#दिल्ली के नए मुख्यमंत्री का नाम
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tudaynews · 23 hours ago
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rightnewshindi · 3 days ago
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RSS का प्रस्ताव, जाति समीकरण, महिला सशक्तिकरण, जानें भाजपा ने पहली बार विधायक बनी रेखा गुप्ता को क्यों चुना सीएम
Rekha Gupta: आज दिल्ली के नए सीएम के नाम से सस्पेंस उठ गया है। बीजेपी विधायक रेखा गुप्ता दिल्ली की नई मुख्यमंत्री होंगी। केंद्रीय पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में उन्हें सर्वसम्मति से पार्टी विधायक दल की नेता चुना गया। गुप्ता, दिल्ली की शालीमार बाग विधानसभा सीट से पहली बार विधायक बनी हैं। बीजेपी ने रेखा गुप्ता को दिल्ली की सीएम बनाकर एक साथ कई संदेश दिए हैं। आरएसएस ने नाम प्रस्तावित किया रेखा गुप्ता…
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asr24news · 3 days ago
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रेखा गुप्ता दिल्ली की नई मुख्यमंत्री, भाजपा विधायक दल की बैठक में लगी मुहर
नई दिल्ली, 19 फरवरी 2025। भाजपा ने करोड़ों लोगों के इंतजार को खत्म कर दिया है। भाजपा ने शालीमार बाग से जीत दर्ज की रेखा गुप्ता को दिल्ली का नया मुख्यमंत्री चुना है। कई दिनों से इसकी चर्चा चल रही थी कि रेखा गुप्ता को ही नया सीएम बनाया जा सकता है, अब इस खबर पर आधिकारिक तौर पर मुहर लग चुकी है। गौरतलब है कि आज आरएसएस ने भी बीजेपी को दिल्ली के नए सीएम के लिए रेखा गुप्ता का नाम सुझाया था। बीजेपी के…
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sharpbharat · 3 days ago
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Delhi new cm : दिल्ली की नयी मुख्यमंत्री होंगी रेखा गुप्ता, गुरुवार को होगा शपथ ग्रहण समारोह
नयी दिल्ली : भाजपा की महिला नेता रेखा गुप्ता को दिल्ली का नया मुख्यमंत्री चुन लिया गया है. दिल्ली के नए मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान बुधवार की शाम को बीजेपी मुख्यालय में हुई विधायक दल की बैठक में हुआ है. अब 20 फरवरी को दिल्ली के रामलीला मैदान में दोपहर 12 बजे दिल्ली की नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह होगा, जिसमें दिल्ली सीएम और मंत्री पद व गोपनीयता की शपथ लेंगे. शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री…
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delhihalchalnews · 4 days ago
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दिल्ली में नए मुख्यमंत्री का नाम अभी घोषित नहीं हुआ है,लेकिन रामलीला मैदान में शपथ ग्रहण की तैयारी शुरू हो गई है। भाजपा की 27 वर्षों बाद दिल्ली की सत्ता में वापसी हुई है, इसलिए शपथ ग्रहण समारोह को यादगार बनाया जाएगा। 20 फरवरी को शपथ ग्रहण समारोह होगा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित अन्य केंद्रीय मंत्रियों के साथ ही राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन शासित राज्यों के मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री और अन्य बड़े नेता शामिल होंगे। हरियाणा में महाराष्ट्र में हुए शपथ ग्रहण समारोह की तरह यहां भी राजग की एकजुटता दिखेगी। उसी दिन रजक शासित राज्यों के मुख्यमंत्री की बैठक भी हो सकती है। . . #india #delhicmnews #bjp #apcmysjagan #mla #cmysjagan #instagram #ysr #news #jaganmohanreddy #jagan #aiadmk #jaijagan #jaijagananna #politics #apcmjagan #cmjagan #ysjmr #ysj #bestcm #ysjaganmarkgovernance #bestcmysjagan #ysjaganupdates #cm #love #tamilcinema #puratchithalaivi #mp #actress #misschennai
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deshbandhu · 5 months ago
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Mukhyamantree Pad se Isteepha Denge Kejriwal, Isteephe Ke Baad Hogi Vidhaayak Dal ki Baithak
दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देंगे। इस्तीफे के बाद 11.30 बजे विधायक दल की बैठक होगी। 12 बजे नए सीएम का ऐलान होगा, अरविंद केजरीवाल 4.30 बजे LG को इस्तीफा सौंपेंगे। अरविंद केजरीवाल ने 15 सितंबर को एक सभा में अपने पद से इस्तीफ़ा देने का ऐलान कर दिया था। केजरीवाल आज यानी 17 सितंबर को अपने पद से इस्तीफ़ा दे देंगे। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि दिल्ली का अगला सीएम कौन होगा क्योंकि केजरीवाल के इस्तीफे से पहले दिल्ली में नए सीएम के नाम का ऐलान हो जाएगा। 
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dainiksamachar · 1 year ago
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लोकसभा चुनाव के हाई फीवर मैच से पहले गौतम के रिटायर्ड हर्ट होने की 5 गंभीर वजह
नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले ही दिल्ली में बीजेपी का मजबूत प्लेयर रिटायर्ड हर्ट हो गया है। पूर्वी दिल्ली संसदीय क्षेत्र से बीजेपी सांसद ने अपनी राजनीतिक पारी से लगभग ब्रेक ले लिया है। गौतम गंभीर ने शनिवार को ट्वीट कर पार्टी से खुद को राजनीतिक कर्तव्यों से मुक्त करने की गुहार लगाई है। जेपी नड्डा को संबोधित करते हुए गंभीर ने ट्वीट में अपनी क्रिकेट प्रतिबद्धताओं का हवाला दिया है। माना जा रहा है कि यह गौतम गंभीर की राजनीति पारी का अंत है। ऐसे में सवाल उठता है कि इस देश में होने वाले हाईफीवर चुनाव से पहले आखिर गौतम गंभीर क्यों रिटायर्ड हर्ट हो गए। जानते हैं इसके पीछे की कुछ वजहों पर। 1. टिकट कटने का अंदेशा दिल्ली में कांग्रेस और आम आदमी के बीच चुनावी गठबंधन हो चुका है। ऐसे में बीजेपी के पास इन दोनों दलों से मुकाबला करने के लिए नए सिरे रणनीति बना��े की जरूरत है। माना जा रहा है कि पार्टी इस बार पुराने चेहरों पर दांव लगाने के मूड में नहीं है। बीजेपीकी दिल्ली इकाई की चुनाव समिति ने दिल्ली की 7 लोकसभा सीट के लिए पार्टी नेतृत्व को 25-30 संभावित उम्मीदवारों की सूची सौंपी है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि कि नई दिल्ली लोकसभा सीट के लिए वर्तमान सांसद मीनाक्षी लेखी के अलावा विदेश मंत्री एस जयशंकर, आवास एवं शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी और दिवंगत नेता सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज के नाम संभावित प्रत्याशियों में शामिल हैं। इसके अलावा पार्टी अपने पुराने सांसदों को दोहराने के मूड में भी नहीं माना है। माना जा रहा है कि दिल्ली से तीन से चार सांसदों का पत्ता कट सकता है। गौतम गंभीर का नाम भी पत्ता कटने वाले सांसदों की लिस्ट में शामिल बताया जा रहा है। ऐसे में गंभीर को पहले ही इस बात का अंदेशा हो गया है या पार्टी सूत्रों से उन्हें इस बात के संकेत मिल गए हों। 2. क्रिकेट कमिटमेंट हो सकती है वजह सांसद बनने के बाद भी गौतम गंभीर ने क्रिकेट के साथ अपना रिश्ता बनाए रखा। बात चाहे आईपीएल की हो या फिर क्रिकेट कमेंटरी की या फिर क्रिकेट कोचिंग की। गंभीर अपने संसदीय क्षेत्र से अधिक खेल के मैदान या कमेंटरी बॉक्स में अधिक दिखाई देते रहे हैं। इस साल आईपीएल की तारीखों का ऐलान हो गया है। उसी समय दुनिया की सबसे महंगी क्रिकेट लीग आईपीएल का 22 मार्च से आयोजन भी हो रहा है। गंभीर इस बार आईपीएल में कोलकाता नाइटराइडर के मेंटॉर बनाए गए हैं। ऐसे में उन्हें पूरी तरह से अपनी इस भूमिका पर फोकस करना पड़ेगा। इससे पहले वह साल 2022 और 2023 में लखनऊ सुपर जाएंट्स टीम के मेंटॉर रह चुके हैं। ऐसे में यदि उन्हें लोकसभा का टिकट यदि मिल जाए तो वह चुनाव प्रचार करेंगे या फिर क्रिकेट के मैदान पर खिलड़ियों का मार्गदर्शन करेंगे। शायद राजनीति से रिटायर्ड हर्ट होने की यह भी एक बड़ी वजह हो सकती है। 3. तू-तू, मैं-मैं की राजनीति से किनारा गौतम गंभीर ने साल 2019 में पूर्वी दिल्ली से बड़े अंतर से चुनाव जीता था। गंभीर ने कांग्रेस के अरविंदर सिंह लवली के साथ ही आम आदमी पार्टी की नेता और मौजूदा मंत्री आतिशी को हराया था। गंभीर को अपने प्रतिद्वंदी से लगभग दो गुना वोट मिले थे। गंभीर ने कांग्रेस के लवली को लगभग 1.50 लाख मतों के अंतर से हराया था। वहीं, आप नेता आतिशी को महज 18 फीसदी मत मिले थे। चुनाव जीत के साथ ही गंभीर ने राजनेताओं की भाषा बोलना शुरू कर दिया था। गंभीर ने जीत के बाद ही अपने पहले ट्वीट में लिख था, न तो यह 'लवली' कवर ड्राइव है और न ही यह 'आतिशी' बल्लेबाजी है। यह सिर्फ भाजपा की 'गंभीर' विचारधारा ��ै जिसका लोगों ने समर्थन किया है। इस जनादेश को पाने के लिए बीजेपी और दिल्ली बीजेपी टीम के सभी साथियों को बहुत-बहुत धन्यवाद। राजनीति में आने के बाद फिर चाहे दिल्ली में कूड़े के पहाड़ का मामला हो या कोरोना काल में ऑक्सीजन गैस सिलेंडर, दवाओं के मामले पर दिल्ली सरकार को घेरना। मुख्यमंत्री केजरीवाल से गंभीर की अदावत जग जाहिर है। हालांकि, गंभीर का मिजाज है कि वह तू-तू-मैं-मैं की राजनीति में नहीं पड़ना चाहते। ऐसे में वह इससे किनारा करना चाहते हों। राजनीति से हटने की यह भी एक वजह हो सकती है। 4. राजनीति का रंग नहीं चढ़ पाया ��ौतम गंभीर ने साल 2018 में क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। 2019 में गंभीर भले ही लोकसभा चुनाव जीत गए हों लेकिन उनपर राजनीतिक का रंग पूरी तरह से कभी नहीं चढ़ा। राजनेता बनने के बाद भी उनका अधिकतर समय खेल और खेल से जुड़ी गतिविधियों में ही बीतता था। गंभीर ने सांसद रहते हुए भी दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में होने वाली रिटायर्ड खिलाड़ियों की टी-20 लीग में बल्ला घुमाते दिखाई दिए। गंभीर का मिजाज राजनीति से बिल्कुल मेल नहीं खाता है। राजनीति में जिस तरह के कूटनीतिक और सोच समझ कर बयान देने पड़ते हैं गंभीर उसके बिल्कुल उलट दिखाई देते हैं।… http://dlvr.it/T3Vnl1
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todaymandibhav · 1 year ago
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भजन लाल शर्मा होंगे राजस्थान के नए मुख्यमंत्री, जाने उनके बारे में कुछ खास बातें
Rajasthan New CM: मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ की भांति भाजपा आलाकमान ने राजस्थान में भी सबको चौकातें हुए आज अपने नये मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान कर दिया है। राजस्थान में सांगानेर सीट से विधायक बने भजन लाल शर्मा (Bhajan Lal Sharma) को प्रदेश का नया मुख्यमंत्री चुना गया है। दिल्ली से आए पर्यवेक्षकों राजनाथ सिंह, विनोद तावड़े और सरोज पांडेय ने विधायक दल की बैठक के बाद भजन लाल शर्मा के नाम पर मुहर लगाते…
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jkstvnews · 1 year ago
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मोहल्ला क्लीनिक: दिल्ली सरकार द्वारा बनाए गए महोल्ला क्लीनिकों में नहीं हो रहा है, मरीजों को इलाज
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मोहल्ला क्लीनिक बंद के चलते जनता परेशान
मोहल्ला क्लीनिक : भारत की राजधानी में गरीबों के इलाज के लिए दिल्ली सरकार ने दिल्ली के हर महोल्ले में एक-एक क्लिनिक खोले ताकि गरीब तबके के लोग वहां जाकर अपना मुफ्त में इलाज करा सके,
लेकिन अलीपुर में स्थित महोल्ला क्लिनिक में न तो डॉक्टरों का अतापता होता है और ना ही दवाइयों का ऐसे में दिल्ली सरकार पर बढे सवालिया निशान खड़े हो रहें हैं, आखिर जो महोल्ला क्लिनिक गरीबों का मुफ्त में इलाज करने के लिए खोले गए थे वो अब बंद कैसे पड़े हैं।
दिल्ली: दिल्ली सरकार की स्वास्थ्य सेवाओं की खुलती दिख रही है पोल क्योंकि मोहल्ला क्लीनिक में नहीं हो रहा है बीमारियों का इलाज ऐसे में मोहल्ला क्लीनिक तक जाने वाले बीमार इलाज कराने जाते तो हैं लेकिन मोहल्ला क्लीनिक बंद पाकर निराश हो जाते हैं।
स्वास्थ्य सेवाओं के नाम पर बहतरीन और मुफ्त स्वास्थ्य सुविधा देने वाले मुख्य मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का दावा हैथा कि दिल्ली के तमाम हॉस्पिटल और मोहोल्ला क्लिनिक में मुफ्त इलाज करवाएंगे और 12 सौ से अधिक टेस्ट मुफ्त कर वाये जा रहे हैं लेकिन मोहोल्ला क्लिनिक का बंद होना दिल्ली सरकार पर कई बड़े सवाल खड़े करता है।
ऐसे में दिल्ली सरकार कोविड-19 के नए वेरिएंट को लेकर चिंतित तो है और सभी स्वास्थ्य एजेंसियां अलर्ट पर भी है लेकिन दूसरी तरफ दिल्ली सरकार की स्वास्थ्य सेवाएं ठप होती भी दिखाई दे रही हैंread more
0R Pade :-दूध के दाम में हुई बढोतरी: नए साल की शुरूआत से पहले ही दिल्ली-NCR में बढ़ाए दूध के दाम, आम जनता को लगा महंगाई का झटका
or pade :-तुनिशा शर्मा की मौत: अभिनेत्री तुनिशा शर्मा की मौत पर बीजेपी विधायक ने “लव जिहाद” पर उठाया मुद्दा
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allgyan · 4 years ago
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जामताड़ा नाम ही काफी है -
"जामताड़ा" नाम "जामा" और "ताड़" शब्द से मिलकर बना है। "जामा" का संथाली भाषा में अर्थ होता है "साँप" और "ताड़" का अर्थ होता है "आवास"। इसका यह नाम इसलिए रखा गया है क्योंकि यहाँ पर साँप बड़ी संख्या में पाए जाते हैं।ये तो हुआ इसके नाम का अर्थ सहित विश्लेषण लेकिन जामताड़ा कुछ और भी चीजें के लिए बहुत प्रसिद्ध हुआ -वो था ऑनलाइन फ्रॉड |ऑनलाइन फ्रॉड के लिए ये शहर इतना प्रसिद्ध हुआ की बॉलीवुड में इसके नाम से एक फिल्म भी बन गयी |जामताड़ा  भारत के झारखण्ड राज्य के जामताड़ा ज़िले में स्थित एक शहर है। यह ज़िले का मुख्यालय भी है। जामताड़ा को बॉक्साइट की खदानों के लिए भी जाना जाता है। यह खदानें इसकी अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। खदानों के अलावा जामताड़ा में सादगी भरे गाँव और मनोहारी पर्वत विहार पार्क हैं।
आईटी और कंप्यूटर के ज्ञान में पिछली सीट पर रहने वाले इतने माहिर कैसे ?
पूर्वी झारखंड का यह दूरदराज का जिला कंप्यूटर जानने वाले जिलों की फेहरिस्त में निचले पायदान पर है| ज्यादातर गरीब किसानों से आबाद इस जिले में घरों को दिन में मुश्किल से पांच घंटे बिजली मिलती है| इसके बाद भी यहां के करीब 100 गांव फोन पर बरगलाकर क्रेडिट या डेबिट कार्ड की जानकारी निकलवाने वाले फिशिंग उद्योग के केंद्र के तौर पर उभरे हैं|इन गांवों के नजदीक लगे सेलफोन टावरों पर रोज हजारों कॉल दर्ज की जाती हैं| ये कॉल बेतरतीब और अनजान नंबरों पर की जाती हैं ताकि भोले-भाले लोगों को शिकार बनाया जा सके, जो इन फर्जी 'बैंक अधिकारी' को अपने डेबिट या क्रेडिट कार्ड के ब्यौरे बता दें और अपने खाते में जमा गाढ़ी कमाई से हाथ धो बैठें| कुछ महीने पहले 'एसबीआइ की मेन ब्रांच' के नाम से कॉल करने वाला शख्स मैट्रिक पास बेरोजगार 24 वर्षीय राम मंडल हो सकता था| वह अब जेल में है, फिर भी वह जामताड़ा के सुंदोरजोरी गांव का हीरो है|
उसने अपनी आखिरी फिशिंग कॉल मई के उमस भरे एक रविवार को की थी| वह दरअसल गांव के कुछ युवा कद्रदानों को सिखाने के लिए अपने हुनर की नुमाइश भर कर रहा था कि पुलिस ने धावा बोल दिया|देश के किसी भी कोने में साइबर ठगी होती है, तो 80 फीसदी मामलों में जामताड़ा के करमाटांड़ का मोबाइल लोकेशन आता है| ठगी किसी भी राज्य में हो, वहां की पुलिस यहां जरूर आती है |पिछले ढाई महीने में 7 राज्यों की पुलिस यहां 21 बार छापेमारी कर चुकी है |यहां के मनी हैकर पूरे देश के लिए चुनौती बने हुए है|
ऑनलाइन फ्रॉड की शुरवात कैसे हुई -
माना ये जाता है की इस शहर के कुछ लड़के नौकरी की तलाश में दिल्���ी गये|और ये लोग वहाँ के वेबसाइट में काम करने लगे |जो बॉलीवुड के लोगों की धुंदली तस्वीर पहचानने के लिए कहते थे और लोगों को बड़े -बड़े इनाम देने के लिए कहते थे | लोगों से कुछ रजिस्ट्रेशन फीस लेते थे |और फीस जैसे ही अकाउंट में आती थी ये लोग कॉल उठाना बंद कर देते थे |लेकिन ये काम करने के बाद कुछ लड़के अपने सहर वापस लौट आये और यहाँ भी ऐसा काम करने की सोचे |देश के सबसे गरीब सूबे में, जहां नौजवानों के लिए ज्यादा मौके नहीं हैं|इसलिए कई युवा भी इस ऑनलाइन फ्रॉड में इनसे जुड़ गये |
जामताड़ा जिले में 1,161 गांव हैं और इनमें से करीब 100 गांवों को छोड़कर बाकी की ज्यादातर आबादी बारिश पर निर्भर खेती से गुजारा करती है|और पुलिस जब इन गावों तक पहुंची तो उनका मानना था की इस गांव में ये एक उद्योग बन चूका है |जामताड़ा के एसपी इन बेलगाम निर्माण कार्यों की ओर इशारा करते हैं जो कर्मटांड थाने में पडऩे वाले गांवों में हो रहे हैं और वे यह भी कहते हैं कि इन गांवों के लोग गैर-कानूनी तरीकों से आई रकमों से मालामाल हैं|
जामताड़ा के दो गांव साइबर अपराध के गढ़ -
जामताड़ा में काला��रिया और दुधनिया गांव साइबर अपराध की पहचान बन गए हैं| कालाझरिया में एक मोबाइल टावर लगा है जिस पर हर दिन 2,500 कॉल आती हैं ये के गांव के लोगों का कहना ही अलग है और वो ये कहते नहीं थकते की की 2010 से 2014 तक बे रोकटोक चलने वाली कमाई के रुकने के लिए वो पुलिस और पत्रकार को दोषी मानते है | क्योकि यहाँ पहली गिरफ़तारी 2014 में हुई थी |और इसके बाद से इन कामो में कमी आ गयी है | लेकिन अब भी वहाँ के दुधनिया नए शानदार पक्के मकानों से चमचमा रहा है |
शहर जामताड़ा में क्यों रिसर्च करना चाहती है अमेरिकन रिसर्च टीम -
आपको शायद ये लग रहा है की ये कोई अच्छा काम तो नहीं जो अमेरिकन रिसर्च टीम इसमें रूचि दिखा रही है | लेकिन आपको बता दूँ की उनका अध्ययन ऑनलाइन फ्रॉड को लेकर नहीं है वो ये जानने चाहते है की कैसे ज्यादातर निरक्षर और कम पढ़े लिखे लोग जिनका आईटी और साइबर से कोई नाता नहीं और जिन गावों में लाइट भी मुश्किल से आती हो |वहाँ के लोग इतने माहिर कैसे है | कैसे एक हाई स्कूल भी पूरा न करना वाला लड़का एक सांसद को ठग लेता है | अभी हाल में पंजाब के मुख्यमंत्री की पत्नी जो भी सांसद है उनसे 23 लाख का फ्रॉड हुआ था उसके भी तार जामताड़ा से जुड़ते दिखाई दे रहे है |देश के किसी भी कोने में साइबर ठगी होती है, तो 80 फीसदी मामलों में जामताड़ा के करमाटांड़ का मोबाइल लोकेशन आता है|
इन हैकरों ने मुंबई और कोलकाता जैसे महानगरों में अलीशान मकानें बनाई हैं| इनके पास ऐशो आराम के हर साधन मौजूद हैं| इस क्राइम सिंडिकेट में बीसियों गांवों के सैकड़ो टीन एजर्स शामिल हैं| हो सकता है की इनके पास पढ़ने लिखने के साधन न होने के वजह से और गरीबी की वजह से भी ये इन कामो में जुड़ते गये हो | लेकिन इनकी दिमाग की ताकत कहे या स्मार्टनेस को भी झुटलाया नहीं जा सकता है |हो सकता है इन्हे अच्छे कामो में लगाया जाये या इनके दिमाग का प्रयोग आईटी में किया जाये तो हो सकता है ये देश को बहुत आगे ले जा सकते है |हमारे काम है की आपको सामने हमेशा एक अलग नजरिया पेश करे |
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webvartanewsagency · 2 years ago
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AAP को खुशी से पहले मिला 'गम', सिसोदिया पर जासूसी केस में मुकदमा चलाने को गृह मंत्रालय की मंजूरी
नई दिल्ली, (वेब वार्ता)। आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद एमसीडी की सत्ता का रास्ता साफ होने और मेयर चुनाव में संभावित जीत की खुशी से पहले पार्टी को नया ‘गम’ मिल गया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और केजरीवाल के दाएं हाथ कहे जाने वाले मनीष सिसोदिया के खिलाफ जासूसी केस में सीबीआई जांच को मंजूरी दे दी है। दिल्ली के कथित शराब घोटाले में सीबीआई जांच और गिरफ्तारी की आशंका के बीच नए केस से ना सिर्फ सिसोदिया की बल्कि पार्टी और सरकार की भी मुश्किलें बढ़नी तय है।
केजरीवाल की क्यों बढ़ेगी चिंता?
मनीष सिसोदिया पर कानूनी शिकंजा कसने से सबसे अधिक चिंता दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की बढ़ सकती हैं। राजनीति में आने से पहले से सिसोदिया केजरीवाल के सबसे भरोसेमंद व्यक्ति हैं। सरकार और पार्टी दोनों के कामकाज में सिसोदिया की भ��मिका बेहद अहम है। ऐसे में यदि सिसोदिया कानूनी पचड़े में फंसते हैं तो दोनों ही मोर्चे पर केजरीवाल के लिए चुनौती बढ़ जाएगी। सिसोदिया के पास शिक्षा, वित्त समेत अधिकतर महत्वपूर्ण विभाग हैं। एक अन्य मंत्री सत्येंद्र जैन के पिछले साल मई में जेल जाने के बाद से वह स्वास्थ्य मंत्रालय भी संभाल रहे हैं। सिसोदिया को 26 फरवरी को शराब घोटाले केस में सीबीआई के सामने पेश होना है। सिसोदिया पहले ही अपनी गिरफ्तारी की आशंका जता चुके हैं। CBI ने LG से मांगी थी अनुमति गौरतलब है कि केंद्रीय जांच एजेंसी CBI ने इस मामले में दिल्ली के उपराज्यपाल (LG) से अनुमति मांगी थी। एक शिकायत पर CBI की ओर से की गई प्रारंभिक जांच में दावा किया गया है कि FBU ने राजनीतिक खुफिया जानकारी भी एकत्र की है। CBI ने 12 जनवरी, 2023 को सतर्कता विभाग को एक रिपोर्ट सौंपी, जिसमें दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम और IPC की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज करने के लिए उप राज्यपाल से मंजूरी मांगी गई थी। राज्यपाल ने इस संबंध में मंजूरी के लिए फाइल को गृह मंत्रालय के जरिए राष्ट्रपति के पास भेज दिया था। जानें क्या है फीडबैक यूनिट मामला दिल्ली की केजरीवाल सरकार पर आरोप है कि उन्होंने 2016 में फीडबैक यूनिट बनाई थी और इसके जरिए वे राजनीतिक जासूसी करा रहे थे। दिल्ली सरकार ने फीडबैक यूनिट के लिए 1 करोड़ रुपए का एक गुप्त बजट भी आवंटित किया था। Read the full article
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rightnewshindi · 3 days ago
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CM Rekha Gupta: रेखा गुप्ता चुनी गई दिल्ली की मुख्यमंत्री, प्रवेश वर्मा होंगे डिप्टी सीएम; जानें किस नेता ने क्या कहा
CM Rekha Gupta: दिल्ली के नए मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा हो चुकी है। रेखा गुप्ता को दिल्ली का नया मुख्यमंत्री चुना जा चुका है। वहीं प्रवेश वर्मा दिल्ली के डिप्टी सीएम होंगे। 20 फरवरी को रेखा गुप्ता दिल्ली के रामलीला मैदान में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगी। बता दें कि इसे लेकर खासा तैयारियां की गई है। भाजपा विधायक दल की हुई बैठक में यह फैसला लिया गया है। रेखा गुप्ता के सीएम चुने जाने पर उनके…
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newslobster · 2 years ago
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ड्राइवर के बेटे और कभी दूध बेचने वाले सुखविंदर सिंह सुक्खू ने ऐसे तय किया मुख्यमंत्री पद तक का सफर
ड्राइवर के बेटे और कभी दूध बेचने वाले सुखविंदर सिंह सुक्खू ने ऐसे तय किया मुख्यमंत्री पद तक का सफर
सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कांग्रेस के छात्र विंग एनएसयूआई से राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी. नई दिल्ली: सुखविंदर सिंह सुक्खू हिमाचल प्रदेश के नए मुख्यमंत्री होंगे. कांग्रेस आलाकमान ने इस पर मुहर लगा दी है. राष्ट्रीय राजनीति में अब तक सुखविंदर सिंह सुक्खू का नाम भले ही उतना चर्चित ना रहा हो, लेकिन हिमाचल प्रदेश की राजनीति में उनकी पकड़ उतनी ही गहरी है. आइए आपको बताते हैं कि कौन हैं सुखविंदर सिंह…
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sharpbharat · 5 months ago
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delhi cm will resign-एक- दो दिनों अंदर दिल्ली सीएम केजरीवाल देंगे इस्तीफा, विधायक दल की बैठक में नए सीएम के नाम की होगी घोषणा
नयी दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एक- दो दिनों के अंदर सीएम पद से इस्तीफा दे देंगे. उन्होंने कहा कि भाजपा ने मुझ पर बेइमानी और भ्रष्टाचार के आरोप लगाए है. अब जनता की अदालत में मेरी ईमानदारी का फैसला होगा. दो- तीनों दिनों के अंदर विधायकों की एक बैठक होगी, जिसमें नया सीएम चुना जाएगा. उन्होंने कहा कि चुनाव तक मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नही बैठूंगा, दूसरी ओर सिसोदिया पर भी वही आरोप है,…
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sabkuchgyan · 2 years ago
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राजस्थान में सियासी घमासान, आज अशोक गहलोत दे सकते हैं सीएम पद से इस्तीफा
राजस्थान में सियासी घमासान, आज अशोक गहलोत दे सकते हैं सीएम पद से इस्तीफा
राजस्थान में सियासी घमासान तेज हो गया है. अशोक गहलोत आज (रविवार) राजस्थान के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे सकते हैं। इस बीच सचिन पायलट को राजस्थान का नया मुख्यमंत्री बनाने की अटकलें लगाई जा रही हैं। आपको बता दें कि सचिन पायलट जयपुर से दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं। जयपुर में आज विधायी निकाय की बैठक होगी, जिसमें नए सीएम के नाम पर मुहर लग सकती है. हालांकि सीएम पद के लिए कांग्रेस नेता सीपी जोशी के…
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suryyaskiran · 3 years ago
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भाजपा संसदीय बोर्ड और केंद्रीय चुनाव समिति के सदस्यों की घोषणा - नितिन गडकरी और शिवराज सिंह चौहान हुए बाहर
नई दिल्ली, 17 अगस्त (SK)। भाजपा से एक बड़ी खबर निकल कर सामने आ रही है। पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं वर्तमान केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पार्टी के फैसले लेने वाली सर्वोच्च इकाई भाजपा संसदीय बोर्ड से बाहर कर दिया गया है। दोनों नेताओं को पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति में भी शामिल नहीं किया है। केंद्र और बिहार सरकार में मंत्री रहे शाहनवाज हुसैन को पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति से बाहर कर दिया गया है। भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बुधवार को पार्टी के केंद्रीय संसदीय बोर्ड और केंद्रीय चुनाव समिति का पुनर्गठन करते हुए इनके नए सदस्यों के नाम की घोषणा कर दी है। पार्टी के अध्यक्ष होने के नाते जेपी नड्डा 11 सदस्यीय संसदीय बोर्ड के अध्यक्�� होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राजनाथ सिंह, अमित शाह, बी एस येदियुरप्पा, सर्बानंद सोनोवाल, के.लक्ष्मण, इकबाल सिंह लालपुरा, सुधा यादव और सत्यनारायण जटिया को सदस्य के तौर पर संसदीय बोर्ड में ��ामिल किया गया है। पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महासचिव बीएल संतोष संसदीय बोर्ड के सचिव के तौर इसमें शामिल किए गए हैं। संसदीय बोर्ड के साथ ही नड्डा ने चुनावों में टिकट बंटवारे पर मुहर लगाने वाले केंद्रीय चुनाव समिति का भी पुनर्गठन कर दिया है। पार्टी की 15 सदस्यीय केंद्रीय चुनाव समिति में भी नड्डा अध्यक्ष के तौर पर रहेंगे। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राजनाथ सिंह, अमित शाह, बीएस येदियुरप्पा, सबार्नंद सोनोवाल, के.लक्ष्मण, इकबाल सिंह लालपुरा, सुधा यादव, सत्यनारायण जटिया, भूपेन्द्र यादव, देवेन्द्र फडणवीस, ओम माथुर, और वनथी श्रीनिवासन (पदेन) को इसमें सदस्य के तौर पर शामिल किया गया है। पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महासचिव बीएल संतोष चुनाव समिति में भी सचिव के तौर पर शामिल किए गए हैं। Read the full article
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