#मेरी हिंदी कहानी
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दोस्त की बीवी के साथ रात भर चुदाई
दोस्तो, सबसे पहले मैं अपना परिचय दे देता हूँ.
मेरा नाम समीर है मैं बहराइच शहर का रहने वाला हूँ. मैं पाँच फिट ग्यारह इंच लम्बा हूँ और मेरे बाल काफ़ी लम्बे हैं.
मैं अपने दोस्तों में सबसे ज्यादा स्मार्ट हूँ.
सेक्स मेरी कमज़ोरी है.
किसी भी लड़की को देखता हूँ तो अपने पर कंट्रोल नहीं कर पाता और मौक़ा मिलते ही मुठ मार लेता हूँ.
मैं अपने दोस्त जुनैद खान की शादी में ना जा सका था.
उस दिन किसी काम के सिलसिले में फं�� गया था.
उसके बाद मैं अपने कामों में ऐसा फंसा कि क़रीब पाँच साल तक दोस्ती यारी सब भूल गया.
जब मैं काम से थोड़ा आजाद हुआ तो दोस्तों की याद आई.
मगर अब दोस्त भी सब अपने अपने कामों में लगे हुए थे.
फिर एक दिन अचानक से जुनैद से यहीं मार्केट में मुलाक़ात हुई.
उसके साथ उसकी बीवी भी थी.
हम दोनों दोस्त अपनी बातों में मस्त हो गया.
कुछ देर में मेरी नज़र जुनैद की बीवी पर पड़ी.
वह बड़ी मस्त माल थी. यह Xxx सेक्सी हिंदी कहानी उसी के साथ की है.
उसके 36 साइज़ के चूचे और 38 इंच की गांड एकदम आग बरपा रही थी.
मैंने भाभी से हैलो की और सॉरी बोलते हुए कहा- सॉरी भाभी, मैंने आप पर ध्यान ही नहीं दिया. हम दोनों दोस्त अपनी पुरानी यादों में मस्त हो गए, माफ़ी चाहता हूँ!
जुनैद की बीवी ने जवाब दिया- आपने मुझ पर ध्यान नहीं दिया, कोई बात नहीं. पर आप शादी में भी नहीं आए. जुनैद हमेशा आपकी बातें करते रहते थे. मैं भी आपसे मिलने को उतावली थी.
ये कहती हुई उसने मेरे हाथ को दबा दिया.
मैं समझ गया कि भाभी चालू माल है.
मैंने बात को खत्म करते हुए हंसते हुए कहा- अरे भाभी, यहीं सब बातें कर लेंगी या कभी घर भी बुलाएंगी.
फिर हमारी बातें ख़त्म हुईं.
भाभी ने जाते वक्त कहा- आपका घर है, जब चाहें आ जाएं. जुनैद तो रात को दो के बाद ही आते हैं. आपकी जब मर्ज़ी हो, आ जाइए.
मैं भाभी का इशारा समझ गया और वहां से निकलते हुआ बोला- ओके भाभी, आपसे जल्दी ही मिलता हूँ.
मैं वहां से निकल गया.
इस बात को दो दिन हो गए थे.
मैं घर पर आराम कर रहा था.
उसी वक्त व्हाट्सैप पर अनजान नम्बर से एक मैसेज आया ‘क्या कर रहे हो मेरी जान!’
मेरे दोस्त अक्सर मैसेज से मुझे परेशान करते रहते हैं तो मैंने इस मैसेज पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया कि किसी दोस्त ने अनजान नंबर से मैसेज करके मुझसे शैतानी की होगी.
मैं उस मैसेज का बिना कोई जवाब दिए सो गया.
सुबह जब उठा तो देखा कि उसी नंबर से काफ़ी मैसेज आए हुए थे और दो मिस्ड कॉल भी थीं.
मैंने उसी नंबर पर कॉलबैक की, तो उधर से एक सुरीली सी आवाज़ आई- हैलो मिस्टर समीर, गुड मॉर्निंग. कैसी कटी आपकी रात!
मैंने भी बिना कुछ सोचे समझे सीधा बोल दिया कि अपनी भाभी के साथ सपने में कबड्डी खेलता रहा.
मेरी इस बात से उस तरफ से ज़ोर ज़ोर की हंसी के साथ आवाज आई- सही पहचाना, मैं ही हूँ आपकी कबड्डी खेलने वाली भाभी.
मैंने एकदम से अपने कहे पर खेद जताते हुए उनसे पूछा- ��ॉरी मेम, आप कौन?
‘मैं नादिया भाभी बोल रही हूँ.’
मैंने अब स्क्रीन पर उनका नंबर और ट्रू कॉलर पर आया हुआ नाम देखा.
फिर कहा- जी हां मुझे पता लग गया है. ट्रू कॉलरपर आपका नाम लिखा हुआ आया है. आप बताएं भाभीजान … सुबह सुबह अपने देवर को कैसे याद कर लिया?
वह बोली- सुबह सुबह तो छोड़िए, मैं तो सारी रात से आपको काफ़ी याद कर रही थी. कई मैसेज किये और दो बार कॉल भी किया, पर आपने फ़ोन ही नहीं उठाया. लगता है मुझसे नाराज़ हैं?
मैंने कहा- अरे भाभी जान, आपसे नाराज़ होकर कहां जाऊंगा. अपन तो दिल से ही आपके ही पास हैं.
वह हंसती हुई कहने लगी- काफ़ी अनुभव है आपको बात करने का … लगता है काफ़ी गर्लफ़्रेंड पटा रखी हैं.
मैं बोला- गर्लफ्रेंड तो नहीं, हां आप जैसी कुछ भाभियां हैं. जो समय समय पर अनुभव करवा देती हैं.
नादिया भाभी मेरी बात को क़ाटती हुई बोली- अच्छा वो सब छोड़ो … ये बताओ कि क्या आप मेरे घर आ सकते हैं?
मैंने कहा- कोई ज़रूरी काम हो, तो अभी आ जाऊं?
उधर से जवाब आया- अरे यार समीर … कल से जुनैद घर पर है नहीं. मैं अकेले बोर हो रही हूँ. आप आ जाएंगे तो आपसे जरा दिल बहला लूँगी.
मैं खुश होते हुए बोला- भाभी अभी तो सुबह हुई है, रात को आता हूँ.
उसने कहा- चलो मैं आपका इंतजार करूंगी.
कुछ देर और इधर उधर की बातचीत के बाद मैंने फ़ोन कट कर दिया.
अब मुझे और भाभी को रात का बेसब्री से इंतज़ार था कि कब रात हो और हम दोनों का मिलन हो.
मैं सोच रहा था कि बस कैसे भी करके नादिया भाभी को चोद लूं.
तो मैं नहाने गया तो झांटें साफ कर लीं.
रात होते ही मैंने मेडिकल से दो पैकेट कंडोम के ले लिए और भाभी के घर चला आया.
उनके घर पहुंचते ही मैंने दरवाजे की घंटी बजाई.
कुछ पल बाद दरवाज़ा खुला. दरवाजा खुलते ही मैं भाभी को देखता रह गया.
भाभी तो कहीं से शादीशुदा लग ही नहीं रही थी. उसने शॉर्ट्स और टॉप पहना था.
उसका रेड कलर का टॉप एकदम पारदर्शी था.
उस टॉप में से भाभी के दोनों चूचे और उन पर तने हुए गुलाबी निप्पल साफ़ दिख रहे थे.
उसने ब्रा नहीं पहनी थी.
सीन देख कर तो दिल कर रहा था कि अभी ही इसे पकड़ कर चोद दूँ. पर ऐसा करना ठीक नहीं होता है.
सेक्स का जो मज़ा आराम से करने में है, वह ज़बरदस्ती में नहीं है.
हालांकि मेरा मुँह खुला का खुला रह गया था.
भाभी ने इतराते हुए कहा- अन्दर आ जाओ, फिर इस खुले हुए मुँह का इलाज भी कर देती हूँ.
मैं झेंप गया.
अन्दर जाते ही मैंने अपनी पैंट एडजस्ट की क्योंकि मेरा लंड खड़ा हो गया था.
भाभी ने बैठने को कह��� और बोली- क्या लोगे, चाय कॉफ़ी!
मैंने कहा- भाभी आप जो देंगी, प्यार से ले लूँगा. वैसे दूध मिल जाता तो और अच्छा होता.
भाभी मुस्कुराती हुई अपने दूध हिला कर बोलीं- ठीक है, मैं लाती हूँ.
वह किचन जाने के लिए मुड़ी ही थी कि मैंने हाथ बढ़ाया और भाभी को अपनी ओर खींच लिया.
हम दोनों बेड पर गिर गए.
भाभी ने क��ा- अरे, ये क्या कर रहे हो देवर जी?
मैंने कहा- भाभी, मैं तो दूध ताज़ा वाला ही पीता हूँ.
ये कहते हुए मैंने भाभी का टॉप तेज़ी से खींचा और उसको बाहर निकाल फेंका.
मैं उसके दोनों रसभरे चूचों पर टूट पड़ा.
भाभी की 36 साइज़ की चूचियां मेरे हाथों में नहीं आ रही थीं.
नादिया भाभी को अपने नीचे दबा कर उसकी दोनों चूचियों को हाथ से पकड़ कर मसलने लगा और एक चूची के निप्पल को अपने होंठों में दबा कर खींच खींच कर चूसने लगा.
भाभी की मादक आहें और कराहें निकलना शुरू हो गईं.
मैंने क़रीब दस मिनट तक भाभी के दोनों चूचे चूसे … और चूस चूस लाल कर दिए.
अब हम दोनों का किस चालू हुआ.
मैं भाभी के पूरे बदन पर किस करता रहा.
वह आपे से बाहर हो रही थी.
किस करते करते मैं नीचे को सरकने लगा और भाभी की चूत पर आ गया.
भाभी की चूत शॉर्ट्स से ढकी हुई थी.
मैंने झटके से शॉर्ट्स को उतारा और चूत के अन्दर अपनी ज़ुबान डाल कर चूसने लगा.
अपनी चूत पर मेरी जुबान का अहसास पाते ही भाभी एकदम से सिहर उठी और छटपटाने लगी.
मैंने उसकी दोनों टांगों को अपने हाथों से दबोचा और चूत को चाटना शुरू कर दिया.
भाभी की चिकनी चूत एकदम कचौड़ी सी फूली हुई थी और रस छोड़ रही थी.
उसकी चूत का नमकीन रस चाटने से मुझे नशा सा आ गया और मैं पूरी शिद्दत से उसकी चूत को चाटने में तब तक लगा रहा, जब तक चूत का पानी नहीं निकल गया.
मैं चूत का रस चाटने लगा और चाट चाट कर भाभी की चूत को वापस कांच सा चमका दिया.
अब वह एकदम से निढाल हो गई थी और तेज तेज सांसें भर रही थी.
कुछ देर के बाद मैं उसके चेहरे को चूमने लगा तो वह बोली- सच में बड़े जानवर हो तुम … तुमने मेरी चूत में से पानी निकाल कर इसमें दोगुनी आग लगा दी है.
मैंने कहा- नादिया मेरी जान … अभी फायर बिर्गेड वाला पाइप खड़ा है … कहो तो तत्काल पाइप घुसेड़ कर आग बुझा दूँ.
वह बोली- आग तो बुझवानी ही है, पर उसके पहले मुझे उस पाइप को प्यार करना है जो मेरी आग बुझाएगा.
मैंने कहा- हां हां कर लो प्यार!
ये कहते हुए मैंने उसका हाथ पकड़ कर अपने लौड़े पर रख दिया.
उसने लंड मसलते हुए कहा- ये तो बड़ा अकड़ रहा है. इसे पहले मेरे मुँह में डालो … मैं इसकी अकड़ निकालती हूँ.
हम दोनों 69 की पोजीशन में आ गए.
नादिया भाभी ने मेरे लंड को बहुत प्यार से चूसा ��र उसे एकदम गर्म लोहे से तप्त सरिया बना दिया.
वह मेरे लौड़े को गले के आखिरी छोर तक लेकर चूस रही थी.
मैंने आह भरते हुए कहा- आह भाभी … मेरी जान और चूसो.
उधर भाभी भी दुबारा से गर्मा गई थी.
उससे रहा ना गया और वह बोली- समीर, मैं बहुत प्यासी हूँ. पहले मेरी चूत की प्यास मिटा दो. जुनैद के साथ कभी ऐसा मज़ा नहीं आया. वह तो मेरे ऊपर चढ़ता है और दो मिनट में झड़ कर सो जाता है. आज तक न तो उसने कभी मुझे ओरल सेक्स का सुख नहीं दिया.
मैंने कहा- अरे मेरी भाभी जान … अभी तो ये शुरुआत है. अगर आपको मुझसे चुदवाने में मज़ा ना आया, तो मेरा नाम भी समीर नहीं.
बस ये कह कर मैंने भाभी को अपनी तरफ़ खींचा और लंड पर कंडोम लगा कर अपने लंड को भाभी की मखमली चूत पर सैट कर दिया.
लौड़े को सैट करते ही मैंने एक ज़ोरदार धक्का मारा. मेरा लंड भाभी की चूत को चीरता हुआ अन्दर घुसता चला गया.
एकदम से लौड़े ने चूत को फाड़ा, तो भाभी की चीख निकल गई.
भाभी की आंख से आंसू निकल आए और वह चिल्लाने लगी- समीर, मेरी चूत फट गई है, प्लीज़ निकाल लो.
लेकिन मैंने भाभी की एक ना सुनी और दोबारा झटका मार कर अपने लंड को पूरा अन्दर तक डाल दिया.
फिर मैं थोड़ी देर रुक गया.
Xxx सेक्सी भाभी दर्द से चीखती रही और छटपटाती रही.
कुछ देर बाद जब भाभी के चेहरे पर थोड़ा बदलाव आया और वह अपनी गांड को थोड़ा थोड़ा हिलाने लगी, तो मैं समझ गया कि भाभी को मज़ा आने लगा है.
अब मैंने भाभी को और तेज़ी से चोदना चालू कर दिया.
भाभी का सुर बदल गया था और वह बार बार कह रही थी- समीर, और तेज चोदो … और तेज.
यही सब कहते हुए वह अपने सर को इधर से उधर पटक रही थी.
हम दोनों की चुदाई का यह सिलसिला क़रीब बीस मिनट तक चला.
उसके बाद वह झड़ गई और उसके झड़ते ही मैं भी कंडोम में निकल गया.
झड़ने के बाद काफी थकान हो गई थी तो हम दोनों ऐसे ही नंगे सो गए.
आधा घंटा बाद उठे और वापस चुदाई चालू हो गई.
उस रात हम दोनों ने चार बार सेक्स किया.
यह सिलसिला अभी तक चल रहा है.
मैं आगे बताऊंगा कि भाभी की बहन को सेक्स की गोली खिला कर उसकी सील पैक चूत को कैसे चोदा.
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बहुत दिनों से मैं इंतजार कर रहा था कि कोई मुझे रेणु की मैला आँचल किताब भेंट में दें। मै अपने कई मित्रो के सामने भी इस विचार को रखा। लेकिन सब के सब निठल्ले निकले। अंत में हार कर सोचा, जाने भी दो मेरी ही गलती है। मेरे मित्रगण मेरे मज़ाकिया व्यवहार को कभी गंभीरता से लिए ही नहीं। वो मेरी इस मांग को भी मज़ाक ही समझ लिए हो। कुछेक दिन पहले भैया से बात हो रही थी, उन्होंने मुझे बताया कि वो रेणु को पढ़ रहे हैं वो भी म��ला आँचल। मुझसे रहा न गया, मै झट से अमेज़न से किताब को आर्डर कर दिया। किताब मुझे कल मिली। जब मै लिफाफा को खोलकर किताब को पकड़ा तो नास्टैल्जिया हुआ। महज मै कक्षा छठी या सातवीं का विद्यार्थी रहा हूँगा। मेरे छोटे वाले मामाजी जो मेरे बड़े भैया से एकाध साल के ही बड़े होंगे, को शायद पढ़ने का शौक़ रहा होगा। वो पहली बार हमसबकों, मेरे तीनो भाई-बहन और माँ को बैठाकर, संवदिया, जो कि रेणु के ही लिखी हुई कहानी है, पाठ किया और हरेक गद्यांश को सरलता से समझाया। हालाँकि रेणु भाषावली ह��लोगो के लिए जटिल बिलकुल भी नहीं है क्योंकि वो जिन बोली से अपने भाषावली बनाते थे वो हमारे लिए अनजान नहीं था ब्लकि हम ऐसे शब्दों और कहावतों को आम दिनों में जीते थे। लेकिन, साहित्य या यों कहे कि किसी भी कला कृति से वास्ता नहीं होने से, हममे वो कल्पान्तक भाव को पहचानना जटिलता जैसे ही लगाती थी। मामाजी ने उसे इतने सरल से बताया कि जब सवांदिया बड़ी बहुरानी के पाँव पकड़ कर, अंत में, रो रहा था तो मेरी माँ की भी आँखे नम हो गई थी। मै भी भावुक हो गया था पर रोया नहीं। मैं अपने आप को मर्द बनाने की ट्रेनिंग जो दे रहा था। ख़ैर, संवदिया की शब्दावली, भावुकता से सराबोर और बरौनी जंकशन का जिक्र, मुझे रेणु से आत्मीय रूप से करीब लेकर आया। तब से रेणु की लिखी कहानियां हिंदी के टेक्सटबुक्स में ढूंढते रहता। और जो भी कहानी मिल जाती, उसे मैं छुप-छुपाकर पढ़ लेता। छुपाना इसलिए पड़ता था, क्योंकि घरवाले को लगता था कि कहानी या साहित्य पढ़ने के बदले कुछ रसायन भौतिक गणित पढ़े तो जिंदगी में कुछ कर पावे। जो कभी स्कूल की चौखट न देखे हो, और जीवन मजूरी में बीत रही हो तो शिक्षा रोटी-पानी का एक सम्मानपूर्ण जरिया बनकर रहा जाता है। परन्तु मैं इस मामले में, अपनेआप को सौभग्यपूर्ण मानता हूँ की, बिना ज्यादा पढ़े लिखे मैं अपने कक्षा में ठीक-ठाक कर लेता था, घर वालो की सिर्फ फ़िक्र थी तो वो मेरी लिखावट की, जो अभी तक बनी रही है। इसी वजह से मैं कहानी और साहित्य में रूचि बनवाने में अपवाद रहा हूँ। जो भी हिंदी की किताब मिल जाती उसे मैं किसी कमरे के एक अकेलेपन वाले कोने जाकर पढ़ लेता। उसी समय महादेवी वर्मा, प्रेंचन्द, राहुल संकृत��यायन आदि के लिखे कहानियां और लेख पढ़ने का मौका मिला। कवितायेँ भी पढ़ी, लेकिन कहानियों के और झुकाव काफी था। दिल्ली आने के बाद हिंदी से लगभग वास्ता ही नहीं रह गया था। फिर चतुर सेन की वैशाली की नगरवधू हाथ लगी, और फिर से हिंदी पढ़ना शुरू किया। रेणु की मैला आँचल शायद मै स्कूल समय में पढ़ रखा हूँ। लेकिन यह ठीक से याद नहीं है कि पूरी पढ़ी थी या नहीं। शायद पूरी पढ़ ली थी क्योंकि, कल जब मै ऐसे ही पन्ने पलट रहा था, 'चकई के चक-धूम' वाले गान, जिसे रेणु ने मैला आँचल में जगह दिए, पर नजर गई। तब मुझे याद आया कि मै इसे पहले भी पढ़ा हूँ। हालाँकि, उस उसमे इसे समझने का न ही तजुर्बा था न ही उम्र और साथ ही साथ यादास्त भी आजकल धोखा देती रहती है। इसलिए कल फिर से इसे पढना शुरू किआ। मेरीगंज की कहानी पढ़कर आँखे भर आयी और लगा मतलबी दुनिया प्यार के पागलपन को कांके का ही पागलपन समझेगा।
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एक प्रत्यावर्तन की कहानी
"एक प्रत्यावर्तन की कहानी (मैं कैसे मतांतरित हुई और सनातन धर्म में वापस लौटी)"
लेखिका - ओ. श्रुति जी, आर्ष विद्या समाजम्
२०१३ में कासरगोड केरल के एक हव्यक ब्राह्मण परिवार की युवती श्रुति परिवर्तित होकर रहमत बनने का समाचार काफी विवादास्पद रही थी। यह स्कूल शिक्षिका उन हजारों लोगों में से एक थी, जिनकी ब्रेनवेशिंग से मत परिवर्तन किया था। ईश्वर की कृपा से इस युवती को आचार्यश्री के.आर. मनोज जी द्वारा स्थापित आर्ष विद्या समाजम में आकर सनातन धर्म सीखने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। इस्लाम में परिवर्तित होने की मूर्खता को महसूस करने के बाद, वह सनातन धर्म में लौट आई और आर्ष विद्या समाजम की पूर्णकालिक प्रचारक बनने का संकल्प लिया। उन्होंने अपने जैसे हजारों ��न्य लोगों को वापस लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
पुस्तक से…………….
निर्णायक क्षण पास आ गया था। मैं मजिस्ट्रेट के सामने थी।
“क्या है तुम्हारा फैसला?” उन्होंने पूछा।
एक पल के लिए (शायद भगवान ने हस्तक्षेप किया), मैंने अपनी मां की ओर देखा। वह रोते हुए बोली, “मत जाओ मेरी बच्ची! मुझे छोड़कर मत जाओ” और ज़मीन पर गिर पड़ी। पुलिस और मैंने उनको उठाया।
“मैं अभी अपने माता-पिता के साथ जाऊंगी। दो दिनों के बाद, मैं पोन्नानी वापस जाना चाहती हूं और इस्लामी अध्ययन फिर से शुरू करना चाहती हूं”, मैंने कहा। मेरे बयान के बाद जब हम बाहर आए तो मेरी मां ने मेरे गाल पर चूमा। मैं बेबस होकर उस कार की ओर बढ़ी जो मेरी मां के साथ हमें लेने आई थी। मैंने अपने पिता को कुछ फेंकते हुए देखा। वे ज़हर की शीशी लेकर मेरे सामने अपनी जान देने के लिए खड़े थे, अगर मैं उनके साथ लौटने का विरोध करती तो! जहर की शीशी उन्होंने फेंक दिया
…………………………………………………
श्रुति को उम्मीद है कि उसके माता-पिता को जिस पीड़ा और अपमान से गुजरना पड़ा, उसका सामना किसी और को न करना पड़े और कोई भी गलत धारणाओं का शिकार होकर मत परिवर्तन न करे। "एक प्रत्यावर्तन की कहानी" पुस्तक मलयालम में मूल पुस्तक 'ओरु परवर्तनतिन्टे कथा' का हिंदी अनुवाद है। इस पुस्तक को हमारे वेबस्टोर से खरीदें और पढ़ें तथा इसे अन्य हिंदुओं तक पहुंचाकर उनको धर्मांतरण से बचाने में मदद करें।
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Bhai ke dost ne bahen ki seal todi bhai ke samne
मेरी इस गर्म हिंदी सेक्स कहानी में पढ़ें कि कैसे मुझे अपनी बहन की वासना के बारे में पता चला और मैंने बहन की चुदाई अपने एक दोस्त से करवायी.
अन्तर्वासना सेक्स स्टोरी पसंद करने वाले मेरे प्यारे दोस्तो, मैं एक कहानी लेकर आया हूँ. इस हिंदी सेक्स कहानी में एक लड़का है, जिसका नाम यश ग्रोवर है. यश की उम्र 20 साल है. आगे की सेक्स कहानी उसी की जुबानी सुनिएगा.
दोस्तो, मैं यश … मेरे पिता जी एक बहुत बड़े बिज़नसमैन है. उनका करोड़ों का बिज़नस है. जिस सिलसिले में वो विदेशों में अक्सर ही रहते हैं. मॉम भी उनकी ही पार्टनर हैं. वे दोनों अक्सर अपने बिजनेस के सिलसिले में घर से बाहर ही रहते थे.
मैं एमबीए कर रहा हूँ. मेरी कद काठी बहुत ही मस्त है, जिस कारण बहुत सी लड़कियां मुझ पर मरती भी हैं. मेरी बहन की सहेलियां भी मुझपे मरती हैं.
अब पहले मैं अपनी बड़ी बहन के बारे में बता देता हूँ. मेरी बहन का नाम प्रिया ग्रोवर है. उसका कद 5 फुट 7 इंच है, उसे तने हुए मम्मे 38 इंच के हैं. उठी हुई गांड का नाप 38 इंच है. उसका पेट बिल्कुल भी निकला हुआ नहीं है. वो एक तरह से सेक्स बम्ब है, जो भी उसे देखता है, उसका लंड खड़ा हो जाता था. मेरा दावा कि अगर कोई बूढ़ा भी उसको देख ले, तो मेरा दावा है कि उस बुड्डे का लंड भी खड़ा हो जाएगा. हालांकि मैंने कभी भी अपनी बहन को सेक्स की नज़र से नहीं देखा था.
हमारे घर पर कोई भी रोक टोक नहीं है. कोई भी कैसे भी कपड़े पहन सकता है.
Read Full Story: दोस्त से करवाई बहन की चुदाई
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Republic Day Shayari in Hindi – दिलों में देशभक्ति जगाने वाली शायरी
26 जनवरी, हमारे देश का गणतंत्र दिवस, हर भारतीय के लिए गर्व और सम्मान का दिन है। इस दिन हम अपने संविधान और लोकतंत्र का जश्न मनाते हैं। आइए इस खास मौके पर कुछ बेहतरीन देशभक्ति शायरी के ज़रिए देशप्रेम की भावना को साझा करें और देश के वीर जवानों को सलाम करें। यहाँ पर आपके लिए कुछ दिल को छू लेने वाली और प्रेरणादायक शायरी का संग्रह प्रस्तुत है, जिसे आप अपने दोस्तों और परिवार के साथ साझा कर सकते हैं।
1. गणतंत्र दिवस पर देशभक्ति शायरी
"करता हूँ भारत माता से गुजारिश कि तेरी भक्ति के सिवा कोई बंदगी न मिले, हर जनम मिले हिन्दुस्तान की पावन धरा पर या फिर कभी जिंदगी न मिले।"
"देशभक्तों के बलिदान से स्वतंत्र हुए हैं हम, कोई पूछे कौन हो तो गर्व से कहेंगे भारतीय हैं हम।"
"जमाने भर में मिलते हैं आशिक कई, मगर वतन से खूबसूरत कोई सनम नहीं होता, नोटों में लिपटकर, सोने में सिमटकर मरे हैं कई, मगर तिरंगे से खूबसूरत कोई कफन नहीं होता।"
2. शौर्य और बलिदान को सलाम
"आज सलाम है उन व���रों को, जिनके कारण ये दिन आता है, वो माँ और उनकी माटी को, जिनसे ये सम्मान पाता है।"
"कुछ नशा तिरंगे की आन का है, कुछ नशा मातृभूमि की शान का है, हम लहराएंगे हर जगह ये तिरंगा, ये नशा हिंदुस्तान के सम्मान का है।"
"ना पूछो ज़माने से कि क्या हमारी कहानी है, हमारी पहचान तो बस इतनी है कि हम हिंदुस्तानी हैं।"
3. 26 जनवरी के मौके पर गर्व का इज़हार
"सिर्फ एक दिन ही नहीं, देशभक्ति का हर दिन एहसास होना चाहिए, भारत के हर नागरिक के दिल में 26 जनवरी शायरी का विश्वास होना चाहिए।"
"गणतंत्र दिवस की धूम है, दिलों में वतन के लिए जोश है, चलो साथ मिलकर ये कसम खाएं, हर कदम पर भारत का मान बढ़ाएं।"
"तिरंगा लहराएंगे, भारत की शान बढ़ाएंगे, गणतंत्र दिवस का है मौका, आओ मिलकर इसे खास बनाएंगे।"
4. गणतंत्र दिवस की प्रेरणादायक शायरी
"वो शमा जो काम आए अंजुमन के लिए, वो जज्बा जो कुर्बान हो जाए वतन के लिए, रखते हैं हम भी वो हौंसला, जो मर मिटे हिंदुस्तान के लिए।"
"कभी ठंड में ठिठुर कर देखना, कभी तपती धूप में जल कर देखना, कैसे होती है हिफाजत मुल्क की, कभी सरहद पर चल कर देखना।"
"ना सरकार मेरी है, ना रौब मेरा है, ना बड़ा सा नाम मेरा है, मुझे तो एक छोटी सी बात का गर्व है, मैं हिंदुस्तान का हूँ और हिंदुस्तान मेरा है।"
गणतंत्र दिवस को कैसे मनाएं?
26 जनवरी शायरी पर हर भारतीय का कर्तव्य बनता है कि वो अपने देश की संस्कृति, एकता और अखंडता को समझे और उसका सम्मान करें। इस खास दिन को मनाने के कुछ तरीके:
सोशल मीडिया पर देशभक्ति शायरी साझा करें – व्हाट्सएप, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर गणतंत्र दिवस की शायरी शेयर कर अपने दोस्तों और परिवार में देशप्रेम जगाएं।
वीर जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करें – उन बहादुर जवानों को याद करें जिनके बलिदान से हमें आजादी और संविधान मिला।
राष्ट्रीय ध्वज का सम्मान करें – तिरंगे को फहराकर देश के प्रति सम्मान व्यक्त करें।
देश के लिए संकल्प लें – इस गणतंत्र दिवस पर संकल्प लें कि आप देश की उन्नति और एकता के लिए हमेशा समर्पित रहेंगे।
निष्कर्ष
इस गणतंत्र दिवस पर अपने दिलों में देशभक्ति और गौरव की भावना को और भी मजबूत बनाएं। अपने ��रिवार और दोस्तों के साथ ये शायरी और संदेश साझा करें और देशप्रेम की भावना का इज़हार करें। जय हिंद! गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं!
विशेष अवसरों इत्यादि पर शायरी की अहमियत तब और भी बढ़ जाती है, चाहे वह दोस्त का जन्मदिन हो, भाई का खास दिन, या फिर त्योहारों की खुशियाँ या फिर कोई और कार्यकर्म हो । दो लाइन की हिंदी शायरी दिल की बात को खूबसूरती से बयान करती है और करने का अवसर देती है । जैसे कि वैलेंटाइन डे शायरी हिंदीभाषा में प्यार जताने का एक सुंदर माध्यम है। नए वर्ष पर शुभकामनाएँ देने के लिए यहाँHappy New Year 2025Wishes या नए वर्ष पर नई हिंदी शायरी साझा करना शुभ माना जाता है। शादी के खास मौके पर शादी की बधाई संदेश, मकर संक्रांति शायरी हिंदी में, और Merry Christmas Day Shayari आधी भी अपने जज़्बात बयां करने का एक प्यारा तरीका है। उर्दू शायरी , birthday wishes for husband in hindi भी दोस्ती और रिश्तों को संजोने का एक दिलकश अंदाज़ है।
शायरी हर मौके पर दिल के जज़्बातों को बयां करने का खास अंदाज है। चाहे वह भाई का जन्मदिन हो, दोस्त का खास दिन या फिर त्योहार की खुशियां—हिंदी शायरी और उर्दू शायरी दोनों ही रिश्तों को गहराई देती हैं। नए साल, मकर संक्रांति की शायरी , वैलेंटाइन डे शायरी या शादी के लिए शुभकामनाएँ भेजने के लिए शायरी एक अनमोल जरिया है। और अधिक शायरी कविता और नज्म जैसे - Republic Day Shayari in Hindi या 26 जनवरी शायरी , love shayari😍 2 line, birthday wishes for sister in hindi , हैप्पी बर्थडे भाई स्टेटस 2 line पढ़ने के लिए खुद की कलम से जुड़े रहे |
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70+ Dil todne wali shayari | प्यार मे दिल टूटने वाली शायरी खतरनाक
जब आप किसी से हद से ज़्यादा प्यार करते हैं, तो अक्सर उस प्यार की कदर नहीं होती और आपका दिल टूटने के बाद वो किसी और के पास चले जाते हैं। अगर आप भी ��से ही दिल के दर्द से गुज़रे हैं और अपने दर्द को बयां करने के लिए Dil todne wali shayari, बेवफ़ा शायरी या शायद 2 लाइन की दिल तोड़ने वाली शायरी की तलाश कर रहे हैं, तो हमने आपके लिए इस पोस्ट में ये सब संकलित किया है।. Dil टूटना दर्दनाक होता है और कभी-कभी शब्द उस दर्द को दूर करने का सबसे अच्छा तरीका होते हैं। आराम पाने और अपने दिल का बोझ हल्का करने के लिए इन दिल तोड़ने वाली शायरियों को पढ़ें।.
Dil todne wali shayari
तेरी चाहत में रुसवा यूँ सरे बाजार हो गए हमने ही दिल खोया और हम ही गुनेहगार हो गए। क्यों इस तरह से मुझे अकेला छोड़ दिया इतनी बुरी तरह मेरा दिल तोड़ दिया। दिल टूट जाता है जब ये सोचता हु मैं तेरे बगैर ही जी लिया…! तुमने दिल तोड़ा है कोई बात नहीं आप हमारे पहले प्यार हो हम आपको कभी नहीं भूलेंगे। हमारी चाहत ही ऐसी थी जिस की कोई और चाहत थी।
मुझमें सारी जिंदगी अकेले रहने का हौसला है मगर मेरे हाथों कभी मोहब्बत में गद्दारी नहीं हो सकती। क्यों तुमने जिद करी मेरी जिंदगी में आने की जब हिम्मत ही नहीं थी साथ निभाने की। अपनो से दिल लगाने की आदत नही रही हर वक्त मुस्कुराने की आदत नही रही। दर्द का अहसास तब होता है जब दिल टूट जाता है। काश तू पूछे मुझसे मेरा हाल-ए दिल, मैं तुझे भी रुला दू तेरे सितम सुना सुना कर।
बेवफा शायरी दिल टूटने वाली
क्यों महसूस नहीं होती उसे मेरी तकलीफ जो कहती थी अच्छे से जानती हूँ तुम्हे। दिल भी गुस्ताख हो चला था बहुत शुक्र है की यार ही बेवफा निकला। तूने हमें अपना समझा नहीं कभी भी बेवफा तुझे याद करना छोड़ा नहीं अभी भी। इतने जालिम ना बनो कुछ तो रहम करो तुमपे मरते है तो क्या मार ही डालोगे।
नींद में भी गिरते है मेरी आंखों से आसू तुम ख्वाब में भी मेरा हाथ छोड़ देते हो। याद वही आते हैं जो अक्सर दर्द देते हैं बनाकर अपना सफर में अकेला छोड़ देते हैं। वो दिन याद आते जब तू कहती मोहब्बत है अब वो दिन याद आते हैं जब तू बेवफा है। यूँ बदलने का अंदाज जरा हमें भी सिखा दो जैसे हो गए हो तुम बेवफा वैसे हमें भी बना दो। प्यार मे दिल टूटने वाली शायरी 2 line
दिल तोड़ देती हैं यह खूबसूरती की परिया इसलिए जरुरी है बना कर रखें इनसे दूरियां। तेरी बेवफाई ने हमारा ये हाल कर दिया हम नहीं रोते लोग हमें देख कर रोते है। तूने तो दिल को खो दिया था अब तुझे खोजना नहीं चाहता। कटी हुई टहनियां कहा छाव देती है हद से ज्यादा उम्मीदें हमेशा घाव देती है।
नजरो से दूर रह कर भी तेरे रूबरू हूं मेने दिल में अभी भी तुम्हे रखा हुआ है। तेरी यादों से दिल भर जाता है और उसी यादों से दिल टूट जाता है। रोये कुछ इस तरह से मेरे जिस्म से लग के वो ऐसा लगा कि जैसे कभी बेवफा न थे वो! किसी से बेहिसाब मोहब्बत करली मैंने समझ गया था अब वो मेरी किस्मत में नहीं आयेगा!
दिल टूटने वाली शायरी खतरनाक
कहानी खत्म नहीं हुए baby अब आगे देखो होता है क्या। कैसे गलत कह दूँ तेरी बेवफाई को यही तो है जिसने मुझे मशहूर किया है। तू भी आईने की तरह बेवफा निकली, जो भी सामने आया बस उसी की हो गई। नहीं करते हम जिक्र तेरा किसी से अब तो तेरी बाते कर लेते है हम खुद से।
कुछ लोग खाने के इतने शौकीन होते है की वो दूसरो की खुशियाँ ��ी खा जाते है। दर्द भरी रातों में है खोई सी बातें आँसुओं से ही सजी है ये रातें। किस मोहब्बत की बात करते हो दोस्त वो, जिसको दौलत खरीद लेती है। अब तेरी आरजू कहां मुझको में तेरी बात भी नही करता। Dil todne wali shayari hindi मोत का भी इलाज हो शायद जिंदगी का इलाज नहीं। आज खुद को इतना तन्हा महसूस किया जैसे लोग दफना के छोड़ गए हो! मुहब्बत की दुनिया में आया तो पता चला हर वो शख्स तन्हा है जिसने वफा की। कुछ इंसान दिल तोड़ने की मशीन होते है पता नही उन्हें दिल तोड़ कर कौन सा सुकून मिलता है। ये मोहब्बत करने वाले भी बहुत अजीब है वफ़ा करो तो रुलाते है और बेवफाई करो तो रोते है। जिंदगी की सबसे बड़ी सजा दिल टूट जाने की होती है। दूसरों को खुश रखने की कोशिश में अक्सर हम खुद को उदास कर लेते है। कैसे भुला देते है लोग तेरी खुदाई को या रब मुझसे तो तेरा एक सख्श भुलाया ना गया। हिंदी शायरी दिल टूटने वाली प्यार से भरी कोई ग़ज़ल उसे पसंद नहीं बेवफाई के हर शेर पे वो दाद दिया करते हैं। मेरी आवारगी में कुछ दखल तेरी भी है जब तेरी याद आती है तो घर अच्छा नही लगता। अब तो दिल भी नहीं रोता क्योंकि अब उसे रोने का हक भी नहीं बचा। जो सब करते है वही तुमने किया मुझ से प्यार किया और मेरा दिल तोड़ दिया। हम भी फूलों की तरह कितने बेबस है किस्मत से टूट जाते है कभी लोग तोड़ जाते है। जब दिल टूटता है तो इंसान के अंदर कुछ नहीं रहता। सपनों की दुनिया में हैं कई राज़ छुपे दिल की दहलीज़ों में हैं बहुत से ख्वाब। एक बेवफा को हमने दिल में जगह दी थी ख़्वाबों की दुनिया अपनी उससे ही सजा दी थी। Read Also Read the full article
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Dear sir ..
Good morning
I noticed how to you share your love in many forms . yesterday I watched you shared your love and blessings with your well wishers or big fans that was in form of T 👕..
Thanks your your blessings and love respected sir .
Here I lived busy in art and then in writing work for a senior writer cum friend..he was achieved a senior writer award yesterday.
मित्रों वर्ष 1998 से मैं बीकानेर के एक शख्स से जुड़ा हुआ हूँ और आप आदरणीय भी हैं मेरे बड़े भाई के समान ! आप साहित्य सृजन में हिंदी और राजस्थानी के साथ अंग्रजी साहित्य में काव्य , कहानी, हाइकू के साथ आलेख लेखन का कार्य , मेरी दृष्ट�� से जो की 1998 से आज 2024 तक की है उसमे निरंतर जारी है !आप का शुभ नाम है वरिष्ठ साहित्यकार श्री जुगल किशोर पुरोहित जी !आज आप के साथ मैं वर्ष 1998 इस लिए भी यादकर रहा हूँ क्यों कि उस समय मैंने एक निजी संस्था आदर्श मोहल्ला विकास समिति का गठन और सञ्चालन भी किया था !उस समय मेरा बंगला नगर अविकसित था और बेसिक इंफ्रास्ट्रक्टर भी नहीं था कच्ची बस्ती के रूप में था ! उस समय मैंने आदर्श मोहल्ला विकास समिति के माध्यम से कला साहित्य के अनेको आयोजन जन जागृति के लिए किये जिसमे चित्रकला काव्य गोष्ठियाँ वो भी साप्ताहिक और त्रिभाषिक काव्य गोष्ठियां आयोजित की थी !
उस समय यानी वर्ष 1998 में मैंने बीकानेर के उस समय के युवा कवियों को जो आज वरिष्ठ कवि के रूप में स्थापित हो चुके है भारत वर्ष में उन्हें आमंत्रित किया और उनकी काव्य अभिव्यक्ति का रसास्वादन बंगला नगर निवासियों को करने अवसर उपलब्ध करवाया ! उन साथी कवियों में जो कवि रहे उनमे साहित्यकार पंडित राजेश कुमार जोशी , ( वर्तमान में ज्योतिष शास्त्री भी ) वरिष्ठ साहित्यकार जुगल किशोर पुरोहित , साहित्यकार असद अलअसद , साहित्यकार जियाउलहसन कादरी , साहित्यकार संजय आचार्य वरुण , साहित्यकार भवर प्रजापत ( वर्तमान में होमियोपेथी डॉक्टर और साइड जॉब में पनवाड़ी भी ) आदि ने निरंतर साप्ताहिक काव्य गोष्ठी को सुचारु रखने में अपना सहयोग साहित्य प्रतिबद्धता के साथ दिया था !
आज मुझे ज्ञात हुआ की उन कवियों में से एक कवि साहित्यकार श्री जुगल किशोर पुरोहित जी को आज बीकानेर शहर के धुनिनाथ गिरीमठ पंच मंदिर बीकानेर ने वरिष्ठ साहित्यकार सम्मान से नवाजा है ! सम्मान में उन्हें श्री फल , सम्मान पत्र साहित्य सृजन के यशोगान के भाव से लबरेज के साथ सोल और धातु से निर्मित श्री राम दरबार प्रतिमा भेंट की है !
श्री जुगल किशोर पुरोहित जी इस सम्मान के अधिकारी भी है क्यों की आप मेरी नजर से 26 वर्षों से निरंतर और अनवरत साहित्य सृजन और साहित्य सेवा देश /राज्य और शहर बीकानेर को दे रहे है अपनी पूर्ण निष्ठां के साथ ! आप की उपस्थिति भर ही प्रत्येक साहित्य आयोजन को पूर्णता प्रदान करती है ! ठीक वैसे
ही जैसे की कुम्भ के मेले में पहुंचे प्रत्येक तपस्वी की , बिना तपस्वियों के कुम्भ की कल्पना करना ��संभव सी बात है !
तो यहाँ मैं वरिष्ठ साहित्यकार श्री जुगल किशोर पुरोहित जी को आज मिले वरिष्ठ साहित्यकार सम्मान के लिए हृदय से बधाई देता हूँ और उनकी साहित्य के प्रति जो आस्था और श्रद्धा के साथ जो प्रतिबद्धता है उसे प्रणाम करता हूँ ! आप की साहित्यिक यात्रा युवा साहित्यकार के लिए अनुकरणीय है !
यहाँ मुझे प्राप्त श्री श्री धुनिनाथ गिरीमठ पांच मंदिर बीकानेर के सम्मान समारोह की एक तस्वीर के साथ एक फोटो वरिष्ठ साहित्यकार सम्मान से सम्मानित श्री जुगल किशोर पुरोहित जी का आप के अवलोकन हेतु !
Greeting
You have a great day sir
Warm regards
Yogendra Kumar Purohit
Master of fine arts
Bikaner, India
DAY 6110
Jalsa, Mumbai Nov 10, 2024/Nov 11 Sun/Mon 12:41 am
Birthday - EF Sameer Chouhan , Rochelle Goldman / Sunil Sharma Rajoria Monday, 11 November
... and the best wishes for this day to all from all .. the Ef 🙏
.. the love the hope of continuity and the admiration of the patience of the audience .. all in excess of my expectations , yet proving ever to be more than what is imagined ..
blessed to be so ..
of the 7 odd billion people of this earth in its populace .. all have a voice now .. they did before too, but now they are heard by all ..
fruitful or tragic .. shall ever be a debate on the question it raises ..
Love ❤️
Amitabh Bachchan
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30+ हद से ज्यादा प्यार मत करना शायरी
प्यार, इंसान के जीवन में एक अद्वितीय और महत्वपूर्ण भावना है। यह भावना हमें जीवन के हर पहलू में महसूस होती है, चाहे वो खुशियों के पल हों या गहरे दुख के समय। शायरी के माध्यम से हम अपने भावों को अभिव्यक्त करते हैं, और जब वह भाव प्यार के होते हैं, तो शब्दों की गहराई में उस प्यार का अहसास महसूस होता है। यहाँ हम लाए हैं " 30+ हद से ज्यादा प्यार मत करना शायरी" जो आपको प्यार और इश्क की गहराइयों में ले जाएगी, और आपके दिल को छू लेगी।
जब बात प्यार की होती है, तो कई बार हमें अपनी भावनाओं को व्यक्त करने की जरूरत होती है। यहाँ कुछ "जरूरत से ज्यादा प्यार शायरी" जो आपको यहाँ पर मिलेगी:
ज़रा सोचिए, क्या हमें एक दूसरे से ज़्यादा चाहिए,
क्या इस प्यार को बयाँ करने के लिए अक्षर बचाएं।
दिल की बातों को दिल से कहना होगा,
वरना वक़्त बीतता रहेगा और हमें अफ़सोस होगा।
ज़रूरत से ज़्यादा प्यार करने का आलम यह है,
की उसके बिना ज़िन्दगी में थोड़ा सा भी सुकून नहीं है।
प्यार का सच जानने के लिए वक़्त की तलाश में,
हम अक्सर खुद को खो जाते हैं, हर एक राह में।
ज़रा सोचिए, क्या वाकई हमें इसकी ज़रूरत है,
या बस हमने खुद को उससे मोहब्बत का नाम दिया है।
ज़रा सा उनका हाथ पकड़कर चलने से ही,
हमारा सारा दर्द भूल जाता है, मिट जाता है।
ज़रूरत से ज़्यादा प्यार करने वालों की कहानी,
हर बार कुछ नया सि��ाती है, नया अहसास दिलाती है।
प्यार में इतनी ज़्यादा खो जाने की बजाय,
थोड़ा सा संभल कर रहना बेहतर होता है।
ज़रा सा समझदारी से काम लेने पर,
हमें अक्सर दर्द की आधी राह से ही रोका जा सकता है।
ज़रा सा सोच लो, क्या हमें एक दूसरे से ज़्यादा चाहिए,
या बस अपनी ख्वाहिशों को प्यार का रूप दिए बैठे हैं।
जरूरत से अधिक मत करो प्यार, वरना चोट खाओगे तुम बहुत बार।
मेरी तो ख्वाइश है सिर्फ तेरा प्यार, बस इसे नजदीक रखो, मत करो इन्तजार।
जरूरत से अधिक मत करो मोहब्बत, बस इसे सच्चे दिल से निभाओ, बिना डर।
तेरे बिना जीना है मुश्किल, पर जरूरत से अधिक प्यार मत करना हमें, यार।
जब तक हो आसमान में तारे, मेरा तुझसे प्यार बना रहे सारे।
तेरी हर मुस्कान में है मेरा जहान, बस तू मुझसे नहीं करना प्यार जरूरत से ज्यादा।
जब साथ हो तू, सब है सहारा, पर जरूरत से अधिक मत करना प्यार, अपना यारा।
जीने का है अब मतलब बस तेरा प्यार, बस इसे संभालकर रखो, अधिक मत करना इंतजार।
जरूरत से अधिक मत करो मोहब्बत की बात, वरना बन जाओगे तुम किसी और की कभी नहीं बात।
जब भी याद आए तू, मन में आती है खुशियाँ, पर जरूरत से अधिक मत करना प्यार, होना सच्चा अपनों की महफ़िल में।
प्यार की राह में मत खो जाना, जरूरत से अधिक मत करना इंतजार, अपने सपनों का साकार।
तुम्हारे बिना है अधूरा मेरा हर ख्वाब, पर जरूरत से अधिक मत करना प्यार, हर इंतजार का जवाब।
तेरे प्यार में खो कर, भूल जाते हैं हम सब कुछ, पर जरूरत से अधिक मत करना प्यार, हर वक्त की चुंबन तेरी मस्ती से।
तेरी आवाज में है मेरी राहत, बस तुझसे है मेरा प्यार,
जरूरत से ज्यादा प्यार करने से,
हर दर्द का एहसास होता है।
प्यार की हदें समझकर रहो,
नहीं तो दिल को तोड़ना ही पड़ता है।
जिंदगी में जरूरत से ज्यादा,
प्यार को मत पालो।
नहीं तो वह दिल के दर्द को,
और भी बढ़ा देता है जलो।
जरूरत से ज्यादा प्यार मत करो,
वह तुम्हें तोड़कर चला जाएगा।
अपने दिल की बात समझो,
नहीं तो तुम्हारा दिल ही रोया जाएगा।
प्यार की हदें समझने की,
बात करते रहो दिन रात।
जरूरत से ज्यादा प्यार मत करो,
वरना तुम्हें होगा अफसोस बहुत सारा रात।
अपने दिल के मार्ग पर चलो,
जरूरत से ज्यादा प्यार मत करो।
नहीं तो दिल तुम्हें धोखा दे जाएगा,
और तुम खुद को खो दो।
जरूरत से ज्यादा प्यार करने से,
दर्द ही मिलता है तुम्हें। समझो इस बात को ध्यान से।
निष्कर्ष:
"Jarurat se jyada pyar shayari" प्रेम की सीमाओं को समझने का सार समाहित करता है। जबकि प्यार एक खूबसूरत भावना है जो हमारे जीवन को समृद्ध बनाती है, इसकी सीमाओं को पहचानना भी उतना ही महत्वपूर्ण है। ये शायरियाँ प्यार को उसके दायरे में ही संजोने, उसकी सीमा लांघने के दर्द से बचने के लिए कोमल अनुस्मारक के रूप में काम करती हैं। हिंदी और अंग्रेजी के मिश्रण के माध्यम से, ये शायरियाँ प्यार में संतुलन और संयम के महत्व के बारे में गहरा संदेश देती हैं। तो, आइए प्यार को बुद्धिमत्ता के साथ अपनाएं, यह जानते हुए कि सीमा के भीतर प्यार करने से स्थायी खुशी और संतुष्टि मिलती है।
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Regional Marathi Text Bulletin, Chhatrapati Sambhajinagar
Date – 14 January 2024
Time 7.10 AM to 7.20 AM
Language Marathi
आकाशवाणी छत्रपती संभाजीनगर
प्रादेशिक बातम्या
दिनांक १४ जानेवारी २०२४ सकाळी ७.१० मि.
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आयुष्मान भारत योजनेअंतर्गत आतापर्यंत सुमारे ३० कोटी नागरिकांना आरोग्य कवच
ज्येष्ठ शास्त्रीय गायिका डॉक्टर प्रभा अत्रे यांचं हृदयविकाराच्या धक्क्यानं निधन
डॉ.बाबासाहेब आंबेडकर मराठवाडा विद्यापीठाच्या नामविस्तार दिनानिमित्त विविध कार्यक्रमांचं आयोजन
आणि
मलेशिया खुल्या बॅडमिंटन स्पर्धेत चिराग आणि सात्विक जोडी अंतिम फेरीत दाखल
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आयुष्मान भारत - प्रधान मंत्री जन आरोग्य योजनेअंतर्गत आतापर्यंत सुमारे ३० कोटी आयुष्मान कार्ड वितरित करण्यात आली आहेत. या योजनेद्वारे वंचित घटकातल्या कुटुंबांना उपचारासाठी दरवर्षी पाच लाख रुपयांपर्यंत आरोग्य कवच दिलं ��ातं. देशभरातल्या १० कोटीहून अधिक गरीब कुटुंबापर्यंत या योजनेचा लाभ पोहोचवण्याचा उद्देश आहे.
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देशातल्या ९ ते १४ वयोगटातल्या मुलींसाठी गर्भाशय कर्करोग प्रतिबंधक HPV लसीकरण मोहीम राबवणार असल्याचं वृत्त खोट आणि दिशाभूल करणार आहे असं केंद्रीय आरोग्य मंत्रालयानं म्हटलं आहे. देशात HPV लसीकरण सुरू करण्याबाबत अद्याप कोणताही निर्णय झालेला नाही, असं मंत्रालयानं म्हटलं आहे.
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जगाचा भारताकडे बघण्याचा दृष्टीकोन बदलला असल्याचं मत परराष्ट्र व्यवहार मंत्री डॉ. एस जयशंकर यांनी व्यक्त केलं आहे. ‘भारताचा भौगोलिक राजकारणातील उदय’ या विषयावर काल नागपूर इथं वसुधैव कुटुंबकम उपक्रमात झालेल्या व्याख्यानात ते बोलत होते. सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक, आरोग्य अशा सर्व क्षेत्रात भारत बदलत असल्याचं निरीक्षण त्यांनी नोंदवलं.
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किराणा घराण्याच्या ज्येष्ठ शास्त्रीय गायिका डॉक्टर प्रभा अत्रे यांचं काल पहाटे पुण्यातल्या राहत्या घरी हृदयविकाराच्या धक्क्यानं निधन झालं. त्या ९१ वर्षांच्या होत्या. वयाच्या आठव्या वर्षापासून संगीत साधना सुरू केलेल्या प्रभाताई प्रतिभावंत गायिका, संगीतकार, लेखक आणि प्राध्यापक म्हणून प्रसिद्ध होत्या. हिंदी आणि इंग्रजी भाषेतून त्यांनी अकरा पुस्तकांचं लेखन केलं होतं. त्यांना पद्मश्री, पद्मभूषण आणि पद्मविभूषण या तीनही नागरी पुरस्कारांनी गौरवण्यात आलं होतं. त्या आकाशवाणीच्या संगीत विभागात सहाय्यक निर्मात्या तसंच आकाशवाणीच्या मराठी आणि हिंदी भाषा विभागाच्या 'अ' श्रेणीच्या कलाकारही होत्या. छत्रपती संभाजीनगर इथं नोव्हेंबर महिन्यात 'पद्म फेस्टिव्हल' मध्ये प्रभा अत्रे यांची प्रकट मुलाखत झाली होती. प्रभा अत्रे यांचे कुटुंबीय अमेरिकेत असल्याने त्यांच्या पार्थिव देहावर उद्या शासकीय इतमामात अंत्यसंस्कार करण्यात येणार आहेत.
दरम्यान, प्रभा अत्रे यांनी आपल्या प्रदीर्घ सांगीतिक कारकिर्दीत नविनतेचा अंगीकार करत भारतीय संगीत मोठ्या उंचीवर नेल्याचं राज्यपाल रमेश बैस यांनी आपल्या शोक संदेशात म्हटलं आहे. तर, प्रभा अत्रे यांच्या निधनानं एक स्वरतपस्विनी काळाच्या पडद्याआड गेल्याचं मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे यांनी आपल्या शोकसंदेशात म्हटलं आहे.
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मराठा समाजाला इतर मागास वर्ग-ओबीसीतून आरक्षण देऊ नये, या मागणीचा अन्न आणि नागरी पुरवठा मंत्री छगन भुजबळ यांनी पुनरुच्चार केला ��हे. ते काल बीड इथं झालेल्या ओबीसी एल्गार सभेत बोलत होते. आमदार गोपीचंद पडळकर, महादेव जानकर यांच्यासह अनेक मान्यवर यावेळी उपस्थित होते.
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छत्रपती संभाजीनगर इथल्या डॉ.बाबासाहेब आंबेडकर मराठवाडा विद्यापीठाचा ३० वा नामविस्तार दिन आज साजरा करण्यात येणार आहे. यानिमित्त विद्यापीठ परिसरात विविध कार्यक्रमांचं आयोजन करण्यात आलं आहे. विद्यापीठात ‘नामांतर लढा व नामविस्ताराची तीन दशके’ या विषयावर महात्मा गांधी विद्यापीठाचे माजी कुलगुरु डॉ.सुधीर गव्हाणे यांचं व्याख्यान होणार आहे. नऊ गुणवंत विद्यार्थींना आज सुवर्णपदक देऊन गौरवण्यात येणार आहे.
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या बातम्या आकाशवाणीच्या छत्रपती संभाजीनगर केंद्रावरुन देत आहोत.
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देशातील वैद्यकीय महाविद्यालयांची वाढती संख्या समाधानकारक असल्याचं केंद्रीय अर्थ राज्यमंत्री डॉ. भागवत कराड यांनी म्हटलं आहे. छत्रपती संभाजीनगर इथं हृदय रोग तज्ज्ञांच्या राष्ट्रीय परिषदेचं उद्घघाटन डॉ. कराड यांच्या हस्ते काल झालं, त्यावेळी ते बोलत होते. दोन दिवस चालणाऱ्या या परिषदेत देशभरातून शंभर तज्ज्ञ सहभागी झाले आहेत. ****
विकसित भारत संकल्प यात्रेचं काल परभणी शहरात पारदेश्वर मंदिर परिसरात स्वागत करण्यात आलं. मेरी कहानी मेरी जुबानी अंतर्गत परभणी इथले लाभार्थी अनिता मोघे, अनुराधा काळे आणि सवित्रा यादव यांनी आपल्याला मिळालेल्या लाभांची माहिती दिली...
बाईट - अनिता मोघे, अनुराधा काळे आणि सवित्रा यादव जि.परभणी
विकसित भारत संकल्प यात्रेत काल छत्रपती संभाजीनगर जिल्ह्यात विविध ठिकाणी शासकीय योजनांबाबत जनजागृती करण्यात आली.
धाराशिव जिल्ह्यात मुरूम इथं मुख्याधिकारी सचिन भुजबळ तसंच लाभार्थ्यांच्या हस्ते फीत कापून या यात्रेतल्या चित्ररथाचं उदघाटन करण्यात आलं. उमरगा इथं या यात्रेत काल विविध शासकीय योजनांची माहिती देण्यात आली.
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मलेशिया खुल्या बॅडमिंटन स्पर्धेत चिराग शेट्टी आणि सात्विक साईराज रंकीरेड्डी यांची जोडी अंतिम फेरीत दाखल झाली आहे. काल झालेल्या उपांत्य फेरीत त्यांनी कोरियाई जोडीचा २१-१८, २२-२० असा पराभव केला.
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भारत आणि अफगाणिस्तान यांच्यातल्या तीन टी - ट्वेंटी क्रिकेट सामन्यांच्या मालिकेतला दुसरा सामना आज इंदूर इथं खेळवला जाणार आहे. संध्याकाळी सात वाजता सामन्याला सुरुवात होईल. या मालिकेत भारतानं पहिला सामना जिंकत १-० अशी आघाडी घेतली आहे.
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गोव्यात घेण्यात आलेल्या वर्ड प्रोसेसिंग स्पर्धेमध्ये बीड इथल्या प्राचार्य डॉ.प्रिती पोहेकर यांनी सुवर्णपदक प्राप्त केलं आहे. डिसेंबर महिन्यात दिल्ली इथं होणाऱ्या राष्ट्रीय स्पर्धेसाठी त्या पश्��िम विभागातून सहभागी होणार आहेत. ऑलिंपिकच्या धर्तीवर अबिलिम्पिक राष्ट्रीय संघटनेच्या वतीने या स्पर्धा घेतल्या जातात.
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भारतीय जनता युवा मोर्चाच्या वतीने आज बीड जिल्ह्यात परळी इथं नमो चषक २०२४ अंतर्गत मॅरेथॉन तसंच व्हॉलीबॉल स्पर्धा होत आहेत. या दोन्ही स्पर्धांना स्पर्धकांचा उदंड प्रतिसाद मिळाला असून नाव नोंदणी मोठ्या प्रमाणात झाली आहे.
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जालना शहर महानगरपालिकेच्या वतीनं प्लास्टीक बंदीसंदर्भात गेल्या दोन दिवसांत सुमारे शंभर दुकांनांची तपासणी करुन एकूण ११० किलो प्लास्टिक जप्त करण्यात आलं.
या प्रकरणी नऊ आस्थापना तसंच दुकानदारांना प्रत्येकी पाच हजार रुपये दंड या प्रमाणे एकूण ४५ हजार रुपये दंड ठोठावण्यात आला.
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भारतीय लिपी-शिल्पांमध्ये स्त्रियांचं महत्व विशद केलं असल्याचं मत डॉ महेंद्र कदम यांनी व्यक्त केलं आहे. मराठी भाषा संवर्धन पंधरवडा निमित्ताने, छत्रपती संभाजीनगर इथं मराठवाडा साहित्य परिषदच्या न.शे.पोहनेरकर व्याख्यानमालेत ते काल बोलत होते. आज या व्याख्यानमालेत डॉ. कदम हे स्त्री जाणिवेच्या आधुनिक कवितेतील पेच या विषयावर आपलं मत मांडणार आहेत.
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परभणीच्या गंगाखेड पंचायत समितीच्या नूतन प्रशासकीय इमारतीसह अधिकारी- कर्मचाऱ्यांच्या निवासस्थानांसाठी २५ कोटी ५५ लाख रुपये निधी मंजूर करण्यात आला आहे. आमदार रत्नाकर गुट्टे यांच्या हस्ते काल या कामांचं भूमिपूजन करण्यात आलं.
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अयोध्येतील प्राणप्रतिष्ठा सोहळ्याप्रित्यर्थ नांदेड जिल्ह्यात आज स्वच्छता मोहीम राबवण्यात येणार आहे. या मोहिमेत जिल्ह्यातील सर्व नागरिकांनी सहभागी होण्याचं आवाहन खासदार प्रताप पाटील चिखलीकर यांनी केलं आहे.
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बीड जिल्ह्यामध्ये उद्या १५ जानेवारीपासून सुक्ष्म सिंचन संच विक्री पश्चात सेवा पंधरवाडा मोहीम राबवण्यात येणार आहे. पंधरवाडा मोहीमे अंतर्गत २०२१-२२ ते २०२३-२४ या तीन वर्षात लाभ देण्यात आलेल्या शेतकऱ्यांना मोफत विक्री पश्चात सेवा दिली जाणार आहे.
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साथ काम करने वाली लड़की को पटा कर चोदा 2023
दोस्तो, मेरा नाम अखिल है।वैसे तो मैं उत्तर प्रदेश का रहने वाला हूं लेकिन मैं फिलहाल गुड़गांव शहर में एक कॉफी शॉप में जॉब कर रहा हूं. मैं काफी समय से अन्तर्वासना पर कहानियां पढ़ रहा हूं।मुझे लगता है कि आजकल पोर्न फिल्म देखने से ज���्यादा मजा कहानी पढ़ने और साथ साथ उसे जीने में है। इसीलिए आज मैं अपनी एक रियल लाइफ की कहानी आपके सामने लेकर आया हूं।उम्मीद करता हूँ कि आपको मेरी हिंदी चुत का सेक्स मजा…
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हिंदी शायरी: दिल की गहराइयों को छूने वाली अभिव्यक्ति
शायरी, विशेष रूप से दो लाइन ��ी शायरी, एक ऐसी विधा है जिसमें कुछ शब्दों में ही गहरे भाव और विचार व्यक्त किए जाते हैं। हिंदी शायरी की यह खूबी होती है कि यह सीधे दिल पर असर करती है। चाहे प्यार की बात हो, दर्द की या फिर जीवन के किसी अनकहे अनुभव की, 2 line shayari in Hindi में वो शक्ति होती है जो हृदय की गहराइयों को छू जाती है।
1. शायरी की संक्षिप्त लेकिन गहरी अभिव्यक्ति
हिंदी शायरी दो लाइन की खासियत यह है कि यह संक्षिप्त होते हुए भी भावनाओं को गहराई से प्रस्तुत करती है। अक्सर कुछ शब्दों में ही ऐसे विचारों को समेटा जाता है, जो किसी उपन्यास या कविता की तरह प्रभावी होते हैं। उदाहरण के लिए:
"तेरे बिना जीना मुश्किल है, तेरी यादों में ही मेरी दुनिया बसी है।"
इन दो लाइनों में प्रेम की एक पूरी कहानी छिपी है। यह खूबसूरत दो लाइन शायरी प्रेमी के दिल की बात को इस सरलता से बयां करती है कि शब्दों की आवश्यकता महसूस नहीं होती।
2. प्रेम और रोमांस में डूबी शायरी
लव शायरी 2 लाइन में रोमांस और प्यार की बातें सीधे दिल तक पहुँचती हैं। प्रेमी और प्रेमिका के बीच के संवाद को बेहद सरल लेकिन गहरे शब्दों में व्यक्त करने का यह तरीका बेहद प्रभावशाली होता है। उदाहरण के लिए:
"तुमसे मिलकर दिल को सुकून मिलता है, तेरे बिना ये दुनिया वीरान लगती है।"
इस प्रकार की love shayari 2 line में वह सादगी होती है जो दिल को छू लेती है। चाहे वह पहली बार प्यार का इज़हार हो, या फिर किसी के बिछड़ने की पीड़ा, ऐसी शायरी हमेशा से दिलों में अपनी जगह बनाती है।
3. बिछड़ने की पीड़ा और दर्द की शायरी
कई बार प्यार में दर्द और बिछड़ने का एहसास भी बहुत गहरा होता है। ऐसे में 2 line shayari in hindi में वह भावना स्पष्ट रूप से झलकती है। जैसे:
"तुमसे बिछड़कर अब जीना नहीं आता, दर्द की दुनिया में अब सुकून नहीं आता।"
इस शायरी में प्यार के टूटने और बिछड़ने के दर्द को शब्दों में पिरोया गया है। बिछड़ने का दर्द जब दिल में बस जाता है, तो यही शायरी उसे कुछ हद तक बयां कर पाती है।
4. दो लाइन शायरी: सरलता और गहराई का मेल
हिंदी शायरी दो लाइन में सरल शब्दों का उपयोग किया जाता है, लेकिन ये शब्द गहरी भावनाओं को व्यक्त करने में सक्षम होते हैं। यह शैली बहुत प्रसिद्ध है क्योंकि इसमें न ज्यादा शब्दों की जरूरत होती है और न ही जटिल भावों की। उदाहरण:
"सपनों में तुम्हें देखना अच्छा लगता है, तुम्हारे बिना ये जहां अधूरा लगता है।"
ये खूबसूरत दो लाइन शायरी बेहद सजीव तरीके से प्रेम और जुड़ाव की भावना को व्यक्त करती है। इसे सुनने या पढ़ने वाले को अहसास होता है कि उसके अपने दिल की बात को भी शायर ने शब्दों में ढाल दिया है।
5. जीवन के अनुभवों को शायरी में ढालना
2 line shayari in hindi केवल प्रेम तक सीमित नहीं होती। जीवन के अन्य पहलुओं जैसे दोस्ती, संघर्ष, सफलता और असफलता को भी इसमें बेहतरीन तरीके से प्रस्तुत किया जाता है। उदाहरण:
"हर कदम पर खुद को आजमाते रहो, मुश्किलें ही तो असली साथी बनाती हैं।"
यह शायरी जीवन के संघर्ष और उसके साथ चलने की प्रेरणा देती है। हिंदी शायरी की खासियत यह है कि यह सरल शब्दों में भी गहरी सीख देती है।
6. दोस्ती और रिश्तों की शायरी
प्रेम और दर्द के अलावा दोस्ती और रिश्तों पर आधारित शायरी भी बहुत लोकप्रिय है। यह शायरी सच्ची दोस्ती, रिश्तों की मिठास और उनके महत्व को ��्यक्त करती है। उदाहरण:
"दोस्ती में न कोई शर्त होती है, यह वो रिश्ता है जिसमें हर बात सच्ची होती है।"
यह दो लाइन शायरी दोस्ती की ताकत और उसकी सादगी को बयां करती है। दोस्ती का यह रिश्ता कभी-कभी प्यार से भी ज्यादा गहरा हो सकता है, और शायरी इस बात को खूबसूरती से पेश करती है।
7. प्रेरणादायक शायरी
जीवन में प्रेरणा और हिम्मत की भी बेहद जरूरत होती है। 2 line shayari in hindi में बहुत सारी शायरियाँ ऐसी होती हैं जो हमें आगे बढ़ने की प्रेरणा देती हैं। उदाहरण:
"हर ठोकर के बाद भी आगे बढ़ते रहो, कामयाबी तुम्हार��� कदम चूमेगी।"
इस शायरी में सफलता की राह पर बढ़ते रहने का संदेश दिया गया है। प्रेरणादायक शायरी जीवन में हमें नये लक्ष्य पाने और हिम्मत नहीं हारने की सीख देती है।
8. समकालीन हिंदी शायरी का प्रभाव
आज के समय में सोशल मीडिया पर लव शायरी 2 लाइन और खूबसूरत दो लाइन शायरी बहुत लोकप्रिय हो चुकी है। लोग अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए व्हाट्सएप स्टेटस, इंस्टाग्राम कैप्शन और फेसबुक पोस्ट के रूप में शायरी का उपयोग करते हैं। इसमें प्रेम, दोस्ती, प्रेरणा, और जीवन की छोटी-छोटी खुशियाँ शामिल होती हैं।
उदाहरण:
"तेरे बिना हर शाम उदास है, तू है तो हर पल खास है।"
इस शायरी को आज की पीढ़ी अपने डिजिटल जीवन का हिस्सा बना रही है, जो शायरी की पुरानी परंपरा को एक नये रूप में आगे बढ़ा रही है।
निष्कर्ष:
हिंदी शायरी, विशेष रूप से दो लाइन की शायरी, हमारी भावनाओं, अनुभवों और विचारों को संक्षेप में व्यक्त करने का सबसे सुंदर तरीका है। चाहे वह लव शायरी 2 लाइन हो, या फिर जीवन और दोस्ती पर आधारित कोई 2 line shayari in Hindi, इसकी गहराई हर व्यक्ति के दिल में अपनी जगह बना लेती है। शायरी के इन छोटे-छोटे मोती, हमारी जिंदगी के विभिन्न पहलुओं को संजीवनी देने का काम करते हैं और इसीलिए हिंदी शायरी का जादू कभी खत्म नहीं होता। और अधिक शायरी पढ़े - Jeet Par Shayari in Hindi , Bewafa shayari 2 line In Hindi, Insaan Ki Aukat Par Shayari in Hindi , Halat Par Shayari in Hindi , happy valentine day hindi shayari , Happy Rose Day Shayari in Hindi , Happy Propose Day Shayari in Hindi
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75+ Krishna Shayari in Hindi | कृष्ण प्रेम शायरी 2 लाइन
प्यारे दोस्तों, आज मैं आपके लिए Krishna Shayari in Hindi का एक सुंदर संग्रह लाया हूँ, जिसमें हिंदी में 2-लाइन कृष्ण शायरी और कृष्ण शायरी स्टेटस कोट्स हैं जो आपको ज़रूर पसंद आएंगे। अगर आप भी मेरी तरह भगवान श्री कृष्ण के समर्पित अनुयायी हैं, तो यह Krishna Shayari खास तौर पर आपके लिए ही बनाई गई है।. इन दिल को छू लेने वाले छंदों में खुद को डुबोने के लिए कुछ समय निकालें और दुनिया को कृष्ण के प्रति अपने गहरे प्रेम के बारे में बताने के लिए इन्हें Instagram, Facebook और WhatsApp पर शेयर करना न भूलें।.
Krishna Shayari In Hindi
ना कोई साथ था मेरे ना कोई पास था मेरे मुझे श्री कृष्ण पर विश्वास है बस अब वही साथ है मेरे। झूठी ये दुनियां सारी झूठा ये जमाना मेरे कृष्ण का हूं में दिवाना…! जब भी कोई पूछता है आज कल कहां है मेरा एक ही जवाब रहता है श्री कृष्ण कि भक्ति में…! ना जीने की खुशी और नाही मौत का गम जबतक है दम कृष्ण के भक्त रहेंगे हम…!
आज कल मे नशे मे रहता हु श्री कृष्णा की भक्ति के नशे मे…! इश्क, मोहब्बत और प्यारये सब तो आम हे श्री कृष्ण की तस्वीर से सुन्दर ना सुबह ना श्याम हे. ये मतलब की दुनिया हैं साथ कोई क्यों देगा कान्हा पर विश्वास करो साथ बस वही देगा..! जब कोई हाथ और साथ दोनों ही छोड़ देता है तब कृष्णा जिंदगी में किसी अच्छे इंसान को फिर से भेज देता है। खुशियों भरी जिंदगी जीनी है तो एक काम किया कीजिए रोजाना अपने होंठो से श्री कृष्ण का नाम ले लीजिये…!
कृष्ण प्रेम शायरी 2 लाइन
तेरा दर हो मेरा सर हो ये मोहब्बत श्री कृष्ण से बस यूँ ही उम्र भर हो…! सबकी अपनी दुनिया है मेरी दुनिया आप हो कृष्णा..! दिल से सुकून का पता पूछा तो जवाब आया श्री कृष्ण की भक्ति ही सुकून का जरिया है…! लोग हमसे पूछते है क्या करते हो हम कहते है श्री कृष्ण की भक्ति…!
यदि प्रेम का मतलब सिर्फ पा लेना होता तो हर हृदय में राधा-कृष्ण का नाम नही होता…! प्रेम की भाषा बड़ी आसान होती हैं राधा कृष्ण की प्रेम कहानी ये पैगाम देती हैं…! प्यार और विश्वास दोनों करता हु लेकिन सिर्फ श्री कृष्ण से…! सच्ची मोहब्बत का अंजाम अगर निकाह होता तो रुक्मणि की जगह राधा का स्थान होता…! Read Also Read the full article
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Easy Akbar Birbal Short Stories in Hindi
Table of Contentsचित्रकारी चुनौती गुम हुए आभूषण | easy akbar birbal short stories in hindi written easy akbar birbal short stories in hindi written लालची ब्राह्मण | easy akbar birbal short stories in hindi written Very Short stories in Hindi Language | लघु कथाएँ हिंदी में Other Blogs
चित्रकारी चुनौती
Easy akbar birbal short stories in hindi written: एक दिन, सम्राट Akbar ने अपने दरबारियों के कलात्मक कौशल का परीक्षण करने का फैसला किया। उन्होंने एक चित्रकला प्रतियोगिता की घोषणा की और बैलगाड़ी का सबसे अच्छा चित्र बना��े वाले व्यक्ति को एक भव्य पुरस्कार की पेशकश की। दरबार में Birbal सहित कई कलाकारों ने प्रतियोगिता की तैयारी की। जब प्रतियोगिता का दिन आया, तो Akbar के निर्णय के लिए शाही दरबार में पेंटिंग प्रदर्शित की गईं। बैलगाड़ियों की कई सुंदर और जटिल पेंटिंग थीं, लेकिन Birbal की पेंटिंग अलग थी। उन्होंने बैल के साथ बैलगाड़ी का एक साधारण चित्र बनाया था लेकिन एक मोड़ के साथ। Birbal की बैलगाड़ी के पहिये गायब थे और बादशाह को केवल धुरी ही दिखाई दे रही थी। Akbar हैरान हो गए और उन्होंने Birbal से पूछा, "तुमने बिना पहियों वाली पेंटिंग क्यों बनाई? बैलगाड़ी पहियों के बिना नहीं चल सकती!" Birbal ने उत्तर दिया, "महाराज, अगर मेरी पेंटिंग अधूरी है तो मैं क्षमा चाहता हूँ। हालाँकि, यह वैसा नहीं है जैसा दिखता है। बैलगाड़ी के पहिए हैं; वे बस अदृश्य हैं।"Birbal की प्रतिक्रिया से बादशाह और दरबारी चकित रह गए। Akbar ने उनसे समझाने को कहा. Birbal ने आगे कहा, "महाराज, मेरी पेंटिंग में एक बहुत ही धार्मिक व्यक्ति की बैलगाड़ी को दर्शाया गया है। उसका मानना है कि अपनी बैलगाड़ी को अदृश्य बनाकर, वह इसे चोरों से सुरक्षित रख सकता है, क्योंकि जिसे वे देख नहीं सकते उसे कोई चुरा नहीं सकता।" Akbar खुश हुए और उन्होंने Birbal की रचनात्मकता और बुद्धि की सराहना की। उन्होंने Birbal को उनकी कल्पनाशील और विचारोत्तेजक पेंटिंग के लिए पुरस्कार दिया। यह कहानी Birbal की लीक से हटकर सोचने और चतुर समाधान पेश करने की क्षमता को दर्शाती है जो पहली नज़र में स्पष्ट नहीं हो सकते हैं��
गुम हुए आभूषण | easy akbar birbal short stories in hindi written
एक दिन, Akbar की रानी हीर कुंवारी को पता चला कि उसका कीमती हार गायब हो गया है। वह बेहद परेशान थी क्योंकि यह एक पारिवारिक विरासत थी। उसने तुरंत चोरी की सूचना बादशाह Akbar को दी और उनसे हार ढूंढने को कहा।
easy akbar birbal short stories in hindi written
Akbar ने अपने रक्षकों को मामले की जाँच करने का आदेश दिया। गार्डों ने पूरे महल की तलाशी ली लेकिन कोई सुराग या संदिग्ध नहीं मिला। अपनी रानी की परेशानी से निराश और चिंतित Akbar ने Birbal को बुलाया और कहा, "बीरबल, मैं चाहता हूं कि तुम चोर को ढूंढो और रानी का हार बरामद करो। यदि तुम ऐसा नहीं कर सकते, तो मैं सभी रक्षकों को दंडित करवाऊंगा।" Birbal ने चुनौती स्वीकार कर ली और अपनी जांच शुरू कर दी। उसने रानी से अपनी सभी दास-दासियों को आँगन में इकट्ठा करने को कहा। Birbal उनके सामने खड़े हो गए और बोले, "मेरे पास चोर को ढूंढने का एक तरीका है, लेकिन मुझे आपके सहयोग की आवश्यकता है। मुझे आप सभी को अपने हाथ फैलाने होंगे, हथेली ऊपर करनी होगी।" Birbal ने जैसा कहा सबने वैसा ही किया। फिर उसने प्रत्येक व्यक्ति के हाथ में भूसे के छोटे-छोटे टुकड़े रखकर कहा, "यदि तुम चोर हो तो भूसा बड़ा हो जाएगा।" थोड़ी देर बाद Birbal ने देखा कि एक दासी बहुत चिंतित दिख रही थी और हाथ में लिए भूसे पर लगातार फूंक मार रही थी। उसने उसकी ओर इशारा करके कहा, “महाराज, यही आपका चोर है।” नौकरानी ने खुद को ठगा हुआ महसूस करते हुए हार चुराने की बात कबूल कर ली। उसने इसे अपने कमरे में छिपा रखा था. हार बरामद हो गया और Birbal ने मामला सुलझा लिया। Akbar Birbal के चतुर समाधान से प्रभावित हुए और उनकी बुद्धिमत्ता और बुद्धि की सराहना की। चोर को सज़ा दी गई और रानी का हार उसे लौटा दिया गया। यह कहानी Birbal की बुद्धिमत्ता और एक मुश्किल स्थिति में सच्चाई को उजागर करने के लिए मनोविज्ञान का उपयोग करने की उनकी क्षमता को प्रदर्शित करती है।
लालची ब्राह्मण | easy akbar birbal short stories in hindi written
एक बार, एक ब्राह्मण (एक हिंदू पुजारी) सम्राट Akbar के दरबार में आया और घोषणा की, "महामहिम, मैं आपके राज्य में सबसे धार्मिक और धर्मपरायण व्यक्ति हूं। मैंने सबसे कठोर व्रतों का पालन किया है और तपस्या और सदाचार का जीवन व्यतीत किया है। मैं एक महान धार्मिक समारोह करना चाहता हूं, लेकिन मेरे पास ऐसा करने के लिए आवश्यक धन की कमी है। मैं अनुरोध करता हूं कि आप मुझे इस उद्देश्य के लिए शाही खजाने से कुछ धन प्रदान करें।" अकबर, हमेशा लोगों के दावों का परीक्षण करने में रुचि रखते थे, उन्होंने Birbal से उनकी राय पूछी। बीरबल, जो अपनी बुद्धिमत्ता और बुद्धि के लिए जाने जाते थे, ने एक परीक्षण का सुझाव दिया। उन्होंने कहा, "महाराज, मुझे लगता है कि हमें इस ब्राह्मण को 100 सोने के सिक्के देने चाहिए।
Very Short stories in Hindi Language | लघु कथाएँ हिंदी में
हालाँकि, हमें उसे एक शर्त के तहत प्रदान करना चाहिए। उसे समारोह के प्रति अपना समर्पण साबित करते हुए एक ही दिन में सारा पैसा खर्च करना चाहिए।" ब्राह्मण ने शर्त मान ली और Akbar ने उसे 100 सोने के सिक्के दिए। ब्राह्मण खुश हुआ और योजना बनाने लगा कि अपने भव्य समारोह के लिए पैसे कैसे खर्च किए जाएँ। अगली सुबह, ब्राह्मण निराश होकर Akbar के दरबार में लौट आया। उन्होंने बताया कि वह एक दिन में सारे पैसे खर्च नहीं कर पाए और कुछ पैसे बचे थे। Akbar और Birbal को एहसास हुआ कि ब्राह्मण उतना समर्पित नहीं था जितना उसने दावा किया था। Birbal ने फिर कहा, "महाराज, यह ब्राह्मण एक धार्मिक समारोह के लिए धन चाहता था, और वह इसे एक दिन में खर्च नहीं कर सका। ऐसा प्रतीत होता है कि वह उतना धार्मिक और पवित्र नहीं है जितना उसने दावा किया था।" Akbar Birbal के आकलन से सहमत हुए और उन्होंने ब्राह्मण को और धन न देने का निर्णय लिया। यह कहानी ईमानदारी और अपने वादे निभाने के महत्व के बारे में एक मूल्यवान सबक सिखाती है। Birbal की चतुराईपूर्ण परीक्षा से ब्राह्मण के असली इरादे सामने आ गये।
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Pyaar Ka Pehla Adhyaya Shivshakti 15th July 2023 Hindi Written Update Episode
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शुरुआत शिव द्वारा फॉर्म में विवरण पढ़ने और निर्णय लेने से होती है कि उसे इस पर हस्ताक्षर करना चाहि��� क्योंकि शक्ति के पास अच्छे अंक हैं और एक अच्छा डॉक्टर बनने की प्रतिभा है।
शिव फॉर्म पर हस्ताक्षर करने के लिए आगे बढ़ते हैं, तभी मंदिरा मंत्री की बेटी निधि के साथ शिव के केबिन में आती है और शिव को बताती है कि वह उनके मेडिकल कॉलेज में प्रवेश लेने वाली है।
निधि शी को बताना शुरू करती है कि वह उसके डॉक्टर के कौशल की कितनी बड़ी प्रशंसक है और शिव से पूछती है कि वह इतने सारे कठिन मामलों को सबसे अच्छे समाधान के साथ अकेले कैसे संभाल लेता है।
एक डॉक्टर के रूप में अपने प्रतिभाशाली कौशल के बारे में सुनकर शिव की सांसें फूलने लगती हैं, जिससे निधि के सामने शिव की सच्चाई सामने आने से मंदिरा घबरा जाती है और गुप्त रूप से किसी को संदेश भेजती है।
एक नर्स आती है और डॉ. शिव से कहती है कि उन्हें कुछ सर्जरी के लिए जाना होगा जबकि मंदिरा निधि से कहती है कि उन्हें शिव को काम के दौरान परेशान नहीं करना चाहिए।
इस बीच, मनोरमा शक्ति को रोकती है जब वह घर छोड़ने वाली होती है और उससे कहानी पूरी करने के लिए कहती है कि वह और रिमझिम उस दिन कहाँ गए थे।
शक्ति कहती है कि उसे अस्पताल जाने में देर हो रही है, जिस पर मनोरमा शक्ति से पूछती है कि उसे अस्पताल में क्या काम है। शक्ति जवाब देती है कि वह पोलियो अभियान के लिए स्वेच्छा से काम करने जा रही है, जबकि मनोरमा शक्ति से पूछती है कि वह और रिमझिम अपने कमरे में क्या बात कर रहे थे।
रिमझिम देखती है कि शक्ति पूछताछ कर रही है और वह शक्ति को वहां से भागने में मदद करती है जिसके बाद रिमझिम मनोरमा से दूर भाग जाती है।
दूसरी ओर, गायत्री सुंदरी को शक्ति के पैरों के निशान साफ करने से रोकती है और उन्हें एक सफेद कपड़े पर ढूंढती है क्योंकि उस घर में शक्ति के प्रवेश के कारण शिव ने वर्षों बाद उससे बात की थी।
वहीं, मंदिरा नंदू को फोन करती है और उसे शिव के साथ रहने के लिए कहती है जिसके बाद वह शिव के केबिन में जाता है और शिव को शांत करने की कोशिश करता है। अचानक, शिव की चिंता गायब हो जाती है और वह खुद को शांत पाता है जबकि शक्ति अस्पताल में प्रवेश करती है और अभियान में बच्चों से मिलती है।
शिव फिर से फॉर्म में जाते हैं और यह देखकर प्रभावित हो जाते हैं कि शक्ति ने गरीबों और वंचितों की कितनी सेवा की है जिसके बाद उन्होंने फैसला किया कि शक्ति को डॉक्टर बनाना उनकी जिम्मेदारी है।
अपने केबिन के बाहर शक्ति को देखने में असमर्थ, शिव उसके फॉर्म पर हस्ताक्षर करता है और शक्ति को बच्चों के साथ हंसते हुए देखने के लिए मुड़ता है जिससे वह खुश हो जाता है। शक्ति भी शिव को अपने केबिन के अंदर देखती है
और दूसरी तरफ आती है लेकिन उनमें से कोई भी दूसरे की आवाज नहीं सुन पाता है, जिससे शिव शक्ति को अपने केबिन के दरवाजे की दिशा दिखाते हैं। हालाँकि, इससे पहले कि शक्ति कमरे में प्रवेश कर सके, मंदिरा ने उसका रास्ता रोक दिया और अंदर से दरवाजा बंद करके अंदर चली गई।
मंदिरा शिव से कहती है कि दादी की तबीयत ठीक नहीं है, जिससे शिव फॉर्म पर अपनी पकड़ खो देता है और जल्दी से दादी को बुलाता है।
जैसे ही मंदिरा फर्श से फॉर्म उठाने के लिए आगे बढ़ती है, शिव कहते हैं कि दादी बिल्कुल ठीक हैं, जिस पर मंदिरा जवाब देती हैं कि वह ऐसा इसलिए कह रही हैं ताकि शिव को उनकी चिंता न हो।
मंदिरा के जाने के बाद, नंदू को शक्ति के शिव के बाथरूम में आने और यह कहने के बारे में पता चलता है कि शिव ने पहले उससे झूठ बोलकर उनके बीच का भाईचारा तोड़ दिया था। इस बीच, मंदिरा एक डॉक्टर के साथ चलते समय शक्ति को रोकती है और उसे बताती है कि उसने डॉक्टर को जाने के लिए कहने के बाद शिव को बहकाना शुरू कर दिया है।
मंदिरा का कहना है कि शक्ति जैसी लड़कियां अपनी इच्छा पूरी करने के लिए कुछ भी कर सकती हैं, यहां तक कि लड़के के कमरे में भी जा सकती हैं, जिससे शक्ति को लगता है कि शिव ने मंदिरा को उसके गुप्त रूप से अपने कमरे में जाने के बारे में बताया है।
प्यार का पहला अध्याय शिवशक्ति 2023 हिंदी लिखित अपडेट एपिसोड रोजाना आप मेरी वेबसाइट पर देख सकते हो नए एपिसोड के लिए सब्सक्राइब जरुर करे और अपने दोस्तों के साथ शेयर जरुर करे
Source Link: - Pyaar Ka Pehla Adhyaya Shivshakti 15th July 2023 Hindi Written Update Episode -
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विवाह उपरांत जीवन साथी को छोड़ने के लिए 2 शब्दों का प्रयोग किया जाता है
1-Divorce (अंग्रेजी)
2-तलाक (उर्दू)
कृपया हिन्दी का शब्द बताए...??
कहानी आजतक के Editor... संजय सिन्हा की लिखी है...।
तब मैं... 'जनसत्ता' में... नौकरी करता था...। एक दिन खबर आई कि... एक आदमी ने झगड़े के बाद... अपनी पत्नी की हत्या कर दी...। मैंने खब़र में हेडिंग लगाई कि... "पति ने अपनी बीवी को मार डाला"...! खबर छप गई..., किसी को आपत्ति नहीं थी...। पर शाम को... दफ्तर से घर के लिए निकलते हुए... ��्रधान संपादक प्रभाष जोशी जी... सीढ़ी के पास मिल गए...। मैंने उन्हें नमस्कार किया... तो कहने लगे कि... "संजय जी..., पति की... 'बीवी' नहीं होती...!"
“पति की... 'बीवी' नहीं होती?” मैं चौंका था
" “बीवी" तो... 'शौहर' की होती है..., 'मियाँ' की होती है..., पति की तो... 'पत्नी' होती है...! "
भाषा के मामले में... प्रभाष जी के सामने मेरा टिकना मुमकिन नहीं था..., हालांकि मैं कहना चाह रहा था कि... "भाव तो साफ है न ?" बीवी कहें... या पत्नी... या फिर वाइफ..., सब एक ही तो हैं..., लेकिन मेरे कहने से पहले ही... उन्होंने मुझसे कहा कि... "भाव अपनी जगह है..., शब्द अपनी जगह...! कुछ शब्द... कुछ जगहों के लिए... बने ही नहीं होते...! ऐसे में शब्दों का घालमेल गड़बड़ी पैदा करता है...।"
खैर..., आज मैं भाषा की कक्षा लगाने नहीं आया..., आज मैं रिश्तों के एक अलग अध्याय को जीने के लिए आपके पास आया हूं...। लेकिन इसके लिए... आपको मेरे साथ... निधि के पास चलना होगा...।
निधि... मेरी दोस्त है..., कल उसने मुझे फोन करके अपने घर बुलाया था...। फोन पर उसकी आवाज़ से... मेरे मन में खटका हो चुका था कि... कुछ न कुछ गड़बड़ है...! मैं शाम को... उसके घर पहुंचा...। उसने चाय बनाई... और मुझसे बात करने लगी...। पहले तो इधर-उधर की बातें हुईं..., फिर उसने कहना शुरू कर दिया कि... नितिन से उसकी नहीं बन रही और उसने उसे तलाक देने का फैसला कर लिया है...।
मैंने पूछा कि... "नितिन कहां है...?" तो उसने कहा कि... "अभी कहीं गए हैं..., बता कर नहीं गए...।" उसने कहा कि... "बात-बात पर झगड़ा होता है... और अब ये झगड़ा बहुत बढ़ गया है..., ऐसे में अब एक ही रास्ता बचा है कि... अलग हो जाएं..., तलाक ले लें...!"
निधि जब काफी देर बोल चुकी... तो मैंने उससे कहा कि... "तुम नितिन को फोन करो... और घर बुलाओ..., कहो कि संजय सिन्हा आए हैं...!"
निधि ने कहा कि... उनकी तो बातचीत नहीं होती..., फिर वो फोन कैसे करे...?!!!
अज़ीब सँकट था...! निधि को मैं... बहुत पहले से जानता हूं...। मैं जानता हूं कि... नितिन से शादी करने के लिए... उसने घर में कितना संघर्ष किया था...! बहुत मुश्किल से... दोनों के घर वाले राज़ी हुए थे..., फिर धूमधाम से शादी हुई थी...। ढ़ेर सारी रस्म पूरी की गईं थीं... ऐसा लगता था कि... ये जोड़ी ऊपर से बन कर आई है...! पर शादी के कुछ ही साल बाद... दोनों के बीच झगड़े होने लगे... दोनों एक-दूसरे को खरी-खोटी सुनाने लगे... और आज उसी का नतीज़ा था कि... संजय सिन्हा... निधि के सामने बैठे थे..., उनके बीच के टूटते रिश्तों को... बचाने के लिए...!
खैर..., निधि ने फोन नहीं किया...। मैंने ही फोन किया... और पूछा कि... "तुम कहां हो... मैं तुम्हारे घर पर हूँ..., आ जाओ...। नितिन पहले तो आनाकानी करता रहा..., पर वो जल्दी ही मान गया और घर चला आया...।
अब दोनों के चेहरों पर... तनातनी साफ नज़र आ रही थी...। ऐसा लग रहा था कि... कभी दो जिस्म-एक जान कहे जाने वाले ये पति-पत्नी... आंखों ही आंखों में एक दूसरे की जान ले लेंगे...! दोनों के बीच... कई दिनों से बातचीत नहीं हुई थी...!!
नितिन मेरे सामने बैठा था...। मैंने उससे कहा कि... "सुना है कि... तुम निधि से... तलाक लेना चाहते हो...?!!!
उसने कहा, “हाँ..., बिल्कुल सही सुना है...। अब हम साथ... नहीं रह सकते...।"
मैंने कहा कि... "तुम चाहो तो... अलग रह सकते हो..., पर तलाक नहीं ले सकते...!"
“क्यों...???
“क्योंकि तुमने निकाह तो किया ही नहीं है...!”
"अरे यार..., हमने शादी तो... की है...!"
“हाँ..., 'शादी' की है...! 'शादी' में... पति-पत्नी के बीच... इस तरह अलग होने का... कोई प्रावधान नहीं है...! अगर तुमने 'मैरिज़' की होती तो... तुम "डाइवोर्स" ले सकते थे...! अगर तुमने 'निकाह' किया होता तो... तुम "तलाक" ले सकते थे...! लेकिन क्योंकि... तुमने 'शादी' की है..., इसका मतलब ये हुआ कि... "हिंदू धर्म" और "हिंदी" में... कहीं भी पति-पत्नी के एक हो जाने के बाद... अलग होने का कोई प्रावधान है ही नहीं....!!!"
मैंने इतनी-सी बात... पूरी गँभीरता से कही थी..., पर दोनों हँस पड़े थे...! दोनों को... साथ-साथ हँसते देख कर... मुझे बहुत खुशी हुई थी...। मैंने समझ लिया था कि... रिश्तों पर पड़ी बर्फ... अब पिघलने लगी है...! वो हँसे..., लेकिन मैं गँभीर बना रहा...
मैंने फिर निधि से पूछा कि... "ये तुम्हारे कौन हैं...?!!!"
निधि ने नज़रे झुका कर कहा कि... "पति हैं...! मैंने यही सवाल नितिन से किया कि... "ये तुम्हारी कौन हैं...?!!! उसने भी नज़रें इधर-उधर घुमाते हुए कहा कि..."बीवी हैं...!"
मैंने तुरंत टोका... "ये... तुम्हारी बीवी नहीं हैं...! ये... तुम्हारी बीवी इसलिए नहीं हैं.... क्योंकि... तुम इनके 'शौहर' नहीं...! तुम इनके 'शौहर' नहीं..., क्योंकि तुमने इनसे साथ "निकाह" नहीं किया... तुमने "शादी" की है...! 'शादी' के बाद... ये तुम्हारी 'पत्नी' हुईं..., हमारे यहाँ जोड़ी ऊपर से... बन कर आती है...! तुम भले सोचो कि... शादी तुमने की है..., पर ये सत्य नहीं है...! तुम शादी का एलबम निकाल कर लाओ..., मैं सबकुछ... अभी इसी वक्त साबित कर दूंगा...!"
बात अलग दिशा में चल पड़ी थी...। मेरे एक-दो बार कहने के बाद... निधि शादी का एलबम निकाल लाई..., अब तक माहौल थोड़ा ठँडा हो चुका था..., एलबम लाते हुए... उसने कहा कि... कॉफी बना कर लाती हूं...।"
मैंने कहा कि..., "अभी बैठो..., इन तस्वीरों को देखो...।" कई तस्वीरों को देखते हुए... मेरी निगाह एक तस्वीर पर गई..., जहाँ निधि और नितिन शादी के जोड़े में बैठे थे...। और पाँव~पूजन की रस्म चल रही थी...। मैंने वो तस्वीर एलबम से निकाली... और उनसे कहा कि... "इस तस्वीर को गौर से देखो...!"
उन्होंने तस्वीर देखी... और साथ-साथ पूछ बैठे कि... "इसमें खास क्या है...?!!!"
मैंने कहा कि... "ये पैर पूजन का रस्म है..., तुम दोनों... इन सभी लोगों से छोटे हो..., जो तुम्हारे पांव छू रहे हैं...।"
“हां तो....?!!!"
“ये एक रस्म है... ऐसी रस्म सँसार के... किसी धर्म में नहीं होती... जहाँ छोटों के पांव... बड़े छूते हों...! लेकिन हमारे यहाँ शादी को... ईश्वरीय विधान माना गया है..., इसलिए ऐसा माना जाता है कि... शादी के दिन पति-पत्नी दोनों... 'विष्णु और लक्ष्मी' के रूप हो जाते हैं..., दोनों के भीतर... ईश्वर का निवास हो जाता है...! अब तुम दोनों खुद सोचो कि... क्या हज़ारों-लाखों साल से... विष्णु और लक्ष्मी कभी अलग हुए हैं...?!!! दोनों के बीच... कभी झिकझिक हुई भी हो तो... क्या कभी तुम सोच सकते हो कि... दोनों अलग हो जाएंगे...?!!! नहीं होंगे..., हमारे यहां... इस रिश्ते में... ये प्रावधान है ही नहीं...! "तलाक" शब्द... हमारा नहीं है..., "डाइवोर्स" शब्द भी हमारा नहीं है...!"
यहीं दोनों से मैंने ये भी पूछा कि... "बताओ कि... हिंदी में... "तलाक" को... क्या कहते हैं...???"
दोनों मेरी ओर देखने लगे उनके पास कोई जवाब था ही नहीं फिर मैंने ही कहा कि... "दरअसल हिंदी में... 'तलाक' का कोई विकल्प ही नहीं है...! हमारे यहां तो... ऐसा माना जाता है कि... एक बार एक हो गए तो... कई जन्मों के लिए... एक हो गए तो... प्लीज़ जो हो ही नहीं सकता..., उसे करने की कोशिश भी मत करो...! या फिर... पहले एक दूसरे से 'निकाह' कर लो..., फिर "तलाक" ले लेना...!!"
अब तक रिश्तों पर जमी बर्फ... काफी पिघल चुकी थी...!
निधि चुपचाप मेरी बातें सुन रही थी...। फिर उसने कहा कि... "भैया, मैं कॉफी लेकर आती हूं...।"
वो कॉफी लाने गई..., मैंने नितिन से बातें शुरू कर दीं...। बहुत जल्दी पता चल गया कि... बहुत ही छोटी-छोटी बातें हैं..., बहुत ही छोटी-छोटी इच्छाएं हैं..., जिनकी वज़ह से झगड़े हो रहे हैं...।
खैर..., कॉफी आई मैंने एक चम्मच चीनी अपने कप में डाली...। नितिन के कप में चीनी डाल ही रहा था कि... निधि ने रोक लिया..., “भैया..., इन्हें शुगर है... चीनी नहीं लेंगे...।"
लो जी..., घंटा भर पहले ये... इनसे अलग होने की सोच रही थीं...। और अब... इनके स्वास्थ्य की सोच रही हैं...!
मैं हंस पड़ा मुझे हंसते देख निधि थोड़ा झेंपी कॉफी पी कर मैंने कहा कि... "��ब तुम लोग... अगले हफ़्ते निकाह कर लो..., फिर तलाक में मैं... तुम दोनों की मदद करूंगा...!"
शायद अब दोनों समझ चुके थे.....
हिन्दी एक भाषा ही नहीं - संस्कृति है...!
इसी तरह हिन्दू भी धर्म नही - सभ्यता है...!!
👆उपरोक्त लेख मुझे बहुत ही अच्छा लगा..., जो सनातन धर्म और संस्कृति से जुड़ा है...। आप सभी से निवेदन है कि... समय निकाल कर इसे पढ़ें
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दृष्टव्य: सुखी वैवाहिक जीवन के लिए इस आलेख से श्रेष्ठ प्रेरक कथानक मैने कभी नहीं पढ़ा है।
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