#दुनिया के 5 सबसे खुशहाल देश
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Happy Countries Of The World: ये हैं दुनिया के 5 सबसे खुशहाल देश, लोगों को नहीं होता कोई तनाव
Happy Countries Of The World: ये हैं दुनिया के 5 सबसे खुशहाल देश, लोगों को नहीं होता कोई तनाव
Happy Countries Of The World: इस साल वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट को 10 साल पूरे हो गए हैं. इस रिपोर्ट में दुनिया के उन सभी देशों को लोगों के सामने रखा जाता है जो कि सबसे ज्यादा खुश हैं. इन देशों को उनकी खुशी के आधार पर लिस्ट किया जाता है. वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट तीन मुख्य कारकों जैसे जीवन मूल्यांकन, सकारात्मक भावनाओं और नकारात्मक भावनाओं पर खुशी को मापती है. तो क्या आप इन खुशहाल देशी की सैर नहीं…
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वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट: फिनलैंड लगातार 5वें साल सबसे ऊपर, अफगानिस्तान सबसे नीचे | विश्व समाचार
वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट: फिनलैंड लगातार 5वें साल सबसे ऊपर, अफगानिस्तान सबसे नीचे | विश्व समाचार
वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट 2022: डेनमार्क, आइसलैंड, स्विटजरलैंड और नीदरलैंड शीर्ष 5 में शामिल हुए। अमेरिका और ब्रिटेन क्रमशः 16वें और 17वें स्थान पर रहे। संयुक्त राष्ट्र की वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट में लगातार पांचवें साल फिनलैंड को दुनिया का सबसे खुशहाल देश माना गया है। रिपोर्ट, जिसका नवीनतम संस्करण वार्षिक अंतर्राष्ट्रीय खुशी दिवस से दो दिन पहले ��ुक्रवार को जारी किया गया था, संयुक्त राष्ट्र के…
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ऋषि कटियार नए साल के रेजॉलूशन कैसे लें? तो भाइयो और बहनो, एक बार फिर साल को वह मौसम आ गया है, जब आप रजाई में घुस के कुड़कुड़ाते और अलसाते हुए फोन पर अगले साल में मैराथन दौड़ने का रेजॉलूशन लेने वाले हैं। टीवी, दोस्त, फेसबुक, अख़बार पर लोग और एक्सपर्ट्स अगले कुछ दिन चरस बोते रहेंगे और आपको एक महान इंसान या इतिहास पुरुष/स्त्री बनाने में जान लगा देंगे।आप जोश-जोश में ढेर सारे रेजॉलूशन ले भी लेंगे, मगर कुछ ही दिनों में उनकी वैसे ही वाट लग जाएगी जैसी अब्दुल कलाम साहब के एक व���कसित देश के विज़न 2020 की हमारे नेताओं ने लगाई है। मैं भी आपको नए साल पे कुछ रेजॉलूशन लेने के लिए कुछ टिप्स बता रहा हूं जिनसे आप एक महा पुरुष/स्त्री तो नहीं, पर इंसान बने रह सकते हैं। 1. रेजॉलूशन हमेशा हैसियत के हिसाब से लेने चाहिए। ऐसा नहीं कि आप कद्दू हैं, पर अगले साल तक ककड़ी होने का प्रण ले लें। इस प्रण में आपके प्राण चले जाएंगे पर होगा कुछ नहीं। आप ककड़ी, खीरा, भिंडी, मिर्ची कुछ भी हो सकते हैं, पर समय लगेगा। यह मत सोचिए कि अदनान सामी, आकाश अंबानी फटाफट कर सकते हैं तो आप भी कर लेंगे। भाई,आप अंबानी नहीं हो। आप के पास और भी काम हैं और सिर्फ यही करने बैठेंगे तो कुछ दिनों बाद भूखे मरने की नौबत आने पर वजन खुद-ब-खुद कम हो जाएगा। इनर्शिया में मास का रोल बहुत बड़ा होता है। आप मोटे हैं इसलिए चल नहीं पाते हैं और आप चल नहीं पाते हैं क्योंकि आप मोटे हैं और इस टाइप से कॉज-इफेक्ट की साइकल बन जाती है। इस साइकल से आपको साइकल ही बचा सकती है। अकसर लोग एक या दो किलोमीटर दूर जिम भी शान से कार/बाइक पर वहां जाते हैं, फिर वहां ट्रेड मिल/पार्क में हिलने डुलने का नाटक करते हैं और संतुष्ट होकर लौट आते हैं। भाई मेरे, अगर उतने रास्ते आप पैदल/साइकल से चले जाओ तो वहां ड्रामा करने की जरूरत ही नहीं। मगर ऐसे कैसे, जिम के हमने पैसे दिए हैं। (वह भी सालभर की मेंबरशिप), इस बार उन पैसों से एक मस्त साइकल ले लो। 2. दौड़ने/डेली जिम जाने वाला प्रण या जिम की मेंबरशिप लेने वाले हैं तो अभी मत लें। यह अच्छा समय नहीं है, होरोस्कोप से नहीं एक्स्पीरियंस से बता रहा हूं। मस्त ठंडा मौसम है, रजाई के अंदर जन्नत है तो कोई बाहर मरने क्यों जाएगा। हो सकता है प्रण लेने के बाद आप एक दो हफ्ते चले भी जाएं, पर यह महीने भर भी नहीं चलने वाला। इससे अच्छा है अभी आप जनवरी-फरवरी घर पर ही, बेड पर ही योग (शवासन, प्राणायाम, अनुलोम-विलोम इत्यादि) करने का प्रण लें और फिर मार्च से बाहर दौड़ने/भागने वाला प्रोग्राम बनाएं�� इससे आप फ्रस्ट्रेट नहीं होंगे और कुछ हो भी जाएगा। अगर फिर भीआपने रेजॉलूशन ले ही लिया है तो फ्रस्ट्रेट न हों, साल में एक दो बार घर घूम आएं। चाहे भले ही आपका पेट आपसे दो कदम आगे चलकर गवाही दे रहा हो, ममी लोग हमेशा रटा-रटाया डॉयलोग ही देंगी 'बेटा, बहुत दुबले हो गए हो', और आप फील गुड कर सकते हैं। 3. अगर आप लंबा सोचते हैं, ��हुत लंबा। लॉन्ग-लॉन्ग टर्��, नेताओं जैसे विज़न 2030, 2040 तक विकसित देश होने, नेट जीडीपी 10 ट्रिलियन करने, एनर्जी सफीसिएंट इत्यादि टाइप। तो आपको नमन है। याद रखिए पचास सालों में यह हो जाएगा, 100 सालों में दुनिया पलट जाएगी टाइप बकैती करने वाले महान विचारक और सुधारक बोल के अपने पॉइंट बनाकर, महान बनकर निकल लिए, इस टाइप के गोल्स में कोई खतरा भी नहीं है, हुआ तो आप महान। नहीं तो कौन आपकी पूंछ पकड़ लेगा। आप तो 'हुन आप्पा नी चलते हैंगे' कह के निकल लिए होंगे। 'डैडी फिंगर' के ज़िराफ के जैसे आप 'फार-फार वेरी फार, आई कैन सी ए डाइनोसोर', जैसे नहीं देख सकते। अगर आपकी आंखों का और रेजॉलूशन का विज़न 20-20 है, तो बस इतना ही बहुत है। 4. (अपने) बॉस और बीवी पर ध्यान केंद्रित करें, ये ऐसी चीजें जो आप बदल नहीं सकते, (कम से कम आसानी से तो नहीं) तो रोने गाने का फायदा नहीं। बस इतना करें कि इन्हें आपस में मिक्स न करें। मतलब बीवी का समय बॉस को और बॉस का समय बीवी को न दें। याद रखें, इस दुनिया, आपकी कंपनी के सिर्फ आप अकेले तारणहार नहीं हैं, तो जान देने की जरूरत नहीं है। आप अगर जान दे भी देंगे, तब भी आपके कॉफिन में प्लेस होने से पहले आपके केबिन में किसी और को रिप्लेस कर दिया जाएगा। तो अपने आपको को ज्यादा भाव देने की जरूरत नहीं। बस इतनी सी बात को हमेशा ज़ेहन में हमेशा रखें। समझो एक खुशहाल जीवन जीने की कृपा (कृपा भाभी/कृपाशंकर भैया) वहीं रुकी/रुके हैं। 5. अगर आप कुछ करने की सोच रहे हैं, जो भी सोच रहे हैं उसका ढिंढोरा पीट दें। ताकि अगर आप वह न पा सकें, तो दोस्त लोग आपकी बेइज्जती कर-कर के आपको याद दिलाते रहें। याद रखें, अगर आप दिल से कुछ चाहें तो भले ही पूरी कायनात आपको मिलाने की साजिश करे न करे, पर फेल होने पर आपके दोस्त, पड़ोसी आपकी इज्जत उतारने की साजिश जरूर करेंगे। और इस तरह से या तो आप मोटिवेट हो जाएंगे या फिर ऐसे लोगों से पीछा छुड़ा लेंगे। दोनों ही विन-विन टाइप केस हैं। बाकी के 5 पॉइंट अगले लेख में...
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दुनिया के ऐसे 10 देश कौन - कौन से हैं ? जो सबसे ज्यादा शांतिप्रिय देश हैं ?
ग्लोबल पीस इंडेक्स ने हाल ही में एक नई रिपोर्ट जारी करते हुए दुनियाभर के सबसे शांत और अशांत देशों की लिस्ट जारी की है।
विश्व के सबसे शांतिप्रिय देश
सबसे शांत देशों की लिस्ट में पहले नंबर पर आ��सलैंड है। इंटनेशनल डेस्क. ग्लोबल पीस इंडेक्स ने हाल ही में एक नई रिपोर्ट जारी करते हुए दुनियाभर के सबसे शांत और अशांत देशों की लिस्ट जारी की है। इंडेक्स के मुताबिक पिछले साल के मुकाबले इस साल दुनियाभर में शांति में कमी आई है। इसी रिपोर्ट के आधार पर आपको दुनिया के 10 सबसे ज्यादा शांत देशों के बारे में बता रहा है। साथ ही हम आपको उन देशों की कुछ खासियतों के बारे में भी बता रहे हैं, जिनकी वजह से उन्हें लिस्ट में टॉप 10 में जगह मिली है। इस लिस्ट में टॉप पोजिशन पर यूरोपीय देश आइसलैंड है। टॉप पोजिशन पर यूरोपीय देश आइसलैंड है। 1- आइसलैंड(स्कोर- 1.192) - दुनिया के सबसे खूबसूरत नजारों के अलावा इस देश में काफी कुछ ऐसा है जिसकी वजह से ये दुनिया का सबसे शांत देश बना है। - आइसलैंड की पॉपुलेशन केवल 3.25 लाख है, और इस देश में डेमोक्रेसी और जेंडर इक्वेलिटी के सबसे बेहतर हालात हैं। - यहां का लिट्रेसी रेट 100% है और यहां पढ़ाई के लिए कोई ट्यूशन फीस भी नहीं लगती है। - यहां क्राइम का लेवल काफी कम है। यहां मर्डर की दर 1 लाख लोगों पर केवल 1.8 सालाना है, जबकि यूएस में यही दर 1 लाख लोगों पर 5.8 है। आगे की स्लाइड्स में देखें, बाकी की पोजिशन पर कौन-कौन से देश हैं... सबसे शांत देशों की लिस्ट में डेनमार्क दूसरे नंबर पर है। 2- डेनमार्क (स्कोर- 1.246) - डेनमार्क का नाम दुनिया के सबसे कम भ्रष्ट और सबसे सुखी देशों की लिस्ट में आता है। - यहां पर लोगों का लिट्रेसी रेट काफी हाई और रहन-सहन का स्तर भी काफी अच्छा है। - डेनमार्क में पॉल्यूशन का स्तर कम और स्वास्थ्य सुविधाएं काफी एडवांस होने से लोगों की एवरेज उम्र भी ज्यादा है। - इस देश के लोग स्कूल या वर्क प्लेस पर जाने के लिए पर्सनल व्हीकल की बजाए साइकल से या पैदल जाना पसंद करते हैं। इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर ऑस्ट्रिया का नाम है। 3- ऑस्ट्रिया (स्कोर- 1.278) - यूरोप के इस देश में लोगों के रहन-सहन के लिए काफी अच्छा माहौल है। - ऑस्ट्रिया में सभी तरह के क्राइम का ग्राफ बेहद कम है। साथ ही ये देश अपनी साफ-सफाई के लिए भी जाना जाता है। - पर्यावरण को बचाने के लिए यहां पर रिसाइक्लिंग का कानून भी बेहद कड़ा है। जिसकी वजह से यहां पॉल्यूशन काफी कम है। - इस देश में का ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम भी बेहद शानदार है। जिसकी वजह से लाखों लोग हर साल यहां घूमने आना पसंद करते हैं। चौथे नंबर पर सबसे शांत देश न्यूजीलैंड है। 4- न्यूजीलैंड (स्कोर- 1.287) - न्यूजीलैंड एक एडवांस सोशल प्रोग्रेसिव कंट्री होने के साथ ही बेहद कम क्राइम रेट वाला देश है। - यहां का ज्यूडिशियल सिस्टम भी काफी स्ट्रॉन्ग, फास्ट और इंडिपेंडेंट है, साथ ही पुलिस फोर्स भी काफी ज्यादा कमिटेड है। - इसके अलावा इस देश का एजुकेशन सिस्टम और यहां की हेल्थ फेसिलिटीज भी वर्ल्ड क्लास है। - न्यूजीलैंड में लोगों को फ्री या बेहद कम दरों पर सरकार की ओर से एडवांस हेल्थ फेसिलिटीज मिल जाती हैं। सबसे शांत देशों की लिस्ट में पांचवें नंबर पर पुर्तगाल है। 5- पुर्तगाल (स्कोर- 1.356) - काफी ���ांत और बेहद खूबसूरत देश है ��ुर्तगाल। - यहां क्राइम का लेवल तो काफी कम है ही, साथ ही यहां के कानून भी बेहद कड़े हैं। - इस देश का मौसम, खानपान और आर्किटेक्चर भी दुनियाभर के लोगों को अपनी ओर एट्रेक्ट करता है। - पुर्तगाल की राजधानी लिस्बन है, जिसके कई इलाके आज भी वैसे ही रखे गए हैं जैसे वे 18th सेन्चुरी में बनाए जाने के वक्त थे। छठा सबसे शांत देश चेक रिपब्लिक है। 6- चेक रिपब्लिक (स्कोर- 1.360) - चेक रिपब्लिक यूरोप का एक छोटा सा देश है, जिसकी सीमाएं ऑस्ट्रिया, जर्मनी, स्लोवाकिया और पौलेंड से मिलती हैं। - टूरिज्म इस देश की सबसे बड़ी इंडस्ट्री है। इस वजह से यहां हर साल लाखों पर्यटक घूमने के लिए आते हैं। - राजधानी प्रॉग यूरोप के सबसे ज्यादा देखे जाने वाले शहरों में शामिल है। - अन्य कई यूरोपीय देशों की तरह यहां पर क्राइम रेट बेहद कम है, इसलिए काफी बड़ी संख्या में पर्यटक यहां आते हैं। - इस देश में अलग-अलग देशों से लोग आकर बसे हैं, इसलिए दुनियाभर का बेहतरीन फूड पर्यटकों को यहां मिल जाता है। सबसे शांत देशों की लिस्ट में सातवें नंबर पर स्विट्जरलैंड है। 7- स्विट्जरलैंड (स्कोर- 1.370) - स्विट्जरलैंड दुनियाभर में अपनी खूबसूरती की वजह से जाना जाता है। - क्लीन सिटीज ही इस देश की पहचान नहीं है, बल्कि लो क्राइम रेट और हाई क्वालिटी फूड भी इसे बेहद खास बनाता है। - यहां पर डिसेबिलिटी का लेवल काफी कम और टैलेंट और प्रोडक्टिविटी ज्यादा है। - इस देश में सैलरी रेट ज्यादा और इसके मुकाबले टैक्स की दरें थोड़ी कम है। - इस देश की गिनती दुनिया के बेस्ट टैक्स हैवन देशों में होती है। कनाडा का नंबर सबसे शांत देशों में आठवां है। 8- कनाडा (स्कोर- 1.388) - कनाडा में लोगों की सुरक्षा को लेकर सरकार काफी सेंसिटिव है, और वहां इसे बेहद जरूरी माना जाता है। - इसी वजह से इस देश में मर्डर और क्राइम रेट काफी कम है। साथ ही इस देश में लाइफ सेटिस्फेक्शन का स्कोर भी काफी ज्यादा है। - कनाडा दुनिया के सबसे ज्यादा पढ़े लिखे लोगों वाले देशों में से एक है। - इस देश में बेरोजगारी की दर भी 5 से 7% के बीच है। जो कि एक खुशहाल देश की बड़ी निशानी है। जापान नौवें नंबर पर है। 9- जापान (स्कोर- 1.395) - तकनीक के मामले में सबसे एडवांस जापान, दुनिया के सबसे कल्चरल और ट्रेडिशनल देशों में भी शामिल है। - कई मामलों में जापान काफी सेफ है। इस देश में हर तरह के क्राइम की दर काफी कम है। - जापान के पास इंटरनल सिक्यूरिटी के लिए भी डिफेंस फोर्स है। साथ ही पड़ोसी देशों से भी उसके अच्छे संबंध हैं। - जापान दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी भी है इसके अलावा यहां का ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम भी बेहद अच्छा है। स्लोवेनिया का नंबर दसवां है। 10- स्लोवेनिया (स्कोर- 1.408) - दुनिया के 10 सबसे शांत देशों की लिस्ट में स्लोवेनिया दसवें नंबर पर है। - इस देश की सबसे बड़ी खासियत खुद यहां के लोग हैं। जो कि बेहद शांतिप्रिय हैं। - वे काफी ब्रॉड माइंडेड, आत्मविश्वासी, बेहद सहिष्णु और सेवाभावी स्वभाव के हैं। - छोटे से देश ��्लोवेनिया में लोगों के देखने और घूमने के लिए काफी कुछ है। Read the full article
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फिनलैंड तीसरी बार बना दुनिया का सबसे खुशहाल देश, भारत 4 पायदान नीचे
चैतन्य भारत न्यूज एक मुस्कुराता हुआ चेहरा दुनिया का सबसे खूबसूरत चेहरा माना जाता है। हैल्थ एक्सपर्ट की मानें तो रोजाना हंसने से सेहत तो अच्छी रहती ही है, साथ ही शरीर में एनर्जी भी बनी रहती है। रोजाना करीब 10 मिनट हंसने से शरीर की इम्युनिटी के साथ उम्र भी बढ़ती है। हर साल 20 मार्च को 'विश्व हैप्पीनेस डे' के मौके पर दुनिया के सबसे खुशहाल देशों की सूची जारी की जाती है। इस बार भी सबसे खुशहाल देशों में फिनलैंड ने तीसरी बार पहला स्थान हासिल किया है। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({}); संयुक्त राष्ट्र द्वारा शुक्रवार को जारी वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट-2020 के मुताबिक, शीर्ष 10 खुशहाल देशों में से नौ यूरोप के हैं, जबकि टॉप-20 में एशिया का एक भी देश नहीं है। 156 देशों की इस सूची में सबसे निचले पायदान पर अफगानिस्तान, दक्षिणी सूडान, जिम्बाब्वे और रवांडा है। जबकि शीर्ष में फिनलैंड के बाद डेनमार्क, स्वीट्जरलैंड, आइसलैंड और नॉर्वे शामिल है। वहीं न्यूजीलैंड आठवें स्थान पर है। भारत इस रिपोर्ट में चार पायदान फिसलकर 144वें स्थान पर है। पिछले साल भारत को 140वां स्थान प्राप्त हुआ था। वहीं पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान 66वें, चीन 94वें, बांग्लादेश 107वें, नेपाल 92वें, मालदीव 87वें स्थान पर है। पाकिस्तान पिछली बार 67वें और चीन 93वें स्थान पर था। हंसने से 100 से अधिक मांसपेशियों को लाभ एक रिपोर्ट के मुताबिक, हंसने से शरीर की 100 से अधिक मांसपेशियों और श्वसन तंत्र पर सकारात्मक असर होता है। यह भी एक व्यायाम है। हास्य योग का अच्छा प्रभाव हृदय पर भी होता है। इतना ही नही बल्कि यह तनाव, निम्न रक्त व उच्च रक्तचाप, मधुमेह जैसे रोगों में लाभ पहुंचाता है। ब्लड फ्लो सही रहने से शरीर की कोशिकाओं तक पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन पहुंचती है। हंसते-हंसते आंखों से आंसू निकलने से आंखों की सफाई होती है। साथ ही हंसने से अतिरिक्त कैलोरी भी बर्न होती है जिससे मोटापा घटता है। इसके अलावा तनाव को बढ़ाने वाला स्ट्रेस हार्मोन कॉर्टिसोल का स्तर घटता है। मेटाबोलिज्म में भी सुधार होता है। कम खुशहाल देश 1. अफगानिस्तान 2. साउथ सूडान 3. जिम्बॉब्वे 4. रवांडा 5. अ. रिपब्लिक 6. तन्जानिया 7. बोत्सवाना 8. यमन 9. मलावी 10. भारत सबसे खुशहाल देश 1. फिनलैंड 2. डेनमार्क 3. स्विट्जरलैंड 4. आइसलैंड 5. नॉर्वे 6. नीदरलैंड्स 7. स्वीडन 8. न्यूजीलैंड 9. ऑस्ट्रिय 10. लग्जमबर्ग ये भी पढ़े... प्रसन्न रहने से होते हैं शरीर को ढेरों फायदे, अच्छी सेहत के साथ ही उम्र भी बढ़ती है Read the full article
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विदेश में अध्ययन करने के लिए सबसे अच्छी जगह कौन सी है?
ऑस्ट्रेलिया विदेश में अध्ययन के लिए सबसे अच्छे देशों में से एक है। यहाँ कुछ कारण हैं:1. सरलीकृत छात्र वीजा ढांचा (SSVF)SSVF को छात्र वीजा के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया को वास्तविक छात्रों के लिए नेविगेट करने, आव्रजन अखंडता के लिए अधिक लक्षित दृष्टिकोण प्रदान करने और व्यापार के लिए लाल टेप को कम करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। विस्तृत जानकारी के लिए, कृपया यहाँ पढ़ें: SIMPLIFIED स्टूडेंट VISA FRAMEWORK2. अंग्रेजी राष्ट्रीय भाषा हैऑस्ट्रेलिया अंग्रेजी ऑस्ट्रेलिया में मुख्य भाषा है। इसका मतलब है कि छात्रों के पास न केवल अंग्रेजी पाठ्यक्रमों के माध्यम से बल्कि वास्तविक जीवन में बातचीत के माध्यम से अपनी अंग्रेजी को बढ़ाने के अवसर हैं। छात्र या वर्किंग हॉलिडे वीज़ा के दौरान पार्ट टाइम काम करते हुए उनकी अंग्रेजी को बेहतर बनाया जा सकता है।3. अध्ययन के महान अवसरचुनने के लिए ऑस्ट्रेलिया में 1,200 से अधिक संस्थानों और 22,000 पाठ्यक्रमों के साथ विदेशी छात्रों के लिए अध्ययन के विकल्पों की एक प्रभावशाली संख्या है। ऑस्ट्रेलिया में यूके और यूएस के बाद अंतर्राष्ट्रीय छात्रों की संख्या सबसे अधिक है। विदेशी छात्रों के लिए जिन्हें ऑस्ट्रेलिया में उच्च स्तरीय अध्ययन शुरू करने से पहले अंग्रेजी भाषा के प्रशिक्षण की आवश्यकता होती है या जो अपने घर के देशों में काम या जीवन के लिए अपने अंग्रेजी भाषा कौशल में सुधार करना चाहते हैं, वे गुणवत्ता वाले ELICOS पाठ्यक्रम चुन सकते हैं जो पूरी तरह से अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए समर्पित हैं।4. दुनिया के शीर्ष 50 सर्वश्रेष्ठ छात्र शहरों में 6 शहरों को स्थान दिया गया हैसबसे हाल ही में QS बेस्ट स्टूडेंट सिटीज 2016 के अनुसार, ऑस्ट्रेलिया को दुनिया के टॉप 50 बेस्ट स्टूडेंट शहरों में 6 शहरों का स्थान मिला है। ये मेलबोर्न 2 वें, सिडनी 4 वें, कैनबरा 17 वें, ब्रिसबेन 18 वें, एडिलेड 26 वें और पर्थ 35 वें स्थान पर हैं। एक समृद्ध संस्कृति और खेल गतिविधियों के साथ, ऑस्ट्रेलिया ने अपने महानगरीय वातावरण के कारण दुनिया भर के छात्रों को आकर्षित किया है। विश्व हैप्पीनेस रिपोर्ट, 2016 के अनुसार देश दुनिया के शीर्ष 10 सबसे खुशहाल देशों में सूचीबद्ध है।5. अनुमति देते समय अध्ययन करें���पने अध्ययन के दौरान काम करना आपके अध्ययन और रहने के अनुभव के पूरक होने के साथ-साथ आपके रहने के खर्चों का भुगतान करने में आपकी मदद करता है। छात्र वीजा पर ऑस्ट्रेलिया में अंतर्राष्ट्रीय छात्र अपने अध्ययन अवधि के दौरान प्रति पखवाड़े 40 घंटे तक काम कर सकते हैं, और एक विदेशी छात्र अपने अध्ययन से छुट्टी की अवधि के दौरान काम कर सकते हैं घंटे की संख्या पर कोई सीमा नहीं है।6. छात्रवृत्ति के अवसर बहुतायत से हैंऑस्ट्रेलियाई सरकार द्वारा अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए सालाना लगभग 200 मिलियन डॉलर के साथ कई छात्रवृत्ति अवसर प्रदान किए जाते हैं।7. अकुशल प्रकृतिएक अनिर्दिष्ट प्राकृतिक वातावरण ऑस्ट्रेलिया के सर्वोत्तम आकर्षणों में से एक है। यह देश सुनहरे रेतीले समुद्र तटों, उष्णकटिबंधीय वर्षावनों, अविश्वसनीय रेगिस्तान और बर्फीले पहाड़ों का घर है। ऑस्ट्रेलिया में 500 से अधिक राष्ट्रीय उद्यान और 19 विश्व धरोहर-सूचीबद्ध स्थल हैं।8. शानदार जलवायुऑस्ट्रेलिया में साल भर में चार अलग-अलग मौसम होते हैं। वसंत में, हवा ताजा होती है, और लाखों फूलों के साथ प्राकृतिक दृश्य बहुत जीवंत और रंगीन होते हैं। ऑस्ट्रेलिया में ग्रीष्मकाल गर्म और शानदार होते हैं, और सर्दियाँ हल्की होती हैं। शरद ऋतु में रोलिंग मिस्ट और शानदार सुनहरे पत्ते आते हैं।9. बहुसांस्कृतिक समाज100 से अधिक देशों के लोग इस देश में चले गए हैं, जिससे ऑस्ट्रेलिया दुनिया के सबसे सांस्कृतिक रूप से विविध देशों में से एक है। ऑस्ट्रेलिया की बहुसांस्कृतिक प्रकृति का अर्थ है कि विदेशी छात्र दूसरों द्वारा आसानी से स्वीकार किए जाते हैं।10. सुरक्षित देशऑस्ट्रेलिया रहने, अध्ययन करने और काम करने के लिए सबसे सुरक्षित देशों में से एक है। 450 से अधिक शहरों पर मर्सर के 2016 क्वालिटी ऑफ लिविंग सर्वे के अनुसार, ऑस्ट्रेलिया में दुनिया के 50 सबसे सुरक्षित स्थानों में 6 शहर हैं। ये सिडनी 10 वें, मेलबर्न 15 वें, पर्थ 21 वें, एडिलेड 27 वें, कैनबरा 28 वें और ब्रिसबेन 36 वें स्थान पर हैं। ऑस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड लोरेन जेनिंग्स में मर्सर वैश्विक गतिशीलता अभ्यास नेता के अनुसार, "ऑस्ट्रेलियाई शहर एक स्थिर बुनियादी ढांचे का वर्णन करते हैं, शहर की फ्रिंज और जीवन शैली विकल्पों पर आवास की उपलब्धता में वृद्धि होती है जो विशेष रूप से युवा पीढ़ियों के लिए अपील कर रहे हैं।"11. अध्ययन और यात्रा को संयोजित करने का एक शानदार अवसरऑस्ट्रेलिया न केवल अध्ययन करने के लिए सबसे अच्छे गंतव्यों में से एक है, बल्कि यात्रा के लिए दुनिया के शीर्ष सपनों का गंतव्य भी है। चाहे आप एक शानदार साहसिक कार्य, शानदार यात्रा, अद्भुत प्रकृति, महान भोजन और शराब, आकर्षक घटनाओं और संस्कृति या आराम द्वीपों और स��ुद्र तटों की तलाश कर रहे हों, ऑस्ट्रेलिया में यात्रा करने जैसा कुछ नहीं है।12. महान गंतव्य, विदेशी जानवरऑस्ट्रेलिया को असीमित प्राकृतिक उपहार दिए गए हैं जिन्हें आपको अपने जीवनकाल में कम से कम एक बार अनुभव करना चाहिए। इस देश के कुछ पर्यटकों के आकर्षण में ग्रेट बैरियर रीफ, बॉन्डी बीच, देंट्री रेनफॉरेस्ट और सिडनी ओपेरा हाउस सहित 19 विश्व विरासत स्थल शामिल हैं। सिडनी में प्रतिष्ठित आकर्षण दुनिया भर के कई छात्रों के लिए एक बड़ा आकर्षण है। ऑस्ट्रेलिया का यह सबसे बड़ा शहर एक बड़े क्षेत्र, ऐतिहासिक स्थलों, पुरस्कार विजेता मनोरंजक केंद्रों और विभिन्न संस्कृतियों में फैले 37 समुद्र तटों का घर है। ऑस्ट्रेलिया कंगारू, गर्भ और ��िंगो जैसे कुछ दिलचस्प, दुर्लभ जानवरों का भी घर है।[1] [2] [3]फुटनोट[1] Study in australia- Universities, Courses, Eligibility, Fee Details[2] Top Courses to Study in Australia[3] What is the application fee to Study in Australia? Applying for Admission in Australia
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तु कुछ नहीं कर सकता बच्चे से यह कभी न कहना! ‘दोस्तो’ पत्थर उछालकर देखो आसमान में छेद हो जाएगा संघर्ष करने की ताकत है तो बिना साधनों के भी सफलता कदम चूमेगी
समाज में सुख और साधन जुटाने के लिये बढती प्रतिश्रद्धा के चलते हर व्यक्ति अपने बच्चे लडका हो या लडकी पैदा होते ही उसे अपनी इच्छाओं की पूर्ति का माध्यम समझकर अपने हिसाब से चलाने और पढाने का प्रयास करता है। ऐसा हो जाए कोई बुराई नहीं लेकिन इच्छापूर्ति न होने से हताष हमारे अभिभावक जब ऐसे शब्द बोलते है कि यह जीवन में कुछ नहीं कर सकता फला को देखो वो कितना कामयाब है। उसका बेटा व बेटी धन कमा रहे हैं। मेरा मानना है कि ऐसे शब्द न बोलकर अभिभावकों को अपने बच्चों को उनकी इच्छा औश्र सोच के अनुसार रूचि को दृष्टिगत रख हर क्षेत्र में काम करने और आगे बढने का मौका उपलब्ध कराते हुए उन्हे प्रोत्साहन देना चाहिये। और यह कुछ नहीं कर सकता जैसे शब्दों का उपयोग हमेशा बचना चाहिये क्योंकि यह बच्चे समझदार है तो भी और न समझ है तो भी। उनको हथउत्साहित करने के साथ ही उनका सीना छल्ली कर देते हेैं। मेरा मानना है कि अपने विचार औश्र इच्छाए लादने के बजाए अगर खुले आसमान में उड़ने की छूट द�� जाए तो ऐसा भी हो सकता है कि हमारे हुनहार अपनी इच्छाओं की समीओं को लांघकर उससे भी आगे निकल जाए जिससे हमारी प्रतिष्ठा और सम्मान तो बडेगा औश्र इच्छाओं की पूर्ति भी होगी। किसी ने कहा कि एक पत्थर तो पूरे मन से उछालो असमान में भी छेद हो सकता है। तो फिर जो हम चाहते हैं तो भला हम वो क्यों नहीं कर सकतें। आप अपने आसपास निगाह दौड़ाईये ऐसे अनेकों महान पुरूष दिखाई देंगे जो बचपन में कहीं पर भी नहीं टिकते थे। और उनको लेकर उस समय यह सोचा जाता होगा कि यह तो जीवन में कुछ नहंी कर सकता। मगर उन्होंने जो कर दिखाया उसके बारे में मेरा मानना है कि लोगों को दृष्टिगत रख आगे बढ़ना चाहिये। सभ्ज्ञी के महानायक फिल्म स्टार अमिताब बच्चन को एक समय में उनकी भारी आवाज के कारण आॅल इंडिया रेडियो में एंकर के पद के लिये अयोग्य करार देते हुए इंटरव्यू से निकाल दिया गया था। अपने ही देश और दुनिया में आज की तारीख में सबसे चर्चित व्यक्तियों में शुमार तथा उद्य़ोगों की शान रिलायंस समूह के संस्थापक धीरज लाल हीरा लाल अंबानी (धीरू बाई अंबानी) 16 वर्ष की आयु में यमन में 300 रूपये प्रतिमाह पर पेट्रोल पंप पर काम करते थे तथा इससे पूर्व गिरनार की पहाड़ियों पर सप्ताहांत में तीर्थयात्रियों को पकोडे बेचा करते थे। हिंदुस्तान की शान मिसाईल मैन पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम साहब बचपन में अपनी आरंभिक शिक्षा के लिये अखबार बांटा करते थें और उन्हे पायलट के इंटरव्यू से उन्हे बंद कर दिया गया था। नौवल पुरूस्कार प्राप्त 62 वर्ष की उम्र में इंग्लैंड के प्रधानमंत्री बने वहां के पूर्व प्रधानमंत्री विंसटन चर्चिल इससे पूर्व राजनीति में कई बार असफल रहे और पढाई के दौरान छठी क्लास में फेल भी हुए, भारत रत्न प्राप्त विश्व प्रसिद्ध क्रिकेटर सचिन रमेश तेंदुलकर जिन्होंने अभी तक कई कीर्तिमान स्थापित कियें। वो अपने पहले अंतराष्टीय मैच में 15 रन पर ही आउट हो गए थे। इतना ही नहीं आठवी कक्ष्ज्ञा में उन्हे असफलता का मुंह भी देखना पडा था क्योंकि वो फेल हो गए थे। दुनिया को कई महत्वपूर्ण खोज देने वाले विश्व के महान भौतिक वैज्ञानिक सर आईजैक न्यूटन को बचपन में परिवार का खर्च चलाने के लिये उनकी मां द्वारा स्कूल की पढाई छुड़वा दी गई थी। महान भ्ज्ञौतिकविद और नोबल पुरूस्कार विजेता अल्बर्�� आइंस्टीन को उनके शिक्षक मंदबुद्धि और मानसिक रूप से असवस्त कहा करते थे। चार वर्ष की उम्र तक वो बोलना और सात वर्ष की उम्र तक वो पढना भी नहीं पाए थे। विश्व प्रसिद्ध हास्य अभिनेता और अपने नाटेकद से हमेशा परेशान रहने वाले चार्ली चैपलीन को शुरू के दौर में हाॅलीवुड स्टूडियो के प्रमुख द्वारा यह कहकर नकार दिया गया था कि वो दर्शकों को दिखाने के लिये बेतूके हैं। खाद्य पदार्थाें के सीरीज केएफसी जिसके विज्ञापन दिन में कई बार टीवी चैनलों में नजर आते हैं उसके संस्थापक कर्नल हरलैंड डेविड सैंडर्स ने इसकी शुयआत से पहले 1 हजार 9बार उनके स्वाद को नकार दिया गया था। विश्व फुटबाल की दुनिया में अपनी पीढी के सबसे सर्वश्रेष्ठ खिलाडियों में गिने जाने वाले लियोनेल आंद्रेस मैसी को बचपन में विकास के लिये जरूरी हर्माेंन की कमी और उसके इलाज के आभाव में देश तक बदलना पडा था इतना ही नहीं उन्हे ���ुटबाल की टेनिग के लिये चाय की दुकान में काम करना पड़ा। फिल्मों में एक्शन हीरों की छवि को स्थापित करने वाले सिल्वेस्टर स्टैलोन को उनकी प्रसिद्ध फिल्म राॅकी बैलबोआ की स्क्रिप्ट के लिये 1500 बार ना कहा गया था। विश्व प्रसिद्ध एप्पल कंपनी के सहसंस्थापक स्टीवन पाल स्टीव जाॅब्स पढाई के दौरान अपने दोस्त के घर रहते थ्ज्ञे और जमीन पर सोना पड़ता था। खाने के लिये कोक की खाली बोतले बेचने काम करते थे। सप्ताहांत में कृष्ण मंदिर में मिलने वाले मुफ्त के भोजन की लाईन में भी लगते थे। आज कंप्यूटर लैपटाॅपऔर मोबाइल बनाने वाली विश्व प्रसिद्ध कंपनी के मालिक है। कंप्यूटर की दुनिया के बादशाह और अरबो रूपया समाजसेवा आदि के कामों में लगाने वाले माइक्रोसाफ्ट नामक कंपनी के सहसंस्थापक विलिमय हेनरी गेटस बिल गेटस पर्सनल कंप्यूटर क्रांति के प्रणेता भ्ज्ञी माने जाते हैं और कई वष्ज्र्ञाें तक दुनिया के सबसे बडे अमीर व्यक्ति रहे और उनका भाषण सुनने के लिये भारत के पूर्व प्रधानमंत्री ने उनका भाषण भी सुना। वो अपनी पढाई भी नहीं कर पाए थे। यूनाईटेड किंगडम के प्रधानमंत्री अंथोनी चाल्र्स लिंटन ब्लेयर टोनी ब्लेयर अपने बचपन में काफी नटखट थे। शिक्षक उनसे ना खुश रहते थे और उन्हे फेलियर कहकर पुकारते थे। बास्केट बाल के क्षेत्र में प्रसिद्धि की उत्तम सीडी चढने वाले माइकल जार्डन को हाईस्कूल की शिक्षा के दौरान लंबाई कम होने की वजह से टीम में जगह नहीं दी गई थी। उन्होंने मेहनत की और अपनी लंबाई का चार इंच बढाकर टीम में जगहा पाई। यहा�� विभिन्न समाचार पत्रों ओर साइडो पर मौजूद इन महान व्यक्तियों से संबंध उदाहर देने का उददेश्य सिर्फ इतना है कि सफलता और असफलता केाई मां के पेट से लेकर पैदा नहीं होता है। तथा गरीबी अमीरी शिक्षा और निरीक्षता सफलता का माप दंड नहीं कहीं जा सकती और शिक्षा का जीवन में बडा योगदान है औश्र वो होना ही चाहिये। यह तो मैंने ओरो के बारे में बताया आज में कई समाचार पत्रों और सोशल मीडिया चैनलों का मालिक हूं। लेकिन एक दिन ऐसा भी था जब उप्र के मेरठ से प्रकाशित सांध्य दैनिक समाचार में मुझे अखबार बांटने की होकर की नौकरी देने से यह कहकर इंकार कर दिया था कि मैं अखबार बांटना नहीं जानता। मुझे घमंड या अभिमान तो नहीं लेकिन मैं बिल्कुल निरक्षर और अपनपढ हूं और कभी किसी स्कूल नहीं गया लेकिन आज पढे लिखे व सबसे ज्यादा बुद्धिजीवियों में समझे जाने वाले क्षेत्र मीडिया में अपना एक प्रमुख स्थान रखता हंूं। जीवन की शुरूआत उत्तराखंड के जसपुर कस्बे में चाय वाले फूल सिंह की दुकान से 50 पैसे महीने में झूठे प्याले धोने से कीं वो भी 5 साल की उम्र में हुए संघर्ष का परिणाम है कि आज मैं अपने आप को दुनिया का सबसे खुशहाल और खुशी मानता हंूं। इसलिये किसी भी क्षेत्र में आप सक्रिय हों जरूरी नहीं सफलता एक बार में मिले। संघर्ष करते रहे तो कामयाबी कदम चूमेगी। इसके उदाहरण के रूप में हम महमूद गजनबी को देख सकते हैं जो सात बार हारने के बाद भी हताष नहीं हुआ और आठवी बार युद्ध जीतने में सफल हो गया। चींटी भी हमारे लिये एक उदाहरण हैं आप उसे उठाकर पानी में डाल दो वो अंतिम संास तक उससे निकलने का प्रयास करती है। और सफलत भी हो जाती है। इसे संघर्ष की सफलता गाथा कहते है।
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फिनलैंड तीसरी बार बना दुनिया का सबसे खुशहाल देश, भारत 4 पायदान नीचे
चैतन्य भारत न्यूज एक मुस्कुराता हुआ चेहरा दुनिया का सबसे खूबसूरत चेहरा माना जाता है। हैल्थ एक्सपर्ट की मानें तो रोजाना हंसने से सेहत तो अच्छी रहती ही है, साथ ही शरीर में एनर्जी भी बनी रहती है। रोजाना करीब 10 मिनट हंसने से शरीर की इम्युनिटी के साथ उम्र भी बढ़ती है। हर साल 20 मार्च को 'विश्व हैप्पीनेस डे' के मौके पर दुनिया के सबसे खुशहाल देशों की सूची जारी की जाती है। इस बार भी सबसे खुशहाल देशों में फिनलैंड ने तीसरी बार पहला स्थान हासिल किया है। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({}); संयुक्त राष्ट्र द्वारा शुक्रवार को जारी वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट-2020 के मुताबिक, शीर्ष 10 खुशहाल देशों में से नौ यूरोप के हैं, जबकि टॉप-20 में एशिया का एक भी देश नहीं है। 156 देशों की इस सूची में सबसे निचले पायदान पर अफगानिस्तान, दक्षिणी सूडान, जिम्बाब्वे और रवांडा है। जबकि शीर्ष में फिनलैंड के बाद डेनमार्क, स्वीट्जरलैंड, आइसलैंड और नॉर्वे शामिल है। वहीं न्यूजीलैंड आठवें स्थान पर है। भारत इस रिपोर्ट में चार पायदान फिसलकर 144वें स्थान पर है। पिछले साल भारत को 140वां स्थान प्राप्त हुआ था। वहीं पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान 66वें, चीन 94वें, बांग्लादेश 107वें, नेपाल 92वें, मालदीव 87वें स्थान पर है। पाकिस्तान पिछली बार 67वें और चीन 93वें स्थान पर था। हंसने से 100 से अधिक मांसपेशियों को लाभ एक रिपोर्ट के मुताबिक, हंसने से शरीर की 100 से अधिक मांसपेशियों और श्वसन तंत्र पर सकारात्मक असर होता है। यह भी एक व्यायाम है। हास्य योग का अच्छा प्रभाव हृदय पर भी होता है। इतना ही नही बल्कि यह तनाव, निम्न रक्त व उच्च रक्तचाप, मधुमेह जैसे रोगों में लाभ पहुंचाता है। ब्लड फ्लो सही रहने से शरीर की कोशिकाओं तक पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन पहुंचती है। हंसते-हंसते आंखों से आंसू निकलने से आंखों की सफाई होती है। साथ ही हंसने से अतिरिक्त कैलोरी भी बर्न होती है जिससे मोटापा घटता है। इसके अलावा तनाव को बढ़ाने वाला स्ट्रेस हार्मोन कॉर्टिसोल का स्तर घटता है। मेटाबोलिज्म में भी सुधार होता है। कम खुशहाल देश 1. अफगानिस्तान 2. साउथ सूडान 3. जिम्बॉब्वे 4. रवांडा 5. अ. रिपब्लिक 6. तन्जानिया 7. बोत्सवाना 8. यमन 9. मलावी 10. भारत सबसे खुशहाल देश 1. फिनलैंड 2. डेनमार्क 3. स्विट्जरलैंड 4. आइसलैंड 5. नॉर्वे 6. नीदरलैंड्स 7. स्वीडन 8. न्यूजीलैंड 9. ऑस्ट्रिय 10. लग्जमबर्ग ये भी पढ़े... प्रसन्न रहने से होते हैं शरीर को ढेरों फायदे, अच्छी सेहत के साथ ही उम्र भी बढ़ती है Read the full article
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