#मदन कार्की
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everynewsnow · 4 years ago
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How अयान ’से gan अनेगन’ तक: कैसे केवी आनंद ने अपनी फिल्मों के लिए अद्वितीय तमिल खिताब जीते
How अयान ’से gan अनेगन’ तक: कैसे केवी आनंद ने अपनी फिल्मों के लिए अद्वितीय तमिल खिताब जीते
दिवंगत तमिल फिल्म निर्माता केवी आनंद एक गहरे साहित्यिक अर्थ वाले नामों का चयन करने के लिए जाने जाते थे फिल्म के शीर्षक हमेशा एक कहानी के सार में एक खिड़की रहे हैं। और तमिल फिल्म निर्माता केवी आनंद, जिनका शुक्रवार सुबह निधन हो गया, अपने शीर्षकों में बहुत अधिक विचार रखने के लिए जाने जाते हैं। यह भी पढ़ें | सिनेमा की दुनिया से हमारे साप्ताहिक समाचार पत्र ‘पहले दिन का पहला शो’ प्राप्त करें, अपने…
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healthaawaj · 2 years ago
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चन्दा उठाएर जेनेभा जाँदै स्वास्थ्य मन्त्रालयका १० उच्च अधिकारी
चन्दा उठाएर जेनेभा जाँदै स्वास्थ्य मन्त्रालयका १० उच्च अधिकारी
काठमाडौं—देशमा आर्थिक संकट गहिरिदैं गएको भनेर अर्थ मन्त्रालयले बजेट भित्रको रकम निकासा गरिदिन आलटाल गरिरहेका बेला स्वास्थ्यका अधिकारीहरु विभिन्न दातृ निकायसँग चन्दा मागेर विदेश भ्रमणमा जाने भएका छन् । विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लुएचओ)ले नेपालबाट मन्त्रीसहित ३ जना प्रतिनिधी माग गरेतापनि मन्त्री, सचिव, महानिर्देशक, मन्त्रालयका तीन महाशाखा प्रमुख र मन्त्रीको सचिवालय र प्रशासन तर्फका कर्मचारी गरी १०…
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divyabhashkar · 3 years ago
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अगले दौरे में आरआरआर के स्मैश हिट बॉक्स ऑफिस कलेक्शन या 4 फिल्मों का विवरण, ओटीटी
अगले दौरे में आरआरआर के स्मैश हिट बॉक्स ऑफिस कलेक्शन या 4 फिल्मों का विवरण, ओटीटी
‘अरे! सिनामिका: ‘अरे! सिनामिका ‘मधन कार्की (मदन कार्की) द्वारा लिखित और कोरियोग्राफर बृंदा मास्टर द्वारा निर्देशित, महिला 2022 एक भारतीय तमिल रोम-कॉम है। फिल्म का शीर्षक गीत ओ कदल कनमनी द्वारा लिखा गया था, जो जियो स्टूडियो और ग्लोबल वन स्टूडियो द्वारा सह-निर्मित है, जिसमें दलकर सलमान, अदिति राव हैदरी और काजल अग्रवाल ने अभिनय किया है। फिल्म 3 मार्च 2022 को तेलुगु डब के विवरण में लिखी गई थी और आज…
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insolubleworld · 3 years ago
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अभिनेता गौरी किशन, अनाघा ने तमिल म्यूजिक वीडियो मैगिज़िनी में लेस्बियन कपल के रूप में जोड़ी बनाई
अभिनेता गौरी किशन, अनाघा ने तमिल म्यूजिक वीडियो मैगिज़िनी में लेस्बियन कपल के रूप में जोड़ी बनाई
सारेगामा के अनुसार, मगिज़िनी तमिल संगीत का पहला एलजीबीटी गीत है। गोविंद वसंता ने वीडियो को संगीत दिया है, मदन कार्की ने गीत लिखे हैं और इसे वीजी बालासुब्रमण्यम के निर्देशन में शूट किया गया है। अभिनेता गौरी किशन और अनाघा को एक समलैंगिक जोड़े की प्रेम कहानी दिखाते हुए, एक नए संगीत वीडियो, मैगिज़िनी में भरतनाट्यम नर्तकियों के रूप में देखा जाता है। संगीत वीडियो 22 नवंबर को सारेगामा तमिल यूट्यूब…
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uttranews · 5 years ago
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बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की थीम पर आयोजित हुआ सरस्वती शिशु मंदिर नरसिंहबाडी अल्मोड़ा का वार्षिकोत्सव
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की थीम पर आयोजित हुआ सरस्वती शिशु मंदिर नरसिंहबाडी अल्मोड़ा का वार्षिकोत्सव
अल्मोड़ा। सरस्वती शिशु मंदिर नरसिंहबाडी अल्मोड़ा का वार्षिकोत्सव आज बड़ी धूमधाम से आयोजित किया गया। कार्यक्रम का उदघाटन ग्राम प्रधान खगमराकोट और विद्याभारती संकुल प्रमुख भैरव सिंह कार्की द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।‌ कार्यक्रम के दौरान छात्रों ने रंगारंग कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए जिनको सभी ने सराहा।
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उद्घाटन उद्बोधन करते हुए विद्यालय के प्रधानाचार्य मदन मोहन काण्डपाल ने सभी अतिथियों,…
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janatakoawaz · 5 years ago
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भप्सी एकेडेमीलाई हराउँदै श्री सन सागरनाथ युवा क्लब 'ए' विजयी
भप्सी एकेडेमीलाई हराउँदै श्री सन सागरनाथ युवा क्लब ‘ए’ विजयी
सर्लाही : हिजो भएको खेलमा भप्सी एकेडेमीलाई ०-१ को अन्तरले हराउँदै श्री सन सागरनाथ युवा क्लब ‘ए’ विजयी भएको छ ।  उक्त प्रतियोगितामा विभिन्न वरिष्ठ व्यक्तिहरूको उपस्थिति रहेको थियो ।
जसमा प्रमुख अतिथि ईश्वरपुर नगरपालिकाका नगर प्रमुख मनोज देवकोटा, विशिष्ट अतिथिमा ईश्वरपुर नगरपालिकाका उपप्रमुख एकावती चौधरी त्यस्तै कार्यपालिका सदस्य रमा देवी अधिकारी, कार्यपालिका सदस्य मदन कुमार कार्की, वडा न.०४ का…
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yubapostblog-blog · 7 years ago
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कटारी लिटल प्रिन्स समिर र प्रिन्सेस पूर्णिमा
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कटारी–उदयपुरको कटारीमा ग्ल्यामरस नेपालले आयोजना गरेको पहिलो लिटल प्रिन्स एण्ड प्रिन्सेस सम्पन्न भएको छ । प्रतियोगितामा गल्र्सतर्फ विजेता पूर्णिमा कार्की, फस्र्ट रनरअप मन्दिरा कार्की, सेकेन्ड रनरअप कृपा क्षेत्री र थर्ड रनरअप परिषा श्रेष्ठ भए । त्यस्तै सिनियर ब्वाईजतर्फ विजेता समिर खत्री, फस्र्ट रनरअप सोमबहादुर थापा, सेकेन्ड रनरअप मदन कटुवाल, थर्ड रनरअप हेमन्त खड्का भएका छन् । जुनियर गल्र्सतर्फ विजेता कृष्टिना तामाङ, फस्र्ट रनरअप एल्जीना राई, सेकेन्ड रनरअप इशा खड्का, केरिना गौतम र थर्डरनरअप दृष्या तामाङ भए । त्यसैगरी जुनियरतर्फ विजेता विबेक राई, फस्र्टरनरअप स्वस्तीक खड्का, सेकेन्डरनरअप रेवन्त ढुंगाना थर्डरनरअप आयुश विष्ट रहेका छन् ।
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सवटाईटलअन्तर्गत सनम दास बेस्ट पर्फर्मेन्स, निस्मा पौडेल बेस्ट कन्फीडेन्स, प्रभा राई वेस्टएक्सप्रेसन, उर्साङ तामाङ मस्ट कन्फिडेन्स, डेवीसा गुप्ता वेस्ट डिसिप्लेन, स्नेहा बस्नेत बेस्ट ट्यालेन्ट, परिषा श्रेष्ठ व्यूटीफुल हियर, कार्साङमो तामाङ व्यूटीफूल स्माईल, कृपा क्षेत्री मस्ट व्यूटीफूल, कामना क्षेत्री बेस्ट फोटोजेनिक, पूर्णीमा कार्की व्यूटीफूल पर्सनालीटि, एनीशा मगर बेस्ट एक्सप्रेशन, स्वस्तीका कटुवाल बेस्ट लिडरशीप, मन्दिरा कार्की वेस्ट फ्रेन्शीप, संगीता तामाङ व्यूटीफूल वाल्कलगायतका प्रतिस्पर्धिहरु सिनियर गल्र्सतर्फबाट रहेका थिए । त्यस्तै सिनियर व्याईजतर्फ मदन कटुवाल बेस्ट फोटोजेनिक, समिर खत्री वेस्ट एक्सप्रेशन, कपिल ��ड्का बेस्ट लिडरशीप, हेमन्त खड्का वेस्ट स्माईल, डेबिड खड्का मस्ट हेन्सम, भरत कटुवाल स्मार्टवाल्क, समबहादुर थापा बेस्ट ट्यालेन्ट रहेका थिए । जुनियर गल्र्सतर्फ कृष्टिना तामाङ व्यूटीफूल पर्सनालीटि, दिपशीखा दनुवार व्यूटीफूल स्माईल, मारिया गुरुङ वेस्ट डिसिप्लेन, केरिना गौतम वेस्ट पर्फोमेन्स, करुणा गिरी वेस्ट ट्यालेन्ट, एन्जीला गिरी लिटल कन्गुनालिटी, इशा खड्का वेस्ट लिडरशीप, दृष्या तामाङ मस्ट व्यूटीफूल, रोजी तामाङ मस्ट निड एण्ड क्लेन, प्रिगल राई व्यूटीफूल हियर, शाहरा निरौला मस्ट कन्फीडेन्ट, स्रुती साह व्यूटीफूल वर्क, एल्जीना राई वेष्ट फोटोजेनिक भएको आयोजक संस्थाका प्रबन्ध निर्देशक आशिम ज्वयल श्रेष्ठले जानकारी गराए । यता जुनियर व्याईजतर्फ राजमणी कटुवाल वेस्ट पर्सोनालीटि, संगित कटुवाल मस्ट चार्मिङ, बिबेक राई बेस्ट फ्रेन्डशीप, स्वस्तिक कटुवाल, मस्ट हेन्डशम, नुतन लामा वेस्ट ट्यालेन्ट, रिजन धमला मस्ट इनरजेटिक, हिमाल तामाङ वेस्ट एक्सप्रेशन, सौगात चौधरी वेस्ट लिडरशीप, प्रसंग पौडेल वेस्ट फोटोजेनिक, रेवन्त ढुंगाना मस्ट कन्फिडेन्ट, अभिनम सुव्बा स्मार्टवाल्क र आयुश विष्ट वेस्ट स्माईल रहेका थिए ।
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कार्यक्रमको निर्णायकतर्फ नायक तथा गीतकार प्रकाश घिमिरे, चाईल्ड स्पेशलीष्ट तथा व्यूटीशियन अमिता पाण्डे, पत्रकार महेश्वर चामलिङ, उद्योग वाणिज्य संघका बरिष्ठ उपाध्यक्ष पुस्कर खड्का, प्याप्शनका बरिष्ट उपाध्यक्ष विष्णु पौडेल तथा शिक्षाबिद मन्जु राउत रहेका थिए । कार्यक्रममा बरिष्ठ गायक आनन्द कार्कीले गीत गाएका थिए । लक्ष्मण ज्वयल श्रेष्ठ र मञ्जिला समालले कार्यक्रम सञ्चालन गरेका थिए । Read the full article
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cinecaptain-blog · 7 years ago
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‘कुत्ता हूं सूंघ लिया’, 1700 Cr कमाने वाली ‘बाहुबली 2’ के दमदार डायलॉग्स मुंबई/हैदराबाद.डायरेक्टर एस एस राजामौली की फिल्म 'बाहुबली 2 : द कन्क्लूजन' ने बॉक्सऑफिस पर 100 दिन से ज्यादा का वक्त पूरा कर लिया है। लेकिन यह अब भी कई सिनेमाघरों में चल रही है। फिल्म ने वर्ल्डवाइड 1700 करोड़ रुपए से ज्यादा की कमाई की है। तेलुगु भाषा में बनी इस फिल्म को हिंदी में डब किया गया है। लेकिन इसके डायलॉग सुनने के बाद ऐसा महसूस ही नहीं होता कि यह कोई साउथ इंडियन फिल्म है। मनोज मुंतशिर ने लिखे हैं फिल्म में डायलॉग्स...- फिल्म के हिंदी वर्जन के डायलॉग्स मनोज मुंतशिर ने लिखे हैं। जबकि तेलुगु में मदन कार्की, मलयालम में मंकोम्बू गोपालकृष्णन और तमिल में सी एच विजय क��मार ने फिल्म के डायलॉग्स लिखे हैं।- 41 साल के मनोज मुंतशिर लिरिसिस्ट और टीवी राइटर हैं। - अमेठी, उत्तर प्रदेश में जन्मे मनोज ने 'एक विलेन' का 'गलियां..', 'रुस्तम' का 'तेरे संग यारा' और 'वजह तुम हो' का टाइटल सॉन्ग जैसे कई गाने लिखे हैं।- मनोज ने 'बाहुबली : द बिगनिंग' के डायलॉग्स और सॉन्ग्स भी लिखे थे।फिल्म में ये हैं अहम किरदारकिरदार :अमरेंद्र/महेंद्र बाहुबलीएक्टर :प्रभास- प्रभास तेलुगु फिल्मों के पॉपुलर स्टार हैं। हिंदी ऑडियंस के बीच उनकी पहचान 'बाहुबली : द बिगनिंग'(2015) से बनी।- हालांकि, इससे पहले अजय देवगन स्टारर 'एक्शन जैक्सन'(2014) के एक सॉन्ग में वे कैमियो कर चुके हैं।किरदार:भल्लालदेवएक्टर : राणा दग्गुबती- तेलुगु फिल्म 'लीडर'(2010) से बड़े पर्दे पर बतौर एक्टर डेब्यू करने वाले राणा 'बाहुबली' से पहले बॉलीवुड में 'दम मारो दम'(2011), 'डिपार्टमेंट'(2011), 'ये जवानी है दीवानी'(2013) और 'बेबी'(2015) में काम कर चुके हैं।किरदार : देवसेनाएक्ट्रेस :अनुष्का शेट्टी- अनुष्का का असली नाम स्वीटी शेट्टी है। - वे साउथ की 'रगड़ा'(2010), 'सिंघम'(2010), 'सिंघम2'(2013) और 'रुद्रमादेवी'(2015) जैसी फिल्मों में नजर आ चुकी हैं।किरदार:कटप्पाएक्टर:सत्यराज- सत्यराज तेलुगु फिल्मों के एक्टर हैं। लेकिन तमिल, मलयालम और कन्नड़ सहित कई भाषाओं की फिल्मों में उन्होंने काम किया है। - 'बाहुबली' से पहले उन्हें शाहरुख खान स्टारर बॉलीवुड फिल्म 'चेन्नई एक्सप्रेस' (2013)में दीपिका पादुकोण के पिता के रोल में देखा जा चुका है।किरदार:बिज्जलदेवएक्टर:नसर- मुख्य रूप से तेलुगु फिल्मों के इस एक्टर ने बॉलीवुड की कुछ फिल्मों में भी काम किया है। - अक्षय कुमार स्टारर 'राउडी राठौर'(2012) में विलेन बापजी के रोल में वे दिखाई दिए थे।किरदार :शिवगामीएक्ट्रेस :राम्या कृष्णन- राम्या ने करीब 100 फिल्मों में काम किया है। इनमें से करीब 10 बॉलीवुड की हैं। - बॉलीवुड में वे 'दयावान'(1988), 'परंपरा' (1993), 'शपथ' (1997), 'बड़े मियां छोटे मियां'(1998) और 'वजूद'(1998) जैसी फिल्मों में नजर आईं।
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janabolicom-blog · 7 years ago
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एमालेको वर्चस्व कायमै, प्रमुख पदमा अहिलेसम्म कसले कहाँ कहाँ जिते ? काठमाडौं, असार १७ – दोस्रो चरणको चुनावमा प्रमुख पदमा कसको कति ? प्रमुख पदमा विजयी नेपाली कांग्रेस ३५) अर्घाखाँचीको छत्रदेव गाउँपालिका – लेखनाथ पाख्रेल ३४) बैतडीको शिवनाथ गाउँपालिका – कर्णसिंह साउद ३३) खोटाङको दिप्रुङ गाउँपालिका – भूपेन्द्र राई ३२) संखुवासभाको भोटखोला गाउँपालिका–टेम्बा भोटे ३१) बझाङको सुर्मा गाउँपालिका – नरबहादुर बोहरा ३०) बाजुराको त्रिवेणी नगरपालिका –  राधिका सुनार २९) दार्चुलाको मालिका अर्जुन गाउँपालिका–नरेन्द्रसिंह धामी २८) दार्चुलाको शैलेशिखर नगरपालिका–अमरसिंह धामी २७) बझाङको बुंगल नगरपालिका–धनबहादुर विष्ट २६) भोजपुरको अरुण गाउँपालिका–गजेन्द्रबहादुर कार्की २५) पाल्पाको माथागढी गाउँपालिका–सन्तोष थापा मगर २४) अछामको कमलबजार नगरपालिका–ओमप्रकाश विष्ट २३) डोटीको बड्डिकेदार गाउँपालिका–कृष्णबहादुर चन्द २२) दाङको राजपुर गाउँपालिका–लोकराज केशी २१) बैतडीको दशरथचन्द नगरपालिका–नरेन्द्रसिंह थापा २०) ताप्लेजुङको आठराई त्रिवेणी गाउँपालिका–विश्व सिटौला १९) बैतडीको सुर्नया गाउँपालिका–वीरबहादुर विष्ट १८) भोजपुरको भोजपुर नगरपालिका–कैलाशकुमार आले १७) पाँचथरको तुम्बेवा गाउँपालिका – होम थापा १६) ताप्लेजुङको मेरिङ्देन गाउँपालिका – गणेशबहादुर लिम्बू १५) गुल्मीको चन्द्रकोट गाउँपालिका – द्रोण बहादुर खत्री १४) नवलपरासीको प्रतापपुर गाउँपालिका – राजकुमार शर्मा १३) डडेलधुराको गन्यापधुरा गाउँपालिका – नवल मल्ल १२) खोटाङको ऐंसेलुखर्क गाउँपालिका – विश्वनाथ निरौला ११) बाजुराको हिमाली गाउँपालिका – गोविन्द बहादुर मल्ल १०) डोटीको डाक्टर केआई सिंह गाउँपालिका – लोकेन्द्रबहादुर शाही ९) डडेलधुराको आलिताल गाउँपालिका – बलबहादुर गुरुङ्गले ८) डडेलधुराको भागेश्वर गाउँपालिका – कौषिला भट्ट ७) गुल्मीको गुल्मीदरबार गाउँपालिका – अशोक थापा ६) दार्चुला महाकाली नगरपालिका – हंसराज भट्ट ५) बाजुराको बडिमालिका नगरपालिका – पदम बडुवाल ४) संखुवासभाको चिचिला गाउँपालिका–पासाङ नर्बु शेर्पा ३) संखुवासभाको सिलिचुङ गाउँपालिका–रामकुमार राई २) बझाङको काँडा गाउँपालिका – राजेन्द्र धामी १) बाजुराको छेडेदह गाउँपालिका–नरबहादुर राउत नेकपा एमाले ४५) इलामको चुलाचुली गाउँपालिका – प्रदीपचन्द्र राई ४४) खोटाङको केपीलासगढी गाउँपालिका – कृष्णकुमार राई ४३) तेह्रथुमको छथर गाउँपालिका – सन्तोष तिगेला ४२) धनकुटाको चौविसे गाउँपालिका – खजिन्द्र राई ४१) सोलुखुम्बुको सोताङ गाउँपालिका – वीरबहादुर राई ४०) सोलुखुम्बुको दूधकोशी गाउँपालिका– बुद्धिकिरण राई ३९) संखुवासभाको सभापोखरी गाउँपालिका–रत्न सुब्बा ३८) संखुवासभाको मादी नगरपालिका– विदुर लिङछेप ३७) धनकुटाको छथर जोरपाटी गाउँपालिका–शेरबहादुर लिम्बु ३६) प्यूठानको सरुमारानी गाउँपालिका– झगबहादुर विश्वकर्मा ३५) पाँचथरको कुम्मायक गाउँपालिका – जयबहादुर चेम्जोङ ३४) डडेलधुराको नवदुर्गा गाउँपालिका – कविन्द्र विष्ट ३३) धनकुटाको पाख्रीबास नगरपालिका–विर्खबहादुर राई ३२) ताप्लेजुङको मिक्वाखोला गाउँपालिका–रामकुमार सावाँ ३१) गुल्मीको मालिका गाउँपालिका–रिपबहादुर थापा ३०) बाजुराको स्वामीकार्तिक गाउँपालिका– चिरञ्जीवी शाही २९) गुल्मीको रुरु गाउँपालिका–नि��कण्ठ गौतम २८) भोजपुरको पौवादुम्मा गाउँपालिका–किरण राई २७) भोजपुरको ट्याम्केमेयुङ गाउँपालिका– धु्रबराज राई २६) पाल्पाको निस्दी गाउँपालिका–मुक्तबहादुर सारु २५) इलामको सन्दकपुर गाउँपालिका–उदयबहादुर राई २४) गुल्मीको रेसुंगा नगरपालिका–डिल्लीराज भुषाल २३) तेह्रथुमको मेन्छ्यायम गाउँपालिका–यादवबहादुर खापुङ २२) भोजपुरको हतुवागढी गाउँपालिका–प्रेमकुमार राई २१) पाल्पाको पूर्वखोला गाउँपालिका – नुनबहादुर थापा २०) पाँचथरको हिलिहाङ गाउँपालिका – भवानी प्रसाद लिङ्देन १९) खोटाङको लामिडाँडा गाउँपालिका – लिलाबहादुर निरौला १८) पाल्पाको तिनाउ गाउँपालिका – ओम बहादुर घर्ती १७) दार्चुलाको अपि हिमाल गाउँपालिका – डीएन घाजिरे १६) दार्चुलाको लेकम गाउँपालिका – परमानन्द जोशी १५) बझाङको तल्कोट गाउँपालिका – लालबहादुर विष्ट १४) उदयपुरको ताप्ली गाउँपालिका – उद्धवबहादुर थापा १३) बझाङको विथ्थड चिर गाँउपालिका – पे्रम बोहरा १२) नवलपरासीको सुस्ता गाउँपालिका – रामप्रसाद पाण्डे ११) बझाङको दुर्गाथली गाउँपालिका – प्रयागराज जोशी १०) धनकुटाको खाल्टासिम्पाङ शहीद भूमि गाउँपालिकामा – मनोज राइ ९) ताप्लेजुङ मैवाखोला गाउँपालिकामा – राजन थक्लुङ ८) बझाङको थलारा गाउँपालिका – भुवनेश्वर उपाध्याय ७) भोजपुरको रामप्रसाद राई गाउँपालिका – विजय राई ६) डढेलधुराको अमरगढी नगरपालिका – विश्वेश्वरप्रसाद ओझा (विपिन) ५) बाजुराको गहुमुल गाउँपालिका – हरि रोकाया ४) बैतडीको पञ्चेश्वर गाउँपालिका – गोरखबहादुर चन्द ३) खोटाङको जन्तेढुंगा गाउँपालिका – शंकरबहादुर राई २) बझाङको मस्टा गाउँपालिका – कर्णबहादुर कठायत १) बाजुराको पाण्डवगुफा गाउँपालिका – कालीबहादुर शाही माओवादी केन्द्र १७) रोल्पा सुकिदह गाउँपालिका – वीरबहादुर केसी १६) कञ्चनपुरको लालझाडी गाउँपालिका– मदन सेन बडायर १५) ओखलढुंगाको चिसंखुगढी गाउँपालिका –निशान्त शर्मा १४) खोटाङको साकेला गाउँपालिका –अर्जुन खड्का १३) दार्चुलाको मार्मा गाउँपालिका–जमनसिंह धामी १२) भोजपुरको आमचोक गाउँपालिका–अशोक राई ११) रोल्पाको सुनछहरी गाउँपालिका–निमकान्त डाँगी १०) रोल्पाको दुईखोली गाउँपालिका–आशबहादुर पुन ९) रोल्पाको थवाङ गाउँपालिका – वीरबहादुर घर्ती ८) डोटीको बागटान गाउँपालिका– कमलबहादुर गड्सिला ७) डडेलधुराको अजयमेरु– उमेश भट्ट ६) रुकुमको सिस्ने गाउँपालिका – कुमारी बराल ५) रुकुमको भूमे गाउँपालिका – रामसुर बुढा ४) दाङको बंगलामुखी गाउँपालिका – भक्तबहादुर वली ३) रुकुमको पुथा उत्तरगंगा गाउँपालिका – ओम प्रसाद घती २) सोलुखुम्बुको महाकुलुङ्ग गाउँपालिकामा – सागर किराँती १) सोलुखुम्बुको लिखुपिके गाउँपालिका अध्यक्ष – डम्बरबहादुर बस्नेत जनमोर्चा २) प्यूठानको झिमरुक गाउँपालिका – तिलकबहादुर जिसी १) प्यूठानको मल्लरानी गाउँपालिका – अमरध्वज राना नयाँ शक्ति–संघीय समाजवादी फोरम नेपाल १) बाँकेको नरैनापुर गाउँपालिका – इस्तियाक अहमद साह उपप्रमुख पदमा विजयी कांग्रेस ३०) अर्घाखाँचीको छत्रदेव गाउँपालिका – तुलसादेवी श्रेष्ठ २९) खोटाङको दिप्रुङ गाउँपालिका – सपना राई २८) संखुवासभाको भोटखोला गाउँपालिका–तान्जम भोटे २७) बझाङको सुर्मा गाउँपालिका –सुनिता पुजारा २६) बाजुराको त्रिवेणी नगरपालिका –राधिका सुनार २५) खोटाङको साकेला गाउँपालिका – सरिता खड्का २४)डडेलधुराको नवदुर्गा गाउँपालिका –लक्ष्मी अवस्थी २३) दार्चुलाको शैलेशिखर नगरपालिका–राजेश्वरी पाल २२) ताप्लेजुङको मिक्वाखोला गाउँपालिका–रुद्रकुमारी सावाँ २१) बझाङको बुंगल नगरपालिका–धनबहादुर विष्ट २०) भोजपुरको अरुण गाउँपालिका–विनिता ढकाल १९) पाल्पाको माथागढी गाउँपालिका– निर्मला भट्टराई १८) अछामको कमलबजार नगरपालिका–भूमिसरा बजगाईं ढकाल १७) डोटीको बड्डिकेदार गाउँपालिका–इन्द्रा कुमारी बोहरा १६) दाङको राजपुर गाउँपालिका–धनपति यादव १५) बैतडीको दशरथचन्द नगरपालिका–मीना चन्द १४) तेह्रथुमको मेन्छ्यायम गाउँपालिका–गीतादेवि तिम्सिना १३) नवलपरासीको प्रतापपुर गाउँपालिका – अञ्जु चौधरी १२) डडेलधुराको गन्यापधुरा गाउँपालिका – कमला ठगुन्ना ११) बाजुराको हिमाली गाउँपालिका – चन्द्रादेवी वुढा १०) डोटीको डाक्टर केआई सिंह गाउँपालिका – मिना विष्ट ९) डडेलधुराको आलिताल  गाउँपालिका – जला देवी वोगटी ८) डडेलधुराको भागेश्वर गाउँपालिका – पदम वोहरा ७) गुल्मीको गुल्मीदरबार गाउँपालिका – मिना भण्डारी ६) दार्चुला महाकाली नगरपालिका – सोना बोहोरा ५) बाजुराको बडिमालिका नगरपालिका – कविता विष्ट ४) बझाङको काँडा गाउँपालिका – कल्पना बोहरा ३) बाजुराको छेडेदह गाउँपालिका – कुन्ती बुढा साउद २) संखुवासभाको चिचिला गाउँपालिका – यदुकुमारी राई १) संखुवासभाको सिलिचुङ गाउँपालिका – लालकुमारी कुलुङ एमाले ५१) इलामको चुलाचुली गाउँपालिका – निर्मला दाहाल ५०) खोटाङको केपीलासगढी गाउँपालिका – हिरादेबी वन ४९) तेह्रथुमको छथर गाउँपालिका – तारादेवी ढकाल ४८) बैतडीको शिवनाथ गाउँपालिका –  कुस्मा चन्द ४७) धनकुटाको चौविसे गाउँपालिका – यज्ञकुमारी रुचाल ४६) सोलुखुम्बुको सोताङ गाउँपालिका – लक्ष्मी बस्नेत ४५) सोलुखुम्बुको दूधकोशी गाउँपालिका– जुनिता मगर ४४) संखुवासभाको सभापोखरी गाउँपालिका–सीता दाहाल ४३) संखुवासभाको मादी नगरपालिका– लिला नेपाल ४२) धनकुटाको छथर जोरपाटी गाउँपालिका–भीमकला श्रेष्ठ ४१) प्यूठानको सरुमारानी गाउँपालिका– मिना सोमै ४०) पाँचथरको कुम्मायक गाउँपालिका – सीता आचार्य ३९) ओखलढुंगाको चिसंखुगढी गाउँपालिका –सुष्मा राई ३८) धनकुटाको पाख्रीबास नगरपालिका–देवकला पौडेल तिम्सिना ३७) दार्चुलाको मालिका अर्जुन गाउँपालिका–पुष्पा अवस्थी ३६) गुल्मीको मालिका गाउँपालिका– देवा अर्याल ३५) बाजुराको स्वामीकार्तिक गाउँपालिका– मिमा बुढा ३४) गुल्मीको रुरु गाउँपालिका– लक्ष्मी पन्थ ३३) भोजपुरको ट्याम्केमेयुङ गाउँपालिका– इन्द्रावती राई ३२) पाल्पाको निस्दी गाउँपालिका–रीता कुमारी अर्याल ३१) इलामको सन्दकपुर गाउँपालिका–शोभा पराजुली ३०) गुल्मीको रेसुंगा नगरपालिका–सीता भण्डारी २९) ताप्लेजुङको आठराई त्रिवेणी गाउँपालिका–मञ्जु भट्टराई २८) बैतडीको सुर्नया गाउँपालिका–लिला विष्ट २७) भोजपुरको हतुवागढी गाउँपालिका–चन्द्रमा राई २६) भोजपुरको भोजपुर नगरपालिका–ममिता राई २५) पाल्पाको पूर्वखोला गाउँपालिका – भागिरथी भट्टराई २४) पाँचथरको तुम्देवा गाउँपालिका – धन साँवा २३) पाँचथरको हिलिहाङ गाउँपालिका – सुमित्रा उप्रेती २२) खोटाङको लामिडाँडा गाउँपालिका – समला राई २१) पाल्पाको तिनाउ गाउँपालिका – दमयन्ती थापा २०) ताप्लेजुङको मेरिङ्देन गाउँपालिका – कल्पना तुम्बाहाम्फे १९) गुल्मीको चन्द्रकोट गाउँपालिका – पार्वती अर्याल १८) दार्चुलाको अपि हिमाल गाउँपालिका – उर्मिला बोहरा १७) दार्चुलाको लेकम गाउँपालिका – माधवी जोशी १६) बझाङको तल्कोट गाउँपालिका – धनलक्ष्मी खत्री १५) डोटीको बागटान गाउँपालिका– भगवती बम १४) उदयपुरको ताप्ली गाउँपालिका – कमलामाया राई १३) खोटाङको ऐंसेलुखर्क गाउँपालिका – पुष्पकला भुजेल १२) बझाङको विथ्थड चिर गाँउपालिका – जानकी बोहरा ११) नवलपरासीको सुस्ता गाउँपालिका – इन्द्रकुमारी चौधरी १०) बझाङको दुर्गाथली गाउँपालिका – पार्वती देवी जप्रेल ९) धनकुटाको खाल्टासि��्पाङ शहिद भूमि गाउँपालिकामा – रत्नश्वरी राई ८) ताप्लेजुङ मैवाखोला गाउँपालिकामा – कैसिला थक्लुङ ७) बझाङको थलारा गाउँपालिका – गंगुदेवी खडायत ६) डढेलधुराको अमरगढी नगरपालिका – संगिता भण्डारी ५) बाजुराको गहुमुल गाउँपालिका – सीता थापा ४) बैतडीको पञ्चेश्वर गाउँपालिका – विना भट्ट ३) खोटाङको जन्तेढुंगा गाउँपालिका – विमला राई २) बझाङको मस्टा गाउँपालिका – भगवती बोहरा १) बाजुराको पाण्डवगुफा गाउँपालिका – ऐना गिरी माओवादी केन्द्र १६) रोल्पा सुकिदह गाउँपालिका – रिताकुमारी घर्ती १५) कञ्चनपुरको लालझाडी गाउँपालिका–सल्यादेवी महरा १४) दार्चुलाको मार्मा गाउँपालिका–बागमती धामी १३) भोजपुरको आमचोक गाउँपालिका–सीता राई १२) भोजपुरको पौवादुम्मा गाउँपालिका–सम्झना राई ११) रोल्पाको सुनछहरी गाउँपालिका–हितकुमारी बुढा १०) रोल्पाको दुईखोली गाउँपालिका–पवित्रा घर्ती ९) रोल्पाको थवाङ गाउँपालिका – रामकिरणी रोका ८) डडेलधुराको अजयमेरु– कलावती भाण ७) रुकुमको सिस्ने गाउँपालिका – गोवद्धन बुढा ६) रुकुमको भूमे गाउँपालिका – मनकुमारी बुढा ५) दाङको बंगलामुखी गाउँपालिका – यमुना थापा मगर ४) रुकुमको पुथा उत्तरगंगामा गाउँपालिका – ओमकुमारी घर्ती ३) सोलुखुम्बुको महाकुलुङ्ग गाउँपालिकामा – विपना कुलङ २) भोजपुरको रामप्रसाद राई गाउँपालिका – सम्झना राई १) सोलुखुम्बुको लिखुपिके गाउँपालिका – प्रमिला बस्नेत जनमोर्चा २) प्यूठानको झिमरुक गाउँपालिका – पवित्रा जिसी १) प्यूठानको मल्लरानी गाउँपालिका – सरिता जिसी नयाँ शक्ति–संघीय समाजवादी फोरम नेपाल १) बाँकेको नरैनापुर गाउँपालिका – जयन्तीदेवी श्रीवास्तव
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healthaawaj · 3 years ago
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डाइग्नोष्टिक सेन्टरहरू कमिसन बाँड्दैं, बिरामीको ढाड सेक्दै
डाइग्नोष्टिक सेन्टरहरू कमिसन बाँड्दैं, बिरामीको ढाड सेक्दै
काठमाडौं—मुटु रोगको उपचारका लागि प्रख्यात शहीद गंगालाल हृदय रोग केन्द्रमा कार्डियाक एमआरआई गर्दा बिरामीले १६ हजारदेखि १८ हजार रुपैयाँसम्म खर्च गर्नुपर्ने हुन्छ । जसमा मुटु सम्बन्धि सबै किसिमका एमआरआई गर्न सकिन्छ । तर, त्यही परीक्षण दरबारमार्गस्थित ‘जीवन्त एडभान्स काठमाडौं इमेजिङ प्रा.लि.’मा गर्दा कम्तिमा २९ हजारदेखि ३१ हजार रुपैयाँसम्म खर्च गर्नुपर्ने हुन्छ । यस्तै, मुलुककै जेठो वीर अस्पतालमा…
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onlinekhabarapp · 4 years ago
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संक्रमणको ग्राफले भन्छ : वीरगञ्जमा राँको दन्किसक्यो
१८ साउन, काठमाडौं । राजधानीदेखि १९२ किलोमिटर टाढाको पर्सा जिल्ला अहिले कोरोना महामारीको चपेटामा छ ।
३१ असारमा नारायणी कोरोना विशेष अस्थायी अस्पतालमा उपचाररत १३ वर्षीय एक कोरोना संक्रमितको मृत्युले वीरगञ्जलाई खतराको संकेत दिएको थियो । यद्यपि उनी रौतहटका थिए । साउन ६ गते सोही अस्पतालमा ७० वर्षीय संक्रमितको मृत्युले वीरगञ्जलाई थप सम्वेदनशील बनायो ।
आइतबारसम्म कोरोनाका कारण वीरगञ्जमा मात्र ११ जनाको मृत्यु भैसकेको छ । ४०५ जना कोरोना संक्रमति उपचारको क्रममा छन् भने १७६ संक्रमित निको भएको स्वास्थ्य तथा जनसंख्या मन्त्रालयको तथ्यांकले देखाउँछ ।
पछिल्लो हप्ता वीरगञ्ज शहर कारोना संक्रमणको हट स्पटकै रुपमा देखा परेको छ । महानगरपालिका मेयरसमेत संक्रमणबाट अछुत�� रहेनन् । अहिलेसम्म आइपुग्दा पीपीईसहित उपचारमा खटिने स्वाथ्यकर्मीसम्मलाई कोरोनाको संक्रमणले छोइसकेको छ । वीरगञ्ज महानगरपालिका मेयर विजयकुमार सरावगी पनि अहिले आइसियुमै छन् ।
नारायणी अस्पतालका एकजना चिकित्सक आइसीयू कक्षमा उपचाररत छन् । उनको अवस्थामा गम्भीर रहेको अस्पतालका मेडिकल सुपरिटेन्डेन्ट डा. मदन उपाध्याय बताउँछन् ।
वीरगञ्ज महानगरपालिकामा ३२ वडा छन् । र, कुनै पनि वडा बाँकी छैन, जहाँ संक्रमित नभएको होस् । पछिल्लो हप्ता स्वाब परीक्षणका क्रममा औसत दैनिक ५० जनामा कोरोना पोजेटिभ देखिएको छ ।
पर्साका प्रमुख जिल्ला अधिकारी विष्णुकुमार कार्की भन्छन्, ‘हामीले कोरोना संक्रमितको संख्या तीनजनामा झारिसकेका थियौँ । लकडाउन खुलेसँगै संक्रमितको संख्या ह्वात्तै बढ्यो ।’
संक्रमितको संख्यात्मक हिसावमा वीरगञ्ज दोस्रो नम्बरमा छ । स्वास्थ्य मन्त्रालयको तथ्यांक अनुसार सबैभन्दा ७६८ बढी जना संक्रमित रौटहटमा छन् । तर, रौटहटमा भने कोरोनाबाट मृत्यु हुनेको संख्या दुई मात्र छ ।
वीरगञ्जमा दैनिक कोरोना संक्रमित ठूलो संख्यामा थपिँदै गएपछि आइसोलेसन त परको कुरा, संक्रमितहरुलाई राख्ने क्वारेन्टिनको समेत अभाव छ ।
प्रजिअ कार्कीका अनुसार १४२ जना कोरोना संक्रमित अहिले घरमै बसिरहेका छन् । यसले वीरगञ्ज थप जोखिमतर्फ उन्मुख भएको सहजै आकलन गर्न सकिन्छ ।
जिल्ला प्रशासन कार्यालयले कोरोना संक्रमण नियन्त्रणका लागि शनिबारदेखि बिहान पाँच बजेदेखि साँझ पाँच बजेसम्मको लागि निषेधाज्ञा जारी गरेको छ । तर, सीमा पार क्षेत्र र बजारमा हुने आवत-जावत नरोकिएको वीरगञ्ज महानगरपालिकाका सल्लाहकार गोविन्द देवकोटा बताउँछन् ।
‘मृतकको संख्या बढेपछि वीरगञ्जमा त्रासको वातावरण छ’, उनी भन्छन्, ‘तर, बजारमा हुने भीड अझै रोकिएको छैन ।’
चिकित्सक नै आइसीयूमा
नारायणी अस्पतालको प्रयोगशालमा प्रतिदिन ३५० देखि ५ सयको संख्यामा स्वाब परीक्षण भइरहेको मेसु उपाध्याय बताउँछन् । उनका अनुसार परीक्षणका क्रममा शनिबार ४५, शुक्रबार ६५, बिहीबार ४४, बुधबार ५४ जनामा कोरोना पोजेटिभ देखियो ।
आइसियुमा रहेको कोरोना संक्रमित कोरोना संक्रमित चिकित्सकको अवस्था सम्बेदनशील रहेको डा. उपाध्याय बताउँछन् । ३० जना अस्पतालकै कर्मचारीमा कोरोना संक्रमण भएको छ । जसमा १० जना नारायणी अस्पतालका चिकित्सक छन् । ६ जना नर्स र ६ जना पारामेडिक्स रहेका छन् ।
त्यसै���री एकजना एम्बुलेन्सका चालक, एकजना प्रशासनका कर्मचारी र चार जना कार्यालय सहयोगीलाई कोरोना संक्रमण भएको छ । तर, स्वास्थ्यकर्मीलाई पनि आइसोलेसन बेड उपलब्ध छैन ।
वीरगञ्ज कारागारमै एक महिलासहित आठ जनामा कोरोना संक्रमित छन् । उनीहरुको अहिले संक्रमित कैदीबन्दीलाई कारागारको ��ाताभित्र स्थापना गरिएको आइसोलेसन कक्षमा उपचार भइहरेको कारागार प्रमुख (जेलर) श्रवणकुमार पोखरेल बताउँछन् ।
नारायणी ५० शैयाको अस्पताल हो । जसमा १० वटा आइसीयू बेड छन् । ‘संक्रमित स्वास्वास्थ्यकर्मी सबैलाई अस्पतालमा राख्न सकिएको छैन’, डा. उपाध्याय भन्छन्, ‘संक्रमित बढेपछि हामीले ६४ जना संक्रमितलाई अस्पतालमै व्यवस्था गरेका छौँ ।’
स्वास्थ्यकर्मीमा यसरी धमाधम कोरोना संक्रमण देखिएपछि कोरोना उपचारका लागि स्वास्थ्यकर्मीको संख्या बढाउनेतर्फ भने ध्यान नदिएको डा. उपाध्याय गुनासो गर्छन् । ‘योबेला केन्द्र, प्रदेश र स्थानीय तह सहकार्य गरी जोखिमलाई नियन्त्रण गर्नुपर्ने हो’, डा. उपाध्याय भन्छन्, ‘तर, यो समन्वय नहुँदा ट्रेसिङ पनि राम्रोसँग हुन सकेको छैन । सबै तह आ- आफै तरिकाले हिड्दा तालमेल मिल्न सकेको छैन ।’
स्वास्थ्य तथा जनसंख्या मन्त्रालयले आइतवार स्वास्थ्य सेवा विभागका महानिर्देशक डा. दीपेन्ऽरमण सिंहको नेतृत्वमा उच्चस्तरीय टोलीलाई वीरगञ्ज पठाएको छ ।
कस्तो छ त वीरगञ्ज ?
भारतबाट नेपाल प्रवेश गर्ने प्रमुख नाकामध्य एक हो वीरगञ्ज । वीरगञ्ज शहर भारतीय नाकासँगै जोडिएको छ । तर, पर्सा छिर्ने छोटी भन्सार, आइसीपी र वीरगञ्ज भन्सार गरी तीनवटा वैधानिक नाकाहरु छन् । तर, भारतीय क्षेत्रसँग जोडिएको १०७ किलोमिटर दुरीको भूभाग निर्वाध आवत-जावत गर्ने खुला सीमा छ ।
वीरगञ्ज महानगरपालिकामा सडकमा समेत व्यापार गर्ने भएकाले निकै मानिसहरु भीड लाग्छन् । रक्सौलबाट भारतीयहरु वीरगञ्जमा आएर व्यापार गर्छन् । ‘लकडाउन खुलेसँगै व्यापारका क्रममा भारतबाट आवत-जावत बढेको छ । योबेला परीक्षणका कामहरु पनि भएनन्’, सल्लाहकार गोविन्द देवकोटा भन्छन्, ‘सीमा पनि खुला गरियो । पछि परीक्षण गर्दा ह्वात्तै संक्रमण बढेको देखियो ।’
देवकोटाका अनुसार अहिले वीरगञ्ज महानगरपालिकामा यति धेरै कोरोनाको संक्रमित छन् कि परीक्षण गर्ने हो भने संक्रमित नभएको घर भेटाउन गाह्रो छ । लकडाउन खुले पनि भीडभाड गर्नुहुँदैन र सचेत हुनुपर्छ भन्नेखालको मानिसमा चेतना नहुँदा पनि संक्रमितको संख्या यसरी बढेको उनी बताउँछन् ।
अहिले पनि सीमा क्षेत्रमा आवत-जावत नरोकिएको र अन्य जिल्लाहरुबाट पनि बजारमा आउने मान्छेहरुको संख्यामा त्यति कमी नआएको उनी बताउँछन् । ‘तरकारी बजारजस्ता ठाउँहरुमा निकै भीड छ । मानिसहरु मास्कविनै हिँडिरहेका छन्’, उनी भन्छन्, ‘बोर्डर सिल गरेर एक गाउँ/जिल्लाबाट अर्को जिल्लामा जानसमेत बन्द नगर्ने हो भने झन भयावहको अवस्था सृजना हुनेछ ।’
कमजोर क्वारेन्टिन व्यवस्थापनका कारण पनि कोरोना संक्रमणको संख्या ह्वात्तै बढेको नागरिक समाजका अध्यक्ष दीपक शाक्य बताउँछन् । ‘एक-डेढ सय मानिसलाई एकै ठाउँमा राख्दा कुनै व्यवस्थापन थिएन’, उनले भने, ‘क्यारेन्टिनमा बसेका मानिसहरु पनि कोरोना बोकेर घर फर्किए ।’
कोरोनाका संक्रमणको भयावह अवस्थालाई नियन्त्रण गर्नका लागि वीरगञ्ज हेल्थ केयर १०० बेडको अस्पताललाई सरकारले लिएर शनिबारदेखि आइसोलेसन बनाएको सिडिओ कार्की बताउँछन् । त्यस्तै, स्कुललाई पनि १९० वेडको अर्को आइसलेसन बनाएको उनको भनाइ छ ।
पहिले क्वारेन्टिन राखिएको स्कुललाई नै अहिले आइसोलेसनको नाम दिइएको हो । कार्की भन्छन्, ‘लक्षण देखिएकालाई अस्पताल लान्छौँ, होम आइसोलेसनमा बस्नुपर्ने संक्रमितहरुलाई घरमा र अरुलाई आइसलेसन अस्पतालमा राख्ाने गरेको उनी बताउँछन् ।’
अर्को १०० बेडको आइसलेसन अस्पताल पनि थप्ने क्रममा रहेको कार्की बताउँछन् ।
अहिले वीरगञ्ज हेल्थ केयरमा ११ जना, त्रिजुद्ध माविमा १५ जना, वीरगञ्ज कारागारमा १२ जना, सिद्धार्थ स्कुलमा २१ जना, वगही प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर्सागढीमा ४ जना, होटल विजय ज्योतीमा ३ जना, सखुवा प्रसौनीमा २ जना र पटेर्वासुगौलीमा ४ जना संक्रमितलाई राखिएको छ ।
त्यस्तै वीरगञ्जमा १४२, सखुवाप्रसौनीमा २, बहुदरमाई, छिपहरमाई, जगरनाथपुर र पोखरियामा १/१ जना संक्रमित होम आइसोलेसनमा छन् ।
होम आइसोलेसन भनिए पनि मापदण्डअनुसार भए/नभएको अनुगमन गर्ने संयन्त्र बनाएर परिचालन गरिएको छैन । पर्साका १९३ जना संक्रमित अझै आइसोलेसन सेन्टरभन्दा बाहिरै छन् ।
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onlinekhabarapp · 4 years ago
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भारतीय नागरिक लुकेर आउँदा कोरोना फैलियो : मुख्यमन्त्री राउत
१३ साउन, वीरगञ्ज । मुख्यमन्त्री लालबाबु राउतले वीरगञ्ज र राजविराजमा लुकिछिपी नेपाल छिरेका भारतीय नागरिकका कारण कोरोना संक्रमण फैलिएको बताएका छन् । उनले सीमा क्षेत्रमा कडाई गर्न सुरक्षा अधिकारीलाई निर्देशन दिइसकेको बताए ।
‘खुल्ला सीमाका कारण झुण्ड झुण्ड भारतीय नागरिक आएका छन् । उनीहरुबाट नै कोरोना संक्रमण फैलिएको छ’ उनले भने ‘सीमा क्षेत्रमा कडाइ नगरी हुँदैन, उताबाट मानिस आउन दिइरहने हो भने महामारी नियन्त्रण भन्दा बाहिर जान्छ । सुरक्षा अधिकारीसँग यस विषयमा छलफल भइसकेको छ ।’
वीरगञ्ज उद्योग वाणिज्य संघमा मंगलबार आयोजित सर्वपक्षीय छलफलमा मुख्यमन्त्री राउतले विषम परिस्थितिको सामना गर्न राजनीतिक दल एक हुनुपर्ने बताए ।
‘महामारी नियन्त्रण संघीय सरकारको जिम्मेवारी हो भनेर हामी बसेका छैनौं । सकेको सहयोग गरिरहेका छौं । अहिले एक अर्कालाई दोष दिएर पार लागिदैन’ मुख्यमन्त्रीले भने ‘वीरगञ्जमा तीन जना भारतीय जमातीमा कोरोना संक्रमण पुष्टि भएपछि जुन किसिमले व्यवस्थापन भयो । अहिले त्यसरी नै काम हुनुपर्छ । त्यसका लागि यहाँका राजनीतिक दल एक हुनुपर्छ ।’
नारायणी अस्पताल केन्द्र सरकारको मातहत भएपनि मलेकुलर ल्याब स्थापनाका लागि ५० लाख, खानाका लागि २५ लाख र लाखौं मुल्यको अन्य सामाग्री प्रदेश सरकारले सहयोग गरेको उनले बताए ।
वीरगञ्जमा कोभिड अस्पताल स्थापनाका लागि ठाउँ छनौट गरिसकेपछि प्रदेश सरकारले सक्नेजति आर्थिक सहयोग दिने उनले वाचा गरे ।
सामाजिक विकास मन्त्री नवल किशोर साहले नागरिकको जीवन रक्षाका लागि आवश्यक कामका लागि मन्त्रालय पछि नहट्ने बताए ।
छलफलमा सहभागी अन्यले वीरगञ्जमा कम्तीमा ५ सय बेडको कोरोना अस्पताल आवश्यक रहेको बताएका छन् । वीरगञ्जको स्थिति बिग्रदै गएकोले यहाँका बासिन्दालाई बचाउनका लागि कोरोना अस्पताल तत्काल बन्नुपर्ने उनीहरुको धारणा छ ।
त्यसैगरी पीसीआर परीक्षणको दायरा बढाउनुपर्ने, चिकित्सक स्वास्थ्यकर्मीको मनोबल उच्च बनाउनुपर्ने, समन्वय र सहकार्य गर्नुपर्ने पनि वीरगञ्जबासीले माग गरेका छन् ।
सांसद प्रदीप यादवले वीरगञ्जका लागि १० थान भेन्टिलेटरको तत्काल प्रबन्ध हुनुपर्ने, प्राइभेट अस्पताल���ा काम गर्ने चिकित्सकलाई पनि कोरोना संक्रमितको ��पचारमा खटाउनुपर्ने, प्रमुख जिल्ला अधिकारीले महामारी नियन्त्रण तथा रोकथामका लागि पुरा अधिकार प्रयोग गर्नुपर्ने धारणा राखे ।
नेपाली कांग्रेसका पर्सा सभापति अजय द्विवेदीले वीरगञ्ज चार महिना पहिलेकै अवस्थामा फर्किएको बताए । वीरगञ्जलाई बचाउन तत्काल काम गर्नुपर्ने अवस्था रहेको उनको तर्क छ । संघीय समाजवादी पार्टीका नेता रामनरेश यादवले वीरगञ्जमा सरोकारवालाबीच समन्वय र सहकार्यको अभाव देखिएको बताए ।
छलफलमा प्रमुख जिल्ला अधिकारी विष्णुकुमार कार्की, नारायणी अस्पतालका मेडिकल सुपरीटेन्डेन्ट डा मदन उपाध्याय, डा. निरज सिंहलगायतले वीरगञ्जको समस्या र समाधानका उपायका बारेमा धारणा राखेका थिए ।
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onlinekhabarapp · 4 years ago
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मंगलबारे अस्पतालको नाम मदन भण्डारी राख्न लागेपछि विरोध
३ जेठ, विराट���गर । प्रदेश १ सरकारले मोरङको उर्लाबारी– ३ मंगलबारेमा रहेको मंगलबारे अस्पतालको नाम परिवर्तन गर्न लागेपछि स्थानीय वासिन्दा आन्दोलनमा उत्रिएका छन् ।
प्रदेश १ को बजेटमा उक्त अस्पताललाई ट्रमा सेञ्टर बनाउने र नाम मदन भण्डारी अस्पताल राख्ने विषय समावेश भएपछि स्थानीयले मुख्यमन्त्री शेरधन राईको पुत्ला जलाउँदै विरोध प्रदर्शन गरेका हुन् ।
‘मदन भण्डारीको नाममा मंगलबारे अस्पतालको पहिचान मेट्न खोजियो’ आन्दोलनको नेतृत्व गरिरहेका नेपाली कांग्रेसका नगर सभापति वीरबल थापाले भने, ‘मंगलबारेको आफ्नै विशेषता छ । नेताको नाम जोडेर मंगलबारेको पहिचान मेट्न पाइन्न भन्ने हाम्रो माग हो ।’
१ असारमा प्रस्तुत बजेटमा मंगलबारे अस्पताललाई प्रदेश गौरवको आयोजनामा राख्दै अत्याधुनिक प्रविधि र उपकरणसहित मदन भण्डारी अस्पताल तथा ट्रमा सेन्टरको रुपमा विकास गर्ने उल्लेख गरिएको छ ।
‘जताततै नेताको नाम नजोडियोस’ थापा भन्छन् ‘मंगलबार नै नाम राख्दा के विग्रन्छ र !’
नेपाली कांग्रेसका प्रदेश १ का प्रमुख सचेतक केदार कार्की मदन भण्डारीको नाम जताततै जोडेर प्रदेश सरकारले बदनाम गर्न खोजेको गुनासो गर्छन् । ट्रमा सेन्टर बनाउने निर्णय स्वागत योग्य भए पनि नाम परिवर्तनमा आफ्नो पार्टीको असहमति रहेको उनले बताए । सरकारले आफ्नो निर्णय नसच्याए सडक र सदनमा संघर्ष गर्ने उनले बताए ।
नेपाली कांग्रेस मोरङ सभापति डिगबहादुर लिम्बूले अस्पताल स्तरोन्नती गर्दा नेताको नाम नजोड्न आग्रह गरे ।
‘नाममा राजनीति नगरौं, निर्णय स्वागत गरौं‘
अस्पतालको नाम परिवर्तन गरेपछि नेपाली कांग्रेसहितका पार्टीले विरोध जनाइरहेका बेला नेकपा मोरङले आन्दोलनको औचित्य नभएको बताएको छ ।
‘मंगलबारेमा ट्रमा सेन्टर निर्माण हुनु प्रदेशका लागि गौरवको विषय हो’ नेकपा मोरङका सचिव गणेश उप्रेती सुशील भन्छन्, ‘नामकै विषयमा विरोधको कुनै अर्थ छैन ।’
नाम मात्र मदन भण्डारीको रहने बताउँदै उनले देशलाई योगदान गरेको व्यक्तिको नाममा अस्पतलको नामाकरण गर्दा विरोध गर्न आवश्यक नरहेको बताए ।
मंगलबारे अस्पताल नजिकै मदन भण्डारी स्मृति प्रतिष्ठान नेपालको कार्यालय छ । केही दिनअघि प्रतिष्ठान मातहत ल्याएर सञ्चालन गर्ने हल्ला चलेपछि स्थानीय असन्तुष्ट बनेका थिए ।
‘ट्रमा सेन्टर र प्रतिष्ठानबीच कुनै सम्बन्ध होइन र छैन भनेर हामीले स्थानीयलाई बुझाएका छौं’ उप्रेतीले भने ‘ट्रमा सेन्टर बन्दा व्यावसाय गुम्ने भन्दै स्वार्थ समूह पनि आन्दोलनमा लागेको छ ।’
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onlinekhabarapp · 4 years ago
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‘रोइकराई गरिरह्यौं, वडाध्यक्षलगायतले ढुंगा र हँसियाले हान्न छाडेनन्’
२ असार, काठमाडौं । जाजरकोटको भेरी नगरपालिका–४ का २१ वर्षीय नवराज विक १० जेठमा रुकुम पश्चिमको चौरजहारी पुगेका थिए । प्रेमिकालाई लिन १९ जना साथीहरुलाई लिएर गएका उनी फर्किएर घर पुग्न सकेनन् ।
युवतीको घरमा पुग्नेवित्तिकै आमाले ‘डुम’ भनेर गाली गरेपछि फर्किएका उनीसहितको समूहलाई गाउँलेले चार किलोमिटरसम्म लखेटे । परिवार, वडाध्यक्ष डम्बरबहादुर मल्लसहितले औल जिउलामा पुगेर नवराजसहित उनका ६ जना साथी गणेश विक, सन्दिप विक, लोकेन्द्र सुनार, टीकाराम सुनार र गोविन्द शाहीको हत्या गरे ।
घटनालाई प्रहरी अधिकृतहरुले ‘क्रुर र अमानवीय ढंगले गरिएको हत्या’ भनेका छन् । घटनामा नदीमा पौडिएर पारि पुगेका केही बाँच्न सफल भए । भंगालोमा अड्किएका कतिपय प्रहरी आइ��ुगेपछि जोगिए ।
घाइते मध्येका एक मदन शाहीले प्रहरीलाई बयान दिँदै भनेका छन्, ‘प्रहरी आइसकेपछि मात्र मलाई कुटपिट गर्न छाडेका हुन् । यदि प्रहरी नआएका भए, मलाई पनि भेरीमा बगाउने थिए ।’
‘गाउँलेले लखेटी–लखेटी लाठी, हसिया र ढुंगा समेतले प्रहार गरे’, अर्का घाइते महेश कार्कीले भनेका छन् । चिच्याउँदै रोइकराइ गरेर नपिट्न भन्दा पनि कसैले कुटपिट गर्न नरोकेको घाइतेहरुको बयान छ ।
प्रहरीले घटनाको अनुसन्धानका क्रममा घाइतेहरुसँग लामो बयान लिएको छ । त्यसैको सम्पादित अंश यहाँ प्रस्तुत गरेका छौंः–
महेश कार्की
नबराज विकले मलाई फोन गरी केटी भगाउन जानलाई जाजरकोट खलंगा बोलाएका थिए । म स्यालाबाट थाप्ले गएँ । त्यहाँ विभाग पुनसँग भेट भयो । दुवै जना नवराजलाई पर्खेर बसेका थियौं । खलंगाबाट आएका नवराज विकसमेतका साथीहरुसँग भेट भयो ।
धल्ला पुल पारी पुगेपछि मटेला र कुदुबाट आएका साथीहरूसँग भेट भएर केटी भगाउन भनेर चौरजहारीको सोती गाउँमा गयौं । युवतीको घरभन्दा तल रहेको ढुंगा खानीमा पुगेको बेला बुबा र दाइ काम गरिरहेका रहेछन् । नवराज विकलाई देखेर चिनेपछि अलि पर गएर दाइले कसलाई हो फोन गरिरहेका थिए ।
हामीहरू युवतीको घरतिरको बाटो भएर हिँडिरहेका बेला युवतीकी आमाले नवराजलाई देखेपछि ‘तँ डुमलाई पहिलाको चोटले पुगेन, अब बाँचेर जाँदैनस्’ भनि जातीय विभेद राखी गाली गलौज गर्नुभयो । हामीहरू काफल खान आएका हौं, त्यस्तो नसोच्नुहोस् भन्दा पनि गाली गलौज गरिरहनु भयो । हामी आफ्नो घरतर्फ फर्कने भनी आफ्नो बाटो हिँडिरह्यौं ।
अलि पर पुगेपछि सोही गाउँका मान बहादुर मल्लले बस, पानी खाएर जाउँला भनि भुलाउँदै धेरै कर गर्नु भयो तर हामीहरूले नाई अंकल बस्दैनौं भनेर मध्य पहाडी लोकमार्गको सडकदेखि माथि भएको ठूलो ढुंगामा पुगेर थकाइ मारिरहेका थियौं ।
त्यतिबेला माथिबाट रोक–रोक भन्दै ठूलो संख्यामा आएका डम्बरबहादुर मल्ल समेतका व्यक्तिहरूले ढुंगा मुडा गर्न थाले । त्यसपछि ज्यान बचाउन मध्य पहाडी लोकमार्गको बाटो हुँदै कालेगाउँ जाजरकोट जाने पुल बाटोतिर दौडिन थाल्यौं ।
त्यसबीचमा अन्य थुप्रै मान्छेहरु हामीभन्दा अगाडि मोटरसाइकल समेतमा आएर कालेगाउँतर्फ जाने बाटो घेरा हाले । हात–हातमा लाठी, हँसिया र ढुंगा समेतले प्रहार गर्दै लखेट्न थाले ।
पछि मलाई सोही सडक स्थानमा प्रतिवादीहरु डम्बरबहादुर मल्ल, मान बहादुर मल्ल र लिपेन्द्रकुमार मल्ल समेतका व्यक्तिहरुले समाई लाठी ढुंगा समेतले कुटपिट गरी मेरो ढाड, हात र खुट्टामा हानेर घाइते बनाएर नियन्त्रणमा लिएका हुन् ।
अन्य साथीहरुलाई थुप्रै व्यक्तिहरुले लखेट्दै ढुङ्गा मु��ा समेतले अन्धाधुन्द प्रहार गर्दै भेरी नदीको बीच बगरमा लगेर कुटपिट गरिरहेका थिए । मसँगै आएका साथी डिल्ली विकलाई अन्य व्यक्तिहरुले सडक मुनि नदीको छेउमा फेला पारी कुटपिट गर्दै सडक बाटोतर्फ धकेल्दै तान्दै ल्याइरहेका थिए ।
नदीको बीच बगरमा रहेका साथीहरुले बचाउ–बचाउ भन्दै चिच्याउँदै रोइ कराइ गरिरहेका थिए । केही समयपछि प्रहरी आएपछि मात्र म समेतलाई डम्बर बहादुर मल्ल समेतका प्रतिवादीहरुले कुटपिट गर्न छोडेका हुन् ।
याे पनि पढ्नुस्, युवतीको परिवार र वडाध्यक्षको योजनामा हत्या
मदन शाही
नवराज र युवतीबीच एक वर्ष अगडिदेखि प्रेम सम्बन्ध भएको कुरा थाहा पाएको थिएँ । घटनाको तीन दिन अघि मैले केटी भगाउँदै छु मलाई साथ सहयोग गर्नु पर्छ भनेका थिए ।
सोही अनुसार १० गते चौरजहारीमा रहेको युवतीको घरमा पुग्यौं । घरमा गाली गरेपछि फर्किँदा धेरै मानिसहरुले एक्कासी माथिबाट रोक–रोक भन्दै हातमा ढुङ्गा, मुढा, लाठी, दाउरा र हँसिया समेतका घरेलु हातहतियार समातेर हामीलाई घेरा हाल्न थाले ।
हामीलाई प्रहार गर्न थालेपछि म समेतले आफ्नो ज्यान जोगाउन पहिला गएको बाटो हुँदै आफ्नो घरतर्फ दौड्दै फर्कने क्रममा मध्य पहाडी लोक मार्ग सडकमा झरी जाजरकोट कालेगाउँ जोड्ने झोलुंङगे पुल तर्फ जानै लाग्दा पुल नजिक अन्य प्रतिवादीहरुले हामीहरुलाई छेकेका थिए ।
घेरा हालेर ढुङ्गा, मुढा समेत प्रहार गर्न लागे र पछाडिबाट समेत अन्य व्यक्तिहरुले लखेट्दै आएको कारण हाम्रो अन्तिम विकल्प भेरी नदीतर्फ जाने मात्र रह्यो । भेरी नदीतर्फ बाहेक चारैतर्फबाट घेरा हालेको र केही प्रतिबादी नजिकै आई ढुङ्गा मुढा समेतले प्रहार गर्न लाग्दा निजहरुले प्रहार गरेको ढुङ्गा मुढा केही साथीहरुलाई लागिसकेको थियो ।
हामी भाग्दै भेरी नदीको सानो भंगालो तरेर ठूलो भंगालोको छेउमा पुग्दा भेरी नदीको ठूलो भंगालोमा रहेको पानीको अत्याधिक वहावले सोही स्थानमा अड्किएको अवस्थामा प्रतिवादीहरु लगायतका व्यक्तिहरूले ढुंगा, मुढा, लाठी घरेलु हतियार हँसिया हातमा लिएर हामीहरु अड्किएको स्थान समेतमा आई अन्धाधुन्द प्रहार गरिरहेका थिए ।
त्यसबेला मसँगै गएका साथीमध्ये नवराज, सन्जु भन्ने संजीव वि.क., गोविन्द शाही, लोकेन्द्र सुनार, गणेश बुढामगर र टिकाराम नेपालीलाई प्रतिवादीहरुले निर्घात रुपमा कुटपिट गरी मारेर भेरी नदीमा बगाए । म समेतलाई कुटपिट गर्न नछोडेपछि बाध्य भइ ज्यान बचाउनको लागि मसहित भोला बिटालु (बि.सी.), बिभाग पुन, लाल बहादुर खड्का र सरोज भडेल भेरी नदीको जंगारमा हाम फाली नदी पार गर्न खोज्यौं ।
तर, त्यसक्रममा समेत प्रतिवादीहरुले प्रहार गरेका ढुङ्गा छल्दै बल्ल तल्ल सरोज भडेल र भोला बिटालु (बि.सी.) सँगसँगै नदी पार गरेँ । तर, नदीको छेउमा पुग्ने बित्तिकै पनि कताबाट गाउँलेहरु आएर कुटपिट गर्न थाले ।
मसहित बिभाग पुन, लाल बहादुर खड्का डरले भेरी नदीको ठूलो भंगालोको पश्चिम सानो टापुमा रोकिएर बसेको अवस्थामा प्रतिवादीहरुले ��्यहीँ आएर मारेर भेरीमा बगाइदिन्छु भने । त्यसपछि मसहित ३ जना साथीहरु भेरी पारी बगरमा जाँदा मोहन पुन समेत आइ कुटपिट गरिरहे ।
केही समयपछि जाजरकोटको प्रहरी आइसकेपछि पहिला नदी तरेर गएका २ जना साथीहरु र म समेतलाई कुटपिट गर्न छोडेका हुन् । यदि प्रहरी नआएको भए मसमेतलाई पनि कुटपिट गरेर भेरी नदीमा बगाउने थिए । भाग्यले प्रहरी आएकोले मेरो ज्यान जोगिएको हो ।
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यो पनि पढ्नुहोस रुकुम घटनाः आमाछोरीलाई छुट्टै कोठामा राखेर अनुसन्धान गर्‍यौं
सुदिप खड्का
बाटोमा छेकेपछि हामीतिर दौडिँदै यिनीहरुलाई मार्नु पर्छ भन्दै गाउँलेहरु आए । हामी ज्यान जोगाउन भाग्यौं ।
जाजरकोट कालेगाउँ जोड्ने झोलुङ्गे पुलतर्फ जान खोज्दा त्यहीँ पनि बाटो छेकेर जान दिएनन् । भाग्दै भेरी नदीको किनारको बगर हुँदै पहिलो भंगालो (घुँडासम्म पानी भएको) भएको स्थानमा जाँदा लखेट्दै आएका वडाध्यक्ष डम्बर बहादुर मल्ल समेतले हामीमाथि ढुंगा, मुढा बर्साउन छोडेनन् ।
भेरी नदीको अर्को ठूलो भंगालोको छेउमा पुग्दा भेरी नदीको पानीको वहाव बढी भएको देखेर सोही भंगालोको छेउमा म समेतका साथीहरु अड्किएका थियौं । त्यतिबेला केही गाउँलेले भित्तो बगर आसपासमा नवराजहरुलाई निर्घात कुटपिट गरिरहका थिए ।
हामीलाई नपिट्नुहोस् भनेर अनुरोध गर्दा पनि नरोकिएपछि ज्यान जोगाउन भोला बिटालु (बि.सी.), विभाग पुन, सरोज भडेल, मदन शाही र लाल बहादुर खड्काले नदीमा हाम फालेका थिए । तर, मैले हाम फाल्न सकिनँ । त्यस अवस्थामा नदीमा हामफालेका ५ जना साथीहरुलाई गाउँलेले ढुंगा प्रहार गरिरहेका थिए । ती साथीहरु ज्यान जोगाई नदी पारी पनि पुगे ।
तर, मोहन पुन मगर लगायतले नदी तरेर पनि साथीहरुलाई कुटपिट गरिरहेका थिए । नदी पार गर्न नसकेका म समेतलाई गाउँलेले ज्यानै मार्ने मनसायले कुटपिट गरिरहेको अवस्थामा चौरजहारीबाट प्रहरी आएपछि मात्र कुटपिट गर्न छोडेका हुन् ।
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यो पनि पढ्नुहोस गृहको प्रतिवेदन : रुकुम घटनाको योजनाकार वडाध्यक्ष !
लालबहादुर खड्का
हामीलाई ढुंगा, लाठी र हँसियाले हान्न थालेपछि हातपाउ जोडेर अनुनय विनय गर्दै रुँदै कराउँदै गर्न थालेँ । तर, नछाडेपछि ५ जना साथीहरुले नदीमा हाम फाल्यौं ।
नदीमा म समेतलाई गाउँलेले ढुंगामुढा प्रहार गरिरहेका थिए । उनीहरुले हानेको ढुंगा छल्दै पानीमा टाउको डुबाउँदै निकाल्दै सास फेर्दै बल्लतल्ल हामी ५ जनामध्ये २ जना सरोज भडेल र भोला बिटालु (बिसी) पहिला नदी पार गर्न सफल भए ।
पारि पुग्ने वित्तिकै कताबाट केही गाउँले त्यहाँ पुगिसकेका रहेछन्, हामीलाई पनि कुटपिट गर्न थाले ।
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onlinekhabarapp · 4 years ago
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कोरोना रोकथाममा अन्य प्रदेश भन्दा उत्कृष्ट छौं : मुख्यमन्त्री राई
२८ जेठ, विराटनगर । प्रदेश १ का मुख्यमन्त्री शेरधन राईले कोरोना रोकथाम र नियन्त्रणको काममा अरु प्रदेशले भन्दा प्रभावकारी काम गरेको दावी गरेका छन् ।
बुधबारको प्रदेशसभा बैठकमा सांसदहरुले उठाएको प्रश्नको जवाफ दिँदै मुख्यमन्त्री राईले कोरोना महामारीका विरुद्ध प्रदेश सरकारले अलमल नगरी योजनाबद्ध रुपमा काम गरिरहेको बताए ।
कोरोना संक्रमितको उचारको लागि कोभिड अस्पताल बनाएको, परीक्षणको दायरा विस्तार गरी १३ हजार बढीको पीसीआर विधिबाट कोरोना संक्रमण परीक्षण गर्नु प्रदेश १ को उपलब्धी रहेको उनले बताए । मुख्यमन्त्री राईले प्रदेश सरकारले ५० हजार जनाको पीसीआर परीक्षण गर्ने पनि जानकारी गराए ।
कोरोनाको महामारी र लकडाउन एउटै अवस्थामा नरहने बताउँदै उनले भौतिक दुरी र सुरक्षा सतर्कता अपनाएर सबै काम सञ्चालन गर्ने बताए । स्थायी संरचना पनि बनाइन्छ
मुख्यमन्त्री शेरधन राईले प्रदेश राजधानीका लागि नयाँ संरचना आगामी वर्षबाट निर्माण सुरु हुने बताएका छन् । प्रदेशको नामका विषयमा भने राजनीतिक दलहरूसँगको सहकार्य र छलफलबाट टुंगोमा पुगिने उनले बताए ।
नामांकनको विषय प्रदेशसभाको क्षेत्राधिकारभित्र रहेको बताउँदै उनले सबै दलको सहमतिमा प्रदेश सभाले पारित गर्ने बताए ।
नीति तथा कार्यक्रम पारित
प्रदेश १ सरकारको आगामी आर्थिक वर्षको नीति तथा कार्यक्रम प्रदेश सभाबाट बहुमतले पारित भएको छ । २३ जेठमा सभामा प्रस्तुत भएको नीति तथा कार्यक्रममाथिको छलफलमा तीन दिनसम्म सत्ता र प्रतिपक्षका जम्मा ५२ सांसदले भाग लिएका थिए ।
प्रमुख प्रतिपक्षी दल नेपाली कांग्रेसले भने नीति तथा कार्यक्रमको विपक्षमा मतदान गर्‍यो । नीति तथा कार्यक्रम संशोधन गर्न कांग्रेसक�� सांसद केदार कार्की र शेखरचन्द्र थापा र समाजवादी दलका नेता जयराम यादवले संशोधन प्रस्ताव दर्ता गराएका थिए ।
तर बुधबारको बैठकमा यादवले संसोधन फिर्ता लिएका थिए ।
कांग्रेसले मोरङको मंगलबारेस्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रलाई स्वर्गीय नेकपा नेता मदन भण्डारीको नामको बनाउन नहुने, ४५ करोडको राहत प्याकेजलाई बढाउनुपर्ने, यही वर्ष प्रदेशको नामाकरण प्रस्ताव दर्ता गराउनुपर्ने, कोरोनासँग म लड्छु भन्ने कार्यक्रम सञ्चालन गराउनुपर्ने माग गरेको थियो ।
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onlinekhabarapp · 5 years ago
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तराईमा सर्पदंशका घटनामा वृद्धि, कोभिड अस्पताल भएपनि नारायणीले सेवा दिँदै
२६ वैशाख, वीरगञ्ज । वैशाख २४ गते बाराको जितपुर सिमरा उपमहानगरपालिका १६ डकाहाकी ११ वर्षीया रञ्जिता रानामगरको विषालु सर्पको टोकाईबाट मृत्यु भयो । राजकुमार राना मगरकी कान्छी छोरीलाई बारीमा मकैको सिला खोज्न जाँदा विषालु सर्पले टोकेको थियो । पैदल घर फर्केकी उनको घरमा त्यतिखेर कोही थिएनन् ।
उनीसँगै गएका साथीले भनेपछि गाउँलेले एम्बुलेन्समा हालेर उपचारका लागि नारायणी अस्पताल पुर्‍याएका थिए । तर उनलाई अस्पताल पुर्‍याउन ढिलो भइसकेको थियो । अस्पतालले उनलाई मृत घोषित गरिदियो । अस्पताल ल्याउन ढिलाई भएकोले उनलाई बचाउन नसकिएको अस्पतालमा कार्यरत चिकित्सकहरु बताउँछन् । ‘कतिखेर सर्पले डसेको हो थाहा नै हुन सकेन । अस्पताल ल्या��पुर्‍याउँदा उनको मृत्यु भइसकेको थियो,’ अस्पतालका एक चिकित्सकले भने ।
बिहान १० बजेतिर खाना खाएर छोरीलाई घरमै छाडेर बाबुआमा काममा गएका थिए । त्यही बेला साथीहरुसँग उनी मकैको सिला खोज्न मकैबारीमा निस्केको बालिकाका बुबा राज कुमारले बताए ।
एम्बुलेन्स चालक मोहन कार्की भन्छन्, ‘मलाई फोन आएपछि एम्बुलेन्स लिएर बिरामी लिन जाँदै थिएँ । मोटरसाइकलमा राखेर ल्याइरहेको अवस्थामा बाटोेबाटै उनलाई आधा घण्टामा अस्पताल पुर्‍यायौं । तर पनि ढिलो भइसकेको रहेछ । अस्पतालले रञ्जितालाई मृत घोषित गरिदियो ।’
सोही गाउँमा बेलुका अर्को बालिकालाई पनि सर्पले डस्यो । तर समयमै अस्पताल पुर्‍याएका कारण उनलाई बचाउन सफल भएको एम्बुलेन्स चालक कार्की बताउँछन् ।
लेभल २ कोभिड अस्पतालमा परिणत भएपछि नारायणी अस्पतालले अन्य सेवा बन्द गरे पनि सर्पदंश उपचार सेवा जारी राखेको छ । नारायणी अस्पताललाई चैत ३० गते कोभिड अस्पतालको रुपमा परिणत भएपछि सरकारी सहुलियत र दरमै सेवा दिन नेशनल मेडिकल कलेजलाई जिम्मेवारी दिइएको छ ।
पर्सा, बारा, रौतहटका अन्य सरकारी तथा निजी अस्पतालले सर्पदंश उपचार सेवा दिन नसक्ने भएकोले नारायणीबाटै सेवा प्रवाह भइरहेको हो । कोभिड–१९ बिरामीको उपचारसँगै नारायणीले २४ सै घण्टा फिभर क्लिनिक सञ्चालन गर्नुको साथै सर्पदंशको उपचार सेवा दिइरहेको छ । वैशाखमा मात्रै ६ जना महिलासहित ३० जनाको उपचार गरिएको अस्पतालले जनाएको छ । समयमै अस्पताल आइपुग्ने सबैजना उपचारपछि निको भएर घर फर्केका छन् ।
गर्मी बढेसँगै मध्य तराईका पर्सा, बारा, रौतहटमा सर्पदंशका घटनामा वृद्धि भएको छ । सर्पदंशको आशंकामा पनि मानिसहरु उत्तिकै अस्पताल आइपुग्ने गरेका छन् । इमर्जेन्सीमा दैनिक ४ देखि ५ जना सर्पदंश र शंकास्पद सर्पदंशका बिरामी आउने गरेको अस्पतालको इमर्जेन्सी शाखा इन्चार्ज प्रल्हाद साहले जानकारी दिए । ‘कतिलाई सर्पले नै डसेको हो भन्ने थाहा हुन्छ, कतिपय शंका लागेर पनि आउँछन्,’ उनले भने, ‘त्यस्ता बिरामीलाई अब्र्जभेसनमा राखेर सर्पले डसेकै हो भन्ने यकिन भएपछि मात्रै उपचार सुरु गर्छौ ।’
सर्पदंशका बिरामीको उपचारका लागि एन्टी स्नेक भेनम आवश्यक पर्छ । नारायणीमा प्रदेश नं ३ को हेटौंडाबाट एन्टी स्नेक भेनम ल्याइन्छ ।
प्रायः गरी गर्मी मौसममा बढी सर्पदंशका घटना हुने गरेको छ । तर फागुनदेखि नै सर्पदंश सुरु हुन्छ । यो क्रम मंसिरसम्म चल्छ । पुष र माघमा तराईमा अत्यन्तै चिसो मौसम हुने भएको सर्पदंशका घटना खासै हुँदैन । नारायणी अस्पतालले दिएको जानकारी अनुसार ०७६ साउनमा ६ जना, भदौमा १२ जना, असोजमा ८ जना, कात्तिकमा २, मंसिर र फागुनमा १÷१ जना सर्पदंशका बिरामी उपचारका लागि आएका छन् ।
कुनै पनि निजी अस्पतालले सेवा दिन नसक्ने भएकोले सर्पदंश सेवा नारायणीकै आकस्मिक कक्ष��ाट प्रदान भइरहेको अस्पतालका मेडिकल सुपरिटेन्डेन्ट डा. मदन उपाध्यायले जानकारी दिए । ‘सर्पदंशका केश बढ्ने क्रममा छ । यो सिजन पनि हो । यही संवेदनशीलतालाई मध्यनजर गरेर उपचार सेवा दिइरहेका छौं,’ मेसु उपाध्यायले भने, ‘हामीले सेवा दिएनौं भने उपचार नपाएरै मानिस मृत्युको मुखमा जान सक्छन् भन्ने चिकित्सक बैठकको निष्कर्ष आयो । अरु सबै सेवा बन्द गर्न सकिएला तर सर्पदंश सेवा रोक्न सकिँदैन ।’
इमर्जेन्सी र कोभिड–१९ संक्रमित राखिएको आइसोलेसन वार्डका बिरामी दुवै हेर्ने गरी ड्युटी मिलाइएको मेसु उपाध्यायले बताए । ‘इमर्जेन्सीमा २४ सै घण्टा चिकित्सक हुन्छन्, कोभिड संक्रमितलाई पनि उनीहरुले नै हेर्छन् । सर्पदंशको उपचारमा आवश्यक पर्दा कन्सल्टेन्टको सहयोग लिइन्छ,’ उनले भने ।
नारायणीले रेविज भ्याक्सिन सेवा पनि प्रदान गरिरहेको अस्पतालले जनाएको छ ।
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