#मनोजबाजपेयी
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जोराम फिल्म रिव्यु!
"अस्तित्व, न्याय और मानवीय भावना की कहानी"
Image of Manoj Bajpayi lead in the Reviewed Film प्लॉट: यह फिल्म एक ऐसे व्यक्ति की कहानी पर आधारित है जो काम करने झारखंड से मुंबई आता है एक दिन जब वह काम से घर वापस जाता है तो देखता है कि उसकी पत्नी लटकी हुई है और गुंडों से लड़ते हुए, उसे मार कर अपनी जान बचाता है और अपनी छोटी सी बच्ची को बचाने के लिए अपनी पत्नी को छोड़ कर भाग जाता है और भागते भागते अपने गांव झारखंड आ जाता है| उसको पकड़ने के लिए मुंबई से पुलिस वाला भी वहां पहुंच जाता है| क्या पुलिस वाला उसको पकड़ पाएगा? उसकी पत्नी पर किसने हमला करवाया था? उसने अपने आप को पुलिस के हवाले क्यों नहीं किया? इन सभी सवालों के जवाबों के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी| टोन और थीम: यह फिल्म एक्शन थ्रिलर टोन पर आधारित है यह Offbeat सिनेमा की फिल्म है| फिल्म की थीम Survival और Justice पर है और इस फिल्म को बनाने का उद्देश्य राष्ट्रीय और अ��तरराष्ट्रीय अवॉर्डस हासिल करना और फिल्म फेस्टिवल में दिखाया जाना है| एक्टिंग एंड कैरक्टर्स: दसरू की भूमिका में मनोज बाजपेई का अभिनय उत्तम दर्जे का है उन्होंने चरित्र का चोला अपने शरीर पर पहनकर इस रोल को पूरी ताकत के साथ निभाया चाहे उनका हेयर स्टाइल हो, मेकअप हो, beard हो, कॉस्ट्यूम हो, बॉडी लैंग्वेज हो पूरी Perfection के साथ रोल निभाया| वह इस रोल के लिए अवार्ड नॉमिनेशन के भी हकदार हैं और जीत भी सकते हैं रत्नाकर के रोल में मोहम्मद जीशान अय्यूब का अभिनय भी अच्छा है उन्होंने भी अपने रोल को 100% देने की कोशिश की है | फूलों की भूमिका में स्मिता तांबे का अभिनय भी लाजवाब है उन्होंने भी अपने रोल को पूरी मेहनत से निभाया चाहे उनका मेकअप हो, कॉस्ट्यूम हो, बॉडी लैंग्वेज हो, हेयर स्टाइल हो, और ज्वेलरी हो, अच्छा अभिनय करने का पूरा प्रयास किया, वानो की भूमिका में तनिष्ठा मुखर्जी का अभिनय अच्छा है, दसरू की पत्नी के रोल में उनकी विशेष भूमिका है| Written एंड Direction: इस फिल्म को देवाशीष मखीजा ने निर्देशित किया है इस फिल्म से पहले वह Short Films बना चुके हैं, कुछ फिल्मों के Screenplay और Dialogues भी लिख चुके हैं, अनुराग कश्यप और शाद अली जैसे Directors के साथ वह बंटी और बबली और ब्लैक फ्राईडे जैसी फिल्मों में Assistant Director के तौर पर भूमिका निभा चुके हैं, ज्यादातर उनकी फिल्में Critically Acclaimed और Film Festivals में जाने वाली होती हैं और अवार्ड जीतने वाली होती हैं उन्होंने भोंसले, अज्जी जैसी Critically Acclaimed और Awards Winning फिल्मों को भी निर्देशित किया है, इस फिल्म का निर्देशन उनका बढ़िया है उनका कहानी को बताने का स्टाइल Unique है, फिल्म की गति पर भी कंट्रोल है सीधी साधी कहानी को उन्होंने अच्छे से बताने का प्रयास किया है, फिल्म की कहानी अलग तरह की है पटकथा भी औसत दर्जे की है, उन्होंने फिल्म को Original Locations पर फिल्माकर, एक अलग तरह की फिल्म बनाई है, चाहे रेलगाड़ी के अंदर के दृश्य हो, Mines के दृश्य हो , गांव के दृश्य हो, सभी दृश्यों को अच्छे से पर्दे पर दिखाया है सिनेमैटोग्राफी: पीयूष पुट्टी अच्छी है, Original Locations के दृश्यों को बहुत अच्छे से फिल्माया है, उनका कैमरा वर्क भी अच्छा है Aerial Views दृश्य ज्यादा नहीं है| एडिटिंग: अभ्र बनर्जी की संतुलित है, फिल्म थोड़ी सी धीमी है और कसी हुई हो सकती थी| साउंड डिजाइन: धीमान कर्मकार का बहुत बढ़िया है, खास कर जंगल वाले दृश्यों का| बैकग्राउंड स्कोर: मंगेश धाकड़े का बहुत अच्छा है फिल्म की कहानी क�� अनुसार है| एक्शन: रियाज शेख और हबीब सैयद का ठीक-ठाक है, उनके लिए ज्यादा स्कोप नहीं था | कॉस्ट्यूम डिजाइन: सुबोध श्रीवास्तव का बहुत बढ़िया है| प्रोडक्शन डिजाइन: शमीम खान का ठीक-ठाक है| क्लाइमेक्स: बहुत बढ़िया बन पड़ा है ओपिनियन: One Time Watch! जो Offbeat फिल्मों को देखना पसंद करते हैं Flaw: वानो ने जब दसरू को कहा मत जाओ, वह उसे जिंदा ही छोड़कर भाग जाता है उसने अपनी पत्नी को बचाया क्यों नहीं समझ से परे हैं| फ़िल्मफ़ेयर अवॉर्ड नॉमिनेशंस: बेस्ट एक्टर (क्रिटिक्स), बेस्ट डायरेक्टर (क्रिटिक्स) एंड बेस्ट स्टोरी CBFC-U/A Movietime-2h.18mins Genre-Thriller Backdrop-Jharkhand Release Year-2023 Film Cast: Manoj Bajpai, Mohammed Zeeshan Ayub, Smita Tambe, Megha Mathur, Tanishtha Mukherjee Producer: Makhija film, Anupama Bose, Devashish Makhija, Written and Director: Devashish Makhija, Cinematography: Piyush Puty, Editor: aAbhro Banerjee, Sound Design: Dhiman Karmakar, Background Score: Mangesh Dhakde, Casting: Casting Bay, Abhishek Banerjee, Anmol Ahuja, Action: Riyaz Shaikh and Habib Sayed, Costume Design: Subodh Srivastav, Production Design: Shamim Khan जोराम का मतलब शिशु होता है Read the full article
#जोराम#जोरामफिल्म#जोराममूवी#मनोजबाजपेयी#मोहम्मदजीशानअयूब#ड्रामा#देवाशीषमखीजा#एक्शन#थ्रिलर#एक्शनथ्रिलर
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बम्बई में का बा - गाना है या हूयमर - मनोज बाजपेयी को कौन नहीं जानता एक उम्दा कलाकार होने के साथ -साथ एक उम्दा गायक भी निकले लगता तो यही है अभी हाल में जो उनका भोजपुरी में रैप सांग आया है -'बम्बई में का बा' से उन्होंने तो पूरा धूम ही मचा दिया है |इस गाने में उन्होंने पूरा कलेवर प्रस्तुत किया है | पुरे भारत से मुंबई से लोग अपने सपने पुरे करने आता है |अपनी जीवका चलाने आते तो इस शहर में ऐसा क्या है इस हूयमर बहुत सरल भाषा में अपनी प्रिय भाषा भोजपुरी में गाया है और भारतीय जनता इसे खूब पसंद भी कर रही है | उनको अभिनव सिन्हा और मनोज बाजपेयी के जोड़ी पसंद आ रही है |
#सोशल मीडिया अकाउंट#bambaimainkaba#Mumbaiमेंकाबा#अगरमुंबईएकशहर है#अनुरागसैकियाऔरडॉक्टरसागर#अभिनवसिन्हा#अभिनवसिन्हाऔरमनोजबाजपेयी#गाना हैयाहूयमर#प्रवासियोंकेदुर्दशापे#बम्बई में का बा#भारतीयजनता#भाषाभोजपुरी#भोजपुरीमेंरैपसांग#मनोजतिवारी#मनोजबाजपेयी#मुंबईरैपsong#सोशलमीडियाअकाउंट
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बम्बई में का बा - गाना है या हूयमर - मनोज बाजपेयी को कौन नहीं जानता एक उम्दा कलाकार होने के साथ -साथ एक उम्दा गायक भी निकले लगता तो यही है अभी हाल में जो उनका भोजपुरी में रैप सांग आया है -'बम्बई में का बा' से उन्होंने तो पूरा धूम ही मचा दिया है |इस गाने में उन्होंने पूरा कलेवर प्रस्तुत किया है | पुरे भारत से मुंबई से लोग अपने स��ने पुरे करने आता है |अपनी जीवका चलाने आते तो इस शहर में ऐसा क्या है इस हूयमर बहुत सरल भाषा में अपनी प्रिय भाषा भोजपुरी में गाया है और भारतीय जनता इसे खूब पसंद भी कर रही है | उनको अभिनव सिन्हा और मनोज बाजपेयी के जोड़ी पसंद आ रही है |
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बम्बई में का बा - रैप song गाकर मनोज बाजपेयी ने एक कौशल दिखाया -
बम्बई में का बा - गाना है या हूयमर - मनोज बाजपेयी को कौन नहीं जानता एक उम्दा कलाकार होने के साथ -साथ एक उम्दा गायक भी निकले लगता तो यही है अभी हाल में जो उनका भोजपुरी में रैप सांग आया है -'बम्बई में का बा' से उन्होंने तो पूरा धूम ही मचा दिया है |इस गाने में उन्होंने पूरा कलेवर प्रस्तुत किया है | पुरे भारत से मुंबई से लोग अपने सपने पुरे करने आता है |अपनी जीवका चलाने आते तो इस शहर में ऐसा क्या है इस हूयमर बहुत सरल भाषा में अपनी प्रिय भाषा भोजपुरी में गाया है और भारतीय जनता इसे खूब पसंद भी कर रही है | उनको अभिनव सिन्हा और मनोज बाजपेयी के जोड़ी पसंद आ रही है |
मनोज बाजपेयी का भोजपुरी रैप बहुत शेयर भी हो रहा है -
फैंस अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर मनोज बाजपेयी का भोजपुरी रैप 'बम्बई में का बा' को एक-दूसरे के बीच शेयर कर रहे हैं और कह रहे हैं ,'गर्दा मचा देला हो भैया।'इस गाने की और खास बात है ये प्रवासियों के दुर्दशा पे आधारित है अनुभव सिन्हा ने इसे डायरेक्ट किया और टी सीरीज़ ने इसे बेनरस के बैनर तले आज ही यूट्यूब पे रिलीज़ किया है | इस गाने को सुनके बीजेपी सांसद और भोजपुरी के प्रख्यात गायक मनोज तिवारी ने भी इसे सोशल मीडिया पे शेयर किया है |
एक सवाल उठाता हुआ गाना - "बम्बई में का बा"- आप भी एक बार इस गाने को जरूर देखे मेरा अनुरोध है | वैसे भी इस गाने को अनुराग सैकिया और डॉक्टर सागर ने लिखा है |इस गाने को पूरी तरह से मनोज बाजपेयी ने गाया और परफॉर्म भी किया है | और एक सवाल भी उठाया गाया है की 'अगर मुंबई एक शहर है, बॉम्बे एक भावना है, तो बंबई क्या है ...?'इसलिए ये गाना बहुत ही अच्छा बन पड़ा है |
#bambaimainkaba#Mumbaiमेंकाबा#अगरमुंबईएकशहर है#अनुरागसैकियाऔरडॉक्टरसागर#अभिनवसिन्हा#अभिनवसिन्हाऔरमनोजबाजपेयी#गाना हैयाहूयमर#प्रवासियोंकेदुर्दशापे#बम्बई में का बा#भारतीयजनता#सोशलमीडियाअकाउंट#मुंबईरैपsong#मनोजतिवारी#मनोजबाजपेयी
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अनुराग कश्यप एक बेहतरीन डायरेक्टर है उनको बहुत संघर्ष करना पड़ा यहाँ तक पहुंचने में | वो कई विदा में एक्सपर्ट है | वो एक बेतरीन राइटर , और प्रोडूसर भी है | पहले टीवी सीरियल में लिखते थे | सबसे पहले इन्हे राम गोपाल वर्मा के साथ सह लेखक सत्या फिल्म के लिए जुड़े |फिर इनकी फिल्म आयी ब्लैक फ्राइडे और धीरे -धीरे ये आगे बढ़ते गये | और इनकी पहचान देव दी से मिली | और २०१२ में इन्होने ने गैंग ऑफ़ वासेपुर बना के तहलका ही मचा दिया | ये एक आर्ट और कमर्सिअल फिल्म का म��क्स था | जो लोगों को बहुत पसंद आया | यहाँ तक की अभी तक लोगों के इसके डायलॉग याद है | बहुत से मेम्स शेयर होते रहते है |दी गार्डियन की सदी के १०० बेहतरीन फिल्म में केवल एक भारतीय फिल्म को शामिल किया गया है | और वो मनोज बाजपेयी और नवाजद्दीन और ऋचा चड्डा अभिनीत फिल्म गैंग ऑफ़ वासेपुर है |और अनुराग ने इंस्टाग्राम पे ये खबर पोस्ट की है और तो और गैंग ऑफ़ वासेपुर को ५९ स्थान मिला है | अनुराग एक बड़े ईमानदार फिल्म मेकर है | उन्होंने आगे ये भी लिखा की '' ये मेरी लिस्ट नहीं है इस लिस्ट कई ऐसी फिल्म से है जो मेरी पसंदीदा है और वो मेरी फिल्म से नीचे के स्थान के हक़दार नहीं है '’
पूरा पढ़ने के लिए -http://bit.ly/2mlq6T1
#मनोजबाजपेयी#पियूषमिश्रा#नवाजुद्दीन#anuragkashyap#blackfriday#manojbajpayi#अनुरागकश्यप#ऋचाचड्डा#गैंगऑफ़वासेपुर#दीगार्डियन
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अनुराग कश्यप की कौन सी फिल्म है २१वी सदी को बेहतरीन फिल्म ?
दी गार्डियन की सदी के १०० बेहतरीन फिल्म में केवल एक भारतीय फिल्म को शामिल किया गया है | और वो मनोज बाजपेयी और नवाजद्दीन और ऋचा चड्डा अभिनीत फिल्म गैंग ऑफ़ वासेपुर है |और अनुराग ने इंस्टाग्राम पे ये खबर पोस्ट की है और तो और गैंग ऑफ़ वासेपुर को ५९ स्थान मिला है | अनुराग एक बड़े ईमानदार फिल्म मेकर है | उन्होंने आगे ये भी लिखा की '' ये मेरी लिस्ट नहीं है इस लिस्ट कई ऐसी फिल्म से है जो मेरी पसंदीदा है और वो मेरी फिल्म से नीचे के स्थान के हक़दार नहीं है '’
अनुराग कश्यप एक बेहतरीन डायरेक्टर है उनको बहुत संघर्ष करना पड़ा यहाँ तक पहुंचने में | वो कई विदा में एक्सपर्ट है | वो एक बेतरीन राइटर , और प्रोडूसर भी है | पहले टीवी सीरियल में लिखते थे | सबसे पहले इन्हे राम गोपाल वर्मा के साथ सह लेखक सत्या फिल्म के लिए जुड़े |फिर इनकी फिल्म आयी ब्लैक फ्राइडे और धीरे -धीरे ये आगे बढ़ते गये | और इनकी पहचान देव दी से मिली | और २०१२ में इन्होने ने गैंग ऑफ़ वासेपुर बना के तहलका ही मचा दिया | ये एक आर्ट और कमर्सिअल फिल्म का मिक्स था | जो लोगों को बहुत पसंद आया | यहाँ तक की अभी तक लोगों के इसके डायलॉग याद है | बहुत से मेम्स शेयर होते रहते है |
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