#बेन मी
Explore tagged Tumblr posts
Text
बर्नले को हराने के लिए एवर्टन ने शैली में वापसी की, प्रीमियर लीग के संयुक्त शीर्ष पर गए | फुटबॉल समाचार
बर्नले को हराने के लिए एवर्टन ने शैली में वापसी की, प्रीमियर लीग के संयुक्त शीर्ष पर गए | फुटबॉल समाचार
लिवरपूल: एवर्टन दूसरे हाफ में सात मिनट में तीन बार मारा क्योंकि वे एक गोल से नीचे आए थे बर्नले 3-1 और के साथ अंक पर स्तर ले जाएँ प्रीमियर लीग नेता मैनचेस्टर यूनाइटेड at गुडिसन पार्क सोमवार को। अपने 200वें प्रीमियर लीग में बेन मी के हेडर ने 53वें मिनट में बर्नले को बढ़त दिलाई, लेकिन एवर्टन की प्रतिक्रिया जोरदार थी क्योंकि मेजबान टीम सीजन की अपनी तीसरी लीग जीत का दावा करने के लिए जीवित हो गई थी।…
View On WordPress
0 notes
Text
संगीत के लिए जेनिफर लोपेज पहले से कहीं अधिक प्रेरित महसूस कर रही हैं
लॉस एंजिल्स, 1 अगस्त (SuryyasKiran)। हॉलीवुड की जानी मानी गायिका और अभिनेत्री जेनिफर लोपेज बहुत सारा संगीत बना रही हैं, साथ ही वो काफी अच्छा महसूस कर रही हैं। हॉलीवुड स्टार बेन एफ्लेक के साथ शादी के बंधन में बंधी जेनिफर लोपेज लगातार चर्चाओं में बनी हुई हैं।पीपल पत्रिका के नवीनतम अंक से बात करते हुए, 53 वर्षीय गायिका ने कहा, मैं इतने वर्षों में पहली बार बहुत प्रेरित हुई हूं और इस तरह से लिख रही हूं कि मैं लंबे समय से नहीं कर पाई। यह मेरे जीवन में रचनात्मक रूप से सबसे अच्छे अनुभवों में से एक रहा है। मैं सामान्य रूप से जीवन के बारे में उत्साहित हूं।जेनिफर ने 2014 की ए.के.ए. के बाद से कोई एल्बम जारी नहीं किया है। हालांकि, उसने तब से कई एकल रिलीज किए हैं और हाल ही में मैरी मी मूवी साउंडट्रैक जारी किया है। उनका आखिरी एकल 2020 में इन द मॉनिर्ंग के रूप में आया। पॉप सुपरस्टार ने जुलाई में लास वेगस में बेन के साथ शादी के बंधन में बंधी और कहा कि वह अच्छा महसूस कर रही हैं। उन्होंने अपनी स्किनकेयर क्रीम लाइन जेएलओ बॉडी के लॉन्च पर न्यूड पोज दिया था।--SuryyasKiranपीटी/एसकेपी Read the full article
0 notes
Text
"मला विराट आवडतो": बेन स्टोक्सची एकदिवसीय निवृत्तीनंतर कोहलीच्या संदेशावर प्रतिक्रिया | क्रिकेट बातम्या
“मला विराट आवडतो”: बेन स्टोक्सची एकदिवसीय निवृत्तीनंतर कोहलीच्या संदेशावर प्रतिक्रिया | क्रिकेट बातम्या
विराट कोहली आणि बेन स्टोक्सची फाइल इमेज© एएफपी खालील बेन स्टोक्ससोमवारी एकदिवसीय निवृत्तीची घोषणा करताना विराट कोहलीने या स्टार ऑलराऊंडरसाठी खास संदेश दिला होता. स्टोक्सच्या इंस्टाग्राम पोस्टवर कोहलीने टिप्पणी केली, “मी आजवर खेळलेला सर्वात प्रतिस्पर्धी खेळाडू आहेस. आदर करा. स्टोक्सने ५० षटकांच्या फॉर्मेटमधून निवृत्तीची घोषणा करण्यासाठी सोशल मीडियावर एक निवेदन जारी केले आणि असे म्हटले की तिन्ही…
View On WordPress
0 notes
Text
बेन स्टोक्सने दिला धक्का: इंग्लंडच्या 2019 विश्वचषक विजयाचा नायक वन-डे आंतरराष्ट्रीय क्रिकेटमधून बाहेर पडला.
बेन स्टोक्सने दिला धक्का: इंग्लंडच्या 2019 विश्वचषक विजयाचा नायक वन-डे आंतरराष्ट्रीय क्रिकेटमधून बाहेर पडला.
इंग्लंडचा स्टार अष्टपैलू खेळाडू बेन स्टोक्सने एकदिवसीय आंतरराष्ट्रीय क्रिकेटमधून निवृत्तीची घोषणा केली आहे. त्यांनी 18 जुलै 2022 रोजी भारतीय वेळेनुसार संध्याकाळी 4:55 वाजता एक ट्विट केले. यामध्ये त्याने लिहिले की, ‘मी मंगळवारी, 19 जुलै 2022 रोजी डरहम येथे इंग्लंडसाठी एकदिवसीय आंतरराष्ट्रीय क्रिकेटमधील माझा शेवटचा सामना खेळणार आहे.’ क्राइस्टचर्च, न्यूझीलंड येथे 4 जून 1991 रोजी जन्मलेल्या बेन…
View On WordPress
#क्रिकेट बातम्या#क्रीडा बातम्या#बेन स्टोक्स#बेन स्टोक्स क्रिकेट#बेन स्टोक्स ताज्या बातम्या#बेन स्टोक्स निवृत्त#बेन स्टोक्स निवृत्त झाला#बेन स्टोक्स निवृत्ती बातम्या#बेन स्टोक्स बातम्या#बेन स्टोक्सची निवृत्ती#बेन स्टोक्सची बातमी#बेन स्टोक्सच्या निवृत्तीची बातमी
0 notes
Text
नेदरलँड्सचा स्फोटक फलंदाज बेन कूपरचा आंतरराष्ट्रीय क्रिकेटला अलविदा!
नेदरलँड्सचा स्फोटक फलंदाज बेन कूपरचा आंतरराष्ट्रीय क्रिकेटला अलविदा!
नेदरलँड्सचा स्फोटक फलंदाज बेन कूपरचा आंतरराष्ट्रीय क्रिकेटला अलविदा! नेदरलँड्स संघाचा स्टार फलंदाज बेन कूपर आंतरराष्ट्रीय क्रिकेटमधून निवृत्ती घेतली आहे. वयाच्या २९व्या वर्षी कूपरने क्रिकेटला रामराम ठोकला. २०१३मध्ये आंतरराष्ट्रीय क्रिकेटमध्ये पदार्पण करणाऱ्या कूपरने नेदरलँड्सकडून ७१ सामने खेळले आहेत. त्याने ट्वीट करून निवृत्ती जाहीर केली. ”आज मी आंतरराष्ट्रीय क्रिकेटमधून निवृत्ती जाहीर करत आहे.…
View On WordPress
0 notes
Text
'आई स्टिल बिलीव इन हैप्पीली एवर आफ्टर': जेनिफर लोपेज चौथी शादी की संभावनाओं पर
‘आई स्टिल बिलीव इन हैप्पीली एवर आफ्टर’: जेनिफर लोपेज चौथी शादी की संभावनाओं पर
जेनिफर लोपेज खुशी के बाद की अवधारणा में एक बड़ा विश्वास है। पॉप स्टार, जिसकी तीन बार शादी हो चुकी है और दो बार सगाई हो चुकी है, ने हाल ही में अपनी वर्तमान फिल्म, मैरी मी का प्रचार करते हुए भविष्य में शादी की घंटी सुनने की क्षमता के बारे में बात की। 52 वर्षीय अभिनेत्री वर्तमान में अभिनेता बेन एफ्लेक के साथ रोमांटिक रिश्ते में है। प्रशंसक सोच रहे हैं कि क्या लोपेज़ और बेन, 49, इस बार शादी के बारे…
View On WordPress
0 notes
Text
IPL 2021: RR के ऑलराउंडर बेन स्टोक्स ने DC vs PBKS मैच के दौरान भारतीय दिग्गजों को ट्रोल किया क्रिकेट खबर
IPL 2021: RR के ऑलराउंडर बेन स्टोक्स ने DC vs PBKS मैच के दौरान भारतीय दिग्गजों को ट्रोल किया क्रिकेट खबर
इंग्लैंड और राजस्थान रॉयल्स के ऑलराउंडर बेन स्टोक्स ने रविवार (18 अप्रैल) को वानखेड़े स्टेडियम में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल 2021) के लिए दिल्ली कैपिटल (डीसी) और पंजाब किंग्स (पीबीकेएस) के बीच खेले गए मैच की कमेंट्री की। “कमेंटेटर:” इस तरह के एक गरीब बाउंसर, अगर आप बाउंसर गेंदबाजी करना चाहते हैं तो इसे ऑफ स्टंप से अधिक होना चाहिए “REPLAY: बाउंसर लाइन सीधे ऑफ स्टंप मी: (फेसपालम इमोजी)” स्टोक्स…
View On WordPress
0 notes
Link
वर्ल्ड मैराथन रिकॉर्ड होल्डर केन्या के धावक इलियुड किपचोगे आइसोलेशन के दौरान स्ट्रेंथ ट्रेनिंग कर चोटिल होने से बच रहे हैं। ओलिंपिक मैराथन चैंपियन किपचोगे को अप्रैल में लंदन मैराथन और फिर टोक्यो ओलिंपिक में अपने खिताब का बचाव करने उतरना था, लेकिन कोरोनावायरस के कारण ये इवेंट स्थगित हो गए। केन्या के 35 साल के लॉन्ग डिस्टेंस रनर किपचोगे का कहना है, ‘‘खिलाड़ियों को ट्रेनिंग बंद नहीं करनी चाहिए। अगर खिलाड़ी अभी ट्रेनिंग बंद कर देंगे तो फिर जब वे किसी इवेंट में हिस्सा लेंगे, तब उन्हें अपने शरीर पर ज्यादा दबाव डालना होगा। इससे उनके चोटिल होने का खतरा बढ़ जाएगा।’’
किपचोगे ने कहा, ‘‘खिलाड़ियों को पहले जैसी ट्रेनिंग करते रहनी चाहिए। उन्हें एक-दो मील का वॉर्मअप भी करना जरूरी है। मेरे पास एक फिजियो है, जो जरूरत पड़ने पर मेरी मदद करता है। लंबे समय तक दौड़ने से मुझे चोट से दूर रहने में मदद मिलती है।’’
ऐसे वर्कआउट करें, जो साल भर कर सकें: अमेरिकी कोच इस समय कुछ खिलाड़ियों के पास फिजियो और ट्रेनर नहीं होंगे। इसलिए अमेरिका की नार्दर्न एरिजोना एलीट टीम को कोचिंग देने वाले बेन रोसारियो रनर को फिटनेस बनाए रखने और चोट से बचने के लिए रनिंग करने की सलाह दे रहे हैं। रोसारियो कहते हैं, ‘नहीं पता कि रेस कब शुरू होंगी। इसमें एक साल भी लग सकता है। ऐसे वर्कआउट करना चाहिए, जो पूरे साल कर सकें। जो सिर्फ थकाए नहीं बल्कि फिटनेस भी बनाएं। मानसिक रूप से मजबूत बनने के लिए खुद को आगामी दौड़ के लिए प्रेरित करना चाहिए।’
इस शेड्यूल के अनुसार ट्रेनिंग कर फिट रह सकते हैं-
वॉर्मअप के लिए एक-दो मील की रनिंग।
जिस स्पीड से हाफ मैराथन दौड़ते हैं, उस स्पीड से एक मील रनिंग।
पांच मिनट का जॉगिंग रेस्ट।
जिस स्पीड से 15 किमी की रनिंग दौड़ते हैं, उस स्पीड से 4x800 मी दूरी तक रनिंग। दो मिनट के रेस्ट के बाद दोबारा।
जिस स्पीड से 10 किमी की रनिंग करते हैं, उस स्पीड से 4x400 मी रनिंग। एक मिनट के रेस्ट के बाद दोबारा करना।
जिस स्पीड से एक मील दौड़ते हैं, उससे थोड़ा कम स्पीड से 4x200 मी रनिंग।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
केन्या के धावक इलियुड किपचोगे लॉकडाउन के दौरान अपनी ट्रेनिंग के बाद बच्चों को पढ़ाई में भी मदद करते हैं।
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2xmjwS4
0 notes
Text
बेन स्टोक्सची वनडेतून निवृत्तीची घोषणा, मंगळवारी खेळणार शेवटचा सामना | क्रिकेट बातम्या
बेन स्टोक्सची वनडेतून निवृत्तीची घोषणा, मंगळवारी खेळणार शेवटचा सामना | क्रिकेट बातम्या
आश्चर्यकारक निर्णयात, स्टार इंग्लंडचा अष्टपैलू बेन स्टोक्सने सोमवारी घोषित केले की तो एकदिवसीय क्रिकेटमधून निवृत्ती घेत आहे आणि मंगळवारी डरहम येथे दक्षिण आफ्रिकेविरुद्ध शेवटचा 50 षटकांचा खेळ खेळणार आहे. अष्टपैलू खेळाडूने त्याच्या ट्विटर अकाऊंटवर विश्वचषक ट्रॉफी हातात घेतलेल्या प्रतिमेसह आणि एका लांबलचक विधानासह ही घोषणा केली. “मी मंगळवारी डरहम येथे एकदिवसीय क्रिकेटमध्ये इंग्लंडसाठी माझा शेवटचा…
View On WordPress
0 notes
Link
भीड़ से दूर कहीं ऐसी जगह जाकर करना चाहते हैं अपना वीकेंड एन्जॉय तो उत्तराखंड के चौकोरी जाने की करें प्लानिंग। धार्मिक यात्रा के लिहाज से भी ये जगह है एकदम परफेक्ट।
उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में बसा चौकोरी गांव बहुत ही खूबसूरत वीकेंड डेस्टिनेशन्स में शामिल है। नैनीताल से महज 173 किमी और बेरीनाग से 10 किमी दूर इस जगह पर टूरिस्टों की बहुत ज्यादा भीड़ नज़र नहीं आती जिससे यहां आने-जाने और होटलों में मिलने वाले रश से बचकर आप आराम से अपना ट्रिप एन्जॉय कर सकते हैं।
चौकोरी में घूमने वाली जगहें
ऑफ-बीट डेस्टिनेशन होने की वजह से यहां घूमने के बहुत सारे ऑप्शन्स नहीं मिलेंगे लेकिन दोस्तों और पार्टनर के साथ क्वालिटी टाइम बिताने के लिए ये जगह काफी अच्छी साबित होगी।
गंगोलीघाट
चौकोरी से 35 किमी दूर ये जगह समुद्र तल से 1800 मी की ऊंचाई पर है। कुमांयु पहाड़ों के बीच बसे कालीमाता के इस मंदिर की अपनी अलग महत्ता है. यहां से 14 किमी का सफर तय करके आप मशहूर पाताल भुवनेश्वर की गुफा तक पहुंच सकते हैं।
असको सेंक्चुअरी
इस सेंक्चुअरी में आपको कस्तूरी मृग देखने को मिलेंगे। इसके अलावा और भी कई सारे दूसरे खूबसूरत पक्षियों का घर है ये जगह।
पिंडारी ग्लेशियर
नंदा देवी और नंदा कोट पहाड़ों के बीच बसे इस ग्लेशियर का ट्रेक, हिमालय के सबसे खूबसूरत ट्रैक में शामिल है।
नागदेवता मंदिर
चौकोरी से 12 किमी की दूरी पर बेरीनाग में स्थित है ये मंदिर। नागदेवता मंदिर के अलावा यहां और भी कई सारे नाग मंदिर हैं। मंदिर के बारे में कहा जाता है कि कालीनाग और श्रीकृष्ण के बीच युद्ध हुआ था जिसमें कालीनाग की हार हुई थी। जिसके बाद भगवान ने उसे यमुना नदी से जाने को कहा था। और वो अपने अनुयायियों के साथ इस जगह पर आकर बस गया था। ये सिर्फ मंदिर ही नहीं बल्कि हिंदुओं का प्रमुख तीर्थ स्थल भी है।
चिन्नेश्वर वॉटरफॉल
चिन्नेश्वर वॉटरफॉल, उत्तराखंड के खूबसूरत वॉटरफॉल्स में से एक है। कुमांऊ के गराऊं गांव में 160 फीट ऊंचा ये वॉटरफॉल चारों ओर पाइन के जंगलों से घिरा हुआ है। इस जगह के बारे में भी लोग कई सारी बातें बताते हैं। उनका मानना है कि वॉटरफॉल के पीछे भगवान शिव का मंदिर है जिसे पार कर मंदिर तक पहुंचना बहुत ही मुश्किल। तो अगर आप चौकोरी में हैं तो इस जगह को जरूर देखने जाएं।
धरमघर
चौकोरी से सिर्फ 9 किमी की दूरी पर है धरमघर। यहां है चारों ओर हिमालय की खूबसूरत वादियों से घिरा हिमदर्शन कुटीर। जहां गांधी जी की शिष्या सरला बेन में अपने जिंदगी के अंतिम दिन बिताए थे।
कैसे पहुंचे
हवाईमार्ग
चौकोरी में अपना कोई एयरपोर्ट नहीं है लेकिन पंतनगर, सबसे नजदीकी एयरपोर्ट है। जो शहर से लगभग 223 किमी की दूरी पर है और ज्यादातर शहरों से जुड़ा हुआ है। एयरपोर्ट से आप टैक्सी द्वारा 3 से 4 घंटे में चौकोरी पहुंच सकते हैं।
रेलमार्ग
शहर से लगभग 180 किमी की दूरी पर स्थित काठगोदाम, यहां तक पहुंचने के लिए सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन है। वैसे स्टेशन के बाहर कैब और टैक्सी की सुविधाएं अवेलेबल रहती हैं।
सड़कमार्ग
यहां तक डायरेक्ट बसें नहीं चलती तो आप काठगोदाम या अल्मोड़ा तक की बस ले सकते हैं और फिर यहां से चौकोरी पहुंच सकते हैं।
कब जाएं
अप्रैल से जून के बीच यहां जाने का आइडिया बेस्ट रहेगा क्योंकि तब यहां का तापमान 17-25 डिग्री के बीच रहता है। जिसमें आप यहां किसी भी तरह के कपड़े पहन सकते हैं। वहीं सर्दियों में यहां का तापमान 2 डिग्री तक भी पहुंच जाता है। तो अगर आप अक्टूबर से फरवरी के बीच जाने की प्लानिंग कर रहे हैं तो गर्म कपड़े ले जाना बिल्कुल न भूलें।
जुलाई से लेकर सितंबर के बीच यहां बहुत बारिश होती है इसलिए मॉनसून में जाना अवॉयड करें।
By Priyanka Singh
#lifestyle#travel tourism#chaukori#uttrakhand Chaukori#naag devta temple#naag devta temple in chaukori#chaukori waterfall#chaukori trip#Lifestyle and Relationship#dainik jagran
0 notes
Text
बाप नावाचा माणूस पहाटेच्या आत नाना उठून मायडीला घेऊन रानाकड निघाला. पाठीवर पोत्याच बाचक घेतलं आणि तरा तरा अनवाणी पायान निघाला,त्याला मुलखाची गडबड झाल्यासारख पार कोसावर पोहचल्यावर लांबूनच मायडीला हाका मारायला लागला .." अग चल की जोरान..हित सकाळ व्हायला आली पार .." तशी मायडी पण पाय जोरात टाकायला लागली .. "नाना बरोबर चालायचं म्हणजी पळावच लागतंय .." स्वत;शी पुटपुटत धापा टाकत मायडी निघाली .माळरानाला खेटून शेत.त्यामुळ रानात जायचा रस्ता तसा लांबचाच.१० लोकाच्या बांदावरून जाव लागत ..शहरात असलेल हमालीच काम सोडून नाना गावाकड ३ वर्षापूर्वी परत आला होता . आवशी नानाची बायको..त��न पण नाना ला पाहिजे तशी साथ दिली. कधीच कुणाच्या रुपयाला मिंधा न राहिलेला नाना मोठ्या कष्टान काम करत जगण्याचा गाडा रेटीत व्हता. आता रानात त्यान वांग्याच बेन लावलं व्हत.ऐन भोगीला पिक येईल या हिशोबान. आज भोगी ..वांग्याची दुसरी तोड ..वरन बाजारचा दिवस.. नाना न पैशाच गणित आखून ठेवलं व्हतं. हे सगळे विचार करत नाना रानात पोहचला तसा पटा पटा वांगी तोडू लागला.नानान आर्धी रांग तोडीत आणली ,मायडी पोहचली "पोत आन हिकडं " "ह धर तोंड नीट .." तशी वांगी पोत्यात वतली .."हितन पुढची रांग तू तोड..पलीकडची मी तोडतो " मायडीची एक रांग तोडूस्तवर नानान ३ रांगा तोडून झाल्या ..१ १/२ गोणी वांगी तोडली ..नाना नी दोन्ही गोण्या जयऱ्याच्या ह्वदात धून घेतल्या ..जांभळी वांगी धुतल्यान चकाकायला लागली व्हती.तवर सकाळ बी झाली व्हती ..लाल सूर्य आता पांढरा पडायला लागला व्हता ..तशी नानाची परत गडबड सुरु झाली ..नाना पुन्हा तरातरा दुध केद्रावर पोहचला. नाना पोहचला तस एक एक जण आपलं माळव घेऊन पोहचला.दुध क्यान छोट्या हात्तीत टाकल ..त्याच्या टपाडावर ज्यान त्यान माळव्याच्या गोण्या टाकल्या ..आत केंडावर बसून नाना पांगरीच्या बाजाराला निघाला. निघाला तसा विचार सुरु झाला ..आठवड्याची गणित आठवड्याच्या बाजारावर हलतात .. आज जोरात कमाई व्हयील .किमान ३५ किलो जरी माल पकडला तरी ४ रुपयांनी १४० रुपये मिळतील ..घरचा किराणा ..मायडीची पाटी..सदा तात्याची उधारी सगळ देऊन किमान २५ एक रुपये राहतील ..म्हंजी जमलच तर दाढी बी व्हयील आणी आवशी चा झंपर चा पीस पण घेता येईल ..आवशी कधीच काहीच न मागणारी नानाची बायको..घरात जे असल त्याच सोन करून खाऊ घालणारी ..नानाचा भारी जीव तिच्यावर .नाना पुण्यात नोकरी करतोय म्हणून नानाचन आवशीच लग्न झाल ..पण नाना चा बाप सर्पदंशाने मेला म्हणून गावाकड येण्याशिवाय नानाला पर्याय नव्हता .. तशी आवशी एकत्र कुटुंबातली ..म्हणून तिला ह्याची जाण व्हती ..आपला नवरा योग्यतेच करतोय असा तिचा विश्वास ..आन नानान पण त्यो कवाच तोडला न्हायी .. काल आवशीचा फाटलेला झंपर चुकून नानाच्या नजरेला पडला व्हता.तो हिसकावून आवशीन तसाच कोपऱ्यात दडला .नाना काही विचारायच्या आत आवशी चुल्हीच सरपान गोळा करायला लागली .. त्या यीरलेल्या झंपरन नानाच्या मनाला भेगदाड पाडल व्हत .. आजच्या बाजारान सगळ वझ कमी व्हणार व्हत ..नाना मनात ल्या मनात येत नसलेलं गाण गात व्हता .. नाना बाजारात पोहचला ..रुपया गाडीवाल्याला दिला ..आणि वझ घेऊन जागा पकडायला गेला .. सुंदरीन नानाची जागा पकडून ठेवली व्हती .सुंदरी नानाची मावस बहीण . सुंदरीन पण तीच माळव आणल व्हत ..वालाच्या शेंगा न गाजर ..पोहचल्या पोहचल्या नाना न तळवट आथरून वांग्याची गोणी खोलली ..आता भाव लागला व्हता ४/- रुपयाचा ..नाना आता खुश व्हता ..त्याच गणित साधणार व्हत म्हणून .. सकाळ ची वेळ म्हणून जरा गिऱ्हाईक पण कमीच व्हत ..दलालांची रेलचेल जास्त .. "अय नाना ..काय आणलस लेका ..वांगी व्हय.. " तंबाखू चोळत आज्या दलालान इ��ारलं .."बोल गुत.." "न्हायी गुत न्हायी द्यायचं " "आर बोल लका ..देतु की चांगला भाव .." "न्हायी नग .." " वांगी लका जरा बारीकच दिसत्यात ..देतो का २.५० न .." " ह ..२.५० न ..ठेवलत तुझ्या बान .." "चल २.६० ..शेवटच ..न्हायी ..ठीकय बस मग इकत सांच्या पातुर .." तंबाखू तोंडात कोंबत आज्या पुढ निघाला ..बाजारची गर्दी वाढायला लागली ..तस वांगी घेऊन आलेले शेतकरी बी वाढले..वांग्याचा भाव तुटायला लागला ..आता ४ रु किलोच वांग ३.५० ला आल ..तवर नाना न ६ किलो वांगी इकली व्हती .." ३.५० ला किलो ..३.५० ला किलो ..जांभळी वांगी ..गावराण वांगी .." तोवर लांबून ३.२५ ची आरोळी कानावर आली .."सुंदरे थांब जरा हित ..भाव काढून येतो .." नाना जसा भाव काढायला गेला तसा हे मोठे च्या मोठे ढिगारे वांग्याचे ..भरपूर शेतकऱ्या नी वांगीच लावली व्हती ..त्याहून दलालांनी आडगाव चे वांगी पण या बाजारात आणली व्हती ..त्यामुळ वांग्याची रेलचेल झाली ..नाना जसा पुढ जात व्हता तसा भाव कमी कमी व्हत चालला ..आता नानाच्या डोक्यात झिणझिण्या उठायला लागल्या ..आता समद फिस्कटल्यासारख नानाला वाटायला लागल.. पार भाव पडला व्हता ..त्यात गिऱ्हाईक अजून भाव पाडून मागायला लागल..नाना त्याच्या जाग्यावर आला..आता नाना न आरोळी द्यायचं बंद केल ..सुंदरीच पण तसच हाल ..आज्याला आता नाना शोधायला लागला ..त्याच्या भावात आता नाना द्यायला तयार झाला व्हता ..आज्या भेटला .."काय र नान्या .." "वांगी घेतूस का गुत .." " व्ह्य घेतु की .." कितीक ऱ्हायल्यात ?" "१६ -१७ किलो हाईत " ह व्ह्य पुढ ..आलुच .." तस परत नानाच गणित सुरु झाल..४ रुपये किलोच वांग २.७५ ला आता नाना द्यायला तयार झाला व्हता .. आज्या आला ..पोत्यात वांगी मोपून भरली .. आणि १७ किलो वांग्याची ३४ रुपये नानाला दिले .."आर हे काय ..लका पावणे सत्तेचाळीस झाले की .." " नान्या कुठच्या हिशेबान "" ��ावणे तीन च्या " "त्यो आधी व्हता ,यडा का खुळा लेका ..बाजारात सांच्यापोतूर सगळ इकल तर हाय न्हायतर माह्या अंगावर पडल की हे ..ते काय न्हाय आता २ चा भाव लागलाय वांग्याला ..देऊ वाटलं तर दी ..न्हाईतर ऱ्हायल.." " आर पर निम्यान मागतूस कि तू पार .." " आधी न्ह्व्तु मागत .." चल ४० तर दी .." "हे बघ नान्या रुपया वाढून काही द्यायचो न्हायी ..भाव आधीच पडत चाललाय ..नंतर रुपया न पण कोणी घ्याच न्हायी तुझी वांगी .."" आर पर .." हे घे पैसे .."बळच नानाच्या हातात पैसे कोंबत आज्या निघाला ..नानाच्या वांग्याच बाचक घेऊन .. मागन नाना हताश होऊन पहात होता ..कुठलच गणित आता डोक्यात न्हवत ..आज्याच्या पाठीवर नानाची सारी आकडेमोड चालली व्हती वाकोल्या दाखवत ..सुन्न झाल व्हत ..एक वेळ मनात आल ..जाऊन धरावा आज्याला ..म्हणाव दे माझी वांगी ..नकोत तुझे पैसे ...सारख वाटत व्हतं ..जाव ..धराव आज्याला ..धीर व्हत नव्हता नानाचा ..त्याला आता बाजारात दिसत व्हत ते फक्त आज्याच्या पाठीवरच वांग्याच बोचकं ..नाना ताडकन उठला ..आज्याच्या माग पाळायला लागला ..तस भवतालचे वांग्य��चे ढीग नानाच्या अंगावर पडल्या सारख नानाला वाटायला लागल ..नाना पळत आज्या पाशी आला .त्याच्या म्होर जाऊन उभा राहिला .."काय र नान्या ..?" नाना धापा टाकत उभा ..काय बोलाव नी काय न्हायी ..काहीच कळत नव्हत ..कान सुन्न वाजायला लागले होते .कदाचित आता नाना मोठ्यान रडल असा त्याचा चेहरा झाला व्हता ..पण नाना काहीच नाही म्हणत मान आकाशाकड करत बाजूला झाला . आता नानाच्या डोक्यात परत हिशेब सुरु झाला व्हता ..आज काही केल तरी मायडीची पाटी आणि आवशीला झ्न्पाराचा पीस घ्यायचा व्हता ..ह्या पैशात उधारी देता येणार नव्हती ..तिखटा मिठाच भागणार व्हत ..नाना तडक जाग्यावर गेला ..पैशे मोजले ..कुठलाच विचार न करता पाटी अन आवशीचा पीस घेतला ..ते घेतल्यावर त्याला खूप मोठ वझ कमी झाल्यासारखं वाटलं .. त्याला वांग्याच काट आत टोचत व्हती ..पण चेहऱ्यावर त्याच्या समाधान व्हत .तसाच अनवाणी पायान चालणारा नाना आता मखमली गालिच्यावर चालायला लागला व्हता.पुन्हा न येणार गाण म्हणत ....
0 notes
Text
ओलिंपिक रिजल्ट : हॉकी से खुशखबरी, बैडमिंटन में जीतकर भी नहीं पहुंचे क्वार्टर में, जानें 5वें दिन कहां जीता हारा भारत Divya Sandesh
#Divyasandesh
ओलिंपिक रिजल्ट : हॉकी से खुशखबरी, बैडमिंटन में जीतकर भी नहीं पहुंचे क्वार्टर में, जानें 5वें दिन कहां जीता हारा भारत
नई दिल्ली भारतीय शूटर्स ने दिन की शुरुआत जीत से दिलाई लेकिन यह खुशी ज्यादा देर तक नहीं टिक सकी। भारत के स्टार निशानेबाज मनु भाकर और सौरभ चौधरी की जोड़ी मिक्स्ड टीम 10 मी एयर पिस्टल क्वालीफिकेशन मेडल राउंड में जगह बनाने में असफल रही। हालांकि भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने स्पेन को 3-0 से हराकर शानदार वापसी की।
बॉक्सर लवलीना की धमाकेदार शुरुआत भारतीय महिला मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन (69 किलोग्राम) जर्मनी की नादिने एपेत्ज को हराकर क्वार्टर फाइनल में पहुंच गई हैं। लवलीना ने जर्मनी की मुक्केबाज को नजदीकी मुकाबले में 3-2 से हराया था। लवलीना ने अंतिम-16 राउंड के मुकाबले में जर्मनी की मुक्केबाज को 3-2 से हराया। लवलीना ने पांचों जजों से क्रमश: 28, 29, 30, 30, 27 अंक हासिल किए। दूसरी ओर, जर्मनी की बॉक्सर को 29, 28, 27, 27, 30 अंक प्राप्त हुए।
बैडमिंटन में सात्विक और चिराग जीत के बावजूद नॉकआउट से बाहर सात्विकसाईराज रंकीरेडी और चिराग शेट्टी की जोड़ी ने बैडमिंटन पुरुष युगल ग्रुप ए के अपने तीसरे मैच में बेन लेन और सीन वेंडी की ब्रिटेन की जोड़ी को हराया लेकिन इसके बावजूद नॉकआउट में जगह बनाने में नाकाम रही।
सात्विक और चिराग की दुनिया की 10वें नंबर की जोड़ी ने लेन और वेंडी की दुनिया की 18वें नंबर की जोड़ी को 44 मिनट चले मुकाबले में 21-17, 21-19 से हराकर ग्रुप में दूसरी जीत दर्ज की। चीनी ताइपे की यैंग ली और ची लिन वैंग की दुनिया की तीसरे नंबर की जोड़ी ने हालांकि मार्कस फर्नाल्डी गिडियोन और केविन संजय सुकामुल्जो की इंडोनेशिया की दुनिया की नंबर एक जोड़ी को 21-18, 15-21, 21-17 से हरा दिया जिससे सात्विक और चिराग टूर्नामेंट से बाहर हो गए।
भारत, इंडोनेशिया और चीनी ताइपे तीनों जोड़ियों ने दो-दो जीत दर्ज की थी लेकिन चीनी ताइपे और इंडोनेशिया की जोड़ियां ग्रुप चरण में गेम जीतने और हारने के बीच बेहतर अंतर के कारण शीर्ष दो स्थान पर रहते हुए नॉकआउट में पहुंचने में सफल रही। इंडोनेशिया की जोड़ी का गेम अंतर प्लस तीन, चीनी ताइपे का प्लस दो और भारत का प्लस एक रहा।
टेटे में भारतीय चुनौती खत्म अचंत शरत कमल के तीसरे दौर में चीन के मौजूदा ओलंपिक और विश्व चैंपियन मा लांग से हार के साथ भारत की तोक्यो ओलंपिक खेलों की टेबल टेनिस प्रतियोगिता में चुनौती समाप्त हो गई। शरत ने अपने मजबूत प्रतिद्वंद्वी को पहले तीन गेम में कड़ी चुनौती दी लेकिन आखिर में उन्हें 1-4 (7-11, 11-8, 11-13, 4-11, 4-11) से हार का सामना करना पड़ा। शरत और मनिका बत्रा मिश्रित युगल में पहले ही बाहर हो गए थे। मनिका भी महिला एकल में तीसरे दौर से आगे बढ़ने में नाकाम रही थी। जी साथियान और सुतिर्था मुखर्जी भी अपने एकल मैचों में शुरू में ही हार गए थे।
पुरुष हॉकी टीम ने स्पेन को 3-0 से हराया अपना पिछला मुकाबला ऑस्ट्रेलिया से गंवाने के बाद भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने शानदार वापसी की है। भारत ने स्पेन को 3-0 से हराकर पूल ए के प्वाइंट्स टेबल में दूसरे स्थान पर जगह बना ली है। भारत की ओर से रुपिंदर पाल सिंह (15वें और 51वें मिनट) ने दो जबकि सिमरनजीत सिंह (14वें मिनट) ने एक गोल दागा। भारतीय टीम के 3 मैचों में 6 अंक हो गए हैं। टीम इंडिया ने तीन में से दो मैच जीते जबकि एक गंवाए हैं। टॉप चार में रहने वाली टीम क्वार्टर फाइनल के लिए क्वालीफाई करेगी।
पदक राउंड में नहीं पहुंच सकी मनु और सौरभ की जोड़ी तोक्यो ओलिंपिक खेलों (Tokyo Olympics 2020) के 5वें दिन मंगलवार को निशानेबाजी में भारत की उम्मीदों को एक बड़ा झटका लगा। 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम इवेंट में भारत की मनु भाकर (Manu Bhaker) और सौरभ चौधरी (Saurabh Chaudhary) की जोड़ी शीर्ष-4 में जगह नहीं बना पाई। यह जोड़ी दूसरे दौर में कुल 380 के स्कोर के साथ 7वें स्थान पर रही।
इससे पहले सौरभ चौधरी और मनु भाकर ने क्वालीफिकेशन के पहले चरण में शानदार प्रदर्शन करके पहला स्थान हासिल किया लेकिन अभिषेक वर्मा और यशस्विनी देसवाल को शुरू में ही बाहर का रास्ता देखना पड़ा।
मनु और सौरभ ने शानदार शुरुआत की और क्वालीफिकेशन के पहले चरण में 582 अंक बनाकर शीर्ष स्थान हासिल किया जो रूसी ओलंपिक समिति के वितालिना बातसराशकिना और आर्तम चेरनोसोव और चीन के झियांग रैनझिन और वी पांग से एक अंक अधिक था। सौरभ ने पहले चरण में 98, 100 और 98 के स्कोर के साथ कुल 296 अंक बनाए जबकि मनु ने 286 अंक (97, 94 और 95) अंक हासिल किए।
अभिषेक और यशस्विनी की जोड़ी 564 अंक के साथ 17वें स्थान पर रहने के कारण पहले चरण में ही स्पर्धा से बाहर हो गई। अभिषेक ने 283 (92, 94 और 97) जबकि यशस्विनी ने 281 (95, 95 और 91) अंक बनाए।
0 notes
Text
हिंदुस्तान के लिए पहला Oscar जीतने वाली भानु अथैय्या के बारे में कितना जानते हैं आप? Divya Sandesh
#Divyasandesh
हिंदुस्तान के लिए पहला Oscar जीतने वाली भानु अथैय्या के बारे में कितना जानते हैं आप?
सिनेमा की दुनिया के सबसे बड़े और प्रतिष्ठित अवॉर्ड्स में शामिल अकेडमी अवॉर्ड्स (The Academy Awards) यानी ऑस्कर अवॉर्ड्स 2021 (Oscars 2021) कुछ ही देर में शुरू होने वाले हैं। फैंस इंतजार कर रहे हैं कि इस बार कौन सी फिल्म और ऐक्टर्स को अवॉर्ड मिलेंगे। इस बीच हम आपके लिए एक खास स्टोरी लेकर आए हैं। क्या आपको मालूम है कि हिंदुस्तान के लिए पहला ऑस्कर किसने जीता था? नहीं, तो यहां हम आपको बता रहे हैं।
दरअसल, भारत के लिए पहला ऑस्कर साल 1983 में भानु अथैय्या (Bhanu Athaiya) ने जीता था। उन्हें यह अवॉर्ड फिल्म ‘गांधी’ में कॉस्ट्यूम डिजाइन के लिए मिला था। हालांकि, हॉलिवुड में इसके लिए काफी आलोचना की गई थी कि कपड़ों में ऐसा क्या खास था जो उन्हें अवॉर्ड दे दिया गया।
भानु को मिला अवॉर्ड तो हुई आलोचना बता दें, ‘गांधी’ में महात्मा गांधी का किरदार बेन किंगस्ले ने निभाया था। 3 घंटे लंबी इस फिल्म को तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं मिली थीं। हॉलिवुड में ही नहीं, कई भारतीय दर्शकों ने भी कहा कि फिल्म में हर कोई साधारण दिख रहा था। हालांकि, अथैय्या को अपने काम की वैल्यू मालूम थी।
योगदान के लिए थीं तैयार भानु अथैय्या ने एक इंटरव्यू में बताया था, ‘Richard Attenborough कॉम्प्लेक्स फिल्म बना रहे थे और उन्हें किसी ऐसे की जरूरत थी जो भारत को हर तरह से जानता हो। काफी कुछ चीजों का योगदान करना था और मैं उसके लिए तैयार थी।’
ब्रिटिश डिजाइनर के साथ शेयर किया था अवॉर्ड ‘गांधी’ को 8 ऑस्कर अवॉर्ड्स मिले थे। इसमें बेस्ट पिक्चर, ऐक्टर और डायरेक्टर जैसी कैटिगिरीज शामिल थीं। जब अथैय्या को कॉस्ट्यूम डिजाइन के लिए अवॉर्ड दिया गया तो वह भारत के इतिहास में पहली ऑस्कर विजेता बन गईं। उन्हों��े यह अवॉर्ड ब्रिटिश डिजाइनर John Mollo के साथ शेयर किया था।
1956 में किया था फिल्मी डेब्यू भानु अथैय्या का पूरा नाम Bhanumati Annasaheb Rajopadhye था। उनका जन्म 28 अप्रैल 1929 को महाराष्ट्र के कोल्हापुर में हुआ था। पढ़ाई पूरी करने के बाद वह बॉम्बे आ गईं। उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में 1956 में आई फिल्म ‘सीआईडी’ से डेब्यू किया था।
100 से ज्यादा फिल्मों में डिजाइन किए कॉस्ट्यूम्स भानु अथैय्या ने करीब 6 दशक तक 100 से ज्यादा फिल्मों के लिए कॉस्ट्यूम्स डिजाइन किए। इनमें ‘प्यासा’, ‘गाइड’, ‘सत्यम शिवम सुंदरम’, ‘चांदनी’, ‘लगान’, ‘स्वदेस’ जैसी मशहूर फिल्में शामिल हैं। उनका पिछले साल 15 अक��टूबर 2020 को 91 वर्ष की उम्र में निधन हो गया था।
0 notes