#बचपन की तस्वीर
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पिंजरे का परिंदा
मेरे घर बचपन में एक पंछी आया था जिसे घर के सभी लोग प्यार से मिठ्ठू तोता कहकर बुलाते थे। मेरी दीदी को तोता देते हुए पिता जी उससे बोले "देखो बेटा! काफ़ी मोल भाव करने के बाद बाज़ार से यह तोता खरीद कर लाया हूं। इस बार अगर यह तोता पिंजरे से उड़ा तो मैं फिर कभी भी नहीं लाऊंगा। भला गुड़िया दीदी को इन सब बातों से क्या लेना देना था । वह तो सिर्फ मिठ्ठू के साथ खेलने में व्यस्त थी,लेकिन मां और घर के सभी सदस्य पिता जी की बातों को समझ रहे थे इसलिए इस बार एक नया पिंजरा भी मंगवा कर रख लिया गया था। तोता का पिंजरा इतना प्यारा और अनोखा लग रहा था जिसे देखकर मेरी आंखें भी खुशी से चमक रही थी। घर के सभी लोग उसे स्नेह से पालने लगे और उसका ख्याल भी रखा जाने लगा । मिठ्ठू को समय पर पानी,फल,मिर्च और खाना देना घर के सभी लोगों की जिम्मेवारी बन गई थी। गुड़िया दीदी हर रोज मिठ्ठू को देखकर सोती थी और उसे जागने के बाद दिन भर निहारा करती थी। ऐसा इसलिए क्योंकि मिठ्ठू तोता अब गुड़िया कटोरे कटोरे बोलने लगा था। हर रोज मिठ्ठू तोता क��� पिंजरा में खाना मिलता और उसे खाकर दिन भर वो गुड़िया कटोरे कटोरे बोलता रहता था। कुछ सालों तक ��ह सिलसिला चलता रहा,लेकिन एक दिन अचानक सुबह सुबह गुड़िया दीदी जोर जोर से रोने लगी उसकी आवाज़ को सुनकर घर के सभी लोग बाहर आंगन में आकर देखा तो वे सब लोग हतप्रभ रह गए। गुड़िया उस पिंजरे को अपने सीने से लगाकर जोर जोर से रो रही थी। उसकी आवाज़ में इतनी करुणा और ममता भरी हुई थी कि आस पास के लोग भी कारण जानने के लिए मेरे आंगन में पहुंच गए। अब घर व बाहर के लोग यह जान गए थे कि बात उस पिंजरे वाले तोते की है जो कल रात पिंजरे को तोड़कर कहीं उड़ गया। सब लोग मेरी दीदी को समझा रहे थे तभी पिता जी को आंगन में आता हुआ देखकर उनके पास जाकर मै लिपट कर रोते हुए कहा "पापा यह तोता हर बार क्यूं भाग जाता है, तब उन्होंने हम दोनों भाई बहन को गोद में बैठकर एक कविता सुनाया: हम पंछी उन्मुक्त गगन के पिंजरबद्ध न गा पाएँगे, कनक-तीलियों से टकराकर पुलकित पंख टूट जाएंगे।
नीड़ न दो चाहे टहनी का, आश्रय छिन्न-भिन्न कर डालो, लेकिन पंख दिए हैं तो, आकुल उड़ान में विघ्न न डालो।”
शिव मंगल सिंह सुमन द्वारा रचित उस कविता का अर्थ उस वक्त नहीं बल्कि ज्ञान होने पर समझ में आया लेकिन साथ ही साथ मेरे हृदय में एक भाव भी जागा कि आख़िर क्यूं? कोई पंछी गुलामी के पिंजरों में बंधकर नहीं रहना चाहता है। इस भाव को सार्थकता प्रदान करने के लिए मैंने भी एक तोता पाला। जिसकी तस्वीर आज देखकर मुझे मेरे बचपन के तोते की कहानी याद आ गई।संभवतः इस तोते से एक ऐसा लगाओ बन गया था जो मेरी कदमों की आहट सुनकर जोर जोर से मेरा नाम पुकारने लगता था। लोगों को आश्चर्य तब होता था जब वह पूरे आसमान को छूने के बाद भी मेरे छत पर आकर बैठ जाता और मैं खुशी से फूलते हुए पिता जी से कहता था "देखिए मेरा तोता कहीं नहीं भागता है", लेकिन एक दिन ऐसा आया जब वह पिंजरा से बाहर तो निकल जाता था लेकिन उसके उड़ने की जिज्ञासा शांत हो गई थी,कारण जानने के बाद मालूम चला एक दिन मिठ्ठू घायल होकर आसमान से मेरे ही छत पर आ गिरा था। यह सुनकर उस वक्त अपनी पीड़ा से मैं खुद मुक्त नहीं हो पा रहा था ऐसा लग रहा था मानो मेरी जिद्द ने एक आजाद परिंदे को गुलाम बना लिए हों। मेरे लाख कोशिशों के बाद भी वह तोता आसमान की ओर फिर कभी नहीं देखा और अंततः उसने उसी पिंजरे में अपना दम तोड दिया जिसमें उसे कैद करके कई बरसों तक मैंने रखा था। ये सोचकर कि अगर प्यार और स्नेह मिले तो गुलामी की जंजीरें से बंधकर भी पंछी और आदमी जी सकता है,लेकिन शायद मैं गलत था बिल्कुल गलत था।
@अनजान मुसाफ़िर
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**।।~~स्कूल का आखिरी दिन: एक यादगार सफर~~।।**
हमारे स्कूल का आखिरी दिन मेरे लिए कभी न भूलने वाला अनुभव था। उस दिन, जब S.N. High School, Gua में मेरा सफर आखिरी पड़ाव पर था, एक ऐसी स्मृति बन गया जो शायद ज़िंदगी भर के लिए मेरे साथ रहेगा। उस सुबह, जब मैंने आखिरी बार अपनी स्कूल की ड्रेस पहनी, दिल में एक अजीब सी बेचैनी थी। यह वही ड्रेस थी जिसे मैं हर दिन पहना करता था, लेकिन उस दिन यह कुछ खास लग रही थी, जैसे इसे पहनते ही मैं अपने बचपन के सबसे सुनहरे दिनों से विदा ले रहा था।
स्कूल के गेट पर कदम रखते ही मन में एक गहरा एहसास हुआ कि आज के बाद सब कुछ बदल जाएगा। वो दोस्त, जिनके साथ हर दिन हंसी-मज़ाक में बीता, आज उनकी आंखों में भी वही अजीब सी उदासी थी, जो मेरे दिल में थी। हमारे बीच अनकही बातें थीं—वो सारे मज़ाक, वो सारी शरारतें, और वो मासूमियत, जो आज आखिरी बार एक साथ सांस ले रही थी।
जब मैं स्कूल के मैदान में कदम रखता, हर कोना जैसे मुझसे कुछ कह रहा था। वो मैदान, जहाँ कभी दोस्ती के अनगिनत खेल खेले, अब किसी पुरानी तस्वीर जैसा महसूस हो रहा था। क्लासरूम की तरफ जाते हुए, मन बार-बार उन यादों में खो जाता था, जहाँ हम दोस्तों ने साथ में कितनी हंसी बांटी थी, और कभी-कभी टीचर्स से डांट भी खाई थी।
क्लासरूम में बैठकर चारों ओर नज़र घुमाई तो महसूस हुआ कि इन दीवारों ने हमारी हर छोटी-बड़ी बातों को सुना है। ब्लैकबोर्ड पर लिखी वो आखिरी तारीख, बेंच पर खुदे हुए नाम, सब अब इतिहास का हिस्सा बनने वाले थे। और फिर प्रार्थना सभा का समय आ गया, जहाँ मैंने और विनय ने प्रार्थना का नेतृत्व किया। प्रार्थना के शब्द आज भी मेरे दिल में गूंज रहे हैं, मानो वो पल ठहर सा गया हो।
प्रार्थना सभा के बाद जब हम सभी वापस अपनी-अपनी कक्षाओं में लौटे, तो हर किसी के चेहरे पर अजीब सा मिश्रण था—खुशी और गम का। एक तरफ जहाँ हम सब इस दिन का इंतजार कर रहे थे, वहीं दूसरी तरफ ये एहसास भी था कि आज के बाद सब कुछ बदलने वाला है। क्लासरूम में जब बुद्धेश्वर सर आए, तो माहौल थोड़ा हल्का हुआ। वो हमेशा की तरह मुस्कुराते हुए बोले, "आज तुम्हारा आखिरी दिन है, लेकिन जिंदगी में यह बस एक शुरुआत है।" उनकी आवाज़ में गहराई थी, और उनकी आँखों में वो आत्मीयता थी जो हमेशा हमें प्रेरित करती थी।
हर एक शिक्षक की अपनी-अपनी खासियत थी,राजेश सर की हिंदी क्लास, पुष्पा मैडम की विज्ञान की कहानियाँ, गोडार्ड सर के इंग्लिश के लेसन, विनीता मैडम के इतिहास के किस्से, और सुखदेव सर के भूगोल के नक्शे—हर क्लास, हर विषय एक यादगार के तौर पर हमारे दिल में बसी हुई थी।
आखिरी घंटी बजी और हम सब एक-दूसरे से मिलने के लिए क्लास से बाहर निकलने लगे। स्कूल का वह मैदान, जो कभी हंसी-ठिठोली और भागदौड़ का गवाह था, अब एक गहरी चुप्पी से भरा हुआ लग रहा था। मेरे कदम जैसे थम गए थे, मानो मुझे समझ नहीं आ रहा था कि इस जगह को छोड़कर कैसे जाऊं। कुछ हंस रहे थे, तो कुछ की आंखें भीगी हुई थीं।
वहीं खड़े-खड़े, मैं अपने दोस्तों की ओर मुड़ा। सबकी आँखों में वही दर्द था, जो मेरे दिल में था। हम सब एक-दूसरे से गले मिल रहे थे, जैसे वो गले लगाना हमारी बिछड़ने की कसक को थोड़ा कम कर देगा। कुछ चेहरे मुस्कुरा रहे थे, तो कुछ की आंखों में आँसू थे, और कुछ में दोनों ही भाव थे। यह सिर्फ हमारे स्कूल का आखिरी दिन नहीं था, बल्कि एक युग का अंत था।
मैंने भी अपने सबसे करीबी दोस्तों को गले लगाया, लेकिन एक अजीब सा खालीपन महसूस हो रहा था।
जैसे ही मैं अपने दोस्तों के साथ स्कूल से बाहर निकलने लगा, दिल में एक अजीब सा खालीपन महसूस होने लगा। मानो इस जगह को छोड़ना मेरे लिए किसी प्रिय दोस्त से बिछड़ने जैसा था। श्याम के साथ चलते हुए मैं हर कदम सोच-समझकर रख रहा था, जैसे मैं उस पल को खींचकर और लंबा करना चाहता था। हर चीज़, हर कोना अब अचानक से खास लगने लगा था। वो क्लासरूम की खिड़कियाँ, जिनसे कभी बाहर झांककर बारिश देखा करते थे, अब मानो विदाई के इशारे कर रही थीं। बेंच पर बैठकर कभी जो हंसी ठहाके लगाते थे, वो सब अब यादें बनकर दिल में बसने लगे थे।
जब हम गेट के पास पहुंचे, पीछे मुड़कर स्कूल को आखिरी बार देखने का मन हुआ, मैंने पलटकर स्कूल की बिल्डिंग की तरफ आखिरी बार देखा। स्कूल की इमारत, वो क्लासरूम की खिड़कियां, वो मैदान, सब जैसे मुझे अलविदा कह रहे थे। जो कभी साधारण सी लगती थी, अब एक मंदिर जैसी पवित्र और भावनात्मक लग रही थी। मुझे लगा जैसे यह सिर्फ एक स्कूल नहीं था, बल्कि मेरी यादों का एक हिस्सा था, जिसे मैं अपने दिल में हमेशा के लिए लेकर जा रहा था।
मैं सोच रहा था कि कल से यहाँ नए चेहरे होंगे, नई कहानियाँ बनेंगी, लेकिन हमारी यादें हमेशा इस जगह की दीवारों में बसी रहेंगी।
एक पल के लिए, मैं वहाँ खड़ा रहा, उस पल को अपने दिल में कैद करते हुए। मेरे भीतर एक एहसास उमड़ा कि इस सफर का अंत केवल एक पड़ाव है, पर यह सफर ही हमें हमारे भविष्य की राह दिखाएगा।
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राष्ट्रपति चुनावों से पहले कमला हैरिस को याद आया भारत, मां के साथ शेयर की फोटो; जानें दिवाली पर क्या कहा
Kamala Harris News: अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव का काउंटडउन शुरू हो गया है। 5 नवंबर को राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होना है। डेमोक्रेटिक की ओर से उपराष्ट्रपति कमला हैरिसऔर रिपब्लिकन की तरफ से पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच सीधी टक्कर है। दोनों ही उम्मीदवार अपने प्रमोशन को लेकर कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। इस बीच कमला हैरिस नेअपने बचपन और मां को याद करते हुए एक्स पर एक तस्वीर शेयर की है। इस…
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Best 100+ प्रेरणादायक सुविचार इन हिंदी | Prernadayak Suvichar
प्रेरणादायक विचार हमारे जीवन को सही दिशा में ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे हमें अपने लक्ष्यों की ओर लगातार आगे बढ़ने के लिए सशक्त बनाते हैं, कड़ी मेहनत करने और सफलता प्राप्त करने के लिए आवश्यक दृढ़ संकल्प को बढ़ावा देते हैं। हमें प्रेरित करने के अलावा, ये विचार हमारी मानसिकता में सकारात्मक बदलावों को प्रोत्साहित करके हमारे जीवन को बदलने में मदद करते हैं। जब हम अच्छे विचारों को अपनाते हैं, तो वे न केवल हमारे दिमा�� में सकारात्मक ऊर्जा भरते हैं बल्कि हमारी सोच को भी शुद्ध करते हैं, जिससे व्यक्तिगत विकास होता है।. प्रेरणादायक विचार हमें दूसरों के साथ हमारे व्यवहार में दयालुता और सम्मान का महत्व सिखाते हैं और हमें बताते हैं कि हमें किस तरह के लोगों के साथ रहना चाहिए। अगर आप इस लेख को पढ़ रहे हैं, तो आप भी प्रेरणा की तलाश में हैं। यहाँ, हमने कुछ शक्तिशाली और उत्थानशील विचार साझा किए हैं जो जीवन के प्रति आपके दृष्टिकोण को बदलने की क्षमता रखते हैं। आप इन उद्धरणों को अपने WhatsApp स्टेटस के रूप में भी इस्तेमाल कर सकते हैं ताकि सकारात्मकता फैल सके और अपने आस-पास के लोगों को प्रेरित कर सकें। इन विचारों को प्रेरणा का स्रोत बनने दें जो आपके जीवन में सार्थक बदलाव लाएँ!.
आज का प्रेरणादायक सुविचार इन हिंदी
अँधेरे से मत ड़रो, सितारे अँधेरे में ही चमकते हैं
“जब रास्तों पर चलते चलते मंजिल का ख्याल ना आये तो आप सही रास्ते पर है।”
जीवन ना तो भविष्य में है, ना ही अतीत में है, जीवन तो केवल वर्तमान में है।
“आपका खुश रहना ही आपका बुरा चाहने वालो के लिए सबसे बडी सजा हैं.”
“अगर ख्वाईश कुछ अलग करने की है तो दिल और दिमाग के बीच बगावत लाजमी है।”
“कोशिश करना न छोड़े, गुच्छे की आखिरी चाबी भी ताला खोल सकती हैं.”
“जिस काम में काम करने की हद पार ना फिर वो काम किसी काम का नहीं।”
“इंतजार करना बंद करो, क्योकिं सही समय कभी नही आता.”
डूबकर मेहनत करो अपने सपनों के लिए क्योंकि कल जब उभरोगे सबसे अलग ही निख��ोगे।
“मुनाफा का तो पता नहीं लेकिन बेचने वाले तो यादों को भी कारोबार बना कर बेच देते है।” हम सभी के पास समान प्रतिभा नहीं है, लेकिन हमारे पास समान अवसर हैं, अपनी प्रतिभा को विकसित करने के लिए – रतन टाटा अभी तो असली मंज़िल पाना बाक़ी है अभी तो इरादों का Exam बाक़ी है अभी तो तोली है मुट्ठी भर ज़मीन, अभी तो तोलना आसमान बाक़ी है। श्रेष्ठ वही है जिसमे, दृढ़ता हो, जिद नहीं, बहादुरी हो, जल्दबाज़ी नहीं, दया हो, कमजोरी नहीं। हमारे पास बचपन से ही दो रास्ते होते हैं या तो हम सही रास्ता चुन लें, नही तो कठिनाइयाँ हमारा रास्ता चुन लेंगी। अपनी उर्जा को चिंता करने में खत्म करने से बेहतर है, इसका उपयोग समाधान ढूंढने में किया जाए। बहते अश्कों की ज़ुबान नहीं होती लफ़्ज़ों में मोहब्बत बयां नहीं होती मिले जो प्यार तो कदर करना किस्मत हर किसी पर मेहरबान नहीं होती “कल को आसान बनाने के लिए आज आपको कड़ी मेहनत करनी ही पड़ेगी।” मित्र बनाने में धीमे रहिये, और बदलने में और भी। “यदि लोग आपके लक्ष्य पर हंस नहीं रहे हैं तो समझो आपका लक्ष्य बहुत छोटा हैं.” दिल भी झुकना चाहिए सजदे में सर के साथ, दिल कहीं, सर कहीं, ये बंदगी अच्छी नहीं। “सपनों को सच करने से पहले सपनों को ध्यान से देखना होता है।” सर उठाकर फक्र से चलने की हसरत हो अगर तो सीखिये गर्दन कहाँ कितनी झुकानी चाहिए
प्रेरणादायक सुविचार इन हिंदी 2 line
अगर जीवन में कुछ पाना है तो, अपने तरीके बदलो, इरादे नहीं। “भीड़ हौंसला तो देती हैं लेकिन पहचान छिन लेती हैं.” “जमाने में वही लोग हम पर उंगली उठाते हैं जिनकी ह��ें छूने की औकात नहीं होती।” कल की चिंता नहीं, कल की उत्सुकता होनी चाहिए। नई शुरुआत के लिए हर दिन एक बेहतरीन दिन होता है! सबसे बड़ी समस्या हमारा दिमाग ही होता है, उन बातों को भी पकड़ कर रखता है जो बेवजह होती हैं। एक कतरा ही सही, मुझे ऐसी नीयत दे मौला, किसी को प्यासा जो देखूँ, तो दरिया हो जाऊँ। जो व्यक्ति अपने वर्तमान को बिगाड़ लेता है उसका भविष्य स्वयं ही धुंधला हो जाता है दो बातें इंसान को अपनो से दूर कर देती है, एक उसका “अहम” और दूसरा उसका “वहम” ज़िद्द एक ऐसी दीवार है जो तोड़े नही टूटती लेकिन इस से रिश्ते जरूर टूट जातें हैं खुशीयाँ तकदीर में होनी चाहिये, तस्वीर मे तो हर कोई मुस्कुराता है… स्वयं को जानने का सर्वश्रेष्ठ तरीका है….. स्वयं को औरों की सेवा में डुबो देना अगर पाना है मंजिल तो अपना रहनुमा खुद बनो, वो अक्सर भटक जाते हैं, जिन्हें सहारा मिल जाता है।
Success प्रेरणादायक मोटिवेशनल कोट्स
अगर किसी को कुछ देना पड़े तो उसको अच्छी शिक्षा दो जो उसके जीवन भर काम आयेगी “चीजों की कीमत मिलने से पहले होती है और इंसानों की कीमत खोने के बाद होती है।” कभी पीठ पीछे आपकी बात चले, तो घबराना मत क्योंकि बात तो उन की होती है जिनमे कोई बात होती है सफाई देने में अपना समय व्यर्थ ना करें लोगों वही सुनते हैं जो वह सुनना चाहते हैं असाधारण चीजें हमेशा वहां छुपी होती है जहां लोग सोच भी नहीं पाते। कल के लिए सबसे अच्छी तैयारी यही है कि आज अच्छा करो। चाहे आप कितने भी बड़े ज्ञानी क्यों न हों, तजुर्बा आपको बेवक़ूफ़ बनने के बाद ही मिलता है। उसकी कदर करने में देर मत करना, जो इस दौर में भी तुम्हे वक़्त देता है। वो नज़र सबसे अच्छी होती है जो खुद की कमियों को देख सकती है। सब से कठिन काम है, सब को खुश रखना, सब से आसान काम है, सब से खुश रहना। आंधियाँ सदा चलती नहीं, मुश्किलें सदा रहती नहीं! मिलेगी ��ुझे मंजिल तेरी, बस तू ज़रा कोशिश तो कर। कौन कहता है ईश्वर नजर नही आता, सिर्फ वही तो नजर आता है जब कोई नजर नही आता। जीवन में हारते वो नही जो असफल हो जाते है, बल्कि असफल तो वो हो जाते है जो दोबारा प्रयास ही नही करते है। धन दौलत बटाई जा सकती है लेकिन बुद्धि कभी नहीं बटाई जा सकती है महान लक्ष्य के रास्ते पर सिर्फ खुद पर भरोसा रखना क्यों कि आपसे बेहतर उस पर चलना कोई नही जानता । जब आप फ़िक्र में होते है तो आप जलते है, जब आप बेफिक्र होते है तो दुनिया जलती है। हम तो छोटे है अदब से सर झुका लेंगे जनाब, बड़े ये तय कर ले कि उन में बड़प्पन कितना है रातों को कोशिशों में गंवा देते हैं, वहीं सपनों की चिंगारी को और हवा देते हैं। लक्ष्य छोटा हो या बड़ा हो मेहनत सब के लिए करनी पड़ती है चोरी, निंदा और झूठ, ये तीन बातें चरित्र को नष्ट करती हैं संस्कारों से बड़ी कोई वसीयत नहीं होती और ईमानदारी से बड़ी कोई विरासत नहीं होती जितना और हारना यह तो आपकी सोच पर निर्भर करता है मान लो तो हार होगी और ठान लो तो जीत होगी। कौन कहता है अकेला चना भाड़ नहीं फोड़ सकता है दुनिया को जलाने के लिए एक चिंगारी काफी होती है “जो हम दूसरों को देंगे वही लौटकर हमारे पास आएगा चाहे वह इज्जत हो, सम्मान हो या फिर धोखा।” “जिस व्यक्ति ने कभी गलती नहीं कि उसने कभी कुछ नया करने की कोशिश नहीं की.”
प्रेरणादायक सुविचार इन हिंदी for Students
जीवन में कभी किसी से सम्बन्ध ख़राब नहीं करने चाहीये क्योंकि गंधा पानी प्यास नहीं तो आग भु��ाने के काम जरुर आता है बलवान और धनवान नहीं बुद्धिमान बनो क्योंकि बुद्धि होगी तो धन और बल दोनों आ जायेंगे “बरसात में भीगने से लिबास बदल जाते है, और पसीने में भीगने से इतिहास रचे जाते है।” “मंजिल चाहे कितनी भी ऊंची क्यों ना हो, रास्ता हमेशा पैरों के नीचे ही होता है।” “सोच अच्छी होनी चाहिए क्योंकि नजर का, इलाज तो मुमकिन है लेकिन नजरिए का नहीं।” इंसान को कठिनाइयों की आवश्यकता होती है क्योंकि,, सफलता का आनंद उठाने के लिए यह जरूरी है… साहस आगे बढ़ने की शक्ति होना नहीं है-यह शक्ति ना होने पर भी आगे बढ़ते जाना है हमारी समस्याओं का समाधान तो केवल हमारे पास ही है दूसरों के पास तो केवल सुझाव है। जब दर्द और कडवी बोली, दोनों मीठी लगने लगे, तब समज लीजिये की जीना आ गया. जहाँ प्रयत्नों की ऊंचाई अधिक होती है, वहाँ नसीबों को भी झुकना पड़ता है। “अगर आप सफल होना चाहते हो तो आपको अपने काम में एकाग्रता लानी होगी।” देखा हुआ सपना सपना ही रह जाता है, जब तक व्यक्ति अपना पसीना नही बहाता है। Read Also Read the full article
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पति थे MLA तो सब्जी बेचती थीं जोबा मांझी, 6 CM के साथ रहीं मंत्री, MP बनने के बाद अब भी बेटे के साथ करती हैं खेती
चाईबासाः झारखंड में से जेएमएम की जोबा मांझी पहली बार सांसद बनीं, लेकिन इससे पहले जोबा मांझी छह मुख्यमंत्रियों की सरकार में मंत्री रह चुकी हैं। लेकिन जोबा मांझी की सादगी की चर्चा अब भी पूरे इलाके में होती है। पांच बार विधायक रह चुकीं 60 वर्षीय जोबा मांझी अपने बेटे के साथ अब भी खेती करते देखी जा सकती हैं। लोकसभा के मॉनसून सत्र में शामिल होने के पहले भी इस बार भी जोबा मांझी अपने बेटे के साथ खेती का जायजा लेने पहुंची। शादी के बाद भी जोबा मांझी का जमीन से नहीं टूटा रिश्ता सरायकेला-खरसावां जिले के राजनगर प्रखंड अंतर्गत रानीगंज गांव में जन्मी जोबा मांझी की पारिवारिक पृष्ठभूमि भी साधारण आदिवासी परिवारों की तरह रही। बचपन में वो अपनी मां और पिता के साथ खेतों पर जाती थीं। के साथ शादी होने के बाद भी जोबा मांझी का जमीन से नाता-रिश्ता टूटा नहीं। उनके पति देवेंद्र मांझी की गिनती 90 के दशक में झाखंड के प्रमुख आंदोलनकारी नेता के रूप में होती थी। ऐसे में जब देवेंद्र मांझी अलग झारखंड राज्य की लड़ाई में व्यस्त रहते थे। उस वक्त जोबा मांझी ही घर का सारा कामकाज के साथ खेती की जिम्मेदारी संभालती थीं। पति एमएलए थे, इतवारी बाजार में ��ेचती थीं सब्जी प्रारंभ से ही जोबा मांझी बेहद साधारण जीवन जीती हैं। जब उनके पति देवेंद्र मांझी विधायक थे, तब जोबा मांझी चक्रधरपुर के इतवारी बाजार में सब्ज़ी बेचती थीं। आज भी राजनीति में इतना ऊंचा मुकाम हासिल करने के बाद भी वह घर का काम खुद करती हैं। अपने खेतों में वह एक आम किसान की तरह काम करती नज़र आती हैं। उनकी सादगी और सरलता ही उनकी पहचान है। पति देवेंद्र मांझी की शहादत के बाद सक्रिय राजनीति में जोबा मांझी के पति देवेंद्र मांझी जल, जंगल और जमीन आंदोलन के प्रणेता थे। 1994 में देवेंद्र मांझी की हत्या कर दी गई। जिसके बाद जोबा मांझी सक्रिय राजनीति में आई हैं। उस समय कोई नहीं जानता था कि जोबा मांझी इतनी बड़ी नेता बनेंगी। जोबा मांझी 1995 में पहली बार विधायक बनीं। इसके बाद 2000, 2005, 2014 और 2019 में भी जोबा मांझी ने मनोहरपुर विधानसभा सीट से हासिल की। जबकि 2024 के लोकसभा चुनाव में भी सिंहभूम लोकसभा सीट से जोबा मांझी ने बड़ी जीत दर्ज की। उन्होंने बीजेपी की गीता कोड़ा को एक लाख 68 हज़ार से ज्यादा वोटों से हराया। यह जीत उनके लिए बहुत ख़ास है क्योंकि वह पहली बार सांसद बनी हैं। पति से सीखी सादगी, बनीं संघर्ष की प्रतिमूर्ति 1982 में जब स्वर्गीय देवेंद्र मांझी से जोबा मांझी की शादी हुई, तब से लेकर आज तक वो सादगी की शर्तों पर ही राजनीति करती हुई दिख रहीं हैं। ऐसे में जब कि मुखिया जैसे पद के नेता भी बड़ी-बड़ी लग्जरी गाड़ियों से चलने को स्टेटस सिंबल समझते हैं, वैसे दौर में जोबा मांझी की यह तस्वीर याद दिलाती है कि राजनीति में सादगी और संघर्ष जिंदा है। जोबा मांझी को अच्छी तरह से जानने वाले बड़े-बुजुर्गो का कहना है कि 90 के दशक में जब देवेंद्र मांझी मनोहरपुर के विधायक थे, तो जोबा मांझी हर रविवार को हाट में जाकर सब्जी बेचा करती थीं। राजनीति में ऐसी सादगी अब विलुप्त हो चुकी है। जोबा मांझी उन गिने-चुने नेताओं में हैं, जिन्होंने संघर्ष को ना सिर्फ जिया है, बल्कि जिंदा भी रखा है। छह मुख्यमंत्रियों के साथ 7 सरकारों में रहीं मंत्री जोबा मांझी के लिए सिंहभूम सीट से जीत उनके राजनीतिक सफ़र का एक अहम पड़ाव है। मनोहरपुर विधानसभा क्षेत्र से वे पांच बार विधायक रह चुकी हैं। इसके अलावा उन्हें 7 बार कैबिनेट मंत्री बनने का भी मौका मिला है। अब सांसद बनकर उन्होंने सिंहभूम की दूसरी महिला सांसद होने का गौरव भी हासिल किया है। उनका संघर्ष महिला सशक्तीकरण की एक मिसाल है। 1995 में पहली बार मनोहरपुर सीट से जीत हासिल करने के बाद उन्हें राबड़ी देवी की सरकार में उन्हें मंत्री बनाया गया। झारखंड बनने के बाद भी बाबूलाल मरांडी, अर्जुन मुंडा, मधु कोड़ा, शिबू सोरेन और हेमंत सोरेन की सरकारों में उन्हें मंत्री पद मिला। वह अपनी साफ़ छवि और ��मानदारी के लिए जानी जाती हैं। राजनीतिक विरासत संभालने के लिए पुत्र जगत मांझी तैयार जोबा मांझी ने इस बार झारखंड की सिंहभूम लोकसभा सीट से भारी अंतर से जीत हासिल की। इस जीत में उनके बेटे जगत मांझी का भी बहुत बड़ा योगदान है। जोबा मांझी सातवीं बार चुनाव जीती हैं लेकिन यह उनका पहला लोकसभा चुनाव था। जगत मांझी ने चुनाव प्रचार की पूरी ज़िम्मेदारी अपने कंधों पर उठा ली थी। उन्होंने बूथ मैनेजमेंट से लेकर स्टार प्रचारकों के कार्यक्रम तक, हर चीज़ का बखूबी ध्यान रखा। नामांकन के दौरान और रैलियों में भीड़ जुटाने में भी उनकी अहम भूमिका रही। उन्होंने कार्यकर्ताओं और समर्थकों का भी पूरा ख्याल रखा। जगत के इस काम से यह साफ़ है कि वह अपनी माँ के उत्तराधिकारी बनने के लिए तैयार हैं। जोबा के छोटे बेटे उदय मांझी और बबलू मांझी ने भी अलग-अलग… http://dlvr.it/TBNXKf
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पिता डोनाल्ड ट्रंप की कानूनी लड़ाई पर आखिरकार इवांका ने तोड़ी चुप्पी, रोते हुए मां को किया याद
डोनाल्ड ट्रंप को बीते महीनों हश मनी मामने में सभी 34 आरोपों में दोषी करार दिया गया। अब उनकी सजा पर सबकी निगाहें बनी हुई हैं। इन सबके बीच लंबे समय से मौन रहीं इवांका ट्रंप ने आखिरकार अपने पिता की सजा के बारे में बात की। उन्होंने अपने पिता के साथ बचपन की एक तस्वीर साझा करते हुए आई लव यू डैड यानी ‘पापा, मैं आपसे बहुत प्यार करती हूं’ कहा। लेक्स फ्रिडमैन के साथ एक पॉडकास्ट करते समय अपनी मां इवाना को…
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सोच
तबलीग को न कर उम्मी ब जहला के हवाले इस्लाम को न कर उलमा ए सु के हवाले। मुफक्कीर ने सोचा कभी फिकर क्या है कर दिया तसव्वुरात को तस्वीर के हवाले। सरहदें तो बना दिया इंसान ने जमीं पर बांट ना सका आसमा कर दिया रब के हवाले। किस कदर शोख ब चंचल है बचपन की यादें याद जब आई कर दिया बचपन के हवाले। अमाल से बनती है दुनिया भी आखिरत भी बिगड़ा जो अमाल रब ने किया जालिम के हवाले।
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सनी देओल के साथ ईशा देओल की नहीं देखी होगी बचपन की तस्वीर, फैं��� कहेंगे- ये रिश्ता...
सनी देओल और ईशा देओल के रिश्ते से हर कोई वाकिफ है. दोनों भाई -बहन की अनबन की खबरें अक्सर सुर्खियों में आ जाती है. लेकिन दोनों स्टार्स इन खबरों को अफवाह साबित करने में कोई कसर नहीं छोड़ते. हालांकि बचपन के दोनों स्टार्स के किस्से ही अलग थे, जिसने लोगों का भी ध्यान खींचा. दरअसल, ईशा देओल की सनी देओल के साथ एक बचपन की खूबसूरत तस्वीर सामने आई है, जो दोनों स्टार्स के अनबन की खबर को सिरे से नकारती दिख…
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Jamshedpur rural mahulia netaji jayanti : महुलिया पंचायत भवन में जन प्रतिनिधियों ने मनाई नेताजी की जयंती, नेताजी सुभाष चंद्र बोस की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर उन्हें किया याद
गालूडीह : महुलिया पंचायत भवन में मंगलवार को नेताजी सुभाषचंद्र बोस की जयंती मनाई गई. इसमें जनप्रतिनिधियों ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की फोटो पर माल्यार्पण कर उन्हें याद किया. उप मुखिया कपिलदेव शर्मा ने कहा कि साहसी वीर सपूत सुभाष चन्द्र बोस बचपन से ही पढ़ाई-लिखाई में काफी होनहार थे. उन्होंनें अपनी प्राइमरी की पढ़ाई कटक के प्रोटेस्टेंट यूरोपियन स्कूल से पूरी की और 1909 में उन्होंने रेवेन्सॉ कॉलोजिएट…
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Ghum Hai Kisi Ke Pyaar Mein 22nd July 2023 Hindi Written Episode Update
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एपिसोड की शुरुआत भवानी से होती है - भवानी अश्विनी और हरिनी से पूछती है कि सावी घर से कैसे भाग सकती है। हरिनी का कहना है कि सावी की साड़ी पर कुमकुम गिर गया और वह सावी को अपनी साड़ी साफ करने देने के लिए कमरे से बाहर चली गई,
और जब वह वापस आई, तो उसने सावी को कमरे में नहीं देखा और खिड़की की छड़ें टूटी हुई देखीं। वीनू का कहना है कि उसने सावी को हर जगह खोजा लेकिन वह नहीं मिली।
स्वाति ने रीवा से कहा कि वह ज्यादा न सोचे और सिर्फ अपने बचपन के सपने को पूरा करने पर ध्यान केंद्रित करे। उड़ान की घोषणा हो गई है. स्वानंद रीवा से कहता है कि अगर उसका प्यार सच्चा है और ईशान से शादी करना उसकी किस्मत में है,
तो वे दोनों निश्चित रूप से एक हो जाएंगे। स्वाति ने उससे कहा कि वह दो दिन के प्यार के लिए अपना भविष्य बर्बाद न करे, उसे यकीन है कि ईशान अपने दोस्तों के साथ बैठा होगा और उसके बारे में बुरा-भला कह रहा होगा।
उसे अपने साथ कोई भावनात्मक बोझ नहीं रखना चाहिए और अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। ईशान एयरपोर्ट पहुंचता है और सुरक्षाकर्मियों ने उसे रोक लिया। उसने फ्लाइट के टिकट बुक किए और रीवा की तलाश में निकल पड़ा। स्वाति ने रीवा को खुश किया और एक पारिवारिक सेल्फी ली।
रीवा को सेल्फी के लिए मुस्कुराते देख ईशान टूट जाता है। बैकग्राउंड में ��ड़प-तड़पके इस दिल से आह निकलती रहती.. गाना बज रहा है। वह रीवा के उसे और उनके गुणवत्तापूर्ण क्षणों को कभी न छोड़ने के वादे को याद करता है और फिर वह अपने माता-पिता के साथ सेल्फी के लिए मुस्कुराती है। निशिकांत वहां पहुंचता है और ईशान से पूछता है कि क्या वह रीवा से मिला था
ईशान का कहना है कि रीवा बदल गई है और वह वह नहीं रही जिससे वह प्यार करता था। वह अपनी कार में बैठता है और टूट जाता है। मंदार जबरदस्ती भवानी के पास जाता है और कहता है कि वह जानता था कि भवानी ने उसकी पोती को भगा दिया होगा।
भवानी उससे सावी को लाने तक कुछ देर इंतजार करने का अनुरोध करती है। मंदार कहता है कि वह अब उसका जीना बर्दाश्त नहीं करेगा और अपने आदमियों से कहता है कि वे जाकर सावी को पकड़ लें क्योंकि वह सावी को उसकी इज्जत बर्बाद नहीं करने देगा।
उनके मेहमान चर्चा करते हैं कि दुल्हन को पता चला कि मंदार शराबी और नशीली दवाओं का आदी है और वह अपनी जान बचाने के लिए भाग गई। सावी देखती है कि मंदार के आदमी उसे खोज रहे हैं और वह ईशा के घर में छिपने के बारे में सोचती है।
सुरेखा को पता चलता है कि रीवा लंदन गई थी और उसे गाली देती है। शांतनु रीवा का पक्ष लेने की कोशिश करता है। सुरेखा कहती है कि सभी शिक्षित लड़कियां ईशा की तरह हैं जो अविश्वसनीय हैं और अपने बारे में चिंतित हैं। ईशान बेसुध होकर घर लौट आता है।
सुरेखा उसका ब्रेनवॉश करती है कि पढ़ी-लिखी लड़कियां स्वार्थी होती हैं और केवल अपने बारे में सोचती हैं, आदि। सावी ईशा के घर पहुंचती है। ईशा पूछती है कि वह दुल्हन की पोशाक में यहां क्या कर रही है।
सावी का कहना है कि वह अपनी शादी से भाग गई थी, समृद्ध के आदमी उसे हर जगह ढूंढ रहे थे और इसलिए वह यहां आई थी। ईशा उसे अंदर ले जाती है और पानी देती है। वह पूछती है कि अब वह कहां जाएगी।
सावी का कहना है कि वह पुणे जाकर भोसले इंस्टीट्यूट में दाखिला लेंगी। ईशा का कहना है कि स्कॉलरशिप के माध्यम से प्रवेश पाने का आज आखिरी दिन था।
सावी उससे वहां किसी से बात करने और उसे प्रवेश दिलाने का अनुरोध करती है। ईशा पूछती है कि वह वहां किससे बात करेगी और शांतनु की तस्वीर देखती है।
एपिसोड यहा ख़तम होता है
आगे क्या होने वाला है: - ईशान रीवा से कहता है कि वह अपनी मां से नफरत करता है क्योंकि उसने उसे तब छोड़ दिया जब उसे उसकी सबसे ज्यादा जरूरत थी,
रीवा ने भी उसके साथ ऐसा ही किया। वह उसे वहां से निकलने के लिए कहता है। ईशा, ईशान और सावी की शादी कराने के लिए शांतनु से मदद मांगती है। ईशान उनकी बातचीत सुनता है।
एपिसोड का अपडेट कैसा लगा जरुर बताये और अपनों के साथ शेयर जरुर करे
Source link:- https://hindistoryok.com/ghum-hai-kisi-ke-pyaar-mein-22nd-july-2023-hindi-written-episode-update/
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Weight Loss: डॉक्टर ने कहा मैं 3 साल में मर जाऊंगा, 165 KG वजन कम किया। आज जीते हैं मस्त लाइफ। जानें कैसे दी मोटापे को मात!
Health: Weight Loss यदि कोई मोटापे से ग्रसित है, तो उसे कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। उसे ह���ई बीपी, डायबिटीज, हार्ट प्रॉब्लम, फैटी लिवर सहित कई बीमारियां घेरने लगती हैं।
यदि कोई व्यक्ति खुद को मैंटेन करके रखता है तो भविष्य में उसे किसी तरह की कोई गंभीर बीमारी नहीं होगी। सोशल मीडिया पर इन दिनों एक शख्स की तस्वीर काफी वायरल हो रही है, जिसमें बताया जा रहा है कि उनसे अपना बेहद वजन कम कर लिया है। उसे पहचानना भी मुश्किल हो रहा है।
बता दें कि अमेरिका के मिसिसिपी के रहने वाले 42 साल के निकोलस क्राफ्ट का वजन जून 2019 में 294 किलो था, लेकिन 165 किलो वजन कम करने के बाद अब वे 130 किलो के हो गए हैं। देखा जाए तो फोटो में ही निकोलस में साफ फर्क दिखने लगा है। आखिर यह हुआ कैसे चलिए जानते हैं।
छोटी उम्र से ही मोटापा (Weight Loss)
निकोलस की हाइट 5 फीट 9 इंच है, उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया कि मैं बचपन से ही ज्यादा वजन के चलते काफी परेशान रहता था। उन्होंने कहा कि वे शारीरिक तौर पर एक्टिव नहीं रहते थे। (Weight Loss)
वजन ज्यादा (Weight Loss) होने की वजह से वे किसी भी फंक्शन में नहीं जाते थे। मोटापे के कारण पब्लिक ट्रांसपोर्ट में नहीं जा सकता था, घुटने में दर्द (Knee Pain), सांस लेने में तकलीफ और शरीर में दर्द के अलावा घूमने में भी परेशानी होती थी।
डॉक्टर ने कहा कि मर जाओगे
निकोलस ने बताया कि जब वे डॉक्टर के पास गए तो उन्होंने कहा कि यदि सेहत पर ध्यान नहीं दिया तो मैं 3-5 साल के अंदर मर जाऊंगा।
बस फिर क्या था उनकी उस बात ने यह अहसास करा दिया कि मुझे अपने तरीके बदलने होंगे, क्योंकि मैं लंबे वक्त तक जीना चाहता था। वजन कम करनेमें मेरी दादी ने खूब मदद की।
वे मुझे वजन कम करने के लिए प्रेरित करती थीं, लेकिन उनकी 2019 में मौत हो गई। वे पतला देखना चाहती थीं, तब मैने उनके वादे को निभाने के लिए खुद को वजन कम करने में लगा दिया।
ऐसे किया वजन कम
निकोलस ने बताया कि वजन कम (Weight Loss) करने के लिए मैंने स्ट्रिक्ट डाइटिंग नहीं की। मैने बस अपने खाने का तरीके बदल दिया था। कैलोरी को गिनना स्टार्ट कर दिया था।
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Financetime.in जावेद अख्तर अपने बचपन की एक शानदार थ्रोबैक फोटो में
जावेद अख्तर की एक महान विरासत। (सौजन्य: azmishabana18) नयी दिल्ली: शबाना आज़मी की इंस्टाग्राम पर नवीनतम प्रविष्टि सभी प्यारा है। दिग्गज अभिनेत्री ने शनिवार को अपने पति जावेद अख्तर की जवानी की एक तस्वीर साझा की। यह निश्चित रूप से आपको रोमांचित कर देगा। अतीत के काले और सफेद धमाकों में गीतकार की हंसी का एक बहुत छोटा संस्करण दिखाई देता है और शबाना आज़मी अपनी अभिव्यक्ति के लिए पर्याप्त नहीं हैं।…
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*🚩🔱❄«ॐगं गणपतये नमः🔱🚩*
🌹 *सुप्रभात जय श्री राधे राधे*🌹
📖 *आज का पंचांग, चौघड़िया व राशिफल(सप्तमी तिथि)*📖
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
#वास्तु_ऐस्ट्रो_टेक_सर्विसेज_टिप्स
#हम_सबका_स्वाभिमान_है_मोदी
#योगी_जी_हैं_तो_मुमकिन_है
#देवी_अहिल्याबाई_होलकर_जी
#योगी_जी
#JaiShriRam
#yogi
#jodhpur
#udaipur
#RSS
#rajasthan
#hinduism
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
दिनांक :-13-फरवरी-2023
वार:--------सोमवार
तिथी:------07सप्तमी:-09:46
माह:--------फाल्गुन
पक्ष:---------कृष्णपक्ष
नक्षत्र:--------विशाखा:-26:35
योग :----------वृद्बि:-14:15
करण:--------बव:-09:46
चन्द्रमा:----तुला:-20:37/वृश्चिक
सुर्योदय:--------07:19
सुर्यास्त:---------18:25
दिशा शूल---------पूर्व
निवारण उपाय:---दर्पण देखकर यात्रा करें
ऋतु:------------शिशिर-बंसत
गुलिक काल:---14:06से 15:31
राहू काल:------08:27से 09:52
अभीजित-------12:19से13:04
विक्रम सम्वंत .........2079
शक सम्वंत ............1944
.युगाब्द ..................5124
सम्वंत सर नाम:------नल
🌞चोघङिया दिन🌞
अमृत:-07:19से08:44तक
शुभ:-10:09से11:34तक
चंचल:-14:10से15:35तक
लाभ:-15:35से17:00तक
अमृत:-17:00से18:25तक
🌓चोघङिया रात🌗
चंचल:-18:25से20:00तक
लाभ:-23:12से00:48तक
शुभ:-02:36से04:12तक
अमृत:-04:12से05:44तक
चंचल:-05:44से07:19तक
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
आज के विशेष योग
वर्ष का 317वा दिन, श्री नाथजी पाटोत्सव (नाथद्बारा, राजस्थान), कालाष्टमी, अष्टका श्राद्ध,जैन अष्टमी, यमघण्टयोग सूर्योदय से 26:35, सूर्य कुम्भ में 09:43, संक्रांति पुण्यकाल सूर्योदय से 09:45,
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
🙏👉वास्तु टिप्स👈🙏
उल्लु पर विराजमान माता लक्ष्मी की तस्वीर घर में ना लगाएं।
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
*सुविचार*
बचपन मे घडी ना होने पर
भी सबके पास समय रहता था अब सबके पास घडी़ तो है मगर समय किसी के पास नही हैं।👍🏻राधे राधे
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
*💊💉आरोग्य उपाय🌿🍃*
बड़ी हरड़ का वक्कल ,सनायपत्र और एलुआ 20-20 ग्राम सेंध�� नमक 10ग्राम।हरड़ को घी के साथ भूनें और फिर सबको कूट छान कर एकत्र करें।पाँच से दस ग्राम सुखोष्ण पानी के साथ रात्रि शयन से पूर्व लें,कब्ज शीघ्र नष्ट होगा। अभयदि चूर्ण नाम से बाजार में भी मिलता है।
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
*🐑🐂 राशिफल🐊🐬*
☀️ मेष राशि :- आज सेहत को लेकर जागरुक होंगे। किसी को मंहगा गिफ्ट देने से पहले सोच लें। कैरियर के लिहाज से दिन अ��्छा रहेगा। परिवार के साथ किए गये किसी वादे को निभाने की जरुरत है। किसी करीबी के साथ घूमने का प्लान बना सकते हैं। पढ़ाई में किसी का समर्थन मिल सकता है। कोई आपकी तरफ आकर्षित हो सकता है। शुभ अंक - 4 और शुभ रंग - टरक्वॉइश है।
☀️ वृषभ राशि :- आज किसी व्यवसाय से नाम और पैसा मिलेगा। किसी भी गलती से बचने के लिए खुद को तनाव से दूर रखेँ। किस वस्तु में सोच समझकर निवेश करें। परिवार के लोग आपकी प्रशंसा करेंगे। किसी यात्रा पर जाने से पहले अच्छे से प्लानिंग कर लें। छात्र अपनी पसंदीदा चीज करने में नाकामयाब होंगे। विवाह योग्य लोगों को भी इंतजार करना पड़ सकता है। शुभ अंक - 4 और शुभ रंग - नीला है।
☀️ मिथुन राशि :- आज किसी समारोह में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने में कामयाब होंगे। किसी बीमारी में घरेलू उपचार अपनाना फायदेमंद रहेगा। शेयर मार्केट से जुड़े लोगों के लिए दिन लाभदायक साबित होगा। परिवार के किसी बुजुर्ग की सेहत का ख्याल रखें। किसी दोस्त के साथ यात्रा पर जा सकते हैं। पढ़ाई में आपका प्रदर्शन अच्छा रहेगा। अपने साथी के साथ समय बिताने का मौका मिलेगा। शुभ अंक - 9 और शुभ रंग - पीच है।
☀️ कर्क राशि :- आज आर्थिक मोर्चे पर किसी की सलाह आपके काफी काम आएगी। सेहतमंद रहने के लिए नियमित व्यायाम करें। कार्यक्षेत्र पर कुछ समस्याएं हो सकती हैं। परिवार के लोग घर पर किए गए बदलावों का स्वागत करेंगे। प्रॉप्रर्टी खरीदने के योग बन रहे हैं। किसी खूबसूरत जगह घूमने का प्लान बना सकते हैं। अपने साथी से प्यार और स्नेह मिलेगा। शुभ अंक - 6 और शुभ रंग - गाढ़ा लाल है।
☀️ सिंह राशि :- आज आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी। किसी बीमारी में घरेलू उपचार अपनाना फायदेमंद रहेगा।
कार्यक्षेत्र पर सीनियर्स को प्रभावित करने की कोशिश करेंगे। परिवार में तनाव का माहौल रहेगा। खानदानी प्रॉप्रर्टी मिलने के योग हैं। दोस्तों के साथ कहीं घूमने का प्लान बना सकते हैं। किसी के साथ मिलने का मौका मिल सकता है। शुभ अंक - 2 और शुभ रंग - मजेंटा है।
☀️ कन्या राशि :- आज अचानक धन लाभ के योग बन रहे हैं। वजन नियंत्रित करने के लिए खानपान में बदलाव लाएं। परिवार में शांति का माहौल बनाने की कोशिश करें। आवागमन का नया साधन मिलने से ऑफिस आना जाना आसान होगा। आज के दिन प्रॉप्रर्टी संबंधित कोई काम ना करें। प्रतियोगी परीक्षा में सफलता प्राप्ति के योग हैं। अपने साथी के करीब महसूस करेंगे। शुभ अंक - 8 और शुभ रंग - महरुन है।
☀️ तुला राशि :- आज किसी स्कीम में पैसा लगाना फायदेमंद रहेगा। सेहतमंद रहने के लिए दिनचर्या में बदलाव लाएं। कार्यक्षेत्र पर अपना विकल्प देने से पहले दो बार सोच लें। किसी नए घर या शहर में शिफ्ट हो सकते हैं। किसी प्रतियोगी परीक्षा में प्रतिभा दिखाने का मौका मिलेगा। परिवार में शांति बनाने की कोशिश करें। जीवन-साथी के साथ मतभेद हो सकते हैं। शुभ अंक - 1 और शुभ रंग - लाइट ग्रे है।
☀️ वृश्चिक राशि :- आज किसी महंगी वस्तु की खरीद��ारी करने में कामयाब होंगे। सेहतमंद रहने के लिए स्वस्थ दिनचर्या अपनाएं। टूरिज्म के क्षेत्र से जुड़े लोगों को लाभ होगा। परिवार के किसी सदस्य को चालाकी से संभालने की जरूरत है। किसी यात्रा पर जाने से पहले अच्छे से प्लानिंग कर लें। किसी स्पोर्टस के लिए गंभीर हो सकते हैं। जीवन-साथी के साथ मतभेद हो सकते हैं। शुभ अंक - 6 और शुभ रंग - गाढ़ा लाल है।
☀️ धनु राशि :- आज कैरियर के लिहाज से दिन अच्छा है। किसी वाहन या महंगी चीज की खरीददारी कर सकते हैं। खाने के शौकीन लोगों को किसी दावत का निमंत्रण मिल सकता है। परिवार के किसी सदस्य को अपनी जिद पूरी करने के लिए मनाएंगे। प्रॉप्रर्टी संबंधित कामों के लिए दिन अच्छा है। उच्च शिक्षा कर रहे लोग पढ़ाई पर ध्यान दें। प्रेम संबंधों को लेकर ईमानदार रहें। शुभ अंक - 4 और शुभ रंग - टरक्वॉइश है।
☀️ मकर राशि :- आज घर के लिए किसी बड़ी वस्तु की खरीददारी कर सकते हैं। सेहत को लेकर अच्छा विकल्प चुनेंगे। कार्यक्षेत्र पर किसी प्रोजेक्ट पर मेहनत करने की जरूरत है। किसी मामले में आपका दृष्टिकोण आपको विजयी बनाएगा। परिवार के कुछ मामले आपको परेशान कर सकते हैं। किसी कार्य को सीखने का मौका मिलेगा। आपके साथी को आपसे काफी उम्मीदें हैं। शुभ अंक - 2 और शुभ रंग - पर्पल है।
☀️ कुंभ राशि :- आज खानपान की आदत पर ध्यान दें। अचानक कोई खर्चा आ सकता है। किसी प्रतियोगी परीक्षा में अपना सर्वश्रेष्ठ देंगे। किसी की भावनाओं को आहत करने से बचें। पढ़ाई में छात्रों का प्रदर्शन अच्छा रहेगा। अपने दिन को अच्छे से प्लान करें। प्रेम संबंधों के लिए दिन अच्छा है। शुभ अंक - 4 और शुभ रंग - वॉयलेट है।
☀️ मीन राशि :- आज धन संबंधित मामलों के लिए दिन अच्छा है। किसी नई जगह जाना सेहत के लिए अच्छा रहेगा। अधूरे कामों को पूरा करने की कोशिश करें। परिवार के लोग आपकी जरूरत को समझेंगे। किसी प्रॉप्रर्टी की खरीददारी कर सकते हैं। सुदूर पढ़ाई कर रहे लोगों के लिए दिन अच्छा रहेगा। किसी के साथ प्रेम संबंधों की शुरुआत होगी। शुभ अंक - 9 और शुभ रंग - सेंडी ब्राउन है।
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मछुआरा, धोबी और राजा की बेटी एकसाथ, इन तीन शूटर लड़कियों ने देश का सीना गर्व से चौड़ा कर दिया
हांगझोऊ: तस्वीर के बीच में एक गरीब मछुआरे की बेटी, जिसने हवा में उड़ते लक्ष्य को मार गिराने का धैर्य मछली पकड़कर जीवन यापन करने की कला से विकसित किया। उनके दाहिनी ओर पटियाला शाही परिवार के वंशज की बेटी और बाईं ओर मध्यप्रदेश के इटारसी के एक ड्राई-क्लीनर की बेटी, जो सेना में सबसे कम उम्र की महिला निशानेबाज में से एक है। चीन के हांगझोऊ में जीवन के तीन अलग-अलग चक्र एकसाथ आ गए। मनीषा कीर, राजेश्वरी कुमारी और प्रीति रजक ने मिलकर महिलाओं की टीम शूटिंग ट्रैप इवेंट में भारत का पहला रजत सिल्वर मेडल जीता।प्रीति रजक और मनीषा कीर को शुरू में एशियाड टीम में जगह नहीं मिली थी, लेकिन ओपनिंग सेरेमनी से चंद रोज पहले बिना किसी स्पष्टीकरण के उन्हें स्क्वॉड में एंट्री मिल गई। चयन में असफलता के कारणों का भले ही आधिकारिक तौर पर खुलासा नहीं किया गया हो, लेकिन निशानेबाजों ने पदक के साथ अपने विरोधियों को गलत साबित कर दिया। मनीषा कीर: मछली पकड़ने से लेकर शॉटगन थामने तक का सफरखासतौर पर मनीषा कीर, जिन्होंने चौथी सीरीज में सारे 25 लक्ष्य भेदकर भारत को पोडियम तक पहुंचाया। 24 वर्षीय यह शूटर वीमेंस सिंगल फाइनल में पहुंचने वाली एकमात्र भारतीय भी थे, लेकिन छठे स्थान पर बाहर हो गई। मगर आखिरी में जगह की निशानेबाजी और टीम के लिए सिल्वर मेडल के साथ-साथ उन्होंने और भी बहुत कुछ हासिल किया। शॉटगन शूटिंग, जिसे राजपरिवार का खेल माना जाता है, वहां एक निम्न मध्यमवर्गीय परिवार की आम लड़की का ��हुंचना खास बात है।मनीषा को दिग्गज मानशेर सिंह ने दिया मौकामनीषा कीर की निशानेबाजी की शुरुआत आकस्मिक थी। बचपन में वह अपने पिता के साथ मछलियां पकड़ने और बेचने जाया करती थीं। भारतीय निशानेबाजी के दिग्गज मानशेर से हुई अचानक मुलाकात ने उनकी जिंदगी बदलकर रख दी। ओलिंपियन और अर्जुन पुरस्कार विजेता, मानशेर पिछड़े बैकग्राउंड से आने वाले ऐसे ही लोगों की तलाश में हैं, जो शूटिंग जैसा महंगा खेल नहीं खेल सकते। एमपी राज्य अकादमी के भोपाल स्थित शूटिंग रेंज में उन्होंने एक ट्रायल के दौरान कोने में पीछे खड़ी मनीषा कीर को बेकार खड़ा देखा और उसे शूटिंग का मौका दिया। उस पल के बाद, मनीषा कीर ने पीछे मुड़कर नहीं देखा, वह भारत की सबसे बेहतरीन महिला शॉटगन निशानेबाजों में से एक बन गईं।प्रीति भी एमपी से निकला कोहिनूरमनीषा कीर की ही तरह 20 वर्षीय प्रीति रजक भी मध्यप्रदेश राज्य अकादमी की खान से निकला कोहिनूर हैं, जो बाद में इंदौर के उपनगर महू स्थित आर्मी स्पोर्ट्स इंस्टीट्यूट में सबसे कम उम्र की महिला निशानेबाजों में से एक बन गई। हालांकि तीनों में 31 वर्षीय राजेश्वरी के लिए शूटिंग सबसे स्वाभाविक बात थी, जिन्होंने हाल ही में पेरिस ओलिंपिक के लिए कोटा भी हासिल किया है। एथलीटों और निशानेबाजों के परिवार में जन्में उनके पिता रणधीर, जिनके चाचा यादवेंद्र सिंह पटियाला के आखिरी महाराजा थे, ने 1968 और 1984 के बीच लगातार पांच ओलिंपिक में देश का प्रतिनिधित्व किया।राजपरिवार की राजेश्वरीएशिया ओलिंपिक परिषद के कार्यवाहक अध्यक्ष रणधीर कहते हैं, 'उसे शुरू में कारतूसों की आवाज बिल्कुल पसंद नहीं थी, उसे तेज आवाजें कभी अच्छी नहीं लगी, लेकिन फिर उसने अचानक शूटिंग शुरू कर दी। हमारी विरासत बहुत पुरानी है। मेरे परदादा, दादा, चाचा, मैं और अब राजेश्वरी। वह मुझसे कहीं अधिक मेहनत करती है।'पिता ने दिया बेटी को मेडलरणधीर के लिए यह पदक सिर्फ इसलिए खास नहीं था क्योंकि यह पदक उनकी बेटी ने जीता था बल्कि इसलिए कि मंच पर इतिहास ने भी खुद को दोहराया था। जब रणधीर ने 1982 के एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीता तो उन्हें यह पदक उनके पिता भालिंदर सिंह से मिला, जो एशियाई खेल महासंघ के अध्यक्ष थे। रविवार को रणधीर ने ही अपनी बेटी को रजत पदक दिया। रणधीर कहते हैं, 'तो इतिहास खुद को दोहरा रहा है और खेल में परिवार की विरासत जारी है। राजेश्वरी अपने परिवार की विरासत को आगे बढ़ा रही हैं, उनके साथी अपना रास्ता खुद बना रहे हैं। http://dlvr.it/Swt39Z
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नीतू कपूर के फैमिली एल्बम की बस एक और अनमोल याद। बोनस: रणबीर की क्यूट तस्वीर
नीतू कपूर ने इस तस्वीर को साझा किया। (शिष्टाचार: नीतू54) नीतू कपूर की इंस्टाग्राम टाइमलाइन थ्रोबैक रत्नों से भरी पड़ी है। खुद को और दिवंगत पति, दिग्गज अभिनेता ऋषि कपूर या उनके फ्रेम को पेश करने वाले अनमोल पल हों रणबीर कपूर’का बचपन, नीतू कपूर यह सब अपने प्रशंसकों के साथ ऑनलाइन साझा करती हैं। नहीं, हम शिकायत नहीं कर रहे हैं। वास्तव में, हम इसे प्यार करते हैं। अब, उसने अपने परिवार की छुट्टियों में…
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