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#कोविड -19 पूर्ण रूप
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खतरनाक बीमारी होने पर घातक बीमारी खतरनाक हो सकती है
खतरनाक बीमारी होने पर घातक बीमारी खतरनाक हो सकती है
रोग को कीट-19 और संक्रमण के कारण खराब होने की वजह से ऐसा होता है। है। नई खोज में जानकारी दी गई है। द लैंसेट में सलाह दी गई है कि यह बेहतर होने की स्थिति में है। 2.4 गम अधिक अगर कोविड कोविड। ए बैली ने आवाज के नेथ ने कहा, "फ़ैले कि से और फ्लावर के कपड़े विशेष रूप से खतरनाक होते हैं। इस प्रकार के मामले में प्रतिरोधी हैं।" बेली ने कहा, "हम उम्मीद कर रहे हैं कि इंटरनेट के साथ इंटरनेट प्रसारित होगा,…
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helputrust · 2 years
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माता-पिता परिवार की धुरी है तथा उनका आपसी प्रेम व सौहार्द्र उनके बच्चों के भविष्य का निर्माण करता है - हर्ष वर्धन अग्रवाल
संयुक्त परिवार समाप्त होना पारिवारिक समस्याओं का बड़ा कारण है - डॉ० रूपल अग्रवाल “सूझबूझ एवं एक दूसरे के प्रति समर्पण के भाव से होता है एक सुखी एवं समृद्ध परिवार का निर्माण” - योगेश नारायण माधुर
लखनऊ, 15.5.2022 | अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस के अवसर पर हेल्प यू एजुकेशनल एवं चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा "पारिवारिक समस्यायें: निःशुल्क समाधान, सुझाव हेल्पलाइन” का शुभारम्भ ट्रस्ट के कार्यालय में किया गया। कार्यक्रम में हेल्प यू एजुकेशनल एवं चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी, हर्ष वर्धन अग्रवाल, न्यासी डॉ० रूपल अग्रवाल व श्री योगेश नारायण माथुर, अधिवक्ता, फैमिली कोर्ट, लखनऊ ने पारिवारिक समस्याओं के समाधान हेतु "दो हेल्पलाइन नंबर जारी किये - 9415342802, 9839510166 I इन दो नंबरों पर प्रत्येक रविवार को प्रातः 11:00 बजे से अपराहन 3:00 बजे तथा प्रत्येक मंगलवार व गुरुवार को सायं 7:00 बजे से रात्रि 9:00 बजे तक परामर्शदाता श्री योगेश नारायण माथुर से वार्ता कर लोग अपनी पारिवारिक समस्याओं के निवारण हेतु निःशुल्क समाधान एवं सुझाव पा सकते हैं।
श्री हर्ष वर्धन अग्रवाल ने कहा कि, आज के डिजिटल युग में सभी इलैक्ट्रानिक गैजेट्स ने युवा वर्ग को अपना गुलाम बना लिया है तथा वे परिवार के साथ समय बिताने से ज्यादा अहमियत इन गैजेट्स को देने लगे है जिसके परिणामस्वरूप परिवारों में झगड़े बढ़ने लगे हैं। कोविड-19 में लॉकडाउन के समय लोगों ने परिवार के महत्व को समझा है लेकिन फिर भी कई परिवारों में आज भी विघटन की समस्या दिखाई दे रही है। भौतिकवाद से ग्रसित आज की युवा पीढ़ी अत्यधिक महत्वाकांक्षी तथा केवल अपने कैरियर के प्रति ज्यादा उत्साही होने के कारण अपने पारिवारिक दायित्वों की उपेक्षा अथवा महत्ता ना समझने से अधिकांश परिवारों में सामन्जस्य स्थापित होने में कठिनाई आ रही है, जिसके कारण पारिवारिक समस्यायें बढ़ रही है, और पति पत्नी पारिवारिक न्यायालय की शरण ले रहे है इससे एक तरफ पारिवारिक ढांचा, जो समाज का महत्वपूर्ण मूल स्तम्भ है चरमरा रहा है वहीं पारिवारिक न्यायालयों पर कार्य का अत्यधिक बोझ बढ़ रहा है, इन सबका असर नन्हें-नन्हें बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक पर बहुत बुरा पड़ रहा है। माता-पिता परिवार की धुरी है तथा उनका आपसी प्रेम व सौहार्द्र उनके बच्चों के भविष्य का निर्माण करता है I हमें आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि हेल्प यू एजुकेशनल एवं चैरिटेबल ट्रस्ट की इस पहल से हम कई परिवारों को बिखरने से बचा पाएंगे I श्री अग्रवाल ने हेल्पलाइन के परामर्शदाता श्री योगेश नारायण माथुर का अपने अनुभवों और योग्यता से पारिवारिक समस्याओं के निःशुल्क समाधान एवं सुझाव, स्वेच्छा से प्रदान करने के लिए आभार व्यक्त किया I श्री अग्रवाल ने बताया कि श्री योगेश नारायण माथुर ��खनऊ फैमिली कोर्ट में अधिवक्ता हैं तथा आर्ट ऑफ़ लिविंग व रेकी डिस्टेंस हीलर के टीचर हैं I इस अवसर पर हेल्प यू एजुकेशनल एवं चैरिटेबल ट्रस्ट की न्यासी डॉ० रूपल अग्रवाल ने कहा कि, संयुक्त परिवार समाप्त होना, न्यूक्लियर परिवार की अवधारणा भी पारिवारिक समस्याओं का एक कारण है. इस समय स्वतन्त्रता की ज्यादा इच्छा है कोई किसी को टोके नहीं, सलाह न दे और न ही जीवन के लिए दिशा निर्देश दे कोई किसी के व्यक्तिगत मामले में हस्तक्षेप सहन नहीं करना चहता, उसी का परिणाम है घर की चार दीवारी से आज पति पत्नी की लड़ाई सड़क तक निकल कर न्यायालय तक पहुंचने लगी है। संयुक्त परिवार में कोई भी छोटी बातों के लिए परिवार के सदस्य दोनो पति पत्नी को समझा बुझा कर मना लेते थे। संयुक्त परिवार में कोई न कोई जोड़ा रोल माडल के रूप में आदर्श पति-पत्नी की भूमिका निभाता था परन्तु वर्तमान परिस्थतियों में कौन किसको समझाये तथा कौन किसकी बात सुने यह बहुत बड़ी समस्या है। विवेकानन्द जी ने कहा था "Purity Patience and Perseverance are the three essential to success and above all, Love." अतः केवल प्रेम से ही जीवन को सार्थक एवं सफल बनाया जा सकता है। "पारिवारिक समस्यायें: निःशुल्क समाधान, सुझाव हेल्पलाइन” का यही उद्देश्य है I
हेल्पलाइन के परामर्शदाता श्री योगेश नारायण माथुर ने इस अवसर पर कहा कि आज परिवारों में विघटन का मुख्य कारण लोगों की एक दूसरे से बढ़ती हुई अपेक्षाएं हैं। जब ये अपेक्षाएं पूरी नहीं होती तो लोग मानसिक अवसाद के शिकार हो जाते हैं व परिवार अलग हो जाते हैं। मैं रोज फैमिली कोर्ट में इस तरह के मामलों की सुनवाई करता हूँ व लोगों से यह अपील करता हूं की लोग इस बात को समझें कि ‘No one is perfect’ I हम सबमें कोई न कोई कमी जरूर होती है अत: यदि हम सब आपसी सामंजस्य व सौहार्द के साथ परिवार रूपी गाड़ी को चलायें तो परिवारों को टूटने से रोका जा सकता है। सूझबूझ एवं एक दूसरे के प्रति समर्पण के भाव से एक सुखी एवं समृद्ध परिवार का निर्माण होता है I मैं हेल्प यू एजुकेशनल एवं चैरिटेबल ट्रस्ट को उनकी पारिवारिक समस्यायें: निःशुल्क समाधान, सुझाव हेल्पलाइन प्रारम्भ करने की पहल के लिये बहुत शुभकामनायें देता हूँ व उनके साथ मिलकर लोगों की समस्यायें दूर करने हेतु तत्पर हूँ |
इस अवसर पर हेल्प यू एजुकेशनल एवं चैरिटेबल ट्रस्ट की कल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वन एवं निष्पादन आंतरिक सलाहकार समिति के सदस्य, श्री अशोक कुमार जायसवाल तथा ट्रस्ट के स्वयंसेवकों की उपस्थिति रही I
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allgyan · 4 years
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चुनावी राजनीति : जब प्रतिद्वंदी को आपकी मजबूरियों और सीमाओं का भान हो –
मोदी -02 का एक वर्ष मई महीने में पूरा हो चूका है | पिछले एक वर्ष का कार्यकाल मोदी सरकार के अपने कोर एजेंडे( धारा-३७० ,मंदिर निर्माण , समान नागरिक सहिंता ) के दो -तिहाई हिस्से को पूरा करने का वर्ष रहा है | धारा 370 और 35A को सरकार ने समाप्त कर दिया और मंदिर निर्माण का रास्ता माननीय उच्चतम न्यायालय ने साफ़ कर दिया |हाल -फ़िलहाल CAA भी चुनौती विहीन दिख रहा है| दिल्ली का ‘ यासीन बाग ‘ हो या प्रयागराज का ‘मंसूर पार्क’ दोनों स्थानों से ‘कोरोना ‘ के चलते आंदोलनकारी हटाए जा चुके है | दिल्ली में तो दिल्ली दंगों और CAA के विरुद्ध प्रदर्शनो के बीच के सम्बन्ध को दिल्ली -पुलिस खंगालने का दावा कर रही है |कुछ एक विपक्षी दलों को छोरकर कोई दल खुलकर CAA के विरोध में अब नहीं आ पा रहा है |
कोविड-19 के मामले में भी जब संक्रमितों की संख्या सैकड़ों में भी नहीं थी तो नोटबंदी की तर्ज़ पर मोदी सरकार एक दिन के नोटिस पर पूर्ण लॉकडाउन करती है | जब संक्रमितों लाखो में पहुंचते है तो अनलॉक की प्रक्रिया शुरू कर देती है | ‘ इक्कीस दिन ‘ कोरोना मुक्ति के लिए मांगने वाली मोदी जी तीन माह पहले ही ले चुके है |…………और लगता है कोविड-19 के साथ जदोजहद अभी और लम्बी चलेगी | चीन के साथ विवाद के सवाल पर अगर ‘ मोदी सरकार ‘ के तर्क को माना भी जाये , की चीन ने धोखा दिया , तो भी मोदी सरकार इस आरोप से बरी नहीं हो जाती की शी जिनपिन के इरादों को समझने में मोदी जी चूक गये| रही बात श्रमिकों , किसानो, छोटे व्यपारियों . कामकाजी लोगों , छात्रों -नवजवानो की तो इस कोरोना काल में इनकी स्थिति के बारे में कहना ही क्या ? इन सब के बावजूद मोदी सरकार अभी भी सशक्त और आशक्त लग रही है |सामाजिक -राजनैतिक वैज्ञानिक क्या इसी वजह से मोदी उभार को ‘ मोदी परिघटना ‘ कहते है | मोदी के चुनावी प्रतिद्वंदी चुनावी क्षेत्र में भी और राजनैतिक बहसों में भी ‘ मोदी ‘ के सामने पस्त दीखते है | चुनावी राजनीती में कई बार ऐसा दीखता है की विपक्षी भले ही चुनाव हार रहे हो किन्तु नैतिक व् वैचारिक स्तर पर सत्ताधारी दल से बीस पड़ते है |किन्तु यहाँ तो स्थिति दूसरी ही दिख रही है |नैतिक और वैचारिक स्तर पर भी विपक्ष के पास लगता है जनता को कुछ देने के लिए बचा ही नहीं है | उदाहरण के लिए मुख्या विपक्षी दल कांग्रेस को ले तो ‘पार्टी ‘ ऐसा लगता है मानो ‘ नेहरू परिवार ‘ की निजी सम्पत्ति हो गयी है | इस बाध्यता को मोदी -शाह की भाजपा खूब अच्छे से समझती है | गाँधी परिवार की रणनीति चार स्तरों पर कार्य करती रही है |
1 – सारा श्रेय आजादी के बाद से गाँधी परिवार को देना यहाँ तक की कांग्रेस के दूसरे प्रधानमंत्रियों – नरसिम्हाराव और मनमोहन सिंह को भी हाशिये पर रखना | 2 – भ्रष्टाचार , भाई -भतीजावाद , बाबरी विध्वंश ये सबकुछ दुसरो ( मनमोहन सिंह ) पर मढ़ने देना और श्रेय ( मनरेगा ) स्वम ( सोनिया गाँधी ) लेते रहना | 3 – पार्टी में राहुल -प्रियंका के वर्चस्व को बनाये रखने के लिए नयी पीढ़ी भले ही वंशवाद आधारित हो , ( सचिन पायलेट , सिंधिया आगे बढ़ने से रोकना | 4 – भ्रष्टाचार , वंशवाद , अवसरवादी साम्प्रदायिक प्रयोग के आरोपों से घिर जाने पर कांग्रेस के बहाने गाँधी परिवार को भारत के विचार ( आईडिया ऑफ़ इंडिया ) और धर्मनिरपेक्षतावाद का एक मात्र रक्षक घोषित करने का प्रयास करना | मोदी -शाह की भाजपा गाँधी परिवार की इस स्थिति को बखूबी समझती है और समझते -भुझते इसका दोहन भी जम के कर रही है | गाँधी -पटेल -बोस -आंबेडकर को छोड़कर ‘ नेहरू ‘ को टारगेट करना हो या फिर राजीव गाँधी को कटघरे में खड़ा करना हो |राहुल गाँधी को ‘युवराज ‘ कह के सम्बोधन भी इसी रणनीति का हिस्सा है इस मामले में दिलचस्प ये है की भाजपा इंदिरा गाँधी को कुछ ज्यादा नहीं कहती क्यों की कुछ मामलो में इंदिरा गाँधी उनकी राजनीती के लिए अनुकूल लगती है |बांग्लादेश की लड़ाई उनमे से एक है |
सोनिया गाँधी का प्रतक्ष्य राजनीती में पर्दापर्ण , गुजरात दंगों , सप्रंग का गठन ये सब लगभग एक कालखंड की घटनाये है | द���श के पैमाने पर मुस्लिम वोटो का ध्रवीकरण कांग्रेस के पक्ष में करने के लिए ताकि दूसरी सेक्युलर क्षेत्रीय पार्टिया में मुसलमान वोट न छिटक जाये , कांग्रेस ने गुजरात दंगों और मोदी -भय को लगातार जीवित रखा |स्वयंसेवी सस्थाओं (NGO ) तरह -२ के प्रकाशनो , मीडिया संस्थानों वैगरह का प्रयोग करके ‘मोदी ‘ को देश के घर -घर में चर्चा का विषय बना डाला | सोनिया गाँधी ने तो मोदी को इतना महत्व दिया की हर बार (२००७, २०१२ ) का गुजरात चुनाव मोदी vs सोनिया ही हो गया | जिसमे हर बार सोनिया गाँधी ही मात खाई और मोदी ने भी इन चुनावो को राष्ट्रीय स्तर के चुनाव ( २०१४) के पहले के क्वार्टर फाइनल और सेमी फाइनल की तरह खूब भुनाया |
अन्ना -आंदोलन , भ्रष्टाचार , भाई -भतिजावाद अराजकता वैगरह के आरोपों से घिरे गाँधी परिवार और कांग्रेस ने फिर से फासिस्ट मोदी , फासीवाद , संघ परिवार वैगरह का रण अलापना खुद से , और अपनी समर्थक संस्थाओं के माध्यम से शुरू कर के मोदी को केंद्र में ला खड़ा किया | भारतीय पूंजीपतियों को ये लग ही रहा था की मोदी जैसा व्यक्ति उनके लिए फिलवक्त गाँधी परिवार से बेहतर साबित होगा बाकि तो सब जानते है | एक दौर था जब आरएसएस , मोदी , आडवाणी वैगरह का भय कांग्रेस और दूसरी क्षेत्रीय दलों के सत्ता में बने रहने की पूर्व शर्त थी , लेकिन अब पैराडाइम ऐसा बदला , की मोदी -शाह के सत्ता में बने रहने के लिए -” गाँधी परिवार “और बाकी वंशवादी दलों का इसी रूप में अस्तित्व में रहना -पूर्व शर्त की तरह हैं|फिर तेजस्वी -अखिलेश -मायावती -राहुल गाँधी जैसे प्रतिद्वंदी मोदी -शाह -आदित्यनाथ आखिर क्यों नहीं चाहेंगे ?
पूरा जानने के लिए -https://bit.ly/3iEG83c
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currentnewsupdates · 2 years
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चीन ने 65 मिलियन को बंद कर दिया, छुट्टियों की यात्रा को हतोत्साहित किया - टाइम्स ऑफ इंडिया
चीन ने 65 मिलियन को बंद कर दिया, छुट्टियों की यात्रा को हतोत्साहित किया – टाइम्स ऑफ इंडिया
बीजिंग: चीन ने अपने 65 मिलियन नागरिकों को सख्त कोविड -19 प्रतिबंधों के तहत बंद कर दिया है और आगामी राष्ट्रीय छुट्टियों के दौरान घरेलू यात्रा को हतोत्साहित कर रहा है। चीनी व्यापार पत्रिका कैक्सिन द्वारा रविवार देर रात प्रकाशित एक टैली के अनुसार, देश भर में, सात प्रांतीय राजधानियों सहित 33 शहर पूर्ण या आंशिक रूप से बंद हैं, जिसमें 65 मिलियन से अधिक लोग शामिल हैं। इसने कहा कि 103 शहरों में प्रकोप की…
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suryyaskiran · 2 years
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सैमसंग आईएफए 2022 में बीस्पोक घरेलू उपकरण प्रदर्शित करेगी
सोल, 22 अगस्त (SK)। सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स ने सोमवार को कहा कि वह आगामी आईएफए 2022 व्यापार शो में उत्पादों की नवीनतम बीस्पोक लाइन प्रदर्शित करेगा, जो सितंबर की शुरुआत में जर्मनी में खुलने के लिए तैयार है। योनहाप की रिपोर्ट के अनुसार, बीस्पोक होम कॉन्सेप्ट सैमसंग द्वारा अनुकूलन योग्य घरेलू उपकरणों के युग में प्रवेश करने का प्रयास है जो प्रौद्योगिकी और कार्यक्षमता से परे हैं और ग्राहकों की व्यक्तिगत जरूरतों और स्वाद को शामिल करते हैं।आईएफए 2022 के दौरान, सैमसंग बीस्पोक परिवार के लिए रसोई के उपकरणों की एक नई श्रेणी, इनफिनिट लाइन का प्रदर्शन करेगी। इसे दिसंबर में यूरोप में लॉन्च करने की योजना है।सैमसंग की हाई-एंड बिल्ट-इन किचन अप्लायंस लाइन, शेफ कलेक्शन को बदलने के लिए बीस्पोक के इनफिनिटी के प्रीमियम लाइनअप का इस साल की शुरुआत में दक्षिण कोरिया में अनावरण किया गया था।कंपनी ने कहा, बीस्पोक इनफिनिटी में वॉल ओवन, कुकटॉप्स, डिशवॉशर, एक स्मार्ट हुड सिस्टम और स्टेनलेस स्टील और सिरेमिक जैसी टाइमलेस सामग्री से बने रेफ्रिजरेटर का एक प्रीमियम पूर्ण सूट है, जो टिकाऊ और स्टाइलिश दोनों हैं।सैमसंग ने पहली बार 2020 में बीस्पोक लाइन को यूरोपीय बाजार में लाया और अब वे 20 से अधिक यूरोपीय देशों में उपलब्ध हैं।आईएफए ट्रेड शो कोविड-19 महामारी के कारण तीन साल में पहली बार पूरी तरह से व्यक्तिगत रूप से होगा।/एसजीके Read the full article
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mwsnewshindi · 2 years
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उच्च कोविड -19 अलर्ट के बीच शंघाई ने कुछ सार्वजनिक परिवहन को फिर से खोल दिया
उच्च कोविड -19 अलर्ट के बीच शंघाई ने कुछ सार्वजनिक परिवहन को फिर से खोल दिया
शंघाई लगभग दो महीने तक कुछ लाइनें बंद रहने के बाद रविवार को दुनिया की सबसे लंबी मेट्रो प्रणाली के एक छोटे से हिस्से को फिर से खोल दिया गया, क्योंकि शहर अपने दर्द को और अधिक पूर्ण रूप से उठाने का मार्ग प्रशस्त करता है। कोविड-19 अगले हफ्ते लॉकडाउन। अधिकांश निवासियों को अपने घर छोड़ने की अनुमति नहीं है और प्रतिबंध चीन के सबसे अधिक आबादी वाले शहर के कुछ हिस्सों में रविवार तड़के यात्रियों को यात्रा…
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lok-shakti · 2 years
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शंघाई ने महीनों लंबे कोविड लॉकडाउन के बाद कुछ सार्वजनिक परिवहन को फिर से खोल दिया
शंघाई ने महीनों लंबे कोविड लॉकडाउन के बाद कुछ सार्वजनिक परिवहन को फिर से खोल दिया
लगभग दो महीने तक कुछ लाइनें बंद रहने के बाद शंघाई ने दुनिया की सबसे लंबी मेट्रो प्रणाली के एक छोटे से हिस्से को फिर से खोल दिया है, क्योंकि शहर अगले सप्ताह अपने कोविड -19 लॉकडाउन को और अधिक पूर्ण रूप से उठाने का मार्ग प्रशस्त करता है। अधिकांश निवासियों को अपने घरों को छोड़ने की अनुमति नहीं है और चीन के सबसे अधिक आबादी वाले शहर के कुछ हिस्सों में प्रतिबंध कड़े हैं, रविवार की सुबह यात्रियों को…
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sareideas · 2 years
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डीपीआर कोरिया में कोविड-19 के प्रकोप से डब्ल्यूएचओ 'चिंतित', पूर्ण समर्थन दोहराया |
डीपीआर कोरिया में कोविड-19 के प्रकोप से डब्ल्यूएचओ ‘चिंतित’, पूर्ण समर्थन दोहराया |
एक बयान में, डब्ल्यूएचओ ने “मौत और बुखार से पीड़ित लोगों की बड़ी संख्या” पर ध्यान दिया, जैसा कि आधिकारिक समाचार एजेंसी केसीएनए द्वारा डीपीआरके के लिए रिपोर्ट किया गया था – जिसे आमतौर पर उत्तर कोरिया के रूप में जाना जाता है – लेकिन कहा कि वे अभी भी सूचना का इंतजार कर रहे हैं अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य विनियम राष्ट्रीय केंद्र बिंदु, की सीमा और गंभीरता के विषय में पहला आधिकारिक तौर पर दर्ज किया गया…
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newskey21 · 2 years
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2023 हॉकी विश्व कप की तैयारी सुचारू रूप से चल रही है: अमित रोहिदास
2023 हॉकी विश्व कप की तैयारी सुचारू रूप से चल रही है: अमित रोहिदास
भुवनेश्वर और राउरकेला में एफआईएच ओडिशा हॉकी पुरुष विश्व कप के लिए जाने के लिए ठीक 250 दिनों के साथ, भारत के हॉकी दिग्गज अमित रोहिदास ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम को बाधित करने वाले कोविड -19 के बावजूद टीम की तैयारी ‘सुचारु रूप से’ चल रही थी। भारत 13-29 जनवरी तक शोपीस हॉकी इवेंट की मेजबानी करेगा, जिसमें दुनिया की शीर्ष -16 टीमें ट्रॉफी के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगी। आईपीएल 2022- पूर्ण कवरेज |…
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️ कोरोना️ कोरोना️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️
टैगकली और बंदीगोभी, केल और ब्राय्ल्स कीटाणुओं. कंट्रोल सेन्टर के फ़ीट में फिट होने के बाद रोगी के रोग के मामले में ‘सल्फा फ़ॉन्फ़ैटे’ प्रभाव प्रभावी होता है। यह रसायन रासायनिक रूप से होता है। रसायन विज्ञान संचारक और बंदगोभी, केल और"टेक्स्ट-एलाइन: जस्टिफाई;"> नेचर खराब संचार में रिकॉर्ड की गई रिपोर्ट के हिसाब से, ने टेस्ट के वैस्वास्थ्य सुंदरी सेरी सिथ डेंटिक ‘सल्फोरा’ लिखा। वे ‘सल्फराफेन्स’ को…
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ashokgehlotofficial · 2 years
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प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर जनहित में जल जीवन मिशन को पूरा करने की समय सीमा 31 मार्च, 2026 तक बढ़ाए जाने का अनुरोध किया है।
मिशन के शुरूआती दिनों में मार्च 2020 से जुलाई 2020 तक कोविड-19 महामारी के चलते लॉकडाउन के कारण जल जीवन मिशन की गति काफी धीमी रही। इसके बाद वर्ष 2021 में भी कोविडजन्य परिस्थितियों के कारण मार्च 2021 से जुलाई 2021 तक मिशन के कार्य आंशिक रूप से बाधित रहे।
पत्र में लिखा है कि पूरे देश में चल रहे मिशन के कार्यों के कारण परियोजना के घटकों की मांग में काफी वृद्धि हुई है। विशेष रूप से स्टील, डीआई एवं एचडीपीई पाइपों की मांग तेजी से बढ़ी है। इसके परिणामस्वरूप घटकों की आपूर्ति में अस्थिरता आई है, इस कारण से भी जल जीवन मिशन की परियोजनाओं की प्रगति धीमी हुई है। राजस्थान क्षेत्रफल की दृष्टि से देश में सबसे बड़ा राज्य है और यहां की अतिविषम भौगोलिक परिस्थिति एवं छितराई हुई बसावट है। प्रदेश का दो-तिहाई हिस्सा मरूस्थलीय है तथा दक्षिण में पहाड़ी क्षेत्र है। ऐसे कठिन इलाकों के लिए परियोजनाओं की समय-सीमा पूर्व में 30 से 48 माह थी, परन्तु अब इसे घटाकर 12 से 24 माह कर दिया ग���ा है। इस कारण लक्ष्य को हासिल करना और भी चुनौतीपूर्ण हो गया है।
पत्र के माध्यम से अवगत कराया है कि बारां, झालावाड़ एवं कोटा की परवन अकावद जलापूर्ति परियोजना, बाड़मेर जिले में नर्मदा नहर आधारित परियोजना के लिए राजस्थान ग्रामीण जलापूर्ति और फ्लोरोसिस शमन परियोजना (चरण-द्वितीय), झुन्झुनूं जिले के आईजीएमसी आधारित (सीपी-प्रथम) सूरजगढ़ और उदयपुरवाटी को नल द्वारा जल उपलब्ध करवाने हेतु योजना, जिला चित्तौड़गढ़ के 648 गांवों को चम्बल नदी से पेयजल आपूर्ति की परियोजना, ईसरदा-दौसा पेयजल जलापूर्ति परियोजना, नौनेरा जलापूर्ति परियोजना, चम्बल नदी से जलापूर्ति योजना जैसी वृहद् परियोजनाओं का कार्य 24 माह में पूर्ण होने की संभावना बहुत कम है।
रूस तथा यूक्रेन से युद्ध के कारण कई वस्तुओं के दाम में भी अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। इससे कार्यों के क्रियान्वयन में भी कठिनाइयां आ रही है। इन सब स्थितियों के दृष्टिगत प्रधानमंत्री से जल जीवन मिशन की समय-सीमा को 31 मार्च, 2026 तक बढ़ाए जाने का अनुरोध किया है, ताकि इस मिशन का लाभ प्रत्येक परिवार को मिल सके।
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sharpbharat · 3 years
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jamshedpur- rural-peace-committee- चाकुलिया थाना में रामनवमी और रमजान को लेकर हुई शांति समिति की बैठक, नियमों का पालन कर निकालें अखाड़ा जुलूस
jamshedpur- rural-peace-committee- चाकुलिया थाना में रामनवमी और रमजान को लेकर हुई शांति समिति की बैठक, नियमों का पालन कर निकालें अखाड़ा जुलूस
चाकुलिया: चाकुलिया थाना परिसर में सोमवार को शांति समिति की बैठक नगर पंचायत की अध्यक्ष संध्या रानी सरदार की अध्यक्षता में हुई. बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में घाटशिला के अनुमंडल पदाधिकारी सत्यवीर रजक उपस्थित थे. बैठक को संबोधित करते हुए एसडीओ सत्यवीर रजक ने कहा कि कोविड 19 के बाद पहली बार सभी जुलूस निकाल रहे हैं,सरकार द्वारा पारित गाइड लाइन और नियमों का पालन कर आपसी सौहार्द पूर्ण ढंग से पर्व को…
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divyabhashkar · 3 years
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न्यूजीलैंड के मार्क चैपमैन ने नीदरलैंड श्रृंखला से पहले कोविड का परीक्षण सकारात्मक किया
न्यूजीलैंड के मार्क चैपमैन ने नीदरलैंड श्रृंखला से पहले कोविड का परीक्षण सकारात्मक किया
नीदरलैंड के खिलाफ तीन मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला शुरू होने से पहले न्यूजीलैंड को झटका लगा, जिसमें ऑलराउंडर मार्क चैपमैन का कोविड -19 वायरस के लिए सकारात्मक परीक्षण किया गया। ऑकलैंड के बल्लेबाज जॉर्ज वर्कर को प्रतिस्थापन के रूप में बुलाया गया है और मंगलवार को पहले वनडे के लिए नेट्स के लिए समय पर सोमवार को टीम में शामिल होंगे। आईपीएल पूर्ण कवरेज | अनुसूची | परिणाम | ऑरेंज कैप | बैंगनी टोपी चैपमैन,…
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airnews-arngbad · 3 years
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Regional Marathi Text Bulletin, Aurangabad Date – 05 March 2022 Time 18.10 to 18.20 Language Marathi
आकाशवाणी औरंगाबाद
प्रादेशिक बातम्या
दिनांक – ०५ मार्च २०२२ सायंकाळी ६.१०
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कोरोना विषाणूचं ओमायक्रॉन हे नवं रूप चिंताजनक आहे. आम्ही सर्व श्रोत्यांना खबरदारीचं, आणि १५ ते १८ वर्षातल्या सर्व मुलांसह इतरांना कोविड प्रतिबंधक लस घेण्यात मदत करण्याचं आवाहन करत आहोत. सुरक्षित राहण्यासाठी कृपया चार साध्या उपायांचं पालन करा. कोविड लसीकरण पूर्ण करा, मास्क वापरा, दोन मीटर अंतर राखा आणि हात तसंच चेहरा स्वच्छ ठेवा. कोविड संबंधी अधिक माहिती आणि मार्गदर्शनासाठी राष्ट्रीय हेल्पलाईन क्रमांक ०११ - २३ ९७ ८० ४६ आणि १ ० ७ ५ वर संपर्क करा.
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·      युक्रेनमधल्या युद्धामुळे वैद्यकीय पदवीधरांची अपूर्ण राहिलेली इंटर्नशिप भारतात पूर्ण करण्याची संधी.
·      ऑपरेशन गंगा अंतर्गत आतापर्यंत ११ हजार भारतीय यूक्रेनमधून मायदेशी दाखल.
·      जी. ए. सॉफ्टवेअरसह कंपनीचा राज्य शासनाकडून कायमस्वरूपी काळ्या यादीत समावेश.
·      औरंगाबाद इथं आठव्या पक्षी महोत्सवाला प्रारंभ.
आणि
·      श्रीलंकेविरुद्धच्या पहिल्या कसोटीत भारताचा पहिला डाव ५७४ धावांवर घोषित.
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युक्रेनमधे उद्भवलेल्या युद्ध परिस्थितीमुळे इंटर्नशिप म्हणजेच आंतरवासिता सेवा अर्धवट सोडावी लागलेल्या वैद्यकीय पदवीधरांना ती भारतात पूर्ण करण्याची संधी मिळणार आहे. राष्ट्रीय वैद्यकीय आयोगानं याबाबत पत्रक जारी केलं. परदेशात वैद्यकीय पदवी मिळालेल्या अनेकांना युद्धस्थिती अथवा कोविड प्रादुर्भाव या अपरिहार्य कारणांमुळे इंटर्नशिप पूर्ण करता आलेली नाही. निवासी सेवेचा उर्वरित कालावधी भारतात पूर्ण करण्याचा अर्ज त्यांनी केल्यास तो ग्राह्य मानण्यात येईल. अर्ज करणाऱ्या विद्यार्थ्यांनी पदवी परीक्षा उत्तीर्ण केली असल्याची खातरजमा करुन, राज्यांच्या वैद्यकीय मंडळांनी पुढची कारवाई करावी असं आयोगाने स्पष्ट केलं आहे.
दरम्यान, युक्रेनहून अर्धवट वैद्यकीय शिक्षण सोडून आलेल्या महाराष्ट्रातल्या विद्यार्थ्यांची प्राथमिक माहिती संकलित करण्यास आरोग्य विज्ञान विद्यापीठाने सुरुवात केली आहे, विद्यापीठाच्या कुलगुरू डॉ.माधुरी कानिटकर यांनी याबाबत आज माहिती दिली. विद्यापीठाच्या नुकत्याच झालेल्या दीक्षांत सोहोळ्यात वैद्यकीय शिक्षण मंत्री अमित देशमुख यांनीही यासंदर्भात विद्यापीठाला सूचना केली होती.
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ऑपरेशन गंगा अंतर्गत आतापर्यंत सुमारे ११ हजार भारतीयांना युद्धग्रस्त यूक्रेनमधून सुरक्षित बाहेर काढण्यात आलं आहे. परराष्ट्र राज्यमंत्री व्ही. मुरलीधरन यांनी आज सकाळी केलेल्या ट्विटमध्ये भारतीय मोहीम, विविध देशांची सरकारं आणि स्वयंसेवकांनी ऑपरेशन गंगामध्ये सतत पाठिंबा दिल्याबद्दल त्यांचे आभार मानले. आतापर्यंत २० हजाराहून अधिक भारतीयांनी युक्रेनच्या सीमा ओलांडल्या आहेत. गेल्या २४ तासात सुमारे चार हजार भारतीयांना घेऊन १८ विमानं भारतात दाखल झाली आहेत असं परराष्ट्र मंत्रालयाचे प्रवक्ते अरिंदम बागची यांनी सांगितलं. पुढच्या २४ तासांत १६ उड्डाण होणार असल्याची माहिती बागची यांनी दिली.
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धुळे शहरातल्या इतिहासाचार्य वि. का. राजवाडे संशोधन मंडळाच्या संशोधक त्रैमासिकाचा विद्यापीठ अनुदान आयोगाने यूजीसीच्या केअर यादीत समावेश केला आहे. मंडळाचे कार्याध्यक्ष संजय मुंदडा यांनी आज राजवाडे वस्तुसंग्रहालयात पत्रकार परिषदेत ही माहिती दिली. संशोधक त्रैमासिकात प्रसिद्ध होणाऱ्या शोधनिबंधांना आता आंतरराष्ट्रीय दर्जा आणि व्यासपीठ लाभणार असून, ही गौरवास्पद बाब असल्याचं मुंदडा म्हणाले.
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पदभरतीतल्या निष्काळजीपणामुळे महाराष्ट्र राज्य गृहनिर्माण आणि क्षेत्रविकास प्राधिकरण म्हाडाच्या बदनामी प्रकरणी जी. ए. सॉफ्टवेअरसह तिच्या संचालकांना राज्य शासनाने कायमस्वरूपी काळ्या यादीत टाकलं आहे. राज्य शासनाच्या कार्यासन अधिकारी अदिती लेंभे यांनी हा निर्णय जाहीर केला. म्हाडाची परीक्षा घोटाळा एमपीएससी समन्वय समितीने उघडकीस आणल्यानंतर जीए सॉफ्टवेअरचा संचालक प्रीतेश देशमुख याला अटक करण्यात आली होती. त्यानंतर शिक्षक पात्रता परीक्षा टीईटी आणि इतर घोटाळे उघडकीस आले होते. जीए सॉफ्टवेअर या कंपनीला काळ्या यादीत टाकण्याची मागणी सातत्याने होत होती.
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जळगाव इथल्या कवयित्री बहिणाबाई चौधरी उत्तर महाराष्ट्र विद्यापीठाच्या कुलगुरूपदी डॉ विजय लक्ष्मीनारायण माहेश्वरी यांची नियुक्ती करण्यात आली आहे. राज्यपाल तथा विद्यापीठाचे कुलपती भगतसिंह कोश्यारी यांनी आज डॉ. माहेश्वरी यांची नियुक्ती जाहीर केली आहे. डॉ माहेश्वरी याच विद्यापीठात जैवरसायनशास्त्र विभाग प्रमुख म्हणून कार्यरत आहेत. प्रदीप पाटील यांनी दिलेल्या राजीनाम्यामुळे हे कुलगुरुपद रिक्त झालं होतं.  
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परभणी जिल्ह्यात कोव्हिड 19 मुळे निधन झालेल्या व्यक्तींच्या निकटच्या नातेवाईकास ५० हजार रुपये सानुग्रह सहाय्यासाठी प्राप्त अर्जांवर येत्या मंगळवारी आठ तारखेला जिल्हाधिकारी कार्यालयात सुनावणी घेण्यात येणार आहे. ज्यांचे अर्ज अपात्र किंवा नामंजूर करण्यात आले आहेत, त्यांनी सर्व मूळ कागदपत्रासह सदर सुनावणीस उपस्थित राहण्याचं आवाहन प्रशासनानं केलं आहे.
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जायकवाडी प्रकल्प हा लवकरच शासनाच्या रामसार योजनेमध्ये समाविष्ट होण्याची शक्यता, वनविभागाचे मुख्य वनसंरक्षक सत्यजित गुजर यांनी वर्तवली आहे. औरंगाबाद इथं आठव्या पक्षी महोत्सवाचं उद्घाटन गुजर यांच्या हस्ते आज झालं, त्यावेळी ते बोलत होते. यासाठीची सर्व प्रक्रिया जवळपास पूर्ण करण्यात आली असून, हा प्रकल्प रामसार योजनेत समाविष्ट झाल्यास त्याला आंतरराष्ट्रीय दर्जा तसंच आंतरराष्ट्रीय स्तरावरून विकासासाठी निधीही मिळू शकेल. तसंच आंतरराष्ट्रीय शास्त्रज्ञांच्या या क्षेत्रातील ज्ञानाचा लाभ मिळू शकेल, असं गुजर म्हणाले.
उद्घाटनानंतर वेद जहागिरदार यांनी डॉ. दिलीप यार्दी आणि किशोर गठडी या पक्षीमित्रांची प्रकट मुलाखत घेतली. जैव साखळी टिकून राहण्यासाठी पक्षी हा घटक अत्यंत महत्त्वाचा असून त्यांचे जगणे मानवासाठी अत्यंत आवश्यक असल्याचं मत या दोन्ही तज्ज्ञांनी व्यक्त केलं.
शहरातल्या तापडिया नाट्य मंदिरात सुरू असलेल्या या महोत्सवात पक्षी छायाचित्र प्रदर्शन भरवण��यात आलं असून, उद्या सकाळी जायकवाडी परिसरात पक्षी निरीक्षण केलं जाणार आहे.
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भारत आणि श्रीलंकादरम्यान मोहाली इथं सुरू असलेल्या पहिल्या क्रिकेट कसोटी सामन्याच्या आज दुसऱ्या दिवशी, भारताने ८ गडी बाद ५७४ धावांवर आपला पहिला डाव घोषित केला. रविंद्र जडेजा १७५ तर मोहंमद शमी २० धावांवर नाबाद राहीले. आजचा खेळ थांबला तेव्हा श्रीलंकेच्या ४ बाद १०८ धावा झाल्या आहेत.
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परभणी शहरासह ग्रामीण भागात इयत्ता दहावीसह बारावीच्या परीक्षांच्या पार्श्‍वभूमीवर वीज वितरण कंपनीने वीज पुरवठा खंडीत करु नये, अशी सूचना शिवसेनेचे खासदार संजय जाधव यांनी वीज वितरण कंपनीच्या अधिक्षक अभियंत्यांना केली आहे. या संदर्भात आपण मुख्यमंत्री कार्यालयाशी चर्चा करणार आहोत, असं स्पष्ट करत कंपनीच्या अधिकाऱ्यांनी परीक्षा संपल्यानंतर मोहिम राबवावी, असंही जाधव म्हणाले.
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shahar-e-aman · 3 years
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प्रेक्षकगणों एवं जिला निर्वाचन अधिकारी ने विधान सभा सामान्य निर्वाचन-2022 की तैयारियों की समीक्षा की मतदान केन्द्रों पर सभी मूलभूत सुविधाओं सहित अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं रहे सुनिश्चित वितरित किए जा रहे वोटर स्लिप, वोटर गाइड लाइन के कार्य को शीघ्रता से पूर्ण कराने के दिए निर्देश प्रयागराज: मा0 प्रेक्षकगणों तथा जिला निर्वाचन अधिकारी/जिलाधिकारी श्री संजय कुमार खत्री ने शनिवार को संगम सभागार में विधान सभा सामान्य निर्वाचन-2022 की तैयारियों की समीक्षा करते हुए सभी सम्बंधित अधिकारियों को पूरी तन्मयता एवं कुशलता के साथ अपने दायित्वों का निर्वाहन करने के लिए कहा है। मा0 निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों का शत-प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित करते हुए चुनाव को स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं पारदर्शी ढंग से सम्पन्न कराये जाने के लिए कहा है। बैठक में मतदान केन्द्रों पर सभी मूलभूत सुविधाओं की सुनिश्चितता बनाये रखने का निर्देश दिया है। कहा गया कि जहां पर भी कुछ छोटो-मोटी कमियां यदि रह गई हो, तो उनको समय से पूरा करा लिया जाये। बैठक में जिला निर्वाचन अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि मतदान दिवस को उत्सव के रूप में मनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि 23 फरवरी से ही स्कूलों, बैंको, चैराहों को सजाया जायेगा। उन्होंने बताया कि मतदाता जागरूकता के लिए निरंतर कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है। बैठक में बीएलओ के माध्यम से वितरित किए जा रहे वोटर स्लिप तथा वोटर गाइड लाइन एवं मतदाताओं के पहचान पत्र वितरण कार्य को शीघ्रता से पूर्ण कराये जाने का निर्देश दिया गया। बैठक में मतदान केन्द्रों पर कोविड-19 की गाइड लाइन का अनिवार्य रूप से पालन किये जाने हेतु सभी आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित किये जाने के लिए कहा गया है। बूथों पर थर्मल स्कैनर तथा पोलिंग पार्टियों के पास मेडिकल किट की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कहें जाने पर मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि मेडिकल किट की व्यवस्था सुनिश्चित करा ली गयी है। एफएसटी/एसएसटी सहित अन्य निगरानी टीमों को निरंतर भ्रमणशील रहकर प्रभावी कार्रवाई करने के लिए कहा गया है। प्राप्त होने वाली शिकायतों को समय से निस्तारित किये जाने के लिए कहा गया। आदर्श आचार संहिता का कड़ाई से पालन करने के लिए भी निर्देशित किया गया। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी श्री शिपू गिरि, उप जिला निर्वाचन अधिकारी-श्री हर्षदेव पाण्डेय, मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ0 नानक सरन, मुख्य राजस्व अधिकारी, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व सहित अन्य सभी सम्बंधित विभागों के प्रभारी/नोडल अधिकारीगण उपस्थित रहे। https://www.instagram.com/p/CaKkCNvv3YC/?utm_medium=tumblr
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republicdayz-blog · 3 years
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गणतंत्र दिवस 2022: 26 जनवरी को क्यों चुना गया, महत्व और उत्सव का इतिहास
हर साल, भारत तीन सार्वजनिक समारोहों की सराहना करता है: 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस, 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस और 2 अक्टूबर को गांधी जयंती।
हर साल, भारत तीन सार्वजनिक समारोहों की सराहना करता है: 26 Jan Kyu Manaya Jata Hai , 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस और 2 अक्टूबर को गांधी जयंती।
राष्ट्र बुधवार को अपने 73वें गणतंत्र दिवस की सराहना करेगा, लेकिन COVID-19 महामारी को ध्यान में रखते हुए कुछ बदलावों के आलोक में।
हम गणतंत्र दिवस की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि, इसके महत्व और हम इसकी प्रशंसा क्यों करते हैं, इसकी खोज कैसे करते हैं:
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 हम 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस क्यों मनाते हैं
इस तथ्य के बावजूद कि भारत ने 15 अगस्त, 1947 को स्वायत्तता हासिल कर ली थी, इसके नियम अभी तक भारत सरकार अधिनियम 1935 के सीमांत के मद्देनजर थे।
19 अगस्त, 1947 को, मसौदा समिति की व्यवस्था के लिए एक लक्ष्य पेश किया गया था जो एक संविधान का मसौदा तैयार करने के लिए भरोसेमंद था। डॉ बीआर अंबेडकर को इसके प्रशासक के रूप में चुना गया था।
26 जनवरी 1950 को, भारत सरकार अधिनियम (1935) की जगह लेते हुए, भारत का संविधान प्रभावी हो गया। अपने स्वयं के संविधान को अपनाकर, भारत 26 जनवरी को एक गणतंत्र में बदल गया।
उस दिन, डॉ राजेंद्र प्रसाद ने भारत के राष्ट्रपति के रूप में अपना प्रारंभिक कार्यकाल शुरू किया और संविधान सभा नए संविधान की क्षणिक व्यवस्था के तहत भारत की संसद में बदल गई।
15 अगस्त, 1947 को भारत के ब्रिटिश शासन से मुक्त होने से पहले, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) ने 26 जनवरी, 1930 को "पूर्ण स्वराज" या पूर्ण स्व-शासन की घोषणा की।
जबकि भारत 15 अगस्त, 1947 को स्वतंत्र था, यह भारत सरकार अधिनियम 1935 के अनुसार पूरे समय देखरेख कर रहा था। 26 जनवरी, 1950 को संविधान के स्वागत के साथ ही यह एक गणतंत्र और पूरी तरह से आत्म-प्रधान बन गया।
 गणतंत्र दिवस की कैसे होती है तारीफ
गणतंत्र दिवस के उत्सव 24 जनवरी से शुरू होते हैं। बहरहाल, इस साल इसकी शुरुआत एक दिन पहले 'पराक्रम दिवस' के साथ हुई, जो नेताजी सुभाष चंद्र बोस का जन्मोत्सव है।
 राष्ट्रपति गणतंत्र दिवस से ठीक पहले देश का रुख करते हैं।
गणतंत्र दिवस का मुख्य उत्सव वर्ष के सबसे बड़े और सबसे महत्वपूर्ण जुलूसों के साथ शुरू होने से पहले, राज्य प्रमुख अमर जवान ज्योति पर एक वनस्पति माल्यार्पण करते हैं, जो भारत के शहीद सेनानियों की सराहना करने के लिए दो मिनट के मौन के बाद होता है।
राष्ट्रपति, राज्य के शीर्ष नेता और केंद्रीय आगंतुक के मंच पर पहुंचने के बाद, राष्ट्रगान जन गण मन बजाया जाता है।
 तोपखाने की भारतीय सेना रेजिमेंट, उस समय, 21-हथियारों की सलामी देती है।
राष्ट्रपति उस समय, अशोक चक्र और कीर्ति चक्र जैसे महत्वपूर्ण सम्मान प्रदान करते हैं, जो सेना के व्यक्तियों को क्षेत्र में उनके असाधारण पराक्रम के लिए होते हैं और इसके अलावा सामान्य लोग जिन्होंने विभिन्न परिस्थितियों में निडरता के अपने विभिन्न प्रदर्शनों से खुद को अलग कर लिया है, या तो सैन्य, गैर सैन्य कर्मियों या आपदा की स्थितियों में।
इसके पीछे जुलूस निकलता है, जो राष्ट्रपति भवन के प्रवेश द्वार से शुरू होता है और राजपथ, इंडिया गेट से होते हुए लाल किले तक जाता है। जो भी हो, कोविड-19 के कारण, यह इस साल केवल नेशनल स्टेडियम तक जाएगा।
यह जुलूस भारतीय सेना, नौसेना और वायु सेना की विभिन्न रेजीमेंटों के साथ भारत की सुरक्षा क्षमता, सामाजिक और सामाजिक विरासत को दर्शाता है और उनके समूह वॉक पास्ट करते हैं।
राष्ट्रपति, जो भारतीय सशस्त्र बलों के कमांडर-इन-चीफ की तलहटी पर भी मजबूती से खड़ा होता है, शक्तियों द्वारा सलामी दी जाती है।
विभिन्न अर्ध-सैन्य शक्तियों और पुलिस शक्तियों के दल भी इसी तरह काफिले में भाग लेते हैं।
जुलूस में सशस्त्र बलों की बाइक इकाइयों और सामान्य सुरक्षा व्यवस्थाओं द्वारा एड्रेनालाईन जंकी क्रूजर सवारी क्षमताओं का प्रदर्शन भी शामिल है। भारतीय वायु सेना के विमानों और हेलीकॉप्टरों का फ्लाईपास्ट भी दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देता है।
अलग-अलग राज्यों के ज्वलंत दृश्य अर्थात् उनके समाज भी गणतंत्र दिवस उत्सव के लिए आवश्यक हैं। दृश्य विभिन्न राज्यों के सत्यापन योग्य अवसरों, विरासत, संस्कृति, सुधार परियोजनाओं और प्राकृतिक जीवन को संबोधित करते हैं।
29 जनवरी को बीटिंग रिट्रीट के साथ गणतंत्र दिवस समारोह का समापन हुआ।
बीटिंग रिट्रीट सेना के तीन अंगों - थल सेना, नौसेना और वायु सेना के समूहों द्वारा किया जाता है।
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