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sonita0526 · 5 years ago
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राष्ट्रपति पद के डेमोक्रेट उम्मीदवार सैंडर्स बोले- दिल्ली हिंसा पर ट्रम्प का बयान मानवाधिकारों पर नेतृत्व की नाकामी
राष्ट्रपति पद के डेमोक्रेट उम्मीदवार सैंडर्स बोले- दिल्ली हिंसा पर ट्रम्प का बयान मानवाधिकारों पर नेतृत्व की नाकामी
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वॉशिंगटन। डेमोक्रेटिक सांसद और 2020 के चुनाव में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बर्नी सैंडर्स ने बुधवार को दिल्ली हिंसा पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बयान पर निशाना साधा। सैंडर्स ने कहा कि उनका (ट्रम्प का) बयान नेतृत्व कीर्नमी शो है। दो दिनों के दौरे पर 24 फरवरी को ट्रम्प अहमदाबाद पहुंचे थे। 25 फरवरी को दिल्ली में उनसे हिंसा पर सवाल पूछा गया था। इस पर उन्होंने कहा था किकिहिंसा के बारे में…
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news4me · 5 years ago
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Igor Stimac: स्टिमक ने माना, वर्तमान टीम के लिए गोल करने में नाकामी ‘बड़ी समस्या’ - scoring goals is india football team s biggest problem now says coach igor stimac
Igor Stimac: स्टिमक ने माना, वर्तमान टीम के लिए गोल करने में नाकामी ‘बड़ी समस्या’ – scoring goals is india football team s biggest problem now says coach igor stimac
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नई दिल्ली भारतीय फुटबॉल टीम के मुख्य कोच इगोर स्टिमक का मानना है कि गोल करने में नाकामी ‘बड़ी समस्या’ है और उनकी टीम को मैच जीतने के लिए जल्द ही इससे पार पाना होगा। विश्व कप क्वॉलिफाइंग 2022 के अभियान की अच्छी शुरुआत करने के बाद भारत लय बरकरार नहीं रख पाया तथा बांग्लादेश और अफगानिस्तान जैसी टीमों से ड्रॉ खेलकर तीसरे दौर में जगह नहीं बना पाया। भारतीय टीम हालांकि पांचों मैच में प्रतिस्पर्धी…
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kamalahmadbrh · 5 years ago
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इमरान के गृह मंत्री ने माना- कश्मीर मुद्दे पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय को साथ लाने में नाकाम रहे
इमरान के गृह मंत्री ने माना- कश्मीर मुद्दे पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय को साथ लाने में नाकाम रहे
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इस्लामाबाद. पाकिस्तान के गृह मंत्री ब्रिगेडियर एजाज अहमद शाह ने बुधवार को कहा कि इस्लामाबाद कश्मीर मुद्दे पर अपने रुख से अंतरराष्ट्रीय समुदाय कासमर्थन पाने में विफल रहा। साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री इमरान खान और उनकी सरकार को देश की छवि खराब करने के लिए जिम्मेदार ठहराया।
एजाज ने एक टीवी चैनल से बातचीत के दौरानकहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय कोहम पर भरोसा ही नहीं है। हम कहते हैं कि भारत ने…
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nepal123 · 8 years ago
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पशुपतिप्रसादमा डनको भुमिकामा देखिएका विपिन ‘नाका’मा पनि डन नै बन्ने काठमाडौँ । फिल्म पशुपतिप्रसादमा भष्मे डनको रुपमा र जत्रा लगायतका चलचित्रमा अभिनय गरेर राम्रो प्रशंसा पाएका कलाकार विपिन कार्की ‘नाका’ नामक फिल्ममा विपिन गुण्डाहरुको नाइकेको भूमिकामा देखिने भएका छन् । ‘भूकम्पपछि भएको नाकाबन्दी र त्यसले गुण्डाहरुको ग्याङलाई पारेको असरको कथाका लागी चयन भएका विपिन निर्देशक अमित श्रेष्ठको रोजाईमा परेका हुन् । ‘नाका’मा विपिनका अलावा रोविन तामाङ, सजन थापा मगर लगायत कलाकारहरुको अभिनय रहेको छ । फिल्मको छायाँकन नाका क्षेत्रमै हुने निर्देशक श्रेष्ठले जानकारी दिए । जसको छायांकन वैशाख १४ गतेबाट सुरु हुने बताइएको छ । The post पशुपतिप्रसादमा डनको भुमिकामा देखिएका विपिन ‘नाका’मा पनि डन नै बन्ने appeared first on Etajakhabar.
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sonita0526 · 5 years ago
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क्राइस्टचर्च टेस्ट में भारतीय टेल पर नाकाम रहने के बाद न्यूजीलैंड की जीत पर करीबी न्यूजीलैंड ने भारतीय टीम को सस्ते में आउट कर दिया और सलामी बल्लेबाजों, टॉम लेथम और टॉम ब्लंडेल ने मेजबान टीम को क्राइस्टचर्च टेस्ट के 3 दिन पहले 46 रन के साथ खड़ा कर दिया। । Source link
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news4me · 5 years ago
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israel government formation: नेतन्याहू के मुख्य प्रतिद्वंद्वी गठबंधन सरकार बनाने में नाकाम रहे - netanyahu's main rival failed to form coalition government
israel government formation: नेतन्याहू के मुख्य प्रतिद्वंद्वी गठबंधन सरकार बनाने में नाकाम रहे – netanyahu’s main rival failed to form coalition government
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नेतन्याहू के लिए उम्मीद की नई किरण
यरुशलम बेंजामिन नेतन्याहू के मुख्य प्रतिद्वंद्वी बेनी गैंट्ज बुधवार को निर्धारित समयसीमा तक सरकार बनाने में नाकाम रहे। इसके साथ ही उनकी लंबे समय से इजरायल के प्रधानमंत्री रहे नेतन्याहू को सत्ता से बाहर करने की उम्मीदें भी धराशायी हो गयी और देश को एक साल से भी कम समय में अभूतपूर्व रूप से तीसरी बार चुनाव की ओर धकेल दिया गया। मध्यमार्गी ब्लू ऐंड वाइट पार्टी…
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krishak-rastra-sandesh · 2 years ago
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Trade Fair: व्यापार मेले में 2500 रुपये किलो बिक रहा है चावल, आखिर क्या है इसमें खास
Trade Fair: व्यापार मेले में 2500 रुपये किलो बिक रहा है चावल, आखिर क्या है इसमें खास
यह शुगर फ्री राइस है. इसकी सबसे बड़ी खासियत है कि यह डायबिटीज और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है. TV9 Bharatvarsh | Edited By: वेंकटेश कुमार Updated on: Nov 17, 2022 | 3:49 PM IST दिल्ली के प्रगति मैदान में 14 नवंबर से ही ट्रेड फेयर की शुरुआत हो चुकी है. अपनी- अपनी पसंद की चीजों की खरीदारी करने के लिए लोग दूर- दूर से आ रहे हैं. लेकिन इस बार उत्तर प्रदेश की स्टॉल पर काला नकम राइस लोगों के बीच…
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kamalahmadbrh · 5 years ago
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16 साल की क्लाइमेट एक्टिविस्ट ने कहा- अगर विश्व के नेता नाकाम रहे, तो मेरी पीढ़ी उन्हें कभी माफ नहीं करेगी
16 साल की क्लाइमेट एक्टिविस्ट ने कहा- अगर विश्व के नेता नाकाम रहे, तो मेरी पीढ़ी उन्हें कभी माफ नहीं करेगी
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न्यूयॉर्क.संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन में 16 साल की क्लाइमेट एक्टिविस्ट ग्रेटा थन्बर्ग ने वैश्विक नेताओं को खुली चेतावनी दी है। स्वीडन निवासी ग्रेटा ने कहा कि अगर जलवायु परिवर्तन से जूझने में दुनिया भर के नेता असफल रहे, तो युवा पीढ़ी उन्हें कभी माफ नहीं करेगी। अपने संबोधन की शुरुआत में ग्रेटाकहा कि मुझे इस समय स्कूल में होना चाहिए, लेकिन हालात की गंभीरता के चलते वह इस मंच पर खड़ी हुई…
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gethealthy18-blog · 5 years ago
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पीलिया में क्या खाएं और क्या न खाएं – जॉन्डिस के लिए आहार – Jaundice (Piliya) Diet in Hindi
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पीलिया में क्या खाएं और क्या न खाएं – जॉन्डिस के लिए आहार – Jaundice (Piliya) Diet in Hindi
Nripendra Balmiki Hyderabd040-395603080 July 17, 2019
पीलिया में क्या-क्या खाना चाहिए और क्या नहीं, एक गंभीर सवाल हो सकता है। इस बीमारी में खानपान पर विशेष ध्यान देना जरूरी होता है, क्योंकि जॉन्डिस लीवर को बुरी तरह प्रभावित कर सकता है। इससे लीवर डैमेज का खतरा बन सकता है (1)। दरअसल पीलिया, रक्त और शरीर की कोशिकाओं में बिलीरुबिन (पीला रंगद्रव) के बढ़ जाने की वजह से होता है। इससे पीड़ित मरीज की त्वचा और आंखें पीली पड़ जाती हैं (2)। इस लेख में हम जॉन्डिस के लिए सटीक डाइट और खान-पान से जुड़ी सावधानियों को बारे में बताने जा रहे हैं। इसका पालन कर पीलिये से जल्द उबरा जा सकता है। आइए, उससे सबसे पहले जॉन्डिस डाइट के बारे में जान लेते हैं।
विषय सूची
जॉन्डिस डाइट – Jaundice Diet in Hindi
पीलिया की रोकथाम में एक व्यक्ति का आहार महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। लीवर भोजन को पचाने, ऊर्जा को स्टोर करने और विषाक्तता को दूर करने में मदद करता है (3)। एक स्वस्थ शरीर के लिए लीवर की कार्यप्रणाली सही तरीके से चलना बहुत जरूरी है। पीलिया से पीड़ित लोगों को ऐसे खाद्य और पेय पदार्थ लेने की सलाह दी जाती है, जो पाचन और मेटाबॉलिजम को बेहतर बनाने में मदद करें। ��ाथ ही लीवर को ज्यादा नुकसान न पहुंचे।
पीलिया और जॉन्डिस डाइट के बारे में जानने के बाद अब नीचे जानिए पीलिया में क्या खाएं।
पीलिया में क्या खाएं – Food for Jaundice (Piliya) in Hindi
1. नारियल पानी
जैसा कि हमने ऊपर बताया है कि लीवर से जुड़े रोग की वजह से पीलिया हो सकता है और गंभीर स्थिति में लीवर तक खराब हो सकता है। ऐसे में नारियल पानी आपकी मदद कर सकता है। एक वैज्ञानिक शोध के अनुसार, नारियल पानी से बना विनेगर सूजन को कम कर और एंटीऑक्टीडेंट प्रभाव को बढ़ाकर लीवर डैमेज के जोखिम को कम कर सकता है (4)।
2. गन्ने का जूस
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जॉन्डिस के लिए गन्ने का जूस लाभकारी माना जाता है। गन्ने का रस स्वस्थ पाचन को बढ़ावा देने के साथ-साथ लीवर की कार्यप्रणाली में मदद करता है। इसके लिए आप एक गिलास गन्ने के जूस में कुछ बूंदे नींबू के रस की मिलाकर पी सकते हैं। बेहतर परिणाम के लिए आप इस उपाय को रोजाना दो बार कर सकते हैं (5)।
3. नींबू पानी
पीलिया के इलाज में नींबू पानी भी कारगर है। नींबू एंटीइंफ्लेमेटरी गुणों से समृद्ध होता है। यह पीलिया के उपचार में मदद कर सकता है। वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार, नींबू पित्त नलिकाओं को खोलने का काम करता है, जिस वजह से यह पीलिया के लिए प्रभावी घरेलू उपाय बन जाता है (5)।
4. दही और छाछ
पीलिया के मरीज के लिए दही और छाछ भी प्रभावी उपाय हो सकते हैं। इसके लिए आप एक गिलास छाछ में चुकटी भर काली मिर्च के साथ एक चौथाई से भी कम फिटकरी (थोड़ी गर्म की हुई) मिलाकर पी सकते हैं। बेहतर परिणाम के लिए एक दिन में तीन बार इस उपाय को किया जा सकता है (5)। वहीं, दही भी लीवर के लिए फायदेमंद हो सकता है। वैज्ञानिक शोध में इस बात की पुष्टि की गई है कि दही नॉन अल्कोहलिक फैटी एसिड डिजीज के मरीजों में लीवर में जमने वाले फैट (hepatic steatosis) और लीवर एंजाइम में सुधार कर सकता है (6)।
5. हरी सब्जियां
पीलिया के मरीजों को कुछ चुनिंदा साग-सब्जियों का सेवन कराना चाहिए। इसमें गाजर, चुकंदर, ब्रोकली, केल, पत्ता गोभी व स्वीट पोटैटो आदि को शामिल किया जा सकता है। ये सभी सब्जियां लीवर को स्वस्थ रखने का काम करेंगी (7)।
6. मूली का जूस
पीलिया के लिए मूली का जूस लाभकारी हो सकता है। इसके लिए आप आधा गिलास ताजे मूली के जूस में 10 से 15 तुलसी के पत्तों के पेस्ट क�� मिलाकर पी सकते हैं। जॉन्डिस के लिए इस उपाय को रोजाना दो से तीन हफ्तों तक किया जा सकता है। इसके अलावा, पीलिया के मरीज को मूली के पत्तों का जूस (आधा लीटर) भी पिलाया जा सकता है। यह उपाय 10 दिन तक लगातार दोहराने से मरीज को आराम मिल सकता है (5)।
7. पपीता
एक चम्मच पपीते के पत्तों के पेस्ट में एक बड़ा चम्मच शहद मिलाएं। इसे नियमित रूप से लगभग एक या दो सप्ताह तक खाएं। यह पीलिया के लिए प्रभावी घरेलू इलाज साबित हो सकता है (5)।
8. टमाटर का जूस
पीलिया के लिए टमाटर फायदेमंद हो सकता है। इसके लिए आप एक गिलास टमाटर के रस में चुटकी भर नमक और काली मिर्च मिलाकर सुबह खाली पेट पी सकते हैं (5)।
9. तरबूज
पीलिया के लिए तरबूज का सेवन किया जा सकता है और इसका जूस भी पिया जा सकता है। यह प्राकृतिक जूस लीवर को स्वस्थ रखने का काम करता है (7)।
10. क्रेनबेरी
क्रेनबेरी जूस पीलिया के इलाज के लिए कारगर साबित हो सकता है। एक वैज्ञानिक अध्ययन में यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (मूत्र प्रणाली के किसी भी हिस्से में संक्रमण) का पीलिया के साथ संबंध पाया गया है। यहां क्रेनबेरी जूस की अहम भूमिका देखी जा सकती है, क्योंकि यह यूरिनरी ट्रैक्ट संक्रमण को दूर करने का काम कर सकता है (8), (9)। इस प्रकार क्रेनबेरी जूस के सेवन से पीलिया के जोखिम से बचा जा सकता है।
11. आंवला
पीलिया के लिए आंवला का जूस फायदेमंद हो सकता है। यह विटामिन-सी का अच्छा स्रोत है, जो जॉन्डिस के लक्षणों को दूर करने का काम कर सकता है (5)।
12. ताजे फल
जॉन्डिस से छुटकारा पाने के लिए आप ताजे फल जैसे केला, तरबूज, एवोकाडो, नींबू, पपीता, अंजीर व अनार आदि का सेवन करें। ताजे फल लीवर को स्वस्थ रखने में आपकी मदद करेंगे (7)।
13. हल्दी
जॉन्डिस के लिए हल्दी एक कारगर घरेलू उपचार हो सकती है। इसके लिए आप एक गिलास गर्म पानी में चुटकी भर हल्दी मिलाकर पिएं। बेहतर परिणाम के लिए यह उपाय रोजाना तीन से चार बार किया जा सकता है।
14. केला
पीलिया के लिए आप केले को घरेलू उपचार के तौर पर इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए आप एक केले को मैश करें और उसमें थोड़ा शहद मिलाकर सेवन करें। बेहतर परिणाम के लिए रोजाना दो बार यह उपचार किया जा सकता है (5)।
15. बीन्स और मसूर की दाल
पीलिया के मरीजों के आहार में बीन्स और मसूर की दाल भी शामिल की जा सकती है। ये पोषक तत्वों से भरपूर होती हैं। इनके सेवन से मरीज को जल्द ठीक होने में मदद मिलेगी। ध्यान रहे कि इन्हें बनाने के लिए तेल-मसालों का प्रयोग न करें (5)।
पीलिया में क्या क्या खाना चाहिए जानने के बाद अब नीचे जानिए पीलिया में क्या नहीं खाएं।
पीलिया (जॉन्डिस) में क्या नहीं खाना चाहिए – Foods to Avoid in Jaundice in Hindi
1. अंडे और मांस
पीलिया के मरीजों को अंडे और मांस का सेवन बिना तले और सीमित मात्रा में करन��� चाहिए। अगर इन्हें तल कर और मसालों के साथ बनाया गया, तो ये लीवर के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं (8)।
2. जंक फूड्स
पीलिया के मरीजों को जंक फूड्स का सेवन करने से बचना चाहिए। इस प्रकार के भोजन में हाइजीन और पोषक तत्वों की कमी होती है, जो आपके स्वास्थ्य को बिगाड़ सकते हैं (5)।
3. फैट फूड्स
एक वैज्ञानिक शोध में लीवर फैटी डिजीज के बारे में बात की गई है। इस बीमारी में लीवर में फैट बढ़ने लगता है (9)। इसलिए, पीलिया के मरीज को हाई फैट युक्त भोजन से भी बचना चाहिए।
4. कैफीन
पीलिया के मरीजों को कॉफी से दूर रहने की सलाह दी जाती है (5), क्योंकि इसमें कैफीन होता है, जो पीलिया के मरीज के लिए घातक हो सकता है।
5. प्रोटीन फूड्स
कुछ प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ जैसे फ्राइड अंडे और चिकन का सेवन पीलिया के दौरान नहीं किया जाना चाहिए (8)।
6. तले हुए भोजन
पीलिया के मरीजों को तले हुए भोजन का सेवन न करने की सलाह दी जाती है (8)। इस प्रकार के भोजन पाचन और लीवर के लिए कष्टदायक हो सकते हैं।
7. मीठे खाद्य पदार्थ
पीलिया के मरीजों को केक, चॉकलेट, शहद और क्रीम आदि पदार्थों को सेवन सीमित मात्रा में करने की सलाह दी जाती है(5)।
8. अल्कहोल
जॉन्डिस के मरीज अल्कोहल के सेवन से बचें। अल्कहोल को लीवर के लिए घातक माना गया है और इसका अत्यधिक सेवन लीवर रोगों का कारण बन सकता है (9)।
जॉन्डिस में क्या नहीं खाना चाहिए जानने के बाद चलिए आगे जानते हैं पीलिया के लिए आहर चार्ट के बारे में।
पीलिया के लिए नमूना आहार चार्ट – Sample Diet Chart for Jaundice in Hindi
भोजन पीलिया में क्या खाएं सुबह उठते ही
एक गिलास  गन्ने, तरबूज या अनार के जूस का सेवन करें।
साथ में आप वीट ब्रेड में ताजा मक्खन लगाकर खा सकते हैं।
नाश्ता
एक गिलास तरबूज, गन्ने या अनार का जूस पिएं।
दोपहर का खाना
वेजिटेबल सलाद।
गेंहू की रोटी के साथ बिना तेल-मसालों के हरी सब्जी।
भोजन के बाद एक गिलास छाछ पी सकते हैं।
दोपहर के खाने
के बाद
 क्रेनबेरी का जूस या नींबू पानी।
शाम का नाश्ता
 सब्जियों का सूप या
 गन्ने का जूस
रात का खाना
 टमाटर का सूप
चावल और हरी सब्जियां मिलाकर खिचड़ी (बिना तेल-मसालों के)।
जॉन्डिस में क्या खाना चाहिए और पीलिया के लिए डाइट चार्ट के बाद अब जानते हैं जॉन्डिस के लिए कुछ अन्य टिप्स।
पीलिया के लिए कुछ और डायट टिप्स – Other Tips for Jaundice (Piliya) in Hindi
मसालेदार भोजन – पीलिया के मरीज तेल और मसालेदार भोजन से दूर रहें। इस प्रकार के भोजन पेट की समस्याओं के साथ लीवर को नुकसान पहुंचा सकते हैं (5)।
ज्यादा नकम – जॉन्डिस के मरीज भोजन में अत्यधिक नमक का सेवन न करें। नमक में सोडियम होता है, जिसकी अधिक मात्रा मरीज के लिए नुकसानदायक हो सकती है (8)।
स्वच्छ पानी की पर्याप्त मात्रा – पीलिया के मरीज जितना ज्यादा हो सके साफ पानी का सेवन करें। पानी पाचन को बढ़ावा देगा और शरीर को डिटॉक्सीफाई करने का काम करता है (10)।
अत्यधिक भोजन का सेवन – इस बात का भी ध्यान रखें कि पीलिया का मरीज अत्यधिक भोजन का सेवन न करें। ऐसा करने से पाचन तंत्र बिगड़ सकता है (11)।
उम्मीद है कि अब आप जान गए होंगे कि पीलिया में क्या खाना चाहिए और पीलिया में क्या-क्या नहीं खाना चाहिए। यह समस्या किसी भी उम्र के व्यक्ति को अपना शिकार बना सकती है। इसलिए, जरूरी है कि आप इससे जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी अपने पास रखें और दूसरों के साथ भी साझा करें। पीलिया के मरीज का खान-पान बेहद मायने रखता है, इसलिए लेख में बताए गए खाद्य पदार्थों को जॉन्डिस के मरीज के आहार में जरूर शामिल करें। अगर मरीज का स्वास्थ्य ठीक नहीं हो रहा है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। आशा है कि यह लेख आपके लिए लाभकारी सिद्ध होगा। अपने सुझाव और अन्य सवालों के लिए आप हमसे नीचे दिए कमेंट बॉक्स के जरिए संपर्क कर सकते हैं।
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Nripendra Balmiki
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Source: https://www.stylecraze.com/hindi/piliya-diet-chart-kya-khaye-aur-kya-na-khaye-in-hindi/
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joshilakhabar-blog · 8 years ago
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बीमारियों का शिकार होता किशोर देश के महानगरों एवं बडे शहरों के बच्चे हाइपरटेंशन, मधुमेह और हृदय रोग जैसी बीमारियों के तेजी से शिकार हो रहे हैं। हाल के एक अध्ययन से पता चला है कि शहरों में रहने वाले करीब 25 प्रतिशत किशोर और युवा बच्चों को हृदय रोग का खतरा है। पिछले कुछ सालों मे रहन सहन एवं खान पान की आदतों में बदलाव तथा स्थूल जीवन शैली और बढते तनाव के कारण शहरी बच्चों में मोटापा 20-25 प्रतिशत बढा है। नेशनल डायबिटीज, ओबेसिटी एवं कोलेस्ट्राल डिआर्डर फाउंडेशन एनडीओसीडी और अखिल भारतीय आयुर्विग्यान संस्थान एम्स द्वारा हाल में दिल्ली के 40 स्कूलों 14 साल से अधिक उम्र के बच्चों में कराए गए अध्ययन में पाया गया कि हानिकारक संतृप्त वसा उसके आहार का हिस्सा बन गए है। एनडीओसी की प्रियाली शाह बताती है कि आजकल बच्चे जररत से चार गुना यादा वसा का सेवन कर रहे है। उन्होंने कहा कि आजकल पिजा, पास्ता, पैस्ट्री, बर्गर जैसे अधिक वसायुक्त खाद्य पदार्थ बच्चों के भोजन का मुख्य हिस्सा बन गये है। इसके अलावा आज के बच्चों में आधुनिक युग का तनाव भी बढ रहा है। हृदय रोग विशेषग्य तथा मेट्रो हास्पीटल एवं हार्ड इंस्टीच्यूट के निदेशक डा, पुरुषोत्तम लाल का कहना है कि आजकल किशोरों में भी हृदय रोग के संकेत मिलने लगे है। देश के शहरी इलाकों में स्कूल जाने वाले बच्चों में खान-पान की खराब आदतों, तनावपूर्ण जीवन और बहुत अधिक टेलीविजन देखने और अधिक समय तक कम्प्यूटर से संबंधित गतिविधियों में संलग्न रहने, व्या��ाम नहीं करने, आरामतलबी और सिगरेट एवं शराब के बढते सेवन के कारण हृदय रोग के खतरे बढ रहे है। चिकित्सकों का कहना है कि बच्चों में ये बीमारियां बढने के तीन मुख्य कारण जंक फुड का अधिक सेवन, टेलीविजन एवं कम्पयूटर से चिपके रहने की बढती प्रवृति और खेल-कूद तथा व्यायाम से कटना है। देश के निजी स्कूलों में कम से कम 20 प्रतिशत बच्चों में मोटापा तथा हाइपरटेंशन पाया गया तथा उन्हें उन खतरों से ग्रस्त पाया गया जिनसे हृदय रोग हो सकते है। गत र्वाा देश के कुछ शहरों में किये गये एक अध्ययन में पाया गया कि खराब रहन-सहन, कम उम्र में धूम्रपान, विटामिन डी की कमी, मधुमेह आदि के कारण किशोर उम्र के बच्चों में भी हृदय रोग का खतरा बढ रहा है। किशोरों में हृदय रोग चिंताजनक है क्योंकि यह बुजुर्गावस्था की बीमारी मानी जाती है। एक अन्य अध्ययन में पाया गया है कि उत्तर भारत के युवाओं में कम उम्र में ही मेटाबोलिक डिसआर्डर की समस्या बढ रही है जिससे उनमें हृदय रोग का खतरा बढ रहा है। डा. पुरुषोत्तम लाल ने कहा कि भारत में कम उम्र के लोगों और खास तौर पर बच्चों में हृदय रोगों में बढोत्तरी होने का एक चिंताजनक पहलू यह है कि जहां अमरीका में 10 साल के उम्र से ही बच्चों की हृदय रोग संबंधित स्कैनिंग शुर हो जाती है वहीं भारत में मध्यम उम्र का व्यक्ति भी हृदय रोग की जांच,,पडताल नहीं करता। जबकि मौजूदा स्थिति को देखते हुए बच्चों की जल्द से जल्द खासकर पारिवारिक इतिहास होने पर स्कैनिंग जररी है ताकि जररत पडने पर रोकथाम के उपाय किये जा सकें। हृदय रोगों की तरह उच्च रक्तचाप की समस्या भी बच्चों में तेजी से बढती जा रही है। उच्च रक्त चापहाई ब्लड प्रेशन को आमतौर पर नजरंदाज कर दिया जाता है, लेकिन यह बीमारी जानलेवा साबित हो सकती है। यह बीमारी हृदय रोगों एवं दिल के दौरे का सबसे प्रमुख कारण है। यहां स्थित इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल के वरिष्ठ इंटरनल मेडिसीन विशेषग्य डा. राकेश कुमार बताते है कि उच्च रक्त चाप से ग्रस्त यादातर लोगों को मधुमेह होने तथा उनके कालेस्ट्राल में वृद्धि होने की आशंका होती है। उच्च रक्त चाप के जिन मरीजों का मधुमेह के साथ,,साथ कालेस्ट्राल भी बढा होता है उन्हें कार्डियोवैस्कुलर बीमारियां होने की आशंका कई गुना बढ जाती है। एशियन इंस्टीच्यूट आफ मेडिकल साइंसेस के प्रमुख नेप्रोलाजिस्ट डा. जितेन्द्र कुमार का कहना है कि अब रक्त चाप सिर्फ वयस्कों की बीमारी नहीं रही बल्कि अब बच्चे और किशोर भी इससे प्रभावित हो रहे है। यहां तक कि कुछ शिशुओं में भी उच्च रक्तचाप पाया गया है। वह बताते है कि 10 साल के उम्र के बच्चों में उच्च रक्तचाप का कारण समयपूर्व जन्म बच्चे का कम विकास और किडनी की समस्या होती है लेकिन 10 साल से अधिक उम्र के बच्चों में इसका कारण अधिक ��जन, अत्याधिक वसा और नकम का सेवन तथा व्यायाम की कमी जैसी जीवन शैली से जुडी समस्याएं है। उन्होंने कहा है कि बच्चों या किशोरों में उच्च रक्त चाप का इलाज नहीं कराने पर यह हृदय रोग, स्ट्रोक और किडनी फेलियर जैसी गंभीर समस्याएं पैदा कर सकती है। उच्च रक्तचाप को दवाइयों और जीवन शैली में परिवर्तन कर नियंत्रित रखा जा सकता है। डा. पुरुषोत्तम लाल के अनुसार भारत में युवा बच्चों में पाये जाने वाले हृदय रोगों में एथेरोस्क्लेरोसिस मुख्य है। इसमें धमनी की दीवारें कालेस्टेराल जैसे वसीय पदार्थो के निर्माण में मोटी हो जाती है। वसायुक्त जंक फूड का अधिक सेवन करने वाले बच्चे इसके प्रति अत्यधिक संवेदनशील होते है। कोलेस्ट्राल प्लाक बहुत तेजी से बढने वाली प्रयिा है और यह यहां तक कि बाल्यावस्था में ही शुर हो सकती है। इसके अलावा कावासाकी रोग और रह्युमेटिक बुखार जैसी बीमारियां भी बच्चों में हृदय रोग के लिए जिम्मेदार है। रह्यमेटिक बुखास में सामान्य वायरल संमण जैसे लक्षण ही होते है लेकिन यह हृदय की धमनियों में सूजन पैदा कर हृदय को प्रभावित करता है। रह्युमेटिक बुखार के रोगियों में अक्सर उनके हृदय की मांसपेशियों में सूजन होती है।
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sonita0526 · 5 years ago
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इंग्लैंड टी 20 आई में न्यूजीलैंड को एक रन से हारने के लिए आखिरी ओवर में सात रन बनाने में नाकाम रहा तीन मैचों की श्रृंखला के पहले मैच में ईस्ट लंदन के बफ़ेलो पार्क में एक रोमांचक ट्वेंटी 20 अंतर्राष्ट्रीय मैच में दक्षिण अफ्रीका के हाथों एक रन से हारने के कारण इंग्लैंड अंतिम ओवर में सात रन बनाने में विफल रहा। । [टैग्सट्रोनेटलेट] इंग्लैंड क्रिकेट टीम [टी] दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम [टी] जेसन रॉय [टी] इयोन मोर्गन [टी] लुंगी एनगिडी [टी] बफ़ेलो पार्क [टी] पूर्वी लंदन Source link
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news4me · 5 years ago
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delhi violence politics in us: दिल्ली हिंसा पर अमेरिका में भी सियासत, सैंडर्स ने ट्रंप पर लगाया नकामी का आरोप - delhi violence: sanders terms trump's statement failure of leadership
delhi violence politics in us: दिल्ली हिंसा पर अमेरिका में भी सियासत, सैंडर्स ने ट्रंप पर लगाया नकामी का आरोप – delhi violence: sanders terms trump’s statement failure of leadership
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वॉशिंगटन नई दिल्ली में हिंसा को लेकर अमेरिका में भी सियासत शुरू हो गई है। अमेरिकी सांसदों के भारत की राजधानी नई दिल्ली में हिंसा पर तीखी प्रतिक्रिया करने के एक दिन बाद डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बर्नी सैंडर्स ने राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप पर मानवाधिकारों के मुद्दे पर नाकाम रहने का आरोप लगाया। अमेरिकी राष्ट्रपति की आलोचना करते हुए सैंडर्स ने कहा कि ट्रंप की भारत यात्रा…
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quickyblog · 4 years ago
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फ़ोन अरुणाचल के मौसम को दिखाने में नाकाम रहे, Xiaomi ने इसे गड़बड़ बताया | इंडिया न्यूज़ - टाइम्स ऑफ़ इंडिया https://tinyurl.com/y4naht3z #xiaomi #अरणचल #इडय #इस #ऑफ #क #गडबड #टइमस #दखन #न #नकम #नयज #फन #बतय #म #मसम #रह
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