#जो बाइडेन
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की लोकप्रियता दुनियाभर में मानी जाती है. पीएम के मुरीद होने वालों की सूची में दुनिया के कई बड़े नेता शामिल हैं. वहीं, शनिवार अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने क्वाड बैठक के दौरान पीएम मोदी से उनका ऑटोग्राफ मांग लिया
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, क्वाड बैठक में राष्ट्रपति जो बाइडेन और ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज (Anthony Albanese) ने पीएम मोदी से एक अजीबोगरीब चुनौती का जिक्र किया. बाइडेन ने पीएम मोदी को बताया कि अमेरिका में बड़ी संख्या में लोग उनसे मिलना चाहते हैं जिसके लिए उनके पास कई आवेदन आ रहे हैं. बाइडेन बोले, 'मुझे आपके कार्यक्रमों के लिए लोगों से लगातार अनुरोध मिल रहे हैं जो मेरे लिए चुनौती बन गया है
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क्या अब ख़त्म होगा युद्ध? इजराइल-हिजबुल्लाह के बीच हुआ समझौता, पीएम नेतन्याहू आज कैबिनेट बैठक में लेंगे फैसला
इज़राइल हिजबुल्लाह युद्ध: इज़राइली सेना ने 1 अक्टूबर को लेबनान में ऑपरेशन ‘नॉर्दर्न एरो’ लॉन्च किया। ऑपरेशन सीमित लक्ष्य पर आधारित था. जिसमें हिजबुल्लाह के ठिकाने को निशाना बनाया गया. इसके लगभग 2 महीने बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने युद्धविराम का प्रस्ताव रखा है. इसराइल और हिजबुल्लाह दोनों इस पर सहमत हो गए हैं. इजरायली मीडिया के मुताबिक, सोमवार को ही सीजफायर समझौता तैयार किया गया है. इसके…
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अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन पर टिप्पणी कर फंसे राहुल गांधी, डॉक्टर्स के समूह ने मांगा इस्तीफा; जानें क्या दिया था बयान
Rahul Gandhi News: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के खिलाफ टिप्पणी करके कांग्रेस नेता राहुल गांधी घिर गए हैं। डॉक्टर्स के एक समूह ने कहा कि अपमानजनक टिप्पणियों को लेकर उन्हें सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। राहुल की टिप्पणी से पता चलता है कि उनमें संवेदनशीलता की कमी है। पूर्व कांग्रेस प्रमुख व राहुल गांधी की मां सोनिया गांधी को एक पत्र लिखा गया है। इसमें ‘नेशनल मेडिकोज ऑर्गेनाइजेशन भारत’ के…
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हम साथ मिलकर काम करें तो कुछ भी हमारी क्षमता से परे नहीं: बाइडेन
न्यूयार्क, 26 सितंबर 2024। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने विश्व के कई देशों के बीच छिड़े संघर्ष पर चिंता व्यक्त किया है। उन्होंने ऐसे देश जिन पर प्रभावशाली देशों द्वारा अत्याचार किया जा रहा है, उनके साथ खड़ा होने और सहयोग करने का अपना संकल्प दुहराया है। यूएन महासभा में बाइडेन ने कहा कि हर दौर की अपनी चुनौतियां होती हैं। एक युवक के रूप में मैंने उन्हें देखा था। और मैं आज भी उन्हें देख रहा…
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राष्ट्र्पपतिको उम्मेदवारी छोड्न बाइडेनमाथि दबाब
काठमाडौं, २० असार । अमेरिकामा गत हप्ताको राष्ट्रपतिको बहस पछि, राष्ट्रपति जो बाइडेनमाथि आगामी निर्वाचनमा राष्ट्रपतिको उम्मेदवारबाट पछि हट्ने दबाब बढेको छ । ८१ बर्षिय बाइडेन बढ्दो उमेर र स्वास्थ्य समस्याका कारण राष्ट्रपतिको उम्मेदवारको रुपमा रिपब्लिकन उम्मेदवार डोनाल्ड ट्रम्पलाई चुनौती दिन नसक्ने भन्दै डेमोक्रेटिक पार्टी भित्र उनले उम्मेदवारी छोड्नु पर्ने माग हुन थालेको हो । चौतर्फी दबाब बढ्न…
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भारत-चीन बाहरी लोगों से नफरत करने वाले इसीलिए पिछड़ रहे... बाइडेन ने अप्रवासियों के मुद्दे पर दिया जहरीला बयान, घिरे
वॉशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भारत, चीन, रूस, और जापान को जेनोफोबिक देश कहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि चीन, जापान और भारत में जेनोफोबिया उनके विकास को रोक रहा है। उन्होंने तर्क दिया कि माइग्रेशन अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा रहा है लेकिन ये देश जेनोफोबिया की भावना की वजह से माइग्रेशन के नाम से डरते हैं। चीन, जापान और भारत के साथ रूस का नाम भी बाइडेन ने उन देशों में लिया, जेनोफोबिक हैं। जेनोफोबिया से ग्रसित उनको कहा जाता है, जो अजनबियों से डरते या बाहरी अपरिचित व्यक्त���यों से नफरत रखते हैं। यानी बाइडेन ने भारत को एक ऐसा देश कहा है, जो दूसरे देशों के लोगों से नफरत करता है।बाइडेन ने बुधवार को इस साल होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए अभियान के दौरान एशियाई और दूसरे गैर अमेरिकी मूल से लोगों को संबोधित करते हुए कहा, 'हमारी अर्थव्यवस्था के बढ़ने का एक कारण आप जैसे अनेक लोग हैं�� इसकी वजह ये है कि हम आप्रवासियों का स्वागत करते हैं। लेकिन कई देश प्रवासियों को बोझ की तरह देखते हैं। आज आखिर चीन आर्थिक रूप से इतनी बुरी तरह क्यों रुक रहा है, जापान को परेशानी क्यों हो रही है, रूस को क्यों दिक्कत है, भारत क्यों नहीं बढ़ रहा है? इसलिए क्योंकि वे जेनोफोबिक हैं। वे आप्रवासियों को नहीं चाहते हैं लेकिन सच ये है कि आप्रवासी ही हमें मजबूत बनाते हैं। अमेरिकी चुनाव में माइग्रेशन बन रहा मुद्दा अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने पिछले महीने अनुमान लगाया था कि 2024 में प्रत्येक देश की वृद्धि पिछले वर्ष की तुलना में धीमी हो जाएगी। ये जापान में 0.9% से लेकर भारत में 6.8% तक होगी। मुद्रा कोष का अनुमान है कि अमेरिका 2.7% की दर से बढ़ेगा, जो पिछले साल की 2.5% दर से थोड़ा तेज है। कई अर्थशास्त्री उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन का श्रेय आंशिक रूप से देश की श्रम शक्ति में विस्तार करने वाले प्रवासियों को देते हैं। इसी बात को बाइडेन ने भी अपने प्रचार के दौरान उठाया है। अमेरिका में इस साल नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले माइग्रेशन एक मुद्दा बन रहा है। अमेरिकी मतदाताओं के लिए अनियमित प्रवासन की चिंता एक शीर्ष मुद्दा बन गई है। रिपब्लिक पार्टी इसको उठा रही है तो डेमोक्रेटिक बाइडेन भी इस पर बात कर रहे हैं। बाइडेन ने अपने रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रंप की आप्रवासी विरोधी बयानबाजी की निंदा की है। बाइडेन का कहना है कि प्रवासी परेशानी का सबब नहीं बल्कि अर्थव्यवस्था का अहम हिस्सा हैं। http://dlvr.it/T6J9ZD
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सर्वेक्षणमा ६ ठुला राज्यमा बाइडेनभन्दा ट्रम्प अगाडी
काठमाडौँ । अमेरिकामा आगामी नोभेम्बरमा राष्ट्रपतिको निर्वाचन हुँदैछ । यसका लागि वर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन र डोनाल्ड ट्रम्पबीच प्रतिस्पर्धा हुने निश्चित जस्तै छ । यसैबीच, एक ओपिनियन पोलले चकित पार्ने दाबी गरेको छ । सातमध्ये छ वटा राज्यमा बाइडेन आफ्ना प्रमुख प्रतिद्वन्द्वी ट्रम्पभन्दा पछाडि रहेको बताइएको सो पोलले आफ्नो नतिजामा देखाएको छ । यूएस ओपिनियन पोलले ट्रम्पले बाइडेनलाई पछाडि छोडेको देखाएको…
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यूएसए: 'लोकतंत्र खतरे में है', बिडेन का ट्रंप पर तीखा हमला, कहा- रिपब्लिकन पुतिन के आगे झुके
राष्ट्रपति जो बाइडेन ने गुरुवार को अपने स्टेट ऑफ द यूनियन भाषण में डोनाल्ड ट्रंप पर जमकर निशाना साधा और चेतावनी दी कि अमेरिका में लोकतंत्र खतरे में है. अपने संबोधन की शुरुआत में बिडेन ने कहा, ‘मैं कांग्रेस और अमेरिकी लोगों को खतरे के बारे में आगाह करना चाहता हूं।’ उन्होंने कहा कि ‘राष्ट्रपति लिंकन और गृह युद्ध के बाद से देश और दुनिया में लोकतंत्र और स्वतंत्रता कभी इतने खतरे में नहीं थी जितनी आज…
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बाइडेन
है उसको गुरुर बहुत अपने ताकत व गुफ्तार पर बन गया है इस जहां का ना खुदा ताकत ए गुफतार पर इसको है दर्द बहुत आजादी ए राय की बंदिशों का पर देखता नहीं वह शुहदाये गजा के लाश पर वह समझता है खुद को हकूक इंसानी का पयांबर खा जाता है लाश को इस्लाम दुश्मनी के नाम पर एक जगह जमा हो गए सारे शैतान मानता हूं मैं कैसे शिकस्त दे पाएंगे जो जिंदा है अल्लाह के नाम पर
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बाइडेन पर भड़के पुतिन के सलाहकार, कहा- जानबूझकर रूस को भड़का रहे
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन पर हमला बोलते हुए रूस के राष्ट्रपति पुतिन के सीनियर सलाहकार दिमित्री सुसलोव ने कहा कि बाइडेन जानबूझकर रूस को भड़का रहे हैं. सुसलोव ने कहा कि वह ऐसा इसलिए कर रहे हैं ताकि यूक्रेन और रूस के बीच संभावित बातचीत न हो सके. राष्ट्रपति के सलाहकार ने यूक्रेन युद्ध में उत्तर कोरियाई सैनिकों की मौजूदगी से भी इनकार किया. दिमित्री सुसलोव ने कहा कि रूस हमेशा युद्ध में उत्तर कोरियाई…
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जो बाइडेन ने यूक्रेन को दी लंबी दूरी की मिसाइलें इस्तेमाल करने की मंजूरी, जानें क्या बताया फैसले का कारण
जो बाइडेन ने यूक्रेन को दी लंबी दूरी की मिसाइलें ���स्तेमाल करने की मंजूरी, जानें क्या बताया फैसले का कारण #BreakingNews #news #Samachar #RightNews #RightNewsIndia
America News: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने जाने से पहले यूक्रेन को लेकर बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने रूस में अंदर तक हमला करने के लिए अमेरिका द्वारा सप्लाई की गई लंबी दूरी की मिसाइलों के इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है। अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि युद्ध की और जटिलता से बचने के लिए अमेरिका ने यह कदम उठाया है। आपको बता दें कि रूस की तरफ से लड़ने के लिए उत्तर कोरिया ने अपने हजारों सैनिकों को…
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बाइडेन ने जॉर्डन में तीन अमेरिकी सैनिकों की मौत के लिए ईरान समर्थित गुटों को ठहराया जिम्मेदार
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ईरान समर्थित आतंकवादियों पर उस हमले के पीछे होने का आरोप लगाया है, जिसमें जॉर्डन में तीन अमेरिकी सैनिकों की मौत हो गई और दर्जनों अन्य घायल हो गए। मीडिया ने यह जानकारी दी।
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बाइडेन ने अमेरिका को आगे ले जाने के लिए युवा पीढ़ी का किया आहवान
न्यूयार्क, 26 सितंबर 2024। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अमेरिका को आगे ले जाने के लिए युवा पीढ़ी का आहवान किया है। यूएन महासभा में उन्होंने कहा कि मैं राष्ट्रपति के रूप में चौथी बार यूएन महासभा को संबोधित कर रहा हूं। और यह आखिरी मौक़ा होगा। 50 से अधिक वर्षों की जनसेवा के बाद मैंने तय किया कि अब समय आ गया है कि एक नई पीढ़ी हमारे देश को आगे ले जाए। क्योंकि कुछ चीजें सत्ता में बने रहने से…
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Pakistan Iran War Update; US President Joe Biden On Iran Airstrike | पाकिस्तान के समर्थन में बाइडेन, कहा-ईरान किसी को पसंद नहीं: अमेरिकी विदेश मंत्रालय बोला- PAK हमारा गैर-नाटो सहयोगी
5 मिनट पहले कॉपी लिंक तस्वीर गुरुवार की है, जब बाइडेन ने पाकिस्तान-ईरान के बीच जारी तनाव से जुड़े सवाल पर जवाब दिया। पाकिस्तान और ईरान में तनाव के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ईरान की एयरस्ट्राइक की आलोचना की है। उन्होंने कह��- दोनों देशों के बीच टकराव इस बात का सबूत है कि ईरान को क्षेत्र में पसंद नहीं किया जाता है, चाहे वो जहां भी जाए। हम अभी के हिसाब से काम कर रहे हैं। व्हाइट हाउस के…
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चीन के हमले का खतरा, ताइवान में अमेरिका ने तैनात की सेना, स्पेशल फोर्स से ड्रैगन को बड़ा झटका
ताइपे: रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद दुनिया में ताइवान को लेकर युद्ध का सबसे ज्यादा खतरा है। इस बीच ताइवान में अमेरिका ने अपने सैनिकों की तैनाती कर दी है। ताइवान के यूनाइटेड डेली न्यूज (UDN) के मुताबिक अमेरिकी विशेष बल के सैनिक स्थायी रूप से ताइवान में तैनात रहेंगे। अमेरिकन फर्स्�� स्पेशल फोर्स को द्वीप पर ��क स्थायी ट्रेनिंग मिशन के लिए तैनात किया गया है। अमेरिका ने पहले भी ताइवान को प्रशिक्षण मिशन भेजे हैं, लेकिन यह पहली बार है जब स्थायी तैनाती की सूचना मिली है।फर्स्ट स्पेशल फोर्स ताइवान की सेना के विशेष अभियान बल की एक बटालियन के दो ठिकानों पर तैनात है। कुछ अमेरिकी सैनिक किनमेन में हैं जो ताइवान के नियंत्रण वाले द्वीपों का समूह है। यह द्वीप चीन के जियामेन बंदरगाह शहर से 10 किमी की दूरी पर है। वहीं दूसरा ग्रुप ताइवान के तट पर पेस्काडोरेस द्वीप पर मौजूद है। कुछ एक्सपर्ट्स अमेरिका के इस कदम को 'एक चीन नीति' के खिलाफ भी देख रहे हैं। हालांकि अमेरिका के सैनिकों की मौजूदगी वॉशिंगटन को बड़ा फायदा पहुंचाएगी। अमेरिका ने बढ़ाई चीन की टेंशन अमेरिकी सैनिकों की मौजूदगी से ताइवान स्ट्रेट और चीनी तट पर होने वाली गतिविधियों से जुड़ी खुफिया जानकारी अमेरिका को मिल सकेगी। इसके अतिरिक्त उत्तरी ताइवान में तैनात अमेरिकी सैनिक ताइवान की सेना को ड्रोन की ट्रेनिंग दे रहे हैं। यह ताइवान की स्पेशल फोर्स की मदद करेगा। अमेरिका के कितने सैनिक तैनात हैं, इसकी सही संख्या और ट्रेनिंग से जुड़ी जानकारी सामने नहीं आई है। 2021 में ताइवान की राष्ट्रपति ने इस बात की पुष्टि की थी कि अमेरिकी विशेष बल ताइवान के सैनिकों को प्रशिक्षण दे रहे हैं। चीन से ताइवान को खतरा ट्रेनिंग मिशन के बारे में पूछे जाने पर, अमेरिकी रक्षा विभाग के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल मार्टिन मेनर्स ने कोई बयान नहीं दिया। हालाँकि, उन्होंने ताइवान की सुरक्षा के लिए अमेरिका की प्रतिबद्धता पर जोर दिया और कहा कि ताइवान को उनका समर्थन और रक्षा संबंध चीन के खतरे को देखते हुए है। ट्रंप और बाइडेन दोनोंही राष्ट्रपतियों के कार्यकाल में ताइवान को हथियारों की बिक्री बढ़ाई गई है। इसके अलावा ट्रेनिंग देने वाले सैनिकों को भी तैनात कियाहै। http://dlvr.it/T3W2BZ
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बाइडेन र जिनपिङबीच टेलिफोन कुराकानी
काठमाडौँ । अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन र उनका चिनियाँ समकक्षी सी जिनपिङले फोनमा कुराकानी गरेका थिए । सो कुराकानीमा द्विपक्षीय सम्बन्ध, लागूऔषधविरुद्धको अभियान र जलवायु परिवर्तनलगायत क्षेत्रीय तथा विश्वव्यापी मुद्दाहरूबारे छलफल भएको अमेरिकी मिडियाहरुले बताएका छन् । यसअघि दुई नेताबीच सन् २०२३ नोभेम्बरमा क्यालिफोर्नियाको वुडसाइडमा भएको शिखर सम्मेलनमा भेट भएको थियो । त्यसपछि दुवैबीच पहिलो पटक…
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