CIN /नीतीश सरकार ने जो काम 17 साल में नहीं किया वो काम तेजस्वी जी ने 17 माह में कर दिखाया
CIN /राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश प्रवक्ता अरुण कुमार यादव ने जदयू प्रवक्ताओं के बयानों पर पलटवार करते हुए कहा कि बिहार एक पौराणिक, आध्यात्मिक, धार्मिक और ऐतिहासिक रूप से सबसे समृद्ध राज्य होने के बावजूद 17 साल में नीतीश-बीजेपी सरकार ने जो काम पर्यटन के क्षेत्र में नहीं किया वो काम महागठबंधन की सरकार में 17 माह के सेवाकाल में उपमुख्यमंत्री सह पर्यटन मंत्री रहते हुए तेजस्वी यादव जी ने कर…
बिहार की राजीनति में पर्सनल रिश्तों का है बड़ा मोल, देवेश ठाकुर ने इसी के बूते लहराया जीत का परचम
पटना: टकराहट की राजनीत में निजी संबंधों के आधार पर चुनावी रण जीतते रहे हैं। वह चाहे की राजनीति में रहे तब या फिर जदयू की राजनीति में रहे तब। जाहिर है जीत ने इनके जिस व्यक्तित्व का विकास किया वहां सब कुछ भीतर छुपाकर रखना इनकी नियति नहीं बनी। खुला खेल फरुखावादी इनका अंदाज रहा। जब व्यक्तिगत संबंध में भी कटुता आई तो भी बिफरे। राजनीति की विसात पर इनकी चाल सीधी सीधी रही है। आइए जानते हैं इनके राजनीतिक अध्याय में टकराहट का इतिहास...।
कांग्रेस की राजनीति और देवेश
लोकसभा सांसद की राजनीति की शुरुआत कांग्रेस से हुई। चुनावी राजनीति में 1990 में प्रवेश कारण चाहते थे। इस चाहने के पीछे आलाकमान की इजाजत भी थी। और वे किसी के इशारे पर रूनी सैदपुर से चुनाव लड़ना चाहते थे। तैयारिया भी पूरी थी। पर देवेश चंद्र ठाकुर कांग्रेस की गुटबाजी का शिकार हुए और रूनी सैदपुर की जगह बथनाहा विधान सभा से टिकट आवंटित हुआ। क्षेत्र नया था। फिर भी कांग्रेस की अंदरूनी राजनीति से लड़े पर जीत नहीं मिली। तीसरे नंबर पर रहे।
बीजेपी नेता ने बदल दी राजनीति की दिशा
बथनाहा की हार के बाद कांग्रेस से दूरी मिली। बकौल देवेश चंद्र ठाकुर उस हार के बाद उनकी मुलाकात शुक्रवार के विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह से हुई। उन्होंने कहा हर तरफ से मजबूत शख्स आप हैं। आप स्नातक क्षेत्र से चुनाव में उतरे। उनके सुझाव पर देवेश चंद्र ठाकुर तिरहुत स्नातक क्षेत्र से बतौर निर्दलीय चुनाव लड़े और जीते भी। यह वर्ष था 2002 का। इनकी जीत की दस्तक राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तक पहुंची। और वे अगला चुनाव तिरहुत स्नातक क्षेत्र 2008 का चुनाव जनता दल यू से लड़ा और जीता भी। लेकिन जदयू के भीतरी राजनीति का शिकार हुए और इन्होंने जदयू से नाता तोड़ा और फिर निर्दलीय वर्ष 2014 का तिरहुत स्नातक क्षेत्र का चुनाव निर्दलीय लड़कर जीता और नीतीश कुमार के आस पास जुड़े लोगों को अपने आकार का बोध कराया।
वर्ष 2020 का तिरहुत स्नातक क्षेत्र चुनाव
तिरहुत स्नातक क्षेत्र 2020 के पहले जो भी मतभेद जदयू के रणनीतिकारों के साथ थे वह दूर हो गए। और फिर 2020 तिरहुत स्नातक क्षेत्र जदयू की टिकट से लड़ा और जीता भी। और फिर सभापति भी बने।
2024 लोकसभा चुनाव में नीजि संबंध भी टूटे
यह पहला चुनाव होगा जिसमें देवेश चंद्र ठाकुर को नीजि संबंधों में टकराहट दिखी और अपने उन संबंधों पर वैसे बरसे जैस कोई साफ दिल का आदमी व्यक्त करता है। और कहा अब मैं यादव और मुसलमानों के लिए कोई काम नहीं करूंगा, क्योंकि उन्होंने मुझे वोट नहीं दिया है। यादव और मुसलमान अगर हमारे यहां आते हैं तो उनका स्वागत है। चाय पीजिए, मिठाई खाइए लेकिन मैं आपका कोई काम नहीं करूंगा।
और अब अपनो पर बरसे
जेडीयू सांसद देवेश चंद्र ठाकुर अपने स्वभाव के अनुकूल एक बार फिर बरसे। और अपने ही गठबंधन को धत्ता बताते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव में हमें हराने के लिए सभी पार्टियों ने जोर लगा दिया था। हमको पता ही नहीं चला कि जेडीयू-बीजेपी हमारे आगे थी या पीछे। राजद, बीजेपी, जदयू, कांग्रेस, लिफ्ट सभी पार्टियों ने मिलकर उन्हें हराने की कोशिश की, लेकिन अपने व्यक्तिगत संबंधों के कारण वह चुनाव जीते हैं। http://dlvr.it/TBP3pG
बिहार में सियासी बदलाव का लोकसभा चुनाव में क्या असर होगा
बिहार में सियासी बदलाव का लोकसभा चुनाव में क्या असर होगा...
नीतीश कुमार के साथ आने से होगा लाभ या साथ साथ छोड़ने से
कौशलेन्द्र झा, KKN न्यूज। बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार के एनडीए में वापसी के साथ ही लोकसभा चुनाव 2024 के ठीक पहले बिहार की राजनीतिक तस्वीर पूरी तरीके से बदल गई है। विपक्षी इंडिया गठबंधन के शिल्पकार रहे नीतीश कुमार अब बीजेपी नेतृत्व वाले एनडीए का हिस्सा बन चुके हैं। सवाल यह उठता है कि लोकसभा चुनाव की सरगर्मी…
नए साल के पहले दिन राजद समर्थकों ने पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास के बाहर भारत की पहली महिला शिक्षिका सावित्रीबाई फुले के बयान का हवाला देते हुए एक पोस्टर लगाया है. यह पोस्टर आरजेडी विधायक फतेह बहादुर सिंह की तरफ से लगाया गया है. इसमें हिंदुओं के मंदिर को लेकर विवादित शब्द लिखे गए हैं. इस पोस्टर के लगने के बाद से बिहार की सियासत गर्म हो गई है और विवाद उठने लगा है. इस बारे में आरजेडी, जदयू तथा बीजेपी के नेताओं ने अपने अपने व्यक्तव्य दिए हैं.
विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला में तैयारियों सहित उद्घाटन को लेकर भागलपुर डीएम सुब्रत कुमार सेन ने अपनी बात रखी
विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला में तैयारियों सहित उद्घाटन को लेकर भागलपुर डीएम सुब्रत कुमार सेन ने अपनी बात रखी
भागलपुर सुलतानगंज अजगैबीनाथ धाम में विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला में तैयारियों सहित उद्घाटन,को लेकर भागलपुर डीएम सुब्रत कुमार सेन ने अपनी बात रखी। और दो महीने चलने वाली श्रावणी मेला को लेकर,विधि व्यवस्था को प्रशासनिक तैयारी, सहित कांवड़ियों के लिए विशेष रूप सुविधा उपलब्ध कराने की बात कही।
वहीं उद्घाटन समारोह में आएं हुए अतिथि । बिहार सरकार के राजस्व मंत्री आलोक मेहता ने द्वीप प्रज्वलित कर श्रावणी मेला का उद्घाटन किया, उद्घाटन समारोह में महागठबंधन सहित , बीजेपी विधायक शामिल हुए। मेला में दूरदराज से आए हुए कांवड़िया शिव भक्तों को सम्बोधित करते हुए राजस्व मंत्री आलोक मेहता ने कहा , आने वाले समय में शिव भक्त श्रद्धालुओं को लेकर बेहतर सुविधा उपलब्ध कराई जाने की बात कहा ।
वहीं डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के लैंड फॉर जॉब के सवालों पर राजस्व मंत्री आलोक मेहता बचतें रहे , वहीं दूसरी तरफ जदयू के बांका सांसद गिरधारी यादव ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुएं कहा, बिहार के साथ बहुत ही नाइंसाफी किया है। बिहार में क्या है।
Mission 2024-बीजेपी में बदलाव का दौर, चार राज्यों में नए प्रदेश अध्यक्ष
भारतीय जनता पार्टी ने आज कई संगठनात्मक बदलाव किए हैं। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने आज तीन राज्यों के प्रदेश अध्यक्षों के नाम को घोषणा की है। इनमे बिहार में पार्टी ने सम्राट चौधरी को बड़ा जिम्मा सौंपते हुए प्रदेश अध्यक्ष बनाया है। सम्राट कभी लालू के करीबी रहे तो कभी जदयू में रहते मांझी खेमे के पक्ष में रह नीतीश के खिलाफ बोला। फिलहाल वह भाजपा में हैं और सीएम नीतीश और डिप्टी सीएम…
नीतीश कुमार का बीजेपी पर हमला, कहा- 2020 के विधानसभा चुनाव में जेडीयू के खिलाफ साजिश रची
नीतीश कुमार का बीजेपी पर हमला, कहा- 2020 के विधानसभा चुनाव में जेडीयू के खिलाफ साजिश रची
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को 2020 के विधानसभा चुनाव में गठबंधन में होने के बावजूद जद (यू) के खिलाफ काम करने के लिए बिना नाम लिए भाजपा पर जमकर निशाना साधा। जदयू नेता नीतीश कुमार ने कहा कि हमारी पार्टी ने 2020 के विधानसभा चुनाव के दौरान कम सीटें जीतीं। क्योंकि गठबंधन के बावजूद सहयोगी (भारतीय जनता पार्टी) हमारी हार सुनिश्चित करने में लगी थी.
उन्होंने एक बार फिर दोहराया कि उस पार्टी…
देश के वरिष्ठ नेता एवं भारत के पूर्व उप-प्रधानमंत्री श्री लाल कृष्ण आडवाणी जी को जन्मदिन पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। उनके स्वस्थ एवं दीर्घायु जीवन की कामना करता हूँ- डॉ. चन्दन कुमार यादव, प्रदेश सचिव - जनता दल यूनाइटेड, बिहार
बिहार में जदयू-बीजेपी के दरार की खबरों के बीच केंद्रीय गृह मंत्री ने सीए�� नीतीश कुमार से फोन पर की बात
बिहार में जदयू-बीजेपी के दरार की खबरों के बीच केंद्रीय गृह मंत्री ने सीएम नीतीश कुमार से फोन पर की बात
Bihar: बिहार में जदयू-बीजेपी गठबंधन दरार की खबरों के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार की शाम से नीतीश कुमार से फोन पर बात की सूत्रों के अनुसार दोनों के बीच टेलीफोन पर 6-7 मिनट तक बात हुई, वही भाजपा के अध्यक्ष संजय जायसवाल और महामंत्री संजीव चौरसिया समेत तमाम बड़े नेता सोमवार की रात डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद के घर पर जुटे, इस बैठक पर नेता कुछ भी बोलने से बच रहे हैं, लेकिन राज्य की…
नीतीश कुमार को लेकर कैलाश विजयवर्गीय का अजीबोगरीब बयान, बोले- 'जैसे अमेरिका में...'
नीतीश कुमार को लेकर कैलाश विजयवर्गीय का अजीबोगरीब बयान, बोले- ‘जैसे अमेरिका में…’
Kailash Vijayvargiya On Nitish Kumar: बीजेपी के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने बिहार (Bihar) के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के महागठबंधन में शामिल होने को लेकर अजीबोगरीब बयान दिया है. गुरुवार को इंदौर (Indore) में कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) ने कहा जिस तरह अमेरिका (Amercia) में लड़कियां अपने बॉयफ्रेंड बदलती हैं वही स्थिति बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश…
खगड़िया: पहुंचे बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी उन्होंने बताया कि बिहार में विकास सिर्फ बीजेपी सरकार ला सकती है
खगड़िया: पहुंचे बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी उन्होंने बताया कि बिहार में विकास सिर्फ बीजेपी सरकार ला सकती है… बीजेपी सरकार RJD बिहार को बर्बाद कर दिया बाप बेटा मिलकर जमकर निशाना साधते हुए खगड़िया के कई कार्यक्रम का उन्होंने सम्मेलन किया एवं उद्घाटन किया रिपोर्ट के अनुसार बताया जा रहा है कि बीजेपी के जिला अध्यक्ष से लेकर जदयू के विधायक अध्यक्ष सांसद राजेश वर्मा लगभग 52 पदाधिकारी के गाड़ी…
इन 14 सीटों पर NDA भारी मुश्किल में, अगर समीकरण उल्टे बैठे तो लालू-राहुल का बंपर फायदा
पटना: लोकसभा 2024 के चुनाव में की परफॉर्मेंस को ले कर कई सवाल उठ रहे थे, जैसे अकेले चना भांड नहीं फोड़ता वगैरह... वगैरह। लेकिन सातवें चरण के बाद आए एग्जिट पोल से एक बात तो साफ हो गई कि बिहार में इंडिया गठबंधन की जान तेजस्वी यादव ही हैं। यह दीगर है कि कई एग्जिट पोल में इंडिया गठबंधन को दहाई आंकड़ों तक ही ले जाया गया है। पर यहां गौरतलब यह है कि तेजस्वी यादव उस एनडीए के विरुद्ध लड़ रहे थे जिनके 40 में से 39 सांसद थे। तुलना तो इस बात की भी होनी चाहिए कि एनडीए की तरफ से पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, जे पी नड्डा, राजनाथ सिंह, योगी आदित्यनाथ, नीतीश कुमार जैसे स्टार प्रचारक थे जबकि दूसरी तरफ अकेले लालू परिवार ने मोर्चा संभाल रखा था�� हां कभी कभार राहुल गांधी की भी जनसभाएं हुई।
क्या है एग्जिट पोल का लब्बोलुआब?
बिहार से जो एग्जिट पोल आया है, उससे इतना तो साफ है कि इस बार राजद शून्य पर नहीं सिमटने वाला। वहीं NDA की बिहार में पिछली बार की तरह बंपर जीत भी मुश्किल दिख रही है। यही नहीं, आशंका है कि एनडीए को दोहरी मार से भी गुजरना पड़ सकता है। मतलब एनडीए के वोट प्रतिशत में कमी आ सकती है और सीटें भी घट सकती हैं। एग्जिट पोल का सार यही है कि एनडीए 28 से 32 लोकसभा सीट जीतने जा रही है और इंडिया गठबधन को 8 से 10 लोकसभा सीटें मिलने जा रही है। एनडीए में शामिल दलों की बात करें तो बीजेपी को 14 से 15 सीट पर जीत मिल सकती है। जदयू को 8 से 10 सीट पर जीत हासिल हो सकती है। इंडिया गठबंधन की बात करें तो राजद को 7 से 9 सीट मिल सकती हैं। जबकि कांग्रेस को दो से तीन सीटें मिल सकती है। वीआईपी और वाम दल के उम्मीदवार जीत दर्ज करते नहीं दिख रहे हैं। आरा और काराकाट में माले के उम्मीदवार कांटे की टक्कर देते जरूर दिख रहे हैं।
लेफ्ट और MY का पॉलिटिकल कॉकटेल
तेजस्वी यादव की सोच में वाम दलों के संगठन के साथ एम वाई समीकरण तो था ही। इस बार राजद सुप्रीमों की रणनीति में कुशवाहा, भूमिहार और वैश्विक उम्मीदवार दे कर एनडीए के सामाजिक सामाजिक समीकरण में सेंधमारी का जो लक्ष्य था, वे भी एक हद तक तो पूरा होता दिखा। कुशवाहा की बात करें तो औरंगाबाद, नवादा, काराकाट, खगड़िया लोकसभा सीटों पर ज्यादातर कुशवाहा वोटरों के इंडिया गठबंधन को वोट देने की चर्चा है। बीजेपी के कैडर वैश्य वोटरों की भी नाराजगी दिखी, जिसका असर शिवहर और सीतामढ़ी में पड़ सकता है।
तो इसीलिए तेजस्वी ने लेफ्ट को साधा
तेजस्वी यादव के वाम दलों के साधने की रणनीति का एक आधार भी था। वो था बिहार विधानसभा 2020 का चुनाव। इस चुनाव में वाम दलों ने 16 सीटें जीतकर महागठबंधन को मजबूत आधार दिया। ये अलग बात है कि वो असर लोकसभा चुनाव 2024 में सीटों के मामले में नहीं दिख रहा है। लेकिन वाम दलों के कैडर के सपोर्ट से राजद के कई उम्मीदवारों को जीत हासिल हो सकती है। वीआईपी का साथ लेना भी राजद को एक हद तक फायदा पहुंचा गया है। वीआईपी भले कोई सीट निकाल नहीं पा रही है पर राजद और कांग्रेस उम्मीदवार को सदन भेजने में सहायक सिद्ध हो सकती है।
इन 14 सीटों पर NDA के लिए भारी मुश्किल!
अब असल बात कि एनडीए के लिए वो कौन सी सीटें हैं जहां उसे दिक्कत पेश आ सकती है। सीधे शब्दों में कहें तो इन 14 सीटों पर NDA का खेल खराब होता दिख रहा है। ये 14 लोकसभा क्षेत्र ऐसे हैं जहां कोई भी जीत हार सकता है। जातीय गणित और उसकी आक्रामकता में राजद आगे है तो सरकारी योजनाओं से लाभार्थी वर्ग के मामले में NDA। अगर ये लाभार्थी वर्ग जाति में न टूटे तो एनडीए को फायदा होगा और अगर टूट गया तो इंडिया गठबंधन को शुद्ध सियासी मुनाफा हो सकता है। 1. शिवहर2. सीतामढ़ी3. पाटलिपुत्र4. औरंगाबाद 5. नवादा6. जहानाबाद7. खगड़िया8. सिवान9. पूर्णिया10. किशनगंज11. कटिहार12. बांका13. मुंगेर14. बक्सर http://dlvr.it/T7k1yb
KKN न्यूज ब्यूरो। बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के हाई प्रोफाइल कुढ़नी विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव का नतीजा आ गए हैं। यहां से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार केदार प्रसाद गुप्ता 3,649 मतो की अंतर से जदयू के मनोज कुशवाहा को पराजित कर दिया है। महागठबंधन के उम्मीदवार मनोज कुशवाहा को 73,073 मत लेकर संतोष करना पड़ा। वहीं, भाजपा के केदार गुप्ता को 76,722 मत मिले।
सुलतानगंज विधायक द्वारा सरकार की विभिन्न योजनाओं को लेकर सम्मान समारोह का आयोजन किया गया
सुलतानगंज विधायक द्वारा सरकार की विभिन्न योजनाओं को लेकर सम्मान समारोह का आयोजन किया गया
भागलपुर सुलतानगंज प्रखण्ड के असियाचक पंचायत के पंचायत भवन में बांका सासंद गिरिधारी यादव, और सुलतानगंज विधायक ललित नारायण मंडल के द्वारा सरकार की विभिन्न योजनाओं का उदघाटन को लेकर सम्मान समारोह का आयोजन किया गया|
इस दौरान बांका सासंद गिरिधारी यादव और विधायक , ललित नारायण मंडल के द्वारा असियाचक पंचायत में बिहार सरकार के द्वारा चार योजनाओं से बने करोड़ों रुपये से भी अधिक राशि का भवन का उदघाटन फिता काट कर किया गया|
जिसमें इंटर स्तरीय विद्यालय ,पंचायत भवन, पैक्स गोदाम, पुस्तकालय भवन का उदघाटन किया गया| इस दौरान बांका सासंद गिरिधारी यादव ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा , भाजपा सरकार संविधान को मिटाने की बात कर रही है| आनेवाले लोकसभा चुनाव में महागठबंधन की सरकार फुल बहुमत से सरकार बनने की बात कहा। साथ ही सुलतानगंज
विधायक ललित नारायण मंडल ने मिडिया के सवाल पर कहा, भाजपा के द्वारा 12 जुन को अनशन करे हमको कोई मतलब नहीं है| हमको तो प्रधानमंत्री बनाना है| और एक एक की लड़ाई होने की बात कहते हुए कहा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को, प्रधानमंत्री बनाने की बात कहा।
इसको लेकर बीजेपी के जिला प्रवक्ता श्रवण कुमार ने। महागठबंधन के निशाना साधते हुए। जदयू बांका सांसद गिरिधारी यादव पर आडे हाथ लिया। वहीं नितिश कुमार को भी निशाने पर लेते हुए, आईना दिखाया।
बीजेपी का काम कर जदयू का कांग्रेस में विलय करना चाहते थे पीके, नीतीश का पलटवार
बीजेपी का काम कर जदयू का कांग्रेस में विलय करना चाहते थे पीके, नीतीश का पलटवार
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर पर बड़ा हमला हुआ है. नीतीश कुमार ने कहा कि ये वही प्रशांत किशोर हैं जो कुछ समय पहले हमारी पार्टी के कांग्रेस में विलय की सलाह दे रहे थे. नीतीश ने यह भी कहा कि प्रशांत किशोर अब बीजेपी के साथ हैं. इसलिए वे अपने हिसाब से बयानबाजी कर रहे हैं। यह बात नीतीश ने एक कार्यक्रम के बाद मीडिया से बात करते हुए कही। उनसे पूछा गया कि प्रशांत किशोर…
भाजपा के आरक्षण विरोधी चेहरे को बेनकाब करेगा जदयू साथ हीं भाजपा ये जान ले जदयू अब उसके भाषा में हीं जबाव देगा - डॉ. चन्दन कुमार यादव, प्रदेश सचिव जनता दल यूनाइटेड, बिहार