#ग्लेनमार्क फार्मा
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रणनीतिक साझेदारी | निरमा, ग्लेनमार्क फार्मा के साथ
डिटर्जेंट साबुन बनाने वाली कंपनी निरमा ने ग्लेनमार्क लाइफ साइंसेज में 7, 500 करोड़ रुपये के उद्यम मूल्य पर 75 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया है। ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स ने 615 रुपये प्रति शेयर के भाव पर जो कि समेकित रूप से 5, 650 करोड़ रुपये होता है कि क़ीमत पर ग्लेनमार्क लाइफसाइंसेज में 75 प्रतिशत … Read more
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आज देखने के लिए स्टॉक: ग्लेनमार्क फार्मा, आयशर मोटर्स, टीवीएस मोटर्स, और अन्य
आज देखने के लिए स्टॉक: ग्लेनमार्क फार्मा, आयशर मोटर्स, टीवीएस मोटर्स, और अन्य
बाजार ने दिन के निचले स्तर से स्मार्ट रिकवरी दिखाई और नई मासिक एफएंडओ श्रृंखला के पहले दिन मध्यम नुकसान के साथ बंद हुआ, 1 जुलाई, लगातार दूसरे सत्र के लिए डाउनट्रेंड का विस्तार। तेल उत्पादकों पर अप्रत्याशित लाभ कर लगाए जाने के बाद तेल और गैस शेयरों ने बाजार को नीचे खींच लिया, लेकिन एफएमसीजी, आईटी, बैंकिंग और वित्तीय सेवाओं के शेयरों में खरीदारी से नुकसान में काफी कमी आई। बीएसई सेंसेक्स 111 अंक…
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#आयशर मोटर्स#एनएसई में आज टॉप गेनर#एलआईसी शेयर#एलआईसीआई#ग्लेनमार्क फार्मा#टीवीएस मोटर्स#देखने के लिए स्टॉक#परिणाम आज#बाजार आज#बाजार रहते हैं#समाचार में स्टॉक#सेंसेक्स आज#सेंसेक्स नवीनतम अपडेट#सेंसेक्स समाचार#स्टॉक गेनर्स#स्टॉक मार्केट अपडेट
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फार्मा शेयरों में तेजी अब जल्द ही खत्म होने वाली नहीं है
फार्मा शेयरों में तेजी अब जल्द ही खत्म होने वाली नहीं है
गंधा तथा बैंक निफ्टी स्वतंत्र बाजार विशेषज्ञ का कहना है कि पिछले अंतराल को तोड़ने में नाकाम रहे हैं, जिसे सोमवार की बिक्री के बाद बनाया गया था और इससे सूचकांकों की भावनाओं को चोट पहुंची है। कुणाल बोथरा। एक साक्षात्कार के अंश: हमारे पास सोमवार का डरावना समय था और तब से हमने एक स्थिर रिबाउंड को देखा है। क्या रिबाउंड हमारे लिए सोमवार के 14,320 के चढ़ाव का परीक्षण नहीं कर सकता है?हमने सप्ताह के…
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खुशखबरी, कोरोना के इलाज के लिए पहली दवा Rs. 103 में भारत में उपलब्ध । 88 मरीजों को ठीक करने का है रिकॉर्ड ।
इस समय पूरे विश्व की एक ही सबसे बड़ी समस्या है, वह है चाईनीज वायरस या कोरोना वायरस ��� इससे निपटने के लिए दुनिया भर में लगातार युद्ध स्तर पर वैक्सीन बनाने की प्रक्रिया जारी है । लेकिन जब तक वैक्सीन बाजार में आम जन समूह के लिए उपलब्ध नहीं हो जाती, तब तक इस बिमारी से ग्रसित लोगों की जान बचाने के लिए हमें दवाईयों की लगातार जरूरत पड़ेगी । ऐसे में काफी अच्छी खबर यह आई है कि भारतीय बाजार में इस बिमारी से लड़ने के लिए पहली आधाकारिक दवा उपलब्ध हो चुकी है । इसे ग्लेनमार्क फार्मा ने शनिवार 20, जून को लॉंच किया ।
इस दवा का नाम है फेवीपिरावीर (Favipiravir Fabiflu) फेवी फ्लू है । इसे ग्लेनमार्क फार्मा (Glenmark Pharmaceuticals) ने ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (Drug Controller General of India) से इसे बनाने और बेचने की स्वीकृति ली थी । ग्लेनमार्क ने कहा है कि फेवी फ्लू नामक यह दवाई कोरोना या कोविड 19 के इलाज में खाने वाली पहली आधिकारिक दवा है । कंपनी के चेयरमैन ग्लेनसलदाहा के अनुसार यह दवा ऐसे समय में आई है, जब भारत में वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या तेज़ी से बढ़ रही है । उन्होंने कहा कि इसकी कीमत 103 रुपये प्रति गोली है और पहले दिन 1800 MG की दवा का सेवन करना चाहिए । उसके बाद 14 दिन तक 800 MG दवा दिन में दो बार लेनी होगी । इसकी सबसे अच्छी खासियत यह है कि यह दवा शुगर और दिल की बिमारियों से ग्रसित मरीजों को भी दी जा सकती है । उन्होंने आगे कहा कि इससे 4 से 5 दिनों के भीतर ही कोरोना वायरस के मरीज़ों में सुधार दिखने लगेगा । यह दवाई अस्पतालों एवं केमिस्ट की दुकानों पर अगले हफ्ते से उपलब्ध होनी शुरू हो जाएगी । इसकी 34 गोलियों वाले एक पत्ते की कीमत होगी 3500 रुपये ।
वैसे इस दवाई को आधिकारिक स्वीकृति मिलना कोई हैरानी भर कदम नहीं है क्योंकि देशभर में जिन भी अस्पतालों पर कोरोना के मरीजों को ठीक करने के लिए दवाएं दी जा रही हैं, वहाँ फेवीपिरावीर टॉप पर रही है । रोजाना जिन 5 या 6 दवाईयों का नाम बाजार में आता है, उसमें फेवीपिरावीर का नाम हमेशा से रहा है । इस दवाई को सन् 2014 में सबसे पहले ऐवीगन नाम से जापान में बनाया गया था । इस दवा का जेनरिक नाम है ऐवीफवीर ।
किंतु फिलहाल यह दवा सभी रोगियों के लिए उपलब्ध नहीं है । जिन मरीजों को कोरोना के हल्के या कम लक्षण हैं, उन्हें तो इसके सेवन की सलाह डॉक्टर दे सकते हैं । लेकिन गंभीर लक्षणों वाले मरीज, जिन्हें वेंटीलेटर की आवश्यकता पड़ सकती है, उन्हें इसके सेवन की सलाह बिलकुल नहीं है । ��ारत में किसी भी दवाई को अभी तक कोरोना के ईलाज के लिए आधिकारिक तौर पर स्वीकृत नहीं किया गया था, इसीलिए ड्रग कंट्रोलर ऑफ इंडिया ने इसे कम लक्षण वाले मरीजो को ही सही, किंतु कहीं तो कोई दवा उपचार में उपलब्ध हो, ऐसा सोचकर इसकी स्वीकृति प्रदान की है ।
हालांकि मरीजों को इसका सेवन अपनी मर्जी से नहीं करना है । इसे केवल डॉक्टर की सलाह के बाद ही लिया जा सकता है । डॉक्टर पहले मरीज की स्थिति जाँचेगा और वही तय करेगा कि मरीज को इसके सेवन की सलाह दी जा सकती है कि नहीं । इसके साथ ही इस दवा को देते समय डॉक्टर को भी मरीज की पहले सहमति लेनी होगी । वह यह स्पष्ट करेगा कि मरीज की इच्छा इस दवा को लेने में थी, और उसे इसे सेवन में कोई समस्या नहीं होगी ।
इस दवा का परीक्षण कई देशों में चल रहा है । इसका अबतक का सबसे बड़ा परीक्षण जापान में किया जा चुका है, जहाँ 2200 लोगों को इसका सेवन करने को दिया गया और 88% लोगों में चार दिनों के भीतर ही वायरस से मरीज ठीक होने शुरू हो चुके थे । यही इसकी स्वीकृति का सबसे बड़ा कारण रहा है। इसके अलावा रूस और चीन में भी इसके परीक्षणों के अच्छे नतीजे सामने आए हैं । इन सभी परीक्षणों में 20 से 90 साल तक की आयु वाले लोग शामिल थे ।
फेवीपिरावीर के 18 से अधिक परीक्षण भारत, अमरीका, कनाडा, इटली, चीन, फ्रांस, यूके अन्य कई देशों में चल रहे हैं । इससे पहले इटली, चीन व बांग्लादेश में इस दवा को आधिकारिक स्वीकृति मिल चुकी है और बांग्लादेश में यह बाजार में बेचने के लिए भी उपलब्ध करवाई जा चुकी है ।
हर दवा को मरीजों को देने से पहले 6 चरणों के परीक्षणों से इसे गुजरना होता है । फेवीपिरावीर अभी तीसरे चरण यानि क्लीनिकल डेवलपमेंट पर है, किंतु इस चरण के शुरूवाती नतीजे बहुत ही उत्साहवर्धक हैं, इसीलिए भारत में इसकी स्वीकृति मिल चुकी है । साथ ही ग्लेनमार्क को यह भी कहा गया है कि बाजार में उपलब्धता के बाद भी किन मरीजों को यह दी जा रही है और उनके नतीजे क्या हैं, इन बातों का पूरा विवरण रखा जाए व इसके जो बाकि चरण हैं, उन्हें भी विधिपूर्वक पूरा किया जाए ।
इस दवा को बहुत ही सावध��नी से उपयोग में लाना चाहिए क्योंकि इससे कुछ बिमारियां माँ से बच्चे तक जा सकती हैं, इसीलिए गर्भवती महिलाओं को इसके सेवन की पाबंदी है । फिर भी यह दवा बहुत हद तक कोरोना वायरस के रोकथाम के लिए बहुत ही कारगर साबित हो सकती है क्योंकि एक और दवाई जोकि आजकल काफी खबरों में हैं, रेमडेसिविर नामक दवाई को इंजेक्शन से दिया जाता है, जबकि फेवीपिरावीर खाने वाली दवाई है तो इसे घर ले जा कर आराम से अस्पताल के माहौल से दू�� होकर लिया जा सकता है । साथ ही इसको भारत में ही बनाने की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है और समय के साथ इसके सस्ते होने की काफी उम्मीदें हैं । इसके अलावा आने वाले दिनों में इसके परिणाम यदि अच्छे आते हैं तो इसे सस्ते दरों पर भारत से निर्यात भी किया जा सकता है ।
अधिक जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट पर जाएं - https://rawpolitics.in/
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उधार के पैसों से रखी थी Baba Ramdev ने Patanjali की नींव, अब दे रही हैं बड़ी कंपनियों को टक्कर
उधार के पैसों से रखी थी Baba Ramdev ने Patanjali की नींव, अब दे रही हैं बड़ी कंपनियों को टक्कर
योगगुरू बाबा रामदेव इस समय कई बड़ी बिमारियों की दवाई ढूंढ रहे हैं. इसी कड़ी में रामदेव (Baba Ramdev) की संस्थान पतंजलि आयुर्वेद (Patanjali Ayurved) ने कोरोना वायरस (Coronavirus) की आयुर्वेदिक दवा कोरोनिल (Coronil) आज लॉन्च कर दी है. बता दें कि इससे पहले ग्लेनमार्क फार्मा (Glenmark Pharma) और सिप्ला (Cipla) भारत में कोविड-19 के इलाज के लिए दवा लॉन्च कर चुके हैं. अब देखना होगा की पतंजलि की ये दावा…
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ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स को लैकोसामाइड टैबलेट के लिए अंतिम अमेरिकी स्वीकृति मिली
ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स को लैकोसामाइड टैबलेट के लिए अंतिम अमेरिकी स्वीकृति मिली
लैकोसामाइड टैबलेट का उपयोग दौरे की रोकथाम और नियंत्रण के लिए किया जाएगा। (प्रतिनिधि छवि) नई दिल्ली: होमग्रोन फार्मा प्रमुख ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड ने सोमवार को कहा कि उसे अपने जेनेरिक लैकोसामाइड टैबलेट के लिए अमेरिकी स्वास्थ्य नियामक से अंतिम मंजूरी मिल गई है, जिसे दौरे की रोकथाम और नियंत्रण के लिए संकेत दिया गया है। ग्लेनमार्क ने एक बयान में कहा कि यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन…
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नेज़ल स्प्रे: कोविड रोगियों के लिए नेज़ल स्प्रे की शुरुआत | इंडिया न्यूज - टाइम्स ऑफ इंडिया
नेज़ल स्प्रे: कोविड रोगियों के लिए नेज़ल स्प्रे की शुरुआत | इंडिया न्यूज – टाइम्स ऑफ इंडिया
मुंबई: ग्लेनमार्क फार्मा ने बुधवार को अपने नाइट्रिक ऑक्साइड को लॉन्च करने की घोषणा की अनुनाशिक बौछार (NONS) के उपचार के लिए कोविड वयस्क रोगियों में रोग के बढ़ने का उच्च जोखिम माना जाता है। कंपनी का दावा है कि एनओएनएस, जब नाक के म्यूकोसा पर छिड़काव किया जाता है, तो वायरस के खिलाफ एक भौतिक और रासायनिक बाधा के रूप में क��र्य करता है, जिससे यह फेफड़ों में फैलने और फैलने से रोकता है। कंपनी को त्वरित…
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#अनुनाशिक बौछार#आज की खबर#आज की ताजा खबर#इंडिया#कोविड#गूगल समाचार#ग्लेनमार्क#नसेलिन एंटी-वायरल#पोवीडोन आयोडीन#भारत समाचार#भारत समाचार आज
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Glenmark IPO : निवेश का एक और मौका, खुल गया ग्लेनमार्क लाइफ साइंसेज का आईपीओ, जानिए इशू प्राइस
Glenmark IPO : निवेश का एक और मौका, खुल गया ग्लेनमार्क लाइफ साइंसेज का आईपीओ, जानिए इशू प्राइस
Glenmark IPO : Glenmark Life Sciences का IPO आज से खुला. (प्रतीकात्मक तस्वीर) नई दिल्ली: आईपीओ बाजार में इस वक्त खूब हलचल है. एक के बाद एक कंपनियां प्राइ��री मार्केट में उतर रही है. आज भी एक आईपीओ खुल गया है, जिसकी चर्चा है. बड़ी फार्मा कंपनी ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स (Glenmark Pharmaceuticals) की अनुषंगी यानी सब्सिडियरी कंपनी ग्लेनमार्क लाइफ साइंसेज का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (Glenmark Life…
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रिजल्ट का अनुमान: 2020-21 में बेहतर प्रदर्शन करेंगी निफ्टी-50 कंपनियां, दोगुना बढ़ सकता है फायदा
रिजल्ट का अनुमान: 2020-21 में बेहतर प्रदर्शन करेंगी निफ्टी-50 कंपनियां, दोगुना बढ़ सकता है फायदा
Hindi News Business NSE NIFTY 50 Companies: NIFTY 50 Companies Will Perform Better In 2020 21 | Stock Market Latest News Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप मुंबई40 मिनट पहले कॉपी लिंक फार्मा में सिप्ला, ग्लेनमार्क, सन फार्मा और डॉ. रेड्डीज अच्छा प्रदर्शन करेंगी ऑयल एवं गैस में रिलायंस इंडस्ट्रीज, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम अच्छा कर सकती…
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#bharti airtel ltd#companies#consumer goods#Hindustan Unilever Ltd#Information Technology#List of NSE Nifty 50 Companies#Nifty 50 Share#RelianceIndustries Ltd
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103 रुपये में कोरोना दवा लॉन्च करने के बाद ग्लेनमार्क फार्मा का शेयर तेजी से बढ़ता है, निवेशकों के लिए भारी मुनाफा
103 रुपये में कोरोना दवा लॉन्च करने के बाद ग्लेनमार्क फार्मा का शेयर तेजी से बढ़ता है, निवेशकों के लिए भारी मुनाफा
एंटीवायरल दवा फेविपिरवीर। कंपनी ने इस दवा का नाम फैबीफ्लू रखा है Glenmark ने ब्रांड नाम FabiFlu के तहत एंटीवायरल ड्रग फेविपिरवीर लॉन्च किया है। इसका उपयोग कोविद 19 के उपचार में किया जाएगा। इसके लिए ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DGCI) को कुछ शर्तों के साथ आपातकालीन उपयोग के लिए भी मंजूरी मिल गई है। नई दिल्ली। कोरोना वायरस की दवा बनाने के लिए देश की सबसे बड़ी फार्मा कंपनी ग्लेनमार्क फार्मा की…
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11 March Current Affairs GK Quiz
11 March Current Affairs GK Quiz
All Exam Solutions प्रतियोगी परीक्षाओं की तयारी कर रहे छात्रो एवं पाठकों के लिए भारत भारत के विभिन्न राज्य��ं से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तरी प्रस्तुत कर रहा है | आज के इस क्विज में ग्लेनमार्क फार्मा, संयुक्त राष्ट्र, भारत आदि से संबंधित परीक्षापयोगी प्रश्नों का संग्रह शामिल है |
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फार्मा शेयर: क्यों फार्मा शेयरों की बिगड़ सकती है तबीयत?
फार्मा शेयर: क्यों फार्मा शेयरों की बिगड़ सकती है तबीयत?
ईटी इंटेलिजेंस ग्रुप: कोरोना की महामारी शुरू होने के बाद फार्मा शेयरों में जबरदस्त तेजी आई थी. साल 2015 से सुस्त चल रहे इस सेक्टर में नई जान लौट आई थी. हालांकि, इस तेजी के अब ठंडा पड़ने का आसार हैं. जानिए क्या हैं इसी प्रमुख वजहें: कोरोना के दौरान दवाओं की बिक्री बढ़ी कोरोना से जुड़ी दवाओं की मांग बढ़ी है. इससे सिप्ला और ग्लेनमार्क जैसी घरेलू फार्मा कंपनियों को बिक्री बढ़ी है. हालांकि, आने वाले…
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खबर में स्टॉक: आईटीसी, भारत फोर्ज, सन फार्मा, एसीसी और मोथरसन सुमी
खबर में स्टॉक: आईटीसी, भारत फोर्ज, सन फार्मा, एसीसी और मोथरसन सुमी
सिंगापुर एक्सचेंज में निफ्टी वायदा 13.00 अंक या -0.09 प्रतिशत की गिरावट के साथ 15,177.50 अंक पर बंद हुआ। दलाल स्ट्रीट की शुरुआत शुक्रवार को हुई थी। यहाँ कुछ स्टॉक हैं जो आज के व्यापार में सबसे अधिक चर्चा कर सकते हैं: Q3 आय: मोथरसन सुमी, भारत फोर्ज, ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स, इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस, जीएमआर इन्फ्रास्ट्रक्चर, गोदरेज इंडस्ट्रीज और ग्रासिम उन कंपनियों…
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103 रु में कोरोना की दवा लॉन्च करने के बाद Glenmark के शेयर में ऐतिहासिक तेजी
103 रु में कोरोना की दवा लॉन्च करने के बाद Glenmark के शेयर में ऐतिहासिक तेजी
एंटीवायरल ड्रग Favipiravir. कंपनी ने इस दवा का नाम FabiFlu रखा है ग्लेनमार्क ने FabiFlu ब्रांड नाम के तहत एंटीवायरल ड्रग Favipiravir लांच किया है. इसे कोविड 19 के इलाज में इस्तेमाल किया जाएगा. इसके लिए ड्रग कंट्रोलर जनरल आफ इंडिया (DGCI) से भी कुछ शर्तों के साथ इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए मंजूरी मिल गई है.
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नई दिल्ली. देश की बड़ी फार्मा कंपनी ग्लेनमार्क फार्मा (Glenmark…
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भारतीय कंपनी MSN ग्रुप ने लॉन्च की कोरोना की सबसे सस्ती दवा 'फेविलो'
चैतन्य भारत न्यूज हैदराबाद की जेनरिक फार्मा कंपनी MSN ग्रुप द्वारा कोरोना वायरस की सबसे सस्ती दवा लॉन्च की है। इस दवा का नाम 'फेविलो' है। इस दवा में फेविपिराविर ड्रग का डोज है। जानकारी के मुताबिक, 200 एमजी फेविपिराविर की कीमत 33 रुपए है। कंपनी जल्दी ही फेविपिराविर की 400 एमजी टेबलेट भी लॉन्च करेगी।
कोरोना मरीजों के लिए पहले भी दवा लॉन्च कर चुकी है कंपनी बता दें MSN ग्रुप इससे पहले भी कोरोना के मरीजों के लिए एंटीवायरल ड्रग ऑसेल्टामिविर को ऑस्लो नाम से लॉन्च कर चुका है। यह 75 एमजी ��ी टेबलेट है। MSN ग्रुप के सीएमडी डॉ. एमएसएन रेड्डी ने यह दावा किया है कि फेविलो कोविड-19 की सबसे प्रभावी और किफायती दवा है। उनका कहना है कि, 'हमारी कंपनी दवाओं की क्वालिटी का ध्यान रखने के साथ उसे लोगों को उपलब्ध कराने में विश्वास रखती है। ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया फेविपिराविर को मंजूरी दे चुका है। इससे कोरोना के हल्के और मध्यम लक्षण वाले मरीजों का इलाज किया जा सकेगा।' अब तक फेविपिराविर का इस्तेमाल इन्फ्लुएंजा में किया जा रहा था बता दें फेविपिराविर ड्रग को जापानी कंपनी फुजीफिल्म होल्डिंग कॉर्प द्वारा तैयार किया जाता है। जापानी कंपनी इसे एविगन के नाम से बाजार में बेचती है। 2014 से इसका इस्तेमाल इन्फ्लुएंजा के इलाज में किया जा रहा है। ग्लेनमार्क फेविपिराविर के ब्रांड 'फैबीफ्लू' को कंपनी जल्द ही 400 एमजी डोज में लाने वाली है। कंपनी का कहना है कि, इससे रोगियों को कम टेबलेट्स में पूरा डोज मिल जाएगा। फैबीफ्लू का इस्तेमाल कोरोना संक्रमण के हल्के और मध्यम लक्षणों वाले मरीजों का इलाज करने में किया जा रहा है। कंपनी के मुताबिक, इस टेबलेट की कीमत भी 75 रुपए होगी। Read the full article
#coronavirusmedicine#coronavirustablet#favilow#favipiravir#msnlabslaunchescheapestcovid19drug#MSNग्रुप#ऑस्लो#कोरोनावायरस#कोरोनावायरसकीदवा#कोरोनावायरसकीसस्तीदवा#कोरोनावायरसड्रग#फेविपिराविर#फेविलो'
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Market News In Hindi : BSE NSE Sensex Today | Stock Market Latest Update: June 22 Share Market, Trade BSE, Nifty, Sensex Live News Updates | सप्ताह में कारोबार के पहले दिन बीएसई 179 अंक और निफ्टी 66 पॉइंट ऊपर बंद हुआ, ग्लेनमार्क फार्मा के शेयर में 28% का उछाल रहा
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