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Devshayani Ekadashi 2022: इस तारीख को है देवशयनी एकादशी, नवंबर तक नहीं होंगे शुभ कार्य
Devshayani Ekadashi 2022: इस तारीख को है देवशयनी एकादशी, नवंबर तक नहीं होंगे शुभ कार्य
Devshayani Ekadashi 2022: देवशयनी एकादशी से देव सो जाते हैं। देवशयनी एकादशी के साथ 10 जुलाई से भगवान विष्णु चार माह की निंद्रा में चले जाएंगे। इसके साथ चातुर्मास शुरू हो जाएंगा। इसके बाद चार महीने तक कोई भी शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं। नवंबर तक देवउठनी एकादशी से शुभ कार्य होंगे। इस एकादशी से अगले चार महीने के लिए भगवान विष्णु विश्राम करते हैं। इन दिनों को चातुर्मास कहा जाता है। इसमें मांगलिक काम…
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इस बार देवतानी एकादशी पर शादी का समय नहीं, जानिए नवंबर में कब बजाई जाएगी शहनाई - पंजाब न्यूज़ लेटेस्ट पंजाबी न्यूज़ अपडेट टुडे
इस बार देवतानी एकादशी पर शादी का समय नहीं, जानिए नवंबर में कब बजाई जाएगी शहनाई – पंजाब न्यूज़ लेटेस्ट पंजाबी न्यूज़ अपडेट टुडे
नवंबर 2022 में शादी की तारीख: देवशयनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु गहरी नींद में चले जाते हैं। श्री हरि का शयन काल चतुर्मास से प्रारंभ होगा जो कार्तिक मास की देवथनी एकादशी को समाप्त होगा। चातुर्मास 10 जुलाई 2022 (चातुर्मास 2022) से शुरू हुआ है, यह देवउठनी एकादशी यानी 4 नवंबर 2022 (देवउथनी एकादशी 2022 तिथि) को समाप्त होगा। चातुर्मास में मुंडन, विवाह, मार्ग संस्कार, नामकरण जैसे शुभ कार्य वर्जित हैं।…
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On this day Bhagwan Vishnu and Lakshmi are worshipped.
It is believed that Vishnu falls asleep in Ksheersagar - cosmic ocean of milk - on Shesha nāga, the cosmic serpent. That is why the day is also called Dev-Shayani Ekadashi.
हिंदू धर्म में आषाढ़ महीने में आने वाली दोनों एकादशी तिथियों का विशेष महत्व होता है। आषाढ़ महीने की पहली एकादशी को योगिनी और दूसरी या अंतिम एकादशी को देवशयनी एकादशी कहा जाता है। इस साल देवशयनी एकादशी के दिन कई शुभ संयोग बन रहे हैं।
जैन धर्म में चातुर्मास सामूहिक वर्षायोग या चौमासा के रूप में भी जाना जाता है। भगवान महावीर ने चातुर्मास को इसिणां पसत्था कहा है। इस साल जैन चातुर्मास 11 जुलाई से प्रारंभ होने जा रहा है। इसी माह की 28 तारीख को रोहिणी व्रत भी पड़ेगा। हम सभी जानते हैं कि जैन साधु-संत जनकल्याण और धर्म के प्रचार-प्रसार के लिए पूरे वर्ष एक स्थान से दूसरे स्थान पर भ्रमण करते रहते हैं। अहिंसा और जीवों पर दया को ही जैन धर्म का आधार माना गया है। ऐसे में जैन मुनि ��स चातुर्मास में एक जगह रुककर लोगों को सत्य, अहिंसा और ब्रम्हचर्य आदि विषयों पर सद्ज्ञान देते हैं।
चातुर्मास की शुरुआत देवशयनी एकादशी से मानी जाती है। इस बार चातुर्मास 10 जुलाई से आरंभ हो रहे हैं, क्योंकि इस दिन देवशयनी एकादशी भी है|
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आज का पंचांग: 21 जुलाई, बुधवार को द्वादशी की तिथि, जानें शुभ मुहूर्त और राहु काल
आज का पंचांग: 21 जुलाई, बुधवार को द्वादशी की तिथि, जानें शुभ मुहूर्त और राहु काल
आज का पंचांग 21 जुलाई 2021: 21 जुलाई 2021, बृहस्पतिवार को मास की शुक्लक्ल्स की द्वादशी तिथि तिथि है। आज वृश्चिक राशि में गोचर कर रहा है। जहां पर पहली बार हिंदी विराजमान है। आज वृश्चिक राशि का योग बना है। आज की पूजा (आज की पूजा) देवशयनी एकादशी व्रत पारण (देवशयनी एकादशी व्रत पारण)– पंचांग के तारीख 21 नवंबर, बृहस्पतिवार को तिथि तिथि पर एकादशी का परावर्तन होता है। दिन देवशयनी एकादशी व्रत का पारण है।…
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Devashyani Ekadashi 2021: देवशयनी एकादशी से 4 माह तक योग निद्रा में रहेंगे भगवान विष्णु, रुकेंगे सारे शुभ कार्य
Devashyani Ekadashi 2021: देवशयनी एकादशी से 4 माह तक योग निद्रा में रहेंगे भगवान विष्णु, रुकेंगे सारे शुभ कार्य
देवशनी एकादशी 2021: हिन्दू पंचांग के अनुसार प्रत्येक वर्ष आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को देवशयनी एकादशी मनाई जाती है। साल 2021 में यह तिथि 20 जुलाई मंगलवार को पड़ रही है. इसी ��ारीख से चातुर्मास शुरू हो जाएगा। कई राज्यों में, देवासनी एकादशी को हरिशानी एकादशी और आषाढ़ी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। इस प्रकार एकादशी पूरे वर्ष पड़ती है और प्रत्येक एकादशी में व्रत का विधान है, जिसे…
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2021 में आने वाले हैं ये प्रमुख तीज त्योहार, यहां देखें हर महीने की लिस्ट
चैतन्य भारत न्यूज साल 2021 यानी नए साल के आते ही हर कोई जानना चाहता है कि कौन-सा त्योहार कब पड़ रहा है। इसलिए हम आपको वैदिक ज्योतिष कैलेंडर के अनुसार साल 2021 में पड़ने वाले त्योहार और व्रत की तारीख के बारे में बता रहे हैं। तो आइए जानते हैं इस नववर्ष में कौन-सा त्योहार कब पड़ेगा? 2 जनवरी, शनिवार- संकष्टी चतुर्थी व्रत 6 जनवरी, बुधवार- रुक्मिणी अष्टमी 9 जनवरी, शनिवार- सफला एकादशी 13 जनवरी, बुधवार- लोहड़ी/ स्नानदान अमावस्या 14 जनवरी, बृहस्पतिवार- मकर संक्रांति/ पोंगल 16 जनवरी, शनिवार- विनायक चतुर्थी 20 जनवरी, बुधवार- गुरु गोविंद सिंह जयंती 24 जनवरी, रविवार- पुत्रदा एकादशी 26 जनवरी, मंगलवार- भौम प्रदोष व्रत 28 जनवरी, बृहस्पतिवार- पौष पूर्णिमा 31 जनवरी, रविवार, तिल चतुर्थी व्रत 6 फरवरी, शनिवार- भीष्म पितामह जयंती 7 फरवरी, रविवार- षटतिला एकादशी 11 फरवरी, बृहस्पतिवार- मौनी अमावस्या 15 फरवरी, सोमवार- तिल कुंद चतुर्थी 16 फरवरी, मंगलवार- बसंत पंचमी 19 फरवरी, शुक्रवार- नर्मदा जयंती 20 फरवरी, शनिवार- भीष्माष्टमी 23 फरवरी, मंगलवार- एजा एकादशी 27 फरवरी, शनिवार- माघी पूर्णिमा 2 मार्च, मंगलवार- गणेश चतुर्थी 6 मार्च, शनिवार- सीताष्टमी 9 मार्च, मंगलवार- विजया एकादशी 11 मार्च, बृहस्पतिवार- महाशिवरात्रि 24 मार्च, बुधवार- आमल एकादशी 28 मार्च, रविवार- होलिका दहन 29 मार्च, सोमवार- ��ुरेड़ी 30 मार्च, मंगलवार- चित्रगुप्त पूजन 31 मार्च, बुधवार- गणेश चतुर्थी 2 अप्रैल, शुक्रवार- रंगपंचमी/ गुड फ्राइडे 4 अप्रैल, रविवार- शीतला सप्तमी 5 अप्रैल, सोमवार- शीतला अष्टमी 7 अप्रैल, बुधवार- पापमोचनी एकादशी व्रत 12 अप्रैल, शुक्रवार- सोमवती अमावस्या 13 अप्रैल, शनिवार- चैत्र नवरात्रि आरंभ/ गुड़ी पड़वा 15 अप्रैल, सोमवार- गणगौर तीज 21 अप्रैल, बुधवार- श्रीराम नवमी 23 अप्रैल, शुक्रवार- कामदा एकादशी 25 अप्रैल, रविवार- महावीर जयंती 27 अप्रैल, मंगलवार- हनुमान जयंती 7 मई, शुक्रवार- वरुथिनि एकादशी 14 मई, बुधवार- परशुराम जयंती/ अक्षय तृतीया 18 मई, बृहस्पतिवार- गंगा सप्तमी 22 मई, शनिवार- मोहिनी एकादशी 25 मई, मंगलवार- भगवान नरसिंह जयंती 26 मई, बुधवार- वैशाखी पूर्णिमा 6 जून, रविवार- अचला एकादशी 10 जून, बृहस्पतिवार- शनि जयंती 19 जून, शनिवार- महेश नवमी 20 जून, रविवार- गंगा दशहरा 21 जून, सोमवार- निर्जला एकादशी व्रत 24 जून, बृहस्पतिवार- व्रट पूर्णिमा व्रत 5 जुलाई, सोमवार- योगिनी एकादशी 9 जुलाई, शुक्रवार- हल हारिणी अमावस्या 13 जुलाई, मंगलवार- अंगारक चतुर्थी 18 जुलाई, रविवार- भड़ली नवमी 20 जुलाई, मंगलवार- देवशयनी एकादशी व्रत 21 जुलाई, बुधवार- वामन एकादशी 22 जुलाई, बृहस्पतिवार- विजया पार्वती व्रत 24 जुलाई, शनिवार- गुरु पूर्णिमा 27 जुलाई, मंगलवार- अंगारक चतुर्थी/ मंगला गौरी व्रत 3 अगस्त, मंगलवार- मंगला गौरी व्रत 4 अगस्त, बुधवार- कामिका एकादशी व्रत 8 अगस्त, रविवार- हरियाली एकादशी 11 अगस्त, बुधवार- हरियाली तीज 12 अगस्त, बृहस्पतिवार- दूर्वा गणपति व्रत 13 अगस्त, शनिवार- नाग पंचमी 17 अगस्त, बृहस्पतिवार- मंगला गौरी व्रत/ पवित्रा एकादशी 21 अगस्त, सोमवार- ओनम 22 अगस्त, मंगलवार- रक्षाबंधन 25 अगस्त, शुक्रवार- बहुला चतुर्थी 28 अगस्त, सोमवार- हरछठ 30 अगस्त, बुधवार- श्रीकृष्ण जन्माष्टमी 2 सितंबर, बृहस्पतिवार- जया एकादशी 3 सितंबर, शुक्रवार- गोवत्स एकादशी 6 सितंबर, सोमवार- कुशग्रहण अमावस्या 9 सितंबर, बृहस्पतिवार- हरितालिका तीज 10 सितंबर, शुक्रवार- गणेश उत्सव आरंभ 11 सिंतबर, शनिवार- ऋषि पंचमी 12 सितंबर, रविवार- मोरयाई छठ 14 सितंबर, मंगलवार- राधाष्टमी 16 सितंबर, बृहस्पतिवार- तेजा दशमी 17 सितंबर, शुक्रवार- डोल ग्यारस 19 सितंबर, रविवार- अनंत चतुर्दशी 21 सितंबर- मंगलवार- पितृ पक्ष शुरू 28 सितंबर, मंगलवार- महालक्ष्मी व्रत 2 अक्टूबर, शनिवार- इंदिरा एकादशी 6 अक्टूबर, बुधवार- पितृमोक्ष अमावस्या 7 अक्टूबर, बृहस्पतिवार- शारदीय नवरात्रि आरंभ 10 अक्टूबर, रविवार- उपांग ललिता व्रत 13 अक्टूबर, बुधवार- दुर्गा अष्टमी व्रत 14 अक्टूबर, बृहस्पतिवार- दुर्गा नवमी व्रत 15 अक्टूबर, शुक्रवार- विजयादशमी 16 अक्टूबर, शनिवार- पापांकुशा एकादशी 20 अक्टूबर, बुधवार- शरद पूर्णिमा 24 अक्टूबर, रविवार- करवा चौथ 26 अक्टूबर, मंगलवार- स्कंद षष्ठी व्रत 1 नवंबर, सोमवार- रंभा एकादशी व्रत 2 नवंबर, मंगलवार- धनतेरस 3 नवंबर, बुधवार- रूप चतुर्थी 4 नवंबर, बृहस्पतिवार- दीपावली 5 नवंबर, शुक्रवार- गोवर्धन पूजा 6 नवंबर, शनिवार- भाई दूज 10 नवंबर, बुधवार- छठ पूजा 12 नवंबर, शुक्रवार- गोपाष्टमी 13 नवंबर, शनिवार- अक्षय नवमी 15 नवंबर, सोमवार- देवउठनी एकादशी 18 नवंबर, बृहस्पतिवार- बैकुंठ चतुर्दशी व्रत 19 नवंबर, शुक्रवार- कार्तिक पूर्णिमा 27 नवंबर, शनिवार- कालभैरव अष्टमी 30 नवंबर- उत्पन्ना एकादशी\ 7 दिसंबर, मंगलवार- विनायक चतुर्थी 8 दिसंबर, बुधवार- विवाह पंचमी 14 दिसंबर, मंगलवार- मोक्षदा एकादशी 18 दिसंबर, शनिवार- ��त्त पूर्णिमा 25 दिसंबर, शनिवार- क्रिसमस 27 दिसंबर, सोमवार- रुक्मणी अष्टमी 30 दिसंबर, बृहस्पतिवार- सफला एकादशी Read the full article
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6 जुलाई से सावन माह शुरू होगा; इस महीने गुरु पूर्णिमा, तीन एकादशियां रहेंगी, नाग पंचमी मनाई जाएगी, शिव पूजा और मंत्र जाप करें
6 जुलाई से सावन माह शुरू होगा; इस महीने गुरु पूर्णिमा, तीन एकादशियां रहेंगी, नाग पंचमी मनाई जाएगी, शिव पूजा और मंत्र जाप करें
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जुलाई की शुरुआत होगी देवशयनी एकादशी से, 20 तारीख को रहेगी हरियाली अमावस्या
दैनिक भास्कर
Jun 30, 2020, 02:17 PM IST
2020 का सातवां महीना शुरू हो गया है। हिन्दी पंचांग के अनुसार ये इस माह में कई बड़े पर्व आ रहे हैं। जुलाई में सावन माह रहेगा, नाग पंचमी मनाई जाएगी और तीन एकादशियां रहेंगी। जानिए जुलाई 2020 की खास तिथियां और उन तिथियों पर कौन-कौन से शुभ काम कर सकते हैं…
1 जुलाई को देवशयनी…
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#Ekadashis in july#Nag Panchami 2020#pujan vidhi#Sawan will begin from July 6; Guru Purnima#Shiva puja vidhi
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जुलाई 2020: जानिए जुलाई माह के व्रत एवं त्योहार
2020 में जुलाई माह में विशेष पर्वो में आषाढ़ी एकादशी, गुरु पूर्णिमा, हरियाली तीज और नाग पंचमी के के बाद भी और भो पर्व पड़ रहे हैं। आइए जानते हैं जुलाई में कौन-कौन से विशेष पर्व और दिन-
1 जुलाई को देवशयनी एकादशी व्रत है। यह आषाढ़ शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवशयनी एकादशी के नाम से प्रचलित है। इसब दिन से चतुर्मास शुरू होता है। अधिकमास लगने के बाद चार महीनों तक कोई भी मांगलिक कार्य नहीं किया जाता है।
2 जुलाई को शुक्ल प्रदोष उपवास होता है। प्रदोष व्रत भगवान शिव का आशीर्वाद पाने के लिए रखा जाता है। यह व्रत प्रति माह में दो बार त्रयोदशी तिथि के दिन रखा जाता है। एक शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी में और दूसरा कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी में।
आषाढ़ मास की पूर्णिमा तिथि के दिन गुरु पूर्णिमा शुभ त्योहार मनाया जाता है। 5 जुलाई रविवार को ग���रु पूर्णिमा का पावन त्योहार मनाया जाएगा। इस दिन चंद्र ग्रहण भी लग रहा है।
8 जुलाई को संकष्टी चतुर्थी व्रत रखा जाएगा। संकष्टी चतुर्थी से आशय संकट को रहने वाली चतुर्थी तिथि से है। ऐसा कहा जाता है कि संकष्टि के दिन गणपति की पूजा-आ��ाधना करने से सभी बाधाएं दूर हो जाती हैं।
16 जुलाई को कामिका एकादशी व्रत रखा जाएगा। श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को कामिका एकादशी के नाम से प्रसिद्ध है। एकादशी तिथि भगवान विष्णु जी को समर्पित है।
18 जुलाई को मासिक शिवरात्रि में व्रत रखा जाएगा। इसी तारीख को श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी के दिन पड़ रही है। इसलिए इस 20 जुलाई को श्रावण मास की अमावस्या तिथि पड़ रही है। अमावस्या तिथि पर पितरों की आत्मा की शांति के लिए कर्मकांड किया जाता है।
23 जुलाई को हरियाली तीज मनाई जाएगी। हरियाली तीज का त्योहार विशेष रूप से महिलाओं के द्वारा मनाया जाता है। इस त्योहार में महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और सुख समृद्धि के लिए व्रत रखती हैं। हर साल हरियाली तीज श्रावण शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनायी जाती है।
नाग पंचमी का पर्व इस महीने की 25 तारीख को मनाया जाएगा। हर साल नाग पंचमी का पर्व श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि के दिन मनाया जाता है। इस दिन नाग देवता की पूजा की जाती है।
श्रावण पुत्रदा एकादशी इस बार 30 जुलाई को पड़ रही है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, श्रावण मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को श्राण पुत्रदा एकादशी के नाम से जाना जाता है। संतान सुख के लिए यह व्रत भगवान विष्णु जी के लिए रखा जाता है।
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Devshayani Ekadashi 2020: कब है देवशयनी एकादशी, जानें तारीख, मुहूर्त और इस व्रत का धार्मिक महत्व
Devshayani Ekadashi 2020: कब है देवशयनी एकादशी, जानें तारीख, मुहूर्त और इस व्रत का धार्मिक महत्व
धर्म डेस्क, अमर उजाला Updated Sat, 27 Jun 2020 12:08 AM IST
Devshayani Ekadashi 2020 – फोटो : Social media
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Devshayani Ekadashi 2020: हिन्दू धर्म में आषाढ़ मास शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि बेहद ही महत्वपूर्ण तिथि होती है। इस तिथि के दिन देवशयनी एकादशी का ��्रत रखा जाता है। इसे आषाढ़ी एकादशी और हरिशयनी…
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6 जुलाई से सावन माह शुरू होगा; इस महीने गुरु पूर्णिमा, तीन एकादशियां रहेंगी, नाग पंचमी मनाई जाएगी, शिव पूजा और मंत्र जाप करें
जुलाई की शुरुआत होगी देवशयनी एकादशी से, 20 तारीख को रहेगी हरियाली अमावस्या दैनिक भास्करJun 30, 2020, 02:17 PM IST2020 का सातवां महीना शुरू हो गया है। हिन्दी पंचांग के अनुसार ये इस माह में कई बड़े पर्व आ रहे हैं। जुलाई में सावन माह रहेगा, नाग पंचमी मनाई जाएगी और तीन एकादशियां रहेंगी। जानिए […]
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6 जुलाई से सावन माह शुरू होगा; इस महीने गुरु पूर्णिमा, तीन एकादशियां रहेंगी, नाग पंचमी मनाई जाएगी, शिव पूजा और मंत्र जाप करें
6 जुलाई से सावन माह शुरू होगा; इस महीने गुरु पूर्णिमा, तीन एकादशियां रहेंगी, नाग पंचमी मनाई जाएगी, शिव पूजा और मंत्र जाप करें
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जुलाई की शुरुआत होगी देवशयनी एकादशी से, 20 तारीख को रहेगी हरियाली अमावस्या
दैनिक भास्कर
Jun 30, 2020, 02:17 PM IST
2020 का सातवां महीना शुरू हो गया है। हिन्दी पंचांग के अनुसार ये इस माह में कई बड़े पर्व आ रहे हैं। जुलाई में सावन माह रहेगा, नाग पंचमी मनाई जाएगी और तीन एकादशियां रहेंगी। जानिए जुलाई 2020 की खास तिथियां और उन तिथियों पर कौन-कौन से शुभ काम कर सकते हैं…
1 जुलाई को देवशयनी…
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Shubh vivah muhurat 2022: जुलाई में सिर्फ 4 शादी के मुहूर्त, देवउठनी एकादशी पर इसलिए नहीं है विवाह का मुहूर्त
Shubh vivah muhurat 2022: जुलाई में सिर्फ 4 शादी के मुहूर्त, देवउठनी एकादशी पर इसलिए नहीं है विवाह का मुहूर्त
Shubh vivah muhurat 2022: इस साल जुलाई में विवाह के केवल चार शुभ मुहूर्त हैं। इसके बाद देवशयनी एकादशी पर शादियां बंद हो जाएंगी। चार महीने के लिए देव सो जाएंगे और फिर नवंबर में मांगलिक कार्य और शादियां शुरू होंगी। नवंबर में शादी के मुहर्त 4 तारीख को देव उठनी एकादशी से शुरू होते हैं, लेकिन इस बार कहा जा रहा है कि देवउठनी एकादशी पर शुक्र अस्त है। शादी विवाह के लिए कहा जाता है कि शुक्र का उदय होना…
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पंचांग 04 जुलाई 2017, मंगलवार
आचार्य कृष्णदत्त शर्मा राष्ट्रीय मिति आषाढ़ 13 शक संवत् 1939 आषाढ़ शुक्ल एकादशी मंगलवार विक्रम संवत् 2074। सौर आषाढ़ मास प्रविष्टे 20 सब्वाल 09 हिजरी 1438 (मुस्लिम) तदानुसार अंग्रेजी तारीख 04 जुलाई सन् 2017 ई॰। दक्षिणायन उत्तर गोल, वर्षा ऋतु। राहुकाल अपराह्न 03 बजे से 04 बजकर 30 मिनट तक एकादशी तिथि अर्धरात्रोत्तर 12 बजकर 29 मिनट तक उपरान्त द्वादशी तिथि का आरंभ, विशाखा नक्षत्र अगले दिन सुबह 05 बजकर 27 मिनट तक उपरान्त अनुराधा नक्षत्र का आरंभ। सिद्धि योग प्रातः 06 बजकर 17 मिनट तक उपरान्त बव करण का आरंभ। चन्द्रमा रात्रि 10 बजकर 43 मिनट तक तुला में उपरान्त वृश्चिक राशि पर संचार करेगा। आज ही भद्रा पूर्वाह्न 11 बजकर 21 मिनट से अर्धरात्रोत्तर 12 बजकर 29 मिनट तक। देवशयनी एकादशी, श्री हरिशयनोत्सव, चतुर्मास्य व्रतादि प्रारम्भ। बुध पुष्य नक्षत्र में रात्रि 08 बजकर 51 मिनट तक पुनर्यात्रा (पुरी) मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट। http://dlvr.it/PRyRBx
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जैन धर्म में चातुर्मास सामूहिक वर्षायोग या चौमासा के रूप में भी जाना जाता है। भगवान महावीर ने चातुर्मास को इसिणां पसत्था कहा है। इस साल जैन चातुर्मास 11 जुलाई से प्रारंभ होने जा रहा है। इसी माह की 28 तारीख को रोहिणी व्रत भी पड़ेगा। हम सभी जानते हैं कि जैन साधु-संत जनकल्याण और धर्म के प्रचार-प्रसार के लिए पूरे वर्ष एक स्थान से दूसरे स्थान पर भ्रमण करते रहते हैं। अहिंसा और जीवों पर दया को ही जैन धर्म का आधार माना गया है। ऐसे में जैन मुनि इस चातुर्मास में एक जगह रुककर लोगों को सत्य, अहिंसा और ब्रम्हचर्य आदि विषयों पर सद्ज्ञान देते हैं।
चातुर्मास की शुरुआत देवशयनी एकादशी से मानी जाती है। इस बार चातुर्मास 10 जुलाई से आरंभ हो रहे हैं, क्योंकि इस दिन देवशयनी एकादशी भी है|
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Devshayani Ekadashi: जानिए देवशयनी एकादशी व्रत का सही तरीका
Devshayani Ekadashi: जानिए देवशयनी एकादशी व्रत का सही तरीका
देवशयनी एकादशी: बार एकादशी की शुरुआत 19 नवंबर की तारीख से दिनांक 09 बजकर 59 से इस दिन एकादशी तिथि को दिनांक 20 जुलाई, 2021 को शाम 07.17 बजे होगा। देवशयनी एकादशी का व्रत को तैनात करने के लिए तैनात को प्रीत: काल उठकर साफ और निर्मल जल से स्नान करना च��हिए। पूजा स्थल पूरी तरह से साफ सफाई के लिए श्रीहरिविष्णु की मूर्ति को ऑनसन पर लागू करें और उनका षोडशोपचारण करें. कपड़े के कपड़े, फूल, पीले चंदन रोग.…
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देवशयनी एकादशी पर हनुमान जी की पूजा का बन रहा है विशेष संयोग
देवशयनी एकादशी पर हनुमान जी की पूजा का बन रहा है विशेष संयोग
देवशयनी एकादशी 2021: पंचांग के हिसाब से 20 नवंबर 2021, कल आषाढ़ मास की कल की तारीख है। इस एकादशी शास्त्र की तिथि समाप्त हो गई है। आषाढ़ ��ुक्ल की एकादशी को देवशय एकादशी है। इस व्यक्ति को विष्णु की विशेष देखभाल है। देवशयनी एकादशी का महत्वदेवशय एकादशी आषाढ़ मास की आखिरी एकादशी है। एंडोर्समेंट के लिए देवशयनीदाशी से चातुर्मास एक शुरुआत है। देवशयनी एकादशी से विष्णु का शयनकाल प्रभामंडल है। भगवान विष्णु…
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