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#ओलंपिक मेडल विजेता मीराबाई चानू
sabkuchgyan · 2 years
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मीराबाई चानू ने वेटलिफ्टिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप में रचा इतिहास, जीता सिल्वर मेडल
मीराबाई चानू ने वेटलिफ्टिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप में रचा इतिहास, जीता सिल्वर मेडल
भारोत्तोलन विश्व चैंपियनशिप: ओलंपिक रजत पदक विजेता मीराबाई चानू ने भारोत्तोलन विश्व चैंपियनशिप में इतिहास रच दिया है। उन्होंने भारोत्तोलन विश्व चैम्पियनशिप में कुल 200 किलोग्राम वजन के साथ रजत पदक जीता है। वहीं, चीन की वेटलिफ्टर जियांग हुइहुआ ने 206 किलो वजन उठाकर गोल्ड मेडल अपने नाम किया है। दूसरी ओर, एक अन्य चीनी भारोत्तोलक हौ झिहुई ने 198 किग्रा भार उठाकर पोडियम पर जगह बनाई। झिहुई 49…
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viral-24-news · 2 years
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मीराबाई चानू ने कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीता, सीएम बीरेन सिंह ने कहा-विश्व स्तर पर तिरंगे को ऊंची उड़ान भरते देखने से अच्छा एहसास और कुछ भी नहीं हो..
वेटलिफ्टिंग में मीराबाई चानू ने जीता गोल्ड मेडल, पहुंची घर किया बैंड बाजे से स्वागत..Read more
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hindimaster · 2 years
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PM Modi And Other Top Leaders Congratulated Mirabai Chanu On Winning Gold Medal In Birmingham Commonwealth Games 2022
PM Modi And Other Top Leaders Congratulated Mirabai Chanu On Winning Gold Medal In Birmingham Commonwealth Games 2022
Birmingham Commonwealth Games 2022: ओलंपि�� पदक विजेता मीराबाई चानू (Mirabai Chanu) ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के दूसरे दिन भारत (India) को गोल्ड मेडल (Gold Medal) दिलवाया है. उन्होंने महिलाओं के 49 किग्रा वर्ग में वेटलिफ्टिंग (Weightlifting) इवेंट में राष्ट्रमंडल खेल 2022 में भारत के लिए पहला गोल्ड मेडल जीता. टोक्यो ओलंपिक की सिल्वर मेडल विजेता मीराबाई चानू ने स्नैच में 88 किलो का वजन उठाया और क्लीन…
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tezlivenews · 3 years
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मीराबाई चानू से मिले सचिन तेंदुलकर, कहा- आपसे मिलकर बहुत खुशी हुई
मीराबाई चानू से मिले सचिन तेंदुलकर, कहा- आपसे मिलकर बहुत खुशी हुई
नई दिल्ली. भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने बुधवार को टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics 2020) की सिल्वर मेडल विजेता मीराबाई चानू (Mirabai Chanu) से मुंबई में अपने घर पर मुलाकात की. मीराबाई चानू पिछले महीने ओलंपिक में वेटलिफ्टिंग में सिल्वर जीतने वाली देश की पहली महिला बनने के बाद पूरे भारत में छाईं हुई हैं. पूरा देश मीराबाई चानू के साथ उनकी इस सफलता का जश्न मना…
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abhay121996-blog · 3 years
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ओलंपिक मेडल जीतने वाले भारतीयों पर यह एयरलाइन हुई मेहरबान, अगले 5 साल तक फ्री में कराएगी देश-विदेश की यात्रा Divya Sandesh
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ओलंपिक मेडल जीतने वाले भारतीयों पर यह एयरलाइन हुई मेहरबान, अगले 5 साल तक फ्री में कराएगी देश-विदेश की यात्रा
नई दिल्ली गोएयर के रूप में स्थापित, गो फर्स्ट (Go First) ने टोक्यो ओलंपिक 2020 (Olympics 2020) में मेडल जीतने वाले भारतीय खिलाड़ियों के लिए खास पेशकश की है। गो फर्स्ट अगले पांच वर्षों तक यानी 2025 तक ओलंपिक मेडल विनर्स (Olympics medal winners) को फ्री में हवाई सफर कराएगी। ओलंपिक 2020 में भारत ने 7 पदक जीते हैं, जिनमें एक गोल्ड, दो सिल्वर और 4 ब्रॉन्ज मेडल हैं।
() ने शनिवार को पुरुष भाला फेंक (Javelin Throw) प्रतिस्पर्धा के फाइनल में स्वर्ण पदक जीतकर स्वतंत्र भारत को एथलेटिक्स में पहला पदक दिलाया। नीरज चोपड़ा का गोल्ड मेडल ओलंपिक में भारत का दूसरा व्यक्तिगत स्वर्ण पदक भी है। इससे पहले अभिनव बिंद्रा ने 2008 बीजिंग ओलंपिक में शूटिंग में गोल्ड जीता था।
भारत के सात ओलंपिक पदक विजेता
मीराबाई चानू (भारोत्तोलन) पीवी सिंधु (बैडमिंटन) लवलीना बोरगोहेन (मुक्केबाजी) पुरुष हॉकी टीम रवि कुमार दहिया (कुश्ती) बजरंग पुनिया (कुश्ती) नीरज चोपड़ा (भाला फेंक) इन सभी पदक विजेताओं को गो फर्स्ट की ओर से अगले पांच वर्षों के लिए किसी भी गो फर्स्ट सेक्टर के लिए मुफ्त हवाई यात्रा प्रदान की जाएगी।
पूरा देश ओलंपिक दल की कामयाबी से उत्साहितओलंपिक में देश के अब तक के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पर बोलते हुए, गो फर्स्ट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कौशिक खोना ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा, “पूरा देश हमारे ओलंपिक दल की अभूतपूर्व सफलता से उत्साहित है। गो फर्स्ट में हम सभी पदक विजेताओं को मुफ्त टिकट देकर इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए अपना आभार व्यक्त करना चाहते हैं। यह भारतीय खेलों के लिए एक बड़ी उपलब्धि है और हम देश का प्रतिनिधित्व करने वाले और हर जगह भारतीयों को गौरवान्वित करने वाले प्रत्येक सदस्य को बधाई देते हैं।
यह भी पढ़ें:
नीरज चोपड़ा को इंडिगो ने दिया ये तोहफा एक दिन पहले विमानन कंपनी इंडिगो (Indigo) ने घोषणा की थी कि वह एक वर्ष की अवधि के लिए ओलंपिक ‘गोल्ड मेडलिस्ट’ नीरज चोपड़ा को अनलिमिटेड मुफ्त यात्रा की पेशकश करेगी। यह ऑफर 8 अगस्त 2021 से 7 अगस्त 2022 तक लागू है। इंडिगो के पूर्णकालिक निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी रोनोजॉय दत्ता ने कहा है, “नीरज हम सभी को आपकी उल्लेखनीय उपलब्धि के बारे में सुनकर बहुत खुशी हुई। आपने देश को गौरवान्वित किया है और मुझे पता है कि इंडिगो के सभी कर्मचारी हमारी फ्लाइट में आपका स्वागत करने से वास्तव में सम्मानित होंगे। पूरी विनम्रता के साथ हम आपको इंडिगो पर एक साल के लिए मुफ्त उड़ानें देना चाहते हैं।”
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abhay121996-blog · 3 years
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तोक्यो रिजल्ट: रेसलर रवि दहिया गोल्ड से एक जीत दूर, लवलीना को कांस्य, जानें कहां जीता हारा भारत Divya Sandesh
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तोक्यो रिजल्ट: रेसलर रवि दहिया गोल्ड से एक जीत दूर, लवलीना को कांस्य, जानें कहां जीता हारा भारत
नई दिल्ली तोक्यो ओलिंपिक खेलों (Tokyo Olympics 2020) के जैवलीन थ्रो स्पर्धा में भारत के पदक के दावेदार नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) ने पहले ही प्रयास में क्वालीफाइंग मार्क से कहीं अधिक दूर भाला फेंक मेडल की ओर मजबूती से कदम बढ़ा दिए हैं। नीरज ने शान से फाइनल में जगह बनाई है। दूसरी ओर पहलवान रवि दहिया और दीपक पूनिया ने भी शानदार प्रदर्शन करते हुए अपने वर्ग के सेमीफाइनल में जगह बनाई। जबकि बॉक्सर लवलीना ने कांस्य पदक अपने नाम किया।
रवि रवि दहिया ओलंपिक फाइनल में , स्वर्ण से एक कदम दूर रवि दहिया ओलिंपिक के फाइनल में पहुंचने वाले दूसरे पहलवान बन गए जिन्होंने 57 किग्रा वर्ग के सेमीफाइनल में कजाखस्तान के नूरइस्लाम सानायेव को हराया। चौथी वरीयता प्राप्त भारतीय 2-9 से पीछे था लेकिन दहिया ने वापसी करते हुए अपने विरोधी के दोनों पैरों पर हमला किया और उसके गिरने से जीतने में कामयाब रहे। दीपक पूनिया (86 किलो) अमेरिका के डेविड मौरिस टेलर से सेमीफाइनल में हार गए। अब वह कांस्य के लिए खेलेंगे।
इससे पहले सुशील कुमार ने 2012 लंदन ओलिंपिक में फाइनल में जगह बनाकर रजत पदक जीता था। दहिया ने इससे पहले दोनों मुकाबले तकनीकी दक्षता के आधार पर जीते थे। के डी जाधव भारत को कुश्ती में पदक दिलाने वाले पहले पहलवान थे जिन्होंने 1952 के हेलसिंकी ओलिंपिक में कांस्य पदक जीता था। उसके बाद सुशील ने बीजिंग में कांस्य और लंदन में रजत पदक हासिल किया।
गोल्फ में अदिति की शानदार शुरुआत भारतीय गोल्फर अदिति अशोक ने ओलंपिक खेलों में शानदार शुरूआत करके पहले दिनचार अंडर 67 का स्कोर करके संयुक्त दूसरा स्थान हासिल कर लिया। पांच साल पहले रियो ओलिंपिक में गोल्फ जगत का ध्यान खींचने वाली अदिति दुनिया की नंबर एक गोल्फर नैली कोरडा के साथ दूसरे स्थान पर हैं। वह शीर्ष पर काबिज स्वीडन की मेडेलेने सैगस्ट्रोम से एक शॉट पीछे हैं।
अदिति शीर्ष पर भी रह सकती थी लेकिन उन्होंने 18वें होल पर बोगी किया। सैगस्ट्रोम ने बोगीरहित पांच अंडर 66 स्कोर किया। अदिति ने पांच बर्डी लगाए और एक बोगी किया। वह महिला गोल्फ के बड़े नामों से आगे रहीं जिनमें गत चैम्पियन इनबी पार्क शामिल हैं। भारत की दीक्षा डागर ने पांच बोगी किए और कोई बर्डी नहीं लगा सकी। वह 56वें स्थान पर हैं। साठ खिलाड़ियों को रोज 18 होल मिलेंगे और कोई कट नहीं होगा यानी सभी खिलाड़ी पूरे 72 होल खेलेंगे।
बॉक्सिंग में लवलीना सेमीफाइनल में हारीं, मिला कांस्य पदक भारत की स्टार मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन को महिला वेल्टरवेट वर्ग (69 किग्रा) के सेमीफाइनल में तुर्की की मौजूदा विश्व चैंपियन बुसेनाज सुरमेनेली के खिलाफ शिकस्त के साथ कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा।
ओलिंपिक में पदार्पण कर रही विश्व चैंपियनशिप की दो बार की कांस्य पदक विजेता लवलीना के खिलाफ बुसेनाज ने शुरुआत से ही दबदबा बनाया और सर्वसम्मति से 5-0 से जीत दर्ज करने में सफल रही।
तोक्यो खेलों में यह भारत का तीसरा पदक है। इससे पहले भारोत्तोलन में मीराबाई चानू ने रजत जबकि बैडमिंटन में पीवी सिंधू ने कांस्य पदक जीता। लवलीना का पदक पिछले नौ वर्षों में भारत का ओलंपिक मुक्केबाजी में पहला पदक है।
लवलीना ओलंपिक मुक्केबाजी प्रतियोगिता फाइनल में जगह बनाने वाली पहली भारतीय मुक्केबाज बनने के लिए चुनौती पेश कर रही थी लेकिन विश्व चैंपियन बुसेनाज ने उनका सपना तोड़ दिया।
भारतीय मुक्केबाज के पास तुर्की की खिलाड़ी के दमदार मुक्कों और तेजी का कोई जवाब नहीं था। इस बीच हड़बड़ाहट में भी लवलीना ने गलतियां की। क्वार्टर फाइनल में लवलीना हालांकि चीनी ताइपै की पूर्व विश्व चैंपियन नीन चिन चेन को हराकर पहले ही पदक पक्का कर चुकी थी।
असम की 23 वर्षीय लवलीना ने विजेंदर सिंह (बीजिंग 2008) और एमसी मैरकॉम (लंदन 2012) की बराबरी की। विजेंदर और मैरीकॉम दोनों ने कांस्य पदक जीते थे। तुर्की की मुक्केबाज 2019 चैंपियनशिप में विजेता रही थी जबकि उस प्रतियोगिता में लवलीना को कांस्य पदक मिला था। तब इन दोनों के बीच मुकाबला नहीं हुआ था।
पहलवान रवि कुमार और दीपक पूनिया सेमीफाइनल में, अंशु मलिक हारीं भारतीय पहलवान रवि दाहिया ने अपने ओलंपिक अभियान की मजबूत शुरुआत करते हुए बुल्गारिया के जॉर्जी वेलेंटिनोव वेंगेलोव को तकनीकी दक्षता के आधार पर 14 -4 से हराकर 57 किग्रा वर्ग के सेमीफाइनल में जगह बना ली है। दीपक पूनिया भी सेमीफाइनल में पहुंच गए हैं। दीपक ने क्वॉर्टर फाइनल में चीन के लि जुशेन को 6 -3 से हराकर अंतिम चार में प्रवेश किया।
इससे पहले रवि दहिया ने पहले दौर में कोलंबिया के टिगरेरोस उरबानो ऑस्कर एडवर्डो को तकनीकी दक्षता के आधार पर हराकर क्वार्टर फाइनल में जगह बना बनाई थी। मेडल के प्रबल दावेदार दीपक पूनिया (86 किलोग्राम) ने नाइजीरिया के पहलवान एकेरेकेमे अगिओमोर के खिलाफ प्री क्वॉर्टर फाइनल में टैक्निकल सुपिरियोरिटी (12-1) से हराया था।
दूसरी ओर पहलवान अंशु मलिक (Anshu Malik) महिला 57 किग्रा स्पर्धा के पहले दौर में यूरोपीय चैंपियन बेलारूस की इरिना कुराचकिना के खिलाफ 2-8 से प्री क्वॉर्टर फाइनल बाउट हार गईं।
जैवलीन थ्रो एथलीट शिवपाल फाइनल में जगह बनाने से चूके भारतीय भालाफेंक एथलीट शिवपाल सिंह फाइनल में जगह बनाने से चूक गए। शिवपाल ने ग्रुप बी में पुरुषों के क्वालीफिकेशन में पहले प्रयास में 76.40 मीटर का थ्रो किया जबकि दूसरे प्रयास में उन्होंने 74.80 दूर भाला फेंका। शिवपाल का भाला तीसरे प्रयास में 74.81मीटर की दूरी तय कर सका। ऐसे में शिवपाल फाइनल में जगह बनाने से चूक गए।
जैवलीन थ्रो एथलीट नीरज चोपड़ा फाइनल में भारत के स्टार एथलीट नीरज चोपड़ा ने ग्रुप ए क्वालीफिकेशन में अपने पहले ही प्रयास में 83.50 मीटर का स्वत: क्वालीफिकेशन हासिल करते हुए फाइनल में जगह बनाई। ओलिंपिक में पदार्पण कर रहे चोपड़ा ने पहले ही प्रयास में भाले को 86.65 मीटर की दूरी तक फेंककर फाइनल के लिए क्वालीफाई किया और भारत के लिए पदक की उम्मीद जगाई।
एशियाई खेलों, राष्ट्रमंडल खेलों और एशियाई चैंपियनशिप के स्वर्ण पदक विजेता चोपड़ा ने फाइनल के लिए क्वालीफाई करने के बाद अपने बाकी दो प्रयास नहीं करने का फैसला किया। क्वालीफिकेशन में तीन प्रयास का मौका मिलता है जिसमें से सर्वश्रेष्ठ प्रयास को गिना जाता है।
पूर्व विश्व जूनियर चैंपियन चोपड़ा ग्रुप ए में 16 खिलाड़ियों के बीच शीर्ष पर रहे। उनका निजी और सत्र का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 88.07 मीटर है जो उन्होंने मार्च 2021 में पटियाला में इंडियन ग्रां प्री 3 में बनाया था।
वर्ल्ड नंबर वन वेटेर ने तीसरे प्रयास में किया क्वालीफाई ग्रुप ए से रियो ओलिंपिक में चौथे स्थान पर रहे और तोक्यो खेलों में खिताब के प्रबल दावेदार माने जा रहे जर्मनी के योहानेस वेटेर (85.65 मीटर) और फिनलैंड के लेसी एटलेटालो (84.50 मीटर) भी क्रमश: दूसरे और तीसरे स्थान पर रहते हुए स्वत: क्वालीफिकेशन स्तर हासिल करने में सफल रहे। दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी वेटेर ने अपने तीसरे जबकि लेसी ने पहले ही प्रयास में फाइनल में जगह बनाई।
कोविड के कारण प्रभावित हुई थी नीरज की प्रैक्टिस भारतीय सेना के चोपड़ा की ओलंपिक की तैयारियां 2019 में कोहनी की चोट और फिर कोविड-19 महामारी के कारण प्रभावित हुई थी लेकिन उन्होंने अपने प्रशंसकों को बिल्कुल निराश नहीं किया और ओलिंपिक में अपनी पहली ही थ्रो पर फाइनल में जगह बना ली।
7 अगस्त को खेला जाएगा फाइनल भाला फेंक में ग्रुप ए और ग्रुप बी से 83.50 मीटर का स्वत: क्वालीफिकेशन स्तर हासिल करने वाले खिलाड़ियों सहित शीर्ष 12 खिलाड़ी फाइनल में जगह बनाएंगे। फाइनल सात अगस्त को होंगे।
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abhay121996-blog · 3 years
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तोक्यो रिजल्ट: बॉक्सर लवलीना को कांस्य, नीरज का ऐतिहासिक थ्रो, जानें कहां जीता हारा भारत Divya Sandesh
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तोक्यो रिजल्ट: बॉक्सर लवलीना को कांस्य, नीरज का ऐतिहासिक थ्रो, जानें कहां जीता हारा भारत
नई दिल्ली तोक्यो ओलिंपिक खेलों (Tokyo Olympics 2020) के जैवलीन थ्रो स्पर्धा में भारत के पदक के दावेदार नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) ने पहले ही प्रयास में क्वालीफाइंग मार्क से कहीं अधिक दूर भाला फेंक मेडल की ओर मजबूती से कदम बढ़ा दिए हैं। नीरज ने शान से फाइनल में जगह बनाई है। दूसरी ओर पहलवान रवि दहिया और दीपक पूनिया ने भी शानदार प्रदर्शन करते हुए अपने वर्ग के सेमीफाइनल में जगह बनाई। जबकि बॉक्सर लवलीना ने कांस्य पदक अपने नाम किया।
बॉक्सिंग में लवलीना सेमीफाइनल में हारीं, मिला कांस्य पदक भारत की स्टार मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन को महिला वेल्टरवेट वर्ग (69 किग्रा) के सेमीफाइनल में तुर्की की मौजूदा विश्व चैंपियन बुसेनाज सुरमेनेली के खिलाफ शिकस्त के साथ कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा।
ओलिंपिक में पदार्पण कर रही विश्व चैंपियनशिप की दो बार की कांस्य पदक विजेता लवलीना के खिलाफ बुसेनाज ने शुरुआत से ही दबदबा बनाया और सर्वसम्मति से 5-0 से जीत दर्ज करने में सफल रही।
तोक्यो खेलों में यह भारत का तीसरा पदक है। इससे पहले भारोत्तोलन में मीराबाई चानू ने रजत जबकि बैडमिंटन में पीवी सिंधू ने कांस्य पदक जीता। लवलीना का पदक पिछले नौ वर्षों में भारत का ओलंपिक मुक्केबाजी में पहला पदक है।
लवलीना ओलंपिक मुक्केबाजी प्रतियोगिता फाइनल में जगह बनाने वाली पहली भारतीय मुक्केबाज बनने के लिए चुनौती पेश कर रही थी लेकिन विश्व चैंपियन बुसेनाज ने उनका सपना तोड़ दिया।
भारतीय मुक्केबाज के पास तुर्की की खिलाड़ी के दमदार मुक्कों और तेजी का कोई जवाब नहीं था। इस बीच हड़बड़ाहट में भी लवलीना ने गलतियां की। क्वार्टर फाइनल में लवलीना हालांकि चीनी ताइपै की पूर्व विश्व चैंपियन नीन चिन चेन को हराकर पहले ही पदक पक्का कर चुकी थी।
असम की 23 वर्षीय लवलीना ने विजेंदर सिंह (बीजिंग 2008) और एमसी मैरकॉम (लंदन 2012) की बराबरी की। विजेंदर और मैरीकॉम दोनों ने कांस्य पदक जीते थे। तुर्की की मुक्केबाज 2019 चैंपियनशिप में विजेता रही थी जबकि उस प्रतियोगिता में लवलीना को कांस्य पदक मिला था। तब इन दोनों के बीच मुकाबला नहीं हुआ था।
पहलवान रवि कुमार और दीपक पूनिया सेमीफाइनल में, अंशु मलिक हारीं भारतीय पहलवान रवि दाहिया ने अपने ओलंपिक अभि���ान की मजबूत शुरुआत करते हुए बुल्गारिया के जॉर्जी वेलेंटिनोव वेंगेलोव को तकनीकी दक्षता के आधार पर 14 -4 से हराकर 57 किग्रा वर्ग के सेमीफाइनल में जगह बना ली है। दीपक पूनिया भी सेमीफाइनल में पहुंच गए हैं। दीपक ने क्वॉर्टर फाइनल में चीन के लि जुशेन को 6 -3 से हराकर अंतिम चार में प्रवेश किया।
इससे पहले रवि दहिया ने पहले दौर में कोलंबिया के टिगरेरोस उरबानो ऑस्कर एडवर्डो को तकनीकी दक्षता के आधार पर हराकर क्वार्टर फाइनल में जगह बना बनाई थी। मेडल के प्रबल दावेदार दीपक पूनिया (86 किलोग्राम) ने नाइजीरिया के पहलवान एकेरेकेमे अगिओमोर के खिलाफ प्री क्वॉर्टर फाइनल में टैक्निकल सुपिरियोरिटी (12-1) से हराया था।
दूसरी ओर पहलवान अंशु मलिक (Anshu Malik) महिला 57 किग्रा स्पर्धा के पहले दौर में यूरोपीय चैंपियन बेलारूस की इरिना कुराचकिना के खिलाफ 2-8 से प्री क्वॉर्टर फाइनल बाउट हार गईं।
जैवलीन थ्रो एथलीट शिवपाल फाइनल में जगह बनाने से चूके भारतीय भालाफेंक एथलीट शिवपाल सिंह फाइनल में जगह बनाने से चूक गए। शिवपाल ने ग्रुप बी में पुरुषों के क्वालीफिकेशन में पहले प्रयास में 76.40 मीटर का थ्रो किया जबकि दूसरे प्रयास में उन्होंने 74.80 दूर भाला फेंका। शिवपाल का भाला तीसरे प्रयास में 74.81मीटर की दूरी तय कर सका। ऐसे में शिवपाल फाइनल में जगह बनाने से चूक गए।
जैवलीन थ्रो एथलीट नीरज चोपड़ा फाइनल में भारत के स्टार एथलीट नीरज चोपड़ा ने ग्रुप ए क्वालीफिकेशन में अपने पहले ही प्रयास में 83.50 मीटर का स्वत: क्वालीफिकेशन हासिल करते हुए फाइनल में जगह बनाई। ओलिंपिक में पदार्पण कर रहे चोपड़ा ने पहले ही प्रयास में भाले को 86.65 मीटर की दूरी तक फेंककर फाइनल के लिए क्वालीफाई किया और भारत के लिए पदक की उम्मीद जगाई।
एशियाई खेलों, राष्ट्रमंडल खेलों और एशियाई चैंपियनशिप के स्वर्ण पदक विजेता चोपड़ा ने फाइनल के लिए क्वालीफाई करने के बाद अपने बाकी दो प्रयास नहीं करने का फैसला किया। क्वालीफिकेशन में तीन प्रयास का मौका मिलता है जिसमें से सर्वश्रेष्ठ प्रयास को गिना जाता है।
पूर्व विश्व जूनियर चैंपियन चोपड़ा ग्रुप ए में 16 खिलाड़ियों के बीच शीर्ष पर रहे। उनका निजी और सत्र का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 88.07 मीटर है जो उन्होंने मार्च 2021 में पटियाला में इंडियन ग्रां प्री 3 में बनाया था।
वर्ल्ड नंबर वन वेटेर ने तीसरे प्रयास में किया क्वालीफाई ग्रुप ए से रियो ओलिंपिक में चौथे स्थान पर रहे और तोक्यो खेलों में खिताब के प्रबल दावेदार माने जा रहे जर्मनी के योहानेस वेटेर (85.65 मीटर) और फिनलैंड के लेसी एटलेटालो (84.50 मीटर) भी क्रमश: दूसरे और तीसरे स्थान पर रहते हुए स्वत: क्वालीफिकेशन स्तर हासिल करने में सफल रहे। दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी वेटेर ने अपने तीसरे जबकि लेसी ने पहले ही प्रयास में फाइनल में जगह बनाई।
कोविड के कारण प्रभावित हुई थी नीरज की प्रैक्टिस भारतीय सेना के चोपड़ा की ओलंपिक की तैयारियां 2019 में कोहनी की चोट और फिर कोविड-19 महामारी के कारण प्रभावित हुई थी लेकिन उन्होंने अपने प्रशंसकों को बिल्कुल निराश नहीं किया और ओलिंपिक में अपनी पहली ही थ्रो पर फाइनल में जगह बना ली।
7 अगस्त को खेला जाएगा फाइनल भाला फेंक में ग्रुप ए और ग्रुप बी से 83.50 मीटर का स्वत: क्वालीफिकेशन स्तर हासिल करने वाले खिलाड़ियों सहित शीर्ष 12 खिलाड़ी फाइनल में जगह बनाएंगे। फाइनल सात अगस्त को होंगे।
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Lovlina Gets Bronze Medal: लवलीना बोर्गोहेन को मिला ब्रॉन्ज मेडल, सेमीफाइनल में तुर्की की मुक्केबाज ने हराया Divya Sandesh
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Lovlina Gets Bronze Medal: लवलीना बोर्गोहेन को मिला ब्रॉन्ज मेडल, सेमीफाइनल में तुर्की की मुक्केबाज ने हराया
तोक्यो भारत की स्टार मुक्केबाज लवलीना बोर्गोहेन को बुधवार को यहां महिला वेल्टरवेट वर्ग (69 किग्रा) के सेमीफाइनल में तुर्की की मौजूदा विश्व चैंपियन बुसेनाज सुरमेनेली के खिलाफ शिकस्त के साथ ब्रॉन्ज मेडल से संतोष करना पड़ा। ओलिंपिक में पदार्पण कर रही विश्व चैंपियनशिप की दो बार की ब्रॉन्ज मेडल विजेता लवलीना के खिलाफ बुसेनाज ने शुरुआत से ही दबदबा बनाया और सर्वसम्मति से 5-0 से जीत दर्ज करने में सफल रही।
तोक्यो खेलों में यह भारत का तीसरा पदक है। इससे पहले भारोत्तोलन में मीराबाई चानू ने रजत जबकि बैडमिंटन में पीवी सिंधु ने कांस्य पदक जीता। लवलीना का पदक पिछले नौ वर्षों में भारत का ओलंपिक मुक्केबाजी में पहला पदक है।
लवलीना ओलिंपिक मुक्केबाजी प्रतियोगिता फाइनल में जगह बनाने वाली पहली भारतीय मुक्केबाज बनने के लिए चुनौती पेश कर रही थीं लेकिन विश्व चैंपियन बुसेनाज ने उनका सपना तोड़ दिया। भारतीय मुक्केबाज के पास तुर्की की खिलाड़ी के दमदार मुक्कों और तेजी का कोई जवाब नहीं था। इस बीच हड़बड़ाहट में भी लवलीना ने गलतियां की।
क्वॉर्टर फाइनल में लवलीना हालांकि चीनी ताइपै की पूर्व विश्व चैंपियन नीन चिन चेन को हराकर पहले ही पदक पक्का कर चुकी थीं। असम की 23 वर्षीय लवलीना ने विजेंदर सिंह (बीजिंग 2008) और एमसी मैरीकोम (लंदन 2012) की बराबरी की। विजेंदर और मैरीकोम दोनों ने कांस्य पदक जीते थे।
तुर्की की मुक्केबाज 2019 चैंपियनशिप में विजेता रही थी जबकि उस प्रतियोगिता में था। तब इन दोनों के बीच मुकाबला नहीं हुआ था।
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तोक्यो रिजल्ट: तीरंदाज अतानु ने ओलिंपिक चैंपियन को हराया, जानें कहां कहां जीता भारत Divya Sandesh
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तोक्यो रिजल्ट: तीरंदाज अतानु ने ओलिंपिक चैंपियन को हराया, जानें कहां कहां जीता भारत
नई दिल्ली तोक्यो ओलिंपिक 2020 (Tokyo Olympics 2020) में भारत ने अभी तक एक मेडल जीता है। वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने भारत को खेलों के महाकुंभ के पहले दिन ही भारत की झोली में सिल्वर मेडल डाला था। उसके बाद से भारत को ज्यादा उम्मीदें शूटर्स और तीरंदाजों से थी। भारतीय शूटर्स ने हालांकि अभी तक निराश किया है। हालांकि भारतीय महिला बॉक्सर्स और शटलर पीवी सिंधु ने जरूर पदक की उम्मीदें जगाई है।
मुक्केबाजी में सतीश कुमार पदक से एक जीत दूर
भारत के पहले सुपर हैवीवेट (प्लस 91 किलो) मुक्केबाज सतीश कुमार () ने अपने पहले ही खेलों में जमैका के रिकार्डो ब्राउन को पहले मुकाबले में हराकर क्वार्टर फाइनल में प्रवेश कर लिया। दोनों मुक्केबाजों का यह पहला ओलंपिक है। सतीश ने बंटे हुए फैसले के बावजूद 4-1 से जीत दर्ज की।
दो बार एशियाई चैम्पियनशिप के कांस्य पदक विजेता सतीश को ब्राउन के खराब फुटवर्क का फायदा मिला। उन्हें हालांकि मुकाबले में माथे पर खरोंच भी आई।अब सतीश का सामना उजबेकिस्तान के बखोदिर जालोलोव से होगा जो मौजूदा विश्व और एशियाई चैम्पियन हैं। जालोलोव ने अजरबैजान के मोहम्मद अब्दुल्लायेव को 5-0 से हराया।
नौकायन में अर्जुन और अरविंद लाइटवेट डबल स्कल्स में 11वें स्थान पर भारतीय नौकायन खिलाड़ी अर्जुन लाल जाट और अरविंद सिंह लाइटवेट डबल स्कल्स स्पर्धा में 11वें स्थान पर रहे जो इस स्पर्धा में ओलिंपिक में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
भारतीय जोड़ी ने 6 : 29 . 66 का समय निकालकर फाइनल बी में पांचवां स्थान हासिल किया जो पदक का दौर नहीं था। भारतीय जोड़ी कुल 11वें स्थान पर रही। आयरलैंड ने स्वर्ण, जर्मनी ने रजत और इटली ने कांस्य पदक जीता।
तीरंदाजी में अतानु दास तीसरे दौर में पहुंचे
स्टार तीरंदाज अतानु दास (Atanu Das) दूसरे दौर के बेहद रोमांचक मुकाबले में दो बार ओलिंपिक चैंपियन दक्षिण कोरिया के ओह जिन हयेक को शूट ऑफ में हराकर तोक्यो ओलंपिक की पुरुष व्यक्तिगत स्पर्धा के तीसरे दौर में जगह बनाने के सफल रहे।
दास ने पिछड़ने के बाद जोरदार वापसी करते हुए 6-5 से जीत दर्ज की। शूटऑफ में लंदन ओलिंपिक खेलों के व्यक्तिगत स्वर्ण पदक विजेता जिन हयेक ने नौ अंक जुटाए जिसके बाद दुनिया के नौवें नंबर के खिलाड़ी दास ने 10 अंक पर निशाना साधकर अगले दौर में प्रवेश सुनिश्चित किया।
जिन हयेक मौजूदा खेलों में टीम स्वर्ण पदक जीतने वाली कोरियाई टीम का भी हिस्सा थे। युमेनोशिमा फाइनल फील्ड पर अतनु को हवा से सामंजस्य बैठाने में थोड़ी परेशानी हुई लेकिन वह अहम समय पर धैर्य बरकार रखते हुए जीत दर्ज करने में सफल रहे।
दास के प्रदर्शन में निरंतरता की कमी दिखी। उन्होंने अपने से कम रैंकिंग वाले चीनी ताइपे के यू चेंग डेंग पर पहले दौर में 6-4 की जीत दौरान विरोधी खिलाड़ी को वापसी के मौके दिए लेकिन जिन हयेक के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया। अगले दौर में दास का सामना जापान के ताकाहारू फुरुकावा से होगा जो लंदन ओलिंपिक के व्यक्तिगत रजत पदक विजेता हैं।
इससे पहले अतानु ने युमेनोशीमा फाइनल फील्ड पर हुए अपने राउंड ऑफ 32 के मुकाबले में ताइवान के यू चेंग डेंग को 6-4 से हराया। यह मुकाबला काफी रोमांचक रहा। एक समय दोनों खिलाड़ी 4-4 की बराबरी पर थे लेकिन अंतिम सेट में अतानु ने 26 के मुकाबले 28 अंक लेकर जीत हासिल की।
पुरुष हॉकी टीम ने मौजूदा चैंपियन अर्जेंटीना को हराया
भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने मौजूदा चैंपियन अर्जेंटीना (India beat Argentina Men’s Hockey) को हराकर शानदार वापसी की है। वर्ल्ड नंबर वन ऑस्ट्रेलिया से हार के बाद मनप्रीत एंड कंपनी ने स्पेन के बाद अर्जेंटीना को 3-1 से शिकस्त दी। पूल ए के ग्रुप मैच में भारत के लिए वरुण कुमार ने 43वें, विवेक सागर प्रसाद ने 58वें और हरमनप्रीत सिंह ने 59वें मिनट में गोल दागे। अर्जेंटीना के लिए एकमात्र गोल मेइको केसेला ने 48वें मिनट में किया।
बैडमिंटन में पीवी सिंधु ने क्वार्टर फाइनल में बनाई जगह
रियो ओलिंपिक की रजत पदक विजेता और विश्व चैंपियन पीवी सिंधु (PV Sindhu) ने प्रतिष्ठा के अनुरूप प्रदर्शन करते हुए महिला एकल बैडमिंटन स्पर्धा के प्री क्वार्टर फाइनल में डेनमार्क की मिया ब्लिचफेल्ट को सीधे गेम में हराकर अंतिम आठ में जगह बनाई।
छठी वरीय सिंधु ने मुसाहिनो फॉरेस्ट स्पोर्ट्स प्लाजा में 41 मिनट चले मुकाबले में मिया को 21-15, 21-13 से हराया। डेनमार्क की दुनिया की 12वें नंबर की खिलाड़ी के खिलाफ सिंधु की छह मैचों में यह पांचवीं जीत है।
भारतीय खिलाड़ी को मिया के खिलाफ एकमात्र हार का सामना इसी साल थाईलैंड ओपन में करना पड़ा था। दो व्यक्तिगत ओलिंपिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनने के लिए चुनौती पेश कर रही सिंधु का सामना क्वार्टर फाइनल में जापान की चौथी चरीय अकाने यामागुची और कोरिया की 12वीं वरीय किम गुएन के बीच होने वाले मुकाबले के विजेता से होगा।
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तोक्यो रिजल्ट: तीरंदाज अतानु ने ओलिंपिक चैंपियन को हराया, जानें कहां कहां जीता भारत Divya Sandesh
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तोक्यो रिजल्ट: तीरंदाज अतानु ने ओलिंपिक चैंपियन को हराया, जानें कहां कहां जीता भारत
नई दिल्ली तोक्यो ओलिंपिक 2020 (Tokyo Olympics 2020) में भारत ने अभी तक एक मेडल जीता है। वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने भारत को खेलों के महाकुंभ के पहले दिन ही भारत की झोली में सिल्वर मेडल डाला था। उसके बाद से भारत को ज्यादा उम्मीदें शूटर्स और तीरंदाजों से थी। भारतीय शूटर्स ने हालांकि अभी तक निराश किया है। हालांकि भारतीय महिला बॉक्सर्स और शटलर पीवी सिंधु ने जरूर पदक की उम्मीदें जगाई है।
मुक्केबाजी में सतीश कुमार पदक से एक जीत दूर
भारत के पहले सुपर हैवीवेट (प्लस 91 किलो) मुक्केबाज सतीश कुमार () ने अपने पहले ही खेलों में जमैका के रिकार्डो ब्राउन को पहले मुकाबले में हराकर क्वार्टर फाइनल में प्रवेश कर लिया। दोनों मुक्केबाजों का यह पहला ओलंपिक है। सतीश ने बंटे हुए फैसले के बावजूद 4-1 से जीत दर्ज की।
दो बार एशियाई चैम्पियनशिप के कांस्य पदक विजेता सतीश को ब्राउन के खराब फुटवर्क का फायदा मिला। उन्हें हालांकि मुकाबले में माथे पर खरोंच भी आई।अब सतीश का सामना उजबेकिस्तान के बखोदिर जालोलोव से होगा जो मौजूदा विश्व और एशियाई चैम्पियन हैं। जालोलोव ने अजरबैजान के मोहम्मद अब्दुल्लायेव को 5-0 से हराया।
नौकायन में अर्जुन और अरविंद लाइटवेट डबल स्कल्स में 11वें स्थान पर भारतीय नौकायन खिलाड़ी अर्जुन लाल जाट और अरविंद सिंह लाइटवेट डबल स्कल्स स्पर्धा में 11वें स्थान पर रहे जो इस स्पर्धा में ओलिंपिक में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
भारतीय जोड़ी ने 6 : 29 . 66 का समय निकालकर फाइनल बी में पांचवां स्थान हासिल किया जो पदक का दौर नहीं था। भारतीय जोड़ी कुल 11वें स्थान पर रही। आयरलैंड ने स्वर्ण, जर्मनी ने रजत और इटली ने कांस्य पदक जीता।
तीरंदाजी में अतानु दास तीसरे दौर में पहुंचे
स्टार तीरंदाज अतानु दास (Atanu Das) दूसरे दौर के बेहद रोमांचक मुकाबले में दो बार ओलिंपिक चैंपियन दक्षिण कोरिया के ओह जिन हयेक को शूट ऑफ में हराकर तोक्यो ओलंपिक की पुरुष व्यक्तिगत स्पर्धा के तीसरे दौर में जगह बनाने के सफल रहे।
दास ने पिछड़ने के बाद जोरदार वापसी करते हुए 6-5 से जीत दर्ज की। शूटऑफ में लंदन ओलिंपिक खेलों के व्यक्तिगत स्वर्ण पदक विजेता जिन हयेक ने नौ अंक जुटाए जिसके बाद दुनिया के नौवें नंबर के खिलाड़ी दास ने 10 अंक पर निशाना साधकर अगले दौर में प्रवेश सुनिश्चित किया।
जिन हयेक मौजूदा खेलों में टीम स्वर्ण पदक जीतने वाली कोरियाई टीम का भी हिस्सा थे। युमेनोशिमा फाइनल फील्ड पर अतनु को हवा से सामंजस्य बैठाने में थोड़ी परेशानी हुई लेकिन वह अहम समय पर धैर्य बरकार रखते हुए जीत दर्ज करने में सफल रहे।
दास के प्रदर्शन में निरंतरता की कमी दिखी। उन्होंने अपने से कम रैंकिंग वाले चीनी ताइपे के यू चेंग डेंग पर पहले दौर में 6-4 की जीत दौरान विरोधी खिलाड़ी को वापसी के मौके दिए लेकिन जिन हयेक के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया। अगले दौर में दास का सामना जापान के ताकाहारू फुरुकावा से होगा जो लंदन ओलिंपिक के व्यक्तिगत रजत पदक विजेता हैं।
इससे पहले अतानु ने युमेनोशीमा फाइनल फील्ड पर हुए अपने राउंड ऑफ 32 के मुकाबले में ताइवान के यू चेंग डेंग को 6-4 से हराया। यह मुकाबला काफी रोमांचक रहा। एक समय दोनों खिलाड़ी 4-4 की बराबरी पर थे लेकिन अंतिम सेट में अतानु ने 26 के मुकाबले 28 अंक लेकर जीत हासिल की।
पुरुष हॉकी टीम ने मौजूदा चैंपियन अर्जेंटीना को हराया
भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने मौजूदा चैंपियन अर्जेंटीना (India beat Argentina Men’s Hockey) को हराकर शानदार वापसी की है। वर्ल्ड नंबर वन ऑस्ट्रेलिया से हार के बाद मनप्रीत एंड कंपनी ने स्पेन के बाद अर्जेंटीना को 3-1 से शिकस्त दी। पूल ए के ग्रुप मैच में भारत के लिए वरुण कुमार ने 43वें, विवेक सागर प्रसाद ने 58वें और हरमनप्रीत सिंह ने 59वें मिनट में गोल दागे। अर्जेंटीना के लिए एकमात्र गोल मेइको केसेला ने 48वें मिनट में किया।
बैडमिंटन में पीवी सिंधु ने क्वार्टर फाइनल में बनाई जगह
रियो ओलिंपिक की रजत पदक विजेता और विश्व चैंपियन पीवी सिंधु (PV Sindhu) ने प्रतिष्ठा के अनुरूप प्रदर्शन करते हुए महिला एकल बैडमिंटन स्पर्धा के प्री क्वार्टर फाइनल में डेनमार्क की मिया ब्लिचफेल्ट को सीधे गेम में हराकर अंतिम आठ में जगह बनाई।
छठी वरीय सिंधु ने मुसाहिनो फॉरेस्ट स्पोर्ट्स प्लाजा में 41 मिनट चले मुकाबले में मिया को 21-15, 21-13 से हराया। डेनमार्क की दुनिया की 12वें नंबर की खिलाड़ी के खिलाफ सिंधु की छह मैचों में यह पांचवीं जीत है।
भारतीय खिलाड़ी को मिया के खिलाफ एकमात्र हार का सामना इसी साल थाईलैंड ओपन में करना पड़ा था। दो व्यक्तिगत ओलिंपिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनने के लिए चुनौती पेश कर रही सिंधु का सामना क्वार्टर फाइनल में जापान की चौथी चरीय अकाने यामागुची और कोरिया की 12वीं वरीय किम गुएन के बीच होने वाले मुकाबले के विजेता से होगा।
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अपने देश के लोगों का प्यार देख चानू की आंखें हुईं नम, बोलीं- इसीलिए ये मेडल मेरे लिए खास है Divya Sandesh
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अपने देश के लोगों का प्यार देख चानू की आंखें हुईं नम, बोलीं- इसीलिए ये मेडल मेरे लिए खास है
मीराबाई चानू ने सोशल मीडिया पर कुछ यादगार तस्वीरें पोस्ट की हैं। चानू ने पूरे देश को उनका साथ देने के लिए बहुत शुक्रिया अदा किया है। इसी के साथ चानू ने लिखा है कि भारत और मेरे राज्य मणिपुर के लोगों ने मुझे जो प्यार दिखाया है, उसके कारण यह रजत पदक और भी खास है। मैं हर उस व्यक्ति की आभारी हूं जो आज मुझे बधाई देने आया और मुझे अपना आशीर्वाद दिया।भारत के लिए तोक्यो ओलिंपिक में पहला पदक जीतने वाली मीराबाई चानू स्वदेश लौट आई हैं। भारत पहुंचते ही उनका भव्य स्वागत हुआ। उनकी एक झलक पाने के लिए लोग घंटों उनका इंतजार कर रहे थे।मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने भी उनको सम्मानित किया। चानू के लिए भी ये बहुत भावुक पल था।मीराबाई चानू ने सोशल मीडिया पर कुछ यादगार तस्वीरें पोस्ट की हैं। चानू ने पूरे देश को उनका साथ देने के लिए बहुत शुक्रिया अदा किया है। इसी के साथ चानू ने लिखा है कि भारत और मेरे राज्य मणिपुर के लोगों ने मुझे जो प्यार दिखाया है, उसके कारण यह रजत पदक और भी खास है। मैं हर उस व्यक्ति की आभारी हूं जो आज मुझे बधाई देने आया और मुझे अपना आशीर्वाद दिया।चानू की एक झलक के लिए बेकरार हुए लोगसोमवार को इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर हुए स्वागत समारोह की तरह ही यहां बीर टिकेंद्रजीत अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर मीराबाई की झलक पाने के लिए बड़ी संख्या में लोगों के साथ मीडियाकर्मी भी मौजूद थे । उनके हवाई अड्डे से बाहर निकलते ही अफरातफरी मच गयी।ये मेडल और भी खास है- चानूमीराबाई चानू ने सोशल मीडिया पर कुछ यादगार तस्वीरें पोस्ट की हैं। चानू ने पूरे देश को उनका साथ देने के लिए बहुत शुक्रिया अदा किया है। इसी के साथ चानू ने लिखा है कि भारत और मेरे राज्य मणिपुर के लोगों ने मुझे जो प्यार दिखाया है, उसके कारण यह रजत पदक और भी खास है।मैं हर शख्स की सदा आभारी रहूंगी- चानूये तस्वीर खुद मीराबाई चानू ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कीं। चानू ने लिखा कि वो इस स्वागत से अभिभूत हैं। उन्होंने कहा कि मैं हर उस व्यक्ति की आभारी हूं जो आज मुझे बधाई देने आया और मुझे अपना आशीर्वाद दिया।मां से गले लगीं तो नहीं रुके आंसू- चानूहवाई अड्डे पर मंगलवार को अपनी मां से मिलने के बाद भावनाओं पर काबू नहीं रख सकीं और उनकी आंखें नम हो गयी। रियो (2016) ओलंपिक में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद मीराबाई को पिछले पांच वर्षों में बहुत बार घर आने का मौका नहीं मिला था।घरवालों से मिलकर भावुक हुईं मीराबाई चानूओलंपिक भारोत्तोलन में 49 किग्रा भार वर्ग में शनिवार को रजत पदक जीतने वाली मीराबाई यहां पहुंचने पर अपनी मां सेखोम ओंगबी तोम्गी लीमा और पिता सेखोम कृति मेइतेई से गले मिली जिसके बाद उनकी आंखें नम हो गयी। इस बीच सुरक्षाकर्मियों ने उनके आसपास एक घेरा बनाया था।सम्मान समारोह में पहुंची थीं चानूयह 26 साल की खिलाड़ी यहां से लगभग 25 किलोमीटर दूर नोगपोक काकचिंग गांव में रहती है। मीराबाई हवाई अड्डे से मणिपुर राज्य सरकार के सम्मान समारोह में शामिल होने पहुंची, जिसकी मेजबानी मुख्यमंत्री ने की थी।सिल्वर मेडल विजेता मीराबाई चानूमणिपुर की इस खिलाड़ी ने 49 किग्रा वर्ग में कुल 202 किग्रा (87 किग्रा + 115 किग्रा) भार उठाकर शनिवार को रजत पदक हासिल किया था। इससे पहले भारोत्तोलन में 2000 सिडनी ओलंपिक में कर्णम मल्लेश्वरी ने कांस्य पदक जीता था।
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