#बिभति
Explore tagged Tumblr posts
govindnager · 1 year ago
Text
Tumblr media
0 notes
sannod470 · 6 months ago
Text
Tumblr media
गीताजी अध्याय 15 श्लोक 17
"उत्तमः, पुरुषः, तु, अन्यः, परमात्मा, इति, उदाहृतः, यः, लोकत्रायम् आविश्य, बिभति, अव्ययः, ईश्वरः ।।
भगवद्ग
चार्य: आंतरराष्ट्रीय कृष्णकृपामुर्ती श्री श्रीमद् ए.सी.
पूर्ण परमात्मा, क्षर पुरुष और अक्षर पुरुष के अलावा कोई और है, जो तीनों लोकों में प्रवेश करके, सभी का भरण-पोषण करता है। उसे शाश्व�� पूर्ण परमात्मा (अविनाशी सर्वोच्च भगवान) कहा जाता है।“
1 note · View note
nishamittal · 6 months ago
Text
Tumblr media
गीताजी अध्याय 15 श्लोक 17
"उत्तमः, पुरु��ः, तु, अन्यः, परमात्मा, इति, उदाहृतः, यः, लोकत्रायम् आविश्य, बिभति, अव्ययः, ईश्वरः ।।
Tattvadarshi Sant Rampal Ji
0 notes
transparentdestinypaper · 6 months ago
Text
#ये_है_गीता_का_ज्ञान गीताजी अध्याय 15 श्लोक 17
"उत्तमः, पुरुषः, तु, अन्यः, परमात्मा, इति, उदाहृतः, यः, लोकत्रायम् आविश्य, बिभति, अव्ययः, ईश्वरः ।
पूर्ण परमात्मा,क्षर पुरुष और अक्षर पुरुष के अलावा कोई और है, जो तीनों लोकों में प्रवेश करके, सभी का भरण-पोषण करता है।
Tatavdarsi Sant Rampal Ji
Tumblr media
0 notes
yogendradas-blog · 6 months ago
Text
Tumblr media
गीताजी अध्याय 15 श्लोक 17
"उत्तमः, पुरुषः, तु, अन्यः, परमात्मा, इति, उदाहृतः,
यः, लोकत्रायम् आविश्य, बिभति, अव्ययः, ईश्वरः।।
पूर्ण परमात्मा, क्षर पुरुष और अक्षर पुरुष के अलावा कोई और है, जो तीनों लोकों में प्रवेश करके, सभी का भरण-पोषण करता है। उसे शाश्वत पूर्ण परमात्मा (अविनाशी सर्वोच्च भगवान) कहा जाता है।“
#गीता_प्रभुदत्त_ज्ञान_है
#Hindu #Hindustan #Hinduism #HinduRashtra #sanatani #sanatandharma
#SantRampalJiMaharaj #SantRampalJiQuotes
#BhagavadGita #scriptures #gita #vedas
💁🏻📚जानने के लिए हिन्दू साहेबान! नहीं समझे गीता, वेद, पुर��ण पुस्तक को Sant Rampal Ji Maharaj App से डाउनलोड करके पढ़ें।
0 notes
rakeshbhatt22 · 6 months ago
Text
Tumblr media
गीताजी अध्याय 15 श्लोक 17
"उत्तमः, पुरुषः, तु, अन्यः, परमात्मा, इति, उदाहृतः,
यः, लोकत्रायम् आविश्य, बिभति, अव्ययः, ईश्वरः।।
पूर्ण परमात्मा, क्षर पुरुष और अक्षर पुरुष के अलावा कोई और है, जो तीनों लोकों में प्रवेश करके, सभी का भरण-पोषण करता है। उसे शाश्वत पूर्ण परमात्मा (अविनाशी सर्वोच्च भगवान) कहा जाता है।“
#गीता_प्रभुदत्त_ज्ञान_है
#Hindu #Hindustan #Hinduism #HinduRashtra #sanatani #sanatandharma
#SantRampalJiMaharaj #SantRampalJiQuotes
#BhagavadGita #scriptures #gita #vedas
💁🏻📚जानने के लिए हिन्दू साहेबान! नहीं समझे गीता, वेद, पुराण पुस्तक को Sant Rampal Ji Maharaj App से डाउनलोड करके पढ़ें।
0 notes
bhartiswami · 10 months ago
Text
#GodMorningTuesday
अध्याय 15 श्लोक 17
उत्तमः पुरुषः तु अन्यः परमात्मा इति उदाहृतः
यः लोकत्र्यम् आविश्य बिभति अव्ययः ईश्वरः
हालाँकि,सर्वोत्तम परमात्मा तो कोई और है जो तीनों लोकों में प्रवेश करके
सभी का पालन-पोषण करते हैं और उसे अमर परम ईश्वर कहते है
Tumblr media
0 notes
jagdishgarg · 10 months ago
Text
Tumblr media
अध्याय15श्लोक 17
उत्तमः पुरुषःतु अन्यःपरमात्मा इति उदाहृतः।
यः लोकत्र्यम् आविश्य बिभति अव्ययः ईश्वरः
हालाँकि, सर्वोत्तम परमात्मा तो कोई और है जो तीनों लोकों में प्रवेश करके सभी का पालन-पोषण करते हैं और उसे अमर परम ईश्वर कहते हैं।
0 notes
manojsihag9 · 10 months ago
Text
Tumblr media
#GodNightTuesday
#सत_भक्ति_संदेश़
अध्याय 15 श्लोक 17
उत्तमः पुरुषः तु अन्यः परमात्मा इति उदाहृतः । यः लोकत्र्यम् आविश्य बिभति अव्ययः ईश्वरः ।। हालाँकि, सर्वोत्तम परमात्मा तो कोई और है जो तीनों लोकों में प्रवेश करके सभी का पालन-पोषण करते हैं और उसे अमर परम ईश्वर कहते हैं।
0 notes
santrampalsblog · 2 years ago
Text
#GodMorningThursday
गीता ज्ञान दाता
अपने से अन्य किस भगवान को उत्तम पुरुष कह रहा है ?
अध्याय 15, श्लोक 17
उत्तमः, पुरुषः, तु, अन्यः, परमात्मा, इति, उदाहृतः, यः, लोकत्रायम् आविश्य, बिभति, अव्ययः, ईश्वरः ।
Tumblr media
0 notes
virenderyadav · 2 years ago
Text
#GodMorningThursday
गीता ज्ञान दाता
अपने से अन्य किस भगवान को उत्तम पुरुष कह रहा है ?
अध्याय 15, श्लोक 17
उत्तमः, पुरुषः, तु, अन्यः, परमात्मा, इति, उदाहृतः, यः, लोकत्रायम् आविश्य, बिभति, अव्ययः, ईश्वरः
Tumblr media
1 note · View note
jayshankars-blog · 2 years ago
Text
#GodMorningThursday
गीता ज्ञान दाता
अपने से अन्य किस भगवान को उत्तम पुरुष कह रहा है ?
अध्याय 15, श्लोक 17
उत्तमः, पुरुषः, तु, अन्यः, परमात्मा, इति, उदाहृतः, यः, लोकत्रायम् आविश्य, बिभति, अव्ययः, ईश्वरः ।
0 notes
balbirdas · 2 years ago
Text
Tumblr media
#GodMorningThursday
गीता ज्ञान दाता
अपने से अन्य किस भगवान को उत्तम पुरुष कह रहा है ?
अध्याय 15, श्लोक 17
उत्तमः, पुरुषः, तु, अन्यः, परमात्मा, इति, उदाहृतः, यः, लोकत्रायम् आविश्य, बिभति, अव्ययः, ईश्वरः ।
1 note · View note
rameshkumarrw · 2 years ago
Text
Tumblr media
#GodMorningThursday
गीता ज्ञान दाता
अपने से अन्य किस भगवान को उत्तम पुरुष कह रहा है ?
अध्याय 15, श्लोक 17
उत्तमः, पुरुषः, तु, अन्यः, परमात्मा, इति, उदाहृतः, यः, लोकत्रायम् आविश्य, बिभति, अव्ययः, ईश्वरः ।
0 notes
profoundruinsnightmare · 2 years ago
Text
Tumblr media
#GodMorningThursday
गीता ज्ञान दाता
अपने से अन्य किस भगवान को उत्तम पुरुष कह रहा है ?
अध्याय 15, श्लोक 17
उत्तमः, पुरुषः, तु, अन्यः, परमात्मा, इति, उदाहृतः, यः, लोकत्रायम् आविश्य, बिभति, अव्ययः, ईश्वरः ।
1 note · View note
sorabhdass · 2 years ago
Text
#GodMorningThursday
गीता ज्ञान दाता
अपने से अन्य किस भगवान को उत्तम पुरुष कह रहा है ?
अध्याय 15, श्लोक 17
उत्तमः, पुरुषः, तु, अन्यः, परमात्मा, इति, उदाहृतः, यः, लोकत्रायम् आविश्य, बिभति, अव्ययः, ईश्वरः ।
Tumblr media
0 notes