#ममता बनर्जी सरकार
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Rajyasabha me Pashchim Bengal ka Naam Badalkar 'Bangla' rakhane ki Mang
नई दिल्ली। संसद में मंगलवार को पश्चिम बंगाल का नाम बदलकर ‘बांग्ला’ करने की मांग की गई। यह मांग तृणमूल कांग्रेस सांसद रीताब्रता बनर्जी ने राज्यसभा में रखी।
रीताब्रता बनर्जी ने शून्यकाल के दौरान सदन में कहा कि पश्चिम बंगाल का नाम बदलकर 'बांग्ला' किया जाए। यह एक तरह से पश्चिम बंगाल के 10 करोड़ लोगों की भावनाओं का सम्मान होगा।
तृणमूल सांसद ने कहा कि पश्चिम बंगाल का नाम बदलने की आवश्यकता है। राज्य की ममता बनर्जी सरकार ने इस संबंध में केंद्र सरकार को एक प्रस्ताव भी दिया है। उन्होंने केंद्र सरकार से उस प्रस्ताव को स्वीकार करने का अनुरोध किया।
गौरतलब है कि तृणमूल कांग्रेस और पश्चिम बंगाल सरकार लगातार पश्चिम बंगाल का नाम बदलकर 'बांग्ला' रखने की मांग करती आ रही है। मंगलवार को तृणमूल सांसद ने राज्यसभा में एक बार फिर से यही मांग दोहराई है।
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बांग्लार बारी योजना: 1.2 लाख रुपये घर बनाने के लिए मिलेंगे: जानिए किसे फायदा होगा और क्या आवश्यक है?
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य सरकार का ‘बांग्ला घर’ बनाया है। पहले चरण में छह लाख लोगों के खातों में छह हजार रुपये डाले गए हैं। योजना से 28 लाख से अधिक लोगों की पहचान हुई है। CM ममता ने कहा कि यह योजना लोगों के जीवन में सुधार लाएगी और राज्य सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है। मंगलवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ‘बांग्लार बारी’ अभियान की शुरुआत की। उन्हें बताया कि…
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Morning News Brief : ट्रम्प अमेरिका के राष्ट्रपति, कहा- देश में सिर्फ दो जेंडर होंगे, पुरुष और महिला; कोलकाता रेप-मर्डर के दोषी को उम्रकैद
नमस्कार, कल की बड़ी खबर अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की शपथ की रही। एक खबर कोलकाता रेप-मर्डर केस की रही, अदालत ने 164 दिन बाद दोषी को सजा सुनाई। लेकिन कल की बड़ी खबरों से पहले आज के प्रमुख इवेंट्स, जिन पर रहेगी नजर... - केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी गोवा में कर्व पर बने देश के पहले केबल-स्टे ब्रिज का उद्घाटन करेंगे। इसके अलावा ₹2500 करोड़ की लागत वाले 4 एक्सप्रेसवे के एक्सपेंशन प्रोजेक्ट लॉन्च करेंगे। - ICC अंडर-19 ��हिला टी20 वर्ल्ड कप में भारत और मलेशिया के बीच मुकाबला होगा। ये मैच मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर में खेला जाएगा। अब कल की बड़ी खबरें... डोनाल्ड ट्रम्प बने अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति, चीन समेत कई देशों पर बढ़ेगा टैरिफ
मुख्य बिंदु: - डोनाल्ड ट्रम्प ने अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली, उप-राष्ट्रपति बने जेडी वेंस। - ट्रम्प ने कहा, "अब अमेरिकी सरकार केवल दो जेंडर- पुरुष और महिला को ही मान्यता देगी।" - चीन समेत कई देशों पर 10 से 60% तक टैरिफ लगाने की घोषणा। - समारोह में दुनिया भर के 700 से अधिक नेता और प्रमुख हस्तियां मौजूद रहीं। समारोह और शपथ ग्रहण: वाशिंगटन डीसी में हुए भव्य समारोह में डोनाल्ड ट्रम्प ने अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस जॉन रॉबर्ट्स ने उन्हें शपथ दिलाई, जबकि जेडी वेंस ने उप-राष्ट्रपति पद की शपथ ग्रहण की। इस मौके पर इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी, अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर माइली और भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर समेत 700 से अधिक नेता और दिग्गज हस्तियां मौजूद रहीं। टैरिफ और नई नीतियां: शपथ ग्रहण के बाद ट्रम्प ने 30 मिनट का भाषण दिया, जिसमें उन्होंने अमेरिका की नई आर्थिक और सामाजिक नीतियों पर जोर दिया। उन्होंने घोषणा की कि अब अमेरिकी सरकार की आधिकारिक नीति होगी कि केवल दो जेंडर—पुरुष और महिला—को ही मान्यता मिलेगी। इसके अलावा, उन्होंने चीन समेत कई देशों पर 10 से 60% तक टैरिफ लगाने की बात कही, जिससे अमेरिकी अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और विदेशी आयात पर नियंत्रण रखने का प्रयास किया जाएगा। कोलकाता रेप-मर्डर केस: दोषी को उम्रकैद, परिवार ने मुआवजा लेने से किया इनकार
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मुख्य बिंदु: - आरजी कर मेडिकल कॉलेज में 8 अगस्त की रात ट्रेनी डॉक्टर से रेप और हत्या के दोषी संजय रॉय को उम्रकैद। - सियालदह कोर्ट ने कहा कि यह "रेयरेस्ट ऑफ रेयर" मामला नहीं, इसलिए मौत की सजा नहीं दी जा सकती। - दोषी पर 50,000 रुपये का जुर्माना और पीड़ित परिवार को 17 लाख रुपये मुआवजा देने का आदेश। - पीड़ित परिवार ने मुआवजा लेने से इनकार किया, वहीं पश्चिम बंगाल सरकार हाईकोर्ट में अपील करेगी। अदालत का फैसला और प्रतिक्रिया: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में 8 अगस्त को हुए रेप और मर्डर केस में दोषी संजय रॉय को सियालदह कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई। कोर्ट ने कहा कि यह "रेयरेस्ट ऑफ रेयर" मामला नहीं है, इसलिए उसे फांसी नहीं दी जा सकती। इसके साथ ही, अदालत ने संजय पर 50,000 रुपये का जुर्माना लगाया और राज्य सरकार को पीड़ित परिवार को 17 लाख रुपये मुआवजा देने का आदेश दिया, जिसे परिवार ने लेने से इनकार कर दिया। राजनीतिक और पारिवारिक प्रतिक्रिया: दोषी संजय के परिवार ने कहा कि वे अदालत के फैसले के खिलाफ अपील नहीं करेंगे। उसकी मां ने कहा, "मैं उस लड़की के माता-पिता का दर्द समझ सकती हूं, मेरी भी बेटियां हैं।" दूसरी ओर, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि उनकी सरकार इस फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट में अपील करेगी, ताकि पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके। केरल: बॉयफ्रेंड की हत्या के मामले में 24 वर्षीय युवती को फांसी की सजा
मुख्य बिंदु: - तिरुअनंतपुरम कोर्ट ने 24 वर्षीय ग्रीष्मा को फांसी की सजा सुनाई। - युवती ने आयुर्वेदिक टॉनिक में जहर मिलाकर अपने बॉयफ्रेंड शेरोन राज की हत्या की। - अदालत ने इसे "रेयरेस्ट ऑफ द रेयर" केस मानते हुए कठोर सजा दी। - आरोपी युवती की शादी कहीं और तय हो गई थी, इसलिए उसने बॉयफ्रेंड को मारने की साजिश रची। क्या है पूरा मामला? 14 अक्टूबर 2022 को ग्रीष्मा ने अपने बॉयफ्रेंड शेरोन राज को कन्याकुमारी स्थित अपने घर बुलाया और उसे आयुर्वेदिक टॉनिक में पैराक्वाट (एक खतरनाक हर्बीसाइड) मिलाकर पिला दिया। घर से निकलते ही शेरोन की तबीयत बिगड़ने लगी और उसे उल्टियां होने लगीं। परिवार ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन 11 दिन तक जिंदगी और मौत से जूझने के बाद 25 अक्टूबर को उसकी मौत हो गई। जांच में सामने आया कि ग्रीष्मा ने पहले भी कई बार शेरोन को मारने की कोशिश की थी। अदालत का सख्त फैसला: सजा सुनाते हुए कोर्ट ने कहा कि यह "रेयरेस्ट ऑफ द रेयर" मामला है क्योंकि आरोपी ने अपने प्रेमी को धोखा दिया और उसकी निर्ममता से हत्या कर दी। इससे समाज में गलत संदेश गया, इसलिए उसे मृत्युदंड दिया जाता है। सैफ अली खान पर हमला: आरोपी बांग्लादेशी कुश्ती खिलाड़ी निकला, पुलिस ने किया गिरफ्तार
मुख्य बिंदु: - सैफ अली खान पर हमला करने वाला आरोपी शरीफुल इस्लाम बांग्लादेश में कुश्ती खिलाड़ी था। - पुलिस के मुताबिक, वारदात के बाद आरोपी बस स्टॉप पर सोया और ठाणे जाने से पहले कपड़े बदले। - दिल्ली में बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश। हमला और आरोपी की गिरफ्तारी: मुंबई पुलिस ने बताया कि बॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान पर हमला करने वाला आरोपी शरीफुल इस्लाम बांग्लादेश में कुश्ती खिलाड़ी रह चुका है। इसी वजह से वह शारीरिक रूप से मजबूत था और सैफ पर भारी पड़ा। वारदात के बाद उसने बस स्टॉप पर रात बिताई और फिर ठाणे जाने से पहले अपने कपड़े बदल लिए। रविवार को पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। दिल्ली में घुसपैठियों पर कार्रवाई: इस घटना के बाद दिल्ली के उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना ने बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों की पहचान के लिए विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए। उन्होंने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को लिखे पत्र में कहा कि इन अवैध प्रवासियों के कारण स्थानीय लोगों को रोजगार पाने में मुश्किल हो रही है और वे आपराधिक गतिविधियों में भी शामिल रहते हैं। SC की सख्ती: 'जेल से चुनाव लड़ने पर रोक लगे', ताहिर हुसैन की जमानत याचिका खारिज
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मुख्य बिंदु: - सुप्रीम कोर्ट ने कहा, "जेल में रहकर चुनाव लड़ना आसान हो गया है, इसे रोका जाना चाहिए।" - दिल्ली दंगों के आरोपी ताहिर हुसैन की जमानत याचिका पर आज सुनवाई होगी। - AIMIM ने ताहिर हुसैन को दिल्ली की मुस्तफाबाद सीट से टिकट दिया है। - ताहिर पर IB अधिकारी अंकित शर्मा की हत्या का आरोप। SC ने जताई चिंता, जेल से चुनाव लड़ने पर सवाल सुप्रीम कोर्ट ��ें दिल्ली दंगों के आरोपी और AAP के पूर्व पार्षद ताहिर हुसैन की जमानत याचिका लिस्टेड थी, ��ेकिन सुनवाई नहीं हो सकी। उनके वकील ने जल्द सुनवाई का अनुरोध किया, जिस पर जस्टिस मित्तल ने कहा कि अब तो लोग जेल मे��� बैठकर चुनाव लड़ते हैं और जीतते भी हैं, यह बंद होना चाहिए। ताहिर हुसैन पर क्या आरोप हैं? ताहिर हुसैन पर दिल्ली दंगों (25 फरवरी 2020) के दौरान IB अधिकारी अंकित शर्मा की हत्या कराने का आरोप है। उन्होंने 14 जनवरी से 9 फरवरी तक चुनाव प्रचार के लिए हाईकोर्ट से अंतरिम जमानत मांगी थी, लेकिन हाईकोर्ट ने कहा कि नामांकन जेल से भी भरा जा सकता है। अब उनकी जमानत याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। IPL 2025: ऋषभ पंत बने लखनऊ सुपर जायंट्स के नए कप्तान
मुख्य बिंदु: - ऋषभ पंत लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) के नए कप्तान बने, केएल राहुल की जगह लेंगे। - फ्रेंचाइजी ने पंत को नवंबर 2024 के मेगा ऑक्शन में 27 करोड़ रुपये में खरीदा, IPL इतिहास के सबसे महंगे खिलाड़ी बने। - LSG के मालिक संजीव गोयनका का दावा – "पंत IPL के सबसे सफल कप्तान बन सकते हैं।" - पंत इससे पहले दिल्ली कैपिटल्स की कप्तानी कर चुके हैं, 2021 में टीम को प्लेऑफ तक पहुंचाया था। कप्तानी में ऋषभ पंत का प्रदर्शन पंत ने दिल्ली कैपिटल्स के लिए 2021, 2022 और 2024 में कप्तानी की। उनकी अगुवाई में टीम ने कुल 43 मैच खेले, जिनमें 23 में जीत और 19 में हार मिली, जबकि 1 मुकाबला टाई रहा। 2023 में कार एक्सीडेंट के कारण वे पूरे सीजन से बाहर रहे थे। अब LSG की कमान मिलने के बाद उनकी कप्तानी को लेकर बड़ी उम्मीदें हैं। Read the full article
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बलात्कार और मर्डर के दोषी को क्यों नहीं सुनाई मौत की सजा, ममता बनर्जी बोली, निचली अदालत के फैसले के खिलाफ हाई कोर्ट जाएगी सरकार
#BreakingNews बलात्कार और मर्डर के दोषी को क्यों नहीं सुनाई मौत की सजा, ममता बनर्जी बोली, निचली अदालत के फैसले के खिलाफ हाई कोर्ट जाएगी सरकार
West Bengal News: कोलकाता के आर.जी.कार मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर के साथ बलात्कार और उसकी हत्या के दोषी संजय रॉय को फांसी की सजा नहीं मिलने पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने निराशा जाहिर की है और कहा है कि उनकी सरकार निचली अदालत के फैसले के खिलाफ हाई कोर्ट जाएगी। इसके साथ ही मुख्यमंत्री बनर्जी ने सोमवार को दावा किया कि जांच का जिम्मा कोलकाता पुलिस से ‘जबरन’ ले लिया गया…
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Bihar Election 2025: Tejashwi Follows Nitish's Path, Political Shift
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Introduction
Bihar Election 2025: बिहार में विधानसभा का कार्यकाल नवंबर महीने में खत्म होने वाला है. इससे पहले ही सियासी हलचल तेज हो गई है. RJD यानी राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने 5 जनवरी को एक बार फिर से एलान किया है कि चुनाव के बाद अगर सत्ता में उनकी सरकार आती है, तो उनकी पार्टी बिहार में ‘माई बहन मान योजना’ लाएगी. इसके तहत महिलाओं के खाते में सीधे 2.5 हजार रुपये ट्रांसफर किए जाएंगे. तेजस्वी यादव ने कहा था कि चुनाव के बाद महागठबंधन की सरकार बनने के एक महीने के भीतर इस योजना की शुरुआत हो जाएगी.
Table Of Content
क्यों पड़ी तेजस्वी यादव को जरूरत?
क्या कहते हैं पिछले चुनाव के आंकड़े?
किन-किन राज्यों में लागू है इस तरह की योजना?
क्या है नीतीश कुमार का ब्रह्मास्त्र?
क्यों पड़ी तेजस्वी यादव को जरूरत?
बिहार में जैसे ही तेजस्वी यादव ने इस बात का एलान किया, वैसे सियासी हलचल तेज हो गई. बिहार में सत्ता पक्ष के नेताओं ने तेजस्वी यादव के इस एलान को झूठा बताते हुए दावा किया कि महिलाएं उनके वादों पर यकीन नहीं करेंगी. वहीं, सियासी जानकारों का भी दावा है कि साल 2005 में नीतीश कुमार महिला सशक्तिकरण के वादे पर बिहार (Bihar Election 2025) की सत्ता पर काबिज हुए ��े. इसके बाद से खुद नीतीश कुमार और उनकी पार्टी JDU यानी जनता दल यूनाइटेड के नेता भी इस बात को दोहराते रहते हैं कि बिहार में महिलाओं के लिए जितना काम नीतीश कुमार ने किया उतना अभी तक किसी ने भी नहीं किया था.
ऐसे में माई-बहन मान योजना के एलान के बाद से यह समझा जा रहा है कि तेजस्वी यादव की रणनीति में कहीं न कहीं महिला वोटर्स को साधने की जरुरत पड़ गई है. बेरोजगारी, अपराध और नौकरी के मुद्दे पर तेजस्वी यादव ने सरकार को खूब घेरा है और कई तरह के वादे भी कर चुके हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि RJD और तेजस्वी यादव के लिए यह रणनीति साल 2025 के चुनावों के लिए एक बहुत बड़ा दांव है. गौरतलब है कि बिहार की आधी आबादी यानी महिला वोटर्स का दबदबा सबसे अधिक है. इस बात के गवाह खुद पिछले कुछ चुनाव में मतदान के आंकड़े हैं. हालांकि, यह प्रयोग बिहार से बाहर कुछ राज्यों में पहले किया जा चुका है, जिसका लाभ भी राजनीतिक पार्टियों को मिलते हुए देखा गया है.
क्या कहते हैं पिछले चुनाव के आंकड़े?
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निर्वाचन आयोग के मुताबिक बिहार में साल 2020 में कुल मतदाताओं की संख्या 7 करोड़ 79 लाख थी. इसमें महिलाओं की संख्या 3 करोड़ 39 लाख थी. वहीं , पुरुष वोटर्स की संख्या 3 करोड़ 79 लाख थी. फिर भी महिलाओं ने 59.7 फीसदी वोट किया था. वहीं, पुरुषों ने 54.7 प्रतिशत मतदान किया था. साल 2015 के चुनाव में 56.66 फीसदी मतदान पूरे बिहार में देखने को मिला थी. इसमें भी अकेले महिलाओं ने 54.49 फीसदी वोट कास्ट किया था और पुरुषों का वोट प्रतिशत 51.12 प्रतिशत ही था. इसी तरह साल 2015 के चुनावों में 56.66 फीसदी मतदान हुआ और इसमें महिलाओं का वोट प्रतिशत जहां 60.48 फीसदी रहा. वहीं, पुरुष का वोट प्रतिशत 53.32 फीसदी था. आंकड़ों के आधार पर यह पूरी तरह से साफ है कि महिला वोटर्स जिसे चाहें उसे बिहार के सत्ता की चाबी सौंप सकती हैं.
किन-किन राज्यों में लागू है इस तरह की योजना?
बता दें कि देश के किसी राज्य में यह प्रयोग पहली बार नहीं होगा. इससे पहले पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, झारखंड, महाराष्ट्र, दिल्ली, कर्नाटक और हिमाचल में भी इस तरह की योजनाओं का एलान किया जा चुका है. हिमाचल प्रदेश में इस समय इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना लागू की गई है. इसके तहत कांग्रेस की सरकार महिलाओं को 1500 रुपये की आर्थिक मदद दे रही है. कांग्रेस शासित कर्नाटक में भी गृह लक्ष्मी योजना शुरू की गई है. इसके योजना में कर्नाटक सरकार 2,000 रुपये महिलाओं को दे रही है. यह कांग्रेस के चुनावी वादे का हिस्सा था.
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साल 2021 में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी लक्ष्मी भंडार योजना को शुरू किया था. इस योजना के तहत महिलाओं को 1200 रुपये तक की मदद दे रही है और इसका असर भी चुनाव में देखने को मिला था. मध्य प्रदेश की लाडली बहन योजना भी इस लिस्ट में शामिल है. साल 2023 में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने चुनाव से ठीक पहले इस योजना का एलान किया था, जिसके तहत हर महीने 1250 रुपया उनके खाते में भेजा जा रहा है. इसके बल पर ही एंटीकबेंसी के बावजूद राज्य में BJP यानी भारतीय जनता पार्टी की सरकार बन गई. झारखंड में मईंया सम्मान योजना की शुरुआत हेमंत सोरेन की ओर से की गई है. इसके तहत एक हजार रुपये की मदद दी जा रही है. पिछले साल हुए चुनाव में इस ��ाशि को बढ़ाकर 2.5 हजार करने का एलान किया गया. इसका असर चुनाव में दिखा और हेमंत सोरेन एक बार फिर से सत्ता पर काबिज हो गए.
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क्या है नीतीश कुमार का ब्रह्मास्त्र?
दूसरी ओर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी साल 2005 की तरह बिहार की आधी आबादी को साधने के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं. आधी आबादी के लिए उन्होंने भी कई तरह की योजनाएं चला रखी हैं. इसके तहत स्कूल जाने वाली बच्चियों को साइकिल खरीदने के लिए मुख्यमंत्री बालिका साइकिल योजना, गर्भवती महिलाओं को 3 हजार तक की वित्तीय मदद, पति की मौत या तलाकशुदा महिलाओं के 2 बच्चों के लिए 4 हजार रुपये, मुख्यमंत्री महिला उद्यमी योजना, बेटी पैदा होने पर अभिभावकों को 5 हजार रुपये की मदद की जाती है. इन सभी योजनाओं का मकसद भी आधी-आबादी का वोट हासिल करना है.
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Conclusion
गौरतलब है कि साल 2016 में जीविका दीदी की मांग पर ही बड़ा फैसला लेते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूरे राज्य में पूर्ण शराबबंदी लागू की थी. शराबबंदी के फैसले ने उन्हें बिहार की महिलाओं के बीच हीरो बनाया है. ऐसे में कई फैसलों को देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि नीतीश कुमार को सत्ता में आने के बाद शुरू से ही आधी आबादी का भरपूर सहयोग मिलता रहा है. इसके साथ ही नीतीश कुमार भी राज्य की आधी आबादी को अपने पक्ष में रखने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ते हैं. साथ ही साल 2005 से ही वह कई योजनाओं के सहारे उनको साधने की जुगत में रहते हैं.
दूसरी ओर विधानसभा चुनाव से ठीक पहले तेजस्वी यादव ने बहुत बड़ा एलान करते हुए ��ीतीश कुमार की चिंता बढ़ा दी है. तेजस्वी यादव ने बिहार की महिलाओं से वादा किया कि सत्ता में आने के एक महीने के भीतर इस योजना को अमली जामा पहना दिया जाएगा. इससे बिहार की हर माता, बहन को स्वांलबी, सुखी, समृद्ध, सम्पन्न, स्वस्थ और उनके जीवन को सुगम बनाने का काम किया जाएगा. बिहार की महिला वोटर्स को भरोसा दिलाने में जुटे हुए हैं कि महिला सशक्तिकरण में की दिशा में एक सीधा और प्रभावशाली कदम होगा. उनका कहना है कि घर की महिला अगर सुख-समृद्ध होगी, तभी परिवार भी तरक्की करेगा और जब हर घर तरक्की करेगा तो पूरा गांव भी तरक्की करेगा. और पूरे गांव के तरक्की में बिहार कि तरक्की होगी.
ऐसे में राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि तेजस्वी यादव की इस योजना के काट के लिए नीतीश कुमार राज्य की 2 करोड़ महिलाओं से संवाद कर रहे हैं. बता दें कि बिहार में नवंबर तक विधानसभा के चुनाव हो सकते हैं और इस बीच नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव कई तरह की अन्य योजनाओं का भी एलान कर सकते हैं. ऐसे में यह चुनाव बेहद दिलचस्प हो सकते हैं और देखना यह भी होगा कि महिलाएं इस बार किसे बिहार के सत्ता की चाबी सौंपती हैं.
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अभिनेता सैफ़ अली ख़ान पर बुधवार रात हुए हमले को लेकर आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रतिक्रिया दी है. अरविंद केजरीवाल ने कहा, “घर के अंदर घुस के कोई चाकुओं से हमला कर दे तो ये वहां की राज्य सरकार और केंद्र सरकार पर बहुत बड़ा प्रश्न चिन्ह खड़ा करता है.” उन्होंने कहा, “इसका मतलब है कि दोनों सरकारें लोगों को सुरक्षा देने में नाकाम…
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पश्चिम बंगाल: मालदा में तृणमूल कांग्रेस के पार्षद दुलाल सरकार की गोली मारकर हत्या, ममता बनर्जी ने पुलिस की आलोचना की
पश्चिम बंगाल के मालदा में गुरुवार सुबह अज्ञात बदमाशों ने तृणमूल कांग्रेस के पार्षद दुलाल सरकार की गोली मारकर हत्या कर दी। घटना के सीसीटीवी फुटेज में दो हमलावरों को सरकार पर कई बार गोलीबारी करते हुए दिखाया गया है क्योंकि वह एक कार्यालय की तरह अंदर भागने की कोशिश कर रहे हैं। पुलिस के मुताबिक, घटना मालदा के झलझलिया इलाके में हुई और हमलावर बाइक पर आए थे. एक गोली मालदा पार्षद के सिर में लगी, जबकि दो…
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Know 5 beneficial facts about Swasthy Sathi Yojana in WB ?
Swasthy Sathi Yojana – west bengal में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के द्वारा इस योजना को शुरू किया गया है, इस योजना का उदेश्य राज्य में नागरिकों को सेहत से संबंधित परेशानियों को दूर करना है। इस योजना को West Bengal Swasthy Sathi Cashless Health Scheme के नाम से भी जाना जाता है। इस योजना के तहत नागरिक सरकार से अपने इलाज के लिए आर्थिक सहायता ले सकते है। इस योजना को 30 dec 2016 में शुरू किया गया था। इस…
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महाराष्ट्र की हार के बाद इंडिया गठबन्धन में लीडरशिप के मसले को लेकर जो चिंगारी सुलग रही है और ममता बनर्जी को लीडरशिप देने की मांग की जा रही है तथा कांग्रेस मामले में अलग थलग पड़ती नज़र आ रही है।
गठबंधन राजनीति में लीडरशिप की बात आती है तो याद आती है स्वर्गीय हरकिशन सुरजीत की जिनके बिना इसकी कल्पना नहीं की जा सकती कि गठबंधन को जोड़ कर के सरकार कैसे चलाई जा सकती हैं।
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Lalu Yadav : लालू ने किया ममता का समर्थन, बोले 'कांग्रेस के बोलने का कोई मतलब नहीं है'
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डॉक्टरों के साथ दो घंटे चली बैठक; CM बोलीं- अधिकांश मांगें मानीं,नहीं हटाए जाएंगे स्वास्थ्य सचिव
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झारखंड की सीमा सील करने पर राज्यपाल ने ममता सरकार से मांगी सफाई
कोलकाता, 21 सितंबर (हि.स.)। पश्चिम बंगाल सरकार की तरफ से बंगाल-झारखंड सीमा को सील किये जाने पर राज्यपाल डॉ. सीवी आनंद बोस ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से सफाई मांगी है। राजभवन सूत्रों के अनुसार संविधान के अनुच्छेद 167 के तहत, राज्यपाल बोस ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से सीमा सील करने की वजह स्पष्ट करने को कहा है। उल्लेखनीय है कि ममता ने गत गुरुवार को बंगाल में बाढ़ की स्थिति के लिए दामोदर वैली…
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दिल्ली | RG कर रेप-मर्डर केस का फैसला आज, बीजेपी नेता बोले- "न्याय तभी होगा जब सभी अपराधी सज़ा पाएंगे"?
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AIN NEWS 1: दिल्ली में आज सियालदाह कोर्ट RG कर मेडिकल कॉलेज में हुए रेप और मर्डर केस पर फैसला सुनाने जा रही है। इस मामले में ��ीजेपी नेता शहज़ाद पूनावाला ने ममता बनर्जी सरकार और पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि न्याय का असली फैसला अदालत के साथ-साथ जनता और विरोध कर रहे डॉक्टर करेंगे। शहज़ाद पूनावाला ने कहा, "यह आम भावना है कि इस जघन्य अपराध में सिर्फ एक व्यक्ति शामिल नहीं था। इस केस में सबूतों को जिस तरह से मिटाया गया, और जिस तरह TMC सरकार ने तुरंत अस्पताल के प्रिंसिपल को बचाने और उन्हें बढ़ावा देने की कोशिश की, यह दिखाता है कि सरकार और पुलिस का ध्यान पीड़िता को न्याय दिलाने पर नहीं, बल्कि अपराधी को बचाने पर था।" उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि इस घटना के बाद प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों को डराने-धमकाने की कोशिश की गई। "पार्टी के कई नेताओं ने डॉक्टरों के खिलाफ धमकी भरी भाषा का इस्तेमाल किया। एक सांसद ने तो इस मामले पर ममता बनर्जी सरकार को नाकाम मानते हुए इस्तीफा तक दे दिया," उन्होंने कहा। शहज़ाद पूनावाला ने आगे कहा कि न्याय तभी होगा जब पीड़िता के माता-पिता महसूस करेंगे कि इस अपराध में शामिल सभी दोषियों को सज़ा दी गई है और कोई भी अपराधी बच नहीं पाया। इस केस ने राज्य में राजनीतिक उथल-पुथल मचा दी है। TMC सरकार पर लगातार यह आरोप लगाया जा रहा है कि उन्होंने इस मामले में निष्पक्ष जांच कराने में विफलता दिखाई। फैसले से पहले, जनता और पीड़िता के परिवार की उम्मीदें कोर्ट के निर्णय पर टिकी हुई हैं English Paragraph (For SEO): The Sealdah Court is set to deliver its verdict today in the RG Kar rape-murder case that has sparked political outrage in West Bengal. BJP leader Shehzad Poonawalla criticized the TMC government, alleging mishandling of evidence and attempts to shield the accused instead of ensuring justice for the victim. He emphasized that justice will only be served when the victim's parents and protesting doctors feel that all culprits have been punished. This case has exposed cracks in the ruling government, with an MP resigning and accusing Mamata Banerjee's administration of failure. The court's decision today is eagerly awaited by the public. Read the full article
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क्या आरजी कर मामले में गतिरोध होगा समाप्त, ममता बनर्जी से मिलने निकले डॉक्टर्स; पूरी बातचीत का ब्यौरा होगा दर्ज
West Bengal News: पश्चिम बंगाल सरकार ने आरजी कर मामले में गतिरोध समाप्त करने के लिए आंदोलनकारी चिकित्सकों को बातचीत के लिए बुलाया है। बंगाल के मुख्य सचिव मनोज पंत ने बताया कि डॉक्टर्स को मुख्यमंत्री आवास पर आमंत्रित किया गया है। इस मुलाकात पर डॉक्टरों ने भी हामी भर दी। जूनियर डॉक्टरों का एक दल सीएम से मिलने के लिए रवाना भी हो गया। उनके साथ दो स्टेनोग्राफर भी गए हैं, जो कि पूरी बातचीत का ब्योरा…
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Bengal Sarakaar ne Haryana Mein Peet-Peetakar Maare Gae Pravaasee Shramik ki Patni ko di Naukari
कोलकाता। पश्चिम बंगाल सरकार ने बुधवार को राज्य के एक प्रवासी श्रमिक साबिर मलिक की पत्नी को नौकरी दी, जिसकी 27 अगस्त को गोमांस खाने के संदेह में हरियाणा में पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मलिक की पत्नी शकीला सरदार को नियुक्ति पत्र सौंपा, जो अपनी चार साल की बेटी के साथ राज्य सचिवालय नबन्ना आई थीं।
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कोलकाता कांड ने खराब की दीदी की छवि, लगातार प्रदर्शनों से 'लक्ष्मी भंडार' पर भी सवालिया निशान
कोलकाता: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और फिर हत्या की घटना ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को बैकफुट पर ला दिया है। आरजी कर में दरिंदगी और उसके बाद की घटनाओं को लेकर गैर राजनीतिक विरोध प्रदर्शनों में बढ़ोतरी ने ममता बनर्जी के सामने राज्य में नई चुनौतियां खड़ी कर दी है। जिन्होंने 2021 के विधानसभा और 2024 के लोकसभा चुनावों में ��हिला मतदाताओं के बीच अपनी लोकप्रियता का लाभ उठाकर राज्य में दो बड़े चुनावी प्रदर्शन किए थे। क्यों बढ़ी टीएमसी की मुश्किल? अभी तक राज्य में ममता बनर्जी की राज्य की महिलाओं पर मजबूत पकड़ रही है। यह पहला मौका है जब ममता बनर्जी को महिलाओं के मुद्दे पर घिरना पड़ा है। इसकी वजह राज्य की राजधानी में हो रहे विरोध प्रदर्शन है। जिसमें छात्र, डॉक्टर, राजनीतिक दल, आम नागरिक और यहां तक कि कलाकार और खिलाड़ी भी पीजी प्रशिक्षु डॉक्टर को इंसाफ देने की मांग के साथ लगभग हर रोज सड़कों पर उतर रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी आक्रोश बढ़ रहा है। जहां विपक्षी दल तृणमूल कांग्रेस प्रशासन पर अपना हमला तेज कर रहे हैं। वहीं कलकत्ता हाईकोर्ट ने इस घटना को लेकर राज्य सरकार की खिंचाई की। ममता बनर्जी पड़ी थीं नरम ममता बनर्जी की सरकार कहती रही है कि स्थानीय पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार करने में तेज़ी दिखाई। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 14 अगस्त को मेडिकल कॉलेज में हुई तोड़फोड़ के लिए माकपा और भाजपा को भी दोषी ठहराया था। इसके बाद उन्होंने प्रदर्शनकारी मेडिकल छात्रों को शांत करने की भी कोशिश की थी, लेकिन उनके इस बयान को कि उन्होंने प्रदर्शन पर कोई कार्रवाई नहीं की। इसे जूनियर डॉक्टरों ने एक छिपी हुई धमकी के रूप में देखा था। इसके बाद उन्हें अपना रुख स्पष्ट करना पड़ा कि वे छात्रों के साथ खड़ी हैं। टीएमसी को वोटबैंक है सत्तारूढ़ तृणमूल के लिए एक बड़ी चिंता यह है कि प्रदर्शनकारियों में बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हैं, जो पार्टी के लिए एक बड़ा वोट बैंक है। तृणमूल ने अपने महिला वोट बैंक के दम पर पश्चिम बंगाल में जीत दर्ज की। बनर्जी सरकार के 'लक्ष्मी भंडार' जैसे कल्याणकारी कार्यक्रम महिलाओं के बीच काफ़ी लोकप्रिय रहे हैं। इस साल के लोकसभा चुनावों में तृणमूल ने राज्य से 29 सीटें जीतीं, जबकि बीजेपी ने 12 और कांग्रेस ने एक सीट जीती। पूजा समितियों ने किया मना कोलकाता कांड के बाद पश्चिम बंगाल की कई पूजा समितियों ने ममता बनर्जी द्वारा दी जाने वाली सहायता से इनकार कर दिया है। पूजा समितियों के फैसले को तृणमूल कांग्रेस के लिए बड़ी चिंता के तौर पर देखा जा रहा है। राज्य के एक एक राजनीतिक विश्लेषक ने कहा कि तृणमूल सरकार के कार्यक्रमों के तहत कई महिलाओं को लाभ मिला है। अकेले लक्ष्मी भंडार में 21.8 मिलियन महिला लाभार्थी हैं। लक्ष्मी भंडार उनकी (तृणमूल कांग्रेस) जीत के पीछे मुख्य कारणों में से एक है। ममता बनर्जी सरकार ने राज्य में महिला सुरक्षा के लिए 3 सितंबर को एक नया बिल पेश करने का ऐलान किया है। http://dlvr.it/TCfcGR
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