#भारत में कोरोना के मामले
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Corona Lockdown Alert; दुनिया भर में फिर बढ़े कोरोना के मामले, अमेरिका की चिंता बढ़ी; जानें क्या फिर लगेगा लॉकडाउन
Corona Alert: दुनिया की सबसे बड़ी त्रासदियों में से एक कोरोना वायरस एक बार फिर लौट आया है. भारत समेत दुनिया के कई देशों में इन दिनों कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. यही नहीं भारत में भी कोरोना के केस तेजी से बढ़ रहे हैं. मरीजों में वही जुकाम, सर्दी, खांसी, बदन दर्द बुखार से जैसे सामान्य लक्षण दिखाई दे रहे हैं. लेकिन इस बार ये मामला गंभीर है क्योंकि चिकित्सक भी इसे समझ नहीं पा…
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What is PMGKAY | PMGKAY Extension 2023 | पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना सम्पूर्ण जानकारी
PMGKAY क्या है पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना, जो 1 जनवरी से 81 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन देगी? Introduction of PMKGAY क्या है PMGKAY योजना? प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (PMGKAY) भारत सरकार द्वारा आरंभ की गई एक विशेष योजना है, जिसे COVID-19 महामारी के दौरान देश के गरीब और वंचित वर्ग के लोगों की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से शुरू किया गया था। इस योजना के तहत, सरकार ने 80 करोड़ से अधिक लोगों को मुफ्त में अनाज उपलब्ध कराया, जिसमें प्रत्येक लाभार्थी को हर महीने 5 किलोग्राम अतिरिक्त अनाज (गेहूं या चावल) मुफ्त में दिया जाता है। इस योजना का उद्देश्य गरीब लोगों को कोरोना संकट के समय में खाद्य सहायता प्रदान करना है। 1 जनवरी से इस योजना को और आगे बढ़ाया गया है, जिससे 81 करोड़ लोगों को लाभ मिलेगा। यह योजना राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA), 2013 के तहत पहले से उपलब्ध अनाज के अतिरिक्त है। PMGKAY के तहत मुफ्त अनाज वितरण का उद्देश्य विशेष रूप से इस महामारी के दौरान आर्थिक रूप से प्रभावित लोगों की मदद करना है। इस योजना को लागू करने के लिए, सरकार ने विशेष बजट आवंटित किया है और खाद्य वितरण सिस्टम को मजबूत किया है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि हर लाभार्थियों तक अनाज पहुँचाया जा सके। शुरुआत और इतिहास प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना की शुरुआत मार्च 2020 में हुई थी, जब COVID-19 महामारी ने विश्वव्यापी रूप से प्रसार पाना शुरू किया। इस महामारी ने भारत में विशेष रूप से आर्थिक गतिविधियों को प्रभावित किया, जिससे गरीब और वंचित वर्ग के लोगों पर खाद्य सुरक्षा का संकट गहरा गया। इस योजना के तहत, सरकार ने इन लोगों को मुफ्त में अनाज उपलब्ध कराने का निर्णय लिया। PMGKAY extension 2023 (पीएमजीकेवाई योजना का विस्तार 2023) हालांकि पीएमजीकेवाई (प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना) कार्यक्रम 2023 तक चला, यह समझना महत्वपूर्ण है कि इसे नवंबर 2023 में पांच साल के लिए दिसंबर 2028 तक बढ़ा दिया गया था। इसलिए, पीएमजीकेवाई ��ार्यक्रम के लिए आवेदन 2023 में भी स्वीकार किए जा रहे थे, और वे आगे भी स्वीकार जाएंगे। कुछ महत्वपूर्ण बातें याद रखें: पीएमजीकेवाई विस्तार: दिसंबर 2028 तक बढ़ाया गया। आवेदन प्रक्रिया: वही रहेगी - आपके राज्य के खाद्य आपूर्ति विभाग की वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन या आपके निकटतम राशन की दुकान पर ऑफ़लाइन। पात्रता: वे व्यक्ति जो राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एनएफएसए) मानदंडों को पूरा करते हैं या अंत्योदय अन्न योजना (एएवाई) कार्यक्रम के तहत पंजीकृत हैं, पात्र हैं। अधिक जानकारी: डीएफपीडी वेबसाइट: https://dfpd.gov.in/ हेल्पलाइन नंबर: 1967 पीएमजीकेवाई के बारे में सबसे सटीक और नवीनतम जानकारी के लिए आधिकारिक स्रोतों जैसे डीएफपीडी वेबसाइट या हेल्पलाइन पर भरोसा करना महत्वपूर्ण है। PMGKAY Extenstion योजना मे 2024 मे किए गए बदलाव केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (PMGKAY) के तहत लगभग 81.35 करोड़ लाभार्थियों (अर्थात अंत्योदय अन्न योजना (एएवाई) परिवार और प्राथमिकता वाले परिवार (पी. एच. एच.) लाभार्थियों) को उनकी पात्रता के अनुसार (अर्थात् प्रति माह प्रति एएवाई परिवार 35 किलोग्राम खाद्यान्न और प्राथमिकता वाले परिवार के मामले में प्रति माह प्रति व्यक्ति 5 किलोग्राम खाद्यान्न) दिनांक 1 जनवरी, 2024 से अगले पांच वर्षों के लिए निःशुल्क खाद्यान्न उपलब्ध कराना जारी रखने का निर्णय लिया है। यह निर्णय लाभार्थियों के हितों को ध्यान में रखते हुए किया गया है, साथ ही NFSA 2013 के प्रावधानों को मजबूत करते हुए गरीबों की खाद्यान्न तक पहुंच, वहनीयता और उपलब्धता के संदर्भ में सभी राज्यों में एकरूपता बनाए रखने के लिए। भारत सरकार द्वारा वयस्क परिवारों, पीएचएच लाभार्थियों, अन्य कल्याणकारी कार्यक्रमों और टाइड ओवर को खाद्यान्न वितरण के लिए वार्षिक 2.13 लाख करोड़ रुपए की खाद्य सब्सिडी दी जाती है। आर्थिक लागत में वृद्धि को देखते हुए, अगले पांच वर्षों में केंद्र सरकार PMGKAY के तहत खाद्य सब्सिडी के रूप में लगभग 11.80 लाख करोड़ रुपये खर्च करेगी। 1 जनवरी 2024 से अगले पांच वर्षों के लिए PMGKAY के तहत निःशुल्क खाद्यान्न का प्रावधान राष्ट्रीय खाद्य एवं पोषण सुरक्षा के समाधान के लिए सरकार की दीर्घकालिक प्रतिबद्धता और दृष्टिकोण को दर्शाता है। निःशुल्क खाद्यान्न के प्रावधान, लाभार्थियों के लिए शून्य लागत के साथ दीर्घकालिक मूल्य निर्धारण कार्यनीति सुनिश्चित करेंगे, जो सार्वजनिक वितरण प्रणाली के प्रभावी पहुंच के लिए महत्वपूर्ण हैं, साथ ही समाज के प्रभावित वर्ग के लिए आर्थिक चुनौती को कम करेंगे। केंद्र सरकार ने पहले ही पीएमजीकेएवाई के तहत लाभार्थियों (एएवाई परिवारों और पीएचएच लाभार्थियों) को एक वर्ष के लिए खाद्यान्न मुफ्त देने का फैसला किया था. 1 जनवरी 2023 से। PMGKAY योजना का उद्देश्य Objective of PMGKAY Scheme PMGKAY योजना, जिस�� प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के नाम से जाना जाता है, का मुख्य उद्देश्य देश के गरीब और जरूरतमंद वर्गों को महत्वपूर्ण समय में सहायता प्रदान करना है। इस योजना के अंतर्गत, सरकार राशन कार्ड धारकों को मुफ्त में अनाज उपलब्ध कराती है, जिससे वे अपने परिवार का पेट भर सकें और भूखमरी की समस्या से निपट सकें। यह योजना विशेष रूप से महत्वपूर्ण रही है दुनिया भर में फैले COVID-19 महामारी के दौरान, जब आर्थिक गतिविधियाँ धीमी पड़ गईं और बहुत से लोगों की आय पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा। योजना के कुछ मुख्य उद्देश्य निम्नलिखित हैं: - भूखमरी और कुपोषण से लड़ना: गरीब परिवारों को मुफ्त में अनाज प्रदान करके, यह योजना भूखमरी और कुपोषण की समस्याओं को कम करने में मदद करती है। - आर्थिक सहायता प्रदान करना: यह योजना गरीब परिवारों को आर्थिक रूप से सहायता प्रदान करती है, क्योंकि उन्हें अपनी आय का एक हिस्सा खाद्य सुरक्षा पर खर्च नहीं करना पड़ता है। - सामाजिक समरसता सुनिश्चित करना: योजना के जरिए, सरकार समाज के सभी वर्गों के बीच समरसता और समानता सुनिश्चित करने का प्रयास करती है, ताकि हर किसी को बुनियादी खाद्य सुरक्षा प्राप्त हो सके। - आपातकालीन स्थितियों में सहायता प्रदान करना: विशेष रूप से आपातकालीन स्थितियों जैसे कि महामारी या प्राकृतिक आपदाओं के दौरान, यह योजना जरूरतमंद लोगों को तत्काल राहत प्रदान करने का एक माध्यम बन जाती है। - सामाजिक सुरक्षा नेट मजबूत करना: PMGKAY योजना सामाजिक सुरक्षा नेट को मजबूत करने में भी योगदान देती है, जिससे समाज के सबसे कमजोर वर्गों को संकट के समय में सहारा मिल सके। मुफ्त खाद्यान्न: योजना के तहत, लाभार्थियों को प्रति माह 5 किलोग्राम मुफ्त खाद्यान्न (चावल, गेहूं और दाल) दिया जाता है। यह उन्हें भोजन की कमी से बचाने और अपनी बुनियादी खाद्य आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद करता है। वित्तीय बोझ कम करना: मुफ्त खाद्यान्न प्रदान करके, योजना गरीब और जरूरतमंद लोगों के वित्तीय बोझ को कम करती है। वे भोजन पर कम पैसे खर्च कर सकते हैं और अपनी आय का उपयोग अन्य आवश्यकताओं जैसे कि शिक्षा, स्वास्थ्य और आवास के लिए कर सकते हैं। पोषण में सुधार: योजना पौष्टिक भोजन प्रदान करके लोगों के पोषण में सुधार करने में भी मदद करती है। यह कुपोषण को कम करने और लोगों के स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद कर सकता है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करना: योजना किसानों से खाद्यान्न खरीदकर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करती है। यह किसानों की आय में वृद्धि करता है और उन्हें अपनी आजीविका को बेहतर बनाने में मदद करता है। इस तरह, PMGKAY योजना न केवल भूखमरी और कुपोषण के खिलाफ एक कदम है, बल्कि यह एक व्यापक सामाजिक सुरक्षा कवच के रूप में कार्य करती है, जिससे देश के गरीब और जरूरतमंद वर्गों को महत्वपूर्ण सहायता मिल सके। PMGKAY योजना की विशेषताएं: PMGKAY योजना, जिसे प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के नाम से जाना जाता है, ने भारत में गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए कई लाभ प्रदान किए हैं। इस योजना के माध्यम से, सरकार ने विशेष रूप से COVID-19 महामारी के दौरान और उसके बाद भी, आर्थिक तंगी और भूखमरी की स्थितियों में राहत पहुँचाने का प्रयास किया है। नीचे PMGKAY योजना के कुछ मुख्य लाभ दिए गए हैं: मुफ्त अनाज वितरण: योजना के तहत, राशन कार्ड धारकों को हर महीने निर्धारित मात्रा में गेहूं, चावल और दालें मुफ्त में प्रदान की जाती हैं, जिससे उनकी बुनियादी खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित होती है। आर्थिक सहायता: इस योजना से ��रीब परिवारों को अपने खर्चों में थोड़ी राहत मिलती है, क्योंकि उन्हें अपनी मेहनत की कमाई का एक बड़ा हिस्सा खाद्य सामग्री पर खर्च नहीं करना पड़ता। भूखमरी और कुपोषण में कमी: गरीब और जरूरतमंद लोगों को नियमित रूप से अनाज प्रदान करके, यह योजना भूखमरी और कुपोषण की समस्या को कम करने में मदद करती है। सामाजिक समरसता: PMGKAY योजना समाज के सभी वर्गों के बीच समरसता बढ़ाती है, जिससे सामाजिक सहयोग और समर्थन की भावना को बल मिलता है। आपदा प्रतिक्रिया: COVID-19 जैसी महामारी और अन्य आपदाओं के दौरान, यह योजना आपातकालीन खाद्य सहायता के रूप में कार्य करती है, जिससे प्रभावित लोगों को तत्काल राहत मिलती है। खाद्य सुरक्षा को मजबूती प्रदान करना: इस योजना ने भारत में खाद्य सुरक्षा की स्थिति को मजबूत किया है, जिससे लंबी अवधि में देश की खाद्य संप्रभुता सुनिश्चित होती है। सामाजिक सुरक्षा नेटवर्क को मजबूत करना: PMGKAY योजना ने भारत में सामाजिक सुरक्षा नेटवर्क को मजबूत किया है, जिससे समाज के सबसे कमजोर वर्गों के लिए एक सुरक्षा कवच का काम किया जा सके। व्यापक कवरेज: बड़ी संख्या में गरीब और जरूरतमंद लोगों को कवर करती है। मुफ्त और लक्षित: लाभार्थियों को मुफ्त खाद्यान्न प्रदान किया जाता है और योजना लक्षित तरीके से लागू होती है। पोषण में सुधार: पौष्टिक भोजन प्रदान करके लोगों के पोषण को बेहतर बनाती है। स्थिरता: खाद्यान्न का निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित करती है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा: किसानों से खाद्यान्न खरीदकर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करती है। पारदर्शिता: योजना में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न उपाय किए गए हैं, जैसे लाभार्थियों की सूची का सार्वजनिक करना और निगरानी तंत्र स्थापित करना। कुछ अतिरिक्त लाभ एवं विशेषताएं: योजना की शुरुआत कोविड-19 महामारी के दौरान हुई थी, लेकिन बाद में इसे बढ़ा दिया गया और अब इसे खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक स्थायी उपाय के रूप में माना जा रहा है। योजना का लाभ उठाने के लिए कोई जटिल प्रक्रिया नहीं है। केवल राशन कार्ड दिखाकर लाभार्थी मुफ्त खाद्यान्न प्राप्त कर सकते हैं। योजना ने गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए खाद्य सुरक्षा में महत्वपूर्ण सुधार किया है। Read Also: RPSC Food Safety Officer Result 2024 Declared: Check Out Now! How to Refund Money from Any UPI Or Bank इन 5 तरीको से तुरंत मिलेगा गलत यूपीआई पेमेंट का पैसा, पूरी जानकारी जरूर पढ़े Top 10 Classic Books for Valentine Day इस वैलेंटाइन डे पर पढ़ने के लिए 10 क्लासिक रोमांस किताबें Smpoorn Chikitsa PDF Book | सम्पूर्ण चिकित्सा | आयुर्वेद का ख़जाना | Free Read and Download Aadhar Card Download Using Mobile Number: मोबाइल से आधार कार्ड डाउनलोड कैसे करे- 2 तरीके PM Kisan Beneficiary Status List 2024 | PM Kisan Beneficiary Status Aadhar | Check Now PMGKAY योजना मे लाभार्थी का चयन की प्रक्रिया Selection process of beneficiaries in the PMGKAY scheme. PMGKAY योजना के लाभार्थियों का चयन भारत सरकार द्वारा निर्धारित विशिष्ट मानदंडों के आधार पर किया जाता है। यह चयन प्रक्रिया योजना के उद्देश्य को सुनिश्चित करने और उन लोगों ��क सहायता पहुँचाने के लिए बनाई गई है जिन्हें इसकी सबसे ज्यादा आवश्यकता है। निम्नलिखित तरीके से लाभार्थियों का चयन होता है: - राशन कार्ड धारकों का डेटाबेस: PMGKAY योजना के अंतर्गत लाभ पाने वाले व्यक्तियों का चयन राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA), 2013 के तहत जारी किए गए राशन कार्ड धारकों के डेटाबेस के आधार पर किया जाता है। - आय और जीवन स्तर के मापदंड: लाभार्थियों का चयन उनकी आय और जीवन स्तर के मापदंडों के आधार पर किया जाता है, जिससे सुनिश्चित हो कि सहायता सबसे ज्यादा जरूरतमंद लोगों तक पहुँचे। - गरीबी रेखा से नीचे (BPL) और अंत्योदय अन्न योजना (AAY) धारक: इस योजना के लाभार्थी मुख्य रूप से गरीबी रेखा से नीचे (BPL) के परिवार और अंत्योदय अन्न योजना (AAY) के तहत आने वाले सबसे गरीब परिवार होते हैं। - स्थानीय प्रशासन द्वारा सत्यापन: लाभार्थियों की पहचान और चयन में स्थानीय प्रशासन और राज्य सरकारों का महत्वपूर्ण योगदान होता है। वे राशन कार्ड धारकों के डेटा की समीक्षा करते हैं और सत्यापन प्रक्रिया में मदद करते हैं। - आधार सीडिंग: कई राज्यों में, लाभार्थियों के चयन में आधार कार्ड के साथ राशन कार्ड की सीडिंग (लिंकिंग) भी एक महत्वपूर्ण मापदंड है। यह डुप्लिकेसी को रोकता है और योजना की पारदर्शिता सुनिश्चित करता है। - विशेष श्रेणियों का ध्यान: विकलांगता, वृद्धावस्था, और अन्य विशेष श्रेणियों के लोगों को भी इस योजना के तहत प्राथमिकता दी जाती है, ताकि उन्हें अतिरिक्त सहायता मिल सके। - इस योजना के तहत पहले NFSA (National Food Security Act) अंतर्गत आने वाले सभी राशन कार्ड धारक शामिल किए जाते हैं। - इसके अलावा राज्य सरकारें अपने स्तर पर भी गरीब लोगों की पहचान करती हैं और उन्हें इस योजना में शामिल किया जाता है। - मजदूर, बेरोजगार लोगों और वंचित वर्ग के लोगों को भी इस योजना से जोड़ा जाता है। - सामाजिक संगठनों और SHGs की मदद से भी लाभार्थियों की पहचान की जाती है। इस प्रकार, PMGKAY योजना के लाभार्थियों का चयन एक व्यापक और समग्र प्रक्रिया के माध्यम से किया जाता है, जिसमें विभिन्न मापदंडों और सत्यापन प्रक्रियाओं को शामिल किया जाता है। यह सुनिश्चित करने के लिए किया जाता है कि योजना का लाभ सबसे अधिक जरूरतमंद व्यक्तियों तक पहुँचे। PMGKAY योजना के लिए आवेदन कैसे करे (How to apply for the PMGKAY scheme) PMGKAY योजना, यानी प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना, के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया राज्य सरकारों द्वारा संचालित खाद्य और रसद विभाग के माध्यम से की जाती है। यह योजना मुख्य रूप से उन व्यक्तियों के लिए है जिनके पास पहले से ही राशन कार्ड हैं और वे राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) के तहत पंजीकृत हैं। PMGKAY योजना में आवेदन करने के लिए दो तरीके हैं। (1.) Online (2.) Offline. यदि आप PMGKAY योजना के लिए आवेदन करना चाहते हैं, तो निम्नलिखित चरणों का पालन करें: 1. ऑनलाइन आवेदन करने के लिए: सबसे पहले आपको अपने राज्य की खाद्य आपूर्ति विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। वेबसाइट पर आपको "PMGKAY" योजना के लिए आवेदन करने का लिंक मिलेगा। लिंक पर क्लिक करने के बाद आपको एक आवेदन पत्र भरना होगा। आवेदन पत्र में आपको अपनी व्यक्तिगत जानकारी, राशन कार्ड का विवरण और परिवार के सदस्यों का विवरण देना होगा। आवेदन पत्र भरने के बाद आपको आवश्यक दस्तावेजों की स्कैन की गई प्रतियां अपलोड करनी होगी। सभी जानकारी भरने और दस्तावेज अपलोड करने के बाद आपको आवेदन पत्र जमा करना होगा। 2. ऑफलाइन: आप अपने नजदीकी राशन दुकान पर जाकर PMGKAY ��ोजना के लिए आवेदन पत्र प्राप्त कर सकते हैं। आवेदन पत्र भरने के बाद आपको आवश्यक दस्तावेजों की ��ूल प्रतियां राशन दुकानदार को जमा करनी होगी। राशन दुकानदार आपके आवेदन पत्र की जांच करेगा और यदि सब कुछ सही पाया गया तो आपके आवेदन को स्वीकार कर लिया जाएगा। PMGKAY योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज: राशन कार्ड आधार कार्ड निवास प्रमाण पत्र आय प्रमाण पत्र (यदि उपलब्ध हो) PMGKAY योजना के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि: PMGKAY योजना के लिए आवेदन करने की कोई अंतिम तिथि नहीं है। आप योजना के तहत किसी भी समय आवेदन कर सकते हैं। PMGKAY योजना 31 दिसंबर 2023 तक लागू थी, लेकिन अब इसे 5 सालो के लिए बढ़ा दिया गया है। सरकार योजना को आगे बढ़ाने का निर्णय ले सकती है। PMGKAY योजना के बारे में अधिक जानकारी के लिए: आप अपने नजदीकी राशन दुकान से संपर्क कर सकते हैं। आप खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग (DFPD) की वेबसाइट https://dfpd.gov.in/ पर जा सकते हैं। आप DFPD के हेल्पलाइन नंबर 1967 पर कॉल कर सकते हैं। यह भी ध्यान दें: PMGKAY योजना के तहत आवेदन करने के लिए आपको कोई शुल्क नहीं देना होगा। यदि आपको PMGKAY योजना के तहत आवेदन करने में कोई समस्या आ रही है तो आप DFPD के हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर सकते हैं। ध्यान दें कि PMGKAY योजना की आवेदन प्रक्रिया राज्य के अनुसार भिन्न हो सकती है। इसलिए, अद्यतन जानकारी और विशिष्ट निर्देशों के लिए अपने राज्य के खाद्य और रसद विभाग की वेबसाइट पर जाना सबसे अच्छा है। Conclusion/निष्कर्ष:- पीएमजीकेएवाई योजना गरीबी मुक्त और समान समाज बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह न केवल गरीबों को किफायती भोजन उपलब्ध कराता है, बल्कि सामाजिक समानता को भी बढ़ावा देता है और भेदभाव को कम करता है। हालाँकि, यह सुनिश्चित करने के लिए कि यह सभी आवश्यक परिवारों तक पहुँचे, इस योजना के कार्यान्वयन और निगरानी में सुधार की आवश्यकता है। पीएमजीकेएवाई के साथ, हम सभी के लिए एक स्वस्थ, अधिक समान और प्रगतिशील समाज की दिशा में काम कर सकते हैं। तो आइए अपने राष्ट्र की भलाई के लिए इस महत्वपूर्ण पहल का समर्थन और प्रचार करना जारी रखें। FAQs: 1. पीएमजीकेएवाई योजना क्या है? - पीएमजीकेएवाई योजना भारत सरकार द्वारा मुहिम है, जो कि सस्ते और किफायती खाद्य सुरक्षा के संकल्प के तहत २०१३ में प्रस्तुत की गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य गरीब परिवारों को सस्ते और पौष्टिक भोजन की सुविधा प्रदान करना है। 2. पीएमजीकेएवाई के अंतर्गत कौन-कौन से लोग हिस्सा ले सकते हैं? - पीएमजीकेएवाई योजना के अंतर्गत, सरकार के निर्धारित मापदंडों को पूरा करने वाले गरीब परिवार, अल्पसंख्यक समुदायों, बिमारिहित महिलाओं, अल्पसंख्यक जनजातियों, बौद्ध मत के पहलुओं से सम्बंधित हर वर्ग की आवासीय निर्माण-सहायता प्रोत्साहन के लिए पात्र हैं। 3. पीएमजीकेएवाई का सरकार को समर्थन क्यों करना चाहिए? - पीएमजीकेएवाई के माध्यम से सरकार गरीब परिवारों को सस्ते, किफायती और पौष्टिक भोजन की सुविधा प्रदान करने का महत्वपूर्ण प्रस्ताव है। इससे संपूर्ण समाज में गरीबी ��ा स्तर कम होगा और स्वस्थ जीवन जीने के लिए महत्वपूर्ण होंगे। 4. PMGKAY full form क्या है? - PMGKAY full form-प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (Pradhan Mantri Garib Kalyan Anna Yojana). The PMGKAY (Pradhan Mantri Garib Kalyan Anna Yojana) scheme is an initiative of the Government of India to provide affordable food to the poor and underprivileged families in India. 5. How can I apply for the PMGKAY scheme? You can apply for the PMGKAY scheme online by visiting your local Panchayat, Municipality, or District Administration office and filling out the necessary forms. You can also visit a government center to apply for the scheme in person. 6. What documents do I need to apply for the PMGKAY scheme? You will need your family's information, income certificate, Aadhar card, and a selfie for the application process. It is important to have all your documents in order before applying. 7. Who is eligible for the PMGKAY scheme? Families with annual income below Rs 1 lakh, widows, senior citizens, and disabled individuals are eligible for this scheme. 8. Can I apply for the PMGKAY scheme multiple times? No, only one member per family can avail the benefits of this scheme. Duplicate applications will be rejected. However, if there are multiple families living in the same house and they have separate ration cards, all of them can apply for PMGKAY separately. 9. How can I check my eligibility for the PMGKAY scheme? You can check your eligibility for the PMGKAY scheme by visiting the government's official website or contacting your local Panchayat, Municipality, or District Administration office. They will provide you with all the necessary information and help you with the application process. Additionally, you can also check if your name is listed under this scheme on your ration card. 10. How can I apply for the PMGKAY scheme? To apply for the PMGKAY scheme, you can visit your nearest Panchayat, Municipality, or District Administration office. They will provide you with an application form that needs to be filled out and submitted along with necessary documents such as Aadhaar card, ration card, and bank account details. 11. Can I change my registered bank account for availing benefits under the PMGKAY scheme? Yes, you can change your registered bank account by visiting the nearest Panchayat, Municipality, or District Administration office and submitting a request for changing the bank account details. However, this process may take some time to reflect in the system and until then, your old bank account will continue to receive the benefits. Read the full article
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India Reports 602 New Covid 19 Cases: बढ़ता जा रहा कोरोना का खतरा, बीते 24 घंटे में मिले 602 नए संक्रमित, 5 की मौत
India Reports 602 New Covid 19 Cases: भारत में कोरोना तेजी से फैल रहा है. पिछले 24 घंटों के दौरान देश में कुल 602 नए कोरोना वायरस मामले सामने आए हैं। इस दौरान 5 मरीजों की मौत भी हुई है. 602 नए संक्रमितों की पहचान के साथ गतिशील कैसलोएड 4,440 तक पहुंच गया है। India Reports 602 New Covid 19 Cases स्वास्थ्य और परिवार सरकारी सहायता शाखा ने मंगलवार को कहा कि कर्नाटक सरकार ने पिछले 24 घंटों में…
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देश में एक बार फिर कोरोना पसार रहा अपने पाँव, बीतें 24 घंटे में मिले 752 नए मामले |Swadesh Live| Madhya Pradesh News In Hindi| Breaking News In Hindi
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देश में कोरोना के तेजी से बढ़ रहे मामले, 2000 से अधिक केस आए सामने
कोरोना के नये मामले भारत में तेजी से सामने आ रहे हैं। जिसको लेकर सरकार की तरफ से सतर्कता बढ़ गई हैं। मिली जानकारी के अनुसार देश में कोरोना के 2000 नये मामले सामने आए हैं। तो वहीं कोरोना के नये वैरिएंट जीएन-1 का मामला भी सामने आया हैं। बताया जा रहा हैं, की इस समय दुनियां के लगभग 35 से 40 देशों में कोरोना के नये वैरिएंट जीएन-1 फैल चुका हैं। वही भारत में जीएन-1 के एक दर्जन से अधिक मामले सामने आने की खबर हैं। जिसमें 19 मामले केवल गोवा राज्य से सामने आने की जानकारी हैं।
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New variant of Corona : कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर देशभर में हड़कंप मचा हुआ है। दिल्ली एनसीआर में गाजियाबाद के बाद अब गुरुवार को नोएडा में एक व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाया गया। इसके बाद से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। नेपाल से लौटे से एक व्यक्ति ने प्राइवेट लैब में कोरोना संक्रमण के लक्षण दिखने पर जांच के लिए नमूने दिए थे। जिसकी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
Noida News
पड़ोसी जिले गाजियाबाद में कोरोना के मामले सामने आने के बाद नोएडा में भी एक व्यक्ति में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। सीएमओ डॉ. सुनील कुमार शर्मा ने बताया कि सेक्टर-36 में रहने वाले 54 साल के व्यक्ति की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वह गुड़गांव की एमएनसी में जॉब करता हैं। बताया जा रहा है कि वह व्यक्ति 15 दिलंबर को नेपाल से वापस भारत लौटा है।
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दिवालिया होने की कगार पर रसना! NCLT लेगा फैसला, जानिए क्या है पूरा मामला
नई दिल्ली: सॉफ्ट ड्रिंक बनाने वाली कंपनी रसना () की मुश्किलें बढ़ गई हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एनसीएलटी यानी नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल ने रसना के खिलाफ इंसॉल्वेंसी की अर्जी मंजूर कर ली है। यह मामला 71 लाख रुपये के माल ढुलाई न चुकाने से संब��धित है। भाड़ा नहीं चुकाने पर भारत रोड कैरियर (Bharat Road Carrier) नाम की कंपनी ने दिवालियापन की अर्जी लगाई थी। लॉजिस्टिक फर्म के मुताबिक, ब्रेवरेज कंपनी पर उसका 71.3 लाख रुपये बकाया है। कंपनी के मुताबिक, यह मामला कोरोना महामारी से काफी पहले का है। जब उसने रसना को कई सामान भेजे थे, जिसकी इनवॉइस अप्रैल 2017 से अगस्त 2018 के बीच बनी थी। कोर्ट में पेश नहीं हुई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस मामले में रसना ने अपने बचाव में कहा है कि नवंबर 2018 में भारत रोड कैरियर के खिलाफ 1.25 करोड़ रुपये के नुकसान का मामला दायर किया था। जिसे अहमदाबाद के कॉमर्शियल कोर्ट में दायर किया गया था। मामले को मध्यस्थता के लिए भेजा गया था। लेकिन लॉजिस्टिक फर्म मीडिएटर के सामने पेश नहीं हुई। कॉमर्शियल कोर्ट ने 30 अप्रैल 2019 को नोटिस जारी किया, लेकिन जवाब दाखिल करने की तारीख तक भी कंपनी कोर्ट के सामने पेश नहीं हुई थी। इस तरह पड़ा नाम अमीर को या गरीब रसना से सबके गले की प्यास बुझाई है। रसना ने लोअर मिडिल क्लास को एक सस्ता कार्बोनेटेड ड्रिंक उपलब्ध कराया। रसना समूह के संस्थापक ने साल 1976 में ऐसे ड्रिंक तैयार किए जो झटपट बन जाते थे। उन्होंने एक ऐसी ही यूनिक रेडी-टू-सर्व कांसन्ट्रेट सॉफ्ट ड्रिंक बनाई और नाम रखा ‘जाफे’। यह अलग तरह का नाम होने के कारण यह लोगों के बीच पॉपुलर नहीं हो पाया। इसके बाद उन्होंने इसका नाम बदलने का फैसला लिया। आय में आई कमी साल 1979 में ड्रिंक ��ा नाम बदलकर ‘रसना’ रखा जिसका मतलब होता है जूस। साल 2009 में रसना ने सॉफ्ट ड्रिंक बाजार में 93 फीसदी तक हिस्सेदारी हासिल कर ली। कंपनी ने कई फ्लेवर्स एड किए। साल 2011 में कंपनी का कारोबार 3.5 अरब डॉलर तक पहुंच गया। हालांकि बीते वक्त में कंपनी की आय में कमी आई है। http://dlvr.it/SvXKN9
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India Top 10 News In Hindi
महाराष्ट्र में सियासी संकट, उद्धव ठाकरे के इस्तीफे के बाद शिंदे सरकार का गठन. महाराष्ट्र में सियासी संकट के बाद एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है. उनके साथ देवेंद्र फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली है.
कश्मीर में आतंकी हमला, 3 जवान शहीद. जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर हमला किया है. इस हमले में 3 जवान शहीद हो गए हैं.
भारत में मंकीपॉक्स का पहला मामला, केरल में एक व्यक्ति में संक्रमण की पुष्टि. भारत में मंकीपॉक्स का पहला मामला सामने आया है. केरल में एक व्यक्ति में मंकीपॉक्स संक्रमण की पुष्टि हुई है.
भारत में महंगाई से राहत, पेट्रोल-डीजल के दाम में कटौती. केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल के दाम में 5 रुपये प्रति लीटर की कटौती की है. इस कटौती के बाद पेट्रोल की कीमत 96.72 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 89.62 रुपये प्रति लीटर हो गई है.
भारत में कोरोना के नए मामले घटे, एक दिन में 15,523 नए मामले दर्ज. भारत में कोरोना के नए मामलों में कमी आई है. पिछले 24 घंटों में 15,523 नए मामले दर्ज किए गए हैं. इस दौरान 25 लोगों की मौत भी हुई है.
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने अगले 5 दिनों में देश के कई हिस्सों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अगले 5 दिनों में देश के कई हिस्सों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. इनमें गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल और सिक्किम शामिल हैं.
भारत में बाघों की संख्या में इजाफा, 2022 में 1,285 बाघों की गणना हुई. भारत में बाघों की संख्या में इजाफा हुआ है. 2022 में 1,285 बाघों की गणना की गई है. यह संख्या 2018 की तुलना में 23% अधिक है.
भारत में अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्रियों की संख्या में 2022 में 256% की बढ़ोतरी. भारत में अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्रियों की संख्या में 2022 में 256% की बढ़ोतरी हुई है. पिछले साल 2021 में 1.43 करोड़ यात्री अंतरराष्ट्रीय यात्रा पर गए थे, जबकि 2022 में यह संख्या बढ़कर 2.36 करोड़ हो गई है.
भारत में वन क्षेत्र में इजाफा, 2021 में 2.31 करोड़ हेक्टेयर वन क्षेत्र का इजाफा हुआ. भारत में वन क्षेत्र में इजाफा हुआ है. 2021 में 2.31 करोड़ हेक्टेयर वन क्षेत्र का इजाफा हुआ है. यह 2019 की तुलना में 5.9% अधिक है.
भारत में कृषि निर्यात में इजाफा, 2021-22 में 33.54 अरब डॉलर का कृषि निर्यात हुआ. भारत में कृषि निर्यात में इजाफा हुआ है. 2021-22 में 33.54 अरब डॉलर का कृषि निर्यात हुआ. यह 2020-21 की तुलना में 15.7% अधिक है.
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Covid-19: देश में कोविड-19 के 3,720 नए मामले।
नयी दिल्ली, तीन मई (भाषा) देश में कोरोना वायरस संक्रमण के 3,720 नए मामले सामने आए हैं, वहीं उपचाराधीन मरीजों की संख्या 40,177 है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को यह जानकारी दी। मंत्रालय द्बारा सुबह आठ बजे अद्यतन किए गए आंकडों के अनुसार संक्रमण से 20 और लोगों की मौत होने से मृतक संख्या 5,31,584 हो गई है। इनमें संक्रमण से मौत के आंकड़ों का पुन:मिलान करते हुए केरल ने वैश्विक महामारी से जान गंवाने वाले मरीजों की सूची में छह नाम जोड़े हैं।आंकडों के अनुसार, देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़कर 4,49,56,716 हो गए हैं। मंत्रालय के अनुसार, उपचाराधीन मामले कुल मामलों का 0.09 प्रतिशत है, वहीं संक्रमण से उबरने की राष्ट्रीय दर 98.73 प्रतिशत है।संक्रमण से कुल 4,43,84,955 लोग ठीक हो चुके हैं।मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, देशव्यापी टीकाकरण अभियान की शुरुआत से अब तक टीकों की कुल 220.66 करोड़ खुराक दी जा चुकी हैं। गौरतलब है कि भारत में सात अगस्त 2020 को कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त 2020 को 30 लाख और पांच सितंबर 2020 को 40 लाख से अधिक हो गई थी। संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर 2020 को 50 लाख, 28 सितंबर 2020 को 60 लाख, 11 अक्टूबर 2020 को 70 लाख, 29 अक्टूबर 2020 को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे। देश में 19 दिसंबर 2020 को ये मामले एक करोड़ से अधिक हो गए थे। चार मई 2021 को संक्रमितों की संख्या दो करोड़ और 23 जून 2021 को तीन करोड़ के पार पहुंच गई थी। पिछले साल 25 जनवरी को संक्रमण के कुल मामले चार करोड़ के पार चले गए थे। Pc:Daily Sabah Read the full article
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lockdown: मई में भारत में लग सकता है लॉकडाउन! चरम पर होगा संक्रमण, रोजाना मिलेंगे 15000 नए मरीज
lockdown नई दिल्ली: india me lockdown kab lagega 2023 me भारत में कोरोना का संक्रमण एक बार फिर तेजी से पांव पसार रहा है। यहां रोजाना हजारों नए संक्रमितों की पुष्टि हो रही है। आज भी पूरे देश में 10000 से अधिक नए मामले की पुष्टि हुई है। जबकि 20 संक्रमितों की मौत हुई है। वहीं, एक्सपर्ट्स की मानें तो आगामी दिनों में कोरोना का भयंकर रूप देखने को मिलेगा। एक्सपर्ट्स के अनुसार मई के मध्य में भारत में…
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छत्तीसगढ़ के स्कूल में हुआ कोरोना ब्लास्ट, 39 छात्र हुए संक्रमित
छत्तीसगढ़ के स्कूल में हुआ कोरोना ब्लास्ट, 39 हुए संक्रमित #Chhattisgarh #Corona
भारत में एक बार फिर Corona के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. छत्तीसगढ़ में भी Corona के मामले बड़ी तेजी के साथ बढ़ रहे हैं. प्रदेश के जिलों में लगातार Corona के मामलों में तेजी देखी जा रही है. छत्तीसगढ़ के गरियाबंद में Covid के 42 नए मामले सामने आए हैं. गरियाबंद में 42 लोगों का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया है. मिली जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि इन 42 मरीजों में से 39 छात्र है. मैनपुर कस्तूरबा विद्यालय…
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What is PMGKAY | PMGKAY Extension 2023 | पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना सम्पूर्ण जानकारी
PMGKAY क्या है पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना, जो 1 जनवरी से 81 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन देगी? Introduction of PMKGAY क्या है PMGKAY योजना? प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (PMGKAY) भारत सरकार द्वारा आरंभ की गई एक विशेष योजना है, जिसे COVID-19 महामारी के दौरान देश के गरीब और वंचित वर्ग के लोगों की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से शुरू किया गया था। इस योजना के तहत, सरकार ने 80 करोड़ से अधिक लोगों को मुफ्त में अनाज उपलब्ध कराया, जिसमें प्रत्येक लाभार्थी को हर महीने 5 किलोग्राम अतिरिक्त अनाज (गेहूं या चावल) मुफ्त में दिया जाता है। इस योजना का उद्देश्य गरीब लोगों को कोरोना संकट के समय में खाद्य सहायता प्रदान करना है। 1 जनवरी से इस योजना को और आगे बढ़ाया गया है, जिससे 81 करोड़ लोगों को लाभ मिलेगा। यह योजना राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA), 2013 के तहत पहले से उपलब्ध अनाज के अतिरिक्त है। PMGKAY के तहत मुफ्त अनाज वितरण का उद्देश्य विशेष रूप से इस महामारी के दौरान आर्थिक रूप से प्रभावित लोगों की मदद करना है। इस योजना को लागू करने के लिए, सरकार ने विशेष बजट आवंटित किया है और खाद्य वितरण सिस्टम को मजबूत किया है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि हर लाभार्थियों तक अनाज पहुँचाया जा सके। शुरुआत और इतिहास प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना की शुरुआत मार्च 2020 में हुई थी, जब COVID-19 महामारी ने विश्वव्यापी रूप से प्रसार पाना शुरू किया। इस महामारी ने भारत में विशेष रूप से आर्थिक गतिविधियों को प्रभावित किया, जिससे गरीब और वंचित वर्ग के लोगों पर खाद्य सुरक्षा का संकट गहरा गया। इस योजना के तहत, सरकार ने इन लोगों को मुफ्त में अनाज उपलब्ध कराने का निर्णय लिया। PMGKAY extension 2023 (पीएमजीकेवाई योजना का विस्तार 2023) हालांकि पीएमजीकेवाई (प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना) कार्यक्रम 2023 तक चला, यह समझना महत्वपूर्ण है कि इसे नवंबर 2023 में पांच साल के लिए दिसंबर 2028 तक बढ़ा दिया गया था। इसलिए, पीएमजीकेवाई कार्यक्रम के लिए आवेदन 2023 में भी स्वीकार किए जा रहे थे, और वे आगे भी स्वीकार जाएंगे। कुछ महत्वपूर्ण बातें याद रखें: पीएमजीकेवाई विस्तार: दिसंबर 2028 तक बढ़ाया गया। आवेदन प्रक्रिया: वही रहेगी - आपके राज्य के खाद्य आपूर्ति विभाग की वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन या आपके निकटतम राशन की दुकान पर ऑफ़लाइन। पात्रता: वे व्यक्ति जो राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एनएफएसए) मानदंडों को पूरा करते हैं या अंत्योदय अन्न योजना (एएवाई) कार्यक्रम के तहत पंजीकृत ���ैं, पात्र हैं। अधिक जानकारी: डीएफपीडी वेबसाइट: https://dfpd.gov.in/ हेल्पलाइन नंबर: 1967 पीएमजीकेवाई के बारे में सबसे सटीक और नवीनतम जानकारी के लिए आधिकारिक स्रोतों जैसे डीएफपीडी वेबसाइट या हेल्पलाइन पर भरोसा करना महत्वपूर्ण है। PMGKAY Extenstion योजना मे 2024 मे किए गए बदलाव केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (PMGKAY) के तहत लगभग 81.35 करोड़ लाभार्थियों (अर्थात अंत्योदय अन्न योजना (एएवाई) परिवार और प्राथमिकता वाले परिवार (पी. एच. एच.) लाभार्थियों) को उनकी पात्रता के अनुसार (अर्थात् प्रति माह प्रति एएवाई परिवार 35 किलोग्राम खाद्यान्न और प्राथमिकता वाले परिवार के मामले में प्रति माह प्रति व्यक्ति 5 किलोग्राम खाद्यान्न) दिनांक 1 जनवरी, 2024 से अगले पांच वर्षों के लिए निःशुल्क खाद्यान्न उपलब्ध कराना जारी रखने का निर्णय लिया है। यह निर्णय लाभार्थियों के हितों को ध्यान में रखते हुए किया गया है, साथ ही NFSA 2013 के प्रावधानों को मजबूत करते हुए गरीबों की खाद्यान्न तक पहुंच, वहनीयता और उपलब्धता के संदर्भ में सभी राज्यों में एकरूपता बनाए रखने के लिए। भारत सरकार द्वारा वयस्क परिवारों, पीएचएच लाभार्थियों, अन्य कल्याणकारी कार्यक्रमों और टाइड ओवर को खाद्यान्न वितरण के लिए वार्षिक 2.13 लाख करोड़ रुपए की खाद्य सब्सिडी दी जाती है। आर्थिक लागत में वृद्धि को देखते हुए, अगले पांच वर्षों में केंद्र सरकार PMGKAY के तहत खाद्य सब्सिडी के रूप में लगभग 11.80 लाख करोड़ रुपये खर्च करेगी। 1 जनवरी 2024 से अगले पांच वर्षों के लिए PMGKAY के तहत निःशुल्क खाद्यान्न का प्रावधान राष्ट्रीय खाद्य एवं पोषण सुरक्षा के समाधान के लिए सरकार की दीर्घकालिक प्रतिबद्धता और दृष्टिकोण को दर्शाता है। निःशुल्क खाद्यान्न के प्रावधान, लाभार्थियों के लिए शून्य लागत के साथ दीर्घकालिक मूल्य निर्धारण कार्यनीति सुनिश्चित करेंगे, जो सार्वजनिक वितरण प्रणाली के प्रभावी पहुंच के लिए महत्वपूर्ण हैं, साथ ही समाज के प्रभावित वर्ग के लिए आर्थिक चुनौती को कम करेंगे। केंद्र सरकार ने पहले ही पीएमजीकेएवाई के तहत लाभार्थियों (एएवाई परिवारों और पीएचएच लाभार्थियों) को एक वर्ष के लिए खाद्यान्न मुफ्त देने का फैसला किया था. 1 जनवरी 2023 से। PMGKAY योजना का उद्देश्य Objective of PMGKAY Scheme PMGKAY योजना, जिसे प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के नाम से जाना जाता है, का मुख्य उद्देश्य देश के गरीब और जरूरतमंद वर्गों को महत्वपूर्ण समय में सहायता प्रदान करना है। इस योजना के अंतर्गत, सरकार राशन कार्ड धारकों को मुफ्त में अनाज उपलब्ध कराती है, जिससे वे अपने परिवार का पेट भर सकें और भूखमरी की समस्या से निपट सकें। यह योजना विशेष रूप से महत्वपूर्ण रही है दुनिया भर में फैले COVID-19 महामारी के दौरान, जब आर्थिक गतिविधियाँ धीमी पड़ गईं और बहुत से लोगों की आय पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा। योजना के कुछ मुख्य उद्देश्य निम्नलिखित हैं: - भूखमरी और कुपोषण से लड़ना: गरीब परिवारों को मुफ्त में अनाज प्रदान करके, यह योजना भूखमरी और कुपोषण की समस्याओं को कम करने में मदद करती है। - आर्थिक सहायता प्रदान करना: यह योजना गरीब परिवारों को आर्थिक रूप से सहायता प्रदान करती है, क्योंकि उन्हें अपनी आय का एक हिस्सा खाद्य सुरक्षा पर खर्च नहीं करना पड़ता है। - सामाजिक समरसता सुनिश्चित करना: योजना के जरिए, सरकार समाज के सभी वर्गों के बीच समरसता और समानता सुनिश्चित करने का प्रयास करती है, ताकि हर किसी को बुनियादी खाद्य सुरक्षा प्राप्त हो सके। - आपातकालीन स्थितियों में सहायता प्रदान करना: विशेष रूप से आपातकालीन स्थितियों जैसे कि महामारी या प्राकृतिक आपदाओं के दौरान, यह योजना जरूरतमंद लोगों को तत्काल राहत प्रदान करने का एक माध्यम बन जाती है। - सामाजिक सुरक्षा नेट मजबूत करना: PMGKAY योजना सामाजिक सुरक्षा नेट को मजबूत करने में भी योगदान देती है, जिससे समाज के सबसे कमजोर वर्गों को संकट के समय में सहारा मिल सके। मुफ्त खाद्यान्न: योजना के तहत, लाभार्थियों को प्रति माह 5 किलोग्राम मुफ्त खाद्यान्न (चावल, गेहूं और दाल) दिया जाता है। यह उन्हें भोजन की कमी से बचाने और अपनी बुनियादी खाद्य आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद करता है। वित्तीय बोझ कम करना: मुफ्त खाद्यान्न प्रदान करके, योजना गरीब और जरूरतमंद लोगों के वित्तीय बोझ को कम करती है। वे भोजन पर कम पैसे खर्च कर सकते हैं और अपनी आय का उपयोग अन्य आवश्यकताओं जैसे कि शिक्षा, स्वास्थ्य और आवास के लिए कर सकते हैं। पोषण में सुधार: योजना पौष्टिक भोजन प्रदान करके लोगों के पोषण में सुधार करने में भी मदद करती है। यह कुपोषण को कम करने और लोगों के स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद कर सकता है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करना: योजना किसानों से खाद्यान्न खरीदकर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करती है। यह किसानों की आय में वृद्धि करता है और उन्हें अपनी आजीविका को बेहतर बनाने में मदद करता है। इस तरह, PMGKAY योजना न केवल भूखमरी और कुपोषण के खिलाफ एक कदम है, बल्कि यह एक व्यापक सामाजिक सुरक्षा कवच के रूप में कार्य करती है, जिससे देश के गरीब और जरूरतमंद वर्गों को महत्वपूर्ण सहायता मिल सके। PMGKAY योजना की विशेषताएं: PMGKAY योजना, जिसे प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के नाम से जाना जाता है, ने भारत में गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए कई लाभ प्रदान किए हैं। इस योजना के माध्यम से, सरकार ने विशेष रूप से COVID-19 महामारी के दौरान और उसके बाद भी, आर्थिक तंगी और भूखमरी की स्थितियों में राहत पहुँचाने का प्रयास किया है। नीचे PMGKAY योजना के कुछ मुख्य लाभ दिए गए हैं: मुफ्त अनाज वितरण: योजना के तहत, राशन कार्ड धारकों को हर महीने निर्धारित मात्रा में गेहूं, चावल और दालें मुफ्त में प्रदान की जाती हैं, जिससे उनकी बुनियादी खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित होती है। आर्थिक सहायता: इस योजना से गरीब परिवारों को अपने खर्चों में थोड़ी राहत मिलती है, क्योंकि उन्हें अपनी मेहनत की कमाई का एक बड़ा हिस्सा खाद्य सामग्री पर खर्च नहीं करना पड़ता। भूखमरी और कुपोषण में कमी: गरीब और जरूरतमंद लोगों को नियमित रूप से अनाज प्रदान करके, यह योजना भूखमरी और कुपोषण की समस्या को कम करने में मदद करती है। सामाजिक समरसता: PMGKAY योजना समाज के सभी वर्गों के बीच समरसता बढ़ाती है, जिससे सामाजिक सहयोग और समर्थन की भावना को बल मिलता है। आपदा प्रतिक्रिया: COVID-19 जैसी महामारी और अन्य आपदाओं के दौरान, यह योजना आपातकालीन खाद्य सहायता के रूप में कार्य करती है, जिससे प्रभावित लोगों को तत्काल राहत मिलती है। खाद्य सुरक्षा को मजबूती प्रदान करना: इस योजना ने भारत में खाद्य सुरक्षा की स्थिति को मजबूत किया है, जिससे लंबी अवधि में देश की खाद्य संप्रभुता सुनिश्चित होती है। सामाजिक सुरक्षा नेटवर्क को मजबूत करना: PMGKAY योजना ने भारत में सामाजिक सुरक्षा नेटवर्क को मजबूत किया है, जिससे समाज के सबसे कमजोर वर्गों के लिए एक सुरक्षा कवच का काम किया जा सके। व्यापक कवरेज: बड़ी संख्या में गरीब और जरूरतमंद लोगों को कवर करती है। मुफ्त और लक्षित: लाभार्थियों को मुफ्त खाद्यान्न प्रदान किया जाता है और योजना लक्षित तरीके से लागू होती है। पोषण में सुधार: पौष्टिक भोजन प्रदान करके लोगों के पोषण को बेहतर बनाती है। स्थिरता: खाद्यान्न का निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित करती है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा: किसानों से खाद्यान्न खरीदकर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करती है। पारदर्शिता: योजना में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न उपाय किए गए हैं, जैसे लाभार्थियों की सूची का सार्वजनिक करना और निगरानी तंत्र स्थापित करना। कुछ अतिरिक्त लाभ एवं विशेषताएं: योजना की शुरुआत कोविड-19 महामारी के दौरान हुई थी, लेकिन बाद में इसे बढ़ा दिया गया और अब इसे खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक स्थायी उपाय के रूप में माना जा रहा है। योजना का लाभ उठाने के लिए कोई जटिल प्रक्रिया नहीं है। केवल राशन कार्ड दिखाकर लाभार्थी मुफ्त खाद्यान्न प्राप्त कर सकते हैं। योजना ने गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए खाद्य सुरक्षा में महत्वपूर्ण सुधार किया है। Read Also: RPSC Food Safety Officer Result 2024 Declared: Check Out Now! How to Refund Money from Any UPI Or Bank इन 5 तरीको से तुरंत मिलेगा गलत यूपीआई पेमेंट का पैसा, पूरी जानकारी जरूर पढ़े Top 10 Classic Books for Valentine Day इस वैलेंटाइन डे पर पढ़ने के लिए 10 क्लासिक रोमांस किताबें Smpoorn Chikitsa PDF Book | सम्पूर्ण चिकित्सा | आयुर्वेद का ख़जाना | Free Read and Download Aadhar Card Download Using Mobile Number: मोबाइल से आधार कार्ड डाउनलोड कैसे करे- 2 तरीके PM Kisan Beneficiary Status List 2024 | PM Kisan Beneficiary Status Aadhar | Check Now PMGKAY योजना मे लाभार्थी का चयन की प्रक्रिया Selection process of beneficiaries in the PMGKAY scheme. PMGKAY योजना के लाभार्थियों का चयन भारत सरकार द्वारा निर्धारित विशिष्ट मानदंडों के आधार पर किया जाता है। यह चयन प्रक्रिया योजना के उद्देश्य को सुनिश्चित करने और उन लोगों तक सहायता पहुँचाने के लिए बनाई गई है जिन्हें इसकी सबसे ज्यादा आवश्यकता है। निम्नलिखित तरीके से लाभार्थियों का चयन होता है: - राशन कार्ड धारकों का डेटाबेस: PMGKAY योजना के अंतर्गत लाभ पाने वाले व्यक्तियों का चयन राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA), 2013 के तहत जारी किए गए राशन कार्ड धारकों के डेटाबेस के आधार पर किया जाता है। - आय और जीवन स्तर के मापदंड: लाभार्थियों का चयन उनकी आय और जीवन स्तर के मापदंडों के आधार पर किया जाता है, जिससे सुनिश्चित हो कि सहायता सबसे ज्यादा जरूरतमंद लोगों तक पहुँचे। - गरीबी रेखा से नीचे (BPL) और अंत्योदय अन्न योजना (AAY) धारक: इस योजना के लाभार्थी मुख्य रूप से गरीबी रेखा से नीचे (BPL) के परिवार और अंत्योदय अन्न योजना (AAY) के तहत आने वाले सबसे गरीब परिवार होते हैं। - स्थानीय प्रशासन द्वारा सत्यापन: लाभार्थियों की पहचान और चयन में स्थानीय प्रशासन और राज्य सरकारों का महत्वपूर्ण योगदान होता है। वे राशन कार्ड धारकों के डेटा की समीक्षा करते हैं और सत्यापन प्रक्रिया में मदद करते हैं। - आधार सीडिंग: कई राज्यों में, लाभार्थियों के चयन में आधार कार्ड के साथ राशन कार्ड की सीडिंग (लिंकिंग) भी एक महत्वपूर्ण मापदंड है। यह डुप्लिकेसी को रोकता है और योजना की पारदर्शिता सुनिश्चित करता है। - विशेष श्रेणियों का ध्यान: विकलांगता, वृद्धावस्था, और अन्य विशेष श्रेणियों के लोगों को भी इस योजना के तहत प्राथमिकता दी जाती है, ताकि उन्हें अतिरिक्त सहायता मिल सके। - इस योजना के तहत पहले NFSA (National Food Security Act) अंतर्गत आने वाले सभी राशन कार्ड धारक शामिल किए जाते हैं। - इसके अलावा राज्य सरकारें अपने स्तर पर भी गरीब लोगों की पहचान करती हैं और उन्हें इस योजना में शामिल किया जाता है। - मजदूर, बेरोजगार लोगों और वंचित वर्ग के लोगों को भी इस योजना से जोड़ा जाता है। - सामाजिक संगठनों और SHGs की मदद से भी लाभार्थियों की पहचान की जाती है। इस प्रकार, PMGKAY योजना के लाभार्थियों का चयन एक व्यापक और समग्र प्रक्रिया के माध्यम से किया जाता है, जिसमें विभिन्न मापदंडों और सत्यापन प्रक्रियाओं को शामिल किया जाता है। यह सुनिश्चित करने के लिए किया जाता है कि योजना का लाभ सबसे अधिक जरूरतमंद व्यक्तियों तक पहुँचे। PMGKAY योजना के लिए आवेदन कैसे करे (How to apply for the PMGKAY scheme) PMGKAY योजना, यानी प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना, के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया राज्य सरकारों द्वारा संचालित खाद्य और रसद विभाग के माध्यम से की जाती है। यह योजना मुख्य रूप से उन व्यक्तियों के लिए है जिनके पास पहले से ही राशन कार्ड हैं और वे राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) के तहत पंजीकृत हैं। PMGKAY योजना में आवेदन करने के लिए दो तरीके हैं। (1.) Online (2.) Offline. यदि आप PMGKAY योजना के लिए आवेदन करना चाहते हैं, तो निम्नलिखित चरणों का पालन करें: 1. ऑनलाइन आवेदन करने के लिए: सबसे पहले आपको अपने राज्य की खाद्य आपूर्ति विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। वेबसाइट पर आपको "PMGKAY" योजना के लिए आवेदन करने का लिंक मिलेगा। लिंक पर क्लिक करने के बाद आपको एक आवेदन पत्र भरना होगा। आवेदन पत्र में आपको अपनी व्यक्तिगत जानकारी, राशन कार्ड का विवरण और परिवार के सदस्यों का विवरण देना होगा। आवेदन पत्र भरने के बाद आपको आवश्यक दस्तावेजों की स्कैन की गई प्रतियां अपलोड करनी होगी। सभी जानकारी भरने और दस्तावेज अपलोड करने के बाद आपको आवेदन पत्र जमा करना होगा। 2. ऑफलाइन: आप अपने नजदीकी राशन दुकान पर जाकर PMGKAY योजना के लिए आवेदन पत्र प्राप्त कर सकते हैं। आवेदन पत्र भरने के बाद आपको आवश्यक दस्तावेजों की मूल प्रतियां राशन दुकानदार को जमा करनी होगी। राशन दुकानदार आपके आवेदन पत्र की जांच करेगा और यदि सब कुछ सही पाया गया तो आपके आवेदन को स्वीकार कर लिया जाएगा। PMGKAY योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज: राशन कार्ड आधार कार्ड निवास प्रमाण पत्र आय प्रमाण पत्र (यदि उपलब्ध हो) PMGKAY योजना के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि: PMGKAY योजना के लिए आवेदन करने की कोई अंतिम तिथि नहीं है। आप योजना के तहत किसी भी समय आवेदन कर सकते हैं। PMGKAY योजना 31 दिसंबर 2023 तक लागू थी, लेकिन अब इसे 5 सालो के लिए बढ़ा दिया गया है। सरकार योजना को आगे बढ़ाने का निर्णय ले सकती है। PMGKAY योजना के बारे में अधिक जानकारी के लिए: आप अपने नजदीकी राशन दुकान से संपर्क कर सकते हैं। आप खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग (DFPD) की वेबसाइट https://dfpd.gov.in/ पर जा सकते हैं। आप DFPD के हेल्पलाइन नंबर 1967 पर कॉल कर सकते हैं। यह भी ध्यान दें: PMGKAY योजना के तहत आवेदन करने के लिए आपको कोई शुल्क नहीं देना होगा। यदि आपको PMGKAY योजना के तहत आवेदन करने में कोई समस्या आ रही है तो आप DFPD के हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर सकते हैं। ध्यान दें कि PMGKAY योजना की आवेदन प्रक्रिया राज्य के अनुसार भिन्न हो सकती है। इसलिए, अद्यतन जानकारी और विशिष्ट निर्देशों के लिए अपने राज्य के खाद्य और रसद विभाग की वेबसाइट पर जाना सबसे अच्छा है। Conclusion/निष्कर्ष:- पीएमजीकेएवाई योजना गरीबी मुक्त और समान समाज बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह न केवल गरीबों को किफायती भोजन उपलब्ध कराता है, बल्कि सामाजिक समानता को भी बढ़ावा देता है और भेदभाव को कम करता है। हालाँकि, यह सुनिश्चित करने के लिए कि यह सभी आवश्यक परिवारों तक पहुँचे, इस योजना के कार्यान्वयन और निगरानी में सुधार की आवश्यकता है। पीएमजीकेएवाई के साथ, हम सभी के लिए एक स्वस्थ, अधिक समान और प्रगतिशील समाज की दिशा में काम कर सकते हैं। तो आइए अपने राष्ट्र की भलाई के लिए इस महत्वपूर्ण पहल का समर्थन और प्रचार करना जारी रखें। FAQs: 1. पीएमजीकेएवाई योजना क्या है? - पीएमजीकेएवाई योजना भारत सरकार द्वारा मुहिम है, जो कि सस्ते और किफायती खाद्य सुरक्षा के संकल्प के तहत २०१३ में प्रस्तुत की गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य गरीब परिवारों को सस्ते और पौष्टिक भोजन की सुविधा प्रदान करना है। 2. पीएमजीकेएवाई के अंतर्गत कौन-कौन से लोग हिस्सा ले सकते हैं? - पीएमजीकेएवाई योजना के अंतर्गत, सरकार के निर्धारित मापदंडों को पूरा करने वाले गरीब परिवार, अल्पसंख्यक समुदायों, बिमारिहित महिलाओं, अल्पसंख्यक जनजातियों, बौद्ध मत के पहलुओं से सम्बंधित हर वर्ग की आवासीय निर्माण-सहायता प्रोत्सा��न के लिए पात्र हैं। 3. पीएमजीकेएवाई का सरकार को समर्थन क्यों करना चाहिए? - पीएमजीकेएवाई के माध्यम से सरकार गरीब परिवारों को सस्ते, किफायती और पौष्टिक भोजन की सुविधा प्रदान करने का महत्वपूर्ण प्रस्ताव है। इससे संपूर्ण समाज में गरीबी का स्तर कम होगा और स्वस्थ जीवन जीने के लिए महत्वपूर्ण होंगे। 4. PMGKAY full form क्या है? - PMGKAY full form-प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (Pradhan Mantri Garib Kalyan Anna Yojana). The PMGKAY (Pradhan Mantri Garib Kalyan Anna Yojana) scheme is an initiative of the Government of India to provide affordable food to the poor and underprivileged families in India. 5. How can I apply for the PMGKAY scheme? You can apply for the PMGKAY scheme online by visiting your local Panchayat, Municipality, or District Administration office and filling out the necessary forms. You can also visit a government center to apply for the scheme in person. 6. What documents do I need to apply for the PMGKAY scheme? You will need your family's information, income certificate, Aadhar card, and a selfie for the application process. It is important to have all your documents in order before applying. 7. Who is eligible for the PMGKAY scheme? Families with annual income below Rs 1 lakh, widows, senior citizens, and disabled individuals are eligible for this scheme. 8. Can I apply for the PMGKAY scheme multiple times? No, only one member per family can avail the benefits of this scheme. Duplicate applications will be rejected. However, if there are multiple families living in the same house and they have separate ration cards, all of them can apply for PMGKAY separately. 9. How can I check my eligibility for the PMGKAY scheme? You can check your eligibility for the PMGKAY scheme by visiting the government's official website or contacting your local Panchayat, Municipality, or District Administration office. They will provide you with all the necessary information and help you with the application process. Additionally, you can also check if your name is listed under this scheme on your ration card. 10. How can I apply for the PMGKAY scheme? To apply for the PMGKAY scheme, you can visit your nearest Panchayat, Municipality, or District Administration office. They will provide you with an application form that needs to be filled out and submitted along with necessary documents such as Aadhaar card, ration card, and bank account details. 11. Can I change my registered bank account for availing benefits under the PMGKAY scheme? Yes, you can change your registered bank account by visiting the nearest Panchayat, Municipality, or District Administration office and submitting a request for changing the bank account details. However, this process may take some time to reflect in the system and until then, your old bank account will continue to receive the benefits. Read the full article
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नमस्ते दोस्तों। आज के इस ब्लॉग में हम आपके साथ कुछ ट्रेंडिंग न्यूज़ साझा करेंगे।
विराट कोहली का संन्यास भारतीय क्रिकेट के कप्तान विराट कोहली ने हाल ही में अपने संन्यास का ऐलान किया है। कोहली ने कप्तानी से इस्तीफा देने का फैसला लिया है, लेकिन उन्होंने बताया है कि वह अभी भी क्रिकेट खेलते रहेंगे।
भारत में कोरोना वायरस के नए मामले भारत में कोरोना वायरस के नए मामलों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। कुछ राज्यों में लॉकडाउन फिर से लगाया गया है और अन्य राज्यों में तस्करी की गतिविधियां बंद की गई हैं।
टोक्यो ओलंपिक टोक्यो ओलंपिक इस साल शुरू होने जा रहे हैं। भारत की टीम में कई खिलाड़ी शामिल होंगे, जो भारत के लिए मेडल जीतने की कोशिश करेंगे।
आर्थिक संकट कोरोना वायरस के कारण दुनिया भर में आर्थिक संकट से गुजर रही है। अनेक देशों में असंगठित कामगारों को नौकरियां नहीं मिल रही है
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Corona Virus: दुनिया के 40 देशों में फैला कोरोना का JN.1 वैरिएंट: भारत में 21 केस | JN.1 Covid |Swadesh Live|Madhya Pradesh News In Hindi| Breaking News In Hindi
कोरोना एक बार फिर नए वेरिएंट JN1 के साथ कहर बरसाने के लिए बापस गया है, बता दे कि JN1 ने दुनिया के 40 देशो पर आपनी पकड़ बना ली है. बात अगर भारत की करे तो पूरे देश मे अब तक इस वेरिएंट कुल 21 केस आए है, जिनमे से गोवा मे 19, केरल और महाराष्ट्र में 1-1 मामले सामने आए है.
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भारत में एक बार फिर से कोरोना के चलते डर का माहौल बनाने लगा है। देश में लगातार 2 दिनों में 3 हजार से भी अधिक कोरोना संक्रमित (corona active cases) सामने आए हैं और इससे 5 लोग अपनी जान भी गंवा चुके हैं। पिछले 48 घंटो में एक्टिव केस 15,208 पहुंच गए हैं। जबकि इससे पहले गुरुवार को 3,095 केस दर्ज किए गए थे। बता दें 6 महीनों में COVID के सबसे ज्यादा मामले सामने आए है। बता दें, देश में COVID की पहली लहर 2020 में आई थी जिसमें 5 लाख 30 हजार 862 कोरोना संक्रमितों की जान चली गई थी। वहीं 29 मार्च को 8 केरल, 3 महाराष्ट्र, 2 दिल्ली और 1 हिमाचल में कोरोना संक्रमितों की मौत हो गई है। मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ द्वारा जारी किए आंकड़ों के अनुसार, Daily पॉजिटिविटी रेट 2.73% और Weekly पॉजिटिविटी रेट 1.71% दर्ज की गई है।
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ओमीक्रोन XBB.1.16: बूस्टर डोज पर भी हावी हो रहा नया वेरिएंट तभी तो फिर फैलने लगा कोराना, जानें कितना खतरनाक
Delhi: नई दिल्ली: देश में तेजी से बढ़ रहे कोविड केसेज के पीछे ओमीक्रोन का नया सबवेरिएंट XBB.1.16 जिम्मेदार है। हालिया मामलों के जीनोम एनालिसिस से एक बात सामने आई है। जीनॉमिक्स कंसोर्टियम INSACOG के एक सदस्य ने हमारे सहयोगी द इकॉनमिक टाइम्स को बताया कि भारत में 60% केसेज में XBB.1.16 मिल रहा है। उसके ऊपर 25-30% मामले ऐसे हैं जो इसी XBB वेरिएंट के सबलीनिएज हैं। मतलब ओमीक्रोन का XBB सबवेरिएंट देश के करीब 90% कोरोना मामलों के पीछे है। डेली पॉजिटिविटी रेट 2.87 प्रतिशत हो गया है। पिछले हफ्ते के मुकाबले पॉजिटिविटी रेट दोगुना हो गया है। XBB.1.16 को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी आगाह किया है। WHO के मुताबिक, XBB.1.16 सबवेरिएंट पर नजर रखने की जरूरत है। अभी तक यह सबवेरिएंट 22 देशों में मिला है। भारत में इसका पहला केस पिछले साल फरवरी में पुणे से मिला था। अब इसने कोरोना के बाकी सारे वेरिएंट्स को पीछे छोड़ दिया है। XBB.1.16 वेरिएंट क्यों इतना खतरनाक है, किसलिए इतनी तेजी से फैल रहा है, लक्षण और इलाज कैसे हो रहा है, जानिए हर बात। http://dlvr.it/SlvHc6
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