#दुनिया भर में विक्रम
Explore tagged Tumblr posts
bhallaeyehospital · 11 months ago
Text
👁️ कैटरैक्ट सर्जरी: कुछ महत्वपूर्ण तथ्य 👁️
Tumblr media
क्या आप कैटरैक्ट सर्जरी के बारे में जानना चाहते हैं? यहां कुछ रोचक तथ्य हैं!
कैटरैक्ट सामान्य होता है: क्या आप जानते हैं कि कैटरैक्ट विश्वभर में दृष्टि की कमी के प्रमुख कारणों में से एक हैं? यह आमतौर पर उम्र के साथ विकसित होते हैं, लेकिन किसी को भी प्रभावित कर सकते हैं।
उम्र के साथ होते हैं: जबकि उम्र एक महत्वपूर्ण कारक है, कैटरैक्ट कारणों के रूप में ट्रौमा, दवाओं का उपयोग, या अ��तर्निहित स्वास्थ्य स्थितियों से भी हो सकते हैं।
सर्जरी सुरक्षित और प्रभावी होती है: जब कैटरैक्ट आपके दैनिक जीवन और दृष्टि में बाधा डालने लगते हैं, तो सर्जरी एक वैकल्पिक विकल्प बन जाता है। यह दुनिया भर में किया जाने वाले सबसे सुरक्षित और सफल सर्जरी में से एक है!
तेज़ प्रक्रिया, टिकाऊ परिणाम: प्रौद्योगिकी में उन्नति के शुक्रिया, कैटरैक्ट सर्जरी आमतौर पर एक त्वचाकीय प्रक्रिया होती है। रोगी अक्सर तुरंत सुधारी दृष्टि का अनुभव करते हैं!
व्यक्तिगत उपचार योजनाएँ: हर रोगी अद्वितीय है, और उनकी आंखें भी। डॉ. विक्रम भल्ला, भल्ला आई हॉस्पिटल के प्रसिद्ध नेता, प्रत्येक रोगी की आवश्यकताओं के अनुसार व्यक्तिगत उपचार योजनाओं में विश्वास रखते हैं।
स्थानीय विशेषज्ञता: रांची के हवाई नगर में स्थित, भल्ला आई हॉस्पिटल आपके स्थानीय आँखों के संपूर्ण देखभाल के लिए आपका स्थान है। डॉ. भल्ला, MBBS, DNB (आई डेः) के रूप में, कैटरैक्ट सर्जरी में दोस्ताना देखभाल और विशेषज्ञता प्रदान करने के लिए समर्पित हैं।
क्या कैटरैक्ट के बारे में कोई सवाल हैं? रांची, झारखंड में भल्ला आई हॉस्पिटल के Dr. Vikram Bhalla, MBBS, DNB (Ophthalmology) से संपर्क करें। हमें 7061015823 या 8969749533 पर कॉल करें और विशेषज्ञ मार्गदर्शन और समर्थन प्राप्त करें।
आओ जागरूकता फैलाएं और सुनिश्चित करें कि सभी को स्पष्ट दृष्टि का आनंद मिले!
0 notes
ragbuveer · 1 year ago
Text
*🚩🔱ॐगं गणपतये नमः 🔱🚩*
🌹 *सुप्रभात जय श्री राधे राधे*🌹
📖 *आज का पंचांग, चौघड़िया व राशिफल (तृतीया तिथि)*📖
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
#वास्तु_ऐस्ट्रो_टेक_सर्विसेज_टिप्स
#हम_सबका_स्वाभिमान_है_मोदी
#योगी_जी_हैं_तो_मुमकिन_है
#देवी_अहिल्याबाई_होलकर_जी
#योगी_जी
#bageshwardhamsarkardivyadarbar
#kedarnath
#badrinath
#JaiShriRam
#yogi
#jodhpur
#udaipur
#RSS
#rajasthan
#hinduism
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
दिनांक :-14-जनवरी-2023
वार :-------रविवार
तिथी :---03तृतीया:-08:00/ 04चतुर���थी:-28:59
पक्ष:------शुक्लपक्ष
माह:------पौषमास
नक्षत्र:------धनिष्ठा:-10:23
योग:-----व्यतिपात:-26:40
करण:-----गर:-08:00
चन्द्रमा:-----कुम्भ
सूर्योदय:----07:31
सूर्यास्त:-----18:02
दिशा शूल-----पश्चिम
निवारण उपाय:---पान का सेवन
ऋतु :----- शिशिर ऋतु
गुलीक काल:-15:18से 16:40
‌राहू काल:-16:40से18:02
अभीजित---11:55से12:45
विक्रम सम्वंत .........2080
शक सम्वंत ............1945
युगाब्द ..................5125
सम्वंत सर नाम:------पिंगल
🌗चोघङिया दिन🌓
चंचल:-08:49से10:07तक
लाभ:-10:07से11:25तक
अमृत:-11:25से12:44तक
शुभ:-14:02से15:20तक
🌞चोघङिया रात🌞
शुभ:-18:02से19:44तक
अमृत:-19:44से21:26तक
चंचल:-21:26से23:06तक
लाभ :-02:30से04:12तक
शुभ :-05:50से07:31तक
🍁आज के विशेष योग🍁
वर्ष का 297वाँ दिन, भद्रा प्रारंभ 18:28 से 28:59 तक पृथ्वी-लोक अशुभ दिशा पश्चिम, सूर्य मकर पर 26:44, मंगल पूषा.पर 21:58 बं. माध मास प्रा. विनायक चतुर्थी, राजयोग 07:28 से08:00 तक, रवियोग 10:23 से, भोगी (दक्षिण भारत), व्यतिपात पुण्य,
🌺 👉 टिप्स 👈🌺
पौष मास में पिले रगं कि वस्तुओं का दान करे।
*सुविचार*
सफलता तुम्हारा परिचय दुनिया से करवाती है और असफलता तुम्हें दुनिया का परिचय करव���ती है।
👍🏻 राधे राधे...
*💊💉आरोग्य उपाय🌿🍃*
*बाल बढ़ाने के घरेलू उपाय -*
*एलोवेरा -*
एलोवेरा में मौजूद पोषक तत्व बालों के विकास बहुत ही सहायता करता है। इसके अलावा यह चमक को बरकरार रखने में मदद करता है। इसके लिए आप एलोवेरा को काटकर उसके अंदर का जेल निकाल लें और उसे अपने बालों में लगाएं। जेल लगाने के एक घंटे बाद अपने बालों को शैम्पू से धो लें। इस बात का ध्यान दीजिए कि अगर बालों पर एलोवेरा लगाने के बाद आपको खुजली महसूस हो, तो तुरंत अपने बाल धो लें।
*🐑🐂 राशिफल🐊🐬*
☀️ मेष राशि :- आज किसी विशेष व्यक्ति का प्रवेश जीवन में तौर-तरीके बदल देगा। आकस्मिक धन लाभ होगा। विरोधी आप को नीचा दिखाने के हर संभव प्रयास क��ेंगे। मन की बात अपनों को बता दें रास्ता मिल जायगा।
☀️ वृ��भ राशि :- आज जरूरत से ज्यादा किसी की घनिष्ठता संबंधों को कमजोर कर देगी। आप सहने की शक्ति रखें। जल्द ही आप क्रोध से भर जाते हैं। स्वयं पर काबू रखें। व्यवसाय स्थल पर विवाद हो सकता है। उधार दिया पैसा न आने से मुश्किलें बढ़ेगी।
☀️ मिथुन राशि :- आज समय के साथ स्वयं को भी बदलें। अपने व्यवहार में नम्रता लाएं। कारोबार विस्तार के लिए धन एकत्रित करने में लगे रहेंगे। भूमि संबंधित विवाद के चलते चिंता रहेगी।
☀️ कर्क राशि :- आज अपने विवेक से हर कार्य सफल कर लेंगे। निजी जीवन में दूसरों को प्रवेश न दें। मित्रों के साथ यात्रा आनंदप्रद रहेगी। आजीविका के लिए भटकना पड़ेगा। माता-पिता के स्वास्थ्य में सुधार होगा। किसी विशेष जन से संबंध बनेंगे।
☀️ सिंह राशि :- आज व्यवसाय में नई योजना लाभदायक रहेगी। जीवन-साथी का साथ आपको आगे बढ़ने में मदद करेगा। संतान के विवाह संबंधित समस्या से परेशान रहेंगे। भवन परिवर्तन के योग है। वाहन का प्रयोग सावधानी से करें।
☀️ कन्या राशि :- आज अपनों से धोखा मिलेगा। राजनीति से जुड़े लोगों को पद मिल सकता है। पारिवारिक जनों की सहायता करनी होगी। आजीविका के श्रोत में वृद्धि होगी। पिता के साथ ताल मेल स्थापित न होने से तनाव हो सकता है।
☀️ तुला राशि :- आज भविष्य के प्रति चिंतित होंगे। मन में बुरे विचारों को न आने दें। स्वयं पर नियंत्रण रखें, नकारात्मक सोच के कारण ही आप पीछे हैं। पारिवारिक माहौल सामान्य रहेगा। मित्रों के साथ समय व्यतीत होगा। नौकरी में स्थान परिवर्तन संभव है।
☀️ वृश्चिक राशि :- आज कार्यस्थल पर सहकर्मियों से मन मुटाव होगा। क्रोध की अधिकता रहेगी। आय के नए श्रोत स्थापित होंगे। अपने कर्मचारियों के कारण परेशान होंगे। आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। धार्मिक कार्यों में धन लगेगा।
☀️ धनु राशि :- आज स्वास्थ्य में सुधार होगा। अपने आगामी भविष्य को लेकर चिंतित रहेंगे। मन में कई विचार आएंगे। व्यवसाय में उन्नति होगी। भूमि भवन संबंधित मामले पक्ष में हल होंगे। प्रशासन से जुड़े कार्य सहज हो जाएंगे। यात्रा संभव है।
☀️ मकर राशि :- आज अपनी संतान से विवाद हो सकता है। आजीविका को लेकर आप चिंतित हैं। विवाह योग्य जातकों के लिए समय उपयुक्त है। कारोबार विस्तार करने का मन होगा। वाहन सुख की प्राप्ति संभव है।
☀️ कुंभ राशि :- आज अपने मन की बात हर किसी को बताने से नुकसान आपका ही है। सुख सुविधा की वस्तुओं पर धन खर्च होगा। आपकी उन्नति से विरोधी नाखुश होंगे। अपके वाक् चातुर्य से अधिकारी प्रभावित ��ोंगे। बाहर जाने के योग बन रहे हैं।
☀️ मीन राशि :- आज मित्रों के सहयोग से कोई जरूरी कार्य पूर्ण होगा। अपनों से संबंधों में मजबूती आएगी। आलस की अधिकता से कार्य में रूचि नहीं रहेगी। आर्थिक मामले आज पक्ष में हल होंगे। राजनीति से जुड़े लोग सम्मान प्राप्त करेंगे।
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media
0 notes
dharmarajdas · 2 years ago
Text
🎉कबीर परमेश्वर जी का प्रकट दिवस🎉
कबीर साहेब जी कलयुग में भारत के काशी शहर के लहरतारा तालाब में ज्येष्ठ मास शुक्ल पूर्णमासी विक्रम संवत 1455 (सन् 1398) सुबह ब्रह्म मुहूर्त में कमल के फूल पर शिशु रूप में प्रकट हुए थे।
नीरू नीमा को मिले कबीर परमात्मा :-
प्रतिदिन ब्रह्म मुहूर्त में नीरू, नीमा नामक पति-पत्नी लहरतारा तालाब पर स्नान करने जाते थे। एक बार नीरू, नीमा जिनके कोई संतान नहीं थी स्नान करने जा रहे थे और नीमा रास्ते में भगवान शंकर से प्रार्थना कर रही थी कि हे दीनानाथ! आप अपने दासों को भी एक बच्चा दें दें। आप के घर में क्या कमी है। प्रभु! हमारा भी जीवन सफल हो जाएगा। दुनिया के व्यंग्य सुन-सुन कर आत्मा दुखी हो जाती है। मुझ पापिन से ऐसी कौन सी गलती किस जन्म में हुई है जिस कारण मुझे बच्चे का मुख देखने को तरसना पड़ रहा है। हमारे पापों को क्षमा करो प्रभु! हमें भी एक बालक दे दो।
यह कह कर नीमा फूट-फूट कर रोने लगी तब नीरू ने धैर्य दिलाते हुए कहा हे नीमा! हमारे भाग्य में संतान नहीं है यदि भाग्य में संतान होती तो प्रभु शिव अवश्य प्रदान कर देते। आप रो-रो कर आंखें खराब कर लोगी। आप का बार-बार रोना मेरे से देखा नहीं जाता। यह कह कर नीरू की आंखें भर आईं। इसी तरह प्रभु की चर्चा व बालक प्राप्ति की याचना करते हुए लहरतारा तालाब पर पहुंच गए। प्रथम नीमा ने स्नान किया, उसके पश्चात नीरू ने स्नान करने को तालाब में प्रवेश किया। सुबह का अंधेरा शीघ्र ह�� उजाले में बदल जाता है। जिस समय नीमा ने स्नान किया था। उस समय तक तो अंधेरा था।
कमल के फूल पर बालक
जब नीमा कपड़े बदल कर पुनः तालाब पर कपड़ो को धोने के लिए गई, जिसे पहन कर स्नान किया था, उस समय नीरू तालाब में प्रवेश करके गोते लगा-लगा कर मल-मल कर स्नान कर रहा था। नीमा की दृष्टि एक कमल के फूल पर पड़ी जिस पर कोई वस्तु हिल रही थी। प्रथम नीमा ने जाना कोई सर्प हैं। उसने सोचा कहीं यह सर्प मेरे पति को न डस ले लेकिन जब नीमा ने उसे ध्यानपूर्वक देखा तो वह सर्प नहीं कोई बालक था। जिसने एक पैर अपने मुख में ले रखा था तथा दूसरे को हिला रहा था।
कबीर साहेब जी के प्रकट होने का प्रमाण :-
वेदों में प्रमाण है कि परमात्मा सबका जनक है वह माँ से जन्म नही लेता बल्कि सशरीर प्रकट होता है । जो माँ से जन्म लेकर आता है वह अविनाशी परमात्मा नहीं होता ।
साहिब होकर उतरे , बेटा किसी का नाहीं ।
जो बेटा होकर उतरे , वो साहिब भी नाही ।।
पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी का माँ के गर्भ से जन्म नही होता । परमात्मा सशरीर आते हैं और सशरीर चले जाते हैं,
कबीर साहेब जी अपनी वाणी में कहा है कि :-
हम है सतलोक के वासी, दास कहाये प्रकट भये काशी।
सर्व मानव समाज से निवेदन है अभी वर्तमान में कबीर साहेब जी के अवतार संत रामपाल जी महाराज हैं, संत जी का सत्संग शाम को 7:30 बजे साधना टीवी पर रोजाना देखें ।
#KabirPrakatDiwas
#SantRampalJiMaharaj
#परमेश्वरकबीर_प्रकट दिवस2023
#AppearanceOfGodKabirInKalyug
अधिक जानकारी के लिए "Sant Rampal Ji Maharaj" App Play Store से डाउनलोड करें और "Sant Rampal Ji Maharaj" YouTube Channel पर Videos देखें और Subscribe करें।
संत रामपाल जी महाराज ���ी से निःशुल्क नाम उपदेश लेने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर जायें।
⬇️⬇️
https://online.jagatgururampalji.org/naam-diksha-inquiry
Download करें
पवित्र पुस्तक "कबीर परमेश्वर"
https://bit.ly/KabirParmeshwarBook
Tumblr media
0 notes
anildas33 · 2 years ago
Text
कबीर साहेब जी कलयुग में भारत के काशी शहर के लहरतारा तालाब में ज्येष्ठ मास शुक्ल पूर्णमासी विक्रम संवत 1455 (सन् 1398) सुबह ब्रह्म मुहूर्त में कमल के फूल पर शिशु रूप में प्रकट हुए थे।🎉कबीर परमेश्वर जी का प्रकट दिवस🎉
कबीर साहेब जी कलयुग में भारत के काशी शहर के लहरतारा तालाब में ज्येष्ठ मास शुक्ल पूर्णमासी विक्रम संवत 1455 (सन् 1398) सुबह ब्रह्म मुहूर्त में कमल के फूल पर शिशु रूप में प्रकट हुए थे।
नीरू नीमा को मिले कबीर परमात्मा :-
प्रतिदिन ब्रह्म मुहूर्त में नीरू, नीमा नामक पति-पत्नी लहरतारा तालाब पर स्नान करने जाते थे। एक बार नीरू, नीमा जिनके कोई संतान नहीं थी स्नान करने जा रहे थे और नीमा रास्ते में भगवान शंकर से प्रार्थना कर रही थी कि हे दीनानाथ! आप अपने दासों को भी एक बच्चा दें दें। आप के घर में क्या कमी है। प्रभु! हमारा भी जीवन सफल हो जाएगा। दुनिया के व्यंग्य सुन-सुन कर आत्मा दुखी हो जाती है। मुझ पापिन से ऐसी कौन सी गलती किस जन्म में हुई है जिस कारण मुझे बच्चे का मुख देखने को तरसना पड़ रहा है। हमारे पापों को क्षमा करो प्रभु! हमें भी एक बालक दे दो।
यह कह कर नीमा फूट-फूट कर रोने लगी तब नीरू ने धैर्य दिलाते हुए कहा हे नीमा! हमारे भाग्य में संतान नहीं है यदि भाग्य में संतान होती तो प्रभु शिव अवश्य प्रदान कर देते। आप रो-रो कर आंखें खराब कर लोगी। आप का बार-बार रोना मेरे से देखा नहीं जाता। यह कह कर नीरू की आंखें भर आईं। इसी तरह प्रभु की चर्चा व बालक प्राप्ति की याचना करते हुए लहरतारा तालाब पर पहुंच गए। प्रथम नीमा ने स्नान किया, उसके पश्चात नीरू ने स्नान करने को तालाब में प्रवेश किया। सुबह का अंधेरा शीघ्र ही उजाले में बदल जाता है। जिस समय नीमा ने स्नान किया था। उस समय तक तो अंधेरा था।
कमल के फूल पर बालक
जब नीमा कपड़े बदल कर पुनः तालाब पर कपड़ो को धोने के लिए गई, जिसे पहन कर स्नान किया था, उस समय नीरू तालाब में प्रवेश करके गोते लगा-लगा कर मल-मल कर स्नान कर रहा था। नीमा की दृष्टि एक कमल के फूल पर पड़ी जिस पर कोई वस्तु हिल रही थी। प्रथम नीमा ने जाना कोई सर्प हैं। उसने सोचा कहीं यह सर्प मेरे पति को न डस ले लेकिन जब नीमा ने उसे ध्यानपूर्वक देखा तो वह सर्प नहीं कोई बालक था। जिसने एक पैर अपने मुख में ले रखा था तथा दूसरे को हिला रहा था।
कबीर साहेब जी के प्रकट होने का प्रमाण :-
वेदों में प्रमाण है कि परमात्मा सबका जनक है वह माँ से जन्म नही लेता बल्कि सशरीर प्रकट होता है । जो माँ से जन्म लेकर आता है वह अविनाशी परमात्मा नहीं होता ।
साहिब होकर उतरे , बेटा किसी का नाहीं ।
जो बेटा होकर उतरे , वो साहिब भी नाही ।।
पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी का माँ के गर्भ से जन्म नही होता । परमात्मा सशरीर आते हैं और सशरीर चले जाते हैं,
कबीर साहेब जी अपनी वाणी में कहा है कि :-
हम है सतलोक के वासी, दास कहाये प्रकट भये काशी।
सर्व मानव समाज से निवेदन है अभी वर्तमान में कबीर साहेब जी के अवतार संत रामपाल जी महाराज हैं, संत जी का सत्संग शाम को 7:30 बजे साधना टीवी पर रोजाना देखें ।
#KabirPrakatDiwas
#SantRampalJiMaharaj
#परमेश्वरकबीर_प्रकट दिवस2023
#AppearanceOfGodKabirInKalyug
अधिक जानकारी के लिए "Sant Rampal Ji Maharaj" App Play Store से डाउनलोड करें और "Sant Rampal Ji Maharaj" YouTube Channel पर Videos देखें और Subscribe करें।
संत रामपाल जी महाराज जी से निःशुल्क नाम उपदेश लेने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर जायें।
⬇️⬇️
https://online.jagatgururampalji.org/naam-diksha-inquiry
Download करें
पवित्र पुस्तक "कबीर परमेश्वर"
https://bit.ly/KabirParmeshwarBook
Tumblr media Tumblr media Tumblr media
1 note · View note
akks-posts · 2 years ago
Text
कबीर परमेश्वर जी का प्रकट दिवस🔮
समाज में तत्वज्ञान के अभाव में लोग शंका करते हैं कि कबीर साहेब जी काशी वाला जुलाहा धाणक पूर्ण परमात्मा कैसे हो सकता है? लेकिन सच्चाई तो यही है कि वेदों में कविर्देव काशी वाला जुलाहा पूर्ण परमात्मा है।
आप जी से निवेदन है सच्चाई को समझने की कोशिश करें दंत कथा पर विश्वास न करें हम हम आपको प्रमाण सहित बता रहे हैं पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब ही सृष्टि का मालिक है
कबीर परमेश्वर जी आज से लगभग 600 साल पहले काशी शहर के लहरतारा तालाब में ज्येष्ठ मास शुक्ल पूर्णमासी विक्रम संवत 1455 (सन् 1398) सुबह ब्रह्म मुहूर्त में कमल के फूल पर शिशु रूप में प्रकट हुए थे।
नीमा नामक पति-पत्नी जो हिदू से जबरन मुसलमान बना दिए थे परंतु उनकी आस्था भगवान शिव में ही थी वे प्रतिदिन लहरतारा तालाब पर स्नान करने जाते थे। उनकी कोई संतान नहीं थी l एक बार नीरू नीमा स्नान करने जा रहे थे और नीमा रास्ते में भगवान शिव से प्रार्थना कर रही थी कि हे भगवान शिव आप अपने दासों को भी एक बच्चा दें दें। आप के घर में क्या कमी है भगवान हमारा भी जीवन सफल हो जाएगा। दुनिया के ताने सुन-सुन कर आत्मा बहुत दुखी हो रही है । हम से ऐसी कौन सी गलती हो गई जिस कारण मुझे बच्चे का मुख देखने को तरसना पड़ रहा है। यह
कह कर नीमा फूट-फूट कर रोने लगी तब नीरू ने धैर्य दिलाते हुए कहा हे नीमा हमारे भाग्य में संतान नहीं है यदि भाग्य में संतान होती तो भगवान शिव अवश्य संतान देते। आप रो-रो कर आंखें खराब कर लोगी। आप का बार-बार रोना मेरे से देखा नहीं जाता। यह कह कर नीरू की भी आंखें भर आईं।
जब लहरतारा तालाब पर पहुंचे तो पहले स्नान नीमा ने किया फिर नीरू स्नान करने लगे तो नीमा ने देखा कमल के फूल पर एक बच्चा लेट रहा है और अपने एक पैर के अंगूठे को मुंह में चूस रहा है नीरू से कहने लगी देखो जी बच्चा है डूब जाएगा नीरू ने जैसे ही देखा कमल के फूल सहित बच्चे को उठा लिया l
जब उसको घर लेकर आए तो देखने वाले भी हैरान रह गए
काशी उमटी गुल भया, मोमन का घर घेर l
कोई कहे ब्रह्मा विष्णु है कोई कहे इंद्र कुबेर ll
जब नीरू नीमा बालक रूप मैं परमात्मा को घर लेकर आए थे उस समय मुल्ला और काजी लड़के का नाम रखने के लिए कुरान शरीफ लेकर नीरू के घर गए l
काजी ने क़ुरान शरीफ़ पुस्तक को कही से खोला। उस पेज पर पहली लाइ��� में कबीरन् लिखा था। काजियों ने सोचा “कबीर” नाम का अर्थ बड़ा होता है। इस छोटे जाति (जुलाहे अर्थात धाणक) के बालक का नाम कबीर रखना शोभा नहीं देगा। यह तो ऊंचे घरानों के बच्चों के रखने योग्य है। शिशु रूपधारी परमेश्वर, काजियों के मन के दोष को जानते थे।
काजियों ने फिर कुरान शरीफ को नाम रखने के उद्देश्य से खोला। उन दोनों पृष्ठों पर कबीर-कबीर-कबीर अक्षर लिखे थे उसके अलावा कुछ नहीं था। काजियों ने फिर कुरान शरीफ को खोला उन पृष्ठों पर भी कबीर-कबीर-कबीर अक्षर ही लिखा था। काजियों ने पूरी कुरान खोल डाली जिस भी पेज को खोलते उसी मैं कबीर-कबीर-कबीर-कबीर हो गए। काजी बोले इस बालक ने कोई जादू मंत्र करके हमारी कुरान शरीफ को ही बदल डाला। तब कबीर परमेश्वर शिशु रूप में बोले हे काशी के काजियों। मैं कबीर अल्लाह अर्थात अल्लाहु अकबर हूं। मेरा नाम “कबीर” ही रखो। काजियों ने अपने साथ लाई कुरान को वहीं पटक दिया तथा चले गए।
परमेश्वर की परवरिश कुंवारी गाय के दूध से हुई
जैसा वेदों मैं प्रमाण है l
ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 1 मंत्र 9 में लिखा है कि जब पूर्ण परमात्मा शिशु रूप धारण करके पृथ्वी पर आता है तो उसका पालन पोषण कुंवारी गाय से होता है।
अवधु अविगत से चल आया, कोई मेरा भेद मर्म नहीं पाया।।टेक।।
ना मेरा जन्म न गर्भ बसेरा, बालक ह्नै दिखलाया।
काशी नगर जल कमल पर डेरा, तहाँ जुलाहे ने पाया।।
माता-पिता मेरे कछु नहीं, ना मेरे घर दासी।
जुलहा को सुत आन कहाया, जगत करे मेरी हांसी।।
पांच तत्व का धड़ नहीं मेरा, जानूं ज्ञान अपारा।
सत्य स्वरूपी नाम साहिब का, सो है नाम हमारा।।
अधर दीप (सतलोक) गगन गुफा में, तहां निज वस्तु सारा।
ज्योति स्वरूपी अलख निरंजन (ब्रह्म) भी, धरता ध्यान हमारा।।
हाड चाम लोहू नहीं मोरे, जाने सत्यनाम उपासी।
तारन तरन अभै पद दाता, मैं हूं कबीर अविनासी।।
5 वर्ष की आयु में ही कबीर जी ने अपने लीलामय शरीर से वहां के जाने-माने संतों के साथ आध्यात्मिक विचार-विमर्श करना शुरू कर दिया था। कोई भी संत या ऋषि उनके आध्यात्मिक ज्ञान का उत्तर कभी नहीं दे सके।
कबीर परमेश्वर के अवतार संत रामपाल जी महाराज इस धरती पर अवतरित हुए हैं आपसे निवेदन है संत रामपाल जी महाराज की शरण में आकर अपना कल्याण कराएं।
#KabirPrakatDiwas
#SantRampalJiMaharaj
#परमेश्वरकबीर_प्रकट दिवस2023
#AppearanceOfGodKabirInKalyug
अधिक जानकारी के लिए "Sant Rampal Ji Maharaj" App Play Store से डाउनलोड करें और "Sant Rampal Ji Maharaj" YouTube Channel पर Videos देखें और Subscribe करें।
संत रामपाल जी महाराज जी से निःशुल्क नाम उपदेश लेने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर जायें।
⬇️⬇️
https://online.jagatgururampalji.org/naam-diksha-inquiry
Download करें
पवित्र पुस्तक "कबीर परमेश्वर"
https://bit.ly/KabirParmeshwarBook
0 notes
shivnarayankumar · 2 years ago
Text
Tumblr media
🎉कबीर परमेश्वर जी का प्रकट दिवस🎉
कबीर साहेब जी कलयुग में भारत के काशी शहर के लहरतारा तालाब में ज्येष्ठ मास शुक्ल पूर्णमासी विक्रम संवत 1455 (सन् 1398) सुबह ब्रह्म मुहूर्त में कमल के फूल पर शिशु रूप में प्रकट हुए थे।
नीरू नीमा को मिले कबीर परमात्मा :-
प्रतिदिन ब्रह्म मुहूर्त में नीरू, नीमा नामक पति-पत्नी लहरतारा तालाब पर स्नान करने जाते थे। एक बार नीरू, नीमा जिनके कोई संतान नहीं थी स्नान करने जा रहे थे और नीमा रास्ते में भगवान शंकर से प्रार्थना कर रही थी कि हे दीनानाथ! आप अपने दासों को भी एक बच्चा दें दें। आप के घर में क्या कमी है। प्रभु! हमारा भी जीवन सफल हो जाएगा। दुनिया के व्यंग्य सुन-सुन कर आत्मा दुखी हो जाती है। मुझ पापिन से ऐसी कौन सी गलती किस जन्म में हुई है जिस कारण मुझे बच्चे का मुख देखने को तरसना पड़ रहा है। हमारे पापों को क्षमा करो प्रभु! हमें भी एक बालक दे दो।
यह कह कर नीमा फूट-फूट कर रोने लगी तब नीरू ने धैर्य दिलाते हुए कहा हे नीमा! हमारे भाग्य में संतान नहीं है यदि भाग्य में संतान होती तो प्रभु शिव अवश्य प्रदान कर देते। आप रो-रो कर आंखें खराब कर लोगी। आप का बार-बार रोना मेरे से देखा नहीं जाता। यह कह कर नीरू की आंखें भर आईं। इसी तरह प्रभु की चर्चा व बालक प्राप्ति की याचना करते हुए लहरतारा तालाब पर पहुंच गए। प्रथम नीमा ने स्नान किया, उसके पश्चात नीरू ने स्नान करने को तालाब में प्रवेश किया। सुबह का अंधेरा शीघ्र ही उजाले में बदल जाता है। जिस समय नीमा ने स्नान किया था। उस समय तक तो अंधेरा था।
कमल के फूल पर बालक
जब नीमा कपड़े बदल कर पुनः तालाब पर कपड़ो को धोने के लिए गई, जिसे पहन कर स्नान किया था, उस समय नीरू तालाब में प्रवेश करके गोते लगा-लगा कर मल-मल कर स्नान कर रहा था। नीमा की दृष्टि एक कमल के फूल पर पड़ी जिस पर कोई वस्तु हिल रही थी। प्रथम नीमा ने जाना कोई सर्प हैं। उसने सोचा कहीं यह सर्प मेरे पति को न डस ले लेकिन जब नीमा ने उसे ध्यानपूर्वक देखा तो वह सर्प नहीं कोई बालक था। जिसने एक पैर अपने मुख में ले रखा था तथा दूसरे को हिला रहा था।
कबीर साहेब जी के प्रकट होने का प्रमाण :-
वेदों में प्रमाण है कि परमात्मा सबका जनक है वह माँ से जन्म नही लेता बल्कि सशरीर प्रकट होता है । जो माँ से जन्म लेकर आता है वह अविनाशी परमात्मा नहीं होता ।
साहिब होकर उतरे , बेटा किसी का नाहीं ।
जो बेटा होकर उतरे , वो साहिब भी नाही ।।
पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी का माँ के गर्भ से जन्म नही होता । परमात्मा सशरीर आते हैं और सशरीर चले जाते हैं,
कबीर साहेब जी अपनी वाणी में कहा है कि :-
हम है सतलोक के वासी, दास कहाये प्रकट भये काशी।
सर्व मानव समाज से निवेदन है अभी वर्तमान में कबीर साहेब जी के अवतार संत रामपाल जी महाराज हैं, संत जी का सत्संग शाम को 7:30 बजे साधना टीवी पर रोजाना देखें ।
#KabirPrakatDiwas
#SantRampalJiMaharaj
#परमेश्वरकबीर_प्रकट दिवस2023
#AppearanceOfGodKabirInKalyug
अधिक जानकारी के लिए "Sant Rampal Ji Maharaj" App Play Store से डाउनलोड करें और "Sant Rampal Ji Maharaj" YouTube Channel पर Videos देखें और Subscribe करें।
संत रामपाल जी महाराज जी से निःशुल्क नाम उपदेश लेने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर जायें।
⬇️⬇️
https://online.jagatgururampalji.org/naam-diksha-inquiry
Download करें
पवित्र पुस्तक "कबीर परमेश्वर"
https://bit.ly/KabirParmeshwarBook
0 notes
seedharam · 2 years ago
Text
🔮कबीर परमेश्वर जी का प्रकट दिवस🔮
समाज में तत्वज्ञान के अभाव में लोग शंका करते हैं कि कबीर साहेब जी काशी वाला जुलाहा धाणक पूर्ण परमात्मा कैसे हो सकता है? लेकिन सच्चाई तो यही है कि वेदों में कविर्देव काशी वाला जुलाहा पूर्ण परमात्मा है।
आप जी से निवेदन है सच्चाई को समझने की कोशिश करें दंत कथा पर विश्वास न करें हम हम आपको प्रमाण सहित बता रहे हैं पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब ही सृष्टि का मालिक है
कबीर परमेश्वर जी आज से लगभग 600 साल पहले काशी शहर के लहरतारा तालाब में ज्येष्ठ मास शुक्ल पूर्णमासी विक्रम संवत 1455 (सन् 1398) सुबह ब्रह्म मुहूर्त में कमल के फूल पर शिशु रूप में प्रकट हुए थे।
नीमा नामक पति-पत्नी जो हिदू से जबरन मुसलमान बना दिए थे परंतु उनकी आस्था भगवान शिव में ही थी वे प्रतिदिन लहरतारा तालाब पर स्नान करने जाते थे। उनकी कोई संतान नहीं थी l एक बार नीरू नीमा स्नान करने जा रहे थे और नीमा रास्ते में भगवान शिव से प्रार्थना कर रही थी कि हे भगवान शिव आप अपने दासों को भी एक बच्चा दें दें। आप के घर में क्या कमी है भगवान हमारा भी जीवन सफल हो जाएगा। दुनिया के ताने सुन-सुन कर आत्मा बहुत दुखी हो रही है । हम से ऐसी कौन सी गलती हो गई जिस कारण मुझे बच्चे का मुख देखने को तरसना पड़ रहा है। यह
कह कर नीमा फूट-फूट कर रोने लगी तब नीरू ने धैर्य दिलाते हुए कहा हे नीमा हमारे भाग्य में संतान नहीं है यदि भाग्य में संतान होती तो भगवान शिव अवश्य संतान देते। आप रो-रो कर आंखें खराब कर लोगी। आप का बार-बार रोना मेरे से देखा नहीं जाता। यह कह कर नीरू की भी आंखें भर आईं।
जब लहरतारा तालाब पर पहुंचे तो पहले स्नान नीमा ने किया फिर नीरू स्नान करने लगे तो नीमा ने देखा कमल के फूल पर एक बच्चा लेट रहा है और अपने एक पैर के अंगूठे को मुंह में चूस रहा है नीरू से कहने लगी देखो जी बच्चा है डूब जाएगा नीरू ने जैसे ही देखा कमल के फूल सहित बच्चे को उठा लिया l
जब उसको घर लेकर आए तो देखने वाले भी हैरान रह गए
काशी उमटी गुल भया, मोमन का घर घेर l
कोई कहे ब्रह्मा विष्णु है कोई कहे इंद्र कुबेर ll
जब नीरू नीमा बालक रूप मैं परमात्मा को घर लेकर आए थे उस समय मुल्ला और काजी लड़के का नाम रखने के लिए कुरान शरीफ लेकर नीरू के घर गए l
काजी ने क़ुरान शरीफ़ पुस्तक को कही से खोला। उस पेज पर पहली लाइन में कबीरन् लिखा था। काजियों ने सोचा “कबीर” नाम का अर्थ बड़ा होता है। इस छोटे जाति (जुलाहे अर्थात धाणक) के बालक का नाम कबीर रखना शोभा नहीं देगा। यह तो ऊंचे घरानों के बच्चों के रखने योग्य है। शिशु रूपधारी परमेश्वर, काजियों के मन के दोष को जानते थे।
काजियों ने फिर कुरान शरीफ को नाम रखने के उद्देश्य से खोला। उन दोनों पृष्ठों पर कबीर-कबीर-कबीर अक्षर लिखे थे उसके अलावा कुछ नहीं था। काजियों ने फिर कुरान शरीफ को खोला उन पृष्ठों पर भी कबीर-कबीर-कबीर अक्षर ही लिखा था। काजियों ने पूरी कुरान खोल डाली जिस भी पेज को खोलते उसी मैं कबीर-कबीर-कबीर-कबीर हो गए। काजी बोले इस बालक ने कोई जादू मंत्र करके हमारी कुरान शरीफ को ही बदल डाला। तब कबीर परमेश्वर शिशु रूप में बोले हे काशी के काजियों। मैं कबीर अल्लाह अर्थात अल्लाहु अकबर हूं। मेरा नाम “कबीर” ही रखो। काजियों ने अपने साथ लाई कुरान को वहीं पटक दिया तथा चले गए।
परमेश्वर की परवरिश कुंवारी गाय के दूध से हुई
जैसा वेदों मैं प्रमाण है l
ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 1 मंत्र 9 में लिखा है कि जब पूर्ण परमात्मा शिशु रूप धारण करके पृथ्वी पर आता है तो उसका पालन पोषण कुंवारी गाय से होता है।
अवधु अविगत से चल आया, कोई मेरा भेद मर्म नहीं पाया।।टेक।।
ना मेरा जन्म न गर्भ बसेरा, बालक ह्नै दिखलाया।
काशी नगर जल कमल पर डेरा, तहाँ जुलाहे ने पाया।।
माता-पिता मेरे कछु नहीं, ना मेरे घर दासी।
जुलहा को सुत आन कहाया, जगत करे मेरी हांसी।।
पांच तत्व का धड़ नहीं मेरा, जानूं ज्ञान अपारा।
सत्य स्वरूपी नाम साहिब का, सो है नाम हमारा।।
अधर दीप (सतलोक) गगन गुफा में, तहां निज वस्तु सारा।
ज्योति स्वरूपी अलख निरंजन (ब्रह्म) भी, धरता ध्यान हमारा।।
हाड चाम लोहू नहीं मोरे, जाने सत्यनाम उपासी।
तारन तरन अभै पद दाता, मैं हूं कबीर अविनासी।।
5 वर्ष की आयु में ही कबीर जी ने अपने लीलामय शरीर से वहां के जाने-माने संतों के साथ आध्यात्मिक विचार-विमर्श करना शुरू कर दिया था। कोई भी संत या ऋषि उनके आध्यात्मिक ज्ञान का उत्तर कभी नहीं दे सके।
कबीर परमेश्वर के अवतार संत रामपाल जी महाराज इस धरती पर अवतरित हुए हैं आपसे निवेदन है संत रामपाल जी महाराज की शरण में आकर अपना कल्याण कराएं।
#KabirPrakatDiwas
#SantRampalJiMaharaj
#परमेश्वरकबीर_प्रकट दिवस2023
#AppearanceOfGodKabirInKalyug
अधिक जानकारी के लिए "Sant Rampal Ji Maharaj" App Play Store से डाउनलोड करें और "Sant Rampal Ji Maharaj" YouTube Channel पर Videos देखें और Subscribe करें।
संत रामपाल जी महाराज जी से निःशुल्क नाम उपदेश लेने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर जायें।
⬇️⬇️
https://online.jagatgururampalji.org/naam-diksha-inquiry
Download करें
पवित्र पुस्तक "कबीर परमेश्वर"
https://bit.ly/KabirParmeshwarBook
Tumblr media
0 notes
kirandas · 2 years ago
Text
🎉कबीर परमेश्वर जी का प्रकट दिवस🎉
कबीर साहेब जी कलयुग में भारत के काशी शहर के लहरतारा तालाब में ज्येष्ठ मास शुक्ल पूर्णमासी विक्रम संवत 1455 (सन् 1398) सुबह ब्रह्म मुहूर्त में कमल के फूल पर शिशु रूप में प्रकट हुए थे।
नीरू नीमा को मिले कबीर परमात्मा :-
प्रतिदिन ब्रह्म मुहूर्त में नीरू, नीमा नामक पति-पत्नी लहरतारा तालाब पर स्नान करने जाते थे। एक बार नीरू, नीमा जिनके कोई संतान नहीं थी स्नान करने जा रहे थे और नीमा रास्ते में भगवान शंकर से प्रार्थना कर रही थी कि हे दीनानाथ! आप अपने दासों को भी एक बच्चा दें दें। आप के घर में क्या कमी है। प्रभु! हमारा भी जीवन सफल हो जाएगा। दुनिया के व्यंग्य सुन-सुन कर आत्मा दुखी हो जाती है। मुझ पापिन से ऐसी कौन सी गलती किस जन्म में हुई है जिस कारण मुझे बच्चे का मुख देखने को तरसना पड़ रहा है। हमारे पापों को क्षमा करो प्रभु! हमें भी एक बालक दे दो।
यह कह कर नीमा फूट-फूट कर रोने लगी तब नीरू ने धैर्य दिलाते हुए कहा हे नीमा! हमारे भाग्य में संतान नहीं है यदि भाग्य में संतान होती तो प्रभु शिव अवश्य प्रदान कर देते। आप रो-रो कर आंखें खराब कर लोगी। आप का बार-बार रोना मेरे से देखा नहीं जाता। यह कह कर नीरू की आंखें भर आईं। इसी तरह प्रभु की चर्चा व बालक प्राप्ति की याचना करते हुए लहरतारा तालाब पर पहुंच गए। प्रथम नीमा ने स्नान किया, उसके पश्चात नीरू ने स्नान करने को तालाब में प्रवेश किया। सुबह का अंधेरा शीघ्र ही उजाले में बदल जाता है। जिस समय नीमा ने स्नान किया था। उस समय तक तो अंधेरा था।
कमल के फूल पर बालक
जब नीमा कपड़े बदल कर पुनः तालाब पर कपड़ो को धोने के लिए गई, जिसे पहन कर स्नान किया था, उस समय नीरू तालाब में प्रवेश करके गोते लगा-लगा कर मल-मल कर स्नान कर रहा था। नीमा की दृष्टि एक कमल के फूल पर पड़ी जिस पर कोई वस्तु हिल रही थी। प्रथम नीमा ने जाना कोई सर्प हैं। उसने सोचा कहीं यह सर्प मेरे पति को न डस ले लेकिन जब नीमा ने उसे ध्यानपूर्वक देखा तो वह सर्प नहीं कोई बालक था। जिसने एक पैर अपने मुख में ले रखा था तथा दूसरे को हिला रहा था।
कबीर साहेब जी के प्रकट होने का प्रमाण :-
वेदों में प्रमाण है कि परमात्मा सबका जनक है वह माँ से जन्म नही लेता बल्कि सशरीर प्रकट होता है । जो माँ से जन्म लेकर आता है वह अविनाशी परमात्मा नहीं होता ।
साहिब होकर उतरे , बेटा किसी का नाहीं ।
जो बेटा होकर उतरे , वो साहिब भी नाही ।।
पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी का माँ के गर्भ से जन्म नही होता । परमात्मा सशरीर आते हैं और सशरीर चले जाते हैं,
कबीर साहेब जी अपनी वाणी में कहा है कि :-
हम है सतलोक के वासी, दास कहाये प्रकट भये काशी।
सर्व मानव समाज से निवेदन है अभी वर्तमान में कबीर साहेब जी के अवतार संत रामपाल जी महाराज हैं, संत जी का सत्संग शाम को 7:30 बजे साधना टीवी पर रोजाना देखें ।
#KabirPrakatDiwas
#SantRampalJiMaharaj
#परमेश्वरकबीर_प्रकट दिवस2023
#AppearanceOfGodKabirInKalyug
अधिक जानकारी के लिए "Sant Rampal Ji Maharaj" App Play Store से डाउनलोड करें और "Sant Rampal Ji Maharaj" YouTube Channel पर Videos देखें और Subscribe करें।
संत रामपाल जी महाराज जी से निःशुल्क नाम उपदेश लेने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर जायें।
⬇️⬇️
https://online.jagatgururampalji.org/naam-diksha-inquiry
Download करें
पवित्र पुस्तक "कबीर परमेश्वर"
https://bit.ly/KabirParmeshwarBook
🍁अधिक जानकारी के लिए अवश्य पढ़ें *"ज्ञान गंगा"*
संत रामपाल जी महाराज द्वारा लिखित ये पुस्तक फ्री में प्राप्त करने के लिए लिंक पर जाकर अपनी पूरी जानकारी दें.....⤵️⤵️
⬇️
"𝙂𝙮𝙖𝙣 𝙂𝙖𝙣𝙜𝙖"!!
https://docs.google.com/forms/d/e/1FAIpQLSf2gZJot7KiWwWATTStLcjbBtaVjyJM9DhyGwR0agGZ9bUJzg/viewform?usp=sf_link
☑️📚पुस्तक और डिलीवरी चार्ज नि: शुल्क (फ्री) है!
Tumblr media
0 notes
bhimsthings · 2 years ago
Text
🔮कबीर परमेश्वर जी का प्रकट दिवस🔮
समाज में तत्वज्ञान के अभाव में लोग शंका करते हैं कि कबीर साहेब जी काशी वाला जुलाहा धाणक पूर्ण परमात्मा कैसे हो सकता है? लेकिन सच्चाई तो यही है कि वेदों में कविर्देव काशी वाला जुलाहा पूर्ण परमात्मा है।
आप जी से निवेदन है सच्चाई को समझने की कोशिश करें दंत कथा पर विश्वास न करें हम हम आपको प्रमाण सहित बता रहे हैं पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब ही सृष्टि का मालिक है
कबीर परमेश्वर जी ��ज से लगभग 600 साल पहले काशी शहर के लहरतारा तालाब में ज्येष्ठ मास शुक्ल पूर्णमासी विक्रम संवत 1455 (सन् 1398) सुबह ब्रह्म मुहूर्त में कमल के फूल पर शिशु रूप में प्रकट हुए थे।
नीमा नामक पति-पत्नी जो हिदू से जबरन मुसलमान बना दिए थे परंतु उनकी आस्था भगवान शिव में ही थी वे प्रतिदिन लहरतारा तालाब पर स्नान करने जाते थे। उनकी कोई संतान नहीं थी l एक बार नीरू नीमा स्नान करने जा रहे थे और नीमा रास्ते में भगवान शिव से प्रार्थना कर रही थी कि हे भगवान शिव आप अपने दासों को भी एक बच्चा दें दें। आप के घर में क्या कमी है भगवान हमारा भी जीवन सफल हो जाएगा। दुनिया के ताने सुन-सुन कर आत्मा बहुत दुखी हो रही है । हम से ऐसी कौन सी गलती हो गई जिस कारण मुझे बच्चे का मुख देखने को तरसना पड़ रहा है। यह
कह कर नीमा फूट-फूट कर रोने लगी तब नीरू ने धैर्य दिलाते हुए कहा हे नीमा हमारे भाग्य में संतान नहीं है यदि भाग्य में संतान होती तो भगवान शिव अवश्य संतान देते। आप रो-रो कर आंखें खराब कर लोगी। आप का बार-बार रोना मेरे से देखा नहीं जाता। यह कह कर नीरू की भी आंखें भर आईं।
जब लहरतारा तालाब पर पहुंचे तो पहले स्नान नीमा ने किया फिर नीरू स्नान करने लगे तो नीमा ने देखा कमल के फूल पर एक बच्चा लेट रहा है और अपने एक पैर के अंगूठे को मुंह में चूस रहा है नीरू से कहने लगी देखो जी बच्चा है डूब जाएगा नीरू ने जैसे ही देखा कमल के फूल सहित बच्चे को उठा लिया l
जब उसको घर लेकर आए तो देखने वाले भी हैरान रह गए
काशी उमटी गुल भया, मोमन का घर घेर l
कोई कहे ब्रह्मा विष्णु है कोई कहे इंद्र कुबेर ll
जब नीरू नीमा बालक रूप मैं परमात्मा को घर लेकर आए थे उस समय मुल्ला और काजी लड़के का नाम रखने के लिए कुरान शरीफ लेकर नीरू के घर गए l
काजी ने क़ुरान शरीफ़ पुस्तक को कही से खोला। उस पेज पर पहली लाइन में कबीरन् लिखा था। काजियों ने सोचा “कबीर” नाम का अर्थ बड़ा होता है। इस छोटे जाति (जुलाहे अर्थात धाणक) के बालक का नाम कबीर रखना शोभा नहीं देगा। यह तो ऊंचे घरानों के बच्चों के रखने योग्य है। शिशु रूपधारी परमेश्वर, काजियों के मन के दोष को जानते थे।
काजियों ने फिर कुरान शरीफ को नाम रखने के उद्देश्य से खोला। उन दोनों पृष्ठों पर कबीर-कबीर-कबीर अक्षर लिखे थे उसके अलावा कुछ नहीं था। काजियों ने फिर कुरान शरीफ को खोला उन पृष्ठों पर भी कबीर-कबीर-कबीर अक्षर ही लिखा था। काजियों ने पूरी कुरान खोल डाली जिस भी पेज को खोलते उसी मैं कबीर-कबीर-कबीर-कबीर हो गए। काजी बोले इस बालक ने कोई जादू मंत्र करके हमारी कुरान शरीफ को ही बदल डाला। तब कबीर परमेश्वर शिशु रूप में बोले हे काशी के काजियों। मैं कबीर अल्लाह अर्थात अल्लाहु अकबर हूं। मेरा नाम “कबीर” ही रखो। काजियों ने अपने साथ लाई कुरान को वहीं पटक दिया तथा चले गए।
परमेश्वर की परवरिश कुंवारी गाय के दूध से हुई
जैसा वेदों मैं प्रमाण है l
ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 1 मंत्र 9 में लिखा है कि जब पूर्ण परमात्मा शिशु रूप धारण करके पृथ्वी पर आता है तो उसका पालन पोषण कुंवारी गाय से होता है।
अवधु अविगत से चल आया, कोई मेरा भेद मर्म नहीं पाया।।टेक।।
ना मेरा जन्म न गर्भ बसेरा, बालक ह्नै दिखलाया।
काशी नगर जल कमल पर डेरा, तहाँ जुलाहे ने पाया।।
माता-पिता मेरे कछु नहीं, ना मेरे घर दासी।
जुलहा को सुत आन कहाया, जगत करे मेरी हांसी।।
पांच तत्व का धड़ नहीं मेरा, जानूं ज्ञान अपारा।
सत्य स्वरूपी नाम साहिब का, सो है नाम हमारा।।
अधर दीप (सतलोक) गगन गुफा में, तहां निज वस्तु सारा।
ज्योति स्वरूपी अलख निरंजन (ब्रह्म) भी, धरता ध्यान हमारा।।
हाड चाम लोहू नहीं मोरे, जाने सत्यनाम उपासी।
तारन तरन अभै पद दाता, मैं हूं कबीर अविनासी।।
5 वर्ष की आयु में ही कबीर जी ने अपने लीलामय शरीर से वहां के जाने-माने संतों के साथ आध्यात्मिक विचार-विमर्श करना शुरू कर दिया था। कोई भी संत या ऋषि उनके आध्यात्मिक ज्ञान का उत्तर कभी नहीं दे सके।
कबीर परमेश्वर के अवतार संत रामपाल जी महाराज इस धरती पर अवतरित हुए हैं आपसे निवेदन है संत रामपाल जी महाराज की शरण में आकर अपना कल्याण कराएं।
#KabirPrakatDiwas
#SantRampalJiMaharaj
#परमेश्वरकबीर_प्रकट दिवस2023
#AppearanceOfGodKabirInKalyug
अधिक जानकारी के लिए "Sant Rampal Ji Maharaj" App Play Store से डाउनलोड करें और "Sant Rampal Ji Maharaj" YouTube Channel पर Videos देखें और Subscribe करें।
संत रामपाल जी महाराज जी से निःशुल्क नाम उपदेश लेने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर जायें।
⬇️⬇️
https://online.jagatgururampalji.org/naam-diksha-inquiry
Download करें
पवित्र पुस्तक "कबीर परमेश्वर"
https://bit.ly/KabirParmeshwarBook
Tumblr media
0 notes
arvindkumarsstuff · 2 years ago
Text
*🌸कबीर प्रकट दिवस के उपलक्ष पर होने वाले समागम में विश्व को निमंत्रण🌸*
कबीर साहेब जी कलयुग में भारत के काशी शहर के लहरतारा तालाब में ज्येष्ठ मास शुक्ल पूर्णमासी विक्रम संवत 1455 (सन् 1398) सुबह ब्रह्म मुहूर्त में कमल के फूल पर शिशु रूप में प्रकट हुए थे। कबीर साहब जी का जन्म किसी मां के गर्भ से नहीं हुआ यही कारण है कि हम कभी साहिब जी का प्रकट दिवस मनाते हैं।
कबीर साहब जी के प्रकट दिवस के उपलक्ष में 2, 3 व 4 जून को संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में तीन दिवसीय अखंड पाठ का आयोजन किया जा रहा है। इस समागम में तीन दिवसीय विशाल सत्संग एवं विशाल भंडारे की भी व्यवस्था की गई है। देश-विदेश भर के कुल 10 सतलोक आश्रमों में इस समागम को मनाया जा रहा है। दुनिया भर के लोगों को इस समागम में सहपरिवार आमंत्रित भी किया जा रहा है।
इस समागम में विशेष कार्यक्रम जैसे दहेज मुक्त शादियां, रक्तदान शिविर का आयोजन, नशा मुक्ति अभियान एवं निशुल्क नाम दीक्षा की व्यवस्था भी की जा रही है। इस भव्य समागम के माध्यम से समाज में व्याप्त बुराइयों को भी समाप्त करने का प्रयास किया जा रहा है। समाज में दहेज, नशा, चोरी–जारी, रिश्वतखोरी अपनी चरम सीमा पर है जिसके उन्मूलन के लिए संत रामपाल जी महाराज जी के द्वारा समय-समय पर समागम का आयोजन किया जाता है जिसके माध्यम से समाज में व्याप्त बुराइयां समाप्त हो सके।
इस भव्य समागम में शामिल होकर इस समागम की शोभा बढ़ाएं। इस समागम का लाइव प्रसारण साधना TV पर सुबह 9:15 बजे किया जायेगा तथा
Sant Rampal Ji Maharaj YouTube चैनल
@SaintRampalJiM Twitter पर
और Spiritual Leader Saint Rampal Ji Maharaj फेसबुक पेज पर भी इस प्रोग्राम को लाइव देख सकते हैं।
#KabirPrakatDiwas
#SantRampalJiMaharaj
#परमेश्वरकबीर_प्रकट दिवस2023
#Biggest_Bhandara_Of_TheWorld
अधिक जानकारी के लिए "Sant Rampal Ji Maharaj" App Play Store से डाउनलोड करें और "Sant Rampal Ji Maharaj" YouTube Channel पर Videos देखें और Subscribe करें।
संत रामपाल जी महाराज जी से निःशुल्क नाम उपदेश लेने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर जायें।
⬇️⬇️
https://online.jagatgururampalji.org/naam-diksha-inquiry
Download करें
पवित्र पुस्तक "कबीर परमेश्वर"
https://bit.ly/KabirParmeshwarBook
0 notes
dharmarajdas · 2 years ago
Text
🎉कबीर परमेश्वर जी का प्रकट दिवस🎉
कबीर साहेब जी कलयुग में भारत के काशी शहर के लहरतारा तालाब में ज्येष्ठ मास शुक्ल पूर्णमासी विक्रम संवत 1455 (सन् 1398) सुबह ब्रह्म मुहूर्त में कमल के फूल पर शिशु रूप में प्रकट हुए थे।
नीरू नीमा को मिले कबीर परमात्मा :-
प्रतिदिन ब्रह्म मुहूर्त में नीरू, नीमा नामक पति-पत्नी लहरतारा तालाब पर स्नान करने जाते थे। एक बार नीरू, नीमा जिनके कोई संतान नहीं थी स्नान करने जा रहे थे और नीमा रास्ते में भगवान शंकर से प्रार्थना कर रही थी कि हे दीनानाथ! आप अपने दासों को भी एक बच्चा दें दें। आप के घर में क्या कमी है। प्र���ु! हमारा भी जीवन सफल हो जाएगा। दुनिया के व्यंग्य सुन-सुन कर आत्मा दुखी हो जाती है। मुझ पापिन से ऐसी कौन सी गलती किस जन्म में हुई है जिस कारण मुझे बच्चे का मुख देखने को तरसना पड़ रहा है। हमारे पापों को क्षमा करो प्रभु! हमें भी एक बालक दे दो।
यह कह कर नीमा फूट-फूट कर रोने लगी तब नीरू ने धैर्य दिलाते हुए कहा हे नीमा! हमारे भाग्य में संतान नहीं है यदि भाग्य में संतान होती तो प्रभु शिव अवश्य प्रदान कर देते। आप रो-रो कर आंखें खराब कर लोगी। आप का बार-बार रोना मेरे से देखा नहीं जाता। यह कह कर नीरू की आंखें भर आईं। इसी तरह प्रभु की चर्चा व बालक प्राप्ति की याचना करते हुए लहरतारा तालाब पर पहुंच गए। प्रथम नीमा ने स्नान किया, उसके पश्चात नीरू ने स्नान करने को तालाब में प्रवेश किया। सुबह का अंधेरा शीघ्र ही उजाले में बदल जाता है। जिस समय नीमा ने स्नान किया था। उस समय तक तो अंधेरा था।
कमल के फूल पर बालक
जब नीमा कपड़े बदल कर पुनः तालाब पर कपड़ो को धोने के लिए गई, जिसे पहन कर स्नान किया था, उस समय नीरू तालाब में प्रवेश करके गोते लगा-लगा कर मल-मल कर स्नान कर रहा था। नीमा की दृष्टि एक कमल के फूल पर पड़ी जिस पर कोई वस्तु हिल रही थी। प्रथम नीमा ने जाना कोई सर्प हैं। उसने सोचा कहीं यह सर्प मेरे पति को न डस ले लेकिन जब नीमा ने उसे ध्यानपूर्वक देखा तो वह सर्प नहीं कोई बालक था। जिसने एक पैर अपने मुख में ले रखा था तथा दूसरे को हिला रहा था।
कबीर साहेब जी के प्रकट होने का प्रमाण :-
वेदों में प्रमाण है कि परमात्मा सबका जनक है वह माँ से जन्म नही लेता बल्कि सशरीर प्रकट होता है । जो माँ से जन्म लेकर आता है वह अविनाशी परमात्मा नहीं होता ।
साहिब होकर उतरे , बेटा किसी का नाहीं ।
जो बेटा होकर उतरे , वो साहिब भी नाही ।।
पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी का माँ के गर्भ से जन्म नही होता । परमात्मा सशरीर आते हैं और सशरीर चले जाते हैं,
कबीर साहेब जी अपनी वाणी में कहा है कि :-
हम है सतलोक के वासी, दास कहाये प्रकट भये काशी।
सर्व मानव समाज से निवेदन है अभी वर्तमान में कबीर साहेब जी के अवतार संत रामपाल जी महाराज हैं, संत जी का सत्संग शाम को 7:30 बजे साधना टीवी पर रोजाना देखें ।
#KabirPrakatDiwas
#SantRampalJiMaharaj
#परमेश्वरकबीर_प्रकट दिवस2023
#AppearanceOfGodKabirInKalyug
अधिक जानकारी के लिए "Sant Rampal Ji Maharaj" App Play Store से डाउनलोड करें और "Sant Rampal Ji Maharaj" YouTube Channel पर Videos देखें और Subscribe करें।
संत रामपाल जी महाराज जी से निःशुल्क नाम उपदेश लेने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर जायें।
⬇️⬇️
https://online.jagatgururampalji.org/naam-diksha-inquiry
Download करें
पवित्र पुस्तक "कबीर परमेश्वर"
https://bit.ly/KabirParmeshwarBook
0 notes
sillycreatormilkshake · 2 years ago
Text
Tumblr media
*🌸कबीर प्रकट दिवस के उपलक्ष पर होने वाले समागम में विश्व को निमंत्रण🌸*
कबीर साहेब जी कलयुग में भारत के काशी शहर के लहरतारा तालाब में ज्येष्ठ मास शुक्ल पूर्णमासी विक्रम संवत 1455 (सन् 1398) सुबह ब्रह्म मुहूर्त में कमल के फूल पर शिशु रूप में प्रकट हुए थे। कबीर साहब जी का जन्म किसी मां के गर्भ से नहीं हुआ यही कारण है कि हम कभी साहिब जी का प्रकट दिवस मनाते हैं।
कबीर साहब जी के प्रकट दिवस के उपलक्ष में 2, 3 व 4 जून को संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में तीन दिवसीय अखंड पाठ का आयोजन किया जा रहा है। इस समागम में तीन दिवसीय विशाल सत्संग एवं विशाल भंडारे की भी व्यवस्था की गई है। देश-विदेश भर के कुल 10 सतलोक आश्रमों में इस समागम को मनाया जा रहा है। दुनिया भर के लोगों को इस समागम में सहपरिवार आमंत्रित भी किया जा रहा है।
इस समागम में विशेष कार्यक्रम जैसे दहेज मुक्त शादियां, रक्तदान शिविर का आयोजन, नशा मुक्ति अभियान एवं निशुल्क नाम दीक्षा की व्यवस्था भी की जा रही है। इस भव्य समागम के माध्यम से समाज में व्याप्त बुराइयों को भी समाप्त करने का प्रयास किया जा रहा है। समाज में दहेज, नशा, चोरी–जारी, रिश्वतखोरी अपनी चरम सीमा पर है जिसके उन्मूलन के लिए संत रामपाल जी महाराज जी के द्वारा समय-समय पर समागम का आयोजन किया जाता है जिसके माध्यम से समाज में व्याप्त बुराइयां समाप्त हो सके।
इस भव्य समागम में शामिल होकर इस समागम की शोभा बढ़ाएं। इस समागम का लाइव प्रसारण साधना TV पर सुबह 9:15 बजे किया जायेगा तथा
Sant Rampal Ji Maharaj YouTube चैनल
@SaintRampalJiM Twitter पर
और Spiritual Leader Saint Rampal Ji Maharaj फेसबुक पेज पर भी इस प्रोग्राम को लाइव देख सकते हैं।
#KabirPrakatDiwas
#SantRampalJiMaharaj
#परमेश्वरकबीर_प्रकट दिवस2023
#Biggest_Bhandara_Of_TheWorld
अधिक जानकारी के लिए "Sant Rampal Ji Maharaj" App Play Store से डाउनलोड करें और "Sant Rampal Ji Maharaj" YouTube Channel पर Videos देखें और Subscribe करें।
संत रामपाल जी महाराज जी से निःशुल्क नाम उपदेश लेने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर जायें।
⬇️⬇️
https://online.jagatgururampalji.org/naam-diksha-inquiry
Download करें
पवित्र पुस्तक "कबीर परमेश्वर"
https://bit.ly/KabirParmeshwarBook
0 notes
Text
*🌸कबीर प्रकट दिवस के उपलक्ष पर होने वाले समागम में विश्व को निमंत्रण🌸*
कबीर साहेब जी कलयुग में भारत के काशी शहर के लहरतारा तालाब में ज्येष्ठ मास शुक्ल पूर्णमासी विक्रम संवत 1455 (सन् 1398) सुबह ब्रह्म मुहूर्त में कमल के फूल पर शिशु रूप में प्रकट हुए थे। कबीर साहब जी का जन्म किसी मां के गर्भ से नहीं हुआ यही कारण है कि हम कभी साहिब जी का प्रकट दिवस मनाते हैं।
कबीर साहब जी के प्रकट दिवस के उपलक्ष में 2, 3 व 4 जून को संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में तीन दिवसीय अखंड पाठ का आयोजन किया जा रहा है। इस समागम में तीन दिवसीय विशाल सत्संग एवं विशाल भंडारे की भी व्यवस्था की गई है। देश-विदेश भर के कुल 10 सतलोक आश्रमों में इस समागम को मनाया जा रहा है। दुनिया भर के लोगों को इस समागम में सहपरिवार आमंत्रित भी किया जा रहा है।
इस समागम में विशेष कार्यक्रम जैसे दहेज मुक्त शादियां, रक्तदान शिविर का आयोजन, नशा मुक्ति अभियान एवं निशुल्क नाम दीक्षा की व्यवस्था भी की जा रही है। इस भव्य समागम के माध्यम से समाज में व्याप्त बुराइयों को भी समाप्त करने का प्रयास किया जा रहा है। समाज में दहेज, नशा, चोरी–जारी, रिश्वतखोरी अपनी चरम सीमा पर है जिसके उन्मूलन के लिए संत रामपाल जी महाराज जी के द्वारा समय-समय पर समागम का आयोजन किया जाता है जिसके माध्यम से समाज में व्याप्त बुराइयां समाप्त हो सके।
इस भव्य समागम में शामिल होकर इस समागम की शोभा बढ़ाएं। इस समागम का लाइव प्रसारण साधना TV पर सुबह 9:15 बजे किया जायेगा तथा
Sant Rampal Ji Maharaj YouTube चैनल
@SaintRampalJiM Twitter पर
और Spiritual Leader Saint Rampal Ji Maharaj फेसबुक पेज पर भी इस प्रोग्राम को लाइव देख सकते हैं।
#KabirPrakatDiwas
#SantRampalJiMaharaj
#परमेश्वरकबीर_प्रकट दिवस2023
#Biggest_Bhandara_Of_TheWorld
अधिक जानकारी के लिए "Sant Rampal Ji Maharaj" App Play Store से डाउनलोड करें और "Sant Rampal Ji Maharaj" YouTube Channel पर Videos देखें और Subscribe करें।
संत रामपाल जी महाराज जी से निःशुल्क नाम उपदेश लेने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर जायें।
⬇️⬇️
https://online.jagatgururampalji.org/naam-diksha-inquiry
Download करें
पवित्र पुस्तक "कबीर परमेश्वर"
https://bit.ly/KabirParmeshwarBook
1 note · View note
markandeyg · 2 years ago
Text
*🌸कबीर प्रकट दिवस के उपलक्ष पर होने वाले समागम में विश्व को निमंत्रण🌸*
कबीर साहेब जी कलयुग में भारत के काशी शहर के लहरतारा तालाब में ज्येष्ठ मास शुक्ल पूर्णमासी विक्रम संवत 1455 (सन् 1398) सुबह ब्रह्म मुहूर्त में कमल के फूल पर शिशु रूप में प्रकट हुए थे। कबीर साहब जी का जन्म किसी मां के गर्भ से नहीं हुआ यही कारण है कि हम कभी साहिब जी का प्रकट दिवस मनाते हैं।
कबीर साहब जी के प्रकट दिवस के उपलक्ष में 2, 3 व 4 जून को संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में तीन दिवसीय अखंड पाठ का आयोजन किया जा रहा है। इस समागम में तीन दिवसीय विशाल सत्संग एवं विशाल भंडारे की भी व्यवस्था की गई है। देश-विदेश भर के कुल 10 सतलोक आश्रमों में इस समागम को मनाया जा रहा है। दुनिया भर के लोगों को इस समागम में सहपरिवार आमंत्रित भी किया जा रहा है।
इस समागम में विशेष कार्यक्रम जैसे दहेज मुक्त शादियां, रक्तदान शिविर का आयोजन, नशा मुक्ति अभियान एवं निशुल्क नाम दीक्षा की व्यवस्था भी की जा रही है। इस भव्य समागम के माध्यम से समाज में व्याप्त बुराइयों को भी समाप्त करने का प्रयास किया जा रहा है। समाज में दहेज, नशा, चोरी–जारी, रिश्वतखोरी अपनी चरम सीमा पर है जिसके उन्मूलन के लिए संत रामपाल जी महाराज जी के द्वारा समय-समय पर समागम का आयोजन किया जाता है जिसके माध्यम से समाज में व्याप्त बुराइयां समाप्त हो सके।
इस भव्य समागम में शामिल होकर इस समागम की शोभा बढ़ाएं। इस समागम का लाइव प्रसारण साधना TV पर सुबह 9:15 बजे किया जायेगा तथा
Sant Rampal Ji Maharaj YouTube चैनल
@SaintRampalJiM Twitter पर
और Spiritual Leader Saint Rampal Ji Maharaj फेसबुक पेज पर भी इस प्रोग्राम को लाइव देख सकते हैं।
#KabirPrakatDiwas
#SantRampalJiMaharaj
#परमेश्वरकबीर_प्रकट दिवस2023
#Biggest_Bhandara_Of_TheWorld
अधिक जानकारी के लिए "Sant Rampal Ji Maharaj" App Play Store से डाउनलोड करें और "Sant Rampal Ji Maharaj" YouTube Channel पर Videos देखें और Subscribe करें।
संत रामपाल जी महाराज जी से निःशुल्क नाम उपदेश लेने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर जायें।
⬇️⬇️
https://online.jagatgururampalji.org/naam-diksha-inquiry
Download करें
पवित्र पुस्तक "कबीर परमेश्वर"
https://bit.ly/KabirParmeshwarBook
Tumblr media
0 notes
rupasworld · 2 years ago
Text
*🌸कबीर प्रकट दिवस के उपलक्ष पर होने वाले समागम में विश्व को निमंत्रण🌸*
कबीर साहेब जी कलयुग में भारत के काशी शहर के लहरतारा तालाब में ज्येष्ठ मास शुक्ल पूर्णमासी विक्रम संवत 1455 (सन् 1398) सुबह ब्रह्म मुहूर्त में कमल के फूल पर शिशु रूप में प्रकट हुए थे। कबीर साहब जी का जन्म किसी मां के गर्भ से नहीं हुआ यही कारण है कि हम कभी साहिब जी का प्रकट दिवस मनाते हैं।
कबीर साहब जी के प्रकट दिवस के उपलक्ष में 2, 3 व 4 जून को संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में तीन दिवसीय अखंड पाठ का आयोजन किया जा रहा है। इस समागम में तीन दिवसीय विशाल सत्संग एवं विशाल भंडारे की भी व्यवस्था की गई है। देश-विदेश भर के कुल 10 सतलोक आश्रमों में इस समागम को मनाया जा रहा है। दुनिया भर के लोगों को इस समागम में सहपरिवार आमंत्रित भी किया जा रहा है।
इस समागम में विशेष कार्यक्रम जैसे दहेज मुक्त शादियां, रक्तदान शिविर का आयोजन, नशा मुक्ति अभियान एवं निशुल्क नाम दीक्षा की व्यवस्था भी की जा रही है। इस भव्य समागम के माध्यम से समाज में व्याप्त बुराइयों को भी समाप्त करने का प्रयास किया जा रहा है। समाज में दहेज, नशा, चोरी–जारी, रिश्वतखोरी अपनी चरम सीमा पर है जिसके उन्मूलन के लिए संत रामपाल जी महाराज जी के द्वारा समय-समय पर समागम का आयोजन किया जाता है जिसके माध्यम से समाज में व्याप्त बुराइयां समाप्त हो सके।
इस भव्य समागम में शामिल होकर इस समागम की शोभा बढ़ाएं। इस समागम का लाइव प्रसारण साधना TV पर सुबह 9:15 बजे किया जायेगा तथा
Sant Rampal Ji Maharaj YouTube चैनल
@SaintRampalJiM Twitter पर
और Spiritual Leader Saint Rampal Ji Maharaj फेसबुक पेज पर भी इस प्रोग्राम को लाइव देख सकते हैं।
#KabirPrakatDiwas
#SantRampalJiMaharaj
#परमेश्वरकबीर_प्रकट दिवस2023
#Biggest_Bhandara_Of_TheWorld
अधिक जानकारी के लिए "Sant Rampal Ji Maharaj" App Play Store से डाउनलोड करें और "Sant Rampal Ji Maharaj" YouTube Channel पर Videos देखें और Subscribe करें।
संत रामपाल जी महाराज जी से निःशुल्क नाम उपदेश लेने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर जायें।
⬇️⬇️
https://online.jagatgururampalji.org/naam-diksha-inquiry
Download करें
पवित्र पुस्तक "कबीर परमेश्वर"
https://bit.ly/KabirParmeshwarBook
🍁अधिक जानकारी के लिए अवश्य पढ़ें *"ज्ञान गंगा"*
संत रामपाल जी महाराज द्वारा लिखित ये पुस्तक फ्री में प्राप्त करने के लिए लिंक पर जाकर अपनी पूरी जानकारी दें.....⤵️⤵️
⬇️
"𝙂𝙮𝙖𝙣 𝙂𝙖𝙣𝙜𝙖"!!
https://docs.google.com/forms/d/e/1FAIpQLSfe79DAPzrGy8x0rE-SzpCWm8KT2GYrY1-YCrq7k5o0vnCZhQ/viewform?usp=sf_linkin
☑️📚पुस्तक और डिलीवरी चार्ज नि: शुल्क (फ्री) है!
Tumblr media
0 notes
rudrjobdesk · 3 years ago
Text
विक्रम ब्लॉकबस्टर पहले हफ्ते का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन; तमिल भाषा में अब तक का सबसे ऊंचा सप्ताह 1 रिकॉर्ड किया
विक्रम ब्लॉकबस्टर पहले हफ्ते का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन; तमिल भाषा में अब तक का सबसे ऊंचा सप्ताह 1 रिकॉर्ड किया
विक्रम भारतीय बॉक्स ऑफिस पर अपना पहला सप्ताह रु। लगभग 165 करोड़ फिल्म ने बंपर ओपनिंग की थी लेकिन बड़ी कहानी यह थी कि उसके बाद यह कैसे कायम रहा, हर दिन नए द���निक रिकॉर्ड रीसेट करना। 2.0 के ठीक बाद कॉलीवुड के लिए पहले सप्ताह का संग्रह दूसरा सबसे अधिक है, जिसका हिंदी और तेलुगु संस्करण से बहुत बड़ा योगदान था। सिर्फ तमिल संस्करण के लिए, पहले सप्ताह की संख्या अब तक की सबसे अधिक है, जिसने बिगिल (136…
View On WordPress
0 notes