्रवासी मतदाता, जो रोजगार या आवास जैसे मुद्दों को शिक्षा-स्वास्थ्य से ज़्यादा प्राथमिकता देते हैं।
### 9. **आंतरिक कलह** - **पार्टी में फूट**: मनीष सिसोदिया या सतींद्र जैन जैसे नेताओं के बाहर होने या आंतरिक विवादों से संगठनात्मक कमजोरी।
### निष्कर्ष आप की संभावित हार का कारण मुख्य रूप से सत्ता के प्रति असंतोष, अधूरे वादे, भाजपा की ध्रुवीकरण रणनीति, और शहरी समस्याओं का निराकरण न कर पाना हो सकता है। भाजपा की राष्ट्रीय स्तर की ताकत और आप का नेतृत्व व जनसंपर्क में कमजोरियाँ निर्णायक साबित हो सकती हैं। भविष्य में पार्टी को स्थानीय मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने, नए नेतृत्व का विकास करने, और आर्थिक चुनौतियों का समाधान खोजने की आवश्यकता होगी।
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Kangra; रोजगार के झूठे आंकड़े देकर तमाशा कर रही सरकार, जयराम ठाकुर बोले, युवाओं के मन में भर रहा रोष
Kangra; रोजगार के झूठे आंकड़े देकर तमाशा कर रही सरकार, जयराम ठाकुर बोले, युवाओं के मन में भर रहा रोष #News
Himachal Pradesh Politics: हिमाचल प्रदेश की सियासत में बेरोजगारी का मुद्दा एक बार फिर ज़ोर-शोर से गूंज रहा है. जहां एक तरफ सोशल मीडिया पर राज्य के शिक्षित बेरोजगार युवा सरकार पर हमलावर हैं, तो वहीं दूसरी तरफ विपक्ष भी सरकार को बैकफुट पर धकेल��े का कोई मौका नहीं छोड़ रहा है. इस बीच हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा है. जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार…
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Bank se Paise Kaise Kamaye | Private और सरकारी bank से 50000 से भी ज्यादा कमायें
आज की बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी ने आम जनता को नए-नए पैसे कमाने के तरीकों की तलाश में लगा दिया है। वैसे तो आप ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही तरीकों से पैसे कमा सकते हैं, लेकिन आज के युवा ऑनलाइन तरीकों ���ो ज्यादा महत्व देते हैं। क्या आपने कभी सोचा है कि बैंक से भी पैसे कमाए जा सकते हैं? जी हां, यह संभव है! बैंक हमारे आर्थिक जीवन का एक अहम हिस्सा है। इसके जरिए हम सुरक्षित और सही तरीके से पैसों का लेनदेन…
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हरियाणा का नूंह जिला आर्थिक स्थिति से भले ही सबसे कमजोर जिला हो, लेकिन इस कमजोर जिले में सबसे अधिक फल बिकते हैं। इसकी दो बड़ी वजह हैं। एक तो बेरोजगारों की बड़ी फौज फल बेचने का काम करती है और दूसरा यहां अन्य जिलों के मुकाबले ग्रामीण अधिक फल खाना पसंद करते हैं। यही वजह है कि नूंह, तावडू, पिनगवां, पुन्हाना, फिरोजपुर झिरका, बडकली चौक शहरों व कस्बों के अलावा बड़े गांव में भी बड़ी तादाद में रेहडी - पटरी वाले फल बेचने का काम करते हैं।
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Mukhyamantri Yuva Udyami Yojana: सरकार दे रही है स्वरोजगार के लिए 5 लाख रूपये लोन, ऐसे करे आवेदन
Mukhyamantri Yuva Udyami Yojana: उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित करने और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना शुरू की है। इस योजना के तहत युवाओं को अपना खुद का व्यवसाय शुरू करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। योजना का उद्देश्य राज्य में स्वरोजगार के अवसरों को बढ़ावा देना और बेरोजगारी को कम करना है। योजना के तहत पात्र…
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*रोजगार विभाग के दल ने किया औचक निरीक्षण, अनुपस्थित प्रार्थियों का बंद हुआ बेरोजगार भत्ता*
बीकानेर, 3 दिसंबर। कौशल, नियोजन एवं उद्यमिता विभाग द्वारा संचालित मुख्यमंत्री युवा सम्बल योजना के तहत बेरोजगारी भत्ता प्राप्त करने के लिए बेरोजगार प्रार्थियों को विभिन्न राजकीय विभागों में प्रतिदिन 4 घण्टे की इंटर्नशि�� करने के लिए भेजा जाता है। इस सम्बन्ध में मंगलवार को रोजगार कार्यालय द्वारा जसरासर के विभिन्न विभागों एवं कुचौर आथुनी, सधासर, नोखा गांव, हिम्मटसर व काकड़ा स्थित विद्यालयों में…
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Unemployment: भारत में युवाओं के लिए पर्याप्त रोजगार के अवसर क्यों नहीं हैं?
बेरोजगार युवा युवा बेरोजगारी: भारत की बड़ी चुनौती। क्यों नहीं मिल रहे नौकरी के मौके? शिक्षा, नीतियां और कौशल अंतर का असर। समाधान और भविष्य की दिशा पर गहन विश्लेषण।क्या आपने कभी सोचा है कि हमारे देश में इतने पढ़े-लिखे युवा होने के बावजूद नौकरियों की कमी क्यों है? यह सवाल न सिर्फ परिवारों को परेशान करता है, बल्कि पूरे देश के विकास पर भी सवाल खड़े करता है।इस लेख में हम इस जटिल समस्या की तह में…

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#आर्थिक नीतियां#कौशल विकास#ग्रामीण रोजगार#भारतीय अर्थव्यवस्था#युवा बेरोजगारी#रोजगार चुनौतियां#शिक्षा सुधार#स्टार्टअप इकोसिस्टम
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Pradhan Mantri Kaushal Vikash Yojana 2024: सरकार 8000 दे रही है, साथ में रोजगार का मौका भी मिलेगा, आवेदन यहाँ से करें
Pradhan Mantri Kaushal Vikash Yojana 2024: सरकार 8000 दे रही है, साथ में रोजगार का मौका भी मिलेगा, आवेदन यहाँ से करें प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना 2024 के तहत बेरोजगार युवाओं को मुफ्त कौशल प्रशिक्षण और ₹8000 भत्ता प्रदान किया जाएगा, जिससे वे रोजगार के बेहतर अवसर प्राप्त कर सकें। भारत में बेरोजगारी एक बड़ी चुनौती है, खासकर युवा वर्ग के बीच। इस समस्या से निपटने और युवाओं को सशक्त बनाने के लिए…
#Pradhan Mantri Kaushal Vikash Yojana 2024#Pradhan Mantri Kaushal Vikash Yojana 2024: सरकार 8000 दे रही है#आवेदन यहाँ से करें#प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना 2024 क्या है योजना#साथ में रोजगार का मौका भी मिलेगा
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यदि 2025 के दिल्ली चुनावों में आम आदमी पार्टी (आप) की हार की कल्पना की जाए, तो इसके पीछे निम्नलिखित कारण हो सकते हैं:
### 1. **शासन और प्रदर्शन से जुड़ी समस्याएं** - **अधूरे वादे**: स्कूलों, स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार या बिजली-पानी के सस्ते दाम जैसे वादों को पूरा न कर पाने से जनता का भरोसा टूट सकता है। वायु प्रदूषण, पानी की कमी, या झुग्गी बस्तियों जैसी समस्याएं बढ़ने से नाराज़गी बढ़ सकती है। - **भ्रष्टाचार के आरोप**: मोहल्ला क्लीनिक या शिक्षा सुधार जैसी योजनाओं में वित्तीय अनियमितता के आरोपों से आप की "भ्रष्टाचार विरोधी" छवि धूमिल हो सकती है। - **शहरी ढांचागत समस्याएं**: यातायात, सार्वजनिक परिवहन, या अवैध कॉलोनियों के मुद्दों पर नाकामी से मध्यम वर्ग और प्रवासी मतदाता नाराज़ हो सकते हैं।
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### 2. **नेतृत्व संबंधी चुनौतियाँ** - **कीर्तिविलासन की छवि को नुकसान**: अरविंद केजरीवाल का राष्ट्रीय राजनीति (जैसे पंजाब या गुजरात) पर ज़्यादा ध्यान या स्वास्थ्य समस्याओं के कारण स्थानीय जुड़ाव कमजोर हो सकता है। केंद्रीय एजेंसियों (ED/CBI) के साथ टकराव से उनकी छवि "विवादास्पद" बन सकती है। - **दूसरी पंक्ति के नेताओं की कमी**: केजरीवाल पर अत्यधिक निर्भरता और स्थानीय नेतृत्व विकसित न कर पाने से जमीनी स्तर पर प्रभाव कमजोर हो सकता है।
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### 3. **सत्ता के प्रति असंतोष (एंटी-इनकम्बेंसी)** - **मतदाता थकान**: 2015 से लगातार सत्ता में रहने के बाद आप के प्रति मतदाताओं में उदासीनता आ सकती है, खासकर यदि उन्हें लगे कि पार्टी अपने वादों से भटक गई है।
### 4. **विरोधी दलों की रणनीति** - **भाजपा का जमीनी अभियान**: हिंदुत्व, राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे मुद्दों पर भाजपा का एकजुट अभियान, या पंजाबी और पूर्वांचली समुदाय के नेताओं को साथ लेकर हिंदू वोटों को एकजुट करना। - **कांग्रेस का पुनरुत्थान**: अल्पसंख्यक और आप से निराश मतदाताओं को लुभाकर कांग्रेस का वोट बँटवारा। - **गठबंधन की राजनीति**: विरोधी दलों का आप के खिलाफ एकजुट होना (हालांकि दिल्ली में यह संभावना कम है)।
### 5. **सामाजिक-आर्थिक कारक** - **आर्थिक संकट**: महंगाई, बेरोजगारी, या असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों पर प्रभाव से मतदाता विरोधी दलों के वादों की ओर मुड़ सकते हैं। - **ध्रुवीकरण**: भाजपा द्वारा CAA, धार्मिक विवाद जैसे मुद्दों पर चुनावी एजेंडा बदलकर स्थानीय मुद्दों से ध्यान भटकाना।
### 6. **चुनावी रणनीति में गलतियाँ** - **संदेशवाहक की विफलता**: पुराने उपलब्धियों पर ज़ोर देने के बजाय युवाओं की बेरोजगारी जैसे मुद्दों को नज़रअंदाज करना। - **डिजिटल मोर्चे पर पिछड़ना**: भाजपा की सोशल मीडिया मशीनरी के आगे आप का पिछड़ जाना, खासकर युवा मतदाताओं में।
### 7. **बाहरी कारक** - **केंद्र सरकार का दबाव**: एजेंसियों द्वारा आप नेताओं पर छापेमारी, या दिल्ली के प्रोजेक्ट्स (जैसे मेट्रो विस्तार) के लिए फंड रोककर सरकार को अस्थिर दिखाना। - **राष्ट्रीय मुद्दों का प्रभुत्व**: सीमा विवाद या आतंकवाद जैसे मुद्दों पर चर्चा से स्थानीय शासन की बहस गौण हो सकती है।
### 8. **जनसांख्यिकीय बदलाव** - **मतदाताओं का बदलता स्वरूप**: नए प्रवासी मतदाता, जो रोजगार या आवास जैसे मुद्दों को शिक्षा-स्वास्थ्य से ज़्यादा प्राथमिकता देते हैं।
### 9. **आंतरिक कलह** - **पार्टी में फूट**: मनीष सिसोदिया या सतींद्र जैन जैसे नेताओं के बाहर होने या आंतरिक विवादों से संगठनात्मक कमजोरी।
### निष्कर्ष आप की संभावित हार का कारण मुख्य रूप से सत्ता के प्रति असंतोष, अधूरे वादे, भाजपा की ध्रुवीकरण रणनीति, और शहरी समस्याओं का निराकरण न कर पाना हो सकता है। भाजपा की राष्ट्रीय स्तर की ताकत और आप का नेतृत्व व जनसंपर्क में कमजोरियाँ निर्णायक साबित हो सकती हैं। भविष्य में पार्टी को स्थानीय मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने, नए नेतृत्व का विकास करने, और आर्थिक चुनौतियों का समाधान खोजने की आवश्यकता होगी।
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यूपी के 5000 श्रमिकों को इजरायल भेजेगी योगी सरकार, 1.50 लाख मिलेगी सैलरी; यहां पढ़ें पूरी डिटेल
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश में बेरोजगारी का मुद्दा हमेशा से हावी रहा है। विपक्षी दल चुनाव दर चुनाव इसे मुद्दा बनाती रही है। हालांकि प्रदेश में योगी सरकार बनने के बाद से युवाओं को नौकरी और रोजगार के अवसर मिल रहे हैं। प्रदेश के युवा सिर्फ प्रदेश-देश में ही नहीं बल्कि विदेश भी नौकरी और रोजगार के लिए जा रहे हैं। इसी क्रम में प्रदेश के श्रमिकों को इजराइल भेजा जा रहा है। सरकार ने इजराइल में…
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jamshedpur rural- हेमंत सरकार युवाओं को ना तो रोजगार दे सकी और ना ही बेरोजगारी भत्ता: डॉ गोस्वामी
बहरागोड़ा: भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ दिनेशानंद गोस्वामी ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 5 लाख युवाओं को नौकरी देने तथा बेरोजगार युवकों को 5 हजार से 7 हजार रूपए तक प्रति माह बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया था. परन्तु नौकरी ना देकर सरकार ने राज्य के युवाओं के साथ वादा खिलाफी किया है. राज्य के युवा रोजगार की तलाश में दक्षिण के राज्यों की ओर पलायन कर रहे हैं. डॉ गोस्वामी न�� कि गठबंधन…
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पूर्व विधायक शैलेश का सरकार पर तंज, बोले – बेरोजगारी भत्ता बंद होने से युवा निराशा, उजड़ गए रोजगार कार्यालय…युवाओं का भरोसा उठा बेरोज़गारी की समस्या पूरे देश में है और देश का युवा परेशान है न्याय माँग रहा है। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार ने प्रदेश के बेरोज़गार युवाओं को पंजीयन कर बेरोज़गारी भत्ता देती थी जिससे युवाओं के चेहरे खिले रहते थे और सरकार से एक उम्मीद बंधी हुई थी कांग्रेस
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