#किडनी में पथरी
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indlivebulletin · 4 days ago
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किन लोगों को किडनी स्टोन का खतरा अधिक होता है? डॉक्टर से जानें इसके बारे में
किडनी की पथरी एक दर्दनाक और गंभीर समस्या है। यह स्थिति तब होती है जब खनिज, लवण और अन्य तत्व किडनी में जमा हो जाते हैं और पत्थर जैसे कणों में बदल जाते हैं। अक्सर यह समस्या बिना किसी लक्षण के धीरे-धीरे विकसित होती है और जब पथरी बड़ी हो जाती है या मूत्र मार्ग में बाधा डालती है तो तेज दर्द और अन्य समस्याएं होने लगती हैं। किडनी में पथरी का खतरा सिर्फ पानी या भोजन की कमी से ही नहीं बल्कि कई बीमारियों…
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vedikroots-1211 · 9 days ago
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गोखरू पाउडर के राज़: सच्चाई जानें तुरंत!
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गोखरू खाने के फायदे
गोखरू एक आयुर्वेदिक औषधि है, जो शरीर की कई समस्याओं के इलाज के लिए इस्तेमाल होती है। यह खासतौर पर पाचन तंत्र, मूत्र तंत्र, और किडनी से जुड़ी समस्याओं को ठीक करने के लिए फायदेमंद है। इस ब्लॉग में हम गोखरू खाने के फायदे और गोखरू काढ़ा के फायदे के बारे में आसान शब्दों में जानेंगे, ताकि आप इसे अपने दैनिक जीवन में शामिल कर सकें।
गोखरू खाने के फायदे
किडनी और मूत्र तंत्र के लिए फायदेमंद: गोखरू मूत्रवर्धक है, यानी यह मूत्र उत्पादन को बढ़ाता है और किडनी के स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है। यह किडनी की पथरी को टुकड़ों में तोड़ने और मूत्राशय से विषाक्त पदार्थ बाहर निकालने में मदद करता है।
पाचन में सुधार: गोखरू का सेवन पाचन तंत्र को बेहतर बनाता है। यह गैस, सूजन, और अपच की समस्या को कम करता है। पेट की सफाई करने में मदद करता है और कब्ज को दूर करता है।
उर्जा और सहनशक्ति बढ़ाता है: गोखरू शारीरिक ऊर्जा को बढ़ाता है और थकान कम करता है। यह शारीरिक सहनशक्ति को भी बढ़ाता है, जिससे आप अधिक सक्रिय और ऊर्जावान महसूस करते हैं।
हार्मोनल बैलेंस को बनाए रखता है: गोखरू शरीर में हार्मोनल संतुलन को सुधारता है, खासकर पुरुषों में। यह टेस्टोस्टेरोन (पुरुष हार्मोन) के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है, जिससे यौन स्वास्थ्य और ताकत में सुधार होता है।
प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है: गोखरू में एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं, जो शरीर को बीमारियों से बचाने और इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद करते हैं। यह शरीर को प्राकृतिक तरीके से स्वस्थ रखने का काम करता है।
गोखरू काढ़ा के फायदे
गोखरू काढ़ा एक आयुर्वेदिक उपाय है जो गोखरू के तत्वों को पूरी तरह से अवशोषित करता है। इसके सेवन से निम्नलिखित फायदे होते हैं:
किडनी की सफाई: गोखरू काढ़ा किडनी की पथरी को बाहर निकालने में मदद करता है। यह मूत्राशय से विषाक्त पदार्थों को निकालता है और किडनी की सफाई करता है।
शारीरिक थकान में कमी: गोखरू काढ़ा शरीर की थकान को कम करता है और आपको ताजगी का अहसास कराता है। यह शरीर को आराम देता है और मानसिक स्थिति को बेहतर बनाता है।
हृदय स्वास्थ्य में सुधार: गोखरू काढ़ा रक्त परिसंचरण को बेहतर बनाता है, जिससे दिल के स्व���स्थ्य में सुधार होता है। यह ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में भी मदद करता है।
गोखरू पाउडर के फायदे
गोखरू पाउडर भी एक बहुत प्रभावी आयुर्वेदिक उपचार है, जो निम्नलिखित फायदों के लिए जाना जाता है:
ऊर्जा और सहनशक्ति बढ़ाता है: गोखरू पाउडर शरीर में ऊर्जा और ताकत बढ़ाने के लिए बहुत उपयोगी है। यह शारीरिक थकान और कमजोरी को दूर करता है।
मानसिक स्वास्थ्य के लिए: गोखरू पाउडर मानसिक तनाव और चिंता को कम करने में मदद करता है। यह मानसिक स्थिति को बेहतर बनाता है और चिंता को शांत करता है।
त्वचा की समस्याओं में मदद करता है: गोखरू पाउडर का सेवन त्वचा के स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है। यह मुंहासे और अन्य त्वचा समस्याओं से राहत दिलाता है।
FAQ: पथरी तोड़ने की दवा आयुर्वेदिक
पथरी तोड़ने के लिए आयुर्वेदिक उपाय में गोखरू एक असरदार इलाज है। गोखरू किडनी की पथरी को छोटे टुकड़ों में तोड़ने में मदद करता है और उसे शरीर से बाहर निकालता है। गोखरू काढ़ा और गोखरू पाउडर दोनों ही पथरी को नष्ट करने के लिए प्रभावी उपाय हैं। इसके अलावा, कई आयुर्वेदिक दवाएं हैं जो पथरी के इलाज में सहायक हो सकती हैं। हालांकि, किसी भी आयुर्वेदिक दवा का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।
निष्कर्ष
गोखरू एक प्राकृतिक और असरदार आयुर्वेदिक औषधि है, जो कई स्वास्थ्य समस्याओं का इलाज करती है। इसका सेवन गोखरू काढ़ा और गोखरू पाउडर के रूप में किया जा सकता है, और यह किडनी, पाचन, ऊर्जा, और हार्मोनल बैलेंस को बेहतर बनाने में मदद करता है। यदि आप पथरी या मूत्र तंत्र संबंधित समस्याओं से परेशान हैं, तो गोखरू एक बेहतरीन उपाय हो सकता है। हालांकि, किसी भी आयुर्वेदिक दवा का उपयोग करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना हमेशा बेहतर होता है।
गोखरू के फायदों को समझकर और इसे सही तरीके से सेवन करके आप अपने स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं।
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drsandeepharkar · 1 month ago
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अधिक पानी🥛🥛 पीना kidney की पथरी को रोकने का सबसे अच्छा तरीका है। यदि आप पर्याप्त पानी नहीं पीते हैं, तो आपका urine उत्पादन कम होगा। कम urine उत्पादन का मतलब है कि आपका urine अधिक गाढ़ा है और पथरी पैदा करने वाले urine salts के घुलने की संभावना कम है। इसलिए अगर आप चाहते हैं की आपकी किडनी में kidney स्टोन न बनें तो आपको ज्यादा मात्रा में पानी🥛🥛 पीना चाहिए जिसने kidney स्टोन बनने की possibility न के बराबर हो। https://drharkarurologist.com/ 9818 228 777
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rightnewshindi · 2 months ago
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सोनीपत के एक प्राइवेट हॉस्पिटल ने महिला मरीज की दोनों किडनियां चुराई, जानें क्या है पूरा मामला
सोनीपत के एक प्राइवेट हॉस्पिटल ने महिला मरीज की दोनों किडनियां चुराई, जाने��� क्या है पूरा मामला #News
Haryana News: सोनीपत शहर के निजी अस्पताल के चिकित्सक पर महिला की दोनों किडनी निकलने का मामला दर्ज हुआ है। पांच महीने पुराने मामले में अब मेडिकल बोर्ड की जांच के बाद चिकित्सक पर यह कार्रवाई की गई है। महिला के पति ने किडनी चुराने की शिकायत दी थी। सेक्टर -27 थाना पुलिस मामले में छानबीन कर रही है। किडनी में पथरी से परेशान थी महिला राजेंद्र नगर में रहने वाले आनंद ने बताया कि उसकी पत्नी वीना रानी को…
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himalayanmonalagro · 2 months ago
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बिछुआ चाय क�� जादू: इसके फायदों का अवलोकन और इसे बनाने का तरीका
बिछुआ चाय क्या है?
परिचय
स्वास्थ्य पेय उद्योग में बिछुआ चाय एक छिपा हुआ रत्न है। यह कभी-कभी अधिक लोकप्रिय जड़ी-बूटियों द्वारा ग्रहण कर लिया जाता है। स्टिंगिंग नेटल (अर्टिका डियोइका) की पत्तियों से बनी इस स्वादिष्ट हर्बल चाय के कई स्वास्थ्य लाभ हैं। बिछुआ चाय अपनी पोषण संबंधी बहुमुखी प्रतिभा और पारंपरिक चिकित्सा में ऐतिहासिक उपयोग के कारण स्वास्थ्य प्रेमियों के बीच प्रसिद्ध हो गई है।
इस ब्लॉग में हम आपको बिछुआ चाय बनाने का आदर्श तरीका बताने जा रहे हैं। इसमें बिछुआ चाय के सात आश्चर्यजनक लाभों पर भी प्रकाश डाला गया है जो अपने स्वस्थ आहार में सुधार करने की कोशिश करने वाले किसी भी व्यक्ति को निश्चित रूप से आज़माना चाहिए।
बिछुआ चाय कैसे बनाएं
सामग्री
- ताजी या सूखी बिछुआ पत्तियां (1-2 चम्मच सूखी या एक मुट्ठी ताजी)
- 2 कप पानी
- वैकल्पिक: स्वाद के लिए शहद, नींबू या अदरक
निर्देश
कटाई या खरीदार�� - यदि आप ताजी बिछुआ का उपयोग कर रहे हैं तो दस्ताने पहनें और पत्तियों को सावधानी से काटें। यदि आप हेल्थ फ़ूड स्टोर्स या ऑनलाइन में सूखे बिछुआ पत्तों की तलाश करना चाहते हैं।
तो आप हिमालयन मोनाल एग्रो की वेबसाइट से खरीद सकते हैंhttp://www.himalayanmonals.com
पानी उबालें - एक बर्तन में 2 कप पानी उबालें।
केतली में बिछुआ की पत्तियां डालें - उबलते पानी में बिछुआ की पत्तियां डालें। आंच कम करें और 10 मिनट तक धीमी आंच पर पकाएं
एक छलनी डुबोएं, चाय बनाएं और पत्तियां निकाल दें।
स्वाद - स्वाद बढ़ाने के लिए शहद, नींबू या अदरक मिलाएं।
आनंद लें - ठंडे पेय के लिए गर्म या आइस्ड नेटल चाय की चुस्की लें
बिछुआ चाय के स्वास्थ्य लाभ
पोषक तत्वों से भरपूर - बिछुआ चाय विटामिन ए, सी, के और विटामिन बी से भरपूर होती है। जिसमें आयरन, कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे खनिज शामिल हैं।
सूजन रोधी गुण - बिछुआ में ऐसे यौगिक होते हैं जो सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं। इसलिए, यह गठिया या अन्य सूजन संबंधी स्थितियों वाले लोगों के लिए फायदेमंद है।
पाचन स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है - चाय पाचन में मदद कर सकती है और अक्सर इसका उपयोग सूजन और गैस से राहत पाने के लिए किया जाता है।
प्रतिरक्षा प्रणाली के कामकाज में सुधार करता है - उच्च मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट के साथ। बिछुआ चाय इस प्रकार आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत कर सकती है और बीमारियों से लड़ने में मदद कर सकती है।
त्वचा के स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है - बिछुआ एक्जिमा और मुँहासे जैसी त्वचा की स्थिति में सुधार करने की क्षमता के लिए जाना जाता है, इसके सूजनरोधी और रोगाणुरोधी गुणों के लिए जाना जाता है ।
पथरी में लाभ दायक - बिछुआ में गुण होते हैं जो किडनी के कार्य को समर्थन देने के कार्य को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं।
एलर्जी के लक्षणों से राहत दिला सकता है - कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि स्टिंगिंग नेटल हे फीवर और अन्य एलर्जी के लक्षणों से राहत दिलाने में मदद कर सकता है। क्योंकि इसमें एंटीहिस्टामाइन गुण होते हैं।
निष्कर्ष
"बिछुआ चाय एक स्वादिष्ट, स्वास्थ्य वर्धक पेय है जो आपकी दैनिक दिनचर्या में आपके स्वास्थ्य के लिए लाभ है। इसे बनाना न केवल आसान है, बल्कि इसके ढेर सारे फायदे भी इसे आपके समग्र स्वास्थ्य के लिए एक शक्तिशाली सहयोगी बनाते हैं।
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salesincreaseofficial · 2 months ago
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��िडनी पथरी में क्या नहीं खाना चाहिए - लक्षण। घरेलु नुस्खे।
किडनी पथरी (Kidney Stones) तब बनती है जब खनिज और लवण मूत्र में क्रिस्टल के रूप में जमा हो जाते हैं, जिससे गुर्दों में कठोर पथरी का निर्माण होता है। किडनी पथरी का प्रबंधन और रोकथाम करने में आहार का महत्वपूर्ण योगदान होता है। और इस समस्या को लेकर लगभग सभी लोग परेशान है। आइए जानते हैं इस ब्लॉग के माध्यम से किडनी पथरी में क्या नहीं खाना चाहिए। इसमें आपको जानकारी मिलेगी की आप किडनी पथरी की समस्या में क्या खाना चाहिए क्या नहीं खाना चाहिए। और उसके लक्षण और घरेलु नुस्खे के बारे में पता चलेगा और आप इस समस्या से कैसे छुटकारा पा सकते है तो धयान से पढ़ना और जैसा बताया जाएगा वैसा करना आप इस समस्या से कैसे छुटकारा पा सकते है। किडनी में स्टोन है, यह पता चलने पर डॉक्टर स्टोन के साइज के हिसाब से दवाई या ऑपरेशन की सलाह देता है। ऐसे में मरीज़ को किडनी स्टोन डाइट (Kidney stones diet) का पूरा ध्यान रखना चाहिए। read more
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happymillionsayurved · 3 months ago
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किडनी की समस्याओं का आयुर्वेदिक इलाज
किडनी के लिए आयुर्वेद में सबसे अच्छी दवा: HappyMillions Nephroshield
आयुर्वेद एक प्राचीन चिकित्सा प्रणाली है जो प्राकृतिक तत्वों और जड़ी-बूटियों के उपयोग से स्वास्थ्य समस्याओं का इलाज करती है। किडनी के लिए आयुर्वेद में कई प्रभावी दवाइयाँ हैं, लेकिन आज हम विशेष रूप से HappyMillions Nephroshield के बारे में चर्चा करेंगे, जो किडनी के स्वास्थ्य के लिए एक उत्कृष्ट आयुर्वेदिक दवा है।
HappyMillions Nephroshield: किडनी के लिए श्रेष्ठ आयुर्वेदिक समाधान
HappyMillions Nephroshield एक प्रीमियम गुणवत्ता का आयुर्वेदिक उत्पाद है जो किडनी को डिटॉक्सीफाई और स्वस्थ रखने के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया है। इसमें मौजूद जड़ी-बूटियाँ और प्राकृतिक तत्व किडनी की कार्यक्षमता को बेहतर बनाने और उसे सुरक्षित रखने में मदद करते हैं।
निष्कर्ष
किडनी की देखभाल के लिए HappyMillions Nephroshield एक बेहतरीन विकल्प है। इसका प्राकृतिक और आयुर्वेदिक सूत्र किडनी को स्वस्थ रखने में मदद करता है। इसके साथ ही, स्वस्थ जीवनशैली और सही खान-पान भी किडनी के स्वास्थ्य को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। HappyMillions Nephroshield को अपनी दिनचर्या में शामिल करें और किडनी की समस्याओं से निजात पाएं।
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deshbandhu · 3 months ago
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braayophilm: ek praakrtik chikitsa ka khajaana
परिचय
प्रकृति में कई ऐसे पौधे होते हैं जिनके औषधीय गुण अद्वितीय होते हैं। ऐसे ही एक महत्वपूर्ण पौधे का नाम है 'ब्रायोफिलम'। यह पौधा अपने विशेष गुणों और औषधीय उपयोग के कारण सदियों से मानव सभ्यता के लिए वरदान साबित हुआ है। इस ब्लॉग में हम ब्रायोफिलम को परिभाषित करेंगे, इसके अर्थ को समझेंगे और जानेंगे कि यह पौधा क्यों महत्वपूर्ण है।
ब्रायोफिलम क्या है?
ब्रायोफिलम एक सुकुलेंट पौधा है जो मुख्य रूप से उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में पाया जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम Bryophyllum pinnatum है, जिसे आमतौर पर 'पथरचट्टा' या 'भाजपत्ता' के नाम से भी जाना जाता है। यह पौधा मोटी और मांसल पत्तियों वाला होता है, जो अपनी पत्तियों के किनारों पर छोटे-छोटे पौधे उत्पन्न क���ता है। यह पौधा अपने आप में एक अद्भुत जीवन चक्र को समेटे हुए है।
ब्रायोफिलम का अर्थ और परिभाषा
ब्रायोफिलम दो ग्रीक शब्दों से मिलकर बना है - 'ब्रायो' जिसका अर्थ है 'अंकुर' और 'फिलम' जिसका अर्थ है 'पत्ता'। इस प्रकार, ब्रायोफिलम का शाब्दिक अर्थ होता है 'अंकुरित पत्त��� वाला पौधा'। यह नाम इस पौधे के विशेष गुण को दर्शाता है, जिसमें यह अपनी पत्तियों से नए पौधे उत्पन्न करता है।
ब्रायोफिलम के औषधीय गुण
ब्रायोफिलम को उसकी औषधीय गुणों के लिए आयुर्वेद और पारंपरिक चिकित्सा में विशेष स्थान प्राप्त है। इसके कुछ प्रमुख औषधीय गुण निम्नलिखित हैं:
घाव भरने में मददगार: ब्रायोफिलम के पत्तों का रस घावों पर लगाने से वे जल्दी भरते हैं। यह एंटीसेप्टिक गुणों से भरपूर होता है।
पथरी के उपचार में उपयोगी: इस पौधे का रस पथरी के उपचार में बहुत प्रभावी होता है। यह किडनी और यूरिनरी ट्रैक्ट की समस्याओं में राहत दिलाने में मदद करता है।
सूजन और दर्द निवारक: ब्रायोफिलम के पत्तों का प्रयोग सूजन और दर्द को कम करने के लिए भी किया जाता है। यह पौधा एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है।
खांसी और बुखार में राहत: इसका रस खांसी, बुखार और सर्दी-जुकाम के लक्षणों को कम करने में सहायक होता है।
प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाना: ब्रायोफिलम में एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने में मदद करते हैं।
ब्रायोफिलम का महत्व
ब्रायोफिलम का महत्व न केवल इसके औषधीय गुणों में है, बल्कि इसके पर्यावरणीय लाभों में भी है। यह पौधा पर्यावरण को स्वच्छ और शुद्ध बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके अलावा, इसे उगाना और देखभाल करना भी आसान होता है, जिससे यह हर घर के लिए एक आदर्श पौधा बन जाता है।
प्राकृतिक शुद्धिकारक: ब्रायोफिलम वायु को शुद्ध करता है और हवा में मौजूद विषाक्त पदार्थों को अवशोषित करता है। यह घर के अंदर की हवा को शुद्ध और ताजगी भरी बनाए रखता है।
मिट्टी की सेहत में सुधार: ब्रायोफिलम की जड़ें मिट्टी की संरचना को सुधारती हैं और उसकी उर्वरता को बढ़ाती हैं। यह पौधा मिट्टी के कटाव को रोकने में भी मदद करता है।
जल संरक्षण: ब्रायोफिलम का जल संरक्षण में भी महत्वपूर्ण योगदान होता है। यह पौधा कम पानी में भी जीवित रह सकता है और इसकी पत्तियां जल को संचित करती हैं, जिससे जल की बचत होती है।
निष्कर्ष
ब्रायोफिलम एक अद्वितीय और बहुपयोगी पौधा है, जो न केवल औषधीय गुणों से भरपूर है बल्कि पर्यावरणीय दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। इसके उपयोग से न केवल स्वास्थ्य समस्याओं का समाधान होता है बल्कि पर्यावरण की सुरक्षा में भी मदद मिलती है। इसलिए, ब्रायोफिलम को अपने जीवन का हिस्सा बनाना एक समझदारी भरा कदम होगा, जिससे हम प्राकृतिक चिकित्सा का लाभ उठा सकते हैं और पर्यावरण को संरक्षित रख सकते हैं।
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bhagwant123 · 3 months ago
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#सबसे_बड़ा_डॉक्टर_भगवान
संत रामपाल जी महाराज द्वारा बताई गई भक्ति मर्यादा में रहकर पूर्ण परमात्मा की भक्ति करने से कैंसर, एड्स, किडनी, पथरी, अस्थमा जैसी घातक बीमारी भी ठीक हो जाती है।
For more information, SA True Story YouTube channel
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dradityasharma-1 · 6 months ago
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क्या आप महिला मूत्र संबंधी समस्याओं का सामना कर रही हैं? जानिए महिला मूत्र विज्ञान देखभाल (Women's Urology Care) के बारे में और लखनऊ में सर्वश्रेष्ठ एंडोयूरोलॉजी देखभाल, मूत्रविज्ञान ऑन्कोलॉजी, और डॉ. आदित्य शर्मा के साथ देखभाल के विकल्पों के बारे में।
मूत्र प्रणाली के स्वास्थ्य को बनाए रखना महिलाओं के लिए उतना ही महत्वपूर्ण है जितना पुरुषों के लिए। हालांकि, महिलाओं की मूत्र संबंधी समस्याएं अक्सर अनदेखी कर दी जाती हैं या गलत समझी जाती हैं। महिला मूत्र विज्ञान (Women's Urology) का क्षेत्र विशेष रूप से महिलाओं के मूत्र प्रणाली के स्वास्थ्य पर केंद्रित है।
महिला मूत्र विज्ञान विशेषज्ञ क्या करते हैं? (What Does a Female Urologist Do?)
महिला मूत्र रोग विशेषज्ञ मूत्र प्रणाली के रोगों का निदान और उपचार करते हैं, जिसमें शामिल हैं:
मूत्र संक्रमण (Urinary Tract Infections - UTIs) असंयमिता (Incontinence) पेल्विक फ्लोर डिसफंक्शन (Pelvic Floor Dysfunction) योनिच्छेद (Vaginal Prolapse) गुर्दे की पथरी (Kidney Stones) मूत्र असдержание (Urinary Retention) मूत्र संबंधी जन्म दोष (Urogenital Anomalies) मूत्रवाहिनी में संक्रमण (Ureteral Stenosis) मूत्राशय अतिसक्रियता (Overactive Bladder) महिलाओं को कब मूत्र विज्ञान विशेषज्ञ से सलाह लेनी चाहिए? (When to See a Female Urologist)
यदि आप निम्नलिखित में से किसी भी लक्षण का अनुभव कर रही हैं, तो महिला मूत्र रोग विशेषज्ञ से परामर्श लेना उचित है:
बार-बार पेशाब आना (Frequent Urination) पेशाब करने में जलन या कठिनाई (Burning or Difficulty Urinating) रात में पेशाब करने की आवश्यकता (Nocturia) पेशाब पर रक्त (Blood in Urine) पेट के निचले भाग में दर्द (Pelvic Pain) पेशाब का रिसाव (Urinary Leakage) लखनऊ में सर्वश्रेष्ठ महिला मूत्र विज्ञान देखभाल (Best Women's Urology Care in Lucknow)
लखनऊ में कई मूत्र रोग विशेषज्ञ हैं जो महिलाओं की मूत्र संबंधी समस्याओं का इलाज करते हैं। हालांकि, सर्वोत्तम उपचार प्राप्त करने के लिए, एक बोर्ड- प्रमाणित महिला मूत्र रोग विशेषज्ञ से परामर्श करना महत्वपूर्ण है, जिनके पास महिला मूत्र विज्ञान में विशेषज्ञता है।
कुछ खोजशब्दों को ध्यान में रखते हुए आप इंटरनेट पर खोज कर सकते हैं, जैसे:
लखनऊ में सर्वश्रेष्ठ एंडोयूरोलॉजी देखभाल (Best Endo Urology Care in Lucknow) मूत्रविज्ञान ऑन्कोलॉजी देखभाल (Uro Oncology Care) डॉ. आदित्य शर्मा के साथ महिला मूत्र विज्ञान देखभाल (Women's Urology Care with Dr. Aditya Sharma) अतिरिक्त सेवाएं (Additional Services)
कुछ मूत्र रोग विशेषज्ञ निम्नलिखित जैसी अतिरिक्त सेवाएं भी प्रदान करते हैं:
किडनी प्रत्यारोपण (Kidney Transplant) पुरुष बांझपन का इलाज (Male Infertility Care) बाल मूत्र विज्ञान देखभाल (Pediatric Urology Care) मूत्र संबंधी अस्पताल (Urological Hospital)
Dr Aditya Sharma MCh Urologist (Gold Medalist) Uro-oncology Kidney Transplant Robotic Surgeon
Address: Kanpur - Lucknow Rd, Sector B, Bargawan, LDA Colony, Lucknow, Uttar Pradesh 226012
Phone: 081300 14199
Website: https://dradityaurologist.com/
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indlivebulletin · 10 days ago
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किडनी की पथरी को घोलने वाली अनोखी पत्ती.. बस चबाकर खाओ, कैंसर भी हो जाएगा ठीक!
किडनी स्टोन के घरेलू उपचार: किडनी स्टोन की समस्या का मूल कारण यूरिक एसिड का बढ़ना है। अगर इसे समय रहते नियंत्रित नहीं किया गया तो गठिया, मधुमेह, जोड़ों में दर्द, सूजन जैसी कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।  किडनी में पथरी और किडनी फेल होने का खतरा भी बढ़ जाता है। इसलिए यूरिक एसिड को नियंत्रित ���रना बहुत जरूरी है। दवाओं के अलावा, कुछ आयुर्वेदिक हर्बल उपचारों और अपने आहार में कुछ बदलाव करके यूरिक…
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elcurahealthcare · 9 months ago
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यूरोलॉजी संभंधित सभी सुविधाएं एवं इलाज उपलब्ध है .
-गुर्दा और गदूद का इलाज, बार बार पेशाब आना, गुर्दे व पेशाब की थैली में पथरी, पी.सी.एन.एल, किडनी से संभंधित बीमारियां, ए.वी फिस्टुला, टी.यू.आर.पी
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rightnewshindi · 3 months ago
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प्राइवेट हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने पथरी का ऑपरेशन करने गए अधेड़ की किडनी चुराई, सदमे से गई जान; जानें पूरा मामला
Rajasthan News: 56 साल के रमेश सरगरा के साथ हादसा हुआ। उसके दामाद ने ��ताया कि 3 जुलाई को ससुर के पेट में दर्द हुआ। इस सिलसिले में सुमेरपुर के एक निजी अस्पताल ले जाया गया। जहां जांच में पता चला गॉलब्लैडर में पथरी है और साथ में पित्त की थैली में कैंसर भी है। पूरा परिवार घबरा गया। लेकिन डॉक्टरों ने कहा यहां दोनों चीजों का इलाज हो जाएगा। रमेश का ऑपरेशन किया गया। 15 जुलाई तक अस्पताल में ही रखा गया।…
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ayushremediesindia · 1 year ago
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किडनी स्टोन को कैसे बाहर निकाले (आयुर्वेदिक तरीका)
अधिक जानकारी के लिए 😲🌿 https://bit.ly/3bV3M9Z
क्या आपको किडनी स्टोन की समस्या है और आप इसे बिना सर्जरी के हल करना चाहते हैं?
किड क्लियर कैप्सूल (Kid Clear Capsule) प्राकृतिक तरीके से किडनी स्टोन को निकालने में मदद करता है। यह आयुर्वेदिक उपाय किडनी स्टोन के निर्माण को रोकने में सहायक होता है और पथरी को पिघलाने में मदद करता है।
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upyogiorganic · 1 year ago
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गुर्दे की पथरी कितनी आम है? (Kidney Stones Causes)
गुर्दे की पथरी अपेक्षाकृत सामान्य है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डायबिटीज एंड डाइजेस्टिव एंड किडनी डिजीज (एनआईडीडीके) के अनुसार, संयुक्त राज्य अमेरिका में लगभग 11 में से 1 व्यक्ति को अपने जीवनकाल में गुर्दे की पथरी का अनुभव होगा। गुर्दे की पथरी का प्रसार संभवतः आहार और जीवनशैली कारकों में बदलाव के कारण बढ़ रहा है। Kidney stones causes
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dayaramalok · 1 year ago
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