#घुसपैठी
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jamshedpur visit of assam cm : असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा जमशेदपुर पहुंचे, भव्य स्वागत, हिमंता ने हेमंत सोरेन पर किया बड़ा हमला, कहा - अगर बांग्लादेशी घुसपैठ रोका नहीं गया तो कोई घुसपैठी बन जायेगा झारखंड का सीएम, देखिये - video
जमशेदपुर : असम के मुख्यमंत्री और झारखंड भाजपा के चुनाव के सह प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा जमशेदपुर पहुंचे. उनका यहां पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया. इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से बातचीत की और कहा कि झारखंड में बांग्लादेशी घुसपैठियों की संख्या बढ़ती जा रही है. डेमोग्राफी का सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि संथाल परगना में जमीन पर कब्जा हो रहा है. वहां बांग्लादेशी घुसपैठियों का साम्राज्य स्थापित हो रहा…
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वृन्दावन में जब हम सड़क पर चलते हैं तो बैलगाड़ी वाले या दूध वाले तुरन्त नमस्कार करते हैं, 'स्वामीजी।' कुछ दिन पहले चलते-चलते हम सैर करने के लिए एक खेत में चले गये। तो गाँववाले किसान आये और हमारा स्वागत करने लगे। 'स्वामीजी, यह हमारा सौभाग्य है कि आप हमारे खेत में आये।' किन्तु तुम्हारे देश में यदि मैं किसी दूसरे के स्थान में प्रवेश करूँगा तो शायद वे मुझपर घुसपैठी का आरोप लगा देंगे, अथवा मुझे गोली से उड़ा ही देंगे। तो यह अन्तर है। वृन्दावन में लोग जन्म से ही कृष्णभक्त हैं। टोरोन्टो, 20 जून 1976
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राजस्थान: पाकिस्तान से घुसपैठ की कोशिश कर रहे एक संदिग्ध को BSF ने किया ढेर
राजस्थान: पाकिस्तान से घुसपैठ की कोशिश कर रहे एक संदिग्ध को BSF ने किया ढेर
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सूचना के बाद बाखासर थानाधिकारी CO चौहटन भी मौके पर पहुंच गए. (फाइल फोटो) बीएसएफ (BSF) ने घुसपैठिए को ललकारते हुए फायरिंग शुरू कर दी. इससे गोली लगने से घुसपैठिए की तारबंदी के नजदीक मौत हो गई.
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#Bakhasar police station#Barmer#border#BSF#intruder#killed#shot#गोली#घुसपैठी#बाखासर थाना#बाड़मेर#बीएसएफ#बॉर्डर#मारा गया
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नहेरुवीयन कोंग्रेसके लिये सुनहरा मौका नहेरुवीयन कोंग्रेसके लिये सुनहरा मौका “जातिवाद आधारित राज्य रचना” की मांग रक्खो जी हाँ, नहेरुवीयन कोंग्रेसके लिये, प्रवर्तमान समय एक अतिसुनहरा मौका है. सिर्फ नहेरुवीय कोंग्रेस ही नहीं लेकिन उसके सांस्कृतिक साथीयोंके लिये भी यह एक सुनहरा मौका है. इस मुद्देका लाभ उठा के नहेरुवीयन कोंग्रेस सत्ता भी प्राप्त कर सकती है. आप पूछोगे कि ऐसा कौनसा मुद्दा है जिस मुद्देको उछाल के नहेरुवीयन कोंग्रेस सत्ता प्राप्त कर सकती है? अब आप एक बात याद रख लो कि जब भी हम “नहेरुवीयन कोंग्रेस” शब्दका प्रयोग करते है आपको इसका निहित अर्थ “नहेरुवीयन कोंग्रेस पक्ष और उसके सांस्कृतिक साथी” ऐसा समज़ना है. क्यों कि समान ध्येय, विचार और आचार ही तो पक्षकी पहेचान है. तो अब हम बात आगे चलावें नहेरुवीयन कोंग्रेसका ध्येय नहेरुवीयन कोंग्रेसका ध्येय नहेरु वंशको आगे बढाना है, नहेरुवीयन वंशज के लिये सत्ता प्राप्त करना है ताकि वे सत्ताकी मौज लेते रहे और अन्य लोग स्वंयंके परिवार और पीढीयोंकी आर्थिक और सामाजिक सुरक्षा और सुख के लिये पैसा कमा सके. तो अब क्या किया जाय? देखो, अविभक्त भारतमें हिन्दु-मुस्लिम संबंधोंकी समस्या थी. तो नहेरुने हिन्दु राष्ट्र और मुस्लिम राष्ट्रके फेडर युनीयनको नकार दिया और पाकिस्तान और भारत बनाया. लेकिन कुछ समय बाद मतोंकी भाषा राष्ट्रभाषा और राज्य भाषाकी समस्याओंका महत्व सामने आया. तो हमने (नहेरुवीयन कोंग्रेसने) भाषाके आधार पर राज्योंकी रचना की. अब इसमें क्या हूआ कि हिन्दु-मुस्लिम झगडोंकी समस्या तो वहींकी वहीं रही लेकिन इस समस्या पर आधारित अन्य समस्याएं भी पैदा हूई. उसके साथ साथ भाषा के आधार पर और समस्याएं पैदा होने लगी. भूमि-पुत्र और जातिवाद आधारित समस्याएं भी पैदा होने लगी. आप कहेंगे कि क्या इन समस्याओंका समाधान करने की नहेरुवीयन कोंग्रेसने कोशिस नहीं की? अरे वाह !! आप क्या बात कर रहे हो? नहेरुवीयन कोंग्रेसने तो अपने तरीकेसे समस्याका हल करनेका पूरी मात्रामें प्रयत्न किया. नहेरुवीयन तरीका क्या होता है? कोई भी समस्या सामने आये तो उसको अनदेखा करो. समस्या कालचक्रमें अपने आप समाप्त हो जायेगी… अरे वाह !! यह कैसे? देखो हिन्दु-मुस्लिम समस्याको हल ही नहीं क्या. इसके बदले नहेरुने जीन्नाके साथ झगडा कर दिया. फिर हिन्दुस्तान पाकिस्तान हो गया. और हिन्दु-मुस्लिम झगडा तो कायम रहा. तिबट अपनी आझादी बचाने के लिये संघर्ष कर रहा था. हमारी समस्या थी कि तिबटकी सुरक्षा कैसे करें !! तो नहेरुने चीनके साथे दोस्ती करके तिबट पर चीनका प्रभूत्व मान लिया. लेकिन एक और समस्या पैदा हुई कि चीन हमारे देशकी सीमाके पास आ गया और उसने घुसखोरी चालु की. तो नहेरुने पंचशील का करार किया. तो कालक्रममें चीनने भारत पर आक्रमण कर दिया. जरुरतसे ज्या भूमि पर कब्जा कर दिया. तो हमारा पूराना सीमा विवाद तो रहा नहीं. वह तो हल हो गया. नया सीमा विवादका तो देखा जायेगा. तिबटकी समस्या हमारी समस्या रही ही नहीं. पाकिस्तान हमारा सहोदर है. पाकिस्तानमें आंतरविग्रह हुआ तो पूर्वपाकिस्तानसे घुस खोर लाखोंकी संख्यामें आने लगे. तो हमारे लिये एक समस्या बन गई. इन्दिरा गांधीने यह समस्या प्रलंबित की. तो पाकिस्तानने भारतकी हवाई पट्टीयों पर आक्रमण कर दिया. हमारी सेनाने पाकिस्तानको परास्त किया तो भारतको घुसखोरोंके साथ साथ ९००००+ युद्ध कैदीयोंको खाने पीनेका इंतजाम करना पडा. सिमला करार किया और युद्ध कैदी पश्चिम पाकिस्तानको ही परत कर दिया. तो कालचक्रमें आतंकवाद पैदा हो गया. तो हिन्दु लोग विस्थापित हो गये. उनका पूनर्वसनकी समस्या पैदा गई. होने दो. ऐसी समस्याएं तो आती ही रहती है. विस्थापित हिन्दुओंकी समस्याको नजर अंदाज कर दो. हिन्दु लोग अपने आप निर्वासित कैंपसे कहीं और जगह अपना मार्ग ढूंढ लेगे. नहेरुवीयनोने कुछ किया नहीं. आतंकी मुस्लिम लोग भारतमें घुसखोरी करने लगे और बोंब ब्लास्ट करने लगे. आतंकी मुस्लिम अपना अपना गुट बनाने लगे. स्थानिक मुस्लिमोंका सहारा लेने लगे. उनको गुट बनाने दो हमारा क्या जाता है. एक समस्या को हल नहीं करनेसे कालांतरमें अनेक और समस्याएं पैदा होती है. और मूल समस्याका स्वरुप बदल जाता है. तो उसको नहेरुवीयन लोग समाधान मान लेते है और मनवा लेते है. जातिवादी समस्या भी ऐसी ही थी. अछूतोंके लिये आरक्षण रक्खा. अछूतोंका उद्धार नहीं किया लेकिन उनके कुछ नेताओंका उद्धार किया. और आरक्षण कायम कर दिया. तो और जातियां कहेने लगी हमें भी आरक्षण दो. नहेरुवीयनोंने एक पंच बैठा दिया और जिनको भी आरक्षण चाहीये वे अपनी जातिका नाम वहां दर्ज करावें. अब आरक्षणका व्याप बढने लगा. जिसने भारत पर दो शतक राज्य किया वे मुस्लिम लोग कहेने लगे हम भी गरीब है हमें भी आरक्षण दो. तो नहेरुवीयनोंने कहा कि तुम्हे अकेलेको आरक्षण देंगे तो हम तुम्हारा तुष्टी करण करते है ऐसा लोग कहेंगे. इस लिये उन्होने “लघुमति”के लिये विशेष प्र��वधान किये. रामके वंशज रघुवंशी कहेने लगे हमे भी आरक्षण दो. क्रुष्णके वंशज यादव कहेने लगे हमें भी आरक्षण दो. अब जब भगवानके वंशज आरक्षण मांगने लगे तो और कौन पीछे रह सकता है? जटने बोला हमें भी आरक्षण दो. महाराष्ट्रके ठाकुरोंने बोला कि हमें भी आरक्षण दो. अब हुआ ऐसा कि कमबख्त सर्वोच्च अदालतने कहा कि ४९ प्रतिशतसे अधिक आरक्षण नहीं दे सकते. तो अब क्या करें? आरक्षण, हिन्दु-मुस्लिम और हिन्दु-ख्रिस्ती समस्याओंका कोई पिता है तो वह नहेरुवीयन कोंग्रेस है. उसको सहाय करने वाले भी अनेक बुद्धिजीवी है उनका एजंडा भी नहेरुवीयनोंकी तरह “जैसे थे”-वादी है. ये लोग वास्तवमें दुःखी जीवनका कारण पूर्वजन्मके पाप मानते है इसलिये समस्याके समाधान पर ज्यादा चिंता करना आवश्यक नहीं है. सब लोग अपनी अपनी किस्मत लेके पैदा होते है. इसलिये समस्याओंका समाधान ईश्वर पर ही छोड दो. ईश्वरके काममें हस्तक्षेप मत करो. लेकिन हमसे रहा नहीं जाता है. हम नहेरुवीयन कोंग्रेसका आदर करते है. कटूतासे हम कोसों दूर रहते है. त्याग मूर्ति नहेरुवीयन कोंग्रेसको सत्ता प्राप्त करनेका और वह भी यावतचंद्र दिवाकरौ तक उसीके पास सत्ता रहे ऐसा रास्ता हम दिखाना चाहते है. यह रास्ता है कि नहेरुवीयन कोंग्रेस ऐसी छूटपूट जातिवादी आधारित आरक्षण और धर्म आधारित आरक्षणके बदले धर्म और जाति आधारित “राज्य रचना”की मांग पर आंदोलन करें. ऐसा आंदोलन करनेसे उसको सत्ताकी प्राप्ति तो होगी ही, उतना ही नहीं, धर्म आधारित और जाति अधारित राज्य रचनासे हिन्दु-मुस्लिम समस्याएं, हिन्दु-ख्रिस्ती समस्याएं, मुस्लिम-ख्रिस्ती समस्याएं, भाषा संबंधित समस्याएं जातिवादी समस्याएं, आरक्षण संबंधी समस्याएं, आर्टीकल “३५-ए” संबंधित समस्या, आर्टीकल ३७० संबंधित समस्या, पाकिस्तान हस्तक काश्मिर समस्या, आतंकी समस्या, पत्थरबाज़ोकी समस्या आदि कई सारी समस्याएं नष्ट हो जायेगी. आप कहोगे ऐसा कैसे हो सकता है? आप कहोगे भीन्न भीन्न जातिके, भीन्न भीन्न धर्मके लोग तो बिखरे पडे है और राज्य तो भौगोलिक होगा है. धर्म और जाति आधारित राज्य रचना करनेमें ही अनेक समस्याएं पैदा होगी. और यदि ऐसी राज्य रचना हो भी गई तो इसके बाद भी कई प्रश्न उठेंगे जिनका समाधान असंभव है. यदि आप समास्याओंके समाधानके लिये नहेरुवीयन तरीका अपनावें तो ठीक है लेकिन आपको पता होना चाहिये कि समस्याको हल ही नहीं करना, समस्याका समाधान नहीं है. मान लो कि नहेरुवीयन कोंग्रेसने जाति आधारित और धर्म आधारित राज्य रचनाके मुद्दे पर आंदोलन चलाया और सत्ता प्राप्त भी कर ली, तो वह कैसे जाति और धर्म पर आधारित राज्य रचना करेगी. यदि आप नहेरुवीयन कोंग्रेसकी अकर्मण्यता पर विश्वास करते है तो आप दे सकते है कि नहेरुवीयन कोंग्रेसका क्या हाल हुआ. समस्याका समाधान किये बिना नहेरुवीयन कोंग्रेस अब सत्ता पर नहीं रह सकती. अरे भाई, हम अब नहेरुवीयन कोंग्रेसका उद्धार करनेके लिये प्रतिबद्ध है और हम उसको एक क्षति-रहित फोर्म्युला वाली सूचना ��ेना चाहते है. (क्रमशः) शिरीष मोहनलाल दवे
#अकर्मण्यता#अविभक्त भारत#आतंकवाद#आरक्षण#ख्रिस्ती-मुस्लिम#घुसपैठी#चीन#जातिवाद आधारित#तिबट#धर्म आधारित#नहेरु वंश#नहेरुवीयन कोंग्रेस#नहेरुवीयन तरीका#निर्वासित#पाकिस्तान#पूनर्वसन#फेडरल युनीयन#भाषा#भूमि-पुत्र#मौका#राज्य रचना#सत्ता#समस्या#समाधान#सांस्कृतिक साथी#हिदु-मुस्लिम#हिन्दु#हिन्दु-ख्रिस्ती
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श्री पीयूष गोयल ने सेवा क्षेत्र से वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनने के लिए प्राकृतिक लाभों का उपयोग करने और ताकत के क्षेत्रों की पहचान करने को कहा
श्री पीयूष गोयल ने सेवा क्षेत्र से वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनने के लिए प्राकृतिक लाभों का उपयोग करने और ताकत के क्षेत्रों की पहचान करने को कहा
सेवा क्षेत्र का निर्यात अपने लक्ष्य के अनुरुप निष्पादन कर रहा है तथा उसमें और भी ब��हतर करने की असीम संभावनाएं हैं : श्री पीयूष गोयल आगामी वित्त वर्ष के साथ-साथ आने वाली नई विदेश व्यापार नीति निर्यात संवर्धन परिषदों तथा अन्य हितधारकों के अनुरोध पर स्थगित कर दी गई थी सरकार गैर-घुसपैठी सुगमकर्ता की भूमिका का निर्वाह करने के लिए संवादहीनता को तोड़ेगी तथा सभी हितधारकों के साथ काम करेगी : श्री पीयूष…
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यूपी एटीएस ने सहारनपुर से पकड़े दो बांग्लादेशी घुसपैठिए, पिछले 28 साल से रह रहे थे
यूपी एटीएस ने सहारनपुर से पकड़े दो बांग्लादेशी घुसपैठिए, पिछले 28 साल से रह रहे थे
सहारनपुर। खबर उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले से है। यहां यूपी एटीएस की लखनऊ टीम को बड़ी कामयाबी हाथ लगी हैं। दरअसल, यूपी एटीएस ने मुखबिर की सटीक सूचना के बाद सहारनपुर जिले से दो बांग्लादेशी घुसपैठियों को पकड़ा है। पकड़े गए दोनों घुसपैठी आपस में पिता-पुत्र बताए जा रहे हैं और पिछले 28 साल से गंगोह के स्लॉटर हाउस में मीट पैकेजिंग का काम कर रहे थे। ये छापेमारी यूपी एटीएस की लखनऊ टीम ने शुक्रवार को…
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ऐग्जिट पोल के नतीजों पर पहली प्रतिक्रिया ************************************** (खुद भी पढ़ें और खास मित्रों को भी शेअर करें) भारत माता सिसक रही हैं,तुम सब की नादानी पर, तुम जमीर को बेच दिए, केवल बिजली व पानी पर ।। तुम बोले मंदिर बनवाओ, 'उसने' काँटा साफ किया, और तीन सौ सत्तर धारा वाला स्विच ही ऑफ किया, इच्छा ��ही तुम्हारी थी,घुसपैठी भागें भारत से, लाकर के कानून हौंसला घुसपैठी का हाफ किया। राणा-वीर शिवा के वंशज,रीझे कुटिल कहानी पर। तुम जमीर को बेच दिए,केवल बिजली व पानी पर रेप किए, छाती काटा, माँ-बहनों सँग हैवानी की, याद न आया चार लाख हिंदू के करुण कहानी की, न्याय दिलाना चाहा 'वो' तो तुमने ये अंजाम दिया? थूकेगा इतिहास, करेगा मंथन कारस्तानी की । अपनों से ज्यादा विश्वास किए तुम पाकिस्तानी पर। तुम जमीर को बेंच दिए,केवल बिजली व पानी पर 'उनके' बच्चे-बच्चे समझें,किसको वोट नहीं देना, टुकड़े-टुकड़े करें देश का,फिर भी खोट नहीं देना, 'तीन तलाक' महामारी, आजाद किया खातूनों को, लेकिन धरने पर बैठी हैं,पति को चोट नहीं देना। कैसे कोई करे भरोसा,अपने हिंदुस्तानी पर। तुम जमीर को बेंच दिए,केवल बिजली व पानी पर क्या कसूर था 'सीएए' पर, 'वो' अड़ गया बताओ तो? क्या कसूर था पाकिस्तानी पर चढ़ गया बताओ तो? तुमने जो-जो मांग किया, सब पर कानून बनाया 'वो' यदि 'एनारसी' पर थोड़ा आगे बढ़ गया बताओ तो? गांधी-नानक की धरती पर, वोट किए हैवानी पर, तुम जमीर को बेंच दिए,केवल बिजली व पानी पर सीट तीन सौ तीन मिली थी,फिर क्यों रिस्क उठाया 'वो'? भ्रष्टाचारी एक हुए सब,फिर भी क्या घबराया 'वो' ? तुम पर 'उसे' भरोसा था,इस खातिर कदम बढ़ाया 'वो', 'तुम रोहिंग्या के साथी हो', इतना समझ न पाया 'वो'! देखो 'वे' सब एक हो गईं,पत्तल भर बिरियानी पर। तुम जमीर को बेंच दिए,केवल बिजली व पानी पर पन्नादाई अगर सुनीं तो तुम सबको दुत्कारेंगी, लक्ष्मीबाई वहाँ स्वर्ग से थूकेंगी,फटकारेंगी, जीजाबाई रोंएंगी,बिलखेंगी,तुम्हें निहारेंगी, बस यात्रा क्या मिली मुफ्त, द्रोही को आप सँवारेंगी? दिल्ली की महिलाएं रीझीं,अफजल और गिलानी पर। तुम जमीर को बेंच दिए,केवल बिजली व पानी पर जीत नहीं ये झाड़ू की है, तालीबानी जीत गए, शाहिनबाग नहीं जीता है,अफजल -बानी जीत गए, जेएनयू जीता है अबकी,रोहिंग्या भी जीत गए, सच्चे हिंदुस्तानी हारे, पाकिस्तानी जीत गए। एक वोट भी दे ना पाए,वीरों की कुर्बानी पर। तुम जमीर को बेंच दिए, केवल बिजली व पानी पर । (at Bichpuri T. Jogi Ther) https://www.instagram.com/p/B8bzA-lBvU3/?igshid=1goflyk950dfx
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(रोहिंग्या मुसलमानों के बसाए जाने के मुद्दे पर घुसपैठियों की वकालत करने वालों को जवाब देती मेरी नयी रचना) रचनाकार- भारत का माहौल बुरा है,सब हैं नफरत भरे हुए, दाढ़ी वाले चीख रहे हैं,मुसलमान हैं डरे हुए, मुल्ला मौलाना रोते हैं,अब सुख दायक नही रहा, ये भारत अब मुसलमान के रहने लायक नही रहा, मुंह में भरकर सत्ता की वो पान सुपारी,बोल गए, मुसलमान है डरा हुआ हामिद अंसारी बोल गए, अब जब सब ने मान लिया है,नही सुरक्षित भारत है, 20 करोड़ मुसलमानों के सर पर नाची आफत है, अरे तभी तो कहता हूँ मैं,कायम सबके नूर रहें, रोहिंगया जितने मुस्लिम है,वो भारत से दूर रहें, बसना है तो जाकर बस लो,बंगला��ेश पडोसी है, इंडोनिशिया बुआ तुम्हारी,और मलिशिया मौसी है, फूफा था सद्दाम तुम्हारा,उस बग़दाद चले जाओ, या फिर बगल सीरिया में करने जेहाद चले जाओ, हज के खाली टेंट पड़े हैं,उनमे जाकर पिल जाओ, या अफगानिस्तान पहुँच कर तालिबान से मिल जाओ, अगर शिया से दिक्कत ना हो तो ईरान चले जाओ, और कहीं ना मिले जगह तो पाकिस्तान चले जाओ, लेकिन भारत में बसने का ख्वाब देखना बंद करो, राशन कार्ड न बनने देंगे,जाकर कहीं प्रबंध करो, 47 की भूलों को साकार नही बनने देंगे, वोटर पत्र भूल जाओ,आधार नही बनने देंगे, घुसपैठी को भाई कह दें,नही रही अब चाहत है, नेहरू वाला देश नही,ये मोदी वाला भारत है, ओवैसी के जेहादी अरमान नही पलने देंगे, ममता की वोटो वाली ये दाल नही गलने देंगे, धर्म सनातन की पीढ़ी पर दाग नही लगने देंगे, भारत के आंचल में फिर से आग नही लगने देंगे, जाग चुका है भारत,भगवा खोल नयन लहराया है, रग रग में केसरिया का रंग और अधिक गहराया है, दुनिया सुन ले,ये भारत खैराती बिस्तर नही रहा, हर ऐरे गैरे की खातिर खाला का घर नही रहा, कवि का गौरव बोले,लहज़ा स्वच्छंद कर दिया भारत ने, हर कुत्ते को रोटी देना बंद कर दिया भारत ने, ---- https://www.instagram.com/p/B24ZDAQjdKlOOuEvA5GBSFS1wyzPT3IRHJL6D80/?igshid=144ft5axoi60i
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lok sabha winter session MP Nishikant Dubey- गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा के शीतकालीन सत्र में बांग्लादेशी घुसपैठी व आदिवासी युवती क्रूरता से हत्या मामले को उठाया
lok sabha winter session MP Nishikant Dubey- गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा के शीतकालीन सत्र में बांग्लादेशी घुसपैठी व आदिवासी युवती क्रूरता से हत्या मामले को उठाया
नयी दिल्ली: सोमवार को लोकसभा के शीतकालीन सत्र में गोड्डा के भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने झारखंड में बड़ी संख्या में बंग्लादेशी घुसपैठियों के कब्जा जमा लेने का मामला उठाया.साथ ही झारखंड में एक आदिवासी युवती से जबरन शादी कर लेने और बाद में धर्म परिवर्तन के लिए उसकी क्रूरता से हत्या कर दी. उन्होंने इस हत्या की न्यायिक उच्च स्तरीय जांच की मांग की. सांसद श्री दुबे ने लोकसभा में शून्य काल के दौरान इन…
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वृन्दावन में जब हम सड़क पर चलते हैं तो बैलगाड़ी वाले या दूध वाले तुरन्त नमस्कार करते हैं, 'स्वामीजी।' कुछ दिन पहले चलते-चलते हम सैर करने के लिए एक खेत में चले गये। तो गाँववाले किसान आये और हमारा स्वागत करने लगे। 'स्वामीजी, यह हमारा सौभाग्य है कि आप हमारे खेत में आये।' किन्तु तुम्हारे देश में यदि मैं किसी दूसरे के स्थान में प्रवेश करूँगा तो शायद वे मुझपर घुसपैठी का आरोप लगा देंगे, अथवा मुझे गोली से उड़ा ही देंगे। तो यह अन्तर है। वृन्दावन में लोग जन्म से ही कृष्णभक्त हैं। टोरोन्टो, 20 जून 1976
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मोदी सरकार की बड़ी उपलब्धि, एक झटके में भारत से बाहर होंगे 40 लाख घुसपैठी
मोदी सरकार की बड़ी उपलब्धि, एक झटके में भारत से बाहर होंगे 40 लाख घुसपैठी
2014 के चुनावों में एक मुद्दा खूब छाया हुआ था। यह मुद्दा था देश के कई राज्यों में अवैध रूप से रह रहे घुसपैठियों को बाहर निकालने का। पीएम मोदी ने इसे अपने चुनावी रैलियों में भी खूब उछाला था। अब इसे अमलीजामा पहनाया जा चुका है। इस कदम के बाद सिर्फ असम के तकरीबन 40 लाख अवैध नागरिक देश से बाहर हो जाएंगे।
उन्हें उनके मूल देश वापस भेजने की तैया��ी इसी के साथ शुरू हो जाएगी। इन लोगों में वह लोग शामिल…
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#1971#1971 के बांग्लादेश विभाजन#नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन#सर्वानंद सोनवाल#Bangadesh Partition#Bjpgovernment#Muslims#Narendramodi#NRC#Rohingya
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नहेरुवीयन कोंग्रेसके लिये सुनहरा मौका नहेरुवीयन कोंग्रेसके लिये सुनहरा मौका “जातिवाद आधारित राज्य रचना” की मांग रक्खो जी हाँ, नहेरुवीयन कोंग्रेसके लिये, प्रवर्तमान समय एक अतिसुनहरा मौका है. सिर्फ नहेरुवीय कोंग्रेस ही नहीं लेकिन उसके सांस्कृतिक साथीयोंके लिये भी यह एक सुनहरा मौका है. इस मुद्देका लाभ उठा के नहेरुवीयन कोंग्रेस सत्ता भी प्राप्त कर सकती है. आप पूछोगे कि ऐसा कौनसा मुद्दा है जिस मुद्देको उछाल के नहेरुवीयन कोंग्रेस सत्ता प्राप्त कर सकती है? अब आप एक बात याद रख लो कि जब भी हम “नहेरुवीयन कोंग्रेस” शब्दका प्रयोग करते है आपको इसका निहित अर्थ “नहेरुवीयन कोंग्रेस पक्ष और उसके सांस्कृतिक साथी” ऐसा समज़ना है. क्यों कि समान ध्येय, विचार और आचार ही तो पक्षकी पहेचान है. तो अब हम बात आगे चलावें नहेरुवीयन कोंग्रेसका ध्येय नहेरुवीयन कोंग्रेसका ध्येय नहेरु वंशको आगे बढाना है, नहेरुवीयन वंशज के लिये सत्ता प्राप्त करना है ताकि वे सत्ताकी मौज लेते रहे और अन्य लोग स्वंयंके परिवार और पीढीयोंकी आर्थिक और सामाजिक सुरक्षा और सुख के लिये पैसा कमा सके. तो अब क्या किया जाय? देखो, अविभक्त भारतमें हिन्दु-मुस्लिम संबंधोंकी समस्या थी. तो नहेरुने हिन्दु राष्ट्र और मुस्लिम राष्ट्रके फेडर युनीयनको नकार दिया और पाकिस्तान और भारत बनाया. लेकिन कुछ समय बाद मतोंकी भाषा राष्ट्रभाषा और राज्य भाषाकी समस्याओंका महत्व सामने आया. तो हमने (नहेरुवीयन कोंग्रेसने) भाषाके आधार पर राज्योंकी रचना की. अब इसमें क्या हूआ कि हिन्दु-मुस्लिम झगडोंकी समस्या तो वहींकी वहीं रही लेकिन इस समस्या पर आधारित अन्य समस्याएं भी पैदा हूई. उसके साथ साथ भाषा के आधार पर और समस्याएं पैदा होने लगी. भूमि-पुत्र और जातिवाद आधारित समस्याएं भी पैदा होने लगी. आप कहेंगे कि क्या इन समस्याओंका समाधान करने की नहेरुवीयन कोंग्रेसने कोशिस नहीं की? अरे वाह !! आप क्या बात कर रहे हो? नहेरुवीयन कोंग्रेसने तो अपने तरीकेसे समस्याका हल करनेका पूरी मात्रामें प्रयत्न किया. नहेरुवीयन तरीका क्या होता है? कोई भी समस्या सामने आये तो उसको अनदेखा करो. समस्या कालचक्रमें अपने आप समाप्त हो जायेगी… अरे वाह !! यह कैसे? देखो हिन्दु-मुस्लिम समस्याको हल ही नहीं क्या. इसके बदले नहेरुने जीन्नाके साथ झगडा कर दिया. फिर हिन्दुस्तान पाकिस्तान हो गया. और हिन्दु-मुस्लिम झगडा तो कायम रहा. तिबट अपनी आझादी बचाने के लिये संघर्ष कर रहा था. हमारी समस्या थी कि तिबटकी सुरक्षा कैसे करें !! तो नहेरुने चीनके साथे दोस्ती करके तिबट पर चीनका प्रभूत्व मान लिया. लेकिन एक और समस्या पैदा हुई कि चीन हमारे देशकी सीमाके पास आ गया और उसने घुसखोरी चालु की. तो नहेरुने पंचशील का करार किया. तो कालक्रममें चीनने भारत पर आक्रमण कर दिया. जरुरतसे ज्या भूमि पर कब्जा कर दिया. तो हमारा पूराना सीमा विवाद तो रहा नहीं. वह तो हल हो गया. नया सीमा विवादका तो देखा जायेगा. तिबटकी समस्या हमारी समस्या रही ही नहीं. पाकिस्तान हमारा सहोदर है. पाकिस्तानमें आंतरविग्रह हुआ तो पूर्वपाकिस्तानसे घुस खोर लाखोंकी संख्यामें आने लगे. तो हमारे लिये एक समस्या बन गई. इन्दिरा गांधीने यह समस्या प्रलंबित की. तो पाकिस्तानने भारतकी हवाई पट्टीयों पर आक्रमण कर दिया. हमारी सेनाने पाकिस्तानको परास्त किया तो भारतको घुसखोरोंके साथ साथ ९००००+ युद्ध कैदीयोंको खाने पीनेका इंतजाम करना पडा. सिमला करार किया और युद्ध कैदी पश्चिम पाकिस्तानको ही परत कर दिया. तो कालचक्रमें आतंकवाद पैदा हो गया. तो हिन्दु लोग विस्थापित हो गये. उनका पूनर्वसनकी समस्या पैदा गई. होने दो. ऐसी समस्याएं तो आती ही रहती है. विस्थापित हिन्दुओंकी समस्याको नजर अंदाज कर दो. हिन्दु लोग अपने आप निर्वासित कैंपसे कहीं और जगह अपना मार्ग ढूंढ लेगे. नहेरुवीयनोने कुछ किया नहीं. आतंकी मुस्लिम लोग भारतमें घुसखोरी करने लगे और बोंब ब्लास्ट करने लगे. आतंकी मुस्लिम अपना अपना गुट बनाने लगे. स्थानिक मुस्लिमोंका सहारा लेने लगे. उनको गुट बनाने दो हमारा क्या जाता है. एक समस्या को हल नहीं करनेसे कालांतरमें अनेक और समस्याएं पैदा होती है. और मूल समस्याका स्वरुप बदल जाता है. तो उसको नहेरुवीयन लोग समाधान मान लेते है और मनवा लेते है. जातिवादी समस्या भी ऐसी ही थी. अछूतोंके लिये आरक्षण रक्खा. अछूतोंका उद्धार नहीं किया लेकिन उनके कुछ नेताओंका उद्धार किया. और आरक्षण कायम कर दिया. तो और जातियां कहेने लगी हमें भी आरक्षण दो. नहेरुवीयनोंने एक पंच बैठा दिया और जिनको भी आरक्षण चाहीये वे अपनी जातिका नाम वहां दर्ज करावें. अब आरक्षणका व्याप बढने लगा. जिसने भारत पर दो शतक राज्य किया वे मुस्लिम लोग कहेने लगे हम भी गरीब है हमें भी आरक्षण दो. तो नहेरुवीयनोंने कहा कि तुम्हे अकेलेको आरक्षण देंगे तो हम तुम्हारा तुष्टी करण करते है ऐसा लोग कहेंगे. इस लिये उन्होने “लघुमति”के लिये विशेष प्रावधान किये. रामके वंशज रघुवंशी कहेने लगे हमे भी आरक्षण दो. क्रुष्णके वंशज यादव कहेने लगे हमें भी आरक्षण दो. अब जब भगवानके वंशज आरक्षण मांगने लगे तो और कौन पीछे रह सकता है? जटने बोला हमें भी आरक्षण दो. महाराष्ट्रके ठाकुरोंने बोला कि हमें भी आरक्षण दो. अब हुआ ऐसा कि कमबख्त सर्वोच्च अदालतने कहा कि ४९ प्रतिशतसे अधिक आरक्षण नहीं दे सकते. तो अब क्या करें? आरक्षण, हिन्दु-मुस्लिम और हिन्दु-ख्रिस्ती समस्याओंका कोई पिता है तो वह नहेरुवीयन कोंग्रेस है. उसको सहाय करने वाले भी अनेक बुद्धिजीवी है उनका एजंडा भी नहेरुवीयनोंकी तरह “जैसे थे”-वादी है. ये लोग वास्तवमें दुःखी जीवनका कारण पूर्वजन्मके पाप मानते है इसलिये समस्याके समाधान पर ज्यादा चिंता करना आवश्यक नहीं है. सब लोग अपनी अपनी किस्मत लेके पैदा होते है. इसलिये समस्याओंका समाधान ईश्वर पर ही छोड दो. ईश्वरके काममें हस्तक्षेप मत करो. लेकिन हमसे रहा नहीं जाता है. हम नहेरुवीयन कोंग्रेसका आदर करते है. कटूतासे हम कोसों दूर रहते है. त्याग मूर्ति नहेरुवीयन कोंग्रेसको सत्ता प्राप्त करनेका और वह भी यावतचंद्र दिवाकरौ तक उसीके पास सत्ता रहे ऐसा रास्ता हम दिखाना चाहते है. यह रास्ता है कि नहेरुवीयन कोंग्रेस ऐसी छूटपूट जातिवादी आधारित आरक्षण और धर्म आधारित आरक्षणके बदले धर्म और जाति आधारित “राज्य रचना”की मांग पर आंदोलन करें. ऐसा आंदोलन करनेसे उसको सत्ताकी प्राप्ति तो होगी ही, उतना ही नहीं, धर्म आधारित और जाति अधारित राज्य रचनासे हिन्दु-मुस्लिम समस्याएं, हिन्दु-ख्रिस्ती समस्याएं, मुस्लिम-ख्रिस्ती समस्याएं, भाषा संबंधित समस्याएं जातिवादी समस्याएं, आरक्षण संबंधी समस्याएं, आर्टीकल “३५-ए” संबंधित समस्या, आर्टीकल ३७० संबंधित समस्या, पाकिस्तान हस्तक काश्मिर समस्या, आतंकी समस्या, पत्थरबाज़ोकी समस्या आदि कई सारी समस्याएं नष्ट हो जायेगी. आप कहोगे ऐसा कैसे हो सकता है? आप कहोगे भीन्न भीन्न जातिके, भीन्न भीन्न धर्मके लोग तो बिखरे पडे है और राज्य तो भौगोलिक होगा है. धर्म और जाति आधारित राज्य रचना करनेमें ही अनेक समस्याएं पैदा होगी. और यदि ऐसी राज्य रचना हो भी गई तो इसके बाद भी कई प्रश्न उठेंगे जिनका समाधान असंभव है. यदि आप समास्याओंके समाधानके लिये नहेरुवीयन तरीका अपनावें तो ठीक है लेकिन आपको पता होना चाहिये कि समस्याको हल ही नहीं करना, समस्याका समाधान नहीं है. मान लो कि नहेरुवीयन कोंग्रेसने जाति आधारित और धर्म आधारित राज्य रचनाके मुद्दे पर आंदोलन चलाया और सत्ता प्राप्त भी कर ली, तो वह कैसे जाति और धर्म पर आधारित राज्य रचना करेगी. यदि आप नहेरुवीयन कोंग्रेसकी अकर्मण्यता पर विश्वास करते है तो आप दे सकते है कि नहेरुवीयन कोंग्रेसका क्या हाल हुआ. समस्याका समाधान किये बिना नहेरुवीयन कोंग्रेस अब सत्ता पर नहीं रह सकती. अरे भाई, हम अब नहेरुवीयन कोंग्रेसका उद्धार करनेके लिये प्रतिबद्ध है और हम उसको एक क्षति-रहित फोर्म्युला वाली सूचना देना चाहते है. (क्रमशः) शिरीष मोहनलाल दवे
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shiv sena: नागरिकता संशोधन कानून पर बोली शिवसेना, 'देश से बाहर किए जाएं पाक और बांग्लादेशी मुस्लिम घुसपैठिए' - shiv sena targeted mns chief raj thackeray over supporting narendra modi sarkar on caa
shiv sena: नागरिकता संशोधन कानून पर बोली शिवसेना, ‘देश से बाहर किए जाएं पाक और बांग्लादेशी मुस्लिम घुसपैठिए’ – shiv sena targeted mns chief raj thackeray over supporting narendra modi sarkar on caa
[ad_1] Published By Raghavendra Shukla | नवभारतटाइम्स.कॉम | Updated: 25 Jan 2020, 05:00:00 PM IST
उद्धव ठाकरे हाइलाइट्स
शिवसेना न�� कहा है कि पाक, बांग्लादेश के मुस्लिम घुसपैठी देश से बाहर किए जाएं
सीएए पर मोदी सरकार का समर्थन करने पर राज ठाकरे पर बरसी शिवसेना
पार्टी ने कहा, महीने भर पहले कुछ और था राज ठाकरे का स्टैंड, अब पलटे
राज ठाकरे पर तंज, दो झंडे थामना कन्फ्यूज्ड मानसिकता को दर्शाता है
मुं…
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2014 से 2019 के बीच जम्मू-कश्मीर में 963 आतंकी ढेर, घुसपैठ में कमी: MHA
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नई दिल्ली 16 जुलाई, आतंकवाद से जंग लड़ रहे जम्मू-कश्मीर में मोदी सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान 963 आतंकियों को ढेर किया गया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से लोकसभा में मंगलवार को यह जानकारी दी गई। इसके साथ ही गृह मंत्रालय ने बताया है कि 2016 से 2018 के दौरान सीमापार से घुसपैठ के मामलों में भी कमी ��ई है। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी ने लोकसभा में एक सवाल का जवाब देते हुए कहा, ‘सुरक्षाबलों के संगठित और सम्मिलित प्रयासों से जम्मू-कश्मीर में 2014 से 2019 के दौरान 963 आतंकियों को ढेर किया गया है। हालांकि आतंक के खिलाफ इन अभियानों के दौरान हमारे 413 सुरक्षा कर्मियों को भी शहादत देनी पड़ी है।’
कर्नाटक संकट पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई, रोहतगी बोले-विधायकों को दी जा रही है धमकी
3 साल में 126 घुसपैठिए ढेर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने मंगलवार को लोकसभा में बताया कि वर्ष 2016 से 2018 के दौरान सीमापार घुसपैठ की 398 घटनाएं हुईं और इनमें 126 घुसपैठी मारे गए। लोकसभा में निशिकांत दुबे के प्रश्न के लिखित उत्तर में रेड्डी ने यह भी कहा कि घुसपैठ के प्रयासों को विफल करने के दौरान इन तीन वर्षों में 27 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए और 49 जवान घायल हो गए।
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री ने कहा कि साल 2016 में सीमापार घुसपैठ की 1119, साल 2017 में 136 और साल 2018 में 143 घटनाएं हुईं। रेड्डी ने कहा कि घुसपैठ को विफल करने के दौरान चार घुसपैठियों को गिरफ्तार भी किया गया।
दिल्ली सरकार ने पिछले साढ़े चार साल में 23 फ्लाईओवर बनाए : अरविंद केजरीवाल
फरार आतंकी बशीर फयाज गिरफ्तार उधर हाईकोर्ट से दोषी करार देने के बाद फरार चल रहे खूंखार आतंकी बशीर अहमद फयाज को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार कर लिया है। वह दूसरी बार सेल के हत्थे चढ़ा है। इसी टीम ने 2007 में एनकाउंटर के बाद पाकिस्तानी साथी समेत जिन तीन आतंकियों को पकड़ा था, उनमें यह आतंकी भी था। फयाज पर दिल्ली पुलिस ने दो लाख रुपये का इनाम रखा हुआ था। डीसीपी स्पेशल सेल संजीव यादव ने बताया कि सोमवार शाम आरोपी को श्रीनगर से गिरफ्तार किया गया। उसे दिल्ली लाया जा रहा है। बशीर को जब पकड़ा गया था तो उसके पास से भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री बरामद हुई थी।
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मनोज तिवारी ने रोहंगिया एवं बंग्लादेशियों को दिल्ली से निकालने की रखी मांग नई दिल्ली: दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह को आज एक पत्र लिखकर उनके द्वारा संसद में रोहंगिया एवं बंग्लादेशी और अन्य विदेशी घुसपैठियों पर दिये गये बयान का स्वागत एवं सराहना की है। श्री तिवारी ने कहा है कि देश के विभिन्न भागों की ही तरह राजधानी ��िल्ली में दशकों से बंग्लादेशी घुसपैठी रह रहे हैं, जिन पर समय-समय पर कार्यवाही भी हुई है। हजारों घ��सपैठी चिन्हित भी किये गये मगर राज्य सरकार के असहयोग के चलते उनको दिल्ली से निकालने की कार्यवाही बार-बार बाधित होती रही है।
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रोहिंग्या मुसलमानों के बसाए जाने के मुद्दे पर घुसपैठियों की वकालत करने वालों को जवाब देती मेरी नयी रचना
भारत का माहौल बुरा है,सब हैं नफरत भरे हुए, दाढ़ी वाले चीख रहे हैं,मुसलमान हैं डरे हुए, मुल्ला मौलाना रोते हैं,अब सुख दायक नही रहा, ये भारत अब मुसलमान के रहने लायक नही रहा, मुंह में भरकर सत्ता की वो पान सुपारी,बोल गए, मुसलमान है डरा हुआ हामिद अंसारी बोल गए, अब जब सब ने मान लिया है,नही सुरक्षित भारत है, 20 करोड़ मुसलमानों के सर पर नाची आफत है, अरे तभी तो कहता हूँ मैं,कायम सबके नूर रहें, रोहिंगया जितने मुस्लिम है,वो भारत से दूर रहें, बसना है तो जाकर बस लो,बंगलादेश पडोसी है, इंडोनिशिया बुआ तुम्हारी,और मलिशिया मौसी है, फूफा था सद्दाम तुम्हारा,उस बग़दाद चले जाओ, या फिर बगल सीरिया में करने जेहाद चले जाओ, हज के खाली टेंट पड़े हैं,उनमे जाकर पिल जाओ, या अफगानिस्तान पहुँच कर तालिबान से मिल जाओ, अगर शिया से दिक्कत ना हो तो ईरान चले जाओ, और कहीं ना मिले जगह तो पाकिस्तान चले जाओ, लेकिन भारत में बसने का ख्वाब देखना बंद करो, राशन कार्ड न बनने देंगे,जाकर कहीं प्रबंध करो, 47 की भूलों को साकार नही बनने देंगे, वोटर पत्र भूल जाओ,आधार नही बनने देंगे, घुसपैठी को भाई कह दें,नही रही अब चाहत है, नेहरू वाला देश नही,ये मोदी वाला भारत है, ओवैसी के जेहादी अरमान नही पलने देंगे, ममता की वोटो वाली ये दाल नही गलने देंगे, धर्म सनातन की पीढ़ी पर दाग नही लगने देंगे, भारत के आंचल में फिर से आग नही लगने देंगे, जाग चुका है भारत,भगवा खोल नयन लहराया है, रग रग में केसरिया का रंग और अधिक गहराया है, दुनिया सुन ले,ये भारत खैराती बिस्तर नही रहा, हर ऐरे गैरे की खातिर खाला का घर नही रहा,
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