#ओपइंडिया
Explore tagged Tumblr posts
Text
सुप्रीम कोर्ट ने 'ऑपइंडिया' के खिलाफ पश्चिम बंगाल पुलिस की प्राथमिकी रद्द की
सुप्रीम कोर्ट ने ‘ऑपइंडिया’ के खिलाफ पश्चिम बंगाल पुलिस की प्राथमिकी रद्द की
सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को समाचार पोर्टल ‘ऑपइंडिया’ के पत्रकारों के खिलाफ पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा दर्ज प्राथमिकी को रद्द कर दिया, जब राज्य सरकार ने अदालत को सूचित किया कि उसने प्राथमिकी वापस लेने का फैसला किया है। सबमिशन रिकॉर्ड करते हुए, जस्टिस एसके कौल की अध्यक्षता वाली पीठ ने उम्मीद जताई कि अन्य राज्य भी इसी तरह के मामलों में सूट का पालन करेंगे। न्यायमूर्ति कौल ने टिप्पणी की, “जो कुछ भी…
View On WordPress
#इंडियन एक्सप्रेस#इंडियन एक्सप्रेस इंडिया न्यूज#इंडियन एक्सप्रेस न्यूज सर्विस#उच्चतम न्यायालय#एक्सप्रेस समाचार#एक्सप्रेस समाचार सेवा#ऑपइंडिया न्यूज#��पइंडिया#कोलकाता पुलिस#पश्चिम बंगाल#पश्चिम बंगाल पुलिस#पश्चिम बंगाल समाचार#भारत समाचार#भारतीय पत्रकारिता#सामयिकी
0 notes
Photo
New Post has been published on https://toldnews.com/hindi/%e0%a4%ab%e0%a5%88%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%9f-%e0%a4%9a%e0%a5%87%e0%a4%95-%e0%a4%93%e0%a4%a1%e0%a4%bf%e0%a4%b6%e0%a4%be-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-pm-%e0%a4%a8%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%82%e0%a4%a6/
फैक्ट चेक: ओडिशा में PM नरेंद्र मोदी के लिए हेलीपेड बनाने को नहीं ��ाटे गए हजारों पेड़ - Fact check thousands of trees not cut to make helipad for pm in bollangir odisha
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओडिशा में बोलनगीर की यात्रा अस्थाई हेलीपेड के निर्माण के लिए पेड़ों की कटाई को लेकर विवाद के घेरे में आ गई. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रेलवे की ज़मीन पर हेलीपेड के निर्माण के लिए करीब 3000 पेड़ों को गिरा दिया गया. हालांकि वन विभाग के अधिकारियों ने जांच की बात कही है लेकिन रेलवे ने ऐसे दावों को सिरे से खारिज किया है.
इंडिया टुडे फैक्ट चेक ने पाया कि दावा पूरी तरह सच नहीं है. हेलीपेड के निर्माण के लिए गिनती के ही कुछ पेड़ और पौधे हटाए गए. लगभग सभी प्रमुख समाचारपत्रों और वेबसाइट्स जैसे कि ‘द इंडियन एक्सप्रेस ’, ‘द हिन्दू’, ‘द वीक’ और ‘कलिंगा टीवी’ ने दावा किया है कि सैकड़ों से लेकर हज़ारों पेड़ हेलीपेड बनाने के लिए काट दिए गए.
‘ओपइंडिया’ ने दावा किया कि ऐसी सारी रिपोर्ट्स झूठी हैं. इस वेबसाइट ने झूठा दावा किया कि इंडिया टुडे के फ्लैगशिप ‘इंडिया टाइम्स’ ने द हिन्दू के आधार प��� खबर को रिपोर्�� किया है.
यहां हम बताना चाहेंगे कि पहली बात तो ये कि इंडिया टुडे का इंडिया टाइम्स से कोई नाता नहीं है. दूसरी बात ये कि इंडिया टुडे ने इस मुद्दे को कभी रिपोर्ट नहीं किया.
इंडिया टुडे ने बड़ी संख्या में पेड़ों की कटाई के आरोपों के पीछे तथ्यों को वेरीफाई करने की स्वतंत्र रूप से कोशिश की.
हमने बोलनगीर के डिविजनल फॉरेस्ट ऑफिसर समीर सत्पथी से संपर्क किया. उन्होंने कहा, “मोदी के दौरे के लिए बिना अनुमति लिए हेलीपेड के निर्माण के वास्ते रेलवे स्टेशन ग्राउंड के पास कुछ पेड़ गिराए गए.”
सत्पथी के मुताबिक इस मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं. सत्पथी का कहना है कि 2016 में यहां शहरी पौधारोपण कार्यक्रम के तहत 3,500 पौधे लगाए गए थे.
हमारे स्थानीय संवाददाता सूफियां ने क्षेत्र के कुछ फोटो भेजे. इन फोटो में हेलीपेड के पास कुछ ही पौधों को उखड़े और पेड़ों के तनों को ज़मीन पर गिरे देखा जा सकता है.
इंडिया टुडे फैक्ट चेक ने ईस्ट कोस्ट रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क किया तो उन्होंने हजारों पेड़ काटे जाने के दावों को खारिज किया.
रेलवे की शुरूआती जांच रिपोर्ट के मुताबिक 40 झाड़ियों और पौधों से ज्यादा को नहीं हटाया गया. रिपोर्ट के मुताबिक कार्यक्रम की तैयारियों के तहत रेलवे की ज़मीन पर छह पेड़ों पर कुल्हाड़ी चलाई गई और कुछ की छटाई की गई.
सवालों के घेरे में आई खास जगह पर पौधों और हरियाली की स्थिति जानने के लिए इंडिया टुडे ने बोलनगीर रेलवे स्टेशन के पास दुकान चलाने वाले सूरज त्रिपाठी से संपर्क किया. त्रिपाठी ने हमें जांच में सहयोग का भरोसा दिया और मौके पर पहुंचे. उन्होंने हमें गूगल मैप्स के जरिए उपलब्ध अपनी जियोलोकेशन भेजी.
गूगल अर्थ की मदद से हमने सैटेलाइट तस्वीर की वास्तविक लोकेशन को पहचाना. नवंबर 2018 के आखिर में ली गई जगह विशेष की तस्वीर दिखाती है कि एक महीने पहले भी वो खाली ही जगह थी. इस तरह सैटेलाइट तस्वीर ने ऐसे दावों को खारिज किया कि उस क्षेत्र में हजारों पेड़ मौजूद थे. तस्वीर में गिनती के ही पेड़ वहां देखे जा सकते हैं.
इंडिया टुडे फैक्ट चेक ने ये साबित किया कि हजारों पेड़ काटे जाने संबंधी कुछ मीडिया संस्थानों का दावा स��्चा नहीं है. असल में कुछ गिनती के पेड़ ही काटे गए और कुछ पौधे उखाड़े गए.
पा��ं आजतक की ताज़ा खबरें! news लिखकर 52424 पर SMS करें. एयरटेल, वोडाफ़ोन और आइडिया यूज़र्स. शर्तें लागू
आजतक के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम अलर्ट और सभी खबरें. डाउनलोड करें
Great)
0 notes