#कश्मीर में स्कूल
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ऐसा क्या बोल रहे थे मल्लिकार्जुन खरगे, जिसे बड़े ध्यान से सुन रहे थे पीएम मोदी
नई दिल्ली : राष्ट्रपति के अभिभाषण पर कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खरगे ने अपनी बात रखी। उन्होंने राष्ट्रपति के अभिभाषण का स्वागत किया। साथ ही इसकी कमियों को भी बताया। खरगे ने अपनी बात जब शुरू की तो सामने प्रधानमंत्री सामने मौजूद थे। जेपी नड्डा, पीयूष गोयल भी प्रधानमंत्री के साथ सदन में मौजूद थे। इस दौरान खरगे ने अपनी बात हिमांशु वाजपेयी की एक कविता से अपनी बात शुरू की। उन्होंने कहा, 'न खाता न बही है, जो तुम बोले वही सही है। न्यूज एक छप रही है सब कुछ बिल्कुल सही है। सच पर FIR क्यों, राशन की मार क्यों, झूठ की जय जयकार क्यों, निष्ठुर है सरकार क्यों। मगर मेरे शहर के लोग देश के लोग ये सवाल मुझसे पूछ रहे हैं।' जब खरगे ने किया नेहरू का जिक्र खरगे ने अभिभाषण पर बोलते हुए कहा कि मैं यही पूछना चाहता हूं कि एक तरफ तो आप अपनी बातों को बहुत सी एडजेक्टिव्स लगाकर बोले यहां। सही है कि हर सरकार अपनी बात को राष्ट्रपति के माध्यम से कहलाती है। लेकिन इस राष्ट्र के जो निर्माता हैं उनको कभी भी हमें नहीं भूलना चाहिए। समृद्धि की इस राह पर जाने के लिए सबको मिल के काम करना है। देश के लोगों को ऊपर लाने के लिए शिक्षा जरूरी है। उनका शिक्षित होना जरूरी है। जब तक वो शिक्षित नहीं होंगे तब तक उन्हें इसका फायदा नहीं मिलेगा। आजादी के बाद पंडित जवाहर लाल नेहरू ने शिक्षा पर खास प्राथमिकता दी। लोगों को शिक्षित करने के लिए योजनाएं तैयार की। स्कूल, कॉलेज, आईआईटी खोले। ये इंस्टीट्यूशन देश के लिए विजन बने। एजुकेशन पर खास जोर देने की अपील ��रगे ने आगे कहा कि टेक्निकल एजुकेशंस हों, मेडिकल कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज हों, इसका लाभ सबको मिलना चाहिए। संविधान में एससी-एसटी और ओबीसी के लिए भी रिजर्वेशन बनाया है। लेकिन इसमें आज ओबीसी के लिए 27 पर्सेंट रिजर्वेशन है, वो उनको मिलना चाहिए जो नहीं मिल रहा। कोई कारण लगा के वो घट जाते हैं। एससी-एसटी के साथ भी ऐसा है। उनको घटाने की कोशिश हो रही। कैसे इसमें कटौती की जाए ये किया जा रहा। कोई सरकार इसके लिए जांच नहीं करती, ये हमारे देश के लिए बड़ा नुकसान है। इन चीजों को मैं आपके सामने लाना चाहता हूं। ये समाज की मानसिकता है। खरगे ने उठाया बीजेपी एक सीएम का मुद्दा इस दौरान मल्लिकार्जुन खरगे ने बीजेपी के एक मुख्यमंत्री के बयान का जिक्र राज्यसभा में किया। उन्होंने कहा कि बीजेपी के एक चीफ मिनिस्टर जो पहले कांग्रेस में थे अब वो बीजेपी के साथ हैं। उनका ये कमेंट एससी-एसटी से जुड़ा था, इस एक कमेंट का जिक्र उन्होंने सदन में उठाया जिस पर काफी विवाद हुआ है। खरगे ने फिर इस पर कहा कि हम इस मुद्दे को उठा रहे और प्रधानमंत्री से इस मामले में अपील करेंगे कि कार्रवाई करें। हालांकि सदन के सभापति जगदीप धनखड़ ने खरगे की इन बातों को कार्रवाई से अलग कर दिया। पब्लिक सेक्टर पर खास जोर देने की अपील खरगे ने प्राइवेट सेक्टर को जोर देने की सरकार की नीति पर सवाल उठाए। उन्होंने पब्लिक सेक्टर को और आगे बढ़ाने की अपील की। इसे खत्म नहीं करना चाहिए। पब्लिक सेक्टर्स गरीबों और देश के लिए अच्छा है। अग्निपथ योजना पर भी खरगे ने अपनी बात रखी। लोग ये समझे कि जैसा कि स्टाइपेंड के बाद लोग परमानेंट हो जाएंगे। लगा वो 4 साल बाद मिलिट्री में जाएंगे, लेकिन आज स्थिति क्या है आप 75 लोगों को बाहर कर रहे। 25 लोग लिए जा रहे। नरवणे ने बताया कि ये सिर्फ आर्मी में आना था लेकिन सरकार इसे एयरफोर्स, नैवी के लिए भी लाया गया। परेशान हैं अग्निवीर के लोग। अच्छे दिनों की आस लगाते हुए हबीब हम बेहतरीन दिन भी गंवाते चले गए। चार साल बाद उन्हें जाना पड़ा। महंगाई का मुद्दा भी मल्लिकार्जुन खरगे ने उठाया। इस दौरान खरगे ने बिल्किस बानो का मुद्दा भी उठाया।कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कांग्रेस सांसद डीके सुरेश के 'अलग देश की मांग करने के लिए मजबूर' बयान पर भी रिएक्ट किया। उन्होंने कहा कि 'अगर कोई देश को तोड़ने की बात करेगा, तो हम इसे कभी सहन नहीं करेंगे। चाहे वह किसी भी पार्टी का हो। मैं खुद कहूंगा कि कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक हम एक हैं और एक रहेंगे।' http://dlvr.it/T2Ctd5
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हिल ग्रेंज स्कूल हंदवाड़ा में दो दिवसीय विज्ञान कार्यशाला
हिल ग्रेंज स्कूल हंदवाड़ा में दो दिवसीय विज्ञान कार्यशाला
दो दिवसीय विज्ञान हिल ग्रेंज स्कूल, हंदवाड़ा कश्मीर में कार्यशालाओं का आयोजन किया गया। कार्यशाला का मार्गदर्शन प्रोफेसर एच.सी. वर्मा (भौतिकी शिक्षा की दुनिया में एक प्रसिद्ध व्यक्ति, पद्म श्री-2021। पूर्व संकाय आईआईटी, कानपुर) द्वारा किया जाता है। इसके अलावा, विभिन्न संस्थानों के बुद्धिजीवियों ने कार्यशाला की शोभा बढ़ाई और छात्रों के सामने अपनी विशेषज्ञता प्रदर्शित की। कार्यशाला में उत्तर-कश्मीर के विभिन्न स्कूलों के छात्रों ने भाग लिया, जहां उन्होंने प्रोफेसर एच.सी. वर्मा के समक्ष अपने कामकाजी मॉडल/विज्ञान परियोजनाओं का प्रदर्शन किया। प्रोफेसर वर्मा ने छात्रों को उनके नवीन विचारों और उपलब्धियों के लिए सराहना की। कार्यशाला में प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन कुपवाड़ा के सदस्यों ने भी भाग लिया और कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति की सराहना की। अपने धन्यवाद ज्ञापन में प्राचार्य डॉ. अमीर बशीर ने संस्था के अध्यक्ष ” को धन्यवाद दिया है। मीर जाविद अहमद को स्कूल में शिक्षा परिदृश्य को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए उनके अंतहीन समर्थन और दृष्टिकोण के लिए धन्यवाद। उन्होंने कार्यशाला के संरक्षक प्रोफेसर एच.सी. वर्मा को अपना कीमती समय देने और छात्रों के साथ वोट संबंधी विचार साझा करने के लिए धन्यवाद दिया। इसके अलावा, डॉ. आमिर ने इस कार्यशाला को सफल बनाने में समर्थन के लिए जम्मू-कश्मीर विज्ञान संचारक नेटवर्क की टीम को धन्यवाद दिया। कार्यशाला के समापन में विज्ञान विभाग की समन्वयक रुकिया कादिर की इस तरह की अद्भुत कार्यशाला के आयोजन के लिए ��राहना की गई।
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CHILDREN’S DAY 2023: बाल दिवस का इतिहास, उत्सव, अर्थ और महत्व
बाल दिवस का अर्थ है कि बच्चों के अधिकारों को उनकी भलाई के लिए कैसे उपयोग किया जाता है।
क्या देश के हर बच्चे को शिक्षा, चिकित्सा और परिवार के अधिकारों का पूरा अधिकार मिल सकता है? बाल शोषण की कोई शिकायत नहीं है?क्या जो बच्चे खतरनाक नौकरियों में काम करते हैं, उनकी समस्या हल हो गई है? यदि ऐसा नहीं है, तो कम से कम हम माता-पिता को इसके बारे में बता सकते हैं और उन्हें अपने बच्चों को एक ऐसी जगह देने के लिए कह सकते हैं जहां वे अच्छा कर सकते हैं। उन्हें सम्मान और आत्मविश्वास सिखाने के लिए जिम्मेदार होना, और किसी दूसरे की राय सुनने के बजाय अपनी राय बनाने देना।
साथ ही बाल दिवस एक बालिका और एक लड़के को अलग नहीं करने पर भी केंद्रित है। हम युवा लोगों को यह सिखाना चाहिए कि साथियों के दबाव के आगे झुकने से बचना चाहिए, हर संभव कोशिश करना चाहिए और मदद माँगने से नहीं डरना चाहिए जब वे तनाव से गुजर रहे हैं। अब नवीन भारत में शिक्षा, विचार और विकास की नई संभावनाएं हैं। हमारे युवा भावुक और दिलचस्प हैं, इसलिए उनके पास मजबूत विचार हैं। उन्हें दिखाना कि उनकी इच्छाएँ पूरी क�� जा सकती हैं, उनकी मदद करने का एक तरीका है।
ये बातें बाल दिवस के महत्व को वापस लाएंगी। आइए लक्ष्य को ध्यान में रखने और उस पर कार्य करने का वादा करें ताकि युवा और बच्चे वास्तव में इस दिन का आनंद उठा सकें। 14 नवंबर सिर्फ एक दिन है, लेकिन इसे ऐसा बीज बोने दें जो आने वाले वर्षों में लाभ देगा।
बाल दिवस कब है?
14 नवंबर को भारत बाल दिवस मनाता है।
यह पंडित जवाहरलाल नेहरू का जन्मदिन है। पंडित नेहरू भी बच्चों के प्रति उनकी दयालुता के लिए प्रसिद्ध थे।
नेहरू ने भी चिल्ड्रन्स फिल्म सोसाइटी इंडिया की स्थापना की, जो सिर्फ बच्चों के लिए भारतीय फिल्में बनाती है।
बाल दिवस की उत्पत्ति
14 नवंबर 1889 को कश्मीर के एक ब्राह्मण परिवार में जवाहरलाल नेहरू का जन्म हुआ। वह भारत के पहले राष्ट्रपति थे। 1800 के दशक की शुरुआत में उनका परिवार दिल्ली आया था। वे बुद्धिमान थे और व्यवसाय चलाने में अच्छे थे। वह मोतीलाल नेहरू के पुत्र थे, जो भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के एक प्रसिद्ध वकील थे। बाद में महात्मा गांधी के करीबी दोस्त मोतीलाल नेहरू बन गए। जवाहरलाल के चार बच्चों में दो लड़कियां सबसे बड़ी थीं। उसकी बहन विजया लक्ष्मी पंडित ने संयुक्त राष्ट्र महासभा का पहला नेतृत्व किया था।
माना जाता है कि बच्चे नेहरू को भारत की शक्ति मानते ��े, इसलिए उन्हें “चाचा नेहरू” कहते थे। लेकिन दूसरी कहानी कहती है कि पूर्व प्रधान मंत्री गांधी के करीबी थे, जिन्हें सब लोग “बापू” कहते थे, इसलिए उन्हें “चाचा” कहा जाता था। जवाहरलाल नेहरू को लगता था कि वह “राष्ट्रपिता” के छोटे भाई हैं, इसलिए लोगों ने उन्हें “चाचा” कहा।
1947 में, नेहरू भारत की आजादी की लड़ाई में प्रधानमंत्री बन गए। गांधी ने उन्हें यह कैसे करना सिखाया। उन्होंने स्वतंत्र, धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक भारत की नींव रखी। इसलिए नेहरू को आधुनिक भारत का निर्माता बताया जाता है।
1964 में जवाहरलाल नेहरू की मृत्यु के बाद संसद ने सर्वसम्मति से उनका सम्मान करने का प्रस्ताव पारित किया। संकल्प ने बाल दिवस को उनके जन्मदिन की आधिकारिक तिथि बनाया। 1956 से पहले, भारत में 20 नवंबर को हर साल बाल दिवस मनाया जाता था। इसका कारण यह था कि संयुक्त राष्ट्र ने 1954 में 20 नवंबर को सार्वभौमिक बाल दिवस घोषित किया था। 14 नवंबर को भारत के पहले प्रधान मंत्री का जन्म हुआ था। 14 नवंबर को उनके जन्मदिन की याद में बाल दिवस मनाया जाता है।
अब स्कूल बाल दिवस मनाने के लिए मनोरंजक और प्रेरक कार्यक्रम करते हैं। बाल दिवस पर बहुत से लोग भाषण लिखते हैं। बच्चों को अक्सर कहा जाता है कि वे स्कूल के कपड़े को छोड़ दें और अलग-अलग कपड़े पहनें। यह समय बच्चों, उनके माता-पिता और शिक्षकों की खुशी का है।
बाल दिवस उत्सव
स्कूलों और अन्य स्थानों पर जो लोग सीखते हैं, कई गतिविधियाँ होती हैं, जो इसे एक मजेदार उत्सव बनाते हैं। बच्चों को खास दिन बनाने के लिए खिलौने, उपहार और मिठाई दी जाती हैं। कुछ स्कूलों में शिक्षकों ने बच्चों को मनोरंजन करने के लिए कार्यक्रमों को दिखाया जाता है।
विश्व बाल दिवस
संयुक्त राष्ट्र का सार्वभौमिक बाल दिवस 1954 में शुरू हुआ था और 20 नवंबर को हर साल मनाया जाता है। इसका उद्देश्य दुनिया भर से लोगों को एकजुट करना है, बच्चों को उनके अधिकारों का ज्ञान देना और बच्चों के कल्याण में सुधार करना है।
20 नवंबर 1959 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने बाल अधिकारों की घोषणा को पारित किया। इस दिन बहुत महत्वपूर्ण है। 1989 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने बाल अधिकारों पर कन्वेंशन भी पारित किया था।
1990 के बाद से, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने बाल अधिकारों पर कन्वेंशन और बाल अधिकारों की घोषणा दोनों पारित की हैं, जो सार्वभौमिक बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है।
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अल्लामा इकबाल : सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है
नई तहरीक : रायपुर
अल्लामा मोहम्मद इकबाल की पैदाईश 9 नवंबर सन् 1877 को सूबे पंजाब के स्यालकोट जिले में हुई। आपके वालिद शेख नूर मोहम्मद कारोबारी थे। आपका खानदान कश्मीर से पंजाब आकर मुकीम हुआ था। इकबाल साहब ने अरबी और उर्दू की तालीम मदरसे से हासिल कर मिशनरी स्कूल से मिडिल पास किया। उसके बाद आपने सन् 1899 में लाहौर से गे्रजुएशन और फिलासफी से एमए किया। उसके बाद आप फिलासफी के टीचर हो गए। Read More
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वो हिंदू-मुस्लिम की बात करेंगे मगर तुम भारतीय बनने पर अड़े रहना !!
वो हिंदू-मुस्लिम की बात करेंगे मगर तुम भारतीय बनने पर अड़े रहना !!
वो तुम्हे गौमूत्र पर ले जाने की कोशिश करेंगे, पर तुम पेट्रोल पर अड़े रहना !!
वो तुम्हे हिन्दू-मुस्लिम पर ले जाने की कोशिश करेंगे, तुम जॉब, गैस, राशन पर अड़े रहना !!
वो मंदिर बनाने की बात करेंगे, तुम हॉस्पिटल पर अड़े रहना !!
वो स्टैचू बनाने को सही साबित करेंगें, तुम स्कूल बनवाने पर अड़े रहना !!
वो दल की बात करेंगे, तुम दाल के दाम पर अड़े रहना !!
वो कहेंगे New India बनायेंगे, तुम अच्छे दिन की डिलीवरी पर अड़े रहना !!
वो तुम्हें जयहिंद के नारों में उलझाएँगे, तुम हिन्द के वासियों के वेलफ़ेयर पर अड़े रहना !!
वो कश्मीर की बात करेंगे, तुम बढ़ती कीमतों की बात पर अड़े रहना !!
वो मदरसों की बात करेगें, तुम किसानों की बात पर अड़े रहना !!
वो मन की बात करेंगे,
तुम कालेधन की बात पर अड़े रहना !!
वो गौशाला खोलने की बात करेंगे, तुम बच्चों के पाठशाला पर अड़े रहना !!
वो टैंक लगाने की बात करेंगे, तुम अपने टैंक में पानी की सप्लाई पर अड़े रहना !!
Puneet Gautam Ji
#HappyIndependenceDay#Samiksha_Samvad_Tv#samikshasamvadtv#Samiksha_Samvad#सफर_रहेगा_जारी
#समीक्षा_संवाद_टी_वी#समीक्षा_संवाद#साहित्य_को_समर्पित_सत्य_का_प्रतीक
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मुख्यमंत्री के जिले में स्कूली छात्रा के साथ दुष्कर्म, मामला दर्ज
हमीरपुर हिमाचल के नादौन पुलिस थाना के अंतर्गत कश्मीर क्षेत्र में एक नाबालिग लड़की से रेप का मामला सामने आया है। पीड़िता स्कूल में पढ़ती है। रेप का आरोप 56 वर्षीय अधेड़ पर लगा है। पुलिस ने व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है। पीड़िता के पिता ने पुलिस को इस बारे शिकायत की है, जिसमें उन्होंने जोगिंदर सिंह पुत्र भगवान सिंह गांव दाड़़ कश्मीर ने उसकी नाबालिग बेटी के साथ दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है। जिस पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पिता की शिकायत पर FIR दर्ज, जांच शुरू मामले की पुष्टि करते हुए SHO योग राज चंदेल ने बताया कि पीड़िता के पिता की शिकायत पर धारा 376 506 IPC, POCSO ACT के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पीड़िता का मेडिकल करवाया जा रहा है। इस आरोप में जोगिंदर सिंह को गिरफ्तार करके गांव में कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। नाबालिग ने घरवालों को बताई आपबीती काबिले गौर है कि पीड़िता स्कूल की छात्रा है वह गुरुवार को स्कूल गई थी वापस जब स्कूल से आ रही थी तो रास्ते में आरोपी ने उसके साथ जबरदस्ती दुष्कर्म किया। पीड़िता ने अपने परिजनों को घर आकर आपबीती सुनाई, जिस पर उसके पिता ने पुलिस को शिकायत कर दी है। Read the full article
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Ghazipur:जम्मू-कश्मीर के Lg मनोज सिन्हा बोले- 8 वर्षो में देश की राजनैतिक शब्दावली के साथ कार्य शैली भी बदली - Jammu Kashmir Lg Manoj Sinha Said Political Vocabulary And Working Style Changed In 8 Years
Ghazipur:जम्मू-कश्मीर के Lg मनोज सिन्हा बोले- 8 वर्षो में देश की राजनैतिक शब्दावली के साथ कार्य शैली भी बदली – Jammu Kashmir Lg Manoj Sinha Said Political Vocabulary And Working Style Changed In 8 Years
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल ने किया स्कूल का लोकार्पण – फोटो : अमर उजाला विस्तार गाजीपुर का एक-एक पत्थर समरस समाज और शक्तिशाली राष्ट्र के लिए वीरता तथा बलिदान के सुनहरे कारनामों से भरा हुआ है इसीलिए जब भी गाजीपुर का नाम आता है, तब उसकी कीर्ति, उसका यश हमारे दिल को स्वाभिमान और गर्व से भर देता है। ये बातें जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने रविवार को जमानियां तहसील के अशैचंदपुर गांव में…
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ऋचा चड्ढा - देशद्रोहियों और भारत से नफरत करने वालों के उदार स्कूल की डीन
ऋचा चड्ढा – देशद्रोहियों और भारत से नफरत करने वालों के उदार स्कूल की डीन
ऋचा चड्ढा कुख्यात बॉलीवुड क्लिच और सेना विरोधी बयानबाजी के साथ वापस आ गई हैं। एक छोटी-सी जानी-मानी अभिनेत्री ऋचा का ‘सेना-विरोधी’ और ‘भारत-विरोधी’ ज़हर उगलने का इतिहास रहा है। इस बार वह अपने नवीनतम “गलवान सेज हाय” ट्वीट के बाद खबरों में बनीं, जिसने विवाद को जन्म दिया। उनका यह पोस्ट लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी के पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर को वापस लेने के बयान की प्रतिक्रिया में था। भारतीय सेना…
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एमपी: तारीख 26-27 जनवरी, आठ राज्यों में करेंगे बम धमाका, स्कूल में मिली चिट्ठी से मचा हड़कंप
खंडवा: मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में एक स्कूल में मिली चिट्ठी से हड़कंप मच गया है। चिट्ठी पर आईएसआई संगठन का नाम लिखा हुआ है। साथ ही देश के आठ राज्यों में 26 और 27 जनवरी को धमाके की चेतावनी दी गई है। चिट्ठी मिलने के बाद प्रशासन हरकत में आ गई है। साथ ही मामले की जांच शुरू कर दी गई है। खंडवा पुलिस ने कुछ संदिग्धों से पूछताछ भी की है। दरअसल, यह चिट्ठी ग्राम प��ाजन स्थित हाई स्कूल के ताले पर चस्पा मिला है। इसमें स्कूल में बम फोड़ने की बात लिखी है। प्रशासन मामले को गंभीरता से लेते हुए असलियत को जानने में लगा है। इसके साथ ही संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। इस पत्र में गणतंत्र दिवस पर पटाजन स्कूल में छह बम फोड़ने की धमकी दी गई है। लिखा है कि इसकी जिम्मेदारी आईएसआई संगठन लेगा। इसके अगले दिन 27 जनवरी को खंडवा के आनंद नगर, रामनगर, माता चौक और बुधवारा बाजार में बम फटेगा। चिट्ठी में आगे लिखा है कि इसमें हिंदुस्तानियों का खून बहेगा। हमारा मकसद तो दिल्ली को छुड़ाना है जो छुड़ाके रहेंगे। दिल्ली को हम 30 जनवरी को ठीक 4.30 बजे सुबह छुड़ाएंगे। इस लेटर के आखिरी में मजाक में मत लेना, शिक्षक जैन महोदय लिखा है। इसके अलावा गुजरात, राजस्थान, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड, महाराष्ट्र और दिल्ली भी बम धमाके की चेतावनी दी है। इस पत्र को लेकर पुलिस प्रशासन ने बताया कि पत्र की जांच की जा रही है। जांच के बाद ही इस मामले में कुछ कहा जा सकेगा। हालांकि पुलिस अभी अलर्ट मोड पर आ गई है। कुछ दिनों पहले भी भोपाल के एक स्कूल में बम होने को लेकर मेल आया था। दो दिन पहले ट्रेन में भी बम होने की खबर मिली थी। पुलिस जांच में कुछ नहीं निकला था लेकिन खंडवा में प्रशासन इस पत्र की सत्यता की जांच में जुट गई है। http://dlvr.it/T0sMhx
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सुबुक मुस्कान की उम्र इस वक्त 23 वर्ष उनके जज बनने से उनके परिवार में तो खुशी
सुबुक मुस्कान की उम्र इस वक्त 23 वर्ष उनके जज बनने से उनके परिवार में तो खुशी
रामपुर की सुबुक मुस्कान ने पीसीएस जे में 29वीं रैंक हासिल कर जज बनी है सुबुक मुस्कान की उम्र इस वक्त 23 वर्ष उनके जज बनने से उनके परिवार में तो खुशी का माहौल है ही साथ ही साथ पूरे रामपुर में सुबुक मुस्कान के जज बनने पर खुशी का माहौल है। जज बनने के बाद सुबुक मुस्कान पहली बार अपने पैतृक कस्बा कैमरे पहुंची वहां पर उनका फूल मालाओं से और मिठाई खिलाकर लोगों ने जोरदार स्वागत किया। वही सुबुक मुस्कान ने बताया उनके जज बनने का सपना उनके पिता का था उनके पिता चाहते थे कि वे जज बने और साथ ही साथ उनके नाना नानी भी उनके जज बनने के लिए दुआएं करते थे। सुबुक मुस्कान की शुरुआती दौर की पढ़ाई होली चाइल्ड स्कूल से हुई उसके बाद मुस्कान अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी चली गई, वहां पर आगे की तालीम हासिल की। सुबुक मुस्कान की माता बहन भाई नाना नानी मामू सभी लोग सुबुक मुस्कान की इस कामयाबी पर बहुत ज़्यादा खुश हैं। सुबुक मुस्कान के मामू भी काफी खुश है, जब से सुबुक मुस्कान घर आई है तब से ही लोगों का ताता लगा हुआ है और लोग बधाइयां देने आ रहे हैं दुआ��ं से नवाज रहे है। बता दें कि सुबुक मुस्कान के पिता की मृत्यु 2014 में एक सड़क दुर्घटना में हो गई थी। इसके बाद सुबुक की मां ने दोनों बेटियों और बेटे को पढ़ाया लिखाया। सुबुक मुस्कान की बड़ी बहन डॉक्टर है, जो कश्मीर जा रही हैं। वहीं, उनका छोटा भाई एएमयू से इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है। मुस्कान ने बताया कि वह एक्सीडेंट विक्टिम के लिए एक नया एक्ट लाने की कोशिश करेंगी।
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जम्मू और कश्मीर कोविद वृद्धि: सभी स्कूलों के सरकारी आदेश क्लोजर, कोचिंग सेंटर 30 अप्रैल तक
जम्मू और कश्मीर कोविद वृद्धि: सभी स्कूलों के सरकारी आदेश क्लोजर, कोचिंग सेंटर 30 अप्रैल तक
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर सरकार ने गुरुवार को काम करने वाले निजी कोचिंग सेंटरों के बारे में कहा कि जम्मू-कश्मीर में कोविद -19 मामलों में लगातार उठापटक के बीच स्कूलों और सभी कोचिंग और ट्यूशन को बंद करने का आदेश दिया। सिमरनंद सिंह का एक आदेश पढ़ता है, “जम्मू-कश्मीर में सभी स्कूल सभी कक्षाओं (यानी, कक्षा 12 तक और 12 वीं कक्षा तक) के छात्रों को ऑन-कैंपस / इन-पर्सन शिक्षा प्रदान करने के लिए बंद रहेंगे।”…
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#कश्मीर कोविद मामले#कश्मीर में स्कूल#कश्मीर स्कूल बंद#जम्मू और कश्मीर कोरोनोवायरस#जम्मू के स्कूल बंद#जामू और काश्मीर
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एनईपी 2020 के लागू होने से जम्मू-कश्मीर के युवाओं को मिलेगा 'उज्ज्वल भविष्य' - टाइम्स ऑफ इंडिया
एनईपी 2020 के लागू होने से जम्मू-कश्मीर के युवाओं को मिलेगा ‘उज्ज्वल भविष्य’ – टाइम्स ऑफ इंडिया
श्रीनगर: अपने अशांत अतीत से बाहर निकलकर, जम्मू और कश्मीर राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के कार्यान्वयन की दिशा में साहसपूर्वक आगे बढ़ रहा है, जो इसके युवाओं को एक उज्जवल भविष्य प्रदान करेगा। सरकार ने लागू करने का फैसला किया है जम्मू और कश्मीर में एनईपी 2022-23 सत्र से। इसने केंद्र शासित प्रदेश के सभी उच्च शिक्षा संस्थानों के लिए एक कैलेंडर को मंजूरी दे दी है और विश्वविद्यालयों से स्नातक और…
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#इडय#उजजवल#एनईप#एनईपी 2020#ऑफ#क#कौशल विकास कार्यक्रम#जममकशमर#जम्मू और कश्मीर के युवा#जम्मू और कश्मीर बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन#जम्मू और कश्मीर में एनईपी#टइमस#भवषय#मलग#यवओ#लग#स#हन
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कश्मीर में करना
राज्य में सभी सरकारी और निजी स्कूल (सरकारी और निजी स्कूल) 26. ️ स्कूलों️ स्कूलों️ स्कूलों️ स्कूलों️ स्कूलों️ स्कूलों️ स्कूलों सलाहकारों में 14 फरवरी से लिंक्ड तरीके से स्कूल फिर से पंजीकृत होंगें फिर से पंजीकृत होंगें। साल 2020 में कोविड-19 (COVID-19) के प्रकोप से सभी स्कूल बंद हो गए। सरकारी और निजी नौकरी के आने के बाद, आप अगली नौकरी के लिए पोस्ट कर सकते हैं। मौसम के बाद के सामान्य भाषाएँ छात्रों…
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#अशासकीय स्कूल#ऑफ़लाइन कक्षाएं#ऑफलाइन क्लास शुरू#कश्मीर घाटी#कश्मीर घाटी के स्कूल#कश्मीर घाटी के स्कूल फिर से खुले#कश्मीर घाटी में स्कूल फिर से खुले#कश्मीर घाटी हिंदी समाचार#कॉन्स स्कूल हिंदी समाचार#कॉली#कॉली में स्कूल#कॉशन स्कूल#कोरोना चेच#कोरोनावाइरस#कोविड -19#कोविड महामारी#कोविड-19 सरकारी स्कूल#जम्मू कश्मीर#जम्मू कश्मीर स्कूल#निकट-कश्मीर#सरकारी और निजी स्कूल#सरकारी स्कूल#स्कूल#स्कूल फिर से खुले#स्कूल यूनीफॉर्म#स्कूल से
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जम्मू-कश्मीर के बडगाम में प्रशासन ने कोविड मामले आने के बाद तीन स्कूलों को बंद करने का दिया आदेश
जम्मू-कश्मीर के बडगाम में प्रशासन ने कोविड मामले आने के बाद तीन स्कूलों को बंद करने का दिया आदेश
जम्मू-कश्मीर के बडगाम जिले के प्रशासन ने रविवार को कोविड-19 के मामले सामने आने के बाद तीन स्कूलों को कम से कम तीन दिनों के लिए बंद करने का ��देश दिया। तीन स्कूलों को लिखे पत्र में, कोविड-19 नियंत्रण… Source link
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#Corona virus in Jammu Kashmir#Hindi News#Hindustan#Jammu Kashmir school#Jammu Kashmir virus school#News in Hindi#schools closed again in Jammu Kashmir#कोरोना वायरस इन जम्मू कश्मीर#जम्मू कश्मीर में फिर से बंद हुए स्कूल#जम्मू कश्मीर वायरस स्कूल#जम्मू कश्मीर स्कूल#हिन्दुस्तान
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जम्मू और कश्मीर स्कूल 8 मार्च से प्राथमिक कक्षाओं के लिए फिर से खोलने के लिए
जम्मू और कश्मीर स्कूल 8 मार्च से प्राथमिक कक्षाओं के लिए फिर से खोलने के लिए
जेएंडके सरकार 8 मार्च से प्रारंभिक कक्षाओं के लिए सभी स्कूल खोलने की तैयारी कर रही है। COVID-19 के प्रकोप के कारण लगभग एक साल तक बंद रहने के बाद, छात्र 8 मार्च, सोमवार से शारीरिक रूप से कक्षाओं में भाग लेंगे। निदेशक, स्कूल शिक्षा, J & K ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि सरकारी शिक्षण संस्थान, साथ ही राज्य के निजी स्कूल, कक्षा 6 से 8 के लिए शारीरिक रूप से शैक्षणिक गतिविधियां शुरू करेंगे सोमवार से…
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#J & amp; K मिडिल स्कूल#जम्मू & amp; कश्मीर के स्कूल#जम्मू और कश्मीर में प्राथमिक कक्षाओं के लिए स्कूल
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