भरूवा बन्दुक पड्कीएर एक जनाको मृत्यु
म्यागङ गाउँपालिका-४ बस्ने ३२ वर्षीय पन्जा घलेको भरूवा बन्दुक पड्कीँदा शनिबार राति मृत्यु भएको छ ।
नुवाकोट – म्यागङ गाउँपालिका-४ बस्ने ३२ वर्षीय पन्जा घलेको भरूवा बन्दुक पड्कीँदा शनिबार राति मृत्यु भएको छ ।
सोही ठाउँस्थित किम्ताङ गङमरङ सामुदायिक वनमा घले र सोही ठाउँ बस्ने ३० वर्षीय अमृत तामाङ शिकार खेल्न हिँडेको अवस्थामा अमृत एक्कासि लड्दा लोड भएको भरुवा बन्दुक पड्किएर घलेलाई छातिमा छर्राले लाग्दा घलेको मृत्यु भएको हो ।
अमृतलाई १ थान भरूवा बन्दुकसहित प्रहरीले पक्राउ गरी घटना सम्बन्धमा थप…
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बाँकेमा युट्युबको भिडियो हेरेर बनाएको घरेलु बन्दुक पड्किँदा एक युवक घाइते
१६ वैशाख, बाँके : बाँकेमा युट्युबको भिडियो हेरेर आफैले बनाएको घरेलु बन्दुक आफैमाथि पड्किँदा एक युवक घाइते भएका छन् ।
घाईते हुनेमा, राप्तिसोनारी गाउँपालिका वडा नम्बर ५ चाचरफर्का बस्ने १६ वर्षीय सचिन थारू जिल्ला प्रहरी कार्यालय बाँकेले जनाएको छ। प्रहरीका अनुसार गए राति ११ बजेतिर थारू आफैंले बनाएको घरेलु हतियार पड्किएर घाइते भएका हुन्।
उनले युट्युबमा हेरी काठ र फलामबाट घरेलु कटुवा पेस्तोल जस्तो…
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Badmashi Shayari in Hindi | 101+ खतरनाक बदमाशी स्टेटस
दोस्तों, क्या आप हिंदी में Badmashi Shayari in Hindi की तलाश कर रहे हैं? अगर हां, तो आप सही जगह पर आए हैं। यहां, हम आकर्षक छवियों के साथ हिंदी में बदमाशी शायरी का बेहतरीन संग्रह प्रस्तुत करते हैं।.
हमें उम्मीद है कि आप सभी अच्छे हैं और भगवान श्री राम की कृपा से स्वस्थ हैं। हमारी शायरी संग्रह साइट पर आपका स्वागत है। आज के ऑनलाइन युग में, हर कोई अपनी प्रोफ़ाइल को अलग दिखाना चाहता है।.
इसलिए हम आपके लिए हिंदी में बदमाशी शायरी लेकर आए हैं। ये शायरी आपको अपनी ऑनलाइन प्रोफ़ाइल को वास्तव में आकर्षक बनाने के लिए सबसे अच्छे Attitude Status और शायरी खोजने में मदद करेंगी।.
इस युग में, यदि आप बहुत सरल हैं, तो आप किसी का ध्यान नहीं जा सकते हैं। हिंदी में हमारी Badmashi Shayari in Hindi आपको स्टाइलिश रहने और एक बयान देने में मदद करेगी।.
हमें विश्वास है कि आपको हमारी हिंदी में बदमाशी शायरी पसंद आएगी। यदि आपके पास कोई प्रश्न या सुझाव है, तो बेझिझक हमसे संपर्क करें। अपने दोस्तों और प्रियजनों के साथ इस बदमाशी स्टेटस को साझा करना न भूलें।.
हिंदी में हमारी बदमाशी Shayari पढ़ने का आनंद लें। आपका दिन मंगलमय हो। जय श्री राम!.
Badmashi Shayari In Hindi
अब ज़रा संभल के बात करना मुझसे, क्योंकि जो में था
मै रहा नहीं, और जो मैं हूँ वो तुम्हे पता नहीं!
किसी से जलना हमारी आदत नहीं हम खुद की
काबिलियत से लोगो को जलाते है!
सिर्फ जंगल छोड़ा है,
याद रखना शेर तो आज भी हम ही है!
कोई गैंग नहीं है मेरी पहचान, ऐसा है की हर गैंग
का आदमी इस चहरे को देख के सलाम ठोकता है!
मेरी औकात से ज्यादा बेटा मेरे नाम के चर्चे है और तेरी
उकात से ज्यादा तो मेरे सिगरेट के खर्चे है!
उनकी तो क्या इज्जत करना जिनकी
हरकत ही कुत्तो जैसी हो!
एक बात ना भूलना भाई,
किस्मत बदलेगी औकात नहीं!
जिन्हें आज तुम बदमाश मानते हो,
वो कभी चेले थे हमारे!
समझा दो उन समझदारो को की बदमाश की गली
मै आज भी दहशत हमारे नाम की ही है!
हाथ में खंजर ही नहीं आँखों में पानी भी चाहिए,
हमें दुश्मन भी थोड़ा बदमाश चाहिए!
यहाँ राज उसका चलता है जिसकी
हिम्मत उसकी ताकत से बड़ी है!
अगर भौकने से दम दिखाया ज़ाता,
तो आज कुत्ते भी शेर होते!
सुनो! अब भाड़ में जाओ तुम,
जिसका होना है हो जाओ तुम!
एक बात कहनी है दोगले
दम है तो रोक ले!
जिनकी नजरो में हम बुरे है,
वो अपनी आँखे डोनेट कर सकता है!
Badmashi Shayari 2 Line
पीठ पीछे कोई क्या भोंका है घंटा फर्क नहीं पड़ता,
सामने सालो का मुंह तक नहीं खुलता बस इतना ही काफी है!
जिगर वाले का डर से कोई वास्ता नहीं होता,
हम वहां भी कदम रखते है, जहां रास्ता नहीं होता!
खुदा सलामत रखे उन आँखों को,
इनमे आजकल हम चुभते बहुत है!
गुलाम हूँ अपने घर के संस्कारों का वरना,
तेरी औकात दिखाने का हुनर मै भी रखता हूँ!
आपसे कुछ कहना था पर बोला नहीं,
मेरी औकात तो यही है बस यही सच है!
उड़ने दो मिट्टी को आखिर कहाँ तक उड़ेगी,
हवाओं ने जब साथ छोड़ा तो जमीं पर ही गिरेगी!
दुनिया की भीड़ हो तुम्हे मुबारक,
हम अपना रास्ता खुद बनाते है!
खैरात में मिली हुई ख़ुशी हमें पसंद नहीं है,
क्योंकि हम गम में भी नवाब की तरह जीते है!
परख ना पाओगे ऐसी शख्सियत मेरी,
उन्ही के लिए बना हूँ जिनको है कदर मेरी!
शराफत की दुनिया का किस्सा ही ख़त्म,
अब जैसी दुनिया वैसे हम!
बन्दा खुद की नजर में सही होना चाहिए,
दुनिया तो भगवान से भी दुखी है!
लोग दिखावे के दीवाने है और हम है की
सच्चाई मुहँ पर बोल देते है!
हमारे जीने का तरिका थोड़ा अलग है,
हम उम्मीद पर नहीं अपनी जिद पर जीते है!
जित लो हर हम्हा बीत जाने से पहले,
लौट कर यादे आती है वक्त नहीं!
अब न ख़ुशी है, न ही कोई दर्द रुलाने वाला,
हम ने अपना लिया है हर रंग ज़माने वाला!
हर बात का साबुत माँगते हो,
प्यार करते हो तो फिर वकील क्यों बनते हो!
प्यार से बात की तो प्यार ही पाओगे,
अगर दुश्मनी मोल ली तो मारे जाओगे!
जहां से तुम्हारी बदमाशी ख़त्म हो जाती है,
वहा से हमारी बदमाशी शुरू होती है!
जितना मासूम चेहरा है जनाब,
उतनी ही खाराब खोपड़ी भी है!
हम जैसे सिरफिरे ही इतिहास रचते है,
समझदार तो केवल इतिहास पढ़ते है!
चाहने वाले हजार है मेरे ये दो चार
दुश्मनों से फर्क नहीं पड़ता मुझे!
औकात क्या होती है हम बताएंगे,
ज़रा वक्त आने दो सब को नचाएंगे!
न ही गाडी है न ही बुलेट और न ही कोई हथियार है,
सीने में मेरा जिगरा और दुसरे मेरे जिगरी यार है!
मेरी बदमाशी मेरी निशानी है,
आओ कभी हवेली पे अगर कोई परेशानी है!
हमारा शौक तो तलवार रखने का है,
बन्दुक क��� लिए तो बच्चे भी जिद करते है!
क्या कहाँ मेरा खौफ नहीं,
नशे में हो या जीने का शौक नहीं!
बड़े मतलबी निकले सभी,
जिनको यार बना के रखा था कभी!
राज तो हमारा हर जगह पे है, पसंद करने वालो के दिल में
और नापसंद करने वालों के दिमाग में!
हथियार तो बस शौक के लिए रखे है,
वरना खौफ फैलाने के लिए हमारा नाम ही काफी है!
डूब जाए आसानी से मै वो कश्ती नहीं,
मिटा सको तुम मुझे ये बात तुम्हारे बस की नहीं!
Badmashi Shayari Hindi
मौत से कह दो जब भी आए शराफत से आए,
हमारी अदालत में गुरुर दिखाने वालो को इंसाफ नहीं मिलता!
हमारी खामोशी की वजह मेरे माँ बाप है लाडले,
वरना जिगरा तो हम तुझे तेरे घर से उठाने का रखते है!
वो जिगर जिगर नहीं जिसमे दम नही,
अगर बेटा बदमाश तू है तो शरीफ हम नहीं!
कुछ सही तो कुछ खराब कहते है,
लोग हमें बिगड़ा हुआ नवाब कहते है!
अगर लड़ना हो तो मैदान में आना,
तलवार भी तेरी और गर्दन भी!
मौत आ जाए साली, पर जो नसीब में ना
हो उस पर दिल कभी ना आए!
मै अपने घर वालो की नहीं सुनता,
और तुम्हे लगता है मै तुम्हारी सुनूंगा!
जहां से तेरी बदमाशी ख़त्म होती है,
वहा से मेरी नवाबी शुरू होती है!
मै आदत नहीं शौक रखता हूँ,
अच्छे अच्छे को ब्लोक रखता हूँ!
पापा की परछाई, माँ का हीरो, दोस्तों की शान,
गर्लफ्रेंड की जान यही तो है हमारी पहचान!
बदमाशी तो बच्चे दिखाते है,
हम तो लोगो को उनकी औकात दिखाते है!
उखाड़ लो जो उखाड़ सकते हो,
घंटा फर्क नहीं पड़ता!
दो कौड़ी के लोग एक कौड़ी की औकात,
अब ये लेंगे पंगा अपने बाप के साथ!
खेलना और खिलाना दोनों आता है इसलिए
खेल ज़रा सोच समझ के खेलना मेरे साथ!
अपुन की हर दुश्मन से जंग है,
ऐसे ही थोड़ी अपनी बदमाशी दबंग है!
Attitude Badmashi Shayari
जो चाहिए वो मेहनत से कमाऊँगा,
मेरी माँ ने किसी की तरक्की पर जलना नहीं सिखाया!
सिरफिरा लड़का हूँ मै जरुरत पड़ने
पर हर किसी से भीड़ सकता हूँ!
सब लोग कहते है छोरा बड़ी अकड़ मे रहता है,
मेरे भाई बहुत मेहनत की है इस अकड़ को लाने में!
हाथ में खंजर ही नहीं आँखों में पानी भी चाहिए
हमें दुश्मन भी थोड़ा बदमाश चाहिए!
छिप कर वार करने वाले कायर होते है,
हम बदमाश है कायर नहीं!
तेरी यादो की बदमाशी
नींद को आँखों तक नहीं आने देती!
हमारी शराफत का फायदा उठाना बंद कर दो,
जिस दिन हम बदमाश हो गए क़यामत आ जायेगी!
बेटा माहौल का क्या है,
साला जब चाहे तब बदल देंगे!
हम बस वहा तक शरीफ है, जहां तक सामने
वाला अपनी औकात ना भूले!
कोई फर्क नहीं पड़ता हमें अब,
आप बदल जाओ या भाड़ में जाओ!
Badmashi Shayari Dosti
सुन बे लौंडे हम से पंगा और भरी
महफ़िल में दंगा दोनों खतरनाक है!
शेर खुद अपनी ताकत से राजा कहलाता है,
जंगल मै कभी चुनाव नहीं होते!
अभी तो हम बदले है साहब,
बदले तो अभी बाकी है!
हम अपना Attitude तो वक्त आने पर दिखाएंगे,
शहर तू खरीद, उस पर राज करके हम दिखाएँगे!
अभी उड़ने दो उन कबुतरो को जब हम आएँगे,
तो आसमान खुद ब खुद खाली हो जाएगा!
तुम्हारा Attitude तुम्हारे बाप को दिखाना इस बादशाह
को शिकार करना पसंद है शिकारी बनना नहीं!
अंदाज थोड़ा लग रखता हूँ शायद
इसलिए मै लोगो को गलत लगता हूँ!
लोग मेरी पीठ पीछे क्या कहते है इससे मुझे फर्क नहीं
पड़ता क्योंकि मै चुनोतियों से लड़ता हूँ सोच से नहीं!
अखबार वाला भी हजार बार सोच कर ये खबर
छापता है क्योंकि तेरे भाई से तो सारा शहर कापता है!
जितना शरीफ बनोगे दुनिया उतना सताएगी,
हरामी बनके जिओ दुनिया सलाम ठोक के जाएगी!
इनकार है जिन्हें आज मुझसे मेरा वक्त देखकर,
मै खुद को इतना काबिल बनाउंगा मिलेंगे मुझसे वक्त लेकर!
मेरी शराफत को तुम बुझदिली का नाम मत दो,
क्योंकि दबे ने जब तक घोड़ा तब तक बन्दुक भी खिलौना ही होता है!
नाम और पहचान चाहे छोटी हो पर
अपने दम पर होनी चाहिए!
लौट कर आया हूँ हिसाब कर के जाउंगा,
हर एक को उसकी औकात दिखा कर जाउंगा!
जब सामने वाला अपनी औकात भूल जाता है,
फिर में भी सराफत छोड़ देता हूँ!
Badmashi Status Shayari
बतमीजी दिखाने वाले को
मै झेलता नहीं सीधे पेलता हूँ!
हमसे दुश्मनी करोगे तो बेटा
अकाल मृत्यु मरोगे!
मौज मस्ती अपना काम है, जो इसे आवारगी
समझे उसे दूर से ही राम-राम है!
मत करो छेड़छाड़ मेरी ख़ामोशी से,
तुम पर बहुत भारी पडेगा!
जब दुश्मन पत्थर मारे तो उसका जवाब फुल से दो,
बस याद रखना की फुल उसकी कबर पर होना चाहिए!
तेरी अकड़ मै कुछ इस तरह से तोदुंगा,
यकीन मान कही का नहीं छोडूंगा!
ना पेशी होगी, न गवाह होगा,
अब जो भी हमसे उलझेगा बस सीधा तबाह होगा!
कुंडली में शनि, मन में मनी और हम से
दुश्मनी तीनो हानिकारक है!
बड़ी से बड़ी हस्ती मिट गई मुझे झुकाने में बेटा,
तू तो कोशिश भी मत करना तेरी उम्रे गुजर जायेगी मुझे गिराने में!
किसी बात का घमंड नहीं है बस
दोगलो में बैठना पसंद नहीं है!
डार्लिंग हम डर से नहीं,
सबकुछ कर के बैठे है!
तारीफ़ करो या बदनामी करो लेकिन
सालो मुहँ पर करो!
मुकाम वो चाहिए की जिस दिन हारू उस दिन
जितने वाले से ज्यादा चर्चे मेरी हार के हो!
हम उस मैदान के खिलाड़ी है जिसमे
तुम सिर्फ ताली बजा सकते हो!
खून में उबाल आज भी खानदानी है,
दुनिया हमारे शौक की नहीं Attitude की दीवानी है!
Badmashi Shayari In English
Wo Jigar Jigar Nahi Jis Mai Dum Nahi,
Or Sun Ladke Agar Tu Badmash Hai To Shareef Hum Bhi Nahi!
Sahi Waqt Par Karwa Denge Hadon Ka Ehsas,
Kuch Talaab Khud Ko Samundar Samajh Baithe Hai!
Jinke Maa Baap Hamein Bura Kehte Hai,
Unhone Shayad Farishte Ko Paida Kiya Hai!
Aaram Se Baith Kar Dekh Raha Hun,
Kal Ke Bachche Baap Ban Rahe Hai!
Bahot Khudgarz Banda Hoon Khushi Ho Ya Gum,
Kisi Ko Mehsoos Hone Nahi Deta!
Khud Se Kabhi Nahi Hara,
To Ye Duniya Kya Harayegi Mujhe!
Kaash Ki Hame Bhi Ye Kahtaa,
Daro Nahi Main Hun Na Tumhre Saath!
Jo Zahir Ho Jaye Wo Dard Kaisa,
Or Jo Samaj Na Sake Wo Hamdard Kaisa?
Raasto Ki Parwah Karooge Toh,
Manzil Bur Maan Jaayegi!
Ye Rabb Kabhi Girne Naa Dena
Na Kisi Ke Kadmo Me Na Kisi Ki Nazaro Me!
Chal Tu Apna Hunar Azma Kar Dekh,
Nikal Diya Dil Se Ab Jagah Bana Kar Dekh!
Waqt Aane Do Beta Jawaab Bhi Denge,
Hisaab Bhi Lenge Or Keh Ke Lenge!
Zindagi Apani Hai To Jine Kaa
Andaj Bhi Apna Hi Gona Chahie!
Chamache Kabhi Vafadar Nahi Hote Our,
Vafadar Kisi Ke Chamche Nahi Hote!
Tabaahi Ka Dour Hai Sahib,
Shanti Ki Ummid Hamse Naa Rakhiye!
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सुनसरीमा बन्दुकधारीले गरे लाखौंको लुटपाट
मोरङ, २१ चैत । सुनसरीमा बन्दुक पड्काउँदै पाँच लाखभन्दा बढी रूपैयाँ लुटपाट भएको छ। बुधबार दिउँसो करिब सवा २ बजे हरिनगरा गाउपालिका र ईनरूवा नगरपालिकाको सीमामा पर्ने नहर क्षेत्रमा बन्दुक पड्काएर लुटपाट भएको विराटनगरस्थित कोशी प्रदेश प्रहरी कार्यालय विराटनगरका प्रवक्ता प्रहरी उपरीक्षक दीपक पोखरेलले बताए।
उनका अनुसार हरिनगरा गाउँपालिका–२ का ३० वर्षीय आशिफ अन्सारीको साथमा रहेको ५ लाख ३५ हजार रूपैयाँ…
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थाना मांडवा पुलिस टीम पर हथियारां सहित जानलेवा हमला कर हथियार लूट लेने के मामले में मुख्य अभियुक्त रणिया गिरफ्तार
दिनांक 27.04.2023 को पुलिस थाना माण्डवा टीम द्वारा एचएस रणिया पिता देवा, एचएस झाला पिता रणीया की सकुनत पर धरपकड हेतु दबिश की कार्यवाही के दौरान टीम पर रणिया गैंग द्वारा द्वारा पिस्टल, टोपीदार बन्दुक, चाकू, लाठीयों एवं पत्थरों से जानलेवा हमला कर हथियार लूट लिये व पुलिस वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया था।
इस घटनाक्रम पर थाना मांडवा पर प्रकरण संख्या 35/2023 धारा 147-148-149-332-333-353-307-427-397-120बी भादंसं व 3,4,5/25 आर्म्स एक्ट व धारा 03 पीडीपीपी एक्ट में दर्ज कर अनुसंधान व मुल्जिमान की तलाश प्रारम्भ की गई।
प्रकरण की गंभीरता को देखते हुये जिला पुलिस अधीक्षक, उदयपुर
विकास शर्मा द्वारा मांडवा पुलिस टीम पर हथियारों सहित जानलेवा हमला कर हथियार लूट लेने वाले रणिया व गैंग केफरार वांछित अपराधियों की गिरफतारी हेतु विशेष अभियान चलाया जाकर टीमों का गठन किया गया।
जिस पर गठित टीम द्वारा आसूचना व तकनीकी सहयोग से प्रकरण में वांछित 25 हजार रूपये का ईनामी अभियुक्त रणिया पिता देवा निवासी छापरला पुलिस थाना मांडवा जिला उदयपुर को आज दिनांक 02.06.2023 को करनाल, वडगाव जिला बनासकांठा, गुजरात से गिरफ्तार किया गया।
प्रकरण में पूर्व में 06 अभियुक्तों को गिरफ्तार व एक बाल अपचारी को डीटेन किया जा चुका है।
अभियुक्त रणिया के विरुद्ध लुट, मारपीट, चोरी, डकैती, अवैध हथियार रखना, सरकारी कमर्चारी पर हमला, आदि सहित कुल 53 मामले पूर्व से दर्ज है।
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थाना मांडवा पुलिस टीम पर हथियारां सहित जानलेवा हमला कर हथियार लूट लेने के मामले में मुख्य अभियुक्त रणिया गिरफ्तार
दिनांक 27.04.2023 को पुलिस थाना माण्डवा टीम द्वारा एचएस रणिया पिता देवा, एचएस झाला पिता रणीया की सकुनत पर धरपकड हेतु दबिश की कार्यवाही के दौरान टीम पर रणिया गैंग द्वारा द्वारा पिस्टल, टोपीदार बन्दुक, चाकू, लाठीयों एवं पत्थरों से जानलेवा हमला कर हथियार लूट लिये व पुलिस वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया था।
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मालीमा दुई राष्ट्रसंघीय शान्ति सैनिक मारिए
मालीमा दुई राष्ट्रसंघीय शान्ति सैनिक मारिए
बामाको, २ पुस । संयुक्त राष्ट्रसंघले शुक्रबार उत्तरी मालीमा भएको बन्दुक आक्रमणमा एक महिलासहित दुई राष्ट्रसंघीय शान्ति सैनिकको मृत्यु भएको र चार जना घाइते भएको जनाएको छ ।
“अज्ञात बन्दुकधारीहरूले टिम्बक्टु शहरमा संयुक्त राष्ट्रसंघको प्रहरी गस्तीमा गोली चलाएको छ”, मालीमा संयुक्त राष्ट्रसंघ बहुआयामिक एकीकृत स्थिरता मिसनले विज्ञप्ति जारी गर्दै उल्लैक गरेको छ ।
प्रहरीले आक्रमणकारीहरूबाट “केही…
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नाइटक्लबमा आगलागी, १३ जनाको मृत्यु
नाइटक्लबमा आगलागी, १३ जनाको मृत्यु
एजेन्सी
मस्को, २० कात्तिक
रुसको कोस्ट्रोमा सहरको भिडभाडयुक्त नाइटक्लबमा बिहान आगलागी हुँदा १३ जनाको मृत्यु भएको अधिकारीहरूले बताएका छन् । एक व्यक्तिले छतमा फ्लेयर बन्दुक हानेपछि बार, रेस्टुरेन्ट र ठूलो डान्स फ्लोर भएको मनोरञ्जन स्थलमा स्थानीय समयअनुसार शनिबार दिउँसो २ बजे आगलागी भएको तास समाचार संस्थाले जनाएको छ ।
मस्कोबाट करिब ३०० किलोमिटर (१९० ��ाइल) उत्तरपूर्वमा पर्ने कोस्ट्रोमाका…
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मेरी आँखे अभी भी चरमोतकर्ष पर ना पहुँचने की वजह से बंद थी ,मेरा एक हाथ खुद की चूची को मसल रहा था , दुसरा हाथ, बुर के भगनासा पे सहला रहा था।
मैंने आवाज़ तो सुनी, लेकिन इससे पहले आँखें खोलूं और सम्भलूँ, अपने शरीर पर मैंने धड़ाम से एक पुरुष के शरीर को गिरते हुए महसूस किया , और फच्च से बिना किसी पूर्व चेतावनी के मेरी मदनरस से नहा चुकी बुर के छेद में आधा से अधिक लंड घुस चुका था।
सोते हुए और लापरवाह प्रहरी की करनी का फल सीमा की चौकी को भुगतना पड़ता है, मेरी चौकी में बन्दुक की संगीन घुस चुकी थी, और मुझे पता भी नहीं चला कि आक्रमण किस सैनिक द्वारा हुआ है?
मेरी चौकी पर इस अचानक हुए हमले के कारण मेरे मुंह से हच्च से आवाज़ निकल गयी।
लण्ड को बुर तो मिला जिससे बुर में मच रही खुजली को थोड़ी शान्ति मिली लेकिन , मन में स्वाभाविक प्रश्न उठा " ये कौन चित्रकार है, सॉरी , ये किसने किया बुर पे प्रहार है?"
आँखे खुलीं तो देख भी ना पायी क्युकी जिस सैनिकने मेरी चुनिया बुर में बन्दुक की संगीन घुसा दी थी वो मेरे कंधे में अपना मुंह गडा कर मेरे कन्धों को काटने लगा था।
मुझे गुदगुदी भी होने लगी थी , जो भी आक्रमणकारी था बड़ा कुशल चुदक्कड़ था। गीले खेत में बड़ी आसानी से धान की रोपाई हो जाती है , और मेरे खेत में तो बाढ़ आ चुकी था, तो बड़ी आसानी से धान रोपाई हो गयी।
फिर भी पता तो चले कौन है जो सीधा निशाना लगाकर खेत में झंडा गाड़ चुका था?
ये सब मात्र एक से दो सेकण्ड में हुआ , विजय सर की आवाज़ आयी " सुहेल? ये क्या है?"
ओह्ह्ह , ये मियाँ सुहेल हैं जो अपना खतना किया हुआ लण्ड मेरी बुर में घुसा चुके थे।
" क्यों तिवारी, अभी मेरे माल को धनाधन पेल रहा था तब सोचा क्या? अब मैं भी बदला लूंगा, जैसे मैं चुपचाप जलते हुए देख रहा था ,तू भी देख या आके मज़ा ले, सबीहा साली रंडी, मेरे सामने दूसरे से पेलवाती है? अब चल उसका लण्ड फिर से खड़ा कर और उसे तैयार कर नहीं तो अभी यहां तेरी गांड में मिर्ची भर दूंगा"
अब सुहेल अपने दोनों हथेलियों के बल पर था और एक झटके में उसने अपना पूरा लण्ड मेरी बुर के जड़ तक घुसा दिया।
अब मैं उसे स्पष्ट देख पा रही थी और वो मुझे , बड़े प्यार से उसने आँख मारी और मुस्कुरा दिया।
मैं कोई जवाब नहीं दे पायी और विजय सर कारिएक्शन देखने अपना मुंह उन दोनों की ओर घुमा दी।
सबीहा बोली" अब जाने दो सर, अब क्या पर्दा रह गया है,"
ये कह कर वो विजय सर के गीले लटकते चूहे को पकड़ कर सहलाने लगी।
और विजय सर के सर को झुका कर उनके मुंह में मेरी चूची पकड़ कर डाल दी।
अभी अभी विजय सर दो बार अपने मदनरस चाशनी को अपने चम्मच से टपका चुके थे।
तो ढीले ढाले ललुआ को प्रचंड कामदण्ड बनने के लिए कुछ विशेष इलाज़ की आवश्यकता थी , सबीहा खिलाडी थी , उसने झुक कर ललुआ को अपने मुंह में दबा लिया और उसके निचे झूलते हुए गुलाबजामुनो को दबाने लगी।
इधर सुहेल झम झम करके बिना कुण्ड़ी खड़काए सीधा अंदर घुस चुका था. हथेलियों पर उसने अपने शरीर का वजन डाल दिया था और उसका पूरा प्रचंड कामदण्ड मेरी बुर में अंदर बाहर अंदर बाहर हो रहा था। मेरी चूची विजय सर चप्प चप्प करके पिने लगे , वहीँ सबीहा सर के उथ्तित हो रहे लण्ड को गपागप चूस रही थी। अब सबीहा और सुहेल के बीच जैसे कम्पिटिशन शुरू हो गया कि सबीहा का मुंह तेज़ चलेगा या सुहेल की कमर।
सुहेल ज़ोर ज़ोर के धक्के लगाने लगा, हर धक्के पे चीथड़े उड़ने लगे. मैं वैसे भी पूरी तरह से गरम थी ही विजय सर मेरी चूचियों को दबा दबा के पिए जा रहे थे। इधर बुर में धनाधन लण्ड का निर्बाध आवागमन हो रहा ��ा।
मैंने अपनी टांगें हवा में उठा ली जिससे सुहेल का लण्ड और अंदर तक घुस कर मेरी बुर को फाड़ डाले।
सुहेल मारे मज़े में बड़बड़ाना शुरू कर दिया " हाय हाय तेरी बुर, साली , मस्त मस्त बुर तेरी, उफ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़ क्या बुर है, कितना पानी है तेरी बुर में, छपाछप तेरी बुर, लसालस तेरी बुर, मस्त मस्त बुर, साली रंडी छिनार , तेरे यार ने मेरा माल चोदा , मैं तेरी बुर का भोसड़ा बनाऊंगा , तुझे कुत्तों से चुदवाऊँगा , साली रंडी, तुझे रांड बाजार में बिठवा दूंगा, रोज़्ज़ ४० लण्ड से चुदवाना, तेरा भड़वा बनकर तेरी कमाई खाऊंगा , बोल रंडी बनेगी ना मेरी, छिनार, बोल साली , कुतिया , नहीं तो पेल पेल के गांड तक लण्ड घुसा दूंगा "
" हाँ चोद ले साले, भड़वे, चोद , पेल ले मुझे, फाड़ ले मेरी बुर, ले ले मज़ा ज़िंदगी का, असली मज़ा यही चुदाई का पेलाई का, और कुछ नहीं, डालते रह , पेलते रह,पेलवा जिससे पेलवाना है,, बना ले मुझे रंडी, बिठा दे रंडीखाने में, अब तो मैं २-२ लण्ड से चुद गयी, अब क्या शर्म , मेरी गांड में भी घुसा, मेरे मुंह में भी घुसा, जहां चाहे पेलवा, जिससे चाहे पेलवा, कुत्ते से पेलवा , गधे से पेलवा, खूब पेलवा पेलवा के फाड़ दे मेरी बुर, खोल ले रंडीखाना, तेरी माँ को भी बिठा ले, तेरी बहन को भी बिठा ले, इसरंडी सबीहा को भी बिठा ले, सब मिल कर पेलवाएंगे,भड़वे ,इस भड़वे तिवारी माधरचोद को भी बिठा ले, तू भी गांड मरवाना, इसकी भी गांड मरवाना , खूब कमाई करना, पेल पेल, हां हां ऐसे ही, पेल ,आए आआआआआअ आआआआअ मै आआआआअ ग
गईइइइइइइइइइइइइइइइइइइइई , भर दे अपना मदनरस, भर दे अपना गंदा पानी मेरी बुर में , सुवर , भर दे तेरा गटर का नाली का पानी मेरी मेँ ,भर के पिल्ला पैदा करवा दे मेरी बुर से अपने जैसा जो अपनी माँ बहन चोदे और चुदवाये सबसे ,,,,,,आआआआह्ह्ह्ह्ह लेेेे, मैं तो गईइइइइइइइइइइइइइइइइइइइ "
छल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल से जैसे मूत निकलता है ,ऐसे ही मेरी बुर से सारा रज भर भर के निकलने लगा।
इधर सुहेल भी " आह अहा हा आआआआआ , ले ले ले ले , आआआआ रंडीईईईईईईईईईईईईईई , खल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स "
कहकर अपना नाली का गन्दा पानी छम्म छम्म करके मेरी बुर में सीधे बच्चेदानी तक भर के मुझपर धम्म से गिर गया।
उसके गिरने की वजह से विजय सर को मेरी चूची छोड़नी पड़ी और अब सबीहा उनके खड़े हो चुके प्रचंड कामदंड को ज़ोर ज़ोर से पिने लगि.
उनके हावभाव से वो भी पल दो पल के मेहमान थे , बिना किसी पूर्वसूचना के उनका भी मानसून खुल गया
और सबीहा के सर को दबा कर सब कुछ उसके गले में उतार दिया। सबीहा गों गों करते हुए पूरा पानी पी गयी।
ये है चुदाई का जलवा,
मेरी बुर से मेरा रज और सुहेल का गाढ़ा वीर्य मिश्रित होकर जाँघों पर बहने लगा और सबीहा के मुंह से विजय सर का वीर्य चुने लगा।
गाजर शक्कर मेवा मिसरी का हलवा।
जो खाए वो बौराये,
जो ना खाए वो बौराये।
इति समूह चोदन , अध्याय १
इस घनघोर चुदाई यज्ञ के समापन उपरान्त मात्र श्वासों के चलने की और धड़कनों की आवाज़ शान्ति भंग कर रही थीं। चार जोड़ी आँखें संतुष्टि में बंद थीं। धीरे धीर दुनिया का होश आया और सब एक एक कर उठ कर वस्त्र धारण करने लगे। आखिर में कुछ बाते हुईं जिसमे ये तय हुआ कि यद्यपि शादी तो हमें करनी ही है और इस तरह का विश्वास से लबालब चुदाई समागम परस्पर प्रेम में बढ़ोतरी ही करेगा। विद्वान विजय सर ने इसे पश्चिम में वाइफ स्वेपिंग के रूप में प्रचलित परम्परा के नाम से अलंकृत किया। मैंने इस नाम का विरोध किया चूँकि अभी आधिकारिक रूप से विवाह नहीं हुआ था तो इसे कपल स्वेपिंग का नाम दिया जाए, जिसे सर्वसम्मति से ध्वनिमत द्वारा पारित कर लिया गया।
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हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्रीज के चमकीले सितारा
ब्रिटिश रूल्स में जो बुराई था उसकी अगेंस्ट में भारतीयों ने प्रतिबाद किया। किसीने सत्य ग्रह की,तो किसीने अनशन किया ,किसीने प्रतिबाद की ,हाथ में लेके बन्दुक। हर कोई अपना प्रतिबाद किया था,अपना तरीका से। हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्रीज के सबसे आलोकित नक्षत्रो की जनम हुआ ,इसी प्रतिबाद के रूप में। ब्रिटिश के निर्लाज और अमानबीक कानून को झटका दिए थे।
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बारामा उद्योग लुट्न आएका डकैती समूहका दुईजना सार्वजनिक
बारामा उद्योग लुट्न आएका डकैती समूहका दुईजना सार्वजनिक
वीरगन्ज,१९ भदौ /बाराको जीतपुर सिमरा उपमहानगरपालिका २३ स्थित एरोटेक प्रालिमा डकैती गर्न आएका समूहमध्ये पक्राउ परेका दुई जनालाई सार्वजनिक गरिएको छ ।
पक्राउ पर्नेमा जितपुर सिमरा उपमहानगर ९ का ३५ वर्षीय जयराम पासवान र सोही ठाउँका ४० वर्षीय जवाहिर महतो छन् । उनीहरु १ राउण्ड गोली लोड गरी सोको राउण्ड २ सहित कटुवा बन्दुक एक थान र भरूवा बन्दुक पनि एक थान बरामद गरिएको छ ।पक्राउ परेका दुबै जनामाथि डाँका,…
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‘पूजार सार्की’ मा पल शाहको लुक्स सार्बजनिक
काठमाडौँ । दिनेश राउतको निर्देशनमा तयार भएको फिल्म ‘पूजार सार्की’ मा पल शाहको नयाँ लुक्स सार्बजनिक भएको छ । शनिबार पलको लुक्स सार्वजनिक गरिएको हो ।
सार्बजनिक लुक्समा पल काँधमा बन्दुक भिरेर खोलाको बगरमा हिँडिरहेको देखाइएको छ । भादगाउँले टोपी लगाएका पलले कोट, सर्ट र पाइन्ट लगाएका छन् । यो लुक्स हेर्दा फिल्ममा पलको नकारात्मक भूमिका रहेको संकेत गर्छ ।
फिल्ममा पहिलोपटक तीन अभिनेताहरु आर्यन सिग्देल,…
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थाना मांडवा पुलिस टीम पर हथियारो सहित जानलेवा हमला कर हथियार लुट लेने वाला रणिया गैग का एक शातिर गुर्गा गिरफ्तार
विकास शर्मा जिला पुलिस अधीक्षक उदयपुर के द्वारा मांडवा पुलिस टिम पर हथियारो सहित जानलेवा हमला कर हथियार लुट लेने वाली रणिया गैंग के फरार वांछित अपरिधियों की गिरफ्तारी हेतु चलाये जा रहे अभियान के तहत राजेश कुमार कसाणा वृताताधिकारी वृत कोटडा के सुपरविजन में रामसिंह थानाधिकारी कोटड़ा, अशेक सिंह थानाधिकारी थाना मांडवा एवं वेलाराम सउनि जिला अपराध शाखा उदयपुर की टीमो के अथक प्रयास एंव लगातार पिछा करा रणीया गेंग के मुख्य गुर्गा सरवण को पिछले दिनो गुजरात बोर्डर से गिरफतार किया था तीनो टीमो द्वारा सयुक्त कार्यवाही के दोरान गत रात्री को खापा के जंगल से साथी अभियुक्त मुकेश उर्फ टीटा को गिरफ्तार किया जिससे पुछताछ की जा रही है।
-ःघटना का विवरणः-
दिनांक 27.4.2023 को सांय पुलिस थाना माण्डवा टीम द्वारा एचएस रणीया पिता देवा, एचएस झाला पिता रणीया की सकुनत पर धरपकड दबीश कार्यवाही के दोरान थानाधिकारी जी के साथ अपराधी रणीया की गेंग द्वारा द्वारा इनके साथीयों के साथ मिलकर पुलिस जाप्ता पर पिस्टल, टोपीदार बन्दुक, चाकु, लाठीयों एवं पत्थरों से हमला कर जान से मारने की नियत से मारपिट कर गम्भीर चोटे कारित की है एवं राजकार्य में बाधा पहुंचाई एवं पुलिस जाप्ते के हथियार छीन लिये एवं वाहन को क्षतीग्रस्त कर दिया है। मौके पर हमला व मारपिट करने वाले रणीया एवं उसके पुत्र झाला उर्फ जालम चन्द एवं खातरु एवं उनके साथी होमा, मुकेश, सरवण, ईश्वर तथा रणीया की पत्नी काली एवं खातरु की पत्नी काली आदी करीब 30-35 लोग थे इस घटनाक्रम पर थाना मांडवा पर प्रकरण संख्या 35/2023 धारा 147,148,149,332,333,353,307,427,397 भादस व 3,5/25 आर्म्स एक्ट मे दर्ज कर अनुसंधान व मुल्जिमान की तलाश जारी है।
घटना की गंभीरता को देखते हुए विकास शर्मा जिला पुलिस अधीक्षक जिला उदयपुर द्वारा उक्त वारदात मे वांछित मुल्जिमानो की गिरफतारी हेतु राजेश कसाना वृताधिकारी वृत कोटडा के नेतृत्व में गठीत टीमो द्वारा वांछित मुल्जिमान रणिया व उनके साथीयो के संभावित ठिकाने, सिरोही बॉर्डर गुजरात बॉर्डर , थाना कोटडा व मांडवा के क्षेत्रो के जंगलो मे दबिश देकर तलाश की जाकर
सुचना संकलन की जा रही है साथ ही मुखबीर तंत्र को मजबुत कर रखा है।
दिनांक 01.05.2023 की रात्री को मुखबिर सूचना अनुसार रणीया गैंग का मुख्य गुर्गा श्रवण पिता समाराम बुम्बडिया निवासी खारा कुपिया को वेरा कातरा के रास्ते से गुजरात भागते को गिरप्तार किया था गिरप्तारशुदा मुल्जिम श्रवण पिता समाराम जाति बुम्बडिया उम्र 30 साल निवासी खारा कुपिया पुलिस थाना मांडवा जिला उदयपुर के कब्जे से धारदार छुरी बरामद की गई।
दिनांक 04.05.2023 को रामसिंह थानाधिकारी कोटडा, अशोक सिंह थानाधिकारी थाना मांडवा एवं श्री वेलाराम सउनि जिला अपराध शाखा उदयपुर की टीम के अथक प्रयास एंव लगातार पिछा करा रणीया गेंग के दुसरे गुर्गा मुकेश उर्फ टीटा को मांडवा सर्कल मे सिरोही बोर्डर के समिप खापा के जंगलो से गिरफ्तार किया जिससे पुछताछ की जा रही है।
-ःगिरफ्तार मुल्जिमान का नाम पताः-
मुकेश उर्फ टीटा पिता मीनीया जाति बुम्बडीया उम्र 30 साल निवासी आडावेला पुलिस थाना मांडवा जिला उदयपुर (राज.)
आपरधिक रिर्कोड :-
अभियुक्त मुकेश के विरुद्व मारपीट,उद्वापन,लुट,बलवा आगजनी सहीत कुल 05 मामले पुर्व से दर्ज हो चालान हो रखा है अभियुक्त मुकेश वर्ष 2015 से अपराध की दुनिया मे हो रणीया गैंग से नजदीकी सम्पर्क मे रहा है।
-ःतरीका वारदात मुल्जिमान :-
रणीया पिता देवा बुम्बडिया नि. छापरला थाना मांडवा द्वारा विगत कई सालो से गैंग बना रखी है जिसके विरुद्व मारपीट लुट डकेती चौरी नकबजनी हत्या सरकारी कर्मचारीया पर जानलेवा हमला एवं आर्म्स एक्ट व आबकारी एक्ट सित 54 प्रकरण दर्ज हो चालान हो रखा ै रणीया हाल ही मे जैल से बाहर आने के बाद फिर से सक्रिय हो जिला सिरोही मे शराब के ढेके पर लुट की वारदात की तथा इसके पुत्र झाल उर्फ जालम चन्द द्वारा मामेर सर्कज मे शराब के ढेके से शराब लुट की वारदात की थी कोटडा व सिरोही मे ये लौग वांछित थे ओर दिनांक 27.04.23 को थानाधिकारी मांडवा द्वारा प्राप्त सुचना अनुसार रणीया के निवास पर दबिश दी गई इसी दोरान रणीया की गेंग द्वारा द्वारा इनके साथीयों के साथ मिलकर पुलिस जाप्ता पर पिस्टल, टोपीदार बन्दुक, चाकु, लाठीयों एवं पत्थरों से हमला कर जान से मारने की नियत से मारपि�� कर गम्भीर चोटे कारित की है एवं राजकार्य में बाधा पहुंचाई एवं पुलिस जाप्ते के हथियार छीन लिये एवं वाहन को क्षतीग्रस्त कर दिया है। जिसमे थानाधिकारी मांडवा सहीत 09 पुलिस अधिकारीयो/कर्मचारीयो के चौटे आई।
अपराधी का निकाला गया जुलुस
रणीया गैंग के नजदीक रहे शातिर अभियुक्त मुकेश उर्फ टीटा पिता मीनीया जाति बुम्बडीया उम्र 30 साल निवासी आडावेला पुलिस थाना मांडवा जिला उदयपुर (राज.) का कस्बा कोटडा मे थाने से कोर्ट तक पैदल ले जाया गया जिससे आम जनता मे काफी चर्चा का विषय रहा।
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मालीमा दुई राष्ट्रसंघीय शान्ति सैनिक मारिए
मालीमा दुई राष्ट्रसंघीय शान्ति सैनिक मारिए
बामाको, २ पुस । संयुक्त राष्ट्रसंघले शुक्रबार उत्तरी मालीमा भएको बन्दुक आक्रमणमा एक महिलासहित दुई राष्ट्रसंघीय शान्ति सैनिकको मृत्यु भएको र चार जना घाइते भएको जनाएको छ ।
“अज्ञात बन्दुकधारीहरूले टिम्बक्टु शहरमा संयुक्त राष्ट्रसंघको प्रहरी गस्तीमा गोली चलाएको छ”, मालीमा संयुक्त राष्ट्रसंघ बहु आयामिक एकीकृत स्थिरता मिसनले विज्ञप्ति जारी गर्दै उल्लैक गरेको छ ।
प्रहरीले आक्रमणकारीहरूबाट “केही…
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फकीरी रण में हो होशियार भजन लिरिक्स | Fakiri Ran Me Ho Hoshiyar Bhajan Lyrics
फकीरी रण में हो होशियार भजन लिरिक्स | Fakiri Ran Me Ho Hoshiyar Bhajan Lyrics
फकीरी रण में हो होशियार भजन लिरिक्स, Fakiri Ran Me Ho Hoshiyar marwadi fakiri bhajan lyrics
।। दोहा ।।
सतगुरु आवत देखिया, कांधे टांग बन्दुक।
गोली दागी हरी नाम की, भाग गये यमदूत।
~ फकीरी रण में हो होशियार ~
शंख बजादे झंडो लगादे ,
श्रद्धा से करे वार।
फकीरी रण में हो होशियार।
शत्रु पांच आगे ऊबा ,
जिसको कर ललकार।
काम क्रोध लोभ अहंकार ,
कुमति दूर निवार।
फकीरी रण में हो होशियार। टेर। …
आशा तृष्णा…
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