अवैध बालू से लदी नाव गंगा घार में डूबी, छह लापता, तलाश जारी
अवैध बालू से लदी नाव गंगा घार में डूबी, छह लापता, तलाश जारी
पटना। जिले के मनेर थाना क्षेत्र स्थित महावीर टोला के गंगा घाट पर शुक्रवार की सुबह अवैध बालू से लदी नाव डूब गई। बताया गया कि नाव में 12 से अधिक लोग सवार थे। इसमें छह लोग लापता थे। शेष को स्थानीय लोगो की मदद से सुरक्षित निकाल लिया गया है। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की टीम पहुंची। पुलिस और एनडीआरएफ की टीम की मदद से लापता लोगो की तलाश जारी है।प्रारंभिक सूचना के…
कैथल के गाँव बालू के स्कूलों को लेकर हाई कोर्ट की हरियाणा सरकार को फटकार : कहा सरकार शिक्षा को लेकर संवेदनहीन।
कैथल के गाँव बालू के स्कूलों को लेकर हाई कोर्ट की हरियाणा सरकार को फटकार
कहा सरकार शिक्षा को लेकर संवेदनहीन।
कैथल (अटल हिन्द /राजकुमार अग्रवाल )सोमवार को एक याचिका की सुनवाई के दौरान पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट ने सख्त रुख अपनाते हुए हरियाणा सरकारी शिक्षा विभाग को फटकार लगाई है। मामला हरियाणा के कैथल जिले के बालू गाँव का है जहां के स्कूली बच्चों ने अपने वकील प्रदीप रापड़िया के माध्यम से हाई…
Both these words come from Sanskrit. बालू comes from वालुका meaning sand, gravel, and भालू from भल्लूक which literally means little bear as -क is a diminutive suffix in Sanskrit.
A synonym for बालू is the feminine noun रेत, which also comes from Sanskrit. This pair is an excellent example of why it is helpful to learn synonyms for Hindi words.
According to Google Search, रेत का किला is more common for a sandcastle than बालू का किला but both are used.
For quicksand, चोर बालू is only slightly more common than चोर रेत.
बलुआ पत्थर is much more common for sandstone than रेतीला पत्थर which also exist.
Oh, and I can't help mentioning how my mind was blown when I realised for the first time that Baloo from The Jungle Book is literally Bear.
श्री कृष्ण जी की नगरी द्वारिका पूरी तरह समुद्र में डूब गई थी। श्री कृष्ण जी के पैर के तलुए में शिकारी ने धोखे से विषाक्त तीर मारा था, जिससे उनकी मृत्यु हो गयी थी। द्वारिका से बाहर गढ्ढा खोदकर वहां उनका अंतिम संस्कार किया। वहां वर्तमान में द्वारिकाधीश मंदिर बना है। वि. सं. 1505 ( सन् 1448 ) में परमेश्वर कबीर साहेब जी द्वारिका गए वहां समुद्र के किनारे जहां गोमती नदी सागर में आकर मिलती थी, उसके पास एक बालू रेत के टीले ( कोठा ) पर बैठकर श्रद्धालुओं क�� तत्वज्ञान सुनाते थे। सन् 1448 सें आज तक उस टीले को समुद्र की लहरों, ज्वारभाटे ने छुआ भी नहीं। यह कबीर कोठा द्वारिकाधीश के मंदिर के बगल में है
कबीर परमेश्वर जी वि.सं.1505 (सन् 1448) में द्वारिका गए। समुद्र के किनारे जहां गोमती नदी समुद्र में मिलती है। उसके पास बालू रेत के टीले पर बैठकर आने वाले श्रद्धालुओं को तत्वज्ञान सुनाकर उपदेश देते थे। उस स्थान पर गोलाकार चबूतरा (कोठा) बना रखा है।
इसके पहले मैंने कभी समुद्र नहीं देखा था। इस विशालकाय समंदर को, जिसकी न कोई शुरुआत है न कोई अंत है, उसे अपनी इन बाल-सुलभ आँखों से देखकर मैं निशब्द था। बालू में चहलकदमी करते हुए और आती हुईं लहरों के कोलाहल को सुनते हुए मैं सब कुछ भूल चुका था, अपनी सारी परेशानियाँ, सारी दुखद स्मृतियाँ, सारी अभिलाषाएँ! इन सारे राग द्वेष से मुक्त, मैं समुद्र के साथ एकीकृत हो चुका था, मानो उसमें विलीन हो गया हूँ, खो चुका था उस क्षण में! काश समय वहीं थम जाता ! काश मुझे असलियत में वापस न आना होता !
कबीर परमेश्वर जी वि.सं. 1505 (सन 1448) में द्वारिका गए । समुद्र के किनारे जहां गोमती नदी समुद्र में मिलती है।
उसके पास बालू रेत के टीले पर बैठकर आने वाले श्रद्धालुओं को तत्वज्ञान सुनाकर उपदेश देते थे। उस स्थान पर गोलाकार चबूतरा (कोठा) बना रखा है।
जो आज भी प्रमाण के तौर पर विद्यमान है। कहा जाता है कि आज तक समुद्र की लहरों ने छुआ भी नहीं। समुद्र में ज्वार भाटा आता है लेकिन फिर भी लहरें उस तरफ नहीं जाती
अधिक जानकारी के लिए पढ़ें पुस्तक सत ग्रंथों के आधार पर ज्ञान गंगा
वि. सं. 1505 ( सन् 1448 ) में परमेश्वर कबीर साहेब जी द्वारिका गए वहां समुद्र के किनारे जहां गोमती नदी सागर में आकर मिलती थी, उसके पास एक बालू रेत के टीले ( कोठा ) पर बैठकर श्रद्धालुओं को तत्वज्ञान सुनाते थे। सन् 1448 सें आज तक उस टीले को समुद्र की लहरों, ज्वारभाटे ने छुआ भी नहीं। यह कबीर कोठा द्वारिकाधीश के मंदिर के बगल में है।
बालू तस्करों पर खनन टास्क फोर्स ने कसी नकेल, बालू लदा तीन ट्रैक्टर जप्त
बालू तस्करों पर खनन टास्क फोर्स ने कसी नकेल, बालू लदा तीन ट्रैक्टर जप्त
चतरा। जिला खनन टास्क फोर्स की टीम ने शुक्रवार को बालू तस्करों के विरुद्ध छापामारी अभियान चला अवैध बालू तस्करी में लगे तीन ट्रैक्टरों को जप्त किया है। जिला खनन पदाधिकारी गोपाल दास, अनुमंडल पदाधिकारी मुमताज अंसारी और एसडीपीओ अविनाश कुमार के संयुक्त नेतृत्व में चलाए गए स्पेशल अभियान के दौरान चालक और मजदूर समेत सभी तस्कर मौके से भाग निकले। जिसके बाद टीम ने सभी जप्त ट्रैक्टरों को जप्त कर लिया।
जप्त…
🍃कबीर परमेश्वर जी वि.सं.1505 (सन् 1448) में द्वारिका गए। समुद्र के किनारे जहां गोमती नदी समुद्र में मिलती है। उसके पास बालू रेत के टीले पर बैठकर आने वाले श्रद्धालुओं को तत्वज्ञान सुनाकर उपदेश देते थे। उस स्थान पर गोलाकार चबूतरा (कोठा) बना रखा है। जो आज भी प्रमाण के तौर पर विद्यमान है। कहा जाता है कि आज तक समुद्र की लहरों ने छुआ भी नहीं। समुद्र में ज्वार भाटा आता है लेकिन फिर भी लहरें उस तरफ नहीं जाती।
कबीर परमेश्वर जी वि.सं.1505 (सन् 1448) में द्वारिका गए। समुद्र के किनारे जहां गोमती नदी समुद्र में मिलती है। उसके पास बालू रेत के टीले पर बैठकर आने वाले श्रद्धालुओं को तत्वज्ञान सुनाकर उपदेश देते थे। उस स्थान पर गोलाकार चबूतरा (कोठा) बना रखा है। जो आज भी प्रमाण के तौर पर विद्यमान है। कहा जाता है कि आज तक समुद्र की लहरों ने छुआ भी नहीं। समुद्र में ज्वार भाटा आता है लेकिन फिर भी लहरें उस तरफ नहीं जाती।
श्री कृष्ण जी की नगरी द्वारिका पूरी तरह समुद्र में डूब गई थी । श्री कृष्ण जी के पैर के तलुए में शिकारी ने विषाक्त तीर मारकर वध किया। द्वारिका से बाहर गढ्ढा खोदकर वहां उनका अंतिम संस्कार किया वहां वर्तमान में द्वारिकाधीश मंदिर बना है । वि. सं. 1505 ( सन् 1448 ) में कबीर साहेब द्वारिका गए वहां समुद्र के किनारे जहां गोमती नदी सागर में आकर मिलती थी, उसके पास एक बालू रेत के टीले ( कोठा ) पर बैठकर श्रद्धालुओं को तत्वज्ञान सुनाते थे। सन् 1448 सें आज तक उस टीले को समुद्र की लहरों, ज्वारभाटे ने छुआ भी नहीं । यह कबीर कोठा द्वारिकाधीश के मंदिर के बगल में है।
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खेलने की जगह - play area (feminine)
खेल का मैदान - playground (masculine)
बग़ीचा, पार्क - park (masculine)
मनोरंजन पार्क - amusement park (masculine)
अड़ोस-पड़ोस, मोहल्ला - neighborhood (masculine)
आंगन - yard (masculine)
बचपन - childhood (masculine)
बाल विकास - child development (masculine)
रचनात्मकता - creativity (feminine)
कल्पना - imagination (feminine)
At the Playground
खेल के मैदान उपकरण - playground equipment (masculine)
* this equipment can be रोमांचक (exciting), आकर्षक (interesting, attractive) and चुनौतीपूर्ण (challenging) for children.
झूमा-झूमी - teeter-totter, seesaw (feminine)
झूमना - to sway, rock, wave (intransitive)
झूला - swing (masculine)
झूलना - to swing (intransitive)
चढ़ाई फ्रेम - climbing frame, jungle gym (masculine)
स्लाइड - slide (masculine)
* a slide can be सीधा (straight), लहरदार (wavy) or सर्पिल (spiral).
* पानी की स्लाइड - water slide
सीढ़ी - ladder (feminine)
सीढ़ियाँ - stairs (feminine)
स्लाइड के शीर्ष पर चढ़ना - to climb to the top of the slide (intransitive)
ढलान - chute of a slide (feminine)
ढलान को नीचे स्लाइड करना - to slide down the chute (feminine)
स्लाइड पर खेलना - to play on a slide (transitive)
खेलने का घर - play house (masculine)
रेत, बालू - sand (feminine)
रेत के खिलौने - sand toys (masculine)
खोदना - to dig (transitive)
बाल्टी - bucket (feminine)
फ़ावड़ा - spade, shovel (masculine)
रेत का महल - sand castle (masculine)
रेत का महल बनाना / खड़ा करना - to make a sand castle (transitive)
पतंग - kite (masculine)
पतंग उड़ाना - to fly a kite (transitive)
हिंडोला - carousel, marry-go-around (masculine)
Toys
खिलौना - toy (masculine)
* toys are often made of लकड़ी (wood) or प्लास्टिक (plastic).
गुड़िया - doll (feminine)
गुड़िया का मकान - doll's house (masculine)
खिलौना गाड़ी - toy car, also खिलौना कार (masculine)
से / के साथ खेलना - to play with [toys, dolls, cars...] (transitive)
आलीशान खिलौना - stuffed animal, plushie (masculine)
फ़रफ़री - pinwheel (feminine)
घूमना - to turn, rotate, go around (intransitive)
Games and Play
खेलना - to play (ambitransitive)
खेल - game, play (masculine)
* a game or play can be संवादात्मक (interactive), संरचित (structured) or सहज (spontaneous).
* घर के अंदर खेले जाने वाला खेल - indoor game
* बहिर्कक्ष खेल, मैदानी खेल - outdoor game
खेलने का साथी - play mate (masculine)
खेल-कूद - game, fun, sports (masculine)
पहेली - riddle, puzzle (feminine)
खेल के नियम - rules of the game (masculine)
नियमों में बदलाव करना - to change the rules (transitive)
खिलाड़ी - player (masculine)
लुकाछिपी, छुआ-छुऔवल - hide and seek (feminine)
खुद को छुपाना - to hide oneself (transitive), also छुपना (intransitive)
खोजी, खोजनेवाला, ढूँढ़नेवाला - seeker (adjective)
ढूंढ़ना, खोजना - to seek, find (transitive)
अपनी आखें बंद करना - to close one's eyes (transitive)
दस/तीस तक गिनना - to count to ten/thirty (transitive)
तैयार हो या न हो, मैं आ रहा हूँ! - Ready or not, here I come!
गेंद - ball (masculine)
गोल - goal (masculine)
लात मारना - to kick (transitive)
दौड़ना, भागना - to run (intransitive)
Child-like Activities
मज़े / मस्ती करना - to have fun, play (transitive)
मज़ेदार - fun (adjective)
हँसना - to laugh (intransitive)
हाथ में हाथ डालकर चलना - to go hand in hand (intransitive)
बच्चों की कविता - nursery rhyme (feminine)
गाना - to sing (transitive)
ताली बजाना - to clap hands (transitive)
घेरा, गोल, गोला - circle (masculine)
गोल घेरे में खड़ा होना - to stand in a circle (intransitive)
गोला बनाकर बैठना - to sit in a circle (intransitive)
अपनी बारी का इंतजार करना - to wait one's turn (transitive)
कूदना - to jump, hop (intransitive)
रस्सी - rope (feminine)
रस्सी कूदना - to jump rope (transitive)
साइकिल - bicycle (feminine)
साइकिल चलाना - to drive a bicycle (transitive)
साइकिल की टोपी - helmet (feminine)
हाथ छोड़कर साइकिल चलाना - to drive a bike without hands (transitive)
साइकिल से गिर जाना - to fall off a bicycle (intransitive)
अवलोकन करना - to observe (transitive)
शरारत - prank, mischief (feminine)
धकेल देना - to push (transitive)
ठोकर खाना - to stumble (transitive)
गिरना - to fall (intransitive)
लड़ना, झगड़ा करना - to quarrel, fight (transitive)
रोना - to cry (intransitive)
माफी माँगना - to apologize (transitive)
श्री कृष्ण जी की नगरी द्वारिका पूरी तरह समुद्र में डूब गई थी। श्री कृष्ण जी के पैर के तलुए में शिकारी ने धोखे स�� विषाक्त तीर मारा था, जिससे उनकी मृत्यु हो गयी थी। द्वारिका से बाहर गढ्ढा खोदकर वहां उनका अंतिम संस्कार किया। वहां वर्तमान में द्वारिकाधीश मंदिर बना है। वि. सं. 1505 ( सन् 1448 ) में परमेश्वर कबीर साहेब जी द्वारिका गए वहां समुद्र के किनारे जहां गोमती नदी सागर में आकर मिलती थी, उसके पास एक बालू रेत के टीले ( कोठा ) पर बैठकर श्रद्धालुओं को तत्वज्ञान सुनाते थे। सन् 1448 सें आज तक उस टीले को समुद्र की लहरों, ज्वारभाटे ने छुआ भी नहीं। यह कबीर कोठा द्वारिकाधीश के मंदिर के बगल में है।
श्री कृष्ण जी की नगरी द्वारिका पूरी तरह समुद्र में डूब गई थी। श्री कृष्ण जी के पैर के तलुए में शिकारी ने धोखे से विषाक्त तीर मारा था, जिससे उनकी मृत्यु हो गयी थी। द्वारिका से बाहर गढ्ढा खोदकर वहां उनका अंतिम संस्कार किया। वहां वर्तमान में द्वारिकाधीश मंदिर बना है। वि. सं. 1505 ( सन् 1448 ) में परमेश्वर कबीर साहेब जी द्वारिका गए वहां समुद्र के किनारे जहां गोमती नदी सागर में आकर मिलती थी, उसके पास एक बालू रेत के टीले ( कोठा ) पर बैठकर श्रद्धालुओं को तत्वज्ञान सुनाते थे। सन् 1448 सें आज तक उस टीले को समुद्र की लहरों, ज्वारभाटे ने छुआ भी नहीं। यह कबीर कोठा द्वारिकाधीश के मंदिर के बगल में है।
कबीर परमेश्वर जी वि.सं.1505 (सन् 1448) में द्वारिका गए। समुद्र के किनारे जहां गोमती नदी समुद्र में मिलती है। उसके पास बालू रेत के टीले पर बैठकर आने वाले श्रद्धालुओं को तत्वज्ञान सुनाकर उपदेश देते थे। उस स्थान पर गोलाकार चबूतरा (कोठा) बना रखा है। जो आज भी प्रमाण के तौर पर विद्यमान है। कहा जाता है कि आज तक समुद्र की लहरों ने छुआ भी नहीं। समुद्र में ज्वार भाटा आता है लेकिन फिर भी लहरें उस तरफ नहीं जाती।