Tumgik
#दुकान वास्तु
mypanditastrologer · 6 months
Text
Tumblr media
0 notes
angrezzzz · 8 months
Text
दुकान का वास्तु दोष निवारण कैसे करें? 
Tumblr media
व्यापार के क्षेत्र में सफलता पाने के लिए बहुत लोग अपनी दुकान की सही वास्तु का ध्यान रखते हैं। वास्तु दोष का सामर्थ्य सही तरीके से निवारण करना आपके व्यापार को और भी सुखद बना सकता है।
Understanding Vastu Dosha
वास्तु दोष एक प्राचीन वास्तुशास्त्र में उपस्थित सूचना के अनुसार नकारात्मक ऊर्जा के स्थान को कहा जाता है जो किसी भी स्थान की सकारात्मक ऊर्जा को हमेशा के लिए बदल सकती है। दुकान में वास्तु दोष से बचने के लिए हमें इसे सही तरीके से समझना होगा।
Identifying Vastu Dosha in Your Shop
अपनी दुकान में वास्तु दोष की पहचान करने के लिए हमें उसके संकेतों को समझना होगा। सही ऊर्जा की दिशा और स्थान का ठीक से अनुकरण करने से हम इसे सुधार सकते हैं।
Common Vastu Doshas in Shops
कुछ सामान्य वास्तु दोष दुकानों में सामान्य हैं जो आपके व्यापार को प्रभावित कर सकते हैं, जैसे कि प्रवेश की स्थिति, नकद काउंटर की स्थिति, और संग्रहण व्यवस्थाओं की स्थिति।
Remedies for Entrance Placement Dosha
उचित प्रवेश दिशा और डिज़ाइन का अनुसरण करने से हम अपनी दुकान के प्रवेश से संबंधित समस्याओं को ठीक कर सकते हैं।
Optimal Cash Counter Position
कैश काउंटर की उचित स्थिति का महत्वपूर्ण होता है और हमें इसे सही तरीके से रखना चाहिए।
Ideal Storage Arrangements
भंडारण स्थान का सही ढंग से प्रबंधन करने का भी महत्व है क्योंकि यह ऊर्जा के प्रवाह को प्रभावित कर सकता है।
Enhancing Positive Energies
सकारात्मक ऊर्जा आकर्षित करने के लिए रंग और प्रतीकों का उपयोग करें और दुकान में वास्तु-सौहार्दपूर्ण डिकॉर को शामिल करें।
Rituals and Practices for Vastu Dosha Nivaran
ऊर्जा को मिलान के लिए वास्तु पूजा और अन्य रीतिरिवाज करना महत्वपूर्ण है और रोजाना की प्रथाएं भी सकारात्मक आवृत्ति को बनाए रख सकती हैं।
Seeking Professional Help
वास्तु दोषों की पहचान और सुधार करने में वास्तु विशेषज्ञों का महत्वपूर्ण योगदान होता है और सही वास्तु सलाहकार का चयन कैसे करें, इस पर विचार करें।
Real-Life Success Stories
वास्तु सुधारों से लाभ प्राप्त करने वाले व्यापारों की कहानियों का साझा करें और उन्होंने वास्तु उपायों के माध्यम से चुनौतियों को कैसे पार किया।
Customer Experiences
उन दुकानदारों की प्रतिक्रियाएँ शेयर करें जिन्होंने वास्तु समाधानों को अपनाया और उससे कैसे उन्हें फर्जी हुआ।
The Science Behind Vastu
वास्तु के वैज्ञानिक पहलुओं को संक्षेप में जांचें और ऐस्थानिक ज्ञान को आधुनिक परिप्रेक्ष्य से जोड़ें।
Tips for Sustaining Vastu Harmony
सकारात्मक ऊर्जा को बनाए रखने के लिए नियमित मूल्यांकन और समायोजन के लिए टिप्स दें ताकि पढ़ने वाला सकारात्मक योजना को बनाए रख सके।
Conclusion
समापन में, यह सारांश में कह सकते हैं कि वास्तु दोष निवारण एक महत्वपूर्ण कदम है जो एक दुकान को सकारात्मक ऊर्जा से भर सकता है और सफलता में मदद कर सकता है।
1 note · View note
jeevanjali · 4 months
Text
Vastu yantra: वास्तु के ये 6 यंत्र करते हैं आपकी सभी समस्याओं का समाधानVastu yantra: वास्तु विज्ञान के अनुसार घर, दुकान या ऑफिस में वास्तु दोष होने से वहां रहने वाले लोगों का जीवन किसी न किसी तरह प्रभावित होता है।
0 notes
theambuj · 1 year
Text
Tumblr media
स्वस्तिक का रहस्य... हिन्दू संस्कृति के प्राचीन ऋषियों ने अपने धर्म के आध्यात्मिक अनुभवों के आधार पर कुछ विशेष चिन्हों की रचना की। ये चिन्ह मंगल भावों को प्रकट करती हैं। ऐसा ही एक चिन्ह है “स्वास्तिक”। स्वस्तिक मंगल चिन्हों में सर्वाधिक प्रतिष्ठा प्राप्त है और पूरे विश्व में इसे सकारात्मक ऊर्जा का स्त्रोत माना जाता है। इसी कारण किसी भी शुभ कार्य को शुरू करने से पहले स्वस्तिक का चिन्ह बनाया जाता है। स्वस्तिक दो प्रकार का होता है.. 1. दांंया स्वस्तिक 2. बांया स्वस्तिक दाहिना स्वस्तिक नर का प्रतीक है और बांया नारी का प्रतीक है। वेदों में ज्योतिर्लिंग को विश्व के उत्पत्ति का मूल स्त्रोत माना गया है। स्वस्तिक की खड़ी रेखा सृष्टि के उत्पत्ति का प्रतीक है और आड़ी रेखा सृष्टि के विस्तार का प्रतीक है तथा स्वस्तिक का मध्य बिंदु विष्णु जी का नाभि कमल माना जाता है जहाँ से विश्व की उत्पत्ति हुई है। स्वस्तिक में प्रयोग होने वाले 4 बिन्दुओ को 4 दिशाओं का प्रतीक माना जाता है। कुछ विद्वान् इसे गणेश जी का प्रतीक मानकर प्रथम पूज्य मानते हैं। कुछ लोग इनकी 4 वर्णों की एकता का प्रतीक मानते हैं, कुछ इसे ब्रह्माण्ड का प्रतीक मानते हैं और कुछ इसे ईश्वर का प्रतीक मानते हैं। अमरकोश में स्वस्तिक का अर्थ आशीर्वाद, पुण्य, मंगल कार्य करने वाला है। इसमें सभी के कल्याण व कुशल क्षेम की भावना निहित है।इसका आरंम्भिक आकार गणित के धन (+) के सामान है अतः इसे जोड़ का/मिलन का प्रतीक भी माना जाता है। धन के चिन्ह पर 1-1 रेखा जोड़ने पर स्वस्तिक का निर्माण हो जाता है। हिन्दुओं के समान जैन, बौद्ध और ईसाई धर्म में भी स्वस्तिक को मंगलकारी और समृद्धि प्रदान करने वाला चिन्ह मानते हैं। उदयगिरी और खंडगिरी के गुफाओं में भी स्वास्तिक चिन्ह मिले हैं। स्वस्तिक को 7 अंगुल, 9 अंगुल या 9 इंच के प्रमाण में बनाया जाने का विधान है। मंगल कार्यो के अवसर पर पूजा स्थान तथा दरवाजे की चौखट पर स्वस्तिक बनाने की परम्परा है। स्वस्तिक का आरंभिक आकार पूर्व से पश्चिम एक खड़ी रेखा और उसके ऊपर दूसरी दक्षिण से उत्तर आड़ी रेखा के रूप में तथा इसकी चारों भुजाओं के सिरों पर पूर्व से एक एक रेखा जोड़ी जाती है, तथा चारों रेखाओं के मध्य में एक-एक बिंदु लगाया जाता है, और स्वस्तिक के मध्य में भी एक बिंदु लगाया जाता है। इसके लिए विभिन्न प्रकार की स्याही का उपयोग होता है। स्वस्तिक की उपयोगिता:- 1. पारद या पञ्च धातु का स्वस्तिक बनवा के प्राण प्रतिष्ठा करके चौखट पर लगवाने से अच्छे परिणाम मिलते हैं। 2. चांदी में नवरत्न लगवाकर स्वस्तिक चिन्ह पूर्व दिशा में लगाने पर वास्तु दोष व लक्ष्मी प्राप्त होती है। 3. वास्तु दोष दूर करने के लिये 9 अंगुल लंबा और चौड़ा स्वस्तिक सिन्दूर से बनाने से यह नकारात्मक ऊर्जा को सकारात्मक ऊर्जा में बदल देता है। 4. धार्मिक कार्यो में रोली, हल्दी या सिन्दूर से बना स्वस्तिक आत्मसंतुष्टि देता है। 5. गुरु पुष्य या रवि पुष्य में बनाया गया स्वस्तिक शांति प्रदान करता है। 6. त्योहारों में द्वार पर कुमकुम सिन्दूर अथवा रंगोली से स्वस्तिक बनाना मंगलकारी होता है। ऐसी मान्यता है कि देवी देवता घर में प्रवेश करते हैं इसीलिए उनके स्वागत के लिए द्वार पर इसे बनाया जाता है। 7. अगर कोई 7 गुरुवार को ईशान कोण में गंगाजल से धोकर सुखी हल्दी से स्वस्तिक बनाए और उसकी पंचोपचार पूजा करे साथ ही आधा तोला गुड़ का भोग भी लगाए तो दुकान में बिक्री बढ़ती है। 8. स्वस्तिक बनवाकर उसके ऊपर जिस भी देवता को बिठा के पूजा करें तो वो शीघ्र प्रसन्न होते हैं। 9. देव स्थान में स्वस्तिक बनाकर उस पर पञ्च धान्य का दीपक जलाकर रखने से कुछ समय में इच्छित कार्य पूर्ण होते हैं। 10. भजन करने से पहले आसन के नीचे पानी, कुमकुम, हल्दी अथवा चन्दन से स्वास्तिक बनाकर उस स्वस्तिक पर आसन बिछाकर बैठकर भजन करने से सिद्धि शीघ्र प्राप्त होती है। 11. सोने से पूर्व स्वस्तिक को अगर तर्जनी से बनाया जाए तो सुख पूर्वक नींद आती है, बुरे सपने नहीं आते हैं। 12. स्वस्तिक में अगर पंद्रह या बीसा का यन्त्र बनाकर लाकेट या अंगूठी में पहना जाए तो विघ्नों का नाश होकर सफलता मिलती है। 13. मनोकामना सिद्धि हेतु मंदिरों में गोबर और कुमकुम से उलटा स्वस्तिक बनाया जाता है। 14. होली के कोयले से भोजपत्र पर स्वास्तिक बनाकर धारण करने से बुरी नजर से बचाव होता है और शुभता आती है। 15. पितृ पक्ष में बालिकाएं संजा बनाते समय शुभता के लिए और पितरों का आशीर्वाद लेने के लिए गोबर से स्वस्तिक भी बनाती हैं। 16. वास्तु दोष दूर करने के लिए पिरामिड में भी स्वस्तिक बनाकर रखने की सलाह दी जाती है। अतः स्वस्तिक हर प्रकार से फायदेमंद है, मंगलकारी है, शुभता लाने वाला है, ऊर्जा देने वाला है और सफलता देने वाला है इसे प्रयोग करना चाहिए!
0 notes
Text
वासु भाई और वीणा बेन, दोनों यात्रा की तैयारी कर रहे थे। 3 दिन का अवकाश था ।वे पेशे से चिकित्सक थे ।लंबा अवकाश नहीं ले सकते थे ।परंतु जब भी दो-तीन दिन का अवकाश मिलता ,छोटी यात्रा पर कहीं चले जाते हैं ।
आज उनका इंदौर उज्जैन जाने का विचार था ।दोनों साथ-साथ मेडिकल कॉलेज में पढ़ते थे ।वहीं पर प्रेम अंकुरित हुआ ,और बढ़ते बढ़ते वृक्ष बना। । दोनों ने परिवार की स्वीकृति से विवाह किया । 2 साल हो गए ,संतान कोई थी नहीं ,इसलिए यात्रा का आनंद लेते रहते थे ।
विवाह के बाद दोनों ने अपना निजी अस्पताल खोलने का फैसला किया , बैंक से लोन लिया ।वीणा बेन स्त्री रोग विशेषज्ञ और वासु भाई डाक्टर आफ मेडिसिन थे ।इसलिए दोनों की कुशलता के कारण अस्पताल अच्छा चल निकला था ।
आज इंदौर जाने का कार्यक्रम बनाया था । जब मेडिकल कॉलेज में पढ़ते थे पप्पू भाई ने इंदौर के बारे में बहुत सुना था रेप नई नई वास्तु है खाने के शौकीन थे इंदौर के सराफा बाजार और 56 दुकान पर मिलने वाली मिठाईयां नमकीन उन्होंने उनके बारे में सुना था साथ ही महाकाली के दर्शन करने की इच्छा थी इसलिए उन्होंने इस बार इंदौर उज्जैन की यात्रा करने का विचार किया था
यात्रा पर रवाना हुए ,आकाश में बादल घुमड़ रहे थे । मध्य प्रदेश की सीमा लगभग 200 किलोमीटर दूर थी । बारिश होने लगी थी।
म, प्र, सीमा से 40 किलोमीटर पहले छोटा शहर पार करने में समय लगा। कीचड़ और भारी यातायात में बड़ी कठिनाई से दोनों ने रास्ता पार किया।
भोजन तो मध्यप्रदेश में जाकर करने का विचार था परंतु चाय का समय हो गया था ।उस छोटे शहर से चार 5 किलोमीटर आगे निकले ।सड़क के किनारे एक छोटा सा मकान दिखाई दिया ।जिसके आगे वेफर्स के पैकेट लटक रहे थे ।उन्होंने विचार किया कि यह कोई होटल है वासु भाई ने वहां पर गाड़ी रोकी, दुकान पर गए , कोई नहीं था ।आवाज लगाई , अंदर से एक महिला निकल कर के आई।
उसने पूछा क्या चाहिए ,भाई ।
वासु भाई ने दो पैकेट वेफर्स के लिए ,और कहा बेन दो कप चाय बना देना ।थोड़ी जल्दी बना देना , हमको दूर जाना है ।
पैकेट लेकर के गाड़ी में गए ।वीणा बेन और दोनों ने पैकेट के वैफर्स का नाश्ता किया ।
चाय अभी तक आई नहीं थी ।
दोनों निकल कर के दुकान में रखी हुई कुर्सियों पर बैठे ।वासु भाई ने फिर आवाज लगाई ।
थोड़ी देर में वह महिला अंदर से आई ।
बोले भाई बाड़े में तुलसी लेने गई थी , तुलसी के पत्ते लेने में देर हो गई ,अब चाय बन रही है ।
थोड़ी देर बाद एक प्लेट में दो मेले से कप। ले करके वह गरमा गरम चाय लाई।
मेले कप को देखकर वासु भाई एकदम से अपसेट हो गए ,और कुछ बोलना चाहते थे ।
परंतु वीणाबेन। ने हाथ पकड़कर उनको रोक दिया ।
चाय के कप उठाए ।उसमें से अदरक और तुलसी की सुगंध निकल रही थी ।दोनों ने चाय का एक सिप लिया । ऐसी स्वादिष्ट और सुगंधित चाय जीवन में पहली बार उन्होंने पी ।उनके मन की हिचकिचाहट दूर हो गई ।
उन्होंने महिला को चाय पीने के बाद पूछा कितने पैसे
महिला ने कहा बीस रुपये
वासु भाई ने सो का नोट दिया ।
महिला ने कहा कि भाई छुट्टा नहीं है ।₹20 छुट्टा दे दो ।वासुभाई ने बीस रु का नोट दिया। महिला ने सो का नोट वापस किया।
वासु भाई ने कहा कि हमने तो वैफर्स के पैकेट भी लिए हैं
महिला बोली यह पैसे उसी के हैं ।चाय के पैसे नहीं लिए ।
अरे चाय के पैसे क्यों क्यों नहीं लिए ।
जवाब मिला ,हम चाय नहीं बेंचते हैं। यह होटल नहीं है ।
फिर आपने चाय क्यों बना दी ।
अतिथि आए ,आपने चाय मांगी ,हमारे पास दूध भी नहीं था पर यह बच्चे के लिए दूध रखा था ,परंतु आपको मना कैसे करते ।
इसलिए इसके दूध की चाय बना दी ।
अभी बच्चे को क्या पिलाओगे ।
एक दिन दूध नहीं पिएगा तो मर नहीं जाएगा । इसके पापा बीमार हैं वह शहर जा करके दूध ले आते ,पर उनको कल से बुखार है ।आज अगर। ठीक हो जाएगा तो कल सुबह जाकर दूध ले आएंगे।
वासु भाई उसकी बात सुनकर सन्न रह गये। इस महिला ने होटल ना होते हुए भी अपने बच्चे के दूध से चाय बना दी और वह भी केवल इसलिए कि मैंने कहा था ,अतिथि रूप में आकर के ।
संस्कार और सभ्यता में महिला मुझसे बहुत आगे हैं ।
उन्होंने कहा कि हम दोनों डॉक्टर हैं ,आपके पति कहां हैं बताएं ।
हमको महिला भीतर ले गई । अंदर गरीबी पसरी हुई थी ।एक खटिया पर सज्जन सोए हुए थे बहुत दुबले पतले थे ।
वसु भाई ने जाकर उनका मस्तक संभाला ।माथा और हाथ गर्म हो रहे थे ,और कांप रहे थे वासु भाई वापस गाड़ी में , गए दवाई का अपना बैग लेकर के आए । उनको दो-तीन टेबलेट निकालकर के दी , खिलाई ।
फिर कहा कि इन। गोलियों से इनका रोग ठीक नहीं होगा ।
मैं पीछे शहर में जा कर के और इंजेक्शन और इनके लिए बोतल ले आता हूं ।वीणा बेन को उन्होंने मरीज के पास बैठने का कहा ।
गाड़ी लेकर के गए ,आधे घंटे में शहर से बोतल ,इंजेक्शन ,ले कर के आए और साथ में दूध की थैलीयां भी लेकरआययै।
मरीज को इंजेक्शन लगाया ,बोतल चढ़ाई ,और जब तक बोतल लगी दोनों वहीं ही बैठे रहे ।
एक बार और तुलसी और अदरक की चाय बनी
दोनों ने चाय पी और उसकी तारीफ की।
जब मरीज 2 घंटे में थोड़े ठीक हुए, तब वह दोनों वहां से आगे बढ़े।
3 दिन इंदौर उज्जैन में रहकर , जब लौटे तो उनके बच्चे के लिए बहुत सारे खिलौने ,और दूध की थैली लेकर के आए ।
वापस उस दुकान के सामने रुके ,महिला को आवाज लगाई , तो दोनों बाहर निकल कर उनको देख कर बहुत खुश हो गये।
उन्होंने कहा कि आप की दवाई से दूसरे दिन ही बिल्कुल स्वस्थ हो गया ।
वसु भाई ने बच्चे को खिलोने दिए ।दूध के पैकेट दिए ।
फिर से चाय बनी ,बातचीत हुई ,अपनापन स्थापित हुआ ।वसु भाई ने अपना एड्रेस कार्ड दिया ।कहा, जब भी आओ जरूर मिले ,और दोनों वहां से अपने शहर की ओर ,लौट गये
शहर पहुंचकर वसु भाई ने उस महिला की बात याद रखी। फिर एक फैसला लिया।
अपने अस्पताल में रिसेप्शन पर बैठे हुए व्यक्ति से कहा कि ,अब आगे से आप जो भी मरीज आयें, केवल उसका नाम लिखेंगे ,फीस नहीं लेंगे ।फीस मैं खुद लूंगा।
और जब मरीज आते तो अगर वह गरीब मरीज होते तो उन्होंने उनसे फीस लेना बंद कर दिया ।
केवल संपन्न मरीज देखते तो ही उनसे फीस लेते ।
धीरे धीरे शहर में उनकी प्रसिद्धि फैल गई । दूसरे डाक्टरों ने सुना ।उन्हें लगा कि इस कारण से हमारी प्रैक्टिस कम पड़ेगी ,और लोग हमारी निंदा करेंगे ,।उन्होंने एसोसिएशन के अध्यक्ष से कहा ।
एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ बसु भाई से मिलने आए ,उन्होंने कहा कि आप ऐसा क्यों कर रहे हो ।
तब वासु भाई ने जो जवाब दिया उसको सुनकर उनका मन भी उद्वेलित हो गए ।
वासु भाई ने कहा मेरे जीवन में हर परीक्षा में मेरिट में पहली पोजीशन पर आता रहा ।एमबीबीएस में भी ,एमडी में भी गोल्ड मेडलिस्ट बना ,परंतु सभ्यता संस्कार और अतिथि सेवा में वह गांव की महिला जो बहुत गरीब है ,वह मुझसे आगे निकल गयी।
तो मैं अब पीछे कैसे रहूं ।
इसलिए मैं अतिथि सेवा में मानव सेवा में भी गोल्ड मेडलिस्ट बनूंगा । इसलिए मैंने यह सेवा प्रारंभ की ।
और मैं यह कहता हूं कि हमारा व्यवसाय मानव सेवा का है। सारे चिकित्सकों से भी मेरी अपील है कि वह सेवा भावना से काम करें ।गरीबों की निशुल्क सेवा करें ,उपचार करें ।यह् व्यवसाय धन कमाने का नहीं ।
परमात्मा ने म��नव सेवा का अवसर प्रदान किया है ,
एसोसिएशन के अध्यक्ष ने वासु भाई को प्रणाम किया और धन्यवाद देकर उन्होंने कहा कि मैं भी आगे से ऐसी ही भावना रखकर के चिकित्सकिय सेवा करुंगा।
Prit Paul Goyal
0 notes
ragbuveer · 1 year
Text
*🚩🔱ॐगं गणपतये नमः 🔱🚩*
🌹 *सुप्रभात जय श्री राधे राधे*🌹
📖 *आज का पंचांग, चौघड़िया व राशिफल (षष्ठी तिथि)*📖
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
#वास्तु_ऐस्ट्रो_टेक_सर्विसेज_टिप्स
#हम_सबका_स्वाभिमान_है_मोदी
#योगी_जी_हैं_तो_मुमकिन_है
#देवी_अहिल्याबाई_होलकर_जी
#योगी_जी
#bageshwardhamsarkardivyadarbar
#kedarnath
#badrinath
#JaiShriRam
#yogi
#jodhpur
#udaipur
#RSS
#rajasthan
#hinduism
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
दिनांक :-21-सितम्बर-2023
वार:----------गुरुवार
तिथी :---------06षष्ठि:-14:15
पक्ष :-----------शुक्लपक्ष
माह:----------भाद्रपद
नक्षत्र :----------अनुराधा:-15:35
योग:-----------प्रीति:-25:44
करण:----------तैतिल:-14:15
चन्द्रमा:---------वृश्चिक
सुर्योदय:---------06:29
सुर्यास्त:----------18:32
दिशा शूल---------दक्षिण
निवारण उपाय:----राई का सेवन
ऋतु :-----------------शरद ऋतु
गुलीक काल:---09:30से 11:00
राहू काल:-------14:00से15:30
अभीजित-------11:56से12:45
विक्रम सम्वंत .........2080
शक सम्वंत ............1945
युगाब्द ..................5125
सम्वंत सर नाम:------पिंगल
🌞चोघङिया दिन🌞
शुभ:-06:29से07:59तक
चंचल:-10:59से12:31तक
लाभ:-12:31से14:02तक
अमृत:-14:02से15:31तक
शुभ:-17:02से18:34तक
🌗चोघङिया रात🌓
अमृत:-18:34से20:04तक
चंचल:-20:04से21:34तक
लाभ:-00:32से02:02तक
शुभ:-03:30से05:00तक
अमृत:-05:00से06:30तक
🌷आज के विशेष योग🌷
वर्ष का183वा दिन, गौरी आवाहन 15:35 तक, बलराम जयंती, चम्पा सूर्य षष्ठी, कार्तिक स्वामी दर्शन, मेलापाट, सोमनाथ व्रत, मंथनषष्ठी, नारायण गुरु समाधि दिवस, दग्धयोग सूर्योदय से 06:23 से14:15 तक, रवियोग 15:35तक, मेला ब्रजमण्डल (उ.प्र.), लोलार्क कुण्ड स्नान,
🙏🪷वास्तु टिप्स🪷🙏
घर में ताजमहल की मूर्ति या तस्वीर ना लगाए।
*सुविचार*
परिवार वह सुरक्षा कवच है, जिसमें रहकर व्यक्ति शांति का अनुभव करता है।👍🏻 राधे राधे...
*💊💉आरोग्य उपाय🌿🍃*
*लो ब्लड प्रेशर के लिए घरेलू नुस्खे :-*
💞. प्रतिदिन आंवले या सेब के मुरब्बे का सेवन लो ब्लेड प्रेशर में बहुत उपयोगी होता है।
आंवले के 2 ग्राम रस में 10 ग्राम शहद मिलाकर कुछ दिन प्रातःकाल सेवन करने से लो ब्लड प्रेशर दूर करने में मदद मिलती है।
💞. लो ब्लड प्रेशर को सामान्य बनाये रखने में चुकंदर रस काफी कारगर होता है। रोजाना यह जूस सुबह- शाम पीना चाहिए। इससे हफ्ते भर में आप अपने ब्लड प्रेशर में सुधार पाएंगे।
*🐑🐂 राशिफल🐊🐬*
🐏 *राशि फलादेश मेष :-*
*(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)*
घर-दुकान व शोरूम इत्यादि की खरीद-फरोख्त की योजना बनेगी। कारोबारी बड़ा लाभ होने के योग हैं। स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें। कोई धनहानि हो सकती है, सावधानी रखें। रोजगार प्राप्ति के प्रयास भरपूर करें। सफलता प्राप्त होगी। जल्दबाजी न करें ।
🐂 *राशि फलादेश वृष :-*
*(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)*
किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। विद्यार्थी वर्ग पठन-पाठन व लेखन इत्यादि में लगन व उत्साह से कार्य कर पाएगा। रचनात्मक कार्यों में रुचि रहेगी। धन प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। कारोबार में वृद्धि होगी। नए-नए विचार मन में आएंगे ।
👫 *राशि फलादेश मिथुन :-*
*(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)*
शारीरिक कष्ट के योग हैं। स्वास्थ्य के संबंध में लापरवाही न करें। कोई बुरी खबर मिल सकती है। क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। दुष्टजनों से सावधान रहें। हानि पहुंचा सकते हैं। भावना में बहकर कोई निर्णय न लें। नौकरी में कार्यभार रहेगा। लाभ होगा।
🦀 *राशि फलादेश कर्क :-*
*(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)*
प्रयास सफल रहेंगे। समाजसेवा करने का अवसर प्राप्त होगा। मान-सम्मान मिलेगा। खोई हुई वस्तु प्राप्त हो सकती है। व्यापार-व्यवसाय अच्‍छा चलेगा। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। उत्साह व प्रसन्नता से कार्य कर पाएंगे। निवेश शुभ रहेगा। प्रतिद्वंद्विता बढ़ेगी। जोखिम न लें।
🦁 *राशि फलादेश सिंह :-*
*(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)*
घर में अतिथियों का आगमन होगा। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होगी। व्यापार-व्यवसाय अच्‍छा चलेगा। नौकरी में मातहतों का भरपूर सहयोग प्राप्त होगा। किसी कार्य के प्रति चिंता रहेगी। शत्रु सक्रिय रहेंगे।
👩🏻‍🦰 *राशि फलादेश कन्या :-*
*(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)*
भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। रोजगार में वृद्धि होगी। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। विवाद में विजय प्राप्त होगी। स्वास्थ्य अच्‍छा रहेगा। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। अप्रत्याशित लाभ की संभावना है। जोखिम न लें। व्यापार अच्छा चलेगा।
⚖ *राशि फलादेश तुला :-*
*(रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)*
कोई बड़ा खर्च सामने आएगा। आर्थिक स्थिति बिगड़ सकती है। किसी अपने ही व्यक्ति से कहासुनी होने की आशंका है। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। व्यस्तता के चलते स्वास्थ्य खराब हो सकता है। धैर्य रखें।
🦂 *राशि फलादेश वृश्चिक :-*
*(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)*
कोई पुराना रोग परेशानी का कारण बन सकता है। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। संतान पक्ष से अध्ययन तथा स्वास्थ्‍य संबंधी चिंता का वातावरण बन सकता है। डूबी हुई रकम प्राप्त हो सकती है। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी।
🏹 *राशि फलादेश धनु :-*
*(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)*
किसी विशेष वस्तु से भय रहेगा। शारीरिक कष्ट की आशंका है। आर्थिक उन्नति के लिए योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। रुके कार्य पूर्ण होंगे। मित्रों तथा रिश्तेदारों में सुधार होगा। रुके कार्य पूर्ण होंगे। मित्रों तथा रिश्तेदारों का सहयोग कर पाएंगे। धन प्राप्ति सुगम होगी। प्रसन्नता रहेगी।
🐊 *राशि फलादेश मकर :-*
*(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)*
प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। प्रसन्नता में वृद्धि होगी। धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। कोर्ट-कचहरी व सरकारी कार्यालयों में लंबित कार्य अनुकूल होंगे। व्यस्तता रहेगी। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। नौकरी में चैन रहेगा।
🏺 *राशि फलादेश कुंभ :-*
*(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)*
वाहन, मशीनरी व अग्नि आदि के प्रयोग में लापरवाही न करें, विशेषकर गृहिणियां सावधान रहें। वाणी पर नियंत्रण आवश्यक है। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। आय में निश्चितता रहेगी। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा।
🐡 *राशि फलादेश मीन :-*
*(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)*
स्वास्थ्‍य का ध्यान रखें। अतिमुखरता हानि देगी। राजभय रहेगा। जीवनसाथी से सहयोग प्राप्त होगा। कोर्ट-कचहरी के कार्य गति पकड़ेंगे। धनलाभ के अवसर हाथ आएंगे। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। व्यापार अच्छा चलेगा।
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media
0 notes
grahasthanam · 2 years
Text
ग्रहदोष निवारण
ग्रहदोष निवारण
ग्रहदोष निवारण हर प्रकार के दोषों के निवारण के लिए संपर्क करें ग्रहस्थानम में। ज्योतिष में मुख्यतः 5 तरह के दोष बताए गए हैं अगर इनमें से कोई भी दोष व्यक्ति की कुंडली में हो तो वह व्यक्ति की जिंदगी में काफी सारी समस्याएं लेकर आते हैं। जब व्यक्ति को ज्ञान ही नही होता तो वो इन समस्याओं का निराकरण नही कर पाता। हमारे यहां जातक की कुंडली का गहन अध्ययन कर उसका विश्लेषण किया जाता है। अगर व्यक्ति की कुंडली में कोई दोष होता है तो उसका सामाधान भी बताया जाता है। चाहे फिर वह आपकी कुंडली में कालसर्प दोष हो, मंगल दोष हो या फिर केंद्राधिपति दोष हो। पित्र दोष , गुरु चांडाल दोष हो आदि इन सभी दोषों का निवारण हमारे यहां किया जाता है। और इन सभी दोषों के निवारण के लिए सटीक उपाय बताए जाते हैं जो कि बहुत ही आसान होते हैं।
जन्मकुण्डली  हमारे यहाॅ आपके जन्म स्थान और तिथि की मदद से आपकी कुंडली बनाई जाती है। अपनी जन्म कुंडली से आप अपने कैरियर, शादी आगे आने वाली जिंदगी व भविष्य के विषय में काफी कुछ जान सकते हैं। हमारे यहां आपकी कुंडली के गुण व दोष बताए जाते हैं। आपकी कुंडली की सकारात्मक शक्ति आपको बताई जाती है। दोषों के उपाय भी यहां पर बताए जाते हैं। 
वास्तु शास्त्र  आपके घर, ऑफिस के भवन निर्माण के समय वास्तु शास्त्र आपकी मदद करता है। वास्तु शास्त्र की मदद से आप अपने घर के वास्तु दोषों को दूर कर सकते हैं। आप अपने पुराने बने हुए घर को भी वास्तुशास्त्र के कुछ नियमों का पालन करके दोषमुक्त कर सकते हैं। जिन घरों में वास्तु नियमों का उल्लंघन किया जाता है वहां पर वास्तु दोष होते हैं। वास्तु दोष के कारण परिवार में बीमारी, आर्थिक समस्या और लड़ाई झगड़े का माहौल रहता है। घर बनवाते समय आप हमसे संपर्क कर सकते हैं हम आपके घर का वास्तु निर्धारित कर सकते हैं। अगर आपके घर में कोई वास्तु दोष है तो हम उसे दूर कर सकते हैं घर में उचित वास्तु शास्त्र का प्रयोग कर घर को बनवाया जाये  तो यह घर वालों के लिए सर्वथा उपयुक्त होता है। 
शिक्षा व व्यवसाय  ज्योतिष शास्त्र की मदद से आप जान सकते हैं कि आप की शिक्षा कहां तक होगी और किस विषय में होगी। आपको कौन सा व्यवसाय अपनाना है इसमें भी वास्तुशास्त्र मदद करता है। आपको यह भी ज्ञात हो सकता है कि शिक्षा व कैरियर के क्षेत्र में या आपके शुभ समय में कितना समय व्यतीत रह गया है। आप अपने शुभ समय को ज्योतिष के द्वारा जल्दी ही ला सकते हैं। आपके लिए किस विषय व व्यवसाय को चुनाव करना है यह भी ज्योतिष आपको बताता है।
मैरिज प्रॉब्लम  अगर किसी व्यक्ति की शादी नहीं हो रही है या शादी में  विलंब हो रहा हो तो ज्योतिष शास्त्र उस व्यक्ति की मदद कर सकता है। शादी के समय होने वाली परेशानियों, दूल्हा-दुल्हन में आपसी मतभेद, परिवार वालों में आपसी मतभेद, लड़ाई झगड़े को हम ज्योतिष द्वारा बहुत आसान से सुलझा सकते हैं।
कोर्ट केस प्रॉब्लम किसी भी तरीके का कोर्ट केस हो चाहे वह लड़ाई झगड़े का हो या फिर भाई बहनों में आपसी विवाद का या फिर अड़ोस पड़ोस में कोई कोर्ट केस हो फौजदारी, दुश्मनी कोई भी केस हो उसे ज्योतिषशास्त्र के द्वारा आसानी से निपटाया जा सकता है। आरोग्यस्थानम में हमारे पास आपकी हर समस्या का समाधान मिल सकता है।
डाइवोर्स प्रॉब्लम  अगर लड़के, लड़की के विचार आपस में नहीं मिलते हैं तो क्या डाइवोर्स आवश्यक है अगर डाइवोर्स सच में आवश्यक है तो आसानी से इस कष्टदायक  प्रक्रिया से आरोग्यस्थानम आपको मुक्ति दिला सकता है। आप एक नई जिंदगी की शुरुआत कर सकते हैं। और अगर डाइवोर्स आवश्यक नहीं है तो आरोग्य स्थानम दोनों पति पत्नी के आपसी संबंधों को मजबूत बनाने का प्रयास कर सकता है। अगर वैवाहिक संबंधों में खटास आ रही हो तो एक बार आरोग्यस्थानम से संपर्क अवश्य करें। 
प्रापर्टी प्रॉब्लम्स किसी भी तरह के किसी भी तरीके की जमीन जायदाद की समस्या हो। चाहे वह मकान मालिक और किराएदारओं की है या किसी दुकान को खाली करवाना हो। नई प्रॉपर्टी लेनी है या पुरानी बेचनी है तो ऐसी स्थिति में आप हमसे संपर्क कर सकते हैं। आरोग्यस्थानम की मदद से आपकी जमीन जायदाद संबंधित समस्या���ं का समाधान हो सकता है ।
1 note · View note
newslobster · 2 years
Text
Diwali Puja 2022: इस तरह करें मान्यतानुसार घर, ऑफिस और दुकान में दीवाली की पूजा, भगवान गणेश और मां लक्ष्मी हो जाएंगे प्रसन्न
Diwali Puja 2022: इस तरह करें मान्यतानुसार घर, ऑफिस और दुकान में दीवाली की पूजा, भगवान गणेश और मां लक्ष्मी हो जाएंगे प्रसन्न
वास्तु के अनुसार घर के मुख्य द्वार पर ये 4 चीजें रखना माना जाता है शुभ, आती है सुख-समृद्धि दीवाली लक्ष्मी-गणेश पूजा विधि | Diwali Lakshmi Ganesh Puja Vidhi  लक्ष्मी पूजा के दो शुभ महुर्त (Shubh Muhurt) बताए जा रहे हैं. शाम के समय पूजा का शुभ मुहूर्त 5 बजकर 50 मिनट से 7 बजकर 26 मिनट तक है, वहीं दूसरा मुहुर्त रात में 10 बजकर 36 मिनट से 12 बजकर 11 मिनट तक बताया जा रहा है. घर पर पूजा  दीवाली की शाम…
View On WordPress
0 notes
pardumansuri · 2 years
Photo
Tumblr media
दुकान का वास्तु शास्त्र दुकान के पूर्वी कोने को हमेशा खाली, स्वच्छ रखकर अपने इष्टदेव की तस्वीर लगानी चाहिए। यहाँ पीने का पानी भी रख सकते हैं ! ~Astro Parduman #vastu #astroparduman #health #fitness #healthylifestyle #wellness #wealth #money #success #business #investing #investment #finance #millionaire #health #vastu #astrology #astrologer #vastutips #vastushastra #vastuexpert #vastuconsultant #shopvastu
0 notes
opsteckirti · 2 years
Photo
Tumblr media
ऑफिस अथवा दुकानाला रंगसंगती कशी असावी ? ऑफिस किंवा दुकानाची रंगसंगती हे वास्तुशास्त्राप्रमाणेच असावी.ऑफिस व दुकान जर मोठे असेल , तर त्या ठिकाणी दिशा शास्त्राप्रमाणे प्रत्येक खंडानुसार कलर थेरपीचा योग्य वापर करून रंगसंगती करावी . यासंदर्भात अधिक माहिती जाणून घेण्यासाठी आजच खाली दिलेल्या नंबरवर संपर्क करा. llलाभदायी वास्तु ll आजच संपर्क करा.वास्तुतज्ञ पंडित श्री. व सौ.पलंगे यांना वास्तु शास्त्र निगडीत अधिक माहितीसाठी आमच्या यूट्यूब चैनल ला सबस्क्राईब करा. https://www.youtube.com/.../UCZ3P899wc98JnzfkLVVCJQ/videos
0 notes
bharatlivenewsmedia · 2 years
Text
Bank Balance वाढवणारे वास्तु उपाय
Bank Balance वाढवणारे वास्तु उपाय
Bank Balance वाढवणारे वास्तु उपाय वास्तुशास्त्र कोणत्याही एका गोष्टीचे वर्णन करत नाही, त्यात घर, कार्यालय, दुकान, शाळा आणि कोणत्याही प्रकारची इमारत इत्यादी सर्व गोष्टींचा समावेश होतो. विशेषतः, निर्देशांना महत्त्व दिले गेले आहे. दुकानाबद्दल बोलताना वास्तू तज्ञ सांगतात की जर त्याचे … वास्तुशास्त्र कोणत्याही एका गोष्टीचे वर्णन करत नाही, त्यात घर, कार्यालय, दुकान, शाळा आणि कोणत्याही प्रकारची इमारत…
View On WordPress
0 notes
vediclyfe · 2 years
Text
अगर बहुत मेहनत करने के बाद भी  आपका व्यापार या दुकान ठीक से नहीं चल रहा और अपेक्षित लाभ नहीं दे रहा तो वास्तु एवं ज्योतिष अनुसार कुछ छोटे छोटे उपायों को करने से आपका व्यापार उन्नति करना शुरू कर देगा।  तो आइये जानते है इन उपायों के बारे में। 
1. दुकान में काउंटर या गल्ला इस प्रकार से रखना चाहिए की दुकान के मालिक का मुँह हमेश पूर्व या उत्तर दिशा में हो। 
2. दुकान का प्रवेश द्वार हमेशा साफ और आकर्षक होना चाहिए। 
3. दुकान में एक लक्ष्मी-गणेश जी की प्रतिमा या चित्र इस प्रकार से रखे की उनका मुख पूर्व या उत्तर डिश में हो। 
4. दुकान के मुख्या द्वार पर काळा धागे में एक निम्बू और ७ मिर्ची पिरो कर लटका दें और इसे शनिवार के दिन बदले। 
1 note · View note
imsaki07 · 2 years
Text
वास्तु और व्यापार : अपनी दुकान में रखें 10 में से कोई 1 चीज तो फलेगा फूलेगा कारोबार, भरेगा भंडार #news4
Astrology vastu for shop : आपकी कोई दुकान है या कोई व्यापारिक संस्थान है और यदि वह चल नहीं रहा है तो ज्योतिष और वास्तु के अनुसार 10 उपायों में से कोई एक आजमाएं तो फलेगा फ���लेगा आपका व्यापार। 1. दुकान पूर्वमुखी है तो काउंटर को दक्षिण दिशा में रखकर आपका मुख उत्तर में रखें। मतलब दुकान मालिक का मुंह उत्तर में होना चाहिए। 2. वायव्य, ईशान या उत्तरमुखी दुकान हो तो दुकान का काउंटर भी ऐसा रखें कि दुकान…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
ragbuveer · 1 year
Text
*🚩🔱ॐगं गणपतये नमः 🔱🚩*
🚩 *सुप्रभात जय श्री राधे राधे*🚩
📖 *आज का पंचांग, चौघड़िया व राशिफल (देव कार्य पुरुषोत्तम मास अमावस्या तिथि)*📖
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
#वास्तु_ऐस्ट्रो_टेक_सर्विसेज_टिप्स
#हम_सबका_स्वाभिमान_है_मोदी
#योगी_जी_हैं_तो_मुमकिन_है
#देवी_अहिल्याबाई_होलकर_जी
#योगी_जी
#bageshwardhamsarkardivyadarbar
#kedarnath
#badrinath
#JaiShriRam
#yogi
#jodhpur
#udaipur
#RSS
#rajasthan
#hinduism
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
दिनांक:-16-अगस्त-2023
वार:--------बुधवार
तिथी :-----15अमावस्या:-15:08
पक्ष:-------कृष्णपक्ष
माह:-------द्बितीय श्रावण
नक्षत्र:-------आश्लेषा:-16:58
योग:---------वरियान:-18:30
करण:-------नाग:-15:08
चन्द्रमा:------कर्क:-16:58/सिंह
सुर्योदय:------06:14
सुर्यास्त:--------19:10
दिशा शूल------- उत्तर
निवारण उपाय:---गुड का सेवन
ऋतु :---------------वर्षा ऋतु
गुलीक काल:---10:54से 12:31
राहू काल:-------12:31से14:08
अभीजित---------नहीं है
विक्रम सम्वंत .........2080
शक सम्वंत ............1945
युगाब्द ..................5125
सम्वंत सर नाम:------पिंगल
🌞चोघङिया दिन🌞
लाभ:-06:14से07:50तक
अमृत:-07:50से09:26तक
शुभ:-11:04से12:40तक
चंचल:-15:58से 17:34तक
लाभ:-17:34से 19:10तक
🌗चोघङिया रात🌓
शुभ:-20:33से21:57तक
अमृत :-21:57से23:21तक
चंचल :-23:21से00:45तक
लाभ :-03:28से04:52तक
🙏आज के विशेष योग 🙏
वर्ष का147वाँ दिन, देव-पितृ अमावस्या, पुरुषोत्तम मास (अधिक मास), नक्त व्रत प्रारम्भ,
सम्पूर्ण भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी पुण्य दिवस, (पारसी सन् 1393) पारसी नववर्ष प्रारम्भ, अन्वाधान, कुमारयोग 16:58 से 30:06 तक,
👉वास्तु टिप्स👈
घर में भगवान शिव की तस्वीर ऐसी जगह लगाएं जहा हर किसी को दिखाई दे।
सुविचार
जब इंसान बेकार की इच्छाओ के त्याग कर देता है और मै और मेरा की लालसा से मुक्त हो जाता है तब ही उसे शांति मिल सकती है ।👍 राधे राधे...
*🐏🐂 राशिफल🐊🐬*
☀️ मेष राशि :- आज अच्छा व्यवहार आपके व्यक्तित्व को और निखार सकता है। किसी संत पुरुष के दर्शन संभव है। कारोबार और परिवार में सामंजस्य स्थापित होगा। परिश्रम का फल पूर्ण रूप से मिलेगा। न्याय पक्ष मजबूत होगा।
☀️ वृषभ राशि :- आज किसी सफ़ेद वस्तु का दान करें, धन लाभ होगा। आत्मसम्मान में वृ‍द्धि होगी। संतान से शुभ समाचार मिलेंगे। परिवारिक कार्य में भागदौड़ रहेगी।
☀️ मिथुन राशि :- आज संपति के बड़े सौदे लाभदायक रहेंगे। आपकी समझ और अनुभव से भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। व्यवसायिक यात्रा लाभदायक रहेगी। समय-समय पर घर के बुजुर्गों को समय दें।
☀️ कर्क राशि :- आज दिन की शुरुआत में स्वभाव गरम रहेगा। दिनचर्या को बदलें। अपने करीबी लोगों से आज धोखा मिलने की पूरी संभावना है, सतर्क रहें। व्यय वृद्धि संभव है। मांगलिक आयोजनों की तैयारी में लगे रहेंगे।
☀️ सिंह राशि :- आज अपने कपड़े रहन-सहन इन सबके आलावा अपने व्यवहार पर भी ध्यान दें। कई लोग आपसे नाराज हैं। रुका हुआ धन प्रयास करने पर मिलेगा। यात्रा, निवेश व नौकरी लाभ देंगे। तबादला हो सकता है, जो चिंताजनक रहेगा।
☀️ कन्या राशि :- आज परिजनों का स्वास्थ्य नरम रह सकता है। लंबे समय से चले आ रहे लंबित कार्यों को आज गती मिलेगी। व्यवसायिक कार्यप्रणाली में परिवर्तन से लाभ बढ़ेगा। प्रतिष्ठा वृद्धि होगी। वाणी पर नियंत्रण अतिआवश्यक है।
☀️ तुला राशि :- आज अपने काम पर ध्यान दें। दूसरों की निंदा करने से बचें। धार्मिक लाभ मिलेगा। राजकीय सहयोग से कार्यसिद्धि होगा। व्यावसायिक यात्रा व भूमि निवेश लाभदायक रहेंगे। न्यायपक्ष में मजबूती आयेगी।
☀️ वृश्चिक राशि :- आज किसी बड़े प्रोजेक्ट की रूप रेखा बनेगी। दुकान मकान के विवाद आपसी समझौते से हल होंगे। वाहन व मशीनरी आदि के प्रयोग में सावधानी रखें। परिजनों से विवाद से बचें। असहाय लोगों की मदद करें, उन्नती होगी।
☀️ धनु राशि :- आज समय निकाल कर थोड़ा समय अपने परिवार को दें। प्रेम-प्रसंग में सावधानी रखें, अन्यथा मान सम्मान को ठेस लग सकती है। कारोबार की बाधा दूर होकर कार्यसिद्धि अवश्य होगी।
☀️ मकर राशि :- आज परिवार के आयोजनों में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेंगे। जीवन-साथी के साथ गलतफहमी के कारण विवाद संभव है। संपत्ति के बड़े सौदे संभव हैं। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं।
☀️ कुंभ राशि :- आज कम समय में काम को पूरा करने की कोशिश कामयाब होगी। आज किसी असहाय की मदद जरूर करें। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें उलझ सकते हैं। पार्टी-पिकनिक का आनंद मिलेगा।
☀️ मीन राशि :- आज दिन की शुरुआत नए संकल्पों से होगी। परिवारजनों के साथ किसी आयोजन में शामिल होंगे। जीतना हो सके उतना विवादों को टालें। आज किसी से बहस न करें अन्यथा हानि हो सकती है।
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media
0 notes
nisthadhawani · 2 years
Text
मनी प्लांट लगाते समय इन 4 बातों का रखे ख्याल
मनी प्लांट लगाते समय इन 4 बातों का रखे ख्याल
वास्तु शास्त्र में कई ऐसे पेड़ पौधे बताये गए जिसे घर में रखने से सुख – समृद्धि का आगमन होता है।  कहते है कि मनी प्लांट लगाने से आर्थिक समृद्धि का वास होता है।  इसके अलावा इस पौधे को ऑफिस या दुकान में भी रख सकते हैं। आर्थिक तंगी से बचने या फिर छुटकारा पाने के लिए इस पौधे को लगाया जाता है। लेकिन मनी प्लांट लगाते समय आपको कुछ बातो का भी ध्यान रखना चाहिए। इन 4 बातों का रखे ख्याल – 1. कभी भी इस दिशा…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
jyotishforyou · 3 years
Text
जानिए व्यापार में सफलता पाने के लिए वास्तु के नियम
जीवन में वास्तु का महत्व हम सब जानते हैं । हमारा घर हो, कार्यालय हो या दुकान, वास्तु का महत्त्व सभी जगह होता है। आज हम व्यापार में वास्तु किस तरह से काम करता है ,इस विषय पर बात करने वाले हैं । व्यापार करने वाले लोग अपना कार्यालय या दुकान बनाते हैं लेकिन इतना पैसा लगाने के बाद भी अगर आपको लग रहा है कि आपको अपने व्यवसाय से उचित लाभ नहीं मिल पा रहा है तो एक बार आपको अपनी दुकान या कार्यालय जो भी आपके पास है ,उसका वास्तु जरूर देख लेना चाहिए । बहुत बार ऐसा होता है कि हम अपने व्यवसाय में जी तोड़ मेहनत करते हैं लेकिन हमें हमारी मेहनत के अनुसार फल नहीं मिल पाता है । वहीं कोई अन्य व्यक्ति हमसे कम मेहनत करके भी हमसे अधिक लाभ कमा लेता है । अगर आप ऐसी स्थिति से गुजर रहे हैं तो आपको वास्तु से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण बातें ध्यान रखनी चाहिए । 
विश्व प्रसिद्ध ज्योतिषी श्री आलोक खंडेलवाल द्वारा घर बैठे वास्तु, अंकशास्त्र, ज्योतिष, हस्तरेखा, आयुर्वेदिक ज्योतिष ऑनलाइन सीखें। ज्योतिष की मूल बातें जानें कि जन्म कुंडली, राशिफल और राशियों को कैसे पढ़ें और भविष्यवाणी करें। सर्वश्रेष्ठ ज्योतिष पाठ्यक्रम के लिए ऑनलाइन पंजीकरण करें।
वास्तु विशेषज्ञ मोनिका खंडेलवाल द्वारा ऑनलाइन वास्तु परामर्श प्राप्त करें। अभी संपर्क करें और अपने घर, व्यवसाय आदि के लिए वास्तु समाधान और उपचार प्राप्त करें।
व्यापार में बढ़ोत्तरी के प्रमुख वास्तु सिद्धांत निम्नलिखित हैं - 
1. पहला सिद्धांत उन लोगों के लिए है जिन्होंने अभी तक दुकान नहीं खरीदी या बनवाई  है और व्यापार के लिए दुकान लेने या बनवाने का सोच रहे हैं । अपने व्यापार के लिए दुकान या कार्यालय बनवाने से पहले वास्तु का पहला सिद्धांत याद रखें। वास्तु का पहला सिद्धांत हैं कि व्यापार में अच्छा लाभ कमाने के लिए आपकी दुकान या कार्यालय का मुख सदैव उत्तर-पूर्व की ओर होना चाहिए । मुख का अर्थ है कि जब भी आप अपनी दुकान या कार्यालय से बाहर निकलें तो उत्तर-पूर्व की दिशा की ओर आपका मुख हो । 
2. वास्तु का दूसरा सिद्धांत उन लोगों के लिए जिनके पास व्यापार के लिए अपनी दुकान या कार्यालय है । अब अगर आपके पास पहले से दुकान या कार्यालय है और उसका मुख उत्तर-पूर्व दिशा की ओर नहीं है । ऐसी स्थिति में अगर संभव हो तो अपनी दुकान या कार्यालय के द्वार की दिशा बदल कर उत्त-पूर्व की ओर कर दें । यदि जगह की कमी या किसी अन्य वजह से दिशा बदलना संभव नहीं है तो चिंता करने की कोई बात नहीं है । दूसरा उपाय आप ये करें कि अपनी दुकान या अपने कार्यालय में उत्तर-पूर्व दिशा में छोटा सा पूजा स्थल स्थापित करें व उसमें गणेश जी व लक्ष्मी जी स्थापना करें । दुकान या कार्यालय खोलते ही सबसे पहले गणेश-लक्ष्मी की पूजा करें । आपकी दुकान के बाहर कितने भी ग्राहक खड़ें हो लेकिन आपको पूजा करने के बाद ही अपना काम शुरू करना है । 
3. वास्तु के अनुसार अपनी दुकान या कार्यालय की साफ सफाई प्रतिदिन करें। कहा भी जाता है कि जिस जगह पर स्वच्छता होती है वहाँ पर देवता निवास करते हैं इसलिए प्रतिदिन झाड़ू लगाएं । झाड़ू लगाने के बाद इस बात का विशेष ध्यान रखें कि कूड़े को दुकान के सामने ना फेंकें । आसपास का कोई व्यक्ति ऐसा करता है तो उसे भी वास्तु के इस नियम के बारे में बताकर जागरूक करें । कूड़ा फेंकने की सबसे उपयुक्त दिशा दक्षिण-पश्चिम बताई गई है । तो अपनी दुकान का कूड़ा दक्षिण पश्चिम में ही एकत्रित करें । 
4. इसके बाद आपको वास्तु की दिशा के अनुसार अपने बैठने की जगह निर्धारित करनी है । ध्यान रहे कि वास्तु के अनुसार आपके बैठने की सबसे शुभ दिशा उत्तर-पूर्व है । उत्तर-पूर्व दिशा की ओर मुख कर के बैठने से जो भी ग्राहक आपके पास आएगा वो सामान खरीदने के लिए ज्यादा मोल भाव नहीं करेगा । 
निष्कर्ष - 
इस प्रकार से वास्तु के सिद्धांतों के अनुसार हमने जाना कि व्यापार में अधिक से अधिक लाभ कैसे कमाया जा सकता है । इन सभी नियमों का पालन करने से आपको व्यापार में निश्चित रूप से लाभ होगा । 
0 notes