#चैत्रशुक्ल
Explore tagged Tumblr posts
Text
ॐ चतुर्भिर्वदनैः वेदान् चतुरो भावयन् शुभान्।
ब्रह्मा मे जगतां स्रष्टा हृदये शाश्वतं वसेत्।।
भगवंस्त्वत्प्रसादेन वर्ष क्षेममिहास्तु में।
संवत्सरोपसर्गा मे विलयं यान्त्वशेषतः।।
#गुड़ीपड़वा #उगादि #चैत्रशुक्ल #नववर्ष
🪔🚩🌼🍀🏵️🙏
0 notes
Text
Let our software services light up your festive season. #navratri #navratri2024 #जयमातादी #चैत्रशुक्ल #softwareservices #software #development #askmetechnologies
0 notes
Text
असा राहील तुमचा आजचा दिवस...
रविवार, १४ एप्रिल २०२४. चैत्रशुक्ल षष्ठी. वसंत ऋतू. क्रोधीनाम संवत्सर राहुकाळ – दुपारी ४.३० ते संध्याकाळी ६.०० वा. पर्यंत… “आज चांगला दिवस आहे” डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर जयंती घबाड सकाळी ११.४४ पर्यंत. चंद्रनक्षत्र – आर्द्रा/पुनर्वसू. आज जन्मलेल्या बाळाची राशी – मिथुन. टीप: नावाप्रमाणेच तुमच्या राशी असतील असे नाही. अधिक माहितीसाठी आमच्या फेसबुक पेजला भेट द्या. मेष:-(चू,चे,चो,ला,ली,ले,लो,आ) चैनीवर…
View On WordPress
0 notes
Text
jamshedpur rural-गालूडीह में हिन्दू नववर्ष पर रंकणी शिशु विद्या मंदिर के छात्रों ने निकाली प्रभात फेरी व झांकी
गालूडीह: चैत्रशुक्ल प्रतिपदा हिंदु नववर्ष शुरू होने के अवसर पर गालूडीह स्थित रंकणी शिशु विद्या मंदिर की ओर से मंगलवार को झांकी के साथ प्रभात फेरी निकाली गयी. स्कूल की प्रधानाचार्य लक्ष्मी प्रिया सोरेन के नेतृत्व में स्कूली बच्चों ने प्रभात फेरी निकाली. भारत माता की जय, हिंदू नववर्ष मुबारक हो आदि नारे लगाते हुए प्रभातफेरी स्कूल से निकल कर अंडरपास, बंगालीपाड़ा, निमतोला, सुभाष चौक से गुजरते हुए वापस…
View On WordPress
0 notes
Text
नए साल के दिव्य और सुंदर रोशनी आपके जीवन को सफलता, शांति और समृद्धि से रोशन करें। - सभी को हिन्दू नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं!
#हिंदू_नववर्ष #चैत्रशुक्ल #HinduNavVarsh #HappyNewYear #GSGroup #DelhiNcr #UttarPradesh #India
0 notes
Photo
नए वर्ष का नया प्रभात |
बस खुशियां ही खुशियां लाए |
मिट जाए सब मन का अंधेरा |
हर पल बस रोशन हो जाए |
Happy Hindu New Year 2079 from Saloni Family.
0 notes
Photo
On the occasion of Chaitra Navratri, Experience the magical beauty of #Maa #Durga and feel her divine presence. "A very #Happy #Chaitra #Navratri to all” #HinduNavvarsh 🚩 #MaaDurga #HappyChaitraNavratri #HappyNavratri #Navratri2022 #GudiPadwa #नवरात्रि #चैत्रशुक्ल #DrSudhirGiri #UttarPradesh #India
0 notes
Photo
“Wishing a very #Happy #Chaitra #Navratri to all. May Maa Durga is always there to impart you with great strength to fight all your challenges.” नमो नमो दुर्गे सुख करनी। नमो नमो दुर्ग�� दुःख हरनी। नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं। #HappyChaitraNavratri #HappyNavratri #Navratri2022 #GudiPadwa #नवरात्रि #चैत्रशुक्ल #SVUGajraula #UttarPradesh #India
0 notes
Text
राष्ट्रहित में नववर्ष विरोध ?
राष्ट्रहित में नववर्ष विरोध? बिल्कुल सही बात कह रहे हैं हम और आप भी… कि अंग्रेजी केलेंडर बिना तो किसी का भी काम ही नहीं चलता… वैसे भी देश विभिन्न प्रकार के नववर्ष मनाता ही है.. केवल सनातन के भीतर ही 2-4 तरह के नववर्ष पहले से प्रचलन में हैं…1ला है गुड़ीपड़वा… जिसे हम हमारे बचपन से ही मनाते और मनते देखते आये हैं… हमारे क्षेत्र में चैत्रशुक्ल प्रतिपदा यानी प्रथमा यानी वर्ष की पहली तिथि को (एकम को)…
View On WordPress
0 notes
Photo
🙏🏼सनातन नूतनवर्ष" २०७७ चैत्रशुक्ल प्रतिपदा नव संवतसर की आप सभी को हार्दिक शुभकामनायें ! ईश्वर आप सभी प्रियजनों,स्वजनों एवं स्नेहीजनों को समृद्ध, स्वस्थ,और सुखी रखे! वैश्विक आपदा "कोरोना"के संक्रमण से स्वयं की , परिवारजनों की, समाज की और राष्ट्र की आम जनता की सुरक्षा एवं हित में अपने घरों में रहें ! 🙏🏼🌹🙏🏼 (at San Francisco, California) https://www.instagram.com/p/B-LlmozHcUZ/?igshid=xmgcezum0wst
0 notes
Text
492 साल बाद अस्थाई मंदिर में चांदी के सिंहासन पर विराजे रामलला, सीएम योगी भी रहे मौजूद, देखें तस्वीरें
चैतन्य भारत न्यूज अयोध्या. कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन के बीच आज चैत्र नवरात्रि और हिंदू नववर्ष के दिन अयोध्या में रामलला ने 492 साल बाद अपना नया आसन ग्रहण कर लिया है। आज रामलला त्रिपाल से निकलकर बुलेटप्रूफ अस्थाई मंदिर में विराजमान हो गए हैं। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({}); चांदी के सिंहासन पर विराजे रामलला दो दिन के वैदिक अनुष्ठान के बाद बुधवार सुबह 4 बजे रामलला को अस्थाई मंदिर में शिफ्ट किया ��या। चैत्र नवरात्रि के ब्रह्म मुहूर्त में रामलला की मूर्ति को चांदी के सिंहासन पर रखा है। फिर मंत्रोच्चार के साथ उनकी विधि-विधान से पूजा की गई। भगवान के वस्त्र बदले गए और उसके बाद आरती हुई।
सीएम योगी ने दिया 11 लाख का चेक इस दौरान उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी वहां मौजूद थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंदिर के निर्माण के लिए 11 लाख रुपए का चेक भी दिया। उन्होंने ट्विटर के जरिए इसकी जानकारी दी। सीएम योगी ने ट्वीट में लिखा कि- 'अयोध्या करती है आह्वान... भव्य राम मंदिर के निर्माण का पहला चरण आज सम्पन्न हुआ, मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम त्रिपाल से नए आसन पर विराजमान... मानस भवन के पास एक अस्थायी ढांचे में 'रामलला' की मूर्ति को स्थानांतरित किया। भव्य मंदिर के निर्माण हेतु 11 लाख रुपए का चेक भेंट किया।' सीएम योगी ने मीडिया से बातचीत के दौरान यह भी कहा कि, 'रामलला के मंदिर निर्माण का पहला चरण पूरा हो गया है। जल्द ही भव्य मंदिर बनकर तैयार होगा।'
कोरोना वायरस का किया जिक्र नवनिर्मित वैकल्पिक गर्भगृह में रामलला के विराजमान होने के बाद ��ीएम योगी ने देश की जनता को चैत्रशुक्ल प्रतिपदा और नवसंवत्सर की बधाई दी। उन्होंने कहा कि, 'श्रीरामलला अपने नए आसन पर विराजमान होकर हम सब पर अपनी कृपा और आशीर्वाद निरंतर प्रदान करते रहेंगे।' मुख्यमंत्री ने कोरोना वायरस का जिक्र करते हुए कहा कि, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेत्रत्व में प्रदेश वर्तमान में जिस नई वैश्विक बीमारी से सामना करने के लिए तैयार हुआ है उसका दुनियाभर के तमाम संगठनों ने इसकी सराहना की है।'
अनुष्ठान ये लोग हुए थे शामिल रामजन्मभूमि परिसर में चल रहे अनुष्ठान में सीएम योगी के अलावा मंदिर के प्रधान पुजारी सत्येंद्र दास व ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपालदास के उत्तराधिकारी कमल नयन दास, श्रीराम जन्मभूमि तीथ क्षेत्रट्रस्ट के महामंत्री चंपतराय भी मौजूद थे।
जयपुर के कारीगरों ने बनाया सिंहासन भगवान श्री रामलला का चांदी का यह सिंहासन 9.5 किलोग्राम का है। यह सिंहासन अयोध्या राजपरिवार के द्वारा रामलला को भेंट किया गया है। इसे जयपुर के कारीगरों ने बनाया है। सिंहासन 25 इंच लंबा, 15 इंच चौड़ा और 24 इंच ऊंचा है। सिंहासन के पृष्ठ पर सूर्य देव की आकृति और दो मोर उत्कीर्ण किए गए हैं।
कैसा है अस्थाई मंदिर बता दें भगवान रामलला का नया भवन जर्मन और इस्टोनिया पाइन से निर्मित है। मंदिर की लम्बाई 24 फिट, चौड़ाई 14 फिट और ऊंचाई 19 फिट है। इसके ऊपर 35 इंच का शिखर है। मंदिर निर्माण में इस्तेमाल की गई लकड़ी की खास बात यह है कि यह सभी मौसम में एक जैसी ही रहती है। भव्य मंदिर निर्माण पूरा होने तक रामलला इसी लकड़ी के मंदिर में विराजित रहेंगे। ये भी पढ़े... लार्सन एण्ड टुब्रो कंपनी करेगी अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण, बिना कॉन्ट्रैक्ट लिए सेवाभाव से करेगी काम महंत नृत्य गोपाल दास बने राम मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष तो चंपत राय महासचिव, मंदिर निर्माण के लिए मिला लाखों का दान राम मंदिर ट्रस्ट: केंद्र सरकार ने इन 15 लोगों के कंधों पर दी राम मंदिर निर्माण की जिम्मेदारी Read the full article
#ayodhya#ayodhyarammandir#ayodhyaramlala#chaitranavratri#hindunavvarsh#lockdown#narendramodi#rammandir#ramtemple#ramlala#ramlalaphoto#ramlalashiftedintemporarytemple#shriram#silversinhasan#yogiadityanath#अयोध्या#अयोध्यामेंरामलला#अयोध्याराममंदिर#चांदीकासिंहासन#चैत्रनवरात्रि#चैत्रनवरात्रि2020#देशमेंलॉकडाउन#योगीआदित्यनाथ#राममंदिर#रामलला#रामललाअस्थाईमंदिर#रामललासिंहासन#सीएमयोगी#हिंदूनववर्ष
0 notes
Text
ॐ विष्णुः विष्णुः विष्णुः, अद्य ब्रह्मणो वयसः परार्धे श्रीश्वेतवाराहकल्पे जम्बूद्वीपे भारतवर्षे अमुकनामसंवत्सरे चैत्रशुक्ल प्रतिपदि अमुकवासरे अमुकगोत्रः अमुकनामाऽहं प्रारभमाणस्य नववर्षस्यास्य प्रथमदिवसे विश्वसृजः श्रीब्रह्मणः प्रसादाय व्रतं करिष्ये। 🌺🙏💛
#हिंदू_नववर्ष #GudiPadwa #चैत्र_शुक्ल #Navratri
0 notes
Text
हाँडीगाउँको जात्राः कसले भेट्टायो टुँडालदेवीको गहना ?
काठमाडौं । उपत्यका जात्रामय भएको छ । एउटा जात्रा सकिन नपाउँदै अर्को जात्रा सुरू भइसक्छ । तर, हाँडीगाउँको जात्रा भने विशेष छ ।
नेपाली उखान नै छ, कहिँ नभएको जात्रा हाँडीगाउँ । हाँडीगाउँमा हुने त्यस्तै जात्रा मध्ये एक हो, गहना खोज्ने जात्रा ।
टुँडाल देवीको खटलाई हाँडीगाउँस्थित गहना पोखरीभित्र तीनपटक परिक्रमा गराएपछि पोखरीमा देवीको गहना खोज्ने गरिन्छ । त्यस क्रममा पोखरीबाहिर टुँडाल देवीकी बैनीको खटलाई पनि परिक्रमा गराइन्छ ।
चैत्रशुक्ल पूर्णिमाका दिन टुँडालदेवीको परम्परागत ��ात्रा चलाइन्छ।भाटभटेनीको मूर्ति टुँडालदेवी मन्दिरमा ल्याउने चलन छ ।
प्रख्यात कथनअनुसार छोरी भाटभटेनीले आमा टुँडालदेवीलाई भेट्न जाँदा गोप्य सम्बन्ध रहेका पोडेसँग घुम्न हिँडेकी देखिछन् । यसबाट रिसाएकी भाटभटेनीले राति नै र्फर्किएको भन्ने आख्यान पाइन्छ, जुनबेला हराएको गहना नै प्रत्येक वर्षखोज्ने गरिएको भनाइ छ ।
बलि दिइएको राँगाको रगतले नुहाएका पोडे (द्यलाः ) पूजारीलाई शिरमा राखी गरिने टुँडालदेवी (त्वरः अजिमा)को गहना खोज्ने जात्रा परम्पराअनुसार चैत्रशुक्ल प्रतिपदा का दिन हुने गर्छ । टुडालदेवी मन्दिरको पूजारी अधपि पोडे (द्यलाः)जातको हुने गर्दछ ।
त्रयोदशीको राति भाटभटेनी (मपता अजिमा )लाई टुँडालदेवीबाट र्फकाइँदा मृत्युकर्ममा बजाइने सिं:बाजा बजाइन्छ भने सो खट हेर्नुहुँदैन भन्ने मान्यता रहेको पाइन्छ । जात्रामा टुँडालदेवी (आमा), भाटभटेनी (छोरी-ज्वाइँ), नक्साल भगवती, मनमानेश्वरी, धुम्बाराहीसहित धनगणेशलगायतका देवीदेवताहरूको खटजात्रा हुने गर्दछ ।
0 notes