#भारत का कुश्ती महासंघ
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vartmansamachar · 2 years ago
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जंतर मंतर पहुंची पी.टी.ऊषा पहलवानों से मिलकर की बात जानिए क्या कहा? वर्तमान समाचार
जंतर मंतर से आज फिर एक नई चीज देखने को मिली। दरहसल, भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी उषा बुधवार को दिल्ली के जंतर मंतर पहुंची जहां पिछले 11 दिनों से भारत की शीर्ष महिला पहलवान प्रदर्शन कर रही हैं। बता दें कि पहलवान भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ विरोध पर बैठे हैं। पहलवानों का आरोप है कि बृज भूषण शरण सिंह ने कई महिला खिलाड़ियों का यौन उत्पीड़न किया है। पी.टी. उषा…
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kushtikedeewane · 4 years ago
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कल विश्वविख्यात सिद्ध भूमि - गुरु हनुमान अखाड़ा में गुरु महा सिंह जी और पहलवानों से मिलकर अखाड़े के पुराने इतिहास को जानने की कोशिश की ।। इस अखाडे ने देश को अनगीनत दिग्गज पहलवान, अर्जुन अवार्डी व पद्मभूषन,पद्म श्री दिए है - भारत का कुश्ती Hub माना जाता है ।।.... Kushti Ke Deewane प्लेटफार्म और अखिल भारतीय कुश्ती महासंघ ने कुश्ती व पहलवानों के उत्थान के लिए एक नई मुहिम चालू की है , जिसमें भारतवर्ष के ऐतिहासिक अखाड़ों का दौरा किया जाएगा और पहलवानों की प्रतिभा व अखाडो के इतिहास को जन जन तक पहुंचाने का प्रयत्न करेंगे ।। पहलवानो व अखाड़े से जुड़ी समस्याओं को भी Video और Articles के माध्यम से उठाया जाएगा ।। गुरु हनुमान अखाड़ा व अन्य अखाड़ों की वीडियो जल्द ही Kushti Ke Deewane ( Youtube, Instagram , Facebook , First Wrestling app of India - Kushti Ke Deewane ) पर देखने को मिलेगी ।। Our Team :- ( Adv. Surender Kaliraman ... President - अखिल भारतीय कुश्ती महासंघ.....) ( Sanjeev Joon ....CEO & Founder - Kushti Ke Deewane.... Secretary - अखिल भारतीय कुश्ती महासंघ ) ( Divyanshu Malik ...Co Founder & IT Cell - Kushti Ke Deewane ) ( Arun Dubey & Vishnu Kumar - Press & Media ) #wrestling #kushtikd #wrestler #akhara #dangal #guruhanuman #wrestlinglife https://www.instagram.com/p/CJBrJSeg2vs/?igshid=1p0j93v6nhzm5
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newsbabahindi-blog · 5 years ago
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पुलवामा हमले के बाद पहली बार पाकिस्तान की कोई टीम भारत आएगी, एशियन चेनसिलेशन के लिए वीजा मिला
पुलवामा हमले के बाद पहली बार पाकिस्तान की कोई टीम भारत आएगी, एशियन चेनसिलेशन के लिए वीजा मिला
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भारतीय कुश्ती संघ ने बताया कि सरकार ने पाकिस्तानी टीम को वीजा जारी कर दिया
यूनाइडेट वर्ल्ड रेसलिंग ने भारत को ओलिंपिक क्वालिफायर से बाहर करने की चेतावनी दी थी
दैनिक भास्कर
16 फरवरी, 2020, 08:59 PM IST
खेल डेस्क।पाकिस्तानी टीम दिल्ली में होने वाली आसियान कुश्ती श्रृंखलाओं में भाग लेगी। भारतीय कुश्ती संघ के सहायक सचिव विनोद तोमर ने इसकी पुष्टि की। उनके अनुसार, भारत सरकार ने पाकिस्तानी…
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राष्ट्रमंडल खेलों की सूची से कुश्ती, शूटिंग व तीरंदाजी को बाहर किया जाना बेहद निराशाजनक और दुर्भाग्यपूर्ण है: अभय सिंह चौटाला यह पूर्ण रूप से भाजपा की केंद्र सरकार की विफलता है, जहां एक तरफ खेलों इंडिया का नारा दिया जाता है वहीं दूसरी तरफ मुख्य खेल जिसमें भारत सबसे ज्यादा मैडल जीतता है उन्हीं खेलों को कॉमनवेल्थ खेलों से हटा दिया जाता है इनेलो पार्टी राष्ट्रमंडल खेल महासंघ द्वारा तीनों खेलों को सूची से बाहर करने के इस निर्णय का कड़ा विरोध करती है चौधरी ओम प्रकाश चौटाला ने प्रदेश का मुख्यमंत्री रहते खिलाडिय़ों को प्रोत्साहित करने के लिए खेल नीति बनाई थी जिसके बाद कुश्ती, बॉक्सिंग और अन्य खेलों में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खिलाडिय़ों ने पदकों की झड़ी लगा दी थी पूरे विश्व में हरियाणा के पहलवानों और शूटरों का ढंका बजता है, कुश्ती हरियाणा की शान है और सभी के दिलों में बसी हुई है केंद्र सरकार को भी इस पर तुरंत संज्ञान लेना चाहिए और तीनों खेलों को सूची में दोबा��ा जोड़ने के लिए गंभीरता��ूर्वक प्रयास करे (at Sector 12, Panchkula) https://www.instagram.com/p/CcYKf0fv0PU/?igshid=NGJjMDIxMWI=
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abhay121996-blog · 3 years ago
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आखिर क्यों विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में हिस्सा नहीं लेंगे ओलिंपिक रजत पदक विजेता रवि दहिया Divya Sandesh
#Divyasandesh
आखिर क्यों विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में हिस्सा नहीं लेंगे ओलिंपिक रजत पदक विजेता रवि दहिया
नई दिल्लीओलिंपिक रजत पदक विजेता पहलवान रवि दहिया ने कहा है कि उन्होंने आगामी विश्व चैंपियनशिप में हिस्सा नहीं लेने का फैसला किया है क्योंकि उन्हें भारतीय कुश्ती महासंघ (ड��्ल्यूएफआई) के अगले हफ्ते होने वाले चयन ट्रायल के लिए तैयार का समय नहीं मिला जिसके जरिए इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट की टीम का चयन होगा।
बिना तैयारी नहीं खेलना चाहते डब्ल्यूएफआई दो से 10 अक्टूबर तक नॉर्वे के ओस्लो में होने वाली विश्व चैंपियनशिप के लिए मंगलवार को चयन ट्रायल का आयोजन करेगा। दहिया और तोक्यो ओलिंपिक खेलों के अन्य पदक विजेता अपने सम्मान के आयोजित समारोह के लिए एक राज्य से दूसरे राज्य की यात्रा कर रहे है। दहिया ने कहा, ‘मैं बिना तैयारी के मैट पर नहीं उतरना चाहता। बिना पर्याप्त अभ्यास के प्रतिस्पर्धा पेश करने का क्या फायदा इसलिए मैं विश्व चैंपियनशिप में हिस्सा नहीं लूंगा क्योंकि मैं पर्याप्त अभ्यास के बिना ट्रायल में नहीं उतरना चाहता।’
पूनिया पहले ही हो चुके बाहर दहिया विश्व चैंपियनशिप में नहीं जाने वाले भारत के दूसरे बड़े पहलवान हैं। इससे पहले तोक्यो ओलिंपिक के कांस्य पदक विजेता बजरंग पूनिया भी दाएं घुटने में चोट के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो गए थे। इस पहलवान ने कहा, ‘मैं सत्र खत्म होने से पहले एक या दो टूर्नामेंट में हिस्सा लेने का प्रयास करूंगा। मैं अगले महीने से ट्रेनिंग शुरू करूंगा।’ यह पूछने पर कि क्या बहुत अधिक समारोह से वह परेशान हैं, दहिया ने कहा कि उन्हें कोई शिकायत नहीं है। उन्होंने कहा, ‘आप उन्हें ‘ना’ कैसे कह सकते हो। वे आपके अपने लोग हैं जो सम्मान दिखाना चाहते हैं और आपको सम्मानित करना चाहते हैं। बात सिर्फ इतनी है कि इससे थकान हो जाती है।’
वजन घटाना होती है समस्या उम्मीद की जा रही थी कि दहिया विश्व चैंपियनशिप में 57 किग्रा की जगह 61 किग्रा में हिस्सा लेंगे क्योंकि पहलवानों के लिए वजन घटाना और फिर इसे बरकरार रखना बड़ी समस्या होती है। दहिया को इससे कोई समस्या नहीं है कि डब्ल्यूएफआई ने उन्हें ट्रायल से छूट नहीं दी। उन्होंने कहा, ‘महासंघ ट्रायल के लिए बुलाकर सही काम कर रहा है। उन्हें पता है कि क्या सर्वश्रेष्ठ है। मुझे ट्रायल में हिस्सा लेने में कोई दिक्कत नहीं है।’ दहिया ने कहा कि वह जल्द ही महासंघ को अपने फैसले की जानकारी देंगे।
इन पहलवानों पर भी असमंजस इस बीच तीन पहवानाओं विनेश फोगाट, सोनम मलिक और दिव्या काकरान के ट्रायल में प्रतिनिधित्व को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है क्योंकि डब्ल्यूएफआई ने इनसे जुड़े मुद्दों पर कोई फैसला नहीं किया है। विनेश को तोक्यो ओलिंपिक के दौरान अनुशासनहीनता के लिए निलंबित किया गया है जबकि सोनम को दुर्व्यवहार के लिए कारण बता�� नोटिस जारी किया गया है। दिव्या को भी उनके पता के महासंघ के खिलाफ बयान देने के लिए नोटिस भेजा गया है। सोनम और दिव्या ने अपने बर्ताव के लिए माफी मांगी है जबकि विनेश ने भी मुकाबले के दौरान आधिकारिक किट नहीं पहनने के लिए बिना शर्त माफी मांगी है लेकिन तोक्यो में साथी भारतीय पहलवानों के साथ ट्रेनिंग नहीं करने और उनके साथ नहीं रहने के आरोपों को ‘सम्मान’ के साथ नकार दिया है।
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praveenpradhan254121 · 3 years ago
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टोक्यो ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा 'निलंबित' विनेश फोगट के समर्थन में बोलते हैं | अन्य खेल समाचार
टोक्यो ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा ‘निलंबित’ विनेश फोगट के समर्थन में बोलते हैं | अन्य खेल समाचार
भारत के पहले ट्रैक-एंड-फील्ड ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा ने संकटग्रस्त पहलवान विनेश फोगट के समर्थन में बात की है, जिन्हें भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) ने अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है। भाला स्टार नीरज चोपड़ा ने विनेश फोगट के साथ एक तस्वीर ट्वीट की और सोशल मीडिया पर लिखा कि वह पहलवान का समर्थन करना जारी रखेंगे। विनेश फोगट टोक्यो ओलंपिक में भारत के लिए सबसे बड़ी पदक दावेदारों में…
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mrdevsu · 3 years ago
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विनेश फोगाट के खिलाफ हुए महावीर फोगाट, भारतीय कुश्ती महासंघ की कार्रवाई का किया समर्थन
विनेश फोगाट के खिलाफ हुए महावीर फोगाट, भारतीय कुश्ती महासंघ की कार्रवाई का किया समर्थन
टोक्सी के बाद के भारत की नंबर वन महिला रेसर विनेश फोगाट पर भारतीय पहलवान महासंघात नेक है। कुशल लड़ाके ने प्रशिक्षित किया है और उन्हें प्रशिक्षित किया है। विनेश फोगाट के बाल कोच और ताऊ महावीर फोगाट ने विनेश फ़ोगाट पर भारतीय पहलवान महासंघ की सहायक का सहयोगी.  महावीर ने यह सुनिश्चित किया कि यह सुनिश्चित हो सके। कहा जाता है, ”” उन्होंने कहा कि खेल के भविष्य के साथ-साथ चलने वाली कंपनी टी-जोड़े ने कहा,…
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mastereeester · 4 years ago
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भारत के ग्रीको रोमन पहलवान नहीं हासिल कर पाए ओलंपिक कोटा, करना पड़ा हार का सामना [Source: Patrika : India's Leading Hindi News Portal]
भारत के ग्रीको रोमन पहलवान नहीं हासिल कर पाए ओलंपिक कोटा, करना पड़ा हार का सामना [Source: Patrika : India’s Leading Hindi News Portal]
भारत के ग्रीको रोमन पहलवान गुरप्रीत सिंह और सुनील कुमार को यहां चल रहे विश्व ओलंपिक क्वालीफायर्स में हार का सामना करना पड़ा इसके साथ ही वे ओलंपिक कोटा हासिल करने में असफल रहे। भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) ने विश्व ओलंपिक क्वालीफायर्स में ग्रीको रोमन इवेंट के लिए छह सदस्यीय टीम चुनी थी। हर भार वर्ग में फाइनल में पहुंचने वाले दो पहलवानों को टोक्यो ओलंपिक का टिकट हासिल होगा। प्री क्वार्टर…
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col-life23 · 4 years ago
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दंगल फैमिली रेसलर रितु फोगट ने कुश्ती से लेकर Mm Sd | फोगट परिवार की बेटी ने 'दंगल' को अलविदा कहा ...
दंगल फैमिली रेसलर रितु फोगट ने कुश्ती से लेकर Mm Sd | फोगट परिवार की बेटी ने ‘दंगल’ को अलविदा कहा …
भारत में महिला कुश्ती को एक नई पहचान देने वाली फोगट परिवार की तीसरी बेटी रितु फोगट ने कुश्ती को अलविदा कहकर भारतीय कुश्ती महासंघ को बड़ा झटका दिया है। गीता फोगट और बबीता फोगट की छोटी बहन रितु ने कुश्ती के बजाय मिश्रित मार्शल आर्ट में भाग लेने का फैसला किया है। टाइम्स ऑफ इंडिया खबर के मुताबिक, रितु सिंगापुर की इवाल्फ फाइट टीम में शामिल हो गई हैं। खबर के मुताबिक, रितु कहती हैं, ‘म���ं इस फैसले से…
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tazahindustan-blog · 4 years ago
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Khelo INDIA विश्वविद्यालय खेल पंजीकरण, पात्रता मानदंड, KIUG खेल अनुसूची पीडीएफ, Khelo INDIA विश्वविद्यालय खेल प्रवेश फार्म की जानकारी इस लेख में आपके साथ साझा की जाएगी। भारत में पहली बार ओडिशा के भुवनेश्वर में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 2020 का आयोजन किया जा रहा है। यह राष्ट्रव्यापी खेले इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 22 फरवरी से 1 मार्च 2020 ��क आयोजित किए जाएंगे।
खेतो विश्वविद्यालय खेलों के तहत, सभी आवेदक आधिकारिक पोर्टल पर पंजीकरण से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। ये सभी खेल ओडिशा के केआईआईटी विश्वविद्यालय में आयोजित किए जाएंगे। यहां इस लेख में, हम आपको खेल के लिए आवेदन, पंजीकरण की प्रक्रिया, पीडीएफ प्रारूप में खेल की अनुसूची के बारे में जानकारी प्रदान करेंगे। यदि आप इन खेलों में भाग लेना चाहते हैं तो इस लेख को शुरू से अंत तक पढ़ें।
खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 2020
ख्लो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 2020 की शुरुआत खेलो इंडिया स्कूल गेम्स और खेलो इंडिया यूथ गेम्स की तर्ज पर शुरू की गई है। ओडिशा ने इससे पहले एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप, मेन्स हॉकी वर्ल्ड कप, कॉमनवेल्थ टेबल टेनिस चैंपियनशिप, एफआईएच सीरीज़ फ़ाइनल और हॉकी ओलंपिक क्वालीफ़ायर जैसे आयोजनों की भी मेजबानी की है।
विश्वविद्यालय खेलों के शुभारंभ की घोषणा सोमवार को ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने की। भारतीय खेल प्राधिकरण द्वारा खेल विभाग, भारतीय विश्वविद्यालयों के संघ, राष्ट्रीय खेल महासंघ और भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) और अन्य भाग लेने वाले विश्वविद्यालयों के सहयोग से खेलों का आयोजन किया जाएगा।
इन सभी खेलों का आयोजन ओडिशा के कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी में किया जाएगा, जिसमें देश भर के 100 विश्वविद्यालयों के 4000 से अधिक खिलाड़ी भाग लेंगे। आप इस लेख के माध्यम से इस घटना में खेल की श्रेणियों के बारे में जानकारी यहाँ से प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा इसकी जानकारी आधिकारिक वेबसाइट पर भी उपलब्ध कराई गई है।
खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स शेड्यूल
खेतो भारत विश्वविद्यालय खेलों का स्थान
भारतीय खेल प्राधिकरण द्वारा 22 फरवरी से विभिन्न विभागों के सहयोग से खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम का आयोजन किया जाएगा। ये सभी आयोजन ओडिशा के कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी में आयोजित किए जाएंगे। इस प्रतियोगिता में 7 खेलों का आयोजन किया जाएगा जिसमें 4,000 से अधिक एथलीट और सहायक कार्यकर्ता भाग लेंगे।
ओडिशा किग 2020 का अवलोकन
अनुच्छेद के बारे में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम
प्राधिकरण का नाम भारतीय खेल प्राधिकरण
मंत्रालय का नाम युवा मामले और खेल मंत्रालय, भारत सरकार
शुरू करने की तिथि - शुरू होने की तिथि - रवाना होने की तिथि 22 फरवरी 2020
अंतिम तिथि 1 मार्च 2020
घटना स्थान केआईआईटी विश्वविद्यालय, भुवनेश्वर, ओडिशा
पंजीकरण का तरीका ऑनलाइन
सरकारी वेबसाइट universitygames.kheloindia.gov.in/
��ेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स लिस्ट
यहां हम आपको ओडिशा के कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी में होने वाले यूनिवर्सिटी गेम्स में खेलों की सूची प्रदान कर रहे हैं।
व्यायाम बास्केटबाल मुक्केबाज़ी फ़ुटबॉल बाड़ लगाना हॉकी जूदो टेबल टेनिस तैराकी टेनिस भारोत्तोलन वालीबाल कुश्ती रग्बी बैडमिंटन कबड्डी
आवश्यक दस्तावेज
आधार कार्ड (व्यक्तिगत पहचान के लिए इनमें से कोई भी)
वोटर आई कार्ड
पासपोर्ट
जन्म प्रमाणपत्र
10 वीं कक्षा की मार्कशीट
अंडर -25 आयु वर्ग के लिए - कॉलेज / विश्वविद्यालय बोनाफाइड प्रमाणपत्र
खेल भारत विश्वविद्यालय खेल पंजीकरण प्रक्रिया
यहां हमने विश्वविद्यालय खेलों के तहत आवेदन के चरणों के बारे में जानकारी प्रदान की है। आप चरणों का पालन करके आसानी से अपना ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
सबसे पहले, आपको खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा । इसके बाद आपके सामने वेबसाइट का होमपेज खुल जाएगा।
वेबसाइट के होमपेज पर आपको टूर्नामेंट हैंडबुक विकल्प पर क्लिक करना होगा।
यहां आपको सभी खेलों के बारे में जानकारी प्रदान की जाएगी। अब आपको एप्लीकेशन फॉर्म के लिंक पर क्लिक करना है।
आपको आवेदन पत्र में सभी पूछी गई जानकारी दर्ज करके आवश्यक दस्तावेज अपलोड करने होंगे।
अब आपके द्वारा दर्ज की गई जानकारी की जांच करने के बाद, आवेदन पत्र जमा करें।
Khelo India University Game (KIUG) से संब��धित जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट के साथ जुड़े रहें।
हमें उम्मीद है कि आपको विश्वविद्यालय खेलों से संबंधित जानकारी अवश्य मिलेगी। इस लेख में, हमने आपके द्वारा पूछे गए सभी सवालों के जवाब देने की कोशिश की है।
यदि आपके पास अभी भी इससे संबंधित प्रश्न हैं तो आप हमसे टिप्पणियों के माध्यम से पूछ सकते हैं। इसके अलावा, आप हमारी वेबसाइट को बुकमार्क भी कर सकते हैं।
पूछे जाने वाले प्रश्न के
खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स कहाँ आयोजित किया जा रहा है?
इन खेलों का आयोजन ओडिशा के कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी में किया जा रहा है।
ओडिशा में यूनिवर्सिटी गेम्स कब शुरू होंगे?
ओडिशा में 22 फरवरी 2020 से यूनिवर्सिटी गेम्स शुरू किए जाएंगे।
खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के लिए आवेदन करने के लिए संबंधित पात्रता क्या है?
युवा एथलीटों के लिए पात्रता मानदंड उपरोक्त लेख में विस्तार से दिया गया है।
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hindinewsst · 5 years ago
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Indias Foreign Wrestling Coaches Await Salaries Amid Lockdown, Tough Situation - भारत के विदेशी कुश्ती कोच को नहीं मिला वेतन, लॉकडाउन की वजह से लंबा हुआ इंतजार
Indias Foreign Wrestling Coaches Await Salaries Amid Lockdown, Tough Situation – भारत के विदेशी कुश्ती कोच को नहीं मिला वेतन, लॉकडाउन की वजह से लंबा हुआ इंतजार
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भारत के विदेशी कुश्ती कोच एंड्रयू कुक और टेमो कजारशविली मार्च का आधे महीने का वेतन लेकर भारत से चले गए हैं और वे नहीं जानते कि उन्हें वर्तमान महीने के बकाया के अलावा अन्य वेतन भत्तों का भुगतान होगा या नहीं।
��ारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) द्वारा कोविड-19 महामारी के कारण लखनऊ में चल रहे राष्ट्रीय शिविर को 17 मार्च को समाप्त करने के बाद महिला टीम के कोच…
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kushtikedeewane · 5 years ago
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विश्व चैंपियन दीपक पुनिया का रोहिणी दिल्ली में धूमधाम से हुआ हार्दिक सवागत समारोह नई दिल्ली -अखिल भारतीय कुश्ती महासंघ ( ABKM ) के द्वारा रोहिणी कोर्ट काम्प्लेक्स में दिनांक 11 /10 /2019 को स्वागत समारोह आयोजित किया गया जिसमे दीपक पुनिया को भारत गौरव अवार्ड से सम्मानित किया गया | इस आयोजन मे मुख्य अतिथि श्री दिलबाग पुनिया - पूर्व डिस्ट्रिक जज रोहिणी कोर्ट , श्री प्रदीप अग्रवाल - चैयरमेन पारा मेडिकल दिल्ली सरकार ,श्री राजीव तेहलान- पूर्व सचिव रोहिणी कोर्ट, सत्यनारायण शर्मा - पूर्व सचिव रोहिणी कोर्ट , अजय अत्रि - एडिशनल सचिव तीस हज़ारी , विचित्र कुमार - अडिशनल सेक्रेटरी रोहिणी कोर्ट ,बिजेंद्र राणा , कुलदीप डबास जी ,हनुमंत गौरव- कर्नाटक ,सतपाल सांगवान , सौरभ गुलाटी आदि उपस्थित रहे || इस समारोह का आयोजन .. सुरेंद्र कालीरमन - अधिवक्ता अध्यक्ष ( ABKM )- ( Kushti Jagat ) , संजीव जून - सह सचिव (ABKM ) - ( Kushti Ke Deewane ) के द्वारा किया गया || दीपक पु���िया कैडेट जूनियर विश्व कुस्ती प्रतियोगिता में गोल्ड सीनियर विश्व कुस्ती में रजत और हाल ही में विसव में पहली रैंक हासिल की है और ओलिम्पिक 2020 रियो के लिए 86 kg क्वॉलिफिई कर लिया है इस प्रोग्राम में सैंकड़ो खेल प्रेमी और अधिवक्ता शामिल हुए || Media Partners - Kushti Ke Deewane & Kushti Jagat 🇮🇳 #worldchampion #wrestler #honourceremony #kushti #dangal #india #wrestling @deepakpunia86 @chhatrashalstadium https://www.instagram.com/p/B3e3lGygyYF/?igshid=1asa0w4nt2xkq
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jainyupdates · 5 years ago
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भारत के विदेशी कुश्ती कोच को नहीं मिला वेतन, लॉकडाउन की वजह से लंबा हुआ इंतजार
भारत के विदेशी कुश्ती कोच को नहीं मिला वेतन, लॉकडाउन की वजह से लंबा हुआ इंतजार
भारत के विदेशी कुश्ती कोच एंड्रयू कुक और टेमो कजारशविली मार्च का आधे महीने का वेतन लेकर भारत से चले गए हैं और वे नहीं जानते कि उन्हें वर्तमान महीने के बकाया के अलावा अन्य वेतन भत्तों का भुगतान होगा या नहीं।
भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) द्वारा कोविड-19 महामारी के कारण लखनऊ में चल रहे राष्ट्रीय शिविर को 17 मार्च को समाप्त करने के बाद महिला टीम के कोच कुक 19 मार्च को अमेरिका के सिएटल रवाना…
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newsaryavart · 5 years ago
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भारत के विदेशी कुश्ती कोच को नहीं मिला वेतन, लॉकडाउन की वजह से लंबा हुआ इंतजार
भारत के विदेशी कुश्ती कोच को नहीं मिला वेतन, लॉकडाउन की वजह से लंबा हुआ इंतजार
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भारत के विदेशी कुश्ती कोच एंड्रयू कुक और टेमो कजारशविली मार्च का आधे महीने का वेतन लेकर भारत से चले गए हैं और वे नहीं जानते कि उन्हें वर्तमान महीने के बकाया के अलावा अन्य वेतन भत्तों का भुगतान होगा या नहीं।
भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) द्वारा कोविड-19 महामारी के कारण लखनऊ में चल रहे राष्ट्रीय शिविर को 17 मार्च को समाप्त करने के बाद महिला टीम के कोच…
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abhay121996-blog · 3 years ago
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विश्व स्तरीय कुश्ती चैंपियनशिप में भारतीय पहलवानों ने रचा इतिहास : बृजभूषण Divya Sandesh
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विश्व स्तरीय कुश्ती चैंपियनशिप में भारतीय पहलवानों ने रचा इतिहास : बृजभूषण
गोंडा। भारतीय पहलवान विश्व स्तर पर दिन प्रतिदिन नए इतिहास रच रहे हैं। हंगरी की राजधानी बूडा पेस्ट में आयोजित विश्व स्तरीय कैडेट कुश्ती प्रतियोगिता में भारतीय पहलवानों ने तीन स्वर्ण एक रजत 3 कांस्य पदक जीतकर भारत को प्रथम स्थान दिलाया है। यह बात कुश्ती महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने रविवार को पत्रकारों से वार्ता के दौरान कहा।
उन्होंने कहा एक समय ऐसा था जब विश्व स्तर की प्रतियोगिता होती थी। तो भारत को एक मेडल मिल जाता था। वर्ष 2012 में देश को दो मेडल मिले। मुझे अब अपने देश के इन पहलवानों पर गर्व है। जिन्होंने देश को पुरुष चैंपियनशिप में प्रथम स्थान दिलाया। कहाकि महिलाओं में भी देश का प्रथम स्थान आता, लेकिन एक महिला पहलवान को कुश्ती के दौरान चोट लग जाने के कारण प्रथम स्थान नहीं मिल सका। फिर भी हम दूसरे स्थान पर रहे।
कुश्ती संघ में आने के बाद लगातार किए सुधार भारतीय जनता पार्टी से सांसद व कुश्ती संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि कुश्ती संघ में आने के बाद वह लगातार सुधार करते रहे। पिछले 2 वर्षों से हमने रैंकिंग सिस्टम शुरू किया है। जिसमें देश के प्रथम श्रेणी के पहलवानों को 30 लाख रुपए प्रतिवर्ष जेब खर्च के रूप में दिए जाते हैं। इसके अतिरिक्त टॉप 10 की श्रेणी में आने वाले पहलवानों को भारत सरकार द्वारा सारी व्यवस्था मुहैया कराई जाती है। हम इन्हें विदेशी कोच भी देते हैं। इसी तरह द्वितीय श्रेणी के पहलवानों को 20 लाख तृतीय को 15 लाख तथा चतुर्थ को 10 लाख जेब खर्च के रूप में दिया जाता है। वर्ष 2028 में होने वाला विश्व स्तरीय कुश्ती चैंपियनशिप प्रतियोगिता के लिए भारतीय कुश्ती संघ पहलवानों को विशेष प्रशिक्षण दे रहा है।
यह खबर भी पढ़ें: इस मंदिर में पूजा करने पर मिलता है श्राप, जानिए इसके पीछे की कहानी
टोक्यो ओलंपिक में भारत को 5 मेडल मिलने का दावा कुश्ती संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने वर्ष 2028 में टोक्यो ओलंपिक में भारत को पांच मेडल मिलने का दावा किया है। उन्होंने कहा कि अब तक भारत को सिर्फ 5 मेडल मिले थे। जिसमें वर्ष 1952 में एक मेडल मिलने के बाद बहुत दिनों तक कोई मेडल नहीं मिला।
उन्होंने कहा अबकी बार भारत को कम से कम 4 मेडल हो सकता है। कहाकि बोनस भी लग जाए तो 5 मेडल जरूर मिलेंगे। यह भारत की बहुत बड़ी उपलब्धि होगी। हम यह दावा कोई सपना देख कर या फिर ज्योतिष के हिसाब से नहीं कर रहे हैं। हमारे बच्चे उस लायक हैं। कहाकि पिछले ओलंपिक में सूखा पड़ा था। कुश्ती के माध्यम से खाता खुला था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सराहना करते हुए उन्होंने कहा ��नके व्यक्तिगत रूचि के कारण ऐसा संभव हुआ है।
विश्नोहरपुर में युवाओं के लिए बनवाया विशाल स्टेडियम कुश्ती संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह ने अपने पैतृक गांव विश्नोहरपुर में विशालकाय स्टेडियम युवाओं को समर्पित किया है। एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने बताया स्टेडियम निर्माण सरकारी खर्चे से नहीं बल्कि लोगों के निजी सहयोग से बनवाया गया है। स्टेडियम के भीतर एक विशेष पंचवटी का भी निर्माण कराया गया है। इस पंचवटी में विशेष प्रकार के वृक्ष विद्यमान हैं। यहां पर शारीरिक शिक्षा के सभी संसाधन उपलब्ध है। सैकड़ों की संख्या में प्रतिदिन युवा यहां योगा से लेकर विभिन्न खेल खेलने स्टेडियम में आते हैं। वही बेजुबान से सांसद का प्रेम लोगों में चर्चा का विषय है। स्टेडियम में सांसद के पहुंचते ही बेजुबान घोड़े उनके पास दौड़े-दौड़े चले आते हैं।
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ferretbuzz · 7 years ago
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Sushil Kumars sucessful comeback is a big question mark for wrestling! नई दिल्ली: दो बार के ओलिंपिक पदक विजेता सुशील कुमार ने जोरदार वापसी की लेकिन इससे खेल के रूप में देश में कुश्ती की प्रगति पर सवालिया निशान लग गया जो तीन साल पहले इस दिग्गज पहलवान के अचानक हटने के बाद से काफी आगे नहीं बढ़ पाया. बीजिंग ओलिंपिक 2008 से भारत को कुश्ती में पदक मिल रहे हैं लेकिन कुल मिलाकर यह खेल उस स्तर को बनाए रखने में नाकाम रहा है जो एक समय बना था और 2017 के दौरान यह जाहिर भी हो गया. कई मौकों पर पदक जीतने के बावजूद भारतीय पहलवान कई मौकों पर उम्मीद पर खरे नहीं उतरे और कोई भी सुशील या योगेश्वर दत्त के स्तर के करीब नहीं पहुंच पाया. रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक के प्रदर्शन में भी निरंतरता की कमी दिखी. यह भी पढ़ें: प्रो रेसलिंग लीग की नीलामी में सबसे महंगे बिके सुशील कुमार हालांकि इंटरनेशनल स्‍तर पर वापसी करना आसान नहीं था लेकिन 34 साल के सुशील को राष्ट्रमंडल कुश्ती चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक के दौरान किसी तरह की मुश्किल का सामना नहीं करना पड़ा. सुशील ने दिखा दिया कि उनके स्तर में कोई कमी नहीं आई है और युवाओं को अभी लंबा रास्ता तय करना होगा विशेषकर उनके पुरुष 74 किग्रा फ्रीस्टाइल वजन वर्ग में. ग्लास्गो में 2014 राष्���्रमंडल खेलों के बाद से बाहर सुशील की वापसी की उम्मीद काफी लोगों ने नहीं की थी विशेषकर उन हालात को देखते हुए जिनके कारण उन्हें बाहर रहना पड़ा. इस सब की शुरुआत चोट से हुई जिसके कारण वह 2015 में विश्व चैंपियनशिप के चयन ट्रायल में हिस्सा नहीं ले पाए जो रियो ओल��ं‍पिक का क्वालीफायर भी था. इसके बाद हालात ने ��जीब मोड़ लिया. यह भी पढ़ें: कॉमनवेल्‍थ कुश्‍ती चैंपियनशिप में सुशील और साक्षी ने जीता स्वर्ण भारतीय कुश्ती महासंघ और दिल्ली उच्च न्यायालय ने उन्हें पिछले साल ओलिंपिक में हिस्सा लेने का मौका देने से रोक दिया जबकि उन पर अपने वजन वर्ग में रियो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाले पहलवान के पीने की चीज में अवैध पदार्थ मिलाने के आरोप भी लगे. इसके अलावा प्रशासनिक जिम्मेदारी और राष्ट्रीय पर्यवेक्षक के रूप में नियुक्ति ने खिलाड़ी के रूप में सुशील का भाग्य लगभग तय कर दिया था. सुशील ने हालांकि इसके बाद इंदौर में पिछले महीने राष्ट्रीय चैंपियनशिप के साथ मैट पर वापसी करने का फैसला किया. उन्होंने बाद में राष्ट्रीय पर्यवेक्षक के रूप में इस्तीफा देते हुए खिलाड़ी के रूप में प्रतिस्पर्धा जारी रखने के अपने इरादे जाहिर किए.सुशील की परिकथा जैसी वापसी हालांकि विवादों से दूर नहीं रही जब उनके पांच में से तीन प्रतिद्वंद्वियों ने ‘सम्मान’ में उनके खिलाफ नहीं उतरने का फैसला किया और स्वर्ण पदक उनकी झोली में डाल दिया. उनके प्रतिद्वंद्वियों ने इस तरह सुशील से खुद को साबित करने का मौका भी छीन लिया. सुशील को हालांकि अपनी क्षमता साबित करने के लिए अधिक इंतजार नहीं करना पड़ा और उन्होंने जोहानिसबर्ग में हाल में संपन्न राष्ट्रमंडल कुश्ती चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता. सुशील को हालांकि राष्ट्रमंडल चैंपियनशिप में सिर्फ पांच प्रतिद्वंद्वियों का सामना करना पड़ा जिन्हें उन्होंने हरा दिया. इनमें से एक हमवतन प्रवीण राणा भी थे जिन्होंने इंदौर में खिताबी मुकाबले में उन्हें वाकओवर दिया था. दोनों के बीच राष्ट्रमंडल चैंपियनशिप में हुए मुकाबले को सुशील ने 5-4 से जीता. इस जीत के साथ सुशील ने खुद को साबित तो किया लेकिन इससे भारतीय कुश्ती की काफी उज्जवल तस्वीर नहीं दिखी. सुशील और नरसिंह के जाने के बाद 74 किग्रा वर्ग में राणा भारत के शीर्ष पहलवान रहे लेकिन उनकी हार से साबित हो गया कि इस खेल ने देश में काफी प्रगति नहीं की. सिर्फ 74 किग्रा वर्ग में ही नहीं बल्कि अगस्त में विश्व चैंपियनशिप में भारतीय पहलवान तीनों वर्गों- पुरुष और महिला फ्रीस्टाइल तथा ग्रीकोरोमन में खाली हाथ लौटे. साक्षी और एशियाई चैंपियन बजरंग पूनिया की मौजूदगी के बावजूद कोई भारतीय पहलवान पदक दौर में भी जगह नहीं बना सका. वीडियो: महिला बॉक्‍सर एमसी मैरीकॉम से विशेष बातचीत भारत ने इससे पहले मई में अपनी मेजबानी में नयी दिल्ली में एशियाई चैंपियनशिप में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए एक स्वर्ण पदक सहित 10 पदक जीते थे. पोलैंड के बिदगोज में हालांकि अंडर 23 विश्व चैंपियनशिप में बजरंग, विनोद ओमप्रकाश और रितु फोगाट ने पहली बार भारत के लिए तीन रजत पदक जीते. भारत ने राष्ट्रमंडल कुश्ती में सभी तीन वर्गों में पदक जीते लेकिन वहां प्रतिस्पर्धा के स्तर ��ो देखते हुए यह विश्व मंच पर उसके रुतबे को स्थापित करने के लिए काफी नहीं है. भारतीय पहलवानों ने हालांकि अपनी क्षमता दिखाई और अनुभवी सुशील की मौजूदगी में अगले साल राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों में उनसे बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) Source link
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