#दिल्ली में कोरोना मामला
Explore tagged Tumblr posts
deshbandhu · 22 days ago
Text
Delhi Mein BF.7 Varient Kaa Koi Mamla Nahi Mila, Ghabrane Ki Jarurat Nahi : Kejriwal
नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को कोविड की स्थिति पर मंत्रियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक के बाद सीएम केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि दिल्ली में ओमिक्रॉन सब-वैरिएंट बीएफ.7 का एक भी मामला नहीं है। कोविड के मामले चीन और कई अन्य देशों में बढ़ रहे हैं। यह बीएफ.7 वैरिएंट है। दिल्ली में बीएफ.7 वैरिएंट का एक भी मामला नहीं है। इसलिए चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। हम जीनोम अनुक्रमण कर रहे हैं। वर्तमान में दिल्ली में एक्सबीबी वैरिएंट के केस आ रहे हैं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने लोगों से जल्द से जल्द एहतियाती डोज लेने की अपील करते हुए कहा कि सरकार किसी भी प्रसार से लड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार है। सीएम ने यह भी कहा कि अगर दोबारा कोरोना की लहर आती है तो वे पूरी तरह तैयार हैं।
Click to read more: https://www.deshbandhu.co.in/states/no-case-of-bf-7-variant-found-in-delhi-no-need-to-panic-kejriwal-313091-1
0 notes
dainiksamachar · 8 months ago
Text
10 लाख लोगों में केवल सात...कोविशील्ड से कितना खतरा, क्या डरने की जरूरत है?
नई दिल्ली: एक बार फिर कोरोना की चर्चा शुरू है लेकिन वायरस नहीं बल्कि कोविड वैक्सीन की। पहले कोरोना से डर लगता था तो वहीं अब कोरोना वैक्सीन के नाम से अचानक लोगों को डर लगने लगा है। इस डर की शुरुआत हुई ब्रिटिश फार्मा कंपनी एस्ट्राजेनेका के एक खुलासे से। इस खुलासे के बाद कोरोना की वैक्सीन लेने वाले लोगों के मन में कई सवाल पैदा हो गए। वैक्सीन निर्माता ने कोर्ट में माना है कि दुर्लभ मामलों में थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम के साथ थ्रोम्बोसिस (TTS) का क���रण बन सकता है। इससे खून के थक्के बन सकते हैं और प्लेटलेट काउंट कम हो जाता है। थ्रोम्बोसाइटोपेनिया के कई गंभीर मामलों में यह स्ट्रोक और हार्ट अटैक का कारण भी बन सकता है। इस खुलासे के बाद भारत में भी इसकी चर्चा शुरू हो गई। एस्ट्राजेनेका का जो फॉर्मूला था उसी से भारत में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने बनाई। भारत में बड़े पैमाने पर ये वैक्सीन लगाई गई है। लोगों के मन में कई सवाल हैं और इन सवालों के बीच भारत में अधिकांश हेल्थ एक्सपर्ट यह मान रहे हैं कि यह केवल दुर्लभ मामलों में ही हो सकता है। भारत में भी यह मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गया है। एक वकील की ओर से सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल की गई है कि वैक्सीन के साइड इफेक्ट की जांच के लिए मेडिकल एक्सपर्ट का पैनल बनाया जाए। वैक्सीन के कारण किसी भी रिस्क फैक्टर का परीक्षण करने का निर्देश दिया जाए और यह सब सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज की निगरानी में किया जाना चाहिए। हालांकि देखा जाए तो सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने साल 2021 में इस टीके से होने वाले साइड इफेक्ट के बारे में अपनी साइट पर जानकारी दी है। सीरम इंस्टीट्यूट ने अपनी वेबसाइट पर अगस्त 2021 में कोविशील्ड टीका लगाने के बाद होने वाले साइड इफेक्ट की जानकारी दी है। कंपनी की ओर से कहा गया है कि थ्रोम्बोसाइटोपेनिया या प्लेट्सलेट की संख्या कम होने की वजह से ब्लड क्लाटिंग की समस्या हो सकती है। कंपनी ने कहा है कि यह एक लाख में से एक से भी कम लोगों में हो सकती है और कंपनी ने इसे बहुत ही दुर्लभ मामला बताया है। ICMR के पूर्व महानिदेशक डॉक्टर बलराम भार्गव ने कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वाले लोगों को लेकर कहा कि इसका साइड इफेक्ट टीका लेने के अधिकतम तीन से चार हफ्तों तक ही हो सकता है। वह भी केवल दुर्लभ मामलों में ही। भारत में कोविशील्ड के करोड़ों डोज लगाए गए हैं लेकिन न के बराबर मामलों में ही साइड इफेक्ट देखने को मिला। उनकी ओर से कहा गया है कि वैक्सीन लगवाने के दो-ढाई साल बाद साइड इफेक्ट का कोई खतरा नहीं है और इससे बेवजह डरने की जरूरत नहीं।ICMR के पूर्व वैज्ञानिक डॉ. रमन गंगाखेड़कर ने एक न्यूज चैनल से बात करते हुए कहा कि वैक्सीन के लॉन्च होने के 6 महीने के अंदर टीटीएस को एडेनोवायरस वेक्टर वैक्सीन के एक साइड इफेक्ट के रूप में पहचाना गया था। इस वैक्सीन की समझ में कोई नया चेंज नहीं है। उनकी ओर से कहा गया कि यह समझने की जरूरत है कि टीका लगवाने वाले दस लाख लोगों में केवल सात या आठ लोगों को ही खतरा है। मेडिकल एक्सपर्ट डॉ. राजीव जयदेवन ने कहा कि TTS रक्त वाहिकाओं में थक्का बना सकता है, लेकिन कुछ टीकों के इस्तेमाल के बाद इसका होना बेहद दुर्लभ होता है। जयदेवन केरल में नेशनल इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) कोविड टास्क फोर्स के सह-अध्यक्ष हैं। ��न्होंने यह स्वीकार किया कि कोविड वैक्सीन ने कई मौतों को रोकने में मदद की है। न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने कहा, 'TTS का मतलब खून के थक्के बनने से है। कम प्लेटलेट काउंट के साथ दिमाग या अन्य रक्त वाहिकाओं में इससे थक्का बन सकता है।' http://dlvr.it/T6Jt7Y
0 notes
marketingstrategy1 · 2 years ago
Text
Uttarakhand Corona Update:प्रदेश में मिला नए वेरिएंट का पहला मरीज, देहरादून के युवक में हुई पुष्टि - Uttarakhand Corona Update First Patient Of New Variant Found In The State
Uttarakhand Corona Update:प्रदेश में मिला नए वेरिएंट का पहला मरीज, देहरादून के युवक में हुई पुष्टि – Uttarakhand Corona Update First Patient Of New Variant Found In The State
(सांकेतिक तस्वीर) – फोटो : सोशल मीडिया ख़बर सुनें ख़बर सुनें अमेरिका में कोविड-19 मामलों में बढ़ोतरी के लिए जिम्मेदार एक्स बीबी 1.5 स्ट्रेन का एक नया मामला उत्तराखंड में पाया गया है। अमेरिका से लौटे देहरादून के एक युवक का दिल्ली एयरपोर्ट पर एहतियात के तौर पर सैंपल लिया गया है। जो जांच में कोरोना संक्रमित पाया गया था। युवक के सैंपल की देहरादून में जिनोम सीक्वेंसिंग की गई जिसमें एक्स बीबी 1.5…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
uttarakhandlatestnews · 2 years ago
Text
उत्तराखंड में मिला कोरोना के नए वेरिएंट से पीड़ित मरीज
उत्तराखंड में मिला कोरोना के नए वेरिएंट से पीड़ित मरीज
देहरादून : देश और दुनिया में कोरोना के नए वेरिएंट मिलने से सभी दहशत में है, और अब उत्तराखंड  में कोरोना का नया वेरिएंट पाया गया है।  अब अमेरिका में कोविड-19 मामलों में बढ़ोतरी के लिए जिम्मेदार एक्स बीबी 1.5 स्ट्रेन का एक नया मामला उत्तराखंड में पाया गया है। अमेरिका से लौटे देहरादून के एक युवक का दिल्ली एयरपोर्ट पर एहतियात के तौर पर सैंपल लिया गया जो जांच में कोरोना संक्रमित पाया गया था। युवक के…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
hindinewsst · 4 years ago
Text
दिल्ली के सबसे बड़े Covid अस्पताल में हाईटेक पेशेंट मॉनिटरिंग सिस्टम शुरू, कैमरे से ऐसे रखी जा रही नजर
दिल्ली के सबसे बड़े Covid अस्पताल में हाईटेक पेशेंट मॉनिटरिंग सिस्टम शुरू, कैमरे से ऐसे रखी जा रही नजर
Tumblr media
दिल्ली में कोरोना के सबसे बड़े अस्पताल एलएनजेपी में मरीजों के इलाज में शिकायत के मामले लगातार सामने आ रहे थे। एलएनजेपी अस्पताल प्रशासन (एलएनजेपी अस्पताल प्रशासन) अब इस प्रणाली की मदद से मरीज (मरीजों) की हर गतिविधि जैसे एएरेन्स से अस्पताल पंहुचने से लेकर उसको वॉर्ड में शिफ्ट करने तक का सारा मौलमेंट ट्रैक कर देगा। साथ ही मरीजों को किस तरह से टेंटमेंट मिल…
View On WordPress
0 notes
aajkitaazakhabar2022 · 3 years ago
Text
दिल्ली में प्रेगनेंसी की गति गति में, - 24 बार घटना में
दिल्ली में प्रेगनेंसी की गति गति में, – 24 बार घटना में
दिल्ली कोविड -19: राजधानी दिल्ली (दिल्ली) दुनिया में कोरोना (कोरोनावायरस) की गति अब घातक है। संकट के दौरान संकट में शामिल होने के लिए। संकट के समय आने पर भी जन-जीवन एक बार फिर से चालू हो जाएगा। दिल्ली में 24 घंटे कोरोना के मामले में 71 नया मामला नई दिल्ली 24 घंटे की बात है. इस संक्रमण से एक व्यक्ति की मृत्यु भी होती है। इस समय के साथ-साथ राष्ट्रीय राजधानी में सक्रिय सक्रियता की संख्या 448 है।…
View On WordPress
0 notes
dainiksamachar · 10 months ago
Text
लोकसभा चुनाव के हाई फीवर मैच से पहले गौतम के रिटायर्ड हर्ट होने की 5 गंभीर वजह
नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले ही दिल्ली में बीजेपी का मजबूत प्लेयर रिटायर्ड हर्ट हो गया है। पूर्वी दिल्ली संसदीय क्षेत्र से बीजेपी सांसद ने अपनी राजनीतिक पारी से लगभग ब्रेक ले लिया है। गौतम गंभीर ने शनिवार को ट्वीट कर पार्टी से खुद को राजनीतिक कर्तव्यों से मुक्त करने की गुहार लगाई है। जेपी नड्डा को संबोधित करते हुए गंभीर ने ट्वीट में अपनी क्रिकेट प्रतिबद्धताओं का हवाला दिया है। माना जा रहा है कि यह गौतम गंभीर की राजनीति पारी का अंत है। ऐसे में सवाल उठता है कि इस देश में होने वाले हाईफीवर चुनाव से पहले आखिर गौतम गंभीर क्यों रिटायर्ड हर्ट हो गए। जानते हैं इसके पीछे की कुछ वजहों पर। 1. टिकट कटने का अंदेशा दिल्ली में कांग्रेस और आम आदमी के बीच चुनावी गठबंधन हो चुका है। ऐसे में बीजेपी के पास इन दोनों दलों से मुकाबला करने के लिए नए सिरे रणनीति बनाने की जरूरत है। माना जा रहा है कि पार्टी इस बार पुराने चेहरों पर दांव लगाने के मूड में नहीं है। बीजेपीकी दिल्ली इकाई की चुनाव समिति ने दिल्ली की 7 लोकसभा सीट के लिए पार्टी नेतृत्व को 25-30 संभावित उम्मीदवारों की सूची सौंपी है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि कि नई दिल्ली लोकसभा सीट के लिए वर्तमान सांसद मीनाक्षी लेखी के अलावा विदेश मंत्री एस जयशंकर, आवास एवं शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी और दिवंगत नेता सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज के नाम संभावित प्रत्याशियों में शामिल हैं। इसके अलावा पार्टी अपने पुराने सांसदों को दोहराने के मूड में भी नहीं माना है। माना जा रहा है कि दिल्ली से तीन से चार सांसदों का पत्ता कट सकता है। गौतम गंभीर का नाम भी पत्ता कटने वाले सांसदों की लिस्ट में शामिल बताया जा रहा है। ऐसे में गंभीर को पहले ही इस बात का अंदेशा हो गया है या पार्टी सूत्रों से उन्हें इस बात के संकेत मिल गए हों। 2. क्रिकेट कमिटमेंट हो सकती है वजह सांसद बनने के बाद भी गौतम गंभीर ने क्रिकेट के साथ अपना रिश्ता बनाए रखा। बात चाहे आईपीएल की हो या फिर क्रिकेट कमेंटरी की या फिर क्रिकेट कोचिंग की। गंभीर अपने संसदीय क्षेत्र से अधिक खेल के मैदान या कमेंटरी बॉक्स में अधिक दिखाई देते रहे हैं। इस साल आईपीएल की तारीखों का ऐलान हो गया है। उसी समय दुनिया की सबसे महंगी क्रिकेट लीग आईपीएल का 22 मार्च से आयोजन भी हो रहा है। गंभीर इस बार आईपीएल में कोलकाता नाइटराइडर के मेंटॉर बनाए गए हैं। ऐसे में उन्हें पूरी तरह से अपनी इस भूमिका पर फोकस करना पड़ेगा। इससे पहले वह साल 2022 और 2023 में लखनऊ सुपर जाएंट्स टीम के मेंटॉर रह चुके हैं। ऐसे में यदि उन्हें लोकसभा का टिकट यदि मिल जाए तो वह चुनाव प्रचार करेंगे या फिर क्रिकेट के मैदान पर खिलड़ियों का मार्गदर्शन करेंगे। शायद राजनीति से रिटायर्ड हर्ट होने की यह भी एक बड़ी वजह हो सकती है। 3. तू-तू, मैं-मैं की राजनीति से किनारा गौतम गंभीर ने साल 2019 में पूर्वी दिल्ली से बड़े अंतर से चुनाव जीता था। गंभीर ने कांग्रेस के अरविंदर सिंह लवली के साथ ही आम आदमी पार्टी की नेता और मौजूदा मंत्री आतिशी को हराया था। गंभीर को अपने प्रतिद्वंदी से लगभग दो गुना वोट मिले थे। गंभीर ने कांग्रेस के लवली को लगभग 1.50 लाख मतों के अंतर से हराया था। वहीं, आप नेता आतिशी को महज 18 फीसदी मत मिले थे। चुनाव जीत के साथ ही गंभीर ने राजनेताओं की भाषा बोलना शुरू कर दिया था। गंभीर ने जीत के बाद ही अपने पहले ट्वीट में लिख था, न तो यह 'लवली' कवर ड्राइव है और न ही यह 'आतिशी' बल्लेबाजी है। यह सिर्फ भाजपा की 'गंभीर' विचारधारा है जिसका लोगों ने समर्थन किया है। इस जनादेश को पाने के लिए बीजेपी और दिल्ली बीजेपी टीम के सभी साथियों को बहुत-बहुत धन्यवाद। राजनीति में आने के बाद फिर चाहे दिल्ली में कूड़े के पहाड़ का मामला हो या कोरोना काल में ऑक्सीजन गैस सिलेंडर, दवाओं के मामले पर दिल्ली सरकार को घेरना। मुख्यमंत्री केजरीवाल से गंभीर की अदावत जग जाहिर है। हालांकि, गंभीर का मिजाज है कि वह तू-तू-मैं-मैं की राजनीति में नहीं पड़ना चाहते। ऐसे में वह इससे किनारा करना चाहते हों। राजनीति से हटने की यह भी एक वजह हो सकती है। 4. राजनीति का रंग नहीं चढ़ पाया गौतम गंभीर ने साल 2018 में क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। 2019 में गंभीर भले ही लोकसभा चुनाव जीत गए हों लेकिन उनपर राजनीतिक का रंग पूरी तरह से कभी नहीं चढ़ा। राजनेता बनने के बाद भी उनका अधिकतर समय खेल और खेल से जुड़ी गतिविधियों में ही बीतता था। गंभीर ने सांसद रहते हुए भी दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में होने वाली रिटायर्ड खिलाड़ियों की टी-20 लीग में बल्ला घुमाते दिखाई दिए। गंभीर का मिजाज राजनीति से बिल्कुल मेल नहीं खाता है। राजनीति में जिस तरह के कूटनीतिक और सोच समझ कर बयान देने पड़ते हैं गंभीर उसके बिल्कुल उलट दिखाई देते हैं।… http://dlvr.it/T3Vnl1
0 notes
newsaryavart · 5 years ago
Text
कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों के कारण आबे कर रहे हैं जापान में शिशु की घोषणा
[ad_1]
Tumblr media
कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों के कारण आबे कर रहे हैं जापान में शिशु की घोषणा
टोक्यो:जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे टोक्यो और अन्य प्रमुख शहरों में हाल ही में को विभाजित -19 मामलों की संख्या में आए उछाल के कारण देश में प्लंबर की स्थिति घोषित करने की योजना बना रहे हैं, सोमवार को सरकारी स्रोतों से ये जानकारी मिली है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, टोक्यो के…
View On WordPress
0 notes
aajkitaazakhabar2022 · 3 years ago
Text
️ जानिए️ जानिए️️️️️️️️️️️️️️️
संक्रमण में संक्रमण शुरू हो रहा है। वायरल हो रहे हैं. हाल ही में बुरी तरह से होने वाली घटना का घटित होना.  समाचार एएफपी के मुताबिक़ एक बार फिर से एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई। चीन में कोरोना वायरस के कीट के विकास के लिए एक बार फिर में वृद्धि हुई है। ="टेक्स्ट-एलाइन: जस्टिफाई;"> फरवरी 2020 के बाद सबसे खतरनाक स्थिति बन रही है। चीन में 3 हजार से अधिक की सूचना मिली है। नियमित रूप से नियमित रूप से लागू…
View On WordPress
0 notes
best24news · 2 years ago
Text
Haryana News: कोरोना की आड में फर्जी मार्कशीट का खेल: 92 स्कूलों ने 129 विद्यार्थियो पर मामला दर्ज
Haryana News: कोरोना की आड में फर्जी मार्कशीट का खेल: 92 स्कूलों ने 129 विद्यार्थियो पर मामला दर्ज
हरियाणा: कोरोना की आड में हरियाणा, राजस्थान, यूपी, महाराष्ट्र, दिल्ली, बिहार व पंजाब से फर्जी मार्कशीट के जरिए परीक्षा दिलाने का खुलासा हुआ है। प्रदेश के 92 स्कूलों ने 129 स्टूडेंट को न केवल दाखिला दिया, बल्कि उन्हें 12वीं की परीक्षा भी दिला दी। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने जब जांच की तो इस फर्जीवाडे का खुलासा हुआ। अब कोसली थाना थाना में इन स्कूलो के साथ विद्यार्थियो पर मामला दर्ज किया गया…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
hindimaster · 3 years ago
Text
Increase COVID-19 Cases In Country 5 People Dead In Delhi And 2962 New Cases In Maharshtra Last 24 Hours
Increase COVID-19 Cases In Country 5 People Dead In Delhi And 2962 New Cases In Maharshtra Last 24 Hours
Corona Update News: देश में कोरोना का संकट एक बार फिर से देखा जा रहा है. कोरोना ने एक बार फिर तेजी से देश के बड़े शहरों को अपनी गिरफ्त में लिया है. महाराष्ट्र में हालात ये हैं कि बीते 24 घंटे के दौरान कोरोना के लगभग तीन हजार नए मामले सामने आए हैं. इनमें से मुंबई से 761 मामले सामने आए हैं और ओमिक्रॉन (Omicron) के सब-वेरिएंट BA.4 का एक और मामला सामने आया है. राजधानी दिल्ली की बात करें तो अभी भी…
View On WordPress
0 notes
countryinsidenews · 3 years ago
Text
दिल्ली/"कंट्री इनसाइड न्यूज़ परिवार" की देशवासियों से अपील- कोरोना को हराने के लिए, मास्क का उपयोग शुरू कर दें
दिल्ली/”कंट्री इनसाइड न्यूज़ परिवार” की देशवासियों से अपील- कोरोना को हराने के लिए, मास्क का उपयोग शुरू कर दें
प्रिया सिन्हा दिल्ली ब्यूरो से /”कंट्री इनसाइड न्यूज़ परिवार” की देशवासियों से अपील- कोरोना को हराने के लिए, मास्क का उपयोग शुरू कर दें. राजधानी दिल्ली को देश में करुणा के नए केंद्र के रूप में देखा जा रहा है. दिल्ली सरकार ने सख्ती लगा दी है.कही फिर हाथ से नाम निकल जाए मामला. देश में कोरोनावायरस के मामलों ने फिर कुछ पाबंदियों की वापसी करा दी. अब जब लोग पाबंदियों से निकलकर सामान्य जीवन जीने लगे हैं.…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
dainiksamachar · 1 year ago
Text
दिवालिया होने की कगार पर रसना! NCLT लेगा फैसला, जानिए क्या है पूरा मामला
नई दिल्ली: सॉफ्ट ड्रिंक बनाने वाली कंपनी रसना () की मुश्किलें बढ़ गई हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एनसीएलटी यानी नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल ने रसना के खिलाफ इंसॉल्वेंसी की अर्जी मंजूर कर ली है। यह मामला 71 लाख रुपये के माल ढुलाई न चुकाने से संबंधित है। भाड़ा नहीं चुकाने पर भारत रोड कैरियर (Bharat Road Carrier) नाम की कंपनी ने दिवालियापन की अर्जी लगाई थी। लॉजिस्टिक फर्म के मुताबिक, ब्रेवरेज कंपनी पर उसका 71.3 लाख रुपये बकाया है। कंपनी के मुताबिक, यह मामला कोरोना महामारी से काफी पहले का है। जब उसने रसना को कई सामान भेजे थे, जिसकी इनवॉइस अप्रैल 2017 से अगस्त 2018 के बीच बनी थी। कोर्ट में पेश नहीं हुई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस मामले में रसना ने अपने बचा�� में कहा है कि नवंबर 2018 में भारत रोड कैरियर के खिलाफ 1.25 करोड़ रुपये के नुकसान का मामला दायर किया था। जिसे अहमदाबाद के कॉमर्शियल कोर्ट में दायर किया गया था। मामले को मध्यस्थता के लिए भेजा गया था। लेकिन लॉजिस्टिक फर्म मीडिएटर के सामने पेश नहीं हुई। कॉमर्शियल कोर्ट ने 30 अप्रैल 2019 को नोटिस जारी किया, लेकिन जवाब दाखिल करने की तारीख तक भी कंपनी कोर्ट के सामने पेश नहीं हुई थी। इस तरह पड़ा नाम अमीर को या गरीब रसना से सबके गले की प्यास बुझाई है। रसना ने लोअर मिडिल क्लास को एक सस्ता कार्बोनेटेड ड्रिंक उपलब्ध कराया। रसना समूह के संस्थापक ने साल 1976 में ऐसे ड्रिंक तैयार किए जो झटपट बन जाते थे। उन्होंने एक ऐसी ही यूनिक रेडी-टू-सर्व कांसन्ट्रेट सॉफ्ट ड्रिंक बनाई और नाम रखा ‘जाफे’। यह अलग तरह का नाम होने के कारण यह लोगों के बीच पॉपुलर नहीं हो पाया। इसके बाद उन्होंने इसका नाम बदलने का फैसला लिया। आय में आई कमी साल 1979 में ड्रिंक का नाम बदलकर ‘रसना’ रखा जिसका मतलब होता है जूस। साल 2009 में रसना ने सॉफ्ट ड्रिंक बाजार में 93 फीसदी तक हिस्सेदारी हासिल कर ली। कंपनी ने कई फ्लेवर्स एड किए। साल 2011 में कंपनी का कारोबार 3.5 अरब डॉलर तक पहुंच गया। हालांकि बीते वक्त में कंपनी की आय में कमी आई है। http://dlvr.it/SvXKN9
0 notes
diurnalnews · 3 years ago
Text
Alarmed Rising covid cases: मामला काबू से बाहर…बच्चों के लिए खतरा…4th लहर शुरू हो गई? क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
Alarmed Rising covid cases: मामला काबू से बाहर…बच्चों के लिए खतरा…4th लहर शुरू हो गई? क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
राजधानी दिल्ली में भी कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं. पॉजिटिविटी लेवल भी 5 फीसदी के करीब है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक 5 फीसदी पॉजिटिविटी रेट चिंताजनक है। Covid caes in delhi.. 4th wave hits back. ~दिल्ली में पॉजिटिविटी रेट 4.21% पर पहुंचा~डीडीएमए ने 20 अप्रैल को बैठक बुलाई~मास्क बनाकर बांधे जा सकते हैं Rising covid cases: दिल्ली में कोरोनावायरस राजधानी दिल्ली में कोरोना की रफ्तार एक…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
granddreamerkingdom · 3 years ago
Text
Supreme Court ready to hear plea to cancel 10th 12th offline board exams-10वीं, 12वीं की ऑफलाइन बोर्ड परीक्षा रद्द करने की याचिका पर सुनवाई को तैयार SC
Supreme Court ready to hear plea to cancel 10th 12th offline board exams-10वीं, 12वीं की ऑफलाइन बोर्ड परीक्षा रद्द करने की याचिका पर सुनवाई को तैयार SC
Supreme Court of India Highlights स्कूल के बच्चों की ऑफलाइन परीक्षा का मुद्दा गरमाता जा रहा है अब ये मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है 10वीं और 12वीं बोर्ड की ऑफलाइन परीक्षाएं रद्द करने की याचिका पर सुनवाई करने को SC तैयार देश में कोरोना के मामले कम होने के बाद दिल्ली सरकार ने स्कूल खोलने का फैसला किया था। साथ ही 10वीं और 12वीं की ऑफलाइन परीक्षाएं करवाने का भी फैसला किया गया था। स्कूल के…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
wikinews-in · 2 years ago
Text
केले का बिल 35 लाख...22 लाख का पानी पी गए, उत्तराखंड क्रिकेट में भ्रष्टाचार का अजब-गजब खेल!
केले का बिल 35 लाख…22 लाख का पानी पी गए, उत्तराखंड क्रिकेट में भ्रष्टाचार का अजब-गजब खेल!
नई दिल्ली. 35 लाख रुपये केले का बिल…रोज का खर्चा करीब 50 लाख.. यह कम था तो कोरोना के दौर में 11 करोड़ और खर्च हुए. इसके बाद भी खिलाड़ियों का बकाया पैसा, टीम सेलेक्शन में धांधली और अब  खिलाड़ियों को जान से मारने की धमकी. यह संगीन आरोप लग रहे हैं क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड पर, जो इन दिनों क्रिकेट से ज्यादा इन्हीं सब बातों को लेकर चर्चा में हैं. मामला इतना तूल पकड़ चुका है कि उत्तराखंड पुलिस ने…
View On WordPress
0 notes