#गोवर्धन पूजा 2022
Explore tagged Tumblr posts
Text
मरहठा छंद "कृष्ण लीलामृत"
धरती जब व्याकुल, हरि भी आकुल, हो कर लें अवतार। कर कृपा भक्त पर, दुख जग के हर, दूर करें भू भार।। द्वापर युग में जब, घोर असुर सब, देन लगे संताप। हरि भक्त सेवकी, मात देवकी, सुत बन प्रगटे आप।।
यमुना जल तारन, कालिय कारन, जो विष से भरपूर। कालिय शत फन पर, नाचे जम कर, किया नाग-मद चूर।। दावानल भारी, गौ मझधारी, फँस कर व्याकुल घोर। कर पान हुताशन, विपदा नाशन, कीन्हा माखनचोर।।
विधि माया कीन्हे, सब हर लीन्हे, गौ अरु ग्वालन-बाल। बन गौ अरु बालक, खुद जग-पालक, मेटा ब्रज-जंजाल।। ब्रह्मा इत देखे, उत भी पेखे, दोनों एक समान। तुम प्रभु अवतारी, भव भय हारी, ब्रह्म गये सब जान।।
ब्रज विपदा हारण, सुरपति कारण, आये जब यदुराज। गोवर्धन धारा, सुरपति हारा, ब्रज का साधा काज। मथुरा जब आये, कुब्जा भाये, मुष्टिक चाणुर मार। नृप कंस दुष्ट अति, मामा दुर्मति, वध कर दी भू तार।।
शिशुपाल हने जब, अग्र-पूज्य तब, राजसूय था यज्ञ। भक्तन के तारक, दुष्ट विदारक, राजनीति मर्मज्ञ।। पाण्डव के रक्षक, कौरव भक्षक, छिड़ा युद्ध जब घोर। बन पार्थ शोक हर, गीता दे कर, लाये तुम नव भोर।।
ब्रज के तुम नायक, अति सुख दायक, सबका देकर साथ। जब भीड़ पड़ी है, विपद हरी है, आगे आ तुम नाथ।। हे कृष्ण मुरारी! जनता सारी, विपदा में है आज। कर जोड़ सुमरते, विनती करते, रखियो हमरी लाज।
मरहठा छंद विधान -
मरहठा छंद प्रति पद कुल 29 मात्रा का सम-पद मात्रिक छंद है। इसमें यति विभाजन 10, 8,11 मात्रा का है। मात्रा बाँट:- प्रथम यति 2+8 =10 मात्रा द्वितीय यति 8, तृतीय यति 8+3 (ताल यानि 21) = 11 मात्रा अठकल में दो चौकल या 3+3+2 लिये जा सकते हैं। अठकल चौकल के सब नियम लगेंगे।
मरहठा छंद "कृष्ण लीलामृत"
0 notes
Text
गोवर्धन पूजा 2022: इस अवसर के लिए शुभकामनाएं, उद्धरण, संदेश, एचडी चित्र, फेसबुक और व्हाट्सएप स्थिति
गोवर्धन पूजा 2022: इस अवसर के लिए शुभकामनाएं, उद्धरण, संदेश, एचडी चित्र, फेसबुक और व्हाट्सएप स्थिति
भारत में 26 अक्टूबर को गोवर्धन पूजा मनाई जा रही है गोवर्धन पूजा 2022: भगवान कृष्ण की पूजा के लिए समर्पित शुभ अवसर गोवर्धन पूजा 26 अक्टूबर को मनाई जाएगी। सूर्य ग्रहण के कारण बुधवार को उत्सव होगा और भाई दूज भी उसी दिन पड़ेगा। हिंदू शास्त्रों के अनुसार और भागवत पुराण में वर्णित, गोवर्धन पूजा को मुख्य रूप से भगवान कृष्ण के साथ पहचाना जाता है। उन्होंने इंद्र के प्रचंड क्रोध से शरण लेने वालों की रक्षा…
View On WordPress
#2022 में गोवर्धन#गोवर्धन 2022#गोवर्धन 2022 तारीख#गोवर्धन कब है#गोवर्धन पूजा#गोवर्धन पूजा 2022#गोवर्धन पूजा 2022 तारीख#गोवर्धन पूजा कब है#दिवाली#दिवाली गोवर्धन भाई दूज 2022#दिवाली पूजा 2022#सूर्य ग्रहण
0 notes
Photo
।। नमो नमः ।। ।।भाग्यचक्र ।। आज का पञ्चाङ्ग :- संवत :- २०७९ दिनांक :- 26 अक्टूबर 2022 सूर्योदय :- 06:29 सूर्यास्त :- 17:53 सूर्य राशि :- तुला चंद्र राशि :- तुला मास :- कार्तिक तिथि :- प्रतिपदा ( प्रतिपदा तिथि संध्या 14:43 तक तत्पश्चात द्वितीया ) वार :- बुधवार नक्षत्र :- स्वाति योग :- प्रीति करण :- बव अयन:- दक्षिणायन पक्ष :- शुक्ल ऋतू :- शरद लाभ :- 16:27 - 17:52 अमृत:- 07:54 - 09:19 शुभ :- 10:45 - 12:10 राहु काल :- 12:11 - 13:37 जय महाकाल महाराज :- *गोवर्धन पूजा, धोक पड़वा, चित्रगुप्त जयंती, यम द्वितीया:-* कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को गोवर्धन पूजा मनाई जाती है। गोवर्धन को ‘अन्नकूट पूजा’ भी कहा जाता है। दिवाली के अगले दिन पड़ने वाले त्योहार पर लोग घर के आंगन में गोबर से गोवर्धन पर्वत का चित्र बनाकर गोवर्धन भगवान की पूजा करते हैं और परिक्रमा लगाते हैं। इस दिन भगवान को अन्नकूट का भोग लगाकर सभी को प्रसाद दिया जाता है। *भगवान गोवर्धननाथ जी का आशीर्वाद सदैव आप सब बार बना रहे।* आज का मंत्र :- ""|| ॐ गं गणपतये नमः।। ||"" *🙏नारायण नारायण🙏* जय महाकालेश्वर महाराज। माँ महालक्ष्मी की कृपा सदैव आपके परिवार पर बनी रहे। 🙏🌹जय महाकालेश्वर महाराज🌹🙏 महाकालेश्वर ज्योर्तिलिंग का आज का भस्म आरती श्रृंँगार दर्शन। 26 अक्टूबर 2022 ( बुधवार ) जय महाकालेश्वर महाराज। सभी प्रकार के ज्योतिष समाधान हेतु। Whatsapp@9522222969 https://www.facebook.com/Bhagyachakraujjain शुभम भवतु ! 9522222969 https://www.instagram.com/p/CkKYDsNSOtF/?igshid=NGJjMDIxMWI=
2 notes
·
View notes
Text
श्रीकृष्ण ने पर्यावरण एवं प्रकृति की रक्षा के लिए शुरू की थी गोवर्धन पूजा की परंपरा-मुख्यमंत्री
भोपाल से आयोजित गोवर्धन पूजा कार्यक्रम का कलेक्ट्रेट में हुआ सीधा प्रसारण सतना 26 अक्टूबर 2022/गोवर्धन पूजा के अवसर पर कुशाभाउ ठाकरे सभागार भोपाल से प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मुख्य आतिथ्य में आयोजित पर्यावरण संरक्षण एवं प्राकृतिक खेती विषय पर आयोजित कार्यक्रम का सीधा प्रसारण जिला मुख्यालय स्थित कलेक्ट्रेट सभागार सतना में सांसद सतना गणेश की अध्यक्षता में देखा एवं सुना गया। इस अवसर…
View On WordPress
0 notes
Text
SA News Channel
Kabir saheb
Govardhan Puja 2022 [Hindi] | गोवर्धन पूजा पर जानिए शास्त्र अनुकूल भक्ति के बारे में https://news.jagatgururampalji.org/govardhan-puja-in-hindi/
0 notes
Photo
#लखनऊ : जानिए गोवर्धन पूजा का महत्व, भगवान कृष्ण ने सातवें दिन रखा था भूमि पर गोवर्धन पर्वत... #Lucknow पूरी खबर पढ़ने के लिए लिंक पर क्लिक करें-http://www.tbnews.in/2022/10/blog-post_467.html https://www.instagram.com/p/CkLlf53P4uu/?igshid=NGJjMDIxMWI=
0 notes
Photo
।��मेरा सर्वेश्वर-मेरा श्याम।। जय श्री श्याम जी बाबा श्याम के भव्य संध्या शृंगार श्री श्याम दर्शन 26 अक्टूबर 2022 बुधवार कार्तिक शुक्ल पक्ष, प्रतिपदा, विक्रम सम्वत 2079 आप सभी भक्तों को गोवर्धन पूजा की हार्दिक शुभकामनाएँ (at मेरा सर्वेश्वर मेरा श्याम - खाटूश्यामजी) https://www.instagram.com/p/CkLda99vrJ7/?igshid=NGJjMDIxMWI=
0 notes
Text
Govardhan Puja 2022: भेजिए अपने करीबियों को गोवर्धन पूजा के ये खास संदेश, दीजिए प्रेमपूर्वक शुभकामनाएं
Govardhan Puja 2022: भेजिए अपने करीबियों को गोवर्धन पूजा के ये खास संदेश, दीजिए प्रेमपूर्वक शुभकामनाएं
गोवर्धन पूजा की शुभकामनाएं | Govardhan Puja Wishes लोगों की रक्षा करने एक अंगुली पर पहाड़ उठाया, उसी कन्हैया की याद दिलाने गोवर्धन पूजा का पावन दिन आया! गोवर्धन पूजा की बधाई! कृष्ण की भक्ति और दिल में रहे प्यार, मुबारक हो गोवर्धन पूजा का त्योहार. गोवर्धन पूजा की बधाई! मुरली मनोहर, ब्रिज के धरोहर, वो नंदलाला गोपाला, बंसी की धुन पर दुख हरने वाला, सब मिलकर मचाए गोवर्धन पूजा की धूम. गोवर्धन पूजा की…
View On WordPress
0 notes
Text
गोवर्धन पूजा
दिल्ली / 26-10-2022
कथा कहती है कि गोकुल में देवराज इंद्र की पूजा हर्षोउल्लास के साथ हो रही
थी तभी बालक कृष्ण ने पूजास्थल पर आकर पूछा कि किसकी पूजा हो रही
��ै तो नंदबाबा ने कहा - साक्षात देवराज इंद्र की जो तीनोंलोक के स्वामी हैं ।
उन्हीं के आशीर्वाद से धरती पर बर्षा होती है , धनधान्य उपजते हैं । हमसब
मिलकर हर वर्ष उनकी पूजा करते हैं ताकि कभी भी सूखा की मार से मानवजाति
कष्ट ना झेले । बालक कृष्ण ने तत्क्षण कहा -- बंद करिये पूजा । मैंने सुना है वह
तो अति विलासी है । हमेशा नृत्य और नृत्यांगनाओं के बीच मे मग्न रहता है । वह
कोई देवता नही । पूजा ही अगर करना है तो प्रकृति की करिये । चलिए मिलकर
गोबर्धन पर्वत की पूजा करते हैं और प्राकृतिक सौंदर्य की गुणगान करते हैं । अभी
बंद करिये ये इन्द्रपूजा ।
नंदबाबा और यशोदा तो निश्चित ही घबरा उठे होंगे । एकपल को लगा होगा की घर
में कौन अधर्मी आ गया जो देवता के सम्बंध में अति अधार्मिक विचार मन मे रखता
है । आधुनिक समय में यदि कोई बालक किसी पूजा स्थलपर या मंदिर या मस्जिद
में जाकर ऐसी बात कर दे तो मुझे इतना पता है की लोग उसे तत्काल सूली पर टांग
देंगे । लेकिन वह युग कुछ और था । बालकों की बातें भी मान ली जाती थी । ऋषि मुनियों ने कृष्ण को दुष्ट एवं पथभ्रष्ट कहा लेकिन नंदबाबा ने कृष्ण की बात मान ली, और जनसमूह के साथ पहुँच गए गोबर्धन पर्वत ।
आधुनिक जानकर कहते हैं कि जो भी कथा में है वह भी कृष्ण की योगमाया थी ।
लेकिन इस बात से वही राज़ी हो सकते हैं जो सबकुछ में राज़ी हो जाते हैं । इस
कथा को अलग दृष्टिकोण से देखना मेरे लिए और कठिन है क्योंकि बचपन ही से
कृष्णपूजा और इन्द्रपूजा में मैने खूब मज़े उठाये हैं । श्रुति को तो एकपल के लिए
कोशिश करनेपर भुलाया भी जा सकता है लेकिन स्मृति को भुलाना असंभव है ।
आखिर कथा के माध्यम से क्या कहना चाहते थे वैदिक ऋषि मुनि ! वैदिक काल
में गूढ़ से गूढ़ बातों को ऋषिमुनि रोचक कथाओं के माध्यम से कहते थे । कहीं इस
कथा से वे ये तो नही कहना चाह रहे थे की यदि राजा अपनी प्रजा का ध्यान न रखे
तो तत्काल उसे पदच्युत कर द��� , उसे अयोग्य घोषित कर दो । इंद्र देवता होकर भी
इस अवहेलना को नही झेल सके ��र घनघोर बर्षाकर गोकुल को सर्वनाश करने
पर उतारू हो गए । राजा की जयजयकार न हो तो वो बौखलाहट में यही सब तो
करता है ।
लोग कथा के अनुसार गोवर्धन पूजा करके फिर से इन्द्रपूजा में भी जयजयकार
करेंगे । मूर्ति भी बदली जाएगी लेकिन जीवन मे जो राजा प्रलय ही प्रलय लेकर
यहाँ से वहाँ दौड़ा रहा है उनको हम नही बदलेंगे बेशक़ घर बदल जाये परन्तु
राजा न बदलने पाए । हमें दुनिया कुछ भी कहती रहे लेकिन हमारे राजा के
लिए एक भी अपशब्द का मतलब है - मृत्युदंड । हमें तो बस इतना पता है कि
सबका मालिक एक है । लक्ष्मण रेखा और गरीबी रेखा में कोई अंतर नही ।
~दिशव
0 notes
Text
श्री कृष्ण जिनका नाम,
गोकुल जिनका धाम,
ऐसे भगवान श्री कृष्ण,
को हम सब का प्रणाम,
हैप्पी गोवर्धन पूजा 2022
Team 🚀 @travelsmoon
0 notes
Link
Diwali 2022: इस बार सूर्य ग्रहण होने के कारण गोवर्धन पूजा (Govardhan Puja) एक दिन के लिए आगे खिसक गई है। 25 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण
0 notes
Video
youtube
गोवर्धन पूजा लीला ! श्री कृष्ण लीला | श्री कृष्ण की गोविंद बनने की कथा | गोवर्धन पूजा विशेष कथा 2022
0 notes
Text
दिवाली 2022 दिनांक कैलेंडर: कब है धनतेरस, दीपावली, गोवर्धन पूजा और भाई दूज
दिवाली 2022 दिनांक कैलेंडर: कब है धनतेरस, दीपावली, गोवर्धन पूजा और भाई दूज
छवि स्रोत: फ्रीपिक दिवाली 2022 दिनांक कैलेंडर दिवाली सबसे महत्वपूर्ण हिंदू त्योहारों में से एक है। दीपावली वीकेंड नजदीक आने के साथ ही बाजार, घरों और गलियों में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी है। रंग-बिरंगी रोशनी से कई घरों को सजाया जा चुका है और हिंदू भक्त इस शुभ ���वसर पर देवी लक्ष्मी के स���वागत की तैयारी कर रहे हैं। दिवाली हर साल कार्तिक महीने के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को आती है और राजा रावण को हराकर…
View On WordPress
#2022 में दिवाली#कैलेंडर 2022 दिवाली#गोवर्धन 2022#गोवर्धन 2022 तारीख#गोवर्धन पूजा#गोवर्धन पूजा 2022#दिवाली 2022 कब है#दिवाली 2022 तारीख#दिवाली 2022 दिनांक कैलेंडर#दिवाली 2022 धनतेरस#दिवाली 2022 भाई दूज#दिवाली पूजा 2022#दिवाली सेल 2022#दीपावली#धनतेरस#धनतेरस 2022#धनतेरस 2022 तारीख#धनतेरस की तारीख#धनतेरस दिवाली 2022 तारीख#भाई दूज#भाई दूज 2022#भाई दूज 2022 तारीख#भाई दूज कब है#भाई दूज की तारीख#भाई दूजी
0 notes
Photo
गोवर्धन पूजा में कृष्ण गुण गाये, और ये त्यौहार खुशी से मनाएं। गोवर्धन पूजा 2022 की हार्दिक शुभकामनाएं।। #govardhanpuja #govardhanpuja2022 #festivals2022 #festivalofindia #festivalwishes (at भारतवर्ष-हिन्दुस्तान-India) https://www.instagram.com/p/CkJWsHaBwjo/?igshid=NGJjMDIxMWI=
0 notes
Text
उदयातिथि के अनुसार गोवर्धन पूजा का त्योहार 26 अक्टूबर 2022 को मनाया जाएगा
दीपावली के अगले दिन गोवर्धन पूजा का विशेष महत्व है। इस दिन भगवान गोवर्धन व गाय-बछड़े की उपासना की जाती है। इसे अन्नकूट के नाम से भी जाना जाता है। गोवर्धन पूजा का संबंध भगवान कृष्ण से जुड़ा है।गोवर्धन पूजा कब है ? ===============गोवर्धन पूजा दिवाली के अगले दिन होती है लेकिन इस साल प्रतिपदा तिथि शाम 4 बजे से शुरू हो रही है उदयातिथि के अनुसार गोवर्धन पूजा का त्योहार 26 अक्टूबर 2022 को मनाया…
View On WordPress
0 notes
Text
भाई दूज पर करते हैं ये 8 कार्य, आप भी करें #news4
Bhai dooj 2022 date and time : गोवर्धन पूजा के अगले दिन कार्तिक शुक्ल द्वितीया को भाई दूज का त्योहार मनाया जाता है। 26 अक्टूबर को दोपहर 02 बजकर 42 मिनट से प्रारंभ होगी जो अगले दिन 27 अक्टूबर 2022 को दोपहर 12 बजकर 45 मिनट पर समाप्त होगी। इस माह ने कई लोग 26 अक्टूबर को ही भाई दूज मनाएंगे क्योंकि अपराह्न मुहूर्त में ही मनाया जाता है। 27 को यह मुहूर्त नहीं रहेगा। 1. इस दिन यमराज और यमुना की पूजा की…
View On WordPress
0 notes