#प्रभाष
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kpstudio74 · 1 year ago
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राफ्ता - राफ्ता
आया हूँ
बहुत कुछ लाया हूँ?
सपनें हैं तुम्हें करीब लाने की??
राज करूंगा सबके दिलों पर राजा बनकर?
इस यकीन सँग राफ्ता राफ्ता आया हूँ !!
प्रभाष मंतशा !!
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sharpbharat · 3 months ago
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jamshedpur rural- घाटशिला प्रखंड के खाकड़ीशोल में सैकड़ों ग्रामीणों ने थामा झामुमो का दामन
गालूडीह: घाटशिला प्रखंड के बनकाटी पंचायत के खाकड़ीशोल गांव में रविवार को जल संसाधन उच्च विद्यालय एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री सह विधायक रामदास सोरेन के कार्यशैली से प्रभावित होकर सैकड़ो लोगों ने प्रभाष पातर और पापिया रजक के नेतृत्व में झामुमो की सदस्यता ग्रहण की. रामदास सोरेन ने सभी को पार्टी का पट्टा पहनाकर स्वागत किया. इस दौरान सभी ने मंत्री को भारी बहुमत से जिताने का संकल्प लिया. इस अवसर पर रामदास…
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saveralivehindi · 5 months ago
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Kalki 2898 AD Netflix पर आज होगी रिलीज़, नोट कर ले टाइम
एंटरटेनमेंट डेस्क,मुंबई: Kalki 2898 AD जल्द ही Netflix पर रिलीज़ होने जा रही है | इसके फैन्स इसका ओटीटी पर बेसब्री से इंतज़ार कर रहे थे | अब यह इंतज़ार अब खत्म होने जा रहा है,क्योकि यह फिल्म आज ओटीटी पर रिलीज़ होने जा रही है | और पढ़े  Kalki 2898 AD On Netflix: प्रभाष स्टारर साई-फाई फिल्म Kalki 2898 AD इस साल की मोस्ट पापुलर फिल्म में से एक है | बड़े परदे पर रिलीज़ के बाद इसको दर्शकों ने बहुत पसंद किया…
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bhagavadgitablog · 10 months ago
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33 करोड़ देवी देवता |
23rd March 2024
एक प्रश्न जो कई बार चर्च का विषय रहा है- 33 करोड़ देवी देवता | यह सब जानते है की हिन्��ू धर्म मे बहुत सारे देवी देवता की पूजा की जाती है | इस ब्ल���ग मे आज हम 33 करोड़ देवी देवता का सच जानने की कोशिश करेंगे |
सनातन धर्म बहुत पुराना धर्म है और इसके धर्म ग्रन्थ भी बहुत प्रचीन है | इन ग्रंथो मे समय समय पर बातें जोड़ी गयी और बहुत सी बातो का अनुवाद भी किया गया | इसी कारण बहुत से भ्रम भी उत्पन हुए और 33 करोड़ देवी देवता का विषय इसी का परिणाम है | सनातन धर्म के कोई भी ग्रन्थ में 33 करोड़ देवी देवत ��ा उल्लेख नहीं किया गया है, अपितु 33 कोटि का उल्लेख किया गया है | हमारी वर्णवाली मे कई शब्दों के दो मतलब है जैसे कोटि के दो मतलब है- प्रकार और करोड़ | हिंदी जाने वाले लोग को यह पता होगा की कोटि को ही करोड़ बोला जाता है | 
यदि हम 33 कोटि देवी देवत की बात करते है तो इसमे 8 वसु, 11 रूद्र, 12 आदित्य, इंद्र और प्रजापति शामिल है | कई जगहों पर इन्द्र इन्द्र इन्द्र एवं प्रजापति के स्थान पर तो 2 अश्विनी कुमार को कोटि में शामिल किया गया है | तो करोड़ के नाम इस प्रकार है:-
8 वसुओं के नाम- 1. आप 2. ध्रुव 3. सोम 4. धर 5. अनिल 6. अनल 7. प्रत्यूष 8. प्रभाष
11 रुद्रों के नाम-  1. मनु 2. मन्यु 3. शिव 4. महत 5. ऋतुध्वज 6. महिनस 7. उम्रतेरस 8. काल 9. वामदेव 10. भव 11. धृत-ध्वज
12 आदित्य के नाम- 1. अंशुमान 2. अर्यमन 3. इंद्र 4. त्वष्टा 5. धातु 6. पर्जन्य 7. पूषा 8. भग 9. मित्र 10. वरुण 11. वैवस्वत 12. विष्णु
इन सभी देवताओं से 33 कोटि देवताओं की संख्या पूर्ण होती है  | कोटि शब्द संस्कृत भाषा का शब्द है जिसका अर्थ है प्राकार और कोटि शब्द को बहुत जगह करोड़ भी बोला गया है | 
हिंदू धर्म में 33 करोड़ नहीं बल्की 33 कोटि अर्थात प्रकार के देवी देवता हैं |
PK
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srkshaju · 10 months ago
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astrovastukosh · 1 year ago
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*"सत्यमेव जयते"*
👏एक हिन्दू को इन👇 बातों की जानकारी , जबानी रखनी चाहिए :
"श्री मद्-भगवत गीता"के बारे में-
ॐ . किसको किसने सुनाई?
उ.- श्रीकृष्ण ने अर्जुन को सुनाई।
ॐ . कब सुनाई?
उ.- आज से लगभग 5110 साल पहले सुनाई।
ॐ. भगवान ने किस दिन गीता सुनाई?
उ.- रविवार के दिन।
ॐ. कोनसी तिथि को?
उ.- एकादशी
ॐ. कहा सुनाई?
उ.- कुरुक्षेत्र की रणभूमि में।
ॐ. कितनी देर में सुनाई?
उ.- लगभग 45 मिनट में
ॐ. क्यू सुनाई?
उ.- कर्त्तव्य से भटके हुए अर्जुन को कर्त्तव्य सिखाने के लिए और आने वाली पीढियों को धर्म-ज्ञान सिखाने के लिए।
ॐ. कितने अध्याय है?
उ.- कुल 18 अध्याय
ॐ. कितने श्लोक है?
उ.- 700 श्लोक
ॐ. गीता में क्या-क्या बताया गया है?
उ.- ज्ञान-भक्ति-कर्म योग मार्गो की विस्तृत व्याख्या की गयी है, इन मार्गो पर चलने से व्यक्ति निश्चित ही परमपद का अधिकारी बन जाता है।
ॐ. गीता को अर्जुन के अलावा
और किन किन लोगो ने सुना?
उ.- धृतराष्ट्र एवं संजय ने
ॐ. अर्जुन से पहले गीता का पावन ज्ञान किन्हें मिला था?
उ.- भगवान सूर्यदेव को
ॐ. गीता की गिनती किन धर्म-ग्रंथो में आती है?
उ.- उपनिषदों में
ॐ. गीता किस महाग्रंथ का भाग है....?
उ.- गीता महाभारत के एक अध्याय शांति-पर्व का एक हिस्सा है।
ॐ. गीता का दूसरा नाम क्या है?
उ.- गीतोपनिषद
ॐ. गीता का सार क्या है?
उ.- प्रभु श्रीकृष्ण की शरण लेना
ॐ. गीता में किसने कितने श्लोक कहे है?
उ.- श्रीकृष्ण जी ने- 574
अर्जुन ने- 84
धृतराष्ट्र ने- 1
संजय ने- 41
अपनी युवा-पीढ़ी को गीता जी के बारे में जानकारी पहुचाने हेतु इसे ज्यादा से ज्यादा शेअर करे। धन्यवाद
अधूरा ज्ञान खतरनाक होता है।
33 करोड नहीँ 33 कोटी देवी देवता हैँ हिँदू
धर्म मेँ।
कोटि = प्रकार।
देवभाषा संस्कृत में कोटि के दो अर्थ होते है,
कोटि का मतलब प्रकार होता है और एक अर्थ करोड़ भी होता।
हिन्दू धर्म का दुष्प्रचार करने के लिए ये बात उडाई गयी की हिन्दुओ के 33 करोड़ देवी देवता हैं और अब तो मुर्ख हिन्दू खुद ही गाते फिरते हैं की हमारे 33 करोड़ देवी देवता हैं...
कुल 33 प्रकार के देवी देवता हैँ हिँदू धर्म मे :-
12 प्रकार हैँ
आदित्य , धाता, मित, आर्यमा,
शक्रा, वरुण, अँश, भाग, विवास्वान, पूष,
सविता, तवास्था, और विष्णु...!
8 प्रकार हे :-
वासु:, धर, ध्रुव, सोम, अह, अनिल, अनल, प्रत्युष और प्रभाष।
11 प्रकार है :-
रुद्र: ,हर,बहुरुप, त्रयँबक,
अपराजिता, बृषाकापि, शँभू, कपार्दी,
रेवात, मृगव्याध, शर्वा, और कपाली।
एवँ
दो प्रकार हैँ अश्विनी और कुमार।
कुल :- 12+8+11+2=33 कोटी
अगर कभी भगवान् के आगे हाथ जोड़ा है
तो इस जानकारी को अधिक से अधिक
लोगो तक पहुचाएं। ।
🙏🙏🙏🙏🙏🙏
#akshayjamdagni #hindu #Hinduism #bharat #hindi #panchang #vedicastrology #astrology #hindusm #rashifal #astrologypost
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mewaruniversity · 2 years ago
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मेवाड विश्वविद्यालय में 16 जुलाई को जनसत्ता अखबार के संस्थापक संपादक स्वर्गीय प्रभाष जोशी की स्मृति में 'प्रभास-प्रसंग' कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में केरल के गवर्नर आरिफ मोहम्मद खान मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।
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#MahatmaGandhi #Innovation #GandhiMemorialMuseum #Mewar_University_In_Media #NewsUpdate #MewarUniversity #News #Museum
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roh230 · 2 years ago
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abhinews1 · 2 years ago
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निरंकुश बिहार सरकार के विरोध में महाधरना कार्यक्रम मधेपुरा के कला भवन परिसर में किया गया
भारतीय जनता पार्टी मधेपुरा के माननीय जिला अध्यक्ष दीपक कुमार के अध्यक्षता एवं जिला महामंत्री अभिषेक कुमार साह के संचालन में निरंकुश बिहार सरकार के विरोध में महाधरना कार्यक्रम मधेपुरा के कला भवन परिसर में किया गया। महाधरना कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में आए मधेपुरा लोकसभा प्रभारी आदरणीय नागेन्द्र नारायण ठाकुर ने सम्बोधित करते हुए कहा कि वर्तमान बिहार सरकार भ्रष्टाचार के आकंठ में डूब चूकी है, शिक्षक नियुक्ति के नाम पर बारबार संसोधन ईत्यादि के विरोध में बिहार भाजपा के द्वारा 13 जुलाई को विधानसभा मार्च का आयोजन किया गया। उक्त आयोजन में पुलिस के द्वारा बरबरता पूर्वक लाठीचार्ज किया गया, जिसके कारण जहानाबाद के जिला महामंत्री विजय कुमार सिंह की मृत्यु हो गई। जिसके विरोध में आज पुरे बिहार भर धरना प्रदर्शन कार्यक्रम किया जा रहा है, साथ ही उन्होंने कहा कि बिहार में बढता हुआ अपराध एवं प्रतिदिन हत्या की घटना दर्शाता है कि नीतीश की सरकार में अपराधी बेलगाम हो चुकें हैं। मौके पर सभा को सम्बोधित करते हुए जिला जिलाध्यक्ष दीपक कुमार ने कहा कि नीतीश कुमार कुर्सी के लोभ में पागल हो गयें हैं, उनको रांची भेजकर पागल खाना में भर्ती किया जाए। बिहार की जनता कभी भी माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को माफ नहीं करेगी। भाजपा कार्यकर्ताओं पर जिस तरह से बरबरता पूर्वक लाठीचार्ज किया है उनका जवाब 2024 की लोकसभा एवं 2025 की विधानसभा में जनता जरूर देगी। सभा को निवर्तमान जिला अध्यक्ष स्वदेश कुमार, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य अमोल राय, जिला महामंत्री अभिषेक कुमार साह, बिपिन कामती, जिला उपाध्यक्ष शशिकांत झा , अशोक मेहता, नीभा झा, आभाष आनन्द, भाजपा नेता गुलज़ार कुमार बंटी, विनोद सरदार, अरुण ऋषि देव, साबरमती देवी, अरविन्द मिश्रा, राहुल राय, दिलीप सिंह, अनमोल मंडल, दिलीप कुमार दीपक, चंदन चौधरी, भगवान पाठक किरण सिंह, प्रभाष चौपाल, सुधांशु रंजन, डा. हर्ष सिंधु, विधानंद साह, राजीव यादव, ओमप्रकाश ने भी महाधरना कार्यक्रम को सम्बोधित किया।मौके पर विजय सिंह, रीता राय, नंदन कुमार, राजेश दास, पुष्पलता यादव, अरविन्द राय, अशोक लहरा, र��ेश यादव सहित सैकड़ों कार्यकर्ता गण शामिल रहे।
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deepinsideheartsblog · 2 years ago
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विवाह उपरांत जीवन साथी को छोड़ने के लिए 2 शब्दों का प्रयोग किया जाता है
1-Divorce (अंग्रेजी)
2-तलाक (उर्दू)
कृपया हिन्दी का शब्द बताए...??
कहानी आजतक के Editor... संजय सिन्हा की लिखी है...।
तब मैं... 'जनसत्ता' में... नौकरी करता था...। एक दिन खबर आई कि... एक आदमी ने झगड़े के बाद... अपनी पत्नी की हत्या कर दी...। मैंने खब़र में हेडिंग लगाई कि... "पति ने अपनी बीवी को मार डाला"...! खबर छप गई..., किसी को आपत्ति नहीं थी...। पर शाम को... दफ्तर से घर के लिए निकलते हुए... प्रधान संपादक प्रभाष जोशी जी... सीढ़ी के पास मिल गए...। मैंने उन्हें नमस्कार किया... तो कहने लगे कि... "संजय जी..., पति की... 'बीवी' नहीं होती...!"
“पति की... 'बीवी' नहीं होती?” मैं चौंका था
" “बीवी" तो... 'शौहर' की होती है..., 'मियाँ' की होती है..., पति की तो... 'पत्नी' होती है...! "
भाषा के मामले में... प्रभाष जी के सामने मेरा टिकना मुमकिन नहीं था..., हालांकि मैं कहना चाह रहा था कि... "भाव तो साफ है न ?" बीवी कहें... या पत्नी... या फिर वाइफ..., सब एक ही तो हैं..., लेकिन मेर�� कहने से पहले ही... उन्होंने मुझसे कहा कि... "भाव अपनी जगह है..., शब्द अपनी जगह...! कुछ शब्द... कुछ जगहों के लिए... बने ही नहीं होते...! ऐसे में शब्दों का घालमेल गड़बड़ी पैदा करता है...।"
खैर..., आज मैं भाषा की कक्षा लगाने नहीं आया..., आज मैं रिश्तों के एक अलग अध्याय को जीने के लिए आपके पास आया हूं...। लेकिन इसके लिए... आपको मेरे साथ... निधि के पास चलना होगा...।
निधि... मेरी दोस्त है..., कल उसने मुझे फोन करके अपने घर बुलाया था...। फोन पर उसकी आवाज़ से... मेरे मन में खटका हो चुका था कि... कुछ न कुछ गड़बड़ है...! मैं शाम को... उसके घर पहुंचा...। उसने चाय बनाई... और मुझसे बात करने लगी...। पहले तो इधर-उधर की बातें हुईं..., फिर उसने कहना शुरू कर दिया कि... नितिन से उसकी नहीं बन रही और उसने उसे तलाक देने का फैसला कर लिया है...।
मैंने पूछा कि... "नितिन कहां है...?" तो उसने कहा कि... "अभी कहीं गए हैं..., बता कर नहीं गए...।" उसने कहा कि... "बात-बात पर झगड़ा होता है... और अब ये झगड़ा बहुत बढ़ गया है..., ऐसे में अब एक ही रास्ता बचा है कि... अलग हो जाएं..., तलाक ले लें...!"
निधि जब काफी देर बोल चुकी... तो मैंने उससे कहा कि... "तुम नितिन को फोन करो... और घर बुलाओ..., कहो कि संजय सिन्हा आए हैं...!"
निधि ने कहा कि... उनकी तो बातचीत नहीं होती..., फिर वो फोन कैसे करे...?!!!
अज़ीब सँकट था...! निधि को मैं... बहुत पहले से जानता हूं...। मैं जानता हूं कि... नितिन से शादी करने के लिए... उसने घर में कितना संघर्ष किया था...! बहुत मुश्किल से... दोनों के घर वाले राज़ी हुए थे..., फिर धूमधाम से शादी हुई थी...। ढ़ेर सारी रस्म पूरी की गईं थीं... ऐसा लगता था कि... ये जोड़ी ऊपर से बन कर आई है...! पर शादी के कुछ ही साल बाद... दोनों के बीच झगड़े होने लगे... दोनों एक-दूसरे को खरी-खोटी सुनाने लगे... और आज उसी का नतीज़ा था कि... संजय सिन्हा... निधि के सामने बैठे थे..., उनके बीच के टूटते रिश्तों को... बचाने के लिए...!
खैर..., निधि ने फोन नहीं किया...। मैंने ही फोन किया... और पूछा कि... "तुम कहां हो... मैं तुम्हारे घर पर हूँ..., आ जाओ...। नितिन पहले तो आनाकानी करता रहा..., पर वो जल्दी ही मान गया और घर चला आया...।
अब दोनों के चेहरों पर... तनातनी साफ नज़र आ रही थी...। ऐसा लग रहा था कि... कभी दो जिस्म-एक जान कहे जाने वाले ये पति-पत्नी... आंखों ही आंखों में एक दूसरे की जान ले लेंगे...! दोनों के बीच... कई दिनों से बातचीत नहीं हुई थी...!!
नितिन मेरे सामने बैठा था...। मैंने उससे कहा कि... "सुना है कि... तुम निधि से... तलाक लेना चाहते हो...?!!!
��सने कहा, “हाँ..., बिल्कुल सही सुना है...। अब हम साथ... नहीं रह सकते...।"
मैंने कहा कि... "तुम चाहो तो... अलग रह सकते हो..., पर तलाक नहीं ले सकते...!"
“क्यों...???
“क्योंकि तुमने निकाह तो किया ही नहीं है...!”
"अरे यार..., हमने शादी तो... की है...!"
“हाँ..., 'शादी' की है...! 'शादी' में... पति-पत्नी के बीच... इस तरह अलग होने का... कोई प्रावधान नहीं है...! अगर तुमने 'मैरिज़' की होती तो... तुम "डाइवोर्स" ले सकते थे...! अगर तुमने 'निकाह' किया होता तो... तुम "तलाक" ले सकते थे...! लेकिन क्योंकि... तुमने 'शादी' की है..., इसका मतलब ये हुआ कि... "हिंदू धर्म" और "हिंदी" में... कहीं भी पति-पत्नी के एक हो जाने के बाद... अलग होने का कोई प्रावधान है ही नहीं....!!!"
मैंने इतनी-सी बात... पूरी गँभीरता से कही थी..., पर दोनों हँस पड़े थे...! दोनों को... साथ-साथ हँसते देख कर... मुझे बहुत खुशी हुई थी...। मैंने समझ लिया था कि... रिश्तों पर पड़ी बर्फ... अब पिघलने लगी है...! वो हँसे..., लेकिन मैं गँभीर बना रहा...
मैंने फिर निधि से पूछा कि... "ये तुम्हारे कौन हैं...?!!!"
निधि ने नज़रे झुका कर कहा कि... "पति हैं...! मैंने यही सवाल नितिन से किया कि... "ये तुम्हारी कौन हैं...?!!! उसने भी नज़रें इधर-उधर घुमाते हुए कहा कि..."बीवी हैं...!"
मैंने तुरंत टोका... "ये... तुम्हारी बीवी नहीं हैं...! ये... तुम्हारी बीवी इसलिए नहीं हैं.... क्योंकि... तुम इनके 'शौहर' नहीं...! तुम इनके 'शौहर' नहीं..., क्योंक��� तुमने इनसे साथ "निकाह" नहीं किया... तुमने "शादी" की है...! 'शादी' के बाद... ये तुम्हारी 'पत्नी' हुईं..., हमारे यहाँ जोड़ी ऊपर से... बन कर आती है...! तुम भले सोचो कि... शादी तुमने की है..., पर ये सत्य नहीं है...! तुम शादी का एलबम निकाल कर लाओ..., मैं सबकुछ... अभी इसी वक्त साबित कर दूंगा...!"
बात अलग दिशा में चल पड़ी थी...। मेरे एक-दो बार कहने के बाद... निधि शादी का एलबम निकाल लाई..., अब तक माहौल थोड़ा ठँडा हो चुका था..., एलबम लाते हुए... उसने कहा कि... कॉफी बना कर लाती हूं...।"
मैंने कहा कि..., "अभी बैठो..., इन तस्वीरों को देखो...।" कई तस्वीरों को देखते हुए... मेरी निगाह एक तस्वीर पर गई..., जहाँ निधि और नितिन शादी के जोड़े में बैठे थे...। और पाँव~पूजन की रस्म चल रही थी...। मैंने वो तस्वीर एलबम से निकाली... और उनसे कहा कि... "इस तस्वीर को गौर से देखो...!"
उन्होंने तस्वीर देखी... और साथ-साथ पूछ बैठे कि... "इसमें खास क्या है...?!!!"
मैंने कहा कि... "ये पैर पूजन का रस्म है..., तुम दोनों... इन सभी लोगों से छोटे हो..., जो तुम्हारे पांव छू रहे हैं...।"
“हां तो....?!!!"
“ये एक रस्म है... ऐसी रस्म सँसार के... किसी धर्म में नहीं होती... जहाँ छोटों के पांव... बड़े छूते हों...! लेकिन हमारे यहाँ शादी को... ईश्वरीय विधान माना गया है..., इसलिए ऐसा माना जाता है कि... शादी के दिन पति-पत्नी दोनों... 'विष्णु और लक्ष्मी' के रूप हो जाते हैं..., ��ोनों के भीतर... ईश्वर का निवास हो जाता है...! अब तुम दोनों खुद सोचो कि... क्या हज़ारों-लाखों साल से... विष्णु और लक्ष्मी कभी अलग हुए हैं...?!!! दोनों के बीच... कभी झिकझिक हुई भी हो तो... क्या कभी तुम सोच सकते हो कि... दोनों अलग हो जाएंगे...?!!! नहीं होंगे..., हमारे यहां... इस रिश्ते में... ये प्रावधान है ही नहीं...! "तलाक" शब्द... हमारा नहीं है..., "डाइवोर्स" शब्द भी हमारा नहीं है...!"
यहीं दोनों से मैंने ये भी पूछा कि... "बताओ कि... हिंदी में... "तलाक" को... क्या कहते हैं...???"
दोनों मेरी ओर देखने लगे उनके पास कोई जवाब था ही नहीं फिर मैंने ही कहा कि... "दरअसल हिंदी में... 'तलाक' का कोई विकल्प ही नहीं है...! हमारे यहां तो... ऐसा माना जाता है कि... एक बार एक हो गए तो... कई जन्मों के लिए... एक हो गए तो... प्लीज़ जो हो ही नहीं सकता..., उसे करने की कोशिश भी मत करो...! या फिर... पहले एक दूसरे से 'निकाह' कर लो..., फिर "तलाक" ले लेना...!!"
अब तक रिश्तों पर जमी बर्फ... काफी पिघल चुकी थी...!
निधि चुपचाप मेरी बातें सुन रही थी...। फिर उसने कहा कि... "भैया, मैं कॉफी लेकर आती हूं...।"
वो कॉफी लाने गई..., मैंने नितिन से बातें शुरू कर दीं...। बहुत जल्दी पता चल गया कि... बहुत ही छोटी-छोटी बातें हैं..., बहुत ही छोटी-छोटी इच्छाएं हैं..., जिनकी वज़ह से झगड़े हो रहे हैं...।
खैर..., कॉफी आई मैंने एक चम्मच चीनी अपने कप में डाली...। नितिन के कप में चीनी डाल ही रहा था कि... निधि ने रोक लिया..., “भैया..., इन्हें शुगर है... चीनी नहीं लेंगे...।"
लो जी..., घंटा भर पहले ये... इनसे अलग होने की सोच रही थीं...। और अब... इनके स्वास्थ्य की सोच रही हैं...!
मैं हंस पड़ा मुझे हंसते देख निधि थोड़ा झेंपी कॉफी पी कर मैंने कहा कि... "अब तुम लोग... अगले हफ़्ते निकाह कर लो..., फिर तलाक में मैं... तुम दोनों की मदद करूंगा...!"
शायद अब दोनों समझ चुके थे.....
हिन्दी एक भाषा ही नहीं - संस्कृति है...!
इसी तरह हिन्दू भी धर्म नही - सभ्यता है...!!
👆उपरोक्त लेख मुझे बहुत ही अच्छा लगा..., जो सनातन धर्म और संस्कृति से जुड़ा है...। आप सभी से निवेदन है कि... समय निकाल कर इसे पढ़ें
---
दृष्टव्य: सुखी वैवाहिक जीवन के लिए इस आलेख से श्रेष्ठ प्रेरक कथानक मैने कभी नहीं पढ़ा है।
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tophindinews · 2 years ago
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Adipurush Promotion: अपनी चाल में कामयाब दिखे ओम राउत! प्रभाष-कृति को आगे कर, सैफ अली खान को किया साइड? - News18 हिंदी
http://dlvr.it/SqTrG5
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entertainmentworld23 · 2 years ago
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Chatrapathi (2023) Movie Review : 2005 में आयी प्रभाष की मूवी ‘छत्रपति’ का रीमेक
सबसे पहले आपको बता दे की यह मूवी साल 2005 में आयी प्रभाष की ‘छत्रपति’ का रीमेक है | पर 2023 में आयी ‘छत्रपति’ में थोड़ा बहुत कहानी बदली गयी है | इस फिल्म की कहानी में एक परिवार होता है जिसमे शिवा, शिवा की माँ और उसका भाई होता है जो एक हमले में अलग हो जाते है और शिवा गलत रास्ते में चला जाता है | 12 साल गुजर चुके होते है और वह अभी भी अपनी माँ के तलाश करता रहता है | क्या शिवा अपनी माँ और भाई से मिल पायेगा आईये निचे कहानी पढ़ते है |
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9327005315 · 2 years ago
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तीन करोड़ का विज्ञापन देने वाले की ठुकाई! प्रभाष जोशी ने तोमर से क्यों कह...
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prabudhajanata · 2 years ago
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छातापुर।सुपौल।सोनू कुमार भगत : (National Youth Federation) प्रखंड कार्यालय छातापुर के सामने में शिक्षा मंत्री के बयान के समर्थन में मनुवाद के खिलाफ किया गया प्रदर्शन जिसकी अध्यक्षता युवा समाजसेवी कृष्णा राज ने किया जिसमें बहुजन विचारधारा से जुड़े भीम आर्मी राष्ट्रीय कर्मचारी संघ से जुड़े कई कार्यकर्ता भी हुए शामिल हुए। बिहार के शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद शेखर यादव के समर्थन में कार्यकर्ताओ ने नारेबाजी करते हुए कहा बिहार के शिक्षा मंत्री ने जो कुछ कहा है। वह देश हित में समाज हित में राष्ट्रहित में और पिछड़े दलित वंचित के हित की बात कही है राष्टीय युवा महासंघ के अध्यक्ष इंजीनियर एल के निराला ने कहा भाजपा आर एस एस और मनुवादी विचारधारा के लोग देश में जाति और धर्म के नाम पर नफरत की राजनीति करना चाहती है देश के आम मुद्दे गरीबी भ्रष्टाचार महंगाई बेरोजगारी से ध्यान भटकाने के लिए इस तरह के मुद्दे को उछाल कर प्रेशर पॉलिटिक्स करना चाहती है लेकिन शिक्षा मंत्री के 7 पूरा समाज और राष्ट्र खड़ा है या विचारधारा की लड़ाई है। भारत में संविधान सबसे बड़ा ग्रंथ है संविधान से बड़ा ग्रंथ नहीं हो सकता जिसमें समता समानता बंधुओं एकता की बात कही है किसी भी धार्मिक ग्रंथ को मानने ना मानने की स्वतंत्रता समूह को संविधान देती है मीडिया प्रभारी कृष्णा राज ने कहा हम लोग शिक्षा मंत्री के समर्थन में विचारधारा के साथ खड़े हैं और शिक्षा मंत्री को चाहिए कि हिम्मत के साथ समाज का प्रतिनिधित्व करें समाज के अगुवाई की बात करें अब समय बदल चुका है। सब लोग शिक्षित चुका है अपने हक अधिकार की बात जानते हैं भीम आर्मी के जयप्रकाश पासवान ने कहा देश में नफरत की सियासत संघी विचारधारा के लोग थोपना चाहती है जाति के नाम पर शोषण उत्पीड़न अब भोजन समाज बर्दाश्त नहीं करेगा इसके लिए संघर्ष का रास्ता चुन लिया है लड़ाई दो विचारधारा मनुवादी और अंबेडकरवादी विचारधारा की लड़ाई हो चुकी है अंत में नरेंद्र मोदी अच्छा मंत्री के जीव काटने वाले संत परमहंस महाराज मनुस्मृति का पुतला दहन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से मुखिया संघ राष्ट्रीय युवा महासंघ के जिला उपाध्यक्ष ओम प्रकाश कुमार प्रखंड अध्यक्ष कुंदन कुमार, शंकर कुमार, प्रभाष कुमार अलबेला सचिव कुमार रविंद अशोक मनोज राम पासवान मुकेश यादव सुभाष यादव पूर्व सरपंच धीरेन्द्र यादव दिलखुश यदुवंशी रमेश कुमार यादव सुमन यादव दिलखुश गजेन्द्र मेहता, सिंटू कुमार मेहता अखिलेश यादव राकेश कुमार यादव शंकर कुमार पिंटू कुमार नीतीश कुमार गोविंद सिकन्दर यादव अखिलेश यादव देवबंदी ऋषि सुखदेव ऋषि देव पंकज ऋषि देव ��नोज राम वीरेंद्र राम देव बीरबल मेहता सुनील कुमार मनीष कुमार राहुल नीतीश आदि उपस्थित रहे।
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newscup2021 · 2 years ago
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आदिपुरुष टीजर: श्री राम के चरणों में 'खड़ाऊ' नहीं चमड़े के जूते, फिल्म को लेकर लोगों ने दी ये प्रतिक्रिया
आदिपुरुष टीजर: श्री राम के चरणों में ‘खड़ाऊ’ नहीं चमड़े के जूते, फिल्म को लेकर लोगों ने दी ये प्रतिक्रिया
रविवार (02 अक्टूबर 2022) को प्रभाष और सैफ अली खान की फिल्म आदिपुरुष का टीजर रिलीज कर दिया गया, लेकिन इसे लोगों ने अच्छा रिस्पॉ��्स नहीं दिया है। प्राप्त जानकारियों के मुताबिक सुपर स्टार प्रभास (Prabhash) की रामायण पर आधारित फिल्म आदिपुरुष का टीजर रिलीज कर दिया गया है। रविवार (2 अक्टूबर 2022) को फिल्म बनाने वाली पूरी टीम अयोध्या पहुँची और वहाँ पर इसे जारी किया गया। टीजर रिलीज होते ही वायरल हो गया।…
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parichaytimes · 3 years ago
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'राधेश्याम' अभिनेता प्रभास के सर्वश्रेष्ठ केशविन्यास
‘राधेश्याम’ अभिनेता प्रभास के सर्वश्रेष्ठ केशविन्यास
प्रभास एक स्टाइल आइकन हैं और उन्होंने अब तक के सबसे स्टाइलिश हेयर स्टाइल में से कुछ को फ्लॉन्ट किया है। . Source link
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