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COVID-19: पहले से खतरनाक हुआ कोरोना, प्रोटेक्शन के लिए अब सिंगल नहीं डबल मास्क लगाएं
COVID-19: पहले से खतरनाक हुआ कोरोना, प्रोटेक्शन के लिए अब सिंगल नहीं डबल मास्क लगाएं
COVID-19: पहले से खतरनाक हुआ कोरोना, प्रोटेक्शन के लिए अब सिंघल डबल डबल फेस नहीं मिलेगा। Source link
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#कोरोना म्यूटेंट#कोरोनावायरस की रोकथाम के लिए दोहरा मास्किंग कितना प्रभावी है#कोरोनावायरस जो वायरस को रोकने के लिए सबसे अच्छा है#कोरोनावायरस नवीनतम अद्यतन भारत#कोरोनावायरस पर नए शोध#कोरोनोवायरस के लिए ट्रिपल म्यूटेंट क्या है#कोविद 19 का दोहरा उत्परिवर्तन क्या है#डबल मास्किंग
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कोरोनावायरस के कारण कई लोग घर से काम कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें वायरस चेन को तोड़ने के लिए वर्क फ्रॉम होम दिया गया है। यह प्रोफेशनल दुनिया का एक हिस्सा है। दूसरे हिस्से में वे लोग हैं, जिन्हें कंपनी ने नुकसान के कारण नौकरी से निकाल दिया है या अनिश्चितकाल के लिए छुट्टी पर भेज दिया है। दोनों घर में हैं, लेकिन हाल एक दम अलग हैं। नौकरी गंवा देने मनोबल तोड़ देने वाला होता है। कई लोग परिवार और आर्थिक हिस्से की चिंता में मानसिक तौर पर परेशान हो जाते हैं।
सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (CMIE) के अनुसार, भारत में दिसंबर 2019 में बेरोजगारी दर 7.60% थी। यह मार्च 2020 में बढ़कर 8.75% पर पहुंच गई। जबकि, अप्रैल 2020 में यह आंकड़ा 23.52% था। हालांकि, अगस्त 2020 में यह कम होकर 8.35% पर आ गई थी। इसके बाद भी ऐसे कई लोग हैं जो काम पर दोबारा वापस नहीं जा पाए। डॉयचे वेले की एक खबर के अनुसार, एक्सपर्ट्स का मानना है भारत को बेरोजगारी संकट से उबरने में लंबा वक्त लगेगा।
टिप्स, जो आपको मानसिक तौर पर तैयार करेंगी राजस्थान के उदयपुर स्थित गीतांजलि हॉस्पिटल में एसोसिएट प्रोफेसर और साइकोलॉजिस्ट डॉक्टर शिखा शर्मा कहती हैं कि सबसे जरूरी है समय। यह कभी रुकता नहीं है। हमें समय से घबराना नहीं है। खुद को तैयार करो। डॉक्टर शर्मा से जानें, कैसे रखें खुद को शांत।
शांत रहें: अपने आप को रिलेक्स रखने की कोशिश करें, क्योंकि नौकरी की परेशानियों के कारण नेगेटिविटी बहुत बढ़ जाती है। जॉब की वजह से आर्थिक परेशानियां आ जाती हैं, फैमिली प्रॉब्लम्स शुरू हो जाती हैं। इसकी वजह से स्ट्रेस हो जाता है।
सकारात्मक रहें: पॉजिटिव रहें और सकारात्मक चीजें पढ़ें।
कोई भी काम छोटा नहीं होता: बुरे हालात में किसी भी काम को छोटा बड़ा न समझें। अपनी परेशानी को लेकर थोड़ा विचार करें। इससे हो सकता है कि भविष्य और बेहतर हो जाए। जो चीज आप आजीविका के लिए कर सकते हैं करें, ताकि कमाने की चिंता कम हो।
स्वास्थ्य का ख्याल: मानसिक तौर पर हो रही परेशानी को सेहत बिगड़ने का कारण न बनने दें। खुद को शांत रखने, स्वस्थ रहने के लिए पूरी नींद और संतुलित डाइट लें। डाइजेशन बिगड़ने से आपका फोकस गोल के बजाए हेल्थ पर शिफ्ट हो जाता है। इसके बाद स्ट्रेस बढ़ता है। तनाव का सीधा असर हमारे दिल, पाचन और रेस्पिरेटरी पर पड़ता है।
अकेले न रहें: ऐसे वक्त में व्यक्ति स्ट्रेस का शि���ार जल्दी हो जाता है। कोशिश करें कि ज्यादा से ज्यादा वक्त परिवार के साथ बिताएं। इससे आपको मानसिक तौर पर मजबूती मिलेगी। स्ट्रेस नहीं हो पाएगा।
डॉक्टर शर्मा ने बताया कि उनके एक परिचित पहले कंप्यूटर ऑपरेटर का काम करते थे, लेकिन बुरे दौर से गुजर रही कंपनी ने उन्हें नौकरी से निकाल दिया। इसके बाद वे स्ट्रेस में आ गए, लेकिन उन्होंने खुद को संभाला और सरकार की योजनाओं का फायदा उठाकर सब्जियों का काम शुरू कर दिया है। वे अब केवल बिजनेस ही करना चाहते हैं।
आर्थिक मोर्चे पर खुद को कैसे तैयार करें एक्सपर्ट्स बताते हैं कि अगर आपने महामारी के दौर में अपना बिजनेस या नौकरी गंवा दी है और आपके पास सेविंग्स हैं तो उसका सही इस्तेमाल ही एकमात्र रास्ता है। अपनी सेविंग्स को ध्यान से खर्च करना बेहद जरूरी है।
जरूरी खर्चे: एक्सपर्ट्स इस दौरान किसी भी गैर जरूरी खर्च को रोकने की सलाह देते हैं, क्योंकि जब तक आप कोई काम दोबारा शुरू नहीं कर देते, तब तक आपके पास सेविंग्स ही एकमात्र सहारा है। ऐसे में पहली प्राथमिकता भोजन और हेल्थ को दें।
गलत फैसले न लें: नौकरी जाने के बाद कई बार हम गलत फैसले ले लेते हैं। थोड़ा विचार करें और अनुमान लगाएं कि आपकी बेरोजगारी का दौर कब तक चल सकता है। जल्दबाजी में आकर अपने जमा पूंजी को खर्च न करें। अगर आप समझ नहीं पा रहे हैं तो किसी आर्थिक सलाहकार की मदद लें।
उधारियों पर गौर करें: इस हिस्से पर गौर करना जरूरी है। ध्यान से देखें कि आपको किसे कितना रुपया चुकाना है। ऐसा करने से आप दूसरे जरूरी खर्चों की जानकारी भी रख पाएंगे और सेविंग्स का अनुमान लगा पाएंगे। अगर आप पूरी प्लानिंग के साथ अपनी उधारियां चुकाते हैं तो आपके सिविल स्कोर पर भी गलत असर नहीं पड़ेगा।
गैर जरूरी बिल चुकाना बंद करें: नौकरी के दौरान आपने कई सर्विसेज ले रखी थीं। जैसे- ओटीटी सब्सक्रिप्शन, जिम या क्लब मेंबरशिप। इन सुविधाओं को ऐसे बुरे वक्त में जारी रखना मुश्किल हो सकता है। अपने बिल की प्राथमिकता तय करें। देखें कि पहले क्या चुकाया जाना जरूरी है। अगर कहीं मुमकिन है तो कम पैसा चुका दें, ताकि आप पेनाल्टी या लेट फीस से बच सकें।
अब भविष्य की तैयारी
तुरंत नई नौकरी खोजना शुरू कर दें: कई लोगों को ऐसा लगता है कि वे तुरंत ही नई नौकरी खोज लेंगे और तलाश शुरू करने से पहले छुट्टी का प्लान करने लगते हैं। याद रखें कि यह सुनने में ��ेहतर लग सकता है, लेकिन काम में ज्यादा लंबा गैप आपकी प्रोफाइल को कमजोर ��ना सकता है। बेरोजगार होने के बाद अगर आप छुट्टी का प्लान करते हैं तो आप अपने इमरजेंसी फंड को खतरे में डाल रहे हैं।
स्किल्स के बारे में बताएं: एक लिस्ट तैयार करें, जिसमें यह साफ हो कि आप पिछली नौकरी में क्या करते थे और आप बेहतर किस काम में हैं। अपनी स्किल्स के बारे में पता करने के बाद एक अच्छा सीवी तैयार करें, जिसमें आपकी हर उपलब्धि और स्किल्स की जानकारी हो। अपने हुनर को दर्शाने के लिए लिंक्डइन जैसे प्रोफेशनल सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की मदद लें।
नई चीजें सीखें: जब आप स्किल्स की सूची बना रहे थे, तब आपको यह पता लग गया होगा कि नया क्या सीखना होगा। हमेशा सीखते रहना ही आपका लक्ष्य होना चाहिए। नई नौकरी मिलने तक अपने अंदर नई स्किल्स तैयार करें।
मौका नहीं मिल रहा तो तैयार करें: आप काफी समय से नई नौकरी तलाश रहे हैं, लेकिन इस काम में सफल नहीं हो रहे। ऐसे में खुद का काम शुरू करने के बारे में सोचें। अगर आप खुद को नई शुरुआत के काबिल मानते हैं तो विचार करें। ऐसे में आप अपने सीनियर का फील्ड के एक्सपर्ट की मदद ले सकते हैं।
खुद को कम न समझें: नौकरी से निकाला जाना बहुत ही बुरा महसूस होता है, लेकिन इसे निजी तौर पर न लें। आप क्या हैं यह आप बताते हैं न कि आपकी नौकरी या कंपनी। हो सकता है कि कंपनी ने आपको नौकरी से किसी आर्थिक परेशानी के कारण निकाला हो। ऐसी आर्थिक मुश्किल जिसपर आपका कोई नियंत्रण नहीं होता है। अपनी स्किल्स को तैयार करें और काबिलियत के दम पर फिर से काम तलाशें।
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विश्लेषण: लॉकडाउन के दौरान अन्य देशों की तुलना में कैसा है भारत का प्रदर्शन? - Coronavirus lockdown india brazil britain performance business
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विश्लेषण: लॉकडाउन के दौरान अन्य देशों की तुलना में कैसा है भारत का प्रदर्शन? - Coronavirus lockdown india brazil britain performance business
ब्राजील में दो सप्ताह से खराब हुए हैं हालात
भारत ने अपेक्षा से पहले कर दिया लॉकडाउन
लॉकडाउन करना है या नहीं? जैसे ही भारत में लॉकडाउन 2.0 के साथ देशभर में लगाई गई पाबंदियां आगे बढ़ रही हैं, यहां उठाए गए कदमों पर एक बारीक नजर इनके गुण-दोषों को सामने लाती है.
इस स्टडी में विश्व के सबसे बड़े लॉकडाउन वाले देश भारत के साथ साथ ब्राजील, स्वीडन, दक्षिण कोरिया और यूनाइडटेड किंगडम (यूके) में भी Covid-19 से जंग को लेकर लगाई गई पाबंदियों का विश्लेषण किया गया है. बता दें कि इन बाकी 4 देशों में या तो राज्यों या डिपार्टमेंट स्तर पर ही पाबंदियां अमल में लाई गईं.
थम नहीं सकता ब्राज़ील
ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो का रणनीतिक सूत्र वाक्य रहा है कि उनका देश रूक नहीं सकता. पिछले कुछ हफ्तों के दौरान, उन्होंने अक्सर महामारी को एक “फंतासी” बताते हुए खारिज किया और कहा ये सिर्फ “छोटा फ्लू” है. ब���राजीली राष्ट्रपति के बयानों से ऐसा लगा कि वो ‘हर्ड इम्युनिटी’ (सामूहिक प्रतिरोधकता) पर पक्का भरोसा रखने वाले हैं. उन्होंने अपने फेसबुक फॉलोअर्स से कहा कि ब्राजीली सीवर में गोता लगाता है और उसके हाथ कुछ नहीं आता.
हर्ड इम्युनिटी को ऐसे समझा जा सकता है कि ये आबादी में बीमारी को लेकर सामूहिक प्रतिरोध दिखाती है. यानि आबादी के अधिकतर लोगों के शरीर में संक्रमण से बचने के लिए पर्याप्त इम्युनिटी या प्रतिरोधक क्षमता विकसित होती है. ब्राजीली राष्ट्रपति पर विपक्ष और स्वयं के मंत्रिमंडल के सदस्यों का काफी दबाव है लेकिन इसके बावजूद वे रोजगार और अर्थव्यवस्था को पहले मोर्चे पर रखने को डटे हैं.
ब्राजील के कुछ राज्यों ने स्थानीय स्तर पर लॉकडाउन लागू किया है, लेकिन देशव्यापी स्तर पर पिछले दो हफ्तों में स्थिति बदतर हो गई है. ऐसी रिपोर्ट भी हैं कि आधिकारिक रजिस्टरों में अनेक केस और मौत दर्ज नहीं की जाती हैं. इसके लिए मेडिकल बिरादरी पर काफी दबाव है. ब्राजील के टेस्टिंग आंकड़ों को लेकर दैनिक हिसाब से कोई अपडेट जारी नहीं किए जा रहे. यह चिंता का कारण है. सरकारी एजेंसियों की ओर से लागू किए गए उपायों को ट्रैक करने के लिए सीमित डेटा ही उपलब्ध है. लेकिन यह ज्ञात है कि वर्तमान में ब्राजील का टेस्टिंग अनुपात 296 टेस्ट प्रति दस लाख लोग (टीपीएम) है.
कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि स्वास्थ्य सेवा चरमराने के कगार पर है. अधिकांश मामले देश के सबसे औद्योगीकृत हिस्से से आए हैं. इससे लोगों को हमेशा की तरह व्यवसाय जारी रखना मुश्किल हो गया है. ब्राज़ील में आर्थिक रूप से कमज़ोर वर्ग बहुत ही घनी आबादी वाले क्षेत्रों में रहते हैं. इससे बड़े पैमाने पर सामुदायिक संक्रमण फैलने की आशंका बढ़ जाती है।
ब्राजील में ये रिपोर्ट लिखे जाने तक 34,200 से अधिक कोरोनावायरस के दर्ज किए गए हैं. 2,470 से अधिक लोगों की मृत्यु हो चुकी है. यानि मृत्यु दर 6.34 प्रतिशत है जो कि खासी ज्यादा है. ब्राजील में स्थिति जल्द ही वक्र को काफी ऊंचा देख सकती है और यहां भी इटली जैसे भयावह हालात दोहराते दिख सकते है. ये भी इत्तेफ़ाक ही है कि ब्राजील में पहला केस इतालवी पर्यटकों के जरिए ही आया था.
स्वीडन है खुला
स्वीडन, अन्य यूरोपीय राष्ट्रों और अपने स्वयं के पड़ोसियों के विपरीत, अभी भी अपने प्राथमिक विद्यालय, व्यवसाय, रेस्तरां और बार खुले रखे हुए है. यही बात सीमाओं और हवाई मार्गों के लिए भी कही जा सकती है जो यूरोपीय संघ के अन्य नागरिकों के लिए खुले हैं. हायर सेकंडरी स्कूल और कॉलेज बंद हैं, लेकिन घर से काम करने का विकल्प स्वैच्छिक है अनिवार्य नहीं.
स्वीडन के पीएम भी शायद हर्ड इम्युनिटी में विश्वास रखते हैं. 50 से कम संख्या में अब भी लोगों को इकट्ठा होने की अनुमति है. हालांकि स्वीडन ऐसी सब छूटों से पेश आने वाले खतरे को लेकर अवगत है. स्वीडिश सरकार का दृढ़ता से मानना है कि वायरस के प्रसार को रोका नहीं जा सकता है, लेकिन केवल इसका प्रबंधन किया जा सकता है. लंबा और बेमियादी लॉकडाउन कई साइड इफैक्ट साथ ला सकता है. जैसे कि अवसाद, आर्थिक दिक्कत और बोरियत.
इस महामारी को हैंडल करने का भरोसा इस तथ्य से आता है कि स्वीडन का संविधान स्वास्थ्य और सार्वजनिक विभागों को बहुत अधिक स्वायत्तता प्रदान करता है. स्वीडन में प्रवर्तन से जुड़े या अन्य निर्देश हमेशा टॉप से आने की बाध्यता नहीं है. इसलिए देश के विभिन्न क्षेत्रों में अधिकारी और विभाग संक्रमण को फैलने से रोकने की दिशा में मौके पर कार्रवाई कर सकते हैं.
स्वीडन ने फ्रांस और ब्रिटेन की तुलना में अधिक लोगों का टेस्ट किया है. लेकिन ध्यान रखें कि स्वीडन की आबादी सिर्फ एक करोड़ है. इसे ऐसे भी देखा जा सकता है कि न्यूजीलैंड, जिसकी स्वीडन की तुलना में आधी आबादी है उसने स्वीडन की तुलना में अधिक टेस्ट किए हैं. विशेषज्ञों को डर है कि स्वीडन की समग्र तौर पर वायरस से निपटने के तरीकों से आशंका है कि यहां कई अन्य यूरोपीय देशों की तरह ऊंचा वक्र हो सकता है. हालांकि, यहां आबादी कम होने की वजह से आंकड़ें कम दिख सकते हैं वर्तमान में, स्वीडन में 13,200 से ज्यादा कोरोनावायरस केस सामने आ चुके हैं. यहां कम से कम 1,400 लोगों की मौत हुई. यहां मृत्यु दर बहुत ऊंची यानि 10.59 प्रतिशत है.
ब्रिटेन: पहले से तैयार न रहना पड़ा भारी
यूके पहले लॉकडाउन अमल में लाता नहीं दिखता था! इसकी सरकार संकट से निपटने के लिए हर्ड इम्युनिटी का पालन करने जा रही थी. लेकिन ब्रिटेन ने भी आखिरकार 23 मार्च को लॉकडाउन लागू कर दिया. लेकिन तब तक थोड़ी देर हो गई. जब फ्रांस, इटली और स्पेन जैसे यूरोपीय देश पहले से ही संक्रमण की व्यापक मार झेलते नजर आ रहे थे, तब भी ब्रिटेन को महामारी का सामना करने के तरीके के बारे में पता नहीं था.
इसलिए, न तो यूनाइटेड किंगडम ने खुद को लोगों की अधिक टेस्टिंग के लिए तैयार किया और न ही जल्दी पूरा लॉकडाउन लागू करने की योजना बनाई. उदाहरण के लिए, यूके में मृत्यु दर 13 प्रतिशत है, वहां रिकवर हुए लोगों की संख्या भी कम है. फ्रांस, इटली, जर्मनी और स्पेन की तुलना में ब्रिटेन में सबसे कम टेस्ट हुए हैं. यह जानते हुए भी कि इटली ��ा जर्मनी की तुलना में ब्रिटेन की राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (NHS) के पास संसाधनों की कमी है.
अगर जल्दी लॉकडाउन और टेस्टिंग की मजबूत व्यवस्था होती तो ब्रिटेन खुद को मौजूदा स्थिति से कहीं बेहतर पाता. ये भी तथ्य है कि ब्रिटेन के पास अन्य यूरोपीय देशों के मुकाबले अवश्यम्भावी को टाले रखने के लिएकुछ बफर समय था. अब, जब ब्रिटेन में देरी से लॉकडाउन अमल में लाया गया, अब वहां इसे जारी रखने के अलावा कोई चारा नहीं है क्योंकि यहां केस की संख्या तेजी के साथ बढ़ रही है.
दक्षिण कोरिया: ताबड़तोड़ टेस्टिंग
दक्षिण कोरिया की स्पेन से बड़ी आबादी है और फ्रांस और इटली से कुछ लाखों में कम है. वो कैसे बिना लॉकडाउन वक्र को समतल करने में कामयाब रहा? हर दूसरे देश की तरह, दक्षिण कोरिया ने तुरंत खास आवज्रन प्रक्रिया को लागू किया जिससे आयातित केस कम से कम रहें. दक्षिण कोरिया ने उन सभी का टेस्ट करना शुरू किया जो पॉजिटिव मरीजों के संपर्क में आ चुके थे. वहां ये प्रतीक्षा नहीं की गई कि ऐसे कॉन्टेक्ट खुद स्वेच्छा से टेस्टिंग के लिए आगे आएं.
सरकार ने ड्राइव-थ्रू लैब और क्लीनिक स्थापित करके लोगों का टेस्ट आसान बना दिया. दक्षिण कोरिया ने एक सख्त एपिडेमियोलॉजिकल प्रोसेस को फॉलो किया. जिसके तहत टेस्टिंग में पॉजिटिव आने वाले लोगों का टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल किया गया. जैसे कि- क्रेडिट कार्ड से खरीद, फोन-लोकेशन ट्रैकिंग, सीसीटीवी, आदि. सरकार नागरिकों के साथ दिन-प्रतिदिन के आंकड़ों और अपडेट को साझा करने के मामले में भी पारदर्शी रही है, जिसने लोगों में भरोसा जगाए रखने का काम किया.
इससे उन्हें Covid-19 के अधिक केस सामने आने पर भी घबराहट जैसी स्थिति नहीं बनी. दक्षिण कोरिया ने भी ऊपर जिक्र किए गए देशों की तरह अर्थव्यवस्था के महत्व पर जोर दिया. लेकिन अन्य देशों की तुलना में दक्षिण कोरिया की रणनीति ठोस धरातल वाली रही. दक्षिण कोरिया पीक के वक्त लगभग 20,000 टेस्ट हर दिन करने में कामयाब रहा. इससे सुनिश्चित हुआ कि उसका टेस्टिंग कवरेज संक्रमण के प्रसार की दर से अधिक रहा.
भारत का अपेक्षा से पहले लॉकडाउन
क्या भारत लॉकडाउन के बिना बेहतर कर सकता था? कुछ इसका जवाब ‘हां’ में दे सकते हैं, लेकिन अधिकतर कह सकते हैं कि ‘नहीं’. हां, लॉकडाउन को इतना अचानक लागू करने की आवश्यकता नहीं थी, लेकिन संक्रमण के प्रसार के आकलन के लिए ये जरूरी था. भारत के पास इसके लिए तैयार होने के लिए पर्याप्त समय था, लेकिन उसे साथ ही इतने बड़े पैमाने और बड़ी आबादी से जुड़े पहलुओं पर ध्यान देना था.
आबादी के लिहाज से भारत की तुलना केवल चीन से की जा सकती है. इसमें शामिल अनिश्चितताओं को देखते हुए, भारत के लिए लॉकडाउन टाला नहीं जा सकता था. लेकिन मुद���दा ये है कि ल़ॉकडाउन दोधारी तलवार है. इसमें घुसने से ज्यादा कहीं अहम है बाहर निकलने की रणनीति. लॉकडाउन केवल संक्रमण के प्रसार को धीमा करने के लिए हैं. वे वायरस को पूरी तरह से नष्ट करने में कभी मदद नहीं कर सकते हैं.
भारत ने अभी तक बहुत ज्यादा ऊंचे आंकड़ों तक न पहुंचने में कामयाबी पाकर कई विशेषज्ञों को गलत साबित किया है. यह अपने आप में एक बेहद संतोषजनक स्थिति है. लेकिन काम आधा ही हुआ है. यह एक लंबी लड़ाई होगी और इसमें बेहद धैर्य और निरंतरता की जरूरत है. भारत के कुछ राज्यों ने सही में अच्छा किया है. कुछ ने ठीक किया है और कुछ ने सिर्फ गड़बड़ किया है. अभी भी एक-दूसरे से सीखने का समय बाकी है.
क्या लॉकडाउन की आवश्यकता है?
इसे सरल शब्दों में कहें, तो एक देश बिना लॉकडाउन के संकट से निपट सकता है. यदि इसके पास विकल्प के तौर पर मजबूत संसाधन और हालात हैं. दक्षिण कोरिया जैसा देश ये कर सकता है लेकिन ब्राजील जैसा देश नहीं, ज्यादातर मौकों पर तर्क का पालन करना ही बेहतर रहता है.
देशों के टेस्ट प्रति 1,000 लोग (लॉग वक्र)
स्वीडन ने समग्र संख्या के संदर्भ में ठीक किया है, लेकिन साथ ही ये भी देखा जाना चाहिए कि उसकी आबादी (दक्षिण कोरिया का 1/5 हिस्सा) कितनी कम है. ऐसे में टेस्टिंग अनुपात दक्षिण कोरिया के मुकाबले ऊंचा होना चाहिए था. ब्राजील ने भी अपने टेस्टिंग अनुपात में बहुत ही औसत दर्जे का प्रदर्शन किया है.
भारत शायद कभी भी दक्षिण कोरिया की ऊंचाइयों तक नहीं पहुंच सकता है. क्योंकि उसका आकार बहुत बड़ा है.
देशों में कुल मृत्यु (लॉग वक्र)
हमने देखा है कि मौतों की संख्या को लेक यूके के आंकड़े कितने ऊंचे हो गए हैं. ये सिर्फ संख्या को लेकर ही नहीं बल्कि केस बढ़ने की रफ्तार और मृत्यु दर के बारे में भी है.
इस अवधि के दौरान भारत की मृत्यु दर काबू में रही है और यह एक आश्वस्त करने वाला तथ्य है.
देशों के कुल केस (लॉग वक्र)
इसके अलावा, भारत अभी तक तेजी से वृद्धि की राह पर नहीं आया है और हम पहले से ही कुछ राज्यों को एक कुशल तरीके से संक्रमण के फैलाव को नियंत्रित करते हुए देख रहे हैं. क्या लॉकडाउन के हटाने पर इस काम में बाधा आएगी, ऐसा होने की पूरी संभावना है. ऐसे में एग्जिट की अच्छी रणनीति” ही होगी जो इस लड़ाई में भारत के भाग्य को तय करेगी.
देशों में रिकवरी का अनुपात
Covid-19 पॉजिटिव मरीजों के ठीक होने की बात है तो भारत लगभग 14 प्रतिशत रिकवरी रेट दर्ज कर रहा है. दूसरी ओर, स्वीडन को देखें तो वहां लगातार बढ़ते केस के साथ औसतन 4 प्रतिशत का ही रिकवरी रेट है.
देशों में मृत्यु दर
अन्य देशों की तुलना में भारत में मृत्यु दर को लेकर भी पॉजिटिव तस्वीर है. अगर भारत अगले दो महीनों के भीतर केस बढ़ना रोक देता है और इस संकट से बाहर निकल आता है, तो यह बहुत ही अच्छा प्रदर्शन होगा.
(लेखक सिंगापुर स्थित ओपन-सोर्स इंटेलिजेंस एनालिस्ट हैं)
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लघु-व्यवसाय राहत प्रयास Mess एक मेस ’: लाइव बिजनेस अपडेट
छोटे व्यवसाय ऋण कार्यक्रम के लिए उधारदाताओं एक चट्टानी शुरुआत के लिए तैयार करते हैं।
छोटे व्यवसायों को आठ सप्ताह तक के लिए अपनी पेरोल लागत को कवर करने में मदद करने के लिए $ 349 बिलियन का राहत कार्यक्रम गुरुवार को व्हाइट हाउस के ब्रीफिंग में ट्रेजरी सचिव स्टीवन मेनुचिन ने कहा, “ऊपर और कल चल रहा है”।
लेकिन बैंकों और अन्य उधारदाताओं से जिन्हें ऋण देने की उम्मीद है, ��े चेतावनी दी कि राहत प्रयास, जिसे पेचेक संरक्षण कार्यक्रम के रूप में जाना जाता है, एक चट्टानी शुरुआत होने वाली थी। गुरुवार को देर से, वे अभी भी महत्वपूर्ण तकनीकी मार्गदर्शन के लिए इंतजार कर रहे थे कि कैसे ऋण बनाने के लिए, और जिन शर्तों के बारे में उन्होंने चेतावनी दी थी, वे पीछे धकेल रहे थे।
ब्रेंड ब्लेक, लेंडियो का मुख्य कार्यकारी, एक बाज़ार जो उधारकर्ताओं और उधारदाताओं को जोड़ता है, ट्वीट किए: “वाह। क्या झंझट है!”
उधारदाताओं को एक रियायत मिली है। श्री मन्नुचिन ने कहा कि ऋणों पर उधारकर्ताओं द्वारा भुगतान की जाने वाली ब्याज दर 0.5 प्रतिशत से बढ़कर 1 प्रतिशत हो जाएगी, क्योंकि बैंकों ने विरोध किया था कि जब तक कि दर नहीं बढ़ाई जाती, तब तक वे ऋणों की सेवा नहीं करेंगे।
बैंक अभी भी इंतजार कर रहे थे, लेकिन इस बारे में मार्गदर्शन के लिए कि ऋण को कैसे कम किया जाए और सरकार ऐसे व्यवसायों के लिए माफी देने वाले प्रावधान को कैसे बनाए रखेगी जो धन का इस्तेमाल करते थे या श्रमिकों को बनाए रखने के लिए।
श्री Mnuchin ने कहा कि उधारकर्ताओं ऋण के लिए आवेदन करने और उन्हें जल्दी से प्राप्त करने में सक्षम होंगे: “आपको पैसा मिलता है, आप इसे उसी दिन प्राप्त करते हैं।”
लेकिन उद्योग के अधिकारियों ने कहा कि शुक्रवार को ऐसा होने का कोई मौका नहीं था। जैसा कि श्री मन्नुचिन बोल रहे थे, उधारदाताओं के पास अभी भी महत्वपूर्ण ऋण मुद्दों पर मार्गदर्शन के रास्ते में “कुछ भी नहीं” था, ने कहा कि टोनी विल्किंसन, नेशनल एसोसिएशन ऑफ गवर्नमेंट गारंटी लीडर्स, एक उद्योग व्यापार समूह के मुख्य कार्यकारी।
पीछा इसकी वेबसाइट को अपडेट किया गुरुवार की रात को यह कहने के लिए कि यह अभी भी कार्यक्रम की जानकारी का इंतजार कर रहा है और “परिणामस्वरूप, चेस सबसे अधिक संभावना है कि शुक्रवार, 3 अप्रैल को आवेदन स्वीकार करना शुरू नहीं कर पाएगा, जैसा कि हमने उम्मीद की थी।”
श्री मन्नुचिन ने यह भी कहा कि उनकी एजेंसी और लघु व्यवसाय प्रशासन कार्यक्रम के लिए “बहुत सारे बाहरी संसाधनों में लाया गया था”। छोटे व्यवसाय के प्रशासक जोविता कैराना ने कहा कि वे सरकारी और निजी क्षेत्र के भागीदारों के साथ “जरूरतों को पूरा करने के लिए हमारे सिस्टम को यथासंभव मजबूत बनाने के लिए काम कर रहे थे।”
प्रयास में शामिल किसी भी कंपनी का नाम आधिकारिक नहीं था। लेकिन वे क्लाउड कंप्यूटिंग और वित्तीय सेवाओं में प्रमुख फर्मों की सहायता पर ऋण वितरित कर सकते हैं, जो बंद पड़े व्यवसायों को पेरोल में मदद करने के लिए हैं।
उत्पादन में कटौती के बारे में ट्रम्प के ट्वीट के बाद तेल की कीमतें बढ़ती हैं।
तेल की कीमतों में वृद्धि, ऊर्जा कंपनियों के शेयरों में एक रैली की स्थापना के बाद, राष्ट्रपति ट्रम्प ने गुरुवार को कहा कि उन्हें उम्मीद है कि सऊदी अरब और रूस कीमतों में गिरावट को रोकने के लिए अपने तेल उत्पादन में काफी कटौती करेंगे।
श्री ट्रम्प ने कहा कि कलरव कि उन्होंने क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के साथ बात की थी, जिन्होंने राष्ट्रपति व्लादिमीर वी। पुतिन के साथ बात की थी। “मुझे उम्मीद है और उम्मीद है कि वे लगभग 10 मिलियन बैरल वापस काट लेंगे,” उन्होंने कहा। यह आंकड़ा सामान्य वैश्विक खपत का लगभग 10 प्रतिशत है। राष्ट्रपति ने बाद में कहा कि कटौती 15 मिलियन बैरल जितनी हो सकती है।
सऊदी अरब ने गुरुवार को पेट्रोलियम निर्यातक देशों और अन्य तेल उत्पादक देशों के संगठन की एक तत्काल बैठक के लिए बुलाया, जिसका उद्देश्य तेल बाजारों में “बहाल करने के लिए एक निष्पक्ष समझौते पर पहुंचने का उद्देश्य” है। सउदी ने एक बयान में कहा कि वे वैश्विक अर्थव्यवस्था का समर्थन करने के लिए और श्री ट्रम्प के अनुरोध की “सराहना” कर रहे थे।
क्रेमलिन ने इस बात से इनकार किया कि श्री पुतिन ने सऊदी ताज के राजकुमार से बात की थी, जैसा कि श्री ट्रम्प ने अपने ट्विटर संदेश में कहा था। श्री पुतिन के प्रवक्ता दिमित्री एस। पेसकोव ने इंटरफेक्स समाचार एजेंसी को बताया, “कोई बातचीत नहीं हुई।”
फिर भी, कच्चे तेल का वायदा, जो पहले से ही गुरुवार को चढ़ रहा था, बढ़ गया और तेल और गैस कंपनियों के शेयरों ने रुला दिया। वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट, अमेरिकी कच्चे बेंचमार्क, के बारे में 25 प्रतिशत, और गुलाब कभी-कभार पेट्रोलियम लगभग 19 प्रतिशत के लाभ के साथ एसएंडपी 500 में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला स्टॉक था। अमरीका की एक मूल जनजाति लगभग 17 प्रतिशत गुलाब, और हैलीबर्टन 13 प्रतिशत से अधिक प्राप्त किया।
रैली ने शेयर बाजार को गति दी, जिसमें S & P 500 दिन 2 प्रतिशत से अधिक समाप्त हुआ।
तेल की कीमतों को कोरोनावायरस महामारी के रूप में जाना जाता था, लेकिन यात्रा को समाप्त कर दिया और ऊर्जा की मांग को कम कर दिया। पिछले महीने सऊदी अरब और रूस के बीच छिड़े ��ूल्य युद्ध ने गिरावट को तेज कर दिया। उत्पादन में कटौती पर दोनों देशों के बीच एक समझौते पर पहुंचने में विफल रहने के बाद, दोनों ने एक प्रयास में आउटपुट बढ़ा दिया बाजार हिस्सेदारी हासिल करने के लिए।
स्लमिंग डिमांड के संयोजन और दुनिया के दो सबसे बड़े तेल उत्पादकों के बीच प्रतिस्पर्धा ने कच्चे तेल की कीमतों में मार्च में अकेले 55 प्रतिशत की कमी की थी, ऊर्जा उद्योग पर कहर बरपाते हुए, तेल कंपनियों ने बजट में कटौती की, और रिफाइनरियों ने गैसोलीन, डीजल के उत्पादन में कटौती की और जेट ईंधन।
उद्योग जगत को कुछ राहत मिलने की संभावना का भी स्टॉक निवेशकों ने स्वागत किया। इससे पहले गुरुवार को, बेरोजगार दावों पर एक रिपोर्ट में दिखाया गया कि 6.6 मिलियन अमेरिकियों ने पिछले सप्ताह बेरोज़गारी लाभ के लिए दायर की थी जो कोरोनवायरस वायरस की महामारी से हुए आर्थिक नुकसान के नवीनतम संकेत थे।
परिणामस्वरूप उपभोक्ता खर्च पर निर्भर व्यवसायों को पस्त कर दिया गया। खुदरा विक्रेताओं से लेकर अन्तर सेवा Walgreens Boots Alliance गिर गया। लाइव नेशन एंटरटेनमेंट, जो संगीत समारोहों का निर्माण करता है और घटनाओं के लिए टिकट बेचता है, लगभग 13 प्रतिशत गिरने के बाद एसएंडपी 500 में सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले शेयरों में से एक था। कोल्स लगभग 10 प्रतिशत गिर गया।
बेरोजगारी लाभ के लिए पिछले सप्ताह 6.6 मिलियन से अधिक लोगों ने नए दावे दायर किए, श्रम विभाग ने गुरुवार को कहादूसरे सीधे सप्ताह के लिए एक गंभीर रिकॉर्ड स्थापित करना।
नवीनतम दावों ने दो सप्ताह के कुल को लगभग 10 मिलियन तक पहुंचा दिया।
नौकरी छूटने की गति और पैमाने मिसाल के बिना। पिछले महीने तक, 1982 में बेरोजगारी बुराइयों के लिए सबसे खराब सप्ताह 695,000 था।
बैंक ऑफ अमेरिका मेरिल लिंच के मुख्य अमेरिकी अर्थशास्त्री मिशेल मेयर ने कहा, “आमतौर पर मंदी में होने में महीनों या तिमाहियों में कुछ ही हफ्तों का समय लगता है।”
एक महीने पहले, अधिकांश पूर्वानुमानकर्ताओं ने अभी भी सोचा था कि संयुक्त राज्य अमेरिका कर सकता है मंदी से बचें। आज, महामारी शटरिंग व्यवसायों और विशाल छंटनी को मजबूर करने के साथ, कई अर्थशास्त्री सकल घरेलू उत्पाद में गिरावट की उम्मीद कर रहे हैं जो कि महामंदी के सबसे खराब दौर को टक्कर देता है।
खज़ाना कार्यक्रमों में मदद के लिए ट्रेज़री विभाग निवेश बैंकों को काम पर रखता है।
ट्रेजरी सेक्रेटरी स्टीवन मन्नुचिन ने कहा कि उन्होंने एयरलाइन उद्योग और अन्य कंपनियों के राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण कंपनियों के बेलआउट पर सरकार को सलाह देने के लिए तीन वॉल स्ट्रीट निवेश बैंकिंग फर्मों का इस्तेमाल किया है।
पिछले हफ्ते कांग्रेस द्वारा पारित आर्थिक राहत पैकेज के एक हिस्से के रूप में, श्री मन्नुचिन ने एयरलाइंस और अन्य कंपनियों को बचाने के लिए 40 बिलियन डॉलर से अधिक धन आवंटित किया है जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण हैं। सरकार व्यवसायों को आगे बढ़ाने के बदले में इक्विटी स्टेक या अन्य प्रकार के मुआवजे लेगी।
गुरुवार को एक समाचार सम्मेलन में, श्री मन्नुचिन ने कहा कि उन्होंने उठाया PJT पार्टनर्स, Moelis तथा परेला वेनबर्ग पार्टनर्स प्रयास के लिए बाहर के सलाहकार के रूप में सेवा करने के लिए।
PJT एयरलाइंस पर केंद्रित होगा, Moelis कार्गो कैरियर पर ध्यान केंद्रित करेगा और Perella Weinberg बोइंग जैसी अन्य कंपनियों पर ध्यान केंद्रित करेगी। श्री मन्नुचिन ने कहा कि फर्मों द्वारा दान के लिए काम के लिए उपयोग की जाने वाली दर को चार्ज किया जाएगा, और अनुबंधों को सार्वजनिक किया जाएगा।
“कोई बड़ी फीस बैंकरों के लिए,” श्री Mnuchin कहा। ट्रेजरी ने प्रक्रिया का हिस्सा बनने के लिए तीन कानून फर्मों का भी चयन किया है। श्री मन्नुचिन ने उनके नामों का खुलासा नहीं किया।
रिटेलर आकस्मिक योजना बनाते हैं क्योंकि शटडाउन जारी रहता है।
के रूप में कोरोनावायरस महामारी बिगड़ती है और अधिक अमेरिकियों को वायरस फैलाने से बचने के लिए घर पर रहने के लिए कहा जाता है, खुदरा विक्रेता स्टोर क्लोजिंग ��ा विस्तार करके और खुले रहने वाले स्टोरों में श्रमिकों को सुरक्षा प्रदान करते हैं।
Lululemon गुरुवार को कहा उत्तर अमेरिका और अन्य देशों में इसके स्टोर तब तक बंद रहेंगे जब तक कि इसे फिर से खोलना सुरक्षित नहीं था और यह 1 जून को कर्मचारियों को पेरोल पर रखेगा, भले ही स्टोर बंद रहें।
कंपनी के वरिष्ठ नेता तीन महीने के लिए 20 प्रतिशत वेतन में कटौती करेंगे, और इसका बोर्ड नकद अनुचर, संसाधनों को लौटाएगा, जो कि लुलुअमोन कर्मचारियों के लिए एक कोष की ओर जाएगा, जो “कोविद -19 संबंधित कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं।”
हाल ही में वार्षिक बिक्री में $ 4 बिलियन का हिट करने वाली एथलेबिक रिटेलर अपना माल ऑनलाइन बेचना जारी रखेगी।
बिस्तर स्नान और परे उन्होंने कहा कि यह संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा में “कम से कम” 2 मई तक अपने अस्थायी स्टोर के क्लोजर का विस्तार करेगा। राज्य और स्थानीय नियमों के आधार पर इसके बायबायबी और हार्मन स्टोर का संचालन जारी है।
श्रृंखला ने कहा कि यह कम से कम 2 मई तक अधिकांश स्टोर सहयोगियों और कॉर्पोरेट सहयोगियों के “एक हिस्से” को पूरी तरह से समाप्त कर देगा। बेड बाथ एंड बियोंड ने कहा कि इसकी घोषणा से प्रभावित कर्मचारियों को 18 अप्रैल से भुगतान और लाभ प्राप्त होगा।
तथा लक्ष्य गुरुवार को कहा इस सप्ताह वॉलमार्ट द्वारा इसी तरह की घोषणा के बाद, यह स्टोर और वितरण केंद्रों में 350,000 से अधिक श्रमिकों को फेस मास्क और दस्ताने की आपूर्ति करेगा। श्रृंखला ने कहा कि शनिवार से शुरू होकर, यह सामाजिक गड़बड़ी को बढ़ावा देने के लिए दुकानों में ग्राहक यातायात की निगरानी और संभावित रूप से सीमित करेगा। लक्ष्य ने कहा कि इसने पहले से ही सामाजिक गड़बड़ी को बढ़ावा देने के लिए संकेत दिए थे, और रजिस्टरों में plexiglass विभाजन जोड़े।
कंपनी का कदम उल्लेखनीय है क्योंकि आवश्यक खुदरा श्रृंखलाओं में श्रमिक अधिक सुरक्षा की मांग कर रहे हैं, खासकर मास्क और दस्ताने के उपयोग के माध्यम से, क्योंकि वे कोरोनोवायरस के संभावित जोखिम का सामना करते हैं।
पिछले महीने, कई चेन ने कर्मचारियों से कहा कि वे मास्क नहीं पहन सकते क्योंकि यह ग्राहकों के लिए ऑफ-पुट हो सकता है। यह वायरस के बढ़ने से होने वाली मौतों की संख्या के रूप में बदल रहा है और आवश्यक खुदरा विक्रेताओं में से कुछ ही स्थान बचे हैं जहां लोग एकत्र हो रहे हैं।
2021 के माध्यम से बेरोजगारी 9 प्रतिशत तक रह सकती है, सी.बी.ओ. कहते हैं।
कांग्रेस का बजट कार्यालय गुरुवार को कहा इससे 2020 की दूसरी तिमाही के लिए बेरोजगारी के 10 प्रतिशत और अर्थव्यवस्था के 7 प्रतिशत तक अनुबंधित होने की उम्मीद थी क्योंकि कोरोनोवायरस संयुक्त राज्य में आर्थिक गतिविधियों पर एक टोल लेता है।
गुरुवार को एक ब्लॉग पोस्ट में, बजट कार्यालय के निदेशक, फिलिप स्वागेल ने लिखा, “गिरावट बहुत बड़ी हो सकती है” और इस वायरस ने किसी भी आर्थिक पूर्वानुमान को अत्यधिक अनिश्चित बना दिया था।
श्री स्वैगेल ने कहा कि बेरोजगारी की दर 12 प्रतिशत तक पहुँच सकती है यदि पिछले सप्ताह राष्ट्रपति ट्रम्प द्वारा हस्ताक्षरित 2.2 ट्रिलियन डॉलर के आर्थिक बचाव पैकेज के अपेक्षित प्रभावों के लिए नहीं।
अधिक अशुभ रूप से, कार्यालय को इस वर्ष के अंत में तेजी से आर्थिक विकास की जल्दी वापसी की उम्मीद नहीं है। इसके बजाय, श्री स्वैगेल ने लिखा है कि इसके विश्लेषकों ने 2021 के अंत तक 9 प्रतिशत की बेरोजगारी दर के साथ “नौकरी के नुकसान और कुछ समय के लिए व्यापार बंद होने के प्रभावों को महसूस किया”।
प्रोत्साहन राशि के पहले दौर में 13 अप्रैल का सप्ताह आने की उम्मीद है।
ट्रेजरी विभाग और आंतरिक राजस्व सेवा के अधिकारियों ने कांग्रेस से कहा है कि आर्थिक प्रोत्साहन राशि का प्रत्यक्ष जमा 13 अप्रैल से शुरू होने की संभावना है और मई की शुरुआत में पेपर चेक भेजे जाने शुरू हो जाएंगे।
इस सप्ताह हाउस वेस एंड मीन्स कमेटी के सदस्यों के साथ ब्रीफिंग पर आधारित एक ज्ञापन के अनुसार, करदाता जिनकी बैंकिंग जानकारी I.R.S. के साथ फाइल पर नहीं है। पांच महीने तक लंबे समय तक स्ट्रेचिंग के साथ, अपने पेपर चेक प्राप्त करने में लंबी देरी का अनुभव कर सकते हैं। प्रति सप्ताह पाँच लाख की दर से कागज़ के चेक काटे जाएंगे और सबसे कम आय वाले लोग उन्हें पहले प्राप्त करेंगे।
उन लोगों के। अनुमान है कि 150 मिलियन से 170 मिलियन करदाता हैं और उनमें से 110 मिलियन के रूप में कई लोग या तो फाइल नहीं करते हैं या अपनी बैंकिंग जानकारी प्रदान नहीं करते हैं।
एजेंसी उन लोगों को “सरल कर रिटर्न” दाखिल करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है ज���समें उनका प्रत्यक्ष जमा विवरण शामिल होगा। इससे अगले तीन हफ्तों में एक नया ऑनलाइन पोर्टल तैयार होने की उम्मीद है जो करदाताओं को अपने रिफंड की स्थिति की जांच करने और उनकी जानकारी को अपडेट करने की अनुमति देगा।
ट्रेजरी के एक प्रवक्ता ने कहा कि 50 मिलियन से 70 मिलियन अमेरिकियों को 15 अप्रैल तक प्रत्यक्ष जमा के माध्यम से आर्थिक प्रभाव भुगतान प्राप्त करने की उम्मीद है और यह कि योग्य अमेरिकियों के “भारी बहुमत” को अगले तीन हफ्तों के भीतर भुगतान प्राप्त होगा।
पकड़ो: यहाँ और क्या चल रहा है
डेल्टा एयरलाइंस कर्मचारियों को बताया कि यह फ्लाइट अटेंडेंट, बैगेज हैंडलर, गेट एजेंट और अन्य तथाकथित फ्रंट-लाइन कर्मचारियों को अनुमति देगा जो कोरोनोवायरस के बारे में चिंतित थे और वे अभी भी भुगतान कर रहे हैं। उनकी सुरक्षा के लिए संबंधित किसी भी कर्मचारी को स्वैच्छिक अवकाश लेने और “किसी न किसी रूप में,” न्यूयॉर्क टाइम्स द्वारा देखे गए प्रबंधकों को एक आंतरिक ज्ञापन के अनुसार भुगतान करने की अनुमति दी जाएगी।
प्रौद्योगिकी कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बेन सिल्बरमैन के बीच एक साझेदारी Pinterest, और स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय और पेंसिल्वेनिया विश्वविद्यालय सहित संस्थानों और विश्वविद्यालयों में अनुसंधान समूहों ने एक नया ऐप पेश किया हाउ वी फील। एप्लिकेशन लोगों को वैज्ञानिकों, डॉक्टरों और सार्वजनिक स्वास्थ्य पेशेवरों को कोरोनवायरस के अनुसंधान और ट्रैकिंग में सहायता करने के लिए अपने लक्षणों की रिपोर्ट करने की अनुमति देता है।
देश भर के गवर्नर और मेयर वायरस के बारे में सवालों के जवाब दे रहे हैं ट्विटर, हैशटैग #AsktheGov और #AsktheMayor का उपयोग कर रहा है। रोड आइलैंड, कैलिफोर्निया, वाशिंगटन, इलिनोइस और 10 अन्य राज्यों के राज्यपालों ने गुरुवार को सवाल उठाए, जबकि कम से कम नौ शहरों के मेयरों ने कहा कि वे शुक्रवार को सवालों के जवाब देंगे।
वीरांगना गुरुवार को कहा गया कि यह कोरोनोवायरस से चिकित्सा आपूर्ति की कमी को कम करने के लिए एन 95 मास्क और अस्पतालों और सरकारी एजेंसियों को हैंड सैनिटाइज़र की बड़ी बोतलों की बिक्री को प्रतिबंधित कर रहा था। इसमें कहा गया है कि निजी इस्तेमाल के लिए हैंड सैनिटाइजर और कीटाणुनाशक वाइप्स की छोटी मात्रा वाली बोतलें साइट पर उपलब्ध रहेंगी।
गूगल गुरुवार को कहा गया कि यह कोरोनोवायरस से संबंधित विज्ञापनों के लिए अपने कुछ प्रतिबंधों को शिथिल ���र सकता है ताकि अस्पतालों, चिकित्सा प्रदाताओं, सरकारों और गैर सरकारी संगठनों को वायरस के बारे में जानकारी रखने वाले या वायरस से संबंधित ��ोजों के बारे में जानकारी देने वाले विज्ञापन लगाने की अनुमति मिल सके। कंपनी अपनी “संवेदनशील घटनाओं” नीति के तहत कोरोनोवायरस से संबंधित विज्ञापनों को जनवरी से व्यापक रूप से रोक रही थी।
रिपोर्टिंग में एलन रैपेपोर्ट, सपना माहेश्वरी, निकोल स्पर्लिंग, नीरज चोकशी, जिम टेंकरस्ले, पीटर एविस, स्टेनली रीड, बेन कैसेलमैन, पेट्रीसिया कोहेन, क्लिफर्ड क्रस, एंड्रयू ई। क्रेमर, मैरी विलियम्स वाल्श, कीथ ब्रैडशर, नील्स ईशर का योगदान था। , केट कांगर, डाइसुके वकबायाशी, स्टेफानोस चेन, कीथ कॉलिन्स, डेविड याफ-बेलानी, मोहम्मद हादी, कार्लोस तेजा और डैनियल विक्टर।
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क्या गर्मी में कोरोना का खतरा कम हो जाएगा या नॉनवेज खाने से यह वायरस फैलेगा? यहां देखें कोरोना से संबंधित सभी सवालों के जवाब
चैतन्य भारत न्यूज भारत में कोरोना वायरस का कहर बढ़ता जा रहा है। देश में अब तक कोरोना वायरस की चपेट में करीब 300 लोग आ गए हैं। कोरोना के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 मार्च को देशभर में 'जनता कर्फ्यू' की अपील की है। कोरोना वायरस को लेकर लोगों के मन में कई सारे सवाल हैं। दिल्ली एम्स के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने दैनिक भास्कर समूह से बातचीत के दौरान कोरोना वायरस से संबंधित कई सवालों के जवाब दिए हैं। आइए जानते हैं- (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({}); ज्यादातर लोगों का यही सवाल है कि क्या जनता कर्फ्यू से कोरोना वायरस का संक्रमण रुकेगा? इसका जवाब देते हुए डॉ. गुलेरिया ने कहा कि यह उस दिशा में एक कदम है कि हमें कैसे घर पर रहना है। अगर हम लोगों को कई दिन तक घर पर रहने के लिए कहे तो वे इसके लिए भी तैयार रहें। खुले वातावरण, सतह पर लगे वायरस के संक्रमण पर भी कुछ हद तक काबू पाया जा सकेगा। क्या वायरस गर्मी आने पर खत्म हो जाएगा? इसके जवाब में डॉ. गुलेरिया ने कहा कि कम तापमान के दौरान वायरस वातावरण में अधिक देर तक जीवित रहता है। गर्मी आने से वायरस कम समय तक जीवित रहेगा। इससे संक्रमण फैलने का खतरा भी कम हो जाएगा। क्या कोरोना वायरस को खत्म करने के लिए 1 दिन का बंद पर्याप्त है? इसके जवाब में उन्होंने कहा- नहीं सतह से भले वायरस खत्म हो जाए लेकिन यदि संक्रमित व्यक्ति एक दिन के बंद के बाद बाहर आता है तो वह कई लोगों को भी संक्रमित कर सकता है। इसलिए बेहतर यही होगा कि पूरे ठीक होने तक संक्रमित व्यक्ति घर में ही रहे। वायरस से बेहतर बचाव का तरीका बताते हुए डॉ. गुलेरिया ने कहा, सोशल दूरी और बार-बार हाथ धोना इसका सबसे अच्छा विकल्प है। किसी के फासले पर ड्रॉपलेट इंफेक्शन होता है तो 1 से 2 मीटर दूरी तक जाता है। संक्रमित व्यक्ति मुंह पर हाथ लगाता है तो वह उसके हाथ से किसी सतह, जगह को संक्रमित करता है। जब अन्य व्यक्ति संक्रमित वाले से हाथ मिलाता है या फिर संक्रमित सतह छूकर मुंह, नाक छूता है तो वह उसमें भी आ जाता है। डॉ. गुलेरिया ने बताया कि मोबाइल, फोन, रिमोट, स्विच, दरवाजे के हैंडल की सतह पर भी वायरस लग सकते हैं। ऐसे सामान की सतह पर वायरस जिंदा रहता है इसलिए इसे भी साफ करना बेहद जरूरी है। कोरोना वायरस नॉनवेज खाने से नहीं फैलता है। लेकिन डॉ. गुलेरिया का कहना है कि जो भी नॉनवेज खा रहें है वह पहले उसे पूरी तरह से पका लें और फिर ही खाएं। डॉ. गुलेरिया ने बताया कि कोरोनावायरस फिलहाल भारत में दूसरी स्टेज पर है और हमें इसे कम्यूनिट संक्रमण वाली तीसरे स्टेज में जाने से रोकना है। ये भी पढ़े... Coronavirus: सरकार ने बताया कोरोना वायरस से कैसे बचें? जानें क्या करें और क्या ना करें आम सर्दी-जुकाम से कितने अलग होते हैं कोरोना वायरस के लक्षण? जानिए कैसे पता करें अंतर कोरोना से बचने के लिए घर पर ही बना सकते हैं सैनेटाइजर जेल, इस विधि से करें तैयार Read the full article
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जाने क्या हैं कोरोना ,इसके लक्षण और बचाव
साल 2019 के दिसंबर में चीन के वुहान शहर से कोरोनो वायरस की शुरुआत हुई। अब ये वायरस भारत सहित दुनिया के 127 देशों में फैल चुका है। अब विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे वैश्विक महामारी घोषित कर दिया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार अभी तक कोरोना वायरस से संक्रमण के करीब 169,605 मामले सामने आ चुके है। जिसमे भारत में कुल 110 और 2 लोगों की जान भी जा चुकी हैं |
जानें आखिर क्या है कोविड 19, कैसा है फैलता, लक्षण और क्या हैं इसके बचाव
क्या है कोराना वायरस?
COVID-19 सबसे लंबे समय तक पाए जाने वाले कोरोना वायरस के रूप में लाया जाने वाला रोग है। यह नया संक्रमण और बीमारी दिसंबर 2019 में चीन के वुहान शहर से शुरू हुई थी।
कैसे फैलता है कोरोना वायरस?
कोरोना वायरस का संबंध वायरस के ऐसी फैमिली से है, जिसके संक्रमण से जुकाम से लेकर सांस लेने में तकलीफ जैसी कई समस्याए हो जाती है। अगर हम किसी संक्रमित जगह को ��ूते है तो यह आंख, मुंह और नाक को छूते है तो यह शरीर में पहुंच जाते है।
ऐसे में खांसते और छींकते समय टिश्यू या रूमाल का इस्तेमाल करें। बिना हाथ धोए अपने चेहरे को छूनें से बचें। इसके साथ ही संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से बचे।क्यों कि यह छुआ -छूत की बीमारी हैं |
कोरोना वायरस के लक्षण
व्यक्ति के शरीर में पहुंचने वाला कोरोना वायरस सीधे फेफड़ो को संक्रमित करता है। लेकिन इससे पहले सूखी खांसी, बुखार, जुकाम-खांसी,शरीर में दर्द, नाक बंद होना, नाक बहना और गले में खराश शामिल है। कई मामले में तेज बुखार के साथ सांस लेने में भी तकलीफ होने लगती है। इसके लक्षण निमोनिया की तरह की होते है।
कोरोना वायरस से बचने के लिए क्या करें?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोना वायरस से बचाव के तरीके बताए हैं। इन्हें अपनाकर आप इस जानलेवा बीमारी से खुद को और अपनों को बचाकर इसे और फैलने से रोक सकते हैं।
# अपने हाथों को सैनिटाइजर या फिर हैंडवॉश और पानी से कम से कम 20 सेकंड तक धोएं। # जब आप बाहर से घर वापस आए तो सबसे पहले अपने हाथ धोएं। # अगर आप बाहर है तो सैनिटाइजर का यूज करें। # खांसी या जुकाम है तो मास्क पहनें। इसके साथ ही छींक आते समय टिशू से मुंह को ढक लें। जिससे कोई दूसरी व्यक्ति इससे संक्रमित न हो। # उपयोग की गई टिशू को तुंरत डस्टबीन में डाल दें और अपने हाथ को धो लें। # खांसी या जुकाम वाले व्यक्ति से बातें करते या मिलते समय उससे करीब 1 मीटर यानी 3 फिट की दूसरी बनाकर रखें। # डब्लूएचओ के अनुसार आप किसी जगह को छूते है तो हो सकता है कि उसमें वह वायरस हो। इसलिए नाक, आंख और मुंह को न छुएं। # अस्पताल में भी ऐसे वार्ड्स की तरफ न जाएं जहां कोरोना वायरस के मरीज हों, अगर अस्पताल या क्लीनिक में काम करते हैं तो मास्क जरूर लगाएं। # ज्यादा प्रॉब्लम हो रही है तो घर पर रहें। इसके अलावा अगर आपको बुखार, खांसी , जुकाम हो या फिर सांस लेने में समस्या हो रही है तो तुरंत डॉक्टर से सपंर्क करें # कोरोना वायरस से बचना चाहते है तो अच्छी तरह से पका हुआ खाना ही खाए।
कोरोना से जल्दी संक्रमित होने वाले लोग …
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार आमतौर पर कोरोना वायरस से हर उम्र के लोग संक्रमित हो सकते है। लेकिन बुजुर्गों की बात की जाए तो चूंकि उनकी प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है इसलिए वो जल्द इसकी चपेट में आ रहे हैं। इसके अलावा अस्थमा, डायबिटीज, दिल की बीमारियां भी कोरोना की ��ल्द गिरफ्त में आने का कारण बन सकती है।
क्या प्रेग्नेंट महिला या होने वाले बच्चे को हो सकता है कोरोना वायरस
अभी तक की रिपोर्ट में इस बात का पता चला है कि कोविड 19 से प्रेग्नेंट महिला या उके होने बच्चे पर कोई असर नहीं पड़ता है। लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि प्रेग्नेंट महिला अपनी हाइजीन के साथ-साथ डाइट का पूरा ध्यान रखें।
कोरोना वायरस को लेकर भम्र
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ऐसे ही भ्रम और उनकी सच्चाई बताई है। आप इन भ्रमों को इनकी सच्चाई को जानकर इस वायरस से बच सकते हैं। इसलिए अफवाहों और मिथकों पर ध्यान न दें औऱ सावधानी बरतें।
हैंड ड्रायर से मरेंगे कोरोना वायरस
ऐसा नहीं है हैंड ड्रायर से किसी भी तरह का प्रभाव कोरोना वायरस पर नहीं पड़ता है। लेकिन लगातार इसे चलाने से आप बीमार नहीं पड़ेंगे, ऐसी गारंटी नहीं है। इसलिए हैंड ड्रायर को छोड़िए और हाथों को अच्छी तरह साफ कीजिए। इसके साथ ही टिशू या फिर हैंड ड्रायर से अपने हाथों को सुखाइए।
यूवी लैंप
लोगों के बीच अफवाह फैल रही हैं कि पराबैंगनी कीटाणुशोधन लैंप से कोरोना वायरस कीटाणु मर जाते हैं। ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। यूवी लैंप का यूज हाथों या अन्य जगहों पर नहीं करना चाहिए। इससे आपको स्किन में जलन हो सकती है।
नए कोरोनावायरस से संक्रमित लोगों का पता लगाने में थर्मल स्कैनर कितने प्रभावी हैं
थर्मल स्कैनर उन लोगों का पता लगाने में समर्थ होते हैं जिनकी बॉडी का तापमान नॉर्मल इंसान से ज्यादा होता है क्योंकि वह कोरोना वायरस से संक्रमित रहते हैं। हालांकि, वे उन लोगों का पता नहीं लगा सकते जो संक्रमित हैं लेकिन अभी तक बुखार नहीं हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि संक्रमित लोगों के बीमार होने के बाद बुखार होने में करीब 2 से 10 दिन लगते हैं।
एल्कोहल और क्लोरीन से बॉडी में स्प्रे करना
कई लोगों को लगता है कि बॉडी में एल्कोहल और क्लोरीन से स्प्रे करने से कोरोना वायरस खत्म हो जाएगा। यह बात बिल्कुल भी सही नहीं है। यह स्प्रे आपके शरीर के बाहर के वायरस को मार देगा लेकिन शरीर के अंदर के वायरस को दवा से ही मारा जा सकेगा।
कोई पार्सल लेना सुरक्षित है कि नहीं
हां बिल्कुल, अगर कहीं से कोई पार्सल आया है तो आप इसे ले सकते हैं क्योंकि कोरोना वायरस वस्तुओं पर ज्यादा दिनों तक जीवित नहीं रह सकता है। बस ध्यान रहें कि बीमार व्यक्ति के हाथ से पार्सल लेने के बाद हाथों को अच्छी तरह से धो लें और पार्सल के रैप को नष्ट कर दें।
पालतू जानवर फैला सकते हैं कोरोना वायरस
इस समय की बात करें तो अभी तक ऐसे कोई भी साक्ष्य नहीं मिले है कि कुत्ता या बिल्ली के द्वारा कोरोना वायरस फैल रहा है। इससे अच्छा है कि जब भी आप ��ालतू जानवरों के संपर्क में आए उसके बाद अपने हाथों को अच्छे से जरूर धोएं। ऐसा करने से जानवरों में होने वाले अन्य वायरस से भी आप बच सकते है।
निमोनिया की वैक्सीन नए कोरोना वायरस से दिलाएगी निजात
नहीं, निमोनिया के खिलाफ टीके जैसे न्यूमोकोकल वैक्सीन और हीमोफिलस इन्फ्लुएंजा टाइप बी (एचआईबी) वैक्सीन नए कोरोना वायरस के से बचाव में मदद नहीं कर सकते। यह वायरस बहुत ही नया और भिन्न है औऱ इसके उन्मूलन के लिए नई वैक्सीन खोजी जा रही है। शोधकर्ता नई वैक्सीन बनाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।
लहसुन खाने से दूर होना कोरोना वायरस
लहसुन एक हेल्दी फूड है जिसमें कुछ एंटीमाइक्रोबियल गुण पाए जाते हैं। लेकिन इसके द्वारा कोरोना वायरस से नहीं बचा जा सकता है।
तिल के तेल से कोरोना वायरस रहेगा दूर
नहीं, तिल का तेल कोरोना वायरस को नहीं मार सकता है। कुछ रासायनिक कीटाणुनाशक हैं जो सतहों पर 2019-nCoV को मार सकते हैं। इनमें ब्लीच/ क्लोरीन-आधारित कीटाणुनाशक या तो सॉल्वैंट्स, 75% इथेनॉल, पेरासिटिक एसिड और क्लोरोफॉर्म शामिल हैं। हालांकि, यदि आप इसे स्किन या अपनी नाक के नीचे रखते हैं, तो वायरस पर कोई इफेक्ट नहीं पड़ेगा लेकिन आपकी स्किन के लिए खतरनाक हो सकता है।
एंटीबॉयोटिक से कोरोना का रोकथाम
नहीं, एंटीबॉयोटिक बैक्टीरिया को रोकने में मदद करता है लेकिन यह कोरोना वायरस पर बिल्कुल असर नहीं करेगा।
सिर्फ बच्चों और बूढ़ों को घेरता है कोरोना वायरस
कई लोगों का मानना है कि कोरोना वायरस सिर्फ बच्चों को और बुजुर्ग लोगों को होता है। लेकिन डब्लूएचओ के अनुसार कोरोना किसी भी उम्र के लोगों को हो सकता है। इसलिए हर उम्र के लोगों को कोरोना वायरस से सतर्क रहना चाहिए।
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विशेषज्ञ: आप चीन से पैकेजों से कोरोनावायरस को नहीं पकड़ेंगे
कोरोनावायरस के चीन से ��ैलने का सिलसिला जारी है - और 11 ने अमेरिकी मामलों की पुष्टि की - कई अमेरिकी बीमार होने से डरते हैं। और एक ऐसे युग में जब आप दुनिया में कहीं से भी कुछ भी मंगवा सकते हैं, कुछ इस बात से चिंतित हैं कि यह बीमारी चीन से भेजे गए पैकेज जैसे सतहों पर दुबकी हो सकती है। तो क्या आप पार्सल से कोरोनावायरस को अनुबंधित कर सकते हैं? सरल जवाब: सबसे अधिक संभावना नहीं है। दोनों संघीय स्वास्थ्य एजेंसियों और संक्रामक रोग विशेषज्ञों का कहना है कि वायरस मेल किए गए पैकेजों पर लंबे समय तक नहीं रहेगा और आप इसे सतह के बजाय किसी व्यक्ति से पकड़ने की अधिक संभावना रखते हैं। सीडीसी का कहना है कि चिन से भेजे गए पैकेजों से फैलने वाले नए कोरोनावायरस का 'बहुत कम जोखिम' है (फ़ाइल छवि) रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) अपनी वेबसाइट पर बताता है कि यह एक सतह से कोरोनावायरस को अनुबंधित करने की बहुत संभावना नहीं है। जबकि एक व्यक्ति वायरस को दिनों - या यहां तक कि हफ्तों तक ले जा सकता है - वायरस शरीर के बाहर लंबे समय तक नहीं रहते हैं। इसका मतलब है कि अगर वायरस एक सतह पर पाया जाता है, तो सीडीसी के अनुसार जीवन काल 'घंटों की सीमा में' है। और क्योंकि पैकेज एक दरवाजे पर समाप्त होने से पहले कई अलग-अलग वातावरणों से गुजरते हैं, जिससे उनके जीवित रहने की संभावना कम हो जाती है। इसके अतिरिक्त, पेन्सिलवेनिया स्टेट यूनिवर्सिटी में सेंटर फॉर इंफेक्शियस डिजीज डायनामिक्स के निदेशक डॉ। एलिजाबेथ मैकग्रा कहते हैं कि एक कार्डबोर्ड बॉक्स कीटाणुओं के लिए एक अच्छा प्रजनन मैदान नहीं है। 'हम इन विषाणुओं के बारे में जो जानते हैं, वह यह है कि ये सतहों पर बहुत लंबे समय तक नहीं टिकते हैं, और यह विशेष रूप से बहुत छिद्रपूर्ण सतह के लिए होता है' जैसे कार्डबोर्ड, उसने एनपीआर को बताया। क्या अधिक है, वर्तमान में कोई मामला नहीं है - या अमेरिका के बाहर - जो कि संकुल को संभालने से आए हैं। Likely चीन से भेजे जाने वाले उत्पादों या पैकेजिंग से फैलने की संभावना बहुत कम होती है ’, सीडीसी अपनी वेबसाइट पर लिखता है। एजेंसी का कहना है कि यह 'श्वसन की बूंदों' के बारे में सबसे अधिक चिंतित है, जो एक संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने पर फैलता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ गर्म पानी और साबुन से हाथ धोने और कोहनी में खाँसने या छींकने जैसी सावधानी बरतने की सलाह देते हैं - कीटाणुओं को फैलने से रोकने के लिए। दिसंबर 2019 में प्रकोप शुरू होने के बाद से, 99 प्रतिशत मामले चीन में और ज्यादातर वुहान में हुए हैं, जहां वायरस की उत्प��्ति हुई है। अब तक, दुनिया भर में 17,200 से अधिक लोग कोरोनोवायरस से संक्रमित हैं और 360 लोग मारे गए हैं। अमेरिका में कैलिफोर्निया में छह, इलिनोइस में दो और एरिजोना, मैसाचुसेट्स और वाशिंगटन में एक-एक सहित 11 पुष्टि मामले हैं। गुरुवार शाम को अमेरिकी विदेश विभाग ने एक लेवल 4 यात्रा चेतावनी जारी की, इसकी उच्चतम चेतावनी, अमेरिकियों को 'चीन की यात्रा न करने' की सलाह देते हुए। चीन और अमेरिका के अलावा, ऑस्ट्रेलिया, कंबोडिया, कनाडा, फिनलैंड, फ्रांस, जर्मनी, हांगकांग, भारत, इटली, जापान, मकाऊ, मलेशिया, नेपाल, फिलीपींस, रूस, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया, स्पेन में मामलों की पुष्टि की गई है। , श्रीलंका, स्वीडन, ताइवान, थाईलैंड, ब्रिटेन, संयुक्त अरब अमीरात और वियतनाम।
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इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत करने के लिए हेअल्थी ड्रिंक्स
आयुर्वेद हमारी कई स्वास्थ्य से जुड़ी हुई समस्याओं को ठीक करने के लिए असरदार होता है यही कारण है कि बड़े बड़े पैमाने पर लोग आजकल आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति का सहारा ले करके अपनी बीमारियों को ठीक करते हैं तथा सुरक्षित रखते हैं बीमारियों से बचे रहने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी यह होता है कि हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत बनी रहे यानी कि हमारी इम्यूनिटी हमेशा अच्छी रहे इससे हमारे शरीर में जो बीमारियां उत्पन्न होती हैं उनसे लड़ने में सुरक्षा मिलती है और यह संक्रमण से हम को बचाती हैं इनसे बचने के लिए हमें आयुर्वेदिक चीजों का सहारा लेना पड़ता है सर्दी खांसी जुकाम बुखार जैसी स्थिति मजबूत एबिलिटी वालों को छू भी नहीं पाती हैं इसके लिए हमें इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत बनाए रखने के लिए हम यहां आपको दो तरीके के आयुर्वेदिक ड्रिंक के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे आप घर प�� आराम से बहुत कम समय में तैयार कर सकते हैं|
जो कि आपके शरीर के लिए बहुत ज्यादा अच्छी होंगी जोकि साथ-साथ आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने के साथ-साथ आपको स्वस्थ भी रखेंगे हम कई प्रकार के ड्रिंक का इस्तेमाल कर सकते हैं आज आपको हम यहां कुछ खास तरीके के 2 दिन बता रहे हैं जो आपको बहुत ज्यादा असर कारी रहेंगे इसके लिए आपको सारा तथा बादाम दो ऐसे ड्राई फ्रूट हैं जिन्हें हम आम तौर पर घर में बनाने वाले किसी भी व्यंजन में डालते हैं । द्वारा तथा बदाम सेहत के लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद माना जाता है नेशनल सेंटर ऑफ बायो टेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन के अनुसार द्वारा और बादाम में दो ऐसे ड्राई फ्रूट होते हैं जो हमारे इम्यून सिस्टम सेल्स को मजबूत बनाने में बहुत योगदान देते हैं इसके सेवन नियमित रूप से करने वाले लोगों की प्रतिरोधक क्षमता भी बहुत ज्यादा स्ट्रांग होती है जबकि टीम के रूप में अगर आप इसका इस्तेमाल करते हैं तो यह आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बहुत तेजी से मजबूत कर सकता है|
खासकर कोरोनावायरस के इस बुरे वक्त में चंद्रमा से इस दौर में हमें रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाना है हमारे लिए बहुत ज्यादा जरूरी हो गया है इस वक्त हमारे शरीर से संक्रमण से लड़ने की ताकत को बढ़ा सकता है तो यही वह दिन से और संक्रमण की चपेट में आने से रोक सकता है। हम आपको इस दिन को तैयार करने का तरीका बताते हैं एक गिलास तैयार करने के लिए आपको तीन से चार पानी में भीगे हुए छुआरे तीन से चार पानी में भीगे हुए बादाम तथा एक गिलास दूध इस लिंक को तैयार करने की विधि पहला भिगो कर रखे हुए बदाम और सारे को पानी से निकालकर इन्हें अच्छी तरह धो लें अब ग्राइंडर में बादाम बेचारे को डालें और थोड़ा सा दूध मिला लें अब इसे कम से कम 5 मिनट तक चला है ताकि बदाम और छोरा बारीक बारीक टुकड़ों में कट करके उसका पेस्ट बन जाए बचा हुआ दूध में मिलाकर कम से कम 3 मिनट तक ग्राइंडर को फिर से चलाएं तथा इसमें मीठे स्वाद के लिए चीनी का भी इस्तेमाल कर सकते हैं रात को सोने से पहले आप इस लिंक को सेवन करें और आपको नींद भी बहुत अच्छी आएगी और यह आपके स्वास्थ्य के लिए भी बहुत ज्यादा फायदेमंद साबित होगा दूसरा ड्रिंक है|
तुलसी हल्दी दालचीनी लौंग से बना काला जो आर्किमिडी बढ़ाने के लिए बहुत ज्यादा अचूक कारगर है जहां बताते हैं कि यह ड्रिंक किस तरीके से बनाया जाता है आपको इस दिन को बनाने के लिए तुलसी हल्दी दालचीनी लौंग से बना काढ़ा कुछ सामान्य सामग्रियों के साथ बनाया जा सकता है जो आप में औषधीय तथा उपचार 1 गुणों के लिए प्रसिद्ध है यह सभी सामग्रियां अपनी विशेषताओं को काला में कहलाती हैं तथा एक साथ आपकी शरीर की एनर्जी बढ़ाने और बेहतर करने के लिए बहुत ज्यादा उपयोगी है यह कड़वी ड्रिंक पी में सुधार करने में बहुत ज्यादा मदद करती है यह है आम भारतीय मसालों के साथ-साथ बनाई जाती है यह एक रेसिपी है जो आपको घर पर काढ़ा बनाने में बहुत मदद करेगी हम सभी अचानक से एक लंबे म्यूजियम के लाभों के लिए जाग गए हैं करो ना वायरस की महामारी में हमें ये एहसास हो चुका है कि हमारे शरीर में संक्रमण से लड़ने के लिए एक को मजबूत होना बहुत जरूरी है|
हालांकि इस समय यह साबित करने की कोई जरूरत नहीं है कि इम्यून वायरस को रोकने या इलाज करने में मदद करता है लेकिन आपको स्वस्थ स्वस्थ रखने में मदद करता है और लोगों को आंशिक रूप से भी मजबूरी होती है जबकि अन्य को इस बना इसे बनाने के लिए कई उपाय करने पड़ते हैं उनकी बढ़ाने के लिए प्राकृतिक तरीकों से बेहतर और कुछ नहीं हो सकता हर्बल चाय ड्रिंक काढ़ा तथा कई नेचुरल चीजें हैं जो हमारी इम्यूनिटी को बहुत अच्छे से फायदेमंद करती हैं जिसमें कि हमें हेल्दी रखने की बहुत ताकत होती है आम सर्दी खांसी और जुखाम अन्य समस्याओं से दूर रखने में मदद करती है यह इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए एक काला दिया बता ��हे हैं जो ब्यूटी के लिए बहुत अच्छा है जिसको बनाने के लिए आपको तुलसी हल्दी लॉन्ग दालचीनी से बड़ा हुआ काला होता है इसमें से सारे औषधीय गुण होते हैं जीवाणुओं और एंटी एंड प्लेइंग इन गुणों से भरपूर होते हैं गले में खराश के प्रबंधन के लिए लॉन्ग बहुत ज्यादा उपयोगी होती है|
यह सभी सामग्रियां कई विशेषताओं से भरपूर होती हैं यह सभी रोटी बनाने के लिए बहुत फायदेमंद होती है इसे घर पर कैसे बनाना है यह हम आपको बताते हैं चार कप काढ़ा बनाने के लिए आपको सामग्री में 10 तुलसी के पत्ते 1 इंच दालचीनी का टुकड़ा 23 लॉन्ग आधा चम्मच हल्दी दो चम्मच शहद इसमें आपको सबसे पहले एक मुसल में तुलसी के पत्ते दालचीनी हल्दी और लॉन्ग को दरदरा पीस लें इसके बाद एक पैन में फंसे हुए मसालों को डालें हल्दी पाउडर के साथ सभी मसालों को सूखा भून लें अब इसमें तीन से पांच कप पानी मिला लें और इसे उबालें इसे पांच 7 मिनट तक उबालें ताकि मसालों का स्वाद और पोषण तत्व इसमें अच्छे से घुल मिल जाए अब बहुत अच्छी तरह से इस गाड़ी को उबाल जाने के बाद इसे छान लें तथा इसमें एक से दो चम्मच शहद का मिलाकर के इस कार्य का घूंट घूंट करके इसे पी हैं और इसका डे को गरम-गरम ही पीना है गर्म पानी से गले की खराश में मदद मिलती है और कुछ आराम आता है इसलिए सुनिश्चित करें कि आपके पास गर्म काढ़ा हो और इसे हर दिल लेने की कोशिश करें इससे आपकी इम्यूनिटी बहुत अच्छी हो जाएगी तथा आपका शरीर रोगों से लड़ने के लिए तैयार हो जाएगा
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194 देशों में 19 हजार 744 मौतें: भारतीय मूल के मशहूर शेफ फ्लॉयड कार्डोज का निधन; प्रिंस चार्ल्स और स्पेन की उप प्रधानमंत्री भी संक्रमित
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194 देशों में 19 हजार 744 मौतें: भारतीय मूल के मशहूर शेफ फ्लॉयड कार्डोज का निधन; प्रिंस चार्ल्स और स्पेन की उप प्रधानमंत्री भी संक्रमित
स्पेन में 24 घंटे में 443 की मौत, यहां संक्रमण के 5 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा- इटली के बाद अमेरिका कोरोनावायरस का केंद्र बन सकता है
यूरोप में इटली महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित, यहां अब तक 6 हजार 820 मरीजों की जान गई
दैनिक भास्कर
Mar 26, 2020, 02:08 AM IST
रोम/नई दिल्ली/वॉशिंगटन. दुनिया के 194 देश कोरोनावायरस की चपेट में आ चुके हैं। 20,494 लोगों की मौत हो चुकी है। 4 लाख 52 हजार 171 संक्रमित हैं। 1 लाख 11 हजार 942 मरीज ठीक भी हुए। इटली और स्पेन सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। बुधवार देर रात भारतीय मूल के मशहूर शेफ फ्लॉयड कार्डोज का कोरोना संक्रमित होने के कारण अमेरिका में निधन हो गया। वहीं, ब्रिटेन के क्लेरेंस हाउस (रॉयल रेसिडेंस) के मुताबिक, 71 साल के प्रिंस चार्ल्स प्रिंस कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। उनकी पत्नी कैमिला को भी आइसोलेट कर दिया गया है। स्पेन की उप प्रधानमंत्री कार्मेन काल्वो बुधवार रात कोरोनावायरस से संक्रमित पाई गईं।
स्पेन : उप प्रधानमंत्री भी संक्रमित
स्पेन की उप प्रधानमंत्री कार्मेन काल्वो बुधवार रात कोरोनावायरस से संक्रमित पाई गईं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, काल्वो की सेहत चार दिन से नासाज थी। वो घर से ही आईसोलेशन में सरकारी कामकाज कर रही थीं। बुधवार रात उनकी पहली रिपोर्ट पॉजिटिव आई। स्पेन सरकार ने काल्वो के स्टाफ और उनके संपर्क में जो दूसरे लोग आए हैं, उन सभी को क्वारेन्टाइन में जाने का आदेश दिया है। एक मेडिकल बोर्ड इन सभी की निगरानी करेगा। स्पेन में बुधवार रात तक कुल 47,610 मामले सामने आए। 3,434 संक्रमितों की मौत हो चुकी है।
फ्लॉयड नहीं रहे
भारतीय मूल के मशहूर शेफ फ्लॉयड कार्डोज का 18 मार्च को न्यूयॉर्क के एक अस्पताल में कोरोना टेस्ट किया गया था। इसका रिजल्ट पॉजिटिव आया था। इसके बाद से 59 साल के फ्लॉयड का न्यूजर्सी में इलाज चल रहा था। उनकी कंपनी हंगर इंक ने एक बयान में कहा, “बड़े दुख के साथ सूचित किया जा रहा है कि शेफ फ्लॉयड कार्डोज का 25 मार्च को निधन हो गया है। वो अपने परिवार में मां बेरिल, पत्नी बरखा और दो बेटों जस्टिस और पीटर को छोड़ गए हैं।”
प्रिंस चार्ल्स 12 मार्च को क्वीन से मिले थे, 13 मार्च को संक्रमित हुए
डॉक्टरों के अनुसार प्रिंस चार्ल्स 13 मार्च को कोरोनावायरस से संक्रमित हुए थे। चार्ल्स ने बताया कि वह 12 मार्च को आखिरी बार अपनी मां क्वीन एलिजाबेथ- द्वितीय से मिले थे। रॉयल हाउस की ओर से बताया गया कि क्वीन का स्वास्थ्य अच्छा है। हालांकि, इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी कि उनका टेस्ट कराया जाएगा की नहीं। क्वीन 93 साल की हैं और उनके पति प्रिंस फिलिप 98 साल के हैं।
प्रिंस चार्ल्स पत्नी कैमिला के साथ। -फाइल फोटो
इटली में तीन ��प्रैल से खत्म हो रहा लॉकडाउन, हालात अभी भी बेकाबू
इटली में 24 घंटे में 743 लोगों की मौत हुई है। अब तक संक्रमण के 69,176 मामले सामने आए हैं, जबकि 6 हजार 820 लोग मारे जा चुके हैं। देश में लॉकडाउन 3 अप्रैल को खत्म हो रहा है। सरकार ने मंगलवार को कोरोनावायरस को लेकर लापरवाही बरतने वाले लोगों से सख्ती से निपटने के लिए नई एडवाइजरी जारी की।
कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति अगर घर में नहीं रहते हैं तो उन्हें पांच साल तक जेल की सजा हो सकती है।
होम क्वारैंटाइन का उल्लंघन करने पर करीब 33 हजार रु. (400 यूरो) से दो लाख 47 हजार रु. (3,000 यूरो) तक जुर्माना लगाया जा सकता है।
वायरस को फैलने से रोकने के लिए बनाए गए नियम तोड़ने वाले व्यवसायों को पांच से 30 दिनों तक के लिए बंद किया जा सकता है।
सरकार ने कहा कि 31 जुलाई तक हर महीने नियमों की समीक्षा की जाएगी और उन्हें सख्त बनाया जा सकता है।
ईरान में एक दिन में 143 लोगों की मौत
ईरान में एक दिन में 143 लोग मारे गए हैं। यहां अब तक 2,077 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 27017 लोग संक्रमित हो चुके हैं। राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कहा कि कोरोनावायरस से निपटने के लिए लोगों पर और सख्त पाबंदी लगाई जा सकती है। बुधवार शाम तक सरकार इसकी घोषणा कर सकती है। ईरान में अब तक लॉकडाउन नहीं लगाया गया था। लोगों से मौखिक रूप से अपील की गई थी कि वे घर में रहें।
अमेरिका में 18 से 19 मार्च के बीच संक्रमण में 51% की वृद्धि
सीएनएन के मुताबिक, अमेरिका में 4 मार्च से संक्रमण के मामले हर दिन 23% तक बढ़े हैं। वहीं, 18 से 19 मार्च तक 51% की वृद्धि हुई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि अमेरिका कोरोनोवायरस महामारी का केंद्र बन सकता है। उधर, प्रशांत महासागर में तैनात अमेरिकी जंगी जहाज यूएसएस थियोडोर रूजवेल्ट में तीन सैनिक पॉजिटिव मिले हैं। नेवी के कार्यवाहक सचिव थॉमस मूडली ने कहा कि तीनों संक्रमितों को सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनके संपर्क में आए अन्य सैनिकों को भी आइसोलेट किया गया है। इस जंगी जहाज में करीब पांच हजार नाविकों का दल है���
अमेरिकी सीनेट में 2 ट्रिलियन डॉलर का राहत पैकेज पास
कोरोनावायरस की वजह से अमेरिकी अर्थव्यवस्था को काफी नुकसान हो रहा है। इससे निपटने के लिए अमेरिकी सीनेट में बुधवार को 2 ट्रिलियन डॉलर का राहत पैकेज पास किया गया। उधर, जेनेवा में डब्ल्यूएचओ के प्रवक्ता मार्गरेट हैरिस ने मंगलवार को कहा कि अमेरिका में संक्रमण की रफ्तार तेजी से बढ़ रही है। यहां बुधवार सुबह तक 54 हजार 808 लोग संक्रमित हुए हैं। यहां अब तक 784 लोगों की जान गई है।
न्यूयॉर्क में जेएफके एयरपोर्ट।
बुधवार आधी रात से न्यूजीलैंड में आपातकाल
प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डर्न ने बुधवार को कहा कि पूरे देश में चार हफ्ते के लिए राष्ट्रीय आपातकाल लगाया जाएगा। यहां संक्रमण का आंकड़ा 205 ज्यादा हो गया है। देश में बुधवार को 50 नए मामले सामने आए। न्यूजीलैंड के इतिहास में दूसरी बार आपातकाल लगाया गया है। 23 फरवरी 2011 को पहली बार देश में आपातकाल लगाया गया था। उस समय भूकंप में लगभग 200 लोग मारे गए थे।
न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च में एक डिपार्टमेंट स्टोर में जाने के लिए लाइन में लगे लोग।
द. कोरिया में अब तक 126 लोगों की मौत हुई
कोरिया सेंटर फॉर डिजिज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के मुताबिक, दक्षिण कोरिया में बुधवार को संक्रमण के 100 नए मामले सामने आए। देश में अब 9 हजार 137 लोग संक्रमित हैं। वहीं, 126 लोगों की मौत हो चुकी है।
द.कोरिया के डाएगू अस्पताल में ड्यूटी के लिए जाते चिकित्सक।
थाईलैंड में 107 नए मामलों की पुष्टि
थाईलैड के अधिकारियों ने बुधवार को कहा कि देश में संक्रमण के 107 नए मामलों की पुष्टि हुई है। अब यहां संक्रमितों की संख्या 934 हो गई थी। यहां चार मौतें दर्ज की गई हैं। जबकि 70 मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं। 860 मरीजों का अभी भी इलाज चल रहा है।
थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में बस स्टॉप पर बस का इंतजार करते लोग।
भारत में 21 दिन तक लॉकडाउन
भारत में मंगलवार आधी रात से लॉकडाउन लागू कर दिया गया। देश के 1.3 अरब लोग अपने घरों में 21 दिन तक नजरबंद रहेंगे। इस दौरान जरूरी चीजों जैसे सब्जी, दूध और मेडिकल स्टोर खुले रहेंगे। यहां अब तक संक्रमण के 598 मामले हो चुके हैं, जबकि 12 लोगों की मौत हो गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को देश को संबोधित किया।
मौतों के मामले में स्पेन भी चीन से आगे निकला, एक दिन में 443 की मौत इटली के बाद अब स्पेन भी मौतों के मामले में चीन से आगे निकल गया है। बुधवार दोपहर तक स्पेन में संक्रमण से 3,434 लोगों की मौत हो गई। यहां के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि बुधवार को स्पेन में संक्रमण के 5,552 नए मामले सामने आए तो 443 लोगों की मौत हो गई। स्पेन में अब तक संक्रमण के 47610 कुल मामले आ चुके हैं। वहीं अब तक चीन में 3,281 लोगों की मौत हो चुकी है। स्पेन में 14 ��ार्च को 15 दिन तक लॉकडाउन लगाने की घोषणा की गई थी। स्पेन में लॉकडाउन अब 11 अप्रैल तक बढ़ाया जा सकता है।
बार्सिलोना में लोगों ने डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मियों का ताली बजाकर आभार जताया।
फ्रांस में एक दिन में 240 लोगों की मौत
फ्रांस के स्वास्थ्य अधिकारियों ने मंगलवार को कहा कि देश में एक दिन में 240 लोग मारे गए हैं। अब तक कुल 1100 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 22 हजार 304 लोग संक्रमित हुए हैं। इटली और स्पेन के बाद फ्रांस यूरोप में तीसरा सबसे ज्यादा प्रभावित देश है।
इटली, चीन, स्पेन और ईरान के बाद फ्रांस पांचवा देश है, जहां 1 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई है।
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अब तक 9276 मौतें: देश से बाहर किसी भारतीय की पहली मौत ईरान में; 24 घंटे में यहां 149 लोगों की जान गई
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अब तक 9276 मौतें: देश से बाहर किसी भारतीय की पहली मौत ईरान में; 24 घंटे में यहां 149 लोगों की जान गई
स्पेन में अब तक संक्रमण के 17,147 मामले और 767 लोगों की मौत हुई
पाकिस्तान में संक्रमण के 335 मामले सामने आए, जबकि 2 लोगों की मौत हुई
चीन में जनवरी से पहली बार 24 घंटों में कोरोनावायरस एक भी मामला सामने नहीं आया
दैनिक भास्कर
Mar 19, 2020, 07:34 PM IST
वॉशिंगटन. कोरोनावायरस अब दुनिया के लगभग सभी देशों तक पहुंच चुका है। गुरुवार सुबह तक कुल 176 देश इसकी चपेट में आ चुके हैं। अब तक 9,276 लोगों की मौत और 2 लाख 25 हजार 252 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। 85,745 मरीज ठीक भी हुए हैं। ईरान में गुरुवार को वायरस से एक भारतीय नागरिक की मौत हो गई। देश के बाहर किसी भारतीय की यह पहली मौत है। 24 घंटे के भीतर ईरान में 149 लोगों की मौत हो चुकी है।
स्पेन की राजधानी मैड्रिड में 80% लोग कोरोना पॉजिटिव स्पेन की राजधानी मैड्रिड में 10 में 8 लोग कोरोनावायरस से संक्रमित हैं। यहां एक दिन में स्पेन में 129 लोगों की मौत हुई है। मैड्रिड क्षेत्र की अध्यक्ष ईजाबेल डियाज ने बताया कि यह वायरस तेजी से लगभग पूरे क्षेत्र में फैल गया है। हर 24 से 48 घंटे के बीच एक मरीज की मौत हो रही है। हालात बहुत भयावह हैं। अस्पताल में सभी बेड भरे हुए हैं। मरीजों की बढ़ती संख्या पर उन्हें क्वारैंटाइन करना मुश्किल हो रहा है।
सीएनएन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी सरकार जल्द ही आपातकालीन बजट ला सकती है। वॉशिंगटन के सबसे बड़े फुटबॉल मैदान को हॉस्पिटल में तब्दील किया जा रहा है। यहां जल्द ही अंतिम संस्कारों की लाइव स्ट्रीमिंग शुरू की जा सकती है। इसका मकसद भीड़ जुटने से रोकना है।
इंडोनेशिया में 19 लोगों की मौत
मुस्लिम बहुल देश इंडोनेशिया में 2 मार्च को पहला केस सामने आया। इसके बाद केवल दो हफ्तों में संक्रमण का मामला 227 हो गया है, जबकि 19 लोगों की मौत हो चुकी है। बहुत से लोगों का मानना है कि वास्तविक आंकड़ा और भी ज्यादा हो सकता है। सरकार ने देश में आंशिक रूप से लॉकडाउन लगा दिया है। लोगों को घरों से ही काम करने, पढ़ने के लिए कहा गया है।
जावा प्रांत में पार्क को डिसइन्फेक्ट करता कर्मी।
रूस में कोरोनावायरस से पहली मौत
रूस में कोरोनावायरस से गुरुवार को 79 साल की महिला की मौत हो गई। महामारी से देश में यह पहली मौत है। रूसी अधिकारियों ने कहा कि उसे डायबिटीज और हाइपरटेंशन की शिकायत थ। उसके परिवार को निगरानी में रखा गया है। पिछले हफ्ते से अब तक रूस में कोरोना मरीजों की संख्या दोगुनी हो गई है। यहां संक्रमण के 147 मामले सामने आ चुके हैं। यहां मरीजों के लिए 500 बेड का एक अस्पताल बनाया जा रहा है, जो अगले महीने तक तैयार हो जाएगा।
न्यूजीलैंड : सभी विदेशियों के प्रवेश पर रोक न्यूजीलैंड ने गुरुवार को सभी विदेशियों के देश आने पर रोक लगा दी। प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्देन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा, “हमें कोरोनावायरस से अपने देश को बचाने के लिए कुछ सख्त फैसले लेने होंगे। इन पर पूरी तरह अमल भी जरूरी है। आपने देखा होगा कि दुनिया के कई देशों ने विदेशी नागरिकों के आने पर रोक लगा दी है। हमें भी अपनी सीमाओं की कड़ी निगरानी करनी होगी।” इस ऐलान के बाद न्यूजीलैंड में स्थायी, अस्थायी या स्टूडेंट वीजा सस्पेंड माने जाएंगे।
न्यूजीलैंड सरकार ने गुरुवार को अगले आदेश तक विदेश यात्रियों के देश में प्रवेश पर रोक लगा दी। (फोटो बुधवार को क्राइस्टचर्च का)।
अमेरिका : अंतिम संस्कार में हिस्सा लेना भी मुश्किल
अमेरिका में सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल (सीडीसी) जल्द ही लोगों के अंतिम संस्कार में हिस्सा लेने पर रोक लगा सकता है। जिन लोगों के परिचितों का निधन हुआ है, उनके लिए प्रशासन लाइव स्ट्रीमिंग का विकल्प देने जा रहा है। इसका मकसद ये है कि इस दौरान जुटने वाली भीड़ को रोका जा सके। ट्रम्प सरकार पहले ही 10 से ज्यादा लोगों के जुटने पर रोक लगा चुकी है।
चीन के वुहान शहर में हालात अब काबू में हैं। हालांकि, प्रशासन ने अब भी प्रतिबंधों में ढील नहीं दी है।
ब्रिटेन : 10 हजार सैनिक और तैनात होंगे संक्रमण रोकने के लिए जारी निर्देशों का सख्ती से पालन कराने के लिए ब्रिटेन 10 हजार अतिरिक्त सैनिक तैनात करने जा रहा है। कुछ दिन पहले इतने ही सैनिक सड़कों पर उतारे जा चुके हैं। ब्रिटेन के रक्षा विभाग ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
वुहान शहर में सैनिटाइजेशन के लिए स्पोर्ट्स रोबोज का इस्तेमाल भी किया जा रहा है।
ब्रिटेन : स्कूल बंद- परीक्षाएं रद्द ब्रिटेन के शिक्षा मंत्री गेविन विलियम्सन ने गुरुवार को कहा, “शुक्रवार से हम देश के सभी स्कूलों को अगले आदेश तक बंद करने जा रहे हैं। इस दौरान गरीब छात्रों को निशुल्क भोजन सुविधा जारी रहेगी। सभी तरह की परीक्षाएं रद्द की जा चुकी हैं।”
बुधवार को अमेरिका के मियामी एयरपोर्ट पर मौजूद लोगों की स्क्रीनिंग करती मेडिकल टीम।
चीन : वुहान पर पैनी नजर
कोरोनावायरस चीन के वुहान शहर से ही शुरू हुआ था। यहां बुधवार को कोई नया मामला सामने नहीं आया। लेकिन, प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। एक अफसर ने कहा, “हम अगले 14 दिन हालात पर पैनी नजर रखेंगे। अगर इस दौरान कोई नया मामला सामने नहीं आया तो शहर पर लगे प्रतिबंध धीरे-धीरे हटाए जाएंगे।”
स्पेन में मंगलवाल को एक महिला जब बिना मास्क के नजर आई तो सुरक्षाकर्मी ने उससे पूछताछ की।
अमेरिका : फुटबॉल मैदान में अस्पताल वॉशिंगटन के किंग काउंटी फुटबॉल मैदान को अस्पताल में तब्दील किया गया है। यहां 200 बेड लगाए गए हैं। प्रशासन का कहना है कि यहां सिर्फ संदिग्ध रखे जाएंगे। जिन मरीजों को पॉजिटिव पाया जाएगा उनका इलाज अस्पतालों में ही होगा। यह कदम इसलिए उठाया गया है कि अमेरिका में संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। आशंका है कि अस्पतालों में बेड कम पड़ सकते हैं। लिहाजा, उन जगहों का चुनाव किया जा रहा है जहां संदिग्धों को आईसोलेट किया जा सके। इस बीच गेम ऑफ थ्रोन्स में काम कर चुकी अभिनेत्री इंदिरा वर्मा कोरोना पॉजिटिव पाई गई हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा मैं बिस्तर में पड़ी हूं और यह अच्छा नहीं है। आप लोगों से अपील है कि सुरक्षित, स्वस्थ और अपने साथ के लोगों के प्रति दयालु बने रहें।
बुधवार शाम अमेरिका और कनाडा की सीमा पर स्थित डेट्रॅायट के एम्बेसेडर ब्रिज से गुजरते ट्रक। इनमें मेडिकल उपकरण और जरूरी सामान था।
ट्रम्प प्रशासन : आपातकालीन बजट जारी हो सकता है
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि अमेरिकी सरकार जल्द ही एक आपातकालीन बजट जारी कर सकती है। सीनेट और कांग्रेस से जल्द ही इस संबंध में बातचीत की जाएगी। हालांकि, राष्ट्रपति को भी यह विशेषाधिकार है कि वो इमरजेंसी में किसी राज्य या पूरे देश के लिए बजट जारी कर सकें। बाद में इसे संसद मंजूरी दे देती है।
अमेरिका : दो सांसद भी संक्रमित न्यूज एजेंसी के मुताबिक अमेरिका के दो सांसद भी कोरोनावायरस की चपेट में आ गए हैं। गुरुवार सुबह मिली जानकारी के अनुसा, मारियो डियाज बलार्ट और बेन मैक्एडम्स को पॉजिटिव पाया गया है।
इजराइल की लेबनान से लगी सीमा पर सुरक्षा बल संक्रमण की भी जांच कर रहे हैं।
इटली : काबू से दूर संक्रमण इटली सरकार ने अब तक संक्रमण रोकने के जितने उपाय किए हैं, वो बहुत कामयाब नहीं रहे। चीन का मेडिकल स्टाफ यहां करीब 5 दिन से डेरा जमाए है। गुरुवार सुबह तक यहां कुल 35,713 मामले सामने आए। 2,978 संक्रमितों की मौत हो चुकी है। यहां 24 घंटे में 475 लोगों की मौत हुई है। एक दिन में मरने वालों का यह सबसे बड़ा आंकड़ा है। माना जा रहा है कि गुरुवार को इटली सरकार और सख्त कदम उठा सकती है।
मिलान में बुधवार को एक हेल्थ वर्कर मरीज की जांच को जाती हुई।
ईरान : सुधार की उम्मीद ईरान सरकार ने संक्रमण रोकने के लिए बेहद सख्त आदेश जारी किए। यहां लोगों के बाजारों और धार्मिक स्थानों पर जाने पर भी रोक लगा दी गई है। आज यहां सरकार ताजा हालात पर समीक्षा कर सकती है। अमेरिकी प्रतिबंधों की वजह से ईरान में पहले ही काफी दिक्कतें हैं। यहां बैंकों में काजकाज जारी है।
बुधवार को तेहरान की एक बैंक में मास्क लगाकर काम करती कर्मचारी।
सिंगापुर : जानकारी नहीं दी तो जेल सिंगापुर में विदेशी पर्यटक और कामकाजी लोग ज्यादा आते हैं। यहां का एयरपोर्ट दुनिया के सबसे व्यस्त हवाईअड्डों में से एक है। सिंगापर में अब तक 147 मामले सामने आए हैं। ज्यादातर संक्रमित चीन और मलेशिया के नागरिक हैं। प्रशासन ने कहा है कि संक्रमण की जानकारी नहीं देने वालों को 6 महीने जेल या 10 हजार डॉलर का जुर्माना भरना पड़ेगा।
बुधवार को सिंगापुर के एक बाजार से गुजरती महिला। यहां संक्रमण छुपाने पर 6 महीने सजा का आदेश दिया गया है।
ब्राजील के रियो डि जेनेरियो में क्राइस्ट द रिडीमर स्टैच्यू पर उन देशों के राष्ट्रध्वज लगाए गए, जहां अब तक संक्रमण पहुंच चुका है।
चीन में घरेलू संक्रमण का कोई मामला नहीं, बाहर से आए 34 मरीज चीन ने गुरुवार सुबह कहा कि जनवरी के बाद यह पहला मौका जब बीते 24 घंटे में कोरोनावायरस का कोई घरेलू मामला सामने नहीं आया। हालांकि, इसी दौरान 34 ऐसे मरीजों की पहचान की गई जो दूसरे देशों से चीन पहुंचे। यह दो हफ्तों में विदेश से आने वाले संक्रमितों की सबसे बड़ी संख्या है। देर शाम चीन की हेल्थ मिनिस्ट्री इस बारे में विस्तार से जानकारी दे सकती है।
बीजिंग में बुधवार को मास्क पहने एक दंपती।
पाकिस्तान : विदेश मंत्री आइसोलेशन में
मंगलवार को पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी और विदेश मंत्री ��ाह महमूद कुरैशी चीन यात्रा पर थे। यहां से लौटने के बाद कुरैशी को गले में दर्द और बुखार की शिकायत हुई। कुरैशी ने खुद को घर में ही आइसोलेट कर लिया है। वे परिवार के सदस्यों से भी नहीं मिल रहे हैं। दूसरी तरफ, बुधवार रात तक पाकिस्तान में संक्रमण के 301 मामले सामने आ चुके थे। दो लोगों की मौत हुई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्कूलों में आइसोलेशन सेंटर्स बनाए गए हैं। आरोप है कि यहां मास्क, सैनिटाइजर और दवाओं के साथ ही डॉक्टरों की भी किल्लत है।
मंगलवार दोपहर लाहौर के एक स्कूल के बाहर बच्चों को संक्रमण से बचाव के उपाय सुझाता कर्मचारी।
बुधवार को सऊदी अरब के रियाद एयरपोर्ट पर जांच के लिए कतार में खड़े यात्री।
इजराइल : किसी विदेशी को देश आने की इजाजत नहीं इजराइल सरकार और सेना संक्रमण से निपटने के लिए हर तरह के उपाय कर रहे हैं। गुरुवार को नेतन्याहू सरकार ने एक और सख्त कदम उठाते हुए देश में किसी भी विदेशी के आने पर रोक लगा दी। यह प्रतिबंध सभी देशों के लिए है, लेकिन मेडिकल एक्सपर्ट्स और इमरजेंसी फैसिलिटीज को इससे अलग रखा गया है।
जॉर्डन में लॉकडाउन को कामयाब बनाने के लिए सेना को सड़कों पर उतार दिया गया है।
ये देश सबसे ज्यादा प्रभावित
देश मामले मौत चीन 80,928 3,245 इटली 35,713 2,978 ईरान 17,361 1,135 स्पेन 14,769 638 जर्मनी 12,327 28 अमेरिका 9,464 155 फ्रांस 9,134 264 दक्षिण कोरिया 8,565 91 स्विट्जरलैंड 3,115 33 ब्रिटेन 2,626 104 भारत 172 3
(नोट: आंकड़े गुरुवार 19 मार्च दोपहर तक के हैं।)
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दुनिया के लिए सबक / एक महीने पहले चीन में कोरोना के रोज 1500 से 1900 केस आ रहे थे और 200 मौतें हो रही थीं, पिछले 24 घंटे में सिर्फ 11 केस और 13 मौतें
कोरोनावायरस यूरोप में / इटली का लोम्बार्डी दुनिया का नया वुहान बना, यहां अब तक 1200 से ज्यादा मौतें, एम्बुलेंस कम पड़ गईं, आईसीयू में मरीजों के लिए जगह नहीं
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विशेषज्ञ: आप चीन से पैकेजों से कोरोनावायरस को नहीं पकड़ेंगे
चीन से कोरोनोवायरस का प्रसार जारी है - और 11 ने अमेरिकी मामलों की पुष्टि की है - कई अमेरिकी बीमार होने से डरते हैं। और एक ऐसे युग में जब आप दुनिया में कहीं से भी कुछ भी मंगवा सकते हैं, कुछ इस बात से चिंतित हैं कि यह बीमारी चीन से भेजे गए पैकेज जैसे सतहों पर दुबकी हो सकती है। तो क्या आप पार्सल से कोरोनावायरस को अनुबंधित कर सकते हैं? सरल जवाब: सबसे अधिक संभावना नहीं है। दोनों संघीय स्वास्थ्य एजेंसियों और संक्रामक रोग विशेषज्ञों का कहना है कि वायरस मेल किए गए पैकेजों पर लंबे समय तक नहीं रहेगा और आप इसे सतह के बजाय किसी व्यक्ति से पकड़ने की अधिक संभावना रखते हैं। सीडीसी का कहना है कि चिन से भेजे गए पैकेजों से फैलने वाले नए कोरोनावायरस का 'बहुत कम जोखिम' है (फाइल इमेज) रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) अपनी वेबसाइट पर बताता है कि यह सतह से कोरोनावायरस को अनुबंधित करने की बहुत संभावना नहीं है। जबकि एक व्यक्ति वायरस को दिनों - या यहां तक कि हफ्तों तक ले जा सकता है - वायरस शरीर के बाहर लंबे समय तक नहीं रहते हैं। इसका मतलब यह है कि अगर वायरस एक सतह पर पाया जाता है, तो जीवन काल सीडीसी के अनुसार, 'घंटों की सीमा में' है। और क्योंकि पैकेज एक दरवाजे पर समाप्त होने से पहले कई अलग-अलग वातावरणों से गुजरते हैं, जिससे उनके जीवित रहने की संभावना कम हो जाती है। इसके अतिरिक्त, पेन्सिलवेनिया स्टेट यूनिवर्सिटी में सेंटर फॉर इंफेक्शियस डिजीज डायनामिक्स के निदेशक डॉ। एलिजाबेथ मैकग्रा कहते हैं कि एक कार्डबोर्ड बॉक्स कीटाणुओं के लिए एक अच्छा प्���जनन मैदान नहीं है। 'हम इन विषाणुओं के बारे में जो जानते हैं, वह यह है कि ये सतहों पर बहुत लंबे समय तक नहीं टिकते हैं, और यह विशेष रूप से बहुत छिद्रपूर्ण सतह के लिए होता है' जैसे कार्डबोर्ड, उसने एनपीआर को बताया। क्या अधिक है, वर्तमान में कोई मामला नहीं है - या अमेरिका के बाहर - जो कि संकुल को संभालने से आए हैं। 'उत्पादों या पैकेजिंग से फैलने की संभावना बहुत कम है जो चीन से भेजते हैं', सीडीसी अपनी वेबसाइट पर लिखता है। एजेंसी का कहना है कि यह 'श्वसन की बूंदों' के बारे में सबसे अधिक चिंतित है, जो एक संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने पर फैलता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ गर्म पानी और साबुन से हाथ धोने और कोहनी में खाँसने या छींकने जैसी सावधानी बरतने की सलाह देते हैं - कीटाणुओं को फैलने से रोकने के लिए। दिसंबर 2019 में प्रकोप शुरू होने के बाद से, 99 प्रतिशत मामले चीन में और ज्यादातर वुहान में हुए हैं, जहां वायरस की उत्पत्ति हुई है। अब तक, दुनिया भर में 17,200 से अधिक लोग कोरोनोवायरस से संक्रमित हैं और 360 लोग मारे गए हैं। अमेरिका में कैलिफोर्निया में छह, इलिनोइस में दो और एरिजोना, मैसाचुसेट्स और वाशिंगटन में एक-एक सहित 11 पुष्टि मामले हैं। गुरुवार शाम को अमेरिकी विदेश विभाग ने एक लेवल 4 यात्रा चेतावनी जारी की, इसकी उच्चतम चेतावनी, अमेरिकियों को 'चीन की यात्रा न करने' की सलाह देते हुए। चीन और अमेरिका के अलावा, ऑस्ट्रेलिया, कंबोडिया, कनाडा, फिनलैंड, फ्रांस, जर्मनी, हांगकांग, भारत, इटली, जापान, मकाऊ, मलेशिया, नेपाल, फिलीपींस, रूस, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया, स्पेन में मामलों की पुष्टि की गई है। , श्रीलंका, स्वीडन, ताइवान, थाईलैंड, ब्रिटेन, संयुक्त अरब अमीरात और वियतनाम।
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इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत करने के लिए हेअल्थी ड्रिंक्स
आयुर्वेद हमारी कई स्वास्थ्य से जुड़ी हुई समस्याओं को ठीक करने के लिए असरदार होता है यही कारण है कि बड़े बड़े पैमाने पर लोग आजकल आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति का सहारा ले करके अपनी बीमारियों को ठीक करते हैं तथा सुरक्षित रखते हैं बीमारियों से बचे रहने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी यह होता है कि हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत बनी रहे यानी कि हमारी इम्यूनिटी हमेशा अच्छी रहे इससे हमारे शरीर में जो बीमारियां उत्पन्न होती हैं उनसे लड़ने में सुरक्षा मिलती है और यह संक्रमण से हम को बचाती हैं इनसे बचने के लिए हमें आयुर्वेदिक चीजों का सहारा लेना पड़ता है सर्दी खांसी जुकाम बुखार जैसी स्थिति मजबूत एबिलिटी वालों को छू भी नहीं पाती हैं इसके लिए हमें इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत बनाए रखने के लिए हम यहां आपको दो तरीके के आयुर्वेदिक ड्रिंक के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे आप घर पर आराम से बहुत कम समय में तैयार कर सकते हैं|
जो कि आपके शरीर के लिए बहुत ज्यादा अच्छी होंगी जोकि साथ-साथ आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने के साथ-साथ आपको स्वस्थ भी रखेंगे हम कई प्रकार के ड्रिंक का इस्तेमाल कर सकते हैं आज आपको हम यहां कुछ खास तरीके के 2 दिन बता रहे हैं जो आपको बहुत ज्यादा असर कारी रहेंगे इसके लिए आपको सारा तथा बादाम दो ऐसे ड्राई फ्रूट हैं जिन्हें हम आम तौर पर घर में बनाने वाले किसी भी व्यंजन में डालते हैं । द्वारा तथा बदाम सेहत के लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद माना जाता है नेशनल सेंटर ऑफ बायो टेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन के अनुसार द्वारा और बादाम में दो ऐसे ड्राई फ्रूट होते हैं जो हमारे इम्यून सिस्टम सेल्स को मजबूत बनाने में बहुत योगदान देते हैं इसके सेवन नियमित रूप से करने वाले लोगों की प्रतिरोधक क्षमता भी बहुत ज्यादा स्ट्रांग होती है जबकि टीम के रूप में अगर आप इसका इस्तेमाल करते हैं तो यह आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बहुत तेजी से मजबूत कर सकता है|
खासकर कोरोनावायरस के इस बुरे वक्त में चंद्रमा से इस दौर में हमें रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाना है हमारे लिए बहुत ज्यादा जरूरी हो गया है इस वक्त हमारे शरीर से संक्रमण से लड़ने की ताकत को बढ़ा सकता है तो यही वह दिन से और संक्रमण की चपेट में आने से रोक सकता है। हम आपको इस दिन को तैयार करने का तरीका बताते हैं एक गिलास तैयार करने के लिए आपको तीन से चार पानी में भीगे हुए छुआरे तीन से चार पानी में भीगे हुए बादाम तथा एक गिलास दूध इस लिंक को तैयार करने की विधि पहला भिगो कर रखे हुए बदाम और सारे को पानी से निकालकर इन्हें अच्छी तरह धो लें अब ग्राइंडर में बादाम बेचारे को डालें और थोड़ा सा दूध मिला लें अब इसे कम से कम 5 मिनट तक चला है ताकि बदाम और छोरा बारीक बारीक टुकड़ों में कट करके उसका पेस्ट बन जाए बचा हुआ दूध में मिलाकर कम से कम 3 मिनट तक ग्राइंडर को फिर से चलाएं तथा इसमें मीठे स्वाद के लिए चीनी का भी इस्तेमाल कर सकते हैं रात को सोने से पहले आप इस लिंक को सेवन करें और आपको नींद भी बहुत अच्छी आएगी और यह आपके स्वास्थ्य के लिए भी बहुत ज्यादा फायदेमंद साबित होगा दूसरा ड्रिंक है|
तुलसी हल्दी दालचीनी लौंग से बना काला जो आर्किमिडी बढ़ाने के लिए बहुत ज्यादा अचूक कारगर है जहां बताते हैं कि यह ड्रिंक किस तरीके से बनाया जाता है आपको इस दिन को बनाने के लिए तुलसी हल्दी दालचीनी लौंग से बना काढ़ा कुछ सामान्य सामग्रियों के साथ बनाया जा सकता है जो आप में औषधीय तथा उपचार 1 गुणों के लिए प्रसिद्ध है यह सभी सामग्रियां अपनी विशेषताओं को काला में कहलाती हैं तथा एक साथ आपकी शरीर की एनर्जी बढ़ाने और बेहतर करने के लिए बहुत ज्यादा उपयोगी है यह कड़वी ड्रिंक पी में सुधार करने में बहुत ज्यादा मदद करती है यह है आम भारतीय मसालों के साथ-साथ बनाई जाती है यह एक रेसिपी है जो आपको घर पर काढ़ा बनाने में बहुत मदद करेगी हम सभी अचानक से एक लंबे म्यूजियम के लाभों के लिए जाग गए हैं करो ना वायरस की महामारी में हमें ये एहसास हो चुका है कि हमारे शरीर में संक्रमण से लड़ने के लिए एक को मजबूत होना बहुत जरूरी है|
हालांकि इस समय यह साबित करने की कोई जरूरत नहीं है कि इम्यून वायरस को रोकने या इलाज करने में मदद करता है लेकिन आपको स्वस्थ स्वस्थ रखने में मदद करता है और लोगों को आंशिक रूप से भी मजबूरी होती है जबकि अन्य को इस बना इसे बनाने के लिए कई उपाय करने पड़ते हैं उनकी बढ़ाने के लिए प्राकृतिक तरीकों से बेहतर और कुछ नहीं हो सकता हर्बल चाय ड्रिंक काढ़ा तथा कई नेचुरल चीजें हैं जो हमारी इम्यूनिटी को बहुत अच्छे से फायदेमंद करती हैं जिसमें कि हमें हेल्दी रखने की बहुत ताकत होती है आम सर्दी खांसी और जुखाम अन्य समस्याओं से दूर रखने में मदद करती है यह इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए एक काला दिया बता रहे हैं जो ब्यूटी के लिए बहुत अच्छा है जिसको बनाने के लिए आपको तुलसी हल्दी लॉन्ग दालचीनी से बड़ा हुआ काला होता है इसमें से सारे औषधीय गुण होते हैं जीवाणुओं और एंटी एंड प्लेइंग इन गुणों से भरपूर होते हैं गले में खराश के प्रबंधन के लिए लॉन्ग बहुत ज्यादा उपयोगी होती है|
यह सभी सामग्रियां कई विशेषताओं से भरपूर होती हैं यह सभी रोटी बनाने के लिए बहुत फायदेमंद होती है इसे घर पर कैसे बनाना है यह हम आपको बताते हैं चार कप काढ़ा बनाने के लिए आपको सामग्री में 10 तुलसी के पत्ते 1 इंच दालचीनी का टुकड़ा 23 लॉन्ग आधा चम्मच हल्दी दो चम्मच शहद इसमें आपको सबसे पहले एक मुसल में तुलसी के पत्ते दालचीनी हल्दी और लॉन्ग को दरदरा पीस लें इसके बाद एक पैन में फंसे हुए मसालों को डालें हल्दी पाउडर के साथ सभी मसालों को सूखा भून लें अब इसमें तीन से पांच कप पानी मिला लें और इसे उबालें इसे पांच 7 मिनट तक उबालें ताकि मसालों का स्वाद और पोषण तत्व इसमें अच्छे से घुल मिल जाए अब बहुत अच्छी तरह से इस गाड़ी को उबाल जाने के बाद इसे छान लें तथा इसमें एक से दो चम्मच शहद का मिलाकर के इस कार्य का घूंट घूंट करके इसे पी हैं और इसका डे को गरम-गरम ही पीना है गर्म पानी से गले की खराश में मदद मिलती है और कुछ आराम आता है इसलिए सुनिश्चित करें कि आपके पास गर्म काढ़ा हो और इसे हर दिल लेने की कोशिश करें इससे आपकी इम्यूनिटी बहुत अच्छी हो जाएगी तथा आपका शरीर रोगों से लड़ने के लिए तैयार हो जाएगा
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