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#बेकिंग सोडा का उपयोग
oraal01 · 2 months
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मुंह की दुर्गंध का इलाज स्वच्छ और ताजगी भरी सांस के लिए
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 परिचय (Introduction)
हैलिटोसिस मुंह की दुर्गंध का चिकित्सीय नाम है, जो एक सामान्य स्थिति है और दुनिया भर में हर चार में से एक व्यक्ति को प्रभावित करती है। सभी को कभी-कभी बुरी सांस का सामना करना पड़ता है, खासकर लहसुन या प्याज जैसे तीखे खाद्य पदार्थ खाने के बाद। हालांकि, जब बुरी सांस लगातार बनी रहती है (क्रोनिक हैलिटोसिस), तो यह किसी मौखिक स्वास्थ्य समस्या या शरीर के किसी अन्य हिस्से से संबंधित किसी स्थिति का संकेत हो सकता है। यह आपके शरीर से एक चेतावनी संकेत की तरह है, जो समस्या के मूल कारण को पहचानने की आवश्यकता को इंगित करता है। हैलिटोसिस के कारणों और उपचारों को समझना स्वच्छ और ताजगी भरी सांस बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है।
मुंह की दुर्गंध ( हैलिटोसिस) के लक्षण
Symptoms 
- जीभ पर सफेद परत, विशेष रूप से पीछे की ओर।
- मुंह का सूखापन।
- दांतों के आसपास जमाव।
- पोस्ट-नेजल ड्रिप या बलगम।
- सुबह की दुर्गंध और जीभ पर जलन।
- गाढ़ी लार और गले को बार-बार साफ करने की आवश्यकता।
- लगातार खट्टा, कड़वा या धातु जैसा स्वाद।
हैलिटोसिस का होना व्यक्ति के जीवन पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है। बुरी सांस के कारण अन्य लोग दूर हट सकते हैं या अपना सिर घुमा सकते हैं, जिससे आत्मविश्वास और आत्म-सम्मान में कमी आ सकती है।
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मुंह की दुर्गंध ( हैलिटोसिस) के कारण 
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मुंह की दुर्गंध, या हैलिटोसिस, कई कारणों से हो सकती है:
दंत समस्याएं
 जैसे पीरियोडोंटाइटिस (दांतों के आसपास संक्रमण) या खराब मौखिक स्वच्छता।
सूखा मुंह
जो दवाओं, शराब, तनाव या किसी चिकित्सीय स्थिति के कारण हो सकता है।
धूम्रपान
जिससे मुंह में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है।
कम सामान्य कारणों में शामिल हैं:
अम्ल और पित्त का रिफ्लक्स: पेट से।
पोस्ट-नेजल डिस्चार्ज : जैसे क्रोनिक      साइनसाइटिस के कारण।
चिकित्सीय स्थितियां : जैसे किडनी फेल्योर, विभिन्न कैंसर, चयापचय असामान्यताएं, और जैव रासायनिक विकार (हालांकि ये दुर्लभ हैं)।
कुछ खाद्य पदार्थ जैसे प्याज, लहसुन, और फूलगोभी भी अस्थायी रूप से मुंह की दुर्गंध का कारण बन सकते हैं।
मुंह की दुर्गंध का इलाज : घरेलू उपचार
(Treatment)
उपचार विधि
यह कैसे मदद करता है
उपयोग करने का तरीका
ग्रीन टी
एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं जो बैक्टीरिया से लड़ते हैं
एक कप ग्रीन टी पिएं
पानी पीना
मुंह को हाइड्रेट रखता है
पूरे दिन खूब पानी पिएं
सेब का सिरका
बैक्टीरिया को मारता है और गंध को बेअसर करता है
पतला सिरका से मुंह को कुल्ला करें
बेकिंग सोडा
बुरी सां�� को बेअसर करता है और दांतों को साफ करता है
बेकिंग सोडा के पेस्ट से दांत साफ करें
नींबू का रस
सांस को ताजगी देता है और बैक्टीरिया को मारता है
नींबू का रस और पानी से मुंह को कुल्ला करें
अच्छी मौखिक स्वच्छता
भोजन के कणों और बैक्टीरिया को हटाता है
नियमित रूप से ब्रश और फ्लॉस करें
नमक पानी
बैक्टीरिया को मारता है और मुंह को आराम देता है
नमक पानी से मुंह को कुल्ला करें
टी ट्री तेल
एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं
अपने टूथपेस्ट में कुछ बूंदें मिलाएं
सिरका से बना घरेलू माउथवॉश
बैक्टीरिया को मारता है और बुरी सांस को बेअसर करता है
सिरका के घोल से मुंह को कुल्ला करें
फल और सब्जियां खाएं
लार के उत्पादन को बढ़ाता है
कुरकुरे फल और सब्जियां खाएं
अपनी जीभ को साफ करें
जीभ से बैक्टीरिया को हटाता है
जीभ साफ करने वाले या ब्रश से जीभ साफ करें
लौंग
एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं
कुछ लौंग चबाएं
च्यूइंग गम
लार के प्रवाह को बढ़ाता है
शुगर-फ्री गम चबाएं
ये तरीके आपको साफ और ताजगी भरी सांस बनाए रखने में मदद कर सकते हैं।
मुंह से बदबू रोकने के उपाय
(Prevention)
अच्छी मौखिक स्वच्छता:
दांत साफ करें
: दिन में दो बार दांत ब्रश करें, प्रत्येक बार कम से कम दो मिनट तक, ताकि भोजन के कण और प्लाक हटा सकें।
रोज़ाना फ्लॉस करें:
: दांतों के बीच दांत का फ्लॉस करें, ताकि प्लाक जमावट न हो।
जीभ साफ करें
: जीभ को साफ करने के लिए टूथब्रश या जीभ स्क्रेपर का उपयोग करें, जो जीभ पर मौजूद बैक्टीरिया को हटाने में मदद करता है, जो दुर्गंध का कारण बन सकते हैं
माउथवॉश का उपयोग करें
: एक अल्कोहल-मुक्त एंटीबैक्टीरियल माउथवॉश से मुंह को धोएं, जो बैक्टीरिया को मारता है और सांसों को ताजगी देता है।
नियमित डेंटल चेकअप:
- अपने डेंटिस्ट के पास नियमित रूप से जाएं चेकअप और पेशेंट की सफाई के लिए। इससे मौंदित स्वास्थ्य बनाए रखने में मदद मिलती है और बदबू जैसी समस्याओं को रोकता है।
हाइड्रेट रहें:
- दिन भर में प्रायः पानी पिएं, ताकि आपका मुंह नम रहे और भोजन के कण और बैक्टीरिया को धोने में मदद मिले।
लार उत्पादन बढ़ाएँ:
- शुगर-फ्री गम चबाएं या शुगर-फ्री कैंडी चूसें, और सेहतमंद खाद्य पदार्थ खाएं जो ज्यादा चबाने की आवश्यकता हो, जिससे लार का उत्पादन बढ़े। यदि आवश्यक हो, तो आपके डेंटिस्ट मुंह सूखापन बढ़ाने के उत्पादों का सुझाव दे सकते हैं।
सूखापन वाले एजेंट्स से बचें:
- अल्कोहल, कैफीन, और तंबाकू के उपयोग से बचें, क्योंकि ये आपके मुंह को सूखा सकते हैं और बदबू का कारण बन सकते हैं।
निष्कर्ष (Conclusion)
ताजगी भरी सांस और मौखिक स्वच्छता का पालन समग्र स्वास्थ्य और सामाजिक संवाद में महत्वपूर्ण है। हैलिटोसिस, जिसे आमतौर पर बुरी सांस के रूप में जाना जाता है, बुरी मुंह की समस्याओं से आ सकती है जो दांतों की बुरी स्वच्छता, सूखे मुंह, और कुछ चिकित्सीय स्थितियों से हो सकती है। इन कारणों को समझकर और नियमित ब्रशिंग, फ्लॉसिंग, जीभ सफाई, और पानी पीने जैसी आदतों को अपनाकर हम हैलिटोसिस को नियंत्रित कर सकते हैं। इसके अलावा, माउथवॉश का उपयोग और नियमित डेंटल चेक-अप से हम दिन-प्रतिदिन बुरी सांस को कम कर सकते हैं और अपने जीवन को स्वच्छ, ताजगी भरे मुंह से आनंदित कर सकते हैं। इन आदतों का पालन करके व्यक्ति अपने आत्मविश्वास और जीवन की गुणवत्ता में सुधार कर सकते हैं।
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infohotspot · 9 months
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महंगे शैंपू पर बहुत अधिक खर्च करना, लेकिन वांछित परिणाम प्राप्त नहीं करना जो आप टीवी विज्ञापनों में देखते हैं? यह ज्यादातर संभव और बहुत सामान्य है, क्योंकि हम टीवी पर अत्यधिक अतिरंजित परिणाम देखते हैं, क्योंकि ये विज्ञापन ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं।बालों को चमक और चमक देने के लिए इन आसान और सरल ब्यूटी टिप्स का पालन करें, और अपने बालों को फ्लॉन्ट करें जैसे कि मॉडल करते है अंडे का उपयोग अपने बालों को कंडीशन करने के लिए पूरे अंडे का उपयोग करें। यदि आपके बाल सूखे या रूखे हैं, तो अपने बालों को मॉइस्चराइज करने के लिए अंडे की सफेदी का उपयोग करें।अंडे के मिश्रण (अंडे का सफेद भाग, पूरे अंडे) का उपयोग करें और बालों को साफ करें। इसे 20 मिनट के लिए छोड़ दें और ठंडे पानी से साफ करें। बालों के लिए सबसे प्रभावी ब्यूटी टिप्स में से एक यह है आज़माएं और बदलाव पर ध्यान दें गर्म पानी से बचें गर्म पानी की बौछार छोड़ें, क्योंकि गर्म पानी आपके बालों को सूखा और भंगुर बना देगा क्योंकि यह आपके बालों से सुरक्षात्मक तेल निकालता है लौकी क�� इलाजकुछ लौकी का रस निकालें और इसे अपने बालों में लगाएं। इस घोल को आधे घंटे तक रखें और इसे अच्छी तरह से धो लें। यह बालों के लिए सरल ब्यूटी टिप्स में से एक है जो चमत्कार करेगा। चमकदार मुलायम बालों के लिएअपने दैनिक कंडीशनर और शहद के 2-3 बड़े चम्मच का मिश्रण तैयार करें। इस मिश्रण को अपने गीले बालों पर समान रूप से लगाएं। इसे 30 मिनट के लिए छोड़ दें और इसे अच्छी तरह से धो लें। यह मिश्रण आपके बालों की छल्ली को बंद कर देगा और आपके बालों को अद्भुत चमक देगा। बेकिंग सोडा थेरेपीबालों के लिए ब्यूटी टिप्स में से एक है बेकिंग सोडा थेरेपी। 3 बड़े चम्मच का मिश्रण बनाएं। बेकिंग सोडा और कुछ पानी की। शैम्पू करने के बाद इस घोल से अपने बालों को रगड़ें। अंतिम बार साफ करने से पहले इसे कम से कम 5 मिनट के लिए सेट होने दें। अपने बालों को बार-बार न धोएंप्राकृतिक बाल तेलों के उचित विनियमन के लिए, हर 2-3 दिनों में अपने बालों को धो लें। अपने बालों को कम बार धोने से भी आपके बालों के प्राकृतिक शरीर और चमक को वापस पाने में मदद मिलेगी। अपना कंडीशनर बनाओप्रोटीन से भरे कंडीशनर के लिए, अंडे और दही को मिलाएं और इसे अपने स्कैल्प में रगड़ें। पांच या 10 मिनट के लिए छोड़ दें, और फिर इसे पूरी तरह से धो लें मजबूत बालों के लिएसूखे और क्षतिग्रस्त बालों के इलाज के लिए बादाम के तेल का उपयोग करें। यह एक बहुत ही सरल प्रक्रिया है, एक कटोरे में कुछ बादाम का तेल डालें और इसे 40 सेकंड तक गर्म करें। फिर समान रूप से अपने बालों पर वितरित करें। इसे 30 मिनट के लिए छोड़ दें और फिर ठंडे पानी का उपयोग करके सामान्य रूप से शैम्पू और कंडीशनर से साफ करें। नींबू के रस सूखे बालों से छुटकारा पाने के लिए अपने बालों में 1 बड़ा चम्मच नींबू का रस लगाएं। बालों का इलाज करेंHoney कप शहद, 1-2 चम्मच जैतून का तेल और 1-2 चम्मच अंडे की जर्दी का मिश्रण बनाएं। इस मिश्रण को अपने बालों पर 20 मिनट के लिए लगाएं और फिर गर्म पानी से साफ कर लें। अच्छा आहारढेर सारा पानी पिएं और कच्चे फलों और सब्जियों का स्वस्थ आहार लें। बालों की देखभाल के लिए सबसे प्रभावी घरेलू उपचार एक स्वस्थ आहार है। आप वही हैं जो आप खाते हैं, और जो आप अपने शरीर में डालते हैं वह बाहर की ओर परिलक्षित होगा
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tiwariproduction · 2 years
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Cockroach: यदि घर में दिखाई देते हैं काकरोच इस तरह पा सकते हैं छुटकारा
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Cockroach: यदि आपके घर में आपके किचन के आसपास और बेड के नीचे कॉकरोच दिखाई देते हैं तो इन्हें भगाने के लिए आप इन घरेलू तरीकों का उपयोग कर सकते हैं आपने अपने घर में किसी ना किसी कोने में कॉकरोच को तो देखा ही होगा काकरोच को कई सारे नामों से जाना जाता है काकरोच को तिलचट्टा के नाम से भी जाना जाता है इन्हें भगाना काफी ज्यादा मुश्किल होता है यदि आप इन को भगाने के लिए इससे का उपयोग करते हैं तो चलिए आज हम आपको वह तरीका बता रहे हैं जिससे आप घरेलू उपाय अपनाकर बहुत ही आसानी से इन्हें घर से बाहर निकाल सकते हैं
कॉकरोच भगाने के घरेलू उपाय (home remedies to get rid of cockroaches)
तिलचट्टे सबसे आम कीटों में से एक हैं जो घरों पर आक्रमण करते हैं और इनसे छुटकारा पाना काफी मुश्किल हो सकता है ये कीड़े न केवल एक उपद्रव हैं, बल्कि वे रोग भी ले सकते हैं और एलर्जी पैदा कर सकते हैं बहुत से लोग इनसे छुटकारा पाने के लिए कठोर रसायनों का उपयोग करते हैं, लेकिन ऐसे प्राकृतिक घरेलू उपचार हैं जो स्वास्थ्य जोखिमों के बिना भी उतने ही प्रभावी हो सकते हैं बोरेक्रस बोरेक्स एक प्राकृतिक खनिज है जिसका उपयोग आमतौर पर कपड़े धोने वाले डिटर्जेंट के रूप में किया जाता है यह एक शक्तिशाली कीटनाशक भी है जिसका उपयोग तिलचट्टे (roaches) से छुटकारा पाने के लिए किया जा सकता है बोरेक्स का उपयोग करने के लिए, बराबर भागों में बोरेक्स और चीनी मिलाएं और मिश्रण को उन क्षेत्रों में छिड़कें जहां आपने तिलचट्टे देखे हैं चीनी कॉकरोच को आकर्षित करेगी और बोरेक्स उन्हें मार डालेगा इस मिश्रण को पालतू जानवरों और बच्चों से दूर रखना सुनिश्चित करें बेकिंग सोडा और चीनी कॉकरोच से छुटकारा पाने का एक और प्रभावी घरेलू उपाय बेकिंग सोडा और चीनी का मिश्रण है बराबर मात्रा में बेकिंग सोडा और चीनी मिलाएं और इस मिश्रण को उन जगहों पर छिड़कें जहां आपने कॉकरोच देखे हैं चीनी कॉकरोच को आकर्षित करेगी और बेकिंग सोडा उन्हें मार डालेगा यह उपाय पालतू जानवरों और बच्चों के आसपास उपयोग करने के लिए सुरक्षित है डायटोमेसियस डायटोमेसियस अर्थ छोटे, जलीय जीवों के जीवाश्म अवशेषों से बना एक प्राकृतिक पाउडर है यह एक प्रभावी कीटनाशक है जिसका उपयोग तिलचट्टे से छुटकारा पाने के लिए किया जा सकता है डायटोमेसियस मिट्टी को उन क्षेत्रों में छिड़कें जहां आपने तिलचट्टे देखे हैं, और पाउडर उनके शरीर से चिपक जाएगा और उन्हें मार देगा यह उपाय पालतू जानवरों और बच्चों के आसपास उपयोग करने के लिए सुरक्षित है इसे भी पढ़ें: grocery : अब घर बैठे व्हाट्सएप से बुक कर सकते हैं ग्रोसरी जानिए क्या है तरीका पेपरमिंट तेल पेपरमिंट ऑयल एक प्राकृतिक कीटनाशक है जिसका इस्तेमाल कॉकरोच को भगाने के लिए किया जा सकता है पेपरमिंट ऑयल की 10 बूंदों को एक कप पानी में मिलाएं और इस घोल को उन जगहों पर स्प्रे करें जहां आपने कॉकरोच देखे हैं पुदीने की तेज़ महक कॉकरोच को दूर भगा देगी और वे आपके घर से दूर रहेंगे यह उपाय पालतू जानवरों और बच्चों के आसपास उपयोग करने के लिए सुरक्षित है खीरा खीरा कॉकरोच के लिए एक प्राकृतिक विकर्षक है एक खीरे को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें और उन्हें उन जगहों पर रखें जहां आपने कॉकरोच देखे हों खीरे की तेज महक कॉकरोच को दूर भगा देगी और वे आपके घर से दूर रहेंगे यह उपाय पालतू जानवरों और बच्चों के आसपास उपयोग करने के लिए सुरक्षित है तेज पत्ता बे पत्ती एक प्राकृतिक कीटनाशक है जिसका उपयोग तिलचट्टों को भगाने के लिए किया जा सकता है तेज पत्ते को उन क्षेत्रों में रखें जहां आपने तिलचट्टे देखे हैं, और तेज गंध उन्हें दूर भगा देगी यह उपाय पालतू जानवरों और बच्चों के आसपास उपयोग करने के लिए सुरक्षित है कटनीप कटनीप कॉकरोच के लिए एक प्राकृतिक विकर्षक है कटनीप को उन क्षेत्रों में रखें जहां आपने तिलचट्टे देखे हैं, और तेज गंध उन्हें पीछे हटा देगी यह उपाय पालतू जानवरों और बच्चों के आसपास उपयोग करने के लिए सुरक्षित है तिलचट्टे से छुटकारा पाने के लिए कई प्राकृतिक घरेलू उपचारों का उपयोग किया जा सकता है ये उपाय कठोर रसायनों के लिए सुरक्षित, प्रभावी और किफायती विकल्प हैं चाहे आप बोरेक्स, बेकिंग सोडा, डायटोमेसियस अर्थ, पेपरमिंट ऑयल, ककड़ी, तेज पत्ते, या कटनीप का उपयोग करना चुनते हैं, आप निश्चिंत हो सकते हैं कि आप अपने घर और परिवार को इन हानिकारक कीटों से सुरक्षित रख रहे हैं इन उपायों को अपनाकर आप कॉकरोच से छुटकारा पा सकते हैं follow us : google news Read the full article
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Jalebi Recipe: जलेबी बनाने की विधि
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Jalebi Recipe : जलेबी बनाने की विधि - जलेबी एक लोकप्रिय भारतीय मिठाई है जो बाहर से कुरकुरी और अंदर से चाशनी वाली होती है। त्योहारों, समारोहों और विशेष अवसरों के दौरान परोसने के लिए यह एक आदर्श मिठाई है। यहाँ घर पर जलेबी बनाने की विधि दी गई है: Jalebi Recipe: जलेबी बनाने की विधि 1 कप मैदा 1 बड़ा चम्मच मक्की का आटा 1/2 कप दही 1/2 कप गर्म पानी एक चुटकी बेकिंग सोडा 1 कप चीनी 1/2 कप पानी 1/4 छोटा चम्मच इलायची पाउडर नींबू के रस की कुछ बूंदें तेल तलने के लिये निर्देश: एक बड़े मिश्रण के कटोरे में, मैदा, मकई का आटा, बेकिंग सोडा और दही मिलाएं। अच्छी तरह मिलाएं और धीरे-धीरे गर्म पानी डालकर एक चिकना घोल बना लें। 10-15 मिनट के लिए अलग रख दें। मध्यम आंच पर एक गहरे फ्राइंग पैन में तेल गरम करें। एक छोटे गोल नोज़ल वाले पाइपिंग बैग में बैटर डालें। आप एक कोने में छोटे छेद वाले जिपलॉक बैग का भी उपयोग कर सकते हैं। जब तेल अच्छी तरह गर्म हो जाए तो घोल को तेल में स्पाइरल आकार में डालें। जलेबियों को दोनों तरफ से सुनहरा भूरा और कुरकुरा होने तक तलें। अतिरिक्त तेल निकालने के लिए जलेबियों को पेपर टॉवल पर निकाल लें। एक अलग सॉस पैन में, चीनी, पानी, इलायची पाउडर और नींबू का रस डालें। धीमी आंच पर तब तक पकाएं जब तक कि चीनी पूरी तरह से घुल न जाए। आँच बढ़ाएँ और चीनी की चाशनी में उबाल आने दें। चाशनी को थोड़ा गाढ़ा होने तक पकाएं। जलेबियों को चाशनी में डुबोकर 2-3 मिनिट तक भीगने दीजिए. जलेबियों को चाशनी से निकाल कर सर्विंग प्लेट में रखें. कटे हुए मेवों (वैकल्पिक) से गार्निश करें और गर्म या ठंडा परोसें। अपने घर की बनी जलेबियों का आनंद लें!   ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें याGoogle newsपर फॉलो करें.tejas24.Comपर विस्तार से पढ़ेंव्यापारकी और अन्य ताजा-तरीन खबरें Subscribe Our Channel Read the full article
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एसिडिटी के घरेलू उपाय
आज के आधुनिक युग में जहां लोग नित नए नए आयाम प्राप्त कर रहे हैं। पिछले कुछ दशकों में लोगों का रहन-सहन, खान-पान, जीवन शैली में बदलाव देखा जा रहा है तो वहीं लोगों में मानसिक और शारीरिक विकृति भी देखी गई है। शारीरिक समस्याओं की बात की जाए तो बहुत सी ऐसी परेशानियां हैं, जो हमारे दैनिक  क्रियाकलापों में बाधा उत्पन्न करती है। उनमें से एक समस्या एसिडिटी की है जिसकी वजह से ही स्वास्थ्य में गिरावट देखा जा सकता है। एसिडिटी के घरेलू उपाय को समझने से पहले, इस समस्या के पीछे के कारणों को जानना आवश्यक है।
क्या है एसिडिटी | acidity kya hai
एसिडिटी एक पाचन संबंधी समस्या है, जो कि पेट से संबंधित विकार के रूप में जाना जाता है। जिसमें खाने की नली में एक जलन होने लगती है। यह प्रक्रिया तब होती है, जब पेट  का संपूर्ण एसिड खाने की  नली में आ जाता है। इस एसिड की वजह से बार बार पेट व सीने में जलन होने लगती है। यह समस्या अनुवांशिक भी हो सकती है। इस समस्या की वजह बदलती जीवन शैली को माना जाता है।
एसिडिटी के लक्षण | acidity ke lakshan kya hai
एसिडिटी की समस्या सामान्य होती जा रही है। इसके लक्षण जैसे छाती में दर्द, जलन, पेट में जलन, खट्टी डकार आना, जी मिचलाना, मुंह का स्वाद सही नहीं होना, लेटने पर दर्द व जलन का बढ़ जाना मुख्य है, जो बहुत ही पीड़ादायक होता है।
एसिडिटी के घरेलू उपाय |acidity ke gharelu upay in hindi
आज के आधुनिक जीवन शैली के मद्देनजर एसिडिटी की समस्या बहुत ही आम हो गई है। कई बार यह समस्या बहुत ज्यादा बढ़ जाती है। इस समस्या से निपटने के लिए कुछ घरेलू उपाय अपना कर आप स्वस्थ रह सकते हैं।
1) एसिडिटी की समस्या को दूर करने के लिए रोजाना आधा चम्मच बेकिंग सोडा में नींबू का रस मिलाकर पीना फायदेमंद होता है। इस उपाय को रोजाना करने से एसिडिटी को दूर किया जा सकता है।
2) अगर आप रोजाना खाली पेट गर्म पानी में हींग डालकर पीते हैं, तो इससे भी एसिडिटी में फर्क पड़ता है।
3) एसिडिटी से राहत के लिए एक अचूक उपाय मेथी दाना और गुड़ का भी है। जिसमें आप मेथी दाना और गुड़ को उबालकर पीए, तो इससे भी एसिडिटी में फायदा होगा।
4) एसिडिटी की समस्या ज्यादा होने पर आप इलायची का सेवन कर सकते हैं। जब भी आपको छाती और पेट में जलन की समस्या होने लगे तो इलायची चूसने से आपको फायदा हो सकता है।
5) पुदीना से हमारे शरीर को शीतलता मिलती है। अगर आपको जलन एसिडिटी की समस्या होने लगे,तो पुदीने  को पीसकर उसमें काला नमक मिलाकर सेवन कर सकते हैं।
6) ठंडा दूध को हमेशा से ही एसिडिटी कम करने में सहायक माना जाता है। इसलिए जब भी आपको एसिडिटी लगे तो फ्रिज से निकालकर ठंडा दूध पिए इससे आपको फर्क पड़ेगा।
7) आंवले को पाचक के रूप में देखा जाता है। एसिडिटी होने पर आंवले को या आंवले को काले नमक के साथ सेवन करने पर लाभ प्राप्त होता है।
8) सौंफ की तासीर ठंडी होती है।जब भी आपको एसिडिटी होने लगे, तो आप सौफ खा सकते हैं। इससे पेट व छाती की जलन कम होने लगती है और चाहे तो सौंफ का शरबत बनाकर किया जा सकता है।
9) लॉन्ग भी हमारे पाचन को सही करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। नियमित लाॅन्ग को चबाते रहने से आपको एसिडिटी से राहत मिलेगी और पाचन भी बिल्कुल सही हो जाएगा।
10) अगर आप अदरक के रस में थोड़ा-सा सेंधा नमक और जीरा पाउडर डालकर पिए तो इससे भी आपकी एसिडिटी की समस्या खत्म हो सकती है।
11) एसिडिटी में गन्ने का रस भी फायदेमंद होता है। अगर उपलब्ध हो सके तो गन्ने के रस में थोड़ा नींबू का रस और सेंधा नमक डालने से भी आपको फायदा होगा और एसिडिटी की समस्या खत्म नजर आएगी।
12) अगर आप जीरे को रात में भीगा कर रखें और सुबह खाली पेट उसके पानी को पीए, तो इससे भी आपको फायदा होगा और एसिडिटी की समस्या खत्म हो जाएगी।
एसिडिटी होने पर कैसी होनी चाहिए जीवन शैली
एसिडिटी के होने पर हमेशा अपने खानपान का विशेष ध्यान रखना चाहिए। इस समस्या से निपटने के लिए अपनी जीवनशैली में विशेष बदलाव करना होगा जिससे जल्द से जल्द राहत मिल सके।
1) समय पर खाना नाश्ता लेना चाहिए ज्यादा देर तक भूखे रहना सही नहीं होता है।
2) हमेशा पर्याप्त नीद लेना चाहिए। कम से कम 7 घंटे की नींद अनिवार्य माना गया है।
3) किसी अन्य समस्या के होने पर दवाइयां अपने मन से ही ना ले। ज्यादा दवाइयां लेने से किडनी में प्रभाव पड़ता है।
4) एसिडिटी के होने पर धूम्रपान और अल्कोहल से दूर ही रहना चाहिए।
5) अत्यधिक मात्रा में भोजन का उपयोग ना करें। ज्यादा मसालेदार और तेलीय खाने से बचें।
6) रात में ज्यादा देर तक जागना भी सही नहीं माना जाता है।
7) अत्यधिक तनाव लेने से बचें ज्यादा तनाव से एसिडिटी बढ़ जाती है।
8) रात में खाना खाने  के बाद कम से कम आधा घंटा टहले।
9) थोड़ा समय निकालकर योग का अभ्यास जरूर करें इससे एसिडिटी खत्म करना आसान होता है।
10) अत्यधिक मात्रा में चाय व कॉफी के सेवन से बचें।
11) अत्यधिक मात्रा में नमक का उपयोग करने से भी बचें।
खाँसी के 10 घरेलू उपचार एवं नुस्खे
एसिडिटी को खत्म करने के लिए कुछ प्रमुख आसन
अगर आप ऐसिडिटी को जल्द ही खत्म करना चाहे तो योगासन के माध्यम से भी जल्द ही खत्म किया जा सकता है। मुख्य रूप से आपको कपालभाति, अनुलोम-विलोम, भ्रामरी प्राणायाम, गोमुखासन ,कंधरासन, सर्वांगासन, पवनमुक्तासन, पश्चिमोत्तानासन के माध्यम से भी अपनी समस्या को खत्म किया जा सकता है। कम से कम इन आसन को शुरुआत में 10:15 मिनट करें और बाद में समय सीमा बढ़ाई भी जा सकती है।
एसिडिटी में कैसा आहार है फायदेमंद | acidity main kaise ahara hain faydemand
एसिडिटी में अपने खान-पान पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है। इन आहारों के माध्यम से भी जल्द से जल्द इस समस्या से छुटकारा मिल सकता है।
1) अनाज के रूप में ब्राउन ब्रेड, समुद्री नमक, रोटी का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करें।
2) फल एवं सब्जियों में केला, तरबूज, पपीता, अंजीर, सेब आवश्यक रूप से ले जो एसिडिटी में होने वाली जलन से भी छुटकारा देते हैं। सब्जियों में हरी पत्तेदार सब्जियां, बींस, फूलगोभी, लौकी, कद्दू का उपयोग ज्यादा से ज्यादा करें साथ ही साथ जड़ वाली सब्जियां लेना भी फायदेमंद है।
3) मसाले के रूप में अजवाइन, हींग, सौंफ, जीरा, धनिया का उपयोग भी किया जा सकता है।
4) अगर आप नॉनवेज खाना पसंद करते हैं तो बेक किया हुआ चिकन, मटन या फिर अंडे का सफेद भाग भी खाया जा सकता है।
एसिडिटी में समुद्री नमक का उपयोग अवश्य ही करें | acidity main samundar ka namak ka upyog avashyak hai
ऐसा माना जाता है कि समुद्री नमक  सामान्य नमक की अपेक्षा अधिक गुणकारी होता है। अगर आप समुद्री नमक का उपयोग सलाद, सूप के रूप में ही करें तब भी एसिडिटी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है समुद्री नमक में क्षार अधिक मात्रा में है, जो एसिडिटी के मरीजों को लाभ पहुंचाते हैं।
एसिडिटी में कैसा आहार ना लें | acidity main kaise ahara naa le
कुछ ऐसे आहार भी होते हैं जिनको एसिडिटी के मरीजों के लिए अच्छा नहीं माना जाता है। एसिडिटी की समस्या होने पर कभी भी अतिरिक्त तेल, मसाले वाला भोजन नहीं लेना चाहिए। इसके अलावा मैदा से बने आहार की ज्यादा मात्रा में नहीं लेना चाहिए। बहुत ज्यादा खट्टे फलों का सेवन से बचना चाहिए। किसी भी प्रकार की मिर्च का सेवन न हीं करें तो बेहतर है। बहुत ज्यादा सोडा या चॉकलेट खाने से बचें। डेयरी प्रोडक्ट लेने से बचें क्योंकि उनमें अतिरिक्त मात्रा में वसा होती है, जो एसिडिटी को बढ़ाने में सहायक होता है। मरीजों को बहुत ज्यादा मात्रा में दही, छाछ लेने से भी बचना होगा।
बुजुर्गों का खास ध्यान रखें एसिडिटी में
कई बार ऐसा होता है कि बुजुर्गों  में एसिडिटी की समस्या ज्यादा होती है। ऐसे समय में बुजुर्गों का खास ध्यान रखने की आवश्यकता होती है। कई बार बुजुर्ग हमारी बात नहीं समझते हैं, उन्हें प्यार से समझाना चाहिए। उन्हें समय पर खाना, नाश्ता दे और किसी प्रकार के मसालेदार खाने से दूर ही रखें। समय पर खाना और नींद से ही उन्हें एसिडिटी की समस्या से दूर रखा जा सकता है।
एसिडिटी है  हानिकारक
एसिडिटी हम सभी के लिए हानिकारक है जिसमें पीड़ा भी होती है। एसिडिटी ज्यादा हो जाने से गैस की समस्या भी बढ़ने लगती है जिससे शरीर के हर अंग में दिक्कत शुरू हो जाती है। आज की आधुनिक जीवन शैली में समस्या बढ़ती ही जा रही है। ज्यादा समस्या बढ़ जाने पर हृदय संबंधी विकार हो जाते हैं, जो हमारे शरीर पर गलत प्रभाव के रूप में नजर आते हैं। अतः खुद का ध्यान रखें और सही दिनचर्या को अपनाएं।
अंतिम शब्द
आज के दौर में जहां कई बीमारियां हमें घेरे हुए हैं, वहां पर खुद का ध्यान रखना बहुत ही आवश्यक हो जाता है। अगर आप अपने जीवन में संतुलित रहकर जीवन शैली को अपनाए तो ऐसी समस्या हमारे पास नहीं आ पाएंगी, जब भी एसिडिटी की समस्या होती है तो इसका कारण हमारी लापरवाही भी होती है। किसी भी प्रकार की लापरवाही से बचें और अपने परिवार का संपूर्ण रुप से ध्यान रखें ताकि किसी भी समस्या से बचा जा सके।इस समस्या को खत्म करने का घरेलू उपाय आपके काम आएंगे और आपको राहत महसूस होगी।
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Uric acid को कम करने के घरेलू नुस्खे - home remedies to treat uric acid
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Home remedies to treat uric acid :-
यूरिक एसिड का बढ़ना आजकल आम बीमारी हो गई है जिसकी वजह से गठिया ,जोड़ों का दर्द और थायराइड जैसे लक्षण दिखाई देती है। यह सब लक्षण आजकल घर घर की समस्या बन गई है ऐसे मैं कुछ घरेलू उपचार करके इस समस्या को ठीक कर सकते हैं, विटामिन सी से भरपूर फल खाना चाहिए, सुबह में खाली पेट नींबू पानी पीने से भी यूरिक एसिड का लेवल कम होता है विटामिन c  भरपूर पदार्थखाने से यूरिक एसिड को ठीक कर सकता है। यूरिक एसिड को कम करने के घरेलू नुस्खे :- अपने  खाने में  हाई फाइबर फूड्स जैसे ओटमील, ब्राउन राइस, बींस और दलिया यह सब खाने से यूरिक एसिड का लेवल कम हो जाएगा बेकिंग सोडा :-को पानी में डालकर पीने से भी यूरिक एसिड का लेवल कम होता है रोजाना दो से तीन अखरोट खाने से भी यूरिक एसिड कम होता है अजवाइन का उपयोग:- रोज करें खाने में या अजवाइन का पानी पीने से भी यूरिक एसिड कम होता है पानी की मात्रा ज्यादा:- खूब पानी पिए कम से कम दिन में 2 से 3 लीटर पानी प्रतिदिन पिए ,इससे भी यूरिक एसिड की मात्रा कम होगी तला भुना पदार्थ ना खाए जैसे मछली अंडा घी मक्खन खाने से बचें फ्रुक्टोज वाले पेय पदार्थ  लेने से  बचे  यह सभी चीजें आपकी यूरिक एसिड को बढ़ा सकता है अगर हर दिन आप 500 मिलीग्राम विटामिन c लेंगे तो, बहुत जल्द आपका यूरिक एसिड कम हो जाएगा यूरिक एसिड बढ़ जाने के कारण अगर आपको गठिया का प्रॉब्लम है तो बथुए का जूस खाली पेट पिए जूस पीने के 2 घंटे बाद ही कुछ खाए * आमला का मिश्रण से यूरिक एसिड कम हो सकती है :- आमला का चूर्ण यानी कि आंवला का पाउडर पानी में डालकर पीने से भी यूरिक एसिड कम हो सकता है * ऑलिव ऑयल से बना खाना खाने से भी यूरिक एसिड को कंट्रोल किया जा सकता है:- ऑइली ऑयल से बना खाना जैसे साग सब्जी खाने से भी यूरिक एसिड कम हो सकता है * नारियल पानी पीने से भी यूरिक एसिड कंट्रोल कर सकते है- लगातार नारियल पानी पीने से भी यूरिक एसिड कम हो सकता है * कच्चा पपीता का सेवन करने से यूरिक एसिड कम कर सकते हैं कच्चा पपीता खाली पेट खाने से भी यूरिक एसिड को कम किया जा सकता है आप चाहे तो पपीता का सब्जी बना कर खा सकते हैं यह भी यूरिक एसिड का लेवल कम करने मै काफी मददगार साबित हो सकता है खाली पेट लहसुन खाने से भी यूरिक एसिड कम होता है:- रोज सुबह खाली पेट तीन से चार कलियां लहसुन खाने से यूरिक एसिड कंट्रोल किया जा सकता है रोजाना खाना खाने के बाद एक चम्मच अलसी का बीज चबाने  से भी यूरिक एसिड कम हो जाएगाबाहर का खाना खाने से परहेज करें खाने में फाइबर फूड फल सब्जियां शामिल करें और तथा राजमा ,छोले रेड ,मीट मैदे का बना पदार्थ खाने से परहेज करें. Read the full article
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studycarewithgsbrar · 2 years
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कपड़ों से दुर्गन्ध दूर करने से लेकर बर्तनों के दाग हटाने तक, ऐसे करें बेकिंग सोडा का इस्तेमाल - पंजाब न्यूज़ लेटेस्ट पंजाबी न्यूज़ अपडेट टुडे
कपड़ों से दुर्गन्ध दूर करने से लेकर बर्तनों के दाग हटाने तक, ऐसे करें बेकिंग सोडा का इस्तेमाल – पंजाब न्यूज़ लेटेस्ट पंजाबी न्यूज़ अपडेट टुडे
बेकिंग सोडा के उपयोग: बेकिंग सोडा उन घरेलू रसोई के सामानों में से एक है जिसे आप कई बार इस्तेमाल कर सकते हैं (बेकिंग सोडा के कई उपयोग)। बेकिंग सोडा का इस्तेमाल सिर्फ बेकिंग में ही नहीं होता है बल्कि आप इसका इस्तेमाल जल्दी से राजमा, छोले या उड़द बनाने में भी कर सकते हैं. इन चीजों को उबालते समय कुकर में डाल दीजिये, बस थोड़ा सा बेकिंग सोडा (मसूर दाल में बेकिंग सोडा) डाल दीजिये. ये सभी दालें जल्दी पक…
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onlinedeshiupchaar · 2 years
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बच्चों के सिर पर हो जाएं डैंड्रफ तो अपनाएं ये 10 होममेड टिप्स – Home Remedies For Dandruff In Kids In Hindi
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Home Remedies For Dandruff In Kids In Hindi: सिर में डैंड्रफ होना एक आम समस्या है जो पहले केवल बड़ों में होती थी, लेकिन अब यह बच्चों को भी होने लगी है। आज हम बच्चों के सिर से डैंड्रफ हटाने के घरेलू उपाय के बारे में जानेंगे।
जब बच्चों के सिर में डैंड्रफ हो जाता है तो बच्चें इससे परेशान हो जाते है। सिर में रूसी होने से खुजली, रूखापन, रूखे बाल और स्‍कैल्‍प पर सनसनाहट महसूस होना आदि समस्या होती है।
बच्चों के सिर में डैंड्रफ हो���े का कारण प्रमुख कारण धूल मिट्टी और पसीना है। जब बच्चें बाहर मैदान में खेलते है उनके सिर में पसीना आता है और धूल उड़ती है जो बालों में चली जाती है। इसके अलावा बच्चों की स्कैल्प ड्राई होने की वजह से डैंड्रफ होता है।
यदि आपके बच्चे के सिर में भी डैंड्रफ हो गया है तो आप निम्न आसान और सुरक्षित घरेलू उपाय को अपना सकते है। आइये इसे विस्तार से जानते है।
बच्चों के सिर पर हो जाएं डैंड्रफ तो अपनाएं ये 10 होममेड टिप्स – Home Remedies For Dandruff In Kids In Hindi
1.नींबू से करे बच्चों के सिर का डैंड्रफ दूर
बच्चों में रूसी से निजात पाने के लिए आप नींबू का इस्तेमाल कर सकते है। नींबू का रस डैंड्रफ से छुटकारा पाने के लिए करना एक अच्छा घरेलू उपाय है। इसके लिए आप नींबू के ताजे रस को निकालकर बच्चों के सिर पर लगा सकती हैं। कई एंटी-डैंड्रफ शैम्पू में नींबू का इस्तेमाल किया जाता है।
अगर इससे बच्चे को स्कैल्प पर जलन होती है तो आप नींबू में पानी की मात्रा भी मिला सकती हैं। 5 मिनट तक इसको बालों में लगे रहने दें और इसके बाद शैम्पू से बालों को धो लें।
2.बच्चों के सिर में डैंड्रफ के घरेलू उपाय बेकिंग सोडा
अपने बच्चों के सिर से डैंड्रफ को हटाने के लिए आप बेकिंग सोडा का इस्तेमाल कर सकते है। यह मृत त्वचा कोशिकाओं को हटाने के साथ-साथ स्केलिंग (Scaling) और खुजली को कम करने के लिए जाना जाता है। बेकिंग सोडा में एंटीफंगल गुण भी होते हैं जो डैंड्रफ के इलाज में फायदेमंद हो सकते हैं।
बेकिंग सोडा को लेकर बच्चे के सिर में अच्छी तरह लगाकर स्कैल्प की मालिश करें। इसे एक या दो मिनट के लिए लगा रहने दें, फिर अपने बालों में हमेशा की तरह शैम्पू करें।
3.टी ट्री ऑइल से करे बच्चों का डैंड्रफ दूर
बच्चों में होने वाले डैंड्रफ को दूर करने के लिए आप टी ट्री ऑइल का उपयोग कर सकते है। टी ट्री ऑइल में शक्तिशाली एंटी माइक्रोबियल और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते है, जो रूसी के लक्षणों को कम करने में मदद करते हैं।
टी ट्री आयल के साथ शैंपू को मिलकर बालों में उपयोग करने से डैंड्रफ को जल्दी से दूर किया जा सकता है। आप अपने पसंदीदा शैम्पू में, टी ट्री ऑइल की कुछ बूंदों को भी मिलाकर इसका उपयोग बच्चों के बालों में कर सकती है।
4.बच्चों के सिर से रूसी को हटाने का उपाय है नीम
नीम में एंटी-बैक्‍टीरियल गुण होते है जो विभिन्‍न प्रकार के त्वचा संक्रमण से बचाते हैं। बच्चों के सिर रूसी को दूर करने के लिए आप नीम की पत्तियों का रस निकालकर इसे स्कैल्प में लगाएं। आप चाहें तो इसमें नारियल का तेल भी  मिला सकते है। डैंड्रफ से छुटकारा चाहिए तो बच्चों को नियमित रूप से सप्‍ताह में 2 बार नीम के पानी से स्‍नान कराएं।
5.बच्चों के सिर से डैंड्रफ को हटाने के लिए अंडा लगाएं
अंडा बच्चों के सिर से रूसी को हटाने में मदद करता है। अंडे में जिंक और कई सारे पोषक तत्व पाए जाते है जो डैंड्रफ को हटाकर स्कैल्प को पोषण देता है। एक कच्चे अंडे को फोड़ कर अंडे की जर्दी को निकाल लें। अब इस जर्दी में नींबू का रस मिलाकर बच्चों के सिर में लगाएं। आधा घंटे के बाद सिर को धो लें।
6.बच्चों के सिर से डैंड्रफ हटाने के लिए दही लगाएं
बच्चों की स्कैल्प में नमी को बनाये रखने के लिए दही बहुत ही उपयोगी है। अपने अम्लीय और कंडीशनिंग गुणों के कारण दही डैंड्रफ हटाने में लाभदायक है। बच्चे के सिर में इस्तेमाल करने के लिए आप उनके सिर में थोड़ा सा दही लगाएं और इसे कम से कम 1 घंटे तक इसे लगा रहने देते हैं। फिर इसे एक अच्छे शैंपू से धो लें।
7.नारियल तेल से करें बच्चों के सिर से डैंड्रफ दूर
बच्चों के सिर से डैंड्रफ दूर करने के लिए नारियल का तेल का उपयोग भी किया जा सकता है। नारियल तेल रूसी के लिए एक प्राकृतिक उपचार के रूप में भी किया जाता है। यह बच्चे की त्वचा में नमी को रोकता और सूखापन को दूर करने में मदद कर सकता है, जो डैंड्रफ का प्रमुख कारण है।
आप 4-5 चम्मच नारियल तेल को लेकर बच्चे के सिर में अच्छे से मालिश करें और लगभग एक घंटे के लिए छोड़ दें। फिर बालो को शैंपू से अच्छी तरह से धो लें।
8.बच्चों के सिर में एलोवेरा लगाकर रूसी को दूर करें
एलोवेरा के एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण रूसी से बचाने में मदद कर सकते हैं। बच्चों के सिर से रूसी को हटाने के लिए आप शैंपू करने से पहले सिर की एलो वेरा जेल से मालिश करें। एलोवेरा का ठंडा प्रभाव सिर की खुजली को शांत करता है। रूसी दूर करने के घरेलू उपाय में एलोवेरा का खास महत्व है।
9.सेब का सिरका हटाए बच्चों के सिर से डैंड्रफ
एप्पल साइडर विनेगर बच्चों के सिर से डैंड्रफ से छुटकारा दिलाने में बहुत मददगार है। यह उनकी स्कैल्प पर मौजूद सीबम के उत्पादन को विनियमित करता है। इतना ही नहीं, यह आपके बालों पर बनने वाले तेल को भी साफ करते हुए जलन को शांत करता है। थोड़ा सा सेब का सिरका स्कैल्प पर लगाएं और हल्के हाथों से मसाज करें। 10 मिनट के बाद शैंपू से सिर को धो लें।
10.मेथी से करें बच्चों के सिर का डैंड्रफ दूर
मेथी के बीज
में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। इनमें
विटामिन सी
, निकोटोनिक एसिड और लेसिथिन भी होते हैं, जो बच्चों के सिर से रूसी को हटाने में मदद करते हैं। दो चम्मच
मेथीदाना रातभर पानी में भिगोकर
रखें। सुबह इन बीजों का चिकना पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को बच्चे की स्कैल्प पर लगाएं और 30 मिनट के लिए छोड़ दें। अब इसे हल्के शैंपू से धो लें।
(और पढ़ें – वेट डैंड्रफ क्या है, इसके कारण और इलाज)
बच्चों के सिर पर हो जाएं डैंड्रफ तो अपनाएं ये होममेड टिप्स (Home Remedies For Dandruff In Kids In Hindi) का यह लेख आपको कैसा लगा हमें कमेंट्स कर जरूर बताएं।
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lifestylechacha · 3 years
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दांतों का पीलापन दूर करने के घरेलू उपाय - Daanto Ka Peelapan Kaise Dur Kare
दांतों का पीलापन दूर करने के घरेलू उपाय : नमस्कार दोस्तों आज के इस लेख में आप जानने वाले है कि अपने दांतो का पीलापन कैसे दुर करें? जिससे आपके दांत बिल्कुल चमकदार दिखे। जैसा कि आप सभी जानते हैं कि हमारी बाहरी पर्सनलिटी पर दांतो का भी काफी प्रभाव पड़ता है। ऐसे में बहुत से लोग है जिनके दांत पीले रंग के होते हैं। वह अपने दांत के पीलेपन से काफी ज्यादा परेशान रहते हैं और वह खुल कर हंस भी नहीं पाते है। दोस्तो आपको परेशान होने की जरुरत नहीं है। मैं आपके लिए बेहतरीन टिप्स लेकर आयी हूं। जो आपके दांतो के पीलेपन को कम समय में दुर कर देंगे। आपको उन घरेलू नुस्खे के बारे में इस आर्टिकल लेख के माध्यम से पता चलेगा। जिन नुस्खों को अपना कर आपके दांत बिल्कुल मोती की तरह चमकदार दिखेंगे। साथ ही इ�� टिप्स का उपयोग करके किसी भी तरह का साइड इफेक्ट्स नहीं होगा।   दांतो में पीलापन होने के कारण।
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दोस्तो, हमारे दांतो में पीलापन पड़ने का पहला कारण यह है कि हम अपने दांतो का ख्याल सही तरीके से नहीं रखते हैं। जिस दौरान हमारे दांत बिल्कुल पीले हो जाते हैं। जैसे कि खाना खा कर कुल्ला ना करना। या फिर बहुत से लोग ब्रश तक नहीं करते जिस दौरान दांतो में पीलापन आने लगता है। और चाय कॉफी का ज्यादा सेवन करना भी दांतो को पीला करता है। केमिकल युक्त दवाई का इस्तेमाल करने से दांतो में पीलापन आने लगता है। साथ ही केल्शियम की कमी से भी दांतो में लंबे समय तक पीलापन रहता है। तो दोस्तो आपको कारण तो पता चल चुके हैं। आगे आप दांतो के पीलेपन से निजात पाने के लिए कुछ घरेलू टिप्स जायेगे।   बेकिंग सोडा व निबु के रस का उपयोग करें।
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दोस्तो आप सभी के अगर यह चाहते हैं कि आपके दांतो से जल्द ही पीलापन दूर हो जाए तो आपको सबसे पहले बेकिंग सोडा नीबु के रस में अच्छी तरह मिला लें। उसके बाद इस पेस्ट से आप अपने दांतो को साफ़ करे। जिससे की आपके दांतो का पीलापन जल्द दुर हो जाएगा। और आपके दांत बिल्कुल चमकते नजर आएंगे। तो इस घरेलू नुस्खे को जरूर अपनाएं। सरसो के तेल व नमक का उपयोग करें।
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दांतो को चमकाने के लिए आप सरसो के तेल में नमक अच्छी तरह मिला लें। फिर इस पेस्ट को अपने दांतो पर अच्छी तरह हल्के से कुछ दिनों तक रगड़े। जिससे की आपके दांतो का पीलापन दूर होने में काफी मदद मिलेगी। जो आप सभी आसानी से दांतो के पीलेपन से निजात पाने में जल्द सक्षम होंगे। कोयेले का उपयोग करें।
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हां दोस्तो कोयेले का इस्तेमाल करके आप अपने दांतो को मोती की तरह चमकदार बना सकते हैं। यह नुस्खा हम सभी की दादी के जमाने का है। लेकिन यह नुस्खा काफी असरदार है। तो दोस्तो आपको लकड़ी के कोयले को चुरा करके उसमे थोड़ा पानी मिला कर अपने दांतो को साफ करे। यह टिप्स भी आपके दांतो के पीलेपन को दुर करने में सहायक है। यह नुस्खा मैने भी अपना कर अपने दांत चमकदार किए हैं। तुलसी का उपयोग करे।  
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दोस्तो सबसे पहले आप तुलसी को अच्छी तरह पीस लें। फिर उसको अपने दांतो में कुछ समय तक रगड़े। फिर आपको थोड़े समय बाद ही फर्क नजर आने लगेगा। जिससे आपके दांत सुरक्षित भी रहेंगे और पीलापन भी दुर होगा। इसलिए आपको यह रोज इस्तेमाल करके कुछ समय बाद आपके दांतो का पीलापन गायब हो जाएगा। संतरे के छिलकों का उपयोग करें।
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सबसे पहले संतरे के छिलकों को कुछ समय तक सूखा कर सूखे छिलकों का पाउडर मिक्सी में पीस लें। फिर रोज इसे अपने दांतो में लगाकर साफ करें। इस विधि का प्रयोग आप सुबह रात को सोने से पहले इसका उपयोग करें। जिससे आपको जल्द पीलेपन से छुटकारा मिलेगा। साथ ही संतरे के छिलकों में कैल्शियम व विटामिन सी मौजूद होता है जो आपके दांतो को स्वस्थ व मजबूती देता है। आप चाहे तो संतरे के छिलकों को बिना सुखाए भी उसका इस्तेमाल करके अपने दांतो में रगड़ सकते हैं।   नीम का उपयोग करें।
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जैसा कि आप सभी जानते हैं कि पहले जमाने में सभी लोग नीम की छाल की दातुन बना कर अपने दांतो को साफ किया करते थे। आपके दांतो को नीम की दातुन बहुत ही कारगर उपाय है। इसका इस्तेमाल करके आप सभी अपने दांतो का पीलापन जड़ से खत्म कर सकते हैं। नीम की दातुन से रोजाना अपने दांतो को साफ करें।   नोट - दोस्तो उम्मीद है कि आप सभी के लिए दांतो का पीलापन दुर करने के घरेलू उपाय आप सभी के लिए कारगर साबित होंगे। तो दोस्तो आप सभी को यह लेख कैसा लगा। आप सभी मुझे कॉमेंट करके जरूर बताए।                          जैनब खान...     Read the full article
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sabkuchgyan · 3 years
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कपड़ों पर लगे अलग-अलग तरह के दाग को आसानी से छुड़ाएं
कपड़ों पर लगे अलग-अलग तरह के दाग को आसानी से छुड़ाएं #Lifestyle
बेकिंग सोडा, एक घटक जो आसानी से आपकी रसोई में पाया जाता है, कपड़े धोने और विरंजन के लिए एक उत्कृष्ट घटक है। यह आसानी से कपड़े धोने और ब्लीच करने के सबसे सस्ते तरीकों में से एक है। यह आपके कपड़ों से गंध को हटाकर कपड़ों को ताजा रखता है। बेकिंग सोडा पाउडर बेबी स्लीपवियर सहित सभी प्रकार के कपड़ों पर उपयोग करने के लिए सुरक्षित है। यदि आप डिटर्जेंट का उपयोग करते हैं, तो बेकिंग सोडा का उपयोग इसके…
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abhay121996-blog · 4 years
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बिना पार्लर जाए घर में प्राकृतिक नुस्खों की मदद से नाखूनों को बनाएं खूबसूरत Divya Sandesh
#Divyasandesh
बिना पार्लर जाए घर में प्राकृतिक नुस्खों की मदद से नाखूनों को बनाएं खूबसूरत
 खूबसूरत और लंबे नाखून सबको अच्छे लगते हैं। लेकिन कभी आपने सोचा है कि नाखूनों की खूबसूरती के पीछे क्या राज छुपा है? अगर आप ये सोच रही हैं कि खूबसूरत नाखून सैलून में महंगे मैनीक्योर से हासिल होते हैं तो आपकी सोच कुछ हद तक ठीक है, लेकिन अधिकांश महिलाएं ऐसी हैं जो वक्त की कमी और आर्थिक स्थिति को देखते हुए नाखूनों को खूबसूरत बनाने के लिए सैलून में नहीं जाती। जिन महिलाओं के पास सैलून में जाने का वक्त नहीं है वो घर में भी अपने नाखूनों को खूबसूरत बना सकती है। कुछ महिलाओं के नाखून बढ़ने से पहले ही क्रेक हो जाते हैं ऐसी महिलाएं अपने कमजोर नाखूनों की देखभाल घर में मौजूद घरेलू उपचारों से कर सकती हैं। यहां हम स्वस्थ नाखून पाने के लिए 4 प्राकृतिक तरीकों के बारे में आपको बता रहे हैं जानिए कैसे आपके नाखून हेल्दी और खूबसूरत बनेंगे….जैतून का तेल- जैतून के तेल में मॉइस्चराइजिंग गुण होते हैं जो नाखूनों को गहराई से पोषण देने के साथ ही चमकदार भी बनाए रखता है। आप सबसे पहले अपने नाखूनों को अच्छी तरह से साफ करें और जैतून के तेल को एक छोटी कटोरी गर्म करे। अपनी उंगलियों को इसमें डुबोएं और 15 मिनट के लिए छोड़ दें। 15 मिनट बाद आप उंगलियों को एक साफ तौलिया से पोंछ लें। आप इस क्रिया को हर दिन कर सकती हैं।लहसुन- लहसुन कमजोर नाखूनों को मजबूत बनाता है। आप लहसुन को दो हिस्सों में काटकर नाखूनों के अंदरूनी भाग पर रगड़कर लगा सकती हैं। आप एक लहसुन की कली भी काट सकते हैं और उसमें से रस निकाल कर नाखूनों पर लगा सकते हैं, लहसुन का इस्तेमाल नाखूनों को मजबूत करने के लिए किया जाता है। इससे आपके नाखून बढ़े होने से पहले ही नहीं टूटेंगे।नींबू का रस- नींबू आपके नाखूनों को साफ करने और नाखूनों से धब्बे छुटाने में मदद करता है। बस आपको एक छोटी कटोरी पानी में एक चम्मच बेकिंग सोडा मिलाना है, और एक बड़ा चम्मच नींबू का रस डालना है। अपने नाखूनों को 10 मिनट के लिए इस मिक्सचर में डालें और फिर धीरे से ब्रश से रगड़ें। कुछ देर बाद आप इसे धोलें। आप इस तरह नाखूनों की सफाई अपनी सुविधा के हिसाब से हर रोज या सप्ताह में तीन से चार बार कर सकती हैं।गुलाब जल- गुलाब जल एंटीसेप्टिक, जीवाणुरोधी और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है। गुलाब जल कमजोर और अस्वस्थ नाखूनों पर अद्भुत तरीके से काम करता है। यह नाखूनों के अंदरूनी भाग को साफ करता है और इसे हर समय पोषण और नमी युक्त रखता है। आप अपने हाथों को साफ करने के बाद नियमित रूप से इसका उपयोग करें। आपके नाखून गुलाबी, खूबसूरत और मजबूत बनेंगे।
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oraal01 · 2 months
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दांतों को तुरंत सफेद कैसे करें: आसान और प्रभावी तरीके
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 परिचय (Introduction)
दांतों को तुरंत सफेद कैसे करें? कुछ प्राकृतिक उपाय दुर्भाग्यवश, समय के साथ हमारे दांत धब्बेदार और बदरंग हो सकते हैं, जिससे हम अपनी वास्तविक उम्र से बड़े दिखने लगते हैं। अध्ययनों से यह साबित हुआ है कि सफेद दांत आपको 5 से 10 साल तक जवान दिखा सकते हैं। सौभाग्य से, आपके दांतों को तुरंत सफेद करने के कई आसान और प्रभावी तरीके हैं, जो आपको कुछ ही समय में एक चमकदार मुस्कान दे सकते हैं। चाहे आप किसी विशेष अवसर की तैयारी कर रहे हों या बस अपने रोज़मर्रा के लुक को सुधारना चाहते हों, ये तरीके तेजी से और प्रभावशाली परिणाम प्रदान करते हैं।
दांतों को सफेद करना
Teeth whitening 
दांतों को सफेद करना कई प्रक्रियाओं को संदर्भित करता है, जिनका उद्देश्य प्राकृतिक दांतों को उज्जवल और सफेद दिखाना है। इन विधियों में धब्बों को रगड़ना, ब्लीचिंग और अल्ट्रावायलेट (यूवी) लाइट थेरेपी शामिल हैं। कई प्रकार के दांत सफेद करने वाले उत्पाद उपलब्ध हैं, जिनका उपयोग घर पर किया जा सकता है। आप अपने दांतों को डेंटिस्ट के कार्यालय में भी सफेद करवा सकते हैं।
हालांकि, दांतों को सफेद करना मुख्य रूप से दांतों की उपस्थिति को बेहतर बनाने के लिए उनकी रंगत को हल्का करने की एक सौंदर्य प्रक्रिया है, लेकिन इसके कुछ साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं, जैसे कि दांतों की संवेदनशीलता और मसूड़ों में जलन। इन संभावित साइड इफेक्ट्स के बावजूद, दांतों को सफेद करना दांतों की सतह को नुकसान पहुंचाए बिना उनके मौजूदा रंग को काफी हल्का कर सकता है।
दांतों के पीले होने के कारण
Teeth can turn yellow or discoloured due to several reasons mention below : 
रंग बदलने का प्रकार
कारण
विवरण
बाहरी धब्बे
(Extrinsic Staining)
भोजन और पेय पदार्थ
चाय, कॉफी, रेड वाइन, सॉफ्ट ड्रिंक्स और कुछ गहरे रंग के फल और सब्जियों के रस जैसे पेय पदार्थों में रसायन होते हैं जो दांतों की एनामेल से बंधकर उन्हें धब्बेदार बना सकते हैं।
धूम्रपान
सिगरेट में टार और निकोटीन दांतों को पीला, काला या गहरा बना सकते हैं। धूम्रपान से प्लाक भी जमा होता है, जो मसूड़े की बीमारी और दांत क्षय में योगदान करता है।
आंतरिक रंग बदलना (Intrinsic Discoloration )
उम्र
जैसे-जैसे हम बूढ़े होते जाते हैं, हमारे दांतों की एनामेल प्राकृतिक रूप से पतली होती जाती है, जिससे भोजन और पेय के रंगद्रव्य आसानी से प्रवेश कर जाते हैं और रंग बदलने का कारण बनते हैं।
चोटें
दांत या मसूड़े में चोट लगने से शरीर अधिक डेंटिन बनाने लगता है, जिससे दांतों का रंग गहरा हो सकता है या खून दांतों में रिस कर उनके रंग को बदल सकता है।
दवाएं
कुछ दवाएं, जैसे अस्थमा या रक्तचाप की दवाएं, और टेट्रासाइक्लिन या डॉक्सीसाइक्लिन जैसे एंटीबायोटिक्स, दांतों का रंग बदल सकती हैं।
अधिक मात्रा में फ्लोराइड का सेवन और कैंसर जैसी बीमारियों के इलाज से भी दांत गहरे हो सकते हैं।
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 दाँत सफेद करने के 10 घरेलू नुस्खे
(Best,effective home treatment for teeth whitening )
विधि
लागू करने का तरीका
बेकिंग सोडा से ब्रश करना
एक चम्मच बेकिंग सोडा को पानी के साथ मिलाकर पेस्ट बनाएं। 2 मिनट तक ब्रश करें, फिर अच्छी तरह से कुल्ला करें।
ऑयल पुलिंग
एक चम्मच नारियल तेल को 15-20 मिनट तक मुँह में घुमाएं, फिर थूक दें और गर्म पानी से कुल्ला करें।
सेब का सिरका
एक चम्मच सेब के सिरके को पानी में मिलाएं। इसे कुछ मिनट के लिए मुँह में घुमाएं, फिर पानी से कुल्ला करें।
हाइड्रोजन पेरोक्साइड
हाइड्रोजन पेरोक्साइड और पानी को बराबर मात्रा में मिलाएं। इसे 60 सेकंड तक मुँह में घुमाएं, फिर पानी से कुल्ला करें।
फल और सब्जियाँ खाना
सेब, गाजर और अजवाइन जैसे कुरकुरे फल और सब्जियाँ खाएं, जो दाँतों को साफ करते हैं और सतही दागों को हटाते हैं।
सक्रिय चारकोल
गीले टूथब्रश को पाउडर चारकोल में डुबोएं। धीरे-धीरे 2-3 मिनट तक ब्रश करें, फिर अच्छी तरह से कुल्ला करें।
नींबू या संतरे के छिलके
नींबू या संतरे के छिलक�� के अंदर के सफेद हिस्से को 2 मिनट तक दाँतों पर रगड़ें, फिर अच्छी तरह से पानी से कुल्ला करें।
व्हाइटनिंग स्ट्रिप्स
स्ट्रिप्स को दाँतों पर लगाएं और अनुशंसित समय (आमतौर पर 30 मिनट) के लिए छोड़ दें, फिर हटा दें और कुल्ला करें।
बेकिंग सोडा टूथपेस्ट का उपयोग करना
बेकिंग सोडा टूथपेस्ट से दिन में दो बार ब्रश करें।
दाँत सफेद करने के लिए नीम
नीम की लकड़ी का ब्रश या नीम आधारित टूथपेस्ट का उपयोग करें, जो दाँतों को प्लाक से मुक्त करता है और प्राकृतिक रूप से सफेद करता है।
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दांतों में दर्द के उपाय तुरंत राहत पाने के लिए सबसे अच्छे तरीके
प्रोफेशनल टीथ व्हाइटनिंग:
(Professional teeth whitening) 
डेंटिस्ट या दंत पेशेवरों द्वारा किया गया प्रोफेशनल टीथ व्हाइटनिंग एक उज्जवल मुस्कान प्राप्त करने का एक विश्वसनीय और प्रभावी तरीका है। यह उपचार अक्सर इसकी सुरक्षा, दक्षता और लंबे समय तक चलने वाले परिणामों के कारण पसंद किया जाता है। हालांकि, लागत, जीवनशैली की आदतें और इन-ऑफिस उपचार और कस्टम टेक-होम ट्रे के बीच चयन सहित विभिन्न कारकों पर विचार करना महत्वपूर्ण है।
व्हाइटनिंग एजेंट्स
प्रोफेशनल टीथ व्हाइटनिंग में इस्तेमाल किए जाने वाले मुख्य एजेंट्स हाइड्रोजन पेरोक्साइड और कार्बामाइड पेरोक्साइड हैं। घर्षणयुक्त व्हाइटनिंग टूथपेस्ट के विपरीत जो सतही धब्बों को यांत्रिक रूप से हटाता है, ये एजेंट अणु स्तर पर धब्बों को तोड़ने का काम करते हैं। प्रोफेशनल उपचार आमतौर पर इन रसायनों की उच्च सांद्रता का उपयोग करते हैं, जिससे ओवर-द-काउंटर (OTC) उत्पादों की तुलना में अधिक प्रभावी परिणाम मिलते हैं।
प्रोफेशनल व्हाइटनिंग विधियाँ
प्रोफेशनल टीथ व्हाइटनिंग की दो मुख्य विधियाँ हैं:
1. इन-ऑफिस व्हाइटनिंग: (In-Office Whitening)
   - इन-ऑफिस उपचार  छोटे अपॉइंटमेंट्स में किए जाते हैं, जिनमें से प्रत्येक सत्र लगभग 15 से 30 मिनट तक चलता है।
   - पूरी प्रक्रिया में आमतौर पर 90 मिनट से अधिक समय नहीं लगता है।
   - दांतों पर उच्च सांद्रता वाला हाइड्रोजन पेरोक्साइड जेल लगाया जाता है, अक्सर उच्च तीव्रता वाली रोशनी (जैसे एलईडी, यूवी, या हैलोजन) के साथ मिलाकर, व्हाइटनिंग प्रभाव को बढ़ाने के लिए।
   - अध्ययनों से पता चला है कि लाइट-एन्हांस्ड व्हाइटनिंग विधियाँ जेल-केवल उपचारों की तुलना में लंबे समय तक दांतों की चमक बनाए रख सकती हैं, हालांकि कुछ शोध यह सुझाव देते हैं कि लाइट के उपयोग से न्यूनतम अतिरिक्त लाभ होता है।
2. कस्टम टेक-होम ट्रे:
(Custom Take-Home Trays)
   - कस्टम ट्रे इन-ऑफिस उपचार और OTC उत्पादों के बीच एक मध्य मार्ग प्रदान करती हैं।
   - ये ट्रे रोगी के दांतों के अनुरूप बनाई जाती हैं और इनमें एक प्रोफेशनल-ग्रेड व्हाइटनिंग एजेंट होता है।
   - इन्हें आमतौर पर दैनिक रूप से एक निर्दिष्ट अवधि के लिए पहना जाता है जब तक कि वांछित व्हाइटनिंग प्रभाव प्राप्त नहीं हो जाता।
“सफेद मुस्कान बनाए रखना”
(Maintaining a White Smile)
जब आपने एक सफेद मुस्कान प्राप्त कर ली हो, तो इसे बनाए रखना महत्वपूर्ण है। यहाँ कुछ सुझाव हैं जिनसे आप अपने दांतों को चमकदार रख सकते हैं:
अच्छी मौखिक स्वच्छता का पालन करें: 
रोजाना दो बार अपने दांतों को सफेद करने वाले टूथपेस्ट से ब्रश करें और प्रतिदिन फ्लॉस करें ताकि प्लाक और बैक्टीरिया हट सकें।
दाग देने वाले खाद्य और पेय पदार्थों को सीमित करें:
 कॉफी, चाय, रेड वाइन और मीठे पेय पदार्थों का सेवन कम करें या इन्हें पूरी तरह से अवॉइड करें।
नियमित दंत चिकित्सा जांच करवाएं: 
अपने दंत चिकित्सक के पास नियमित सफाई ��र जांच के लिए जाएं ताकि आपके मौखिक स्वास्थ्य की अच्छी स्थिति बनी रहे।
 निष्कर्ष (Conclusion)
दांतों को सफेद करना, चाहे घर पर या प्रोफेशनल सेटिंग में, एक प्रभावी तरीका है जिससे आपकी मुस्कान चमकदार और आकर्षक दिख सकती है। घर पर बेकिंग सोडा, हाइड्रोजन पेरोक्साइड, और सक्रिय चारकोल जैसे उपाय तुरंत प्रभावी होते हैं, जबकि प्रोफेशनल तकनीकें, जैसे इन-ऑफिस व्हाइटनिंग और कस्टम टेक-होम ट्रे, अधिक स्थायी परिणाम देती हैं। 
इन विधियों के साइड इफेक्ट्स, जैसे दांतों की संवेदनशीलता और मसूड़ों में जलन, उचित देखभाल और नियमित दंत चिकित्सा जांच से कम किए जा सकते हैं। अच्छी मौखिक स्वच्छता, दाग देने वाले खाद्य और पेय पदार्थों की सीमितता, और नियमित दंत चिकित्सा जांच से सफेद मुस्कान बनाए रखी जा सकती है। 
आजकल एक उज्जवल और सफेद मुस्कान प्राप्त करना और बनाए रखना पहले से कहीं अधिक आसान और सुलभ हो गया है, जिससे आत्मविश्वास और समग्र उपस्थिति में सुधार हो सकता है।
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kisansatta · 4 years
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पैरों में तकलीफ और सूजन को हटाने के लिए अपनाएं ये घरेलू उपाय
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कई बार ज्यादा पैदल चलने, पहाड़ी चढ़ाई या गुम चोट के कारण पैरों में सूजन आ जाती है। पैरों की सूजन सामान्य और कष्टदायक दोनों रूपों में हो सकती हैं। आमतौर पर लोग इसे अनदेखा कर देते हैं, लेकिन लापरवाही की स्थिति में सूजन घातक परिणाम भी दे सकती है। इस लेख में हम आपको पैरों की सूजन को कम करने के सबसे कारगर घरेलू नुस्खे बता रहे हैं, जो आपको जल्द आराम देने का काम करेंगे।
1- सेंधा नमक का करें उपयोग
सेंधा नमक में हाइड्रेटिड मैग्‍नीशियम सल्‍फेइ के क्रिस्‍टल होते हैं जो मांसपेशियों में दर्द को ठीक कर तुरंत आराम दिलाते हैं। आधा कप सेंधा नमक को गर्म पानी से भरे एक टब या बाल्‍टी में डालें। अब 10 से 15 मिनट के लिए अपने पैरों को इस पानी में डुबोकर रखें। आप इस उपाय को रात को सोने से पहले भी कर सकते हैं।
2- बेकिंग सोडा का करें उपयोग
इसमें एंटी-इंफ्लामेट्री गुण होते हैं। चावल के पानी के साथ मिलकर ये पैरों में जमा अतिरिक्‍त पानी को सोख लेता है और इससे पैरों में ब्‍लड सर्कुलेशन भी ठीक होता है। दो चम्‍मच चावल को पानी में उबालें। अब इस पानी में दो चम्‍मच बेकिंग सोडा डालकर पेस्‍ट बना लें और 15 मिनट के लिए पैरों पर लगाएं।
3- एसेंशियल ऑयल का करें इस्तेमाल
ये पैरों के दर्द और सूजन को कम करने में बहुत असरकारी है। एसेंशियल ऑयल को पानी में डालकर मिक्‍स कर लें। आप इसमें आधा कप सेंधा नमक भी डाल सकते हैं। अब इस पानी में 15 मिनट के लिए पैरों को भिगोएं। आपको यूकेलिप्‍टस, पेपरमिंट, लेमन एसेंशियल ऑयल की 3 से 4 बूंदें और आधा बाल्‍टी गर्म पानी लेना है।
4- नींबू से करें इलाज
एक चम्मच नींबू का रस, आधा चम्मच दालचीनी चूर्ण, एक चम्मच जैतून का तेल और एक चम्मच दूध,सभी सामग्रियों को मिला लें। इस मिश्रण को कुछ घंटों के लिए सूजन वाली जगह पर लगाएं। रात में सोने से पहले यह उपाय करें।
5- जौ का पानी का करें उपयोग
जौ का पानी पीने से पेशाब ज्‍यादा आता है जिससे शरीर से सारे विषाक्‍त पदार्थ बाहर निकल जाते हैं। इससे पैरों की सूजन भी कम होती है। एक से दो कप पानी लें और उसमें मुट्ठीभर जौ के दाने डालकर पानी के भूरा होने तक उबालें। इस पानी को ठंडा होने पर छानकर पी लें। आप दिन में एक या दो गिलास जौ का पानी पी सकते हैं।
7- बर्फ से सिकाई करें
आइसपैक लें या एक साफ कपड़े में 4 से 5 बर्फ के टुकड़े डालकर प्रभावित हिस्‍से की 10 मिनट के लिए सिकाई करें। बर्फ से रक्‍त प्रवाह बेहतर होता है जिससे सूजन और दर्द में कमी आती है। अगर आप भी पैरों में सूजन को दूर करने के लिए किसी तरह की दवा का सेवन नहीं करना चाहते हैं तो घरेलू नुस्‍खों की मदद से इस समस्‍या से निजात पा सकते हैं।
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everynewsnow · 4 years
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रागी पैनकेक रेसिपी: रागी पैनकेक बनाने की विधि | घर का बना रागी पैनकेक रेसिपी
रागी पैनकेक रेसिपी: रागी पैनकेक बनाने की विधि | घर का बना रागी पैनकेक रेसिपी
अगर आप पोषण से भरपूर स्वादिष्ट नाश्ते की तलाश कर रहे हैं, तो इस अद्भुत रागी पैनकेक की रेसिपी को आजमाएँ जो बनाने में बेहद आसान है। यह पैनकेक नुस्खा वास्तव में दिन के किसी भी समय आनंद ले सकता है। रागी का आटा, दूध, पी���ा हुआ चीनी, बेकिंग सोडा और थोड़ा घी का उपयोग करके तैयार; इससे बेहतर कोई डिश नहीं है! इसके अलावा, यह उधम मचाने वालों के साथ व्यवहार करने का एक अच्छा तरीका है क्योंकि इस व्यंजन का स्वाद…
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चेहरे पर दानों का इलाज
हम सभी सबसे ज्यादा अहमियत अपने चेहरे को ही देते हैं क्योंकि इससे हमारे व्यक्तित्व का भी पता चलता है। चेहरे को देखकर ही मन के भाव आसानी से समझा जा सकता है। ऐसे में बहुत जरूरी है कि चेहरे का खास ख्याल रखा जाए।
चेहरे को भी कई प्रकार की समस्याएं हो सकती हैं जिनमें चेहरे की रौनक कम हो सकती है। ऐसे में एक मुख्य समस्या चेहरे पर दानों की है। जिसके होने पर परेशानी बढ़ती ही जाती है ऐसे में इसकी संपूर्ण जानकारी होना बहुत ही जरूरी है।
चेहरे पर दाने निकलने का कारण | chehre par dana nikalne ke karan
आपने महसूस किया होगा कि चेहरे पर दाने (chehre par dana) नजर आने लगते हैं और हम इस का कारण खोजते रहते हैं। ऐसे में हम आपके दानों के पर्याप्त कारण बताएंगे जिससे आप समय रहते इलाज कर सकें।
1). जब कभी पेट साफ ना हो या पेट में गंदगी हो ऐसे में इसका कारण चेहरे में दानों के रूप में देखा जा सकता है।
2). प्रदूषण के कारण दानों का पाया जाना संभव हो जाता है, जो कि धूल, मिट्टी से होता है।
3). अगर आपकी त्वचा तैलीय है, तो फिर आसानी से चेहरे पर दाने (chehre par dana)  देखे जा सकते हैं।
4). बहुत ज्यादा मसालेदार, तला खाना खाने से भी दाने बढ़ते नजर आते हैं।
5). लगातार शरीर में पानी की कमी बढ़ जाने से भी चेहरे पर दाने (chehre par dana) आसानी से आ जाते हैं।
6). कभी-कभी किसी दवाई के साइड इफेक्ट भी चेहरे पर दानों (chehre par dano) का कारण बनते हैं।
7). लगातार धूम्रपान करते रहने से भी ऐसा होता है।
8). अपने आसपास साफ-सफाई ना रखने के कारण भी ऐसा होता है।
चेहरे के दानों को हटाने का घरेलू उपाय | chehre ke dano ko hatane ka Gharelu Upay
1). बेसन और दूध
अगर आप बेसन में कच्चा दूध मिलाकर उसका लेप तैयार करें और उसे नहाने से पहले लगाकर छोड़ दे तो आपको बहुत ही फायदा होगा और जल्द ही सारे दाने खत्म हो जांएगे।
2). एलोवेरा जेल
अगर अपने दानों में नियमित रूप से कुछ देर के लिए एलोवेरा जेल का उपयोग किया जाए और उसे ठंडे पानी से धो लिया जाए तो निश्चित रूप से फायदा होगा।
3). पानी
अक्सर ज्यादा पानी पीने की सलाह दी जाती है इससे कई प्रकार की समस्याएं दूर हो जाती है। इसी प्रकार से यदि आपको दानों की समस्या है, तो ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं इससे दाने ठीक हो जाएंगे।
4). मुल्तानी मिट्टी
इससे आपकी त्वचा खिली हुई और निखरी लगती है। आप अगर मुल्तानी मिट्टी के साथ चंदन पाउडर, गुलाब जल डालकर दानों में लगाएं तो जल्द ही आपको राहत मिलेगी।
5). कच्चा दूध और नींबू
अगर आप कच्चे दूध में नींबू ��ालकर चेहरे पर लगाएं इससे चेहरा साफ रहत��� है और दाने आने की गुंजाइश नहीं रहती है।
6). बेसन और हल्दी
अगर बेसन में थोड़ी हल्दी डालकर मिला लिया जाए और उसे नियमित रूप से चेहरे पर लगाया जाए इससे जल्द ही फायदा मिलता है।
7). बेकिंग सोडा
अगर आपको छोटे-छोटे दानों की समस्या हो, तो बेकिंग सोडा का इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर आप एक चम्मच बेकिंग सोडा में चार पांच बूंद पानी मिलाकर पेस्ट बना ले और उसे अपने दानों पर लगाएं तो निश्चित रूप से ही आपको फायदा होगा।
8). मक्के का आटा
अगर दाने पुराने ना हो, तो मक्के के आटे में चोकर मिलाकर स्क्रब की तरह लगाएं और इसे थोड़ी देर में निकाल दें। इसे नियमित रूप से करने से दाने धीरे-धीरे खत्म हो जाते हैं।
9). दही
अगर आप हफ्ते में दो या तीन बार ठंडी दही को अपने दानों पर लगाएं तो निश्चित रूप से आप को फायदा होगा। ऐसे में दही का सेवन करना भी फायदेमंद होगा।
छोटे बच्चों के चेहरे पर दाने | chote baccho ka chehra par dana
युवा वर्ग के लोगों में दानों की समस्या को देखा जाता है लेकिन छोटे बच्चों में भी यह समस्या आम हो गई है जिसमें शिशुओं के बाहरी त्वचा जैसे माथे, गाल, पलकों के पास दाने नजर आते हैं। ऐसा संभवत मां के गर्भ में होने वाली किसी कमी से होता है, जब बच्चों में भी हार्मोन के परिवर्तन देखे गए है। शुरू में तो यह समझ नहीं आता कि यह कैसे हो रहा है लेकिन एक बात याद रखना है कि इस समय भी पूरा ध्यान बच्चे पर ही देना होगा।
बच्चों के दानों को दूर करने के उपाय | baccho ke dano ko dur karne ke upay in hindi
बच्चे बहुत छोटे होते हैं और वे अपनी बात सही से बता भी नहीं पाते हैं। ऐसे में आपको ही अपने बच्चे का पूरा ख्याल रखना होगा ताकि दानों की समस्या बढ़ ना पाए।
1). लोशन से रखे दूर
लोशन का उपयोग बच्चों को पोषण देने में किया जाता है लेकिन कई बार लोशन बच्चों के लिए सही नहीं है। इनमें पाया जाने वाले केमिकल बच्चों को नुकसान पहुंचाते हैं, जिसके परिणाम स्वरुप दानों के रूप में भी हमें दिखाई देता है।
2). चेहरे को साफ रखें
थोड़ी देर में बच्चे के चेहरे को साफ करते रहे। नहाते समय गुनगुने पानी का उपयोग करें। अगर दाने हो गए हो, तो चेहरे में साबुन नहीं लगाएं।
3). दानों को रगड़े नहीं
अगर दाने हो ही गए हो, तो उन्हें रगड़े नहीं और ना ही दबाएं। ऐसा करने पर बच्चे को दर्द होगा और बच्चा आपको बता भी नहीं पाएगा।
4). डॉक्टर से ले सकते हैं सलाह
अगर दाने लगातार बढ़ रहे हो, तो किसी अच्छे डॉक्टर से सलाह भी ली जा सकती है।
पतले होने के घरेलू उपाय
दाने हो सकते हैं किसी एलर्जी के लक्षण | dane ho sakte hain kaise alarji ke lakshan
कई बार जब अचानक से छोटे छोटे लाल दाने दिखाई दे तो यह एक प्रकार की एलर्जी हो सकती है। ऐसा देखा जाता है कि कुछ लोगों को मसालेदार और तैलीय खाना खाने की आदत होती है उन्हें ऐसा खाना पसंद तो है पर साथ ही साथ म���ं दानों के भी शिकार हो जाते हैं। ऐसे में यह समझने की जरूरत है कि मसालेदार खाने से भी एलर्जी हो सकती है इनसे दूर ही रहें।
इसी प्रकार के खानपान जैसे अंडे, मूंगफली, बैंगन से भी दाने एलर्जी के कारण आ सकते हैं। कई बार त्वचा लाल भी हो जाती है।
किसी कॉस्मेटिक प्रोडक्ट से भी एलर्जी संभव है आपको गौर करना होगा कि चेहरे पर दाने (chehre par dana) किस प्रोडक्ट की वजह से हो रहे हैं?
स्टीम का करें उपयोग
कई बार ऐसा भी होता है कि गर्मी की वजह से चेहरे के रोम छिद्र बंद हो जाते हैं और इसका सीधा असर आपके चेहरे पर होता है दाने के रूप में। ऐसे में अगर आप स्टीम का उपयोग करें तो बहुत ही फायदा होगा इससे रोम छिद्र खुल जाएंगे और अपने आप दाने ठीक भी हो जाएंगे। इसे आप बड़ी ही आसानी से कर सकते हैं और सप्ताह में दो या तीन बार इसे जरूर आजमाएं और एक नया फर्क देखें।
चीनी के स्क्रब से उठाएं फायदा
अगर होने वाले दाने आपको परेशान कर रहे हैं, तो ऐसे में चीनी का स्क्रब आपके लिए बहुत ही फायदेमंद है। इसके लिए चीनी को दरदरी पीस लें उसमें तीन चार बूंद नीबू के रस की डाल दें। उसे होने वाले दाने में स्क्रब करें इससे आपको फायदा होगा। सप्ताह में दो बार इसे आजमा कर किसी भी दाने की समस्या से दूर हो सकते हैं। इस घरेलू उपाय को जरूर आजमा कर देखें।
पपीता भी है फायदेमंद
पपीता में ऐसे गुण पाए जाते हैं, जो शरीर को पोषण देने में सहयोग करते हैं। इसमें एंटीबैक्टीरियल गुण भी है, जो चेहरे के लिए फायदेमंद है। इसके लिए पके हुए पपीते से दानों के ऊपर हल्के हाथों से मसाज करें तो आपको दानों से छुटकारा मिल सकता है। इससे चेहरे को साफ और चमकीला बनाया जा सकता है।
गर्मियों में रखें खास ख्याल
गर्मियों के मौसम में खुद का ख्याल रखना बहुत ही जरूरी हो जाता है। गर्मियों में तैलीय ग्रंथियां बहुत ज्यादा विकसित हो जाती हैं और त्वचा तैलीय होकर दाने निकल आते हैं। ऐसे मे समय-समय पर त्वचा को धोते रहें। ऐसे किसी भी क्रीम का इस्तेमाल ना करें जिससे त्वचा तैलीय होती हो। क्लींजिंग मिल्क से त्वचा को साफ रखने की कोशिश करें और इस समस्या से दूर रहें।
गर्भावस्था में भी रखें ख्याल
गर्भावस्था के होने पर कई सारे ऐसे लक्षण दिखाई देते हैं, जो हार्मोन के कारण होते हैं। उनमें से एक हैं दानों की समस्या। कुछ महिलाओं में हार्मोन बदलाव का स्तर बढ़ जाने के कारण दाने देखे जा सकते हैं। यह बिल्कुल ही सामान्य क्रिया है और घबराने की कोई जरूरत नहीं है। जैसे जैसे समय बढ़ता है ये दाने खुद ही खत्म हो जाते हैं। ऐसे समय में सही खान-पान ले और अपना ख्याल रखें।
चेहरे के दानों से बचने के सार्थक उपाय
1). सबसे पहले आप तमाम फास्ट फूड और मसालेदार खाना छोड़ ही दें।
2). ऐसे समय में चेहरे में अलग-अलग प्रोडक्ट का इस्तेमाल ना करें इससे परेशानी बढ़ सकती है।
3). ज्यादा से ज्यादा पानी पिए। साथ ही ताजे फलों का सेवन करें। चाहे तो घर में ही जूस निकाला जा सकता है।
4). ज्यादा तनाव लेने से बचें।
5). अपने चेहरे को प्रदूषण से बचाएं। जब भी बाहर जाए तो पूरे चेहरे को ढक कर ही जाएं।
6). पूरी नींद ले। रात में देर तक न जागे और ना ही देर से उठे।
7). अगर दाने आ गए हो, तो उन्हें फोड़ने की कोशिश ना करें। इससे समस्या बढ़ जाएगी और दाग भी रह जाएगा।
8). दानों को बार-बार हाथ न लगाएं इससे वे जल्दी ठीक नहीं हो पाएंगे।
निष्कर्ष
चेहरे में दाने (chehre main dano) होना हर आयु वर्ग के लोगों में देखा जाता है, जो ज्यादा चिंता की बात नहीं है फिर भी लोग इस बारे में ज्यादा सोचते हैं। यह प्रक्रिया ज्यादातर हार्मोन के असंतुलन के कारण होती है, जो समय के साथ ठीक भी हो जाती है।
ऐसे में खुद का ध्यान रखें और किसी को भी हीन भावना से ना देखें। बताए गए घरेलू उपाय आपके लिए गुणकारी होंगे इन्हें जरूर आजमाएं। इन्हें करना आसान है जिनमें से ज्यादातर चीजें उपलब्ध हो जाती हैं।
किसी समस्या से जिंदगी रुक नहीं सकती। हर समस्या का समाधान मिल सकता है। ऐसे में धैर्य रखें और खुश रहे।
Source : http://www.ghareluayurvedicupay.com/chehre-par-dano-ka-ilaj/
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gokul2181 · 4 years
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Use fresh spinach leaves to make red or pink color, green color made from beetroot | चुकंदर से बनाए लाल या गुलाबी कलर, हरा कलर बनाने के लिए पालक के ताजा पत्तों का करें इस्तेमाल
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Use fresh spinach leaves to make red or pink color, green color made from beetroot | चुकंदर से बनाए लाल या गुलाबी कलर, हरा कलर बनाने के लिए पालक के ताजा पत्तों का करें इस्तेमाल
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रजनी अरोड़ाएक घंटा पहले
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कई ऐसे व्यंजन हैं जिन्हें अलग-अलग रंगों में बनाना चाहते हैं, लेकिन फूड कलर का इस्तेमाल नहीं करना चाहते। कुछ प्राकृतिक फूड कलर घर पर ही बना सकते हैं। फल-सब्ज़ियों से घर पर ही तैयार फूड कलर सिंथेटिक फूड कलर के मुक़ाबले बहुत बेहतर होते हैं और स्वास्थ्य के लिहाज़ से सुरक्षित भी।
रंग दो तरह से तैयार कर सकते हैं, पहला तरल और दूसरा पाउडर के रूप में। इन्हें ग्रेवी, स्क्वैश, केक, पेस्ट्रीज़, कुकीज़, आइसक्रीम, स्मूदीज़, जलेबी, पास्ता, चावल, मैकरोनी, मीठे व्यंजन, मठरी-नमकीन आदि में डाल सकते हैं। तरल रंगों को कम मात्रा में बनाकर लगभग 15 दिन से एक महीने तक फ्रिज में स्टोर कर सकते हैं और पाउडर को 2-3 महीने तक। जब पाउडर रंग का इस्तेमाल करना हो तो उसे थोड़े-से गुनगुने पानी में घोलकर मिलाएं और उपयोग करें।
नारंगी फूड कलर
तरल
नारंगी गाजर को छील लें और थोड़े-से पानी के साथ मिक्सी में बारीक पीस लें। फिर इसका गूदा छलनी से छानकर रस अलग कर लें। इस रस को 2 कप पानी के साथ तब तक उबालें, जब तक ये आधा न रह जाए। इसे ठंडा करके फ्रिज में स्टोर करें।
पाउडर
नारंगी गाजर को पतला-पतला काटकर धूप या माइक्रोवेव में सुखा लें। जब इसमें बिल्कुल नमी न बचे, तो बारीक पीस लें। फिर छलनी से छानकर बारीक पाउडर निकाल लें।
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लाल या गुलाबी रंग
तरल
चुकंदर को पानी के साथ मध्यम आंच पर इतना उबालें कि चुकंदर गल जाए। इसे चम्मच से मसल लें और इसका रस छान लें। थोड़ा-सा चुकंदर का रंग डालने पर गुलाबी रंग मिलेगा और थोड़ा ज़्यादा डालने पर लाल रंग।
पाउडर
चुकंदर छीलकर कद्दूकस कर लें या पतला काट लें। प्लेट में फैलाकर छांव या माइक्रोवेव में सुखाएं। कड़क होने पर पीसकर पाउडर बना लें।
पीला रंग
तरल
क़रीब 1-2 चम्मच हल्दी को 2 कप पानी के साथ तब कर उबालें, जब तक पानी आधा न रह जाए। इसे ठंडा करके फ्रिज में स्टोर करें। अगर डिज़र्ट जैसे कप केक के लिए रंग बना रही हैं, तो इसे 1/3 कप शक्कर के साथ उबालें।
पाउडर
सूखे पीले रंग के लिए हल्दी पाउडर सबसे अच्छा विकल्प है। इसके अलावा झटपट रंग तैयार करने के लिए थोड़े-से गुनगुने पानी में केसर की 12-15 पत्तियां 20 मिनट भिगोकर रखें। छानकर चटक पीला रंग तैयार होगा।
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हरा रंग
तरल
कड़ाही में पालक के कटे पत्ते और थोड़ा-सा पानी डालकर 4-5 मिनट पकाएं। जब पालक गल जाए तो इसे मिक्सर में पीसकर छान लें। हरा रंग तैयार है। चाहें तो रस में थोड़ा पानी मिलाकर मिश्रण आधा होने तक पकाएं।
पाउडर
पालक, बथुआ, हरे धनिए के पत्तों को धोकर हवा में सुखाएं। फिर इन पत्तियों को माइक्रोवेव में सुखाकर बारीक पीसें। धूप में सुखाने से इनका रंग हल्का पड़ सकता है।
पर्पल और नीला रंग
ब्लू बैरीज़ को पानी में इतना पकाएं कि मिश्रण पककर आधा हो जाए। फिर इसका गूदा मसलकर रस छान लें और फ्रिज में स्टोर करें। वहीं 1/2 कटोरी पर्पल कलर में 1/4 बड़ा चम्मच बेकिंग सोडा मिलाने से नीला रंग तैयार हो जाएगा।
नोट
तरल रंग बनाते वक़्त फल और सब्ज़ियों का रस निकालकर पानी के साथ धीमी आंच पर इतना पकाएं कि ये पककर आधा रह जाए। इस तरह तैयार करने से रंग जल्दी खराब नहीं होगा।
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