Tumgik
#फैटी लिवर में क्या दही खाना चाहिए?
khulkarjiyo · 1 year
Text
21 day Fatty Liver Diet plan in Hindi (लिवर स्वस्थ को रखने के लिए आहार)
Fatty liver एक ऐसी बीमारी है जो लीवर पर ज़्यादा वसा जमा होने की वजह से पैदा होती है इसमें लीवर पर सूजन आ जाती है और लीवर के ऊपर वसा जम जाती है ज्यादातर लोगों को इसके कोई लक्षण नहीं होते तो उन्हें इससे ज्यादा समस्या भी नहीं होती, लेकिन कुछ लोगों को लक्षण नजर आते हैं तो उन्हें बहुत ज्यादा नुकसान भी हो सकता है। 21 day fatty liver diet plan in hindi लेकिन आपके लिए अच्छी खबर यह है कि आप अपनी…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
sabkuchgyan · 4 years
Text
ये 10 पावरफुल फल जो रखें हमेशा आपके लीवर को फिट
ये 10 पावरफुल फल जो रखें हमेशा आपके लीवर को फिट #LiverFoods #Health #Ayurveda #HealthTips #DailyLife #HappyLife
हेल्थ डेस्क:लीवर (Liver Foods) शरीर के कई कार्यों को नियंत्रित करता है और विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है। अगर लिवर खराब हो जाता है तो हेपेटाइटिस, फैटी लिवर, लिवर सिरोसिस, एल्कोहॉलिक लिवर डिजीज, और लिवर कैंसर जैसी कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसे आहार बताएंगे, जिनकी वजह से लिवर के विषैले टॉक्सिन्स आसानी से बाहर निकल जाएंगे। अगर आप भी अपने लिवर को स्वस्थ रखना चाहते…
View On WordPress
0 notes
gethealthy18-blog · 5 years
Text
मक्खन (बटर) के फायदे, उपयोग और नुकसान – Butter (Makhan) Benefits and Side Effects in Hindi
New Post has been published on http://healingawerness.com/getting-healthy/getting-healthy-women/%e0%a4%ae%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%96%e0%a4%a8-%e0%a4%ac%e0%a4%9f%e0%a4%b0-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%ab%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a4%a6%e0%a5%87-%e0%a4%89%e0%a4%aa%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%97-%e0%a4%94/
मक्खन (बटर) के फायदे, उपयोग और नुकसान – Butter (Makhan) Benefits and Side Effects in Hindi
मक्खन (बटर) के फायदे, उपयोग और नुकसान – Butter (Makhan) Benefits and Side Effects in Hindi Bhupendra Verma Hyderabd040-395603080 December 24, 2019
अच्छी सेहत और रोगों को दूर रखने के लिए पोषक तत्वों से युक्त आहार को प्राथमिकता देना जरूरी है। ऐसे में उचित आहार का चुनाव करना हमारे लिए जरूरी होता है। यही नियम मक्खन पर भी लागू होता है। अब आप सोचेंगे कि मक्खन कैसे सेहत के लिए लाभदायक हो सकता है। इसमें तो जरूरत से ज्यादा फैट होता है, लेकिन तब भी हम यही कहेंगे कि कुछ मामलों में मक्खन सेहत के लिए फायदेमंद है। अब सेहत के लिहाज से कौन-सा मक्खन खाना चाहिए और कौन सा नहीं, यह आपको लेख में आगे जानने को मिलेगा। स्टाइलक्रेज के इस आर्टिकल में हम मक्खन के फायदे, मक्खन के नुकसान और मक्खन का उपयोग कैसे करें, इस बारे में विस्तार से बताएंगे।
विषय सूची
इस आर्टिकल में सबसे पहले हम यह जानेंगे कि मक्खन क्या है।
मक्खन क्‍या है? – What is Butter in Hindi
मक्खन एक तरह का डेयरी उत्पाद है। इसे दही, लस्सी, मलाई व दूध को मथकर निकाला जाता है। मक्खन को दधिज या माखन के नाम से भी जाना जाता है। मक्खन कई प्रकार के होते हैं, जिनमें दूध से बना बटर, पीनट बटर व कोको बटर मुख्य है। मक्खन में ऊर्जा, वसा और प्रोटीन जैसे मुख्य पोषक तत्व होते हैं (1)। मोनोअनसैचुरेटेड और पॉलीअनसैचुरेटेड फैट वाला बटर का सेवन बेहतर होता है। ध्यान रहे कि इतने गुणों के बाद भी इसे कम मात्रा में सेवन करना ही उचित होगा। ऐसा इसलिए, क्योंकि अगर हाई सैचुरेटेड फैट और ट्रांस फैट वाले बटर का सेवन कर रहे हैं, तो हृदय रोग की समस्या बढ़ सकती है (2)। इस आर्टिकल में आगे हम बटर का उपयोग करने के विभिन्न तरीकों व फायदों के बारे में विस्तार से बताएंगे।
आर्टिकल के अगले हिस्से में बटर के फायदे जानेंगे।
मक्खन (बटर) के फायदे – Benefits of Butter in Hindi
स्वास्थ्य के लिहाज से मक्खन के कई फायदे हैं, जिनके बारे में हम यहां बता रहे हैं। साथ ही हम स्पष्ट कर दें कि इसे दवा या किसी मेडिकल ट्रीटमेंट का विकल्प न समझा जाए। यह घरेलू नुस्खे की तरह सिर्फ स्वस्थ्य रहने में मदद कर सकता है। वहीं, अगर कोई बीमार है, तो उसे डॉक्टर की सलाह पर ही इसका सेवन करना चाहिए।
1. हृदय को स्वस्थ रखने के लिए
हृदय को स्वस्थ रखने की बात करें, तो इस मामले में पीनट बटर सबसे बेहतर है, क्योंकि इसमें मोनोअनसैचुरेटेड फैट पाए जाता हैं, जिसे स्वास्थ्य के लिए लाभदायक माना जा सकता है। मोनोअनसैचुरेटेड फैट, कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम करने में मदद कर सकता है। शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम होने पर हृदय रोग से बचना आसान हो जाता है। वहीं, आम बटर में सैचुरेटेड फैट की मात्रा ज्यादा पाई जाती है (3)। इसलिए, ऐसा ��ाना जा सकता है कि मक्खन के फायदे स्वस्थ हृदय के लिए हो सकते हैं।
2. पेट व वजन को कम करे
पेट को बढ़ाने से रोकने में मक्खन का सेवन मददगार हो सकता है। दरअसल, कम फैट वाले आहार का सेवन करने पर बढ़ते मोटापा से छुटकारा पाया जा सकता है। इसके अलावा, कंजुगेटेड लिनोलिक एसिड (CLA) युक्त खाद्य पदार्थ के सेवन से भी वजन को जरूरत से ज्यादा बढ़ने से रोका जा सकता है (4) (5) (6)। इसमें पेट का बढ़ना भी शामिल है। वहीं मक्खन में यह गुण पाया जाता है। फिलहाल, इस संबंध में और शोध किए जाने की जरूरत है (7)।
3. प्रतिरक्षा को मजबूत करने में मददगार
द नेशनल एकेडमी प्रेस (The National Academies Press) के मुताबिक, कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली के कारण शरीर में संक्रमण और कई अन्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। वहीं, प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने के लिए विटामिन-ए मददगार हो सकता है। जिन खाद्य आहार में विटामिन-ए पाए जाते हैं, उनमें मक्खन भी शामिल है (8)। इसलिए, मक्खन को इम्यून सिस्टम के लिए लाभकारी कहा जा सकता है, लेकिन इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि मक्खन कम फैट वाला होना चाहिए। अभी इस संबंध में और शोध किए जाने की जरूरत है।
4. एंटी कैंसर की तरह
बटर के फायदे कैंसर जैसी जानलेवा समस्या को दूर रखने के लिए हो सकते हैं। पीनट में आइसोफ्लेवोन्स, फाइटोस्टेरोल, रेसवेराट्रोल और फेनोलिक एसिड पाए जाते है, जो एक तरह कि एंटी कैंसर की तरह काम करता है। चुकी पीनट बटर, पीनट से बनाए जाते हैं। जो कैंसर की समस्या को दूर रखने के साथ साथ इसके लक्षण से भी राहत दिलाने का काम कर सकता है। इसलिए, ऐसा कहा जा सकता है कि पीनट बटर को एंटी-कैंसर की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है (9)।
5. इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम का इलाज
इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम पेट से जुड़ी समस्या है। इसमें कब्ज, एसिडिटी, बदहजमी व डायरिया आदि समस्याएं हो सकती हैं (10)। इस समस्या से बचने के लिए सीमित मात्रा में बटर का सेवन किया जा सकता है। बटर में ब्यूटायरेट (butyrate) नामक कंपाउंड पाया जाता है, जो शॉट चेन फैटी एसिड का एक प्रकार है (11)। पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने के मामले में ब्यूटायरेट पर भरोसा किया जा सकता है। ब्यूटायरेट आंतों में सूजन को होने से रोक सकता है। साथ ही तरल पदार्थ व इलेक्ट्रोलाइट के स्तर को संतुलित बनाए रखने में मदद कर सकता है (12)। इस प्रकार कहा जाता सकता है कि मक्खन के फायदे में इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम से बचना भी शामिल है। 
इस आर्टिकल के अगले हिस्से में मक्खन के पौष्टिक तत्व के बारे में जानेंगे।
मक्खन के पौष्टिक तत्व – Butter Nutritional Value in Hindi
मक्खन में कौन-कौन से पोषक तत्व पाए जाते हैं, उस बारे में हम नीचे एक टेबल के जरिए बता रहे हैं (1):
पोषक तत्व मूल्य प्रति 100 g पानी 15.87 g ऊर्जा 717 kcal प्रोटीन 0.85 g टोटल लिपिड (फैट) 81.11 g कार्बोहाइड्रेट 0.06 g शुगर 0.06 g कैल्शियम, Ca 24 Mg आयरन Fe 0.02 Mg मैग्नीशियम, Mg 2 Mg फॉस्फोरस, P 24 Mg पोटैशियम, K 24 Mg सोडियम, Na 643 Mg जिंक 0.09 Mg थायमिन 0.005 Mg राइबोफ्लेविन 0.034 Mg नियासिन 0.042 Mg विटामिन बी-6 0.003 Mg फोलेट 3 µg विटामिन ई 2.32 Mg फैटी एसिड, टोटल सैचुरेटेड 51.368 g फैटी एसिड, टोटल मोनोअनसैचुरेटेड 21.021 g फैटी एसिड, टोटल पोलीअनसैचुरेटेड 3.043 g
आइए, अब यह भी जान लेते हैं कि मक्खन का उपयोग किस प्रकार किया जा सकता है।
मक्खन का उपयोग – How to Use Butter in Hindi
मक्खन को कई तरह से इस्तेमाल किया जा सकता है, जिनमें से सबसे आम तरीकों के बारे में हम यहां बता रहे हैं।
कैसे खाएं:
ब्राउन ब्रेड पर मक्खन (बटर) को लगाकर खाया जा सकता है।
रोटी या पराठे के साथ भी मक्खन को खाया जा सकता है।
कुछ मक्खन ऐसे होते हैं, जिनसे सब्जी बनाकर भी खाया जा सकता है।
कई आहार में बटर को ऊपर से गार्निश किया जा सकता है।
बटर को आमलेट बनाने के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
कब खाएं:
सुबह ब्रेड के साथ खाया जा सकता है।
दोपहर या रात की सब्जी तैयार करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।
शाम के नाश्ता में आमलेट के साथ इस्तेमाल कर सकते हैं।
कितना खाएं:
प्रतिदिन एक चम्मच या 14 g मक्खन खाना स्वास्थ्य के लिहाज से फायदेमंद हो सकता है (13)। फिर भी इसके सेवन से पहले आहार विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। वह आपके स्वास्थ्य के अनुसार इसकी उचित मात्रा का सही जानकारी देंगे।
आगे हम बता रहे हैं कि मक्खन के सेवन से क्या-क्या नुकसान हो सकते हैं।
मक्खन के नुकसान – Side Effects of Butter in Hindi
जिस तरह बटर के फायदे हैं, उसी तरह हाई सैचुरेटेड फैट वाले मक्खन के सेवन से नुकसान भी हो सकते हैं (2), जो इस तरह से हैं:
मक्खन में सैचुरेटेड फैट की मात्रा अधिक होती है। इसके अधिक मात्रा में सेवन से कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का जोखिम हो सकता है (14)।
मक्खन के सेवन से कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने पर हृदय रोग की समस्या भी हो सकती है (15)।
मक्खन में वसा की अच्छी मात्रा पाई जाती है। इसलिए, इसके अधिक मात्रा में सेवन करने पर मोटापा बढ़ सकता है।
इस आर्टिकल को पढ़कर यह तो समझ आ ही गया होगा कि मक्खन कितने प्रकार के होते हैं। साथ ही किस तरह के बटर का सेवन उचित होगा। आप मक्खन जरूर खाएं, लेकिन कम फैट वाला और सीमित मात्रा में। साथ ही ध्यान रहे मक्खन किसी भी बीमारी का उपचार नहीं है। इन गंभीर बीमारी की अवस्था में मेडिकल ट्रीटमेंट से बेहतर कुछ नहीं है। उम्मीद करते हैं कि यह लेख आपके लिए उपयोगी सिद्ध होगी। अगर आपके पास इस लेख से जुड़ी अन्य जानकारी या सुझाव है, तो उसे नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स के माध्यम से हम तक पहुंचा सकते हैं।
The following two tabs change content below.
Latest posts by Bhupendra Verma (see all)
मक्खन (बटर) के फायदे, उपयोग और नुकसान – Butter (Makhan) Benefits and Side Effects in Hindi – December 24, 2019
टूना मछली के फायदे और नुकसान – Tuna Fish Benefits and Side Effects in Hindi – December 23, 2019
सीलिएक रोग के कारण, लक्षण और इलाज – Celiac Disease Causes, Symptoms and Treatment in Hindi – December 23, 2019
दलिया के फायदे और नुकसान – Bulgur Wheat (Daliya) Benefits and Side Effects in Hindi – December 20, 2019
फोड़े फुंसी के कारण, लक्षण और घरेलू उपाय – Abscess Causes, Symptoms and Home Remedies in Hindi – December 17, 2019
Bhupendra Verma
भूपेंद्र वर्मा ने सेंट थॉमस कॉलेज से बीजेएमसी और एमआईटी एडीटी यूनिवर्सिटी से एमजेएमसी किया है। भूपेंद्र को लेखक के तौर पर फ्रीलांसिंग में काम करते 2 साल हो गए हैं। इनकी लिखी हुई कविताएं, गाने और रैप हर किसी को पसंद आते हैं। यह अपने लेखन और रैप करने के अनोखे स्टाइल की वजह से जाने जाते हैं। इन्होंने कुछ डॉक्यूमेंट्री फिल्म की स्टोरी और डायलॉग्स भी लिखे हैं। इन्हें संगीत सुनना, फिल्में देखना और घूमना पसंद है।
संबंधित आलेख
फैटी लिवर के कारण, लक्षण और घरेलू इलाज – Fatty Liver Causes, Symptoms and Remedies in Hindi
जानिए फैटी लिवर के कारण, लक्षण और घरेलू इलाज के बारे में। लिवर की कोशिकाओं में अधिक मात्रा में फैट बढ़ जाती है, तो फैटी लिवर की समस्या सामने आती है। फैटी लिवर के कारण तथा इसके लक्षण क्‍या हैं, इसके बारे में विस्‍तार जानने के लिए पढ़े ये लेख…
पत्ता गोभी के 12 फायदे, उपयोग और नुकसान – Cabbage (Patta Gobhi) Benefits, Uses and Side Effects in Hindi
जानिए पत्ता गोभी के फायदे, उपयोग और नुकसानों के बारे में। पत्ता गोभी में विटामिन, आयरन और पोटेशियम आदि शामिल होते है। कैंसर, मधुमेह, हृदय स्वास्थ्य जैसे और भी कई सारे फायदों के बारे में विस्तारित जानने के लिए पढ़े ये लेख…
केले के 31 फायदे, उपयोग और नुकसान – Banana (Kela) Benefits, Uses and Side Effects in Hindi
जानिए केले के फायदे और नुकसानों के बारे में। केले का सेवन स्वास्थ्य के लिए बोहोत फायदेमंद माना जाता है। सेहत, त्वचा और बालो के लिए किस तरह से केले का प्रयोग करना चाहिए इस बारे में विस्तारित जानने के लिए पढ़े ये लेख…
बाल बढ़ाने के लिए दही का उपयोग – Yogurt For Hair Growth in Hindi
बालों को खूबसूरत बनाने के लिए आप न जाने कैसे-कैसे रासायनिक हेयर केयर प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करते होंगे। आपने बालों की खूबसूरती के लिए पार्लर जाकर भी अपनी जेब जरूर ढीली की होगी,
जलने पर तुरंत राहत पाने के लिए घरेलू उपाय – Home Remedies For Burns in Hindi
जीवन में छोटी-छोटी गलतियां बड़े हादसे का कारण बन सकती हैं, फिर चाहे आप घर में ही क्यों न हो। कुछ हादसों में शरीर पर कट लगने या खून निकलने की जगह त्वचा जल जाती है, जो कष्टदायक अवस्था है। अकेले भारत में लगभग छह से सात लाख लोग हर वर्ष इस हादसे का शिकार होते हैं।
Source: https://www.stylecraze.com/hindi/butter-ke-fayde-upyog-aur-nuksan-in-hindi/
0 notes
gethealthy18-blog · 5 years
Text
फैटी लिवर डाइट – क्या खाना चाहिए और नहीं खाना चाहिए – Fatty Liver Diet in Hindi
New Post has been published on http://healingawerness.com/getting-healthy/getting-healthy-women/%e0%a4%ab%e0%a5%88%e0%a4%9f%e0%a5%80-%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%b5%e0%a4%b0-%e0%a4%a1%e0%a4%be%e0%a4%87%e0%a4%9f-%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%96%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a4%be/
फैटी लिवर डाइट – क्या खाना चाहिए और नहीं खाना चाहिए – Fatty Liver Diet in Hindi
Ankit Rastogi Hyderabd040-395603080 July 18, 2019
बिगड़ी दिनचर्या और असंतुलित खान-पान कई गंभीर रोगों को बुलावा दे सकता है। इन्हीं बीमारियों में से एक है फैटी लिवर, जो असमय और उल्टे-सीधे भोजन के कारण हो सकती है। बता दें कि लिवर का खराब होना पूरे शरीर की क्रियाशीलता और गतिविधियों को नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए, अगर आपको जरा भी आशंका हो कि आप फैटी लिवर की समस्या से ग्रस्त हो रहे हैं, तो जरूरत है अपनी बिखरी हुई आहार शैली यानी फैटी लिवर डाइट को सुधारने की। आहारशैली में जरा-सा बदलाव आपको इस बीमारी के गंभीर परिणामों से बचा सकता है।
स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम आपको फैटी लिवर से संबंधित लक्षणों, कारणों और होने वाले दुष्परिणामों के बारे में बताएंगे। साथ ही आपको लेख की सहायता से इससे बचाव के उपायों के बारे में भी जानकारी देंगे।
फैटी लिवर में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए, इन पहलुओं को जानने से पहले जरूरी होगा कि हम फैटी लिवर क्या होता है और क्यों होता है इस बारे में जान लें।
विषय सूची
फैटी लिवर क्या है?
बता दें लीवर भोजन को पचाने में मदद करता है और शरीर को ऊर्जा देता है। किसी भी व्यक्ति के लिवर में वसा की मात्रा सामान्य से अधिक होने की स्थिति को फैटी लिवर कहा जाता है। फैटी लिवर की समस्या मुख्य रूप से दो प्रकार से होती है (1)-
नॉन एल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज (NAFLD): असंतुलित आहार इसका मुख्य कारण हो सकता है। आहारशैली में सुधार न होने की स्थिति में नॉनक्लोरिक स्टीटोहेपेटाइटिस (एनएएसएच), फाइब्रोसिस, सिरोसिस या फिर लिवर कैंसर जैसी गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
एल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज (AFLD): अधिक शराब का सेवन इस समस्या का मुख्य कारण होता है। निरंतर लापरवाही भविष्य में एल्कोहलिक फैटी लिवर, एल्कोहलिक हेपेटाइटिस और सिरोसिस जैसी गंभीर बीमारियों का शिकार बना सकती है।
आगे लेख में हम जानेंगे कि फैटी लिवर डाइट में किन-किन खाद्य पदार्थों को शामिल किया जा सकता है।
फैटी लिवर में क्या खाना चाहिए – Food for Fatty Liver in Hindi
1. कॉफी
Shutterstock
फैटी लिवर की समस्या से परेशान लोग फैटी लिवर डाइट में कॉफी का इस्तेमाल कर सकते हैं। कारण यह है कि कॉफी में क्लोरोजेनिक एसिड, पॉलीफेनोल, मेथिलक्सैन्थिन, कैफीन, कार्बोहाइड्रेट, लिपिड, नाइट्रोजन यौगिक, निकोटिनिक एसिड, पोटैशियम और मैग्नीशियम प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। कॉफी में पाए जाने वाले ये तत्व डायबिटीज और मोटापे की समस्या को दूर करने में सहायक साबित होते हैं, जो फैटी लिवर से होने वाले खतरे को काफी हद तक कम कर सकते हैं। साथ ही एक शोध के माध्यम से इस बात को भी प्रमाणित किया गया है कि कॉफी का इस्तेमाल फैटी लिवर की समस्या से निजात दिलाने में सीधे तौर पर सहायक साबित हो सकता है (2) (3)। फिर भी ध्यान रहे कि कॉफी का सेवन सीमित मात्रा में ही किया जाए, वरना फायदे की जगह नुकसान हो सकता है।
2. फिश
फैटी लिवर की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए फैटी लिवर डाइट में फिश ऑयल का इस्तेमाल काफी लाभकारी साबित हो सकता है। बता दें कि फिश ऑयल में एन-3 पॉलीअनसैचुरेटेड फैटी एसिड पाया जाता है, जो फैटी लिवर की समस्या से निजात दिलाने में काफी मददगार साबित हो सकता है (4)।
3. ब्रोकली
फैटी लिवर डाइट में ब्रोकली का उपयोग फैटी लिवर की समस्या को न केवल बढ़ने से रोकता है, बल्कि उससे निजात दिलाने में भी कारगर साबित हो सकता है। कारण यह है कि ब्रोकली में कुछ ऐसे दुर्लभ तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर में ट्राइग्लिसराइड की मात्रा को कम करने का काम करते हैं। इसका यह गुण इसे फैटी लिवर से ग्रस्त रोगी के लिए उपयोगी बना देता है (5)।
4. डेयरी प्रोडक्ट्स
एक शोध के माध्यम से इस बात का पता चलता है कि फैटी लिवर डाइट मेनू में डेयरी प्रोडक्ट्स को शामिल करना लाभकारी साबित हो सकता है। इनका उपयोग शरीर में इंसुलिन की सक्रियता को बढ़ाकर ग्लूकोज की मात्रा को कंट्रोल करने का काम करता है। इनमें पाया जाने वाला यह खास गुण डेयरी प्रोडक्ट्स को फैटी लिवर से ग्रसित रोगी के लिए उपयोगी बना देता है (6)।
5. ओटमील (दलिया)
ओटमील में बीटा-ग्लूकन भारी मात्रा में पाया जाता है। वैज्ञानिक शोध के जरिए इस बात को प्रमाणित किया गया है कि यह खास तत्व पाचन की प्रक्रिया को सक्रिय करता है। साथ ही मोटापे की समस्या को दूर करने में सहायक होता है। चूंकि, मोटापा फैटी लिवर का मुख्य कारण माना जाता है, इसलिए ऐसा कहा जा सकता है कि फैटी लिवर डाइट मेनू में ओटमील को शामिल करना इस बीमारी से निजात पाने में काफी मददगार साबित हो सकता है (7)।
6. अखरोट
अखरोट में ओमेगा-3, ओमेगा-6 और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। साथ ही इसमें कैलोरी काफी कम मात्रा में पाई जाती है। विशेषज्ञों का मानना है कि फैटी लिवर की समस्या से ग्रसित व्यक्तियों को कम कैलोरी वाले खाद्य पदार्थों को अपने नियमित आहार में शामिल करना चाहिए। इसलिए, ऐसा कहा जा सकता है कि फैटी लिवर डाइट मेनू में अखरोट को शामिल करना फैटी लिवर वाले लोगों के लिए लाभदायक साबित हो सकता है (8)।
7. एवोकाडो
Shutterstock
अखरोट की ही तरह एवोकाडो भी कम कैलोरी वाला खाद्य पदार्थ है। इसलिए, इस��� फैटी लिवर से ग्रस्त व्यक्ति के लिए लाभकारी माना जा सकता है। हालांकि, इस विषय में अभी और शोध की आवश्यकता है, इसलिए इसके इस्तेमाल से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें (8)।
8. ग्रीन टी
ग्रीन टी में पाचन प्रक्रिया को मजबूत करने के साथ-साथ शरीर में ग्लूकोज की मात्रा को घटाने के गुण पाए जाते हैं। इस गुण के कारण यह मोटापे की समस्या में भी लाभकारी सिद्ध हो सकती है। चूंकि, मोटापा फैटी लिवर का मुख्य कारक माना जाता है, इसलिए इसका सीधा असर फैटी लिवर के जोखिम को कम करने में भी देखा जाता है (9)।
9. जैतून का तेल
खाने में इस्तेमाल किए जाने वाले अन्य तेल के मुकाबले जैतून के तेल में काफी कम कैलोरी पाई जाती है। साथ ही एक शोध के माध्यम से विशेषज्ञों ने भी इस बात को माना कि जैतून को फैटी लिवर डाइट मेनू में शामिल करना फैटी लिवर की समस्या में लाभकारी साबित हो सकता है। इस संबंध में कम वैज्ञानिक अध्ययन हुआ है। अभी और शोध किए जा रहे हैं। इसलिए, इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें। (8)।
10. लहसुन
विशेषज्ञों के अनुसार लहसुन में पाया जाने वाला मोनोमर्स फैटी लिवर की समस्या से निजात दिलाने में लाभकारी साबित हो सकता है। इस पर अभी और शोध की आवश्यकता है (10)।
11. सूरजमुखी के बीज
सूरजमुखी के बीज में प्रचुर मात्रा में कॉपर पाया जाता है। कॉपर का नियमित उपयोग फैटी लिवर से होने वाले जोखिम सिरोसिस (लिवर कोशिकाओं का बड़े पैमाने पर खराब होना) और हेपैटोसेलुलर कार्सिनोमा (लिवर कैंसर) को काफी हद तक कम करने में कारगर साबित हो सकता है (11)।
12. ताजी सब्जियां
ताजा सब्जियों में लवण यानी साल्ट की मात्रा काफी कम पाई जाती है, जो फैटी लिवर वाले रोगियों के लिए काफी लाभकारी साबित हो सकती हैं (12)। इसलिए, उन्हें अपने नियमित आहार में ताजी सब्जियों का सेवन करना चाहिए।
13. टोफू
फैटी लिवर से परेशान लोगों को प्रतिदिन टोफू का सेवन भी करना चाहिए। इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण पाया जाता है। यह लिवर से जुड़ी समस्या से निजात दिलाने में कारगर साबित हो सकता है। बता दें कि टोफू में सोया प्रोटीन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जो फैटी लिवर के जोखिमों को कम करने में लाभकारी सिद्ध हो सकता है (13)।
14. ताजा फल
Shutterstock
ताजा फलों में कई प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट और आवश्यक पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो फैटी लिवर जैसी गंभीर बीमारी के कारकों को खत्म करने में सहायक सिद्ध होते हैं। इसलिए, ताजा फलों का उपयोग फैटी लिवर से ग्रसित रोगी के लिए लाभकारी साबित हो सकता है (14)।
फैटी लिवर में क्या खाना चाहिए यह जानने के बाद आगे हम जानेंगे कि इस बीमारी से ग्रसित लोगों को किन-किन चीजों से दूरी बना लेनी चाहिए।
फैटी लिवर में क्या नहीं खाना चाहिए – Foods to Avoid Fatty Liver in Hindi
फैटी लिवर की समस्या से परेशान लोगो को भूलकर भी इस चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए (15)।
एल्कोहल– एल्कोहल का सेवन फैटी लिवर वालों के लिए अधिक नुकसानदायक साबित हो सकता है। यह लिवर को खराब करके उसकी कार्यक्षमता को प्रभावित करता है।
एडेड शुगर– उन सभी चीजों के सेवन से दूरी बना लेनी चाहिए, जिसमें एडेड शुगर पाया जाता है। कारण यह है कि ऐसे भोजन का उपयोग शरीर में ग्लूकोज की मात्रा को बढ़ाकर मोटापे की समस्या को बढ़ावा देता है। इस कारण फैटी लिवर से संबंधित जोखिम तेजी से जोर पकड़ने लगते हैं।
फ्राइड फूड– तले हुए भोजन का सेवन लिवर की समस्या को अधिक बढ़ा सकता है। ऐसे भोजन में वसा भरपूर मात्रा में पाई जाती है, जो फैटी लिवर वालों के लिए बिल्कुल भी ठीक नहीं।
नमक– नमक का उपयोग कम से कम मात्रा में करना चाहिए। कारण नमक का अधिक उपयोग हाई बीपी व कोलेस्ट्रॉल की अधिक मात्रा का कारण बनती है। इसका सीधा असर फैटी लिवर वाले रोगियों पर देखने को मिलता है।
व्हाइट ब्रेड– व्हाइट ब्रेड में कार्बोहाइड्रेट की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। इसके कारण शरीर में ग्लूकोज का लेवल बढ़ता है, जो शुगर और मोटापे की समस्या का प्रमुख कारण बनता है। साथ ही फैटी लिवर की समस्या में नुकसान पहुंचाता है।
चावल– चावल का उपयोग भी फैटी लिवर वालों के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। कारण यह है कि चावल को भी कार्बोहाइड्रेट का अच्छा स्रोत माना जाता है। इसमें फैट की मात्रा अत्यधिक होती है, जो फैटी लिवर के रोगियों को हानि पहुंचा सकती है।
पास्ता– पास्ता कार्बोहाइड्रेट का अच्छा स्रोत है, जो फैटी लिवर से संबंधित जोखिमों को बढ़ाने का काम कर सकता है। इसलिए, फैटी लिवर से ग्रसित लोगों को इसके उपयोग से बचना चाहिए।
रेड मीट– रेड मीट में वसा की मात्रा अधिक होती है, जो फैटी लिवर की समस्या से जूझ रहे रोगी के लिए हानिकारक साबित हो सकती है।
आगे लेख में हम जानेंगे कि फैटी लिवर से संबंधित रोगी के लिए एक उचित आहार चार्ट में किन-किन चीजों को शामिल करना चाहिए।
फैटी लिवर के लिए नमूना आहार चार्ट – Sample Diet Chart for Fatty Liver in Hindi
फैटी लिवर में क्या खाना चाहिए इस बात को थोड़ा और अच्छे से समझने के लिए नजर डालते हैं फैटी लिवर से संबंधित रोगी के लिए एक उचित आहार चार्ट पर (12)।
भोजन क्या खाएं ( शाकाहारी व मांसाहारी) नाश्ता आधा कप रोल्ड ओट्स या मुसली के साथ चीनी या शहद मिलाकर फुल क्रीम मिल्क। या फिर दो स्लाइस ब्रेड बिना नमक वाले अंडे के साथ और मक्खन के साथ टमाटर या फिर एवोकाडो। साथ में चाहें तो दही या फल भी ले सकते हैं। सुबह की चाय बिना नमक के नट्स और दूध से बना कोई पेय पदार्थ। दोपहर का खाना सलाद, एवोकाडो, ताजा मीट के साथ बिना नमक वाली ब्रेड के दो स्लाइस। साथ में दही या किसी भी डेयरी प्रोडक्ट का इतेमाल कर सकते हैं। शाम की चाय पनीर के साथ कम नमक वाले राइस क्रैकर्स रात का खाना 100से 120 ग्राम कम वसा वाला मीट, चिकन या फिश, 1 कप सादा पास्ता या 2/3 कप चावल या मसला हुआ आलू (बिना नमक का)
अब हम बात करेंगे फैटी लिवर से ग्रसित व्यक्ति के लिए आहार संबधी कुछ मुख्य सुझावों के बारे में।
फैटी लिवर के लिए कुछ और डायट टिप्स – Other Tips for Fatty Liver Diet in Hindi
फैटी लिवर से संबंधित आहार संबंधी सुझाव (15)।
कम वसा वाले आहार का इस्तेमाल करें।
ट्रांस वसा वाले खाद्य पदार्थों को भोजन में शामिल करें।
नियमित और संतुलित आहार का सेवन करें।
हाई कैलोरी युक्त भोजन से परहेज करें।
आलू, चावल और सफेद ब्रेड का इस्तेमाल कम करें।
शुगर का उपयोग बिल्कुल न करें और मीठी चीजों के सेवन से भी परहेज करें।
एल्कोहल का उपयोग न करें।
अब तो आप फैटी लीवर डाइट से संबंधित सभी जरूरी बातों को अच्छी तरह जान गए होंगे। साथ ही आपको इस दौरान किन-किन चीजों का सेवन करना चाहिए, यह भी पता चल गया होगा। वहीं, कौन-सी ऐसी चीजें हैं, जिन्हें फैटी लीवर डाइट में शामिल नहीं करना चाहिए, इस बारे में भी लेख के जरिए पता चल गया होगा। आशा करते हैं कि लेख में दी गई जानकारी आपके बेहतर स्वास्थ्य के लिए लाभकारी सिद्ध होगी। इस विषय में किसी अन्य प्रकार के सुझाव और सवालों के लिए आप हमसे नीचे दिए कमेंट बॉक्स के माध्यम से जुड़ सकते हैं।
The following two tabs change content below.
Latest posts by Ankit Rastogi (see all)
Ankit Rastogi
संबंधित आलेख
आईलैशज बढ़ाने के लिए अरंडी का तेल – How To Use Castor Oil For Eyelashes In Hindi
सुंदर और घने पलके आँखों की खूबसूरती तो और बढ़ाता है। अगर आप भी जानना चाहते है की बिना मस्कारा के कैसे आप सुन्दर आईलैशज (Castor oil for eyelashes in hindi) पा सकते है तो पढ़े ये लेख। आईलैशज बढ़ाने के लिए अरंडी का तेल का इस्तेमाल…
चने के 15 फायदे, उपयोग और नुकसान – Chickpeas Benefits, Uses and Side Effects in Hindi
क्या आप जानते हैं कि सुबह खाली पेट भीगे चने खाने की सलाह क्यों दी जाती है? क्यों अंकुरित आहार में चने को विशेष महत्व दिया गया है?
इन 10 कार्डियो एक्सरसाइज को घर में करना है आसान – Top 10 Cardio Exercises You Can Do At Home in Hindi
आप कई बार योजना बनाते हैं कि कल से जरूर जिम जाएंगे और जमकर वर्कआउट करेंगे, लेकिन वो कल कभी नहीं आता। घर में भी वर्कआउट इसलिए नहीं करते, क्योंकि जिम जैसी मशीनें और सुविधाएं घर में उपलब्ध होना मुश्किल है। परिणामस्वरूप, दूसरों की फिट बॉडी को देखकर बस जलते रहते हैं।
बेकिंग सोडा के 21 फायदे, उपयोग और नुकसान – Baking Soda Benefits, Uses and Side Effects in Hindi
सफेद पाउडर सा दिखने वाला बेकिंग सोडा एक गुणकारी पदार्थ है। यह कई शारीरिक समस्याओं का इलाज आसानी से कर सकता है। इसका रासायनिक नाम सोडियम बाइकार्बोनेट (NaHCO3) है।
लहसुन के फायदे और नुकसान – Garlic (Lahsun) Benefits and Side Effects in Hindi
जानिए लहसुन (Garlic) के फायदे और नुकसान और लहसुन (lahsun) को खाने की विधि, गुण, लाभ, उपयोग के बारे में भी। इसमें कई तरह के औषधीय गुण होते है जो आप सोच भी नहीं सकते…
Source: https://www.stylecraze.com/hindi/fatty-liver-diet-kya-khaye-kya-na-khaye-in-hindi/
0 notes
gethealthy18-blog · 6 years
Text
प्राकृतिक रूप से चमकती त्वचा पाने के लिए बेस्ट डायट प्लान – Glowing Skin Diet Plan in Hindi
New Post has been published on http://healingawerness.com/getting-healthy/getting-healthy-women/%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%95%e0%a5%83%e0%a4%a4%e0%a4%bf%e0%a4%95-%e0%a4%b0%e0%a5%82%e0%a4%aa-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%9a%e0%a4%ae%e0%a4%95%e0%a4%a4%e0%a5%80-%e0%a4%a4%e0%a5%8d/
प्राकृतिक रूप से चमकती त्वचा पाने के लिए बेस्ट डायट प्लान – Glowing Skin Diet Plan in Hindi
Arpita Biswas March 1, 2019
महिला हो या पुरुष हर किसी को चमकती त्वचा और चेहरे की चाहत होती है। आप कहीं भी जाते हैं, तो सबसे पहले आपका चेहरा ही आकर्षण का केंद्र बनता है। वो बात और है कि इन दिनों बढ़ते प्रदूषण और तनाव भरी जिंदगी के कारण आपका चेहरा प्राकृतिक चमक खोने लगता है। परिणामस्वरूप त्वचा संबंधी परेशानियां घेरने लगी हैं। इस कारण से आप तरह-तरह की क्रीम, लोशन, स्किन केयर प्रोडक्ट, मेकअप और स्किन ट्रीटमेंट पर पानी की तरह पैसा बहाते हो। हालांकि, इनका असर कुछ वक्त तक तो रहता है, लेकिन कई बार साइड इफेक्ट का भी सामना करना पड़ता है। ऐसे में कभी आपने सोचा है कि चमकती त्वचा के लिए आहार भी बहुत मायने रखता है।
विषय सूची
स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम चमकती त्वचा के लिए आहार और डाइट प्लान आपके साथ शेयर कर रहे हैं। साथ ही हम आपको उन खाद्य पदार्थों के बारे में भी बताएंगे, जिनका सेवन आपको नहीं करना चाहिए।
चमकती त्वचा के लिए डायट प्लान – Diet Plan For Glowing Skin
मील क्या खाएं प्रातः सुबह
(6:00 बजे)
एक कप पानी + आधे नींबू का जूस
या
एक कप पानी + एलोवेरा जूस
नाश्ता
(6:45-7:00 बजे)
एक कप पपीता + एक कप दूध/सोय मिल्क/ग्रीन टी + 4 बादाम
या
गेहूं की एक रोटी + एक कप रिकोटा चीज/उबला हुआ अंडा/दलिया + एक कप ग्रीन टी
मध्य सुबह
(9:30-10:00 बजे)
एक खीरा/ गाजर का टुकड़ा दही/हुमस के साथ
या
एक कप ताजा फलों का रस/नारियल पानी
दोपहर का भोजन
(12:30-1:00 बजे)
सब्जियों के साथ लेटस रैप और चिकन/मशरूम/टोफू + एक कप छाछ
या
ह       हल्की उबली सब्जियां + ग्रिल्ड फिश/चिकन/दाल का सूप + एक छोटा कप ब्राउन राइस
शाम का नाश्ता
(3:30-4:00 बजे)
एक कप ग्रीन टी या एक कप ताजे फलों/सब्जियों का रस रात का खाना
(7:00-7:30 बजे)
सब्जियों/चिकन स्टू (stew) + एक फ्लैट ब्रेड + एक कप रायता
या
मिक्स सब्जी करी + दो फ्लैट ब्रेड + एक कप रायता
रात को सोने से पहले
(10:00 बजे)
एक कप गर्म दूध/पानी + एक चुटकी हल्दी
इस डाइट चार्ट से क्या-क्या लें – Takeaways From This Diet Chart in Hindi
बेशक, स्वास्थ्य के लिहाज से यह डायट चार्ट ठीक है, लेकिन आपको सिर्फ इसी पर निर्भर रहने की जरूरत नहीं है। आप उन सभी अच्छे खाद्य पदार्थों का सेवन कर सकते हैं, जो आपकी त्वचा को स्वस्थ और जवां रखने में मदद करें। इसके लिए यह समझना जरूरी है कि अपने आहार में क्या शामिल किया जाए और क्या नहीं। इस संबंध में हम आपको नीचे कुछ टिप्स दे रहे हैं, जो आपकी मदद कर सकते हैं।
खाली पेट पानी पीना जरूरी है। साथ ही आप एलोवेरा जूस, हल्दी पाउडर या नींबू के रस का सेवन कर सकते हैं।
जब भी आप सुबह कहीं बाहर जाएं, तो पहले नाश्ता जरूर करें।
अपने आहार में सही मात्रा में फल, सब्जियों और प्रोटीन को शामिल करें।
सही स्नैक्स का चुनाव करें जैसे – फलों का रस, दही, छाछ या फिर नारियल पानी।
ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करें, जो आपके पेट और लिवर के लिए अच्छे हो।
उन खाद्य पदार्थों से बचें, जिनसे आपको एलर्जी हो सकती है, जैसे कि डेयरी उत्पाद, सी फूड इत्यादि।
आप अपने आहार में स्वाद लाने के लिए हल्के-फुल्के मसाले और हर्ब्स मिला सकते हैं।
अब वक्त है उन खाद्य पदार्थों के बारे में जानने क���, जिन्हें अपनी जीवनशैली में शामिल करना चाहिए।
प्राकृतिक रूप से ग्लोइंग स्किन के लिए 15 खाद्य पदार्थ – Glowing skin diet in hindi
1. हरी पत्तेदार सब्जियां
चमकती त्वचा के लिए आहार की बात करें, तो हरी पत्तेदार सब्जियां सबसे पहले आती हैं। एंटीऑक्सीडेंट और आवश्यक विटामिन्स व पोषक तत्वों से भरपूर हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे – पालक, मूली के पत्ते, सरसों का साग, धनिया व ब्रोकोली आदि आपको बेजान त्वचा से राहत दिलाकर आपकी त्वचा पर निखार लाते हैं । आप इन सब्जियों को सलाद, सूप, सैंडविच व दाल आदि में भी डालकर सेवन कर सकते हैं।
2. पानी
Shutterstock
पानी पीना न सिर्फ आपके स्वास्थ्य के लिए, बल्कि आपकी त्वचा के लिए भी लाभकारी है। जब आप पूरे दिन में खूब सारा पानी पीते हैं, तो आप हाइड्रेटेड रहते हैं, जिसका प्रभाव आपके चेहरे पर नजर आता है। पानी न सिर्फ आपके शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालता है, बल्कि यह आपके चेहरे पर झुर्रियां होने से भी बचाता है। साथ ही यह आपकी त्वचा में चमक लाता है। आप हर वक्त अपने पास पानी की बोतल रखें और जब भी आपको सोडा वाले पेय पदार्थ या कोल्ड ड्रिंक पीने का मन करे, तो उनकी जगह पानी पी लें।
3. हल्दी
हल्दी आपके शरीर के अंदर और बाहर हानिकारक बैक्टीरिया को मारती है। हल्दी में मौजूद मुख्य फाइटोन्यूट्रिएंट करक्यूमिन (Cucurmin) एंटीबैक्टीरियल, एंटीवायरल, एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एंटीफंगल गुणों से भरपूर होता है। आप सुबह के वक्त सबसे पहले कच्ची हल्दी का सेवन कर सकते हैं या फिर आप रात को सोने से पहले एक गिलास गर्म दूध में हल्दी मिक्स करके पी सकते हैं। आपको एक हफ्ते के अंदर फर्क नजर आने लगेगा। आप हल्दी को सब्जी, सलाद व जूस आदि में भी मिला सकते हैं।
4. एवोकाडो
Shutterstock
एवोकाडो त्वचा के लिए उत्तम खाद्य पदार्थ है। यह विटामिन-ई और स्वस्थ वसा से भरपूर होता है। स्वस्थ वसा सूजन को कम करता है और विटामिन-ई एक एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करता है। एवोकाडो त्वचा के नुकसान को कम करने में मदद करता है, नमी को लॉक करता है और वक्त से पहले झुर्रियों, मुंहासे और बेजान त्वचा को रोकने में मदद करता है। आप एवोकाडो को नाश्ते के दौरान या फिर सैंडविच और सलाद के साथ सेवन कर सकते हैं।
5. एलोवेरा
त्वचा की समस्याओं को दूर करने के लिए एलोवेरा सबसे लोकप्रिय घरेलू उपाय है। इसमें ऑक्सिन और जिबरेलिन नामक हार्मोंस होते हैं, जिनमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होता हैं। इसलिए, जब आप एलोवेरा लगाते हैं, इसका जूस पीते हैं या फिर इसे सप्लीमेंट की तरह सेवन करते हैं, तो यह किसी भी तरह की सूजन को कम करने में मदद करता है। ध्यान रहे कि कभी सीधा एलोवेरा के पत्ते से निकले जेल का सेवन न करें। यह हानिकारक साबित हो सकता है।
6. फल
Shutterstock
फल विटामिन्स, मिनरल्स और फ्रूट शुगर से भरपूर होते हैं। मीठे फल बार-बार भूख लगने की लत को कम करते हैं। इस कारण जंक फूड खाने की आदत कम हो सकती है। इसलिए, फलों का सेवन करके, आप अपनी त्वचा के स्वास्थ्य को बनाए रख सकते हैं और त्वचा में चमक बढ़ा सकते हैं। नीचे हम कुछ फलों के बारे में बता रहे हैं, जो आपकी त्वचा के लिए फायदेमंद हैं।
आम एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन-ए से भरपूर होता है, जो त्वचा पर वक्त से पहले एजिंग या झुर्रियों की परेशानी से बचाता है। साथ ही त्वचा की चमक और कसाव को बरकरार रखता है। यह त्वचा की नई कोशिकाओं को बढ़ने में भी मदद करता है।
केला विटामिन-ए, बी और ई से भरपूर होता है। यह त्वचा पर समय से पहले आने वाली झुर्रियों से बचाता है।
पपीता त्वचा की मृत कोशिकाओं को हटाता है और त्वचा की अशुद्धियों को दूर कर त्वचा को साफ करता है।
संतरा और कीवी विटामिन-सी से भरपूर होते हैं, जो झुर्रियां को होने से रोकते हैं और कोलेजन संश्लेषण को बढ़ाते हैं। अमरूद, अंगूर और स्ट्रॉबेरी भी ऐसे फल हैं, जो विटामिन-सी से भरपूर होते हैं। विटामिन-सी त्वचा को सूरज की हानिकारक किरणों से होने वाली क्षति से बचाता है और नए कोशिकाओं को बनने में मदद करता है। इस प्रकार यह आपकी त्वचा को लंबे वक्त तक जवां और खूबसूरत बनाए रखता है।
एक गिलास गर्म पानी में शहद और नींबू का रस मिलाकर पीने से आपकी त्वचा में निखार आएगा, जिससे आपकी त्वचा और साफ नजर आएगी।
सेब टोंड लुक को बनाए रखने में मदद करता है और आपकी त्वचा को जवां बनाता है।
जामुन भी विटामिन-सी से भरपूर होता है, जो एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट और इम्युनिटी बूस्टर है। इनका सेवन करने से त्वचा के काले धब्बे और निशान से जल्दी छुटकारा पाने में मदद मिलती है।
7. गाजर
गाजर में बीटा-कैरोटीन, विटामिन-ए और एंटीऑक्सीडेंट के उच्च स्तर होते हैं। ये विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालकर आपकी त्वचा को अंदर से स्वस्थ बनाते हैं। ये आपकी त्वचा को सूरज से होने वाले नुकसान से बचाते हैं और समय से पहले चेहरे पर आने वाली झुर्रियों को रोकते हैं। शकरकंद और रतालू अन्य विकल्प हैं, जो समान परिणाम दिखाते हैं।
8. मछली और मछली का तेल
Shutterstock
मछली और मछली का तेल ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर होता है। इसके सेवन से त्वचा में प्राकृतिक तेल का स्तर संतुलित रहता है, जो सूजन, मुंहासे, फटी त्वचा और लालिमा को कम करने में मदद करता है। त्वचा को स्वस्थ और मुलायम बनाए रखने के लिए आप वसा युक्त मछली जैसे ट्यूना, साल्मन, कार्प या फिर फिश ऑयल के सप्लीमेंट्स का सेवन कर सकते हैं। मछली की त्वचा को निकाले बिना ग्रिल्ड या बेक्ड फिश का सेवन करना फायदेमंद होता है।
9. स्वस्थ फैट
स्वस्थ फैट आपकी त्वचा के लिए गुणकारी होता है। स्वस्थ फैट के सबसे अच्छे स्रोत नट्स (बादाम व अखरोट आदि), बीज (अलसी, सूरजमुखी के बीज, चिया बीज आदि), स्वस्थ तेल (जैतून का तेल, चावल की भूसी का तेल आदि) और मछली हैं। शाकाहारियों के लिए नट्स, बीज और तेल बढ़िया विकल्प हैं। दाग रहित त्वचा पाने के लिए आप अपने आहार में पर्याप्त मात्रा में पौष्टिक तत्वों को शामिल करें।
10. ग्रीन टी/माचा टी
Shutterstock
ग्रीन टी एंटीऑक्सीडेंट का प्राकृतिक स्रोत है। चाय में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण हानिकारक मुक्त कणों को नष्ट करने में मदद करता है, जिससे आपकी त्वचा समय से पहले बूढ़ी, काले धब्बों और लालिमा का शिकार होने से बच जाती है। ग्रीन टी मुंहासे पैदा करने वाले हार्मोन के स्तर को भी कम करने में मदद करती है, जिससे आपकी त्वचा स्वस्थ और दमकती नजर आती है।
11. ब्रोकली
ब्रोकली में प्रचुर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं। त्वचा को स्वस्थ रखने के लिए एंटीऑक्सीडेंट महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। फ्री ऑक्सीजन रेडिकल्स कोशिकाओं को क्षति पहुंचाकर कोशिकाओं और अंगों के सामान्य कामकाज को बाधित करते हैं। इससे हार्मोंस के स्तर में असंतुलन, कमजोर इम्युनिटी या पेट से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए, आपको भोजन के माध्यम से एंटीऑक्सीडेंट की अच्छी खुराक लेनी चाहिए। ऐसे में ब्रोकली अच्छा विकल्प है।
12. दही
Shutterstock
दही और छाछ में प्रोबायोटिक्स होते हैं, जो पाचन और मल त्याग में मदद करते हैं। जब आपकी पाचन शक्ति सही होती है, तो आपको त्वचा से जुड़ी परेशानियां जैसे – कील-मुंहासे, दाग-धब्बे या किसी भी तरह के संक्रमण का खतरा भी कम होता है। प्रतिदिन दोपहर के भोजन के बाद, रात के खाने के साथ या स्मूदी में दही का सेवन कर सकते हैं।
13. लौकी
चेचक यानी चिकन पॉक्स कभी भी हो सकते हैं और कई बार चिकन पॉक्स के निशान कई दिनों तक रहते हैं। कुछ लोगों के चेहरे पर तो ये उम्र भर रह जाते हैं। ऐसे में लोग कई तरह के उपाय भी करते हैं, लेकिन कुछ खास फर्क नहीं पड़ता। ऐसे में सही खाना बहुत मददगार साबित हो सकता है। लौकी (लौकी का रस) चिकन पॉक्स के निशान को हटाने के लिए अच्छा प्राकृतिक उपचार है। लौकी में मौजूद फाइटोन्यूट्रिएंट्स में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। इस लिहाज से लौकी प्राकृतिक रूप से निशान हटाने के लिए अच्छा खाद्य पदार्थ है। आप नाश्ते में अन्य खाद्य पदार्थों के साथ लौकी का जूस पी सकते हैं। आप लौकी का सूप बना सकते हैं या सब्जी और दाल में मिलाकर भी सेवन कर सकते हैं।
14. करेला
Shutterstock
करेला भले ही खाने में कड़वा लगे, लेकिन इसके कई फायदे हैं। यह न सिर्फ स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है, बल्कि यह आपकी त्वचा के लिए भी बहुत गुणकारी है। यह त्वचा संबंधी कई परेशानियों जैसे – एलर्जी, दाग-धब्बे और टैन से राहत दिलाता है। यह न सिर्फ एंटीऑक्सीडेंट का अच्छा स्रोत है, बल्कि इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं। साथ ही करेला आपके लिवर और पेट को भी स्वस्थ रखता है। आप करेले को उबालकर खा सकते हैं। इसे भूनकर या लंबे वक्त तक पानी में भिगोकर न खाएं, क्योंकि ऐसा करने से इसके पोषक तत्व खत्म या कम हो जाते हैं।
15. रेड वाइन
रेड वाइन और कुछ नहीं, बल्कि लाल अंगूर का फर्मेन्टेड रस होता है। इसमें त्वचा की चमक को बरकरार रखने के और एजिंग या वक्त से पहले झुर्रियों की समस्या को कम करने के गुण होते हैं। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने और त्वचा को सूजन व सूरज की हानिकारक किरणों से होने वाली क्षति से बचाने में मदद करते हैं। इसका सीमित मात्रा में ही सेवन करें, क्योंकि शराब का अधिक सेवन करने से आप डीहाइड्रेट हो सकते हैं, जिससे त्वचा संबंधी समस्याएं बढ़ सकती हैं।
ये तो थे चमकती त्वचा के लिए आहार ( glowing skin diet in hindi) जिनका सेवन आप कर सकते हैं, लेकिन अपनी त्वचा को स्वस्थ रखने के लिए किन खाद्य पदार्थों से आपको बचना चाहिए यह जानना भी जरूरी है।
नीचे हम आपको वो खाद्य पदार्थ बता रहे हैं, जिनका सेवन आपको नहीं करना चाहिए।
क्या न खाएं – Foods To Avoid in Hindi
चटपटा या मसालेदार खाना।
प्रोसेस्ड और जंक फूड।
उच्च सोडियम और उच्च शर्करा वाले खाद्य पदार्थ।
तैलीय व अधिक मिर्च-मसाले वाले खाद्य पदार्थ।
ऐसे खाद्य पदार्थ, जिनमें एस्ट्रोजन (estrogen) का उच्च स्तर हो।
ऐसे खाद्य पदार्थ, जो शरीर के आंतरिक तापमान को बढ़ाते हैं।
ओवरकुकड या आंशिक रूप से जले खाद्य पदार्थ (कबाब)।
स्वस्थ और चमकती त्वचा अच्छे स्वास्थ्य की निशानी है और चमकती त्वचा के लिए आहार (glowing skin diet in hindi) भी बहुत मायने रखता है। इसलिए, वक्त रहते अपने खाने की सभी बुरी आदतों को दूर कर स्वस्थ खाद्य पदार्थों का सेवन शुरू करें। ऊपर दिए गए डायट प्लान को फॉलो करें और एक नई जीवनशैली को अपनाएं। साथ ही अपने अनुभव हमारे साथ कमेंट बॉक्स में शेयर करना न भूलें।
The following two tabs change content below.
Latest posts by Arpita Biswas (see all)
Arpita Biswas
संबंधित आलेख
होंठों पर पिंपल्स से छुटकारा पाने के 9 सबसे सरल तरीके – Simple Ways To Get Rid Of Pimples On Lips in Hindi
होंठों पर पिम्पल बोहोत ही दर्दनाक होता है। (Lip Pimples Remedies in Hindi) होंठों के ऊपर होने वाले पिम्पले को हटाने के लिए हम आपके लिए लाये है कुछ आसान और प्रमाणित घरेलु उपाय। जानने के लिए ज़रूर पढ़े…
ऑयली त्वचा के लिए 20 मॉइस्चराइजर – Best Moisturizers For Oily Skin in Hindi
अक्सर ऑयली स्किन (तैलीय त्वचा) के लिए मॉइस्चराइजर (Moisturizers for oily skin in hindi) चुनना थोड़ा मुश्किल हो जाता है, इसलिए हम इस लेख में लाये है तैलीय त्वचा के लिए कुछ सबसे अच्छे मॉइस्चराइजर जो आपके इस परेशानी को तुरंत दूर कर सकता है। जानने के लिए पढ़े…
सुडौल नितंब पाने के उपाय – How to Get a Bigger Butt in Hindi
हर लड़की एक बेहतर फिगर चाहती है और सुडौल नितंब इसमें खास भूमिका निभाते हैं, लेकिन कई महिलाएं अपने नितंब के आकार को लेकर परेशान रहती हैं। वो सुडौल नितंब पाने के लिए कई तरह के उपाय भी करती हैं, जिनमें से कुछ कारगर साबित होते हैं, तो कुछ नहीं होते। इसमें कोई दो राय नहीं कि नियमित
झाइयां हटाने के घरेलू उपाय – Home Remedies For Skin Pigmentation In Hindi
पिगमेंटेशन या झाइयां एक त्‍वचा संबंधित समस्‍या है जिसका प्रभाब आपके सुंदरता पे परता है। इस लेख में पढ़िए झाइयां हटाने के कुछ आसान घरेलु उपाय (Pigmentation remedies in hindi) जो आपके सारे झाइयो का इलाज करके आपको और खूबसूरत बनाने में मदद करेगा…
बालों को तेज़ी से बढ़ाने के 20 तरीके – Baalo Ko Tezi Se Badhane Ke 20 Tarike – Hair Growth Tips in Hindi
अगर आप अपने बालों को तेजी से बढ़ाना चाहते हैं तो इस लेख में हैं आपके लिए हैं बालों को बढ़ाने के 20 घरेलू तरीके (Hair growth tips in hindi)। जानिए बाल कमज़ोर होने के कुछ कारणों को और कैस्टर ऑयल, प्याज़, अंडा, आंवला जैसे ढेर सारे घरेलू उपायों के बारे में…
Source: https://www.stylecraze.com/hindi/chamakti-twacha-paane-ke-liye-diet-plan-in-hindi/
0 notes