#को��
Explore tagged Tumblr posts
sunilbairagi · 3 months ago
Text
संत रामपाल जी महाराज के सत्संग क्यों सुनें?
गीता अध्याय 17 श्लोक 23 में वर्णित मोक्ष प्राप्ति के सांकेतिक मंत्र ओम्-तत्-सत् का रहस्य संत रामपाल जी महाराज उजागर करते हैं। इसलिए हमें प्रतिदिन संत रामपाल जी महाराज के सत्संग सुनने चाहिए।
#सत्संग_क्यों_सुनें #Satsang #Guru #Guruji #spiritual #God #moksha #heaven #satlok #bhagavadgita
#SantRampalJiMaharaj
Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media
198 notes · View notes
rohitindora8199 · 3 months ago
Text
#Freedom_From_Evil
🌄 दहेज से आजादी
विश्व प्रसिद्ध संत रामपाल जी महाराज के प्रयास से समाज को दहेज जैसी सामाजिक बुराई से मुक्ति मिल रही है। जिससे भारत बन रहा है दहेज मुक्त।
🌎To know more visit Sant Rampal Ji Maharaj YouTube channel
Sant Rampal Ji Maharaj
Tumblr media
58 notes · View notes
sunilmehra1 · 6 months ago
Text
Tumblr media
🧭जितने भी नकली संत, महंत हैं वे सभी सनातन धर्मग्रंथ के विपरीत विधान बताते हैं कि परमात्मा निराकार है।
जबकि संत रामपाल जी महाराज सनातन धर्म ग्रंथ पवित्र यजुर्वेद अध्याय 1 मंत्र 15, अध्याय 5 मंत्र 1, पवित्र ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 82 मंत्र 1-2, सूक्त 86 मंत्र 26-27 आदि से स्पष्ट करते हैं कि परमात्मा मानव सदृश्य साकार, राजा के समान दर्शनीय है, उसका नाम कबीर है
109 notes · View notes
yumepedia · 9 months ago
Text
Tumblr media Tumblr media Tumblr media
I have only drawn Asian men, so others look wonky 🥲 (Sorry my English 😭)
66 notes · View notes
shesgayfolks · 4 months ago
Text
VINESH PHOGAT!!!
Tumblr media
🥇🥇🥇🥇🥇🥇🥇🥇🥇🥇🥇🥇🥇🥇
TAKE GOLD AND SPIT IN MODI'S AND WFI'S FACES 🤼‍♀️🤼‍♀️🤼‍♀️ BRIJ BHUSHAN SINGH READY THAT NOOSE!!!!
20 notes · View notes
yogi-1988 · 4 months ago
Text
Tumblr media
#आओ_जानें_भगवान_को
ACCORDING TO GITA CHAPTER 7, VERSE 19, WHO IS THAT LORD VASUDEV WHOSE POWER IS ABOVE ALL THE WORLDS?
To know, visit Sant Rampal Ji Maharaj
Sant Rampal Ji Maharaj
13 notes · View notes
swimmingartisannut · 2 months ago
Text
Tumblr media
7 notes · View notes
appasahebparbhane · 7 months ago
Text
#समर्थ #परमात्मा #कबीर
वर्तमान मे संतो की स्थिति को समझने की नितांत आवश्यकता है तो चलिये इसकी शुरूवात सतयुग से करते हैं ।
भगवान के विषय में सतयुग के वृहत संतों का ज्ञान केवल इतना ही रहा कि शेषनाग (विष्णु) ने पृथ्वी सर पर रख ली इसलिये वो भगवान, कृष्ण जी ने गोवर्धन उठाया इसलिये वो भगवान, हनुमान जी ने पर्वत उठाया इसलिये वो भगवान मतलब चमत्कार को ही भगवान का पैमाना माना गया जबकी वैदिक मान्यताओ को देखे तो भगवान कोई और ही परिभाषित होता है ।
भगवान के विषय में सतयुग के वृहत संतों के ज्ञान का वर्णन गीताप्रेस गोरखपुर से प्रकाशित, श्री हनुमान प्रसाद पोद्दार और चिमन लाल गोस्वामी द्वारा संपादित श्रीमद् देवी भागवत पुराण में मिलता है ।
Tumblr media Tumblr media Tumblr media
13 notes · View notes
udaywaghmare · 13 days ago
Text
Tumblr media
4 notes · View notes
megha000 · 12 hours ago
Text
Tumblr media
3 notes · View notes
8459022012 · 3 months ago
Text
Tumblr media
5 notes · View notes
rajadas111 · 5 months ago
Text
Tumblr media
काशी में एक लहरतारा तालाब था। गंगा नदी का जल लहरों के द्वारा नीची पटरी के ऊपर से उछल कर एक सरोवर में आता था। इसलिए उस सरोवर का नाम लहरतारा पड़ा। उस तालाब में बड़े-2 कमल के फूल उगे हुए थे। नीरू-नीमा(नि:सन्तान दम्पत्ति थे) ज्येष्ठ मास की शुक्ल पूर्णमासी विक्रमी संवत् 1455 (सन् 1398) सोमवार को ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करने के लिए गए हुए थे। वहां नीरू - नीमा को कमल कंद फूल पर शिशु रूप में कबीर परमात्मा मिले थे। उसी दिन को कबीर प्रकट दिवस के रूप में मनाया जा रहा है।
6 notes · View notes
raj-kumar-sah · 26 days ago
Text
Tumblr media
3 notes · View notes
sosuitcupcake · 11 months ago
Text
Tumblr media
11 notes · View notes
vijendradas · 10 days ago
Text
#DivineBhandaraBySantRampalJi
विक्रमी संवत 1570 (सन 1513) में परमेश्वर कबीर जी ने काशी (उ•प्र•) में 18 लाख साधु संतों को भंडारा करवाया था जो 3 दिन तक कार्तिक महीने की शुक्ल पक्ष चतुर्दशी को प्रारंभ हुआ था मंगसर (माघशीर्ष) की कृष्ण पक्ष एकम(प्रथमा) को सम्पन्न हुआ था। वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में तीन दिवसीय शुद्ध देसी घी से निर्मित निःशुल्क विशाल भंडारे का आयोजन 11 सतलोक आश्रमों में किया जा रहा है।
Invitation from Satlok Ashram
Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media
2 notes · View notes
pawankumar1976 · 19 days ago
Text
#सत_भक्ति_संदेश
सतगुरु के लक्षण चार बखाना, प्रथम वेद शास्त्र को ज्ञाना (ज्ञाता)।
दूजे हरि भक्ति मन कर्म बानी, तीसरे समदृष्टि कर जानी। चौथे वेद विधि सब कर्मा, यह चार गुरु गुण जानो मर्मा।
(- कबीर सागर के अध्याय ‘‘जीव धर्म बोध‘‘ के पृष्ठ 1960)
Tumblr media
2 notes · View notes