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वीर सावरकर का जीवन परिचय
वीर सावरकर का जीवन परिचय
पूरा नाम: विनायक दामोदर सावरकर जन्म: 28 मई 1883, भगूर, महाराष्ट्र मृत्यु: 26 फरवरी 1966, मुंबई, महाराष्ट्र उपनाम: वीर सावरकर प्रसिद्धि: क्रांतिकारी, स्वतंत्रता सेनानी, समाज सुधारक, लेखक मुख्य विचारधारा: हिंदुत्व, सशस्त्र क्रांति, सामाजिक सुधार
चलिए बात करते है वीर सावरकर का जीवन परिचय के बारे में
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
विनायक दामोदर सावरकर का जन्म 28 मई 1883 को महाराष्ट्र के नासिक जिले के भगूर गांव में हुआ था। उन्होंने प्रारंभिक शिक्षा नासिक में प्राप्त की और बाद में पुणे के फर्ग्यूसन कॉलेज से स्नातक किया। 1906 में, वे क़ानून की पढ़ाई करने के लिए लंदन गए, जहाँ वे भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के लिए क्रांतिकारी गतिविधियों में शामिल हो गए।
क्रांतिकारी गतिविधियाँ और स्वतंत्रता संग्राम
1. अभिनव भारत संगठन की स्थापना
1904 में, सावरकर ने "अभिनव भारत सोसाइटी" की स्थापना की, जिसका उद्देश्य ब्रिटिश शासन के खिलाफ सशस्त्र क्रांति करना ��ा।
2. लंदन में क्रांतिकारी गतिविधियाँ
लंदन में अध्ययन के दौरान, सावरकर ने भारतीय छात्रों को ब्रिटिश शासन के खिलाफ संगठित किया। उन्होंने 1857 के स्वतंत्रता संग्राम पर एक पुस्तक लिखी, जिसमें इसे "भारत का पहला स्वतंत्रता संग्राम" कहा।
3. नासिक षड्यंत्र केस और जेल यात्रा
1909 में, जब क्रांतिकारी मदनलाल धिंगड़ा ने एक ब्रिटिश अधिकारी की हत्या कर दी, तो सावरकर पर भी संदेह किया गया। 1910 में, उन्हें "नासिक षड्यंत्र केस" में गिरफ्तार कर लिया गया और दो जन्मों (50 वर्ष) की काला पानी (सेलुलर जेल, अंडमान) की सजा सुनाई गई।
काला पानी (सेलुलर जेल) में यातनाएँ
1. कठोर सजा और यातनाएँ
अंडमान निकोबार की सेलुलर जेल में सावरकर को अमानवीय यातनाओं का सामना करना पड़ा।
उन्हें कोल्हू में बैल की तरह जोतकर तेल निकालने का काम दिया जाता था।
उन्हें बेड़ियों में जकड़कर, अकेले कालकोठरी में बंद रखा गया।
जेल में उन्होंने दीवारों पर नाखूनों से कविताएँ लिखीं।
2. माफीनामा विवाद
जेल में रहते हुए सावरकर ने ब्रिटिश सरकार को क्षमा याचना पत्र (माफीनामा) लिखा।
हालांकि, यह एक रणनीति थी ताकि वे बाहर आकर स्वतंत्रता संग्राम में पुनः योगदान दे सकें।
3. रिहाई और सामाजिक सुधार कार्य
1924 में, वे रिहा हुए लेकिन ब्रिटिश सरकार ने उन्हेंRatnagiri (महाराष्ट्र) में नज़रबंद कर दिया।
इस दौरान, उन्होंने सामाजिक सुधारों जैसे छुआछूत उन्मूलन, मंदिर प्रवेश आंदोलन और जाति भेदभाव के खिलाफ कार्य किया।
हिंदुत्व और विचारधारा
📖 पुस्तक: हिंदुत्व: हिंदू कौन है? (1923)
सावरकर ने हिंदुत्व विचारधारा को परिभाषित किया, जिसमें उन्होंने कहा कि जो भारत को अपनी पितृभूमि और पुण्यभूमि मानता है, वही हिंदू है।
🔸 वे अखंड भारत (United India) के पक्षधर थे। 🔸 उन्होंने कहा कि हिंदू और मुसलमानों के बीच सांस्कृतिक एकता मुश्किल है। 🔸 वे सशस्त्र क्रांति और सैन्य शक्ति को स्वतंत्रता के लिए आवश्यक मानते थे।
स्वतंत्रता के बाद का जीवन और गांधी हत्या से जुड़ा ��िवाद
1948 में, जब महात्मा गांधी की हत्या नाथूराम गोडसे ने की, तो सावरकर पर भी साजिश में शामिल होने का आरोप लगा। लेकिन अदालत ने उन्हें सबूतों के अभाव में बरी कर दिया।
स्वतंत्रता के बाद, वे राजनीति से दूर रहे और जीवन के अंतिम वर्षों में सार्वजनिक जीवन से संन्यास ले लिया।
मृत्यु और विरासत
📅 26 फरवरी 1966 को मुंबई में सावरकर का निधन हुआ। 🛕 उनके सम्मान में पोर्ट ब्लेयर (अंडमान) हवाई अड्डे का नाम "वीर सावरकर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा" रखा गया। 📜 उनका योगदान भारतीय स्वतंत्रता संग्राम और हिंदुत्व विचारधारा में अमूल्य माना जाता है।
वीर सावरकर के प्रमुख योगदान
✔ स्वतंत्रता संग्राम में सशस्त्र क्रांति की वकालत। ✔ 1857 के विद्रोह को "प्रथम स्वतंत्रता संग्राम" के रूप में प्रस्तुत किया। ✔ हिंदुत्व और राष्ट्रवाद का विचार विकसित किया। ✔ समाज सुधार के लिए जाति प्रथा और छुआछूत के खिलाफ कार्य किया।
निष्कर्ष
वीर सावरकर भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के एक क्रांतिकारी, समाज सुधारक और हिंदुत्व विचारक थे। उनकी विचारधारा और कार्य आज भी चर्चा का विषय हैं। उन्होंने अपने जीवन में असीम यातनाएँ सहते हुए भी अपने सिद्धांतों से कभी समझौता नहीं किया।
👉 क्या आप सावरकर की किसी विशेष पुस्तक या उनके योगदान पर अधिक जानकारी चाहते हैं? 😊
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Ranveer Allahbadia Row : रणवीर इलाहाबादिया ने सभी एफआईआर को साथ जोड़ने के लिए दायर की याचिका
Ranveer Allahbadia Row : रणवीर इलाहाबादिया ने अब सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। दरअसल, रणवीर इलाहाबादिया ‘इंडियाज गॉट लेटेंट’ पर किए गए अपनी अभद्र और अश्लील टिप्पणी को लेकर विवादों में फंसे हुए हैं। यूट्यूबर पर अलग-अलग जगह कई केस दर्ज हुए हैं। पूरे भारत में उनके खिलाफ दर्ज कई एफआईआर को एक साथ जोड़��े के लिए रणवीर अब सुप्रीम कोर्ट पहुंचे हैं। PM Modi US Visit : पी��म मोदी ने दिया नया नारा ,…
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निर्दलीय विधायक उमेश कुमार पर SSP को धमकी देने का आरोप, फेसबुक लाइव वीडियो बना वजह?
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Independent MLA Umesh Kumar Booked for Threatening SSP Haridwar on Facebook Live निर्दलीय विधायक उमेश कुमार पर SSP को धमकी देने का आरोप, फेसबुक लाइव वीडियो बना वजह उमेश कुमार पर एक और केस दर्ज AIN NEWS 1: खानपुर से निर्दलीय विधायक उमेश कुमार के खिलाफ एक और मामला दर्ज किया गया है। उन पर आरोप है कि उन्होंने फेसबुक लाइव के जरिए एसएसपी हरिद्वार को धमकी दी। इस मामले में सिविल लाइंस कोतवाली के उप निरीक्षक पुष्कर सिंह चौहान की शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज की गई है। क्या था मामला? शिकायत में कहा गया है कि 29 जनवरी 2025 को उमेश कुमार ने फेसबुक लाइव किया था, जिसमें उन्होंने हरिद्वार के एसएसपी को खुली चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा "एसएसपी, मैंने आपको पहले भी चेतावनी दी थी जब मेरे खिलाफ गलत कार्रवाई की गई थी। अब फिर कह रहा हूं, मेरे लोगों को परेशान मत करो।" उन्होंने यह भी कहा कि उनके खिलाफ जो मुकदमा दर्ज किया गया, उसमें उनका कोई दोस्त शामिल नहीं था। वीडियो में दी गई धमकी वीडियो में उमेश कुमार ने कहा कि पुलिस ने जिन धाराओं में केस दर्ज किया है, उनमें गिरफ्तारी का अधिकार नहीं है। उन्होंने आगे कहा— "हम लड़ने वाले लोग हैं, झुकने वाले नहीं। अगर हमें परेशान किया गया तो अंजाम ठीक नहीं होगा।" पुलिस ने लिया संज्ञान, FIR दर्ज वीडियो का संज्ञान लेते हुए पुलिस ने उमेश कुमार के खिलाफ लोक सेवक को धमकी देने की धाराओं में मामला दर्ज किया। एसपी देहात शेखर चंद्रा सुयाल ने बताया कि FIR के बाद मामले की जांच शुरू हो गई है। पहले भी विवादों में रहे हैं उमेश कुमार हाल ही में उमेश कुमार और पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन के बीच विवाद हुआ था। उसी के बाद यह वीडियो पोस्ट किया गया था। फिलहाल भारत में नहीं हैं उमेश कुमार मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस ��क्त विधायक उमेश कुमार भारत में नहीं हैं। पुलिस अब मामले की जांच आगे बढ़ा रही है और अगली कार्रवाई पर विचार कर रही है। यह मामला उत्तराखंड की राजनीति में एक नया विवाद खड़ा कर सकता है। पुलिस की जांच के नतीजे पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं। Independent MLA Umesh Kumar has been booked for allegedly threatening SSP Haridwar in a Facebook Live video. The FIR was registered based on a complaint by a police officer. In the video, Umesh Kumar warned the SSP against taking action against his supporters. The case has sparked controversy in Uttarakhand politics. This latest development follows a dispute between Umesh Kumar and former MLA Kunwar Pranav Singh Champion. Authorities are now investigating the matter. Read the full article
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Operation Saaljar / ऑपरेशन साल्जर
ऑपरेशन साल्जर:
‘स्पाईवर्स’ के हैशटैग के अंतर्गत ‘कोड ब्लैक पर्ल,’ ‘मिशन ओसावा’ और ‘द अफ़गान हाउंड’ के बाद इस सीरीज का यह चौथा उपन्यास है— और जहां पहले तीन उपन्यास इस सीरीज के मुख्य छः किरदारों के इंट्रोडक्टरी उपन्यास थे… वहीं पहली बार ‘ऑप्रेशन साल्जर’ में जो दो मुख्य किरदार रिपीट हो रहे हैं वह हैं— निहाल सिंह और रूबी भाटिया।
कहानी से पहले इस सीरीज के बारे में कुछ शब्द… अमूमन कोई सीरीज किसी एक किरदार के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसके कुछ सहयोगी होते हैं जो उसके साथ ही हर कहानी में अपनी उपस्थिति बनाये रखते हैं— लेकिन ‘स्पाईवर्स’ किसी एक किरदार की सीरीज नहीं है, बल्कि यह एक एजेंसी से सम्बंधित सीरीज हो, जिसकी कल्पना ‘राॅ’ से जुड़ी एक एडीशनल डेस्क के रूप में की गई है, जो एक्सटर्नल अफेयर्स से जुड़े केस देखने वाली एजेंसी है और जिसके लिये बाकायदा ‘जेम्स बाॅण्��’, ‘ईथन हंट’ और ‘जेसन बोर्न’ के पैटर्न पर एजेंट तैयार किये हैं।
यह इस प्रोग्राम की शुरुआत है और अभी इससे जुड़े ए-बी ग्रेड के सदस्यों की संख्या तेरह है— जिनमें मुख्य हैं संग्राम थापर, आरव आकाश, निहाल सिंह, रूबी भाटिया, रोज़ीना रेयान और सबीना शाह। एजेंसी की कमान राहुल आचार्य नाम के कर्नल रैंक के शख़्स के हाथ है, जिसने यह प्रोग्राम डिजाइन किया है।
मेन परफार्मर के तौर पर सभी छः लोग अलग-अलग मिज़ाज के हैं, अलग तरह का स्टाईल रखते हैं ख़ुद को तराशने के तरीके भी सबके अलग-अलग ही हैं। छोटे-छोटे दर्जनों मिशन उन्हें अकेले करने होते हैं लेकिन कोई बड़ा मिशन हो तो उन्हें युगल के रूप में उस मिशन को पूरा करना होता है, जहां सहयोगी के रूप में ग्रेड बी वाले कुछ सदस्य भी उपलब्ध रहते हैं। ऐसे ही मुख्य मिशनों को ले कर ‘स्पाईवर्स’ की कहानियां कही गई हैं।
ऑप्रेशन साल्जर निहाल और रूबी को दिये गये एक मिशन की कहानी है— जिसके पीछे उन्हें साउथ चायना सी तक की यात्रा करनी पड़ती है और फिर समंदर से ले कर इंडोनेशिया के जावा, सुमात्रा और मलेशिया की ज़मीन पर यह कहानी पूरी होती है।
अब जैसा इस सीरीज का मिज़ाज है कि इससे विषय जिओ पाॅलिटिक्स से जुड़े होते हैं— तो ऑप्रेशन साल्जर का विषय भी ऐसी ही राजनीति से जुड़ा है जो एक अरसे से साउथ चायना सी में उथल-पुथल का कारण बनी हुई है। इस पूरे इलाके में चीन अपना वर्चस्व चाहता है जिससे इस हिस्से से सम्बंधित कुछ देश बुरी तरह असहज होते हैं, और उनका फायदा उठाने, उन्हें अपने फेवर में करने अमेरिका अपना दखल इस क्षेत्र में बढ़ा देता है— जिससे स्थितियां और भी खराब होती हैं।
प्रस्तुत कहानी के केन्द्र में एक लग्ज़री क्रूज़ है जो एलीट वर्ग के लिये एक सी एडवेंचर है। यहां उनके हिसाब से ही सारी व्यवस्थाएं रहती हैं और उनके स्तर के टूर ऑर्गेनाइज़ किये जाते हैं— जिससे आसपास के देशों के अहम लोग तो ऐशो आसाइश के लिये उस पर पहुंचते ही हैं, बाहर के देशों के भी कुछ महत्वपूर्ण लोग पहुंच जाते हैं… जिनमें भारत से सम्बंधित एक राजनीतिक हस्ती भी थी, जो अपने गुप्त दौरे पर वहां मौज-मस्ती करने पहुंची थी।
क्रूज़ जब रियाऊ आइलैंड्स से हो कर मीरी और मनीला की तरफ़ जा रहा था, तब एक रात अचानक उसे हाईजैक कर लिया जाता है और सारे अति-विशिष्ट लोग बंधक बना लिये जाते हैं। अब निहाल और रूबी को अपने ��ोगों की सुरक्षित वापसी का मिशन दिया जाता है, जिसके लिये वे साउथ चायना सी पहुंचते हैं और लोकल सपोर्ट से अपना काम शुरू करते हैं।
लेकिन जैसे-जैसे कहानी आगे बढ़ती है, इस पूरे कांड को ले कर बनने वाली थ्योरीज स्विच होना शुरू हो जाती हैं… कभी लगता है कि इस हाईजैकिंग का उद्देश्य केवल धन उगाही थी, कभी लगता है कि यह साउथ चायना सी की राजनीति से जुड़ी रस्साकशी है। कभी लगता है कि इस कांड की जड़ में अमेरिका है तो कभी लगता है कि इस कांड के पीछे चीन है।
तो आख़िर क्या था इस हाईजैकिंग का उद्देश्य? और अगर यह वाक़ई साउथ चायना सी की राजनीति से जुड़ा था तो इसके पीछे असल में कौन था? भारत इस जगह बाहरी खिलाड़ी था और उसके भेजे एजेंट्स का काम केवल अपने लोगों की सुरक्षित वापसी था, लेकिन क्या ऐसा हो पाया?
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बहुत सारे लोग DM me आकर पूछते हैं बीबी तैयार नहीं है... lifestyle में आना चाहता हूं.. wife को कैसे convince करूं.. किसी को swap करना है.. कोई cuckold fantacy रखता है.. किसी को अपनी बीबी को hotwife बनाना है..
तो भाई ये इतना आसान भी नहीं है.. के तुम एक दिन अचानक बीबी को बोलो स्विंग करना है और वो झट से मान जाएगी.. कोई कोई लकी हो सकता है.. चांस की बात हैं..पर ऐसा बहुत कम होता है.. वैसे केस में बीबी ही बोलती है और inititate करती हैं..मेरे एक दोस्त के साथ ऐसा ही हुआ था.. पर उसने शादी ही ऐसी लड़की से की थी जिसके शादी के पहले बहुत अफेयर्स थे..और उसने ये सब जानने के बाद भी उससे शादी की..
खैर तुम उतने खुले विचारों वाले हो नहीं और फिर शादी के कुछ साल बाद तुमने फैंटेसी देखना शुरु कर दिया
अब अचानक से तो ये होने से रहा.. तुम्हे patience के साथ उसको convince करना होगा..
किसी किसी की एक हफ्ते में मान जाती है किसी को सालों लग जाते है और कितनो को तो लाइफ long embarrassing रहना पड़ता है..
तुम्हारी किस्मत है और तुम्हारी कन्विंसिंग पावर..तुम कैसे बात करते हो.. कैसे approch करते हो.. तुम्हारी खुद की सोच क्या है और बीबी तुमपे कितना भरोसा करती हैं..
शुरू से समझाता हु..हम भारत से हैं.. यहां पराई स्त्री या पराए मर्द से शारीरिक संबंध बनाना पाप माना जाता है..
तुम्हारी पत्नी ने देखा है पढ़ा है.. कैसे honour killings होती है.. कैसे बीवियां परा�� मर्दों के साथ पकड़ी गई है और सरेआम बदनाम की गई है..पूरे समाज से या तो निकल दी गई है या मार दी गई है.. उन्हें पूरी ज़िंदगी यही समझाया गया है के sex सिर्फ husband के लिए है.. किसी और के बारे में सोचना भी पाप है..
और तुम सोचते हो उसे बोलोगे तो मान जाएगी..
उसे तो यही लगेगा के तुम उसको test कर रहे हो.. उसको यही लगेगा के वो जैसे ही हा बोलेगी तुम उसको चरित्रहीन बता दोगे...
तुम्हे उसे धीरे धीरे खोलना होगा..याद करो तुमने उसे किसी पराए मर्द के साथ बात करते टोका था.. खुले कपड़े पहनने पे भी ऐतराज किया था .. तो एकदम से तो वो नहीं मानेगी..
तुम्हे धीरे धीरे उसे खोलना होगा..उसे विश्वास दिलाना होगा के चाहे कुछ भी हो तुम हमेशा उसके साथ रहोगे और उसका साथ दोगे..
खैर अगर इतना समझ आ गया है तो बताता हु उसे लाइफस्टाइल के लिए तैयार कैसे करना है..
To be continued..
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Regional Marathi Text Bulletin, Chhatrapati Sambhajinagar
Date - 24 January 2025
Time 01.00 to 01.05 PM
Language Marathi
आकाशवाणी छत्रपती संभाजीनगर
प्रादेशिक बातम्या
दिनांक २४ जानेवारी २०२५ दुपारी १.०० वा.
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भंडारा जिल्ह्यातील आयुध निर्माण कंपनीमध्ये भीषण स्फोट होऊन पाच लोकांचा मृत्यू झाला तर अनेक लोक जखमी झाल्याची प्राथमिक माहिती समोर येत आहे. कंपनीमध्ये काम सुरू असताना आज सकाळी ११ वाजेच्या सुमारास हा स्फोट झाला. या स्फोटाचा आवाज जवळपास पाच किलोमीटर पर्यंत ऐकू गेल्याचं, आमच्या वार्ताहरानं कळवलं आहे.
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जळगाव जिल्ह्यातील पाचोरा नजीक परधाडे इथल्या रेल्वे दुर्घटनेतील जखमींची केंद्रीय क्रीडा आणि युवक कल्याण राज्यमंत्री रक्षा खडसे यांनी आज भेट घेऊन चौकशी केली. त्यांनी जखमींच्या नातेवाईकांना भेटून दिलासा देत, शासनाकडून सर्व प्रकारची मदत केली जात असल्याचं सांगून त्यांच्याबद्दल सदिच्छा व्यक्त केल्या. या दुर्घटनेत जखमींवर पाचोरा इथं प्राथमिक उपचार करण्यात आले होते. त्यानंतर सर्व नऊ जखमींना जळगावच्या गोदावरी रुग्णालयात हलवण्यात आलं आहे.
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केंद्रीय गृह आणि सहकार मंत्री अमित शाह आज महाराष्ट्र दौऱ्यावर येणार आहेत. मुंबईत राष्ट्रीय नागरी सहकारी वित्त आणि विकास महामंडळाच्या कॉर्पोरेट कार्यालयाचं उद्घाटन त्यांच्या हस्ते होणार आहे. देशभर नव्यानं स्थापन झालेल्या १० हजार नवीन बहुउद्देशीय सहकारी संस्थांसाठीच्या प्रशिक्षण कार्यक्रमाची सुरुवात यावेळी करण्यात येणार आहे. नाशिक जिल्ह्यातल्या मालेगाव तालुक्यात अजंग गावात आयोजित सहकार परिषदेसह विविध कार्यक्रमांना शहा उपस्थित राहणार आहेत.
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केंद्रीय अर्थ मंत्री निर्मला सीतारामन आज नवी दिल्लीत अर्थसंकल्प�� निमित्त शिरा महोत्सवाला उपस्थित राहणार आहेत. येत्या एक फेब्रुवारीला संसदेत केंद्रीय अर्थसंकल्प सादर केला जाणार आहे, या अर्थसंकल्पाच्या तयारीचा अखेरचा टप्पा म्हणून हा महोत्सव दरवर्षी आयोजित केला जातो. केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी तसंच वित्त मंत्रालयातील वरिष्ठ अधिकारी या सोहळ्याला उपस्थित राहणार आहेत.
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देशभरातल्या दोनशे विद्यापीठांमध्ये कृत्रीम बुद्धिमत्तेशी निगडित अभ्यासक्रम सुरू करणार असल्याचं, केंद्रीय माहिती आणि प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव यांनी म्हटलं आहे. स्वित्झर्लंडमध्ये दावोस इथं एका वृत्तवाहिनीला दिलेल्या मुलाखतीत ते बोलत होते. माहिती तंत्रज्ञान क्षेत्रासह कृत्रीम बुद्धिमत्ता क्षेत्रातही भारत जगाचं नेतृत्व करू शकतो, असा विश्वास वैष्णव यांनी व्यक्त केला. ते म्हणाले –
भारत को एआई का युझ केस कॅपीटल बनना है। जिर तरह से आयटी इंड्स्ट्री में भारत ने लीड ली। और उसके लिए बडे प्रयास करेंगे। एआई के लिए दो सौ युनिवर्सिटीस् मे एआई के बहोत अच्छे कोर्सेस चालु करेंगे, जिससे की स्टुडंट एआई को अपयोग मे लाके सीख सके। नये मॉडेल्स बना सके। नये ॲप्लीकेशन बना सके और When they come out of the college, they should be AI ready.
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देशभरातल्या विविध औषधी निर्माण कंपन्यांनी निर्मित केलेली १३५ औषधं ही मानक गुणवत्तेनुसार नसल्याचं स्पष्ट झालं आहे. केंद्रीय औषध प्रयोगशाळा तसंच राज्य औषधी प्रयोगशाळांनी गेल्या नोव्हेंबरमध्ये केलेल्या चाचण्यांमधून ही बाब स्पष्ट झाली. गुणवत्ता मानकं पूर्ण करत नसणाऱ्या अशा बनावट औषधांची ओळख पटवण्यासाठी तसंच बाजारातून हटवण्यासाठी सर्व राज्यांच्या सहकार्यानं सातत्यानं तपासणी करण्यात येत असल्याचं केंद्रीय आरोग्य आणि कुटुंब कल्याण मंत्रालयानं म्हटलं आहे.
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जलसंपदा विभाग महाराष्ट्राला जलसमृद्ध करुन शेतकऱ्याला सुखी आणि महाराष्ट्राला दुष्काळमुक्त करु शकतो. आपण साऱ्यांनी एकजुटीने काम करावं आणि महाराष्ट्राला जलसमृद्ध करावं, असं आवाहन राज्याचे जलसंपदा मंत्री डॉ. राधाकृष्ण विखे-पाटील यांनी केलं आहे. छत्रपती संभाजीनगर इथे जलसंपदा विभागाच्या गोदावरी मराठवाडा पाटबंधारे विकास महामंडळाच्या क्रीडा आणि सांस्कृतिक स्पर्धांच्या पारितोषिक वितरण कार्यक्रमात ते बोलत होते.
जलसंपदा विभाग हा शेतकरीभिमुख व्हावा, शेतकऱ्यांशी संवाद वाढवा, यासाठी आपण प्रयत्न असून, पाणी व्यवस्था��न, सिंचनाचे निकष, वॉटर ऑडीट या संकल्पनांवर या विभागानं काम करण्याची गरज विखेपाटील यांनी व्यक्त केली. सिंचनाचं नवं तंत्र शेतकऱ्यांपर्यंत पोहोचवून, उपलब्ध पाण्याचा प्रभावी वापर करण्याविषयी शेतकऱ्यांना प्रशिक्षित केलं पाहिजे, असंही विखे पाटील यांनी यावेळी संबंधितांना सूचित केलं.
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प्रजासत्ताक दिनानिमित्त दिल्लीतल्या कर्तव्य पथावर नियोजित सोहळ्यासाठी पालघर जिल्ह्यातले विश्वास मोहिते यांना आमंत्रित करण्यात आलं आहे. मोहिते यांनी केंद्र शासनाच्या प्रधानमंत्री सूर्यघर मोफत वीज योजनेचा लाभ घेत आपल्या घरावर सौर ऊर्जानिर्मिती संच बसवला आहे. त्यामुळे मोठ्या प्रमाणात वीज बचत होत असल्याचं मोहिते सांगतात.
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New Year: Full of Challenges, Less of Happiness
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Introduction
वर्ष 2025 शुरू हो चुका है. हर बार की तरह लोगों ने इस साल का स्वागत भी बड़ी खुशी और उत्साह के साथ किया. नए साल का पहला हफ्ता कैसे निकल गया पता ही नहीं चला. हालांकि, नया साल हर किसी के लिए खुशियां लेकर नहीं आया. इस साल के शुरूआत में कई ऐसी घटनाएं घटीं हैं जिनका असर पूरी दुनिया पर देखने को मिल रहा है. वायरस से लेकर भूकंप तक दुनिया ने पहले ही हफ्ते इन चीजों का अनुभव कर लिया है. हालांकि, अभी तो साल की शुरुआत हुई है और पूरा साल अभी बाकी है. क्या साल भर देश दुनिया में लोगों को ऐसी ही घटनाओं का सामना करना पड़ेगा या 2025 कुछ शांति और सुकून भी लाएगा. इस सवाल का जवाब तो वक्त ही देगा. लेकिन साल 2025 में अब तक देश और दुनिया में कौन-कौन सी बड़ी घटनाएं हुईं हैं उन पर एक नजर डालते हैं.
Table Of Content
Generation Beta का शुरू हुआ दौर
Generation Beta युग के पहले बच्चे ने लिया जन्म
चुनौतियों का भी सामना करेंगे Generation Beta
शिक्षा तक ही नहीं सीमित होंगे Generation Beta
इसके पहले भी पीढ़ियों के हुए हैं नामकरण
ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस
कहां से आया ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस?
देश में कितने केस हुए दर्ज?
कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो का इस्तीफा
क्या थी पद छोड़ने की मुख्य वजह?
जस्टिन ट्रूडो के कई मंत्रियों ने दिया इस्तीफा
भारत के खिलाफ अगल रुख में थे जस्टिन ट्रूडो
एशिया के कई हिस्सों में आया भूकंप
बिहार और लखन��� में भी भूकंप के जोरदार झटके
कहां- कहां आया भूकंप?
विशेषज्ञों ने दी थी चेतावनी
तिब्बत में हुई 32 लोगों की मौत
दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान
इस बार दिल्ली के दिल में हैं कितने वोटर्स?
क्या है दिल्ली में चुनाव कार्यक्रम?
Generation Beta का शुरू हुआ दौर
नया साल अपने साथ नया युग भी लेकर आया है. साल 2025 के साथ ही Generation Beta का दौर शुरू हो गया है. मिलेनियल्स, जेन जी और जेन अल्फा के बाद अब Gen Beta का दौर शुरू हो गया है. जानकारी के लिए बता दें कि Gen Beta उन बच्चों को कहा जाएगा जिनका जन्म 1 जनवरी, 2025 से लेकर 31 दिसंबर, 2039 के बीच होगा. Gen Beta नाम को लेकर लोगों के मन में कई सवाल उठ रहे हैं. लोगों का मानना है कि जिन बच्चों का जन्म 2025 से 2039 के बीच होगा वो आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस में माहिर होंगे, क्योंकि वे एआई के जमाने में पैदा हुए हैं.
Generation Beta युग के पहले बच्चे ने लिया जन्म
1 जनवरी, 2025 को रात 12:03 बजे मिजोरम के आइजोल में Generation Beta युग के पहले बच्चे ने जन्म लिया. इस बेबी का नाम फ्रेंकी रखा गया है. बेबी फ्रेंकी न केवल 2025 में पैदा हुआ भारत का पहला बच्चा ही नहीं, बल्कि अपनी पीढ़ी का भी पहला बीटा शिशु है. उसके पिता का नाम जेड्डी रेमरुअत्संगा और मां का नाम रामजिरमावी है. पीढ़ियों में परिवर्तन करीब 20 साल में होता आया है, लेकिन इस बार महज 11 साल के अंतराल पर ही Generation Beta आ गया है.
चुनौतियों का भी सामना करेंगे Generation Beta
साल 2025 में पैदा हुए बच्चे, उस युग में पैदा हुए जहां हर चीज बस एक क्लिक की दूरी पर है. उनके पास रोबोट, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और स्मार्टफोन समेत कई नई तकनीक होंगी. इस बीच उन्हें कई चुनौतियों का भी सामना करना पड़ेगा. धरती के तापमान में बढ़ोतरी, शहरों की बिगड़ती हवा और जनसंख्या वृद्धि जैसी परेशानियों का सामना उन्हें करना पड़ेगा. इन सभी चुनौतियों से निपटने के लिए Generation Beta को कड़ी मशक्कत करनी पड़ेगी.
शिक्षा तक ही नहीं सीमित होंगे Generation Beta
Generation Beta न केवल तकनीक के जरिए अपनी पहचान बनाएंगे बल्कि वर्चुअल और मिक्स्ड रियलिटी के माध्यम से शिक्षा के प्रति भी गहर�� रूचि रखेंगे. जहां शिक्षा सिर्फ स्कूल तक सीमित नहीं रहेगी. शिक्षा के अलावा उनकी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी गहरी मौजूदगी रहेगी. डिजिटल जुड़ाव और वैश्विक संस्कृति के कारण Generation Beta ज्यादा ग्लोबल माइंडसेट विकसित करेंगे.
इसके पहले भी पीढ़ियों के हुए हैं नामकरण
विज्ञानियों की मानें तो आमतौर पर एक पीढ़ी 15 से 20 साल की अवधि की होती है. पीढ़ी का नामकरण उस दौर की सांस्कृतिक, आर्थिक और तकनीकी घटनाओं के आधार पर किया जाता है. जैसे साल 1901 से लेकर 1924 के दौर में पैदा हुई पीढ़ी को ‘ग्रेटेस्ट जेनरेशन’ कहा गया था. इन लोगों ने महामंदी और द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान अपना जीवनयापन किया था. साल 1925 से लेकर 1945 के दौर में पैदा हुए बच्चों को ‘साइलेंट जेनरेशन’ के रूप में जाना जाता है, क्योंकि इस सालों में जन्में बच्चे महामंदी और द्वितीय विश्व युद्ध में पले-बढ़े हैं. साल 1946 से लेकर 1964 के बीच पैदा हुई पीढ़ी को ‘बेबी बूम’ कहा जाता है, क्योंकि इस पीढ़ी का जन्म द्वितीय विश्व युद्ध के बाद हुआ है. साल 1965-1979 के बीच पैदा हुए बच्चों को ‘जनरेशन एक्स’ के नाम से जाना जाता है, क्योंकि ये आर्खिक मंदी और सामाजिक परिवर्तनों के दौर में बढ़े हुए हैं. साल 1980 से लेकर 1994 तक की पीढ़ी को ‘मिलेनियल जनरेशन’ के रूप में जाना जाता है क्योंकि इस दौर में जन्में बच्चे डिजिटल दौर और शिक्षा के प्रति समझ के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध हैं. साल 1995 से लेकर 2012 के दौर में जन्मे बच्चों को ‘जनरेशन Z’ के नाम से जाना जाता है, क्योंकि इस दौर में इंटरनेट, सोशल मीडिया को साथ लेकर चलने का दौर है. साल 2013 से लेकर 2024 तक जन्में बच्चों को ‘जनरेशन अल्फा’ के नाम से जाना जाता है.
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ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस
लोग कोविड-19 वायरस से उबर नहीं पा रहे थे कि इस बीच ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस ने अपनी मौजूदी दर्ज करा दी. देखते ही देखते यह वायरस कई देशों में फैलता जा रहा है. चीन से शुरू हुआ संक्रमण यूएस-मलेशिया के बाद अब भारत में भी पहुंच गया है. 6 दिसंबर को सबसे पहले कर्नाटक में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस का पहला मामला रिपोर्ट किया गया. वहीं, 24 घंटे के अंदर ही ये तमिलनाडु, गुजरात, महाराष्ट्र में भी पहुंच गया. ये वायरस श्वसन तंत्र, खासकर फेफड़ों और श्वसन नलियों को प्रभावित करता है. इसके लक्षण सामान्य सर्दी और फ्लू जैसे होते हैं. यह वायरस उन व्यक्तियों के लिए अधिक खतरनाक हो सकता है, जो पहले से सांस से संबंधित बीमारियों या एलर्जी से पीड़ित हैं.
कहां से आया ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस?
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस नया नहीं है. पहली बार इसकी पहचान साल 2001 में की गई थी. हालांकि, यह पहले से ही मनुष्यों के श्वसन तंत्र को प्रभावित कर रहा था. यह वायरस श्वसन प्रणाली म���ं संक्रमण उत्पन्न करता है और आमतौर पर मौसमी रूप से फैलता है. ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस का स्रोत मुख्य रूप से अन्य संक्रमित व्यक्तियों से होता है, और यह हवा के माध्यम से या संक्रमित सतहों से संपर्क करने से फैल सकता है. यह वायरस पशुओं में भी पाया गया है, लेकिन मनुष्यों में इसका संक्रमण मुख्य रूप से मानव-से-मानव संपर्क के माध्यम से होता है.
देश में कितने केस हुए दर्ज?
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो गुजरात के हिम्मतनगर में 8 साल के बच्चे के इस संक्रमण से पॉजिटिव होने की खबर सामने आई. यहां बता दें कि देश में वायरस से जुड़े कुल 11 मामले निकल चुके हैं. वहीं, महाराष्ट्र में 3, गुजरात, कर्नाटक और तमिलनाडु में 2-2, पश्चिम बंगाल और यूपी में एक-एक केस सामने आया हैं. ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस के लगातार बढ़ते मामलों को लेकर राज्यों ने सतर्कता बढ़ा दी है. देश के अल���-अलग राज्यो में प्रशासन ने गाइडलाइन जारी की है. जहां एक तरफ पंजाब में बुजुर्गों और बच्चों को मास्क पहनने की सलाह दी गई है तो वहीं, दूसरी तरफ गुजरात में अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड बनाए जा रहे हैं. हरियाणा में भी स्वास्थ्य विभाग ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस को लेकर अलर्ट पर है.
कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो का इस्तीफा
कनाडा के 23वें प्रधानमंत्री और एक दशक से ज्यादा समय तक लिबरल पार्टी के नेता रहे जस्टिन ट्रूडो 6 जनवरी, 2025 को पीएम पद से अपने इस्तीफे की घोषणा कर दी है, जिससे उनका 9 साल का कार्यकाल समाप्त हो गया. इस्तीफे की घोषणा के दौरान उन्होंने खुद को एक फाइटर बताया. इस्तीफे की घोषणा करते हुए जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि मैं एक योद्धा हूं. मेरे शरीर के हर एक हिस्से ने हमेशा मुझे लड़ने के लिए कहा है. क्योंकि मैं कनाडाई लोगों की परवाह करता हूं, मैं इस देश की तहे दिल से परवाह करता हूं और मैं हमेशा कनाडाई लोगों के सर्वोत्तम हित में प्रेरित रहूंगा. लंबे समय से चल रहे विरोधाभास और उथल-पुथल की राजनीतिक परिस्थितियों के चलते जस्टिन ट्रूडो ने अपने इस्तीफे का एलान किया.
क्या थी पद छोड़ने की मुख्य वजह?
रिपोर्ट्स की मानें तो जस्टिन ट्रूडो के इस्तीफे की सबसे बड़ी वजह कनाडा की राजनीति में उनकी स्थिति का कमजोर होना है. कई महीनों से पार्टी के अंदर जस्टिन ट्रूडो के खिलाफ विरोध प्रदर्शन चल रहा था. कई सांसद उनके इस्तीफे की मांग कर रहे थे. बता दें कि कनाडा में इस साल अक्टूबर में चुनाव होना है. इसके अलावा ऊंची कीमतों, ब्याज दरों और आवास की कमी से जनता की नाराजगी सामने आ रही है. हाल ही में कनाडा की राजनीति में हुए सर्वे में जस्टिन ट्रूडो की लोकप्रियता में कमी और लिबरल पार्टी के प्रति मतदाताओं के बीच समर्थन में गिरावट बताई गई.
जस्टिन ट्रूडो के कई मंत्रियों ने दिया इस्तीफा
दरअसल, पिछले साल दिसंबर में कनाडा की वित्त मंत्री क्रिस्टिया फ्रीलैंड ने नीतिगत टकराव के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया था, जो ट्रूडो सरकार के लिए एक बड़ा झटका था. यहां बता दें कि वो जस्टिन ट्रूडो के अमेरिकी टैरिफ से निपटने के तरीके और उनकी आर्थिक रणनीति पर नाराज थीं. वित्त मंत्री क्रिस्टिया फ्रीलैंड के इस्तीफे के बाद से जस्टिन ट्रूडो पर पद छोड़ने का दबाव और ज्यादा बढ़ गया .
भारत के खिलाफ अगल रुख में थे जस्टिन ट्रूडो
साल 2021 में जस्टिन ट्रूडो की पार्टी ने जगमीत सिंह के नेतृत्व वाली न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी के साथ गठबंधन किया था, जो खालिस्तान समर्थक रैलियों में भाषण और भारत विरोधी रुख के लिए जाने जाते रहे हैं. इसके बाद सितंबर 2023 में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने सार्वजनिक रूप से भारतीय अधिकारियों पर कनाडा में खालिस्तानी हरदीप निज्जर की मौत में शामिल होने का आरोप भी लगाया था, जिसके बाद भारत ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी. वहीं, अक्टूबर 2024 में कनाडा ने खालिस्तानियों पर हमलों के मामलों में कई भारतीय राजनयिकों की जांच की बात कही. उस दौरान भारत पर आरोप लगाया गया कि भारतीय राजनयिक और खुफिया अधिकारी विदेशों में खालिस्तानियों को मारने के लिए गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के साथ काम कर रहे हैं. कनाडा ने भारत के गृहमंत्री अमित शाह को भी लेकर बड़ा बयान दिया था. उन्होंने अमित शाह पर हिंसा में हिस्सा लेने का गंभीर आरोप लगाया था. इस घटना के बाद से बात बिगड़ी और भारत ने कनाडा से कई राजनयिकों को वापस बुला लिया और कई कनाडाई राजनयिकों को भी निष्कासित कर दिया.
एशिया के कई हिस्सों में आया भूकंप
साल 2025 की शुरूआत कंपकपाती धरती के साथ हुई. 7 जनवरी, 2025 को एशिया समेत कई जगहों पर धरती कांप उठी. नेपाल, बांग्लादेश, चीन समेत भारत के कई राज्यों की सुबह भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. इसके बाद से सोशल मीडिया पर लोगों ने भूकंप को लेकर अपनी अलग-अलग प्रतिक्रिया शेयर कीं. ज्यादातर लोगों ने घरों से पंखा, झालर लाइट का वीडियो शेयर करते हुए भूकंप के झटकों के बारे में बताया. भूकंप का केंद्र नेपाल बॉर्डर के पास तिब्बत बताया जा रहा है, जहां इसकी तीव्रता 7.1 दर्ज की गई थी.
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बिहार और लखनऊ में भी भूकंप के जोरदार झटके
उत्तर प्रदेश के लखनऊ समेत बिहार जैसे कई राज्यों में सुबह के समय भूकंप के तेज झटकों ने लोगों का दिल दहला दिया. 10 सेकेंड से अधिक समय तक धरती हिलती रही, जिससे लोगों में दहशत फैल गई. कड़ाके की ठंड में आए भूकंप के इन झटकों ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी. इस दौरान इसकी तीव्रता 7.1 दर्ज की गई. बिहार में भी लोगों को सुबह-सुबह भूकंप के झटके महसूस हुए, जिसके बाद से लोगों के मन में डर की स्थिति पैदा हो गई. बिहार की राजधानी पटना में सुबह करीब 6:32 बजे से झटके लगने शुरू हुए. पहले हल्के झटके लगे, इसके बाद तेजी से धरती हिली. नेपाल में भी भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए हैं. इसकी तीव्रता रिएक्टर स्केल पर 7.0 रही. नेपाल की सीमा के पास तिब्बत में भी भूकंप आया. भूकंप के झटके भारत के कई हिस्सों में भी महसूस किए गए हैं. यूएस जियोलॉजिकल सर्वे ने बताया है कि नेपाल के लोबुचे से 90 किलोमीटर उत्तर पूर्व में 7.0 तीव्रता का भूकंप आया. भूकंप का केंद्र 10.0 किलोमीटर की गहराई पर था.
कहां- कहां आया भूकंप?
यूपी, दिल्ली और बिहार के ज्यादातर हिस्सों में भूकंप के झटके महसूस किए गए. पटना, सुपौल, अररिया, शिवहर सहित कई हिस्सों में सुबह 6.35 से 6.37 के बीच भूकंप के झटके महसूस हुए. वहीं नेपाल, बांग���ादेश, भूटान, चीन, सहित कई देशों में भी सुबह-सुबह धरती कांप उठी.
विशेषज्ञों ने दी थी चेतावनी
जानकारी की मानें तो विशेषज्ञों ने नेपाल में बड़े भूकंप के खतरे को लेकर चेतावनी दी थी. रिकॉर्ड के अनुसार नेपाल में कुछ ही दिनों में 3 तीव्रता से अधिक का नौवां भूकंप 2 जनवरी, 2025 को आया था. बता दें कि इससे पहले नवंबर 2024 में नेपाल में 6.4 तीव्रता का भूकंप आया था. इस दौरान 145 लोगों की मौत की खबर सामने आई थी. यह भूकंप नेपाल के जजरकोट और रुकुम पश��चिम स्टूडियो में आया था. भूकंप से 140 अन्य लोग घायल भी हो गए थे.
तिब्बत में हुई 32 लोगों की मौत
चीन में तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र के जिगाज़े शहर में मंगलवार को 6.8 तीव्रता का भूकंप आया, जिसमें 32 लोग मारे गए और 38 घायल हो गए. क्षेत्रीय आपदा राहत मुख्यालय के अनुसार, चीन में तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र के जिगाज़े शहर में डिंगरी काउंटी में सुबह 9:05 बजे (बीजिंग समयानुसार) भूकंप आया. भूकंप का केंद्र 28.5 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 87.45 डिग्री पूर्वी देशांतर पर देखा गया.
दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान
दिल्ली की कुल 70 विधानसभा सीटों पर चुनाव की तारीखों का एलान हो चुका है. दिल्ली में एक चरण में 5 फरवरी को मतदान होगा. वहीं, 8 फरवरी को मतगणना की जाएगी. चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी है. दिल्ली में मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 23 फरवरी को समाप्त होने वाला है. इसके पहले ही विधानसभा चुनाव कराने हैं. साल 2020 के चुनाव में आम आदमी पार्टी ने कुल 62 सीटों पर जीत हासिल की थी. वहीं, भारतीय जनता पार्टी को सिर्फ 8 सीटों पर ही जीत मिली थी. जबकि, कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला था. इस बार के विधानसभा चुनाव में जीत को सुनिश्चित करने के लिए राजनीतिक पार्टियां एड़ी-चोटी का जोर लगा रही हैं.
इस बार दिल्ली के दिल में हैं कितने वोटर्स?
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि इस साल विधानसभा चुनाव में कुल 1,55,24,858 (1 करोड़ 55 लाख 24 हजार 858) मतदाता वोट डालने के योग्य हैं. इनमें 83.49 लाख पुरुष मतदाता और 71.73 लाख महिला मतदाता हैं. उन्होंने आगे बताया कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए कुल 13033 पोलिंग बूथ बनाए जाएंगे. इसके अलावा 85 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांग मतदाता अपने घर से ही वोट कर सकेंगे.
क्या है दिल्ली में चुनाव कार्यक्रम?
गौरतलब है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए अधिसूचना 10 जनवरी तक जारी कर दी जाएगी. इसके बाद से नामांकन की प्रक्रिया को शुरू किया जाएगा जिसकी आखिरी तारीख 17 जनवरी तय की गई है. वहीं, 18 जनवरी को नामांकन के पत्रों की जांच की जाएगी. नाम वापसी का अंतिम दिन 20 जनवरी को तय किया गया है. दिल्ली के ल���ग 5 फरवरी को मतदान करेंगे और 8 फरवरी को परिणाम की घोषणा की जाएगी.
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भारत में HMPV वायरस के सामने आये 14 केसः स्वास्थ्य मंत्रालय का बडा ऐक्शन, पूरे देश में..
14 cases of HMPV virus reported in India: Big action by the Health Ministry, across the country… दिल्ली। अस्पतालों में HMPV वायरस के अलग वार्ड बनाए जा रहे हैं। कोरोना वायरस जैसे ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के देश में कुल 14 मामले हो गए हैं। सबसे ज्यादा 4 मामले गुजरात में हैं। शुक्रवार को राजस्थान और गुजरात में एक-एक केस मिला। बारां में एक 6 महीने की बच्ची HMPV से संक्रमित हुई हैं। वहीं…
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HMPV Cases in India: चीनी वायरस ने मचाया हड़कंप, भारत में भी मिले 7 केस ...
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Breaking News नए वायरस की भारत में दस्तक, मिलने लगे केस
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HMPV virus in Assam : HMPV Virus का एक और मामला आया सामने,असम में मिला नया केस
HMPV virus in Assam : भारत में एचएमपीवी वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। अब असम में इसका नया मामला सामने आया है। शनिवार को अधिकारियों ने बताया कि 10 महीने के बच्चे में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) संक्रमण पाया गया है। Delhi Vidhan Sabha Chunav 2025 : ‘फर्जी वोट’ पर संग्राम, AAP और बीजेपी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी डिब्रूगढ़ में चल रहा इलाज (HMPV virus in Assam) अधिकारियों ने बताया…
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Morning News Brief : केजरीवाल के खिलाफ FIR; अमेरिका ने 205 भारतीयों को देश से निकाला; भारत-पाकिस्तान मैच के टिकट मिनटों में बिके
नमस्कार, कल की बड़ी खबर संसद के बजट सत्र की रही, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी स्पीच में विपक्षी नेताओं के आरोपों के जवाब दिए। एक खबर दिल्ली विधानसभा चुनाव से जुड़ी रही। आज के प्रमुख इवेंट्स: - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रयागराज महाकुंभ जाएंगे, यहां त्रिवेणी संगम में स्नान करेंगे। - दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों के लिए सिंगल फेज में वोटिंग होगी। निर्दलीय समेत विभिन्न पार्टियों के कुल 699 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। अब कल की बड़ी खबरें: बजट सत्र: संसद में मोदी का तंज – गांधी परिवार पर निशाना, केजरीवाल पर कटाक्ष
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- पीएम मोदी ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर जवाब दिया। - गांधी परिवार और अरविंद केजरीवाल पर साधा निशाना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बजट सत्र के दौरान लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर अपनी बात रखते हुए गांधी परिवार और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल पर तीखे तंज कसे। उन्होंने कहा कि क्या किसी SC/ST परिवार के तीन सदस्य कभी एक साथ सांसद बने हैं? जो लोग गरीबों की झोपड़ी में फोटो सेशन कराकर मनोरंजन करते हैं, उन्हें संसद में गरीबों की चर्चा बोरिंग लगती है। मोदी ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के लोकसभा में और सोनिया गांधी के राज्यसभा में सांसद होने पर टिप्पणी की। उन्होंने केजरीवाल पर हमला बोलते हुए कहा कि हमारी सरकार ने फैसलों से लाखों-करोड़ों की बचत की, लेकिन हमने उन पैसों का इस्तेमाल शीशमहल बनाने के लिए नहीं किया। अवैध प्रवास: अमेरिका ने 205 भारतीयों को वापस भेजा, अमृतसर पहुंचे US मिलिट्री प्लेन
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- अमेरिका ने अवैध रूप से रह रहे 205 भारतीयों को देश निकाला दिया। - US एयरफोर्स के C-17 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट से अमृतसर रवाना किए गए। अमेरिका ने 205 भारतीय नागरिकों को अवैध रूप से रहने के कारण वापस भेज दिया। इन सभी को US एयरफोर्स के C-17 ट्रांसपोर्ट विमान से अमृतसर लाया गया। यह विमान आज सुबह अमृतसर एयरपोर्ट पर उतरेगा। बताया जा रहा है कि ट्रंप सरकार ने 15 लाख अवैध अप्रवासियों की सूची बनाई है, जिसमें 18,000 भारतीय शामिल हैं। दिल्ली चुनाव: यमुना में जहर वाले बयान पर केजरीवाल के खिलाफ FIR, कोर्ट का आदेश
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- पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ FIR दर्ज। - हरियाणा की लोकल कोर्ट ने शिकायत पर कार्रवाई के आदेश दिए। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ यमुना में जहर मिलाने के बयान को लेकर FIR दर्ज की गई है। 27 जनवरी को केजरीवाल ने आरोप लगाया था कि हरियाणा की बीजेपी सरकार यमुना के पानी में जहर मिला रही है। इस पर कुरुक्षेत्र के एक व्यक्ति ने शिकायत की, जिसके बाद लोकल कोर्ट ने FIR दर्ज करने का आदेश दिया। चुनाव को लेकर AAP और BJP के बीच टकराव ब���़ गया है। केजरीवाल ने चुनाव आयोग से बीजेपी और दिल्ली पुलिस की कथित गुंडागर्दी पर शिकायत की, जबकि बीजेपी ने AAP कार्यकर्ताओं पर धमकी भरी हरकतों का आरोप लगाते हुए आयोग से तत्काल कार्रवाई की मांग की। सोने ने बनाया नया रिकॉर्ड, पहली बार 10 ग्राम ₹83,000 के पार
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- 10 ग्राम सोन�� बढ़कर ₹83,010 पर पहुंचा, अब तक का सबसे ऊंचा स्तर। - इस साल अब तक ₹6,848 की बढ़ोतरी, चांदी भी ₹93,793 प्रति किलो हुई। सोने की कीमतों में लगातार तेजी जारी है। 10 ग्राम सोना 306 रुपए महंगा होकर ₹83,010 तक पहुंच गया, जो अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है। पिछले 35 दिनों में सोने की कीमतों में ₹6,801 की बढ़ोतरी हुई है। इसी तरह, चांदी भी 480 रुपए महंगी होकर ₹93,793 प्रति किलो हो गई है। हालांकि, चांदी का ऑल-टाइम हाई 23 अक्टूबर 2024 को ₹99,151 प्रति किलो था। महाकुंभ: योगी और भूटान नरेश ने लगाई संगम में डुबकी, अब तक 38 करोड़ श्रद्धालु स्नान कर चुके
- CM योगी आदित्यनाथ और भूटान नरेश ने किया संगम स्नान। - अब तक 38.29 करोड़ श्रद्धालु डुबकी लगा चुके, महाशिवरात्रि तक 50 करोड़ के पहुंचने की संभावना। महाकुंभ के 23वें दिन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक ने संगम में आस्था की डुबकी लगाई। इसके बाद दोनों ने डिजिटल महाकुंभ अनुभूति केंद्र में नाव चलाई। बीते दिन 2.33 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम स्नान किया, जबकि रात 8 बजे तक 74.70 लाख लोगों ने डुबकी लगाई। वहीं, प्रयागराज पुलिस ने भगदड़ की अफवाह फैलाने के आरोप में 8 लोगों पर केस दर्ज किया है। कुंभ के अगले विशेष स्नान 12 फरवरी (माघी पूर्णिमा) और 26 फरवरी (महाशिवरात्रि) को होंगे, जिसमें भारी भीड़ जुटने की उम्मीद है। चैंपियंस ट्रॉफी: भारत-पाकिस्तान मैच के टिकट मिनटों में बिके, भारत के सभी मुकाबले हाउसफुल
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- 23 फरवरी को दुबई में खेला जाएगा भारत-पाकिस्तान मुकाबला। - सभी टिकट मिनटों में सोल्ड आउट, प्रीमियम टिकट ₹1.18 लाख तक पहुंचे। ICC चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले हाई-वोल्टेज मुकाबले के टिकट कुछ ही मिनटों में बिक गए। यह मैच 23 फरवरी को दुबई में खेला जाएगा। टिकटों की भारी मांग के कारण भारत के सभी मैचों के टिकट भी पूरी तरह सोल्ड आउट हो चुके हैं। भारत-पाकिस्तान मैच के लिए सबसे सस्ता टिकट ₹2,964 था, जबकि प्रीमियम टिकट की कीमत ₹1.18 लाख तक पहुंच गई। फैंस इस ऐतिहासिक मुकाबले को देखने के लिए बेताब हैं, जिससे टिकटों की रिकॉर्डतोड़ बिक्री हुई। अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध तेज, चीन ने US पर 15% टैरिफ लगाया
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- ट्रम्प सरकार ने 1 फरवरी को चीन पर 10% टैरिफ लगाया था। - जवाब में चीन ने US कोयले और LNG पर 15%, तेल व कारों पर 10% टैरिफ लगाया। अमेरिका के चीन पर टैरिफ बढ़ाने के फैसले का जवाब बीजिंग ने भी कड़े टैक्स लगाकर दिया। चीन की कॉमर्स मिनिस्ट्री ने अमेरिका से आयातित कोयला और LNG पर 15% और कच्चे तेल, कृषि मशीनरी व बड़ी कारों पर 10% टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। इस व्यापारिक तनाव के बीच भारत के लिए नए मौके बन सकते हैं। भारत ने अमेरिकी टैरिफ से बचने के लिए कुछ सामानों पर टैक्स घटाया है, जिसमें 1600cc से कम इंजन वाली मोटरसाइकिल, सैटेलाइट ग्राउंड इंस्टॉलेशन और सिंथेटिक फ्लेवरिंग एसेंस शामिल हैं। एक्सपर्ट्स का मानना है कि अमेरिकी बाजार में चीनी प्रोडक्ट्स महंगे होने से भारतीय सामान की मांग बढ़ सकती है। Read the full article
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Orka Kaerasta \ओरका केरास्टा
‘क्राईम फिक्शन विद डेविड फ्रांसिस’ में यह क्रमानुसार चौथा उपन्यास है, भले क्रम में दसवें नंबर का ‘डेढ़ सयानी’ पहले प्रकाशित हुआ हो और अब तक इस सीरीज के पांच उपन्यास प्रकाशित हो चुके हों — ‘ओरका केरास्टा’ उस वर्तमान डेविड के तैयार होने की प्रक्रिया की चौथी कड़ी है, जिसे लगता है कि अब वह पूरी तरह पक कर एक ऐसा शाहकार हो चुका है कि जिसमें दुनिया भर के जासूसी किरदारों का थोड़ा-थोड़ा अंश मौजूद है।
डेविड के बारे में जैसा कि पहले बताया गया है कि यह एक मिश्रित नस्ल का युवक है — जिसके पिता आइसलैंड के थे और माँ मुंबई की महाराष्ट्रियन फैमिली से। जिसे बचपन से ही फिक्शनल जासूसी किरदारों से ऐसा मोह था कि वह केबल और मोबाइल के दौर में भी ऐसी किताबें पढ़ता था और फिल्में देखता था। भारत से ले कर विश्व के दूसरे हिस्सों में लिखे गये ऐसे किरदारों को ख़ुद में उतारना चाहता था और इसके लिये उसने अपने पढ़ाई-लिखाई के दौर में ��ी हर तरह की प्रापर ट्रेनिंग भी ली थी, जो ऐसे किसी जासूस के लिये ज़रूरी होती है।
फिर भी, यह कोई उसका अकेला ख़ब्त नहीं था… वह एक पक्का प्रकृति प्रेमी और यायावर भी था। वह इसी एक जीवन में दुनिया के चप्पे-चप्पे को देख लेना चाहता था। उसका एस्थेनिक सेंस इतना ज़बर्दस्त था कि वह वर्स्ट से वर्स्ट कंडीशन में भी एक सौंदर्य ढूंढ लेता था। उसका मानना था कि बुरा या बकवास इंसान के बनाये में हो सकता है। अगर प्रकृति ने कुछ रचा है तो वह अनुपम है — बस उसकी ख़ूबसूरती देखने वाली आँखें होनी चाहिये।
उसका तीसरा शौक था लड़की — उसे अपने आप को संसार का महानतम ठरकी कहने से कोई गुरेज़ नहीं था। उसकी यह विश थी कि वह इसी एक जीवन में इस दुनिया के हर हिस्से में पाई जाने वाली, हर नस्ल की दोशेजा को भोग ले — जो उसके लिये माँ की उम्र की न हो, और बहन या बेटी के खांचे में फिट न हो बैठती हो… लेकिन उसके लिये कनसेंट सर्वोपरि था। सहमति के संसर्ग के सिवा उसकी और किसी तरह के संसर्ग में कोई रूचि नहीं थी।
इन बातों के अतिरिक्त उसके व्यक्तित्व का एक दिलचस्प पहलू यह भी था कि अपने शौक के मद्देनज़र ‘अनालैसिस’ को प्राथमिकता देते हुए उसने अपने अंदर अपने एक आभासी रूप का विस्तार किया था, जिसे वह ‘मिनी मी’ के रूप में सम्बोधित करता था। यह फीचर न सिर्फ़ अपने आप में विचार-विमर्श करते किसी नतीजे पर पहुंचने के काम आता था — बल्कि इसी आपसी विचार-विमर्श से उसका मनोरंजन भी होता रहता था। उसका यह आभासी रूप लड़की के मामले में उससे एक क़दम आगे था। जो बातें वह ख़ुद शाब्दिक आवरणों में लपेट कर कहता था — ‘मिनी मी’ खुल के कहना पसंद करता था।
‘ओरका केरास्टा’ कहानी है डेविड के अपने पैतृक रिश्तेदारों के पास जाने के दौरान घटी एक अहम घटना की — जो उसकी नज़र में लिखी जाने लायक एक कांड की संज्ञा पा सकी। इस कहानी की पृष्ठभूमि नार्वे है तो जगहों से ले कर बाकी किरदारों के नाम थोड़े अटपटे लग सकते हैं, लेकिन यह नार्वेजियन के हिसाब से हैं — जो कि कहानी को वास्तविकता का पुट देने के लिये ज़रूरी थे।
कहानी की शुरुआत डेविड के अपनी कज़िन के साथ उत्तरी नार्वे की एक बर्फ़ीली जगह पर कैम्पिंग करने से होती है — जहां उसके सामने एक आदमी मौसम का शिकार हो कर मर जाता है और उसके लिये एक चाबी और ��ो शब्द छोड़ जाता है… ओरका केरास्टा! अब अपनी सहजवृत्ति के चलते उसकी दिलचस्पी इस बात में हो जाती है कि उसे मृतक के जायज़ वारिस तक यह चीज़ें पहुंचा देनी चाहिये — शायद वह उनके लिये बड़े काम का हो। आख़िर मरता हुआ आदमी कुछ खास ही बोलता है।
लेकिन वारिस था कौन और कहां? पता चलता है कि जहां वह मरा, वहां बस एक विजिट पर था और उसका असली ठिकाना ओस्लो में था — तो वहीं वारिस भी थे। अब वारिसों में या तो वह वह बीवी और बच्चा था, जिसमें बीवी अपने पति से नफ़रत करती थी और बच्चा मेंटली चैलेंज्ड था, किसी विरासत को ढोने लायक नहीं था — या फिर एक के बाद एक कर के आठ सामने आने लगे ऐसे लोग थे, जो अपने को मृतक के ‘छोड़े हुए’ का हक़दार बताते थे… लेकिन वे एक दूसरे के दुश्मन थे और जिन्हें एक दूसरे की जान लेने से भी गुरेज़ नहीं था।
डेविड को इतना समझ में आ जाता है कि यह सिलसिला शराफ़त वाला तो नहीं था, बल्कि ऐसा कुछ तो था जो अपराध से जुड़ा हो और यह तो उसकी गिज़ा थी — उसकी रूह की तस्कीन थी। उसकी ज़िंदगी जिन तीन पिलर पर टिकी थी, उनमें से एक पिलर थी। वह दुनिया के हर अपराधी को उसके अंजाम तक पहुंचाने का ख़्वाहा था — अब कुछ अपराधी उसके सामने थे तो वह पीछे कैसे हट सकता था।
भले उसे प्रेरित करने के लिये इस केस में कोई ‘डैमसेल इन डिस्ट्रेस’ न हो, जो उसकी पहली प्राथमिकता होती थी और जिसके बिना उसकी हालत बाल कटे सैमसन जैसी हो जाती थी। यह उसकी अब तक की ज़िंदगी का पहला ऐसा कांड था, जहां उसने बिना किसी डैमसेल इन डिस्ट्रेस के ही दूसरे के फटे में टांग अड़ाई हो। अपने फटे में टांग अड़ाना और बात थी, जो न्यूयार्क से ले कर अलास्का तक अड़ानी पड़ी थी — जहां से उसके इस हंगामाखेज़ जीवन की शुरुआत हुई थी।
अब जब वह उन लोगों के पीछे पड़ता है तो एक के बाद एक चीज़ें सामने आती जाती हैं — और अंत में एक ख़ुशहाल और सम्पन्न समाज से जुड़े एक वर्ग से जुड़ा एक घिनौना राज़ खुलता है… जहां अपनी-अपनी फैंटेसीज को पूरा करने के पीछे नैतिक-अनैतिक की बाधाएं ही ख़त्म कर दी गई थीं।
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