Tumgik
#गुरु नाम है तास।।
minashrama165 · 3 months
Text
Tumblr media
0 notes
subhashdagar123 · 2 months
Text
Tumblr media
0 notes
rajesh-kumar-hp-74 · 3 months
Text
गु अंधियारी जानिये, रु कहिये परकास।
मिटे अज्ञान तम ज्ञान ते, गुरु नाम है तास।।
#SatlokAshramMundka
#KabirIsGod
Tumblr media
3 notes · View notes
avneesh-kumar · 2 months
Text
#GodMorningMonday
#सच्चा_सतगुरु_कौन
गु अंधियारी जानिये, रु कहिये परकास।
मिटे अज्ञान तम ज्ञान ते, गुरु नाम है तास।।
Jagatgururampalji.org
Get Free Book: +91 7496801825
Sant Rampal Ji Maharaj
Tumblr media
2 notes · View notes
h1an2s3 · 4 days
Text
[19/09, 7:48 am] +91 83078 98929: जीवित बाप के लठ्ठम लठ्ठा, मूवे गंग पहुचैया।
जब आवे आसोज का महीना, कौवा बाप बनईयां।
कबीर परमेश्वर जी ने बताया है कि जीवित पिता को तो समय पर टूक (रोटी) भी नहीं दिया जाता। मृत्यु के पश्चात् उसको पवित्र दरिया में बहाकर आता है। कितना खर्च करता है। अपने माता-पिता की जीवित रहते प्यार से सेवा करो। उनकी आत्मा को प्रसन्न करो। उनकी वास्तविक श्रद्धा सेवा तो यह है।
#amavasya #astro #vastutips #motivationalspeaker
#SaintRampalJiQuotes #SantRampalJiQuotes #SantRampalJiMaharaj
#SaintRampalJi
[19/09, 7:48 am] +91 83078 98929: गीता भी हमें श्राद्ध के विषय में निर्णायक ज्ञान देती है। गीता के अध्याय 9 के श्लोक 25 में कहा है कि देवताओं को पूजने वाले देवताओं को प्राप्त होते हैं, पितरों को पूजने वाले पितरों को प्राप्त होते हैं, भूतों को पूजने (पिण्ड दान करने) वाले भूतों को प्राप्त होते हैं अर्थात भूत बन जाते हैं, शास्त्रानुकूल (पवित्र वेदों व गीता अनुसार) पूजा करने वाले मुझको ही प्राप्त होते हैं अर्थात ब्रह्मलोक के स्वर्ग व महास्वर्ग आदि में कुछ ज्यादा समय मौज कर लेते हैं और पुण्यरूपी कमाई खत्म होने पर फिर से 84 लाख योनियों में प्रवेश कर जाते हैं।
#श्राद्धकी_शास्त्रानुकूल_विधि #श्राद्ध
#shradh #shraadh #pitrupaksha #pitra #pitradosh #vastushastra #SatlokAshram
#TrueGuru
#TatvdarshiSant
[19/09, 7:48 am] +91 83078 98929: कबीर, भक्ति बीज जो होये हंसा, तारूं तास के एकोत्तर वंशा।
श्राद्ध आदि निकालना शास्त्र विरुद्ध है, सत्य शास्त्रोक्त साधना करने वाले साधक की 101 पीढ़ी पार होती हैं। सत्य शास्त्रानुसार साधना केवल तत्वदर्शी संत दे सकता है जिसकी शरण में जाने के लिए गीता अध्याय 4 श्लोक 34 में कहा गया है। वर्तमान में वह पूर्ण तत्वदर्शी संत केवल संत रामपाल जी महाराज जी हैं।
#astrologerofindia
#श्राद्धकी_शास्त्रानुकूल_विधि #श्राद्ध
#shradh
#SaintRampalJiQuotes #SantRampalJiQuotes
#SantRampalJiMaharaj #SaintRampalJi
[19/09, 7:48 am] +91 83078 98929: श्राद्ध करने वाले पुरोहित कहते हैं कि श्राद्ध करने से वह जीव एक वर्ष तक तृप्त हो जाता है। फिर एक वर्ष में श्राद्ध फिर करना है। विचार करें:- जीवित व्यक्ति दिन में तीन बार भोजन करता था। अब एक दिन भोजन करने से एक वर्ष तक कैसे तृप्त हो सकता है? यदि प्रतिदिन छत पर भोजन रखा जाए तो वह कौवा प्रतिदिन ही भोजन खाएगा।
#श्राद्धकी_शास्त्रानुकूल_विधि #श्राद्ध
#shradh #shraadh #pitrupaksha #pitra #pitradosh #vastushastra #SatlokAshram
#TrueGuru
#TatvdarshiSant
[19/09, 7:48 am] +91 83078 98929: श्राद्ध और पितृ पूजा से जीव की गति नहीं होती"
प्रेत शिला पर जाय विराजे, फिर पितरों पिण्ड भराहीं।
बहुर श्राद्ध खान कूं आया, काग भये कलि माहीं।।
#astrology #vastuexpert #trending #viralreels #jyotish #meditation #kundli#Satlok
#SaintRampalJi
#KabirisGod
#SupremeGod
[19/09, 7:48 am] +91 83078 98929: जीवित बाप के लठ्ठम लठ्ठा, मूवे गंग पहुचैया।
जब आवे आसोज का महीना, कौवा बाप बनईयां।
जीवित बाप के साथ तो लड़ाई रखते हैं और उनके मरने के उपरांत उनके श्राद्ध निकालते हैं।
परमात्मा कहते हैं रे भोली सी दुनिया सतगुरु बिन कैसे सरिया।
बंदीछोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज जी से नाम उपदेश लेकर सतभक्ति करने से मनुष्य 84 लाख योनियों का कष्ट नहीं भोगता।
#astrologerofindia
#श्राद्धकी_शास्त्रानुकूल_विधि #श्राद्ध
#shradh
#SaintRampalJiQuotes #SantRampalJiQuotes
#SantRampalJiMaharaj #SaintRampalJi
[19/09, 7:48 am] +91 83078 98929: नर सेती तू पशुवा कीजै, गधा, बैल बनाई।
छप्पन भोग कहाँ मन बौरे, कहीं कुरड़ी चरने जाई।।
मनुष्य जीवन में हम कितने अच्छे अर्थात् 56 प्रकार के भोजन खाते हैं। भक्ति न करने से या शास्त्रविरूद्ध साधना करने से गधा बनेगा, फिर ये छप्पन प्रकार के भोजन कहाँ प्राप्त होंगे, कहीं कुरड़ियों (रूड़ी) पर पेट भरने के लिए घास खाने जाएगा। इसी प्रकार बैल आदि-आदि पशुओं की योनियों में कष्ट पर कष्ट उठाएगा।
#astrologerofindia
#श्राद्धकी_शास्त्रानुकूल_विधि #श्राद्ध
#shradh
#SaintRampalJiQuotes #SantRampalJiQuotes
#SantRampalJiMaharaj #SaintRampalJi
[19/09, 7:48 am] +91 83078 98929: भक्ति नहीं करने वाले व शास्त्रविरुद्ध भक्ति करने वाले, नकली गुरु बनाने वाले एवं पाप अपराध करने वालों को मृत्यु पश्चात्‌ यमदूत घसीटकर ले जाते हैं और नरक में भयंकर यातनाएं देते हैं। तत्पश्चात् 84 लाख कष्टदायक योनियों में जन्म मिलता है।
#amavasya #astro #vastutips #motivationalspeaker
#SaintRampalJiQuotes #SantRampalJiQuotes #SantRampalJiMaharaj
#SaintRampalJi
[19/09, 7:48 am] +91 83078 98929: तत्वदर्शी संत (गीता अ-4 श्लोक-34) से दीक्षा लेकर शास्त्रविधि अनुसार सतभक्ति करने वाले परमधाम सतलोक को प्राप्त होते हैं जहाँ जन्म-मरण, दुख, कष्ट व रोग नहीं होता है।
#astrology #vastuexpert #trending #viralreels #jyotish #meditation #kundli#Satlok
#SaintRampalJi
#KabirisGod
#SupremeGod
[19/09, 7:48 am] +91 83078 98929: जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी से उपदेश लेकर कबीर साहेब जी की भक्ति करने से सतलोक की प्राप्ति होती है।
सतलोक अविनाशी लोक है। वहां जाने के बाद साधक जन्म-मृत्यु के चक्र से मुक्त हो जाता है और पूर्ण मोक्ष प्राप्त करता है।
#astrology #vastuexpert #trending #viralreels #jyotish #meditation #kundli#Satlok
#SaintRampalJi
#KabirisGod
#SupremeGod
[19/09, 7:48 am] +91 83078 98929: श्राद्ध क्रिया कर्म मनमाना आचरण है यह शास्त्रों में अविद्या कहा गया है बल्कि गीता अध्याय 16 श्लोज 23 और 24 में कहा है कि जो शास्त्र विधि को त्याग कर मनमाना आचरण करते हैं उनकी ना तो गति होती है न ही उन्हें किसी प्रकार का आध्यात्मिक लाभ प्राप्त होता है इसलिए शास्त्र ही प्रमाण है।
#श्राद्धकी_शास्त्रानुकूल_विधि #श्राद्ध
#shradh #shraadh #pitrupaksha #pitra #pitradosh #vastushastra #SatlokAshram
#TrueGuru
#TatvdarshiSant
[19/09, 7:48 am] +91 83078 98929: जै सतगुरू की संगत करते, सकल कर्म कटि जाईं।
अमर पुरि पर आसन होते, जहाँ धूप न छाँइ।।
संत गरीबदास जी ने परमेश्वर कबीर जी से प्राप्त सूक्ष्मवेद में कहा है कि यदि सतगुरू (तत्वदर्शी सन्त) की शरण में जाकर दीक्षा लेते तो सर्व कर्मों के कष्ट कट जाते अर्थात् न प्रेत बनते, न गधा, न बैल बनते।
#amavasya #astro #vastutips #motivationalspeaker
#SaintRampalJiQuotes #SantRampalJiQuotes #SantRampalJiMaharaj
#SaintRampalJi
[19/09, 7:48 am] +91 83078 98929: सत्य भक्ति वर्तमान में केवल संत रामपाल जी महाराज जी के पास है। जिससे इस दुःखों के घर संसार से पार होकर वह परम शान्ति तथा शाश्वत स्थान (सनातन परम धाम) प्राप्त हो जाता है जिसके विषय में गीता अध्याय 18 श्लोक 62 में कहा है तथा गीता अध्याय 15 श्लोक 4 में कहा है कि तत्वदर्शी सन्त से तत्वज्ञान प्राप्त करके, उस तत्वज्ञान से अज्ञान का नाश करके, उसके पश्चात् परमेश्वर के उस परमपद की खोज करनी चाहिए। जहाँ जाने के पश्चात् साधक फिर लौटकर संसार में कभी नहीं आता।
#astrologerofindia
#श्राद्धकी_शास्त्रानुकूल_विधि #श्राद्ध
#shradh
#SaintRampalJiQuotes #SantRampalJiQuotes
#SantRampalJiMaharaj #SaintRampalJi
0 notes
Text
Tumblr media
#GodNightFriday
गु अंधियारी जानिये, रु कहिये परकास। मिटे अज्ञान तम ज्ञान ते, गुरु नाम है तास ।।
कबीर साहेब जी कहते हैं कि गुरु शब्द में दो अक्षर हैं, जिसमें गु को अंधकार अर्थात अज्ञानता का प्रतीक समझा गया है और रु को प्रकाश अर्थात ज्ञान-स्वरूप समझा गया है। जो अपने पवित्र ज्ञान से शिष्य का सारा अज्ञान-रूपी अंधकार मिटा दे, उसी का नाम गुरु है।
📲अधिक जानकारी के लिए "Sant Rampal Ji Maharaj" Youtube Channel पर विजिट करें।
Watch sadhna TV 7:30pm !
0 notes
sushildas1989 · 1 month
Text
Tumblr media
#GodMorningWednesday
गु अंधियारी जानिये, रु कहिये परकास।
मिटे अज्ञान तम ज्ञान ते, गुरु नाम है तास ।।
कबीर साहेब जी कहते हैं कि गुरु शब्द में दो अक्षर हैं, जिसमें गु को अंधकार अर्थात अज्ञानता का प्रतीक समझा गया है और रु को प्रकाश अर्थात ज्ञान-स्वरूप समझा गया है। जो अपने पवित्र ज्ञान से शिष्य का सारा अज्ञान-रूपी अंधकार मिटा दे, उसी का नाम गुरु है।
#भगवान_कौन_है
0 notes
pushpakalra · 1 month
Text
#GodMorningWednesday
गु अंधियारी जानिये, रु कहिये परकास।
मिटे अज्ञान तम ज्ञान ते, गुरु नाम है तास ।।
कबीर साहेब जी कहते हैं कि गुरु शब्द में दो अक्षर हैं, जिसमें गु को अंधकार अर्थात अज्ञानता का प्रतीक समझा गया है और रु को प्रकाश अर्थात ज्ञान-स्वरूप समझा गया है। जो अपने पवित्र ज्ञान से शिष्य का सारा अज्ञान-रूपी अंधकार मिटा दे, उसी का नाम गुरु है।
#भगवान_कौन_है
Tumblr media
0 notes
ompatidasi · 1 month
Text
Tumblr media
#GodMorningWednesday
गु अंधियारी जानिये, रु कहिये परकास।
मिटे अज्ञान तम ज्ञान ते, गुरु नाम है तास ।।
कबीर साहेब जी कहते हैं कि गुरु शब्द में दो अक्षर हैं, जिसमें गु को अंधकार अर्थात अज्ञानता का प्रतीक समझा गया है और रु को प्रकाश अर्थात ज्ञान-स्वरूप समझा गया है। जो अपने पवित्र ज्ञान से शिष्य का सारा अज्ञान-रूपी अंधकार मिटा दे, उसी का नाम गुर��� है।
#भगवान_कौन_है
0 notes
Text
Tumblr media
#GodMorningWednesday
गु अंधियारी जानिये, रु कहिये परकास।
मिटे अज्ञान तम ज्ञान ते, गुरु नाम है तास ।।
कबीर साहेब जी कहते हैं कि गुरु शब्द में दो अक्षर हैं, जिसमें गु को अंधकार अर्थात अज्ञानता का प्रतीक समझा गया है और रु को प्रकाश अर्थात ज्ञान-स्वरूप समझा गया है। जो अपने पवित्र ज्ञान से शिष्य का सारा अज्ञान-रूपी अंधकार मिटा दे, उसी का नाम गुरु है।
#भगवान_कौन_है
0 notes
rajender1234 · 1 month
Text
Tumblr media
#GodMorningWednesday
गु अंधियारी जानिये, रु कहिये परकास।
मिटे अज्ञान तम ज्ञान ते, गुरु नाम है तास ।।
कबीर साहेब जी कहते हैं कि गुरु शब्द में दो अक्षर हैं, जिसमें गु को अंधकार अर्थात अज्ञानता का प्रतीक समझा गया है और रु को प्रकाश अर्थात ज्ञान-स्वरूप समझा गया है। जो अपने पवित्र ज्ञान से शिष्य का सारा अज्ञान-रूपी अंधकार मिटा दे, उसी का नाम गुरु है।
#भगवान_कौन_है
0 notes
vipulmangla0 · 1 month
Text
#GodMorningWednesday
गु अंधियारी जानिये, रु कहिये परकास।
मिटे अज्ञान तम ज्ञान ते, गुरु नाम है तास ।।
कबीर साहेब जी कहते हैं कि गुरु शब्द में दो अक्षर हैं, जिसमें गु को अंधकार अर्थात अज्ञानता का प्रतीक समझा गया है और रु को प्रकाश अर्थात ज्ञान-स्वरूप समझा गया है। जो अपने पवित्र ज्ञान से शिष्य का सारा अज्ञान-रूपी अंधकार मिटा दे, उसी का नाम गुरु है।
#भगवान_कौन_है l
Tumblr media
0 notes
dasjaswant960 · 1 month
Text
#GodMorningWednesday
गु अंधियारी जानिये, रु कहिये परकास।
मिटे अज्ञान तम ज्ञान ते, गुरु नाम है तास ।।
कबीर साहेब जी कहते हैं कि गुरु शब्द में दो अक्षर हैं, जिसमें गु को अंधकार अर्थात अज्ञानता का प्रतीक समझा गया है और रु को प्रकाश अर्थात ज्ञान-स्वरूप समझा गया है। जो अपने पवित्र ज्ञान से शिष्य का सारा अज्ञान-रूपी अंधकार मिटा दे, उसी का नाम गुरु है।
#भगवान_कौन_है
Tumblr media
0 notes
vikramsabalsblog · 1 month
Text
गु अंधियारी जानिये, रु कहिये परकास।
मिटे अज्ञान तम ज्ञान ते, गुरु नाम है तास।।
कबीर साहेब जी कहते हैं कि गुरु शब्द में दो अक्षर हैं, जिसमें गु को अंधकार अर्थात अज्ञानता का प्रतीक समझा गया है और रु को प्रकाश अर्थात ज्ञान-स्वरूप समझा गया है। जो अपने पवित्र ज्ञान से शिष्य का सारा अज्ञान-रूपी अंधकार मिटा दे, उसी का नाम गुरु है।
1 note · View note
abhay1233 · 2 months
Text
Tumblr media
#GodMorningMonday
#सच्चा_सतगुरु_कौन
गु अंधियारी जानिये, रु कहिये परकास।
मिटे अज्ञान तम ज्ञान ते, गुरु नाम है तास।।
Jagatgururampalji.org
Get Free Book: +91 7496801825
Sant Rampal Ji Maharaj
0 notes
Text
Tumblr media
#AlmightyGodKabir
सर्वशक्तिमान परमेश्वर कबीर
गु अंधियारी जानिये, रु कहिये परकास। मिटे अज्ञान तम ज्ञान ते, गुरु नाम है तास ।।
Kindly visit
(SANT RAMPAL JI MAHARAJ )Youtube Channel for more information about way of worship.
0 notes