#कुल संख्या 12 लाख के पार
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newshindiplus · 4 years ago
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Coronavirus India: एक दिन में 45,720 केस और 1129 मौतें, कुल संख्या 12 लाख के पार
Coronavirus India: एक दिन में 45,720 केस और 1129 मौतें, कुल संख्या 12 लाख के पार
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नई दिल्ली.भारत में कोविड-19 (Covid-19) के 12 लाख से ज्यादा केस हो गए हैं. बुधवार को कोरोना वायरस के अब तक के सबसे ज्यादा मामले आए. 24 घंटे में 45,720 नए मरीज मिले हैं और 1129 मरीजों की जान गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) की ताजा जानकारी के मुताबिक, देश में अभी कोरोना के 12 लाख 38 हजार 635…
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ddtvnews · 4 years ago
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Coronavirus India : एक दिन में 45,720 केस और 1129 मौतें, कुल संख्या 12 लाख के पार
Coronavirus India : एक दिन में 45,720 केस और 1129 मौतें, कुल संख्या 12 लाख के पार
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नई दिल्ली. भारत में कोविड-19 (Covid-19) के 12 लाख से ज्यादा केस हो गए हैं. बुधवार को कोरोना वायरस के अब तक के सबसे ज्यादा मामले आए. 24 घंटे में 45,720 नए मरीज मिले हैं और 1129 मरीजों की जान गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) की ताजा जानकारी के मुताबिक, देश में अभी कोरोना के 12 लाख 38 हजार 635…
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breakingnewsfirst · 3 years ago
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1. यूपी में तेजी बढ़ रहा है कोरोना संक्रमण , प्रदेश में , अब इस दिन तक बंद रहेंगे सभी स्कूल - कॉलेज
उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण का कहर बढ़ता जा रहा है । हर दिन कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो रही है । इसको देखते हुए शासन ने बड़ा निर्णय लिया है ।
12. गैस सिलेंडर मंगवाना हुआ आसान, इस शहर में शुरू हुई सेवा
11. भारतीय रेलवे ने 16 से 24 जनवरी तक 20 से अधिक ट्रेनों को किया रद्द : यहां देखें पूरी लिस्ट
2. दारा सिंह चौहान सपा में हुए शामिल , बोले साथ तो सबका लिया गया लेकिन विकास कुछ लोगों का हुआ
2. जेल से बाहर निकलते ही सरकार पर बरसे अब्दुल्ला आजम, बोले-10 मार्च को अखिलेश को CM बनाना है
आजम ने कहा कि कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुये मीडिया से बात करना उनका और मीडिया का लोकतांत्रिक मौलिक अधिकार है। उन्होंने कहा कि आने वाली 10 मार्च को अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनाना है। इसके साथ ही सत्ता का सितम और जुल्म खत्म होगा
4. टिकट न मिलने से नाखुश SP कार्यकर्ता ने की आत्मदाह की कोशिश, प्रदेश मुख्यालय के बाहर मची खलबली
5. राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के एक साल होने पर बोले नड्डा, भारत ने कोविड के खिलाफ लड़ाई का नेतृत्व किया
6. महाराष्ट्र में ढ़ाई लाख के पार हो ग�� कोरोना सक्रिय मामले, मिले 42462 नए मरीज, 23 की मौत
देशभर में कोरोना का घातक माहौल हैं जहां हर दिन लाखों संक्रमित आ रहे हैं। ऐसे में महाराष्ट्र की स्थिति सबसे विकट हैं जहां कोरोना सक्रिय मामले ढ़ाई लाख के पार हो गए हैं। सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 2,64,441 हो गई। राज्य में बीते 24 घंटे में ओमिक्रॉन के 125 मामले दर्ज किए गए हैं, यहां कोरोना के नए वैरिएंट के कुल मामलों की संख्या 1,730 हो गई है। 
7. सीएम चन्नी 14 फरवरी को नहीं चाहते चुनाव, निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर की ये मांग
निर्वाचन आयोग ने पंजाब में 14 फरवरी को मतदान की तारीख घोषित की है. निर्वाचन आयोग की ओर से जारी तारीखों के मुताबिक, राज्‍य की सभी 117 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान कराए जाएंगे और रिजल्‍ट की घोषणा 10 मार्च को होगी. पंजाब के मुख्‍यमंत्री चन्‍नी ने चुनाव आयोग को लिखे पत्र में उन्‍होंने गुरु रविदास जयंती का हवाला देते हुए 14 फरवरी को प्रस्‍तावित आगामी पंजाब विधानसभा चुनाव के मतदान को कम से कम छह दिनों के लिए टालने की अपील की है.
8. UP : कोरोना की स्थिति नियंत्रित,CM योगी ने लोगों से की अपील- भीड़ में जाने से बचें और सावधानी बरतें
9. AIMIM ने अपने प्रत्याशियों की पहली सूची की जारी, ओवैसी ने यूपी चुनाव में उतारे उम्मीदवार 
9. गोवा में बोले केजरीवाल, खुद PM मोदी ने दिया है ईमानदारी का सर्टिफिकेट
केजरीवाल ने कहा कि हमारी पार्टी सबसे अच्छी है और दिल्ली में हमने यह किया है. उन्होंने कहा, पीएम मोदी द्वारा एक सर्टिफिकेट प्रदान किया गया है, जिन्होंने मुझ पर छापे मारे. सीबीआई और पुलिस द्वारा उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पर छापे मारे गए. उन्होंने एक आयोग का गठन किया और हमारी 400 फाइलों की जांच की,  लेकिन उन्हें एक भी गलती नहीं मिली. दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा, तो... यह साबित करता है कि आप सबसे ईमानदार और आपकी पार्टी ईमानदार है. अगर हमें गोवा में सरकार बनाने की अनुमति दी जाती है, तो मैं आपसे वादा करता हूं कि यह एक ईमानदार सरकार होगी.
10. भाजपा की नफरत की राजनीति देश के लिए हानिकारक: राहुल
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष एवं सांसद राहुल गांधी ने एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी पर करारा प्रहार करते हुए आरोप लगाया कि भाजपा की नफ़रत भरी राजनीति देश के लिए बेहद हानिकारक है और ये नफ़रत ही ��ेरोज़गारी के लिए भी ज़िम्मेदार है।
13. ग्राहकों को झटका! 4.3% महंगी हुई Maruti Suzuki की कारें, जानें क्या है वजह
देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) ने अपने विभिन्न मॉडलों के दाम 4.3 प्रतिशत तक बढ़ा दिए हैं। कंपनी ने शनिवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि उत्पादन लागत में हुई वृद्धि के बोझ को आंशिक रूप से कम करने के लिए उसे यह कदम उठाना पड़ा है। कंपनी ने अपने विभिन्न मॉडलों की कीमतों में 0.1 से 4.3 प्रतिशत तक की वृद्धि की है। शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कंपनी ने कहा कि दिल्ली शोरूम में विभिन्न मॉडलों की भारित औसत कीमत में 1.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
14. दिसंबर में भारत की थोक महंगाई घटकर 13.56 फीसदी हुई
सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, दिसंबर 2021 में थोक महंगाई दर (होलसेल प्राइस इंडेक्स) गिरकर 13.56 फीसदी पर रही, जबकि नबंवर में ये आंकड़ा 14.23 फीसदी था। मंत्रालय ने दिसंबर के लिए भारत में थोक मूल्य के सूचकांक संख्या की अपनी समीक्षा में यह जानकारी दी।
बयान के अनुसार, दिसंबर, 2021 के महीने के लिए हढक में महीने दर महीने बदलाव नवंबर, 2021 की तुलना में (माइनस) 0.35 प्रतिशत रहा।
15. कोरोना संक्रमित से ठीक हुए लोगों को नई बीमा पॉलिसी लेने के लिए तीन महीने तक करना होगा इंतजार
12.देश के कई क्षेत्रों में तरह-तरह के बदलाव किए जा रहे है इस बीच Indane के रसोई गैस कस्टमर्स को नये सिलेंडर के लिए ज्यादा प्रतीक्षा नहीं करना पड़ेगी. कंपनी ने दो घंटे में गैस डिलिवरी की सेवा आरम्भ की है. इससे कंपनी के उन रसोई गैस कंज्यूमर को बड़ा लाभ मिलेगा जिन्हें गैस सिलेंडर बुक कराने के पश्चात् लम्बी प्रतीक्षा करना पड़ती थी. Indane ने ट्वीट कर इसकी खबर दी है. कंपनी ने बताया है कि यह अपनी तरह की पहली सेवा है. हालांकि, कंपनी यह सुविधा अभी एक शहर के चुनिंदा डिस्ट्रीब्यूटर्स के उपभोक्ताओं को दे रही है मगर आने वाले वक़्त में इसके विस्तार से तकरीबन 30 करोड़ रसोई गैस उपभोक्ताओं को लाभ पहुं���ेगा. 
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abhay121996-blog · 3 years ago
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आपदा में अवसर: कोरोना संकट के दौरान किस तरह और रईस हुए हैं दुनिया के अरबपति Divya Sandesh
#Divyasandesh
आपदा में अवसर: कोरोना संकट के दौरान किस तरह और रईस हुए हैं दुनिया के अरबपति
नई दिल्ली पिछले दशक में दुनिया भर में अरबपतियों की आबादी () तेजी से बढ़ी है पिछले एक दशक में दुनिया भर में अरबपतियों (billionaire) की तादाद 5 गुना हो गई है। अगर दुनिया के रईस लोगों की बात करें तो उनकी संपत्ति 100 अरब डॉलर के पार चली गई है। दुनिया में लोगों की बढ़ती संख्या ( population) की वजह से बड़े पैमाने पर आर्थिक असमानता बढ़ी है। कोरोना संकट के दौर में Tesla Inc के संस्थापक एलन मस्क की संपत्ति 25 अरब डॉलर से बढ़कर 150 अरब डॉलर हो गई है।
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आपदा बना अवसर दुनिया भर में अमीर और ��रीब लोगों के बीच बढ़ते अंतर की ��जह से एक बार फिर पूंजीवाद पर व्यापक बहस छिड़ने की आशंका है। कोरोनावायरस संकट (Covid Crisis) ने इस ट्रेंड में और वृद्धि की है। वास्तव में यह कहा जा सकता है कि अमीरों के लिए कोरोनावायरस (Covid19) महामारी आपदा में अवसर की तरह सामने आई है। कोरोना संक्रमण के दौर में आर्थिक मंदी (Economic Crisis) से निपटने के लिए दुनिया भर के केंद्रीय बैंकों ने अर्थव्यवस्था (Economy) में काफी रकम डाला है।
केंद्रीय बैंकों की बड़ी पहल अगर दुनिया भर की जीडीपी को संभालने के लिए इस रकम की बात करें तो दुनिया भर के सेंट्रल बैंक ने $9 लाख करोड़ से अधिक की रकम अर्थव्यवस्था में डाली है। इस रकम का ज्यादातर हिस्सा वित्तीय बाजार (capital market) में चला गया है। इस वजह से दुनिया भर के रईसों की संपत्ति बढ़ी है। अगर पिछले 12 महीने की बात करें तो दुनिया भर के अरबपतियों (billionaire) की संपत्ति पांच लाख करोड़ डालर से बढ़कर 13 लाख करोड डॉलर पर पहुंच गई है। फोर्ब्स मैगजीन द्वारा दुनिया के अमीरों की तैयार की जाने वाली सालाना लिस्ट (Forbes List) में इस वजह से काफी असर देखा गया है।
अरबपतियों की लगातार बढ़ रही है संख्या फोर्ब्स की साल 2021 की सूची छह अप्रैल को सामने आई थी। इसके हिसाब से अरबपतियों की संख्या (billionaire population)700 से बढ़कर 2700 पर पहुंच गयी है। कोरोना महामारी (Covid19) के दौर में सबसे अधिक चीन में बढ़े हैं। एक साल में चीन में 238 नए अरबपति (billionaire) सामने आये हैं। इस हिसाब से हर 36 घंटे में चीन में एक व्यक्ति अरबपति बन रहा है। अब तक सिर्फ चीन में ही 626 अरबपति हो चुके हैं। इसके बाद अमेरिका में पिछले साल भर में 110 नए अरबपति (billionaire) बने हैं जिससे USA में अरबपतियों की कुल संख्या अब 724 हो गई है। भारत में पिछले साल भर में 38 नए अरबपति (billionaire) बने हैं जिस वजह से बिलिनेयर की कुल संख्या अब 140 हो गई है।
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realtimesmedia · 4 years ago
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दुनियाभर में कोरोना से मरने वालों की संख्या 12 करोड़ पार
दुनियाभर में कोरोना से मरने वालों की संख्या 12 करोड़ पार
नयी दिल्ली. दुनियाभर में कोरोना वायरस के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 12.27 करोड़ के पार पहुंच गई है, जबकि 27 लाख से अधिक लोग इस बीमारी से अपनी जान गंवा चुके हैं। जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी ने यह जानकारी दी है। यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर सिस्टम्स साइंस एंड इंजीनियरिंग (सीएसएसई) ने रविवार सुबह अपने नवीनतम अपडेट में खुलासा किया है कि वर्तमान वैश्विक मामलों और मौतों का आंकड़ा 122,736,841 और 2,708,557…
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journalistcafe · 4 years ago
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दुनियाभर में कोरोना मामलों की संख्या 12 करोड़ पार, जानिए टॉप 10 देशों का हाल
दुनियाभर में कोरोना मामलों की संख्या 12 करोड़ पार, जानिए टॉप 10 देशों का हाल
दुनियाभर में कोरोनावायरस के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 12 करोड़ के पार पहुंच गई है, जबकि 26.5 लाख से अधिक लोग इस बीमारी से अपनी जान गंवा चुके हैं। जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी ने यह जानकारी दी है। यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर सिस्टम्स साइंस एंड इंजीनियरिंग (सीएसएसई) ने मंगलवार सुबह अपने नवीनतम अपडेट में खुलासा किया है कि वर्तमान वैश्विक मामलों और मौतों का आंकड़ा क्रमश: 120,180,835 और 2,659,623 है। सबसे…
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sagarsinghji78 · 4 years ago
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महाराष्ट्र में कोरोना की तीसरी लहर की दस्तक; यहां नए मरीज मिलने की रफ्तार में 200% का इजाफा
महाराष्ट्र ने फिर से देश की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। पिछले एक हफ्ते से यहां नए मरीजों के मिलने की रफ्तार में 200% का इजाफा देखने को मिला है। यही कारण है कि 7 दिन से लगातार एक्टिव केस की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। इन आंकड़ों से साफ है कि राज्य में कोरोना की तीसरी लहर ने दस्तक दे दी है। अगर समय रहते इस पर काबू नहीं पाया गया तो हालात और खराब हो सकते हैं।
गुरुवार को राज्य में रिकॉर्ड 5,427 नए मरीज मिले। 4 दिसंबर के बाद ये पहली बार है जब राज्य में 5 हजार से ज्यादा नए मरीज एक दिन में मिले हैं। राज्य में अब तक 20 लाख 81 हजार 520 लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 19 लाख 87 हजार 804 लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि 51 हजार 669 मरीजों की मौत हो गई। 40 हजार 858 मरीज ऐसे हैं जिनका इलाज चल रहा है। इस बीच, महाराष्ट्र सरकार ने कहा बताया कि अमरावती, यवतमाल और सतारा में नए स्ट्रेन का कोई नया मामला नहीं मिला है। ये राहत की बात है।
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पिछले 24 घंटे में 12 हजार से ज्यादा मामले देश में गुरुवार को कुल 12,826 नए मरीज मिले। 10,489 ठीक हुए और 86 संक्रमितों ने जान गंवाई। अब तक कोरोना के 1.09 करोड़ क��स आ चुके हैं। इनमें से 1.06 करोड़ मरीज ठीक हो चुके हैं। 1.56 लाख ने जान गंवाई है, जबकि 1.36 लाख का इलाज चल रहा है।
वैक्सीनेशन का आंकड़ा एक करोड़ के पार देश में वैक्सीन हासिल करने वालों का आंकड़ा आज 1 करोड़ के पार हो गया। अब तक 1 करोड़ 1 लाख 88 हजार से ज्यादा हेल्थ केयर और फ्रंट लाइन वर्कर्स को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। इतने लोगों तक वैक्सीन पहुंचाने में 34 दिन लगे। अब तक 62 लाख से ज्यादा हेल्थ केयर वर्कर्स और 31 लाख से ज्यादा फ्रंट लाइन वर्कर्स का वैक्सीनेशन हो चुका है। 4.64 लाख हेल्थ केयर वर्कर्स ऐसे भी हैं जिन्हें वैक्सीन की दूसरी डोज भी लग चुकी है।
5वां देश ��हां सबसे ज्यादा वैक्सीनेशन भारत दुनिया का 5वां देश है जहां अब तक सबसे ज्यादा लोगों को वैक्सीन दी जा चुकी है। अमेरिका में 5 करोड़, चीन में 4 करोड़ यूरोपियन यूनियन में 2 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाई गई है। पूरी दुनिया में अब तक 18 करोड़ 84 लाख से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगाई गई है। 97 देश और उपमहाद्वीप में वैक्सीनेशन का प्रॉसेस शुरू हो चुका है।
कोरोना अपडेट्स
महाराष्ट्र में बढ़ते कोरोना मामलों के के मद्देनजर अमरावती में हर शनिवार रात 8 बजे से सोमवार सुबह 7 बजे तक लॉकडाउन रहेगा। अकोला में भी हर रविवार को लॉकडाउन रहेगा। वहीं, यवतमाल में भी पाबंदियों में बढ़ोतरी की गई है। यहां सभी स्कूल-कॉलेज 28 फरवरी तक बंद रखने का फैसला किया गया है। रेस्टोरेंट, फंक्शन हॉल में 50% लोग ही आ सकेंगे। किसी भी जगह 5 से ज्यादा लोगों के इकट्‌ठा होने पर प्रतिबंध रहेगा।
मुंबई में BMC ने नई गाइडलाइन जारी की। इसके मुताबिक, अगर किसी बिल्डिंग में 5 या उससे ज्यादा केस मिलते हैं, तो बिल्डिंग को सील कर दिया जाएगा। होम क्वारैंटाइन किए गए मरीज के हाथ के पीछे पर स्टाम्प लगाया जाएगा। लोकल ट्रेन में बिना फेस मास्क लगाए यात्रा करने वालों पर नजर रखने के लिए 300 मार्शल नियुक्त किए जाएंगे।
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। उन्होंने खुद इसकी जानकारी दी।
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shaileshg · 4 years ago
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दुनिया में कोरोना मरीजों का आंकड़ा शुक्रवार सुबह 5.30 करोड़ के पार हो गया। 3 करोड़ 71 लाख से ज्यादा लोग ठीक हो चुके हैं। अब तक 12 लाख 98 हजार से ज्यादा लोग जान गंवा चुके हैं। ये आंकड़े https://ift.tt/2VnYLis के मुताबिक हैं। अमेरिका में संक्रमण की रफ्तार कम होने का नाम नहीं ले रही है। यहां गुरुवार को एक ही दिन में एक लाख 40 हजार मामले सामने आए। वहीं, फ्रांस में लॉकडाउन से कम होते मामलों के बाद सरकार इसे दो हफ्ते बढ़ाने पर विचार कर रही है।
अमेरिका में फिर रिकॉर्ड अमेरिका में लगातार दूसरे दिन एक लाख 35 हजार से ज्यादा मामले सामने आए। गुरुवार को यहां एक लाख 40 हजार मामले सामने आए। इसके एक दिन पहले यानी बुधवार को एक लाख 35 हजार मामले सामने आए थे। कुल मिलाकर एक हफ्ते में 10 लाख से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। इस बीच, कोरोनावायरस टास्क फोर्स में शामिल और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के सलाहकार डॉक्टर एंथोनी फौसी ने कहा है कि अमेरिका में किसी लॉकडाउन की जरूरत नहीं है। डॉक्टर फौसी ने कहा- अगर हम मास्क लगाएं और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें तो लॉकडाउन जैसे सख्त उपायों की जरूरत नहीं होगी। फौसी ने माना कि अमेरिका में मामले बहुत ज्यादा हैं, लेकिन उम्मीद जताई कि वैक्सीन भी जल्द आने वाली है। उनके मुताबिक, अप्रैल और मई तक हालात काबू में होंगे।
225 रुपए में लगेगा कोरोना का टीका, वैक्सीन तैयार करने वाले सीरम इंस्टीट्यूट ने बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन और गावी के साथ किया करार
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शिकागो में गुरुवार को एक स्टैच्यू के सामने से गुजरती महिला। अमेरिका में गुरुवार को फिर एक लाख से ज्यादा मामले सामने आए। गुरुवार को यहां कुल एक लाख 40 हजार मामले सामने आए।
इटली में अप्रेल के बाद सबसे ज्यादा मौतें इटली में संक्रमण की दूसरी लहर खतरनाक साबित हो रही है। गुरुवार को यहां 636 संक्रमितों की मौत हो गई। यह 6 अप्रैल के बाद एक दिन में होने वाली सबसे ज्यादा मौतें हैं। इसके अलावा एक ही दिन में यहां 5 हजार नए मामले सामने आए। पहली लहर यानी नवंबर के बाद सबसे ज्यादा प्रभावित शहर लोम्बार्डी में हालात फिर खतरनाक होने लगे हैं। यहां के अस्पतालों में भर्ती होने वाले गंभीर मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ने लगी है। हालांकि, इटली सरकार ने साफ कर दिया है कि वो लॉकडाउन नहीं करेगी।
कोरोना देश में : पश्चिम बंगाल की सीएम ममता का बड़ा फैसला, अगले साल बगैर परीक्षा दिए पास हो जाएंगे 10वीं-12वीं के स्टूडेंट्स
वैक्सीन से खत्म होगी महामारी जर्मन कंपनी बायोएनटेक के चीफ एग्जीक्यूटिव उगुर सेहिन ने कहा है कि कोविड-19 का वैक्सीन आने के बाद महामारी पूरी तरह खत्म हो जाएगी। एक इंटरव्यू में सेहिन ने कहा- इस महामारी ने पूरी दुनिया को बंधक बना लिया है। हमें उम्मीद है कि वैक्सीन आने के बाद दुनिया आजाद होगी। क्लीनिकल ट्रायल्स चल रहे हैं। हमें उम्मीद है कि बहुत जल्द और बहुत बेहतर नतीजे सामने आएंगे। बायोएनटेक और फाइजर बहुत तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। जिन रोगियों में लक्षण साफ तौर पर दिखाई दे रहे हैं, उनके लिए तो यह बहुत इफेक्टिव होगी। हम बस इतना जानते हैं कि इस वैक्सीन से वायरस खत्म हो जाएगा।
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फोटो जर्मन कंपनी बायोएनटेक के चीफ एग्जीक्यूटिव उगुर सेहिन की है। गुरुवार को एक इंटरव्यू में सेहिन ने कहा- कोविड-19 का वैक्सीन आने के बाद महामारी पूरी तरह खत्म हो जाएगी।
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फ्रांस के पेरिस शहर में गुरुवार को एक गंभीर मरीज को हेलिकॉप्टर से हॉस्पिटल लाया गया। फ्रांस सरकार ने देश में लॉकडाउन दो हफ्ते बढ़ाने का फैसला किया है।
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abhay121996-blog · 4 years ago
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दिल्ली, यूपी, बिहार, कर्नाटक... कोरोना पर एक सबसे बड़ी भूल जो आज पड़ रही भारी Divya Sandesh
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दिल्ली, यूपी, बिहार, कर्नाटक... कोरोना पर एक सबसे बड़ी भूल जो आज पड़ रही भारी
नई दिल्ली योजनाओं के नाम पर करोड़ों-अरबों रुपये का बंदरबांट होता रहे, रसूखदार नाजायज सुविधाएं लेते रहें, नेताओं और सरकारी अमलों के तामझाम में पैसे पानी की तरह बह��ए जाएं, लेकिन संकट काल में तैयार अस्थाई अस्पताल को जितना जल्दी हो सके, बंद कर दो- ये है हमारे देश में सरकारी तंत्र की मानसिकता। की पहली लहर से निपटने के लिए अलग-अलग राज्यों ने कोविड मरीजों की देखभाल और उनके इलाज के लिए जो टेंपररी इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार किया गया था, वो जनवरी-फरवरी में महामारी के मद्धम पड़ते ही ध्वस्त कर दिए गए। आज कोरोना किस रूप में हमारे सामने मुंह बाए खड़ा नहीं बल्कि डटा है, यह हम ही नहीं, पूरी दुनिया महसूस कर रही है।
महामारी के कहर के बीच मूकदर्शक बना सरकारी सिस्टम अब जब महामारी हर दिन और भयावह हो रही है तो सिस्टम के हांथ-पांव फूल रहे हैं। इसी सिस्टम ने थोड़ी सी राहत दिखते ही अस्थाई अस्पताल बंद कर दिए, ���ॉन्ट्रैक्ट पर रखे गए स्वास्थ्यकर्मियों की छुट्टी कर दी और ऑक्सिजन, वेंटिलेटर, बेड जैसी बिल्कुल अनिवार्य आवश्यकताओं की पूर्ति पर विचार तक नहीं किया। आज इन सुविधाओं के अभाव में लाशें बिछ रही हैं और ये सिस्टम मूकदर्शक बना हुआ है।
दिल्ली ने बंद किए चार अस्थाई कोविड केंद्र बात पहले राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की कर लेते हैं। पिछले साल जब दिल्ली में कोरोना से हाहाकार मचलने लगा था तो जून-जुलाई के महीनों में चार अस्थाई अस्पताल बनाए गए। आईटीबीपी ने छतरपुर में 10 हजार मरीजों को संभालने की क्षमता वाला इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जिसमें कम-से-कम 1,000 ऑक्सिजन बेड थे। धौला कुआं और कॉमनवेल्थ गेम्स विलेज में भी कमोबेश इसी तरह की व्यवस्था की गई थी। लेकिन फरवरी आते-आते कोरोना की रफ्तार सुस्त पड़ी तो इन अस्थाई केंद्रों को भी बंद कर दिया गया। अब दिल्ली में हर दिन 25,000 के आसपास नए कोविड केस आ रहे हैं। हालत यह है कि पूरी स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है। मरीजों को ऑक्सिजन और वेंटिलटर क्या, बेड तक नहीं मिल पा रहे हैं।
यूपी में स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने का फैसला वापस उत्तर प्रदेश सरकार को भी इस बात की बड़ी चिंता सता रही थी कि अस्पतालों पर बहुत पैसे खर्च हो रहे हैं। तभी तो उसने 500 अस्पतालों में कोविड महामारी के मद्देनजर सुविधाएं बढ़ाने के फैसले को वापस ले लिया। पिछले साल यूपी सरकार ने अस्पतालों को सुविधाओं के नजरिए से तीन स्तर में बांटा। लेवल 1 में 400, लेवल 2 में 75 जबकि लेवल 3 में 25 अस्पतालों को रखा गया। लेवल 1 के अस्पतालों में वेंटिलेटर, आईसीयू, डायलेसिस जैसी अत्याध���निक सुविधाएं मुहैया कराने की बात तय हुई थी। साथ ही कहा गया था कि इन 400 अस्पतालों में कम-से-कम 48 घंटे का मेडिकल ऑक्सिजन का भंडार रहेगा।
लेकिन जैसे ही कोरोना केस घटने शुरू हुए, सरकार को सबसे पहले अस्पतालों की सुविधाओं में कटौती का ख्याल आया। उसने तीनों स्तरों के सिर्फ 83 अस्पतालों में ही सुविधाएं बढ़ाईं और बाकी काम ठंडे बस्ते में डाल दिया। इन 83 अस्पतालों में 17,235 बेड हैं जिनमें 7,023 में ऑक्सिजन जबकि 1,342 में वेंटिलेटर सपॉर्ट है। 31 मार्च से जब प्रदेश में कोरोना केस दोबारा तेजी से बढ़ने लगे तो 45 और अस्पतालों में सुविधाएं बढ़ाने का फरमान जारी किया गया। इन्हें मिलाकर कुल बेड कपैसिटी 2,5000 की होगी। यूपी सरकार को लगता है कि इतने बेड काफी हैं जबकि हकीकत यह है कि उत्तर प्रदेश सबसे ज्यादा डेली केस वाले राज्यों की लिस्ट में महाराष्ट्र के बाद दूसरे नंबर पर है। वहां अभी एक दिन में करीब 40 हजार नए केस सामने आ रहे हैं।
झारखंड में स्वास्थ्य सुविधाओं के जर्जर हालात स्वास्थ्य संकट से निपटने के प्रति झारखंड सरकार की मंशा तो एक उदाहरण से ही भांपी जा सकती है। राजधानी रांची स्थित राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (RIMS) प्रदेश का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल है, लेकिन वहां एक भी उच्च क्षमता की सीटी स्कैन मशीन तक नहीं है जबकि कोविड मरीजों के फेफड़े का हाल जानने के लिए इस मशीन की ही दरकार होती है। झारखंड हाई कोर्ट ने जब सरकार को फटकार लगाई तब जाकर सिटी स्कैन मशीन खरीदने की कवायद शुरू हुई है। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि महामारी आई तो स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने को लेकर अफरा-तफरी मची है, लेकिन हकीकत यह है कि राज्य में स्वास्थ्य तंत्र को जान-बूझकर बदहाल किया गया।
बहरहाल, यह भी जान लें कि राज्य सरकार ने हर जिले में एक अस्पताल को कोविड मरीजों के लिए समर्पित करने का लक्ष्य रखा। रांची, धनबाद, बोकारो, जमशेदपुर जैसे बड़े शहरों के 12 प्राइवेट अस्पतालों को भी कोविड हॉस्पिटल घोषित कर दिया गया, लेकिन इनकी शिकायत है कि सरकार उनके खर्चे उठाने में आनाकानी कर रही है। इस साल महामारी की रफ्तार इतनी तेज है, लेकिन झारखंड के अस्पतालों में कोविड मरीजों के लिए बेड बढ़ाने को लेकर उदासीनता बरकरार है।
सुशासन बाबू के बिहार का शर्मनाक हाल कुछ ऐसा ही हाल पड़ोसी राज्य बिहार का भी है। नीतीश कुमार करीब 15 वर्षों से यहां शासन कर रहे हैं, लेकिन अस्पताल तो छोड़िए पर्याप्त संख्या में स्वास्थ्यकर्मी नहीं हैं। फिर भी साहब को ‘सुशान बाबू’ का ��मगा हासिल है। प्रदेश में डॉक्टरों की 5,000 सीटें खाली हैं, लेकिन महामारी के वक्त भी इसे भरने की जहमत नहीं उठाई गई। कोरोना की पहली लहर में जिला अस्पतालों से मांग उठी कि कम-से-कम 10-10 वेंटिलेटर की व्यवस्था की जाए, लेकिन सिर्फ 10 जिला अस्पतालों में ही 5 से ज्यादा वेंटिलेटर की व्यवस्था हो सकी। बिहार में एक भी ऑक्सिजन प्लांट नहीं है इसलिए उसे झारखंड पर निर्भर रहना पड़ रहा है।
बेंगलुरु बना हॉटस्पॉट, लेकिन कर्नाटक सरकार बेफिक्र अब बात दक्षिणी राज्य कर्नाटक की। बीजेपी शासित इस राज्य में भी हर दिन 25 हजार से ज्यादा नए कोविड केस सामने आ रहे हैं। पिछली लहर में कोरोना मरीजों की मृत्युदर के मामले में कर्नाटक की स्थिति दयनीय थी। कुल कोरोना केस का दो-तिहाई हिस्सा राजधानी बेंगलुरु से आ रहा है। फिर भी, जब पिछली लहर नरम पड़ी तब से लेकर नई लहर के जोर पकड़ने तक इस शहर में सिर्फ 18 वेंटिलेटर बेड ही बढ़ाए जा सके। हालत यह है कि पिछले हफ्ते बेंगलुरु के सभी सरकारी 117 और प्राइवेट 217 वेंटिलेटर बेड भर गए हैं।
महामारी की रफ्तार और सिस्टम की सुस्ती राज्य सरकारों के इसी रवैये ने दूसरी लहर में कोरोना वायरस को इतना स्पेस दिया और आज वो करोड़ों जिंदगियों के लिए चुनौती बन गया है। ध्यान रहे कि स्वास्थ्य राज्य का विषय है, लेकिन कई राज्य सरकारों ने महामारी के सामने घुटने टेक दिए हैं। देश में डोली कोरोना केस का आंकड़ा 3.50 लाख को पार कर चुका है और इसमें तेजी का सिलसिला जारी है। इसके मुकाबले, स्वास्थ्य सुविधाओं को दुरुस्त करने की रफ्तार बहुत धीमी है। हैरत की बात यह है कि कुछ राज्य सरकारों ने तो ‘चोरी और सीनाजोरी’ की नीति अपना ली है। कुछ राज्य सरकारें स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में मरते मरीजों से ध्यान हटाकर सबकुछ पर्याप्त होने का दावा कर रही हैं। वैसे आंकड़ों की बाजीगरी तो करीब-करीब हर प्रदेश में हो रही है।
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gokul2181 · 4 years ago
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Coronavirus Outbreak India Cases LIVE Updates; Maharashtra Pune Madhya Pradesh Indore Rajasthan Uttar Pradesh Haryana Punjab Bihar Novel Corona (COVID 19) Death Toll India Today Mumbai Delhi Coronavirus News | 106 दिन में मौत का आंकड़ा सबसे कम 460 रहा, 96 दिन में नए केस भी सबसे कम आए; अब तक 79 लाख संक्रमित
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Coronavirus Outbreak India Cases LIVE Updates; Maharashtra Pune Madhya Pradesh Indore Rajasthan Uttar Pradesh Haryana Punjab Bihar Novel Corona (COVID 19) Death Toll India Today Mumbai Delhi Coronavirus News | 106 दिन में मौत का आंकड़ा सबसे कम 460 रहा, 96 दिन में नए केस भी सबसे कम आए; अब तक 79 लाख संक्रमित
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Coronavirus Outbreak India Cases LIVE Updates; Maharashtra Pune Madhya Pradesh Indore Rajasthan Uttar Pradesh Haryana Punjab Bihar Novel Corona (COVID 19) Death Toll India Today Mumbai Delhi Coronavirus News
नई दिल्ली7 मिनट पहले
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रव��वार को 45 हजार 65 नए केस आए, 58 हजार 180 मरीज ठीक हुए, 460 की मौत हुई
अब तक 79.09 लाख केस आए, 71.33 लाख मरीज ठीक हुए, 1.19 लाख की मौत हुई
कोरोना के आंकड़े लगातार कम हो रहे हैं। रविवार को 45 हजार 65 नए केस आए यह 96 दिन में सबसे कम केस हैं। इससे कम 39 हजार 170 केस 21 जुलाई को आए थे। इसी तरह मौत का आंकड़ा भी बीते 24 घंटे में 460 रहा। यह बीते 106 दिन में सबसे कम है। इससे पहले 5 जुलाई को 421 केस आए थे।
रविवार को 58 हजार 180 मरीज ठीक हुए। इससे एक्टिव केस, यानी इलाज करा रहे मरीजों की संख्या में 13 हजार 583 की कमी आई। अब कुल 6.54 लाख मरीजों का इलाज चल रहा है। अब तक 79.9 लाख केस आ चुके हैं। इनमें से 71.33 लाख मरीज ठीक हो चुके हैं, जबकि 1.19 लाख संक्रमितों की मौत हो चुकी है।
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14 राज्यों और केंद्र शासित राज्यों में डेथ रेट 1% से भी कम
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कोरोना अपडेट्स
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं। उन्होंने ट्वीट करके यह जानकारी दी
पिछले पांच दिनों में रिकवरी रेट में 2% का इजाफा हुआ है। 19 अक्टूबर को 87% रिकवरी रेट था, जो अब 89.74% हो गया है।
16 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में एक्टिव केस पांच हजार से कम हो गए हैं। सबसे कम दादरा एवं नगर हवेली में 51, मिजोरम में 175, अंडमान-निकोबार में 204, सिक्किम में 242 मरीजों का इलाज चल रहा है। इनके अलावा उत्तराखंड, पंजाब, मणिपुर, पुड्‌डुचेरी, गोवा, हिमाचल प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, नगालैंड, मेघालय, लद्दाख और चंडीगढ़ में भी एक्टिव केस की संख्या कम है।
भारत बायोटेक को वैक्सीन के बड़े स्तर पर ट्रायल को मंजूरी मिल गई है। फर्म ने 12 से 14 राज्यों के 20 हजार वॉलंटियर्स पर ट्रायल की तैयारी शुरू कर दी है।
पांच राज्यों का हाल 1. मध्यप्रदेश राज्य में रविवार को 951 नए मरीज मिले, 1181 लोग ठीक हुए और 10 मरीजों की मौत हो गई। संक्रमितों का आंकड़ा अब 1 लाख 67 हजार 249 हो गया है। इनमें 11 हजार 237 मरीजों का अभी इलाज चल रहा है, जबकि 1 लाख 53 हजार 127 लोग ठीक हो चुके हैं। संक्रमण के ��लते अब तक 2885 मरीजों की मौत हो चुकी है।
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2. राजस्थान राज्य में रविवार को 1821 लोग संक्रमित पाए गए। 2240 लोग रिकवर हुए और 13 मरीजों की मौत हो गई। 1 लाख 86 हजार 243 लोग अब तक संक्रमित पाए जा चुके हैं। इनमें 16 हजार 668 मरीजों का इलाज चल रहा है, जबकि 1 लाख 67 हजार 736 लोग ठीक हो चुके हैं।
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3. बिहार राज्य में कोरोना टेस्टिंग का आंकड़ा 1 करोड़ के पार हो गया। पिछले 24 घंटे में 1.4 लाख लोगों की जांच हुई। इनमें 749 लोग संक्रमित पाए गए। अब तक 2 लाख 12 हजार 192 लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 10 हजार 222 मरीजों का इलाज चल रहा है, जबकि 2 लाख 920 लोग ठीक हो चुके हैं। संक्रमण के चलते अब तक 1049 मरीजों की मौत हो चुकी है।
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4. महाराष्ट्र राज्य में पिछले 24 घंटे के अंदर 6059 नए मरीज मिले, 5648 लोग रिकवर हुए और 112 मरीजों की मौत हो गई। अब तक 16 लाख 45 हजार 20 लोग संक्रमित पाए जा चुके हैं। इनमें 1 लाख 40 हजार 486 मरीजों का अभी इलाज चल रहा है, जबकि 14 लाख 60 हजार 755 लोग ठीक हो चुके हैं। संक्रमण के चलते अब तक 43 हजार 264 मरीजों की मौत हो चुकी है।
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5. उत्तरप्रदेश राज्य में कोरोना के चलते जान गंवाने वालों की संख्या 6882 हो गई है। रविवार को 28 संक्रमितों की मौत हुई। 2032 नए मरीज मिले और 2368 लोग रिकवर हुए। अब तक 4 लाख 70 हजार 270 संक्रमितों की पुष्टि हो चुकी है। इनमें 27 हजार 317 मरीजों का अभी इलाज चल रहा है, जबकि 4 लाख 36 हजार 71 लोग ठीक हो चुके हैं।
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shaileshg · 4 years ago
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दुनिया में कोरोना मरीजों का आंकड़ा मंगलवार को 5.24 करोड़ के पार हो गया। 3 करोड़ 66 लाख से ज्यादा लोग ठीक हो चुके हैं। अब तक 12 लाख 88 हजार से ज्यादा लोग जान गंवा चुके हैं। ये आंकड़े https://ift.tt/2VnYLis के मुताबिक हैं।
अमेरिका में संक्रमण बेहद तेजी से बढ़ रहा है। बुधवार को यहां नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बना। एक दिन में एक लाख 36 हजार मामले सामने आए। बीते 10 दिन में अमेरिका में 10 लाख से ज्यादा (11,29,463) मामले सामने आए। चीन में कुछ दिनों की राहत के बाद गुरुवार को फिर 15 नए मामले सामने आए।
न्यूयॉर्क में प्रतिबंध अमेरिका में एक दिन में एक लाख 36 हजार नए मामले सामने आए। कुल मरीजों की संख्या कुछ दिन पहले ही एक करोड़ पार कर चुकी है। खास बात ये है कि 10 दिन से लगातार यहां हर रोज एक लाख से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। इस बीच, न्यूयॉर्क के गवर्नर एंड्रू कूमो ने राज्य में नए प्रतिबंधों का ऐलान कर दिया। कूमो ने कहा- ऐसा किए बिना हम संक्रमण को कम नहीं कर सकते। अब यहां प्राईवेट पार्टियां नहीं की जा सकेंगी। बिजनेस को लेकर भी आज नई गाइडलाइन्स जारी की जा सकती हैं। अकेले न्यूयॉर्क में गुरुवार को 1628 मामले सामने आए। 21 लोगों की मौत हुई।
इटली में भी राहत नहीं इटली दुनिया का 10वां देश बन गया है जहां 10 लाख से ज्यादा लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। यहां अब तक 42 हजार 953 लोगों की मौत हो चुकी हैं। यहां सरकार की सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि अस्पताल लगातार फुल हो रहे हैं और यही हालात रहे तो नए मरीजों को जल्द ही पड़ोसी देशों के अस्पतालों में शिफ्ट करना पड़ेगा। इस बारे में यूरोपीय देश पिछले महीने समझौता कर चुके हैं। यूरोपीय देशों में इटली पहला ऐसा देश है, जहां संक्रमण सबसे पहले पहुंचा। डॉक्टरों ने कहा है कि अगर सख्त कदम नहीं उठाए गए तो मरने वालों का आंकड़ा एक महीने में 10 हजार तक बढ़ सकता है।
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बुधवार को इटली के कूमो शहर में मौजूद एक हेल्थ वर्कर। देश में कुल संक्रमितों का आंकड़ा 10 लाख से ज्यादा हो चुका है।
चीन में नए केस चीन में कुछ दिन की राहत के बाद एक बार फिर नए मामले सामने आने लगे हैं। बुधवार को यहां 15 नए मामले सामने आए। इसके एक दिन पहले यानी मंगलवार को 17 केस सामने आए थे। सरकार की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि कुछ इलाकों की पहचान कर ली गई है, जहां से संक्रमण के मामले ज्यादा सामने आ रहे हैं। यहां प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं। हालांकि, इसके पहले टेस्टिंग ��ढ़ाई जा रही है। चीन में अब तक 86 हजार 299 केस सामने आ चुके हैं।
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रूस ने कहा- हमारी दवा 92% से ज्यादा असरदार कोरोना वैक्सीन को लेकर अमेरिका के बाद रूस से गुड न्यूज है। वैक्सीन ''स्पूतनिक वी'' तैयार करने वाले नेशनल रिसर्च सेंटर RDIF ने दावा किया कि उनकी वैक्सीन मरीजों पर 92% से ज्यादा असरदार है। सेंटर ने फेज-3 का ट्रायल पूरा कर लिया है। इसके पहले अमेरिकी कंपनी फाइजर ने भी दावा किया था कि उनकी वैक्सीन 90% से ज्यादा असरदार है। रूसी वैक्सीन के ट्रायल में 40 हजार वॉलंटियर को शामिल किया गया था। इनमें से 16 हजार को वैक्सीन लगाई गई। इसके बाद 21 दिन तक उसका असर देखा गया। 20 कन्फर्म केस में वैक्सीन के दूसरे डोज ने 92% तक असर दिखाया। यह ट्रायल बेलारूस, यूएई, वेनेजुएला के अलावा भारत में दूसरे और तीसरे फेज में चल रहा है।
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अमेरिका के टेक्सास में बुधवार को एक हाईवे टेस्टिंग के बाहर मौजूद हेल्थ वर्कर। अमेरिका में बुधवार को एक दिन में 1.36 लाख रिकॉर्ड संक्रमितों की पहचान हुई।
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abhay121996-blog · 4 years ago
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दिल्ली, यूपी, बिहार, कर्नाटक... कोरोना पर एक सबसे बड़ी भूल जो आज पड़ रही भारी Divya Sandesh
#Divyasandesh
दिल्ली, यूपी, बिहार, कर्नाटक... कोरोना पर एक सबसे बड़ी भूल जो आज पड़ रही भारी
नई दिल्ली योजनाओं के नाम पर करोड़ों-अरबों रुपये का बंदरबांट होता रहे, रसूखदार नाजायज सुविधाएं लेते रहें, नेताओं और सरकारी अमलों के तामझाम में पैसे पानी की तरह बहाए जाएं, लेकिन संकट काल में तैयार अस्थाई अस्पताल को जितना जल्दी हो सके, बंद कर दो- ये है हमारे देश में सरकारी तंत्र की मानसिकता। की पहली लहर से निपटने के लिए अलग-अलग राज्यों ने कोविड मरीजों की देखभाल और उनके इलाज के लिए जो टेंपररी इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार किया गया था, वो जनवरी-फरवरी में महामारी के मद्धम पड़ते ही ध्वस्त कर दिए गए। आज कोरोना किस रूप में हमारे सामने मुंह बाए खड़ा नहीं बल्कि डटा है, यह हम ही नहीं, पूरी दुनिया महसूस कर रही है।
महामारी के कहर के बीच मूकदर्शक बना सरकारी सिस्टम अब जब महामारी हर दिन और भयावह हो रही है तो सिस्टम के हांथ-पांव फूल रहे हैं। इसी सिस्टम ने थोड़ी सी राहत दिखते ही अस्थाई अस्पताल बंद कर दिए, कॉन्ट्रैक्ट पर रखे गए स्वास्थ्यकर्मियों की छुट्टी कर दी और ऑक्सिजन, वेंटिलेटर, बेड जैसी बिल्कुल अनिवार्य आवश्यकताओं की पूर्ति पर विचार तक नहीं किया। आज इन सुविधाओं के अभाव में लाशें बिछ रही हैं और ये सिस्टम मूकदर्शक बना हुआ है।
दिल्ली ने बंद किए चार अस्थाई कोविड केंद्र बात पहले राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की कर लेते हैं। पिछले साल जब दिल्ली में कोरोना से हाहाकार मचलने लगा था तो जून-जुलाई के महीनों में चार अस्थाई अस्पताल बनाए गए। आईटीबीपी ने छतरपुर में 10 हजार मरीजों को संभालने की क्षमता वाला इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जिसमें कम-से-कम 1,000 ऑक्सिजन बेड थे। धौला कुआं और कॉमनवेल्थ गेम्स विलेज में भी कमोबेश इसी तरह की व्यवस्था की गई थी। लेकिन फरवरी आते-आते कोरोना की रफ्तार सुस्त पड़ी तो इन अस्थाई केंद्रों को भी बंद कर दिया गया। अब दिल्ली में हर दिन 25,000 के आसपास नए कोविड केस आ रहे हैं। हालत यह है कि पूरी स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है। मरीजों को ऑक्सिजन और वेंटिलटर क्या, बेड तक नहीं मिल पा रहे हैं।
यूपी में स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने का फैसला वापस उत्तर प्रदेश सरकार को भी इस बात की बड़ी चिंता सता रही थी कि अस्पतालों पर बहुत पैसे खर्च हो रहे हैं। तभी तो उसने 500 अस्पतालों में कोविड महामारी के मद्देनजर सुविधाएं बढ़ाने के फैसले को वापस ले लिया। पिछले साल यूपी सरकार ने अस्पतालों को सुविधाओं के नजरिए से तीन स्तर में बांटा। लेवल 1 में 400, लेवल 2 में 75 जबकि लेवल 3 में 25 अस्पतालों को रखा गया। लेवल 1 के अस्पतालों में वेंटिलेटर, आईसीयू, डायलेसिस जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं मुहैया कराने की बात तय हुई थी। साथ ही कहा गया था कि इन 400 अस्पतालों में कम-से-कम 48 घंटे का मेडिकल ऑक्सिजन का भंडार रहेगा।
लेकिन जैसे ही कोरोना केस घटने शुरू हुए, सरकार को सबसे पहले अस्पतालों की सुविधाओं में कटौती का ख्याल आया। उसने तीनों स्तरों के सिर्फ 83 अस्पतालों में ही सुविधाएं बढ़ाईं और बाकी काम ठंडे बस्ते में डाल दिया। इन 83 अस्पतालों में 17,235 बेड हैं जिनमें 7,023 में ऑक्सिजन जबकि 1,342 में वेंटिलेटर सपॉर्ट है। 31 मार्च से जब प्रदेश में कोरोना केस दोबारा तेजी से बढ़ने लगे तो 45 और अस्पतालों में सुविधाएं बढ़ाने का फरमान जारी किया गया। इन्हें मिलाकर कुल बेड कपैसिटी 2,5000 की होगी। यूपी सरकार को लगता है कि इतने बेड काफी हैं जबकि हकीकत यह है कि उत्तर प्रदेश सबसे ज्यादा डेली केस वाले राज्यों की लिस्ट में महाराष्ट्र के बाद दूसरे नंबर पर है। वहां अभी एक दिन में करीब 40 हजार नए केस सामने आ रहे हैं।
झारखंड में स्वास्थ्य सुविधाओं के जर्जर हालात स्वास्थ्य संकट से निपटने के प्रति झारखंड सरकार की मंशा तो एक उदाहरण से ही भांपी जा सकती है। राजधानी रांची स्थित राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (RIMS) प्रदेश का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल है, लेकिन वहां एक भी उच्च क्षमता की सीटी स्कैन मशीन तक नहीं है जबकि कोविड मरीजों के फेफड़े का हाल जानने के लिए इस मशीन की ही दरकार होती है। झारखंड हाई कोर्ट ने जब सरकार को फटकार लगाई तब जाकर सिटी स्कैन मशीन खरीदने की कवायद शुरू हुई है। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि महामारी आई तो स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने को लेकर अफरा-तफरी मची है, लेकिन हकीकत यह है कि राज्य में स्वास्थ्य तंत्र को जान-बूझकर बदहाल किया गया।
बहरहाल, यह भी जान लें कि राज्य सरकार ने हर जिले ���ें एक अस्पताल को कोविड मरीजों के लिए समर्पित करने का लक्ष्य रखा। रांची, धनबाद, बोकारो, जमशेदपुर जैसे बड़े शहरों के 12 प्राइवेट अस्पतालों को भी कोविड हॉस्पिटल घोषित कर दिया गया, लेकिन इनकी शिकायत है कि सरकार उनके खर्चे उठाने में आनाकानी कर रही है। इस साल महामारी की रफ्तार इतनी तेज है, लेकिन झारखंड के अस्पतालों में कोविड मरीजों के लिए बेड बढ़ाने को लेकर उदासीनता बरकरार है।
सुशासन बाबू के बिहार का शर्मनाक हाल कुछ ऐसा ही हाल पड़ोसी राज्य बिहार का भी है। नीतीश कुमार करीब 15 वर्षों से यहां शासन कर रहे हैं, लेकिन अस्पताल तो छोड़िए पर्याप्त संख्या में स्वास्थ्यकर्मी नहीं हैं। फिर भी साहब को ‘सुशान बाबू’ का तमगा हासिल है। प्रदेश में डॉक्टरों की 5,000 सीटें खाली हैं, लेकिन महामारी के वक्त भी इसे भरने की जहमत नहीं उठाई गई। कोरोना की पहली लहर में जिला अस्पतालों से मांग उठी कि कम-से-कम 10-10 वेंटिलेटर की व्यवस्था की जाए, लेकिन सिर्फ 10 जिला अस्पतालों में ही 5 से ज्यादा वेंटिलेटर की व्यवस्था हो सकी। बिहार में एक भी ऑक्सिजन प्लांट नहीं है इसलिए उसे झारखंड पर निर्भर रहना पड़ रहा है।
बेंगलुरु बना हॉटस्पॉट, लेकिन कर्नाटक सरकार बेफिक्र अब बात दक्षिणी राज्य कर्नाटक की। बीजेपी शासित इस राज्य में भी हर दिन 25 हजार से ज्यादा नए कोविड केस सामने आ रहे हैं। पिछली लहर में कोरोना मरीजों की मृत्युदर के मामले में कर्नाटक की स्थिति दयनीय थी। कुल कोरोना केस का दो-तिहाई हिस्सा राजधानी बेंगलुरु से आ रहा है। फिर भी, जब पिछली लहर नरम पड़ी तब से लेकर नई लहर के जोर पकड़ने तक इस शहर में सिर्फ 18 वेंटिलेटर बेड ही बढ़ाए जा सके। हालत यह है कि पिछले हफ्ते बेंगलुरु के सभी सरकारी 117 और प्राइवेट 217 वेंटिलेटर बेड भर गए हैं।
महामारी की रफ्तार और सिस्टम की सुस्ती राज्य सरकारों के इसी रवैये ने दूसरी लहर में कोरोना वायरस को इतना स्पेस दिया और आज वो करोड़ों जिंदगियों के लिए चुनौती बन गया है। ध्यान रहे कि स्वास्थ्य राज्य का विषय है, लेकिन कई राज्य सरकारों ने महामारी के सामने घुटने टेक दिए हैं। देश में डोली कोरोना केस का आंकड़ा 3.50 लाख को पार कर चुका है और इसमें तेजी का सिलसिला जारी है। इसके मुकाबले, स्वास्थ्य सुविधाओं को दुरुस्त करने की रफ्तार बहुत धीमी है। हैरत की बात यह है कि कुछ राज्य सरकारों ने तो ‘चोरी और सीनाजोरी’ की नीति अपना ली है। कुछ राज्य सरकारें स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में मरते मरीजों से ध्यान हटाकर सबकुछ पर्याप्त होने का दावा कर रही हैं। वैसे आंकड़ों की बाजीगरी तो करीब-करीब हर प्रदेश में हो रही है।
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