#कामकाजी महिला
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Pregnancy Tips: जानिए ऑफिस जाने वाली गर्भवती महिलाओं को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए
Pregnancy in the workplace:
गर्भवती होना हर महिला के जीवन का सबसे खूबसूरत लेकिन चुनौतीपूर्ण हिस्सा होता है। गर्भावस्था के दौरान एक महिला मानसिक और शारीरिक दोनों तरह से कई बदलावों से गुजरती है। गर्भावस्था के दौरान वर्कआउट करना आसान नहीं होता है। डरने की जरूरत नहीं है, अगर आप कुछ सावधानियां बरतें तो आप एक आरामदायक जीवन जी सकती हैं। यदि आप वर्तमान में गर्भवती हैं और कामकाजी भी हैं, तो स्वास्थ्य संबंधी कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। Read more
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नगर निगम शिमला इस एक्ट में करेगा संशोधन, कई सालों से हॉस्टल में रह रही महिलाएं होगी बाहर; जानें मामला
नगर निगम शिमला इस एक्ट में करेगा संशोधन, कई सालों से हॉस्टल में रह रही महिलाएं होगी बाहर; जानें मामला #Shimla
Shimla News: शहर में नगर निगम के कामकाजी महिला हाॅस्टल में कई सालों से रह रहीं महिलाएं अब बाहर हो सकती हैं। नगर निगम इसके लिए एक्ट में संशोधन करने जा रहा है। इस माह होने वाली मासिक बैठक में इस पर फैसला लिया जाएगा। नगर निगम का यह हाॅस्टल संजौली क्षेत्र के इंजनघर वार्ड में बना है। नगर निगम महापौर सुरेंद्र चौहान की अध्यक्षता में सोमवार को टाउनहॉल में हुई बैठक में इस पर चर्चा की गई। हाॅस्टल में 42…
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Libas Women Embroidered Cotton Straight Kurta & Palazzo With Dupatta: फैशन और आराम का अनोखा संगम
आज की आधुनिक महिला के लिए फैशन और आराम का एकसाथ होना बहुत महत्वपूर्ण है। जब हम एक बेहतरीन आउटफिट की तलाश करते हैं, तो हमें कुछ ऐसा चाहिए होता है जो न केवल देखने में खूबसूरत हो, बल्कि पहनने में भी आरामदायक हो। इस संदर्भ में, Libas Women Embroidered Cotton Straight Kurta & Palazzo With Dupatta एक आदर्श चुनाव है। यह आउटफिट न सिर्फ आपके स्टाइल को निखारता है, बल्कि इसकी फैब्रिक और डिज़ाइन भी हर अवसर पर आरामदायक और आकर्षक दिखते हैं।
1. सामग्री और फैब्रिक (Material and Fabric)
��ह आउटफिट 100% शुद्ध कॉटन से बना है, जो इसे बहुत ही हल्का और पहनने में आरामदायक बनाता है। गर्मी के मौसम में कॉटन कपड़े सबसे उपयुक्त होते हैं, क्योंकि ये त्वचा को सांस लेने का मौका देते हैं और दिनभर ताजगी का एहसास बनाए रखते हैं। इस कलेक्शन की सबसे खास बात यह है कि इसे पारंपरिक कढ़ाई के साथ डिजाइन किया गया है, जो इसे एक क्लासिक और समृद्ध लुक देता है।
कॉटन की विशेषताएँ:
पसीना अवशोषित करने की क्षमता
त्वचा के अनुकूल
दिनभर आरामदायक
धुलाई और रखरखाव में आसान
2. डिज़ाइन और पैटर्न (Design and Pattern)
Libas का यह आउटफिट तीन पीस में आता है: कुर्ता, पलाज़ो, और दुपट्टा। कुर्ते की सीधी कटाई इसे एक शालीन और प्रोफेशनल लुक देती है, जिससे इसे ऑफिस और फॉर्मल कार्यक्रमों के लिए भी पहना जा सकता है। कुर्ते पर की गई कढ़ाई बहुत ही सुंदर और पारंपरिक है, जो आपको एक एथनिक लुक प्रदान करती है।
डिज़ाइन की विशेषताएँ:
स्ट्रेट फिट कुर्ता: क्लासिक लुक ��े साथ स्टाइलिश
कढ़ाई: हाथ से कढ़ाई की गई है, जिससे एक ट्रेडिशनल टच मिलता है
तीन-चौथाई स्लीव्स: मॉडर्न और आरामदायक
3. पलाज़ो: आराम और स्टाइल का संतुलन (Palazzo: A Balance of Comfort and Style)
पलाज़ो आजकल के फैशन ट्रेंड का एक अहम हिस्सा बन चुका है। इस आउटफिट के साथ आने वाला पलाज़ो चौड़ा और फ्लोई है, जो चलते समय आपको एक खूबसूरत लुक देता है। यह पहनने में बेहद आरामदायक है और इसे कुर्ते के साथ जोड़कर आप पारंपरिक और मॉडर्न फैशन का बेहतरीन मिश्रण पा सकते हैं।
पलाज़ो की विशेषताएँ:
चौड़ा घेरा: चलने और बैठने में आरामदायक
इलास्टिक वेस्टबैंड: किसी भी बॉडी टाइप के लिए फिट
प्रिंटेड डिज़ाइन: आउटफिट में अनूठापन जोड़ता है
4. दुपट्टा: पारंपरिक का तड़का (Dupatta: A Touch of Tradition)
इस आउटफिट के साथ मिलने वाला दुपट्टा हल्का और स्टाइलिश है, जिसे आप कई तरीकों से कैरी कर सकती हैं। यह आपके लुक को और भी ज्यादा एलीगेंट और एथनिक बनाता है। दुपट्टे पर किया गया हल्का काम इसे सिंपल और ग्रेसफुल लुक देता है, जिसे आप किसी भी अवसर पर पहन सकती हैं।
दुपट्टे की विशेषताएँ:
हल्का और फ्लोई फैब्रिक
कढ़ाई के साथ सिंपल डिजाइन
मल्टीपल ड्रेपिंग स्टाइल्स
5. अवसर और उपयोगिता (Occasions and Utility)
Libas Women Embroidered Cotton Straight Kurta & Palazzo With Dupatta एक ऐसा आउटफिट है जिसे आप कई अवसरों पर पहन सकती हैं। चाहे वह ऑफिस का कामकाजी दिन हो, फैमिली फंक्शन हो, या फिर दोस्तों के साथ किसी खास दिन की प्लानिंग हो, यह आउटफिट हर मौके के लिए उपयुक्त है।
उपयुक्त अवसर:
ऑफिस मीटिंग्स
फैमिली गेदरिंग
फेस्टिवल्स और ट्रेडिशनल फंक्शन्स
कैजुअल आउटिंग्स
यह आउटफिट न केवल आरामदायक है, बल्कि यह आपको एक स्टाइलिश और आत्मविश्वास से भरपूर लुक देता है। इसे पहनकर आप हर मौके पर ध्यान आकर्षित करें��ी।
6. देखभाल और रखरखाव (Care and Maintenance)
कॉटन फैब्रिक की देखभाल करना आसान होता है, लेकिन इसके रंग और कढ़ाई को लंबे सम��� तक बरकरार रखने के लिए कुछ खास बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
देखभाल के टिप्स:
ठंडे पानी में हल्के डिटर्जेंट से हाथ से धोएं
डायरेक्ट सनलाइट में सुखाने से बचें
कढ़ाई वाले हिस्से को अंदर की ओर करके धोएं और आयरन करें
ड्राई क्लीन कराना बेहतर विकल्प है
7. क्यों चुनें Libas का यह आउटफिट? (Why Choose This Outfit by Libas?)
Libas का यह आउटफिट फैशन और आराम का सही मिश्रण है। इसमें आपको वह सब कुछ मिलता है जो एक परफेक्ट एथनिक आउटफिट में होना चाहिए। कुर्ते की कढ़ाई और डिज़ाइन, पलाज़ो की आरामदायक फिटिंग, और दुपट्टे का एलीगेंट लुक - ये सभी मिलकर आपको एक बेहतरीन अनुभव देते हैं।
फायदे:
आकर्षक डिज़ाइन के साथ पारंपरिक टच
कॉटन की वजह से हर मौसम में आरामदायक
किसी भी अवसर पर पहनने के लिए उपयुक्त
किफायती कीमत में उच्च गुणवत्ता
निष्कर्ष (Conclusion)
यदि आप एक ऐसा आउटफिट ढूंढ रही हैं जो पारंपरिक और आधुनिक फैशन का संतुलन हो, तो Libas Women Embroidered Cotton Straight Kurta & Palazzo With Dupatta आपके लिए एकदम सही चुनाव है। इसकी कढ़ाई, कपड़े की गुणवत्ता, और डिजाइन इसे हर महिला की अलमारी में शामिल करने लायक बनाते हैं। चाहे वह ऑफिस का दिन हो या किसी खास समारोह की तैयारी, यह आउटफिट हर अवसर पर आपको फैशनेबल और आत्मविश्वासी महसूस कराएगा।
तो इंतजार किस बात का? अब समय आ गया है कि आप इस शानदार आउटफिट को अपनी वॉर्डरोब में शामिल करें और हर मौके पर चमकें!
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*छात्राओं और कामकाजी महिलाओं को मिले सुरक्षित वातावरण*
*जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में महिला एवं बालिका सुरक्षा संबंधी बैठक आयोजित* बीकानेर, 6 सितंबर। जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि ने कहा कि स्कूलों, कॉलेजों और छात्रावासों में बालिकाओं तथा अस्पतालों सहित अन्य कार्यस्थलों पर महिलाओं को सुरक्षित वातावरण मिले, इसके लिए सभी संबंधित विभाग आपसी समन्वय के साथ कार्य करें। जिला कलेक्टर ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित महिला एवं बालिका सुरक्षा संबंधी…
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महिलाएं चुनौतियों से निपटते हुए उठाएं अवसरों का लाभ
महिलाएं चुनौतियों से निपटते हुए उठाएं अवसरों का लाभ
मथुरा। सशक्त समाज के निर्माण में महिलाओं की भूमिका किसी से कम नहीं है। आज देश की आर्थिन उन्नति में आधे भारत की पूरी भागीदारी है, महिलाओं के लिए अपने कार्यस्थल को चुनना और परिवार तथा कार्यक्षेत्र में सामंजस्य बिठाकर रखना कभी भी सुलभ नहीं रहा बावजूद तमाम बाधाओं को दरकिनार कर महिलाओं ने हर क्षेत्र में अपना परचम फहराया है। जीएल बजाज ग्रुप आफ इन्स्टीट्यूशन्स, मथुरा के वूमेन सेल तथा आईईईई महिला इंजीनियरिंग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित रेजीलिएन्ट्स वूमेन इन कैरियर्स परिचर्चा में अतिथि वक्ताओं ने यह विचार व्यक्त किए। परिचर्चा का शुभारम्भ माँ सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर किया गया। परिचर्चा शुरू होने से पहले जीएल बजाज की वूमेन सेल की गतिविधियों का परिचय रिचा मिश्रा ने दिया। इस अवसर पर संस्थान की निदेशक प्रो. नीता अवस्थी ने कहा कि इस परिचर्चा का उद्देश्य महिलाओं को सशक्त और उन्हें उच्चता प्रदान करना है। साथ ही आगे बढ़ने और सफलता के लिए समर्थनशील तथा समावेशी वातावरण को बढ़ावा देना है। इस अवसर पर उन्होंने छात्राओं से उच्च शिक्षा प्राप्त कर स्वावलम्बी बनने का आह्वान किया। परिचर्चा में शामिल एडिशनल एसपी वंदना मिश्रा ने जीवन के विभिन्न पहलुओं पर महिलाओं के कर्तव्य और अधिकारों की विवेचना की। उन्होंने कहा कि आज के परिष्कृत दौर में पुरुष और महिलाएं दोनों लचीले शेड्यूल की इच्छा रखते हैं। जब पुरुष और महिला दोनों काम में लचीलेपन की तलाश करते हैं, तो यह मिथक दूर हो जाता है कि केवल महिलाओं को ही इसकी आवश्यकता होती है क्योंकि वे काम और पारिवारिक जीवन की मांगों को संतुलित करने के लिए बेचैन रहती हैं। अंतरराष्ट्रीय शेफ और फैशन आइकॉन कोमिला सुनेजा धर ने बताया किस तरह महिलाओं को अपना सर्वश्रेष्ठ तलाश करके उसे तराशना चाहिए। उन्होंने कहा कि 65 फीसदी से अधिक कामकाजी महिलाएं अपने पेशेवर जीवन में लचीलापन महसूस करती हैं। इसमें कोई संदेह नहीं कि पिछले कुछ साल कामकाजी महिलाओं के लिए काफी कठिन रहे हैं। कार्यस्थल की संस्कृति या लचीलेपन की कमी भारतीय कामकाजी महिलाओं को दुखी बना रही है। लचीलेपन की कमी के कारण न केवल कामकाजी महिलाओं का पलायन हो रहा है बल्कि काम करने वाली महिलाओं को बहिष्कार का डर भी सता रहा है। आराधना त्रिपाठी शाखा प्रबंधक एसबीआई मथुरा ने महिलाओं से अपनी प्रोफेशनल और पर्सनल लाइफ में सामंजस्य बिठाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है। हमें कार्यक्षेत्र में सशक्तीकरण और सहनशीलता की सार्थकता को संग्रहीत करते हुए न केवल आगे बढ़ना है बल्कि सशक्त महिलाओं का समर्थन भी करन��� है। परिचर्चा में अतिथि वक्ताओं ने अपने कैरियर की प्रेरणादायक कहानियां और मूल्यवान दृष्टिकोण साझा करते हुए छात्राओं से चुनौतियों से निपटने तथा अवसरों का लाभ उठाने का आह्वान किया। इनका मानना है कि एकजुटता, मेंटरशिप तथा समुदाय समर्थन से सहजता से सफलता की सीढ़ियां चढ़ी जा सकती हैं। परिचर्चा में डॉ. तनुश्री गुप्ता, डॉ. शताक्षी मिश्रा, डॉ. शम्भवी कात्यायन, स्तुति गौतम, नंदनी शर्मा, सोनिका, डॉ. मंधीर वर्मा, डॉ. भोले सिंह, डॉ. शशी शेखर आदि उपस्थ��त रहे। अंत में वूमेन सेल की चेयरपर्सन डॉ. शिखा गोविल ने सभी का आभार माना।
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कहा जाता है कि एक स्त्री निर्जीव मकान को अपने प्रेम, समर्पण और त्याग से एक ख़ूबसूरत घर में बदल देती है। वे कामकाजी होकर भी परिवार के सदस्यों की छोटी से छोटी चीज़ों का ध्यान रखती है। लेकिन उसके इस प्रेम, त्याग और समर्पण के लिए उन्हें शुक्रिया नहीं कहते। आपके जीवन में भी आपकी बहन, पत्नी, माँ, दोस्त के रूप में सुपर वुमन होंगी। ऐसी ही अपनी सुपर वुमन्स् को उनके हर प्रयास के लिए शुक्रिया ज़रूर कहें। सकरनी परिवार की ओर से विश्व की सभी सुपर वुमन्स् को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस हार्दिक शुभकामनाएं।
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महिला वैज्ञानिकों के लिए जैव प्रौद्योगिकी विभाग कार्यक्रम निरंतर विकास लक्ष्यों (SDG5) को पूरा करने के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के जैव प्रौद्योगिकी विभाग के साथ-साथ इसकी सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों और Autonomous संस्थानों द्वारा विज्ञान में करियर बनाने के लिए और अधिक महिलाओं को प्रोत्साहित करने के लिए कई कार्यक्रम शुरू किए गए हैं। जैव प्रौद्योगिकी कैरियर उन्नति और पुनर्विन्यास के लिए कार्यक्रम (बायोकेयर) जनवरी 2011 में, जैव प्रौद्योगिकी विभाग ने जैव प्रौद्योगिकी अनुसंधान में उनकी भागीदारी बढ़ाने के प्रयास में महिला वैज्ञानिकों के लिए जैव प्रौद्योगिकी कैरियर उन्नति और पुन: अभिविन्यास कार्यक्रम (बायोकेयर) की शुरुआत की। कार्यक्रम मुख्य रूप से कामकाजी और बेरोजगार महिला वैज्ञानिकों के करियर को आगे बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिनके लिए यह उनका पहला बाह्य अनुसंधान अनुदान है | Read complete and updated information at https://sarkarinaukritraining.com/blog/details/%E0%A4%AE%E0%A4%B9%E0%A4%BF%E0%A4%B2%E0%A4%BE-%E0%A4%B5%E0%A5%88%E0%A4%9C%E0%A5%8D%E0%A4%9E%E0%A4%BE%E0%A4%A8%E0%A4%BF%E0%A4%95%E0%A5%8B%E0%A4%82-%E0%A4%95%E0%A5%87-%E0%A4%B2%E0%A4%BF%E0%A4%8F-%E0%A4%9C%E0%A5%88%E0%A4%B5-%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A5%8C%E0%A4%A6%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A5%8B%E0%A4%97%E0%A4%BF%E0%A4%95%E0%A5%80-%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%97-%E0%A4%95%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%AE
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प्रतिरोध के प्रतिमान : घरेलू महिला कामगार by डॉ. अजय कुमार साव
किताब के बारे में... घरेलू महिला कामगार कामकाजी या फिर नौकरीपेशा महिलाओं से अलग और अधिक जटिल चुनौतियों के बीच अपने जीवन यथार्थ से जूझती रहती है। स्त्री विमर्श ने घरेलू महिला कामगारों के समुदाय को अभी तक विषय नहीं बनाया है। एक ओर निजी परिवार और समाज की चुनौतियां झेलती हैं और उसके विरुद्ध प्रतिरोध रचती हैं, तो साथ ही मालिक सदस्यों के परिवार में भी संघर्ष और प्रतिरोध के बीच अपने सपने सजाती रहती हैं। इन परिस्थितियों के मूल में परिवार की मालकिन सदस्य एवं घरेलू महिला कामगार दोनों का काम के प्रति गुलामी या दास वाली सोच सक्रिय रहती है। इससे निजात पाने के लिए परिवार घरेलू महिला कामगारों पर निर्भर है, तो इस निर्भरता का पूरा लाभ भी घरेलू महिला कामगार उठाती हैं। इस दौरान इनके संघर्ष, स्वप्न, इनके श्रम एवं यौन शोषण तथा यदा-कदा सांप्रदायिक संदर्भ वर्तमान समय में जटिल समस्याओं के रूप में उभरते रहते हैं। इन्हें विषय बनाकर विमर्श नए आयाम को खोलेगा, तो साथ ही समग्रता को उपलब्ध भी होगा। यही इस ��हानी संग्रह की उपलब्धि रहेगी।
यदि आप इस पुस्तक के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो नीचे दिए गए लिंक से इस पुस्तक को पढ़ें या नीचे दिए गए दूसरे लिंक से हमारी वेबसाइट पर जाएँ!
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Varanasi:बीएचयू की छात्राओं के लिए बड़ी सुविधा, शाम सात से रात 10 बजे तक मिलेगी परिसर बस सेवा - Campus Bus Service Started For Bhu Girl Students
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) – फोटो : अमर उजाला विस्तार बीएचयू की छात्राओं की सुविधा के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से परिसर बस सेवा शुरू की गई है। यह बस प्रतिदिन सायं 7 से रात्रि 10 बजे तक महिला महाविद्यालय से श्री विश्वनाथ मंदिर के बीच चलेगी व कन्या छात्रावास से होकर गुजरेगी। बस महिला महाविद्यालय से सायं 7 बजे, रात्रि 8 बजे, तथा रात्रि 9 बजे आरंभ होगी व त्रिवेणी कांपलेक्स, कामकाजी…
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मजबूत और स्थिर नीचे कर्तव्य पथ | steadfastly moving down Kartavya Path;
भारत अपने 74 वें गणतंत्र दिवस का जश्न मनाने के लिए
राफेल जेट और Su-30 MKI लड़ाकू विमानों द्वारा युद्धाभ्यास के साथ IAF का प्रदर्शन नौसेना के विमान और सेना के हेलीकॉप्टर उड़ान योजना को पूरा करते हैं मोटरसाइकिल स्टंट, बैंड, मार्चिंग टुकड़ियों ने भीड़ का मनोरंजन किया वीआईपी निमंत्रण में कटौती के साथ बैठने की क्षमता लगभग 45,000 तक कम हो गई।
भारत की कहानी:
(बाएं से दक्षिणावर्त) नरम शक्ति, सैन्य शक्ति और महिला नेतृत्व का प्रदर्शन तब हुआ जब राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस समारोह में मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फत्ताह अल-सिसी का स्वागत किया; लेफ्टिनेंट कमांडर। दिशा अमृत ने नौसेना दल का नेतृत्व किया; ऊंट पर सवार बीएसएफ दल में महिला कर्मी; गर्वित सीआरपीएफ महिलाएं; और स्वदेशी नेत्रा एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम और एक राफेल के साथ आकाश में एक संगीत कार्यक्रम।
जैसे ही भारत अपने 74 वें गणतंत्र दिवस का जश्न मनाने के लिए जागा, गुरुवार को गणतंत्र दिवस की परेड देखने के लिए हजारों लोग नई दिल्ली में नए पुनर्निर्मित और नए नाम वाले कर्तव्य पथ पर आए।
इस परेड में हर किसी के लिए हमेशा कुछ न कुछ होता है, इस साल की सभा, पुरुषों और महिलाओं, वरिष्ठ नागरिकों और बच्चों, छात्रों और कामकाजी पेशेवरों, और विक्रेताओं और दैनिक ग्रामीणों के मिश्रण को निराश नहीं किया।
जबकि परेड ने अधिकांश आगंतुकों के लिए मोटरसाइकिल स्टंट, विभिन्न बैंड और मार्चिंग दल, झांकी और सांस्कृतिक प्रदर्शन सहित कई आकर्षण पेश किए, यह भव्य कार्यक्रम को लाइव देखने का अनुभव था जो यादगार था। वशिष्ठ सिंह, 90, रांची के एक सेवानिवृत्त सहायक अभियंता, जिन्होंने सालों तक टीवी पर परेड देखी थी, ने कहा कि पहली बार कर्तव्य पथ पर बैठकर इसका अनुभव करना 'अवास्तविक' लगा।
उन्होंने कहा, 'मैं हमेशा से इसका अनुभव करना चाहता था, गणतंत्र दिवस परेड से बहुत सारी यादें जुड़ी हुई हैं।'
बादल मूंदना
हालांकि परेड 1.30 बजे शुरू हुई। एम। , लोगों ने पहली रोशनी से पहले ही आना शुरू कर दिया था क्योंकि वे सबसे अच्छी सीटें हड़पना चाहते थे। एक विशेष घटना जिसके बारे में वे उत्साहित थे, वह थी भारतीय वायु सेना के 45 विमानों, भारतीय नौसेना का एक और भारतीय सेना के चार हेलीकाप्टरों द्वारा फ्लाई पास्ट।
हालांकि, भीड़ निराश हो गई क्योंकि वे राफेल, मिग-29 और सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू विमानों द्वारा कर्तव्य पथ के ऊपर आकाश में विभिन्न युद्धाभ्यास नहीं देख पाए।
गाजियाबाद की रहने वाली 36 साल की विभा राफेल लड़ाकू विमानों को देखकर काफी उत्साहित थीं. 'हमने इसके बारे में केवल समाचारों में सुना है। मेरे बच्चे फाइटर जेट्स को देखने के लिए वास्तव में उत्साहित थे, लेकिन मौसम की स्थिति के कारण हम नहीं कर सके,' उसने कहा। देहरादून में राष्ट्रीय मिलिट्री कॉलेज के दो छात्रों, तेलुरी सृजन, 16, और सुनंद कुमार, 17, दोनों आंध्र प्रदेश के निवासी हैं, ने कहा कि मार्चिंग दल उनके लिए मुख्य आकर्षण थे।
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महिलाओं के लिए सेहत का खजाना हैं ये 3 तरह के जूस, मिलेंगे कई फायदे
महिलाओं के लिए सेहत का खजाना हैं ये 3 तरह के जूस, मिलेंगे कई फायदे
एक महिला का जीवन कठिनाइयों से भरा होता है, अगर वह कामकाजी महिला है तो संभव है कि उसे घर के साथ-साथ ऑफिस की जिम्मेदारियां भी संभालनी पड़े। इस बिजी लाइफस्टाइल के चलते वह अपनी सेहत का ध्यान नहीं रख पाती हैं। खासकर 30 साल के बाद शरीर की कोशिकाओं का उत्पादन धीमा होने लगता है, जिससे मांसपेशियां, लिवर, किडनी सहित कई अंग प्रभावित होते हैं। इसके अलावा अगर हड्डियां कमजोर हो जाती हैं तो दैनिक जीवन की…
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श्रिया सरन: मैं चाहती हूं कि मेरी बेटी को पता चले कि मैं एक कामकाजी मां और एक मेहनती महिला हूं हिंदी मूवी न्यूज
श्रिया सरन: मैं चाहती हूं कि मेरी बेटी को पता चले कि मैं एक कामकाजी मां और एक मेहनती महिला हूं हिंदी मूवी न्यूज
अंतिम बार एक ब्लॉकबस्टर (आरआरआर) में एक साथ देखा गया, जिसने वैश्विक दर्शकों को तूफान से घेर लिया, श्रिया सरन दृश्यम 2 में अजय देवगन के साथ उनकी पत्नी नंदिनी सलगांवकर के रूप में वापस आ गई हैं। उसने 2018 में रूसी उद्यमी आंद्रेई कोशेव से शादी की और अपने पहले बच्चे राधा सरन कोशेव का स्वागत किया, जिसका जन्म पिछले साल बार्सिलोना में हुआ था। बॉम्बे टाइम्स के साथ एक साक्षात्कार में, अभिनेत्री ने दृश्यम 2…
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Gaura Shakti app launched: CM धामी ने गौरा शक्ति एप को किया लॉन्च, महिलाओं को मिलेगा सुरक्षा कवच
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Gaura Shakti app launched: CM धामी ने गौरा शक्ति एप को किया लॉन्च, महिलाओं को मिलेगा सुरक्षा कवच | CM Dhami launches Gaura Shakti App, women will get security cover CM Gaura Shakti app launched Read full#Digital edition of #E-Paper :-Page Three Page Three Full E-Paper in PDF Format Hindi #News portal Follow us on google News Here is our #Classified Ad Section Contact us to #Post your…
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चुनौतियों पर टिकी नौकरी की राह
चुनौतियों पर टिकी नौकरी की राह
नौकरी करने वाली महिलाएं अकसर परिवार और ऑफिस के बीच झूलती नजर आती हैं। पर इस पूरी स्थिति के पीछे के संघर्ष और चुनौतियों पर लोगों की नजर कम ही जाती है। एक कामकाजी महिला को नौकरी करने के लिए किन… Source link
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प्रा.डा. चन्दा कार्कीलाई प्रश्नः सन्तान जन्माउने उपयुक्त उमेर कुन हो ?
प्रा.डा. चन्दा कार्कीलाई प्रश्नः सन्तान जन्माउने उपयुक्त उमेर कुन हो ?
काठमाडौं—अहिले सन्तानको योजना बनाउने विषयमा दम्पतीहरुमा अन्योलता पाइन्छ । कामकाजी जीवनशैलीका कारण मानिसहरु अहिले ढिलो विवाह गर्न थालेका छन् । जसका कारण सन्तानको योजनामा पनि ढिलाइ हुँदै गइरहेको छ । जसका कारण दम्पतीहरुमा सन्तान योजना बनाउँदा केही समस्याहरु पनि देखिन थालेका छन् । वरिष्ठ स्त्री तथा प्रसुति रोग विशेषज्ञ प्रा.डा. चन्दा कार्कीकाअनुसार शारीरिक रुपमा पूर्ण विकास भइरहेको महिला, आर्थिक र…
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Working Women Hostel Scheme : कार्यशील महिला छात्रावास योजना क्या है
Working Women Hostel Scheme : कार्यशील महिला छात्रावास योजना क्या है
Working Women Hostel Scheme महिलाओं के विकास के लिए केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा कई योजनाएं चलाई जाती हैं। वैसे तो महिलाओं को शिक्षा देने के साथ-साथ उनके हुनर को निखारने के लिए भी कई योजनाएं चलाई जाती हैं। लेकिन जब कामकाजी महिलाओं की बात आती है, तो यह सरकार की जिम्मेदारी ब�� जाती है कि वह कार्यस्थल पर उनके ठहरने की पर्याप्त व्यवस्था करे। केंद्र सरकार द्वारा कामकाजी महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने…
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