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कुलुस्सियों 3:14-15
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#बाइबिल#बाइबल#ईश्वर सही है#पवित्र बाइबल#ईसाई#ईश्वर#यीशु#यीशु मसीह#आस्था#गिरजाघर#ज़िंदगी#सच#प्यार#ईसा मसीह#प्यार किया#बाइबिल कविता#इंजील#पूजा#अनुग्रह#प्रार्थना करना#प्रार्थना#बाइबिल अध्ययन#बाइबिल उद्धरण#अच्छी खबर#महान#चर्चों#ईसाई धर्म#सेवा
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Good friday 2023: आज पूरे देश में मनाया जा रहा है गुड फ्राइडे, जानिए इसकी कहानी और महत्व
Good Friday 2023: नई दिल्ली। आज पूरे देश में गुड फ्राइ़डे मनाया जा रहा है। क्रिश्चियन मान्यताओं के अनुसार इस दिन ईसा मसीह को सूली पर चढ़ाया गया था। इस दिन को होली फ्राइडे, ग्रेट फ्राइडे, ब्लैक फ्राइडे अथवा ईस्टर फ्राइडे भी कहा जाता है। ईसाई धर्म का यह सर्वाधिक महत्वपूर्ण पर्व हमें ईसा मसीह द्वारा किए गए बलिदान की याद दिलाता है। यह यीशु के दुख और मृत्यु पर शोक, उपवास और दुख को दर्शाने का दिन है। साथ ही यह हमें ईश्वर के प्रेम और अनुग्रह की भी याद दिलाता है।
ऐसे मनाया जाता है गुड फ्राइडे
यह वास्तव में एक शोक दिवस है। इस दिन ईसाई धर्मावलंबी उपवास करते हैं और ईसा मसीह के बलिदान को याद करते हुए भगवान से प्रार्थना करते हैं। सभी चर्चों की सजावट हटा दी जाती है। लोग काले रंग के वस्त्र पहनते हैं और चर्च में प्रार्थना करते हैं। इस पर्व की तैयारी लगभग एक सप्ताह पहले ही आरंभ हो जाती है। लोग बाइबिल की शिक्षाओं को याद करते हैं, ईश्वर से प्रार्थना करते हैं और बुरे कर्मों से दूर रहने की शपथ लेते हैं।
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क्रिसमस 2024: यादगार अनुभव के लिए दुनिया भर के 6 प्रतिष्ठित चर्चों की यात्रा करें | यात्रा
23 दिसंबर, 2024 01:17 अपराह्न IST दुनिया भर के इन प्रतिष्ठित चर्चों में जाकर क्रिसमस 2024 मनाएं, प्रत्येक चर्च इतिहास, सुंदरता और उत्सव की भावना से भरा एक अनूठा अनुभव प्रदान करता है। क्रिसमस 2024: साल का सबसे बहुप्रतीक्षित त्योहार आखिरकार आ गया है और क्रिसमस मनाने का दुनिया के प्रतिष्ठित चर्चों में से एक में जाकर प्रभु यीशु की स्तुति करने से बेहतर तरीका क्या हो सकता है? आपके उत्सवों को और भी…
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Malankara Orthodox-Jacobite Church: SC ने यथास्थिति बनाए रखने का दिया निर्देश, दोनों संप्रदायों की जनसंख्या और संपत्ति के बारे में डेटा मांगा
केरल में मलंकारा ऑर्थोडॉक्स और जैकोबाइट चर्चों क�� बीच विवाद पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि फिलहाल यथास्थिति बरकरार रखी जानी चाहिए। डेढ़ घंटे से ज्यादा चली सुनवाई के बाद शीर्ष अदालत ने मामले की सुनवाई जनवरी तक के लिए टाल दी। शीर्ष अदालत के यथास्थिति (चीज़ें वैसे ही बनी रहनी चाहिए जैसी वे वर्तमान में हैं) के आदेश का मतलब था कि चर्चों का वर्तमान प्रबंधन अगली सुनवाई तक वैसा ही रहेगा। इस…
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प्रकाशन 1
टिप्पणियाँ: सर्वनाश यीशु का है!
सर्वनाश का अर्थ है रहस्योद्घाटन।
इसमें जो बातें घोषित की गई हैं, वे घटित हो रही हैं।
सर्वनाश में भी आनंद है!
यीशु ने जॉन द इंजीलवादी को इस दुनिया के पहले धन्य लोगों में से एक बनाया।
एशिया के सात चर्च हमारी शक्ति के सात केंद्रों का प्रतिनिधित्व करते हैं: हमारी आत्मा के सात चक्र।
यीशु प्रकाशितवाक्य में उनके कार्यों और उन्हें सही ढंग से नियंत्रित करने का तरीका सिखाते हैं।
प्रभु के दिन का अर्थ है ईश्वर का स्थान और समय, यही कारण है कि यीशु और जॉन द इंजीलवादी ने एक दूसरे को आत्मा में देखा।
7 चर्चों के 7 देवदूत इन शक्ति केंद्रों की आत्माएं हैं, यही कारण है कि प्रत्येक व्यक्ति में कम से कम 7 आत्माएं होती हैं।
7 सुनहरे दीवट यीशु की दिव्य शक्ति के 7 केंद्र हैं।
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बांग्लादेश में चार हिंदू महिलाओं के साथ गैंगरेप, 9 लोगों की हत्या; 69 मंदिरों, चर्चों और मठों पर हुए हमले
बांग्लादेश में चार हिंदू महिलाओं के साथ गैंगरेप, 9 लोगों की हत्या; 69 मंदिरों, चर्चों और मठों पर हुए हमले #news #viral #trending #update #newspaper #breakingnews #currentaffairs #dailynews #newsletter #newspapers #newsupdate #People #Media #info
Bangladesh News: प्रधानमंत्री शेख हसीना के सत्ता से हटने के बाद बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रहे भयानक अत्याचारों के बारे में रिपोर्ट सामने आई हैं। बांग्लादेश हिंदू, बौद्ध, ईसाई एकता परिषद ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया कि 5 अगस्त को राजनीतिक परिवर्तन के बाद से चार हिंदू महिलाओं का सामूहिक बलात्कार किया गया है, जिसमें एक महिला बहरी है। इसके अलावा, बीएनपी-जेमाात…
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#क्या_कहते_हैं_हमारे_वेद_?
🌼🌼🌼 जब पूर्ण परमात्मा इस पवित्र भारत भूमि में अवतरित होते हैं तो...
✓ उसकी वेषभूषा कैसा होता हैं ?
✓ क्या वो राजा के रूप में अवतरित होते हैं
अथवा
✓ एक साधारण मनुष्य अर्थात् एक सन्त का चोला धारण कर अपने आपको छिपाए रहते हैं ?
✓ क्या कहते हैं हमारे पवित्र वेद
और
✓ क्या कहते हैं लाखों की संख्या में अपने आप को एक कुशल वक्ता समझ रहे ये नकली गुरू ?
✓ और वह परमात्मा यहां कब अर्थात् धर्म की कैसी परिस्थितियां हो जाती हैं तब वह अवतरित होते हैं ?
अर्थात् "धर्म की ग्लानि " की स्थिति क्या होती हैं ?
आइये जानते हैं #सामवेद का गुढ़ रहस्य....
सामवेद
{संख्या नं. 1400 उतार्चिक अध्याय नं. 12 खण्ड नं. 3 श्लोक नं. 5 }
भद्रा वस्त्रा समन्या3वसानो महान् कविर्निवचनानि शंसन्।
आ वच्यस्व चम्वोः पूयमानो विचक्षणो जागविर्देववीतौ।।
यथार्थ अनुवाद :-
चतुर व्यक्तियों ने अपने वचनों ��्वारा #पूर्ण_परमात्मा (पूर्ण ब्रह्म) की पूजा का सत्यमार्ग दर्शन न करके अमृत के स्थान पर आन उपासना (जैसे भूत पूजा,पितर पूजा, श्राद्ध निकालना,तीनों गुणों (रजगुण-ब्रह्मा, सतगुण-विष्णु, तमगुण-शंकर) की पूजा तथा #ब्रम्ह अर्थात् काल की पूजा अर्थात् मन्दिर-मसजिद-गुरूद्वारों-चर्चों व तीर्थ-उपवास तक की उपासना रूपी फोड़े व घाव से निकले मवाद को आदर के साथ आचमन करा रहे होते हैं।
तब परमसुखदायक #पूर्णब्रम्ह_कबीर सहशरीर साधारण वेशभूषा में
(‘‘वस्त्र का अर्थ हैं वेशभूषा - संत भाषा में इसे चोला भी कहते हैं। जैसे कोई संत शरीर त्याग जाता हैं तो कहते हैं कि महात्मा तो चोला छोड़ गए।‘‘)
सत्यलोक वाले शरीर के समान दूसरा तेजपुंज का शरीर धारण करके #एक_आम_व्यक्ति_की_तरह जीवन जी कर (अतिथि रूप में) कुछ दिन संसार में रह कर अपनी शब्द-साखियों के माध्यम से सत्यज्ञान को वर्णन करके पूर्ण परमात्मा के छुपे हुए वास्तविक सत्यज्ञान तथा भक्ति को जाग्रत करते हैं।
और अधिक जानकारी हेतु अभी विजिट करें
"Sant Rampal Ji Maharaj YouTube channel"
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बंगलौर में घूमने की जगह
भारत का सिलिकॉन शहर बैंगलोर भी भारत का एक आईटी हब है। बंगलौर संग्रहालयों, मंदिरों, चर्चों और अन्य चीजों की एक विस्तृत श्रृंखला के साथ एक खूबसूरत जगह है। बैंगलोर अपने भयानक मौसम के कारण ��ोगों को आकर्षित करता है। बैंगलोर में घूमने के लिए बहुत सारी जगहें हैं। और अधिक जानने के लिए लिंक पर क्लिक करें https://jugaadinnews.com/40-places-to-visit-in-bangalore/
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गोवा में सर्वश्रेष्ठ 15 कैफे !
4 ‘एस’ – सूरज, रेत, समुद्र और समुद्री भोजन के अलावा, गोवा में समुद्र तटों से परे प्रदान करने के लिए बहुत कुछ है। गोवा केवल देर रात की पार्टियों या धूप सेंकने या चर्चों के बारे में नहीं है। गोवा में पुर्तगाली वास्तुकला का ढेर है जो कभी भी अपना आकर्षण नहीं खोता है और अपनी शां��चित्त और मंत्रमुग्ध करने वाली जीवन शैली के साथ हवा को जीवन से भरा रखता है।
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Bharat mai Ghumane ki Jagah
Bharat mai Ghumane ki Jagah - Top Places to travel in India
यदि आप Bharat mai Ghumane ki jagah की तलाश में हैं तो आपकी खोज यहीं समाप्त होती है। Tourist Attractions in Bharat . भारत, अपने समृद्ध इतिहास और विविध संस्कृति से एक लोकप्रिय पर्यटक गंतव्य है। घूमने के लिए इतने सारे अद्भुत स्थानों के साथ, अपने यात्रा कार्यक्रम को सीमित करना मुश्किल हो सकता है। आप अपनी सूची में इन प्रमुख स्थानों को शामिल करने पर विचार कर सकते हैं: TAJ MAHAL भारत के आगरा में स्थित मकबरा विश्व की सबसे प्रसिद्ध और प्रतिष्ठित इमारतों में से एक है। महल, जो मुगल बादशाह शाहजहाँ ने अपनी पत्नी मुमताज की याद में बनाया था। ताज महल जटिल संगमरमर के काम, और समरूपता के लिए प्रसिद्ध है। ताज महल के आसपास के गुंबदों, बगीचों और नक्काशी की कठोरता इसे दुनिया का एक आश्चर्य बनाती है। GOA – यह प्राचीन समुद्र तटों, पुर्तगाली विरासत और सुखद जीवनशैली के लिए प्रसिद्ध है। यह समुद्र तट प्रेमियों, पार्टी वालों और रोमांच चाहने वालों के लिए बहुत लोकप्रिय है। गोवा के कुछ सर्वश्रेष्ठ समुद्र तटों में कैलंगुट, अंजुना और पालोलेम शामिल हैं, जिनमें बहुत सारे रेस्तरां, बार और नाइटलाइफ़ एक जीवंत वातावरण है। गोवा समुद्र तटों, सफ़ेद चर्चों और रंगीन विलाओं के लिए प्रसिद्ध है। KERALA केरल की हरे-भरे समुद्र तटों, शांत समुद्र तटों, अद्भुत संस्कृति और शांतिपूर्ण वातावरण के लिए जाना जाता है। यह भारत के सबसे विविधतापूर्ण राज्यों में से एक है, जहां बाघों, हाथीओं और तेंदुओं की बहुतायत है। कथकली नृत्य जैसी पारंपरिक कलाओं, आयुर्वेदिक चिकित्सा, योग और ध्या�� केंद्रों के लिए भी केरल प्रसिद्ध है। यह आराम करने और तरोताजा हो���े के लिए सर्वश्रेष्ठ स्थान है। Also Read - Tourist Places in Gujarat JAIPUR गुलाबी शहर आपका स्वागत करता है! जयपुर, राजस्थान की राजधानी, महलों, किलों और मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है। सिटी पैलेस, शाही कलाकृतियों, वस्त्रों और चित्रों का एक संग्रहालय है, सबसे प्रसिद्ध स्थान है। जयपुर में एक और देखने योग्य स्थान अंबर किला है. यह एक सुंदर महल है जो शहर की ओर देखने वाली पहाड़ी की चोटी पर बना है। हवा महल, जो अपनी जटिल जाली के काम के लिए प्रसिद्ध है, और जंतर मंतर देखने लायक हैं। LADAKH: भारत के सबसे उत्तरी भाग में स्थित यह क्षेत्र जंगली पहाड़ों, ऊँची झीलों और बौद्ध मठों के लिए प्रसिद्ध है। रोमांच चाहने वालों और प्रकृति प्रेमियों के लिए यह एक अच्छा स्थान है . VARANASI: गंगा नदी के तट पर वाराणसी शहर विश्व के सबसे पुराने जीवित शहरों में से एक है। यह स्थान आध्यात्मिक ज्ञान की तलाश करने वालों के लिए सबसे लोकप्रिय यात्रा स्थलों में से एक है क्योंकि इसमें कई घाट, मंदिर और आध्यात्मिक आभामंडल हैं। UDAIPUR: राजस्थान का सबसे सुंदर शहर जयपुर है, जो झीलों, महलों और किलों के लिए प्रसिद्ध है। शहर को अक्सर पूर्व का वेनिस कहा जाता है, और यह एक लोकप्रिय रोमांटिक छुट्टियों का गंतव्य है जो आपको थम जाएगा। Also Read - Tourist Places in Madhya Pradesh AMRITSAR: पंजाब के इसी शहर में सिखों के सबसे पवित्र मंदिर स्वर्ण मंदिर है। अमृतसर स्थानीय संस्कृति में डूबने के इच्छुक यात्रियों के लिए एक आदर्श विकल्प है, जो अपनी जीवंत संस्कृति, स्वादिष्ट भोजन और कुछ सबसे दिलचस्प ऐतिहासिक स्थलों की निकटता से जाना जाता है। HAMPI: इस यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल को कर्नाटक में कई प्राचीन मंदिर, खंडहर और सुंदर नक्काशी मिलती हैं, जो इसे वास्तुकला और इतिहास के प्रेमियों के लिए सबसे लोकप्रिय स्थानों में से एक बनाते हैं। DARJEELING: यह पश्चिम बंगाल का एक सुंदर हिल स्टेशन है, जो हिमालयी दृश्यों, चाय बागानों और औपनिवेशिक वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। यह भी दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे है, जो यूनेस्को की विश्व धरोहर है। दार्जिलिंग के कुछ सर्वश्रेष्ठ स्थानों में टाइगर हिल है, जहां आप माउंट कंचनजंगा पर सूर्यास्त देख सकते हैं, और घूम मठ, जो यहाँ का सबसे पुराना तिब्बती बौद्ध मठ है। Also Read - Tourist Places in Maharashtra भारत, अपनी समृद्ध संस्कृति और इतिहास से लेकर अपनी बेहतरीन प्राकृतिक सुंदरता तक, आगंतुकों क�� बहुत कुछ देता है। जब आप भारत घूमते हैं तो इन शीर्ष स्थानों के अलावा बहुत से अद्भुत स्थानों को भी देख सकते हैं। Read the full article
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कैथोलिक धर्म के बारे में सच्चाई
(1) केवल कैथोलिक चर्च ही अपनी जड़ें ईसा मसीह तक खोज सकता है।
(2) यूचरिस्ट - ईसा मसीह की वास्तविक उपस्थिति - प्रोटेस्टेंट चर्चों में नहीं पाई जाती है।
(3) अन्य ईसाइयों के विपरीत, कैथोलिकों को ईश्वर की बचत गतिविधि की पूरी तरह से पवित्र समझ है।
(4) चर्च के मैजिस्टरियम के कारण, कैथोलिकों को यह आश्वासन मिलता है कि उनकी मान्यताएँ दैवीय रूप से प्रकट सत्य हैं, न कि मानवीय व्याख्याएँ और राय।
(5) कैथोलिक चर्च, किसी भी अन्य से अधिक, भगवान की माँ को उचित सम्मान देता है।
(6) किसी भी अन्य ईसाई धर्म से अधिक, कैथोलिक धर्म पवित्रशास्त्र को गंभीरता से लेता है।
(7) हर प्रकार के उत्पीड़न, विरोध और कठिनाई के बावजूद, चर्च लगभग दो हजार वर्षों तक जीवित रहा और फलता-फूलता रहा।
(8) सभी ईसाई धर्मों में से, कैथोलिक धर्म में मानव स्वभाव की सबसे सटीक और संपूर्ण समझ है।
(9) कैथोलिक धर्म किसी भी अन्य धर्म की तुलना में स्वर्ग की प्रकृति को अधिक सटीक रूप से दर्शाता है।
(10) क्योंकि यह समय और इतिहास में निहित है, लेकिन उससे परे भी है, चर्च अपने सदस्यों को ईश्वर के अपरिवर्तनीय सत्य को खोजने और जीने में मदद करने में सक्षम है।
स्रोत: ईसाई हाँ लेकिन कैथोलिक क्यों बनें? (कैथोलिक उत्तर लेख) फादर द्वारा। जोसेफ एस्पर
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2 थिस्सलुनीकियों 1:6-8
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(Christian community) बड़ी भूरी आंखों वाली वह महिला कमजोर-सी लग रही है। अपनी बाहों पर चोटों को छुपाने के लिए उसने एक शॉल लपेट रखा है। उसकी आवाज धीमी है, लेकिन वह गरिमा के साथ बोलती है और इस गरिमा में निहित है जीवित रहने के लिए उसका संघर्ष। वे बताती हैं, ''मेरे गांव रामावंड में सांस्कृतिक भवन में सभा हो रही थी। मुझे रविवार की प्रार्थना में न जाने की चेतावनी दी गई थी। 27 दिसंबर को वे मेरे पति को घसीट कर ले गए और उसकी पिटाई शुरू कर दी। वे उसे लातों से ऐसे मार रहे थे जैसे कि वह कोई फुटबॉल हो और प्रत्येक खिलाड़ी किक मारने के लिए अपनी जगह लगातार बदल रहा हो। ... मुझे गांव के नेताओं की ही छह महिला रिश्तेदारों ने पकड़ रखा था। वे लोग मुझे सबक सिखाने के लिए कह रहे थे और मुझे गंदी-गंदी गालियां दे रहे थे। मेरा ब्लाउज़ फाड़ दिया गया, मेरे बाल खींचे गए, मेरे सिर पर बार-बार मुक्का मारा गया और मुझे ज़मीन पर पटक-पटक कर मारा गया। ... मेरे गाँव में (यीशु पर) आस्था रखने वाली ग्यारह महिलाओं, जिनमें एक किशोरी भी शामिल है, को भी इसी तरह की यातना का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि अगर तुम शांति से रहना चाहती हो, तो 'घर वापस' आओ, हमारे समाज में फिर से शामिल हो। मैंने कहा कि मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है, केवल प्रार्थना की है।” उसके मामले में, एक प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज की गई है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। वह छत्तीसगढ़ के उत्तर बस्तर के कांकेर, को��डागांव और नारायणपुर जिलों में ईसाई समुदाय के उन लगभग 500 आदिवासी परिवारों में से एक हैं, जिन पर पिछले साल अक्टूबर से लगातार हमले हो रहे हैं और इन हमलों के कारण वे सदमे में हैं और आतंकित हैं। महिलाओं के खिलाफ हिंसा सहित हिंसा की व्यापकता और क्रूरता की शायद ही रिपोर्ट दर्ज की जा रही है, जैसा कि मैंने हाल ही में एक प्रतिनिधिमंडल के साथ प्रभावित क्षेत्रों के दौरे के समय देखा है। दिसंबर में, 1,500 लोगों को अपने घरों से भागकर सरकार द्वारा आयोजित शिविरों, चर्चों, रिश्तेदारों और दोस्तों के घरों में शरण लेना पड़ा था। 200 से अधिक अभी भी वापस नहीं लौट पाए हैं। नारायणपुर में मुख्य चर्च और "प्रार्थना कक्ष" सहित इन जिलों के अन्य चर्चों में तोड़फोड़ की गई और कुछ मामलों में आग लगा दी गई। घरों को तोड़ा और लूटा गया है। नारायणपुर चर्च पर हमले के आरोप में गिरफ्तार लोगों में भाजपा जिलाध्यक्ष समेत अन्य स्थानीय नेता शामिल हैं। बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद जैसे आरएसएस से जुड़े संगठनों के नेतृत्व में धर्मांतरण के खिलाफ "घर वापसी" अभियान कोई नया नहीं है। लेकिन इस बार अंतर यह है कि जनजाति सुरक्षा मंच जैसे मंचों के निर्माण के माध्यम से, इसे आदिवासियों द्वारा धर्मांतरण के खिलाफ अपनी परंपराओं की रक्षा के लिए एक सहज आंदोलन के रूप में पेश किया जा रहा है। ऐसा कुछ भी नहीं है। नवंबर के पहले सप्ताह में, जनजाति सुरक्षा मंच के एक विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व एक पूर्व भाजपा विधायक और क्षेत्र के एक आदिवासी नेता ने किया था। उन्होंने एक भड़काऊ भाषण देते हुए मांग की कि पीलिया से मरने वाली 55 वर्षीय आदिवासी ईसाई महिला चैतीबाई के शव को खोदकर निकाला जाए, जिसके परिवार ने उसे अपनी निजी जमीन पर दफना दिया था। उन्होंने घोषणा की कि गाँव में एक ईसाई को दफनाने से "ग्राम देवता क्रोधित होंगे और गाँव को बर्बाद कर देंगे।" चैतीबाई के परिवार को इस हद तक धमकाया गया कि उन्होंने गांव ही छोड़ दिया। अगली रात मंच के लोगों ने कब्र खोदी और मृतक के शरीर को बाहर निकाला। प्रशासन ने इस तरह के अवैध, बर्बर कृत्य पर कार्रवाई करने की बजाय शव को कब्जे में लेकर 100 किमी. दूर ईसाई कब्रिस्तान में दफना दिया। प्रशासन के इस रवैये से जनजाति सुरक्षा मंच को प्रोत्साहन मिला और उसने और ज्यादा कब्रों की ख���दाई का आयोजन किया, जिसके चलते ईसाई समुदाय के खिलाफ हिंसा में तेजी आई। हिंसा के वर्तमान दौर के लिए प्रतीक के रूप में जीवितों को नहीं, बल्कि मृतकों को बहाना बनाया गया है। ऐसी कार्रवाइयों का आदिवासी संस्कृतियों के संरक्षण से कोई लेना-देना नहीं है। आदिवासी अपने मृतकों को दफनाते हैं और जो ईसाई हैं, वे अपने मृतकों को अपनी जमीन पर दफनाते हैं। यह प्रथा भारत में कहीं भी, किसी भी आदिवासी क्षेत्र में कभी भी विवाद का मुद्दा नहीं रही है। यह एक गढ़ा गया एजेंडा है, जो आदिवासी संस्कृतियों के हिंदुत्वीकरण की परियोजना को दर्शाता है। छत्तीसगढ़ में 2006 में तत्कालीन भाजपा सरकार ने जबरन धर्मांतरण के खिलाफ एक कानून बनाया था। धर्मांतरण के खिलाफ वर्तमान अभियान के विपरीत, जबरन धर्म परिवर्तन का एक भी मामला सामने नहीं आया है। जिस चीज पर हमला हो रहा है, वह अंतरात्मा की स्वतंत्रता का
संवैधानिक अधिकार है। आदिवासी क्षेत्रों में मंदिर बन रहे हैं, कीर्तन और भजन मंडलियां आयोजित की जा रही हैं, आदिवासी मान्यताओं और संस्कृतियों से दूर, मूर्ति पूजा से जुड़े कर्मकांडों का खुलेआम प्रचार किया जा रहा है। आदिवासी परंपराओं के नजरिये से देखा जाये, तो इन सब को भी थोपा हुआ और धर्मांतरण माना जा सकता है। जब आदिवासियों में ईसाई विश्वासियों को "घर लौटने" की धमकी दी जा रही है, तो किस 'घर' की ओर इशारा किया जा रहा है? झारखंड में झामुमो सरकार के नेतृत्व में विधानसभा ने जनगणना प्रारूप में "सरना/आदिवासी" को शामिल करने के लिए एक कॉलम जोड़ने के लिए एक संकल्प पारित किया है, जो आदिवासियों के विश्वासों और आस्था को उल्लिखित अन्य धर्मों से अलग दर्शाता है। झारखंड सरकार के इस कदम का भाजपा और "घर वापसी" के प्रचारकों द्वारा कड़ा विरोध किया गया है, क्योंकि उनके लिए "घर वापसी" को "हिंदू धर्म" में वापस आने के रूप में ही पहचाना जाता है और इसका आदिवासी होने की मान्यता से कोई लेना-देना नहीं है। नारायणपुर के आदिवासी दो लौह अयस्क परियोजनाओं के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं, जो ग्राम सभाओं की कानूनी और संवैधानिक रूप से अनिवार्य सहमति के बिना शुरू किए जा रहे हैं। ओडिशा नियमगिरि परियोजना के समान, जिसे सर्वोच्च न्यायालय ने रोक दिया था, ये परियोजनाएं आदिवासी विश्वास के लिए पवित्र माने जाने वाले क्षेत्रों पर प्रतिकूल प्रभाव डालती हैं। लेकिन आदिवासी अधिकार के इस मुद्दे पर जनजाति सुरक्षा मंच खामोश है। हां, ग्राम सभा का यह अधिकार है कि ग्राम सभा की सहमति के बिना किसी परियोजना को रोक दें, लेकिन उनके इस अधिकार को 'घर वापसी' अभियान द्वारा विकृत किया जा रहा है और गांवों में ईसाई पादरियों के प्रवेश पर रोक लगाने जैसे अवैध प्रस्ताव पारित करवाये जा रहे हैं। इस साल के अंत में होने वाले राज्य चुनावों के संदर्भ में, भाजपा "फूट डालो और फायदा उठाओ" की स्पष्ट रणनीति पर चल रही है। लेकिन कांग्रेस सरकार के बारे में क्या कहा जाए, जिसने एक भी मंत्री को क्षेत्र का दौरा करने के लिए नहीं भेजा और एक भी प्रभावित परिवार की अभी तक मुआवजे के साथ मदद नहीं की है। गिरजाघर पर पथराव में एक पुलिस अधिकारी के घायल होने के बाद ही गिरफ्तारियां की गईं है। भले ही महिलाओं सहित कई पीड़ितों द्वारा कई शिकायतें दर्ज की गई हैं और कुछ मामलों में प्राथमिकी भी दर्ज की गई हैं, लेकिन, जिन लोगों के नाम हैं, उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया है। कोंडागांव के विधायक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं। जहां तक पीड़ितों की बात है, जब उन्हें उनकी सबसे ज्यादा जरूरत थी, वे नदारद थे। क्या भारत को जोड़ने का यही तरीका है? आलेख : बृंदा करात
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2022/06/18 En la otra orilla del río hacia más calor que en Alemania. Paseamos por la ciudad y vimos niños jugando con el agua de una fuente y dos iglesias de estilos distintos.
On the other side of the river it was warmer than in Germany. We walked through the city and saw children playing with water from a fountain and two churches of different styles.
Google Translation into Portuguese: Do outro lado do rio estava mais quente do que na Alemanha. Caminhamos pela cidade e vimos crianças brincando com água de uma fonte e duas igrejas de estilos diferentes.
Google translation into Italian: Dall'altra parte del fiume faceva più caldo che in Germania. Abbiamo camminato per la città e abbiamo visto bambini che giocavano con l'acqua di una fontana e due chiese di stili diversi.
Google Translation into French: De l'autre côté du fleuve, il faisait plus chaud qu'en Allemagne. Nous nous sommes promenés dans la ville et avons vu des enfants jouer avec l'eau d'une fontaine et de deux églises de styles différents.
Google Translation into Arabic: على الجانب الآخر من النهر ، كان الطقس أكثر دفئًا مما هو عليه في ألمانيا. تجولنا في جميع أنحاء المدينة ورأينا أطفالًا يلعبون بالماء من نافورة وكنيستين مختلفتين.
Google Translation into German: Auf der anderen Seite des Flusses war es wärmer als in Deutschland. Wir gingen durch die Stadt und sahen Kinder, die mit Wasser aus einem Brunnen und zwei Kirchen in verschiedenen Stilen spielten.
Google Translation into Albanisch: Në anën tjetër të lumit ishte më ngrohtë se në Gjermani. Ne shëtisëm nëpër qytet dhe pamë fëmijë që luanin me ujin nga një shatërvan dhe dy kisha të stileve të ndryshme.
Google Translation into Bulgarian: От другата страна на реката беше по-топло, отколкото в Германия. Разходихме се из града и видяхме деца, които си играят с вода от чешма и две църкви в различен стил.
Google Translation into Czech: Na druhé straně řeky bylo tepleji než v Německu. Procházeli jsme se po městě a viděli jsme děti, jak si hrají s vodou z fontány a dva kostely různých stylů.
Google Translation into Slovak: Na druhej strane rieky bolo teplejšie ako v Nemecku. Prechádzali sme sa po meste a videli sme deti hrať sa s vodou z fontány a dva kostoly rôznych štýlov.
Google Translation into Greek: Στην άλλη πλευρά του ποταμού ήταν πιο ζεστό από ό,τι στη Γερμανία. Περπατήσαμε στην πόλη και είδαμε παιδιά να παίζουν με το νερό από ένα σιντριβάνι και δύο εκκλησίες διαφορετικού στυλ.
Google Translation into Suomi: Joen toisella puolella oli lämpimämpää kuin Saksassa. Kävelimme ympäri kaupunkia ja näimme lapsia leikkivän vedellä suihkulähteestä ja kahdesta eri tyylistä kirkosta.
Google Translation into Polish: Po drugiej stronie rzeki było cieplej niż w Niemczech. Chodziliśmy po mieście i widzieliśmy dzieci bawiące się wodą z fontanny oraz dwa kościoły w różnych stylach.
Google Translation into Romanian: De cealaltă parte a râului era mai cald decât în Germania. Ne-am plimbat prin oraș și am văzut copii jucându-se cu apa dintr-o fântână și două biserici de stiluri diferite.
Google Translation into Turkish: Nehrin diğer tarafı Almanya'dan daha sıcaktı. Şehri dolaştık ve bir çeşmeden akan suyla oynayan çocukları ve farklı tarzlarda iki kilise gördük.
Google Translation into Hebrew: בצד השני של הנהר היה חם יותר מאשר בגרמניה. הסתובבנו בעיר וראינו ילדים משחקים במים ממזרקה ושתי כנסיות בסגנונות שונים.
Google Translation into Hindi: नदी के दूसरी ओर जर्मनी की तुलना में अधिक गर्म था। हमने शहर का चक्कर लगाया और बच्चों को एक फव्वारे और विभिन्न शैलियों के दो चर्चों के पानी से खेलते देखा।
Google Translation into Indonesian: Di sisi lain sungai itu lebih hangat daripada di Jerman. Kami berjalan di sekitar kota dan melihat anak-anak bermain air dari air mancur dan dua gereja dengan gaya berbeda.
Google Translation into Malay: Di seberang sungai itu lebih panas daripada di Jerman. Kami berjalan di sekitar bandar dan melihat kanak-kanak bermain dengan air dari mata air dan dua gereja dengan gaya yang berbeza.
Google Translation into Russian: На другом берегу реки было теплее, чем в Германии. Мы гуляли по городу и видели детей, играющих с водой из фонтана и двух церквей разных стилей.
Google Translation into Japanese: 川の反対側はドイツよりも暖かかった。 私たちは街を歩き回り、噴水と異なるスタイルの2つの教会からの水で遊んでいる子供たちを見ました。
Google Translation into Korean: 강 건너편은 독일보다 따뜻했습니다. 우리는 도시를 돌아 다니며 분수에서 물을 가지고 노는 아이들과 다른 스타일의 두 교회를 보았습니다.
Google Translation into Chinese: 在河的另一边,它比德国还要暖和。 我们在城市里走来走去,看到孩子们在玩喷泉和两座不同风格的教堂的水。
Google Translation into Persian: در طرف دیگر رودخانه گرمتر از آلمان بود. ما در شهر قدم زدیم و بچه هایی را دیدیم که از یک فواره و دو کلیسا با سبک های مختلف با آب بازی می کردند.
Google Translation into Thai: อีกฝั่งของแม่น้ำอากาศอบอุ่นกว่าในเยอรมนี เราเดินไปรอบ ๆ เมืองและเห็นเด็กๆ เล่นน้ำจากน้ำพุและโบสถ์สองแห่งที่มีสไตล์ต่างกัน
Google Translation into Bengali: নদীর অন্য দিকে এটি জার্মানির চেয়ে উষ্ণ ছিল। আমরা শহরের চারপাশে হেঁটেছি এবং একটি ঝর্ণা এবং বি��িন্ন শৈলীর দুটি গীর্জা থেকে শিশুরা পানি নিয়ে খেলতে দেখেছি।
Google Translation into Ukrainian: По той бік річки було тепліше, ніж у Німеччині. Ми гуляли містом і бачили дітей, які гралися з водою з фонтану та дві церкви різних стилів.
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🚩आश्रम -3 के विरोध में विहिप, राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा और प्रकाश झा पर कार्रवाई की मांग की - 30 अक्टूबर 2021
🚩प्रकाश झा की वेबसीरीज आश्रम 3 के विरोध में अब विश्व हिन्दू परिषद ( विहिप ) भी उतर आई है। विहिप ने कड़े कानून और प्रकाश झा पर कार्रवाई की मांग की है । राज्यपाल को ज्ञापन दिया गया है। शुक्रवार को क्षेत्रीय मंत्री राजेश तिवारी ने कहा कि सुनियोजित तरीके से हिन्दू धर्म का अनादर किया जा रहा है।
🚩आश्रम सनातन हिन्दू धर्म का शिक्षा स्थल है, जहां से राष्ट्र, व्यक्ति और समाज का निर्माण होता है। आश्रम वेबसीरीज में अश्लीलता परोसने के साथ आश्रम व संत को आपराधिक कामों में लिप्त बताया है। दूसरे धर्मों के प्रमुखों के भी आपराधिक कामों में लिप्त होने के खुलासे हुए हैं, लेकिन केवल हिन्दू धर्म के साथ षड्यंत्र कर वेबसीरीज बनाई जाती है।
🚩वैसे तो ये कोई नई बात नहीं है कि बॉलीवुड द्वारा हिंदू विरोधी पहली फ़िल्म बनाई गयी है। यह सिलसिला पिछले कई दशकों से चल रहा है और समाज को सबसे ज्यादा अगर गुमराह किया तो वह बॉलीवुड ने किया है। बॉलीवुड ने समाज को क्या दिया है? शादी करती हुई लड़की को मंडप से उठा लेना, बलात्कार, चोरी, डकैती, अधनंगे कपड़े पहनना, मां-बाप को वृद्धाश्रम छोड़ देना, लव जिहाद को बढ़ावा देना, भारतीय संस्कृति को हीन बताना, साधु-संतों, देवी देवताओं, मदिरों और पंडितों का मजाक उड़ाना तथा पाश्चात्य संस्कृति को महान बताना- यही तो ये लोग करते आये हैं।
🚩आश्रम वेब सीरीज फ़िल्म निर्माता प्रकाश झा ने बनाई है लेकिन उसके पीछे बड़ा रहस्य है। प्रकाश झा की इतनी हैसियत नहीं है कि वह करोड़ों रूपये की फ़िल्म बना ले, फिर करोड़ों रूपये खर्च करके उसका प्रोमोशन करे क्योंकि विज्ञापन से कुछ लाख रुपये ही आयेंगे लेकिन उसको जिस तरह प्रमोट किया जा रहा है उससे लग रहा है कि उसमें कई करोड़ रुपये खर्च किये हैं। इसके पीछे कहीं न कहीं राष्ट्र व भारतीय संस्कृति को तोड़ने वाली ताकतें लगी हुई हैं क्योंकि "आश्रम" नाम पवित्र शब्द है, उसपर करोड़ों लोग श्रद्धा करते हैं, वहाँ पर जाकर शांति पाते हैं। इसके कारण धर्मांतरण कराने वाली मिशनरी और विदेशी प्रोडक्ट बेचने वाली कंपनियों को भारी नुकसान हो रहा है क्योंकि साधु-संतों के प्रति श्रद्धा रखने वाले आश्रम में जाते हैं और वहाँ उनको भारतीय संस्कृति के अनुसार जीने का सही तरीका मिलता है फिर वे अपने धर्म के प्रति आस्थावान हो जाते हैं जिसके कारण वे ईसाई मिशनरियों के चंगुल में नहीं आते हैं औऱ वे विदेशी प्रोडक्ट भी नहीं खरीदते। इस कारण ईसाई मिशनरियों का जो लक्ष्य है- भारत में धर्मांतरण करके अपना वोटबैंक बढ़ाकर सत्ता हासिल करना, उसमें बाधा उत्पन्न होती है और विदेशी कंपनियों के सामान नहीं बिकने पर उनको अरबों-खरबों रूपये का घाटा होता है। इसके कारण ये लोग अनेक प्रकार के षड्यंत्र रचकर हिंदुओं की आश्रम व साधु-संतों के प्रति आस्था को नष्ट करने के लिए साज़िशें रच रहे हैं और प्रकाश झा जैसे जयचंद गद्दारी करके अपने ही धर्म के खिलाफ फिल्में बनाते हैं।
🚩द��खा जाए तो चर्चों में बलात्कार के हजारों किस्से आ चुके हैं, मदरसों में भी यौन शोषण के कई किस्से आ चुके हैं पर अभी तक उस पर फ़िल्म कोई न बनाता है और न ही कोई हिम्मत करता है क्योंकि उसके लिए फंडिंग तो मिलेगी नहीं और ऊपर से कमलेश तिवारी की तरह हत्या हो जाएगी इसलिए वास्तव में जहाँ पर गड़बड़ी हो रही है उस पर वे ध्यान नहीं देते हैं। हिंदू सहिष्णु हैं और उनके खिलाफ षड्यंत्र रचने के लिए भारी फंडिंग मिलती है इस कारण प्रकाश झा जैसे जयचंद हिंदू विरोधी फिल्में बनाते हैं।
सभी देशवासी ऐसी फिल्मों का बहिष्कार करें और कानूनी कार्यवाही करें।
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