#भगवानजगन्नाथरथयात्राकीतारीख
Explore tagged Tumblr posts
chaitanyabharatnews · 6 years ago
Text
जगन्नाथ रथयात्रा के दौरान सोने की झाड़ू से की जाती है रास्ते की सफाई
Tumblr media
चैतन्य भारत न्यूज दुनिया भर में प्रसिद्ध जगन्नाथ यात्रा की शुरुआत इस साल 4 जुलाई से होने वाली है। ओडिशा के पुरी में मनाया जाने वाला जगन्नाथ रथ यात्रा उत्सव का बहुत ही अधिक महत्व है। जगन्नाथ रथयात्रा न सिर्फ भारत के अलग-अलग राज्यों में बल्कि विदेशों में भी बड़े ही धूमधाम से निकाली जाती है।
Tumblr media
इस महोत्सव में शामिल होने के लिए देश के साथ ही विदेशों से भी बड़ी संख्या में लोग आते हैं। रथयात्रा के दौरान भगवान जगन्नाथ, उनके भाई बालभद्र एवं बहन सुभद्रा को जगन्नाथ मंदिर से रथ में बैठाकर गुंडिचा मंदिर ले जाया जाता है।
Tumblr media
सोने की झाड़ू से होती है रास्ते की सफाई पुराणों में जगन्नाथ पुरी को धरती का बैकुंठ कहा गया है। जगन्नाथ जी का भव्य रथ सोलह पहियों का होता है, जिसमें 832 लकड़ी के टुकड़ों का इस्तेमाल किया जाता है। इस रथ को बनाने के लिए लकड़ियों का चयन बसंत पंचमी के दिन से शुरू होता है और उनका निर्माण अक्षय तृतीया से प्रारंभ होता है। इस रथ पर सोने के हत्थे वाली झाड़ू लगाकर रथयात्रा प्रारंभ की जाती है।
Tumblr media
खास बात यह है कि रथ यात्रा के इस मार्ग की सफाई भी सोने की झाड़ू से ही की जाती है। इस यात्रा के दौरान भगवान जगन्नाथ को अपने भाई बालभद्र और सुभद्रा के साथ पूरे नगर का भ्रमण कराया जाता है। इसके बाद उन्हें गुंडिचा मंदिर यानी उनकी मौसी के घर ले जाया जाता है। गुंडिचा मंदिर में भगवान जगन्नाथ का खूब आदर सत्कार किया जाता है। भगवान यहां पूरे सात दिनों तक रहते हैं। ये भी पढ़े... भारत ही नहीं विदेशों में भी बड़े ही धूमधाम से निकाली जाती है जगन्नाथ रथयात्रा विश्व प्रसिद्ध जगन्नाथ रथ यात्रा 4 जुलाई से होगी शुरू, छुट्टियां मनाने मौसी के घर जाएंगे भगवान मुस्लिम समुदाय ने पेश की अनोखी मिसाल, जगन्नाथ रथ यात्रा के लिए भेंट किया चांदी का रथ जगन्नाथ रथयात्रा में मुख्य अतिथि होंगी नुसरत जहां, स‍िंदूर लगाने और चूड़ी पहनने पर हुआ था विवाद Read the full article
0 notes
chaitanyabharatnews · 6 years ago
Text
भारत ही नहीं विदेशों में भी बड़े ही धूमधाम से निकाली जाती है जगन्नाथ रथयात्रा
Tumblr media
चैतन्य भारत न्यूज दुनियाभर में प्रसिद्ध भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा का महोत्सव 4 जुलाई से शुरू होने वाला है। इस दौरान लाखों श्रद्धालुओं की मौजूदगी में रथयात्रा निकाली जाती है। इस दिन भगवान कृष्ण, उनके भाई बलराम और बहन सुभद्रा को रथों में बैठाकर गुंडीचा मंदिर यानी उनकी मौसी के घर ले जाया जाता है। इस रथयात्रा की तैयारियां महीनों पहले ही शुरू हो चुकी होती हैं। तीनों रथों को भव्य रूप से सजाया जाता है जिसमें लाखों की संख्या में लोग पहुंचते हैं। पुरी ओडिशा में निकलने वाली यह रथयात्रा देश के अन्य हिस्सों के अलावा अब विदेशों में भी निकाली जाने लगी है। आइए जानते हैं भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा कौन-कौन सी जगह निकाली जाती है। मथुरा- कृष्ण की नगरी मथुरा में भी भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा निकलती है। यहां रथयात्रा श्रीकृष्ण जन्मभूमि से निकलती है जिसमें ��जारों साधु संत शामिल होते हैं। रथयात्रा के दौरान जगह-जगह रथयात्रा में मौजूद लोगों का स्वागत किया जाता है। काशी और कानपुर- काशी और कानपुर में भी भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा धूमधाम से निकाली जाती है। यहां भी लाखों श्रद्धालु रथ के साथ चलते हैं। काशी में भव्य रूप से यात्रा का आयोजन किया जाता है। अहमदाबाद- भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा अहमदाबाद में भी जोरों- शोरों से निकाली जाती है। अहमदाबाद में रथयात्रा के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जाते हैं। इस यात्रा में शामिल होने के लिए हर साल लगभग 2,500 से 3000 तक साधुओं का एक बड़ा दल अहमदाबाद पहुंचता है। असम और पश्चिम बंगाल- असम और पश्चिम बंगाल में भी भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा निकाली जाती है। यहां की सबसे खास बात यह है कि, रथयात्रा के दौरान लाखों लोग फूलों की बारिश करते हैं जम्मू- जम्मू में भी भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा बड़े ही धूमधाम से निकाली जाती है। यहां की यात्रा में भी सैकड़ों भक्त शामिल होते हैं। हजारों साधु संत इस रथयात्रा में शामिल होते हैं। इन राज्यों के दिल्ली, आंध्र प्रदेश और पंजाब के अमृतसर शहर में भी भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा निकाली जाती है। विदेशों में भी निकाली जाती है रथयात्रा देश के राज्यों के साथ-साथ विदेशों में भी भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा निकाली जाती है। भारत के पड़ोसी देश बंग्लादेश, सैन फ्रांसिस्को और लंदन के अलावा और भी कई देशों में भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा धूमधाम से निकलती है। ये भी पढ़े विश्व प्रसिद्ध जगन्नाथ रथ यात्रा 4 जुलाई से होगी शुरू, छुट्टियां मनाने मौसी के घर जाएंगे भगवान मुस्लिम समुदाय ने पेश की अनोखी मिसाल, जगन्नाथ रथ यात्रा के लिए भेंट किया चांदी का रथ भीषण गर्मी में आम रस पीने से बीमार हुए भगवान, वैद्य ने दी 15 दिन बेड रेस्ट की सलाह Read the full article
0 notes