#त्रयोदशी तिथि
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bhaktibharat · 1 year ago
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💰 धनतेरस - Dhanteras
धनतेरस पूजा मुहूर्त - 5:47pm से 7:43pm
प्रदोष काल - 5:30pm से 8:08pm
❀ संबंधित अन्य नाम - धनत्रयोदशी, धन्वन्तरि त्रयोदशी, धन्वन्तरि जयन्ती, धन्य तेरस, ध्यान तेरस
❀ कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन भगवान धन्वन्तरि का जन्म हुआ था, इसलिए इस तिथि को धनतेरस या धनत्रयोदशी के नाम से जाना जाता है।
❀ भारत सरकार ने धनतेरस को राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया है।
❀ धन्वन्तरि देवताओं के चिकित्सक हैं और चिकित्सा के देवता माने जाते हैं, इसलिए चिकित्सकों के लिए धनतेरस का दिन बहुत ही महत्व पूर्ण होता है।
❀ हिंदू वैष्णव सम्प्रदाय श्री धनवन्तरी को भगवान विष्णु का 17वें अवतार तथा देवों के वैध व प्राचीन उपचार पद्दति आयुर्वेद के जनक मानते हैं।
❀ भगवान धनवन्तरि अमृत कलश के साथ सागर मंथन से उत्पन्न हुए हैं।
❀ जैन आगम में धनतेरस को धन्य तेरस या ध्यान तेरस भी कहते हैं।
धनतेरस के दिन की पूजा विधि | धनतेरस के दिन क्या करें? | धनतेरस के दिन का महत्व.. जानने के लिए नीचे दिए लिंक पर क्लिक करें 👇🏻
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🪔 दिवाली 2023 - Diwali 2023
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dj-karan-lucifer · 2 years ago
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*※❖ॐ∥▩∥श्री∥ ۩۞۩ ∥श्री∥▩ॐ❖※* *✹•⁘••⁘•✹•⁘••⁘•🔥•⁘••⁘•✹•⁘••⁘•✹* *🔱||卐|| श्री दूधेश्वर उपज्योतिर्लिग ||卐||⛳* *🚩🔱 श्री दूधेश्वरनाथ महादेव उपज्योतिर्लिंग जी के आज के संध्याकाल आरती श्रृंगार के दिव्य अद्भुत दर्शन गाजियाबाद उत्तर प्रदेश से🔱🚩* *_🙏🏻04 जनवरी 2023 (बुधवार)🙏🏻_* *_🔔पौष, शुक्ल पक्ष त्रयोदशी तिथि🔔_* *_🙏🏻🌹 हर हर महादेव 🌹🙏🏻_* *✹•⁘••⁘•✹•⁘••⁘•🔥•⁘••⁘•✹•⁘••⁘•✹* *※❖ॐ∥▩∥श्री∥ ۩۞۩ ∥श्री∥▩ॐ❖※* #shri #dudheshwar #mahadav #temple #Ghaziabad #uttarpradesh #India #mahadav #shambu #bholenath #bholenathbhakt #shiv #imkrishnapandat #shivbhakt #harharmahadav #omnamahshivaay #jaishrimahakal #bhakti #whatsapp #facebook #intragram #mandir #darshan (at Mahakaleshwar Jyotirlinga Ujjain) https://www.instagram.com/p/Cm_pHMILSG9/?igshid=NGJjMDIxMWI=
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indlivebulletin · 11 hours ago
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Kartik 2nd Pradosh Vrat 2024: प्रदोष व्रत के दिन महादेव को ऐसे करें प्रसन्न, सुखी जीवन का मिलेगा आशीर्वाद!
Kartik 2nd Pradosh Vrat 2024 Importance: प्रदोष व्रत, भगवान शिव को समर्पित एक महत्वपूर्ण व्रत है. यह हर महीने कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है. इस दिन भगवान शिव की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है. प्रदोष व्रत भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने का एक शक्तिशाली साधन है. इस दिन पर रात्रि जागरण करने का भी विधान है. ऐसा माना जाता है कि…
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cycleagarbatti · 12 days ago
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हिन्दू मान्यताओं के अनुसार, धनतेरस हिंदुओं का एक मत्वपूर्ण त्यौहार है। धनतेरस कार्तिक के महीने में कृष्णा पक्ष की त्रयोदशी तिथि को दिवाली से ठीक दो दिन पहले मनाया जाता है। हिन्दू शास्त्रों के मुताबिक इस दिन भगवान धन्वंतरि समुन्द्र मंथन के समय अमृत का कलश लेकर प्रकट हुए थे । तभी से इस दिन को धन तेरस के रूप में मनाया जाने लगा । और भगवान धन्वंतरि की पूजा की जाने लगी । इस दिन से ही दिवाली की तैयारी शुरू हो जाती है । वैसे तो इस दिन माँ लक्ष्मी,  कुबेर की पूजा भी की जाती है । 
भगवान धन्वंतरि को स्वास्थ के स्वामी के रूप में जाना जाता है और माँ लक्ष्मी को धन और समृद्धि के लिए। यह भी मानते हैं कि आज के ही दिन मां लक्ष्मी और कुबेर जी की भी उत्पत्ति हुई थी। दोनों का सम्बंध धन व समृद्धि से है इसलिये भी इसे धनतेरस या धन त्रयोदशी कहा जाता है। इसलिए धन और अच्छे स्वास्थ के लिए धनतेरस का त्यौहार मनाया जाता है । 
धनतेरस पूजा का सही समय और शुभ मुहूर्त
इस बार धनतेरस 29 अक्टूबर 2024 मंगलबार के दिन मनाया जायगा । त्रयोदशी तिथि की शुरुआत 29 अक्टूबर को सुबह 10:31 बजे से होगी और इस तिथि की समाप्ति 30 अक्टूबर को, दोपहर 01:15 बजे होगी। धनतेरस पर खरीदारी का शुभ मुहूर्त 29 अक्तूबर को ही दिन में 10:59 से ��ाम 04:55 बजे तक रहेगा। और धनतेरस पूजा मुहर्त पूजा का समय भी मंगलबार को ही शाम 05:30 से 07:30 बजे तक रहेगा।
धनतेरस पूजा में आवश्यक सामग्री
जैसा कि आपको बताया कि धनतेरस के दिन माँ लक्ष्मी , कुबेर और भगवान धन्वंतरि की पूजा की जाती है इन तीनो की पूजा के विना यह त्यौहार पूरा नहीं होता है । वैसे ही पूजा के लिए इन सामिग्री का होना भी आवश्यक है।
भगवन धन्वंतरि , माँ लक्ष्मी की तस्वीर गणेश जी के साथ 
गणेश जी को अक्षत, सिंदूर, फूल, दूर्वा, पान का पत्ता, सुपारी
माता लक्ष्मी को सिंदूर, अक्षत, कमल का पुष्प, कमलगट्टा, फल, धूप, गंध, मिठाई
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astrovastukosh · 12 days ago
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rightnewshindi · 13 days ago
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Panchang 30 October; जानिए 30 अक्टूबर का पंचांग, राहुकाल, शुभ मुहूर्त और सूर्योदय-सूर्यास्त का समय
30 October 2024 Ka Panchang: 30 अक्टूबर को कार्तिक कृष्ण पक्ष की उदया तिथि त्रयोदशी और बुधवार का दिन है। त्रयोदशी तिथि बुधवार दोपहर 1 बजकर 16 मिनट तक रहेगी, उसके बाद चतुर्दशी तिथि लग जाएगी। 30 अक्टूबर को सुबह 8 बजकर 51 मिनट तक वैधृति योग रहेगा। बुधवार रात 9 बजकर 44 मिनट तक हस्त नक्षत्र रहेगा। इसके अलावा 30 अक्टूबर को श्री धन्वतंरि जयंती, हनुमान जयंती और मास शिवरात्रि भी मनाई जाएगी। 30 अक्टूबर…
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astroclasses · 13 days ago
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eradioindia · 13 days ago
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धनतेरस आज, जानें पूजन का मुहूर्त और सही विधि
धनतेरस का महत्व शास्त्रों के अनुसार समुद्र मंथन के दौरान भगवान धन्वंतरि कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी तिथि पर अपने हाथों में अमृत का कलश लेकर प्रगट हुए थे। इस कारण से हर वर्ष दिवाली के पहले धन त्रयोदशी के रूप में भगवान धन्वंतरि की जन्मदिन मनाया जाता है। इसदिन इनकी विशेष रूप से पूजा आराधना की जाती है। धनतेरस पर भगवान कुबेर और माता लक्ष्मी की पूजा करते हैं। और कुबेर यंत्र,श्रीयंत्र और महालक्ष्मी यंत्र को…
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viralnewsofindia · 15 days ago
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गुरुदेव श्री राज महाजन से जानें: धनतेरस पर क्या खरीदें और क्या न खरीदें
धनतेरस के दिन किसकी पूजा से प्राप्त होंगे धन, समृद्धि  स्वास्थ्य  धनतेरस का पवित्र पर्व इस वर्ष 29 अक्टूबर, 2024 को पूरे देश में उल्लास और भक्ति के साथ मनाया जाएगा। यह शुभ दिन, कार्तिक मास की त्रयोदशी तिथि पर, भगवान धन्वंतरि, देवी लक्ष्मी और भगवान कुबेर की पूजा का पर्व है। मान्यता है कि इस दिन देवी लक्ष्मी हर घर में सुख, समृद्धि, और धन का आशीर्वाद प्रदान करती हैं। लोग इस दिन सोना-चांदी, बर्तन और…
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apnaran · 16 days ago
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धनतेरस 2024: पूजा और खरीदारी के लिए शुभ मुहूर्त
धनतेरस 2024: धनतेरस का त्योहार शुभ अवसरों में से एक है, जो विशेष रूप से खरीदारी और पूजन के लिए अत्यधिक महत्व रखता है। इस दिन कई शुभ मुहूर्त होते हैं, जिनका पालन करके आप विभिन्न गतिविधियों में भाग ले सकते हैं। Related Post: धनतेरस 2024: परंपरा और अर्थ धनतेरस 2024 में पूजा के लिए शुभ मुहूर्त: कृष्ण त्रयोदशी तिथि: शुरू होती है 29 अक्टूबर को सुबह 10:31 बजे और समाप्त होती है 30 अक्टूबर को दोपहर…
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news-of-news · 17 days ago
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Dhanteras 2024: जानें कब है धनतेरस, पूजा और खरीदारी का शुभ मुहूर्त
धनतेरस का त्योहार दीवाली से ठीक दो दिन पहले मनाया जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, धनतेरस का पर्व कार्तिक मास की त्रयोदशी तिथि को आता है। इस वर्ष, धनतेरस 29 अक्टूबर को मनाया जाएगा।
इस खास दिन पर पूजा का शुभ मुहूर्त जानना महत्वपूर्ण है। इसके साथ ही, खरीदारी का शुभ मुहूर्त भी आपके लिए जानना आवश्यक है, ताकि आप इस दिन का भरपूर लाभ उठा सकें।
#Dhanteras2024 #धनतेरस #दीवाली #पूजा #खरीदारी #शुभमुहूर्त #HinduFestival #Kartika #Celebration
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indlivebulletin · 6 days ago
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November Pradosh Vrat 2024: नवंबर में प्रदोष व्रत कब-कब है? अभी नोट कर लें सही डेट और शुभ मुहूर्त
November mein pradosh vrat: हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत का विशेष महत्व बताया गया है. हर महीने में आने वाली त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत के नाम से जाना जाता है. प्रदोष व्रत पूर्ण रूप से देवों के देव महादेव भगवान शिव को समर्पित होता है. प्रदोष व्रत के दिन शिव-पार्वती पूजन करना विशेष रूप से लाभकारी माना जाता है. हर मास में जिस प्रकार दो बार एकादशी तिथि पड़ती है, उसी तरह दो बार प्रदोष व्रत रखे जाते…
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cycleagarbatti · 12 days ago
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हिन्दू धर्म के अनुसार, कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को नर्क चतुर्दशी (Narak Chaturdashi) कहा जाता है।  इसे कहीं कहीं चौदस भी कहते हैं। पौराणिक कथाओं के अनुसार, इस दिन भगवान श्री कृष्ण ने नरकासुर नामक राक्षस का वध किया था। कहते हैं कि यह एक बहुत ही भयानक युद्ध था जो त्रयोदशी की पूरी रात चला और चतुर्दशी तिथि की दोपहर जाकर समाप्त हुआ । युद्ध में भगवान श्री कृष्ण को विजय की प्र��प्ति हुई थी। 
इतना ही नहीं उन्होंने उस भयंकर राक्षस के चंगुल में फंसी हुई सोलह हजार स्त्रियों को भी मुक्त कराया। कहते हैं कि चूंकि वे स्त्रियां अब कहीं भी शरण नहीं ले सकती थीं इसलिए भगवान श्री कृष्ण ने उनसे विवाह करके मर्यादित रूप से अपने यहां आसरा दिया। और इस दिन को नरक चतुर्दशी (Narak Chaturdashi) के नाम से जाना जाने लगा । 
ऐसा भी मानते हैं कि उस असुर को मारने के लिए ही ये श्री कृष्ण की एक लीला थी। वे सभी सोलह हजार स्त्रियां श्री कृष्ण की सोलह हजार शक्तियां थीं जिनके कारण ही भगवान श्री कृष्ण उस राक्षस का वध करने में सफल हुए।.........................
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astrovastukosh · 28 days ago
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*🌞~ आज दिनांक - 15 अक्टूबर 2024 का वैदिक हिन्दू पंचांग, सटीक, शुद्ध गणना के साथ और घर में समृद्धि के लिए, बच्चे का मन पढ़ाई में न लगे तो.. ~🌞*
🙏 *Akshay Jamdagni*✍️🌹 *9837376839*
*⛅दिनांक - 15 अक्टूबर 2024*
*⛅दिन - मंगलवार*
*⛅विक्रम संवत् - 2081*
*⛅अयन - दक्षिणायन*
*⛅ऋतु - शरद*
*⛅मास - आश्विन*
*⛅पक्ष - शुक्ल*
*⛅तिथि - त्रयोदशी रात्रि 12:19 अक्टूबर 16 तक तत्पश्चात चतुर्दशी*
*⛅नक्षत्र - पूर्व भाद्रपद रात्रि 10:08 तक तत्पश्चात उत्तर भाद्रपद*
*⛅योग - वृद्धि दोपहर 02:14 तक, तत्पश्चात ध्रुव*
*⛅राहु काल - दोपहर 03:19 से शाम 04:47 तक*
*⛅सूर्योदय - 06:37*
*⛅सूर्यास्त - 06:14*
*⛅दिशा शूल - उत्तर दिशा में*
*⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 04:58 से 05:47 तक*
*⛅अभिजीत मुहूर्त - दोपहर 12:02 से दोपहर 12:48 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त- रात्रि 12:01 अक्टूबर 16 से रात्रि 12:50 अक्टूबर 16 तक*
*⛅ व्रत पर्व विवरण - प्रदोष व्रत, सर्वार्थ सिद्धि योग (रात्रि 10:08 से प्रातः 06:47 अक्टूबर 16 तक)*
*⛅विशेष - द्वादशी को पूतिका (पोई) व त्रयोदशी को बैंगन खाने से पुत्र का नाश होता है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
*🔹घर में समृद्धि के लिए🔹*
*🔸घर में समृद्धि लाना चाहते हो तो जिस घर के पुरुष काम पर जाते हों तो घर की महिलाएँ, जब पुरुष काम पर जायें तब गीता के 11 वें अध्याय का 40 वां श्लोक 108 बार पढ़ें और भगवान से प्रार्थना करें कि मैंने ये जो पाठ किया है इसका पुण्य हमारे घर के अमुक-अमुक पुरुष को ( उनका नाम लेकर) दीजिये उन्हें कार्य खूब सफलता मिल ऐसी प्रार्थना करके अर्घ्य दें इससे घर के काम करने वाले व्यक्ति को बहुत सफलता मिलेगी यह कई लोगों का अनुभव है इस श्लोक की इतनी महिमा है और इतना सरल भी है ।*
*🔹रसोई घर ही औषधालय🔹*
*🔸संयम तथा उचित खान-पान के अभाव में बीमारियाँ दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है । थोड़ी भी तकलीफ होने पर हम महँगी, नुकसानदायक एलोपैथिक दवाईयों क�� शरण लेते हैं जिससे कुछ दे�� तक तो स्वास्थ्य ठीक रहता है परन्तु इनके लगातार उपयोग से शरीर खोखला होने लगता है और धीरे-धीरे बीमारियों का घर बन जाता है, अतः इनसे बचें । हमारे ऋषि-मुनियों नें मसाले एवं अन्य खाद्य पदार्थों को ही औषधियों के रुप में प्रयोग करने की सुन्दर रीति समाज को प्रदान की है जिसका अनुसरण कर हम कम खर्च में ही दीर्घकाल तक स्वस्थ रह सकते हैं ।*
*🔹बच्चे का मन पढ़ाई में न लगे तो... ।🔹*
*🔸यदि आपके बच्चे-बच्चियाँ पढ़ाई में ध्यान न देते हों, आलसी अथवा चंचल हों और आप चाहते हें कि वे पढ़ाई में ध्यान दें तो क्या करें ? डाँटने, फटकारने, मारने से काम नहीं चलेगा । बेटे-बेटी को ज्यादा डाँट-फटकारें तो वे सोचते हैं कि 'ये तो मुझे डाँटते ही रहते हैं !'*
*इसके लिए एक छोटा सा प्रयोग है । अशोक वृक्ष के तीन-तीन पत्तों से बंदनवार (तोरण) बनाकर बच्चे के कमरे के दरवाजे की चौखट पर गुरुवार के दिन बाँध दें और संकल्प करें कि मेरे बच्चे का मन पढ़ाई में लगे । अगले गुरुवार को पहले वाले उतारकर ताजे पत्तों की नयी बंदनवार लगा दें । फिर तीसरे गुरुवार भी ऐसा करें । इस प्रकार तीन गुरुवार के बाद एक गुरुवार छोड़ दें । तीन-तीन करके कुल नौ गुरुवार तक यह प्रयोग करें । इससे लाभ होगा।*
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rightnewshindi · 14 days ago
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धनतेरस पर इस शुभ मुहूर्त में करें सोना-चांदी की खरीददारी, 13 गुना की होगी वृद्धि
Dhanteras 2024 Shopping: दिवाली (Diwali 2024) का उत्सव पूरे पांच दिनों तक चलता है. धनतेरस के साथ ही पंचदिवसीय दीपोत्सव की शुरुआत होती है, जिसनें धनतेरस, नरक चतुर्दशी, लक्ष्मी पूजा (laxmi puja), गोवर्धन पूजा और भाई दूज (bhai dooj) भी मनाया जाता है. 29 अक्टूबर को है धनतेरस (Dhanteras 2024 Date) धनतेरस का पर्व पंचांग के अनुसार हर साल कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है. इसलिए इस…
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hariom2013 · 28 days ago
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आश्विन शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि और मंगलवार का दिन है। त्रयोदशी तिथि मंगलवार रात 12 बजकर 20 मिनट तक रहेगी। 15 अक्टूबर को दोपहर 2 बजकर 14 मिनट तक वृद्धि योग रहेगा। साथ ही मंगवनार रात 10 बजकर 9 मिनट तक पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र रहेगा। इसके अलावा 15 अक्तूबर को भौम प्रदोष व्रत किया जाएगा।
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