#दिल्ली ऑक्सीजन ऑडिट रिपोर्ट
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lok-shakti · 3 years ago
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एम्स प्रमुख ने शांत किया तूफान: दिल्ली की ऑक्सीजन रिपोर्ट अंतरिम, इसलिए इंतजार करें और योजना बनाएं
एम्स प्रमुख ने शांत किया तूफान: दिल्ली की ऑक्सीजन रिपोर्ट अंतरिम, इसलिए इंतजार करें और योजना बनाएं
यह सामने आने के एक दिन बाद कि दिल्ली के ऑक्सीजन ऑडिट के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित उप-समूह अपनी रिपोर्ट पर विभाजित हो गया था, जिसमें दिल्ली सरकार की दूसरी कोविड -19 लहर, एम्स के चरम के दौरान तरल चिकित्सा ऑक्सीजन (एलएमओ) की मांग पर सवाल उठाया गया था। पैनल के पांच सदस्यों में से एक, निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया ने कहा कि निष्कर्ष “अंतरिम” हैं और “किसी को अंतिम रिपोर्ट की प्रतीक्षा करनी चाहिए”।…
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mrdevsu · 3 years ago
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Exclusive: ऑक्सीजन ऑडिट कमेटी की रिपोर्ट को दिल्ली के इन 3 अस्पतालों ने बताया गलत
Exclusive: ऑक्सीजन ऑडिट कमेटी की रिपोर्ट को दिल्ली के इन 3 अस्पतालों ने बताया गलत
नई दिल्ली: ️ दिल्ली️ दिल्ली️ दिल्ली️ दिल्ली️ दिल्ली️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️ दावा किया गया है कि सरकार ने ज़रूरत 4 गुना व्हाट में सक्षम है के लिए भी ज़िक्र किया गया है है कहा गया है कि इन में कम बिस्��र वाले होने के अत्यधिक संभावित उपयोग की जो कि गलत होगा। येचार कर्मचारी संघ अरूणाफ अली अली घर, तुलगलकबदाबाद का वार, रोहिणी स्थिति ESIC मॉडल और पॉलम कॉलोनी सिंघल अस्पताल…
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khsnews · 3 years ago
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अंतिम बैठक में शामिल नहीं होने वाले दो सदस्यों ने कहा कि अंतरिम रिपोर्ट पक्षपातपूर्ण थी। रिपोर्ट को लेकर दिल्ली और केंद्र एक बार फिर आमने-सामने हैं।अंतिम बैठक में शामिल नहीं होने वाले दो सदस्यों ने अंतरिम रिपोर्ट को पक्षपाती बताया। इस रिपोर्ट पर दिल्ली और केंद्र एक बार फिर आमने-सामने हैं
अंतिम बैठक में शामिल नहीं होने वाले दो सदस्यों ने कहा कि अंतरिम रिपोर्ट पक्षपातपूर्ण थी। रिपोर्ट को लेकर दिल्ली और केंद्र एक बार फिर आमने-सामने हैं।अंतिम बैठक में शामिल नहीं होने वाले दो सदस्यों ने अंतरिम रिपोर्ट को पक्षपाती बताया। इस रिपोर्ट पर दिल्ली और केंद्र एक बार फिर आमने-सामने हैं
हिंदी समाचार स्थानीय दिल्ली एनसीआर पूर्वाग्रह से प्रेरित एक अंतरिम रिपोर्ट को बुलाते हुए, दो सदस्य जो अंतिम बैठक में शामिल नहीं हुए; रिपोर्ट के बाद एक बार फिर दिल्ली और केंद्र आमने-सामने नई दिल्ली6 घंटे पहले प्रतिरूप जोड़ना 1140 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की मांग, जिसकी दिल्ली सरकार ने बार-बार संशोधन के बाद मांग की थी, वास्तविक आवश्यकता (289 मीट्रिक टन) से चार गुना अधिक थी। एससी के ऑक्सीजन ऑडिट पैनल…
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chaitanyabharatnews · 3 years ago
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दिल्ली सरकार ने जरूरत से चार गुना ज्यादा ऑक्सीजन लिया! डॉ. गुलेरिया बोले- मुझे नहीं लगता
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चैतन्य भारत न्यूज देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने कई परिवारों को उजाड़ दिया है। हर जगह ऑक्सीजन की किल्लत हो रही थी। राजधानी दिल्ली में भी ऑक्सीजन की किल्लत थी जिसके बाद सीएम अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार से ऑक्सीजन की मांग की थी। अब इसे लेकर बवाल मचा हुआ है। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट के पैनल की रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि दूसरी लहर के दौरान दिल्ली सरकार ने ��क्सीजन की ज़रूरत को चार गुना ज्यादा बढ़ाकर बताया था। इसे लेकर अब दिल्ली सरकार और विपक्षी ��ीजेपी के बीच बहस छिड़ी हुई है। विपक्ष ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि, अंतरिम रिपोर्ट में केजरीवाल सरकार पर ऑक्सीजन की डिमांड 4 गुना बढ़ाकर बताई गई, लेकिन अब ऑक्सीजन ऑडिट कमेटी के सदस्य और एम्स के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया के एक बयान से सियासत में कुछ अलग ही बदलाव ला दिए हैं। डॉ. गुलेरिया ने इस बारे में मीडिया से बातचीत के दौरान कहा है कि, 'मुझे नहीं लगता कि ऐसा कह सकते हैं कि दिल्ली ने अपनी ऑक्सीजन डिमांड 4 गुना बढ़ाकर बताई है। डॉ. गुलेरिया द्वारा दिए गए इस बयान के बाद अब यह सवाल खड़े हो गए हैं कि आखिर विपक्ष ने बिना अंतरिम रिपोर्ट को कोर्ट में सबमिट कराये जाने से पहले इस तरह का बवाल क्यों मचाया? बता दें इस मामले पर अगली सुनवाई 30 जून को होनी है। Read the full article
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praveenpradhan254121 · 3 years ago
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"ऐसा मत सोचो कि हम कह सकते हैं कि दिल्ली अतिरंजित ऑक्सीजन की जरूरत 4 बार है": एम्स प्रमुख
“ऐसा मत सोचो कि हम कह सकते हैं कि दिल्ली अतिरंजित ऑक्सीजन की जरूरत 4 बार है”: एम्स प्रमुख
एम्स के प्रमुख डॉ रणदीप गुलेरिया ने आज इस दावे पर विवाद को कम करने की कोशिश की कि दिल्ली ने कोविड की दूसरी लहर के चरम पर अपनी ऑक्सीजन की जरूरतों को चार गुना बढ़ा दिया है, यह कहते हुए कि एक अंतिम रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है। ऑडिट का नेतृत्व करने वाले डॉ गुलेरिया ने आज सुबह एनडीटीवी को बताया, “दिल्ली ऑक्सीजन ऑडिट एक अंतरिम रिपोर्ट है, ऐसा नहीं लगता कि हम चार बार अतिशयोक्ति कह सकते हैं।” .
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ashokgehlotofficial · 4 years ago
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शनिवार रात को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से कोविड संक्रमण, लॉकडाउन तथा संसाधनों की उपलब्धता सहित अन्य संबंधित विषयों पर उच्च स्तरीय समीक्षा की।
शहरों के साथ-साथ कोरोना संक्रमण गांवों में भी बड़ी तेजी से फैल रहा है। इसके प्रसार को रोकने और संक्रमितों को तत्काल इलाज उपलब्ध कराने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में हैल्थ मशीनरी को पूूरी तरह एक्टिव किया जाए। साथ ही लोगों को जागरूक करने और अन्य व्यवस्थाओं के लिए राज्य सरकार के सभी कार्मिकों और पंचायत स्तर के जनप्रतिनिधियों की अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित की जाए। गांवों में संक्रमण इसी तरह बढ़ा, तो इसे नियंत्रित करना बेहद मुश्किल होगा।
गांवों से लोगों को शहर में इलाज के लिए पहुंचते-पहुंचते काफी देर हो जाती है और संक्रमण का स्तर बहुत ज्यादा होने से रोगी को खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में, लोगों की जीवन रक्षा के लिए डोर-टू-डोर सर्वे और दवा किट के वितरण के काम को प्रभावी ढंग से अंजाम दिया जाए। इससे लक्षण वाले रोगियों की समय पर जांच हो सकेगी और उन्हें संक्रमण के प्राथमिक स्तर पर ही दवा मिल जाने से जीवन बचाना आसान होगा।
दूसरी लहर के साथ-साथ विशेषज्ञ तीसरी लहर की भी आशंका जता रहे हैं। उनके अनुसार तीसरी लहर और अधिक घातक हो सकती है और बच्चों में इसका अधिक प्रसार होने की आशंका जताई जा रही है। इसे देखते हुए बच्चों के अस्पतालों में उपचार की व्यवस्थाएं पुख्ता की जाएं। इन अस्पतालों में गहन चिकित्सा सुविधाओं एनआईसीयू और पीआईसीयू आदि को मजबूत किया जाए। कोरोना रोग के इलाज में जीनोम सिक्वेंसिंग का विशेष महत्व है। चिकित्सा विशेषज्ञ वायरस की प्रकृति का समुचित अध्ययन करें, ताकि उसके अनुरूप बचाव के तमाम प्रयास अमल में लाए जा सकें।
जिन जिलों में संक्रमण के कारण ज्यादा मौत हो रही हैं, वहां विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम भेजकर ऑडिट करवाया जाए। ये विशेषज्ञ स्थानीय चिकित्सकों एवं पैरामेडिकल स्टाफ को उपचार को लेकर आवश्यक सलाह और सुझाव भी दें, ताकि मौतों की संख्या को न्यूनतम किया जा सके। पल्स ऑक्सीमीटर की गुणवत्ता को लेकर भी शिकायतें मिल रही हैं। चिकित्सा विभाग इसकी जांच कराए और आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करे। अस्पतालों में रोगियों के बेहतर उपचार के लिए नियुक्त नोडल अधिकारियों के लिए राज्य स्तर से कॉमन गाइडलाइन जारी की जाए और उनके काम की सतत मॉनिटरिंग भी की जाए।
संक्रमण पर नियंत्रण और जीवन रक्षा के लिए वैक्सीनेशन को गति देने की जरूरत है। प्रदेश में वैक्सीन की उपलब्धता के लिए सभी विकल्पों पर विचार किया जाए। प्रदेशवासियों को जल्द से जल्द वैक्सीनेट करने के लिए यदि आवश्यकता है, तो राज्य सरकार विदेशों से आयात पर भी विचार करेगी। ग्रामीण लोगों को टीकाकरण के प्रति जागरूक करने के लिए विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि प्रदेश में वैक्सीन अभियान को गति देने के लिए इसके आयात पर विचार किया जा सकता है। उन्होंने तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए बच्चों के अस्पतालों में भी ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए जाने का सुझाव दिया।
चिकित्सा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने कहा कि निजी अस्पतालों में कोविड रोगियों के उपचार के बारे में आने वाली शिकायतों तथा मुनाफाखोरी एवं कालाबाजारी करने वाले दवा दुकानदारों पर सख्त कार्रवाई हो। उन्होंने कहा कि विधायकों के सहयोग से मॉडल सीएचसी में चिकित्सा सुविधाओं के विस्तार को गति दी जा सकती है।
मुख्य सचिव श्री निरंजन आर्य ने कहा कि प्रदेश में ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना के संबंध में रक्षा मंत्रालय एवं डीआरडीओ के अधिकारियों से निरंतर समन्वय किया जा रहा है। डीआरडीओ ने कई जिलों में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने का आश्वासन दिया है।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव श्री अखिल अरोरा ने बताया कि आगामी आवश्यकताओं को देखते हुए ब्लॉक स्तर पर मॉडल सीएचसी को कोविड केयर कंसल्टेशन सेंटर के रूप में विकसित करने के लिए तेजी से प्रयास किए जा रहें हैं। यहां कोविड के क�� गंभीर रोगियों को उपचार की सुविधा मिल सकेगी। इससे लोगों को स्थानीय स्तर पर ही इलाज मिलने के साथ ही बड़े अस्पतालों पर दबाव कम हो सकेगा। उन्होंने बताया कि जयपुर में कोविड उपचार की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए आरयूएचएस एवं एसएमएस अस्पताल सहित अन्य जगहों पर 5 कंट्रोल रूम स्थापित किए हैं, जो 24 घंटे प्रभावी रहेंगे।
अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री सुबोध अग्रवाल तथा राजस्थान फाउंडेशन के आयुक्त श्री धीरज श्रीवास्तव ने ऑक्सीजन कॉंन्सन्टेªटर के आयात की वस्तुस्थिति से अवगत कराया। प्रमुख शासन सचिव गृह श्री अभय कुमार एवं पुलिस महानिदेशक श्री एमएल लाठर ने 10 मई से शुरू हो रहे लॉकडाउन को सख्ती से लागू करने के लिए की जा रही तैयारियों की जानकारी दी। प्रमुख शासन सचिव नगरीय विकास श्री कुंजीलाल मीणा ने बताया कि प्रदेश के 60 शहरों में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने के लिए निविदा प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है।
चिकित्सा शिक्षा सचिव श्री वैभव गालरिया ने बताया कि प्रदेश में कोरोना वायरस की जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए एसएमएस अस्पताल में जांच सुविधा जल्द शुरू की जाएगी। जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए दिल्ली स्थित आईसीएमआर की लैब में करीब 1800 सैम्पल भेजे गए थे। इनमें से 689 सैम्पल की रिपोर्ट प्राप्त हुई है और 32 सैम्पल में यूके वैरियंट मिला है।
प्रमुख सचिव कार्मिक श्री हेमंत गेरा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के सचिव श्री सिद्धार्थ महाजन, शासन सचिव स्वायत्त शासन श्री भवानी सिंह देथा, शासन सचिव ग्रामीण विकास श्री केके पाठक, सचिव पंचायतीराज श्रीमती मंजू राजपाल, उद्योग सचिव श्री आशुतोष एटी, आरएमएससीएल के एमडी श्री आलोक रंजन, आरयूएचएस के कुलपति डॉ. राजाबाबू पंवार सहित अन्य अधिकारियों ने भी विचार व्यक्त किए।
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lok-shakti · 3 years ago
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दिल्ली ऑक्सीजन ऑडिट ने सुप्रीम कोर्ट के पैनल को विभाजित किया, चरम मांग पर सवाल उठाकर आग उगल दी
दिल्ली ऑक्सीजन ऑडिट ने सुप्रीम कोर्ट के पैनल को विभाजित किया, चरम मांग पर सवाल उठाकर आग उगल दी
दिल्ली के ऑक्सीजन ऑडिट के लिए पिछले महीने सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित एक उप-समूह की एक अंतरिम रिपोर्ट ने दूसरे कोविड के चरम के दौरान दिल्ली सरकार की तरल चिकित्सा ऑक्सीजन (LMO) की मांग पर सवाल उठाकर राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया है- 19 लहर। सुप्रीम कोर्ट को सौंपी गई रिपोर्ट में दिल्ली के प्रधान सचिव (गृह) बीएस भल्ला और मैक्स हेल्थकेयर क्लिनिकल डायरेक्टर (आंतरिक चिकित्सा) संदीप बुद्धिराजा ने भी दो…
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chaitanyabharatnews · 3 years ago
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रिपोर्ट: दिल्ली सरकार ने जरूरत से चार गुना ज्यादा ऑक्सीजन ली, केजरीवाल बोले- मेरा गुनाह है कि, मैं रात भर जाग कर ऑक्सीजन का इंतजाम कर रहा था
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चैतन्य भारत न्यूज कोरोना की दूसरी लहर के दौरान आए ऑक्सीजन संकट पर राजनीति अब भी थमने का नाम नहीं ले रही है। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट के पैनल की रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि दूसरी लहर के दौरान दिल्ली सरकार ने ऑक्सीजन की ज़रूरत को चार गुना ज्यादा बढ़ाकर बताया था। इसे दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने गलत बताया था। वहीं इस पूरे मामले में विपक्ष का हमला झेल रहे केजरीवाल ने इस पर अब ट्वीट कर सफाई दी है। सीएम केजरीवाल का ट्वीट उन्होंने ट्वीट किया, 'मेरा गुनाह- मैं अपने दो करोड़ लोगों की सांसों के लिए लड़ा। जब आप चुनावी रैली कर रहे थे, मैं रात भर जाग कर ऑक्सीजन का इंतजाम कर रहा था। लोगों को ऑक्सीजन दिलाने के लिए मैं लड़ा, गिड़गिड़ाया लोगों ने ऑक्सीजन की कमी से अपनों को खोया है। उन्हें झूठा मत कहिए, उन्हें बहुत बुरा लग रहा है।' मेरा गुनाह-मैं अपने 2 करोड़ लोगों की साँसों के लिए लड़ा जब आप चुनावी रैली कर रहे थे, मैं रात भर जग कर Oxygen का इंतज़ाम कर रहा था। लोगों को ऑक्सिजन दिलाने के लिए मैं लड़ा, गिड़गिड़ाया लोगों ने ऑक्सिजन की कमी से अपनों को खोया है। उन्हें झूठा मत कहिए, उन्हें बहुत बुरा लग रहा है — Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) June 25, 2021 उप मुख्यमंत्री की सफाई वहीं दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि ऐसी कोई रिपोर्ट है ही नहीं । उन्होंने कहा कि कथित रिपोर्ट बीजेपी मुख्यालय में तैयार की गई है। सिसोदिया ने कहा, 'हमने सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित ‘ऑक्सीजन ऑडिट कमेटी’ के सदस्यों से बात की है। उन्होंने कहा कि ऐसी किसी रिपोर्ट पर उन्होंने हस्ताक्षर नहीं किए हैं। बीजेपी झूठी रिपोर्ट पेश कर रही है, जो उसकी पार्टी मुख्यालय में तैयार की गई है। मैं उन्हें चुनौती देता हूं कि ऐसी रिपोर्ट पेश करें, जिस पर ‘ऑक्सीजन ऑडिट कमेटी’ के सदस्यों ने हस्ताक्षर किए हों।' बीजेपी का दावा दरअसल, बीजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि दूसरी लहर के दौरान जब संक्रमण के मामले चरम पर थे तब दिल्ली सरकार ने 1,140 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की मांग की थी जबकि वह 209 मीट्रिक टन का भी इस्तेमाल नहीं कर पायी थी। इसके बाद से ही इस मामले को लेकर राजनीति शुरू हो गई।   Read the full article
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lok-shakti · 3 years ago
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दिल्ली सरकार झूठ बोलती हुई पकड़ी गई कि ऑक्सीजन ऑडिट की अंतरिम रिपोर्ट मौजूद नहीं है
दिल्ली सरकार झूठ बोलती हुई पकड़ी गई कि ऑक्सीजन ऑडिट की अंतरिम रिपोर्ट मौजूद नहीं है
सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त एक समिति द्वारा तैयार की गई अंतरिम ऑक्सीजन रिपोर्ट के बाद दिल्ली की ऑक्सीजन की मांग वास्तविक उपयोग की चार गुना थी, दिल्ली सरकार ने यह दावा करते हुए अपना बचाव करने का फैसला किया है कि ऐसी कोई रिपोर्ट मौजूद नहीं है। मीडिया द्वारा अंतरिम रिपोर्ट की रिपोर्ट के बाद दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया, और कहा कि भाजपा नेता एक…
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khsnews · 3 years ago
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अरविंद केजरीवाल: दिल्ली कोरोना वायरस | दिल्ली में ऑक्सीजन की आवश्यकता पर सुप्रीम कोर्ट के रिपोर्ट पैनल की नवीनतम ऑडिट रिपोर्ट केजरीवाल ने मांगी 4 गुना ज्यादा ऑक्सीजन, बोले बीजेपी सांसद गौतम गंभीर- दिल्ली के मुख्यमंत्री को देश से माफी मांगनी चाहिए
अरविंद केजरीवाल: दिल्ली कोरोना वायरस | दिल्ली में ऑक्सीजन की आवश्यकता पर सुप्रीम कोर्ट के रिपोर्ट पैनल की नवीनतम ऑडिट रिपोर्ट केजरीवाल ने मांगी 4 गुना ज्यादा ऑक्सीजन, बोले बीजेपी सांसद गौतम गंभीर- दिल्ली के मुख्यमंत्री को देश से माफी मांगनी चाहिए
हिंदी समाचार राष्ट्रीय अरविंद केजरीवाल: दिल्ली कोरोना वायरस | दिल्ली ऑक्सीजन की जरूरत पर सुप्रीम कोर्ट के रिपोर्ट पैनल की नवीनतम ऑडिट रिपोर्ट नई दिल्ली२१ मिनट पहले कोरोना की दूसरी लहर के ���ीच सेंटर फॉर ऑक्सीजन और दिल्ली सरकार के बीच विवाद अब एक अलग रूप लेता जा रहा है. सुप्रीम कोर्ट के एक पैनल ने अपनी अंतरिम रिपोर्ट में कहा है कि दिल्ली सरकार ने कोरोना संकट के चरम पर जरूरत से चार गुना ज्यादा…
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