#चीनी एप पर प्रतिबंध
Explore tagged Tumblr posts
Text
चीन के 59 एप पर लगा प्रतिबंध, यहां देखें भारत में चीन की टॉप-10 एप की सूची
चीन के 59 एप पर लगा प्रतिबंध, यहां देखें भारत में चीन की टॉप-10 एप की सूची
[ad_1]
न्यूज़ डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली, Updated Mon, 29 Jun 2020 11:50 PM IST
भारत सरकार ने चीन के स्वामित्व वाली 59 मोबाइल एप को बैन कर चीन को एक बड़ा झटका दिया है, जिसमें टिक-टॉक समेत कई बड़ी कंपनियां हैं। भारत-चीन सीमा विवाद के बाद से ही टिक-टॉक को बंद करने की मांग चल रही थी। आइए जानते हैं कि भारत में चीन की टॉप 10 एप कौन-सी हैं और उनके कितने डाउनलोड्स हैं…
1. टिक-टॉक भारत में इस समय सबसे…
View On WordPress
#chinese app banned#chinese app banned news#chinese apps banned by indian government#india banned chinese apps#india banned chinese apps list#india banned chinese apps news#India-china dispute#shareit app ban#tiktok app banned in india#top 10 chinese apps#top 10 chinese apps in india#चीन की 59 एप पर बैन#चीनी 59 एप पर प्रतिबंध#चीनी एप पर प्रतिबंध#टिक टॉक बैन#भारत का चीन को झटका#भारत ने लगाया प्रतिबंध#भारत ने लगाया बैन
0 notes
Text
All india traders demand to ban chinese app shopee after 54 apps banned by indian government dlpg
All india traders demand to ban chinese app shopee after 54 apps banned by indian government dlpg
नई दिल्ली. चीनी सामानों के बहिष्कार के बाद से लगातार चाइनीज एप्स को प्रतिबंधित करने की मांग की जाा रही है. इसी के ��लते केंद्र सरकार की ओर से 54 चीनी एप्स को बैन भी किया जा चुका है. हालांकि अब चाइनीज एप शॉपी को बैन करने की मांग की जा रही है. वहीं शॉपी को ऐप प्रतिबंध सूची में शामिल न करने पर कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ने केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल और अश्विनी वैष्णव को इस संबंध…
View On WordPress
0 notes
Text
इंस्टाग्राम ने दी अपने यूसर्ज के लिए अच्छी खबर, अब डाल सकेंगे 30 सेकंड्स के बजाय 1मिनट के Reels videos Divya Sandesh
#Divyasandesh
इंस्टाग्राम ने दी अपने यूसर्ज के लिए अच्छी खबर, अब डाल सकेंगे 30 सेकंड्स के बजाय 1मिनट के Reels videos
मुंबई। सबसे पॉपुलर सोशल मीडिया प्लेटफार्म इंस्टाग्राम ने घोषणा की है कि उनके यूजर्स अब प्लेटफॉर्म पर 1 मिनट लंबी रील पोस्ट कर सकेंगे और अपने दोस्तों के साथ शेयर कर सकेंगे। अब तक यूजर्स केवल 15-सेकंड और 30-सेकंड की वीडियो ही पोस्ट कर सकते थे। यह उन कंटेंट क्रिएटर्स के लिए अच्छी खबर है, जो अपने दोस्तों और फॉलोअर्स के साथ लंबी रील्स वीडियो को साझा करना चाहते हैं।
ये खबर भी पढ़े: चमगादड़ के हैरान कर देने वाले रहस्य, जानकर आप भी रह जाएंगे हैरान
आइए जानते हैं कैसे इसको अपलोड कर पाएंगे और यह कैसे काम करेगा –
TikTok के बैन होने के बाद भारत में आया था Reels – इंस्टाग्राम ने देश में टिक टॉक पर प्रतिबंध लगाने के तुरंत बाद रील्स की शुरुआत की थी। रील आने के बाद मार्केट में कई शॉर्ट वीडियो एप्स आ गए जिसमें मिट्रोन, रोपोसो, चिंगारी, सहित अन्य शामिल थे। फेसबुक के इस फोटो शेयरिंग प्लेटफॉर्म ने भारत और विश्व स्तर पर व्यापक लोकप्रियता हासिल की है।
ये खबर भी पढ़े: ताइवान की झील में 1 साल पहले गिरा आईफोन मिला, सही तरीके से कर रहा काम
इंस्टाग्राम ने रील्स के लिए वीडियो की लंबाई का विस्तार किया, क्योंकि प्रतिद्वंद्वी टिकटॉक ने इसकी सीमा 3 मिनट तक बढ़ा दी ताकि निर्माता लंबे वीडियो बना सकें और दोस्तों के साथ साझा कर सकें। भारत में टिक टॉक फिलहाल उपलब्ध नहीं है। भारत सरकार ने पिछले साल चीनी टिक टॉक एप सहित कई लोकप्रिय एप्स पर प्रतिबंध लगा दिया था।
कैसे पोस्ट होंगी 60 सेकंड के रील्स – 60 सेकंड की रील्स वैसे ही बनेंगी जैसे छोटी रील्स बनती हैं। ऐप पर रील्स टैब पर जाएं, और सामग्री को रिकॉर्ड करें या फोन स्टोरेज से अपलोड करें। रील्स अपलोड होने के बाद, आप इसे अपने फॉलोअर्स और अन्य लोगों के साथ इंस्टाग्राम प्लेटफॉर्म पर शेयर कर सकते हैं।
Download app: अपने शहर की तरो ताज़ा खबरें पढ़ने के लिए डाउनलोड करें संजीवनी टुडे ऐप
0 notes
Text
चीन पर ट्रंप की नकेलः भारत के फैसले का हवाला देकर आठ चीनी एप पर रोक
चीन पर ट्रंप की नकेलः भारत के फैसले का हवाला देकर आठ चीनी एप पर रोक
पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर कहीं भी, कभी भी। *Yearly subscription for just ₹299 Limited Period Offer. HURRY UP! अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 200 से अधिक चीनी सॉफ्टवेयर एप पर प्रतिबंध लगाने के भारत के फैसले का हवाला देते हुए अलीपे और वीचैट पे सहित आठ चीनी एप के साथ लेन-देन पर प्रतिबंध लगा दिया। ट्रंप ने अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए इस आशय के एक कार्यकारी आदेश पर दस्तखत किए। ट्रंप ने अपने…
View On WordPress
0 notes
Link
TikTok : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अमेरिका में प्रतिबंध झेल रही चीनी वीडियो शेयरिंग एप टिकटॉक को बड़ी राहत दी है। from India TV Hindi: paisa Feed https://ift.tt/2REVQyQ
0 notes
Text
भारत को पूरी तरह से अलविदा कहेगी TikTok की कंपनी Bytedance
भारत को पूरी तरह से अलविदा कहेगी TikTok की कंपनी Bytedance
पीटीआई, अमर उजाला, नई दिल्ली Updated Wed, 27 Jan 2021 01:50 PM IST पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर कहीं भी, कभी भी। *Yearly subscription for just ₹299 Limited Period Offer. HURRY UP! ख़बर सुनें ख़बर सुनें चीनी सोशल मीडिया कंपनी बाइटडांस ने भारत में अपना कारोबार बंद करने की घोषणा की है। भारत में टिकटॉक और हेलो एप का स्वामित्व रखने वाली इस कंपनी की सेवाओं पर प्रतिबंध जारी हैं। टिकटॉक के वैश्विक अंतरिम…
View On WordPress
#bytedance#bytedance india#Mobile Apps Hindi News#Mobile Apps News in Hindi#Technology News in Hindi#tik tok india#TikTok#tiktok bytedance#tiktok bytedance india
0 notes
Photo
राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देते हुए अमेरिका ने Tik -Tok पर लगाया बैन
नई दिल्ली : अमेरिका में आगामी होने वाले राष्ट्रपति चुनाव को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रपति ट्रंप ने अमेरिका में रह रहे भारतीयों को लुभाने के लिए भारत का समर्थन करते हुए अमेरिका ने भी भारत की तरह कई चीनी ऐप पर प्रतिबंध लगाए जाने के कुछ हफ्तों बाद अमेरिका ने भी आदेश जारी किये कि राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए वह लोकप्रिय चीनी सोशल मीडिया एप टिकटॉक और वीचैट पर रविवार से प्रतिबंध लग रहा है |अमेरिका ने कहा कि वे देश की संप्रभुता, अखंडता और सुरक्षा के लिये पूर्वाग्रही थे |
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक दिन पहले ही कहा कि वह चीनी स्वामित्व वाले वीडियो – शेयरिंग एप टिकटॉक के लिए अमेरिकी कंपनी ओरेकल की कथित बोली पर गौर कर रहे हैं , लेकिन वह सौदे को मंजूरी देने से पहले यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि राष्ट्रीय सुरक्षा से कोई समझौता न हो |
NIA ने छापेमारी कर पकडे अलकायदा के 9 आतंकी
पिछले महीने ट्रंप ने टिकटॉक और वीचैट पर प्रतिबंध लगाने के लिए एक कार्यकारी आदेश पर दस्तखत किए थे, जिसके तहत दोनों चीनी कंपनियां अपना स्वामित्व किसी अमेरिकी कंपनी को दे कर ही प्रतिबंध से बच सकती हैं |
चीन पर डेटा के दुरुपयोग का आरोप
वाणिज्य मंत्री विल्बर रॉस ने कहा, ‘‘राष्ट्रपति के निर्देश पर हमनें अमेरिकी नागरिकों के व्यक्तिगत आंकड़े एकत्र करने के चीन के दुर्भावनापूर्ण कृत्य से लड़ने के लिये महत्वपूर्ण कार्रवाई की है, जिस��े हम हमारे राष्ट्रीय मूल्यों, लोकतांत्रिक नियमों पर आधारित मान्यताओं और अधिक आक्रामक तरीके से अमेरिकी कानूनों और नियमों को लागू कर पाएंगे |
वाणिज्य विभाग ने अन्य सोशल मीडिया एप को भी वीचैट या टिकटॉक के अवैध व्यवहार की नकल करने को लेकर चेतावनी दी है | राष्ट्रपति के पास अधिकार है कि क्या क्या ऐसी गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिये अतिरिक्त आदेश की जरूरत है |
कोरोना : देश में दिन पे दिन बढ़ता मौतों का आंकड़ा
इसमें कहा गया कि 20 सितंबर से वीचैट के लिये और 12 नवबंर से टिकटॉक के लिये अमेरिका में ऐसी किसी भी इंटरनेट होस्टिंग सेवा पर प्रतिबंध रहेगा जो इन मोबाइल ऐप्लीकेशन के संचालन का प्रावधान करती हों | इनमें कंटेंट डिलीवरी नेटवर्क सेवा पर प्रतिबंध भी शामिल होगा जो उसे संचालन या उसके अनुकूलन के सक्षम बनाए |
भारत ने 29 जुलाई को टिकटॉक, वीचैट और यूसी ब्राउजर समेत 59 चीनी एप पर प्रतिबंध लगा दिया था | बाद में 244 और चीनी ऐप पर भी प्रतिबंध लगाया गया था |
https://kisansatta.com/us-bans-tik-tok-citing-national-security/ #USBansTikTokCitingNationalSecurity US bans Tik -Tok citing national security International, Top, Trending #International, #Top, #Trending KISAN SATTA - सच का संकल्प
0 notes
Link
अब यह स्पष्ट है कि भारत-चीन के बीच केवल विवादित सीमा पर ही नहीं, बल्कि हर तरह के संबंध एक ‘न्यू नॉर्मल’ में प्रवेश कर गए हैं। यह पूरी तरह माना जा सकता है कि सत्ता में आने के बाद प्रधानमंत्री मोदी को चीन के साथ भी संबंधों को दोबारा से जांचने की कोशिश करनी चाहिए थी, जैसा उन्होंने पाकिस्तान के साथ किया। क्योंकि सितंबर 2014 में उन्होंने शी जिनपिंग का अहमदाबाद में शानदार स्वागत कि��ा था।
यह ठीक था, लेकिन इसी यात्रा के दौरान हमें चुमार में एलएसी पर दिक्कत हुई थी और मई 2015 तक चीजें बदल गई थी। वह चीन की तुलना में पाकिस्तान के साथ संबंधों की दिशा को बदलकर विरोधात्मक करने के लिए कहीं अधिक जिम्मेदार हैं। यह अकथनीय है।
न तो पाकिस्तान के ही व्यवहार में कोई बदलाव था और न ही चीन के, जिसकी वजह से मई 2015 में चीन की अपनी पहली सरकारी यात्रा के दौरान मोदी को चीन को लुभाने की जरूरत पड़ी, जबकि इसके एक महीने पहले ही चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अपनी इस्लामाबाद यात्रा के दौरान चीन-पाकिस्तान इकॉनोमिक कॉरिडोर की घोषणा की थी। यह कॉरिडोर पाकिस्तान अधिकृत भारतीय हिस्से से गुजरना था।
इसके अलावा भी चीन ने उकसाने वाले कई कार्य किए थे। इसमें आतंकियों पर संयुक्त राष्ट्र में प्रतिबंध, कश्मीर मसला, नाभिकीय आपूर्ति समूह (एनएसजी) की सदस्यता का मुद्दा शामिल है। भारत ने पाक की तुलना में चीन के साथ द्विपक्षीय संबंधों को सकारात्मक ट्रैक पर बनाए रखने के लिए अधिक समय तक कोशिश की।
भारत ने डोकलाम विवाद के समय 2017 के मध्य में चीन के साथ संबंधों को अधिक वास्तविक ट्रैक पर लाने का एक और मौका खो दिया था। इसकी बजाय भारत ने निरर्थक ‘अनौपचारिक बैठकें’ करने का फैसला किया। इसमें दो साल बेकार हुए, जिन्हें संबंधों में आज की स्थिति की तैयारियों के लिए इस्तेमाल किया जा सकता था। चीन ने इस समय का इस्तेमाल वास्तविक नियंत्रण रेखा पर अपनी ताजा कार्रवाई और बाकी दक्षिण एशिया में अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए किया।
हो सकता है कि भारत को उम्मीद रही हो कि चीन पाकिस्तान को ठीक से रहने के लिए कह सकता है। हालांकि, ये तर्क चीन के राजनीतिक सिस्टम व उसके उद्देश्य की मूल समझ की कमी को दर्शाते हैं। इसे वैचारिक तौर पर चीन की कम्युनिस्ट पार्टी संचालित करती है, जो किसी भी अन्य राजनीतिक सिस्टम को अपने अस्तित्व व वैधता के लिए एक गंभीर खतरा मानती है। दूसरे शब्दों में चीन किसी भी तरह से शी के नेतृत्व में अन्य देशों के साथ समानता या सकारात्मक समीकरणों को स्वीकार नहीं करेगा।
ऐसा नहीं है कि सरकार के भीतर इसकी परख करने वाले नहीं थे, लेकिन उन्होंने सिर्फ इसलि��� कदम नहीं उठाया या इसे नजरअंदाज किया, क्योंकि इस पर कार्रवाई के लिए परिचित दुश्मन पाकिस्तान से अलग सोच और नीतिनिर्माण में एक ढांचागत ��दलाव की जरूरत थी। इसके अलावा इस धारणा से भी हटना था कि दक्षिण एशिया में भारत का प्रभाव है और भारत निरंतर विकास करता रहेगा।
आसान यह था कि दिखावा करते रहें कि भारत चीन को भरोसा दिला देगा कि उसका इरादा अच्छा है और वह अच्छे संबंधों के प्रति गंभीर है। चीन के विचार में भारत उसके साथ अच्छे संबंधों को लेकर गंभीर नहीं था, क्योंकि वह अमेरिका के साथ संबंधों को बढ़ा रहा था और चीन उसे दुश्मन नंबर एक मानता है। अब भारत के पास क्या विकल्प हैं?
सबसे पहले भारत को पाकिस्तान सहित अपने पड़ोसियों के साथ संबंधों को सुधारना व मजबूत करना चाहिए, चाहे यह कितना ही कठिन क्यों न हो। खराब अर्थव्यवस्था के साथ भारत दो मोर्चों पर नहीं लड़ सकता। अब यह तो हर भारतीय को स्पष्ट है कि चीन ही भारत का लंबी अवधि का चैलेंजर है और हम पाकिस्तान के साथ दुश्मनी का मोर्चा खोलकर ध्यान नहीं भटका सकते।
दूसरे, चीनी एप पर प्रतिबंध और चीनी निवेश पर नियंत्रण महत्वपूर्ण उपाय है, लेकिन भारत को इस प्रक्रिया में अपने हितों को भी नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए। हमें उन क्षेत्रों में चीनी पूंजी का इस्तेमाल करते रहना चाहिए जहां पर सुरक्षा चिंता न्यूनतम या न के बराबर हो। चीनी अर्थव्यवस्था से पूरी तरह अलग होना भी अव्यावहारिक होगा और यह दुनिया की अन्य अर्थव्यवस्थाओं के साथ भारत की सौदेबाजी की ताकत को ही कम करेगा।
आखिर में हम एलएसी पर आते हैं, जबकि यह पूरी तरह से सच है कि द्विपक्षीय संबंध सीमा विवाद से भी आगे हैं, यह भी स्पष्ट है कि यहां पर स्थिति सिर्फ कूटनीतिक बातचीत से हल नहीं हो सकती। अगर समस्या एलएसी पर है तो बातचीत सिर्फ दोनों पक्षों के सैन्य नेतृत्व तक ही सीमित रहनी चाहिए, जबकि कूटनीतिक और राजनेताओं को दक्षिण एशिया और दुनिया के अन्य हिस्सों में साझेदारी विकसित करने पर ध्यान देना चाहिए।
हर हाल में, चाहे हम पसंद करे या नहीं, अब सभी राजनीति उद्देश्यों और ऐतिहासिक कल्पनाओं के लिए एलएसी खुद है। अभी एक आर-पार का संघर्ष शायद ही हो, लेकिन अब यह नई सामान्य बात है कि दुरूह चोटियों पर पूरे साल सैनिक बैठे रहेंगे, नियमित आपसी संघर्ष के साथ ही मौसम और दुश्मन दोनों से जनहानि होती रहेगी। (ये लेखक के अपने विचार हैं)
आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
Soldiers will remain on tough peaks for a whole year, this new normal
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3cb1LoG via IFTTT
0 notes
Link
भारत ने पबजी समेत 118 एप बैन किए, अब तक 224 चीनी एप पर लग चुकी है पाबंदी पूर्वी लद्दाख में चीनी घुसपैठ की कोशिश से चल रहे तनाव के बीच भारत ने 2 सितंबर 2020 को मोबाइल गेम पबजी (PUBG) समेत चीन के 118 मोबाइल एप्लीकेशन पर प्रतिबंध लगा दिया है। सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अनुसार, ये एप्स भारत की संप्रभुता और अखंडता, भारत की रक्षा, राज्य की सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था के लिए खतरा हैं। एंड्रॉयड और आईओएस प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध कई मोबाइल एप उपयोगकर्ताओं का डेटा चुरा रहे थे और भारत से बाहर लोकेशंस पर अव्यवस्थित तरीके से भेज रहे थे। इससे पहले जून अंत में भारत ने टिकटॉक समेत चीन के 47 एप्स पर प्रतिबंध लगाया था और उसके बाद जुलाई अंत में 59 चीनी एप्स प्रतिबंधित किए थे। इन्हें मिलाकर अब तक 224 चीनी मोबाइल एप पर रोक लग चुकी है। पबजी के भारत में 5 करोड़ से ज्यादा उपयोगकर्ता हैं, जिनमें से लगभग 3.5 करोड़ सक्रिय हैं।
#current affairs#current affairs in hindi#gk news#gknews#gknewstoday#pubg ban#pubg banned in india#gk latest news
0 notes
Text
पोम्पेओ ने अमेरिकी सीनेटरों को बताया कि चीन के खिलाफ 'ज्वार' बदल रहा है, भारत की कार्रवाई का हवाला देता है
पोम्पेओ ने अमेरिकी सीनेटरों को बताया कि चीन के खिलाफ 'ज्वार' बदल रहा है, भारत की कार्रवाई का हवाला देता है
राज्य के सचिव माइकल आर पोम्पेओ ने गुरुवार को कहा कि चीनी सरकार के खिलाफ “अंतरराष्ट्रीय जागृति” का नेतृत्व करने के लिए अमेरिकी प्रयास काम कर रहे हैं और परिणामस्वरूप “ज्वार बदल रहा है”। उन्होंने चीनी एप पर भारतीय प्रतिबंध का हवाला देते हुए इसे क्वाड के करीबी इंटरैक्शन के साथ-साथ अन्य देशों द्वारा अलग-अलग कार्यों के रूप में प्रकट किया।
राज्य विभाग के लिए 2021 के बजट पर अमेरिकी सीनेट की सुनवाई में…
View On WordPress
0 notes
Text
सरकार ने जिन 47 चीनी एप्स पर लगाया आज प्रतिबंध उनमें शामिल हैं ये नाम
सरकार ने जिन 47 चीनी एप्स पर लगाया आज प्रतिबंध उनमें शामिल हैं ये नाम
[ad_1]
छवि स्रोत: ALJAZEERA भारत के 47 ऐप क्लोन में टिकटोक लाइट, हेलो लाइट, शेयरइट लाइट, बिग लाइव लाइट शामिल हैं
नई दिल्ली। भारत सरकार ने चीन की 47 और एप पर सोमवार को रोक लगाने की घोषणा की है। इसके साथ ही अब तक चीन की कुल 106 मोबाइल एप को देश की संप्रभुता, एकता और सुरक्षा के लिए नुकसानदेह बताते हुए रोक लगाई जा चुकी है।
सूत्रों ने बताया कि जिन 47 नई चीनी एप पर अब रोक लगाई…
View On WordPress
0 notes
Link
भारत ने जब से चाइनीज ऐप पर प्रतिबंध लगाया है तभी से सोशल मीडिया पर लगातार इस बात की चर्चा हो रही है। अब अमेरिका भी भारत की राह पर चलता नजर आ रहा है। जल्द ही अमेरिका भी टिकटॉक समेत सभी चाइनीज ऐप पर प्रतिबंध लगा सकता है।
अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने चीनी ऐप टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाए जाने के भारत के फैसले की तारीफ की थी। माना जा रहा है कि अब अमेरिका भी सभी चाइनीज ऐप पर प्रतिबंध लगा सकता है। पोम्पिओ ने सोमवार(6 जुलाई) को कहा, अमेरिका ‘चीनी सोशल मीडिया ऐप्स पर प्रतिबंध लगाने’ पर निश्चित रूप से विचार कर रहा है। 59 चीनी एप बंद करने के फैसले पर पोम्पियो ने कहा था कि “ये कदम राष्ट्रीय सुरक्षा और अखंडता को बढ़ावा देगा। भारत का क्लीन एप दृष्टिकोण भारत की संप्रभुता, अखंडता और राष्ट्रीय सुरक्षा को बढ़ावा देगा।”
0 notes
Text
Camscanner का विकल्प Kaagaz स्कैनर हुआ हिट, 11 लाख यूजर्स कर चुके हैं डाउनलोड
Camscanner का विकल्प Kaagaz स्कैनर हुआ हिट, 11 लाख यूजर्स कर चुके हैं डाउनलोड
[ad_1]
पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर कहीं भी, कभी भी।
*Yearly subscription for just ₹249 + Free Coupon worth ₹200
ख़बर सुनें
ख़बर सुनें
पॉपुलर चीनी डॉक्यूमेंट स्कैनिंग एप Camscanner पर प्रतिबंध लगने के बाद भारतीय यूजर्स अब इसका विकल्प तलाश कर रहे हैं। कुछ भारतीय डेवलपर्स ने इस एप का विकल्प भी बनाया है, लेकिन वे बहुत ज्यादा प्रभावी साबित नहीं हुए। लेकिन कैम स्कैनर के एक विकल्प को यूजर्स…
View On WordPress
#Android#atam nirbhar bharat#atam nirbhar bharat app challenge#camscanner#camscanner alternative#camscanner apk download#camscanner download#chinese apps ban#document scanner apps for android#document scanner indian apps#Google play store#kaagaz scanner#kaagaz scanner app#kaagaz scanner app download#kaagaz scanner for iphone#kaagaz scanner founder#kaagaz scanner ios#Kaagaz scanner- free documents & pdf scanner#mada in india mobile apps#Mobile Apps Hindi News#mobile apps india#Mobile Apps News in Hindi#smartphone apps made in india#tech news in hindi#tech news india#technology in hindi#Technology News#Technology News in Hindi#vocal for local
0 notes
Photo
चायनीज एप बैन होने के बाद बौखलाये चीन ने WTO जाने की धमकी दी, भारत ने दिया करारा जवाब चीन की कंपनियों के खिलाफ भारत में जिस तरह का माहौल बनने लगा है और जिस तरह से भारत सरकार राष्ट्रीय सुरक्षा लेकर लगातार आक्रामक रणनीति अपना रही है उससे चीन बौखलाया हुआ है। पिछले एक हफ्ते के दौरान भारत की तरफ से 59 चीनी मोबाइल एप पर प्रतिबंध लगाने और चीन निर्मित उत्पादों पर रोक लगाने के लिए नए नियम लागू किये जाने पर चीन ने तीखी प्रतिक्रिया दी है और यह धमकी भी दी है कि वह भारत के खिलाफ भेद-भाव पूर्ण वाणिज्यिक नीति अपनाने पर विश्व व्यापार संगठन (डब्लूटीओ) में शिकायत दर्ज कराएगा। चीन के इस शिकायत पर भारत ने खास तवज्जो नहीं दी है और यह संकेत दे दिया है कि वह अपने रुख पर अटल रहेगा। विदेश मंत्रालय ने उल्टा यह कहा है कि भारत में विदेशी कंपनियों के लिए जितना खुली नीति है उतनी शायद ही कहीं हो।
0 notes
Text
IPL पर प्रसारणकर्ता ने कहा, नए वित्तीय मॉडल के बारे में सोचना होगा
IPL पर प्रसारणकर्ता ने कहा, नए वित्तीय मॉडल के बारे में सोचना होगा
नई दिल्ली :कोविड-19 (Covid-19) महामारी के कारण इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का 13वां सीजन पहले से ही स्थगित है और अब भारत चीन के बीच तनाव (Indo-China Tension) के मद्देनजर उसके आयोजन पर एक नया संकट भी आ खड़ा हुआ है। भारत सरकार ने 59 चीनी एप पर प्रतिबंध लगा दिया है तो वहीं भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने भी आईपीएल में चीनी स्पांसरशिप पर पुनर्विचार करने के संकेत दिए हैं। बता दें कि फिलहाल चीनी…
View On WordPress
0 notes
Text
TikTok सहित कई चीनी ऐप्स पर भारत में बैन के बाद अमेरिका में उठी ऐसी ही मांग..
TikTok सहित 59 चीनी ऐप पर भारत में प्रतिबंध लगाया गया है
नई दिल्ली:
पूर्वी लद्दाख में भारत और चीनी सैनिकों के हिंसक संघर्ष (Ladakh Clash) और एलएसी पर तनाव के मद्देनजर भारत सरकार ने लोकप्रिय TikTok सहित 59 चीनी ऐप (Chinese Apps) पर अपने यहां प्रतिबंध लगा दिया है. इस फैसले को अमेरिका में भी सराहना मिल रही है. यहां तक कि कुछ अमेरिकी सांसदों ने शॉर्ट वीडियो शेयरिंग एप्स को देश की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा मानते हुए भारत की तरह का कदम उठाने की मांग कर डाली है. गौरतलब है कि भारत ने सोमवार को TikTok और यूसी ब्राउज़र सहित 59 चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया था.भारत सरकार का मानना है कि ये ऐप्स देश की संप्रभुता, अखंडता और सुरक्षा के लिए पूर्वाग्रह से ग्रस्त थे. लद्दाख में चीनी सैनिकों के साथ भारतीय सैनिकों के संघर्ष के बाद सामने आया यह फैसला WeChat और Bigo Live पर भी लागू किया गया है.
यह भी पढ़ें
रिपब्लिकन सीनेटर जॉन कॉर्निन ने ‘द वाशिंगटन पोस्ट’ की एक रिपोर्ट को टैग करते हुए कहा, “हिंसक टकराव के मद्देनजर भारत ने टिकटॉक और दर्जनों अन्य चीनी ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया है.” रिपब्लिकन रिक क्रॉफोर्ड ने ट्वीट किया कि “TikTok को जाना ही चाहिए और यह कल चला गया.” गौरतलब है कि पिछले हफ्ते, अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, रॉबर्ट ओ’ब्रायन ने कहा था कि चीन सरकार अपने स्वयं के ‘उद्देश्यों’ के लिए TikTok का उपयोग कर रही है. अमेरिकी कांग्रेस में इस समय कम से कम ऐसे दो बिल लंबित हैं जिसमें संघीय सरकार के अधिकारियों को अपने सेल फोन पर टिकटोक का उपयोग करने से प्रतिबंधित करने की बात कही गई है. ऐसा माना जा रहा है कि भारत सरकार के चीनी ऐप्स को बैन करने संबंधी कदम के बाद अमेरिका में भी ऐसी भावना जोर पकड़ सकती है.
फॉक्स न्यूज की एंकर लॉरा इंग्राहम ने अमेरिका से भी ऐसा करने का आग्रह किया। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, “यह (फैसला) रास्ता दिखा रहा है, अमेरिका कहां है? भारत ने टिकटॉक सहित दर्जनों चीनी एप पर प्रतिबंध लगा दिया है.” लेखक गॉर्डन चांग ने कहा कि भारत ने 59 चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया है, जिसमें TikTok भी शामिल है. उन्होंने लिखा, “अमेरिका ऐसा क्यों नहीं कर सकता है?”
(इस ��बर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Source link
from WordPress https://hindi.khabaruttarakhandki.in/tiktok-%e0%a4%b8%e0%a4%b9%e0%a4%bf%e0%a4%a4-%e0%a4%95%e0%a4%88-%e0%a4%9a%e0%a5%80%e0%a4%a8%e0%a5%80-%e0%a4%90%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%b8-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%b0/
0 notes