क्या आपका वैवाहिक जीवन बिखर रहा है? आपको इसके बारे में ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं है। हम इस स्थिति से गुजरने में आपकी सहायता करने के लिए यहां हैं। जैसा कि आप जानते हैं, तलाक की दर दैनिक आधार पर अधिक हो रही है। भारत में तलाक की दर साल दर साल लगातार बढ़ रही है. भारत में 1.36 मिलियन लोग तलाकशुदा हैं. यह विवाहित आबादी के 0.24% के बराबर है। यह वह जगह है जहां हमें विवाह के बाद परामर्श के महत्व को समझना चाहिए। शादी करने के बाद कई ऐसी चीजें हो सकती हैं जिन पर शादीशुदा जोड़े एडजस्ट कर रहे हैं और त्याग कर रहे हैं। लेकिन, अगर इसे ठीक से हल नहीं किया जाता है, तो यह वैवाहिक संबंध को भी तोड़ देगा। पोस्ट मैरिटल काउंसलिंग वैवाहिक चुनौतियों को समझने और अपने रिश्ते को मजबूत करने के लिए जोड़े के बीच होने वाली चिकित्सा का एक प्रकार है। पोस्ट मैरिटल काउंसलिंग के लक्ष्यों में बेहतर संचार, संघर्ष सुलझाने, विश्वास का पुनर्निर्माण, भावनात्मक बंधन को मजबूत करने और जीवन परिवर्तनों का प्रबंधन शामिल है। पोस्ट मैरिटल काउंसलिंग जोड़ों के अनदेखे मुद्दों को खोजने में मदद करती है। इसके अलावा, जोड़ों के बीच छोटी समस्याओं पर चर्चा की जा सकती है और एक बड़ी बाधा बनने से पहले हल किया जा सकता है। यह एक विवाह परामर्शदाता की मदद से किया जाता है। यदि आपके वैवाहिक संबंध किसी भी समस्या का सामना करते हैं, तो जल्द से जल्द एक पोस्ट मैरिटल काउंसलिंग प्राप्त करना बेहतर है। यहां तक कि अगर यह किसी भी मुद्दे का सामना नहीं कर रहा है, तो आप कई मुद्दों को पा सकते हैं जो आपके साथी के साथ संबोधित नहीं किए जाते हैं।यह आपको एक अच्छा वैवाहिक जीवन जीने में मदद करेगा। पोस्ट मैरिटल काउंसलिंग के बारे में अधिक जानकारी के लिए डॉ. राणा के मेडिकल हॉल से संपर्क करें।
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Covid-19: देश में कोविड-19 के 3,720 नए मामले।
नयी दिल्ली, तीन मई (भाषा) देश में कोरोना वायरस संक्रमण के 3,720 नए मामले सामने आए हैं, वहीं उपचाराधीन मरीजों की संख्या 40,177 है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को यह जानकारी दी।
मंत्रालय द्बारा सुबह आठ बजे अद्यतन किए गए आंकडों के अनुसार संक्रमण से 20 और लोगों की मौत होने से मृतक संख्या 5,31,584 हो गई है। इनमें संक्रमण से मौत के आंकड़ों का पुन:मिलान करते हुए केरल ने वैश्विक महामारी से जान गंवाने वाले मरीजों की सूची में छह नाम जोड़े हैं।आंकडों के अनुसार, देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़कर 4,49,56,716 हो गए हैं।
मंत्रालय के अनुसार, उपचाराधीन मामले कुल मामलों का 0.09 प्रतिशत है, वहीं संक्रमण से उबरने की राष्ट्रीय दर 98.73 प्रतिशत है।संक्रमण से कुल 4,43,84,955 लोग ठीक हो चुके हैं।मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, देशव्यापी टीकाकरण अभियान की शुरुआत से अब तक टीकों की कुल 220.66 करोड़ खुराक दी जा चुकी हैं।
गौरतलब है कि भारत में सात अगस्त 2020 को कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त 2020 को 30 लाख और पांच सितंबर 2020 को 40 लाख से अधिक हो गई थी। संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर 2020 को 50 लाख, 28 सितंबर 2020 को 60 लाख, 11 अक्टूबर 2020 को 70 लाख, 29 अक्टूबर 2020 को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे।
देश में 19 दिसंबर 2020 को ये मामले एक करोड़ से अधिक हो गए थे। चार मई 2021 को संक्रमितों की संख्या दो करोड़ और 23 जून 2021 को तीन करोड़ के पार पहुंच गई थी। पिछले साल 25 जनवरी को संक्रमण के कुल मामले चार करोड़ के पार चले गए थे।
Pc:Daily Sabah
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नवी मुंबई : अनिल बेदाग - दुनिया का सबसे बड़ा वर्टिकली इंटीग्रेटेड हेल्थकेयर प्रोवाइडर अपोलो (Apollo) भारत में मरीजों की देखभाल में सबसे आगे रहा है और हेल्थकेयर में अंग प्रत्यारोपण क्रांति का नेतृत्व किया है। आज अपोलो हॉस्पिटल्स ग्रुप ने 500 बच्चों के लिवर प्रत्यारोपण के सफल समापन की घोषणा की। अपोलो प्रत्यारोपण कार्यक्रम दुनिया के सबसे बड़े और सबसे व्यापक प्रत्यारोपण कार्यक्रमों में से एक है, जो अत्याधुनिक सेवाओं की पेशकश करता है।
इसमें लीवर रोग का प्रबंधन, किडनी रोग का प्रबंधन, लीवर और किडनी प्रत्यारोपण, हृदय और फेफड़े का प्रत्यारोपण शामिल है। 90% सफलता दर के साथ अपोलो लिवर ट्रांसप्लांट प्रोग्राम दुनिया भर के रोगियों के लिए गुणवत्ता और आशा का प्रकाश स्तंभ है। अपोलो अस्पताल में 50 से अधिक देशों से लिवर प्रत्यारोपण के मरीज आते हैं। फिलीपींस, इंडोनेशिया, संयुक्त अरब अमीरात, कतर, बहरीन, जॉर्डन, पाकिस्तान, केन्या, इथियोपिया, नाइजीरिया, सूडान, तंजानिया, बांग्लादेश, नेपाल, श्रीलंका, सीआईएस, म्यांमार और कई अन्य देशों के मरीजों ने भारत में परिवर्तनकारी और किफायती समाधान पाया है।
डॉ.अनुपम सिब्बल, ग्रुप मेडिकल डायरेक्टर-सीनियर पीडियाट्रिक गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट, अपोलो हॉस्पिटल्स ने कहा, “हमें इस महत्वपूर्ण मील के पत्थर तक पहुंचने पर गर्व है और इतने बच्चों और परिवारों की मदद करने में सक्षम होने पर हमें गर्व है। पिछले कुछ वर्षों में कई चुनौतियों पर काबू पाया है। 4 किलोग्राम से कम वजन वाले छोटे बच्चों में प्रत्यारोपण, लिवर विफलता के अलावा गंभीर चिकित्सा स्थितियों वाले बच्चों और बच्चों में प्रत्यारोपण, एबीओ असंगत प्रत्यारोपण जब परिवार के पास रक्त समूह संगत दाता नहीं है।
हम बहुत खुश हैं कि हमारी 500वीं मरीज एक बच्ची है और हमारे लगभग 45% मरीज अब लड़कियां हैं। डॉक्टरों, नर्सों और सपोर्ट स्टाफ की हमारी समर्पित टीम ने काम किया है। 1998 में जब हमने भारत में पहला सफल लिवर ट्रांसप्लांट किया, तब से अपोलो ट्रांसप्लांट प्रोग्राम ने बच्चों और वयस्कों में 4100 से अधिक लिवर ट्रांसप्लांट किए हैं।''
अपोलो की 500 वीं बालचिकित्सा लिवर रोगी कहानी - प्रिशा बिहार के जहानाबाद में एक युवा मध्यवर्गीय जोड़े ने खुशी और श्रद्धा से अपनी पहली बेटी का नाम "प्रिशा" रखा, जिसका शाब्दिक अर्थ है भगवान का उपहार। एक शिक्षक पति और गृहिणी पत्नी, पहले कुछ सप्ताह आनंदमय थे लेकिन फिर उन्हें एहसास हुआ कि प्रिशा को पीलिया हो गया है। एक डॉक्टर से दूसरे डॉक्टर के पास जाने की कठिन राह ने पूरी निराशा और पीड़ा को जन्म दिया जब उन्हें बताया गया कि उसे एक ऐसी बीमारी है जो मौत की सजा है, बाइलरी एट्रेसिया जिसके कारण उसका लीवर फेल हो जाएगा।
वे हार मानने के लिए तैयार नहीं थे और शीर्ष विशेषज्ञों से संपर्क करने के लिए अपनी विनम्र पहुंच से आगे बढ़ गए, जब तक कि उन्हें एहसास नहीं हुआ कि लिवर प्रत्यारोपण जीवन रक्षक होगा, और लगभग 6 महीने की उम्र में उसे अपोलो ले आए। चुनौतियां वास्तव में कई थीं लेकिन परिवार के संकल्प और टीम की प्रतिबद्धता के कारण उन पर काबू पा लिया गया। जब तैयारी की जा रही थी, तब पूरक आहार देने और प्रत्यारोपण के लिए पोषण पुनर्वास प्राप्त करने के लिए उसकी नाक के माध्यम से एक फीडिंग ट्यूब डाली गई थी। उसकी मां ने उसके लिवर का एक हिस्सा दान कर दिया और एक सफल लिवर ट्रांसप्लांट के बाद प्रिशा खूबसूरती से ठीक हो गई।
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क्रय शक्ति समता: ट्विटर पर खर्चीला भारत में खर्चीला खर्चीला? जानें पता करें मस्क का विज्ञान
क्रय शक्ति समता: ट्विटर पर खर्चीला भारत में खर्चीला खर्चीला? जानें पता करें मस्क का विज्ञान
ट्विटर ब्लू टिक: प्रेक्षक मास (एलोन मस्क) ने 1 नवंबर को ऐसा किया था जो कि विज्ञापन के लिए खतरनाक था। सभी के लिए ठीक नहीं है। एक बार फिर से चालू होने के बाद, विशेष अपडेट के लिए पावर पायरिटी (परचेज़िंग पावर पैरिटी) के एयर परचेजिंग पावर पायराइटी । आइए
क्या परचेजिंग पावर पायरिटी (परचेजिंग पावर पैरिटी)?
ओईसीडी (ऑर्गनाइजेशन फॉर इकोनॉमिक को-ऑपरेशन एंड डेवलपमेंट) के पावर पायर पायरी कन्वर्जन की दर वैभव…
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हड्डी फ्रैक्चर के प्रभावी उपचार के लिये IIT गुवाहाटी ने विकसित की नई तकनीक
न्यूजवेव @ नई दिल्ली
भारतीय शोधकर्ताओं ने ऐसी नई तकनीक विकसित की है जिससे यह आकलन कर सकते हैं कि पैर की हड्डी का फ्रैक्चर सर्जरी के बाद कैसे और किस सीमा तक ठीक हो सकता है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सिमुलेशन मॉडल पर आधारित यह तकनीक सर्जरी के बाद जाँघ की हड्डी के फ्रैक्चर में उपयोगी हो सकती है। साथ ही, यह तकनीक फ्रैक्चर उपचार के लिए सर्जरी से पहले सही इम्प्लांट या तकनीक चुनने में भी मदद करेगी।
शोधकर्ताओं का कहना है कि विभिन्न फ्रैक्चर निर्धारण रणनीतियों के उपचार परिणामों का आकलन करने के लिए इस तकनीक का उपयोग हो सकता है। इससे रोगी के विशिष्ट शारीरिक गठन और फ्रैक्चर प्रकार के आधार पर इष्टतम रणनीति का चयन किया जा सकता है। यह अध्ययन आईआईटी, गुवाहाटी के शोधकर्ताओं द्वारा किया गया है। यह अध्ययन, आर्थोपेडिक्स में सटीक और प्रभावी निर्णय लेने की दर में सुधार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है, जिससे फ्रैक्चर रिकवरी से जुड़ी लागत और बीमारी का बोझ कम करने में मदद मिल सकती है।
विभिन्न उपचार विधियों के बाद फ्रैक्चर रिकवरी की प्रक्रिया को समझने के लिए शोधकर्ताओं ने परिमित तत्व विश्लेषण, एआई टूलऔर फजी लॉजिक के संयोजन का उपयोग किया है। इसके लिए विशिष्ट सिमुलेशन के साथ-साथ अस्थि-विकास मापदंडों का उपयोग किया गया है। फ्रैक्चर उपचार क्षमता की तुलना के लिए हड्डियों को स्थिरता प्रदान करने वाले स्क्रू आधारिततंत्र के प्रभाव की पड़ताल भी की गई है। शोधकर्ताओं का कहना है कि टूटी हड्डियों में सुधार के संबंध में एआई मॉडल के आकलन प्रयोगात्मक अवलोकन के अनुरूप पाये गए हैं, जो इसकी विश्वसनीयता को दर्शाते हैं।
आईआईटी गुवाहाटी के सूत्रों ने बताया कि इस सटीक मॉडल का उपयोग उपचार के समय को कम कर सकता है, और उन रोगियों के लिए आर्थिक बोझ और दर्द को कम कर सकता है, जिन्हें जांघ के फ्रैक्चर के उपचार की आवश्यकता होती है। विभिन्न जैविक और रोगी-विशिष्ट मापदंडों के अलावा, यह एआई मॉड्यूल धूम्रपान और मधुमेह जैसे घटकों को भी आकलन प्रक्रिया में शामिल कर सकता है।
आईआईटी (IIT) गुवाहाटी के डिपार्टमेंट ऑफ बायोसाइंस में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ सौप्तिक चंदा और उनके शोध छात्र प्रतीक नाग का यह अध्ययन शोध पत्रिका प्लस वन में प्रकाशित किया है। डॉ सौप्तिक चंदा बताते हैं कि ‘‘जटिल जैविक घटनाओं को समझने और उनका आकलन करने में एआई प्रभावी रूप से सक्षम है, इसीलिए, स्वास्थ्य विज्ञान अनुप्रयोगों में यह तकनीक एक बड़ी भूमिका निभा सकती है।‘‘
उम्रदराज लोगों की बढ़ती आबादी के साथ दुनियाभर में जाँघ की हड्डी और कूल्हे के फ्रैक्चर की घटनाएं बढ़ी हैं। अकेले भारत में हर साल 2 लाख हिप फ्रैक्चर होते हैं, जिनमें से अधिकांश को अस्पताल में भर्ती होने और ट्रॉमा केयर की आवश्यकता होती है।
शोधकर्ताओं की योजना इस एल्गोरिदम के आधार पर एक सॉफ्टवेयर ऐप विकसित करने की है, जिसका उपयोग अस्पतालों और अन्य स्वास्थ्य संस्थानों में उनके फ्रैक्चर उपचार प्रोटोकॉल के हिस्से के रूप में किया जा सकता है। पशुओं पर अध्ययन के जरिये मापदंडों में सुधार के लिए शोधकर्ता पूर्वोत्तर इंदिरा गांधी क्षेत्रीय स्वास्थ्य और चिकित्सा विज्ञान अस्पताल, शिलांग के डॉ. भास्कर बोरगोहेन एवं हड्डी रोग विशेषज्ञों की उनकी टीम के साथ मिलकर कार्य कर रहे हैं। (इंडिया साइंस वायर)
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14 राज्यों में रिकवरी रेट 90% या उससे ज्यादा, इन राज्यों का पजिटिविटी रेट बना चिंता का कारण
14 राज्यों में रिकवरी रेट 90% या उससे ज्यादा, इन राज्यों का पजिटिविटी रेट बना चिंता का कारण
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पतंजलि ने किया कोरोना की दवाई “कोरोनिल” बनाने का दावा । स्वामी रामदेव स्वयं को कोरोना से संक्रमित कर करेंगे ठीक ।
जहां एक ओर कोरोना वायरस या कोविड 19 या इसे चाईनीस वायरस कहना ठीक होगा, ने पूरी दुनिया में हाहाकार मचा रखा है, वहीं दूसरी ओर इसके इलाज की भी कोशिशें तेजी से जारी हैं । इसी बीच पूरी दुनिया को चौंकाते हुए भारत की एक बड़ी आयुर्वेदिक दवाईयों की कंपनी पतंजलि ने यह दावा करके सबको हैरान कर दिया है कि उन्होंने इस महामारी के विरुद्ध शत प्रतिशत बिमारी का इलाज खोज निकाला है । स्वामी रामदेव ने तो यहाँ तक दावा किया है कि वे स्वयं को कोरोना से संक्रमति करने के पश्चात इस दवाई के सेवन से 3 से 7 दिनों में ही ठीक भी होकर दिखाएंगे । उनका कहना है कि योग के जरिये भी इस बिमारी को ठीक किया जा सकता है । और आयुर्वेदिक रसायनों के नियमित सेवन जैसे कि तुलसी, गिलोय तथा अश्वगंधा के द्वारा इसे पूर्णत: ठीक कर आदमी स्वस्थ हो सकता है ।
जिस दवाई की वे बात कर रहे हैं, उन्होंने उसका नाम “कोरोनिल” रखा है । इंडिया टीवी को दिए एक इंटरवियू में स्वामी रामदेव ने बताया कि उनकी दवाई ने क्लीनिकल ट्रायल का पहला चरण पूरा कर लिया है और इससे उन्होंने सैंकड़ों लोगों को ठीक करके दिखाया है । उन्होंने कहा कि इसे बनाने की विधि बहुत ही आसान है । इसमें मुलेठी, अश्वगंधा, दालचीनी, नीम, काली मिर्च, आंवला, शतावर, अदरक, गिलोय, कच्ची हल्दी इस सभी को एक साथ मिला कर व कूट कर इनका मसाला बनाना है, और इसे एक काढ़े या चाय की तरह नियमित तौर पिया जाना है ।
उन्होंने बताया कि उन्होंने इस बिमारी के इलाज के लिए रिसर्च अक्तूबर, 2019 से पहले ह�� शुरू कर दी थी और यही कारण है कि अब जाकर इसका इलाज बनकर तैयार हो पाया है । हालांकि उन्होंने कोरोनिल के साथ – साथ श्वासारि वटी को भी सुबह शाम एक – एक गोली लेने को कहा है, जिससे इस बिमारी क�� ठीक करने में जल्दी सहायता मिलेगी । साथ ही उन्होंने सभी को भस्त्रिका प्राणायाम, कपालभाति एवं अनुलोम विलोम करने का भी नियमित रूप से करने का आग्रह किया है, ताकि इससे सभी के फेफड़े मजबूत हो सकें एवं कोरोना जैसी किसी भी बिमारी से लड़ने में सहायता मिल सके ।
इससे एक दिन पहले पतंजलि आयुर्वेद के सी.ई.ओ. आचार्य बालकृष्ण ने भी बताया था कि उन्होंने दवाई का क्लीनिकल कंट्रोल के परिणाम भी आने वाले हैं । उन्होंने अपने वैज्ञानिकों की पूरी टीम इस काम पर लगा रखी है और अब परिणाम भी बेहद सुख की सांस देने वाले हैं । उन्होंने रोज के हिसाब से रोगियों का डाटा रखा, उनके सुधार की दर जाँची । उन्होंने सैंकड़ों कोरोना वायरस से ग्रसित रोगियों को पंतजलि आयुर्वेद की दवाई दी और शत प्रतिशत रोगी ठीक भी हुए हैं । 80% रोगी तो 5 – 6 दिनों में ही पूर्णत: स्वस्थ हो गए थे । बाकि गंभीर रोगियों को अधिक से अधिक 14 दिनों में ठीक करने का उन्होंने दावा किया है ।
सबसे बड़ी बात उन्होंने कही है कि उन्हें पता है कि दुनिया को इस दवाई का सबूत भी देना होगा और इसीलिए वे क्लीनिकल कंट्रोल ट्रायल ही कर रहे हैं और आने वाले 4 से 5 दिनों के भीतर ही वे इसे पूरा कर लेंगे । और इसी के बाद वे पूरी दुनिया को प्रमाणों सहित ही कोरोना का दवा देंगे और भारत व आयुर्वेद का डंका पूरा दुनिया में बजेगा, जिसे सभी को मानना होगा ।
यदि ऐसा होता है तो यह खबर भारत ही नहीं पूरी दुनिया के लिए उत्साहवर्धक होने वाली है क्योंकि अब तक इस बिमारी से पूरी दुनिया में 80 लाख से अधिक लोग इससे संक्रमित हो चुके हैं और साढ़े चार लाख से अधिक लोगों की मृत्यु भी हो चुकी है । अकेले भारत में संक्रमित लोगों को संख्या 3 लाख को पार करने वाली है और कई राज्यों में तो हालात बेकाबू हैं । इससे लोगों की जान के साथ – साथ देश की अर्थव्यवस्था को भी भारी नुकसान पहुँचा है । लोगों की नौकरियां चली गई हैं और व्यापार पूरी तरह से ठप पड़ा है । ऐसे में आशा यही है कि जब तक इस महामारी के रोकथाम की कोई वैक्सीन नहीं आ जाती, तब तक पतंजलि का कोरोनिल दवा रामबाण बनकर भारत देश के मरीजों का ही नहीं, अपितु पूरे विश्व के मरीजों की ईलाज कर सके और लाखों जाने व अर्थव्यवस्थाएं बचा सकें ।
अधिक जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट पर जाएं – https://rawpolitics.in/
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एक ओर जहाँ पूरी दुनिया के वैज्ञानिक कोविड-19 के लिए दवा खोजने और टिका बनाने के जदोजहद में लगे हुए है | , वही बाबा रामदेव भारत में अपनी चमत्कारी दवा कोरोलिन के साथ आ टपके ! तुर्रा ये कि कोविड -19 के इलाज़ में इसकी सफलता दर 70 , 80 या 90 % नहीं बल्कि पुरे 100 % है | मेडिसिन ( आयुर्वेदिक दवाओं समेत ) के इतिहास में शायद ही कोई और दवा 100 % सफलता की निश्चितता का दावा करती हो !
बाबा जी ने ये घोषणाएं अपनी पूरी मंडली के साथ राष्ट्रीय टेली विज़न पर की और देश -दुनिया देखती रह गई|भारत की बात बाद में लेकिन इस नौटंकी की वजह से दुनिया के वैज्ञानिक विरादरी पर तब -तक हमारे देश की अच्छी -खासी किरकरी हो चुकी थी |
बाबा रामदेव की इस घोषणा के बाद , उत्तराखंड सरकार ने कहा कि उसकी लाइसेंस देने वाली संस्था ने दिव्या फार्मेसी को ( पतंजली कि दावा इकाई ) किसी किस्म का अप्रूवल कोरोना किट के लिए नहीं दिया है | साथ ही साथ राजस्थान सरकार ने पतंजली द्वारा किसी किस्म के क्लीनिकल ट्रायल कि जानकारी के संबध में अनभिज्ञयता जता दी | रही सही कसर इस खबर ने पूरी कर दी की कोविड -19 के हल्के लक्षणों वाले मरीजों को भी ट्रायल के दौरान पतंजली की कोरोनिल से कोई आराम न होने पर उन्हें ऐलोपैथिक दावा देकर ठीक किया गया था | भाण्डा फुट चूका था , और भारत सरकार के आयुष विभाग ने भी रामदेव को नोटिस पकड़ा दी है | दो कदम और आगे आकर ड्रग अथॉरिटी ने ये राज भी खोल दिया कि रामदेव ने 'कोरोनिल' का लाइसेंस सर्दी -खासी -जुखाम के लिए ले रखा है |
कहा जाता है आयुर्वेद दुनिया कि प्राचीनतम चिकित्सा पद्धतियों में से एक है | चिकित्सा संबधी प्राचीन ज्ञान को भारत में आयुर्वेद ने लिपिबद्ध , सुसंगत और सांस्थानिक रूप प्रदान किया है | अतीत के किसी भी ज्ञान के सामान आयुर्वेद का मानव समाज की बेहतरी के लिए अपना योगदान रहा है |यही कारण है कि रोग प्रतिरोधक क्षमता में अभिवृद्धि हो या सामान्य सर्दी -जुखाम हो या फिर मर्ज (बवासीर ) वैगरह , आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति का प्रयोग भारत में आज भी लोकप्रिय है |
लेकिन इसी के साथ जैसे किसी भी प्राचीन ज्ञान परम्परा कि सीमा बनती है आयुर्वेद की भी अपनी एक सीमा है | आधुनिक काल का सच है | सर्जरी हो , टीकाकरण हो , हार्ट ट्रांसप्लांट हो , ये सब आधुनिक ���िकित्सा पद्धति की देन है | जिनका कोई भी प्राचीन चिकित्सा पद्धति मुकाबला नहीं कर सकती है | इसी वजह से " आयुर्वेदाचार्य " ' बालकृष्ण ' की तबियत बिगड़ने पर उन्हें सीधे Aiims की याद आ जाती है |
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भारत में 5,910 नए कोविड मामले, 16 मौतें
नई दिल्ली, 5 सितंबर (SuryyasKiran)। भारत में पिछले 24 घंटों में 5,910 नए कोविड मामले दर्ज किए गए, जो पिछले दिन की संख्या 6,809 के मुकाबले थोड़ी कम है। यह जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को दी है।
इसी अवधि में, देश में 16 और लोगों की मौत हुई जिसके बाद कुल मौतों की संख्या 5,28,007 हो गई। इस बीच, सक्रिय केसलोड 53,974 है, जो देश के कुल पॉजिटिव मामलों का 0.12 प्रतिशत है।पिछले 24 घंटों में 7,034 मरीजों के ठीक होने के बाद अब तक ठीक होने वालों की कुल संख्या 4,38,80,464 हो गई। इस बीच, भारत की दैनिक पॉजिटिविटी दर बढ़कर 2.60 प्रतिशत है, जबकि साप्ताहिक पॉजिटिविटी दर 2.15 प्रतिशत है।साथ ही इसी अवधि में, देश भर में कुल 2,27,313 परीक्षण किए गए। सोमवार की सुबह तक, भारत का कोविड-19 टीकाकरण कवरेज 213.52 करोड़ से अधिक हो गया।टीकाकरण अभियान की शुरूआत के बाद से 4.04 करोड़ से अधिक किशोरों को कोविड-19 वैक्सीन की पहली खुराक दी गई है।--SuryyasKiranपीटी/एसकेपी
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कोरोनावायरस लाइव अपडेट: 16,103 नए मामले, भारत में 31 और मौतें
कोरोनावायरस लाइव अपडेट: 16,103 नए मामले, भारत में 31 और मौतें
भारत COVID-19 लाइव: वसूली दर 98.54% दर्ज की गई, मंत्रालय ने कहा। (फ़ाइल)
नई दिल्ली:
भारत ने रविवार को 16,103 नए कोरोनोवायरस मामलों को जोड़ा, जबकि 31 नई मौतों ने देश के वायरस से संबंधित मृत्यु संख्या को बढ़ाकर 5,25,199 कर दिया, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों से पता चला। मंत्रालय ने कहा कि सक्रिय मामले 1,11,711 हैं, जिसमें कुल संक्रमण का 0.26 प्रतिशत शामिल है, जबकि ठीक होने की दर 98.54…
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OnePlus 10R 5G, Nord CE 2 Lite के स्पेसिफिकेशन भारत में लॉन्च से पहले छेड़े गए
OnePlus 10R 5G, Nord CE 2 Lite के स्पेसिफिकेशन भारत में लॉन्च से पहले छेड़े गए
OnePlus 10R 5G भारत में 28 अप्रैल को OnePlus Nord CE 2 Lite के साथ लॉन्च होने के लिए बिल्कुल तैयार है। लॉन्च से ठीक एक हफ्ते पहले, चीनी स्मार्टफोन कंपनी ने आगामी वनप्लस स्मार्टफोन्स के बारे में कई विवरणों का खुलासा किया है, जो उनके कैमरे, बैटरी और फास्ट चार्जिंग क्षमताओं की एक झलक पेश करते हैं। OnePlus 10R 5G में अनुकूली फ्रेम दर के साथ 120Hz फ्लुइड डिस्प्ले की सुविधा की पुष्टि की गई है। OnePlus…
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OnePlus 10R 5G में 120Hz फ्लुइड डिस्प्ले का टीज़र, Nord CE 2 Lite में 5,000mAh की बैटरी होगी
OnePlus 10R 5G में 120Hz फ्लुइड डिस्प्ले का टीज़र, Nord CE 2 Lite में 5,000mAh की बैटरी होगी
OnePlus 10R 5G भारत में 28 अप्रैल को OnePlus Nord CE 2 Lite के साथ लॉन्च होने के लिए बिल्कुल तैयार है। लॉन्च से ठीक एक हफ्ते पहले, चीनी स्मार्टफोन कंपनी ने आगामी वनप्लस स्मार्टफोन्स के बारे में कई विवरणों का खुलासा किया है, जो उनके कैमरे, बैटरी और फास्ट चार्जिंग क्षमताओं की एक झलक पेश करते हैं। OnePlus 10R 5G में अनुकूली फ्रेम दर के साथ 120Hz फ्लुइड डिस्प्ले की सुविधा की पुष्टि की गई है। OnePlus…
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Corona cases in India : देश में कोरोना के नए मामलों में आज बढ़ोतरी दर्ज, पिछले 24 घंटे के भीतर सामने आए 1938 नए केस
नई दिल्ली: भारत में एक दिन में कोविड-19 के 1,938 नए मामले सामने आने के बाद देश में कोरोना वायरस (Corona Updates in India) से अब तक संक्रमित हो चुके लोगों की संख्या बढ़कर 4,30,14,687 हो गई। वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 22,427 रह गई है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बृहस्पतिवार को सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, देश में 67 और लोगों की मौत के बाद, संक्रमण की वजह से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 5,16,672 हो गई।
देश में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 22,427 हो गई है, जो कुल मामलों का 0.05 प्रतिशत है।
पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 660 की कमी दर्ज की गई। मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 98.75 प्रतिशत है।
अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण की दैनिक दर 0.29 प्रतिशत और साप्ताहिक दर 0.35 प्रतिशत दर्ज की गई। देश में अभी तक 78.49 करोड़ से अधिक नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई है, जिनमें से 6,61,954 नमूनों की जांच पिछले 24 घंटे में की गई। देश में अभी तक कुल 4,24,75,588 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और कोविड-19 से मृत्यु दर 1.20 प्रतिशत है।
India reports 1,938 fresh #COVID19 cases & 2,531 recoveries and 67 deaths, in the last 24 hours
Active case: 22,427 (0.05%)
Daily positivity rate: 0.29%
Total recoveries: 4,24,75,588
Death toll: 5,16,672 pic.twitter.com/hkoKVky685
— ANI (@ANI) March 24, 2022
वहीं, राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 182.23 करोड़ से अधिक खुराक दी गई हैं। उल्लेखनीय है कि देश में सात अगस्त 2020 को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त 2020 को 30 लाख और पांच सितंबर 2020 को 40 लाख से अधिक हो गई थी। संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर 2020 को 50 लाख, 28 सितंबर 2020 को 60 लाख, 11 अक्टूबर 2020 को 70 लाख, 29 अक्टूबर 2020 को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे।
देश में 19 दिसंबर 2020 को ये मामले एक करोड़ के पार हो गए थे। पिछले साल चार मई को संक्रमितों की संख्या दो करोड़ और 23 जून 2021 को तीन करोड़ के पार पहुंच गई थी। इस साल 26 जनवरी को मामले चार करोड़ के पार पहुंच गए थे।
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जलवायु परिवर्तन के बीच जलवायु परिवर्तन, 31 मार्च से मौसम मौसम परिवर्तन
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कोरोना के परिवर्तन के बीच केंद्र सरकार ने फैसला सुनाया। 31 नवंबर से नासा ने कहा है। निश्चित रूप से और दो गज की दूरी का पूरा नियम।
बुध को भारत में कोविड-19 के 1778 नए मामले सामने आए। संबंध की संख्या घटक 23,087 है। 24 तो में 62 लोगों ने। इस जांच के लिए संक्रमण की जानकारी से जनसंख्या और nbsp;16,605 तक प्राप्त किया गया है। 24 घंटे काम करने वाले की संख्या में 826 की कमी दर्ज करें। ठीक होने की दर…
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पिछले 24 घंटों में, भारत में 2,539 कोरोनावायरस के मामले सामने आए हैं और 60 मौतें हुई हैं भारत समाचार
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नई दिल्ली: भारत में गुरुवार को 2,539 मामले सामने आए कोविड केस और 60 मौतें। देश में मरने वालों की संख्या बढ़कर 5,16,132 हो गई है। देश में 30,799 सक्रिय कोविड मामलों के साथ, सक्रिय मामलों में कुल मामलों का 0.07 प्रतिशत हिस्सा है। देश में पिछले 24 घंटों में ठीक होने वालों की संख्या 4,491 दर्ज की गई है, जिससे ठीक होने की दर 98.73 प्रतिशत हो गई है। इस बीमारी से ठीक होने वाले मरीजों की कुल संख्या…
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