#डेकर
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बेस्टच! इलेक्ट्रिक डबल डेकर एसी बस 14 जानेवारीपासून प्रवाशांच्या सेवेत
बेस्टच! इलेक्ट्रिक डबल डेकर एसी बस 14 जानेवारीपासून प्रवाशांच्या सेवेत
बेस्टच! इलेक्ट्रिक डबल डेकर एसी बस 14 जानेवारीपासून प्रवाशांच्या सेवेत नव्या वर्षात बेस्ट बस प्रवाशांना मोठं गिफ्ट देणार आहे. बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिक सप्लाय अँड ट्रान्सपोर्ट (BEST) या नव्या वर्षात ५० नवीन इलेक्ट्रिक डबल डेकर बस लाँच करणार आहेत. १४ जानेवारीपासून या बस मुंबईच्या रस्त्यावर धावणार असल्याची माहिती मिळत आहे. मकर संक्रातीच्या मुहूर्तावर म्हणजेच १४ जानेवारीपासून बेस्ट १० इलेक्ट्रिक बस…
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पलवल-सोनीपत डबल डेकर ट्रेन चलेगी
हरियाणा में वेस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे के बराबर पलवल से सोनीपत के बीच ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर बनाने की तैयारी शुरू हो गई है इसमें इसमें डबल डेकर ट्रेन चलेगी इस रूट पर यात्री ट्रेन के साथ माल गाड़ी ��लाने की भी तैयारी है मेरठ के कमिश्नर की अध्यक्षता में इस बारे में बैठक हुई जिसमें उन्होंने गाजियाबाद विकास प्राधिकरण समेत संबंधित जिलों से मास्टर प्लान में स्टेशन के लिए जमीन की पहचान करने के निर्देश…
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Yamuna Expressway पर ट्रक और डबल डेकर बस में टक्कर लगने से 5 लोगों की मौत और 15 घायल
अलीगढ़ (उत्तर प्रदेश) , 21 नवंबर: अलीगढ़ में यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna Expressway) पर टप्पल थाना क्षेत्र में गुरुवार को कोहरे और ट्रक के ओवरटेक करने के कारण एक ट्रक और डबल डेकर बस के बीच भीषण टक्कर हो गई, पुलिस अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की। सीओ खैर वरुण कुमार ने बताया कि बस में सवार पांच लोगों की मौत हो गई है और 15 अन्य घायल हो गए हैं। यह दुर्घटना रात 12:30 बजे से 1 बजे के बीच हुई, जब बस दिल्ली…
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CIN /सीएम योगी ने किया आकांक्षा हाट का शुभारंभ
प्रियंका की रिपोर्ट /प्रदेश की पहली डबल डेकर EV बस को दिखाई हरी झंडी; ‘मेक इन यूपी’ को बढ़ावाराजधानी लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज आकांक्षा हाट का शुभारंभ किया। प्रदेश की पहली डबल डेकर इलेक्ट्रॉनिक वाहन (EV) बस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।₹12 से शुरू होगा लखनऊ डबल डेकर बस का किराया।लखनऊ में पहली बार इलेक्ट्रॉनिक डबल डेकर बस दौड़ेगी।यह सिटी बस कमता से लेकर…
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दो बसों में भीषण टक्कर के बाद लगी आग, यात्रियों में मचा हड़कंप; पुलिस ने घंटों मेहनत कर खुलवाया जाम
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी बहराइच जिले को जोड़ने वाले संजय सेतु पर बस में आग लग गई। हादसा डबल डेकर बस से टक्कर के बाद हुआ, जिसमें करीब 5 यात्री भी घायल हुए हैं। बुधवार रात हुई घटना के बाद हाइवे पर दोनों दो किलोमीटर से अधिक वाहनों का लंबा जाम लग गया। सूचना के बाद पहुंची कई थानों की पुलिस ने कड़ी मशक्कत कर भीषण जाम को खुलवाया गया। वहीं, घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती…
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Weekly Bulletin: डबल डेकर क्रूज और सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला । SA NEWS...
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डेहरी ऑन सोन, भारत की 5वीं सबसे लम्बी रेल ब्रिज | Dehri Sone Bridge in R...
देहरी सोन पुल (उपर सोन पुल) पर एक विस्तृत लेख
परिचय: देहरी सोन पुल, जिसे उपर सोन पुल के नाम से भी जाना जाता है, बिहार के रोहतास जिले में स्थित है। यह पुल सोन नदी पर बना हुआ है और इसे बिहार के सबसे महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक पुलों में से एक माना जाता है। इस पुल का निर्माण भारतीय रेल द्वारा किया गया था और यह बिहार और उत्तर प्रदेश के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में कार्य करता है।
निर्माण और इतिहास: उपर सोन पुल का निर्माण 1900 के दशक की शुरुआत में हुआ था। इस पुल का निर्माण ब्रिटिश शासनकाल के दौरान किया गया था, और इसका उद्घाटन 27 फरवरी 1900 को किया गया था। यह पुल सोन नदी पर बने पहले लोहे के पुलों में से एक था। उस समय, यह एशिया का सबसे लंबा रेलवे पुल था और इसे बनाने में कई वर्षों का समय लगा था।
पुल के निर्माण के लिए उस समय लगभग 26 लाख रुपये खर्च हुए थे, जो उस समय के हिसाब से एक बड़ी रकम थी। इस पुल के निर्माण में 93 पिलरों का उपयोग किया गया था, जो इसे मजबूत और टिकाऊ बनाते हैं। पुल की कुल लंबाई लगभग 3,064 फीट (933 मीटर) है।
तकनीकी विवरण: इस पुल की विशेषता यह है कि यह दो मंजिला (डबल डेकर) पुल है। इसके ऊपरी भाग पर रेलगाड़ियां चलती हैं जबकि निचले भाग पर सड़क मार्ग है। इस पुल का निर्माण लोहे और स्टील के मजबूत खंभों पर किया गया है, जो इसे सदी से भी अधिक समय तक स्थायी बनाए हुए हैं। पुल का निर्माण करते समय ब्रिटिश इंजीनियरों ने इसे इस प्रकार से डिजाइन किया था कि यह भूकंप और बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाओं का सामना कर सके।
महत्व: उपर सोन पुल का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व भी है। यह पुल न केवल बिहार और उत्तर प्रदेश को जोड़ता है, बल्कि यह भारत के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुका है। स्वतंत्रता संग्राम के समय इस पुल का उपयोग स्वतंत्रता सेनानियों ने विभिन्न क्षेत्रों में जाने के लिए किया था।
इस पुल का उपयोग न केवल रेलवे के लिए किया जाता है, बल्कि यह सड़क परिवहन का भी एक प्रमुख माध्यम है। इस पुल से होकर कई महत्वपूर्ण राजमार्ग गुजरते हैं जो बिहार को उत्तर प्रदेश और देश के अन्य हिस्सों से जोड़ते हैं।
रोचक तथ्य:
देहरी सोन पुल का निर्माण ब्रिटिश शासनकाल के दौरान हुआ था और उस समय इसे एशिया का सबसे लंबा पुल माना जाता था।
इस पुल की लंबाई 933 मीटर (3,064 फीट) है और इसमें कुल 93 पिलर हैं।
यह पुल दो मंजिला है, जहां ऊपरी मंजिल पर रेलगाड़ियां और निचली मंजिल पर सड़क यातायात होता है।
पुल का निर्माण उस समय 26 लाख रुपये में हुआ था, जो उस समय के हिसाब से एक बड़ी रकम थी।
पुल का डिजाइन ऐसा है कि यह भूकंप और बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाओं का सामना कर सकता है।
निष्कर्ष: देहरी सोन पुल, जिसे उपर सोन पुल के नाम से भी जाना जाता है, न केवल बिहार बल्कि पूरे भारत के लिए एक ऐतिहासिक धरोहर है। इस पुल ने न केवल बिहार और उत्तर प्रदेश को एक दूसरे से जोड़ा है, बल्कि यह भारतीय रेल और सड़क परिवहन के लिए भी एक महत्वपूर्ण कड़ी साबित हुआ है। समय के साथ, यह पुल अपनी मजबूती और अद्वितीय डिजाइन के कारण सदी से अधिक समय तक स्थायी बना हुआ है और आने वाले वर्षों में भी यह पुल अपनी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व को बनाए रखेगा।
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Regional Marathi Text Bulletin, Chhatrapati Sambhajinagar
Date 10 July 2024
Time 01.00 to 01.05 PM
Language Marathi
आकाशवाणी छत्रपती संभाजीनगर
प्रादेशिक बातम्या
दिनांक १० जूलै २०२४ दुपारी १.०० वा.
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उत्तर प्रदेशातल्या उन्नाव जिल्ह्यात आज सकाळी एक डबल डेकर बस आणि दुधाचा टँकर यांची टक्कर होऊन झालेल्या अपघातात अठरा जणांचा मृत्यू झाला तर अन्य एकोणीस जण जखमी झाले. ही बस बिहारच्या सीतामढीहून दिल्लीला जात होती. अपघातातल्या जखमींना रुग्णालयात दाखल करण्यात आलं आहे. या अपघाताबद्दल राष्ट्रपती द्रौपदी मुर्मू, पंतप्रधान नरेंद्र मोदी, तसंच उत्तर प्रदेशचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यांनी अपघाताबद्दल दु:ख व्यक्त केलं आहे. पंतप्रधानांनी मृतांच्या कुटुंबीयांना प्रत्येकी दोन लाख रुपये तर जखमींना प्रत्येकी ५० हजार रुपये मदत जाहीर केली आहे.
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मराठवाड्यात नांदेड, हिंगोली आणि परभणी जिल्ह्यांसह छत्रपती संभाजीनगर आणि वाशीम जिल्ह्यांमध्ये आज सकाळी सव्वा सातच्या सुमारास भूकंपाचे धक्के जाणवले. हिंगोली जिल्ह्यात वसमत, औंढा, कळमनुरी, हिंगोली या भागात पहाटे भूगर्भातून आवाज येऊन भूकंपाचे हादरे बसले, तर परभणी जिल्ह्यातही भूकंपाचे सौम्य धक्के जाणवले.
या भूकंपाचा केंद्रबिंदू हिंगोली जिल्ह्याच्या कळमनुरी तालुक्यातल्या रामेश्वर तांडा ते वसमत तालुक्यातल्या पांगरा शिंदे या गावापर्यंत होता. या धक्क्यानं हिंगोली जिल्ह्यातल्या पेठ वडगाव इथल्या ऐतिहासिक किल्ल्याचा बुरुज ढासळून मोठी पडझड झाली.
नांदेड शहरात सकाळी भूकंपाचे हादरे बसले. रिश्टर स्केलवर या भूकंपाची तीव्रता चार पूर्णांक पाच इतकी नोंदवली गेली. छत्रपती संभाजीनगर जिल्ह्यातही अनेक भागात हे धक्के जाणवल्याचं वृत्त आहे.
भूकंपाचे हे धक्के सौम्य स्वरूपाचे असून, नागरिकांनी घाबरून न जाता सतर्क रहावं, असं आवाहन नांदेड तसंच हिंगोली जिल्हा प्रशासनांनी केलं आहे. गावात ज्या लोकांच्या घराचं छत पत्र्याचं आहे आणि त्यांनी पत्र्यावर आधारासाठी दगड ठेवले आहेत, ते त्यांनी त्वरित काढून घ्यावेत, असं आवाहन नांदेडचे जिल्हाधिकारी अभिजीत राऊत यांनी केलं आहे.
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विधीमंडळाच्या पावसाळी अधिवेशनाचा आज अकरावा दिवस आहे. विरोधी पक्षाच्या आमदारांनी आजही विधान भवनाच्या पायऱ्यांवर निदर्शनं करत, हिट ॲण्ड रन, महिला सुरक्षा आदी मुद्यांवरून घोषणाबाजी केली.
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मराठा तसंच ओबीसी आरक्षणाच्या मुद्यावरून आज विधानसभेत गदारोळ झाला. याबाबतच्या बैठकीला विरोधी पक्षाचे नेते उपस्थित न राहिल्याचं सत्ताधारी पक्षाकडून सांगण्यात येताच, विरोधकांनी आणि त्याच्या उत्तरात सत्ताधारी बाकावरच्या आमदारांनी घोषणाबाजी सुरू केली. यावर अध्यक्ष राहुल नार्वेकर यांनी सदनाचं कामकाज आधी पाच मिनिटं आणि नंतर दहा मिनिटांसाठी तहकूब केलं.
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केंद्र सरकारच्या राष्ट्रीय अन्नसुरक्षा योजनेचा फायदा घेणारे अधिकारी आणि कर्मचाऱ्यांवर कारवाई करण्याचे निर्देश संबंधित विभागांना दिले जातील, अशी माहिती अन्न आणि नागरी पुरवठा मंत्री छगन भुजबळ यांनी दिली. ते आज विधानसभेत संजय सावकारे यांच्या प्रश्नाच्या उत्तरात बोलत होते.
राज्यात भेसळयुक्त पदार्थ तपासण्यासाठी सध्या असलेल्या प्रयोगशाळा कमी पडत असल्यामुळे खासगी सहभागातून अशा प्रयोगशाळांना मान्यता देण्यासाठी एक प्रस्ताव तयार करण्यात येत असून, तो मंत्रिमंडळाच्या मंजुरीसाठी सादर केला जाईल, अशी माहिती अन्न औषध प्रशासन खात्याचे मंत्री धर्माराव अत्राम यांनी दिली. यासंदर्भात या खात्याला अधिक मनुष्यबळ उपलब्ध करून देण्यात येईल तसंच सरकार याबाबत कडक भूमिका घेईल, अशी ग्वाही उपमुख्यमंत्री अजित पवार यांनी या चर्चेत हस्तक्षेप करत दिली.
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छत्रपती संभाजीनगर इथं किलेअर्क परिसरातल्या वसतीगृहाच्या दुरुस्तीचा मुद्दा विधान परिषदेत शिक्षक आमदार विक्रम काळे यांनी उपस्थित केला. मंत्री गुलाबराव पाटील यांनी, या वसतीगृहाच्या दुरुस्तीसाठी तरतूद केलेली असून, हे काम जलद पूर्ण केलं जाईल, असं सांगितलं.
आमदार राजेश राठोड यांनी सामाजिक न्याय विभागाच्या वसतीगृहात सोलार पॅनल न बसवता, देयकं अदा करण्यात आल्याचा मुद्दा उपस्थित केला. संबंधित प्रकरणी आठ दिवसांत तपास करून कारवाईचं आश्वासन गुलाबराव पाटील यांनी दिलं.
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राज्य आणि केंद्र शासनाच्या विविध लोककल्याणकारी योजनांबद्दल जनजागृती करण्यासाठी पन्नास हजार युवकांची, योजना दूत, म्हणून नेमणूक करण्याचा निर्णय राज्य सरकारनं घेतला आहे. उच्च आणि तंत्रज्ञान शिक्षणमंत्री चंद्रकांत पाटील यांनी ही माहिती दिली.
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अतिवृष्टीमुळे गोव्यातल्या पेडणे इथल्या बोगद्यात पा��ी शिरल्याने मुंबईतून कोकण रेल्वेमार्गावर जाणाऱ्या अनेक गाड्या आज रद्द करण्यात आल्या आहेत.
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उन्नाव में हुए सड़क हादसे में 18 की मौत, 30 से अधिक घायल
लखनऊ। बुधवार 10 जुलाई 2024 की सुबह यूपी के उन्नाव में लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर एक भीषण सड़क हादसा हुआ। बिहार से दिल्ली जा रही तेज रफ्तार डबल डेकर बस दूध के कंटेनर से टकरा गई। यह हादसा इतना वीभत्स था कि बस कंटेनर को चीरते हुए निकल गई। प्रशासन ने 18 मौतों की पुष्टि की है और 30 से अधिक लोग घायल हुए हैं। हादसा उन्नाव जनपद के बेहटा मुजावर थाना क्षेत्र के गढ़ा ��ांव के समीप लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर हुआ।…
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डबल डेकर’ ग्रीन बस ज्येष्ठांच्या सेवेत, गडकरी यांनीही केला प्रवास
https://bharatlive.news/?p=141638 डबल डेकर’ ग्रीन बस ज्येष्ठांच्या सेवेत, गडकरी यांनीही केला ...
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800 लोगों को ले जाने वाले बोइंग 747 से भी बड़ा 3-डेकर फ्लाइंग होटल के अंदर
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Top 10 biggest railway stations in india : भारत के ये हैं सबसे बड़े रेलवे स्टेशन
Top 10 Biggest Railway Stations in India : भारतीय रेलवे दुनिया का चौथा सबसे बड़ा रेलवे नेटवर्क है. इसे अक्सर ‘राष्ट्र की परिवहन जीवन रेखा’ के रूप में जाना जाता है. भारत में एक वर्ष में रेलवे द्वारा यात्रा करने वालों की कुल संख्या ऑस्ट्रेलिया की कुल जनसंख्या से अधिक है. रेलवे का उपयोग करने वाले यात्रियों की संख्या हर साल बढ़ रही है, इसलिए बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए, भारत सरकार ने बड़े और सबसे लंबे रेलवे स्टेशन स्थापित किए हैं. भारत के 10 सबसे बड़े रेलवे स्टेशन के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं…
1) हावड़ा जंक्शन रेलवे स्टेशन || Howrah Junction Railway Station
हावड़ा रेलवे स्टेशन को हावड़ा जंक्शन के नाम से भी जाना जाता है. यह भारत का सबसे बड़ा और सबसे पुराना रेलवे स्टेशन भी है. इसका स्टेशन कोड HWN है. इसके अलावा, यह भारत के सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशनों में से एक है. लगभग 600 यात्री ट्रेनें इस स्टेशन से एक दिन में गुजरती हैं और दस लाख से अधिक यात्री एक दिन में इस जंक्शन से यात्रा करते हैं. यह 1852 में स्थापित किया गया था, हालांकि, पहली सार्वजनिक डिपार्चर 15 अगस्त 1854 को हुई थी.
इसमें सबसे अधिक प्लेटफॉर्म (23 प्लेटफॉर्म) हैं जो एक दूसरे के ट्रासफंर बने हैं और इसमें 26 ट्रैक हैं. स्टेशन को एक सड़क भी प्रदान की जाती है जो इसे दो बराबर भागों में विभाजित करती है. तो, यात्री अपने वाहनों को सीधे प्लेटफॉर्म के अंदर पार्क कर सकते हैं और ट्रेन में सवार हो सकते हैं. भारत का पहला डबल डेकर अक्टूबर 2011 को हावड़ा से धनबाद तक चला. इसके अलावा, यह जंक्शन यात्रियों को पार्किंग, फूड स्टॉल, बुकिंग काउंटर, वेटिंग रूम, वॉशरूम आदि जैसी विभिन्न सुविधाएं प्रदान करता है.
2)सियालदह रेलवे स्टेशन || Sealdah Railway Station
सियालदह भारत के सबसे बड़े रेलवे स्टेशनों में से एक है जो कोलकाता शहर की सेवा करता है. इसका स्टेशन कोड SDAH है. इसके उत्तरी टर्मिनल में 13 प्लेटफार्म हैं और दक्षिणी टर्मिनल में 7 प्लेटफार्म हैं. लगभग 1.8 मिलिय�� यात्री एक दिन में इस स्टेशन का उपयोग करते हैं जो इसे भारत के सबसे व्यस्त स्टेशनों में से एक बनाता है.
सियालदह रेलवे स्टेशन ने 1869 में अपना परिचालन शुरू किया था. हालांकि, यह 1978 तक एक ट्राम टर्मिनस था. अब तक, इसके 3 टर्मिनल हैं. सियालदह नॉर्थ 5 प्लेटफॉर्म के साथ, सियालदह मेन 9 प्लेटफॉर्म के साथ और सियालदह साउथ 7 प्लेटफॉर्म के साथ. तो, इसमें कुल 21 प्लेटफॉर्म और 27 ट्रैक हैं. इसके अलावा कोलकाता मेट्रो लाइन 2 पूरा होने के बाद सियालदह से होकर गुजरेगी.
सियालदह में एक कार्यकारी लाउंज भी खोला गया है जहां लंबी दूरी के यात्री गर्म पानी से स्नान कर सकते हैं, खाना-पीना खा सकते हैं और अगली ट्रेन में सवार होने से पहले थोड़ी देर आराम कर सकते हैं. लाउंज अपने बच्चों के साथ यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए बहुत उपयोगी है.
3)छत्रपति शिवाजी टर्मिनस (CSTM), मुंबई || Chhatrapati Shivaji Terminus, Mumbai
छत्रपति शिवाजी टर्मिनस एक ऐतिहासिक रेलवे स्टेशन है जिसे पहले विक्टोरिया टर्मिनस स्टेशन के नाम से जाना जाता था. इसका स्टेशन कोड सीएसटीएम है. 2004 में, इसे यूनेस्को द्वारा विश्व विरासत स्थल घोषित किया गया था. इसे इतालवी गोथिक शैली में फ्रेडरिक विलियम स्टीवंस द्वारा डिजाइन किया गया था.इसका निर्माण 1878 में शुरू किया गया था और 1887 में पूरा हुआ था और उस समय इसका नाम विक्टोरिया टर्मिनस रखा गया था. बाद में इसका कई बार नाम बदला गया। हाल ही में, 2017 में इसका नाम बदलकर छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस कर दिया गया.
यह देश के सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशनों में से एक है जो भारत के मध्य रेलवे के मुख्यालय के रूप में भी कार्य करता है. यह प्रतिदिन 3 मिलियन से अधिक यात्रियों की सेवा करता है. इसके 18 प्लेटफार्म हैं, जिनमें से 11 लंबी दूरी की ट्रेनों की सेवा करते हैं और शेष 7 उपनगरीय ट्रेनों की सेवा करते हैं जो मुंबई के उपनगरों में यात्रा करती हैं। सीएसटी मुंबई अपने यात्रियों को बहुत सारी सुविधाएं प्रदान करता है जिसमें वेटिंग रूम, वॉशरूम, फोन बूथ, कैफेटेरिया, बुक शॉप, रेस्तरां, एटीएम, डेयरी शॉप और बहुत कुछ शामिल हैं. इसके अलावा सुरक्षा के लिहाज से सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं.
4) नई दिल्ली रेलवे स्टेशन, नई दिल्ली || New Delhi Railway Station
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन (स्टेशन कोड: NDLS) नई दिल्ली में पहाड़गंज और अजमेरी गेट के बीच स्थित है. यह दिल्ली का प्रमुख रेलवे स्टेशन है जो साल भर व्यस्त रहता है. इस रेलवे स्टेशन से लगभग 400 ट्रेनें गुजरती हैं और 500000 से अधिक यात्री प्रतिदिन इसका उपयोग करते हैं. यह 1926 में स्थापित किया गया था, अब तक इसमें 16 प्लेटफॉर्म और 18 ट्रैक हैं.
पूर्व और दक्षिण की ओर जाने वाली अधिकांश ट्रेनें नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से निकलती हैं. इसके अलावा, यह राजधानी एक्सप्रेस का मुख्य केंद्र भी है क्योंकि अधिकांश राजधानी एक्सप्रेस ��सी स्टेशन से शुरू और समा��्त होती हैं. स्टेशन यात्रियों के लिए विभिन्न सुविधाएं प्रदान करता है जैसे एक्जीक्यूटिव लाउंज, वेटिंग रूम, शौचालय, रिटायरिंग रूम आदि. इसके अलावा, यह दिल्ली मेट्रो सेवा से भी जुड़ा हुआ है और अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान करने के लिए विभिन्न संवेदनशील स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं.
5) चेन्नई सेंट्रल रेलवे स्टेशन, चेन्नई || Chennai Central Railway Station
चेन्नई सेंट्रल चेन्नई का प्रमुख रेलवे स्टेशन है. इसका स्टेशन कोड एमएएस है. पूर्व में, इसे मद्रास सेंट्रल के नाम से जाना जाता था. यह दक्षिण भारत का सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशन है, एक दिन में 5 लाख से अधिक यात्री इस रेलवे स्टेशन का उपयोग करते हैं. इसमें 17 प्लेटफार्म हैं और इसकी कुल लंबाई लगभग 1 किमी है. यह चेन्नई को भारत के प्रमुख शहरों जैसे नई दिल्ली, कोलकाता, मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद, कोयम्बटूर और केरल से जोड़ता है.
स्टेशन की इमारत जॉर्ज हार्डिंग द्वारा डिज़ाइन की गई है और चेन्नई के एक फेमस लैंडमार्क के रूप में कार्य करती है. इसका दो बार नाम बदला गया. सबसे पहले, 1996 में जब शहर का नाम बदलकर मद्रास से चेन्नई कर दिया गया, तो इसका नाम बदलकर मद्रास सेंट्रल से चेन्नई सेंट्रल कर दिया गया. बाद में इसका नाम बदलकर पुराची थलाइवर डॉ. एम.जी. 5 अप्रैल 2019 को रामचंद्रन सेंट्रल रेलवे स्टेशन. चेन्नई सेंट्रल रेलवे स्टेशन की सुविधाओं में रेस्तरां, इंटरनेट, आवास सुविधाएं, वेटिंग और शॉपिंग मॉल, और बहुत कुछ शामिल हैं.
6) कानपुर सेंट्रल स्टेशन, कानपुर || Kanpur Central Station
कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर का प्रमुख रेलवे स्टेशन है. पूर्व में, इसे कानपुर नॉर्थ बैरक्स स्टेशन के रूप में जाना जाता था. यह 1930 में खोला गया था और इसे कानपुर सेंट्रल के रूप में जाना जाता है क्योंकि यह पांच केंद्रीय भारतीय रेलवे स्टेशनों में से एक है. स्टेशन कोड CNB है और इसमें 14 प्लेटफार्म हैं जो एक दिन में 2.3 मिलियन से अधिक यात्रियों की सेवा करते हैं और इस प्रकार यह भारत के सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशनों में गिना जाता है.
1500 से अधिक रेलवे स्टेशन सीधे इससे जुड़े हुए हैं जो इसे देश में सबसे अधिक कनेक्शन वाला रेलवे स्टेशन बनाता है. तेजस, वंदे भारत, राजधानी और शताब्दी जैसी सभी प्रमुख ट्रेनें अपनी यात्रा के दौरान कुछ देर के लिए यहां रुकती हैं. कानपुर सेंट्रल में यात्रियों के लिए सुविधाओं में एक वेटिंग रूम, किताबों की दुकान, वॉशरूम, स्वचालित टिकट वेंडिंग मशीन, सूचना कियोस्क, एटीएम, एलसीडी स्क्रीन और अन्य बुनियादी सुविधाएं शामिल हैं.
7) इलाहाबाद जंक्शन || Allahabad Junction
इलाहाबाद जंक्शन, जिसे हाल ही में प्रयागराज जंक्शन का नाम दिया गया है, प्रयागराज शहर का मुख्य रेलवे स्टेशन है. यह उत्तर मध्य रेलवे जोन के मुख्यालय के रूप में भी कार्य करता है.इसका स्टेशन कोड ALD है और इसमें 10 प्लेटफार्म हैं. इस जंक्शन से एक दिन में 400 से अधिक ट्रेनें गुजरती हैं और लगभग 2 लाख यात्री एक दिन में इस प्लेटफॉर्म का उपयोग करते हैं.
यह एक ‘ए’ ग्रेड रेलवे स्टेशन है, जिसमें 10 प्लेटफार्म और 16 पटरियां हैं. यह यात्रियों के लिए विभिन्न सुविधाएं प्रदान करता है जिसमें एसी रिटायरिंग रूम, नॉन-एसी रिटायरिंग रूम, वाई-फाई और अन्य बुनियादी सुविधाएं जैसे वॉशरूम, बुकशॉप, फूड स्टॉल, पूछताछ काउंटर आदि शामिल हैं.
8) पटना जंक्शन || Patna Junction
यह बिहार राज्य के पटना में सबसे बड़ा रेलवे प्लेटफॉर्म है. यह 1862 में बांकीपुर शहर में बांकीपुर जंक्शन के रूप में स्थापित किया गया था. स्टेशन कोड पीएनबीई है और यह भारतीय रेलवे के पूर्व मध्य रेलवे क्षेत्र के अंतर्गत आता है. यह नई दिल्ली और कोलकाता रेलवे मार्ग के बीच स्थित है.लगभग 400000 यात्री एक दिन में इस स्टेशन का उपयोग करते हैं जो इसे बिहार के सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशनों में से एक बनाता है.
इसमें 10 प्लेटफॉर्म और 15 ट्रैक हैं। प्लेटफार्म फुट ओवर ब्रिज से जुड़े हुए हैं. पटना जंक्शन यात्रियों को मुफ्त आरओ पानी, रिटायरिंग रूम, वेटिंग रूम, वाहन पार्किंग, आरक्षण काउंटर और स्वचालित एस्केलेटर जैसी विभिन्न सुविधाएं प्रदान करता है. हाल ही ���ें, स्टेशन पर एसी वेटिंग रूम खोला गया है, जिसमें सभी बुनियादी सुविधाएं जैसे एचडी टेलीविजन स्क्रीन, जो ट्रेनों और मनोरंजन से संबंधित सामग्री, वाईफाई, मोबाइल और लैपटॉप चार्जिंग पॉइंट आदि के बारे में जानकारी प्रदान करती हैं.
9) अहमदाबाद जंक्शन || Ahmedabad Junction
अहमदाबाद जंक्शन भारत के गुजरात राज्य के अहमदाबाद शहर का प्रमुख रेलवे स्टेशन है. इसका स्टेशन कोड ADI है. यह उत्तर-मध्य रेलवे जोन के मुख्यालय के रूप में कार्य करता है और पश्चिमी रेलवे के नेटवर्क का हिस्सा है. यह भारत के कई प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है. भारत के दक्षिण से पूर्व की ओर जाने वाली ट्रेनें इस स्टेशन से होकर गुजरती है.
इसमें 12 प्लेटफार्म हैं जो अहमदाबाद को भारत के सभी प्रमुख शहरों से जोड़ते हैं. इसमें यात्रियों के लिए कई सुविधाएं हैं जैसे फूड स्टॉल, पूछताछ कक्ष, चाय स्टाल, लाउंज, विश्राम कक्ष, सामान ट्रॉली, पार्किंग आदि.
10) विजयवाड़ा जंक्शन|| Vijayawada Junction
विजयवाड़ा जंक्शन आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में मुख्य रेलवे स्टेशन है. इसका स्टेशन कोड (BZA) है. इसकी स्थापना 16 मई 1956 को दक्षिण रेलवे के एक डिवीजन के रूप में हुई थी. यह लगभग 1.5 लाख यात्रियों की सेवा करता है और एक दिन में 300 से अधिक ट्रेनें इस जंक्शन से गुजरती हैं.
इसमें 10 प्लेटफॉर्म हैं. पटरियां चौड़ी और विद्युतीकृत हैं। यह यात्रियों को वेटिंग एरिया, फूड स्टॉल, टॉयलेट, पूछताछ काउंटर आदि जैसी सभी बुनियादी सुविधाएं प्रदान करता है। इसके अलावा, हाल ही में, इस जंक्शन पर प्लेटफॉर्म नंबर पर एक कार्यकारी लाउंज खोला गया है.1. लाउंज शीतल पेय, समाचार पत्र, पत्रिकाएं, वाद्य संगीत, लॉकर, वॉशरूम, चाय और कॉफी जैसे पेय पदार्थ, और बहुत कुछ जैसी विभिन्न सुविधाएं प्रदान करता है.
Source: Top 10 biggest railway stations in india
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इटावा में डबल डेकर स्लीपर बस और कार में हुई भीषण टक्कर, 7 लोगों की मौत; 50 से ज्यादा हुए घायल
Uttar Pradesh Etawah Road Accident: उत्तर प्रदेश के इटावा में देररात भीषण सड़क हादसा हुआ। एक डबल डेकर स्लीपर बस और कार की जोरदार टक्कर हुई। हादसा लखनऊ आगरा एक्सप्रेस-वे पर हुआ, जिसमें 7 लोगों की मौत हो गई है। वहीं करीब 50 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से करीब 20 लोग अस्पताल में भर्ती हैं। 3 मृतक कार में सवार लोगों में से हैं। बस में सवार 4 पैसेंजरों की मौत हुई है। सातों लोगों ने मौके पर ही दम तोड़…
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Jamshedpur dc review- डीसी ने की भू-अर्जन विभाग की समीक्षा बैठक, लंबित मुआवजा भुगतान व डबल डेकर कॉरिडोर के लिए अतिक्रमण हटाने का दिया निर्देश
जमशेदपुर: साकची से डीसी ऑफिस में डीसी विजया जाधव की अध्यक्षता में सोमवार को जिला भू अर्जन विभाग से संबंधित समीक्षा बैठक आयोजित की गई। समीक्षा बैठक में भू अर्जन विभाग के अधिकारी को लंबित मुआवजा भुगतान जल्द करने का निर्देश दिया गया. पारडीह काली मंदिर से बालिगुमा तक बनने वाले डबल डेकर एलिवेटेड कॉरिडोर में कुछ अतिक्रमण हटाए जाने हैं. डीसी ने एसडीओ धालभूम और सीओ मानगो को अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई…
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होला मोहल्ला मेला ऊना में शुरू
जिले के मायरी गांव स्थित डेरा बाबा वद्भग सिंह मंदिर में 11 दिवसीय होला मोहल्ला मेला आज से शुरू हो गया। बड़ी संख्या में श्रद्धालु, मुख्य रूप से पंजाब, हरियाणा और दिल्ली से हर साल मंदिर में पूजा करते हैं। मेले का समापन 9 व 10 मार्च की मध्य रात्रि को होगा। भक्त नरसिंह देवता और बाबा वडभग सिंह को मंदिर में पूजा करते हैं। बाद में वे पवित्र जल में डुबकी लगाने के लिए दर्शनी खड्ड की ओर 1 किमी की यात्रा करते हैं, जिसका नाम बदलकर 'चरण गंगा' कर दिया गया है। यहां, वे अपने पुराने कपड़ों को त्याग कर नए कपड़े पहनते हैं, ऐसा माना जाता है कि यह मंदिर में उनकी मानसिक बीमारियों और अवसाद को दूर करने और स्वस्थ मन और शरीर के साथ बाहर निकलने में मदद करता है। मेले का समापन पवित्र निशान साहिब को होली के दिन मंदिर के परिसर में फहराए जाने के साथ होता है और आधी रात के दौरान, भक्तों के बीच पवित्र 'प्रसाद' वितरित किया जाता है। चूंकि भक्त डबल डेकर ट्रकों और ट्रैक्टरों से राज्य में प्रवेश करते हैं, इसलिए प्रशासन ने ऐसे वाहनों में यात्रा करने पर प्रतिबंध लगा दिया है। डीसी राघव शर्मा ने कहा कि श्रद्धालुओं को बेरियर पर अपने वाहन खड़े करने और तीर्थस्थल तक आने-जाने के लिए वेटिंग बसों में सवार होने की सुविधा होगी, उन्होंने कहा कि रोपड़, नवांशहर और होशियारपुर में प्रशासन को सूचित कर दिया गया है। इस बीच मेला सुचारू रूप से चले इसके लिए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। धर्मस्थल के आसपास के क्षेत्र को 10 सेक्टरों में विभाजित किया गया है, प्रत्येक सेक्टर मजिस्ट्रेट और एक सेक्टर पुलिस अधिकारी के नियंत्रण में है, जबकि एडीसी को मेला अधिकारी और एएसपी को मेला पुलिस अधिकारी के रूप में नामित किया गया है। डीसी ने कहा कि एडीसी की लिखित सहमति के बिना धर्मस्थल के पास 'लंगर' स्थापित करना प्रतिबंधित है। उन्होंने कहा कि लाउडस्पीकर, ब्रास बैंड, ड्रम और अन्य संगीत वाद्ययंत्र बजाने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। Read the full article
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बनारस में गंगा पर डबल डेकर पुल:निचले तल पर होंगे चार रेलवे ट्रैक, ऊपरी तल पर छह लेन की सड़क - Double Decker Bridge On Ganga In Varanasi There Will Be Four Railway Tracks On Lower Level
राजघाट पुल – फोटो : अमर उजाला विस्तार वाराणसी में गंगा पर प्रस्तावित डबल डेकर पुल की डीपीआर तैयार कर निर्माण विभाग को भेज दी गई है। पुल की डिजाइन पर भी सहमति बन गई है। 31 मार्च से पहले डीपीआर को निर्माण विभाग ए���्रूवल के लिए मुख्यालय (बड़ौदा हाउस) भेज देगा। पुल के निचले तल पर रेलवे के चार ट्रैक होंगे, जबकि ऊपरी तल पर छह लेन की सड़क गुजरेगी। काशी और चंदौली को जोड़ने के लिए गंगा पर प्रस्तावित डबल…
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