नेपाल में आया 6.3 तीव्रता का भूकंप, दिल्ली-एनसीआर में कई सेकेंड तक महसूस किए गए तेज झटके
नेपाल में आया 6.3 तीव्रता का भूकंप, दिल्ली-एनसीआर में कई सेकेंड तक महसूस किए गए तेज झटके
छवि स्रोत: फाइल फोटो/पीटीआई दिल्ली और उससे सटे नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम में तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए।
भूकंप: नेपाल में 6.3 तीव्रता के भूकंप ने बुधवार तड़के दिल्ली-एनसीआर तक झटके भेजे। दिल्ली और उससे सटे नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद में लोगों की नींद उड़ी हुई है. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक भूकंप दोपहर 1:57 बजे आया। भूकंप की गहराई करीब 10 किलोमीटर थी।
नेशनल सेंटर फॉर…
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नेपाल में शुक्रवार देर रात करीब 11 बजकर 47 मिनट पर 6.4 तीव्रता का भूकंप आया। उस समय 37 लोगों के मौत की खबर आई थी अब ये आंकड़ा 150 से अधिक पहुंच गया है। वहीं खबर के अनुसार, भूकंप का केंद्र नेपाल की राजधानी काठमांडू से 331 किलोमीटर दूर उत्तर-पश्चिम में 10 किमी जमीन के नीचे था। इस भूकंप का सबसे ज्यादा असर जाजरकोट और रुकुम जिले में देखा गया। वहीं भारत के राजधानी क्षेत्र दिल्ली-एनसीआर, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश में भी भूकंप के झटके महसूस किये गए।
#NepalEarthquake #earthquake #Nepal
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#earthquake #ravishkumar #ajitanjum #pragyamishra #lucknow #polkhol #भूकम्प Delhi NCR Earthquake: तेज भूकंप के झटकों की चपेट में दिल्ली, इस्लामाबाद और काबुल, अब तक किसी जानमाल के नुकसान की खबर नहीं Delhi NCR Earthquake: polkhol pol khol
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Earthquake In India | भूकंप वाले 'नास्त्रेदमस' की नई भविष्यवाणी! अब भारत में आएगा 'भूचाल', तुर्की के भूकंप की 3 दिन पहले ही दी थी 'चेतावनी'
Photo: The Quint
नई दिल्ली. जहां एक तरफ तुर्की और सीरिया (Turkey-Syria Earthquake) में बीते सोमवार तड़के 7.8 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप ने इन देशों में सब कुछ जैसे में मिट्टी में मिला दिया है। इस भूकंप में हजारों इमारतें ढह गईं और अब मलबे में बचे लोगों की तलाश की जा रही है।
यह भूकंप इतना तेज़ था कि इसके झटके साइप्रस, ग्रीस, जॉर्डन, लेबनान, सीरिया, यूके, इराक और जॉर्जिया सहित कुछ अन्य देशों में…
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एल्पाइड बेल्ट के बारे में सब कुछ जो तुर्की को विनाशकारी भूकंप का केंद्र बनाता है | All about the Alpide Belt, which makes Turkey a quake-prone region;
तुर्की और सीरिया में बड़े पैमाने पर तबाही
एल्पाइड बेल्ट में अब तक आए विनाशकारी भूकंपों का लगभग 17% हिस्सा है। यह यूरेशियन और अफ्रीकी टेक्टोनिक प्लेटों की सीमा के बाद मोटे तौर पर 15,000 किमी से अधिक फैला हुआ है।
नई दिल्ली:
दो बड़े भूकंप - एक 7.8 और दूसरा 7.6 - ने सोमवार को तुर्की और सीरिया में बड़े पैमाने पर तबाही मचाई, जिसमें कम से कम 1,400 लोग मारे गए और हजारों अन्य घायल हो गए। विशेषज्ञों ने कहा कि हत्यारे एल्पाइड बेल्ट ने एक बार फिर इस क्षेत्र में तबाही मचाई है, जो अतीत में कई घातक भूकंपों की चपेट में आ चुका है।
तो, एल्पाइड बेल्ट क्या है?
तुर्की एल्बाइड बेल्ट के रूप में जानी जाने वाली भूकंपीय गतिविधि के केंद्र में स्थित है - पैसिफिक रिंग ऑफ फायर के बाद पृथ्वी पर दूसरा सबसे सक्रिय क्षेत्र।
एल्पाइड बेल्ट 15,000 किमी से अधिक तक फैली हुई है, जो मोटे तौर पर यूरेशियन और अफ्रीकी टेक्टोनिक प्लेटों की सीमा का अनुसरण करती है। यह पूर्व में हिमालय से भूमध्यसागरीय क्षेत्र के माध्यम से और अटलांटिक महासागर में अज़ोरेस तक फैली हुई है। टेक्टोनिक प्लेटें पृथ्वी की पपड़ी के निर्माण हैं जो धीरे-धीरे चलती हैं, अक्सर एक दूसरे के बीच दबाव और घर्षण पैदा करती हैं।
यह बेल्ट भूकंप और ज्वालामुखी विस्फोट की उच्च आवृत्ति का अनुभव करती है। यह मुख्य रूप से यूरेशियन और अफ्रीकी टेक्टोनिक प्लेटों के टकराने के कारण है, जो साथ-साथ खिंचते हैं और अत्यधिक दबाव का निर्माण करते हैं।
यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक
यह धीमी गति से बनने वाला दबाव अंततः भूकंप और ज्वालामुखी गतिविधि के माध्यम से मुक्त हो जाता है।
यह एल्पाइड बेल्ट दुनिया के अब तक के बड़े भूकंपों का लगभग 17% हिस्सा है। इन भूकंपों में कुछ सबसे विनाशकारी भूकंप शामिल हैं जैसे कि ईरान का भूकंप जिसने अगस्त 1968 में 11,000 लोगों की जान ले ली थी, और देशों के रिकॉर्ड के अनुसार मार्च 1970 और मई 1971 में तुर्की के भूकंप में लगभग 1,000 लोग मारे गए थे। सभी परिमाण 7 के पास थे, यूएसजीएस अभिलेखागार दिखाते हैं।
एल्पाइड बेल्ट कई पर्वत श्रृंखलाओं का घर है, जिनमें हिमालय और आल्प्स सबसे महत्वपूर्ण हैं। सक्रिय टेक्टोनिक प्लेट घर्षण के कारण हिमालयी क्षेत्र तीव्र और उच्च आवृत्ति वाले भूकंपों के प्रति संवेदनशील है।
वैज्ञानिकों का कहना है कि हिमालयी क्षेत्र में एक बड़े भूकंप की प्रबल संभावना है।
एल्पाइड बेल्ट को कई खंडों में विभाजित किया गया है, प्रत्येक की अपनी अनूठी भूवैज्ञानिक विशेषताओं और भूकंपीय गतिविधि का इतिहास है।.......
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तुर्की और सीरिया में भूकंप ने मचाई तबाही
तुर्की की मदद करेगा भारत
रवाना होंगी एनडीआरएफ और मेडिकल टीमें
नई दिल्ली। तुर्किये और सीरिया में सोमवार को 7.8 की तीव्रता के भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता इतनी तेज थी कि कई इमारतें जमींदोज हो गई। जिसमें अब तक 2300 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। इस बीच भारत सरकार भी तुर्किये की मदद के लिए एनडीआरएफ और मेडिकल टीमों को भेजेगा।टर्किश मीडिया के मुताबिक- दो बड़े झटके आए। पहला…
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नए साल के पहले दिन लगातार दूसरा भूकंप, दिल्ली के बाद बंगाल की खाड़ी में महसूस हुए झटके..
नए साल के पहले दिन लगातार दूसरा भूकंप, दिल्ली के बाद बंगाल की खाड़ी में महसूस हुए झटके..
नई दिल्ली राजधानी दिल्ली के बाद अब बंगाल की खाड़ी में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 4.5 मापी गई है. हालांकि, भूकंप के कारण किसी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ है.
भूकंप के झटके सुबह लगभग 11 बजे महसूस किए गए. इससे पहले सुबह के समय दिल्ली में नए साल की शुरुआत के पहले दिन का यह दूसरा भूकंप है. इससे पहले दिल्ली में 3.8 तीव्रता के…
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Earthquake Today: महाराष्ट्र के बाद अब अरुणाचल प्रदेश में झटके
Earthquake Today: महाराष्ट्र के बाद अब अरुणाचल प्रदेश में झटके
तीन बार आया भूकंपEarthquake in Nashik: इस महीने भारत के विभिन्न हिस्सों में भूकंप के झटके दर्ज किए गए हैं। 11 नवंबर को यूपी, एमपी, दिल्ली-एनसीआर, बिहार, हरियाणा, उत्तराखंड समेत 8 राज्यों में झटके महसूस हुए थे। तब भूकंप का केंद्र नेपाल में था जहां 6 लोगों की मौत हुई।
Earthquake in Nashik: देश-दुनिया में एक के बाद एक महसूस किए जा रहे भूकंप के झटकों से दहशक का माहौल है। बुधवार को अलग-अलग स्थानों पर…
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नमस्कार वेलकम to upLucknow.in
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1.कोरोना के कारण मौत को लेकर अमेरिका ने डब्ल्यूएचओ से तोड़ा नाता😷।
2. ट्रंप ने कहा डब्ल्यूएचओ ने नहीं किया सुधार।
3. चीन के कब्जे में है डब्ल्यूएचओ - डोनाल्ड ट्रंप।
4. ट्रंप का आरोप चीन ने डब्ल्यूएचओ पर दुनिया को गुमराह करने का दबाव डाला।
5. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फिर एक बार चीन को बताया करोना का जिम्मेदार।
6.ट्रम्प ने कहा चीन को देना होगा दुनिया को जबाब।
7. डोनाल्ड ट्रंप लगाए चीन पर चोरी और जासूसी का भी आरोप!
8. डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि चीन की हर कंपनियों पर भी मेरी नजर है।
9. नरेंद्र मोदी ने मन की बात में कहा कि मैं दिन-रात कोशिश कर रहा हूं।
10. भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी जी ने फिर से की अपील और कहा कि जैसे अभी तक धैर्य बनाए थे वैसे ही धैर्य बनाने की जरूरत।
11. पीएम ने अपने पत्र में लिखा कि भारत को घेर रहा है कोरोना
12.100000000 परिवार तक पहुंचेगा पीएम का पत्र
13.लोकडौन को लेकर पीएम और गृहमंत्री का एक बड़ा बैठक आज।
15.श्रमिक एक्सप्रेस को लेकर ममता बनर्जी ने किया आरोप कहा कि मजदूरों को ठोस ठोस पर भेजा जा रहा है गांव सोशल डिस्पेंसिंग का पालन नहीं किया जा रहा है
16.अब दिल्ली होटल मिलेंगी क्वार्टरइन का सुविधा।
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17. सरकार की 1 साल पूरा होने पर फेसबुक पर लाइव आएंगे जेपी नड्डा।
18. दिल्ली में कॉल 8:09 पर महसूस किए गए थे भूकंप के झटके।
19. हरियाणा और पंजाब में भी महसूस किए गए थे रात को भूकंप के झटके तीव्रता मापन 3.45।
20. दिल्ली में 48 दिनों में कुल 5 बार आ चुकी है भूकंप।
21. आज गाजियाबाद में 24 घंटों में 16 नए केस आए हैं।
22. तेज गर्मी के कारण हो रही है चमगादड़ की मौत।
23. आज से जम्मू कश्मीर में पेट्रोल 1.5 रुपये और डीजल 1.2 रुपए महंगे।
24. गोरा ग्राम में भी शुरू हुआ करो ना के कहर 24 घंटों में 154 के साथ चुके हैं।
25. ठाणे में स्टेडियम को बदला गया हॉस्पिटल के रूप में।
26. हिमाचल में 1 जून से होगी ट्रांसपोर्ट की शुरुआत।
27. कानपुर में लोगों की भीड़ जमाने के आरोप में समाजवादी पार्टी के विधायक पर शिकायत हुआ दर्ज।
28. बालाघाट में एक जालिम पिता ने अपने 8 साल के बच्चे को नदी में डूबा कर मार डाला।
29. जम्मू कश्मीर में 75 दिन बाद खुली शराब की दुकानें शराब के शौकीनों की लगी जमकर भीड़।
30. चीन और भारत की सीमा विवाद को लेकर राहुल गांधी ने किया ट्वीट और मोदी पर साधा निशाना और अपने ट्वीट के जरिए पूछा कि आखिर यह हो क्या रहा है कुछ और शपस्ट तो किया जाए।
तो ये थी आज की कुछ ब्रेकिंग न्यूज़ जो कि आपको जानना बेहद जरूरी था।
और यह न्यूज़ अगर आपको अच्छा लगा हो तो मुझे कमेंट जरूर करें और इस न्यूज़ को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें ताकि यह न्यूज़ सबके पास पहुंच सके।
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अफगानिस्तान में भूकंप के तेज झटके, अब तक 20 से ज्यादा की मौत
अफगानिस्तान में भूकंप के तेज झटके, अब तक 20 से ज्यादा की मौत
#RRBNTPC_1student_1result #TeleprompterPM #muthoottumini #RailwayMinister_HelpUs #JaiBhim
दिल्ली। अफगानिस्तान में सोमवार को आया भूकंप इतना शक्तिशाली था कि बडघिस के कादिस जिले में घर भी गिरने लगे। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कई लोगों की तो घरों में दबने की वजह से मौत हो गई है।
भूकंप में अभी तक 26 लोगों की मौत हुई है। माना जा रहा है कि मौत के आंकड़ों में और वृद्धि हो सकती है। रिक्टर स्केल पर भूकंप के झटके की तीव्रता 5.6 रही।
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नेपाल में भूकंप के बाद के पुनर्निर्माण के लिए भारत की प्रतिबद्धता गंभीर, पर्याप्त है: विदेश मंत्री जयशंकर | समाचार - टाइम्स ऑफ इंडिया वीडियो
नेपाल में भूकंप के बाद के पुनर्निर्माण के लिए भारत की प्रतिबद्धता गंभीर, पर्याप्त है: विदेश मंत्री जयशंकर | समाचार – टाइम्स ऑफ इंडिया वीडियो
दिसंबर 09, 2021, 09:19 PM ISTस्रोत: एएनआई
भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने नेपाल के पुनर्निर्माण पर एक आभासी अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि नई दिल्ली 2015 के भीषण भूकंप से प्रभावित सभी नेपाली लोगों के जीवन में स्वास्थ्य और खुशी लाने के लिए प्रतिबद्ध है। जयशंकर ने कहा कि अब तक हासिल किए गए लक्ष्य पर्याप्त हैं। भारतीय सहायता से गोरखा और नुवाकोट जिलों में 50,000 मालिक संचालित घरों…
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नेपाल में शुक्रवार देर रात करीब 11 बजकर 47 मिनट पर 6.4 तीव्रता का भूकंप आया। उस समय 37 लोगों के मौत की खबर आई थी अब ये आंकड़ा 150 से अधिक पहुंच गया है। वहीं खबर के अनुसार, भूकंप का केंद्र नेपाल की राजधानी काठमांडू से 331 किलोमीटर दूर उत्तर-पश्चिम में 10 किमी जमीन के नीचे था। इस भूकंप का सबसे ज्यादा असर जाजरकोट और रुकुम जिले में देखा गया। वहीं भारत के राजधानी क्षेत्र दिल्ली-एनसीआर, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश में भी भूकंप के झटके महसूस किये गए।
#NepalEarthquake #earthquake #Nepal
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#earthquake #ravishkumar #ajitanjum #pragyamishra #lucknow #polkhol #भूकम्प Delhi NCR Earthquake: तेज भूकंप के झटकों की चपेट में दिल्ली, इस्लामाबाद और काबुल, अब तक किसी जानमाल के नुकसान की खबर नहीं दिल्ली एनसीआर में भूकंप के तेज झटके~~~ दिल्ली-NCR में भूकंप के तेज झटके लगे,नोएडा,गाजियाबाद में झटके महसूस हुए,काफी देर तक महसूस किए गए झटके,30 सेकेंड से ज्यादा समय तक महसूस हुए झटके,पंजाब, उत्तराखंड में भी झटके महसूस किए गए,राजस्थान के जयपुर में भी झटके महसूस,अफगानिस्तान में था भूकंप का केंद्र,देहरादून में भूक���प के झटके हुए महसूस,लखनऊ में भी भूकंप के झटके महसूस,रिक्टर स्केल पर 7.7 मापी गई तीव्रता. Delhi NCR Earthquake: polkhol pol khol
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Delhi Earthquake | दिल्ली-NCR में आया तेज भूकंप, भयंकर झटकों से हिली धरती, 5.8 थी तीव्रता
Pic: Social Media
नई दिल्ली. राजधानी दिल्ली से मिली बड़ी खबर के अनुसार आज दिल्ली-NCR में समेत आसपास के इलाके में अब से कुछ देर पहले भूकंप के झटके लगे हैं। यह भूकंप दोपहर करीब 2:30 बजे आया है। हालाँकि अब तक इसमें किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं मिली है। यह झटके कुछ सेकेंड तक महसूस किए गए हैं। बताया जा रहा है कि करीबन 20 से 30 सेकेंड तक भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। इस भूकंप की तीव्रता 5.8 थी।…
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किसी-न-किसी बहाने वकील करते रहते हैं हड़ताल, अब कड़ाई के मूड में बार काउंसिल Divya Sandesh
#Divyasandesh
किसी-न-किसी बहाने वकील करते रहते हैं हड़ताल, अब कड़ाई के मूड में बार काउंसिल
नई दिल्ली
() कम करने और हड़ताल के लिए सोशल मीडिया के माध्यम से दूसरों को भड़काने वाले वकीलों के खिलाफ कार्रवाई के नियम बनाने के लिए राज्यों के बार काउंसिलों के मीटिंग बुलाई है। बीसीआई ने इसकी जानकारी सुप्रीम कोर्ट को दी। बीसीआई के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ अधिवक्ता मनन कुमार मिश्रा ने न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति एम आर शाह की पीठ को बताया कि उन्होंने 4 सितंबर को सभी राज्य विधिज्ञ परिषदों की बैठक बुलाई है।
BCI ने सुप्रीम कोर्ट को बताई यह बात
मिश्रा ने कहा, ‘हम 4 सितंबर को सभी राज्य विधिज्ञ परिषदों एवं संघों की बैठक करेंगे तथा इसमे हम वकीलों की हड़ताल कम करने के लिए नियम बनाने और हड़ताल के लिए अन्य लोगों को सोशल मीडिया के जरिए भड़काने वाले वकीलों के खिलाफ कार्रवाई करने का प्रस्ताव रखेंगे।’ पीठ ने मिश्रा का अभ्यावेदन (Representation) दर्ज किया और कहा कि वह बीसीआई के इस कदम की सराहना करती है। शीर्ष अदालत ने मिश्रा के अनुरोध पर मामले की आगे की सुनवाई सितंबर के तीसरे सप्ताह के लिए स्थगित कर दी।
सुनवाई की शुरुआत में मिश्रा ने न्यायालय के पिछले साल के आदेश के अनुपालन में कोरोना वायरस वैश्विक महामारी फैलने के कारण देरी होने और पहले सुझाव नहीं देने के लिए माफी मांगी। उच्चतम न्यायालय ने 26 जुलाई को कहा था कि उसने पिछले साल 28 फरवरी को अपना फैसला सुनाया था और बीसीआई एवं स्टेट बार काउंसिलों को वकीलों के काम से अनुपस्थित रहने और हड़ताल करने की समस्या से निपटने के लिए ठोस सुझाव देने का निर्देश दिया था।
वकीलों की चलती रहती है हड़ताल
शीर्ष अदालत ने पिछले साल 28 फरवरी को उत्तराखंड जिला अदालतों में वकीलों द्वारा ‘पाकिस्तान में बम विस्फोट’, और ‘नेपाल में भूकंप’ जैसे कारणों से 35 साल तक हर शनिवार को हड़ताल करने पर नाराजगी जताई थी। उसने सप्ताहिक हड़ताल जारी रखने वाले वकीलों के खिलाफ अवमानना की कार्रवाई से संबंधित कार्रवाई करने की चेतावनी दी थी। न्यायालय ने इस हड़ताल को अवैध बताते हुए वकीलों द्वारा हड़ताल करने/काम पर नहीं आने की समस्या से निपटने के लिए आगे की कार्रवाई संबंधी सुझावों के लिए बीसीआई और सभी राज्य विधिज्ञ परिषदों से छह सप्ताह के भीतर जवाब मांगा था।
वकीलों की हड़ताल का मुद्दा उत्तराखंड हाई कोर्ट के एक फैसले के खिलाफ दायर अपील पर सुनवाई के दौरान सामने आया था। इस फैसले में उच्च न्यायालय ने देहरादून और हरिद्वार तथा ऊधम सिंह नगर के अधिकतर हिस्सों में प्रत्येक शनिवार को वकीलों की हड़ताल या अदालत के बहिष्कार को अवैध करार दिया था। पीठ ने उच्च न्यायालय के आदेश को पूरी तरह न्यायोचित बताते हुये कहा था कि यह स्वत: ही अवमानना कार्यवाही शुरू करने का उचित मामला है।
विधि आयोग की रिपोर्ट का हवाला
हाई कोर्ट ने 25 सितंबर, 2019 को अपने फैसले में विधि आयोग की 266वीं रिपोर्ट का भी हवाला दिया था। इस रिपोर्ट में आयोग ने वकीलों की हड़ताल की वजह से कार्य दिवसों (Working Days) के नुकसान के आंकड़ों का विश्लेषण करने के बाद कहा था कि इससे अदालतों का कामकाज प्रभावित होता है और लंबित मुकदमों की संख्या बढ़ाने में यह योगदान करते हैं।
उत्तराखंड के बारे में उच्च न्यायालय द्वारा विधि आयोग को भेजी गयी सूचना के अनुसार 2012-2016 के दौरान देहरादून जिले में वकील 455 दिन हड़ताल पर रहे जबकि हरिद्वार में 515 दिन वकीलों की हड़ताल रही। विधि आयोग की रिपोर���ट का जिक्र करते हुये उच्च न्यायालय ने अपने फैसले में कहा था कि स्थानीय मुद्दे से लेकर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के ऐसे मुद्दों पर वकील अदालतों से अनुपस्थित रहते हैं जिनका अदालत के कामकाज से कोई संबंध ही नहीं होता है।
35 साल से जारी है साप्ताहिक हड़ताल!
उच्च न्यायालय ने कहा था कि उदाहरण के लिए पाकिस्तान के स्कूल में बम विस्फोट, श्रीलंका के संविधान में संशोधन, अंतर्राज्यीय जल विवाद, किसी वकील पर हमला या उसकी हत्या, नेपाल में भूकंप, अधिवक्ताओं के नजदीकी रिश्तेदार के निधन पर शोक व्यक्त करने और यहां तक कि भारी बारिश और कवि सम्मेलनों जैसे मुद्दे भी अदालत की कार्यवाही के बहिष्कार की वजह बनती रही हैं।
हाई कोर्ट ने अपने फैसले में इस तथ्य का जिक्र किया कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पिछले 35 साल से शनिवार को अदालत की कार्यवाही का बहिष्कार करके विरोध करने का सिलसिला चल रहा है। उत्तर प्रदेश के पुनर्गठन के बाद 9 नवंबर, 2000 को उत्तराखंड प्रदेश के सृजन से पहले ये तीनों जिले उत्तर प्रदेश का हिस्सा थे।
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भूकंप के झटकों की वजह से Delhi Metro की सेवा बाधित-
भूकंप के झटकों की वजह से Delhi Metro की सेवा बाधित-
स्पेशल रिपोर्ट: देवराज कौशिक
दिल्ली मेट्रो रेल कॉ र्पोरेशन (DMRC) ने ट्वीट कर बताया कि सुबह करीब 6.42 बजे भूकंप हल्के झटके की पुष्टि हुई, जिसके बाद एक मानक प्रक्रिया के तहत ट्रेनों को सावधानी की गति से चलाया गया और अगले स्टेशन पर रोक दिया गया.
कई स्टेशनों के गेट 1 घंटे रहे बंद; लगी यात्रियों की लंबी लाइन.
हालांकि अब सेवाएं सामान्य रूप से चल रही हैं.
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